एह यीसू मसीह के बंसावली अय – यीसू ह दाऊद के बंस के रिहिस अऊ दाऊद ह अब्राहम के बंस के रिहिस। अब्राहम के बेटा इसहाक रिहिस; इसहाक के बेटा याकूब रिहिस; याकूब ह यहूदा अऊ ओकर भाईमन के ददा रिहिस; यहूदा के बेटा फिरिस अऊ जोरह रिहिन, ओमन के दाई के नांव तामार रिहिस; फिरिस के बेटा हिस्‍त्रोन रिहिस; अऊ हिस्‍त्रोन के बेटा एराम रिहिस; एराम के बेटा अम्‍मीनादाब रिहिस; अम्‍मीनादाब के बेटा नहसोन अऊ नहसोन के बेटा सलमोन रिहिस; सलमोन के बेटा बोअज रिहिस; बोअज के दाई के नांव राहाब रिहिस; बोअज के बेटा ओबेद रिहिस; अऊ ओबेद के दाई के नांव रूत रिहिस; ओबेद के बेटा यिसै रिहिस; यिसै के बेटा राजा दाऊद रिहिस। दाऊद के बेटा सुलेमान रिहिस; सुलेमान ह ओ माईलोगन ले जनमिस, जऊन ह पहिली उरियाह के घरवाली रिहिस; सुलेमान के बेटा रहबाम रिहिस; रहबाम के बेटा अबियाह रिहिस; अऊ अबियाह के बेटा आसा रिहिस; आसा के बेटा यहोसाफात रिहिस; यहोसाफात के बेटा योराम रिहिस; अऊ योराम के बेटा उजियाह रिहिस; उजियाह के बेटा योताम रिहिस; योताम के बेटा आहाज रिहिस; अऊ आहाज के बेटा हिजकियाह रिहिस; हिजकियाह के बेटा मनस्‍से रिहिस; मनस्‍से के बेटा आमोन रिहिस; अऊ आमोन के बेटा योसियाह रिहिस; बंधुआ होके बाबूल देस जाय के बेरा म योसियाह के बेटा यकुन्‍याह, अऊ ओकर भाईमन रिहिन। बंधुआ होके बाबूल जाय के पाछू यकुन्‍याह के बेटा सालतिएल रिहिस; अऊ सालतिएल के बेटा जरू‍ब्बाबिल रिहिस; जरू‍ब्बाबिल के बेटा अबीहूद रिहिस; अबीहूद के बेटा इल्‍याकीम रिहिस; अऊ इल्‍याकीम के बेटा अजोर रिहिस; अजोर के बेटा सदोक रिहिस; सदोक के बेटा अखीम रिहिस; अऊ अखीम के बेटा इलीहूद रिहिस; इलीहूद के बेटा एलियाजर रिहिस; एलियाजर के बेटा मतान रिहिस; अऊ मतान के बेटा याकूब रिहिस; याकूब के बेटा यूसुफ रिहिस; यूसुफ के घरवाली मरियम रिहिस, जेकर ले यीसू जनमिस, जऊन ला मसीह कहे जाथे। ए किसम ले अब्राहम ले दाऊद तक जम्मो चौदह पीढ़ी होईस, अऊ दाऊद ले लेके बाबूल म बंधुआई म जावत तक चौदह पीढ़ी, अऊ बंधुआई ले लेके मसीह तक चौदह पीढ़ी होईस। यीसू मसीह के जनम ए किसम ले होईस। यीसू के दाई मरियम के मंगनी यूसुफ के संग होय रिहिस, पर एकर पहिली कि ओमन दूनों घरवाला-घरवाली के रूप म एक संग होतिन, मरियम ह पबितर आतमा के जरिये पेट म पाय गीस। काबरकि मरियम के होवइया घरवाला यूसुफ ह एक धरमी मनखे रिहिस अऊ ओह मरियम ला मनखेमन के आघू म बदनाम करे नइं चाहत रिहिस, एकर खातिर ओह ओला चुपेचाप छोंड़ देय के बिचार करिस। पर ओकर ए बिचार करे के पाछू, परभू के एक स्‍वरगदूत ह ओला सपना म दिखिस अऊ ओ स्‍वरगदूत ह ओला कहिस, “हे यूसुफ, दाऊद के संतान, तेंह मरियम ला अपन घरवाली के रूप म घर ले जाय बर झन डर, काबरकि जऊन ह ओकर गरभ म हवय, ओह पबितर आतमा के तरफ ले अय। ओह एक बेटा ला जनम दिही अऊ तें ओकर नांव यीसू रखबे, काबरकि ओह अपन मनखेमन ला ओमन के पाप ले छुटकारा दिही।” ए जम्मो बात एकर खातिर होईस कि जऊन बात, परभू ह अगमजानी के जरिये कहे रिहिस, ओह पूरा होवय: “देखव, एक कुवांरी ह गरभ म होही, अऊ ओह एक बेटा ला जनम दिही, अऊ ओकर नांव ‘इ‍मानुएल’ रखे जाही, जेकर मतलब होथे – परमेसर हमर संग।” जब यूसुफ ह नींद ले जागिस, त ओह वइसनेच करिस जइसने परभू के स्‍वरगदूत ह ओला हुकूम दे रिहिस अऊ ओह मरियम ला अपन घरवाली के रूप म अपन घर ले गीस। पर जब तक मरियम ह बेटा ला जनम नइं दीस, तब तक यूसुफ ह ओकर करा नइं गीस। अऊ ओह ओकर नांव यीसू रखिस। जब हेरोदेस राजा ह राज करत रिहिस, त यहूदिया प्रदेस के बैतलहम गांव म यीसू के जनम होईस, तब पूरब दिग के देस म ले कुछू जोतिसीमन यरूसलेम सहर म आईन, अऊ मनखेमन ले पुछिन, “ओ लइका के जनम कहां होईस हवय, जऊन ह यहूदीमन के राजा अय? हमन पूरब दिग म ओकर तारा देखे हवन अऊ ओकर अराधना करे बर आय हवन।” ए सुनके हेरोदेस राजा अऊ यरूसलेम सहर के जम्मो मनखेमन घबरा गीन। राजा ह जम्मो मुखिया पुरोहित अऊ कानून के गुरूमन ला एक जगह म बलाईस अऊ ओमन ले पुछिस, “मसीह के जनम कहां होना चाही?” ओमन कहिन, “यहूदिया प्रदेस के बैतलहम गांव म,” काबरकि अगमजानी ह अइसने लिखे हवय: “हे यहूदा प्रदेस के बैतलहम गांव, तेंह यहूदा प्रदेस के बड़े सहरमन ले कोनो भी किसम ले छोटे नो हस, काबरकि तोर म ले एक झन सासन करइया निकरही, जऊन ह मोर परजा इसरायल के ऊपर राज करही।” तब हेरोदेस राजा ह जोतिसीमन ला चुपेचाप बलाईस अऊ ओमन ले पता लगाईस कि तारा ह ठोका का बेरा म दिखे रिहिस। तब ओह ओमन ला ए कहिके बैतलहम पठोईस, “जावव अऊ ओ लइका के बारे म सही-सही पता मालूम करव। अऊ जब ओह तुमन ला मिल जावय, त मोला खबर भिजवाव, ताकि महूं घलो जाके ओकर अराधना करंव।” जोतिसीमन राजा के बात ला सुने के पाछू अपन डहार म चल दीन, अऊ जऊन तारा ला ओमन पूरब दिग म देखे रिहिन, ओह ओमन के आघू-आघू गीस अऊ ओ ठऊर के ऊपर जाके ठहर गीस, जिहां लइका ह रहय। जब ओमन ओ तारा ला देखिन, त अब्‍बड़ खुस होईन। घर भीतरी जाके, ओमन लइका ला ओकर दाई मरियम के संग देखिन अऊ भुइयां म गिरके ओला दंडवत करिन। तब ओमन अपन-अपन झोला ला खोलके ओला सोना, लोबान अऊ गंधरस के भेंट चघाईन। अऊ परमेसर ह ओमन ला सपना म चेतउनी दीस कि ओमन हेरोदेस करा झन जावंय, एकरसेति, ओमन आने डहार ले अपन देस लहुंट गीन। जब जोतिसीमन चले गीन, त परभू के एक स्‍वरगदूत ह सपना म यूसुफ ला दिखाई दीस अऊ ओला कहिस, “उठ, लइका अऊ ओकर दाई ला लेके मिसर देस भाग जा। अऊ जब तक मेंह नइं कहंव, तब तक तें उहेंच रह, काबरकि हेरोदेस राजा ह ए लइका ला मरवाय खातिर खोजवइया हवय।” तब यूसुफ ह उठिस अऊ रतिहाच, ओह लइका अऊ ओकर दाई ला लेके, मिसर देस चल दीस, अऊ ओह उहां हेरोदेस के मिरतू तक रिहिस, ताकि जऊन बात परभू ह अगमजानी के दुवारा कहे रिहिस, ओह पूरा होवय: “मेंह अपन बेटा ला मिसर देस ले बलाएंव।” जब हेरोदेस राजा ए देखिस कि जोतिसीमन ओकर संग धोखा करे हवंय, त ओह बहुंत नाराज होईस, अऊ ओह ए हुकूम दीस कि बैतलहम अऊ ओकर आस पास के गांव के दू बछर या ओकर ले छोटे जम्मो लइकामन ला मार डारे जावय। काबरकि एह जोतिसीमन के बताय गय समय के मुताबिक रिहिस। तब जऊन बात यरमियाह अगमजानी कहे रिहिस, ओह पूरा होईस: “रामाह म रोए अऊ बहुंते दुःख के अवाज सुनई दीस, राहेल ह अपन लइकामन खातिर रोवत रिहिस, अऊ ओह नइं चाहत रिहिस कि कोनो ओला सांतना देवंय, काबरकि ओकर लइकामन मर गे रिहिन ।” हेरोदेस राजा के मरे के पाछू, परभू के एक स्‍वरगदूत ह मिसर देस म यूसुफ ला सपना म दिखाई दीस, अऊ यूसुफ ले कहिस, “उठ! लइका अऊ ओकर दाई ला लेके इसरायल देस चले जा, काबरकि जऊन मन ए लइका ला मार डारे के कोसिस करत रिहिन, ओमन मर गे हवंय।” तब यूसुफ ह उठिस, अऊ लइका अऊ ओकर दाई ला लेके इसरायल देस चल दीस। पर जब ओह ए सुनिस कि अरखिलाउस ह अपन ददा हेरोदेस के जगह म यहूदिया प्रदेस म राज करत हवय, त ओह उहां जाय बर डराईस। सपना म चेतउनी पाके, ओह गलील प्रदेस चले गीस, अऊ ओह उहां जाके नासरत नांव के एक नगर म निवास करिस। तब अगमजानीमन के दुवारा कहे गे ए बात ह पूरा होईस: “ओला नासरी कहे जाही ।” ओ दिनमन म यूहन्ना बतिसमा देवइया आईस अऊ यहूदा प्रदेस के सुनसान जगह म ए परचार करे लगिस, “पछताप करव, काबरकि स्‍वरग के राज ह लकठा आ गे हवय।” ए यूहन्ना ओ मनखे अय, जेकर बारे म यसायाह अगमजानी ए कहे रिहिस: “सुनसान जगह म एक झन संदेसिया अवाज देवत रिहिस कि परभू के डहार ला तियार करव, अऊ ओकर डहार ला सीधा करव।” यूहन्ना ह ऊंट के रोआं ले बने कपड़ा पहिरे अऊ अपन कनिहां म चमड़ा के बने पट्टा बांधय। ओह फांफा अऊ जंगली मंधरस खावय। यरूसलेम, अऊ जम्मो यहूदिया प्रदेस अऊ यरदन नदी के जम्मो छेत्र के मनखेमन ओकर करा आईन, अऊ अपन-अपन पाप ला मानके, ओमन यरदन नदी म यूहन्ना ले बतिसमा लीन। जब यूहन्ना बतिसमा देवइया ह देखिस कि अब्‍बड़ फरीसी अऊ सदूकी मन ओकर करा बतिसमा लेय बर आवत हवंय, त ओह ओमन ला कहिस, “हे करैत सांप के लइकामन हो! तुमन ला कोन ह चेता दीस कि तुमन परमेसर के अवइया कोरोध ले भागव? बने काम करे के दुवारा दिखावव कि तुमन पाप ले पछतावा करे हवव। अऊ अपन मन म ए बात झन सोचव कि तुमन अब्राहम के संतान अव। मेंह तुमन ला बतावत हंव कि ए पथरामन ले परमेसर ह अब्राहम बर संतान बना सकथे। टंगिया ला पहिले ही रूखमन के जरी ऊपर रखे जा चुके हवय। हर ओ रूख जऊन ह बने फर नइं देवय, काटे अऊ आगी म झोंके जाही। जऊन मन अपन पाप ले पछताप करथें, मेंह ओमन ला पानी ले बतिसमा देथंव। पर मोर बाद, एक झन आही, जऊन ह मोर ले जादा सक्तिसाली ए। मेंह ओकर पनही ला उठाय के लइक घलो नो हंव। ओह तुमन ला पबितर आतमा अऊ आगी ले बतिसमा दिही। ओकर सुपा ह ओकर हांथ म हवय अऊ ओह अपन कोठार ला पूरापूरी साफ करही, अऊ अपन गहूं ला कोठी म कुढ़ोही। पर ओह भूंसा ला ओ आगी म बारही, जऊन ह कभू नइं बुथावय।” तब यीसू ह गलील प्रदेस ले यरदन नदी करा यूहन्ना ले बतिसमा ले बर आईस। पर यूहन्ना ह ए कहिके ओला रोके के कोसिस करिस, “मोला तोर ले बतिसमा लेय के जरूरत हवय, अऊ तेंह मोर करा आय हवस?” पर यीसू ह ओला ए जबाब दीस, “अभी तो अइसने होवन दे; काबरकि जम्मो धरमीपन ला पूरा करे बर अइसने करई, हमर बर उचित ए।” तब यूहन्ना ह यीसू के बात ला मान लीस। अऊ बतिसमा लेय के बाद यीसू ह तुरते पानी ले बाहिर निकरिस। ओहीच समय अकास ह खुल गीस, अऊ ओह परमेसर के आतमा ला पंड़की के सहीं अपन ऊपर उतरत देखिस। अऊ अकास ले ए अवाज आईस, “एह मोर मयारू बेटा अय, जेकर ले मेंह अब्‍बड़ खुस हवंव।” तब पबितर आतमा ह यीसू ला सुनसान जगह म ले गीस कि सैतान के दुवारा ओकर परिछा होवय। यीसू ह चालीस दिन अऊ चालीस रात उपास रिहिस, ओकर पाछू ओला भूख लगिस। तब सैतान ह ओकर करा आईस अऊ कहिस, “यदि तेंह परमेसर के बेटा अस, त कहि दे कि ए पथरामन रोटी बन जावंय।” यीसू ह जबाब दीस, “परमेसर के बचन म लिखे हवय, ‘मनखे ह सिरिप रोटी ले ही नइं, फेर हर ओ बचन के दुवारा जीथे, जऊन ह परमेसर के मुहूं ले निकरथे।’ ” तब सैतान ह यीसू ला पबितर सहर म ले गीस अऊ ओला मंदिर के टीप म ठाढ़ करके कहिस, “कहूं तेंह परमेसर के बेटा अस, त उहां ले खाल्‍हे कूद जा, काबरकि परमेसर के बचन म ए लिखे हवय, ‘परमेसर ह तोर बारे म अपन स्वरगदूतमन ला हुकूम दिही, अऊ ओमन तोला अपन हाथों हांथ उठा लिहीं, ताकि तोर गोड़ म पथरा ले चोट झन लगय।’ ” यीसू ह ओला कहिस, “परमेसर के बचन म ए घलो लिखे हवय, ‘परभू अपन परमेसर के परिछा झन कर।’ ” तब सैतान ह यीसू ला एक ठन बहुंत ऊंच पहाड़ ऊपर ले गीस अऊ ओला संसार के जम्मो राजपाट अऊ ओकर सोभा ला देखाके कहिस, “यदि तेंह माड़ी के भार गिरके मोर अराधना करबे, त मेंह तोला ए जम्मो ला दे दूहूं।” यीसू ह ओला कहिस, “हे सैतान! मोर ले दूरिहा हट; काबरकि परमेसर के बचन म लिखे हवय, ‘परभू अपन परमेसर के अराधना कर अऊ सिरिप ओकरेच सेवा कर।’ ” तब सैतान ह ओकर करा ले चले गीस, अऊ स्वरगदूतमन आके ओकर सेवा करन लगिन। जब यीसू ह ए सुनिस कि यूहन्ना ला जेल म डार दे गे हवय, त ओह गलील प्रदेस ला चल दीस। ओह नासरत ला छोंड़ दीस अऊ कफरनहूम सहर म जाके रहन लगिस, ए सहर ह जबूलून अऊ नपताली के सीमना म झील के तीर म हवय। एह एकर खातिर होईस ताकि यसायाह अगमजानी के दुवारा कहे गय ए बात ह पूरा होवय: “जबूलून के प्रदेस अऊ नपताली के प्रदेस, समुंदर के तरफ जाय के रसता म, यरदन नदी के ओ पार, आनजातमन के गलील प्रदेस, जऊन मनखेमन अंधियार म रहत रिहिन, ओमन एक बड़े अंजोर ला देखिन; अऊ जऊन मन मिरतू के छइहां के प्रदेस म रहत रिहिन, ओमन के ऊपर एक अंजोर चमकिस।” ओ समय ले यीसू ह परचार करन लगिस अऊ कहिस, “अपन पाप ले पछताप करव, काबरकि स्‍वरग के राज ह लकठा आ गे हवय।” जब यीसू ह गलील झील के तीर म रेंगत रिहिस, त ओह दू झन भाईमन ला देखिस; ओमन के नांव सिमोन जऊन ला पतरस कहे जाथे अऊ ओकर भाई अन्द्रियास रिहिस। ए दूनों भाई झील म जाल डारत रिहिन, काबरकि ओमन मछुआर रिहिन। यीसू ह ओमन ला कहिस, “मोर पाछू आवव; मेंह तुमन ला मनखे पकड़वइया मछुआर बनाहूं।” ओमन तुरते अपन जाल ला छोंड़के ओकर पाछू हो लीन। उहां ले आघू जाय के बाद, यीसू ह दू झन अऊ भाईमन ला देखिस – याकूब अऊ ओकर भाई यूहन्ना ला, जऊन मन जबदी के बेटा रिहिन। ओमन अपन ददा जबदी के संग एक ठन डोंगा म रहंय अऊ अपन जाल ला तियार करत रहंय। यीसू ह ओमन ला बलाईस, अऊ ओमन तुरते डोंगा अऊ अपन ददा ला छोंड़के यीसू के पाछू हो लीन। यीसू ह जम्मो गलील प्रदेस म जाके, यहूदीमन के सभा घर म उपदेस दीस, अऊ परमेसर के राज के सुघर संदेस के परचार करिस, अऊ मनखेमन के हर किसम के रोग अऊ बेमारी ला बने करिस। यीसू के खबर ह जम्मो सीरिया देस म फइल गीस, अऊ मनखेमन ओ जम्मो झन ला ओकर करा लाने लगिन, जऊन मन कतको किसम के रोग ले बेमार रहंय, जऊन मन असहनीय पीरा म रहंय, जऊन मन ला परेत आतमा धरे रहय, जऊन मन ला मिरगी के बेमारी रहय, अऊ जऊन मन ला लकवा मारे रहय; यीसू ह ओ जम्मो झन ला चंगा करिस। गलील प्रदेस, दस सहर (दिकापुलिस), यरूसलेम, यहूदिया, अऊ यरदन नदी के ओ पार के मनखेमन के एक बड़े भीड़ ह ओकर पाछू हो लीस। जब यीसू ह मनखेमन के भीड़ ला देखिस, त ओह पहाड़ ऊपर चघके उहां बईठ गीस। तब ओकर चेलामन ओकर करा आईन, अऊ ओह ओमन ला ए कहिके उपदेस देवन लगिस: “धइन अंय ओमन, जऊन मन आतमा म दीन अंय, काबरकि स्‍वरग के राज ओमन के अय। धइन अंय ओमन, जऊन मन सोक करथें, काबरकि ओमन ला सांति दिये जाही। धइन अंय ओमन, जऊन मन नरम सुभाव के अंय, काबरकि ओमन धरती के उत्तराधिकारी होहीं। धइन अंय ओमन, जऊन मन धरमीपन बर भूखन अऊ पीयासन हवंय, काबरकि परमेसर ह ओमन ला संतोस करही। धइन अंय ओमन, जऊन मन दयालु अंय, काबरकि ओमन के ऊपर दया करे जाही। धइन अंय ओमन, जऊन मन के हिरदय निरमल हवय, काबरकि ओमन परमेसर के दरसन करहीं। धइन अंय ओमन, जऊन मन मेल-मिलाप कराथें, काबरकि ओमन ला परमेसर के बेटा कहे जाही। धइन अंय ओमन, जऊन मन धरमीपन के कारन सताय जाथें, काबरकि स्‍वरग के राज ओमन के अय। धइन अव तुमन, जब मनखेमन मोर कारन तुम्‍हर बेजत्ती करथें, तुमन ला सताथें अऊ झूठ-मूठ के, तुम्‍हर बिरोध म किसम-किसम के खराप बात कहिथें। आनंद मनावव अऊ खुस रहव, काबरकि स्‍वरग म तुम्‍हर बर बड़े इनाम रखे हवय। तुम्‍हर ले पहिली अगमजानीमन ला मनखेमन अइसनेच सताय रिहिन।” “तुमन धरती के नून अव। पर कहूं नून ह अपन सुवाद ला गंवा देथे, त फेर एला कोनो किसम ले नूनचूर नइं करे जा सकय। एह कोनो काम के नइं रहि जावय। एला बाहिर फटिक दिये जाथे अऊ एह मनखेमन के गोड़ तरी रउंदे जाथे। तुमन संसार के अंजोर अव। पहाड़ ऊपर बसे सहर ह छिपे नइं रह सकय। अऊ न तो मनखेमन दीया ला बारके कटोरा के तरी म रखथें, पर दीया ला दीवट ऊपर मढ़ाथें, जिहां ले एह घर के हर एक जन ला अंजोर देथे। ओही किसम ले, तुम्‍हर अंजोर ह मनखेमन के आघू म चमकय, ताकि ओमन तुम्‍हर बने काम ला देखंय अऊ स्‍वरग म रहइया तुम्‍हर ददा के बड़ई करंय।” “ए झन सोचव कि मेंह मूसा के कानून या अगमजानीमन के बातमन ला खतम करे बर आय हवंव। मेंह ओमन ला खतम करे खातिर नइं, पर ओमन ला पूरा करे खातिर आय हवंव। मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि जब तक स्‍वरग अऊ धरती हवय, तब तक मूसा के कानून के एक छोटे अकछर या बिन्दू घलो पूरा होय बिगर खतम नइं होवय। जऊन ह ए हुकूममन के छोटे ले छोटे बात ला घलो नइं मानय अऊ आने मन ला घलो अइसने करे बर सिखोथे, ओह स्‍वरग के राज म सबले छोटे समझे जाही, पर जऊन ह ए हुकूममन ला मानथे अऊ आने मन ला माने बर सिखोथे, ओह स्‍वरग के राज म बड़े समझे जाही। काबरकि मेंह तुमन ला कहत हवंव कि जब तक तुम्‍हर धरमीपन ह फरीसी अऊ कानून के गुरू मन के धरमीपन ले बढ़ के नइं होवय, तब तक तुमन स्‍वरग के राज म नइं जा सकव।” “तुमन सुने हवव कि बहुंत पहिले मनखेमन ला ए कहे गे रिहिस, ‘हतिया झन करव, अऊ यदि कोनो हतिया करथे, त ओह कचहरी म दंड के भागी होही।’ पर मेंह तुमन ला कहत हंव कि यदि कोनो अपन भाई ऊपर गुस्सा करथे, त ओह दंड के भागी होही। जऊन कोनो अपन भाई के बेजत्ती करथे, त ओला धरम महासभा के आघू म जबाब देना पड़ही। पर जऊन कोनो अपन भाई ला कहिथे, ‘ए मुरुख!’ ओह नरक के आगी म पड़े के खतरा म होही। एकरसेति, यदि तेंह बेदी म अपन भेंट चघावत हस अऊ उहां तोला सुरता आथे कि तोर भाई के मन म तोर बिरोध म कुछू हवय, त उहां बेदी के आघू म अपन भेंट ला छोंड़ दे अऊ पहिली अपन भाई करा जा अऊ ओकर संग मेल-मिलाप कर, तब आ अऊ अपन भेंट ला चघा। ओ मनखे जऊन ह तोर बिरोध म अदालत जावत हे, ओकर संग जल्दी करके मेल-मिलाप कर ले। कचहरी जावत बेरा डहार म ही ओकर संग मेल-मिलाप कर ले, नइं तो ओह तोला नियायधीस ला सऊंप दिही, अऊ नियायधीस ह तोला पुलिस ला सऊंपही, अऊ तेंह जेल म डाल दिये जाबे। मेंह तोला सच कहत हंव कि जब तक तेंह कौड़ी-कौड़ी नइं चुका देबे, तब तक तेंह उहां ले छुटे नइं सकस।” “तुमन सुने हवव कि ए कहे गे रिहिस, ‘छिनारी झन करव।’ पर मेंह तुमन ला कहत हंव कि जऊन कोनो माईलोगन ला खराप नजर ले देखथे, त ओह अपन मन म ओकर संग छिनारी कर चुकिस। यदि तोर जेवनी आंखी ह तोर पाप म परे के कारन बनथे, त ओला निकारके फटिक दे। तोर बर एह बने अय कि अपन देहें के एक ठन अंग ला गंवा दे, पर तोर जम्मो देहें ह नरक म झन डारे जावय। अऊ कहूं तोर जेवनी हांथ ह तोर पाप म परे के कारन बनथे, त ओला काटके फटिक दे। तोर बर एह बने अय कि अपन देहें के एक ठन अंग ला गंवा दे, पर तोर जम्मो देहें ह नरक म झन चले जावय।” “ए घलो कहे गे रिहिस, ‘जऊन कोनो अपन घरवाली ला छोंड़ देथे, त ओह ओला तियाग पतर जरूर देवय।’ पर मेंह तुमन ला कहत हंव कि जऊन कोनो छिनारीपन के अलावा कोनो आने कारन ले अपन घरवाली ला छोंड़ देथे, त ओह ओकर छिनारी करे के कारन बनथे, अऊ जऊन ह ओ तियागे गय माईलोगन ले बिहाव करथे, त ओह घलो छिनारी करथे।” “तुमन ए घलो सुने हवव कि बहुंत पहिले मनखेमन ला ए कहे गे रिहिस, ‘तुमन झूठ-मूठ के किरिया झन खावव, पर परभू के आघू म करे गे किरिया ला पूरा करव।’ पर मेंह तुमन ला कहत हंव कि किरिया कभू झन खावव; न तो स्‍वरग के काबरकि ओह परमेसर के सिंघासन अय; न तो धरती के, काबरकि एह परमेसर के गोड़ के चउकी अय; न तो यरूसलेम के, काबरकि ओह महाराजा के सहर अय। अऊ अपन मुड़ के घलो किरिया झन खावव, काबरकि तुमन एको ठन चुंदी ला घलो पंडरा या करिया नइं कर सकव। साफ-साफ तुम्‍हर गोठ ह हां के हां अऊ नइं के नइं होवय। एकर ले जादा जऊन कुछू होथे, ओह सैतान के तरफ ले होथे।” “तुमन सुने हवव कि ए कहे गे रिहिस, ‘आंखी के बदला म आंखी अऊ दांत के बदला म दांत।’ पर मेंह तुमन ला कहत हंव कि दुस्‍ट मनखे के सामना झन करव। यदि कोनो तुम्‍हर जेवनी गाल म थपरा मारथे, त अपन डेरी गाल ला घलो ओकर अंग कर देवव। अऊ यदि कोनो तुम्‍हर ऊपर मुकदमा चलाके तुम्‍हर कुरता ला लेय चाहथे, त तुमन ओला अपन कोटी ला घलो लेवन दव। यदि कोनो तुमन ला जबरदस्‍ती एक मील ले जाथे, त तुमन ओकर संग दू मील चले जावव। जऊन ह तुम्‍हर ले मांगथे, ओला देवव, अऊ जऊन ह तुम्‍हर ले उधार मांगथे, ओला उधार देवव।” “तुमन सुने हवव कि ए कहे गे रिहिस, ‘अपन पड़ोसी ले मया, अऊ बईरीमन ले नफरत करव।’ पर मेंह तुमन ला कहत हंव कि अपन बईरीमन ले मया करव, अऊ जऊन मन तुम्‍हर ऊपर अतियाचार करथें, ओमन बर पराथना करव। ताकि तुमन अपन स्वरगीय ददा के संतान बन जावव। ओह खराप अऊ बने दूनों मनखेमन ऊपर अपन सूरज चमकाथे, अऊ धरमी अऊ अधरमी दूनों के ऊपर पानी बरसाथे। यदि तुमन ओमन ला मया करथव, जऊन मन तुम्‍हर ले मया करथें, त तुमन ला का इनाम मिलही? लगान लेवइया पापीमन घलो अइसने करथें। यदि तुमन सिरिप अपन भाईमन ला ही जोहार करथव, त आने मन ले तुमन का बड़े बुता करथव? का आनजातमन घलो अइसने नइं करंय? एकरसेति, तुमन सिद्ध बनव, जइसने स्‍वरग म रहइया तुम्‍हर ददा ह सिद्ध अय।” “सचेत रहव! तुमन मनखेमन के आघू म ओमन ला देखाय बर अपन धरमीपन के काम झन करव। नइं तो तुमन ला अपन स्वरगीय ददा ले कुछू इनाम नइं मिलय। एकरसेति, जब तुमन जरूरतमंद मनखे ला देथव, त डुगडुगी झन पिटवाव, जइसने कि ढोंगी मनखेमन सभा-घर अऊ गली मन म करथें, ताकि मनखेमन ओमन के बड़ई करंय। मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि ओमन अपन जम्मो इनाम पा गीन। पर जब तुमन जरूरतमंद मनखे ला देथव, त तुम्‍हर डेरी हांथ ए बात ला झन जानय कि तुम्‍हर जेवनी हांथ का करत हवय। तुम्‍हर दान ह गुपत म रहय। तब तुम्‍हर स्वरगीय ददा जऊन ह गुपत म करे गय काम ला घलो देखथे, तुमन ला इनाम दिही।” “जब तुमन पराथना करथव, त ढोंगी मनखेमन सहीं झन करव, काबरकि मनखेमन ला देखाय बर, सभा-घर अऊ गली के चऊकमन म ठाढ़ होके पराथना करई, ओमन ला बने लगथे। मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि ओमन अपन जम्मो इनाम पा गीन। जब तुमन पराथना करथव, त अपन खोली म जावव, अऊ कपाट ला बंद करके, अपन ददा ले पराथना करव जऊन ह नइं दिखय। तब तुम्‍हर ददा जऊन ह गुपत म करे गय काम ला घलो देखथे, तुमन ला इनाम दिही। अऊ जब तुमन पराथना करथव, त आनजातमन सहीं बेमतलब के बातमन ला घेरी-बेरी झन दुहराव, काबरकि ओमन ए सोचथें कि ओमन के बहुंत बात बोले के कारन, परमेसर ह ओमन के सुनही। ओमन सहीं झन बनव, काबरकि तुम्‍हर मांगे के पहिली, तुम्‍हर ददा ह जानथे कि तुमन ला का चीज के जरूरत हवय। तुमन ला ए किसम ले पराथना करना चाही: ‘हे हमर ददा, तें जो स्‍वरग म हवस, तोर नांव ह पबितर माने जावय, तोर राज आवय, जइसने तोर ईछा स्‍वरग म पूरा होथे, वइसने धरती म घलो पूरा होवय। हमन ला आज के भोजन दे, जइसने कि तेंह हर दिन देथस। हमर पापमन ला छेमा कर, जइसने हमन ओमन ला छेमा करे हवन, जऊन मन हमर बिरोध म पाप करे हवंय। अऊ हमन ला परिछा म झन डार, पर हमन ला बुरई ले बचा, काबरकि राज, अऊ पराकरम अऊ महिमा सदाकाल तक तोर अय। आमीन।’ यदि तुमन ओ मनखेमन ला छेमा करथव, जऊन मन तुम्‍हर बिरोध म पाप करे हवंय, त तुम्‍हर स्वरगीय ददा घलो तुमन ला छेमा करही। पर यदि तुमन ओ मनखेमन के पाप ला छेमा नइं करव, त तुम्‍हर ददा घलो तुम्‍हर पाप ला छेमा नइं करही।” “जब तुमन उपास करथव, त तुमन अपन चेहरा ला उदास झन बनावव, जइसने कि ढोंगीमन करथें; ओमन अपन चेहरा ला ओरमाय रहिथें, ताकि मनखेमन देखंय कि ओमन उपास करत हवंय। मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि ओमन अपन जम्मो इनाम पा चुकिन। पर जब तुमन उपास करथव, त अपन मुड़ म तेल चुपरव अऊ मुहूं ला धोवव, ताकि मनखेमन ए झन जानंय कि तुमन उपास करत हवव, पर सिरिप तुम्‍हर ददा परमेसर ह जानय, जऊन ह नइं दिखय। अऊ तुम्‍हर ददा, जऊन ह हर गुपत के काम ला देखथे, तुमन ला इनाम दिही।” “अपन खातिर ए धरती म धन जमा झन करव, जिहां कीरा अऊ मुर्चा एला नास करथें, अऊ चोरमन सेंध मारके चुरा लेथें। पर अपन खातिर स्‍वरग म धन जमा करव, जिहां कीरा अऊ मुर्चा एला नास नइं कर सकंय, अऊ न ही चोरमन सेंध मारके चोरी कर सकंय। काबरकि जिहां तुम्‍हर धन हवय, उहां तुम्‍हर मन घलो लगे रहिही। आंखी ह देहें के दीया अय। यदि तुम्‍हर आंखीमन बने हवंय, त तुम्‍हर जम्मो देहें ह अंजोर ले भर जाही। पर यदि तुम्‍हर आंखीमन खराप हवंय, त तुम्‍हर जम्मो देहें ह अंधियार ले भर जाही। एकरसेति, ओ अंजोर जऊन ह तुमन म हवय, यदि अंधियार हो जाथे, त ओह कतेक भयंकर अंधियार होही। कोनो मनखे दू झन मालिक के सेवा नइं कर सकय। या तो ओह एक झन ले नफरत करही अऊ दूसर झन ले मया; या फेर ओह एक झन बर समर्पित रहिही अऊ दूसर झन ला तुछ जानही। तुमन परमेसर अऊ धन दूनों के सेवा नइं कर सकव।” “एकरसेति, मेंह तुमन ला कहत हंव कि तुमन अपन जिनगी के बारे म चिंता झन करव कि तुमन का खाहू या का पीहू, अऊ न अपन देहें के बारे म चिंता करव कि तुमन का पहिरहू। का जिनगी ह भोजन ले जादा महत्‍व के नो हय? अऊ देहें ह ओन्ढा ले बढ़ के नो हय? अकास के चिरईमन ला देखव; ओमन ह न बोवंय, न लुवंय अऊ न कोठार म जमा करंय; तभो ले तुम्‍हर स्वरगीय ददा ह ओमन ला खवाथे। का तुमन चिरईमन ले जादा महत्‍व के नो हव? तुम्‍हर म ले कोन ह चिंता करे के दुवारा अपन जिनगी म एको घरी घलो बढ़ा सकथे? तुमन ओन्ढा बर काबर चिंता करथव? खेत के जंगली फूलमन ला देखव कि ओमन कइसने बढ़थें। ओमन न तो मिहनत करंय अऊ न ही ओन्ढा बिनंय। तभो ले मेंह तुमन ला बतावत हंव कि राजा सुलेमान घलो अपन जम्मो सोभा म एमन ले एको झन सहीं नइं सजे-धजे रिहिस। यदि परमेसर ह खेत के कांदी ला, जऊन ह आज इहां हवय अऊ कल आगी म झोंक दिये जाही, अइसने ओन्ढा पहिराथे, तब हे अल्‍प बिसवासी मनखेमन, ओह तुमन ला अऊ बने ओन्ढा काबर नइं पहिराही? एकरसेति तुमन चिंता झन करव अऊ ए झन कहव कि हमन का खाबो? या का पीबो? या का पहिरबो? आनजातमन ए जम्मो चीज के खोज म रहिथें। तुम्‍हर स्वरगीय ददा ह जानथे कि तुमन ला ए जम्मो चीज के जरूरत हवय। परमेसर के राज अऊ ओकर धरमीपन के खोज करव, त ए जम्मो चीजमन घलो संग म तुमन ला दिये जाही। एकरसेति, कल के चिंता झन करव, काबरकि कल के दिन ह अपन चिंता खुद कर लिही। आज के दुःख ह आज खातिर बहुंते हवय।” “आने ऊपर दोस झन लगावव, ताकि तुम्‍हर ऊपर घलो दोस झन लगाय जावय। काबरकि जऊन किसम ले तुमन आने ऊपर दोस लगाथव, ओही किसम ले तुम्‍हर ऊपर घलो दोस लगाय जाही, अऊ जऊन नाप ले तुमन नापथव, ओही नाप ले तुम्‍हर बर नापे जाही। तुमन काबर अपन भाई के आंखी के छोटे कचरा ला देखथव, जबकि अपन खुद के आंखी म पड़े लकड़ी के लट्ठा ला धियान नइं देवव? जब तुम्‍हर खुद के आंखी म लकड़ी के लट्ठा हवय, त तुमन अपन भाई ला कइसने कह सकथव, ‘लान मेंह तोर आंखी के छोटे कचरा ला निकार दंव?’ हे ढोंगीमन हो, पहिली अपन खुद के आंखी के लट्ठा ला निकारव, तभे तुमन अपन भाई के आंखी के छोटे कचरा ला साफ-साफ देखहू अऊ ओला निकार सकहू। पबितर चीज कुकुरमन ला झन देवव, अऊ अपन मोती ला सुरामन के आघू म झन डालव, नइं तो ओमन ओला अपन गोड़ तरी कुचरहीं अऊ तब लहुंटके तुम्‍हर ऊपर चढ़ बईठहीं।” “मांगव, त तुमन ला दिये जाही; खोजव त तुमन ह पाहू; खटखटावव त तुम्‍हर बर कपाट ह खोले जाही। काबरकि जऊन ह मांगथे, ओला मिलथे; जऊन ह खोजथे, ओह पाथे; अऊ जऊन ह खटखटाथे, ओकर खातिर कपाट ला खोले जाथे। तुमन म अइसने कोन मनखे अय कि यदि ओकर बेटा ह ओकर ले रोटी मांगथे, त ओह ओला पथरा देथे? या यदि ओह मछरी मांगथे, त ओला सांप देथे? खराप मनखे होके घलो, जब तुमन अपन लइकामन ला बने चीज देय बर जानथव, त स्‍वरग म रहइया तुम्‍हर ददा ह ओमन ला अऊ बने चीज काबर नइं दिही, जऊन मन ओकर ले मांगथें। आने मन संग वइसने बरताव करव, जइसने तुमन चाहथव कि ओमन तुम्‍हर संग करंय, काबरकि मूसा के कानून अऊ अगमजानीमन के एहीच सिकछा अय।” “छोटे कपाट ले घुसरव। काबरकि चाकर हवय ओ कपाट अऊ सरल हवय ओ रसता, जऊन ह बिनास कोति ले जाथे अऊ बहुंते झन ओम ले होके जाथें। पर छोटे हवय ओ कपाट अऊ कठिन हवय ओ रसता, जऊन ह जिनगी कोति ले जाथे, अऊ सिरिप थोरकन झन एला पाथें।” “लबरा अगमजानीमन ले सचेत रहव। ओमन भेड़ के भेस म तुम्‍हर करा आथें, पर भीतर ले ओमन ह भयंकर भेड़िया अंय। ओमन के काम के दुवारा ओमन ला तुमन चिन डारहू। का मनखेमन कंटिली झाड़ी ले अंगूर या ऊंटकटारा झाड़ी ले अंजीर के फर टोरथें? ओही किसम ले बने रूख ह बने फर देथे, अऊ खराप रूख ह खराप फर देथे। बने रूख ह खराप फर नइं दे सकय अऊ न ही खराप रूख बने फर दे सकथे। हर ओ रूख जऊन ह बने फर नइं देवय, काटे अऊ आगी म झोंके जाथे। ए किसम ले, ओमन के फर के दुवारा, तुमन ओमन ला चिन डारहू। जऊन मन मोला, ‘हे परभू! हे परभू!’ कहिथें, ओमन म ले जम्मो झन स्‍वरग के राज म नइं जा सकंय, पर जऊन ह स्‍वरग म रहइया मोर ददा के ईछा ला पूरा करथे, सिरिप ओहीच ह स्‍वरग के राज म जाही। नियाय के दिन म कतको मनखेमन मोला कहिहीं, ‘हे परभू! हे परभू! का हमन ह तोर नांव म अगमबानी नइं करेन? का हमन तोर नांव म परेत आतमामन ला नइं निकारेन? अऊ तोर नांव म कतको अचरज के काम नइं करेन?’ तब मेंह ओमन ला साफ-साफ बता दूहूं, ‘मेंह तुमन ला कभू नइं जानेंव। हे कुकरमीमन हो, मोर ले दूरिहा हटव।’ ” “एकरसेति, जऊन ह मोर ए गोठमन ला सुनथे अऊ ओकर पालन करथे, ओह ओ बुद्धिमान मनखे सहीं अय, जऊन ह चट्टान ऊपर अपन घर बनाईस। पानी बरसिस, नदीमन म पूरा आईस, गरेर चलिस, अऊ ओ घर ले टकराईस, तभो ले ओ घर ह नइं गिरिस, काबरकि ओकर नींव ह चट्टान ऊपर डारे गे रिहिस। पर जऊन ह मोर ए गोठमन ला सुनथे अऊ ओकर पालन नइं करय, ओह ओ मुरुख मनखे सहीं अय, जऊन ह बालू ऊपर अपन घर बनाईस। पानी बरसिस, नदीमन म पूरा आईस, गरेर चलिस अऊ ओ घर ले टकराईस अऊ ओ घर ह भरभरा के गिर गीस।” जब यीसू ह ए बातमन ला कह चुकिस, त मनखेमन के भीड़ ह ओकर उपदेस ला सुनके चकित हो गीस। काबरकि यीसू ह ओमन के कानून के गुरूमन सहीं नइं, पर अधिकार के संग ओमन ला उपदेस देवत रिहिस। जब यीसू ह पहाड़ ले उतरिस, त एक बड़े भीड़ ओकर पाछू हो लीस। तब एक झन मनखे जऊन ला कोढ़ के बेमारी रहय, ओकर करा आईस, अऊ ओह यीसू ला दंडवत करके कहिस, “हे परभू, यदि तेंह चाहस, त मोला सुध कर सकथस।” यीसू ह अपन हांथ ला ओकर अंग लमाईस अऊ ओला छू के कहिस, “मेंह चाहथंव; तेंह सुध हो जा।” अऊ तुरते ओ मनखे ह कोढ़ के बेमारी ले सुध हो गीस। तब यीसू ह ओला कहिस, “देख, तें कोनो ला कुछू झन कहिबे। पर जा अऊ अपनआप ला पुरोहित ला देखा, अऊ मूसा के कानून के मुताबिक भेंट चघा, ताकि मनखेमन जानय कि तेंह कोढ़ के बेमारी ले ठीक हो गे हवस। ” जब यीसू ह कफरनहूम सहर म आईस, त एक झन रोमी सेना के अधिकारी ओकर करा आईस अऊ ओकर ले बिनती करके कहिस, “हे परभू, मोर सेवक ह घर म पड़े हवय; ओला लकवा मार दे हवय, अऊ ओह अब्‍बड़ दुःख भोगत हवय।” यीसू ह ओला कहिस, “मेंह जाहूं अऊ ओला चंगा करहूं।” तब रोमी सेना के अधिकारी ह ए जबाब दीस, “हे परभू, मेंह एकर लइक नो हंव कि तेंह मोर घर म आ। पर सिरिप मुहूं ले कहि दे, अऊ मोर सेवक ह ठीक हो जाही। काबरकि मेंह खुदे आने अधिकारी के खाल्‍हे म काम करथंव, अऊ मोर खाल्‍हे म सैनिकमन काम करथें। जब मेंह एक झन ला कहिथंव, ‘जा’, त ओह जाथे अऊ दूसर झन ले कहिथंव, ‘आ’, त ओह आथे। जब मेंह अपन सेवक ले कहिथंव, ‘एला कर’, त ओह करथे।” एला सुनके यीसू ह चकित हो गीस, अऊ जऊन मन ओकर पाछू-पाछू आवत रिहिन, ओमन ला ओह कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि मेंह इसरायली मनखेमन म घलो अइसने मजबूत बिसवास नइं देखेंव। मेंह तुमन ला कहत हंव कि कतको मनखेमन पूरब अऊ पछिम दिग ले आहीं अऊ अब्राहम, इसहाक अऊ याकूब के संग स्‍वरग के राज के भोज म सामिल होहीं। पर जऊन मन ला स्‍वरग राज म होना चाही, ओमन ला बाहिर अंधियार म डार दिये जाही, जिहां ओमन रोहीं अऊ अपन दांत पीसहीं।” तब यीसू ह रोमी सेना के अधिकारी ले कहिस, “जा, जइसने तेंह बिसवास करे हवस वइसने तोर बर होही।” अऊ ओकर सेवक ह ओहीच घरी चंगा हो गीस। जब यीसू ह पतरस के घर म आईस, त ओह देखिस कि पतरस के सास ह जर के मारे खटिया म पड़े रहय। यीसू ह ओकर हांथ ला छुईस अऊ ओकर जर ह उतर गीस, अऊ ओह उठके यीसू के सेवा टहल करे लगिस। जब सांझ होईस, त मनखेमन परेत आतमा ले जकड़े बहुंते मनखेमन ला यीसू करा लानिन। यीसू ह सिरिप गोठ के दुवारा ओ परेत आतमामन ला निकार दीस अऊ जम्मो बेमरहामन ला चंगा करिस। ए किसम ले, यसायाह अगमजानी के दुवारा कहे गय ए बचन ह पूरा होईस: “ओह हमर कमजोरी ला ले लीस, अऊ हमर रोगमन ला दूर करिस।” जब यीसू ह अपन चारों कोति मनखेमन के भीड़ ला देखिस, त ओह अपन चेलामन ला झील के ओ पार जाय के हुकूम दीस। तब मूसा के कानून के एक गुरू ह यीसू करा आके कहिस, “हे गुरू, तेंह जिहां कहीं घलो जाबे, मेंह तोर पाछू-पाछू चलहूं।” यीसू ह ओला कहिस, “कोलिहामन बर रहे के बिल हवय अऊ अकास के चिरईमन करा गुड़ा हवय, पर मनखे के बेटा करा रहे के कोनो ठऊर नइं ए।” अऊ एक झन जऊन ह यीसू के चेला रिहिस, ओकर ले कहिस, “हे परभू, पहिली मोला जावन दे कि मेंह अपन मरे ददा ला माटी दे दंव।” पर यीसू ह ओला कहिस, “तेंह मोर पाछू हो ले, अऊ मुरदामन ला अपन मुरदा गाड़न दे।” तब यीसू ह डोंगा म चघिस अऊ ओकर चेलामन घलो ओकर संग गीन। अचानक झील म एक भयंकर गर्रा उठिस अऊ डोंगा ह पानी के लहरामन ले भरे लगिस। पर यीसू ह सोवत रहय। चेलामन यीसू करा गीन अऊ ओला उठाके कहिन, “हे परभू, हमन ला बचा। हमन पानी म बुड़त हवन।” यीसू ह ओमन ला कहिस, “हे अल्‍प बिसवासी मनखेमन हो, तुमन काबर डर्रावत हव?” तब ओह उठिस अऊ गर्रा अऊ पानी के लहरामन ला दबकारिस अऊ जम्मो ह पूरा-पूरी सांत हो गीस। ओ मनखेमन अचम्भो म पड़ गीन अऊ कहिन, “एह का किसम के मनखे अय? गर्रा अऊ पानी के लहरामन घलो एकर हुकूम मानथें।” जब यीसू ह झील के ओ पार गदरेनीमन के इलाका म आईस, त दू झन मनखे, जेमन म परेत आतमा रहंय, मसानघाट ले निकरके ओकर करा आईन । ओमन अतेक उदन्‍ड रिहिन कि कोनो ओ रसता म आय-जाय नइं सकत रिहिन। ओमन चिचियाके कहिन, “हे परमेसर के बेटा, हमर ले तोर का लेना देना? का तेंह ठहराय गय समय ले पहिली हमन ला इहां सताय बर आय हवस?” उहां ले कुछू दूरिहा म, सुरामन के एक बड़े झुंड ह चरत रहय। ओ परेत आतमामन यीसू ले बिनती करके कहिन, “यदि तेंह हमन ला निकारत हवस, त हमन ला ओ सुरामन के झुंड म पठो दे।” यीसू ह ओमन ला कहिस, “जावव।” तब परेत आतमामन ओ मनखेमन ले निकरके सुरामन म हमा गीन अऊ सुरामन के जम्मो झुंड ह तीर म खड़े पथरा ले झील म कूदिस, अऊ पानी म बुड़ मरिस। सुरा चरइया मनखेमन भाग गीन अऊ सहर म जाके जम्मो बात बताईन। ओमन ओ परेत आतमा ले बाधित मनखेमन के बारे म घलो बताईन। तब सहर के जम्मो मनखेमन यीसू करा भेंट करे बर आईन, अऊ जब ओमन ओला देखिन, त ओकर ले बिनती करके कहिन, “तेंह हमर इलाका ले चले जा। ” यीसू ह डोंगा म चघिस अऊ झील ला पार करके अपन सहर म आईस । कुछू मनखेमन लकवा के मारे एक मनखे ला ओकर करा लानिन; ओ मनखे ह खटिया म पड़े रहय। जब यीसू ह ओमन के बिसवास ला देखिस, त ओह लकवा के मारे मनखे ला कहिस, “बेटा, खुसी मना! तोर पाप ह छेमा हो गीस।” एला सुनके, मूसा के कानून के कुछू गुरूमन अपन मन म कहिन, “ए मनखे ह परमेसर के निन्दा करत हवय।” ओमन के मन के बात ला जानके यीसू ह कहिस, “तुमन अपन मन म काबर अइसने खराप बात सोचत हवव? कते बात ह सरल ए? ए कहई, ‘तोर पाप ह छेमा हो गीस,’ या फेर ए कहई, ‘उठ, अऊ चल फिर।’ पर ए कि तुमन जान लेवव कि मनखे के बेटा ला धरती म पाप छेमा करे के अधिकार हवय।” तब ओह लकवा के मारे मनखे ला कहिस, “उठ, अपन खटिया उठा अऊ घर जा।” अऊ ओ मनखे ह उठिस अऊ अपन घर चल दीस। जब भीड़ के मनखेमन एला देखिन, त ओमन डर्रा गीन, अऊ ओमन परमेसर के महिमा करन लगिन, जऊन ह मनखेमन ला अइसने अधिकार दे हवय। जब यीसू ह उहां ले आघू बढ़िस, त ओह मत्ती नांव के एक झन मनखे ला लगान पटाय के चौकी म बईठे देखिस, त ओह ओला कहिस, “मोर पाछू आ।” अऊ मत्ती ह उठके ओकर पाछू हो लीस। जब यीसू ह मत्ती के घर म खाना खाय बर बईठिस, त कतको लगान लेवइया अधिकारी अऊ पापी मनखेमन आईन अऊ ओमन घलो यीसू अऊ ओकर चेलामन संग खाना खाय बर बईठिन। एला देखके फरीसीमन यीसू के चेलामन ले पुछिन, “तुम्‍हर गुरू ह लगान लेवइया अधिकारी अऊ पापी मन संग काबर खावत हवय?” एला सुनके, यीसू ह कहिस, “बईद के जरूरत भला चंगा मनखेमन ला नइं, पर बेमरहामन ला पड़थे। जावव अऊ सिखव कि परमेसर के ए बचन के का मतलब होथे: ‘मेंह बलिदान नइं, पर दया चाहथंव।’ काबरकि मेंह धरमीमन ला नइं, पर पापीमन ला बलाय बर आय हवंव।” तब यूहन्ना के चेलामन यीसू करा आईन अऊ पुछिन, “का कारन ए कि हमन अऊ फरीसीमन उपास करथन, पर तोर चेलामन उपास नइं करंय?” यीसू ह ओमन ला ए जबाब दीस, “का बरातीमन दुःख मनाथें, जब दुल्‍हा ह ओमन के संग म रहिथे? पर ओ समय ह आही जब दुल्‍हा ह ओमन ले अलग करे जाही; तब ओमन उपास करहीं। जुन्ना कपड़ा म नवां कपड़ा के खाप कोनो नइं लगावंय, काबरकि ओ खाप ह जुन्ना कपड़ा ला तीरके अऊ चीर दिही। वइसने ही मनखेमन जुन्ना चमड़ा के थैली म नवां अंगूर के मंद ला नइं भरंय। यदि ओमन अइसने करथें, त ओ चमड़ा के थैली फट जाही, अऊ अंगूर के मंद ह बोहा जाही अऊ चमड़ा के थैली नास हो जाही। पर मनखेमन नवां मंद ला नवां चमड़ा के थैली म भरथें, अऊ ए किसम ले दूनों चीज सही-सलामत रहिथे।” जब यीसू ह ओमन ला ए कहत रिहिस, तभे यहूदीमन के सभा घर के अधिकारी आईस अऊ यीसू के आघू म माड़ी टेकके कहिस, “मोर बेटी ह अभीच मरे हवय। पर तेंह चल अऊ अपन हांथ ला ओकर ऊपर रख, अऊ ओह जी जाही।” यीसू ह उठिस अऊ ओकर संग गीस। यीसू के चेलामन घलो ओकर संग गीन। तभे एक माईलोगन जऊन ला बारह बछर ले लहू बोहाय के रोग रिहिस, यीसू के पाछू ले आईस अऊ ओकर कपड़ा के छोर ला छू लीस। काबरकि ओह अपन मन म सोचत रिहिस, “यदि मेंह ओकर कपड़ा ला ही छू लूहूं, त चंगा हो जाहूं।” यीसू ह पाछू कोति मुड़ के ओला देखिस अऊ कहिस, “हिम्मत रख, बेटी। तोर बिसवास ह तोला चंगा करे हवय।” अऊ ओहीच घरी ओ माईलोगन ह बने हो गीस। जब यीसू ह ओ अधिकारी के घर के भीतर गीस अऊ बांसुरी बजइयामन ला अऊ मनखेमन ला रोवत-पीटत देखिस, त ओह कहिस, “घुंच जावव! ए टूरी ह मरे नइं ए, पर सुतत हवय।” पर ओमन ओकर हंसी उड़ाय लगिन। जब मनखेमन ला घर के बाहिर कर दिये गीस, त यीसू ह भीतर गीस अऊ टूरी के हांथ ला धरके उठाईस, अऊ ओ टूरी ह उठ बईठिस। ए बात के चरचा ओ जम्मो इलाका म फइल गीस। यीसू ह उहां ले आघू बढ़िस, त दू झन अंधरा मनखे ए गोहारत ओकर पाछू हो लीन, “हे दाऊद के संतान, हमर ऊपर दया कर।” जब यीसू ह घर के भीतर गीस, त ओ अंधरा मनखेमन ओकर करा आईन। यीसू ह ओमन ले पुछिस, “का तुमन ला बिसवास हवय कि मेंह ए काम कर सकत हंव।” ओमन ओला कहिन, “हव परभू।” तब यीसू ह ओमन के आंखी ला छुईस अऊ कहिस, “तुम्‍हर बिसवास के मुताबिक तुम्‍हर बर होवय।” अऊ ओमन के आंखीमन देखे लगिन। यीसू ह ओमन ला बहुंत चेताके कहिस, “देखव, ए बात ला अऊ कोनो ला झन बतावव।” पर बाहिर निकरके, ओमन ओ जम्मो इलाका म यीसू के जस ला फइला दीन। जब ओमन बाहिर निकरत रिहिन, त कुछू मनखेमन भूत धरे एक कोंदा मनखे ला यीसू करा लानिन। अऊ जब यीसू ह भूत ला निकार दीस, त ओ कोंदा मनखे ह गोठियाय लगिस। मनखेमन अचम्भो करत कहे लगिन, “हमन इसरायल देस म अइसने बात कभू नइं देखे रहेंन।” पर फरीसीमन कहिन, “एह भूतमन के सरदार के दुवारा भूतमन ला निकारथे।” यीसू ह जम्मो नगर अऊ गांव म होवत गीस, अऊ ओह यहूदीमन के सभा घर म सिकछा दीस, परमेसर के राज के सुघर संदेस के परचार करिस अऊ जम्मो किसम के रोग अऊ बेमारी ला बने करिस। जब यीसू ह मनखेमन के भीड़ ला देखिस, त ओला ओमन के ऊपर तरस आईस, काबरकि ओमन परेसान अऊ बिन सहारा के रिहिन। ओमन बिन चरवाहा के भेड़ सहीं रिहिन। तब ओह अपन चेलामन ला कहिस, “खेत म फसल तो बहुंते हवय, पर बनिहारमन थोरकन हवंय। एकरसेति, फसल के मालिक ले बिनती करव कि ओह अपन फसल ला लुए बर बनिहार पठोवय।” यीसू ह अपन बारह चेलामन ला अपन करा बलाईस अऊ ओमन ला परेत आतमामन ला निकारे अऊ हर एक किसम के रोग अऊ बेमारी ला बने करे के अधिकार दीस। बारह प्रेरितमन के नांव ए अय: पहिला सिमोन, जऊन ला पतरस कहे जाथे अऊ ओकर भाई अन्द्रियास; जबदी के बेटा याकूब अऊ ओकर भाई यूहन्ना; फिलिप्पुस अऊ बरतुलमै; थोमा अऊ लगान लेवइया मत्ती; हलफई के बेटा याकूब अऊ तद्दै; सिमोन कनानी अऊ यहूदा इस्करियोती जऊन ह यीसू के संग बिस‍वासघात करिस। ए बारहों झन ला, यीसू ह ए हुकूम देके पठोईस, “आनजातमन इहां झन जावव अऊ न ही सामरीमन के कोनो सहर म जावव। एकर बदले, इसरायल के घराना के गवांय भेड़मन करा जावव। जब तुमन जावव, त ए संदेस के परचार करव: ‘स्‍वरग के राज ह लकठा म आ गे हवय।’ बेमरहामन ला चंगा करव, मरे मनखेमन ला जीयावव, कोढ़ी मनखेमन ला सुध करव, परेतमन ला निकारव। मुफत म तुमन ला मिले हवय, एकरसेति मुफत म देवव। अपन जेब म सोना या चांदी या तांबा झन रखव। रसता बर झोला या अतकिहा कुरता या पनही या लउठी झन रखव, काबरकि बनिहार ला ओकर जरूरत के चीज दिये जाना चाही। जऊन कोनो सहर या गांव म तुमन जावव, त उहां कोनो काबिल मनखे के पता लगावव अऊ उहां ले बिदा होवत तक ओकरे घर म ठहिरव। जऊन घर म तुमन जावव, त ओ घर ला आसिस देवव। यदि ओ घर के मनखेमन काबिल होहीं, त तुम्‍हर सांति ह उहां ठहरही, पर यदि ओमन काबिल नो हंय, त तुम्‍हर सांति ह तुम्‍हर करा लहुंट आही। यदि कोनो तुमन ला गरहन नइं करय या तुम्‍हर गोठ ला नइं सुनय, त ओ घर या सहर ले निकरत बेरा अपन गोड़ के धूर्रा ला झर्रा देवव। मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि नियाय के दिन म, ए सहर के मनखेमन ले सदोम अऊ अमोरा सहर के मनखेमन के दसा ह जादा सहे के लइक होही। देखव! मेंह तुमन ला भेड़ियामन के बीच म भेड़मन सहीं पठोवत हवंव। एकरसेति, सांप के सहीं चतुरा अऊ परेवा के सहीं निरदोस बनव। मनखेमन ले सचेत रहव। ओमन ह तुमन ला धरम-सभा ला सऊंप दिहीं अऊ अपन सभा के घर म तुमन ला कोर्रा म मारहीं। मोर कारन, तुमन ला हाकिम अऊ राजामन के आघू म लाने जाही कि तुमन मोर बिसय म ओमन ला अऊ आनजातमन ला गवाही देवव। जब ओमन तुमन ला पकड़थें, त एकर चिंता झन करव कि तुमन ला का कहना हे या कइसने कहना हे, काबरकि ओहीच बखत तुमन ला बताय जाही कि का कहना हे। काबरकि बोलइया तुमन नइं, पर तुम्‍हर ददा परमेसर के आतमा ह तुमन म होके बोलही। भाई ह अपन भाई ला अऊ ददा ह अपन लइका ला मार डारे बर सऊंप दिहीं। लइकामन ह अपन दाई-ददा के बिरोध म खड़े होहीं अऊ ओमन ला मरवा डारहीं। मोर कारन, जम्मो मनखेमन तुम्‍हर ले नफरत करहीं, पर जऊन ह आखिरी तक सहत रहिही, ओह उद्धार पाही। जब ओमन तुमन ला एक सहर म सताथें, त तुमन आने सहर म भाग जावव। मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि मनखे के बेटा के आय के पहिली, तुमन इसरायल के जम्मो सहर म नइं जा सके होहू। चेला ह अपन गुरू ले बड़े नइं होवय अऊ न ही सेवक ह अपन मालिक ले बड़े होथे। चेला ह अपन गुरू सहीं अऊ सेवक ह अपन मालिक सहीं बन जाना ही बहुंत अय। जब ओमन घर के मुखिया ला बालजबूल (सैतान) कहिन, त फेर ओमन ओकर घर के सदस्यमन ला का कुछू नइं कहिहीं। एकरसेति, ओमन ले झन डर्रावव। काबरकि हर एक ढंके चीज ह उघारे जाही या हर एक छिपे चीज ह उजागर करे जाही। जऊन बात मेंह तुमन ला अंधियार म कहत हंव, ओला तुमन अंजोर म कहव। जऊन बात, तुमन ला कान म फुसफुसा के कहे जाथे, ओला तुमन घर के छानी ऊपर ले चिचिया-चिचियाके बतावव। ओमन ले झन डर्रावव, जऊन मन सरीर ला मार डारथें, पर आतमा ला नइं मार सकंय। पर ओकर ले डर्रावव, जऊन ह आतमा अऊ सरीर दूनों ला नरक म नास कर सकथे। एक पईसा म दू ठन गौरइया चिरई बिकथे, तभो ले तुम्‍हर ददा परमेसर के बिगर ईछा के ओम ले एको ठन घलो धरती ऊपर नइं गिरय। अऊ त अऊ तुम्‍हर मुड़ी के जम्मो चुंदी ह घलो गनाय हवय। एकरसेति झन डर्रावव, तुम्‍हर महत्‍व गौरइया चिरईमन ले बहुंत जादा हवय। जऊन कोनो मोला मनखेमन के आघू म स्वीकार करथे, ओला मेंह घलो स्‍वरग म अपन ददा के आघू म स्वीकार करहूं। पर जऊन कोनो मोला मनखेमन के आघू म इनकार करथे, त ओला मेंह घलो स्‍वरग म अपन ददा के आघू म इनकार करहूं। ए झन सोचव कि मेंह धरती म सांति स्‍थापना करे बर आय हवंव। मेंह सांति स्‍थापना करे बर नइं, पर तलवार चलवाय बर आय हवंव। मेंह बेटा ला ओकर ददा के बिरोध म, बेटी ला ओकर दाई के बिरोध म अऊ बहू ला ओकर सास के बिरोध म करे बर आय हवंव। मनखे के बईरी ओकर खुद परिवार के मनखेमन होहीं। जऊन ह अपन ददा या दाई ला मोर ले जादा मया करथे, ओह मोर लइक नो हय। जऊन ह अपन बेटा या बेटी ला मोर ले जादा मया करथे, ओह मोर लइक नो हय; अऊ जऊन ह अपन कुरुस ला उठाके मोर पाछू नइं आवय, ओह मोर लइक नो हय। जऊन ह अपन परान ला बचाथे, ओह ओला गंवाही, अऊ जऊन ह मोर कारन अपन परान ला गंवाथे, ओह ओला बचाही। जऊन ह तुमन ला गरहन करथे, ओह मोला गरहन करथे, अऊ जऊन ह मोला गरहन करथे, ओह ओला गरहन करथे जऊन ह मोला पठोय हवय। जऊन ह एक अगमजानी ला अगमजानी जानके गरहन करथे, त ओह एक अगमजानी के इनाम पाही, अऊ जऊन ह धरमी मनखे ला धरमी मनखे जानके गरहन करथे, ओह एक धरमी मनखे के इनाम पाही। अऊ जऊन ह ए छोटे मन म ले कोनो ला मोर चेला जानके एक गिलास ठंडा पानी पीये बर देथे, त मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि ओह अपन इनाम जरूर पाही।” अपन बारह चेलामन ला ए हुकूम देय के बाद, यीसू ह उहां ले चल दीस। ओह गलील प्रदेस के सहरमन म सिकछा दे बर अऊ परचार करे बर गीस। जब यूहन्ना ह जेल म मसीह के काम के चरचा ला सुनिस, त ओह अपन चेलामन ला ओकर करा ए पुछे बर पठोईस, “का तेंह ओ अस, जऊन ह अवइया रिहिस या फेर हमन कोनो दूसर के बाट जोहन।” यीसू ह ओमन ला ए जबाब दीस, “तुमन जावव, अऊ जऊन बात तुमन सुनत अऊ देखत हवव, ओला यूहन्ना ला बतावव – अंधरामन देखथें, खोरवामन रेंगथें, कोढ़ीमन सुध करे जावथें, भैंरा मनखेमन सुनथें, मुरदामन जी उठथें, अऊ गरीबमन ला सुघर संदेस के परचार करे जाथे। धइन ए ओह जऊन ह मोर ऊपर संदेह नइं करय।” जब यूहन्ना के चेलामन जावत रिहिन, त यीसू ह मनखेमन ला यूहन्ना के बारे म कहन लगिस, “जब तुमन सुनसान जगह म यूहन्ना करा गेव, त तुमन का देखे के आसा करत रहेव? का हवा म डोलत बड़े घांस के पौधा ला? यदि नइं! त फेर तुमन का देखे बर गे रहेव? का सुघर कपड़ा पहिरे एक मनखे ला देखे बर? जऊन मन सुघर कपड़ा पहिरथें, ओमन राजा के महल म रहिथें। त तुमन का देखे बर गे रहेव? एक अगमजानी ला देखे बर? हव, मेंह तुमन ला कहथंव कि तुमन एक अगमजानी ले घलो बड़े मनखे ला देखेव। यूहन्ना ह ओहीच मनखे अय, जेकर बारे म परमेसर के बचन म लिखे हवय; ‘मेंह अपन संदेसिया ला तोर आघू पठोहूं, जऊन ह तोर आघू तोर रसता ला तियार करही।’ मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि अभी तक जऊन मनखेमन संसार म जनमे हवंय, ओमन म कोनो घलो यूहन्ना बतिसमा देवइया ले बड़े नो हय। पर जऊन ह स्‍वरग के राज म सबले छोटे अय, ओह यूहन्ना ले घलो बड़े अय। यूहन्ना बतिसमा देवइया के समय ले अभी तक स्‍वरग के राज ऊपर सतावा होय हवय अऊ सतानेवालामन ताकत के दुवारा एला अपन अधिकार म कर लेथें। काबरकि जम्मो अगमजानी अऊ मूसा के कानून यूहन्ना के समय तक अगमबानी करत रिहिन। अऊ यदि तुमन ए बात ला मानत हव, त जान लेवव कि ओह एलियाह अय, जऊन ह अवइया रिहिस। जेकर कान हवय, ओह सुन ले। मेंह ए पीढ़ी के मनखेमन के तुलना काकर ले करंव? ओमन बजार म बईठे लइकामन सहीं अंय, जऊन मन अपन दूसर संगीमन ला पुकारके कहिथंय: ‘हमन तुम्‍हर बर बांसुरी बजाएन, पर तुमन नइं नाचेव; हमन रोयेन-पीटेन, पर तुमन ला दुःख नइं होईस।’ काबरकि यूहन्ना आईस, पर ओह सधारन मनखे सहीं, न खावय न पीयय, त मनखेमन कहिथें, ‘ओला भूत धरे हवय।’ मनखे के बेटा ह आईस अऊ ओह सधारन मनखे सहीं खाथे अऊ पीथे, त मनखेमन कहिथें, ‘देखव, ओह पेटहा अऊ पियक्‍कड़ अय! ओह लगान लेवइया अधिकारी अऊ पापी मन के संगवारी अय।’ पर बुद्धि ह अपन काम के दुवारा सही ठहरथे।” तब यीसू ह ओ सहरमन ला धिक्‍कारे लगिस, जिहां ओह सबले जादा चमतकार करे रिहिस, पर ओ सहरमन पछताप नइं करिन। यीसू ह कहिस, “धिक्‍कार ए तोला, खुराजीन! धिक्‍कार ए तोला, बैतसैदा। जऊन चमतकार के काम तुमन म करे गीस, यदि ओ काम सूर अऊ सैदा सहर म करे गे होतिस, त ओमन बहुंत पहिली टाट के कपड़ा ओढ़के अऊ राख म बईठके पछताप कर चुके होतिन। पर मेंह तुमन ला कहत हंव कि नियाय के दिन म सूर अऊ सैदा के दसा ह तुम्‍हर दसा ले कहूं जादा सहे के लइक होही। अऊ तें कफरनहूम! का तेंह अकास तक ऊंचा उठाय जाबे! नइं! तेंह खाल्‍हे पाताल लोक ला चले जाबे। काबरकि जऊन चमतकार के काम तोर म करे गीस, यदि ओ काम सदोम सहर म करे गे होतिस, त ओ सहर ह आज तक ले बने रहितिस। पर मेंह तोला कहत हंव कि नियाय के दिन म सदोम सहर के दसा ह तोर दसा ले कहूं जादा सहे के लइक होही।” ओतकीच बेरा यीसू ह कहिस, “हे ददा! स्‍वरग अऊ धरती के परभू! मेंह तोर इस्तुति करत हंव, काबरकि तेंह ए बात ला बुद्धिमान अऊ गियानी मनखेमन ले छिपाय रखय, पर एला छोटे लइकामन ऊपर उजागर करय। हव! ददा ए बात तोला बने लगिस। मोर ददा ह मोला जम्मो चीज ला सऊंप दे हवय। ददा के छोंड़ अऊ कोनो बेटा ला नइं जानंय, अऊ ददा ला कोनो नइं जानंय, सिरिप बेटा ह जानथे अऊ ओमन घलो जानथें, जऊन मन करा बेटा ह ओला उजागर करे चाहथे। हे जम्मो थके मांदे अऊ बोझ ले दबे मनखेमन, मोर करा आवव, मेंह तुमन ला बिसराम दूहूं। मोर जुआंड़ी ला अपन ऊपर रखव अऊ मोर ले सिखव, काबरकि मेंह सुभाव म दयालु अऊ नम्र अंव, अऊ तुमन अपन आतमा म बिसराम पाहू। काबरकि मोर जुआंड़ी ह सहज अऊ मोर बोझा ह हरू हवय।” ओ समय यीसू ह बिसराम के दिन गहूं के खेत म ले होके जावत रिहिस। ओकर चेलामन ला भूख लगिस, त ओमन गहूं के दाना ला टोर-टोरके खावन लगिन। एला देखके फरीसीमन यीसू ले कहिन, “देख! तोर चेलामन ओ काम करत हवंय, जऊन ला कानून के मुताबिक बिसराम के दिन करई मना अय।” यीसू ह कहिस, “का तुमन नइं पढ़े हवव कि जब दाऊद अऊ ओकर संग के मनखेमन ला भूख लगिस, त दाऊद ह का करिस? ओह परमेसर के घर म गीस, अऊ ओह अऊ ओकर संग के मनखेमन परमेसर ला चघाय रोटी ला खाईन, जऊन ला खाना, कानून के मुताबिक ओमन ला मना रिहिस। ओ रोटी ला सिरिप पुरोहितमन खा सकत रिहिन। या का तुमन मूसा के कानून म नइं पढ़े हवव कि पुरोहितमन बिसराम के दिन मंदिर म बिसराम के कानून ला टोरथें, तभो ले ओमन दोसी नइं ठहरंय? मेंह तुमन ला कहथंव कि इहां एक झन हवय, जऊन ह मंदिर ले घलो बड़े अय। मेंह बलिदान नइं पर दया चाहथंव। परमेसर के बचन म लिखे ए बात ला यदि तुमन समझतेव, त तुमन निरदोसीमन ला दोसी नइं ठहिरातेव। मनखे के बेटा ह बिसराम दिन के परभू अय।” उहां ले चलके, यीसू ह यहूदीमन के सभा-घर म आईस। उहां एक झन मनखे रहय, जेकर एक हांथ ह सूख गे रहय। उहां कुछू मनखेमन यीसू ऊपर दोस लगाय बर बहाना खोजत रिहिन, एकरसेति ओमन यीसू ले पुछिन, “का बिसराम के दिन कोनो बेमरहा ला चंगा करई कानून के मुताबिक सही अय?” यीसू ह ओमन ला कहिस, “यदि तुमन के काकरो एक ठन भेड़ हवय अऊ ओह बिसराम के दिन खंचवा म गिर जावय, त का तुमन ओला पकड़के बाहिर नइं निकारहू? मनखे के कीमत ह एक ठन भेड़ ले बहुंत बढ़ के होथे। एकरसेति बिसराम के दिन म भलई करई कानून के मुताबिक सही अय।” तब यीसू ह ओ सूखा हांथवाले मनखे ले कहिस, “अपन हांथ ला लमा।” ओह अपन हांथ ला लमाईस अऊ ओ हांथ ह दूसर हांथ सहीं पूरा-पूरी बने हो गीस। पर फरीसीमन बाहिर निकरिन अऊ ओमन यीसू ला मार डारे के योजना बनाईन। एला जानके यीसू ह उहां ले चल दीस, अऊ बहुंत मनखेमन यीसू के पाछू हो लीन। ओह जम्मो बेमरहा मनखेमन ला चंगा करिस, अऊ ओमन ला चेताके कहिस, “कोनो ला झन बतावव कि मेंह कोन अंव।” ए किसम ले यसायाह अगमजानी के दुवारा कहे गे ए बचन ह पूरा होईस: “देखव, एह मोर सेवक ए, जऊन ला मेंह चुने हवंव, एला मेंह मया करथंव, अऊ एकर ले मेंह बहुंत खुस हवंव। एकर ऊपर मेंह अपन आतमा रखहूं, अऊ एह जम्मो जात के मनखेमन ला नियाय के संदेस दिही। एह न तो झगरा करही अऊ न ही चिचियाही, अऊ न ही गलीमन म कोनो एकर अवाज सुनहीं। एह न तो कुचरे सरकन्‍डा ला टोरही, अऊ न ही बुथावत दीया ला बुथाही, जब तक कि एह जीत ला नियाय नइं देवा दिही। जम्मो जात के मनखेमन एकर नांव म आसा रखहीं।” तब मनखेमन एक भूत धरे मनखे ला यीसू करा लानिन, जऊन ह अंधरा अऊ कोंदा रिहिस। यीसू ह ओला चंगा करिस अऊ ओ मनखे ह बोलन अऊ देखन लगिस। जम्मो मनखेमन चकित होके कहे लगिन, “कहूं एह दाऊद के संतान तो नो हय?” पर जब फरीसीमन ए बात ला सुनिन, त ओमन कहिन, “ए मनखे ह परेतमन के सरदार – बालजबूल के मदद ले परेतमन ला निकारथे।” यीसू ह ओमन के मन के बात ला जानके ओमन ला कहिस, “जऊन राज म फूट पड़ जाथे, ओह टिके नइं रहय। यदि सैतान ह सैतान ला निकारथे, त ओह अपन खुद के बिरोधी हो गे हवय। तब ओकर राज ह कइसने टिके रह सकथे? यदि मेंह बालजबूल के मदद ले परेतमन ला निकारथंव, त फेर तुम्‍हर मनखेमन काकर मदद ले ओमन ला निकारथें? एकरसेति, ओही मन तुम्‍हर नियाय करहीं। पर यदि मेंह परमेसर के आतमा के मदद ले परेतमन ला निकारथंव, तब परमेसर के राज ह तुम्‍हर करा आ गे हवय। या कोन ह कोनो बलवान मनखे के घर म घुसर के ओकर संपत्ति ला लूट सकथे, जब तक कि पहिली ओह ओ बलवान मनखे ला नइं बांध लेवय? एकर बाद ही ओह ओकर घर ला लूट सकही। जऊन ह मोर संग नइं ए, ओह मोर बिरोध म हवय, अऊ जऊन ह मोर संग नइं संकेलय, ओह बगराथे। एकरसेति, मेंह तुमन ला कहथंव कि मनखेमन के हर एक पाप अऊ निन्दा ला छेमा करे जाही, पर पबितर आतमा के निन्दा ला छेमा नइं करे जावय। जऊन कोनो मनखे के बेटा के बिरोध म कुछू कहिही, त ओला छेमा करे जाही, पर जऊन ह पबितर आतमा के बिरोध म बोलही, ओला छेमा नइं करे जावय, न तो ए समय म अऊ न ही अवइया समय म। बने रूख ला लगाहू, त ओम सुघर फर धरही; यदि खराप रूख लगाहू, त ओम खराप फर धरही; काबरकि रूख ह अपन फर ले चिनहे जाथे। हे जहरिला सांप के लइकामन हो! तुमन खराप मनखे अव अऊ सुघर गोठ कइसने कह सकथव? काबरकि जऊन बात ह हिरदय म भरे होथे, ओहीच ह मुहूं ले निकरथे। बने मनखे ह अपन हिरदय म भरे सुघर भंडार ले सुघर बात निकारथे, अऊ खराप मनखे ह अपन हिरदय म भरे खराप भंडार ले खराप बात निकारथे। पर मेंह तुमन ला कहथंव कि नियाय के दिन मनखेमन ला ओमन के मुहूं ले निकरे हर एक बेकार बात के हिसाब देय पड़ही। काबरकि तुमन अपन गोठ के दुवारा निरदोस ठहरहू अऊ अपन गोठ के दुवारा ही दोसी ठहरहू।” तब कुछू फरीसी अऊ कानून के गुरू मन यीसू ले कहिन, “हे गुरू! हमन तोर ले कोनो अचरज के चिन्‍हां देखे चाहत हन।” यीसू ह ओमन ला जबाब दीस, “ए दुस्‍ट अऊ बेभिचारी पीढ़ी के मनखेमन चिन्‍हां देखाय बर कहत हवंय! पर योना अगमजानी के चिन्‍हां ला छोंड़ एमन ला अऊ कोनो चिन्‍हां नइं दिये जावय। जइसने योना ह तीन दिन अऊ तीन रात एक ठन बड़े मछरी के पेट म रिहिस, वइसने मनखे के बेटा ह घलो तीन दिन अऊ तीन रात धरती के भीतर म रहिही। नियाय के दिन नीनवे सहर के मनखेमन, ए पीढ़ी के मनखेमन संग ठाढ़ होहीं, अऊ एमन ऊपर दोस लगाहीं, काबरकि ओमन योना के संदेस ला सुनके मन फिराईन। पर देखव! इहां एक झन हवय, जऊन ह योना ले घलो बड़के अय। नियाय के दिन दक्खिन दिग के रानी ह ए पीढ़ी के मनखेमन संग ठाढ़ होही अऊ एमन ऊपर दोस लगाही, काबरकि ओ रानी ह राजा सुलेमान के गियान के बात ला सुने बर धरती के छोर ले आय रिहिस। पर देखव! इहां एक झन हवय, जऊन ह राजा सुलेमान ले घलो बड़के अय। जब एक परेत आतमा ह कोनो मनखे म ले बाहिर निकरथे, त ओह सुसताय के ठिकाना खोजे बर सुक्‍खा ठऊर म जाथे, पर ओला कोनो जगह नइं मिलय। तब ओह कहिथे, ‘जऊन घर ला मेंह छोंड़के आय रहेंव, मेंह ओहीच घर म लहुंट जाहूं।’ अऊ जब ओह लहुंटके आथे, त ओह ओ घर ला सूना, झाड़े-बहारे अऊ सही ढंग म पाथे। तब ओह जाथे अऊ अपन ले घलो अऊ खराप सात आतमामन ला अपन संग म ले आथे, अऊ ओमन घुसर के उहां बस जाथें। अऊ ओ मनखे के आखिरी दसा ह पहिली ले अऊ खराप हो जाथे। अइसनेच ए दुस्‍ट पीढ़ी के मनखेमन के दसा घलो होही।” जब यीसू ह मनखेमन ले गोठियावत रिहिस, त ओकर दाई अऊ भाईमन आके बाहिर खड़े रिहिन अऊ ओमन ओकर ले बात करे चाहत रिहिन। मनखेमन ले एक झन ह यीसू ला कहिस, “तोर दाई अऊ भाईमन बाहिर म खड़े हवंय अऊ तोर ले बात करे चाहत हवंय।” पर यीसू ह ओ मनखे ला कहिस, “कोन ह मोर दाई अय, अऊ कोन मन मोर भाई अंय?” अऊ यीसू ह अपन चेलामन कोति अपन हांथ ला देखाके कहिस, “एमन अंय मोर दाई अऊ मोर भाई। काबरकि जऊन ह मोर स्‍वरग के ददा के ईछा मुताबिक चलथे, ओहीच ह मोर भाई, मोर बहिनी अऊ मोर दाई अय।” ओहीच दिन, यीसू ह घर ले निकरिस, अऊ समुंदर के तीर म जाके बईठ गीस। तब ओकर चारों कोति अतेक बड़े भीड़ जुर गीस कि ओला जाके एक ठन डोंगा म बईठे पड़िस, अऊ जम्मो मनखेमन समुंदर के तीर म ठाढ़े रहंय। तब यीसू ह ओमन ला पटं‍तर म बहुंत बात बताईस। ओह कहिस, “एक किसान ह बीज बोय बर निकरिस। जब ओह बोवत रिहिस, त कुछू बीजामन रसता के तीर म गिरिन अऊ चिरईमन आके ओला चुग लीन। कुछू बीजामन पथर्री भुइयां म गिरिन, जिहां ओमन ला जादा माटी नइं मिलिस। ओ बीजामन जल्दी जाम गीन काबरकि उहां माटी ह गहिरा नइं रिहिस। पर जब सूरज निकरिस, त ओमन मुरझा गीन अऊ जरी नइं धरे रहय के कारन ओमन सूख गीन। कुछू बीजामन कंटिली झाड़ीमन के बीच म गिरिन अऊ ओ झाड़ीमन बढ़के ओमन ला दबा दीन। पर कुछू बीजामन बने भुइयां ऊपर गिरिन अऊ फर लानिन; कोनो सौ गुना, कोनो साठ गुना अऊ कोनो तीस गुना। जेकर कान हवय, ओह सुन ले।” चेलामन यीसू करा आके ओकर ले पुछिन, “तेंह मनखेमन संग पटं‍तर म काबर गोठियाथस?” ओह जबाब दीस, “स्‍वरग राज के भेद के गियान तुमन ला देय गे हवय, पर ओमन ला नइं। काबरकि जेकर करा हवय, ओला अऊ दिये जाही अऊ ओकर करा बहुंत जादा हो जाही। पर जेकर करा नइं ए, ओकर करा ले ओला घलो ले लिये जाही, जऊन थोर बहुंत ओकर करा हवय। मेंह ओमन ले एकर कारन पटं‍तर म गोठियाथंव काबरकि ओमन देखत घलो नइं देखंय, अऊ सुनत घलो ओमन नइं सुनंय या समझंय। ओमन के बारे म यसायाह अगमजानी के ए अगमबानी ह पूरा होथे: ‘तुमन सुनहू जरूर, पर कभू नइं समझहू, अऊ तुमन देखहू जरूर, पर कभू नइं सूझही। काबरकि ए मनखेमन के दिमाग ह मोटा हो गे हवय, अऊ एमन अपन कान ले ऊंचहा सुने लगे हवंय। अऊ एमन अपन आंखी ला मूंद ले हवंय। नइं तो एमन ह अपन आंखी ले देखतिन, अपन कान ले सुनतिन, अपन दिमाग ले समझतिन अऊ मोर कोति फिरतिन, अऊ मेंह एमन ला चंगा कर देतेंव।’ पर धइन अंय तुम्‍हर आंखीमन, काबरकि ओमन देखथें, अऊ धइन अंय तुम्‍हर कानमन, काबरकि ओमन सुनथें। मेंह तुमन ला सच कहथंव कि जऊन चीज ला तुमन देखत हव, ओला कतको अगमजानी अऊ धरमी मनखेमन देखे चाहत रिहिन, पर देखे नइं सकिन; अऊ जऊन गोठ ला तुमन सुनत हवव, ओला ओमन सुने चाहत रिहिन, पर सुने नइं सकिन। अब तुमन किसान के पटं‍तर के मतलब ला सुनव। जब कोनो मनखे स्‍वरग राज के बचन ला सुनथे अऊ ओला नइं समझय, त जऊन बचन ओकर हिरदय म बोय गय रहिथे, ओला दुस्‍ट सैतान ह आके छीन लेथे। एह ओ बीजा ए, जऊन ह रसता के तीर म बोय गय रिहिस। जऊन बीजा ह पथर्री भुइयां म बोय गे रिहिस, एह ओ मनखे अय, जऊन ह बचन ला सुनथे अऊ तुरते ओला आनंद सहित गरहन करथे। पर अपन म जरी नइं धरे रहय के कारन, ओह कुछू समय तक ही ठहरथे। जब बचन के सेति समस्या अऊ सताव आथे, त ओह तुरते बचन ले दूर हो जाथे। जऊन बीजा ह कंटिली झाड़ीमन के बीच म बोय गे रिहिस, एह ओ मनखे अय, जऊन ह बचन ला सुनथे, पर ए जिनगी के फिकर अऊ धन के लालच ह बचन ला दबा देथे अऊ ओह फर नइं लानय। पर जऊन बीजा ह बने भुइयां म बोय गय रिहिस, एह ओ मनखे अय, जऊन ह बचन ला सुनथे अऊ ओला समझथे। ओह फर लानथे; कोनो सौ गुना, कोनो साठ गुना अऊ कोनो तीस गुना।” यीसू ह ओमन ला एक अऊ पटं‍तर सुनाईस, “स्‍वरग के राज ह ओ मनखे के सहीं अय, जऊन ह अपन खेत म बने बीजा ला बोईस। पर जब मनखेमन सुतत रिहिन, त ओ मनखे के बईरी ह आईस अऊ गहूं के बीच म जंगली बीजा ला बोके चल दीस। जब गहूं ह जामिस अऊ एकर बाली दिखे लगिस, त जंगली पौधा घलो दिखे लगिस। तब ओ खेत के मालिक के सेवकमन ओकर करा आईन अऊ कहिन, ‘मालिक, का तेंह अपन खेत म बने बीजा नइं बोय रहय? तब ओम ए जंगली पौधामन कहां ले आ गीन?’ ओह ओमन ला कहिस, ‘एह कोनो बईरी के काम अय।’ तब सेवकमन ओकर ले पुछिन, ‘का तेंह चाहथस कि हमन जाके ओ जंगली पौधामन ला उखान दन?’ खेत के मालिक ह कहिस, ‘नइं, काबरकि जंगली पौधा ला उखानत बखत, हो सकथे कि तुमन ओमन के संग म गहूं ला घलो उखान डारव। लुवई के समय तक दूनों ला संगे-संग बढ़न देवव। लुवई के समय, मेंह लुवइयामन ला कहिहूं; पहिली जंगली पौधामन ला संकेलव अऊ जलाय बर ओमन के बोझा बांध लेवव। तब गहूं ला जमा करके मोर कोठार म ले आवव।’ ” यीसू ह ओमन ला एक अऊ पटं‍तर सुनाईस, “स्‍वरग के राज ह सरसों के एक बीजा के सहीं अय, जऊन ला लेके एक मनखे ह अपन खेत म बोईस। सरसों के बीजा ह तो जम्मो बीजामन ले छोटे होथे, पर जब एह बढ़थे, त जम्मो साग-भाजी ले बड़े हो जाथे अऊ अइसने रूख बन जाथे कि अकास के चिरईमन आके एकर डालीमन म बसेरा करथें ।” यीसू ह ओमन ला एक ठन अऊ पटं‍तर सुनाईस, “स्‍वरग के राज ह खमीर सहीं अय, जऊन ला एक माईलोगन ह लीस अऊ तीन पसेरी पिसान म तब तक मिलाईस जब तक कि ओ जम्मो पिसान ह खमीर नइं हो गीस ।” यीसू ह मनखेमन ला ए जम्मो बात पटं‍तर म कहिस, अऊ बिगर पटं‍तर के ओह ओमन ला कुछू नइं कहत रिहिस। अइसने करे के दुवारा ओह अगमजानी के दुवारा कहे गय ए बात ला पूरा करिस: “मेंह पटं‍तर म गोठियाहूं। मेंह ओ बातमन ला उजागर करहूं, जऊन ह संसार के सिरजे के समय ले गुपत म हवय।” तब यीसू ह भीड़ ला छोंड़के घर के भीतर गीस। ओकर चेलामन ओकर करा आके कहिन, “खेत म जंगली बीजा के पटं‍तर के बारे म हमन ला समझा दे।” यीसू ह जबाब दीस, “जऊन मनखे ह बने बीजा ला बोईस, ओह मनखे के बेटा अय। खेत ह संसार अय, अऊ बने बीजा ह स्‍वरग राज के संतान अंय। जंगली बीजामन दुस्‍ट सैतान के संतान अंय, अऊ जऊन बईरी ह एमन ला बोथे, ओह सैतान अय। लुवई ह संसार के अंत अय, अऊ लुवइयामन स्‍वरगदूत अंय। जइसने जंगली पौधामन ला जमा करके आगी म बार दिये जाथे, वइसने संसार के अंत समय म होही। मनखे के बेटा ह अपन स्वरगदूतमन ला पठोही, अऊ ओमन ओकर राज के ओ जम्मो झन ला निकारहीं, जऊन मन मनखेमन के पाप के कारन बनथें अऊ जऊन मन कुकरम करथें। स्वरगदूतमन ओमन ला आगी के भट्ठी म झोंक दिहीं, जिहां ओमन रोहीं अऊ अपन दांत पीसहीं। तब धरमी मनखेमन अपन परमेसर के राज म सूरज सहीं चमकहीं। जेकर कान हवय, ओह सुन ले।” “स्‍वरग के राज ह एक खेत म छिपे खजाना के सहीं अय, जऊन ला एक मनखे ह पाईस, अऊ ओह ओला फेर लुका दीस। तब ओह खुसी म गीस अऊ अपन जम्मो कुछू ला बेंचके ओ खेत ला बिसो लीस। फेर, स्‍वरग के राज ह एक सौदागर के सहीं अय, जऊन ह सुघर मोती के खोज म रहिथे। जब ओला एक ठन महंगा मोती मिलथे, त ओह जाथे अऊ अपन जम्मो कुछू ला बेंचके ओ मोती ला बिसो लेथे।” “फेर स्‍वरग के राज ह एक जाल के सहीं अय, जऊन ला समुंदर म डारे गीस, अऊ ओम जम्मो किसम के मछरी फंसिन। जब जाल ह भर गीस त मछुआरमन ओला खींचके तीर म ले आईन। तब ओमन बईठ गीन अऊ बने मछरीमन ला निमार के टुकना म रखिन, अऊ खराप मछरीमन ला फटिक दीन। संसार के अंत समय म अइसनेच होही। स्वरगदूतमन आहीं, अऊ दुस्‍ट मनखेमन ला धरमीमन ले अलग करहीं, अऊ ओमन ला आगी के भट्ठी म झोंक दिहीं। उहां ओमन ह रोहीं अऊ अपन दांत पीसहीं।” यीसू ह अपन चेलामन ले पुछिस, “का तुमन ए जम्मो गोठ ला समझेव?” त ओमन ह कहिन, “हव जी।” यीसू ह ओमन ला कहिस, “एकरसेति, मूसा के कानून के हर ओ गुरू, जऊन ह स्‍वरग राज के सिकछा पा चुके हवय, ओह एक घर के मालिक सहीं अय, जऊन ह अपन भंडार ले नवां के संग-संग जुन्ना चीजमन ला निकारथे।” यीसू ह ए पटं‍तरमन ला सुनाय के बाद उहां ले चल दीस। ओह अपन नगर म आईस, अऊ मनखेमन ला ओमन के सभा घर म सिकछा देवन लगिस। मनखेमन ओकर उपदेस ला सुनके चकित होईन अऊ कहिन, “ए मनखे ला, ए बुद्धि अऊ ए अचरज के काम करे के सामरथ कहां ले मिलिस? का एह बढ़ई के बेटा नो हय? का एकर दाई के नांव मरियम नो हय? का याकूब, यूसुफ, सिमोन अऊ यहूदा एकर भाई नो हंय? का एकर जम्मो बहिनीमन हमर बीच म नइं रहंय? तब ए मनखे ला ए जम्मो चीज कहां ले मिलिस?” अऊ ओमन ओकर ऊपर नराज होईन। पर यीसू ह ओमन ला कहिस, “सिरिप अपन सहर अऊ अपन घर ला छोंड़के, अगमजानी ह जम्मो जगह म आदरमान पाथे।” मनखेमन के अबिसवास के कारन, ओह उहां जादा अचरज के काम नइं करिस। ओ समय राजा हेरोदेस ह यीसू के बारे म सुनिस, अऊ ओह अपन सेवकमन ला कहिस, “एह यूहन्ना बतिसमा देवइया अय। ओह मरे म ले जी उठे हवय। एकरसेति ओह ए अचरज के काम कर सकथे।” हेरोदेस ह अपन भाई फिलिप्पुस के घरवाली हेरोदियास के कारन यूहन्ना ला पकड़वाके बंदी बनवाय रिहिस अऊ ओला जेल म डलवा दे रिहिस। काबरकि यूहन्ना ह हेरोदेस ला कहे रिहिस, “अपन भाई के घरवाली ला रखई तोर बर उचित नो हय।” हेरोदेस ह यूहन्ना ला मार डारे चाहत रिहिस, पर ओह मनखेमन ले डर्रावत रिहिस काबरकि मनखेमन यूहन्ना ला एक अगमजानी मानत रिहिन। हेरोदेस के जनम दिन म हेरोदियास के बेटी ह नेवताहारीमन के आघू म नाचिस अऊ हेरोदेस ला खुस कर दीस। तब हेरोदेस ह किरिया खाके ओला ए बचन दीस, “जऊन कुछू तेंह मांगबे, मेंह तोला दूहूं।” ओह अपन दाई के सिखोय म आके कहिस, “यूहन्ना बतिसमा देवइया के मुड़ी ला एक ठन थारी म इहां मोर करा मंगवा दे।” राजा ह दुःखी होईस, पर अपन किरिया अऊ पहुनामन के सेति ओह हुकूम दीस, “एला यूहन्ना के मुड़ी दे दिये जावय।” ओह सिपाहीमन ला पठोके, जेल म यूहन्ना के मुड़ी ला कटवा दीस। ओकर मुड़ी ला एक ठन थारी म लाय गीस अऊ ओ छोकरी ला दे दिये गीस, अऊ ओह मुड़ी ला अपन दाई करा ले गीस। यूहन्ना के चेलामन आईन अऊ ओकर लास ला ले जाके, ओला माटी दे दीन। तब ओमन जाके यीसू ला ए खबर दीन। जब यीसू ह ए खबर ला सुनिस, त एक ठन डोंगा म चघके, ओह एके झन उहां ले एक सुनसान जगह म चल दीस। जब मनखेमन ला ए बात के पता चलिस, त ओमन सहरमन ले निकरके पैदलेच ओकर खोज म गीन। जब यीसू ह डोंगा ले उतरिस, त ओह उहां एक बड़े भीड़ ला देखिस। यीसू ला ओमन ऊपर तरस आईस अऊ ओह ओमन के बेमरहामन ला बने करिस। जब सांझ होय लगिस, त चेलामन ओकर करा आईन अऊ कहिन, “एह एक सुनसान जगह अय, अऊ अब्‍बड़ बेर होवत हवय। तेंह मनखेमन ला बिदा कर, ताकि ओमन गांवमन म जाके अपन बर भोजन बिसो सकंय।” यीसू ह कहिस, “एमन ला कहीं जाय के जरूरत नइं ए। तुमन एमन ला कुछू खाय बर देवव।” ओमन यीसू ला कहिन, “इहां हमर करा सिरिप पांच ठन रोटी अऊ दू ठन मछरी हवय।” यीसू ह कहिस, “ओमन ला इहां मोर करा लानव।” तब यीसू ह मनखेमन ला कांदी म बईठे के हुकूम दीस। ओह पांच रोटी अऊ दू ठन मछरी ला लीस अऊ स्‍वरग कोति देखके, ओह परमेसर ले आसिस मांगिस, अऊ रोटीमन ला टोरके चेलामन ला दीस अऊ चेलामन मनखेमन ला दीन। ओ जम्मो झन खाईन अऊ खाके अघा गीन। चेलामन बांचे खुचे टुकड़ा के बारह टुकना भर के उठाईन। जऊन मन भोजन करिन, ओम माईलोगन अऊ लइकामन ला छोंड़के, लगभग पांच हजार मरद रिहिन। एकर बाद, यीसू ह तुरते चेलामन ला डोंगा म चघाईस कि ओमन ओकर ले आघू झील के ओ पार जावंय, तब तक ओह मनखेमन ला बिदा करिस। मनखेमन ला बिदा करे पाछू, यीसू ह एके झन पराथना करे बर पहाड़ ऊपर गीस। जब सांझ होईस, त ओह उहां एके झन रिहिस। ओ समय डोंगा ह भुइयां ले बहुंत दूरिहा म रिहिस, अऊ पानी के लहरा म डगमगावत रिहिस, काबरकि हवा ह ओकर उलटा बोहावत रहय। बिहान होय के थोरकन पहिली यीसू ह समुंदर ऊपर रेंगत चेलामन करा आईस। जब चेलामन यीसू ला समुंदर ऊपर रेंगत देखिन, त ओमन डर्रा गीन अऊ कहिन, “एह भूत अय।” अऊ ओमन डर के मारे चिचियाय लगिन। तब यीसू ह तुरते ओमन ला कहिस, “हिम्मत रखव। एह में अंव। झन डर्रावव।” पतरस ह कहिस, “हे परभू, यदि तें अस, त मोला पानी ऊपर तोर करा आय के हुकूम दे।” यीसू ह कहिस, “आ।” तब पतरस ह डोंगा ले उतरिस अऊ पानी ऊपर रेंगत यीसू कोति आय लगिस। पर जब ओह गर्रा ला देखिस, त ओह डर्रा गीस अऊ पानी म बुड़न लगिस, त चिचियाके कहिस, “हे परभू! मोला बचा।” यीसू ह तुरते अपन हांथ बढ़ाके ओला थाम लीस अऊ कहिस, “हे अल्‍प बिसवासी, तेंह संका काबर करय?” जब ओ दूनों डोंगा म चघ गीन, त गर्रा ह थम गीस। तब जऊन मन डोंगा म रिहिन, ओमन यीसू ला दंडवत करिन अऊ कहिन, “सही म तेंह परमेसर के बेटा अस।” ओमन झील के ओ पार गीन अऊ गन्नेसरत सहर म पहुंचिन। उहां के मनखेमन यीसू ला चिन डारिन अऊ ओमन आस-पास के जम्मो गांव म खबर भिजवा दीन। मनखेमन जम्मो बेमरहामन ला यीसू करा लानिन, अऊ ओकर ले बिनती करिन, “ए बेमरहामन ला तोर कपड़ा के छोर ला सिरिप छुवन दे।” अऊ जतेक झन ओला छुईन, ओ जम्मो झन चंगा हो गीन। तब यरूसलेम सहर ले कुछू फरीसी अऊ मूसा के कानून के गुरूमन यीसू करा आईन, अऊ ओकर ले पुछिन, “तोर चेलामन काबर पुरखामन के रीति-रिवाज ला नइं मानंय? खाना खाय के पहिली, ओमन अपन हांथ ला नइं धोवंय।” यीसू ह ओमन ला जबाब दीस, “अऊ तुमन अपन रीति-रिवाज के हित म परमेसर के हुकूम ला काबर नइं मानव? काबरकि परमेसर ह हुकूम दे हवय, ‘अपन दाई अऊ ददा के आदरमान करव, अऊ जऊन ह अपन दाई या ददा के बुरई करथे, ओह मार डारे जावय।’ पर तुमन कहिथव कि यदि कोनो अपन दाई या ददा ले ए कहय, ‘जऊन मदद तुमन ला मोर कोति ले हो सकत रिहिस, ओह परमेसर ला भेंट के रूप म चघाय गे हवय।’ तब ओला अपन ददा या दाई के आदरमान करे के जरूरत नइं अय। ए किसम ले तुमन अपन रीति-रिवाज के हित म परमेसर के बचन ला टार देथव। हे ढोंगी मनखेमन! यसायाह अगमजानी ह तुम्‍हर बारे म ए कहिके बिलकुल सही अगमबानी करे हवय: ‘ए मनखेमन सिरिप अपन मुहूं ले मोर आदर करथें, पर एमन के मन ह मोर ले दूरिहा रहिथे। एमन बेकार म मोर अराधना करथें; काबरकि एमन मनखे के बनाय नियममन ला सिखोथें।’ ” यीसू ह मनखेमन के भीड़ ला अपन करा बलाईस अऊ कहिस, “तुमन सुनव अऊ समझव। जऊन चीज ह मुहूं म जाथे, ओह मनखे ला असुध नइं करय, पर जऊन ह मुहूं ले बाहिर निकरथे, ओह मनखे ला असुध करथे।” तब चेलामन यीसू करा आके पुछिन, “का तेंह जानथस कि तोर ए बात ले फरीसीमन ला ठेस लगे हवय?” यीसू ह जबाब दीस, “जऊन पौधा ला, स्‍वरग के मोर ददा ह नइं लगाय हवय, ओला उखान दिये जाही। ओमन ला रहन दव। ओमन ह अंधरा अगुवा अंय। यदि एक अंधरा मनखे ह दूसर अंधरा मनखे ला रसता दिखाही, त दूनों झन खंचवा म गिरहीं।” एला सुनके पतरस ह ओला कहिस, “ए पटं‍तर ला हमन ला समझा दे।” यीसू ह कहिस, “का तुमन अभी तक ले नासमझ हवव? का तुमन नइं जानव कि जऊन चीज ह मुहूं म जाथे, ओह पेट म ले होके पयखाना ले बाहिर निकर जाथे? पर जऊन चीज ह मुहूं ले निकरथे, ओह हिरदय ले आथे अऊ ओह मनखे ला असुध करथे। काबरकि खराप बिचार, हतिया, बेभिचार, छिनारीपन, चोरी, लबारी गवाही अऊ निन्दा – ए जम्मो बात हिरदय ले निकरथे, अऊ ए बातमन मनखे ला असुध करथें, पर बिगर हांथ धोवय भोजन करई, मनखे ला असुध नइं करय।” ओ जगह ला छोंड़के, यीसू ह सूर अऊ सैदा के सीमना म चले गीस। ओ इलाका के एक कनानी माईलोगन ह ओकर करा आईस अऊ चिचियाके कहिस, “हे परभू, दाऊद के संतान, मोर ऊपर दया कर! मोर बेटी ला भूत धरे हवय अऊ ओला भयंकर सतावत हवय।” पर यीसू ह ओला कुछू जबाब नइं दीस। तब ओकर चेलामन आईन अऊ ओकर ले बिनती करिन, “ओ माईलोगन ला बिदा कर, काबरकि ओह चिचियावत हमर पाछू-पाछू आवत हवय।” यीसू ह कहिस, “मेंह सिरिप इसरायल के गंवाय भेड़मन करा पठोय गे हवंव।” तब ओ माईलोगन ह आईस अऊ यीसू के आघू म माड़ी टेकके कहिस, “हे परभू, मोर मदद कर।” यीसू ह जबाब दीस, “लइकामन के रोटी ला लेके कुकुरमन ला देवई ठीक नो हय।” ओह कहिस, “हव परभू, पर कुकुरमन घलो ओमन के मालिक के मेज ले गिरे चूर-चार ला खाथें।” तब यीसू ह ओला कहिस, “हे माईलोगन, तोर बिसवास ह बहुंत बड़े अय। जइसने तेंह चाहथस, वइसनेच तोर बर होवय।” अऊ ओकर बेटी ह ओहीच बखत चंगा हो गीस। यीसू ह ओ जगह ला छोंड़ दीस अऊ गलील के झील के तीरे-तीर गीस। तब ओह पहाड़ी ऊपर चघिस अऊ उहां बईठ गीस। भीड़ के भीड़ मनखेमन ओकर करा आईन अऊ ओमन खोरवा, अंधरा, लूलवा, कोंदा अऊ बहुंते आने बेमरहामन ला लानके यीसू के गोड़ करा रख दीन, अऊ यीसू ह ओमन ला चंगा करिस। मनखेमन अब्‍बड़ अचरज करिन, जब ओमन ए देखिन कि कोंदा ह गोठियावत हवय, लूलवा ह ठीक हो गे हवय, खोरवा ह रेंगत हवय अऊ अंधरा ह देखत हवय। अऊ ओमन इसरायल के परमेसर के महिमा करिन। यीसू ह अपन चेलामन ला अपन करा बलाके कहिस, “मोला ए मनखेमन ऊपर तरस आथे। एमन तीन दिन ले मोर संग म हवंय, अऊ एमन करा खाय बर कुछू नइं ए। मेंह एमन ला खाली पेट बिदा करे नइं चाहथंव, नइं तो एमन रसता म गिरके बेहोस हो सकथें।” चेलामन ओला कहिन, “अतेक बड़े भीड़ ला खवाय बर, ए सुनसान जगह म हमन कहां ले अतेक रोटी पाबो?” यीसू ह ओमन ले पुछिस, “तुम्‍हर करा कतेक रोटी हवय?” ओमन कहिन, “सात, अऊ कुछू छोटे-छोटे मछरी घलो।” यीसू ह मनखेमन ला भुइयां म बईठे बर कहिस। तब ओह ओ सात ठन रोटी अऊ मछरीमन ला लीस, अऊ परमेसर ला धनबाद देके ओमन ला टोरिस अऊ अपन चेलामन ला देवत गीस अऊ चेलामन ओला मनखेमन ला बांट दीन। ओ जम्मो झन खाईन अऊ खाके अघा गीन। ओकर बाद चेलामन बांचे खुचे कुटका के सात ठन टुकना भरके उठाईन। जऊन मन उहां खाना खाईन, ओम माईलोगन अऊ लइकामन ला छोंड़के, चार हजार आदमीमन रिहिन। तब यीसू ह भीड़ ला बिदा करिस अऊ डोंगा म चघके ओह मगदन छेत्र म चल दीस। फरीसी अऊ सदूकी मन यीसू करा आईन अऊ ओला परखे खातिर ओकर ले पुछिन, “हमन ला स्‍वरग ले कोनो चिन्‍हां देखा।” यीसू ह ओमन ला जबाब दीस, “जब संझा होथे, त तुमन कहिथव कि मौसम ह साफ रहिही, काबरकि अकास म लाली हवय, अऊ बिहनियां के बखत तुमन कहिथव कि आज गर्रा आही, काबरकि अकास म लाली हवय अऊ बादर छाय हवय। तुमन ह अकास के चिन्‍हां ला देखके, मौसम के बारे म बता देथव, पर तुमन समय के चिन्‍हां के बारे नइं बता सकव। ए दुस्‍ट अऊ बेभिचारी पीढ़ी के मनखेमन अचरज के चिन्‍हां खोजथें, पर योना अगमजानी के चिन्‍हां के छोंड़, एमन ला अऊ कुछू चिन्‍हां नइं दिये जावय।” तब यीसू ह ओमन ला छोंड़के चल दीस। जब ओमन झील के ओ पार गीन, त चेलामन अपन संग रोटी लाने बर भुला गे रिहिन। यीसू ह ओमन ला कहिस, “फरीसी अऊ सदूकी मन के खमीर ले सचेत रहव।” ओमन आपस म ए बात ला बिचार करिन अऊ कहिन, “हमन रोटी नइं लाने हवन, एकरसेति ओह अइसने कहत हवय।” ओमन के बिचार ला जानके, यीसू ह ओमन ला कहिस, “हे अल्‍प बिसवासीमन हो! तुमन ए काबर गोठियावत हव कि तुम्‍हर करा रोटी नइं ए? का तुमन अभी तक ले नइं समझेव? पांच हजार मनखेमन बर पांच ठन रोटी के बात, का तुमन सुरता नइं करत हव, अऊ कतेक ठन टुकना भरके तुमन संकेले रहेव? या फेर ओ चार हजार मनखेमन बर सात ठन रोटी के बात, का तुमन ला सुरता नइं ए, अऊ कतेक ठन टुकना भरके तुमन संकेले रहेव? तुमन ए काबर नइं समझव कि मेंह तुमन ला रोटी के बारे म नइं कहत रहेंव? पर तुमन ला फरीसी अऊ सदूकी मन के खमीर ले सचेत रहे बर कहत रहेंव।” तब ओमन समझिन कि यीसू ह ओमन ला रोटी के खमीर के बारे म नइं गोठियावत रिहिस, पर ओह ओमन ला फरीसी अऊ सदूकी मन के सिकछा ले सचेत रहे बर कहत रिहिस। जब यीसू ह कैसरिया-फिलिप्‍पी के सीमना म आईस, त ओह अपन चेलामन ले पुछिस, “मनखेमन मनखे के बेटा ला कोन ए, कहिथें?” ओमन ह कहिन, “कुछू मनखेमन कहिथें कि ओह यूहन्ना बतिसमा देवइया अय; कुछू मन एलियाह अय, कहिथें; अऊ कुछू मनखेमन कहिथें कि ओह यरमियाह या अगमजानीमन ले एक झन अय।” यीसू ह ओमन ले पुछिस, “पर तुमन मोला कोन ए, कहत हव?” सिमोन पतरस जबाब दीस, “तेंह जीयत परमेसर के बेटा – मसीह अस।” यीसू ह ओला कहिस, “सिमोन, योना के बेटा! धइन अस तेंह, काबरकि ए बात तोला कोनो मनखे ह नइं बताय हवय, पर मोर ददा जऊन ह स्‍वरग म हवय, ए बात तोर ऊपर उजागर करे हवय। अऊ मेंह तोला कहत हंव कि तेंह पतरस अस, अऊ ए चट्टान ऊपर मेंह अपन कलीसिया बनाहूं, अऊ पाताल-लोक के सक्तिमन एकर ऊपर जय नइं पा सकंय । मेंह तोला स्‍वरग राज के चाबीमन ला दूहूं। जऊन कुछू तेंह धरती ऊपर बांधबे, ओह स्‍वरग म बंधाही, अऊ जऊन कुछू तेंह धरती ऊपर खोलबे, ओह स्‍वरग म खुलही।” तब यीसू ह अपन चेलामन ला ए चेतउनी दीस, “तुमन कोनो ला, ए झन बतावव कि मेंह मसीह अंव।” ओ समय ले यीसू ह अपन चेलामन ला ए बताय लगिस, “एह जरूरी अय कि मेंह यरूसलेम जावंव अऊ यहूदीमन के अगुवा, मुखिया पुरोहित अऊ कानून के गुरू मन के हांथ म ले बहुंते दुःख भोगंव; अऊ मार डारे जावंव; अऊ तीसरा दिन जी उठंव।” पतरस ह यीसू ला अलग ले गीस अऊ ओला ए कहिके डांटे लगिस, “परमेसर ह अइसने झन करय, परभू! तोर संग ए बात कभू झन होवय।” यीसू ह पतरस कोति मुड़ के कहिस, “मोर नजर ले दूर हट, सैतान! तेंह मोर रसता म एक बाधा अस। तोर मन म परमेसर के बात नइं, पर मनखेमन के बात हवय।” तब यीसू ह अपन चेलामन ला कहिस, “यदि कोनो मोर चेला बने चाहत हवय, त ओह अपन-आप के इनकार करय, अऊ अपन कुरुस ला उठाके, मोर पाछू हो लेवय। काबरकि जऊन ह अपन परान ला बचाय चाहथे, ओह ओला गंवाही; पर जऊन ह मोर खातिर अपन परान ला गंवाथे, ओह ओला बचाही। यदि मनखे ह जम्मो संसार ला पा जाथे, पर अपन परान ला गंवा देथे, त ओला का फायदा? या मनखे ह अपन परान के बदले म का दे सकथे? काबरकि मनखे के बेटा ह अपन स्वरगदूतमन के संग अपन ददा के महिमा म अवइया हवय, अऊ तब ओह हर एक मनखे ला ओकर काम के मुताबिक इनाम दिही। मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि जऊन मन इहां ठाढ़े हवंय, ओमन म कुछू झन अइसने हवंय कि ओमन तब तक नइं मरंय, जब तक कि ओमन मनखे के बेटा ला ओकर राज म आवत नइं देख लिहीं।” छै दिन के बाद यीसू ह पतरस, याकूब अऊ याकूब के भाई यूहन्ना ला अपन संग लीस अऊ ओमन ला अकेला एक ऊंचहा पहाड़ म ले गीस। उहां ओमन के आघू म यीसू के रूप ह बदल गीस। ओकर चेहरा ह सूरज सहीं चमकत रहय अऊ ओकर कपड़ा ह अंजोर सहीं पंडरा हो गीस। तब उहां चेलामन के आघू म मूसा अऊ एलियाह परगट होईन अऊ ओमन यीसू के संग गोठियावत रिहिन। पतरस ह यीसू ला कहिस, “हे परभू, एह बने बात अय कि हमन इहां हवन। यदि तोर ईछा हवय, त मेंह इहां तीन ठन तम्‍बू बनावत हंव – एक ठन तोर बर, एक मूसा बर अऊ एक एलियाह बर।” जब ओह गोठियावत रिहिस, त एक चमकिला बादर ह ओमन के ऊपर छा गीस, अऊ ओ बादर ले ए अवाज आईस, “एह मोर मयारू बेटा अय। मेंह एकर ले बहुंत खुस हवंव। एकर बात ला सुनव।” एला सुनके चेलामन मुहूं के भार भुइयां म गिरिन अऊ ओमन बहुंत डर्रा गीन। पर यीसू ह आईस अऊ ओमन ला छुके कहिस, “उठव, झन डर्रावव।” जब ओमन ऊपर देखिन, त ओमन ला यीसू के छोंड़ अऊ कोनो नइं दिखिस। जब ओमन पहाड़ ले उतरत रिहिन, त यीसू ह ओमन ला हुकूम दीस, “जब तक मनखे के बेटा ह मरे म ले नइं जी उठय, तब तक तुमन जऊन कुछू देखे हवव, ओ बात कोनो ला झन बतावव।” तब चेलामन ओकर ले पुछिन, “त फेर कानून के गुरूमन काबर कहिथें कि पहिली एलियाह के अवई जरूरी अय।” यीसू ह जबाब दीस, “एलियाह ह जरूर आवत हवय अऊ ओह जम्मो चीज ला ठीक करही। पर मेंह तुमन ला कहथंव कि एलियाह ह आ चुके हवय अऊ मनखेमन ओला नइं चिनहिन। पर ओमन जइसने चाहिन, वइसने ओकर संग मनमाना बरताव करिन।” तब चेलामन समझिन कि यीसू ह ओमन ले यूहन्ना बतिसमा देवइया के बारे म कहत रिहिस। जब ओमन भीड़ करा आईन, त एक मनखे ह यीसू करा आईस अऊ ओकर आघू म माड़ी टेकके कहिस, “हे परभू! मोर बेटा ऊपर दया कर। ओला मिरगी आथे अऊ ओकर कारन बहुंत दुःख झेलथे। ओह अक्सर आगी या पानी म गिर जाथे। मेंह ओला तोर चेलामन करा लानेंव, पर ओमन ओला ठीक नइं कर सकिन।” यीसू ह कहिस, “हे अबिसवासी अऊ ढीठ मनखेमन! मेंह कब तक तुम्‍हर संग रहिहूं? कब तक मेंह तुम्‍हर सहत रहिहूं? लड़का ला इहां मोर करा लानव।” यीसू ह परेत आतमा ला दबकारिस अऊ ओह ओम ले निकर गीस, अऊ ओ छोकरा ह ओहीच बखत ठीक हो गीस। तब चेलामन यीसू करा अकेला म आईन अऊ पुछिन, “हमन ओला काबर नइं निकार सकेंन?” यीसू ह ओमन ला कहिस, “काबरकि तुम्‍हर बहुंत कम बिसवास हवय। मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि यदि तुम्‍हर बिसवास ह सरसों के दाना के बरोबर घलो हवय, अऊ तुमन ए पहाड़ ले कहव, ‘इहां ले घुंच के उहां चले जा,’ त ओह घुंच जाही। तुम्‍हर बर कोनो घलो बात असंभव नइं होही। पर ए किसम के परेत आतमा ह सिरिप पराथना अऊ उपास के दुवारा निकरथे।” जब चेलामन गलील प्रदेस म जुरिन, त यीसू ह ओमन ला कहिस, “मनखे के बेटा ह मनखेमन के हांथ म पकड़वाय जाही। ओमन ओला मार डारहीं, पर तीसरा दिन ओह जी उठही।” एला सुनके चेलामन बहुंत उदास होईन। जब यीसू अऊ ओकर चेलामन कफरनहूम म आईन, त मंदिर के लगान लेवइयामन पतरस करा आईन अऊ पुछिन, “का तुम्‍हर गुरू ह मंदिर के लगान नइं पटावय?” ओह कहिस, “हव, ओह पटाथे।” जब पतरस ह घर के भीतर आईस, त ओकर पुछे के पहिली यीसू ह कहिस, “हे सिमोन, तेंह का सोचथस? ए धरती के राजामन काकर ले लगान लेथें? अपन खुद के बेटामन ले या आने मन ले?” पतरस ह कहिस, “आने मन ले।” यीसू ह ओला कहिस, “तब तो बेटामन ला लगान पटाय बर नइं पड़य। पर हमन ओमन ला ठेस पहुंचाय नइं चाहथन, एकरसेति तेंह झील म जा अऊ अपन गरी ला खेल। जऊन मछरी पहिली फंसही, ओला पकड़बे अऊ ओकर मुहूं ला खोलबे, त तोला उहां एक ठन सिक्‍का मिलही। ओला लेके मोर अऊ तुम्‍हर तरफ ले ओमन ला लगान पटा देबे।” ओ समय चेलामन यीसू करा आईन अऊ पुछिन, “स्‍वरग के राज म सबले बड़े कोन ए?” यीसू ह एक छोटे लइका ला बलाईस अऊ ओला ओमन के बीच म ठाढ़ करके कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि जब तक तुमन नइं बदलव अऊ लइकामन सहीं नइं बनव, तब तक तुमन स्‍वरग के राज म जाय नइं सकव। एकरसेति जऊन ह अपन-आप ला ए लइका के सहीं नम्र करथे, ओह स्‍वरग के राज म सबले बड़े अय। अऊ जऊन ह मोर नांव म अइसने छोटे लइका ला गरहन करथे, ओह मोला गरहन करथे। पर जऊन ह मोर ऊपर बिसवास करइया ए छोटे मन ले कोनो ला पाप म गिराथे, त ओकर बर बने होतिस कि ओकर टोंटा म चकिया के एक बड़े पथरा ला बांधे जातिस अऊ ओला गहिरा समुंदर म डुबो दिये जातिस। संसार ला ओ चीजमन बर धिक्‍कार अय, जऊन मन मनखेमन ला पाप म गिराथें। अइसने चीजमन के अवई जरूरी अय। पर धिक्‍कार अय ओ मनखे ला, जेकर दुवारा ए चीजमन आथें। यदि तुम्‍हर हांथ या तुम्‍हर गोड़ ह तुम्‍हर पाप म गिरे के कारन बनथे, त ओला काटके फटिक दव। तुम्‍हर बर एह बने अय कि तुमन लूलवा या खोरवा होके, जिनगी म परवेस करव, एकर बनिस‍पत कि दूनों हांथ या दूनों गोड़ के रहत, तुमन ला सदाकाल के आगी म डार दिये जावय। अऊ यदि तुम्‍हर आंखी ह तुम्‍हर पाप म गिरे के कारन बनथे, त ओला निकारके फटिक दव। तुम्‍हर बर एह बने अय कि तुमन एक आंखी के कनवां होके जिनगी म परवेस करव, एकर बनिस‍पत कि दूनों आंखी के रहत तुमन ला नरक के आगी म डार दिये जावय।” “देखव! तुमन ए छोटे मन ले कोनो ला घलो तुछ झन समझव। काबरकि मेंह तुमन ला कहत हंव कि एमन के दूतमन स्‍वरग म मोर ददा के आघू म हमेसा रहिथें। (काबरकि मनखे के बेटा ह गंवायमन ला बंचाय बर आईस)। तुमन का सोचथव? यदि कोनो मनखे करा सौ ठन भेड़ हवय, अऊ ओम के एक ठन भेड़ ह भटक जाथे, त का ओह निनान्‍बे भेड़मन ला पहाड़ी ऊपर छोंड़के ओ एक ठन भटके भेड़ ला खोजे बर नइं जावय? अऊ यदि ओ भेड़ ह ओला मिल जावय, त मेंह तुमन ला सच कहत हंव; ओह ओ भेड़ खातिर जादा आनंद मनाही, एकर बनिस‍पत कि ओ निनान्‍बे भेड़ जऊन मन भटके नइं रिहिन। अइसनेच स्‍वरग म तुम्‍हर ददा ह नइं चाहत हवय कि ए छोटे मन ले एको झन घलो नास होवंय।” “यदि तोर भाई ह तोर बिरोध म पाप करथे, त जा अऊ ओकर गलती ला बता, अऊ ए बात ह सिरिप तुमन दूनों के बीच म होवय। यदि ओह तोर बात ला मान लेथे, त तेंह अपन भाई ला वापिस पा लेय। यदि ओह तोर बात ला नइं मानय, त अपन संग म एक या दू झन मनखे ला ले, ताकि दू या तीन झन के गवाही ले हर एक बात साबित हो जावय। यदि ओह ओमन के बात ला घलो नइं सुनय, त ए बात कलीसिया ला बता दे, अऊ यदि ओह कलीसिया के बात ला घलो नइं सुनय, त तेंह ओला एक आनजात या एक लगान लेवइया के सहीं समझ। मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि जऊन कुछू तुमन धरती ऊपर बांधहू, ओह स्‍वरग म बंधाही, अऊ जऊन कुछू तुमन धरती ऊपर खोलहू, ओह स्‍वरग म खोले जाही। मेंह तुम्‍हर ले फेर कहत हंव, यदि तुमन म ले दू झन मनखे एक मन होके धरती ऊपर कोनो बात बर पराथना करहू, त मोर ददा जऊन ह स्‍वरग म हवय, ओ काम ला तुम्‍हर बर कर दिही। काबरकि जिहां दू या तीन मनखे मोर नांव म जुरथें, उहां मेंह ओमन के बीच म रहिथंव।” तब पतरस ह यीसू करा आईस अऊ पुछिस, “हे परभू, यदि मोर भाई ह मोर बिरोध म पाप करथे, त मेंह कतेक बार ओला छेमा करंव? का सात बार?” यीसू ह ओला कहिस, “मेंह तोला नइं कहत हंव कि सात बार, पर सात बार के सत्तर गुना तक। एकरसेति, स्‍वरग के राज ह ओ राजा के सहीं अय, जऊन ह अपन सेवकमन ले हिसाब लेय बर चाहिस। जब ओह हिसाब लेवन लगिस, त ओकर आघू म एक झन मनखे ला लाने गीस, जऊन ह ओकर लाखों करोड़ों रूपिया के कर्जा लगे रिहिस। काबरकि ओह कर्जा चुकाय नइं सकत रिहिस, एकरसेति मालिक ह हुकूम दीस कि ओला अऊ ओकर घरवाली ला अऊ ओकर लइकामन ला अऊ जऊन कुछू ओकर करा हवय, ओ जम्मो ला बेंच दिये जावय अऊ कर्जा के चुकता करे जावय। एला सुनके ओ सेवक ह मालिक के आघू म अपन माड़ी के भार गिरिस अऊ बिनती करिस, ‘हे परभू, मोर ऊपर धीरज धर। मेंह तोर जम्मो कर्जा ला चुकता कर दूहूं।’ तब ओ सेवक के मालिक ला ओकर ऊपर तरस आईस। ओह ओकर कर्जा ला माफ कर दीस अऊ ओला छोंड़ दीस। पर जब ओ सेवक ह बाहिर निकरिस, त ओला ओकर एक संगी सेवक मिलिस, जेकर ऊपर ओकर कुछू सौ रूपिया के कर्जा रिहिस। ओह ओला पकड़िस अऊ ओकर टोंटा ला दबाके कहिस, ‘तोर ऊपर मोर जऊन कर्जा हवय, ओला चुकता कर।’ ओकर संगी सेवक ह अपन माड़ी के भार गिरके ओकर ले बिनती करिस, ‘मोला कुछू समय दे। मेंह तोर कर्जा ला चुकता कर दूहूं।’ पर ओह नइं मानिस अऊ जाके ओ मनखे ला तब तक जेल म डलवा दीस, जब तक कि ओह कर्जा के चुकता नइं कर दीस। जब आने सेवकमन ए जम्मो ला देखिन, त ओमन अब्‍बड़ उदास होईन, अऊ अपन मालिक करा जाके, ओमन जम्मो बात ला बता दीन। तब ओकर मालिक ह ओ सेवक ला बलाईस अऊ कहिस, ‘हे दुस्‍ट सेवक! मेंह तोर जम्मो कर्जा ला माफ करेंव, काबरकि तेंह मोर ले बिनती करय। जइसने मेंह तोर ऊपर दया करे रहेंव, वइसने का तोला अपन संगी सेवक ऊपर दया नइं करना चाही?’ गुस्सा होके ओकर मालिक ह ओला सजा देवइयामन के हांथ म सऊंप दीस कि ओह तब तक ओमन के हांथ म रहय, जब तक कि ओह जम्मो कर्जा ला नइं पटा देवय। यदि तुमन अपन भाई ला अपन हिरदय ले छेमा नइं करहूं, त स्‍वरग के मोर ददा ह घलो तुमन म के हर एक के संग अइसनेच करही।” ए बातमन ला कहे के बाद, यीसू ह गलील प्रदेस ले चल दीस, अऊ यरदन नदी के ओ पार यहूदिया प्रदेस के सीमना म आईस। मनखेमन के एक बड़े भीड़ ह ओकर पाछू हो लीस, अऊ यीसू ह उहां बेमरहामन ला चंगा करिस। कुछू फरीसीमन यीसू ला परखे बर ओकर करा आईन अऊ ओमन यीसू ले पुछिन, “का कोनो भी कारन ले अपन घरवाली ला तियाग देवई कानून के मुताबिक सही अय?” यीसू ह जबाब दीस, “का तुमन परमेसर के बचन म नइं पढ़े हवव कि संसार के रचइया ह ओमन ला सुरूआत ले नर अऊ नारी करके बनाईस, अऊ कहिस, ‘एकरे कारन मनखे ह अपन दाई-ददा ला छोंड़के अपन घरवाली के संग रहिही, अऊ ओ दूनों एक तन होहीं।’ ओमन ह अब दू नइं पर एक तन अंय। एकरसेति जऊन ला परमेसर ह एक संग जोड़े हवय, ओला मनखे ह अलग झन करय।” ओमन यीसू ला कहिन, “त फेर मूसा ह ए हुकूम काबर देय हवय कि मनखे ह अपन घरवाली ला तियाग पतर देके ओला छोंड़ दे।” यीसू ह ओमन ला जबाब दीस, “तुम्‍हर हिरदय के कठोरता के कारन, मूसा ह तुमन ला अपन घरवाली ला तियागे के अनुमती दीस। पर सुरू ले अइसने नइं रिहिस। मेंह तुमन ला कहत हंव कि जऊन मनखे ह बेभिचार के छोंड़ कोनो आने कारन ले अपन घरवाली ला तियाग देथे, अऊ आने माईलोगन ले बिहाव कर लेथे, त ओह बेभिचार करथे।” चेलामन यीसू ला कहिन, “यदि मनखे के संबंध ह अपन घरवाली के संग अइसने अय, तब बिहाव नइं करई ठीक अय।” यीसू ह ओमन ला कहिस, “जम्मो मनखे ए सिकछा ला माने नइं सकंय, पर सिरिप ओहीच मन मान सकथें, जऊन मन ला ए बरदान दिये गे हवय। काबरकि कुछू हिजड़ामन हवंय, जऊन मन अपन दाई के पेट ले अइसने जनमे हवंय। कुछू झन ला मनखेमन हिजड़ा बना देय हवंय, पर कुछू मनखेमन स्‍वरग राज के खातिर बिहाव नइं करे हवंय। जऊन ह ए बात ला मान सकथे, ओला मानना चाही।” तब मनखेमन लइकामन ला यीसू करा लानिन ताकि यीसू ह ओमन ऊपर अपन हांथ रखय अऊ ओमन बर पराथना करय। पर चेलामन मनखेमन ला डांटिन। यीसू ह कहिस, “लइकामन ला मोर करा आवन दव, अऊ ओमन ला झन रोकव काबरकि स्‍वरग के राज ह अइसने मनखेमन बर अय।” अऊ ओह लइकामन ऊपर अपन हांथ रखिस अऊ उहां ले चल दीस। एक मनखे ह यीसू करा आईस अऊ पुछिस, “हे गुरू, मेंह का भलई के काम करंव कि मोला परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी मिलय?” यीसू ह ओला कहिस, “तेंह मोर ले भलई के बारे म काबर पुछथस? सिरिप एके झन ह बने अय। यदि तेंह जिनगी म जाय चाहथस, त हुकूममन ला माने कर।” ओ मनखे ह पुछिस, “कोन हुकूममन ला?” यीसू ह कहिस, “हतिया झन कर, बेभिचार झन कर, चोरी झन कर, लबारी गवाही झन दे, अपन दाई अऊ ददा के आदर कर, अऊ अपन पड़ोसी ला अपन सहीं मया कर।” ओ जवान ह यीसू ला कहिस, “ए जम्मो बात ला मेंह मानत आवत हंव। मोर म अऊ कोन बात के कमी हवय?” यीसू ह ओला कहिस, “यदि तेंह सिद्ध बने चाहत हस, त जा; अपन जायदाद ला बेंच अऊ गरीबमन म बांट दे, अऊ तोला स्‍वरग म धन मिलही। तब आ अऊ मोर पाछू हो ले।” जब ए बात ला ओ जवान ह सुनिस, त ओह उदास होके उहां ले चल दीस, काबरकि ओह अब्‍बड़ धनवान रिहिस। तब यीसू ह अपन चेलामन ला कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहत हंव – धनवान मनखे के स्‍वरग राज म जाना कठिन अय। मेंह तुमन ला फेर कहत हंव कि परमेसर के राज म धनवान मनखे के जाय के बनिस‍पत सुई के छेदा म ले ऊंट के निकर जवई सरल अय।” ए बात ला सुनके चेलामन अब्‍बड़ चकित होईन अऊ कहिन, “तब काकर उद्धार हो सकथे?” यीसू ह ओमन कोति देखिस अऊ कहिस, “ए बात ह मनखे के दुवारा संभव नो हय, पर परमेसर के दुवारा जम्मो बात ह संभव अय।” तब पतरस ह यीसू ला कहिस, “देख, हमन तो जम्मो कुछू ला छोंड़के तोर पाछू हो ले हवन। त हमन ला का मिलही?” यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि नवां संसार म, जब मनखे के बेटा ह महिमा के अपन सिंघासन म बईठही, त तुमन जऊन मन मोर पाछू चलत हव, बारह सिंघासन म बईठहू अऊ इसरायल के बारह गोत्र के नियाय करहू। अऊ जऊन कोनो मोर खातिर अपन घर-दुवार या भाई या बहिनी या ददा या दाई या लइका या खेतखार ला छोंड़ देय हवय, ओह सौ गुना पाही अऊ ओह सदाकाल के जिनगी के अधिकारी होही। पर कतको झन जऊन मन पहिली हवंय, ओमन आखिरी म हो जाहीं, अऊ कतको मनखे जऊन मन आखिरी म हवंय, ओमन पहिली हो जाहीं।” स्‍वरग के राज ह ओ घर के मालिक सहीं अय, जऊन ह बिहनियां घर ले निकरिस ताकि अपन अंगूर के बारी म बनिहारमन ला काम म लगावय। ओह बनिहारमन ला रोजी एक दीनार देय बर तय करिस अऊ ओमन ला अपन अंगूर के बारी म पठोईस । करीब नौ बजे ओह बाहिर निकरिस अऊ कुछू अऊ बनिहारमन ला बजार के ठऊर म ठलहा खड़े देखिस, त ओह ओमन ला कहिस, “तुमन घलो जावव अऊ मोर अंगूर के बारी म काम करव अऊ जऊन कुछू सही मजदूरी होही, मेंह तुमन ला दूहूं।” ओमन ह घलो गीन। करीब बारह बजे अऊ तीन बजे दूसरइया घलो ओह फेर बाहिर निकरिस अऊ अइसनेच करिस। ओह संझा करीब पांच बजे फेर बाहिर निकरिस अऊ उहां कुछू अऊ बनिहारमन ला ठाढ़े देखिस, त ओह ओमन ला कहिस, “तुमन काबर इहां दिन भर ले ठलहा ठाढ़े हवव?” ओमन जबाब दीन, “काबरकि कोनो हमन ला मजदूरी करे बर नइं ले गीस।” ओह ओमन ला कहिस, “तुमन घलो जावव अऊ मोर अंगूर के बारी म काम करव।” जब सांझ होईस, त अंगूर के बारी के मालिक ह अपन संपत्ति के देख-रेख करइया ला कहिस, “बनिहारमन ला बला अऊ आखिरी म अवइया बनिहारमन ले सुरू करके पहिली अवइया बनिहारमन तक जम्मो ला ओमन के बनी देय दे।” जऊन बनिहारमन संझा करीब पांच बजे काम म लगाय गे रिहिन, ओमन आईन अऊ ओम के हर एक ला एक-एक दीनार मिलिस। जऊन बनिहारमन पहिली काम म लगाय गे रिहिन, जब ओमन आईन, त सोचिन कि ओमन ला जादा मिलही। पर ओमन ला घलो एक-एक दीनार मिलिस। जब ओमन ला बनी मिलिस, त ओमन मालिक ऊपर कुड़कुड़ाय लगिन अऊ कहिन, “ए मनखेमन ला आखिरी म काम म लगाय गे रिहिस अऊ एमन सिरिप एक घंटा काम करे हवंय, तभो ले तेंह एमन ला हमर बरोबर बनी दे हवस। जबकि हमन दिन भर काम के भार उठाएन अऊ घाम सहे हवन।” पर ओह ओम के एक झन ला जबाब दीस, “संगी, मेंह तोर संग अनियाय नइं करत हवंव। का तेंह एक दीनार म काम करे बर राजी नइं होय रहय? अपन बनी ला ले अऊ जा। ए मोर ईछा अय कि आखिरी के मनखे ला घलो ओतकीच देवंव जतकी कि तोला दे हवंव। का मोला ए अधिकार नइं अय कि अपन पईसा ला मेंह जइसने चाहंव वइसने करंव? या फेर मोर उदार हिरदय के कारन तोला जलन होवत हवय? ए किसम ले जऊन मन आखिरी म हवंय, ओमन पहिली हो जाहीं अऊ जऊन मन पहिली हवंय, ओमन आखिरी म हो जाहीं।” यरूसलेम सहर ला जावत बेरा यीसू ह बारह चेलामन ला अलग ले गीस अऊ ओमन ला कहिस, “देखव, हमन यरूसलेम सहर जावत हन। उहां मनखे के बेटा ह मुखिया पुरोहित अऊ कानून के गुरू मन के हांथ म सऊंपे जाही, अऊ ओमन ओला मिरतू दंड के दोसी ठहराहीं, अऊ आनजातमन के हांथ म सऊंप दिहीं, जऊन मन ओकर मजाक उड़ाहीं, ओला कोर्रा म मारहीं अऊ कुरुस ऊपर चघाहीं। पर तीसरा दिन ओह जी उठही।” तब जबदी के बेटामन के दाई ह अपन बेटामन के संग यीसू करा आईस अऊ ओकर आघू म माड़ी टेकके कुछू मांगे लगिस। यीसू ह ओला कहिस, “तेंह का चाहथस?” ओह कहिस, “तेंह हुकूम दे कि तोर राज म मोर ए दूनों बेटामन – एक झन तोर जेवनी कोति अऊ दूसर ह तोर डेरी कोति बईठे।” यीसू ह ओमन ला कहिस, “तुमन नइं जानत हव कि तुमन का मांगत हवव। जऊन कटोरा म ले मेंह पीवइया हवंव, का तुमन ओला पी सकथव?” ओमन कहिन, “हमन पी सकथन।” यीसू ह ओमन ला कहिस, “तुमन ह मोर कटोरा ले पी सकथव, पर कोनो ला मोर जेवनी या डेरी कोति बईठे के अनुमती देवई, मोर अधिकार म नइं अय। ए जगह ओमन बर अय, जेमन बर मोर ददा ह एला तियार करे हवय।” जब आने दस चेलामन ए बात ला सुनिन, त ओमन ओ दूनों भाई ऊपर गुस्सा करिन। यीसू ह ओमन ला एक संग अपन करा बलाईस अऊ कहिस, “तुमन जानथव कि आनजातमन के सासकमन ओमन ऊपर परभूता रखथंय अऊ ओमन के बड़े अधिकारीमन ओमन ऊपर अधिकार जताथंय। तुमन के संग अइसने नइं होवय। पर जऊन ह तुमन म बड़े होय चाहथे, ओह तुम्‍हर सेवक बनय, अऊ जऊन ह तुमन म पहिली होय चाहथे, ओह तुम्‍हर गुलाम बनय। मनखे के बेटा ह अपन सेवा करवाय बर नइं आईस, पर एकर खातिर आईस कि ओह आने मन के सेवा करय अऊ बहुंत झन के छुड़ौती बर अपन परान ला देवय।” जब यीसू अऊ ओकर चेलामन यरीहो सहर ले निकरत रिहिन, त एक बड़े भीड़ यीसू के पाछू हो लीस। सड़क के तीर म दू झन अंधरा मनखे बईठे रिहिन, अऊ जब ओमन सुनिन कि यीसू ह ओ सड़क म जावत हवय, त ओमन चिचियाके कहिन, “हे परभू, दाऊद के संतान, हमर ऊपर दया कर।” भीड़ के मनखेमन ओमन ला दबकारिन अऊ ओमन ला चुपेचाप रहे बर कहिन, पर ओमन अऊ चिचियाके कहिन, “हे परभू, दाऊद के संतान, हमर ऊपर दया कर।” तब यीसू ह रूक गीस अऊ ओह ओमन ला बलाके पुछिस, “तुमन का चाहथव कि मेंह तुम्‍हर बर करंव?” ओमन कहिन, “हे परभू, हमन चाहथन कि हमर आंखीमन देखे लगंय।” ओमन ऊपर तरस खाके यीसू ह ओमन के आंखीमन ला छुईस। तुरते ओमन देखन लगिन अऊ ओमन यीसू के पाछू हो लीन। जब ओमन यरूसलेम सहर के लकठा म हबरिन अऊ जैतून पहाड़ ऊपर बैतफगे गांव करा आईन, त यीसू ह दू झन चेलामन ला ए कहिके पठोईस, “आघू के गांव म जावव। जइसने ही तुमन उहां हबरहू, तुमन ला एक गदही खूंटा म बंधाय मिलही अऊ ओकर संग म ओकर बछरू घलो होही। ओमन ला ढिल के मोर करा ले आवव। अऊ यदि कोनो तुमन ला कुछू कहिथे, त ओला कहव कि परभू ला एमन के जरूरत हवय। तब ओह तुरते ओमन ला पठो दिही।” एह एकरसेति होईस ताकि अगमजानी के दुवारा कहे गय ए बात ह पूरा होवय: “सियोन के बेटी ले कहव, देख, तोर राजा ह तोर करा आवत हवय। ओह नम्र अय अऊ गदही ऊपर बईठे हवय, ओह गदही के बछरू ऊपर बईठे हवय ।” तब दूनों चेलामन गीन, अऊ जइसने यीसू ह ओमन ला करे बर कहे रिहिस, वइसनेच करिन। ओमन गदही अऊ ओकर बछरू ला लानिन अऊ ओमन के ऊपर अपन कपड़ा ला दसा दीन; तब यीसू ह ओमन ऊपर बईठ गीस। भीड़ के बहुंत मनखेमन अपन-अपन कपड़ा ला सड़क म दसा दीन अऊ दूसर मनखेमन रूख के डारामन ला काटके सड़क ऊपर बगरा दीन। भीड़ के मनखेमन यीसू के आघू-आघू अऊ पाछू-पाछू घलो चलत रहंय अऊ ओमन चिचिया-चिचियाके कहत रहंय, “दाऊद के संतान के होसाना! धइन ए ओ, जऊन ह परभू के नांव म आथे! ऊंच स्‍वरग म होसाना! ” जब यीसू ह यरूसलेम म आईस, त जम्मो सहर म हलचल मच गीस अऊ मनखेमन पुछन लगिन, “एह कोन ए?” भीड़ के मनखेमन कहिन, “एह अगमजानी यीसू ए, अऊ गलील प्रदेस के नासरत के रहइया ए।” यीसू ह मंदिर म गीस, अऊ ओ जम्मो मनखेमन ला निकार दीस, जऊन मन मंदिर म लेन-देन करत रिहिन। ओह साहूकारमन के मेज अऊ परेवा बेचइयामन के बेंचमन ला खपल दीस। अऊ ओह ओमन ला कहिस, “परमेसर के बचन म ए लिखे हवय कि मोर घर ह पराथना के घर कहे जाही, पर तुमन एला डाकूमन के अड्डा बनावत हवव।” अंधरा अऊ खोरवामन यीसू करा मंदिर म आईन अऊ ओह ओमन ला चंगा करिस। पर जब मुखिया पुरोहित अऊ मूसा के कानून के गुरू मन ओकर अद्भूत काम ला देखिन अऊ लइकामन ला मंदिर के इलाका म चिचियाके ए कहत सुनिन – “दाऊद के संतान के होसाना” त ओमन नाराज होईन। ओमन यीसू ला कहिन, “का तेंह सुनत हवस कि ए लइकामन का कहत हवंय?” यीसू ह कहिस, “हव, का तुमन परमेसर के बचन म ए कभू नइं पढ़ेव – ‘लइका अऊ छोटे लइकामन के मुहूं ले तेंह इस्तुति करवाय।’ ” तब यीसू ह ओमन ला छोंड़के सहर के बाहिर बैतनियाह गांव म गीस अऊ उहां रात बिताईस। बिहनियां, जब यीसू ह सहर ला वापिस जावत रिहिस, त ओला भूख लगिस। सड़क के तीर म एक ठन अंजीर के रूख ला देखके, ओह उहां गीस, पर ओला पान के छोंड़ ओम अऊ कुछू नइं मिलिस। तब यीसू ह ओ रूख ला कहिस, “अब ले तोर म फेर कभू फर झन लगय।” अऊ तुरते ओ अंजीर के रूख ह सूख गीस। जब चेलामन एला देखिन, त ओमन अचम्भो करिन अऊ कहिन, “अंजीर के रूख ह तुरते कइसने सूख गीस?” यीसू ह ओमन ला जबाब दीस, “मेंह तुमन ला सच कहत हंव, यदि तुमन बिसवास करव अऊ संका झन करव, त तुमन न सिरिप ए करहू, जऊन ह में ए अंजीर के रूख के संग करे हवंव, पर यदि तुमन ए पहाड़ ले कहिहू, ‘जा अऊ समुंदर म गिर जा।’ अऊ एह हो जाही। यदि तुमन बिसवास करथव, त जऊन कुछू तुमन पराथना म मांगव, ओह तुमन ला मिल जाही।” यीसू ह मंदिर म गीस, अऊ जब ओह उपदेस देवत रिहिस, त मुखिया पुरोहित अऊ मनखेमन के अगुवामन ओकर करा आईन अऊ पुछिन, “तेंह कोन अधिकार ले ए काममन ला करत हवस? अऊ तोला कोन ह ए अधिकार दे हवय?” यीसू ह ओमन ला जबाब दीस, “मेंह घलो तुमन ला एक सवाल पुछत हंव, यदि तुमन मोला जबाब दूहू, त मेंह घलो तुमन ला बताहूं कि कोन अधिकार ले मेंह ए काममन ला करत हवंव। यूहन्ना के बतिसमा ह कहां ले रिहिस? स्‍वरग ले रिहिस या फेर मनखेमन के तरफ ले?” ओमन आपस म बिचार करिन अऊ कहिन, “यदि हमन कहन – ‘स्‍वरग ले’ त ओह हमन ला कहिही, ‘तब तुमन यूहन्ना ऊपर बिसवास काबर नइं करेव?’ पर यदि हमन कहन – ‘मनखेमन के तरफ ले,’ त हमन ला मनखेमन के डर हवय, काबरकि ओ जम्मो झन बिसवास करथें कि यूहन्ना ह एक अगमजानी रिहिस।” एकरसेति ओमन यीसू ला जबाब दीन, “हमन नइं जानन।” तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “त मेंह घलो नइं बतावंव कि कोन अधिकार ले मेंह ए काममन ला करत हवंव।” “तुमन का सोचथव? एक मनखे रिहिस, जेकर दू झन बेटा रिहिन। ओह पहिला करा गीस अऊ कहिस, ‘बेटा, जा अऊ आज अंगूर के बारी म काम कर।’ ओह जबाब दीस, ‘मेंह नइं जावंव।’ पर बाद म ओह पछताईस अऊ गीस। तब ददा ह दूसर बेटा करा गीस अऊ ओहीच बात कहिस। ओह जबाब दीस, ‘हव ददा, मेंह जावत हंव।’ पर ओह नइं गीस। ए दूनों बेटा म ले कोन ह अपन ददा के ईछा ला पूरा करिस?” ओमन कहिन, “पहिला ह।” यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि लगान लेवइया अऊ बेस्‍यामन तुम्‍हर ले आघू परमेसर के राज म जावत हवंय। काबरकि यूहन्ना ह तुमन ला धरमीपन के रसता देखाय बर आईस, अऊ तुमन ओकर ऊपर बिसवास नइं करेव, पर लगान लेवइया अऊ बेस्‍यामन ओकर ऊपर बिसवास करिन। एला देखे के बाद घलो, तुमन पछताप नइं करेव अऊ न ही ओकर ऊपर बिसवास करेव।” एक अऊ पटं‍तर सुनव: “एक जमींदार रिहिस, अऊ ओह एक अंगूर के बारी लगाईस। ओह बारी के चारों खूंट ला बाड़ा म घेरिस। ओह ओम एक ठन रस के कुन्‍ड खनवाईस अऊ एक ठन मचान बनाईस। तब ओह ओ अंगूर के बारी ला कुछू किसानमन ला रेगहा म देके आने देस चल दीस। जब फर के समय ह आईस, त ओह अपन सेवकमन ला किसानमन करा पठोईस ताकि ओमन ओकर बांटा के फर ला लानय। पर किसानमन ओकर सेवकमन ला पकड़ लीन, अऊ ओमन कोनो ला मारिन-पीटिन, कोनो ला जान सहित मार डारिन अऊ काकरो ऊपर पथरा फेंकिन। तब जमींदार ह आने सेवकमन ला पठोईस, जऊन मन संख्‍या म पहिली ले जादा रिहिन; पर किसानमन ओमन के संग घलो वइसनेच करिन। आखिरी म, ओह ए सोचके अपन बेटा ला पठोईस कि ओमन मोर बेटा के आदर करहीं। पर जब किसानमन जमींदार के बेटा ला देखिन, त एक-दूसर ला कहिन, ‘एह तो अंगूर के बारी के वारिस अय। आवव, हमन एला मार डारन अऊ एकर पुरखउती संपत्ति ला ले लेवन।’ ओमन ओला पकड़िन अऊ अंगूर के बारी के बाहिर ले जाके ओला मार डारिन। एकरसेति जब अंगूर के बारी के मालिक ह आही, त ओह ओ किसानमन के संग का करही?” ओमन ह यीसू ला कहिन, “ओह ओ दुस्‍टमन ला पूरा-पूरी नास कर दिही, अऊ अंगूर के बारी के रेगहा आने किसानमन ला दे दिही, जऊन मन समय म ओकर बांटा के फसल ओला दिहीं।” यीसू ह ओमन ला कहिस, “का तुमन परमेसर के बचन म ए बात कभू नइं पढ़ेव: ‘जऊन पथरा ला घर के बनइयामन बेकार समझे रिहिन, ओह कोना के मुख पथरा हो गीस; परभू ह ए काम ला करे हवय, अऊ हमर नजर म एह अचम्भो के बात अय।’ एकरसेति मेंह तुमन ला कहत हंव कि परमेसर के राज ह तुम्‍हर ले लिये जाही, अऊ ओ मनखेमन ला दिये जाही, जऊन मन परमेसर बर फर पैदा करहीं। जऊन ह ए पथरा ऊपर गिरही, ओह चूर-चूर हो जाही, पर जेकर ऊपर ए पथरा ह गिरही, ओह पीसा जाही।” यीसू के पटं‍तर ला सुनके मुखिया पुरोहित अऊ फरीसी मन समझ गीन कि ओह ओमन के बारे म गोठियावत हवय। ओमन ओला पकड़े चाहत रिहिन, पर ओमन ला मनखेमन के डर रहय, काबरकि मनखेमन यीसू ला एक अगमजानी मानत रिहिन। यीसू ह फेर ओमन ले पटं‍तर म गोठियाय लगिस। ओह कहिस, “स्‍वरग के राज ह एक राजा के सहीं अय, जऊन ह अपन बेटा के बिहाव म एक जेवनार करिस। ओह अपन सेवकमन ला पठोईस कि ओमन नेवताहारीमन ला बिहाव-भोज बर बलाके लानंय, पर नेवताहारीमन आय बर नइं चाहिन। तब ओह कुछू अऊ सेवकमन ला ए कहिके पठोईस, ‘नेवताहारीमन ला कहव कि मेंह भोज तियार कर चुके हवंव। मोर बइला अऊ मोटहा-मोटहा पसु मन मारे गे हवंय, अऊ जम्मो चीज ह तियार हवय। बिहाव के भोज म आवव।’ पर नेवताहारीमन राजा के नेवता ला धियान नइं दीन अऊ एती-ओती चल दीन – कोनो अपन खेत ला, त कोनो अपन धन्‍धा म। बाकि बचे नेवताहारीमन राजा के सेवकमन ला पकड़िन अऊ ओमन के संग गलत बरताव करिन अऊ ओमन ला मार डारिन। राज ह बहुंत गुस्सा करिस। ओह अपन सेना ला पठोईस अऊ ओ हतियारामन ला नास कर दीस अऊ ओमन के सहर ला जरा दीस। तब राजा ह अपन सेवकमन ला कहिस, ‘बिहाव भोज तो तियार हवय, पर नेवताहारीमन एकर लइक नो हंय। एकरसेति गली के चऊक म जावव अऊ तुमन ला जऊन मन घलो मिलथें, ओ जम्मो ला भोज के नेवता देवव।’ ओ सेवकमन गली म गीन अऊ ओमन ला बने या खराप जऊन ह घलो मिलिस, ओ जम्मो ला संकेल के ले आईन अऊ बिहाव के मड़वा ह पहुनामन ले भर गीस। पर जब राजा ह पहुनामन ला देखे बर भीतर आईस, त ओह उहां एक मनखे ला देखिस, जऊन ह बिहाव के पोसाक नइं पहिरे रहय। राजा ह ओकर ले पुछिस, ‘संगी, बिहाव के पोसाक पहिरे बिगर तेंह इहां कइसने आ गे।’ ओ मनखे ह कुछू कहे नइं सकिस। तब राजा ह सेवकमन ला कहिस, ‘एकर हांथ-गोड़ ला बांधव अऊ एला बाहिर अंधियार म फटिक दव, जिहां एह रोही अऊ अपन दांत पीसही।’ काबरकि बलाय गय मनखे तो बहुंत हवंय, पर चुने गय मनखेमन थोरकन हवंय।” तब फरीसीमन बाहिर जाके योजना बनाईन कि ओमन कइसने यीसू ला ओकरेच गोठ म फंसावंय। ओमन अपन चेलामन ला हेरोदीमन के संग यीसू करा ए पुछे बर पठोईन, “हे गुरू, हमन जानथन कि तेंह सच्‍चा अस अऊ तेंह सच्‍चई के संग परमेसर के रसता के सिकछा देथस। तेंह मनखेमन के बहकावा म नइं आवस, काबरकि तेंह मनखे के मुहूं देखके नइं गोठियावस। त हमन ला बता, तोर का बिचार हवय? रोमी महाराजा ला लगान देवई ठीक अय या नइं?” ओमन के दुस्‍टता ला जानके यीसू ह कहिस, “हे ढोंगी मनखेमन हो! तुमन काबर मोला फंसाय के कोसिस करत हव? मोला ओ सिक्‍का ला देखावव, जेकर उपयोग तुमन लगान पटाय बर करथव।” ओमन ओकर करा एक सिक्‍का लानिन। यीसू ह ओमन ले पुछिस, “एह काकर फोटो अऊ काकर नांव अय?” ओमन कहिन, “रोमी महाराजा के।” तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “जऊन ह रोमी महाराजा के अय, ओला रोमी महाराजा ला देवव अऊ जऊन ह परमेसर के अय, ओला परमेसर ला देवव।” एला सुनके, ओमन अचम्भो म पड़ गीन अऊ यीसू ला छोंड़के चल दीन। ओहीच दिन सदूकीमन यीसू करा आईन, जऊन मन ए कहिथंय कि मरे के बाद मनखे ह फेर नइं जी उठय। ओमन यीसू ले एक सवाल पुछिन, “हे गुरू, मूसा ह कहे हवय कि यदि कोनो मनखे ह बिगर संतान के मर जावय, त ओकर भाई ह ओ बिधवा ले बिहाव करय अऊ अपन भाई खातिर संतान पैदा करय । हमर बीच म सात झन भाई रिहिन। पहिला ह बिहाव करिस, पर ओह बिगर संतान के मर गीस अऊ अपन घरवाली ला अपन भाई बर छोंड़ गीस। दूसरा अऊ तीसरा भाई ले लेके जम्मो सातों भाई के संग अइसनेच होईस। सातों के सातों भाई मर गीन। आखिरी म, ओ माईलोगन घलो मर गीस। तब मरे म ले जी उठे के बाद, ओह ओ सातों भाई म के काकर घरवाली होही? काबरकि ओ सातों झन ओकर ले बिहाव करे रिहिन।” यीसू ह ओमन ला जबाब दीस, “तुमन गलत समझत हव, काबरकि तुमन परमेसर के बचन या परमेसर के सामरथ ला नइं जानत हव। मरे म ले जी उठे के बाद, मनखेमन न तो बिहाव करहीं अऊ न ही ओमन ला बिहाव म दिये जाही। ओमन स्‍वरग म स्वरगदूतमन सहीं होहीं। मरे म ले जी उठे के बारे म परमेसर ह तुमन ला का कहे हवय – का तुमन नइं पढ़े हवव: ‘मेंह अब्राहम के परमेसर, इसहाक के परमेसर अऊ याकूब के परमेसर अंव।’ ओह मरे मन के नइं, पर जीयत मन के परमेसर अय।” एला सुनके, भीड़ के मनखेमन यीसू के उपदेस ले चकित होईन। जब फरीसीमन सुनिन कि यीसू ह सदूकीमन के मुहूं बंद कर दे हवय, त ओमन ह जुरिन। ओम ले एक झन, जऊन ह एक वकील रिहिस, यीसू ला परखे बर ए सवाल करिस, “हे गुरू, मूसा के कानून के मुताबिक सबले बड़े हुकूम कते ह अय?” यीसू ह ओला कहिस, “ ‘तेंह अपन परभू परमेसर ला अपन जम्मो हिरदय, अपन जम्मो परान अऊ अपन पूरा मन सहित मया कर।’ एह पहिली अऊ सबले बड़े हुकूम अय। अऊ दूसरा हुकूम ए किसम ले अय, ‘तेंह अपन पड़ोसी ले अपन सहीं मया कर।’ ए दूनों हुकूम जम्मो कानून अऊ अगमजानीमन के सिकछा के सार अंय।” जब फरीसीमन उहां जुरे रिहिन, त यीसू ह ओमन ले पुछिस, “मसीह के बारे म, तुमन का सोचथव? ओह काकर बेटा अय?” ओमन कहिन, “दाऊद के बेटा!” यीसू ह ओमन ला कहिस, “त फेर दाऊद ह पबितर आतमा म होके ओला ‘परभू’ काबर कहिथे? दाऊद ह कहिथे, ‘परभू ह मोर परभू ले कहिस: मोर जेवनी हांथ अंग बईठ, जब तक कि मेंह तोर बईरीमन ला तोर गोड़ खाल्‍हे नइं कर देवंव।’ जब दाऊद ह ओला ‘परभू’ कहिथे, त फेर ओह दाऊद के बेटा कइसने हो सकथे?” कोनो ओला कुछू जबाब नइं दे सकिन, अऊ ओ दिन ले, कोनो ओकर ले अऊ कुछू सवाल पुछे के हिम्मत नइं करिन। तब यीसू ह भीड़ के मनखे अऊ अपन चेलामन ला कहिस, “मूसा के कानून के गुरू अऊ फरीसी मन मूसा के कानून ला सिखोथें। एकरसेति, ओमन जऊन कुछू कहिथें ओला मानव अऊ करव। पर ओमन सहीं काम झन करव, काबरकि ओमन जइसने कहिथें वइसने नइं करंय। ओमन कानून के भारी बोझा ला बनाथें अऊ ओला मनखेमन के खांधा ऊपर लदक देथें, पर ओमन ह खुदे ओला टारे बर अपन अंगरी घलो उठाय नइं चाहंय। ओमन अपन जम्मो काम मनखेमन ला देखाय बर करथें। ओमन देखाय बर चाकर-चाकर ताबीज बनाके अपन बाहां अऊ माथा म पहिरथें अऊ अपन कपड़ा म लम्‍बा झालर लगवाथें । भोज मन म आदर के ठऊर अऊ सभा घरमन म खास जगह म बईठना ओमन ला बने लगथे। बजार म जोहार झोंकना अऊ मनखेमन के दुवारा गुरूजी कहवई ओमन ला बने लगथे। पर तुमन अपन ला गुरू झन कहावव, काबरकि तुम्‍हर सिरिप एक गुरू हवय, अऊ तुमन जम्मो झन भाई-भाई अव। धरती म कोनो ला अपन ददा झन कहव, काबरकि तुम्‍हर एके ददा हवय, जऊन ह स्‍वरग म हवय। तुमन अपन ला मालिक घलो झन कहावव, काबरकि तुम्‍हर एके मालिक हवय याने कि ‘मसीह’। जऊन ह तुमन जम्मो म बड़े अय, ओह तुम्‍हर सेवक बनय। जऊन ह अपन-आप ला बड़े बनाही, ओला छोटे करे जाही, अऊ जऊन ह अपन-आप ला छोटे बनाही, ओला बड़े करे जाही। हे ढोंगी, कानून के गुरू अऊ फरीसी मन, तुम्‍हर ऊपर हाय! तुमन मनखेमन बर स्‍वरग राज के दुवारी ला बंद कर देथव। न तो तुमन खुदे ओम जावव अऊ न ही ओमन ला जावन देवव, जऊन मन ओम जाय के कोसिस करथंय। हे ढोंगी, कानून के गुरू अऊ फरीसी मन, तुम्‍हर ऊपर हाय! तुमन बिधवामन के घर ला लूटथव अऊ देखाय बर लम्‍बा-लम्‍बा पराथना करथव। एकरसेति, तुमन ला जादा कठोर सजा मिलही। हे ढोंगी, कानून के गुरू अऊ फरीसी मन, तुम्‍हर ऊपर हाय! तुमन एक झन ला अपन बिसवास म लाने बर समुंदर अऊ धरती ऊपर फिरथव, अऊ जब ओह तुम्‍हर बिसवास म आ जाथे, त तुमन ओला अपन ले दू गुना नरक के लइका बना देथव। हे अंधरा अगुवामन, तुम्‍हर ऊपर हाय! तुमन कहिथव, ‘यदि कोनो मंदिर के कसम खाथे, त ओकर कुछू मतलब नइं होवय, पर यदि कोनो मंदिर के सोना के कसम खाथे, त ओह अपन कसम म बंध जाथे।’ हे अंधरा मुरुख मनखेमन! कते ह बड़े अय – सोना या फेर मंदिर जऊन ह ओ सोना ला पबितर बनाथे? तुमन ए घलो कहिथव, ‘यदि कोनो बेदी के कसम खाथे, त ओकर कुछू मतलब नइं होवय, पर यदि कोनो बेदी म चघाय भेंट के कसम खाथे, त ओह अपन कसम म बंध जाथे।’ हे अंधरा मनखेमन! कते ह बड़े अय – भेंट या फेर बेदी जऊन ह ओ भेंट ला पबितर बनाथे? एकरसेति जऊन ह बेदी के कसम खाथे, ओह ओकर अऊ ओकर ऊपर रखे जम्मो चीज के कसम खाथे। अऊ जऊन ह मंदिर के कसम खाथे, ओह ओकर अऊ ओम रहइया के घलो कसम खाथे। अऊ जऊन ह स्‍वरग के कसम खाथे, ओह परमेसर के सिंघासन अऊ ओकर ऊपर बइठइया के घलो कसम खाथे। हे ढोंगी, कानून के गुरू अऊ फरीसी मन, तुम्‍हर ऊपर हाय! तुमन अपन मसाला जइसने कि पोदीना, सौंफ अऊ जीरा के दसवां भाग ला देथव, पर तुमन मूसा के कानून के जादा महत्‍व के बात जइसने कि नियाय, दया अऊ बिसवास के अनदेखी करथव। तुम्‍हर बर उचित अय कि ए काममन ला करव अऊ ओ दूसर काम के अनदेखी घलो झन करव। हे अंधरा अगुवामन! तुमन उड़इया छोटे कीरा ला तो छान लेथव, पर ऊंट ला लील लेथव। हे ढोंगी, कानून के गुरू अऊ फरीसी मन, तुम्‍हर ऊपर हाय! तुमन कटोरा अऊ थारी के बाहिर ला तो मांजथव, पर भीतर ले, ओमन ह लोभ अऊ लूट-खसोट ले छीने गय चीजमन ले भरे हवंय। हे अंधरा फरीसीमन हो! पहिली कटोरा अऊ थारी के भीतरी ला मांजव, तब ओमन के बाहिरी भाग घलो साफ होही। हे ढोंगी, कानून के गुरू अऊ फरीसी मन, तुम्‍हर ऊपर हाय! तुमन चूना पोताय कबर के सहीं अव, जऊन ह बाहिर ले तो सुघर दिखथे, पर भीतर ह मुरदा मनखेमन के हाड़ा अऊ जम्मो असुध चीज ले भरे रहिथे। ओही किसम ले, तुमन मनखेमन ला बाहिर ले धरमी दिखथव, पर भीतर ले तुमन ढोंग अऊ अधरम ले भरे हवव। हे ढोंगी, कानून के गुरू अऊ फरीसी मन, तुम्‍हर ऊपर हाय! तुमन अगमजानीमन के कबर ला बनाथव अऊ धरमीमन के कबर ला सजाथव, अऊ तुमन ए कहिथव, ‘यदि हमन अपन पुरखामन के जुग म होतेन, त हमन अगमजानीमन के हतिया करई म ओमन संग भागी नइं होतेन।’ ए किसम ले, तुमन खुदे मान लेथव कि तुमन ओमन के संतान अव, जऊन मन अगमजानीमन ला मार डारिन। तब तुमन अपन पुरखामन के छोंड़े पाप के घघरी ला भर देथव। हे सांपमन हो! हे करैत सांप के लइकामन हो! तुमन नरक के सजा ले कइसने बचहू। एकरसेति, मेंह तुम्‍हर करा अगमजानी, अऊ बुद्धिमान अऊ गुरूजी मन ला पठोवत हंव। ओम ले कतेक झन ला तुमन मार डारहू अऊ कुरुस ऊपर चघाहू; कतेक झन ला तुमन अपन सभा घर म कोर्रा म मारहू अऊ सहर-सहर म ओमन ला सताहू। ए किसम ले, जम्मो धरमीमन के लहू, जऊन ह धरती ऊपर बोहाय हवय – धरमी हाबिल के लहू ले लेके बिरिकियाह के बेटा जकरयाह के लहू तक, जऊन ला तुमन मंदिर अऊ बेदी के बीच म मार डारेव; ए जम्मो के दोस तुम्‍हर ऊपर आही। मेंह तुमन ला सच कहत हंव – ए जम्मो बात, ए पीढ़ी के मनखेमन ऊपर होही। हे यरूसलेम सहर! हे यरूसलेम सहर! तेंह अगमजानीमन ला मार डारथस अऊ जऊन मन ला तोर करा पठोय जाथे, ओमन ला तेंह पथरा ले मारथस। मेंह कतेक बार चाहेंव कि तोर लइकामन ला वइसने संकेलंव, जइसने कुकरी ह अपन चियांमन ला अपन डेना खाल्‍हे संकेलथे, पर तेंह ए नइं चाहय। देख, तोर घर ह उजाड़ पड़े हवय। मेंह तोला कहथंव कि तेंह मोला तब तक फेर नइं देख सकस, जब तक कि तेंह ए नइं कहस, ‘धइन ए ओह, जऊन ह परभू के नांव म आथे।’ ” जब यीसू ह मंदिर म ले निकरके जावत रिहिस, त ओकर चेलामन ओकर करा आईन अऊ ओला मंदिर के बनावट ला दिखाईन। यीसू ह ओमन ला कहिस, “तुमन ए जम्मो चीज ला देखत हवव? मेंह तुमन ला सच कहत हंव, इहां एको ठन पथरा अपन जगह म नइं रहय। जम्मो ला गिरा दिये जाही।” जब यीसू ह जैतून पहाड़ ऊपर बईठे रिहिस, त ओकर चेलामन अकेला ओकर करा आईन अऊ पुछिन, “हमन ला बता कि एह कब होही? तोर आय के समय अऊ ए जुग के अंत के का चिन्‍हां होही।” यीसू ह ओमन ला जबाब दीस, “सचेत रहव। कोनो तुमन ला धोखा झन देवय। कतको झन मोर नांव म आहीं अऊ कहिहीं, ‘मेंह मसीह अंव’, अऊ कतको झन ला धोखा दिहीं। तुमन लड़ई के बारे म सुनहू अऊ लड़ई के झूठ-मूठ खबर सुनहू, पर देखव, एकर ले झन घबरावव। अइसने बात के होवई जरूरी अय, पर ओह अंत के समय नो हय। एक देस ह दूसर देस ऊपर अऊ एक राज ह दूसर राज ऊपर चढ़ई करहीं। कतको जगह म दुकाल पड़ही अऊ भुइंडोल होही। ए जम्मो ह छुवारी होय के पीरा के सुरूआत के सहीं अय। तब ओमन तुमन ला सताय बर पकड़वाहीं अऊ तुमन ला मार डारहीं। मोर कारन जम्मो जाति के मनखेमन तुम्‍हर ले घिन करहीं। ओ समय कतको झन अपन बिसवास ला छोंड़ दिहीं। ओमन एक-दूसर के संग बिस‍वासघात करहीं अऊ एक – दूसर ले घिन करहीं। अऊ कतको लबरा अगमजानीमन आहीं अऊ कतको झन ला धोखा दिहीं। अधरम के बढ़े के कारन, बहुंत झन के मया ह कम हो जाही। पर जऊन ह आखिरी तक अडिग बने रहिही, ओकरेच उद्धार होही। परमेसर के राज के ए सुघर संदेस के परचार जम्मो संसार म करे जाही, ताकि जम्मो जाति के मनखेमन बर एक गवाही होवय, अऊ तब अंत के बेरा आ जाही। एकरसेति जब तुमन ‘ओ बिनासकारी घिन चीज’ ला पबितर जगह म ठाढ़े देखव, जेकर बारे म दानिएल ह कहे हवय, त पढ़इया ह समझ जावय। तब जऊन मन यहूदिया प्रदेस म हवंय, ओमन पहाड़ ऊपर भाग जावंय। जऊन ह अपन घर के छानी ऊपर होवय, ओह अपन घर के चीजमन ला लेय बर खाल्‍हे झन उतरय। जऊन ह खेत म होवय, ओह अपन कपड़ा ला लेय बर वापिस झन जावय। ओ माईलोगनमन बर कतेक भयंकर बात होही, जऊन मन ओ दिन म देहें म होहीं अऊ जऊन मन लइकामन ला गोरस पीयावत होहीं। पराथना करव कि तुमन ला जड़काला म या बिसराम के दिन म भागे ला झन पड़य। काबरकि ओ समय अइसने भयंकर तकलीफ होही, जइसने संसार के सुरू ले अभी तक कभू नइं होय हवय अऊ न कभू फेर होही। यदि ओ दिनमन ला कम नइं करे जातिस, त कोनो मनखे नइं बांचतिन; पर चुने गय मनखेमन के कारन, परमेसर ह ओ दिनमन ला कम कर दिही। ओ समय, यदि कोनो तुमन ला ए कहय, ‘देखव, मसीह ह इहां हवय या ओह उहां हवय।’ त ओकर बात ला बिसवास झन करव। काबरकि लबरा मसीह अऊ लबरा अगमजानीमन आहीं अऊ अइसने बड़े-बड़े चिन्‍हां अऊ चमतकार देखाहीं कि यदि हो सकय त चुने गय मनखेमन ला घलो बहका देंय। देखव, मेंह तुमन ला पहिली ले बता चुके हवंव। एकरसेति, यदि ओमन तुमन ला ए कहंय, ‘देखव, मसीह ह उहां सुनसान जगह म हवय।’ त उहां झन जावव; या यदि ओमन कहंय, ‘मसीह ह इहां भीतर के खोली म हवय।’ त ओमन के बात ला बिसवास झन करव। काबरकि जइसने बिजली ह पूरब ले निकरथे अऊ पछिम तक चमकथे, वइसने मनखे के बेटा के अवई होही। जिहां लास होथे, उहां गिधवामन जुरथें। ओ दिनमन म, तकलीफ के तुरते बाद, सूरज ह अंधियार हो जाही, अऊ चंदा ह अपन अंजोर नइं दिही, तारामन अकास ले गिर जाहीं, अऊ अकास के सक्तिमन हलाय जाहीं। तब ओ समय, मनखे के बेटा के चिन्‍हां ह अकास म दिखही अऊ धरती के जम्मो जाति के मनखेमन सोक मनाहीं। ओमन मनखे के बेटा ला सामरथ अऊ बड़े महिमा के संग अकास के बादर म आवत देखहीं। अऊ ओह तुरही के बड़े अवाज के संग अपन स्वरगदूतमन ला पठोही, अऊ ओमन अकास के एक छोर ले लेके दूसर छोर तक, चारों दिग ले ओकर चुने मनखेमन ला संकेलहीं। अंजीर के रूख ले ए बात ला सिखव: जब एकर छोटे डारामन कोंवर बन जाथें अऊ ओम पान निकरे लगथें, त तुमन जान लेथव कि घाम के महिना ह अवइया हवय। ओहीच किसम ले, जब तुमन ए जम्मो घटनामन ला देखव, त जान लेवव कि ओ समय ह लकठा म हवय, पर दुवारी म आ गे हवय। मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि जब तक ए जम्मो बातमन पूरा नइं हो जाहीं, तब तक ए पीढ़ी के अंत नइं होवय। अकास अऊ धरती ह टर जाही, पर मोर बचन ह कभू नइं टरय।” “ओ दिन या समय के बारे म कोनो नइं जानंय; न तो स्‍वरग के दूत अऊ न ही बेटा, पर सिरिप ददा ह एला जानथे। जइसने नूह के समय म होय रिहिस, वइसनेच मनखे के बेटा के अवई होही। ओ समय जल परलय होय के पहिली, नूह के पानी जहाज म चघे के दिन तक, मनखेमन खावत-पीयत रिहिन अऊ ओमन के बीच म सादी-बिहाव होवत रिहिस; जब तक जल परलय नइं आईस अऊ ओ जम्मो ला बोहाके नइं ले गीस, तब तक ओमन कुछू नइं जानत रिहिन। वइसनेच मनखे के बेटा के अवई ह घलो होही। ओ बखत दू झन मनखे खेत म होहीं; एक झन ला ले लिये जाही, अऊ दूसर ला छोंड़ देय जाही। दू झन माईलोगनमन चक्‍की म आंटा पीसत होहीं; एक झन ला ले लिये जाही, अऊ दूसर ला छोंड़ देय जाही। एकरसेति, सचेत रहव, काबरकि तुमन नइं जानव कि तुम्‍हर परभू ह कोन दिन आही। पर ए बात ला समझ लव: यदि घर के मालिक ला मालूम होतिस कि चोर ह रात के कतेक बेरा आही, त ओह सचेत रहितिस अऊ अपन घर म सेंध नइं लगन देतिस। एकरसेति तुमन घलो तियार रहव, काबरकि मनखे के बेटा ह ओ समय आ जाही, जब तुमन ओकर आय के आसा नइं करत होहू। तब कोन ह बिसवास के काबिल अऊ बुद्धिमान सेवक अय, जऊन ला मालिक ह अपन घर के आने सेवकमन ऊपर मुखिया ठहराय हवय ताकि ओह ओमन ला सही समय म खाना देवय। धइन अय ओ सेवक, जऊन ला ओकर मालिक ह लहुंटके आय के पाछू, अइसने करत पाथे। मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि ओह ओ सेवक ला अपन जम्मो संपत्ति के मुखिया ठहराही। पर यदि ओ सेवक ह दुस्‍ट अय अऊ अपन मन म ए कहय, ‘मोर मालिक के अवई म देरी हवय’, अऊ तब ओह अपन संगी सेवकमन ला मारन-पीटन लगय अऊ मतवालमन के संग खावय-पीयय, तब ओ सेवक के मालिक ह अइसने दिन म आ जाही, जब ओह ओकर आय के आसा नइं करत होही अऊ अइसने समय, जऊन ला ओह नइं जानत होही। तब मालिक ह ओला सजा दिही, अऊ ओला ढोंगीमन के संग ठऊर दिही, जिहां ओह रोही अऊ अपन दांत पीसही।” “ओ समय स्‍वरग के राज ह ओ दस कुवांरीमन सहीं होही, जऊन मन अपन-अपन दीया ला लेके दुल्‍हा के संग भेंट करे बर गीन। ओमन म पांच झन मुरुख अऊ पांच झन बुद्धिमान रिहिन। मुरुख कुवांरीमन दीयामन ला तो लीन, पर अपन संग तेल नइं ले गीन। पर बुद्धिमान कुवांरीमन अपन-अपन दीया के संग बोतल म तेल घलो ले गीन। दुल्‍हा के आय म देरी होईस, त ओमन ला उंघासी आईस अऊ ओमन सुत गीन। आधा रतिहा ए चिचियाय के अवाज आईस, ‘देखव, दुल्‍हा ह आवत हवय। ओकर संग भेंट करे बर आवव।’ तब जम्मो कुवांरीमन जाग गीन अऊ अपन-अपन दीया ला ठीक करे लगिन। मुरुख कुवांरीमन बुद्धिमान कुवांरीमन ला कहिन, ‘अपन तेल म ले थोरकन हमन ला घलो देवव, काबरकि हमर दीयामन बुझावत हवंय।’ पर बुद्धिमान कुवांरीमन जबाब दीन, ‘सायद, हमर बर अऊ तुम्‍हर बर तेल ह नइं पूरही, एकरसेति तुमन तेल बेचइयामन करा जावव अऊ अपन बर तेल बिसो लेवव।’ पर जब ओमन तेल बिसोय बर गे रिहिन, त दुल्‍हा ह आ गीस। जऊन कुवांरीमन तियार रिहिन, ओमन ओकर संग बिहाव के भोज म भीतर गीन। अऊ कपाट ह बंद हो गीस। बाद म ओ आने कुवांरीमन घलो आईन अऊ कहिन, ‘हे मालिक, हे मालिक! हमर बर कपाट ला खोल दे।’ पर ओह जबाब दीस, ‘मेंह तुमन ला सच कहत हंव, मेंह तुमन ला नइं जानंव।’ एकरसेति, सचेत रहव, काबरकि तुमन न तो ओ दिन ला जानत हव अऊ न ही ओ समय ला।” “स्‍वरग के राज ह ओ मनखे के सहीं अय, जऊन ह परदेस जावत बेरा अपन सेवकमन ला बलाईस अऊ ओमन ला अपन संपत्ति सऊंप दीस। हर एक ला ओह ओमन के काबिलियत के मुताबिक दीस; एक सेवक ला ओह पांच सिक्‍का, दूसर ला दू सिक्‍का अऊ तीसरा ला एक सिक्‍का दीस। अऊ तब ओह परदेस चल दीस । जऊन सेवक ला पांच सिक्‍का मिले रिहिस, ओह तुरते गीस अऊ ओ सिक्‍का ले लेन-देन करके पांच सिक्‍का अऊ कमा लीस। वइसने जऊन सेवक ला दू सिक्‍का मिले रिहिस, ओह घलो दू सिक्‍का अऊ कमाईस। पर जऊन सेवक ला एक ठन सिक्‍का मिले रिहिस, ओह गीस अऊ भुइयां ला खन के अपन मालिक के पईसा ला उहां लुका दीस। बहुंत समय के बाद, ओ सेवकमन के मालिक ह लहुंटिस अऊ ओमन ले हिसाब मांगिस। जऊन सेवक ला पांच सिक्‍का मिले रिहिस, ओह पांच सिक्‍का अऊ लेके आईस अऊ कहिस, ‘मालिक, तेंह मोला पांच सिक्‍का देय रहय। देख, मेंह पांच सिक्‍का अऊ कमाय हवंव।’ ओकर मालिक ह ओला कहिस, ‘बहुंत अछा करय। तेंह बने अऊ ईमानदार सेवक अस। तेंह थोरकन म ईमानदार रहय। मेंह तोला बहुंत चीजमन ऊपर अधिकार दूहूं। आ अऊ अपन मालिक के खुसी म सामिल हो जा।’ जऊन सेवक ला दू सिक्‍का मिले रिहिस, ओह घलो आईस अऊ कहिस, ‘मालिक, तेंह मोला दू ठन सिक्‍का देय रहय। देख, मेंह दू ठन सिक्‍का अऊ कमाय हवंव।’ ओकर मालिक ह ओला कहिस, ‘बहुंत अछा करय। तेंह बने अऊ ईमानदार सेवक अस। तेंह थोरकन म ईमानदार रहय। मेंह तोला बहुंत चीजमन ऊपर अधिकार दूहूं। आ अऊ अपन मालिक के खुसी म सामिल हो जा।’ तब जऊन सेवक ला एक सिक्‍का मिले रिहिस, ओह आईस अऊ कहिस, ‘मालिक, मेंह जानत रहेंव कि तेंह एक कठोर मनखे अस। तेंह जिहां नइं बोए रहस, उहां ले लूथस, अऊ जिहां बीजा नइं बगराय रहस, उहां ले संकेलथस। एकरसेति मेंह डर्रा गेंव अऊ बाहिर जाके मेंह तोर सिक्‍का ला भुइयां म गड़िया देंव; ए हवय तोर सिक्‍का।’ ओकर मालिक ह ओला कहिस, ‘दुस्‍ट अऊ अलाल सेवक! जब तेंह जानत रहय कि जिहां मेंह नइं बोए रहंव, उहां ले लूथंव, अऊ जिहां बीजा नइं बगराय रहंव, उहां ले संकेलथंव। त तोला मोर पईसा ला साहूकारमन के इहां जमा कर देना रिहिस, ताकि जब मेंह वापिस आयेंव, त ओला बियाज सहित ले लेतेंव।’ मालिक ह अपन आने सेवकमन ला कहिस, ‘ए सिक्‍का ला एकर ले लेय लव, अऊ ओला दे दव, जेकर करा दस ठन सिक्‍का हवय। काबरकि जेकर करा हवय ओला अऊ देय जाही अऊ ओकर करा बहुंत हो जाही; पर जेकर करा नइं ए, ओकर ले ओला घलो ले लिये जाही, जऊन ह ओकर करा हवय। ए बेकार सेवक ला बाहिर अंधियार म फटिक दव, जिहां ओह रोही अऊ अपन दांत पीसही।’ ” “जब मनखे के बेटा ह अपन महिमा म आही अऊ जम्मो स्वरगदूतमन ओकर संग आहीं, त ओह अपन महिमा के सिंघासन म बिराजही। अऊ ओकर आघू म संसार के जम्मो मनखेमन ला लाने जाही। जइसने चरवाहा ह भेड़मन ला छेरीमन ले अलग करथे, वइसने ओह मनखेमन ला एक-दूसर ले अलग करही। ओह भेड़मन ला अपन जेवनी अंग अऊ छेरीमन ला अपन डेरी अंग करही। तब राजा ह अपन जेवनी अंग के मनखेमन ला कहिही, ‘तुमन मोर ददा के आसिसित मनखे अव। आवव, अऊ ओ राज के उत्तराधिकारी बन जावव, जऊन ला तुम्‍हर खातिर संसार के सिरजे के समय ले तियार करे गे हवय। काबरकि मेंह भूखा रहेंव अऊ तुमन ह मोला खाना खवाएव; मेंह पियासा रहेंव अऊ तुमन ह मोला पानी पियाएव; मेंह परदेसी रहेंव अऊ तुमन मोला अपन घर म रखेव; मोर करा कपड़ा नइं रिहिस अऊ तुमन मोला कपड़ा पहिराएव; मेंह बेमार रहेंव अऊ तुमन मोर देख-रेख करेव, मेंह जेल म रहेंव अऊ तुमन मोर ले मिले बर आयेव।’ तब धरमीमन ओला कहिहीं, ‘हे परभू, हमन कब तोला भूखा देखेन अऊ खाना खवाएन या कब पियासा देखेन अऊ तोला पानी पीयाएन? हमन कब तोला एक परदेसी के रूप म देखेन अऊ अपन घर म ठहिराएन, या कब तोर करा कपड़ा नइं रिहिस अऊ हमन तोला कपड़ा पहिराएन? हमन कब तोला बेमार या जेल म देखेन अऊ तोर ले मिले बर आयेंन?’ तब राजा ह ओमन ला ए जबाब दिही, ‘मेंह तुमन ला सच कहथंव कि जऊन कुछू तुमन मोर ए छोटे ले छोटे भाईमन के कोनो एक झन खातिर करेव, त तुमन ओ मोर बर करेव। ’ तब राजा ह अपन डेरी अंग के मनखेमन ला कहिही, ‘तुमन सरापित मनखे अव। मोर ले दूरिहा हटव अऊ ओ सदाकाल के आगी म चले जावव, जऊन ला सैतान अऊ ओकर दूतमन बर तियार करे गे हवय। काबरकि मेंह भूखा रहेंव, अऊ तुमन मोला खाना नइं खवाएव; मेंह पियासा रहेंव अऊ तुमन मोला पानी नइं पियाएव। मेंह परदेसी रहेंव अऊ तुमन मोला अपन घर म नइं रखेव; मोर करा कपड़ा नइं रिहिस अऊ तुमन मोला कपड़ा नइं पहिराएव; मेंह बेमार रहेंव अऊ जेल म रहेंव अऊ तुमन मोर देख-रेख नइं करेव।’ तब ओमन कहिहीं, ‘हे परभू! हमन कब तोला भूखा या पियासा या परदेसी या बिगर कपड़ा या बेमार या जेल म देखेन अऊ तोर मदद नइं करेन?’ तब राजा ह ओमन ला ए जबाब दिही, ‘मेंह तुमन ला, सच कहथंव कि जब भी तुमन ए छोटे मन के कोनो एक झन के मदद नइं करेव, त तुमन मोर घलो मदद नइं करेव।’ तब ओमन सदाकाल के दंड भोगहीं, पर धरमीमन परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी पाहीं।” ए जम्मो बात ला कहे के बाद, यीसू ह चेलामन ला कहिस, “जइसने तुमन जानथव कि दू दिन के बाद फसह के तिहार मनाय जाही। तब कुरुस ऊपर चघाय बर मनखे के बेटा ह पकड़वाय जाही।” तब काइफा नांव के महा पुरोहित के महल म मुखिया पुरोहित अऊ मनखेमन के अगुवामन जुरिन। अऊ ओमन ए बिचार करिन कि कइसने ओमन छल कपट करके यीसू ला पकड़ेंय अऊ ओला मार डारेंय। ओमन कहिन, “तिहार के समय नइं। कहूं अइसने झन होवय कि मनखेमन म दंगा हो जावय।” जब यीसू ह बैतनियाह गांव म सिमोन कोढ़ी के घर म रिहिस, त एक झन माईलोगन संगमरमर के बरतन म बहुंत मंहगा इतर तेल लेके आईस, अऊ जब यीसू ह खाना खावत रहय, त ओ माईलोगन ह यीसू के मुड़ी ऊपर इतर ला उंड़ेर दीस। एला देखके चेलामन नाराज होईन अऊ कहिन, “एला काबर बरबाद करिस? ए इतर ला बने दाम म बेंचके, ओ रूपिया ला गरीबमन म बांटे जा सकत रिहिस।” एला जानके यीसू ह ओमन ला कहिस, “तुमन ए माईलोगन ला काबर परेसान करत हवव? ओह मोर बर सुघर काम करे हवय। गरीब मनखेमन तुम्‍हर संग हमेसा रहिहीं, पर मेंह तुम्‍हर संग हमेसा नइं रहंव। ओह मोर देहें ऊपर जऊन इतर उंड़ेरिस, त ओह एला मोर गड़ियाय जाय के तियारी म करिस। मेंह तुमन ला सच कहथंव कि जम्मो संसार म जिहां कहूं ए सुघर संदेस के परचार करे जाही, उहां ए माईलोगन के ए काम ला घलो ओकर सुरता म बताय जाही।” तब यहूदा इस्करियोती जऊन ह बारह चेलामन ले एक झन रिहिस, मुखिया पुरोहितमन करा गीस, अऊ ओमन ला कहिस, “यदि मेंह यीसू ला तुम्‍हर हांथ म पकड़वा दूहूं, त तुमन मोला का दूहू?” अऊ ओमन यहूदा ला चांदी के तीस ठन सिक्‍का दीन। ओ समय ले यहूदा ह यीसू ला पकड़वाय बर मऊका खोजे लगिस। बिन खमीर रोटी के तिहार के पहिली दिन चेलामन यीसू करा आईन अऊ पुछिन, “तेंह फसह तिहार के भोज कहां खाय चाहथस? हमन उहां तियारी करबो।” यीसू ह कहिस, “सहर म ओ मनखे करा जावव अऊ ओला कहव, ‘गुरू ह कहिथे: मोर समय ह लकठा आ गे हवय। मेंह फसह के तिहार ला अपन चेलामन संग तोर घर म मनाय चाहथंव।’ ” जइसने यीसू ह हुकूम दे रिहिस, चेलामन वइसनेच करिन अऊ ओमन फसह तिहार के भोज तियार करिन। जब सांझ होईस, त यीसू अपन बारह चेलामन संग खाना खाय बर बईठिस। अऊ जब ओमन खावत रिहिन, त यीसू ह कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहथंव तुमन म ले एक झन मोर संग बिस‍वासघात करही।” एला सुनके चेलामन बहुंत उदास होईन अऊ एक-एक करके ओकर ले पुछन लगिन, “का ओह में अंव, परभू?” यीसू ह जबाब दीस, “जऊन ह मोर संग कटोरा म अपन हांथ ला डारे हवय, ओहीच ह मोर संग बिस‍वासघात करही। मनखे के बेटा ह मरही, जइसने ओकर बारे म परमेसर के बचन म लिखे हवय। पर धिक्‍कार ए, ओ मनखे ऊपर, जऊन ह मनखे के बेटा के संग बिस‍वासघात करत हवय। ओ मनखे बर बने होतिस, यदि ओकर जनम ही नइं होय रहितिस।” तब यहूदा जऊन ह यीसू के संग बिस‍वासघात करइया रिहिस, यीसू ले कहिस, “हे गुरू! का ओ मनखे मेंह अंव?” यीसू ह ओला कहिस, “हव, ओ मनखे तेंह अस।” जब ओमन खावत रिहिन, त यीसू ह रोटी ला लीस अऊ परमेसर ले आसिस मांग के ओला टोरिस अऊ अपन चेलामन ला देके कहिस, “लेवव अऊ खावव; एह मोर देहें अय।” तब ओह कटोरा ला लीस अऊ परमेसर ला धनबाद दीस अऊ चेलामन ला ए कहिके कटोरा ला दीस, “एम ले तुमन जम्मो झन पीयव। काबरकि एह करार के मोर लहू अय, जऊन ह एकरसेति ढारे जावत हे कि बहुंते मनखेमन ला पाप के छेमा मिलय। मेंह तुमन ला कहथंव कि मेंह ए अंगूर के रस ला ओ दिन तक नइं पीयंव, जब तक कि मेंह तुम्‍हर संग मोर ददा के राज म नवां अंगूर के रस ला नइं पी लंव।” अऊ जब यीसू अऊ ओकर चेलामन एक ठन भजन गा लीन, त ओमन जैतून पहाड़ ऊपर चल दीन। तब यीसू ह चेलामन ला कहिस, “आज रात के तुमन जम्मो झन मोला छोंड़के भाग जाहू, काबरकि परमेसर के बचन म ए लिखे हवय, ‘मेंह चरवाहा ला मारहूं। अऊ झुंड के भेड़मन तितिर-बितिर हो जाहीं।’ फेर मेंह जी उठे के बाद तुम्‍हर ले पहिली गलील प्रदेस जाहूं।” तब पतरस ह यीसू ला कहिस, “चाहे जम्मो झन तोला छोंड़के भाग जावंय त भाग जावंय, पर मेंह तोला कभू नइं छोड़ंव।” यीसू ह ओला जबाब दीस, “मेंह तोला सच कहथंव, आजेच रात के, कुकरा के बासे के पहिली तेंह मोर तीन बार इनकार करबे।” पर पतरस ह कहिस, “चाहे मोला तोर संग मरना घलो पड़य, तभो ले मेंह तोर कभू इनकार नइं करंव।” अऊ आने जम्मो चेलामन घलो अइसनेच कहिन। तब यीसू ह अपन चेलामन संग गतसमनी नांव के एक ठऊर म गीस अऊ ओह ओमन ला कहिस, “तुमन इहां बईठव, जब तक कि मेंह उहां जाके पराथना करथंव।” ओह पतरस अऊ जबदी के दू झन बेटा ला अपन संग म लीस, अऊ यीसू के मन ह दुःखी अऊ बियाकुल होय लगिस। तब ओह ओमन ला कहिस, “मोर परान ह अब्‍बड़ बियाकुल होवत हवय, अइसने लगथे कि मोर परान निकर जाही। तुमन इहां ठहिरव अऊ मोर संग जागत रहव।” थोरकन आघू जाके, यीसू ह मुहूं के भार भुइयां म गिरिस अऊ ए पराथना करिस, “हे मोर ददा! कहूं हो सकय, त दुःख के ए कटोरा ला मोर म ले टार दे। तभो ले मोर नइं, फेर तोर ईछा पूरा होवय।” तब ओह अपन चेलामन करा आईस अऊ ओमन ला सुतत देखिस, त ओह पतरस ला कहिस, “का तुमन मोर संग घंटा भर घलो नइं जाग सकव? जागत रहव अऊ पराथना करव, ताकि तुमन परिछा म झन पड़व। आतमा त तियार हवय, फेर देहें ह दुरबल अय।” यीसू ह दूसर बार गीस अऊ ए पराथना करिस, “हे मोर ददा! कहूं दुःख के ए कटोरा ह मोर पीये बिगर नइं टर सकय, त फेर तोर ईछा पूरा होवय।” जब यीसू ह वापिस आईस, त ओह अपन चेलामन ला फेर सुतत पाईस, काबरकि ओमन के आंखीमन नींद ले भारी हो गे रहंय। एकरसेति ओह ओमन ला छोंड़के फेर एक बार गीस अऊ ओहीच बात ला कहिके, तीसरा बार पराथना करिस। तब ओह चेलामन करा आईस अऊ ओमन ला कहिस, “का तुमन अभी तक ले सुतत हव अऊ सुसतावत हव? देखव, ओ घरी ह लकठा आ गे हवय, अऊ मनखे के बेटा ह पापीमन के हांथ म पकड़वाय जवइया हे। उठव, हमन चली! देखव, मोर संग बिस‍वासघात करइया ह आवत हवय।” जब यीसू ह ए बात ला कहितेच रिहिस, त यहूदा जऊन ह बारह चेलामन ले एक झन रहय, आईस। ओकर संग म मनखेमन के एक बड़े भीड़ रहय अऊ मनखेमन तलवार अऊ लउठी धरे रहंय। एमन ला मुखिया पुरोहित अऊ मनखेमन के अगुवामन पठोय रिहिन। बिस‍वासघात करइया ह ओमन ला पहिली ले ए चिन्‍हां बता दे रिहिस, “जऊन ला मेंह चूमहूं, ओहीच मनखे अय; ओला पकड़ लूहू।” यहूदा ह तुरते यीसू करा आईस अऊ कहिस, “हे गुरू, जोहार!” अऊ ओह यीसू ला चूमिस। यीसू ह ओला कहिस, “संगवारी! जऊन काम बर तेंह आय हवस, ओला कर।” तब मनखेमन आघू म आईन अऊ यीसू ला पकड़के गिरफतार कर लीन। तब यीसू के संगवारीमन ले एक झन तलवार ला खींचके निकारिस अऊ महा पुरोहित के सेवक ऊपर चलाके ओकर कान ला काट दीस। यीसू ह ओला कहिस, “अपन तलवार ला मियान म रख, काबरकि जऊन मन तलवार चलाथें, ओमन तलवार ले मारे जाहीं। का तेंह नइं जानस कि मेंह अपन ददा ले बिनती कर सकथंव अऊ ओह मोर बर तुरते स्वरगदूतमन के बारह ठन बड़े-बड़े सैनिक दल ले घलो जादा पठो दिही। पर तब परमेसर के ओ बचन ह पूरा नइं होवय, जऊन ह ए कहिथे कि ए बात ला ए किसम ले होना जरूरी अय।” ओतकीच बेरा यीसू ह मनखे के भीड़ ला कहिस, “का तुमन मोला डाकू समझथव कि तलवार अऊ लउठी धरके मोला पकड़े बर आय हवव? हर दिन मेंह मंदिर म बईठके उपदेस देवत रहेंव अऊ तुमन मोला नइं पकड़ेव। पर ए जम्मो बात एकरसेति होईस कि अगमजानीमन के लिखे बचन ह पूरा होवय।” तब जम्मो चेलामन यीसू ला छोंड़के भाग गीन। जऊन मन यीसू ला गिरफतार करे रिहिन, ओमन ओला महा पुरोहित काइफा करा ले गीन, जिहां कानून के गुरू अऊ अगुवामन जुरे रहंय। पर पतरस ह दूरिहा ले यीसू के पाछू-पाछू गीस। ओह महा पुरोहित के घर के अंगना तक गीस अऊ ए देखे बर कि का होवइया ह – ओह भीतर जाके पहरेदारमन संग बईठ गीस। मुखिया पुरोहितमन अऊ धरम महासभा के जम्मो मनखेमन यीसू के बिरोध म लबरा गवाही खोजत रहंय ताकि ओमन ओला मार डारंय। पर ओमन ला कुछू नइं मिलिस, हालाकि कतको लबरा गवाहमन आईन। आखिर म दू झन गवाह आईन अऊ कहिन, “ए मनखे ह कहे हवय, ‘मेंह परमेसर के मंदिर ला गिरा सकथंव अऊ तीन दिन म ओला फेर बना सकथंव।’ ” तब महा पुरोहित ह ठाढ़ होईस अऊ यीसू ला कहिस, “ए मनखेमन तोर बिरोध म जऊन गवाही देवत हवंय, का तेंह ओकर जबाब नइं देवस?” पर यीसू ह चुपेचाप रिहिस। महा पुरोहित ह यीसू ला कहिस, “मेंह तोला जीयत परमेसर के कसम देवत हंव: कहूं तेंह परमेसर के बेटा मसीह अस, त हमन ला बता।” यीसू ह ओला कहिस, “हव जी। जइसने कि तेंह कहय। पर मेंह तुमन जम्मो झन ला कहत हंव कि एकर बाद तुमन मनखे के बेटा ला सर्वसक्तिमान परमेसर के जेवनी हांथ कोति बईठे अऊ अकास के बादर ऊपर आवत देखहू।” तब महा पुरोहित ह अपन कपड़ा ला चीरिस अऊ कहिस, “एह परमेसर के निन्दा करे हवय। हमन ला अऊ कोनो गवाह के जरूरत नइं ए। देखव! तुमन अभीच परमेसर के निन्दा सुने हवव। तुम्‍हर का बिचार हवय?” ओमन जबाब दीन, “एह मिरतू दंड के लइक अय।” तब ओमन यीसू के मुहूं ऊपर थूकिन अऊ ओला घूंसा मारिन। आने मनखेमन ओला थपरा मारके कहिन, “हे मसीह, अगमबानी करके हमन ला बता कि तोला कोन मारिस?” ओ बखत पतरस ह बाहिर अंगना म बईठे रिहिस, तब एक नौकरानी टूरी ओकर करा आईस अऊ कहिस, “तेंह घलो गलील के रहइया यीसू के संग रहय।” पर ओह ओ जम्मो झन के आघू म इनकार करिस अऊ कहिस, “मेंह नइं जानंव कि तेंह का कहत हवस?” तब पतरस ह बाहिर दुवारी करा गीस, उहां एक आने नौकरानी टूरी ओला देखिस अऊ उहां मनखेमन ला कहिस, “ए मनखे ह नासरत के यीसू संग रिहिस।” पतरस ह कसम खाके फेर इनकार करिस अऊ कहिस, “मेंह ओ मनखे ला नइं जानंव।” एकर थोरकन देर बाद, जऊन मन उहां ठाढ़े रहंय, ओमन पतरस करा आईन अऊ कहिन, “सही म तेंह घलो ओ मनखेमन ले एक झन अस, काबरकि तोर बोली ले, ए बात के पता चलथे।” तब पतरस ह अपन-आप ला कोसन लगिस अऊ कसम खाके कहिस, “मेंह ओ मनखे ला नइं जानंव।” अऊ तुरते कुकरा ह बासिस। तब पतरस ला यीसू के कहे ए बात सुरता आईस: “कुकरा बासे के पहिली, तेंह तीन बार मोर इनकार करबे।” अऊ ओह बाहिर जाके फूट-फूट के रोईस। जब बिहनियां होईस, त जम्मो मुखिया पुरोहित अऊ मनखेमन के अगुवामन यीसू ला मार डारे के फैसला करिन। ओमन यीसू ला बांधिन अऊ ओला ले जाके राजपाल पीलातुस के हांथ म सऊंप दीन । यीसू के संग बिस‍वासघात करइया यहूदा ह जब देखिस कि यीसू ला दोसी ठहराय गे हवय, त ओह पछताईस अऊ ओह मुखिया पुरोहित अऊ अगुवामन ला चांदी के तीस सिक्‍का वापिस कर दीस, अऊ कहिस, “मेंह पाप करे हवंव काबरकि मेंह एक निरदोस मनखे ला मरवाय बर ओकर संग बिस‍वासघात करेंव।” ओमन ह कहिन, “हमन ला एकर ले का मतलब! एला तें जान।” तब यहूदा ह ओ चांदी के सिक्‍कामन ला मंदिर म फटिक दीस अऊ उहां ले चले गीस अऊ जाके फांसी लगा लीस। मुखिया पुरोहितमन ओ सिक्‍कामन ला उठाईन अऊ कहिन, “ए पईसा ला खजाना म रखना कानून के मुताबिक सही नो हय, काबरकि एह लहू के कीमत अय।” एकरसेति ओमन ओ पईसा ले कुम्‍हार के खेत ला बिसोय के फैसला करिन ताकि ओ जगह ह परदेसीमन बर मसानघाट के रूप म काम आवय। एकरे कारन, ओ खेत ला आज तक ले लहू के खेत कहे जाथे। ए किसम ले यरमियाह अगमजानी के दुवारा कहे गय ए बचन ह पूरा होईस: “ओमन चांदी के तीस सिक्‍कामन ला ले लीन, जऊन ला इसरायली मनखेमन ओकर कीमत ठहराय रिहिन। अऊ ओमन ओ पईसा के उपयोग कुम्‍हार के खेत बिसोय म करिन जइसने परभू ह मोला हुकूम दे रिहिस।” जब यीसू ह राजपाल के आघू म ठाढ़ होईस, त राजपाल ह ओकर ले पुछिस, “का तेंह यहूदीमन के राजा अस?” यीसू ह ओला जबाब दीस, “हव जी, जइसने तेंह कहत हवस।” जब मुखिया पुरोहित अऊ अगुवामन यीसू ऊपर दोस लगाईन, त ओह कुछू जबाब नइं दीस। तब पीलातुस ह यीसू ला कहिस, “का तेंह नइं सुनत हवस कि ओमन तोर ऊपर कइसने दोस लगावत हवंय।” पर यीसू ह जबाब म एको सबद नइं कहिस। जेकर ले राजपाल ला बहुंत अचरज होईस। राजपाल के ए रीति रिहिस कि फसह तिहार के मऊका म, ओह एक झन कैदी ला छोंड़ देवय, जऊन ला मनखेमन चाहंय। ओ समय म बरब्‍बा नांव के एक बदनाम कैदी जेल म रिहिस। जब भीड़ ह जुरे रिहिस, त पीलातुस ह भीड़ के मनखेमन ले पुछिस, “तुमन कोन ला चाहत हव कि मेंह ओला तुम्‍हर बर छोंड़ देवंव – बरब्‍बा ला या यीसू ला, जऊन ला मसीह कहे जाथे?” काबरकि पीलातुस ह जानत रिहिस कि ओमन जलन के कारन यीसू ला ओकर हांथ म सऊंपे रिहिन। जब पीलातुस ह नियाय के आसन म बईठे रिहिस, त ओकर घरवाली ह ओकर करा ए संदेस पठोईस, “ओ धरमी मनखे संग कुछू झन कर, काबरकि मेंह आज सपना म ओकर कारन बहुंत दुःख उठाय हवंव।” पर मुखिया पुरोहित अऊ अगुवामन भीड़ के मनखेमन ला राजी कर लीन कि ओमन बरब्‍बा ला छोंड़े के अऊ यीसू ला मार डारे के मांग करंय। राजपाल ह ओमन ला फेर पुछिस, “ए दूनों म ले तुमन कोन ला चाहथव कि मेंह तुम्‍हर खातिर छोंड़ देवंव?” ओमन कहिन, “बरब्‍बा ला।” पीलातुस ह ओमन ले पुछिस, “तब मेंह यीसू के का करंव, जऊन ला मसीह कहे जाथे।” ओ जम्मो झन जबाब दीन, “एला कुरुस ऊपर चघाय जावय।” पीलातुस ह पुछिस, “काबर? ओह का अपराध करे हवय?” फेर ओमन अऊ चिचियाके कहिन, “एला कुरुस ऊपर चघाय जावय।” जब पीलातुस ह देखिस कि ओकर दुवारा कुछू नइं हो सकथे, पर हुल्‍लड़ होवत हवय, त ओह पानी लीस अऊ भीड़ के आघू म अपन हांथ ला धोके कहिस, “मेंह ए मनखे के मिरतू के दोसी नो हंव। एकर जिम्मेदार तुमन अव।” जम्मो मनखेमन जबाब दीन, “एकर मिरतू के दोस हमर अऊ हमर संतान ऊपर होवय।” तब पीलातुस ह ओमन खातिर बरब्‍बा ला छोंड़ दीस अऊ यीसू ला कोर्रा म पीटवाईस, अऊ ओला कुरुस ऊपर चघाय बर सैनिकमन के हांथ म सऊंप दीस। तब राजपाल के सैनिकमन यीसू ला राजपाल के महल म ले गीन अऊ सैनिकमन के पूरा दल ला यीसू करा संकेलिन। ओमन यीसू के कपड़ा ला उतारिन अऊ ओला लाल सिंदूरी रंग के चोगा पहिराईन, अऊ तब कांटा के एक मुकुट गुंथके ओकर मुड़ी ऊपर रखिन, अऊ ओकर जेवनी हांथ म एक ठन लउठी धरा दीन अऊ ओकर आघू म माड़ी टेकिन अऊ ए कहिके ओकर हंसी उड़ाईन, “हे यहूदीमन के राजा, तोला जोहार।” ओमन ओकर ऊपर थूकिन अऊ लउठी म ओकर मुड़ी ला मारिन। यीसू के हंसी उड़ाय के बाद, ओमन ओकर चोगा ला उतार लीन अऊ ओला ओकर खुद के कपड़ा पहिरा दीन। तब ओमन ओला कुरुस ऊपर चघाय बर ले गीन। जब ओमन सहर ले बाहिर निकरत रिहिन, त ओमन ला कुरेन सहर के सिमोन नांव के एक झन मनखे मिलिस। ओमन ओकर ले जबरदस्‍ती कुरुस ला उठवाके ले गीन । ओमन “गुलगुता” नांव के जगह म आईन (गुलगुता के मतलब होथे – खोपड़ी के जगह)। उहां ओमन यीसू ला पित्त मिले अंगूर के मंद पीये बर दीन। यीसू ह ओला चखिस, पर ओला पीये बर नइं चाहिस। जब ओमन यीसू ला कुरुस ऊपर चघा लीन, त ओकर कपड़ा ला बांटा करे बर चिट्ठी डालिन अऊ चिट्ठी के मुताबिक कपड़ा ला बांट लीन। तब ओमन उहां बईठके ओकर पहरा देवन लगिन। अऊ ओकर मुड़ी ऊपर ओकर दोस पतर लिखके टांग दीन, जऊन म ए लिखाय रहय – “एह यहूदीमन के राजा यीसू अय।” यीसू के संग दू झन डाकूमन घलो कुरुस ऊपर चघाय गे रिहिन, एक झन ओकर जेवनी कोति अऊ दूसर झन ओकर डेरी कोति। उहां ले अवइया-जवइयामन यीसू के ठट्ठा करंय अऊ अपन मुड़ी ला डोला-डोला के ए कहंय, “तेंह तो मंदिर ला गिराके ओला तीन दिन म बनवइया अस, अपन-आप ला बंचा ले। कहूं तेंह परमेसर के बेटा अस, त फेर कुरुस ऊपर ले उतर आ।” अइसनेच मुखिया पुरोहित, कानून के गुरू अऊ अगुवामन घलो ए कहिके ओकर ठट्ठा करत रिहिन, “एह आने मन ला बंचाईस, फेर एह अपन-आप ला नइं बंचा सकय। एह तो इसरायल के राजा अय। अब एह कुरुस ऊपर ले उतरके आवय, त हमन एकर ऊपर बिसवास करबो। एह परमेसर ऊपर भरोसा रखथे। यदि परमेसर एला चाहथे, त ओह एला छुड़ा ले, काबरकि एह कहे रिहिस, ‘मेंह परमेसर के बेटा अंव।’ ” अइसनेच ओ डाकूमन घलो जऊन मन ओकर संग कुरुस ऊपर चघाय गे रिहिन, ओकर ठट्ठा करिन। ओ मंझनियां बारह बजे ले लेके तीन बजे तक जम्मो धरती ऊपर अंधियार छाय रिहिस। करीब तीन बजे यीसू ह जोर से नरियाके कहिस, “एली, एली, लमा सबकतनी?” – जेकर मतलब होथे, “हे मोर परमेसर, हे मोर परमेसर, तेंह मोला काबर तियाग देय?” जऊन मन उहां ठाढ़े रिहिन, ओम ले कुछू झन एला सुनके कहिन, “एह एलियाह ला बलावत हवय।” ओमन ले एक झन तुरते दऊड़के एक स्‍पंज ला लानिस, अऊ ओह ओला सिरका म बुड़ोईस अऊ एक ठन पातर लउठी म रखके यीसू ला पीये बर दीस। पर बाकि मनखेमन कहिन, “ओला रहन दे। आवव, हमन देखन, एलियाह ह एला बंचाय बर आथे कि नइं।” अऊ यीसू ह फेर जोर से गोहार पारिस अऊ अपन परान ला तियाग दीस। ओतकीच बेरा मंदिर के परदा ह ऊपर ले खाल्‍हे तक चीराके दू टुकड़ा हो गीस। धरती ह कांप उठिस अऊ चट्टानमन तड़क गीन। कबरमन उघर गीन अऊ कतको पबितर मनखे के मरे देहेंमन फेर जी उठिन। ओमन कबर म ले बाहिर निकरिन, अऊ यीसू के जी उठे के बाद, ओमन पबितर सहर म गीन अऊ कतको मनखेमन ला दिखिन। जब सूबेदार अऊ ओकर सैनिक जऊन मन यीसू के पहरा देवत रिहिन, भुइंडोल अऊ ओ जम्मो घटना ला देखिन, त अब्‍बड़ डर्रा गीन अऊ ओमन कहिन, “सही म एह परमेसर के बेटा रिहिस ।” उहां कतको माईलोगन घलो रिहिन, जऊन मन दूरिहा ले यीसू ला देखत रिहिन। ओमन यीसू के सेवा करत गलील प्रदेस ले ओकर संगे-संग आय रिहिन। ओमन म मरियम मगदलिनी, याकूब अऊ यूसुफ के दाई मरियम अऊ जबदी के बेटामन के दाई रिहिन। जब संझा होईस, त अरमतिया सहर ले एक धनवान मनखे आईस। ओकर नांव यूसुफ रिहिस अऊ ओह खुदे यीसू के चेला रिहिस। ओह पीलातुस करा जाके यीसू के लास ला मांगिस अऊ पीलातुस ह यीसू के लास ला ओला सऊंप देय के हुकूम दीस। यूसुफ ह लास ला लीस अऊ ओला एक ठन साफ मलमल के कपड़ा म लपेटिस, अऊ ओला अपन खुद के नवां कबर म रखिस, जऊन ला ओह चट्टान ला काटके बनवाय रिहिस। तब ओह एक ठन बड़े पथरा ला कबर के मुंहाटी म टेका दीस अऊ उहां ले चले गीस। मरियम मगदलिनी अऊ दूसर मरियम उहां कबर के आघू म बईठे रिहिन। ओकर दूसर दिन, जऊन ह तियारी के दिन के बाद के दिन रिहिस, मुखिया पुरोहित अऊ फरीसी मन पीलातुस करा गीन अऊ कहिन, “महाराज, हमन ला सुरता हवय कि ओ धोखेबाज ह जब जीयत रिहिस, त कहे रिहिस, ‘तीन दिन के बाद मेंह फेर जी उठहूं।’ एकरसेति हुकूम दे कि तीसरा दिन तक ओ कबर के रखवारी करे जावय। अइसने झन होवय कि ओकर चेलामन आवंय अऊ ओकर लास ला चुरा के ले जावंय अऊ मनखेमन ला कहंय कि ओह मरे म ले जी उठे हवय। तब ए आखिरी धोखा ह पहिली ले घलो अऊ खराप होही।” पीलातुस ह ओमन ला कहिस, “तुम्‍हर करा पहरेदारमन हवंय। जावव, अऊ जइसने तुमन उचित समझथव, कबर के रखवारी के परबंध करव।” तब ओमन गीन अऊ कबर के पथरा ऊपर मुहर लगाईन अऊ उहां पहरेदार बईठाके ओमन कबर के रखवारी के परबंध करिन। बिसराम दिन के बाद, हप्‍ता के पहिली दिन बड़े बिहनियां मरियम मगदलिनी अऊ दूसर मरियम कबर ला देखे बर गीन। ओ समय एक भयंकर भुइंडोल होईस, काबरकि परभू के एक दूत ह स्‍वरग ले उतरिस अऊ कबर करा आईस अऊ पथरा ला ढुनगा के ओकर ऊपर बईठ गीस। ओकर रूप ह बिजली सहीं चमकत रहय अऊ ओकर कपड़ा ह झक पंडरा रिहिस। पहरेदारमन ओकर डर के मारे थर-थर कांपे लगिन अऊ मुरदा के सहीं हो गीन। स्‍वरगदूत ह माईलोगनमन ला कहिस, “झन डर्रावव, काबरकि मेंह जानत हंव कि तुमन यीसू ला खोजत हव, जऊन ला कुरुस ऊपर चघाय गे रिहिस। ओह इहां नइं ए; ओह जी उठे हवय, जइसने ओह कहे रिहिस। आवव अऊ ओ ठऊर ला देखव, जिहां ओला रखे गे रिहिस। अब तुमन तुरते जाके ओकर चेलामन ला ए बतावव: ‘ओह मरे म ले जी उठे हवय अऊ ओह तुम्‍हर ले आघू गलील प्रदेस जावत हवय। उहां तुमन ओकर दरसन करहू।’ देखव! मेंह तुमन ला बता देंव।” एकरसेति ओ माईलोगनमन जल्दी कबर ले चले गीन। ओमन डर्रा गे रिहिन, पर आनंद सहित चेलामन ला बताय बर दऊड़के गीन। अचानक यीसू ह ओमन ले मिलिस अऊ कहिस, “खुस रहव।” ओमन ओकर करा आईन अऊ ओकर गोड़ ला धरके ओकर दंडवत करिन। तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “झन डर्रावव। जावव अऊ मोर भाईमन ला कहव कि ओमन गलील प्रदेस जावंय। उहां ओमन मोला देखहीं।” जब माईलोगनमन डहार म रिहिन, त कुछू पहरेदारमन सहर म गीन अऊ जऊन कुछू होय रिहिस, ओ जम्मो बात मुखिया पुरोहितमन ला बताईन। तब मुखिया पुरोहितमन अगुवामन संग मिलके एक योजना बनाईन। ओमन सैनिकमन ला बहुंत अकन पईसा देके कहिन, “तुमन मनखेमन ला ए कहव, ‘जब हमन रतिहा सुते रहेंन, त ओकर चेलामन आईन अऊ ओला चुरा के ले गीन।’ यदि ए बात राजपाल के कान म पड़ही, त हमन ओला समझा देबो अऊ तुमन ला मुसिबत ले बचा लेबो।” सैनिकमन पईसा ला लीन अऊ वइसने करिन, जइसने ओमन ला सिखाय गे रिहिस। अऊ ए बात यहूदीमन के बीच म आज तक फइले हवय। तब गियारह चेलामन गलील प्रदेस के ओ पहाड़ ऊपर गीन, जिहां जाय बर यीसू ह ओमन ला कहे रिहिस। अऊ जब ओमन यीसू ला देखिन, त ओला दंडवत करिन, पर कोनो-कोनो ला संका होईस। तब यीसू ह ओमन करा आईस अऊ कहिस, “स्‍वरग अऊ धरती ऊपर मोला पूरा अधिकार देय गे हवय। एकरसेति जावव अऊ जम्मो जाति के मनखेमन ला मोर चेला बनावव अऊ ओमन ला ददा, बेटा अऊ पबितर आतमा के नांव म बतिसमा देवव, अऊ ओमन ला ओ जम्मो बात मानना सीखोवव, जेकर हुकूम मेंह तुमन ला देय हवंव। अऊ देखव, मेंह संसार के अंत होवत तक हमेसा तुम्‍हर संग हवंव।” परमेसर के बेटा यीसू मसीह के सुघर संदेस के सुरूआत। जइसने यसायाह अगमजानी के किताब म लिखे हवय: “देखव, मेंह अपन संदेसिया ला तोर आघू पठोवत हंव, जऊन ह तोर खातिर रसता बनाही। सुनसान जगह म एक संदेसिया अवाज देवत रिहिस कि परभू के रसता ला बनावव अऊ ओकर रसता ला सीधा करव।” इही संदेसिया यूहन्ना रिहिस, जऊन ह सुनसान जगह म रहत रिहिस। अऊ बतिसमा देके सिखोवत रिहिस कि पाप के छेमा खातिर पछताप के बतिसमा लेवव। यरूसलेम सहर अऊ यहूदिया छेत्र के जम्मो झन निकरके ओकर करा गीन। अऊ अपन-अपन पाप ला मानके यरदन नदी म ओकर ले बतिसमा लीन। यूहन्ना ह ऊंट के रोआं के बने कपड़ा पहिरय अऊ अपन कनिहां म चमड़ा के बने पट्टा बांधय, ओह फांफा अऊ जंगली मंधरस खावय। अऊ ओह ए बतात फिरत रिहिस कि मोर बाद एक झन अवइया हवय, जऊन ह मोर ले अऊ महान ए। मेंह एकर लइक घलो नो हंव कि निहरके ओकर पनही के फीता ला खोलंव। मेंह तुमन ला पानी म बतिसमा देवत हंव, पर ओह तुमन ला परमेसर के पबितर आतमा म बतिसमा दिही। ओ समय म, यीसू ह गलील के नासरत नगर ले आईस अऊ यरदन नदी म यूहन्ना ले बतिसमा लीस। जब यीसू ह पानी ले निकरके ऊपर आईस, तभे ओह स्‍वरग ला खुलत अऊ परमेसर के आतमा ला पंड़की सहीं अपन ऊपर उतरस देखिस। अऊ स्‍वरग ले ए अवाज आईस: “तेंह मोर मयारू बेटा अस, तोर ले मेंह बहुंत खुस हवंव।” तब आतमा ह तुरते ओला सुनसान ठऊर म पठोईस। अऊ सुनसान जगह म चालीस दिन तक सैतान ह ओकर परिछा लीस। ओह जंगली पसुमन संग रहत रिहिस अऊ स्वरगदूतमन ओकर सेवा करत रिहिन। पाछू जब यूहन्ना ला जेल म डाले गीस, त यीसू ह गलील प्रदेस म जाके परमेसर के सुघर-संदेस के परचार करिस। अऊ कहिस, “समय ह पूरा हो चुके हवय; परमेसर के राज ह लकठा आ गे हवय। मन-फिरावव अऊ सुघर-संदेस म बिसवास करव।” गलील के झील के तीरे-तीर जावत, ओह सिमोन अऊ ओकर भाई अन्द्रियास ला झील म जाल डारत देखिस, काबरकि ओमन मछुआर रिहिन। यीसू ह ओमन ला कहिस, “मोर पाछू आवव, मेंह तुमन ला मनखेमन के मछुआर बनाहूं।” ओमन तुरते जाल ला छोंड़के ओकर पाछू हो लीन। थोरकन आघू जाय के बाद, ओह जबदी के बेटा याकूब अऊ ओकर भाई यूहन्ना ला डोंगा म जाल सिलत देखिस। यीसू ह तुरते ओमन ला बलाईस, अऊ ओमन अपन ददा जबदी ला बनिहारमन संग डोंगा म छोंड़के ओकर पाछू चल दीन। ओमन कफरनहूम सहर म आईन अऊ यीसू ह बिसराम के दिन, यहूदीमन के सभा घर म जाके उपदेस देवन लगिस। मनखेमन ओकर उपदेस ला सुनके चकित होवत रहंय, काबरकि ओह कानून के गुरूमन सहीं नइं, पर अधिकार के संग उपदेस देवत रिहिस। ओही बेरा ओमन के सभा घर म, एक झन मनखे रिहिस, जेकर भीतर परेत आतमा रहय। ओह चिचियाके कहिस, “हे नासरत के यीसू! हमर ले तोर का काम? का तेंह हमन ला नास करे बर आय हवस? मेंह जानत हंव, तेंह कोन अस? तेंह परमेसर के पबितर मनखे अस।” यीसू ह ओला दबकारके कहिस, “चुपे रह! अऊ ओम ले निकर जा।” तब परेत आतमा ह ओला अइंठके, अब्‍बड़ चिचियावत ओम ले निकर गीस। एला देखके, जम्मो मनखेमन चकित होवत, एक दूसर ले पुछन लगिन, “एह का बात ए? एह तो कोनो नवां उपदेस ए। ओह अधिकार के संग परेत आतमामन ला हुकूम देथे, अऊ ओमन ओकर बात ला मानथें।” तुरते गलील के जम्मो इलाका म ओकर समाचार फइल गीस। तब ओह सभा घर ले निकरके, याकूब अऊ यूहन्ना संग सिमोन अऊ अन्द्रियास के घर गीस। उहां सिमोन के सास ह अब्‍बड़ जर के खातिर बेमार पड़े रहय, अऊ ओमन यीसू ला ओकर बारे म बताईन। ओह ओकर करा जाके, ओकर हांथ ला धरके उठाईस, ओतकीच म ओकर जर ह उतर गीस अऊ ओह उठके, ओमन बर खाना बनाय लगिस। संझा के बेरा, जब बेर बुड़ गे, त मनखेमन जम्मो बेमरहा अऊ जऊन मन ला भूत धरे रहय, यीसू करा लानिन। अऊ उहां कफरनहूम सहर के एक बड़े भीड़ घर के दुवारी के आघू म जुर गीस। यीसू ह कतको बेमरहामन ला बने करिस अऊ बहुंत परेत आतमामन ला निकारिस, पर ओह परेत आतमामन ला बोलन नइं दीस, काबरकि ओमन ह ओला चिन‍हत रिहिन। बड़े बिहनियां, बेर निकरे के पहिली, यीसू ह उठके एक सुनसान ठऊर म गीस अऊ उहां पराथना करन लगिस। सिमोन अऊ ओकर संग के मन ओला खोजत रिहिन। जब ओह मिलिस, त ओला कहिन, “जम्मो झन तोला खोजत हवंय।” यीसू ह कहिस, “आवव, तीर-तार के गांव म घलो जाई कि मेंह उहां घलो परचार कर सकंव, काबरकि मेंह एकरे खातिर आय हवंव।” अऊ ओह जम्मो गलील प्रदेस म, ओमन के सभा घर म जा-जाके परचार करिस अऊ परेत आतमामन ला निकारिस। एक कोढ़ी मनखे ओकर करा आईस अऊ ओकर आघू म माथा टेकके बिनती करिस, “यदि तें चाहबे, त मोला बने कर सकथस।” यीसू ह ओकर ऊपर तरस खाके अपन हांथ ला बढ़ाईस अऊ ओला छुके कहिस, “मेंह चाहत हंव कि तेंह बने हो जा।” ओतकीच बेरा ओकर कोढ़ ह खतम हो गीस अऊ ओह बने हो गीस। यीसू ह ओला चेताके तुरते बिदा करिस अऊ ओेला कहिस, “एकर बारे म कोनो ला कुछू झन कहिबे, पर जाके पुरोहित ला देखा, अऊ कोढ़ीमन के बने होय के बारे म जइसने मूसा ह ठहराय हवय, वइसने बलिदान चघा, तब मनखेमन के आघू म तोर बने होय के गवाही होही।” पर ओह बाहिर जाके अपन चंगा होय के बारे म खुलके बताय लगिस, जेकर कारन, यीसू ह फेर नगर म खुल्लम-खुल्ला नइं जा सकिस; ओला नगर के बाहिर एकांत जगह म रहे पड़िस। तभो ले चारों कोति ले मनखेमन ओकर करा आवत रिहिन। कुछू दिन के बाद, यीसू फेर कफरनहूम म आईस, अऊ ए समाचार ह जम्मो नगर म फइल गीस। ओ घर जिहां ओह ठहरे रहय, उहां अतका झन झूम गीन कि अऊ एको झन बर ठऊर नइं रहय; इहां तक कि कपाट के बाहिर म घलो ठऊर नइं रिहिस। अऊ यीसू ह ओमन ला परमेसर के बचन सुनाईस। उहां, लकवा के मारे एक मनखे ला, चार झन उठाके लानिन। भीड़ के मारे ओमन यीसू के लकठा म नइं जा सकिन, एकर खातिर घर के छानी ला, जेकर तरी म यीसू रहय, उघार दीन, अऊ खटिया ला जेम लकवा के मारे ह रहय, यीसू के आघू म उतार दीन। यीसू ह ओमन के बिसवास ला देखके लकवा के मारे मनखे ला कहिस, “बेटा! तोर पाप ह छेमा हो गे।” तब कानून के कुछू गुरू, जऊन मन उहां बईठे रिहिन, अपन मन म सोचे लगिन, “ए मनखे ह काबर अइसने कहत हवय। एह तो परमेसर के निन्दा करत हवय, काबरकि परमेसर के छोंड़ अऊ कोनो पाप ला छेमा नइं कर सकंय।” यीसू ह तुरते अपन आतमा म जान डारिस कि ओमन अपन मन म का गुनत रिहिन, अऊ ओह ओमन ला कहिस, “तुमन काबर अपन मन म अइसने गुनत हवव? सहज का ए? लकवा के मारे ला ए कहई कि तोर पाप ह छेमा हो गे या फेर ए कहई कि अपन खटिया ला उठा अऊ रेंग। मेंह तुमन ला देखाहूं कि मनखे के बेटा ला धरती म पाप छेमा करे के अधिकार हवय।” तब ओह लकवा के मारे ला कहिस, “उठ, अपन खटिया ला उठा अऊ घर जा।” ओह उठिस अऊ खटिया ला लेके जम्मो मनखे के देखत चले गीस। एला देखके जम्मो झन चकित हो गीन अऊ ए कहिके परमेसर के महिमा करिन कि हमन अइसने कभू नइं देखे रहेंन। यीसू ह फेर झील के तीर म गीस, अऊ ओ भीड़ जऊन ह ओकर करा आईस, ओमन ला उपदेस देवन लगिस। जब ओह जावत रिहिस, त ओह हलफई के बेटा लेवी ला देखिस, जऊन ह लगान लेवइया चौकी म बईठे रिहिस। यीसू ह ओला कहिस, “मोर पाछू हो ले।” अऊ ओह उठके ओकर पाछू हो लीस। जब यीसू ह लेवी के घर म खाना खावत रिहिस, त उहां ओकर अऊ ओकर चेलामन संग कतको लगान लेवइया अऊ पापी मनखे मन घलो खाना खावत रिहिन, काबरकि उहां बहुंत झन ओकर पाछू हो ले रिहिन। जब कानून के गुरू, जऊन मन फरीसी रिहिन, यीसू ला पापी अऊ लगान लेवइया मन संग खावत देखिन, त ओमन ओकर चेलामन ले पुछिन, “ओह अइसने मनखेमन संग काबर खावत हवय?” यीसू ह एला सुनके ओमन ला कहिस, “भला-चंगा मनखे ला डाक्टर के जरूरत नइं रहय, पर बेमरहा ला रहिथे। मेंह धरमीमन ला सिखोय बर नइं आय हवंव, पर पापीमन ला सिखोय बर आय हवंव, ताकि ओमन मन फिरावंय।” यूहन्ना के चेला अऊ फरीसी मन उपास करत रिहिन। कुछू मनखेमन आके यीसू ले पुछिन, “यूहन्ना के चेला अऊ फरीसीमन के चेलामन उपास रखथें, पर तोर चेलामन काबर उपास नइं रखंय?” यीसू ह ओमन ला कहिस, “का दुल्‍हा के संगवारीमन, दुल्‍हा के संग रहत उपास रखथें? जब तक दुल्‍हा ह ओमन के संग हवय, ओमन उपास नइं रखंय। पर एक समय अइसने आही, जब दुल्‍हा ह ओमन ले अलग करे जाही, तब ओ दिन ओमन उपास करहीं। नवां कपड़ा के खाप जुन्ना कपड़ा म कोनो नइं लगावंय, कहूं कोनो अइसने करथे, त ओ खाप ह जुन्ना कपड़ा ला खींचके अऊ चीर देथे। कोनो नवां अंगूर के मंद ला जुन्ना चमड़ा के थैली म नइं रखंय। कहूं कोनो अइसने करथे, त अंगूर के मंद ह थैली ला फोर देथे, अऊ मंद अऊ थैली दूनों बरबाद हो जाथे। एकरे बर नवां अंगूर के मंद ला नवां चमड़ा के थैली म रखथें ।” यीसू ह एक बिसराम के दिन खेत म ले होके जावत रिहिस अऊ ओकर चेलामन रेंगत-रेंगत दाना ला टोरत रिहिन, त फरीसीमन ओला कहिन, “देख, एमन अइसने काबर करथें? बिसराम के दिन म अइसने करई कानून के बिरूद्ध अय।” यीसू ह ओमन ला कहिस, “का तुमन कभू नइं पढ़ेव कि दाऊद राजा ह का करिस, जब ओ अऊ ओकर संगीमन ला भूख लगिस। अबियातार महा पुरोहित के समय म, दाऊद ह परमेसर के घर म गीस, अऊ परमेसर ला भेंट चघाय रोटी ला खाईस अऊ अपन संगवारीमन ला घलो खाय बर दीस, जऊन ला नियम के मुताबिक सिरिप पुरोहितमन खा सकत रिहिन।” यीसू ह ओमन ला ए घलो कहिस, “बिसराम दिन ह मनखे बर बनाय गे हवय, न कि मनखे ह बिसराम दिन बर। एकरसेति, मनखे के बेटा ह बिसराम दिन के घलो परभू अय।” यीसू ह सभा घर म फेर गीस अऊ उहां एक मनखे रहय, जेकर एक हांथ ला लकवा मार दे रिहिस। उहां कुछू झन ओकर ऊपर दोस लगाय बर मऊका खोजत रहंय। एकरे बर ओमन ए देखत रिहिन कि ओह बिसराम के दिन म ओला बने करथे कि नइं। यीसू ह जेकर हांथ ला लकवा मारे रिहिस ओला कहिस, “जम्मो के आघू म ठाढ़ हो जा।” तब ओह मनखेमन ले पुछिस, “बिसराम के दिन म का ठीक ए? भलई करई या फेर बुरई करई? काकरो परान बचई या हतिया करई?” पर ओमन चुपेचाप रिहिन। यीसू ह ओमन के हिरदय के कठोरता ला जानके उदास होईस, अऊ ओमन ऊपर गुस्सा होके चारों खूंट देखिस अऊ ओ मनखे ला कहिस, “अपन हांथ ला मोर अंग कर।” ओह अपन हांथ ला ओकर अंग करिस अऊ ओकर हांथ ह बने हो गीस। तब फरीसीमन बाहिर निकरके हेरोदीमन संग ओकर बिरोध म सडयंत्र करन लगिन कि ओला कइसने मार डारंय। यीसू ह अपन चेलामन संग झील कोति गीस अऊ गलील ले मनखेमन के एक बड़े भीड़ ओकर पाछू हो लीस। ओकर अचरज के काम के बारे म सुनके अब्‍बड़ मनखेमन यहूदिया, यरूसलेम, इदूमिया, यरदन के पार अऊ सूर अऊ सैदा के आस-पास ले ओकर करा आईन। भीड़ के खातिर, ओह अपन चेलामन ला कहिस कि ओकर बर ओमन एक ठन छोटे डोंगा तियार रखंय ताकि अइसने झन होवय कि मनखेमन ओला दबा डारंय। ओह बहुंत झन ला चंगा करे रिहिस, एकर खातिर बेमरहा मनखेमन ओला छुए बर गिरे परत रहंय। अऊ जब भी परेत आतमामन ओला देखंय, ओकर आघू म गिर परंय अऊ चिचियाके कहंय, “तेंह परमेसर के बेटा अस।” पर ओह ओमन ला चेताके कहय, “झन बतावव कि मेंह कोन अंव।” तब यीसू ह पहाड़ ऊपर चघ गीस अऊ जऊन मन ला ओह चाहत रिहिस, ओमन ला बलाईस अऊ ओमन ओकर करा आईन। ओह बारह झन ला प्रेरित करके चुनिस कि ओमन ओकर संग रहंय अऊ ओह ओमन ला परचार करे बर पठो सकय, अऊ ओमन परेत आतमामन ला निकारे के अधिकार रखंय। ओ बारह झन ए रिहिन – सिमोन जेकर नांव ओह पतरस रखे रिहिस। जबदी के बेटा – याकूब, अऊ याकूब के भाई यूहन्ना, जेमन के नांव ओह बुअनरगिस रखे रिहिस, जेकर मतलब होथे “गरजन के बेटामन”; अऊ अन्द्रियास, फिलिप्पुस, बरतुलमै, मत्ती, थोमा, हलफई के बेटा – याकूब, अऊ तद्दै, सिमोन कनानी, अऊ यहूदा इस्करियोती जऊन ह यीसू ला पकड़वाय रिहिस। जब यीसू ह घर म आईस, त फेर अइसने भीड़ जुर गीस कि ओह अऊ ओकर चेलामन खाना तक नइं खा सकिन। जब ओकर परिवार के मन ए सुनिन, त ओला घर ले जाय बर आईन, काबरकि ओमन कहत रिहिन कि ओकर चित ह ठीक नइं ए। अऊ कानून के गुरू, जऊन मन यरूसलेम ले आय रिहिन, अइसने कहंय कि ओम सैतान हवय अऊ ओह परेत आतमामन के सरदार (बालजबूल) के मदद ले परेत आतमामन ला निकारथे। यीसू ह ओमन ला लकठा म बलाके पटं‍तर म कहिस, “सैतान ह सैतान ला कइसने निकार सकथे? कहूं कोनो राज म फूट पड़ जावय, त ओ राज ह बने नइं रह सकय। वइसनेच कहूं कोनो घर म फूट पड़ जावय, त ओ घर ह बने नइं रह सकय। कहूं सैतान ह अपनेच बिरोध म होके अपनेच म फूट डारही, त ओह कइसने बने रह सकथे? ओकर बिनास हो जाही। कोनो मनखे कोनो बलवान मनखे के घर म घुसर के ओकर घर ला लूट नइं सकय, जब तक कि ओह पहिली ओ बलवान मनखे ला नइं बांध लिही, तभे ओह ओकर घर ला लूट सकथे। मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि मनखेमन के जम्मो पाप अऊ निन्दा करई ह माफ करे जाही, पर जऊन ह पबितर आतमा के बिरोध म निन्दा करथे, ओला कभू माफ नइं करे जावय; ओह अनंत पाप के दोसी ठहरही।” यीसू ह ए जम्मो बात एकर खातिर कहिस काबरकि ओमन ए कहत रिहिन कि ओम परेत आतमा हवय। तब यीसू के दाई अऊ भाईमन उहां आईन अऊ बाहिर म खड़े होके, एक झन ला ओला बलाय बर पठोईन। एक बड़े भीड़ यीसू के चारों खूंट बईठे रिहिस, अऊ ओमन ओला कहिन, “देख, तोर दाई अऊ भाईमन बाहिर म तोला खोजत हवंय।” ओह ओमन ले पुछिस, “मोर दाई अऊ भाईमन कोन अंय?” तब ओह अपन चारों खूंट बईठे भीड़ ला देखके कहिस, “एमन मोर दाई अऊ भाई अंय। जऊन कोनो परमेसर के ईछा ला पूरा करथे, ओह मोर भाई, बहिनी अऊ दाई अय।” यीसू ह फेर झील के तीर म उपदेस करन लगिस अऊ उहां अइसने भीड़ जुर गीस कि ओह झील म एक ठन डोंगा ऊपर चघके बईठिस अऊ भीड़ ह झील के तीर म रहय। ओह ओमन ला पटं‍तर म बहुंत अकन गोठ सिखोवन लगिस अऊ अपन उपदेस म कहिस, “सुनव, एक किसान ह बीज बोय बर निकरिस। बोवत बखत कुछू बीजा रसता के तीर म गिरिन अऊ चिरईमन आके ओला खा लीन। अऊ कुछू पथर्री भुइयां म गिरिन, जिहां ओमन ला बने माटी नइं मिलिस अऊ गहिरा माटी नइं मिले के कारन जल्दी जाम गीन। जब सूरज निकरिस, त ओमन मुरझा गीन अऊ जरी नइं धरे रहे के कारन सूख गीन। कुछू बीजा कंटिली झाड़ीमन म गिरिन अऊ झाड़ीमन बढ़के ओमन ला दबा दीन, जेकर कारन ओमन म फर नइं धरिन। पर कुछू बीजा बने भुइयां म गिरिन; ओमन जामिन अऊ बढ़के ओमन म फर धरिन।” तब यीसू ह कहिस, “जेकर कान हवय, ओह सुन ले।” जब यीसू ह अकेला रिहिस, तब ओकर बारह चेला अऊ ओकर संग के मन ओकर ले पटं‍तर के बारे म पुछिन। ओह ओमन ला कहिस, “परमेसर के राज के भेद के समझ तुमन ला देय गे हवय, पर बाहिर वाले मन ला सब गोठ पटं‍तर म बोले जाथे। एकरसेति ‘भले ओमन देखंय अऊ सुनंय, पर ओमन झन समझंय; अइसने झन होवय कि ओमन पछताप करंय अऊ ओमन ला छेमा करे जावय।’ ” तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “का तुमन ए पटं‍तर ला नइं समझेव, तब आने पटं‍तरमन ला कइसने समझहू? बोवइया ह परमेसर के बचन ला बोथे। कुछू मनखेमन डहार के तीर म परे बीजा सहीं अंय; जब बचन ह बोय जाथे, तब तुरते सैतान ह आके ओमन म बोय गे बचन ला ले जाथे। आने मन ओ बीजा के सहीं अंय, जऊन ला पथर्री भुइयां ऊपर बोय जाथे; ओमन बचन ला सुनके तुरते आनंद सहित गरहन करथें। फेर अपन म जरी नइं धरे रहय के कारन, ओमन के बिसवास ह थोरकन समय बर रहिथे, अऊ जब बचन के सेति तकलीफ अऊ सतावा आथे, त ओमन तुरते बचन के मुताबिक चले बर बंद कर देथें। जऊन ला झाड़ीमन म बोय गीस, ओमन ए अंय – ओमन बचन ला सुनथें, पर संसार के चिंता, धन के लोभ अऊ आने चीजमन के ईछा ओमन म हमाके बचन ला दबा देथें अऊ ओमन फर नइं लानंय। अऊ जऊन ला बने भुइयां म बोय जाथे, ओमन ए अंय – ओमन बचन ला सुनके गरहन करथें अऊ फर लानथें – कोनो तीस गुना, कोनो साठ गुना अऊ कोनो सौ गुना।” यीसू ह ओमन ला कहिस, “का दीया ला ए खातिर लानथें कि काठा या खटिया के खाल्‍हे म मढ़ाय जावय? का ए खातिर नइं कि दीया ला दीवट ऊपर मढ़ाय जावय? काबरकि अइसने कोनो चीज छिपे नइं ए कि ओला परगट करे जावय, अऊ न कोनो चीज गुपत म हवय, कि ओला उजागर करे जावय। कहूं तुम्‍हर कान हवय, त सुनव। जऊन कुछू तुमन सुनथव, ओकर ऊपर बने करके बिचार करव। जऊन नापा म तुमन नापथव, ओहीच म तुम्‍हर बर घलो नापे जाही, बल्कि अऊ जादा। जेकर करा हवय, ओला अऊ दिये जाही, अऊ जेकर करा नइं ए, ओकर ले जऊन कुछू बांचे हवय, ओला घलो ले लिये जाही।” यीसू ह ए घलो कहिस, “परमेसर के राज ह अइसने अय – एक मनखे ह बीजा ला भुइयां म बोथे। रात अऊ दिन, चाहे ओह सोवय या जागय, बीजा ह अपन-आप जामथे अऊ बाढ़थे अऊ ओह नइं जानय कि एह कइसने होईस? माटी ह आपे-आप फसल उपजाथे – पहिली पीका निकरथे, तब बाली, अऊ तब बालीमन म तियार होथे दाना। जतकी जल्दी दाना पाकथे, मनखे ह हंसिया लेके लुए के सुरू कर देथे, काबरकि एह लुवई के समय होथे।” फेर यीसू ह कहिस, “हमन परमेसर के राज ला काकर सहीं ठहरई या कोन पटं‍तर म ओकर बखान करी? ओह सरसों के बीजा सहीं अय, जब एह बोए जाथे, त एह भुइयां म जम्मो बीजामन ले छोटे होथे। तभो ले लगाय के बाद एह बाढ़के, बारी म जम्मो साग-भाजी ले बड़े हो जाथे, अऊ ओकर अइसने बड़े-बड़े थांघामन निकरथें कि अकास के चिरईमन ओम बसेरा कर सकथें।” बचन ला समझाय खातिर, यीसू ह अइसने कतको पटं‍तर ओमन ला कहिस। बिगर पटं‍तर के ओह ओमन ला कुछू नइं कहत रिहिस। पर जब ओह अपन चेलामन संग अकेला रहय, त ओमन ला जम्मो गोठमन के मतलब ला साफ-साफ बतावय। ओहीच दिन संझा के बखत, ओह अपन चेलामन ला कहिस, “आवव, हमन झील के ओ पार चली।” भीड़ ला पाछू छोंड़के, ओमन जइसने यीसू रिहिस वइसने ओला अपन संग डोंगा म ले गीन। उहां ओकर संग अऊ डोंगामन घलो रहंय। तब एक बड़े भारी आंधी आईस अऊ पानी के बड़े-बड़े लहरा उठिस, जेकर कारन पानी ह डोंगा म हमाय लगिस अऊ डोंगा ह बुड़े बर होवत रहय। यीसू ह डोंगा के पाछू म गद्दी ऊपर सोवत रहय। तब चेलामन ओला उठाके कहिन, “हे गुरू, का तोला कोनो फिकर नइं ए कि हमन पानी म बुड़त हवन?” ओह उठके आंधी ला दबकारिस अऊ पानी के लहरामन ला कहिस, “सांत हो जावव, थम जावव।” तब आंधी ह थम गीस अऊ एकदम सांत हो गीस। ओह अपन चेलामन ला कहिस, “काबर डर्रावत हवव? का तुमन ला अब घलो मोर ऊपर बिसवास नइं ए?” ओमन अब्‍बड़ डर्रा गे रिहिन अऊ एक-दूसर ला पुछन लगिन, “एह कोन ए कि आंधी अऊ पानी घलो एकर बात ला मानथें।” ओमन झील के ओ पार गीन, जिहां गिरासेनीमन रहत रिहिन। जब यीसू ह डोंगा ले उतरिस, तब एक झन मनखे जऊन म परेत आतमा रहय, मसानघाट ले निकरके ओकर करा आईस। ए मनखे ह मसानघाट म रहत रहय अऊ ओम अतकी ताकत रहय कि कोनो ओला सांकर म घलो नइं बांधे सकत रिहिन। कतको बार ले ओकर हांथ ला सांकर म बांधके गोड़ म बेड़ी पहिराय गे रिहिस, पर हर बार ओह सांकर अऊ बेड़ी ला टोर देवय; कोनो ओला काबू म नइं कर सकत रिहिन। रात अऊ दिन, ओह मसानघाट अऊ पहाड़ीमन म चिचियावय अऊ अपन-आप ला चोक पथरा म घायल करत रहय। ओह दूरिहाच ले यीसू ला देखके ओकर अंग दऊड़िस अऊ ओकर गोड़ खाल्‍हे म गिरिस, अऊ अब्‍बड़ चिचियाके कहिस, “हे यीसू, सबले बड़े मालिक परमेसर के बेटा, मोर ले तोला का काम? परमेसर के कसम, तेंह मोला पीरा झन दे।” काबरकि यीसू ह ओला कहत रहय, “हे परेत आतमा, ए मनखे म ले निकर आ।” तब यीसू ह ओकर ले पुछिस, “तोर का नांव ए?” ओह कहिस, “मोर नांव सेना ए, काबरकि हमन अब्‍बड़ झन हवन।” अऊ ओह यीसू ले बार-बार बिनती करिस कि ओमन ला ओ इलाका ले बाहिर झन पठोवय। उहां लकठा म पहाड़ी कोति सुरामन के एक बड़े झुंड ह चरत रहय। परेत आतमामन यीसू ले बिनती करके कहिन कि हमन ला ओ सुरामन म पठो दे कि हमन ओमन म हमा जाई। ओह ओमन ला हुकूम दीस अऊ परेत आतमामन निकरके सुरामन म हमा गीन। अऊ सुरामन के झुंड ह जेम करीब दू हजार सुरा रिहिन, कगार ऊपर ले झपटके झील म गिरिन अऊ बुड़ मरिन। सुरामन के चरवाहामन भाग के ए बात ला सहर अऊ गांव मन म बताईन अऊ ओला सुनके, जऊन बात होय रिहिस, ओला देखे बर मनखेमन आईन। जब ओमन यीसू करा आईन, त ओला जऊन म परेत आतमामन रिहिन, कपड़ा पहिरे अऊ सचेत बईठे देखिन अऊ ओमन डर्रा गीन। जऊन मन एला अपन आंखी ले देखे रिहिन, ओमन मनखेमन ला ओ मनखे जऊन म परेत आतमामन रिहिन, ओकर बारे अऊ सुरामन के बारे म जम्मो बात बताईन। तब मनखेमन ह यीसू ले बिनती करिन कि ओह ओमन के इलाका ले चले जावय। जब यीसू ह डोंगा ऊपर चघन लगिस, तब ओ मनखे जऊन म पहिली परेत आतमामन रिहिन, ओकर ले बिनती करन लगिस, “मोला तोर संग जावन दे।” पर यीसू ह इनकार करके ओला कहिस, “अपन घर जाके अपन मनखेमन ला बता कि दया करके परभू ह तोर बर कइसने बड़े काम करे हवय।” ओ मनखे ह उहां ले चल दीस अऊ ओ इलाका के दस सहर म बताय लगिस कि यीसू ह ओकर बर कइसने बड़े काम करे हवय। एला सुनके जम्मो मनखेमन अचम्भो करिन। जब यीसू ह फेर डोंगा म झील के ओ पार गीस, त बहुंते मनखेमन ओकर चारों खूंट जुर गीन। जब ओह झील के तीरेच म रिहिस, तभे याईर नांव के सभा घर के अधिकारी उहां आईस अऊ यीसू ला देखके ओकर गोड़ तरी गिरिस, अऊ ओकर ले बिनती करके कहिस, “मोर नानकून बेटी ह मरइया हवय, तेंह आके ओकर ऊपर अपन हांथ ला रख कि ओह बने होके जीयत रहय।” तब यीसू ह ओकर संग गीस अऊ एक बड़े भीड़ ह ओकर पाछू हो लीस। भीड़ के कारन मनखेमन ओकर ऊपर गिरे परत रिहिन। ओ भीड़ म एक माईलोगन रहय, जऊन ला बारह बछर ले लहू बहे के बेमारी रहय। ओह बहुंत डाक्‍टरमन के इलाज ले भारी दुःख झेले रिहिस। इहां तक कि अपन जम्मो पूंजी ला खरचा कर डारे रिहिस, पर ओला कुछू फायदा नइं होईस, बल्कि ओकर बेमारी ह अऊ बढ़ गे रहय। यीसू के चरचा ला सुनके, ओह भीड़ म ओकर पाछू आईस अऊ ओकर कपड़ा ला छुईस। काबरकि ओह सोचत रहय कि कहूं मेंह ओकर कपड़ाच ला छू लेवंव, त बने हो जाहूं। जतका जल्दी ओह यीसू के कपड़ा ला छुईस, ओकर लहू बहे के बंद हो गीस अऊ ओह अपन देहें म जान डारिस कि ओह बने हो गे हवय। यीसू ह तुरते जान डारिस कि ओकर म ले सामरथ निकरे हवय। ओह भीड़ म पाछू मुड़के पुछिस, “मोर कपड़ा ला कोन छुईस?” ओकर चेलामन कहिन, “तेंह देखत हवस कि भीड़ ह तोर ऊपर गिरे परत हवय, तभो ले पुछत हवस कि कोन ह तोला छुईस?” पर यीसू ह ए जाने खातिर कि कोन ह अइसने करे हवय, चारों कोति देखे लगिस। तब ओ माईलोगन ह ए जानके कि ओकर कइसने भलई होय हवय, आईस अऊ यीसू के गोड़ तरी गिरके डरत अऊ कांपत ओला जम्मो बात ला सही-सही बता दीस। यीसू ह ओला कहिस, “बेटी! तोर बिसवास ह तोला बने करे हवय। सांति म जा अऊ अपन दुःख ले बांचे रह।” जब यीसू ह ए बात कहत रहय, तभे सभा घर के अधिकारी याईर के घर ले कुछू मनखेमन आईन अऊ कहिन, “तोर बेटी ह तो मर गीस; अब गुरू ला काबर तकलीफ देबो।” ओमन के गोठ ला धियान नइं देवत, यीसू ह सभा घर के अधिकारी ला कहिस, “झन डर्रा, सिरिप बिसवास रख।” ओह पतरस, याकूब अऊ याकूब के भाई यूहन्ना ला छोंड़के अऊ कोनो ला अपन संग नइं आवन दीस। जब ओमन सभा घर के अधिकारी के घर आईन, त यीसू ह देखिस कि उहां हल्‍ला मचे हवय अऊ मनखेमन उहां बहुंत रोवत अऊ गोहारत रहंय। ओह भीतर जाके ओमन ला कहिस, “तुमन काबर रोवत अऊ हल्‍ला मचावत हवव? लइका ह मरे नइं, सुतत हवय।” पर ओमन ओकर हंसी उड़ाय लगिन। तब ओह जम्मो झन ला बाहिर निकारके, अपन संग म टूरी के दाई-ददा अऊ अपन चेलामन ला लेके भीतर गीस, जिहां लइका ह रहय। ओह छोकरी के हांथ ला धरके ओला कहिस, “तलिता कुमी।” जेकर मतलब होथे – “ए छोकरी, मेंह तोला कहत हंव, उठ।” अऊ ओ छोकरी ह तुरते उठके चले-फिरे लगिस; (ओ छोकरी ह बारह बछर के रिहिस)। एला देखके ओमन बहुंत अचरज करिन। यीसू ह ओमन ला चेताके कहिस कि ए बात कोनो ला झन बतावव; अऊ ओमन ला कहिस कि ओला कुछू खाय बर देवव। ओ जगह ला छोंड़के, यीसू ह अपन चेलामन संग अपन नगर नासरत म आईस। बिसराम के दिन, ओह सभा घर म सिखोय लगिस अऊ अब्‍बड़ मनखेमन ओकर बात ला सुनके अचरज करिन अऊ पुछन लगिन, “एला, ए बात कहां ले मिलिस? एला का किसम के बुद्धि मिले हवय कि एह चमतकार के काम घलो करथे। का एह ओ बढ़ई नो हय? का एह मरियम के बेटा अऊ याकूब, योसेस, यहूदा अऊ सिमोन के भाई नो हय? का एकर बहिनीमन हमर संग म इहां नइं रहंय?” अऊ ओमन ओकर तिरस्‍कार करिन। यीसू ह ओमन ला कहिस, “अगमजानी ह अपन नगर, अपन कुटुम्ब अऊ अपन घर के छोंड़ जम्मो जगह आदर-मान पाथे।” ओह उहां एको चमतकार के काम नइं कर सकिस। सिरिप कुछू बेमरहामन ऊपर हांथ रखके ओमन ला बने करिस। अऊ ओह ओमन के कम बिसवास ला देखके अचम्भो करिस। तब यीसू चारों खूंट के गांवमन म उपदेस करत फिरिस। ओह अपन बारहों चेलामन ला बलाके ओमन ला दू-दू झन करके पठोईस अऊ ओमन ला परेत आतमामन के ऊपर अधिकार दीस। ओकर हुकूम ए रिहिस, “डहार बर लउठी के छोंड़ अऊ कुछू झन लेवव, न रोटी, न झोला अऊ न पटका म पईसा। पनही ला पहिरव, पर अपन संग म एक ठन घलो अतकिहा कुरता झन लेवव। जब तुमन कोनो घर म जावव, त ओ गांव ला छोंड़त तक ओहीच घर म रहव। अऊ कहूं कोनो ठऊर के मनखेमन तुमन ला गरहन नइं करंय अऊ तुम्‍हर बात ला नइं सुनय, त उहां ले चलते बखत अपन गोड़ के धूर्रा ला उहां झर्रा देवव कि ओमन के बिरोध म गवाही ठहरय।” तब चेलामन जाके परचार करिन कि मनखेमन पाप ले पछताप करंय। ओमन कतको परेत आतमामन ला निकारिन अऊ कतको बेमरहामन ला तेल म अभिसेक करके ओमन ला बने करिन। हेरोदेस राजा एकर बारे म सुनिस, काबरकि यीसू के नांव ह जम्मो अंग फइल गे रहय। कुछू मनखेमन कहत रिहिन, “यूहन्ना बतिसमा देवइया ह मरे म ले जी उठे हवय अऊ एकर खातिर ओकर दुवारा चमतकार के काममन होवत हवय।” आने मन कहिन, “ओह एलियाह अय।” अऊ कतको मन कहत रिहिन, “ओह पहिली के अगमजानीमन सहीं एक झन अगमजानी अय।” पर जब हेरोदेस ह एला सुनिस, त ओह अपन मन म सोचिस, “एह यूहन्ना बतिसमा देवइया ए, अऊ ओह कहिस, ‘मेंह जऊन मनखे के मुड़ ला कटवाय रहेंव, ओहीच ह जी उठे हवय।’ ” काबरकि हेरोदेस खुद हुकूम दे रिहिस कि यूहन्ना ला पकड़के जेल म डालव। ओह अपन भाई फिलिप्पुस के घरवाली हेरोदियास के खातिर अइसने करे रिहिस। ओह हेरोदियास ले बिहाव कर ले रिहिस। काबरकि यूहन्ना ह हेरोदेस ला कहे रहय कि अपन भाई के घरवाली ला अपन घरवाली बनाके रखई परमेसर के कानून के बिरोध ए। एकरसेति हेरोदियास ह अपन मन म यूहन्ना बर बईरता रखय अऊ ओला मरवाय बर चाहत रहय। पर ओला मऊका नइं मिलत रिहिस। काबरकि हेरोदेस ह यूहन्ना ला धरमी अऊ पबितर मनखे जानके ओकर ले डराय अऊ ओला बंचाके रखे रहय। हेरोदेस ह यूहन्ना के बात ला सुनके घबरावय, तभो ले ओकर बात ला सुने के ईछा रखय। आखिर म ओ समय आईस, जब हेरोदेस ह अपन जनम दिन म एक बड़े जेवनार करिस। ओह राज के बड़े अधिकारी, पलटन के सेनापति अऊ गलील के बड़े मनखेमन ला नेवता दीस। तब हेरोदियास के बेटी ह आके जम्मो झन के आघू म नाचिस। ओकर नचई ला देखके हेरोदेस अऊ ओकर नेवताहारीमन खुस हो गीन। तब राजा ह छोकरी ला कहिस, “तेंह कोनो घलो चीज मोर ले मांग, अऊ मेंह तोला दूहूं।” ओह किरिया खाके कहिस, “कोनो घलो चीज तेंह मांग, अऊ मेंह तोला दूहूं। इहां तक कि मोर आधा राज घलो।” छोकरी ह बाहिर जाके अपन दाई ले पुछिस, “मेंह का मांगंव?” ओकर दाई ह कहिस, “यूहन्ना बतिसमा देवइया के मुड़।” छोकरी ह तुरते भीतर राजा करा गीस अऊ बिनती करके कहिस, “मेंह चाहथंव कि तेंह यूहन्ना बतिसमा देवइया के मुड़ी ला एक ठन थारी म मोर करा मंगवा दे।” तब राजा ह बहुंत उदास होईस, पर अपन किरिया अऊ नेवताहारीमन के सेति ओला इनकार करे नइं चाहिस। एकरसेति, ओह तुरते एक सिपाही ला हुकूम देके, यूहन्ना के मुड़ी ला लाने बर पठोईस। सिपाही ह जेल म जाके यूहन्ना के मुड़ी ला काटिस, अऊ ओ मुड़ी ला एक ठन थारी म लानके छोकरी ला दीस अऊ ओ छोकरी ह एला अपन दाई ला दे दीस। एला सुनके यूहन्ना के चेलामन आईन अऊ ओकर लास ला उठाके ले गीन अऊ कबर म रख दीन। प्रेरितमन लहुंटके यीसू करा जुरिन। अऊ जऊन कुछू ओमन करे अऊ सिखोय रिहिन, ओ जम्मो बात ओला बताईन। तब ओह ओमन ला कहिस, “चलव, कोनो सुनसान ठऊर म चलके थोरकन सुसता लेवव।” काबरकि अब्‍बड़ मनखेमन आवत-जावत रिहिन, अऊ ओमन ला खाय के मऊका घलो नइं मिलत रिहिस। एकरसेति ओमन डोंगा म चघके एक ठन सुनसान ठऊर म चले गीन। ओमन ला जावत देखके, कतको झन ओमन ला चिन डारिन अऊ झील के तीरे-तीर दऊड़िन अऊ आघू हबरके उहां ओमन ले मिलिन। जब यीसू डोंगा ले उतरिस, त उहां एक बड़े भीड़ ला देखके ओमन के ऊपर तरस खाईस, काबरकि ओमन बिगर चरवाहा के भेड़मन सहीं रिहिन अऊ ओह ओमन ला बहुंत अकन बात सिखोवन लगिस। जब बेरा ह ढरक गीस, तब ओकर चेलामन आके ओला कहिन, “एह एक सुनसान जगह ए अऊ बेरा ह बहुंत ढरक गे हवय। मनखेमन ला आस-पास के गांव अऊ बस्ती मन म भेज कि ओमन अपन खाय बर कुछू बिसोय सकंय।” पर यीसू ह जबाब दीस, “तुमन ओमन ला कुछू खाय बर देवव।” ओमन ओला कहिन, “अतेक मनखे ला खवाय बर, एक मनखे के कम से कम आठ महिना के बनी लगही। का हमन जाके, एमन के खाय बर अतेक जादा पईसा खरचा करन?” ओह ओमन ला कहिस, “जाके देखव कि तुम्‍हर करा कतेक रोटी हवय?” ओमन पता लगाके कहिन, “पांच ठन रोटी अऊ दू ठन मछरी।” तब यीसू ह ओमन ला हुकूम दीस कि जम्मो झन ला हरिहर कांदी ऊपर ओरी-ओरी करके बईठा देवव। ओमन सौ-सौ अऊ पचास-पचास के ओरी-ओरी करके बईठ गीन। तब ओह पांचों रोटी अऊ दूनों मछरी ला लीस अऊ स्‍वरग कोति देखके परमेसर ला धनबाद दीस। अऊ रोटी ला टोर-टोरके अपन चेलामन ला देवत गीस कि ओमन मनखेमन ला परोसंय अऊ दूनों मछरी ला घलो मनखेमन म बांट दीस। ओ जम्मो झन खाके अघा गीन। अऊ चेलामन गिरे-परे रोटी अऊ मछरी के टुकड़ा के बारह टुकनी भरके उठाईन। खवइयामन म उहां पांच हजार मरदमन रिहिन। एकर बाद, यीसू ह तुरते अपन चेलामन ला डोंगा म चघाईस कि ओमन ओकर आघू बैतसैदा ला जावंय, जब तक ओह भीड़ के मनखेमन ला बिदा करय। ओमन ला बिदा करके ओह पहाड़ी ऊपर पराथना करे बर गीस। जब संझा होईस, त डोंगा ह झील के मांझा म रहय अऊ यीसू ह एके झन भांठा म रिहिस। ओह देखिस कि चेलामन डोंगा ला खेवत-खेवत थक गे रहंय, काबरकि हवा ह ओमन के उलटा दिग म बहत रहय। रात के चार बजे के आस-पास, ओह झील ऊपर रेंगत चेलामन करा गीस, अऊ ओमन ले आघू निकरइया रिहिस। पर ओमन ओला जब झील ऊपर रेंगत देखिन, त ओमन ओला भूत समझिन, अऊ ओमन चिचियाय लगिन। काबरकि जम्मो चेलामन ओला देखके डर्रा गे रहंय। यीसू ह तुरते ओमन ले गोठियाईस अऊ कहिस, “हिम्मत रखव, मेंह अंव, झन डर्रावव।” तब ओह ओमन करा डोंगा म आईस अऊ हवा ह सांत हो गीस। ओमन अब्‍बड़ अचम्भो करन लगिन। काबरकि पांच रोटी अऊ दू ठन मछरी ले पांच हजार मनखेमन ला खवाय के बाद घलो, ओमन नइं समझे रिहिन कि यीसू ह कोन ए। ओमन के मन ह कठोर हो गे रहय। जब ओमन ओ पार गन्नेसरत म हबरिन, त डोंगा ला उहां रखके उतरिन। ओमन के डोंगा ले उतरतेच ही, मनखेमन तुरते यीसू ला चिन डारिन। अऊ मनखेमन आस-पास के जम्मो गांव-गंवई म दऊड़के गीन अऊ बेमरहामन ला चटई अऊ खटिया म उठा-उठाके यीसू करा लाने लगिन। अऊ ओह जिहां कहूं भी गांव, नगर या देहात म गीस, मनखेमन बेमरहामन ला सड़क, गली अऊ बजार मन म रखके ओकर ले बिनती करंय कि एमन ला कम से कम तोर ओन्ढा के छोर ला छुवन दे; अऊ जतेक झन ओला छुईन, ओ जम्मो झन बने हो गीन। तब फरीसी अऊ कतको कानून के गुरू, जऊन मन यरूसलेम ले आय रिहिन, यीसू करा जुरिन। अऊ ओमन ओकर कुछू चेलामन ला बिगर हांथ धोय खाना खावत देखिन। फरीसी अऊ जम्मो यहूदी मन, अपन पुरखा के रीति के मुताबिक जब तक अपन हांथ ला नइं धो लिहीं तब तक खाना नइं खावंय। जब बजार ले घलो आवंय, त जब तक अइसने अपन हांथ ला नइं धो लेवंय, तब तक खाना नइं खावंय। अऊ ओमन अइसने कतेक अऊ रीति-रिवाज ला मानंय, जइसने कटोरी, लोटा अऊ तांबा के बरतन ला धोवई-मंजई। एकरसेति ओ फरीसी अऊ कानून के गुरू मन यीसू ले पुछिन, “काबर तोर चेलामन, पुरखामन के रीति-रिवाज के मुताबिक नइं चलंय अऊ बिगर हांथ धोवय खाना खावत हवंय?” ओह जबाब देके कहिस, “यसायाह अगमजानी ह तुम ढोंगीमन के बारे म ठीकेच अगमबानी करे हवय, जइसने कि बचन म लिखे हवय: ‘ए मनखेमन मुहूं ले तो मोर आदर करथंय, पर एमन के मन ह मोर ले दूरिहा रहिथे। एमन बिना मतलब के मोर भक्ति करथंय; एमन मनखेमन के बनाय नियम ला परमेसर के नियम कहिके सिखोथें।’ तुमन परमेसर के हुकूम ला टारके मनखेमन के रीति-रिवाज ला मानथव।” अऊ यीसू ह ओमन ला कहिस, “परमेसर के हुकूम ला टारके, अपन रीति-रिवाज ला माने के, तुम्‍हर करा बहुंत बढ़िया तरिका हवय। काबरकि मूसा ह कहे हवय, ‘अपन दाई-ददा के आदरमान करव अऊ जऊन कोनो अपन दाई या ददा के बारे म खराप बात कहिथे, ओह मार डारे जावय।’ पर तुमन कहिथव कि यदि कोनो अपन ददा या दाई ले कहय कि जऊन कुछू तोला मोर ले फायदा हो सकत रिहिस, मेंह ओला परमेसर ला दे चुके हवंव अऊ एला कुरबान कहिथंय। तब तुमन ओला अपन ददा या दाई खातिर अऊ कुछू करन नइं देवव। ए किसम ले तुमन अपन बनाय रीति-रिवाज के दुवारा परमेसर के बचन ला टार देथव अऊ तुमन अइसने-अइसने कतको अऊ काम करथव।” तब यीसू ह मनखेमन ला अपन करा बलाके कहिस, “जम्मो झन मोर गोठ ला सुनव अऊ समझे के कोसिस करव। अइसने कोनो चीज नइं ए, जऊन ह मनखे म बाहिर ले हमाके असुध करय, पर जऊन चीज मनखे के भीतर ले निकरथे, ओहीच ह ओला असुध करथे। जेकर सुने के कान हवय, ओह सुन ले।” जब यीसू ह भीड़ ला छोंड़के घर के भीतर गीस, तब ओकर चेलामन ए पटं‍तर के बारे म ओला पुछिन? ओह कहिस, “का तुमन घलो नासमझ अव? का तुमन नइं जानव कि जऊन चीज ह बाहिर ले मनखे के भीतर हमाथे, ओह ओला असुध नइं कर सकय। काबरकि ओह मनखे के हिरदय म नइं, पर पेट म जाथे अऊ फेर संडास दुवारा देहें ले बाहिर निकर जाथे।” ए कहे के दुवारा यीसू ह जम्मो खाय के चीजमन ला सुध ठहराईस। फेर ओह कहिस, “जऊन ह मनखे के भीतर ले निकरथे, ओहीच ह ओला असुध करथे। काबरकि भीतर ले याने कि मनखे के हिरदय ले खराप सोच-बिचार, छिनारी, चोरी, हतिया, काम-बासना, लोभ, दुस्‍टता, छल, उघरापन, जलन, निन्दा, अहंकार अऊ गंवारपन निकरथे। ए जम्मो खराप चीज हिरदय के भीतर ले निकरथे अऊ मनखे ला असुध करथे।” यीसू ह ओ जगह (गलील) ला छोंड़के सूर सहर के इलाका म गीस अऊ उहां ओह एक ठन घर म गीस अऊ चाहत रिहिस कि ओकर बारे म कोनो झन जानय, पर ए बात ह छिपे नइं रहे सकिस। ओतकीच बेर एक माईलोगन, जेकर नानकून बेटी म असुध आतमा रहय, ओकर करा आईस। ओह यीसू के बारे म सुने रहय अऊ अब आके ओकर गोड़ खाल्‍हे म गिरिस। ओ माईलोगन ह आनजात (यूनानी) के रिहिस अऊ सुरूफिनीकी जाति म जनमे रिहिस। ओह यीसू ले बिनती करके कहिस कि असुध आतमा ला ओकर बेटी ले निकार दे। यीसू ह ओला कहिस, “पहिली लइकामन ला पेट-भर खावन दे। काबरकि ए ठीक नो हय कि लइकामन के रोटी ला लेके कुकुरमन ला दिये जावय।” तब ओ माईलोगन ह कहिस, “एह सही अय, परभू। तभो ले कुकुरमन घलो मेज के खाल्‍हे म लइकामन के जूठा-काठा ला खा लेथें।” यीसू ह ओला कहिस, “तेंह सही कहय। जा, असुध आतमा ह तोर बेटी ले निकर गे हवय।” तब ओह अपन घर जाके देखिस कि ओकर लइका ह खटिया म लेटे हवय अऊ असुध आतमा निकर गे रहय। तब यीसू ह सूर सहर के इलाका ले निकरके सैदा होवत, गलील के झील के खाल्‍हे दस सहर के इलाका म आईस। उहां मनखेमन एक भैंरा अऊ कोंदा मनखे ला ओकर करा लानिन अऊ ओकर ले बिनती करिन कि ओह ओ मनखे ऊपर अपन हांथ रखके ओला बने करय। तब यीसू ह ओला भीड़ ले अलग ले जाके अपन अंगरी ला मनखे के कान म डारिस अऊ थूकिस, अऊ थूक ला लेके ओकर जीभ ला छुईस। अऊ स्‍वरग कोति निहारके सांस भरिस अऊ ओ मनखे ला कहिस, “इफ्‍फतह, जेकर मतलब होथे ‘खुल जा’।” ओतकीच बेर ओ मनखे के कानमन खुल गीन अऊ जीभ घलो ठीक हो गीस अऊ ओह साफ-साफ सुने अऊ गोठियाय लगिस। यीसू ह ओमन ला चेताके कहिस कि ए बात कोनो ला झन बतावव, पर जतका ओह ओमन ला चेताईस, ओतका ओमन ओ बात ला अऊ बताय लगिन। मनखेमन बहुंत अचम्भो करके कहन लगिन, “जऊन कुछू ओह करथे, बहुंत बढ़िया करथे। इहां तक कि ओह भैंरामन ला सुने के अऊ कोंदामन ला गोठियाय के सक्ति देथे।” ओ समय म फेर एक बड़े भीड़ जुर गीस अऊ ओमन करा खाय बर कुछू नइं रिहिस। एकरसेति यीसू ह अपन चेलामन ला बलाके कहिस, “मोला ए मनखेमन ऊपर तरस आवत हवय। एमन तीन दिन ले मोर संग हवंय अऊ ओमन करा खाय बर कुछू नइं ए। यदि मेंह एमन ला भूखन पेट घर पठो दंव, त रसताच म थकके गिर जाहीं, काबरकि एमन ले कतको झन अब्‍बड़ दूरिहा ले आय हवंय।” ओकर चेलामन कहिन, “ए सुनसान जगह म कोनो कहां ले अतेक रोटी पाही कि एमन पेट भर खा सकंय।” यीसू ह पुछिस, “तुम्‍हर करा के ठन रोटी हवय?” ओमन कहिन, “सात ठन।” तब ओह मनखेमन ला भुइयां म बईठे बर कहिस अऊ सातों रोटी ला लेके परमेसर ला धनबाद दीस अऊ रोटीमन ला टोर-टोरके अपन चेलामन ला देवत गीस कि ओमन मनखेमन ला परोसंय अऊ ओमन मनखेमन ला परोसत गीन। ओमन करा कुछू छोटे-छोटे मछरी घलो रिहिस, ओकर बर घलो यीसू ह परमेसर ला धनबाद दीस अऊ चेलामन ला कहिस – एला घलो मनखेमन ला बांट देवव। मनखेमन खाके अघा गीन; ओकर बाद चेलामन बांचे खुचे टुकड़ा के सात टुकना भर के उठाईन। उहां करीब चार हजार मरद रिहिन। ओकर बाद ओह ओमन ला बिदा करिस। एकर बाद, ओह तुरतेच अपन चेलामन संग डोंगा म चघिस अऊ दलमनूता के इलाका म चल दीस। तब फरीसीमन आके ओकर संग बहस करन लगिन अऊ परखे खातिर ओला स्‍वरग ले कोनो चिन्‍हां देखाय बर कहिन। ओह आतमा म दुखित होके कहिस, “काबर ए पीढ़ी के मनखेमन चिन्‍हां के मांग करथें? मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि एमन ला कोनो चिन्‍हां नइं दिये जावय।” तब ओह ओमन ला छोंड़के फेर डोंगा म चघिस अऊ ओ पार चल दीस। चेलामन रोटी लाने बर भुला गे रिहिन अऊ डोंगा म ओमन करा सिरिप एके ठन रोटी रिहिस। यीसू ह ओमन ला चेताके कहिस, “फरीसीमन के खमीर अऊ हेरोदेस के खमीर ले सचेत रहव।” ओमन एक-दूसर ले एकर बारे म सोच-बिचार करिन अऊ कहिन, “हमन रोटी लाने बर भुला गे हवन, तेकर बारे म ओह गोठियावत होही।” ओमन के सोच-बिचार ला जानके यीसू ह ओमन ले पुछिस, “तुमन काबर अइसने सोचत हव कि हमर करा रोटी नइं ए? का तुमन अब तक नइं जानत अऊ समझत हवव? का तुम्‍हर हिरदय ह कठोर हो गे हवय? का तुमन आंखी के रहत नइं देखत हवव अऊ कान के रहत नइं सुनत हवव? का तुमन ला कुछू सुरता नइं ए? जब मेंह पांच ठन रोटी म ले पांच हजार मनखेमन ला खवाय रहेंव, त तुमन, के ठन टुकनी भर के टुकड़ामन ला उठाय रहेव?” ओमन कहिन, “बारह टुकनी।” “अऊ जब मेंह सात ठन रोटी म ले चार हजार मनखेमन ला खवाय रहेंव, त तुमन के ठन टुकनी भरके टुकड़ामन ला उठाय रहेव?” ओमन कहिन, “सात टुकनी।” ओह ओमन ला कहिस, “का तुमन अब तक नइं समझत हवव कि खाना ह मोर बर कोनो मायने नइं रखय।” जब ओमन बैतसैदा गांव म आईन, त मनखेमन एक अंधरा ला लानिन अऊ यीसू ले बिनती करिन कि ओला छुके बने करय। ओह ओ अंधरा मनखे के हांथ ला धरके गांव के बाहिर ले गीस अऊ ओकर आंखी म थूकके ओकर ऊपर अपन हांथ रखिस अऊ ओकर ले पुछिस, “का तोला कुछू दिखथे?” ओह आंखी ला उठाके कहिस, “मेंह मनखेमन ला देखत हंव; ओमन मोला एती ओती चलत-फिरत रूख सहीं दिखत हवंय।” तब यीसू ह फेर अपन हांथ ला ओकर आंखी ऊपर रखिस, तब ओ मनखे ह निहारे लगिस अऊ ओकर आंखीमन बने हो गीन अऊ ओह जम्मो ला साफ-साफ देखन लगिस। यीसू ह ओला ए कहिके घर पठोईस कि गांव म झन जाबे। यीसू अऊ ओकर चेलामन कैसरिया फिलिप्‍पी के गांवमन म गीन। डहार म ओह अपन चेलामन ले पुछिस, “मनखेमन मोला कोन ए कहिथें?” ओमन कहिन, “कुछू मन कहिथें – यूहन्ना बतिसमा देवइया, कोनो-कोनो एलियाह ए कहिथें अऊ कुछू मन तोला अगमजानीमन ले एक झन ए कहिथें।” ओह ओमन ले पुछिस, “पर तुमन मोला का कहिथव?” पतरस ह कहिस, “तेंह मसीह अस।” पर यीसू ह ओमन ला चेताके कहिस कि ओकर बारे म कोनो ला झन बतावंय। तब ओह ओमन ला सिखोय के सुरू करिस कि मनखे के बेटा के खातिर ए जरूरी अय कि ओह बहुंत दुःख उठावय, अऊ ओला अगुवा, मुखिया पुरोहित अऊ कानून के गुरू मन तिरस्‍कार करंय अऊ ओह मार डारे जावय, पर तीन दिन के पाछू ओह फेर जी उठय। ओह ए बात ला साफ-साफ कहिस। एकर खातिर पतरस ह ओला अलग ले जाके डांटे लगिस। यीसू ह लहुंटके अपन चेलामन कोति देखिस अऊ पतरस ला दबकारके कहिस, “मोर नजर ले दूर हट, सैतान! काबरकि तोर मन ह परमेसर के बात ऊपर नइं, पर मनखेमन के बात म हवय।” तब ओह भीड़ ला अपन चेलामन संग लकठा बलाके कहिस, “जऊन कोनो मोर पाछू आय चाहथे, ओह अपन खुद के ईछा के तियाग करय अऊ मोर खातिर दुःख उठाय बर तियार रहय। अऊ तब मोर पाछू हो लेवय। काबरकि जऊन कोनो अपन परान ला बंचाय चाहथे, ओह सदाकाल के जिनगी ला गंवाही, पर जऊन कोनो मोर अऊ सुघर संदेस के खातिर अपन परान ला गंवाथे, ओह सदाकाल के जिनगी ला बचाही। यदि मनखे ह जम्मो संसार ला पा जावय, पर अपन परान ला गंवा दे, त ओला का फायदा? का कोनो चीज मनखे के परान ले जादा कीमती अय? जऊन कोनो ए छिनारी अऊ पापी पीढ़ी के मनखेमन के आघू म मोर अऊ मोर संदेस ले लजाथे, त मनखे के बेटा ह घलो ओकर ले लजाही, जब ओह अपन ददा के महिमा म पबितर स्वरगदूतमन संग आही।” यीसू ह ओमन ला ए घलो कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि कुछू झन जऊन मन इहां ठाढ़े हवंय, तब तक नइं मरंय जब तक कि ओमन परमेसर के राज ला सामरथ के संग आवत नइं देख लिहीं।” छै दिन के पाछू, यीसू ह पतरस, याकूब अऊ यूहन्ना ला एक ठन ऊंच पहाड़ ऊपर ले गीस। उहां ओमन के छोंड़ अऊ कोनो नइं रिहिस। तब ओमन के आघू म यीसू के रूप ह बदल गीस। ओकर ओन्ढा ह झक पंडरा हो गे अऊ अइसने चमके लगिस कि संसार म कोनो अइसने उज्‍जर नइं कर सकय। अऊ उहां ओमन ला एलियाह अऊ मूसा दिखिन, जऊन मन यीसू के संग गोठियावत रहंय । तब पतरस ह यीसू ला कहिस, “हे गुरू! हमन ला इहां बहुंत बने लगथे। एकरसेति हमन तीन ठन कुंदरा बनाथन – एक ठन तोर बर, एक मूसा बर अऊ एक एलियाह बर।” ओह नइं जानत रहय कि का कहे जावय, काबरकि ओमन अब्‍बड़ डर्रा गे रहंय। तब एक ठन बादर ओमन ला ढांप लीस अऊ ओ बादर म ले ए अवाज आईस, “एह मोर मयारू बेटा ए, एकर बात ला सुनव।” तब अचानक जब ओमन चारों कोति देखिन, त यीसू के छोंड़ अऊ कोनो ला अपन संग नइं देखिन। जब ओमन पहाड़ ले उतरत रिहिन, त यीसू ह ओमन ला हुकूम दीस कि जब तक मनखे के बेटा ह मरे म ले नइं जी उठय, तब तक जऊन कुछू तुमन देखे हवव, कोनो ला झन बतावव। ओमन ए बात ला अपन मन म रखिन अऊ ए बिचार करन लगिन कि “मरे म ले जी उठे” के का मतलब होथे? तब ओमन यीसू ले पुछिन, “कानून के गुरूमन काबर कहिथंय कि पहिली एलियाह के अवई जरूरी ए।” यीसू ह ओमन ला ए जबाब दीस, “ए बात सही अय कि एलियाह पहिली आही, अऊ जम्मो चीज ला तियार करही। पर मनखे के बेटा के बारे म ए काबर लिखे हवय कि ओह अब्‍बड़ दुःख उठाही अऊ तुछ समझे जाही? पर मेंह तुमन ला कहत हंव कि एलियाह ह आ चुके हवय अऊ जइसने कि ओकर बारे म लिखे हवय – ओमन जइसने चाहिन, वइसने ओकर संग बरताव करिन ।” जब यीसू अऊ ओकर तीनों चेलामन बाकि चेलामन करा आईन, त देखिन एक भारी भीड़ ओमन के चारों खूंट जुरे रहय अऊ कानून के गुरूमन ओमन के संग बहस करत रहंय। यीसू ला देखके मनखेमन चकित हो गीन अऊ ओकर से मिले बर दऊड़े लगिन। यीसू ह ओमन ले पुछिस, “तुमन एमन संग का बहस करत हव?” भीड़ म ले एक झन जबाब दीस, “हे गुरू, मेंह अपन बेटा ला जऊन म कोंदा आतमा हमा गे हवय, तोर करा लाने रहेंव। जब भी ओ आतमा ओला धरथे, ओला भुइयां म पटकथे, अऊ ओकर मुहूं ले झाग निकरथे अऊ दांतमन ला किटकिटाथे अऊ अकड़ जाथे। मेंह तोर चेलामन ला कहेंव कि ओ आतमा ला निकार देवंय, पर ओमन निकारे नइं सकिन।” यीसू ह कहिस, “हे अबिसवासी पीढ़ी के मन! कब तक मेंह तुम्‍हर संग रहिहूं, अऊ कब तक तुम्‍हर सहत रहिहूं? ओ छोकरा ला मोर करा लानव।” तब ओमन ओ छोकरा ला ओकर करा लानिन। जब ओ आतमा ह यीसू ला देखिस, त तुरते ओह छोकरा ला मुरेरिस। ओ छोकरा ह भुइयां म गिरके घोलड़न लगिस अऊ ओकर मुहूं ले झाग निकरत रहय। यीसू ह ओ छोकरा के ददा ले पुछिस, “एला कब ले अइसने होथे?” ओह कहिस, “लइकापन ले। परेत आतमा ह एला मारे बर कभू आगी अऊ कभू पानी म गिराथे। पर कहूं तेंह कुछू कर सकथस, त हमर ऊपर दया करके हमर मदद कर।” यीसू ह कहिस, “कहूं तेंह कुछू कर सकथस, एकर का मतलब? का तेंह नइं जानथस कि जऊन ह बिसवास करथे, ओकर बर हर बात हो सकथे।” छोकरा के ददा ह तुरते गुलगुला होके कहिस, “मेंह बिसवास करत हंव, परभू! मोर अबिसवास ला दूर करे बर मोर मदद कर।” जब यीसू ह देखिस कि भीड़ ह बढ़थे, त ओह परेत आतमा ला दबकारके कहिस, “हे भैंरा अऊ कोंदा आतमा! मेंह तोला हुकूम देवत हंव कि ओम ले निकर जा अऊ ओम फेर कभू झन हमाबे।” ओ आतमा ह चिचियाके छोकरा ला अब्‍बड़ मुरेरिस अऊ ओम ले निकर गीस। तब ओ छोकरा ह मरे सहीं हो गे, अऊ बहुंत झन कहन लगिन, “ओह मर गीस।” पर यीसू ह ओकर हांथ ला धरके ओला उठाईस अऊ ओह ठाढ़ हो गीस। यीसू के घर के भीतर जाय के पाछू, अकेला म ओकर चेलामन ओकर ले पुछिन, “हमन काबर ओ परेत आतमा ला निकार नइं सकेंन?” ओह कहिस, “ए किसम के आतमा ह पराथना के छोंड़ अऊ कोनो उपाय ले नइं निकरय।” ओमन ओ जगह ला छोंड़के गलील प्रदेस म होवत जावत रिहिन अऊ यीसू नइं चाहत रिहिस कि कोनो ओमन के ठिकाना के बारे म जानंय। काबरकि ओह अपन चेलामन ला सिखोवत रिहिस। ओह ओमन ला कहिस, “मनखे के बेटा ह मनखेमन के हांथ म पकड़वाय जाही अऊ ओमन ओला मार डारहीं अऊ मरे के तीन दिन के पाछू ओह जी उठही।” पर ए गोठ ह ओमन के समझ म नइं आईस अऊ ओमन एकर बारे म ओकर ले पुछे बर डर्रावत रिहिन। फेर ओमन कफरनहूम सहर म आईन अऊ घर म आके यीसू ह चेलामन ले पुछिस, “रसता म तुमन का गोठ ला लेके बहस करत रहेव?” पर ओमन चुपेचाप रिहिन, काबरकि डहार म ओमन ए बहस करत रिहिन कि ओमन के बीच म सबले बड़े कोन ए। बईठे के पाछू, यीसू ह बारह चेलामन ला बलाके कहिस, “कहूं कोनो सबले बड़े होय चाहथे, त ओह सबले छोटे अऊ सबके सेवक बनय।” तब ओह एक छोटे लइका ला लेके ओमन के बीच म ठाढ़ करिस अऊ ओला अपन कोरा म पाके ओमन ला कहिस, “जऊन कोनो मोर नांव म अइसने छोटे लइका ला गरहन करथे, ओह मोला गरहन करथे, अऊ जऊन कोनो मोला गरहन करथे ओह सिरिप मोला नइं, पर मोर पठोइया (परमेसर) ला घलो गरहन करथे।” यूहन्ना ह यीसू ला कहिस, “गुरूजी! हमन एक मनखे ला तोर नांव म परेत आतमामन ला निकारत देखेन, अऊ हमन ओला कहेंन कि अइसने झन कर। काबरकि ओह हमर संग के नो हय।” यीसू ह कहिस, “ओला झन रोकव। अइसने कोनो नइं ए जऊन ह मोर नांव म चमतकार के काम करय अऊ तुरते मोर बारे म खराप बात बोल सकय। काबरकि जऊन ह हमर बिरोध म नइं ए, ओह हमर संग हवय। कहूं कोनो तुमन ला मोर नांव म, मसीह के मनखे जानके एक गिलास पानी देथे, त मेंह तुमन ला सच कहत हंव, ओह एकर इनाम जरूर पाही।” “अऊ ए छोटे मन, जऊन मन मोर ऊपर बिसवास करथें, कहूं कोनो एमन के पाप म परे के कारन बनथे, त ओकर बर बने होतिस कि एक ठन बड़े चकिया के पथरा ला ओकर घेंच म बांधके ओला समुंदर म फटिक दिये जावय। अऊ कहूं तोर गोड़ ह तोर ले पाप करवाथे, त ओला काट डार। तोर बर ए बने होही कि तेंह खोरवा होके सदाकाल के जिनगी म परवेस कर, एकर बनिस‍पत कि दूनों गोड़ के रहत, तोला नरक म डारे जावय। अऊ कहूं तोर आंखी ह तोर ले पाप करवाथे, त ओ आंखी ला निकार दे। तोर बर ए बने होही कि कनवां होके परमेसर के राज म परवेस कर, एकर बनिस‍पत कि दूनों आंखी के रहत, तोला नरक म डारे जावय, जिहां कीरा ह कभू नइं मरय अऊ आगी ह कभू नइं बुथावय। काबरकि हर एक मनखे आगी के दुवारा नूनचूर करे जाही। नून ह बने ए। पर कहूं एह अपन सुवाद ला गंवा देथे, त तुमन एला फेर कइसने नूनचूर कर सकथव? एकर खातिर सुध जिनगी जीये के दुवारा अपन म नून के सुवाद रखव, अऊ एक-दूसर के संग मिल जुरके रहव।” तब यीसू ह ओ जगह ला छोंड़के यहूदिया के सीमना अऊ यरदन नदी के ओ पार गीस। अऊ भीड़ ह फेर ओकर करा जुर गीस अऊ अपन रीति के मुताबिक ओह फेर ओमन ला उपदेस देवन लगिस। तब कुछू फरीसीमन आके ओला परखे बर पुछन लगिन, “कहूं कोनो मरद ह अपन घरवाली ला छोंड़ देथे, त का एह परमेसर के बचन के मुताबिक अय?” ओह ओमन ला कहिस, “मूसा ह तुमन ला का हुकूम दे हवय?” ओमन कहिन, “मूसा ह मरद ला तियाग पतर लिखके अपन घरवाली ला छोंड़े के हुकूम दे हवय।” यीसू ह कहिस, “तुम्‍हर हिरदय के ढिठई के कारन मूसा ह अइसने हुकूम तुम्‍हर बर लिखे हवय। पर ए संसार के सुरू म परमेसर ह ओमन ला नर अऊ नारी करके बनाईस। एकरे कारन मरद ह अपन दाई-ददा ले अलग होके अपन घरवाली संग रहिही। अऊ ओ दूनों एक तन होहीं। ओमन अब दू नइं, पर एक अंय। एकरसेति, जऊन ला परमेसर ह जोड़े हवय, ओला मनखे अलग झन करय।” जब ओमन घर के भीतर आईन, त चेलामन एकर बारे म यीसू ले फेर पुछिन। ओह कहिस, “जऊन कोनो अपन घरवाली ला छोंड़के आने माईलोगन ले बिहाव करथे, त ओह पहिली घरवाली के बिरोध म छिनारी करथे। अऊ कहूं, कोनो माईलोगन ह अपन घरवाला ला छोंड़के आने मनखे ले बिहाव करथे, त ओह घलो छिनारी करथे।” मनखेमन छोटे लइकामन ला यीसू करा लाने लगिन कि ओह ओमन ऊपर अपन हांथ रखय, पर चेलामन मनखेमन ला दबकारे लगिन। जब यीसू ह एला देखिस, त नाराज होके ओमन ला कहिस, “लइकामन ला मोर करा आवन दव; ओमन ला मना झन करव, काबरकि परमेसर के राज ह अइसने मन बर अय। मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि जऊन कोनो परमेसर के राज ला छोटे लइका सहीं गरहन नइं करय, ओह ओम कभू परवेस करन नइं सकय।” अऊ ओह लइकामन ला अपन कोरा म पाईस अऊ ओमन ऊपर अपन हांथ रखके ओमन ला आसिस दीस। जब यीसू ह फेर डहार म जावत रिहिस, त एक मनखे दऊड़के आईस अऊ ओकर गोड़ खाल्‍हे माड़ी के भार गिरके ओकर ले पुछिस, “हे बने गुरू! सदाकाल के जिनगी पाय बर मेंह का करंव?” यीसू ह ओला कहिस, “तेंह मोला काबर बने कहत हवस? कोनो बने नो हंय, सिरिप एके झन – परमेसर के छोंड़। तेंह हुकूममन ला त जानत हवस: ‘हतिया झन करव, छिनारी झन करव, चोरी झन करव, लबारी गवाही झन देवव, कोनो ला झन ठगव, अपन दाई-ददा के आदर-मान करव।’ ” ओ मनखे ह कहिस, “हे गुरू! ए जम्मो ला मेंह अपन लइकापन ले मानत आवत हंव ।” ओला देखके, यीसू ला ओकर ऊपर मया आईस, अऊ यीसू ह ओला कहिस, “तोर म एक बात के कमी हवय। जा, जऊन कुछू तोर करा हवय, ओला बेंचके गरीबमन ला देय दे, तब तोला स्‍वरग म संपत्ति मिलही। तब आ अऊ मोर पाछू हो ले।” एला सुनके ओ मनखे के चेहरा ह उतर गे अऊ ओह उदास होके उहां ले चल दीस, काबरकि ओह अब्‍बड़ संपत्ति वाला रिहिस। यीसू ह चारों कोति देखके अपन चेलामन ला कहिस, “धनवानमन के परमेसर के राज म जवई बहुंत कठिन ए।” चेलामन ओकर बात ला सुनके चकित हो गीन। पर यीसू ह फेर कहिस, “हे लइकामन हो! परमेसर के राज म जवई कतेक कठिन ए। परमेसर के राज म एक धनवान के परवेस करई के बनिस‍पत, ऊंट के सुजी के छेदा म ले निकर जवई ह सहज ए।” चेलामन अऊ चकित होके एक-दूसर ला कहिन, “त फेर कोन ह उद्धार पा सकथे?” यीसू ह ओमन ला देखिस अऊ कहिस, “मनखेमन के दुवारा एह नइं हो सकय, पर परमेसर के दुवारा हो सकथे, काबरकि परमेसर बर कोनो बात ह असंभव नो हय।” पतरस ह ओला कहिस, “देख, हमन तो जम्मो कुछू ला छोंड़के तोर पाछू हो ले हवन।” यीसू ह कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि जऊन कोनो, मोर अऊ सुघर संदेस बर अपन घर या भाई या बहिनी या दाई या ददा या लइकामन या खेत-खार ला छोंड़ दे हवय, ओह ए समय म ए चीजमन ला सौ गुना पाही (घर, भाई, बहिनी, दाई, लइका अऊ खेत-खार – अऊ संग म सतावा) अऊ अवइया समय म ओला सदाकाल के जिनगी मिलही। पर बहुंत झन जऊन मन अभी आघू म हवंय, ओमन आखिरी म हो जाहीं अऊ जऊन मन आखिरी म हवंय, ओमन आघू हो जाहीं।” ओमन यरूसलेम के डहार म रिहिन अऊ यीसू ह आघू-आघू रेंगत रहय। चेलामन घबरा गे रहंय अऊ पाछू रेंगइया मन डर्रा गे रहंय। यीसू ह फेर बारहों झन ला अलग ले जाके ओमन ला बताय लगिस कि ओकर संग का होवइया हवय। ओह कहिस, “देखव, हमन यरूसलेम जावत हन अऊ मनखे के बेटा ला पकड़े जाही अऊ मुखिया पुरोहित अऊ कानून के गुरू मन करा लाय जाही, अऊ ओमन ओला मार डारे के सजा दिहीं अऊ ओला ओमन आनजातमन के हांथ म सऊंप दिहीं। ओ आनजातमन ओकर हंसी उड़ाहीं अऊ ओकर ऊपर थूकहीं अऊ ओला कोर्रा म मारहीं अऊ ओेला मार डारहीं। पर तीन दिन के पाछू ओह जी उठही।” तब जबदी के बेटा याकूब अऊ यूहन्ना ओकर करा आके कहिन, “हे गुरू, हमन चाहथन कि जऊन कुछू हमन तोर ले मांगबो, ओही ला तेंह हमर बर कर।” ओह पुछिस, “तुमन का चाहथव कि मेंह तुम्‍हर बर करंव?” ओमन कहिन, “तोर राज म जब तेंह सिंघासन म बईठबे, त हमर दूनों म के एक झन ला तोर जेवनी अऊ दूसर ला तोर डेरी कोति बईठन देबे।” तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “तुमन नइं जानत हव कि तुमन का मांगत हव? जऊन दुःख के कटोरा म ले मेंह पीवइया हवंव, का तुमन ओम ले पी सकहू? या जऊन पीरा के बतिसमा ला मेंह लेवइया हवंव, का तुमन ओ बतिसमा ला ले सकहू?” ओमन कहिन, “हमर ले ए हो सकथे।” तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “जऊन कटोरा म ले मेंह पीहूं, ओम ले तुमन पीहू अऊ जऊन बतिसमा मेंह लूहूं, ओला तुमन लूहू, पर मोर जेवनी या डेरी कोति बईठाय के मोला अधिकार नइं ए। ए जगह ओमन के अय, जऊन मन बर एह तियार करे गे हवय।” जब आने चेलामन एकर बारे म सुनिन, त ओमन याकूब अऊ यूहन्ना ऊपर खिसियाय लगिन। एकरसेति यीसू ह ओमन ला एक संग अपन लकठा म बलाके कहिस, “जइसने कि तुमन जानथव, जऊन मन आनजातमन के हाकिम समझे जाथें, ओमन आनजातमन ऊपर परभूता करथें अऊ ओमन के बड़े अधिकारीमन ओमन ऊपर अधिकार जमाथें। तुम्‍हर संग अइसने नो हय। पर तुमन ले जऊन ह बड़े होय चाहथे, ओह तुम्‍हर सेवक बनय, अऊ जऊन ह सबले पहिली होय चाहथे, ओह जम्मो झन के गुलाम बनय। काबरकि मनखे के बेटा ह ए खातिर नइं आय हवय कि ओकर सेवा करे जावय, पर ए खातिर आय हवय कि ओह सेवा करय, अऊ बहुंत झन के छुड़ौती खातिर अपन परान ला देवय।” तब यीसू अऊ ओकर चेलामन यरीहो सहर म आईन अऊ जब ओमन एक बड़े भीड़ के संग यरीहो ले निकरके जावत रिहिन, त तिमाई के बेटा बरतिमाई नांव के एक मनखे, जऊन ह अंधरा रिहिस, सड़क के तीर म बईठके भीख मांगत रहय। ओह ए सुनके कि नासरत के यीसू अय, चिचियाके कहिस, “हे दाऊद के संतान, यीसू! मोर ऊपर दया कर।” कतको झन ओला दबकारके कहिन, “चुपे रह।” पर ओह अऊ चिचियाके कहिस, “हे दाऊद के संतान! मोर ऊपर दया कर।” जब यीसू ह सुनिस, त ठाढ़ होके कहिस, “ओला इहां बलावव।” तब मनखेमन ओ अंधरा ला बलाके कहिन, “खुसी मना अऊ उठ। ओह तोला बलावत हवय।” ओह अपन ओढ़ना ला फटिक दीस अऊ कूदके ठाढ़ हो गीस अऊ यीसू करा आईस। यीसू ह ओकर ले पुछिस, “तेंह का चाहत हस कि मेंह तोर बर करंव?” ओ अंधरा ह कहिस, “हे गुरू! मेंह देखे बर चाहत हंव।” यीसू ह कहिस, “जा, तोर बिसवास ह तोला बने करे हवय।” अऊ ओह तुरते देखन लगिस अऊ डहार म यीसू के पाछू हो लीस। जब यीसू अऊ ओकर चेलामन यरूसलेम के लकठा म जैतून पहाड़ के बैतफगे अऊ बैतनियाह के तीर म आईन, त यीसू ह अपन दू झन चेला ला ए कहिके पठोईस, “तुमन आघू के गांव म जावव, अऊ जइसने ही उहां हबरिहव, तुमन ला एक ठन गदही के बछरू बंधाय मिलही, जेकर ऊपर कभू कोनो सवारी नइं करे हवय। ओला ढिल के इहां ले आवव। कहूं तुमन ला कोनो पुछय कि अइसने काबर करत हव? त ओला कहव कि परभू ला एकर जरूरत हवय, अऊ ओह जल्दी ओला इहां पठो दिही।” ओमन गीन अऊ एक ठन गदही के बछरू ला गली म, एक ठन घर के बाहिर बंधाय पाईन, अऊ ओमन जब ओला ढिलन लगिन, त जऊन मन उहां ठाढ़े रहंय, ओमन पुछिन, “ए गदही के बछरू ला काबर ढीलत हवव?” जइसने यीसू ह ओमन ला कहे रिहिस, ओमन वइसनेच कहिन। तब मनखेमन ओमन ला जावन दीन। ओमन गदही के बछरू ला यीसू करा लानके, ओकर ऊपर अपन ओढ़नामन ला डालिन अऊ यीसू ह ओकर ऊपर बईठ गीस। अऊ कतको झन अपन ओढ़ना ला ओकर आघू, डहार म डालिन अऊ कतको झन खेतमन के डारामन ला काटके डहार म बिछा दीन। जऊन मन ओकर आघू-आघू जावत अऊ जऊन मन पाछू-पाछू आवत रहंय, ओमन चिचिया-चिचियाके कहत रिहिन: “होसाना (जेकर मतलब होथे ‘जय होवय’)। धइन ए ओह, जऊन ह परभू के नांव म आवत हवय। धइन ए हमर पुरखा दाऊद राजा के अवइया राज के। होसाना, स्‍वरग म।” यीसू ह यरूसलेम म आके यहूदीमन के मंदिर म गीस अऊ चारों खूंट जम्मो चीजमन ला देखके अपन बारहों चेलामन संग बैतनियाह चल दीस, काबरकि सांझ हो गे रहय। ओकर दूसर दिन जब ओमन बैतनियाह ले जावत रिहिन, त यीसू ला भूख लगिस। थोरकन दूरिहा म, एक ठन हरिहर अंजीर के रूख ला देखके, यीसू ह ए सोचके उहां गीस कि ओ रूख म कुछू फर होही, पर ओह जब उहां गीस, त ओला उहां पान के छोंड़ कुछू नइं मिलिस, काबरकि ओह फर के मौसम नइं रिहिस। तब ओह रूख ला कहिस, “अब ले फेर तोर म फर कभू झन लगय।” अऊ ओकर चेलामन ए गोठ ला सुनत रिहिन। ओमन यरूसलेम सहर म आईन। अऊ यीसू ह मंदिर म गीस, अऊ जऊन मन उहां बेचे अऊ बिसोय के काम करत रहंय, ओमन ला बाहिर निकारे के सुरू करिस। अऊ रूपिया के अदला-बदली करइया अऊ पंड़की बेचइया मन के मेजमन ला उलट-पुलट दीस। अऊ मंदिर के सीमना म कोनो ला लेन-देन करे के सामान लेके आवन-जावन नइं दीस। ओह ओमन ला उपदेस देके कहिस, “का परमेसर के बचन म ए नइं लिखे हवय: ‘मोर घर ह जम्मो देस के मनखेमन बर पराथना के घर होही? पर तुमन एला डाकूमन के खोड़रा बना दे हवव।’ ” एला सुनके, मुखिया पुरोहित अऊ कानून के गुरू मन ओला मार डारे के मऊका खोजन लगिन, पर ओमन ओकर ले डर्रावत रिहिन। काबरकि भीड़ के जम्मो मनखेमन ओकर उपदेस ला सुनके चकित होवत रिहिन। जब सांझ होईस, त यीसू अऊ ओकर चेलामन सहर ले बाहिर चल दीन। बिहनियां, जब ओमन जावत रिहिन, त देखिन कि ओ अंजीर के रूख ह जरमूर ले सूखा गे रहय। तब पतरस ह ओ गोठ ला सुरता करके यीसू ला कहिस, “हे गुरू! देख, ए अंजीर के रूख जऊन ला तेंह सराप दे रहय, सूखा गे हवय।” यीसू ह ओमन ला कहिस, “परमेसर ऊपर बिसवास रखव। मेंह तुमन ला सच कहत हंव, कहूं कोनो ए पहाड़ ले कहय कि जा अऊ समुंदर म गिर जा, अऊ ओह अपन मन म संदेह झन करय, पर परमेसर के ऊपर बिसवास करय कि जऊन बात ओह कहत हवय, ओह हो जाही, त ओकर बर वइसनेच करे जाही। एकरसेति, मेंह तुमन ला कहत हंव, जऊन कुछू तुमन पराथना म मांगथव, बिसवास करव कि ओह तुमन ला मिलही अऊ ओह तुम्‍हर बर हो जाही। जब तुमन ठाढ़ होके पराथना करव, त कहूं तुम्‍हर मन म काकरो बर कुछू बिरोध हवय, त ओला माफ करव, ए खातिर कि तुम्‍हर ददा जऊन ह स्‍वरग म हवय, तुम्‍हर अपराध ला माफ करही। अऊ कहूं तुमन माफ नइं करव, त तुम्‍हर ददा परमेसर घलो जऊन ह स्‍वरग म हवय, तुम्‍हर अपराध ला माफ नइं करही।” ओमन फेर यरूसलेम म आईन अऊ यीसू ह जब मंदिर के सीमना म रेंगत रिहिस, तब मुखिया पुरोहित, कानून के गुरू अऊ अगुवामन ओकर करा आईन अऊ पुछिन, “कोन अधिकार ले तेंह ए चीजमन ला करत हवस? अऊ ए जम्मो करे के अधिकार तोला कोन दे हवय?” यीसू ह कहिस, “महूं घलो तुमन ला एक ठन गोठ पुछत हंव, ओकर जबाब मोला देवव, त मेंह तुमन ला बताहूं कि कोन अधिकार ले मेंह ए जम्मो काम करत हवंव। यूहन्ना के बतिसमा देवई, का स्‍वरग कोति ले रिहिस या मनखे कोति ले? मोला बतावव।” तब ओमन आपस म बिचार करन लगिन अऊ कहिन, “कहूं हमन कहन कि स्‍वरग ले, त ओह कहिही, फेर तुमन ओकर बिसवास काबर नइं करेव? अऊ कहूं हमन कहन कि मनखे कोति ले,” त मनखेमन के डर हवय, काबरकि जम्मो मनखे के बिसवास रहय कि यूहन्ना ह सही म अगमजानी रिहिस। ए खातिर ओमन यीसू ला जबाब दीन, “हमन नइं जानन।” यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह घलो तुमन ला नइं बतावंव कि कोन अधिकार ले मेंह ए जम्मो काम करत हवंव।” तब यीसू ह ओमन ले पटं‍तर म गोठियाय लगिस अऊ कहिस, “एक मनखे ह अंगूर के बारी लगाईस अऊ बारी के चारों खूंट बाड़ा बांधिस अऊ रस बनाय के खातिर एक ठन खंचवा कोड़िस, अऊ एक ठन मचान घलो बनाईस। अऊ ओ अंगूर के बारी ला, ओह किसानमन ला रेगहा म देके परदेस चल दीस। जब फर के समय आईस, त ओह अपन एक सेवक ला किसानमन करा पठोईस कि ओह अंगूर के बारी ले ओकर बांटा के फर लानय। पर किसानमन ओला धरके मारिन-पीटिन अऊ ओला जुछा हांथ लहुंटा दीन। तब बारी के मालिक ह एक आने सेवक ला ओमन करा पठोईस, पर ओमन ओकर मुड़ी ला फोर दीन अऊ ओकर बेजत्ती करिन। बारी के मालिक ह अऊ एक झन ला पठोईस, पर ओमन ओला मार डारिन। ओह अऊ बहुंत झन ला पठोईस, पर ओमन कतको झन ला पीटिन अऊ कतको झन ला मार डारिन। अब ओकर करा सिरिप एक झन बांचिस, ओकर एके मयारू बेटा! आखिर म ओह ए सोचके ओला पठोईस कि ओमन मोर बेटा के आदर करहीं। पर जब ओ किसानमन ओला आवत देखिन, त एक-दूसर ला कहिन, ‘एह वारिस ए। आवव, एला मार डारी, तब अंगूर के बारी ह हमर हो जाही।’ अऊ ओमन ओला धरके मार डारिन अऊ अंगूर के बारी के बाहिर फटिक दीन। तब अंगूर के बारी के मालिक ह का करही? ओह आके ओ किसानमन ला मार डारही अऊ अंगूर के बारी ला आने मन ला दे दिही। का तुमन परमेसर के ए बचन ला नइं पढ़े हवव: जऊन पथरा ला राज मिस्‍त्रीमन बेकार ठहराय रिहिन, ओहीच ह कोना के मुख पथरा हो गीस। एह परभू के दुवारा होईस अऊ एह हमर नजर म अद्भूत ए। ” तब ओमन यीसू ला पकड़े बर चाहिन काबरकि ओमन समझ गे रहंय कि ओह ए पटं‍तर ओमन के बिरोध म कहे हवय। पर ओमन मनखेमन ले डर्रावत रिहिन। एकरसेति ओमन ओला छोंड़के चल दीन। बाद म, ओमन यीसू ला गोठ म फंसाय बर कुछू फरीसी अऊ हेरोदी मन ला ओकर करा पठोईन। ओमन आके ओकर ले कहिन, “हे गुरू! हमन जानत हवन कि तेंह सत मनखे अस। अऊ काकरो परवाह नइं करस, काबरकि तेंह मनखे के मुहूं देखके नइं गोठियावस, पर परमेसर के रसता ला सही-सही बताथस। हमन ए जाने बर चाहथन कि – का महाराजा ला लगान देवई सही ए या गलत? हमन ला लगान देना चाही या नइं देना चाही?” यीसू ह ओमन के कपट ला जानके ओमन ला कहिस, “तुमन काबर मोला फंसाय के कोसिस करत हव? मोर करा एक ठन चिल्‍हर पईसा लानव कि में देखंव।” ओमन पईसा ला लानिन अऊ ओह ओमन ले पुछिस, “एम काकर मूरती अऊ नांव लिखाय हवय?” ओमन कहिन, “महाराजा के।” तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “जऊन ह महाराजा के अय, ओला महाराजा ला देवव अऊ जऊन ह परमेसर के अय, ओला परमेसर ला देवव।” एला सुनके ओमन अब्‍बड़ चकित हो गीन। तब सदूकी, जऊन मन कहिथंय कि मरे मन के जी उठई होवेच नइं, यीसू करा आके पुछिन, “हे गुरू! मूसा ह हमर बर लिखे हवय कि कहूं काकरो भाई ह बिगर संतान के मर जावय अऊ ओकर बिधवा ह रहि जावय, त ओकर भाई ह ओ बिधवा ले बिहाव कर ले, अऊ अपन भाई बर संतान पैदा करय। सात झन भाई रिहिन। पहिली भाई ह बिहाव करिस अऊ बिगर संतान के मर गीस। तब दूसर भाई ह ओकर बिधवा ले बिहाव करिस अऊ ओह घलो बिगर संतान के मर गीस, अऊ वइसनेच तीसरा भाई घलो। अइसने होईस कि सातों म के काकरो संतान नइं होईस अऊ ओमन मर गीन। सबले पाछू ओ माईलोगन घलो मर गीस। तब जी उठे के बाद ओह काकर घरवाली होही? काबरकि ओह सातों भाईमन ले बिहाव करे रिहिस।” यीसू ह ओमन ला कहिस, “का तुमन एकरसेति गलती म नइं हवव कि तुमन न तो परमेसर के बचन ला जानत हव अऊ न परमेसर के सक्ति ला। जब मरे मन जी उठहीं, त ओमन न तो बिहाव करहीं अऊ न कोनो ओमन ले बिहाव करही। पर ओमन स्‍वरग म स्वरगदूतमन सहीं होहीं। मरे मन के जी उठे के बारे म, का तुमन मूसा के किताब म बरत झाड़ी के बारे म नइं पढ़ेव? जिहां परमेसर ह मूसा ले कहिस, ‘मेंह अब्राहम के परमेसर अऊ इसहाक के परमेसर अऊ याकूब के परमेसर अंव।’ परमेसर ह मुरदामन के नइं, पर जीयत मन के परमेसर अय। तुमन भारी गलती म परे हवव।” कानून के गुरूमन ले एक झन आके ओमन ला बहस करत सुनिस अऊ ए जानके कि यीसू ह ओमन ला सही जबाब दे हवय, ओह यीसू ले पुछिस, “सबले बड़े हुकूम कते ह अय?” यीसू ह कहिस, “सबले बड़े हुकूम ए अय: हे इसरायल सुन! परभू हमर परमेसर ह एके झन परभू अय। अऊ तें अपन परभू परमेसर ला अपन जम्मो हिरदय ले, अऊ अपन जम्मो परान ले, अऊ अपन जम्मो बुद्धि अऊ अपन जम्मो ताकत ले मया कर। अऊ दूसरा हुकूम ए अय कि तें अपन पड़ोसी ले अपन सहीं मया कर। एकर ले बड़े अऊ कोनो हुकूम नइं ए।” ओ मनखे ह कहिस, “तेंह बने कहय गुरू! तोर ए कहई सही अय कि परमेसर एके झन अय अऊ ओला छोंड़ कोनो दूसर परमेसर नइं ए। ओला अपन जम्मो हिरदय अऊ अपन जम्मो समझ अऊ अपन जम्मो ताकत सहित मया करई अऊ अपन पड़ोसी ला अपन सहीं मया करई, जम्मो दान अऊ बलिदान ले बढ़ के अय।” जब यीसू ह देखिस कि ओ मनखे ह समझके जबाब दे हवय, तब ओह ओला कहिस, “तेंह परमेसर के राज के लकठा म हवस।” अऊ ओकर बाद कोनो ओला कुछू पुछे के हिम्मत नइं करिन। जब यीसू ह मंदिर म उपदेस करत रिहिस, त पुछिस, “कानून के गुरूमन काबर कहिथें कि मसीह ह दाऊद के बेटा अय? दाऊद ह खुदे पबितर आतमा म होके कहे हवय: ‘परभू परमेसर ह मोर परभू ले कहिस, “मोर जेवनी हांथ कोति बईठ, जब तक कि मेंह तोर बईरीमन ला तोर गोड़ खाल्‍हे नइं कर देवंव।” ’ दाऊद ह खुदे ओला परभू कहत हवय। तब मसीह ह ओकर बेटा कइसने होईस?” भीड़ के मनखेमन ओकर गोठ ला बड़े खुसी से सुनत रिहिन। यीसू ह अपन उपदेस म कहिस, “कानून के गुरूमन ले सचेत रहव, काबरकि ओमन ला महंगा ओन्ढा पहिरके बजार म घुमई अऊ जोहार झोंकई बने लगथे, अऊ ओमन सभा के घर म ऊंचहा आसन अऊ जेवनार म आदर के ठऊर म बईठे बर पसंद करथें। ओमन बिधवामन ला धोखा देथें, इहां तक कि ओमन के घर ला घलो हड़प लेथें, अऊ देखाय बर अब्‍बड़ बेर तक पराथना करथंय। अइसने मनखेमन बहुंत दंड पाहीं।” यीसू ह चढ़ौतरी के आघू म बईठके मनखेमन ला मंदिर के भंडार म दान चघावत देखत रिहिस। कतको धनवान मनखेमन अब्‍बड़ अकन पईसा ओम डारिन। अतकी म एक झन गरीब बिधवा आईस अऊ “दू पईसा” डारिस। यीसू ह अपन चेलामन ला बलाके कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि ए गरीब बिधवा ह मंदिर के भंडार म सबले जादा डारे हवय। ओ जम्मो झन अपन बढ़ती धन म ले दे हवंय, पर एह अपन गरीबी म जऊन कुछू ओकर करा रिहिस, ओ जम्मो ला चघा दीस, जेम ओकर गुजारा होवत रिहिस।” जब यीसू ह मंदिर ले निकरत रिहिस, तब ओकर चेलामन ले एक झन ओला कहिस, “हे गुरू! देख, कइसने सुन्‍दर-सुन्‍दर पथरा अऊ ओम ले बने सुन्‍दर-सुन्‍दर भवन।” यीसू ह ओला कहिस, “तेंह जऊन बड़े-बड़े भवन ला देखत हवस? इहां एको ठन पथरा नइं बांचय; जम्मो ह गिराय जाही।” जब यीसू ह जैतून पहाड़ ऊपर मंदिर कोति मुहूं करके बईठे रिहिस, तब पतरस, याकूब, यूहन्ना अऊ अन्द्रियास अलग म ओकर ले पुछिन, “हमन ला बता कि ए बातमन कब होही? अऊ जब ए बातमन पूरा होय के समय आही, तब ओ बखत का चिन्‍हां दिखही?” यीसू ह ओमन ला कहिस, “सचेत रहव कि कोनो तुमन ला झन भरमावय। कतको झन मोर नांव म आके कहिहीं कि मेंह मसीह अंव, अऊ बहुंते झन ला भरमाहीं। जब तुमन लड़ई अऊ युद्ध के चरचा सुनव, त झन घबराहू काबरकि ए बात के होवई जरूरी ए, पर ओ बखत अंत नइं होवय। काबरकि देस ऊपर देस अऊ राज ऊपर राज चढ़ई करहीं। जगह-जगह म भुइंडोल होही अऊ अकाल पड़ही। एह लइका जने के पीरा के सुरूआत सहीं होही। अपन बारे म सचेत रहव काबरकि मनखेमन तुमन ला धरके अदालत म ले जाहीं अऊ तुमन ला यहूदीमन के सभा घर म पीटहीं। मोर खातिर तुमन हाकिम, अऊ राजामन के आघू म ठाढ़ होहू कि ओमन ला मोर गवाही देवव। अऊ एह जरूरी ए कि सुघर संदेस ह पहिली जम्मो देस म मनखेमन ला परचार करे जावय। जब ओमन तुमन ला पकड़के अदालत म ले जावंय, तब आघू ले फिकर झन करहू कि हमन का कहिबो। पर जऊन कुछू तुमन ला ओ घड़ी बताय जाथे, ओही कहव काबरकि बोलइया तुमन नइं, पर पबितर आतमा अय। ओ समय भाई ह भाई ला अऊ बाप ह बेटा ला मरवाय बर दूसर के हांथ म सऊंपही अऊ लइकामन अपन दाई-ददा के बिरोध म होके ओमन ला मरवाय बर दूसर के हांथ म सऊंपहीं। मोर खातिर, जम्मो मनखेमन तुमन ले बईरता करहीं, पर जऊन ह आखिरी तक धीरज धरे रहिही, ओही ह उद्धार पाही। जब तुमन बिनासकारी अब्‍बड़ घिन मनखे ला उहां ठाढ़े देखव जिहां ओकर होना उचित नो हय – पढ़इया ह समझ ले – तब जऊन मन यहूदिया म होवंय, ओमन पहाड़ ऊपर भाग जावंय। जऊन मनखे ह अपन घर के छानी म होवय, ओह घर के भीतरी ले कुछू लाने बर झन उतरय। अऊ जऊन ह खेत म होवय, ओह अपन ओढ़ना लाने बर झन लहुंटय। ओ दिन म जऊन माईलोगनमन आसरा (पेट) म होहीं अऊ जऊन दाईमन लइकामन ला गोरस पीयावत होहीं, ओमन खातिर हाय-हाय। परमेसर ले बिनती करत रहव कि एह जड़काला म झन होवय। काबरकि ओ दिनमन म अइसने बिपत्ती आही कि जब ले परमेसर ह संसार ला रचे हवय, तब ले लेके अब तक न तो अइसने होय हवय अऊ न कभू फेर होही। अऊ कहूं परभू ह ओ दिनमन ला घटाय नइं होतिस, त कोनो जीवमन नइं बांचतिन। पर अपन चुने मनखेमन के खातिर, ओह ओ दिनमन ला घटाईस। ओ बखत कहूं कोनो तुमन ला ए कहय कि देखव मसीह ह इहां हवय, या देखव मसीह ह उहां हवय, त बिसवास झन करहू। काबरकि लबरा मसीह अऊ लबरा अगमजानीमन परगट होहीं अऊ अइसने चिन्‍हां अऊ चमतकार देखाहीं कि कहूं हो सकय, त चुने मनखेमन ला घलो भरमा देवंय। एकरसेति सचेत रहव। मेंह तुमन ला जम्मो बात आघू ले बता दे हवंव।” “ओ बिपत पड़े के बाद, ओ दिनमन म सूरज ह अंधियार हो जाही अऊ चंदा ह अपन अंजोर नइं दिही। अऊ अकास के जम्मो सक्तिमन हलाय जाहीं अऊ तारामन गिर जाहीं। तब मनखेमन मनखे के बेटा ला अब्‍बड़ सक्ति अऊ महिमा के संग बादर म आवत देखहीं। अऊ ओह अपन स्वरगदूतमन ला पठोके धरती के ए छोर ले लेके धरती के ओ छोर तक – चारों दिग ले, अपन चुने मनखेमन ला संकेलही। अंजीर के रूख ले ए बात सिखव। जब ओकर डंगालीमन कोंवर हो जाथें अऊ पानामन निकरे लगथें, तब तुमन जान लेथव कि धूपकाला ह लकठा म हवय। ओही किसम ले जब तुमन ए बातमन ला होवत देखव, त जान लेवव कि समय ह लकठा म आ गे हवय अऊ सुरू होवइयाच हवय। मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि जब तक ए बातमन नइं हो लिहीं, तब तक ए पीढ़ी के मनखेमन नइं मरंय। अकास अऊ धरती ह टर जाही, पर मोर बचन ह कभू नइं टरय।” “ओ दिन अऊ समय के बारे म कोनो नइं जानंय, न स्‍वरग के दूतमन, न बेटा, पर ओला सिरिप ददा जानथे। सचेत अऊ सावधान रहव काबरकि तुमन नइं जानव कि ओ समय ह कब आही। एह ओ मनखे के सहीं अय, जऊन ह परदेस जाथे अऊ जाय के पहिली अपन घर ला अपन सेवकमन के भरोसा म छोंड़के ओमन ला अपन-अपन काम बता देथे अऊ घर के चौकीदार ला सचेत रहे के हुकूम देथे। ए खातिर सचेत रहव काबरकि तुमन नइं जानत हव कि घर के मालिक ह कब आ जाही, संझा बखत या आधा रतिहा या कुकरा बासत या बड़े बिहनियां। अइसने झन होवय कि ओह अचानक आवय अऊ तुमन ला सुतत पावय। जऊन बात मेंह तुमन ला कहत हंव, ओहीच बात मेंह जम्मो झन ला कहत हंव – सचेत रहव।” दू दिन के पाछू, फसह अऊ बिगर खमीर के रोटी के तिहार होवइया रिहिस। अऊ ओ समय मुखिया पुरोहित अऊ नियम के सिखोइया मन ए ताक म रिहिन कि यीसू ला कइसने चुपेचाप पकड़के मार डारंय। पर ओमन कहिन, “तिहार के बखत म अइसने नइं करन। कहूं अइसने झन होवय कि मनखेमन म हुड़दंग हो जावय।” ओ समय म, जब यीसू बैतनियाह म सिमोन कोढ़ी के घर म खाना खावत रिहिस, तब एक झन माईलोगन ह संगमरमर के पथरा के चुकिया म जटामासी के अब्‍बड़ महंगा इतर तेल लेके आईस, अऊ ओह चुकिया ला फोरके इतर ला यीसू के मुड़ ऊपर रितोईस। उहां कुछू मनखेमन खिसियाके एक-दूसर ला कहन लगिन, “ए इतर ला काबर बरबाद कर दीस? एला बेंचे रहे ले तीन सौ दिन के बनी ले घलो जादा पईसा मिले रहितिस, जऊन ला गरीबमन म बांटे जा सकत रिहिस।” अऊ ओमन ओकर ऊपर अब्‍बड़ खिसियाईन। यीसू ह कहिस, “ओला छोंड़ दव। ओला काबर सतावत हवव? ओह तो मोर संग सुघर बुता करे हवय। गरीबमन तुम्‍हर संग हमेसा रहिहीं अऊ तुमन जब चाहव, तब ओमन के मदद कर सकत हव, पर मेंह तुम्‍हर संग हमेसा नइं रहंव। जऊन कुछू ओह कर सकत रिहिस, ओह करिस। मोर गड़ियाय जाय के तियारी म ओह आघू ले मोर देहें ऊपर इतर लगाय हवय। मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि जम्मो संसार म जिहां-जिहां मोर सुघर संदेस के परचार करे जाही, उहां ओकर ए काम के चरचा घलो ओकर सुरता म करे जाही।” तब यहूदा इस्करियोती जऊन ह बारहों चेलामन ले एक झन रिहिस, मुखिया पुरोहितमन करा गीस कि ओह यीसू ला ओमन के हांथ म पकड़वा देवय। ओमन ए सुनके बहुंत खुस होईन, अऊ ओला रूपिया दे बर राजी होईन। एकरसेति ओह यीसू ला पकड़वाय बर मऊका खोजन लगिस। बिन खमीर के रोटी के तिहार के पहिली दिन, ए रिवाज रिहिस कि फसह के मेढ़ा-पीला के बलिदान करे जावय; त यीसू के चेलामन ओकर ले पुछिन, “तेंह कहां चाहथस कि हमन जाके तोर बर फसह के भोज खाय के तियारी करन?” ओह अपन चेलामन ले दू झन ला, ए कहिके पठोईस, “सहर म जावव अऊ एक मनखे पानी के मटकी बोहे तुमन ला मिलही। ओकर पाछू-पाछू जावव। ओह जऊन घर म जाही, ओ घर के मालिक ला कहव, ‘गुरू ह पुछत हवय कि ओकर पहुना कमरा कहां हवय, जिहां ओह अपन चेलामन संग फसह के भोज खा सकय।’ ओह तुमन ला अटारी म सजे-सजाय अऊ तियार एक ठन बड़े कमरा देखाही। उहां हमर भोज खातिर तियारी करव।” तब चेलामन सहर म गीन अऊ जइसने यीसू ह ओमन ला कहे रिहिस, वइसनेच पाईन अऊ ओमन फसह के भोज तियार करिन। जब सांझ होईस, त यीसू ह बारहों चेलामन संग आईस। जब ओमन बईठके खावत रिहिन, त यीसू ह कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहत हंव – तुमन ले एक झन जऊन ह मोर संग खाना खावत हवय, मोला पकड़वाही।” चेलामन उदास होके एक-एक करके पुछन लगिन, “का ओह में अंव?” यीसू ह ओमन ला कहिस, “ओह तुमन बारहों म ले एक झन अय, जऊन ह मोर संग थारी म हांथ डारत हवय। मनखे के बेटा ह मरही, जइसने परमेसर के बचन म ओकर बारे म लिखे हवय, पर ओ मनखे ऊपर ‘हाय’, जऊन ह मनखे के बेटा ला पकड़वाथे। कहूं ओ मनखे के जनम नइं होतिस, त ओकर बर बने होतिस।” जब ओमन खावत रिहिन, तब यीसू ह रोटी ला लीस अऊ परमेसर ला धनबाद देके ओला टोरिस अऊ अपन चेलामन ला देके कहिस, “लेवव, एह मोर देहें अय।” तब ओह अंगूर के मंद के कटोरा ला लीस अऊ परमेसर ला धनबाद देके ओमन ला दीस, अऊ ओमन जम्मो झन ओम ले पीईन। यीसू ह ओमन ला कहिस, “एह करार के मोर लहू ए, जऊन ह बहुंते मनखे खातिर बोहाय जावत हवय। मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि अंगूर के मंद ला ओ दिन तक फेर नइं पीयंव, जब तक परमेसर के राज म नवां ला नइं पी लूहूं।” तब ओमन एक भजन गायके बाद, जैतून पहाड़ ऊपर चल दीन। यीसू ह ओमन ला कहिस, “तुमन जम्मो झन मोला छोंड़के भाग जाहू, काबरकि परमेसर के बचन म लिखे हवय, ‘मेंह चरवाहा ला मारहूं, अऊ मेढ़ामन तितिर-बितिर हो जाहीं।’ पर मेंह अपन जी उठे के बाद, तुम्‍हर ले आघू गलील प्रदेस जाहूं।” पतरस ह ओला कहिस, “कहूं जम्मो झन तोला छोंड़ दिहीं त छोंड़ दिहीं, पर मेंह तोला कभू नइं छोड़ंव।” यीसू ह पतरस ला कहिस, “मेंह तोला सच कहत हंव कि आजेच रतिहा कुकरा के दू बार बासे के पहिली, तेंह तीन बार इनकार करबे कि तेंह मोला जानथस।” पर पतरस जोर देके कहिस, “कहूं मोला तोर संग मरना घलो पड़ जावय, तभो ले मेंह तोर कभू इनकार नइं करंव।” अइसनेच जम्मो चेलामन घलो कहिन। तब ओमन गतसमनी नांव के एक ठऊर म आईन। यीसू ह अपन चेलामन ला कहिस, “इहां बईठे रहव, जब तक कि मेंह पराथना करत हंव।” ओह पतरस, याकूब अऊ यूहन्ना ला अपन संग लीस, अऊ अब्‍बड़ घबराईस अऊ बियाकुल होईस। अऊ ओह ओमन ला कहिस, “मोर मन ह अतकी उदास हवय कि मेंह मर जावंव सहीं लगत हवय। तुमन इहां ठहरव अऊ जागत रहव।” थोरकन आघू जाके, ओह भुइयां म गिरके पराथना करन लगिस कि कहूं हो सकय, त ए दुःख के बेरा ह ओकर ले टर जावय। ओह कहिस, “ददा, हे ददा! तोर दुवारा जम्मो बात हो सकथे। ए दुःख के कटोरा ला मोर म ले टार दे। तभो ले जइसने मेंह चाहत हवंव वइसने नइं, पर जइसने तेंह चाहत हवस, वइसने होवय।” तब ओह अपन तीनों चेलामन करा आईस अऊ ओमन ला सुतत देखके, पतरस ला कहिस, “हे सिमोन! तेंह सुतत हवस। का तेंह एक घंटा घलो जागे नइं सकय? जागत अऊ पराथना करत रहव कि तुमन परिछा म झन पड़व। आतमा ह तो चाहत हे, पर देहें ह दुरबल हवय।” ओह फेर चले गीस अऊ ओहीच बात ला कहिके पराथना करिस। जब ओह चेलामन करा लहुंटिस, त ओमन ला फेर सुतत पाईस, काबरकि ओमन के आंखीमन नींद के मारे बंद होवत रहंय, अऊ ओमन नइं जानत रहंय कि ओला का कहंय। तब तीसरा बार आके, ओह ओमन ला कहिस, “का तुमन अभी तक ले सुतत अऊ अराम करत हवव? बहुंत हो गे। घरी ह आ गे हवय। देखव, मनखे के बेटा ह पापीमन के हांथ म पकड़वाय जावथे। उठव! आवव, चलव! देखव, मोर पकड़वइया ह लकठा आ गे हवय।” यीसू ह ए कहितेच रिहिस कि यहूदा जऊन ह ओकर बारहों चेलामन ले एक झन रिहिस, एक बड़े भीड़ ला लेके पहुंचिस। भीड़ के मनखेमन तलवार अऊ लउठी धरे रहंय अऊ एमन ला मुखिया पुरोहित, कानून के गुरू अऊ अगुवा मन पठोय रिहिन। यीसू के पकड़वइया ह ओमन ला आघू ले ए बता दे रिहिस कि जऊन ला मेंह चूमहूं, ओहीच अय। ओला पकड़के हुसियारी के संग ले जावव। यीसू करा तुरते जाके, यहूदा ह ओला कहिस, “हे गुरू!” अऊ ओह ओला चूमिस। तब मनखेमन ओकर ऊपर हांथ लगाके ओला कसके पकड़ लीन। ओकर लकठा म ठाढ़े मनखेमन ले एक झन अपन तलवार ला निकारिस अऊ महा पुरोहित के सेवक ऊपर चलाके ओकर कान ला काट डारिस। यीसू ह ओमन ला कहिस, “का मेंह कोनो डाकू अंव कि तुमन तलवार अऊ लउठी लेके मोला पकड़े बर आय हवव? मेंह तुम्‍हर संग रहिके रोज मंदिर म उपदेस देवत रहेंव, तब तुमन मोला नइं पकड़ेव। पर एह एकर खातिर होईस कि परमेसर के कहे बचन ह पूरा होवय।” तब जम्मो चेलामन ओला छोंड़के भाग गीन। तब एक जवान ह उघरा देहें ऊपर सिरिप चादर ला ओढ़के यीसू के पाछू हो लीस अऊ जब मनखेमन ओला पकड़े लगिन, त ओह चादर ला छोंड़के उघरा देहें भाग गीस। तब ओमन यीसू ला महा पुरोहित करा ले गीन अऊ जम्मो मुखिया पुरोहित, अगुवा अऊ नियम के सिखोइया मन उहां जुर गीन। पतरस ह दूरिहा म होके ओकर पाछू-पाछू महा पुरोहित के अंगना भीतर गीस, अऊ उहां रखवारमन के संग बईठके आगी तापन लगिस। मुखिया पुरोहित अऊ जम्मो यहूदीमन के बड़े महासभा के मनखेमन यीसू ला मार डारे बर ओकर बिरोध म गवाही खोजत रिहिन, पर ओमन ला एको झन नइं मिलिस। बहुंते झन ओकर बिरोध म लबारी गोठ कहिन, पर ओमन के गोठ एक-दूसर के संग मेल नइं खाईस। तब कतको झन उठके ओकर बिरोध म ए लबारी गवाही दीन, “हमन एला ए कहत सुने हवन कि एह मनखे के बनाय मंदिर ला गिरा दिही अऊ तीन दिन म दूसर बना दिही, जऊन ह मनखे के बनाय नइं होवय।” तभो ले ओमन के गवाही मेल नइं खाईस। तब महा पुरोहित ह ओमन के आघू म ठाढ़ होके यीसू ले पुछिस, “का तेंह कोनो जबाब नइं देवस? मनखेमन तोर बिरोध म, ए का गवाही देवत हवंय।” तभो ले यीसू ह चुपेचाप रिहिस अऊ कुछू जबाब नइं दीस। महा पुरोहित ह ओला फेर पुछिस, “का तेंह महिमामय परमेसर के बेटा मसीह अस?” यीसू ह कहिस, “हां, मेंह अंव। अऊ तुमन मनखे के बेटा ला सर्वसक्तिमान परमेसर के जेवनी हांथ अंग बईठे अऊ अकास के बादरमन संग आवत देखहू।” तब महा पुरोहित ह अपन ओढ़ना ला चीरके कहिस, “अब हमन ला गवाही के का जरूरत हवय? तुमन ए निन्दा ला सुने हवव। तुमन के का बिचार हवय?” ओमन जम्मो ओला मार डारे के काबिल ठहराईन। तब ओमन ले कुछू झन ओकर ऊपर थूकिन। ओमन ओकर आंखी ला बांधके ओला मुक्‍का मारिन अऊ कहिन, “बता, तोला कोन मारिस?” अऊ रखवारमन घलो ओला लेके मारिन। जब पतरस ह खाल्‍हे अंगना म रिहिस, त महा पुरोहित के एक नौकरानी टूरी आईस, अऊ पतरस ला आगी तापत देखके, ओला एकटक देखिस अऊ कहिस, “तहूं घलो त ओ यीसू नासरी के संग रहय।” पतरस ह इनकार करके कहिस, “मेंह नइं जानव कि तेंह का गोठियावत हस।” अइसने कहिके, ओह बाहिर दुवारी म चल दीस अऊ ओतकीच बेरा कुकरा ह बासिस। जब नौकरानी टूरी ओला उहां देखिस, त ओह जऊन मन उहां ठाढ़े रहंय, ओमन ला फेर कहिस, “ए मनखे ह ओमन म ले एक झन अय।” पतरस ह फेर इनकार करिस। थोरकन बेर के पाछू, जऊन मन लकठा म ठाढ़े रहंय, ओमन पतरस ला कहिन, “सिरतोन, तेंह ओमन ले एक झन अस, काबरकि तहूं घलो गलील के अस।” तब ओह अपन-आप ला सराप देवन लगिस अऊ किरिया खाके कहिस, “जेकर बारे म तुमन गोठियावत हवव, ओला में नइं जानव।” तुरते कुकरा ह दूसर बेर बासिस। तब पतरस ह यीसू के कहे गोठ ला सुरता करिस कि कुकरा के दू बखत बासे के पहिली, तेंह तीन बार मोर इनकार करबे। अऊ ओह कलप-कलप के रोवन लगिस। बड़े बिहनियां मुखिया पुरोहित, अगुवा, नियम के सिखोइया मन अऊ जम्मो महासभा मिलके फैसला करिन। ओमन यीसू ला बांधिन अऊ ओला ले जाके पीलातुस के हांथ म सऊंप दीन। पीलातुस ह यीसू ले पुछिस, “का तेंह यहूदीमन के राजा अस?” यीसू ह कहिस, “हव जी, जइसने कि तेंह कहथस।” मुखिया पुरोहितमन ओकर ऊपर बहुंत अकन दोस लगाईन पीलातुस ह ओकर ले फेर पुछिस, “का तेंह कोनो जबाब नइं देवस? देख एमन तोर ऊपर कतेक दोस लगावत हवंय।” तभो ले यीसू ह कोनो जबाब नइं दीस। एला देखके पीलातुस ह अब्‍बड़ अचम्भो करिस। ए रिवाज रिहिस कि फसह तिहार के समय म, पीलातुस ह कोनो एक झन कैदी, जऊन ला मनखेमन चाहंय, छोंड़ देवय। बरब्‍बा नांव के एक मनखे जेल म आने मन संग रिहिस, जऊन ह सरकार के बिरोध म बलवा करके हतिया करे रिहिस। मनखे के भीड़ ह ऊपर आके पीलातुस ले बिनती करिस, “जइसने तेंह हमर खातिर करत आय हवस, वइसने कर।” पीलातुस ह कहिस, “का तुमन चाहत हव कि मेंह तुम्‍हर खातिर यहूदीमन के राजा ला छोंड़ देवंव?” काबरकि ओह जानत रिहिस कि मुखिया पुरोहितमन यीसू ला जलन के कारन पकड़वाय रिहिन। पर मुखिया पुरोहितमन भीड़ ला भड़काईन कि पीलातुस ह यीसू के जगह म बरब्‍बा ला छोंड़ देवय। एला सुनके पीलातुस ह ओमन ले पुछिस, “त फेर मेंह ए मनखे के का करंव, जऊन ला तुमन यहूदीमन के राजा कहत हवव।” ओमन चिचियाके कहिन, “ओला कुरुस ऊपर चघाके मार डार।” पीलातुस ह ओमन ले पुछिस, “काबर? ओह का अपराध करे हवय?” पर ओमन अऊ चिचियाके कहिन, “ओला कुरुस ऊपर चघाके मार डार।” तब भीड़ ला खुस करे बर पीलातुस ह बरब्‍बा ला छोंड़ दीस अऊ यीसू ला कोर्रा म पीटवाके कुरुस ऊपर चघाय बर सऊंप दीस। सिपाहीमन यीसू ला किला के भीतर अंगना म ले गीन अऊ सिपाहीमन के जम्मो दल ला बलाईन। ओमन बैंजनी रंग के कपड़ा ओला पहिराईन अऊ कांटा के मुकुट गुंथके ओकर मुड़ ऊपर रखिन। अऊ ओमन ओकर हंसी उड़ाके कहिन, “हे यहूदीमन के राजा।” अऊ बार-बार ओमन ओकर मुड़ ला लउठी म मारंय, अऊ ओकर ऊपर थूकंय अऊ माड़ी ला टेकके ओला जोहार करंय। जब ओमन ओकर हंसी उड़ा चुकिन, त बैंजनी रंग के कपड़ा ला ओकर ऊपर ले उतारके ओला ओकरेच कपड़ा ला पहिराईन अऊ तब ओमन कुरुस ऊपर चघाय बर ओला बाहिर ले गीन। सिकन्दर, अऊ रूफुस के ददा सिमोन नांव के कुरेन के रहइया एक मनखे गांव ले आवत रिहिस। ओह ओहीच डहार ले निकरिस। सिपाहीमन ओला जबरन यीसू के कुरुस ला उठाके ले जाय बर कहिन। ओमन यीसू ला गुलगुता नांव के ठऊर म लानिन, जेकर मतलब होथे “खोपड़ी के ठऊर”। तब ओमन ओला मुर्र म मिले अंगूर के मंद देवन लगिन, पर ओह ओला नइं लीस। तब ओमन ओला कुरुस ऊपर चघाईन। अऊ ओकर ओन्ढा बर चिट्ठी डालके फैसला करिन कि कोन ला का मिलही, अऊ ओकर हिसाब ले ओला बांट लीन। दिन के करीब 9 बजे के समय होही, जब ओमन यीसू ला कुरुस ऊपर चघाईन। अऊ ओकर ऊपर म ए दोस लिखके टांग दीन: “यहूदीमन के राजा”। ओमन ओकर संग दू झन डाकूमन ला घलो कुरुस ऊपर चघाईन; एक झन ला ओकर जेवनी कोति अऊ दूसर ला ओकर डेरी कोति। तब परमेसर के ओ बचन कि ओह पापीमन के संग गने जाही, पूरा होईस। अऊ रसता म अवइया-जवइयामन मुड़ी डोला-डोला के अऊ ठट्ठा करके ए कहंय, “तेंह कहत रहय कि मंदिर ला गिरावव अऊ मेंह तीन दिन म ओला बना दूहूं। कुरुस ले उतरके अपन-आप ला बंचा।” अइसनेच मुखिया पुरोहित अऊ कानून के गुरूमन घलो आपस म ठट्ठा करके कहंय, “एह आने मन ला बंचाईस अऊ अपन-आप ला नइं बंचाय सकत हवय। इसरायल के राजा, मसीह! अब कुरुस ले उतर आ कि हमन देखके बिसवास करन।” अऊ जऊन मन ओकर संग कुरुस ऊपर चघाय गे रिहिन, ओमन घलो ओकर ठट्ठा करत रहंय। मंझनियां के बखत जम्मो देस म अंधियार छा गीस अऊ अंधियार ह तीन बजे तक छाय रिहिस। तब तीन बजे यीसू ह अब्‍बड़ नरियाके कहिस, “इलोई इलोई लमा सबकतनी?” जेकर मतलब होथे – “हे मोर परमेसर, हे मोर परमेसर, तेंह मोला काबर छोंड़ दे?” जब लकठा म ठाढ़े मनखेमन ले कतको झन एला सुनिन, त ओमन कहिन, “देखव, एह एलियाह अगमजानी ला बलावत हवय।” ओम के एक झन दऊड़के गीस अऊ स्‍पंज ला सिरका म बोरिस अऊ ओला एक ठन लउठी म रखके यीसू ला पीये बर दीस अऊ कहिस, “ठहर जावव, हमन देखबो कि एलियाह ह ओला उतारे बर आथे कि नइं।” तब यीसू ह अब्‍बड़ जोर से नरियाके अपन परान ला तियाग दीस। मंदिर के परदा ह ऊपर ले खाल्‍हे तक चीराके दू बांटा हो गीस । सिपाहीमन के अधिकारी ह यीसू के आघू म ठाढ़े रिहिस। जब ओह यीसू ला अइसने गोहार पारके परान तियागत देखिस, त कहिस, “सिरतोन म एह परमेसर के बेटा रिहिस।” उहां कुछू माईलोगन घलो दूरिहा ले देखत रहंय। ओम मरियम मगदलिनी, अऊ छोटे याकूब अऊ योसेस के दाई मरियम अऊ सलोमी रिहिन। जब यीसू ह गलील म रिहिस, त एमन ओकर पाछू हो ले रिहिन अऊ ओकर सेवा करत रिहिन। अऊ बहुंत माईलोगन रिहिन, जऊन मन ओकर संग यरूसलेम आय रिहिन। ओह तियारी के दिन रिहिस जऊन ह कि बिसराम दिन के एक दिन आघू आथे। जब संझा होईस, त अरमतिया के रहइया यूसुफ ह आईस, जऊन ह कि महासभा के नामी सदस्य रिहिस अऊ खुदे परमेसर के राज के बाट जोहत रिहिस। ओह हिम्मत करके पीलातुस करा गीस अऊ यीसू के लास ला मांगिस। पीलातुस ह ए सुनके अचम्भो करिस कि यीसू ह अतेक जल्दी मर गीस अऊ ओह सिपाहीमन के अधिकारी ला बलाके पुछिस, “का यीसू ह मर गीस?” जब ओह अधिकारी ले यीसू के मरे के खबर ला जान लीस, त ओकर लास यूसुफ ला देवा दीस। तब यूसुफ ह एक बने ओन्ढा बिसोईस अऊ यीसू के लास ला उतारके ओ ओन्ढा म लपेटिस अऊ एक कबर म जऊन ह पथरा म खोदे गे रहय, रखिस, अऊ कबर के मुहूं म एक ठन बड़े पथरा ला टेका दीस। मरियम मगदलिनी अऊ योसेस के दाई मरियम देखत रिहिन कि यीसू के लास ला कहां रखे गे हवय। जब बिसराम दिन ह बीत गे, तब मरियम मगदलिनी अऊ याकूब के दाई मरियम अऊ सलोमी, यीसू के देहें म चुपरे बर खुसबूदार तेल बिसोईन। हप्‍ता के पहिली दिन, बड़े बिहनियां जब सूरज ह निकरेच रिहिस, तब ओमन कबर म आईन, अऊ ओमन एक-दूसर ला कहत रिहिन, “हमर बर कबर के दुवारी के पथरा ला कोन ह टारही?” जब ओमन आंखी उठाके देखिन, त पथरा जऊन ह बहुंत बड़े रिहिस, अपन ठऊर ले हट गे रहय। जब ओमन कबर के भीतर गीन, त एक जवान ला सफेद ओन्ढा पहिरे जेवनी कोति बईठे देखिन अऊ अब्‍बड़ चकित होईन। ओ जवान ह ओमन ला कहिस, “तुमन चकित झन होवव। यीसू नासरी जऊन ला कुरुस ऊपर चघाय गे रिहिस, ओला तुमन खोजत हवव। ओह जी उठे हवय, अऊ इहां नइं ए। देखव, एही ओ ठऊर ए, जिहां ओमन ओला रखे रिहिन। पर तुमन जावव, अऊ ओकर चेलामन अऊ पतरस ला कहव कि ओह तुम्‍हर ले आघू गलील प्रदेस जाही, उहां तुमन ओला देखहू जइसने कि ओह तुमन ला कहे रिहिस।” ओमन घबराके, कांपत कबर ले भागिन अऊ कोनो ला कुछू नइं कहिन काबरकि ओमन डर्रा गे रिहिन। यीसू ह हप्‍ता के पहिली दिन बिहनियां होतेच ही जी उठिस, ओह पहिली मरियम मगदलिनी ला दिखिस, जऊन म ले ओह सात परेत आतमामन ला निकारे रिहिस। ओह जाके यीसू के चेलामन ला ए खबर दीस, जऊन मन दुःखी होके रोवत रहंय। जब ओमन ए सुनिन कि यीसू ह जी उठे हवय अऊ ओला दरसन दे हवय, त ओमन बिसवास नइं करिन। एकर बाद, यीसू ह आने रूप म ओम के दू झन ला तब दरसन दीस, जब ओमन गांव कोति जावत रिहिन। ओमन घलो जाके बाकि चेलामन ला बताईन, पर चेलामन ओमन के घलो बिसवास नइं करिन। बाद म, यीसू ह गियारह चेलामन ला घलो, जब ओमन खाय बर बईठे रिहिन, दरसन दीस अऊ ओमन के कम बिसवास अऊ ओमन के ढीठपन ला देखके ओमन ला दबकारिस, काबरकि ओमन ओ मनखेमन के बात ला बिसवास नइं करिन, जऊन मन यीसू ला जी उठे बाद देखे रिहिन। यीसू ह ओमन ला कहिस, “तुमन जम्मो संसार म जाके जम्मो मनखेमन ला सुघर संदेस सुनावव। जऊन ह बिसवास करही अऊ बतिसमा लिही, ओह उद्धार पाही। पर जऊन ह बिसवास नइं करही, ओह दोसी ठहराय जाही। अऊ बिसवास करइयामन म ए चिन्‍हां होही कि ओमन मोर नांव म परेत आतमामन ला निकारहीं, अऊ ओमन नवां-नवां भासा बोलहीं। ओमन सांप ला अपन हांथ म उठा लिहीं, अऊ ओमन कहूं जहर घलो पी लिहीं, तभो ले ओमन ला कुछू नइं होवय। ओमन बेमार मनखे ऊपर हांथ रखहीं, त ओमन बने हो जाहीं।” ए बात, ओमन ला कहे के पाछू, परभू यीसू ह स्‍वरग म उठा लिये गीस। अऊ ओह परमेसर के जेवनी हांथ कोति बईठ गीस। तब चेलामन जाके जम्मो जगह परचार करिन अऊ परभू ह ओमन के संग काम करत रिहिस अऊ बचन के संग होवत अचरज के चिन्हांमन के दुवारा अपन बचन ला पक्‍का करिस। आमीन! मयारू थियुफिलुस! बहुंत झन ओ घटना के बारे म लिखे बर मदद करे हवंय जऊन ह हमर बीच म घटे हवय। ओमन सुरू ले ए घटनामन ला अपन आंखी ले देखे रिहिन अऊ ओमन परमेसर के बचन के सेवक रिहिन। ओमन ए घटनामन ला लिखके हमन ला सऊंप दीन। एकरसेति, मेंह खुद सुरू ले हर एक बात ला धियान से जांच परताल करेंव अऊ मोला ए बने लगिस कि मेंह लाइन से ए बातमन ला तोर बर घलो लिखंव, ताकि तेंह ओ बातमन के सच्‍चई ला जान सकस जेकर सिकछा तोला मिले हवय। यहूदिया प्रदेस के राजा हेरोदेस के समय म एक पुरोहित रिहिस, जेकर नांव जकरयाह रिहिस; ओह अबियाह के पुरोहिती दल के रिहिस; ओकर घरवाली घलो हारून के बंस के रिहिस जेकर नांव इलीसिबा रिहिस। ओ दूनों झन परमेसर के नजर म धरमी रिहिन, अऊ ओमन परभू के जम्मो हुकूम अऊ नियम मन ला साफ मन ले मानत रिहिन। पर ओमन के कोनो लइका नइं रिहिस, काबरकि इलीसिबा ह बांझ रिहिस अऊ ओ दूनों डोकरा-डोकरी हो गे रिहिन। एक बार जब जकरयाह ह अपन दल के पारी म परमेसर के आघू म पुरोहित के काम करत रिहिस। तब पुरोहितमन के रीति के मुताबिक चिट्ठी निकारे गीस अऊ चिट्ठी ह ओकर नांव म निकरिस कि ओह परभू के मंदिर म जाके धूप जलावय। अऊ धूप जलाय के समय म, मनखेमन के जम्मो भीड़ ह बाहिर म पराथना करत रहय। तब उहां परभू के एक स्‍वरगदूत ह ओकर करा परगट होईस अऊ ओ स्‍वरगदूत ह धूप के बेदी के जेवनी कोति ठाढ़े रहय। जकरयाह ह ओला देखके घबरा गीस अऊ ओह डर्रा गीस। पर स्‍वरगदूत ह ओला कहिस, “हे जकरयाह, झन डर! तोर पराथना ह सुने गे हवय। तोर घरवाली इलीसिबा तोर बर एक बेटा जनमही, अऊ तें ओकर नांव यूहन्ना रखबे। अऊ तोला आनंद अऊ खुसी होही, अऊ बहुंत झन ओकर जनम के खातिर आनंद मनाहीं, काबरकि ओह परभू के नजर म एक महान मनखे होही। ओह अंगूर के मंद या आने किसम के मंद कभू नइं पीही, अऊ ओह अपन दाई के पेट ले ही पबितर आतमा ले भरे होही। इसरायली मनखेमन ले बहुंते झन ला, ओह ओमन के परभू परमेसर करा लहुंटाके लानही। अऊ ओह अगमजानी एलियाह के आतमा अऊ सामरथ म, परभू के आघू-आघू चलही ताकि ओह ददामन के हिरदय ला ओमन के लइकामन कोति करय अऊ हुकूम नइं मनइयामन ला धरमी जन के बुद्धि कोति करय, अऊ ए किसम ले ओह परभू खातिर एक काबिल परजा तियार करय।” जकरयाह ह स्‍वरगदूत ले पुछिस, “मेंह एला कइसने मान लेवंव? काबरकि मेंह एक डोकरा मनखे अंव अऊ मोर घरवाली ह घलो डोकरी हो गे हवय।” स्‍वरगदूत ह ओला जबाब दीस, “मेंह जिब्राईल अंव, अऊ मेंह परमेसर के आघू म ठाढ़े रहिथंव। मोला एकर बर पठोय गे हवय कि मेंह तोर ले गोठियावंव अऊ तोला ए सुघर संदेस सुनावंव। देख! जब तक ए बात पूरा नइं हो जाही, तब तक तेंह कोंदा रहिबे, अऊ गोठियाय नइं सकबे; काबरकि तेंह मोर बात ला बिसवास नइं करय, जऊन ह अपन सही समय म पूरा होही।” अऊ मनखेमन जकरयाह के बाट जोहत रहंय अऊ अचम्भो करत रहंय कि ओह काबर अतेक बेर तक मंदिर म रूके हवय। जब ओह बाहिर आईस, त ओमन ले गोठियाय नइं सकिस। तब ओमन समझ गीन कि ओह मंदिर म कोनो दरसन देखे हवय, काबरकि ओह ओमन ला इसारा करत रहय, पर गोठियाय नइं सकय। जब ओकर सेवा के समय ह पूरा हो गीस, त ओह अपन घर वापिस चल दीस। एकर बाद ओकर घरवाली इलीसिबा ह देहें म होईस, अऊ ओह पांच महिना तक अपन-आप ला मनखेमन ले छिपाय रखिस। ओह कहिस, “परभू ह मोर बर ए करे हवय। ए दिन म, ओह अपन दया देखाके मनखेमन के बीच ले मोर कलंक ला दूर करे हवय।” इलीसिबा के देहें म रहे के छठवां महिना म, परमेसर ह जिब्राईल स्‍वरगदूत ला गलील प्रदेस के नासरत सहर म एक कुवांरी टूरी करा पठोईस। ओ टूरी के मंगनी यूसुफ नांव के एक मनखे संग होय रिहिस, जऊन ह दाऊद राजा के बंस के रिहिस। ओ कुवांरी के नांव मरियम रिहिस। स्‍वरगदूत ह ओकर करा आके ओला कहिस, “जोहार लागी! तोर ऊपर बहुंत किरपा होय हवय। परभू ह तोर संग हवय।” मरियम ह स्‍वरगदूत के बात ले बहुंत घबरा गीस अऊ सोचे लगिस कि ओकर बात के का मतलब हो सकथे। पर स्‍वरगदूत ह ओला कहिस, “हे मरियम, झन डर्रा! काबरकि परमेसर के दया तोर ऊपर होय हवय। देख, तेंह देहें म होबे अऊ एक बेटा ला जनम देबे, अऊ तेंह ओकर नांव यीसू रखबे। ओह महान होही अऊ परम परधान परमेसर के बेटा कहाही। परभू परमेसर ह ओला ओकर पुरखा दाऊद राजा के सिंघासन दिही, अऊ ओह याकूब के बंस ऊपर सदाकाल तक राज करही; ओकर राज के अंत कभू नइं होही।” मरियम ह स्‍वरगदूत ले पुछिस, “मेंह तो एक कुवांरी टूरी अंव। एह कइसने हो सकथे?” स्‍वरगदूत ह जबाब दीस, “पबितर आतमा ह तोर ऊपर उतरही, अऊ परम परधान परमेसर के सक्ति ह तोर ऊपर छइहां करही। एकरसेति ओ पबितर जन जऊन ह जनमही, ओह परमेसर के बेटा कहाही। अऊ त अऊ तोर रिस्तेदार इलीसिबा के ओकर बुढ़त काल म एक लइका होवइया हवय, ओला ठड़गी कहे जावत रिहिस; छठवां महिना हो गे, ओह देहें म हवय। काबरकि परमेसर बर कोनो काम असंभव नो हय।” मरियम ह कहिस, “देख, मेंह परभू के दासी अंव। तोर कहे मुताबिक होवय।” तब स्‍वरगदूत ह ओकर करा ले चले गीस। कुछू समय के बाद, मरियम ह तियार होईस अऊ जल्दी-जल्दी यहूदा प्रदेस के पहाड़ी इलाका के एक सहर म गीस, अऊ ओह उहां जकरयाह के घर म जाके इलीसिबा ला जोहार करिस। जब इलीसिबा ह मरियम के जोहार ला सुनिस, त लइका ह ओकर पेट म उछल पड़िस, अऊ इलीसिबा ह पबितर आतमा ले भर गीस, अऊ ओह चिचियाके कहिस, “माईलोगन म तेंह धइन (आसिसित) अस, अऊ तोर पेट के लइका ह धइन ए! पर अतेक जादा किरपा मोर ऊपर काबर होईस कि मोर परभू के दाई ह मोर करा आईस? जइसने मेंह तोर जोहार के सबद ला सुनेंव, लइका ह मोर पेट म आनंद के मारे उछल पड़िस। धइन अस तेंह, काबरकि तेंह बिसवास करय कि जऊन कुछू परभू ह तोला कहे हवय, ओह पूरा होही।” तब मरियम ह कहिस: “मोर मन ह परभू के बड़ई करत हवय; अऊ मोर आतमा ह मोर उद्धार करइया परमेसर म आनंद मनावत हवय, काबरकि ओह अपन दासी के दीन-हीन दसा ऊपर धियान दे हवय। अब ले जम्मो पीढ़ी के मनखेमन मोला धइन कहिहीं, काबरकि सामरथी परमेसर ह मोर बर बड़े-बड़े काम करे हवय – ओकर नांव पबितर ए। ओकर दया ओमन ऊपर, जऊन मन ओकर भय मानथें, पीढ़ी-पीढ़ी तक बने रहिथे। ओह अपन हांथ ले बड़े-बड़े काम करे हवय; ओह ओमन ला तितिर-बितिर कर दे हवय, जऊन मन अपन मन म घमंड करथें। ओह सक्तिसाली राजामन ला ओमन के सिंघासन ले उतार दे हवय, पर दीन-हीन मन ला ऊपर उठाय हवय। ओह भुखहा मनखेमन ला सुघर चीज ले भर दे हवय, पर धनवानमन ला जुछा हांथ निकार दे हवय। अपन दया ला सुरता करके, ओह अपन सेवक इसरायल के मदद करे हवय, जइसने ओह हमर पुरखामन ले कहे रिहिस कि ओह अब्राहम अऊ ओकर बंस ऊपर सदा-काल तक दया करही।” मरियम ह इलीसिबा के संग करीब तीन महिना रिहिस अऊ तब अपन घर वापिस चल दीस। इलीसिबा के लइका जनमे के समय होईस अऊ ओह एक बेटा ला जनम दीस। जब ओकर पड़ोसी अऊ रिस्तेदार मन सुनिन कि परभू ह ओकर ऊपर बड़े दया करे हवय, त ओमन ओकर संग आनंद मनाईन। आठवां दिन म, ओमन लइका के खतना करे बर आईन अऊ ओमन ओकर नांव ओकर ददा के नांव जकरयाह रखे बर चाहत रिहिन, पर ओकर दाई ह कहिस, “नइं! ओकर नांव यूहन्ना होही।” ओमन ओला कहिन, “पर तोर रिस्तेदारमन म काकरो ए नांव नइं ए।” तब ओमन लइका के ददा ले इसारा करके पुछिन कि ओह लइका के का नांव रखे चाहथे। ओह लिखे के एक सिलेट लाने बर कहिस अऊ ओम लिखिस, “एकर नांव यूहन्ना ए।” एला देखके ओ जम्मो झन अचम्भो करिन। अऊ तुरते जकरयाह के मुहूं ह खुल गे अऊ ओह गोठियाय अऊ परमेसर के इस्तुति करे लगिस। जम्मो पड़ोसीमन ऊपर डर हमा गे अऊ ए जम्मो बात यहूदिया प्रदेस के जम्मो पहाड़ी इलाका म फइल गीस। अऊ ए बात के जम्मो सुनइयामन अपन-अपन मन म सोचिन अऊ कहिन, “ए लइका ह का बनही?” काबरकि परभू के हांथ ओकर संग रहय। यूहन्ना के ददा जकरयाह ह पबितर आतमा ले भर गीस अऊ ए कहिके अगमबानी करिस: “इसरायल के परभू परमेसर के इस्तुति होवय, काबरकि ओह आय हवय अऊ अपन मनखेमन के उद्धार करे हवय। ओह अपन सेवक दाऊद के बंस म हमर बर एक सामरथी उद्धार करइया दे हवय, (जइसने ओह अपन पबितर अगमजानीमन के दुवारा बहुंत पहिली ले कहत आय हवय), कि ओह हमर बईरीमन ले अऊ जऊन मन हमन ले घिन करथें, ओमन ले हमन ला बचाही। ओह हमर पुरखामन ऊपर दया करही अऊ अपन पबितर करार ला सुरता करही। ओह किरिया खाके हमर पुरखा अब्राहम ले कहे रिहिस: कि ओह हमन ला हमर बईरीमन के हांथ ले बचाही, ताकि हमन निडर होके जिनगी भर पबितर अऊ धरमी बनके ओकर आघू म ओकर सेवा कर सकन। अऊ ए मोर लइका! तेंह परम परधान परमेसर के अगमजानी कहाबे, काबरकि तेंह परभू के रसता तियार करे बर ओकर आघू-आघू जाबे, अऊ ओकर मनखेमन ला तेंह बताबे कि ओमन के पाप छेमा होय के दुवारा ओमन के उद्धार होही। एह हमर परमेसर के बड़े दया के कारन होही, जब स्‍वरग ले बिहनियां के अंजोर हमर करा आही, अऊ ओमन ऊपर चमकही जऊन मन अंधियार अऊ मिरतू के छइहां म रहत हवंय, अऊ हमर गोड़ ला सांति के रसता म ले चलही।” अऊ ओ लइका ह बढ़त अऊ आतमा म मजबूत होवत गीस अऊ ओह तब तक निरजन ठऊर म रिहिस, जब तक ओह इसरायली मनखेमन के आघू म खुले-आम नइं आईस। ओ समय म महाराजा अगस्तुस ए हुकूम निकारिस कि जम्मो रोमन राज म जनसंख्या के गनती करे जावय। (जब ए पहिली जनसंख्या के गनती होईस, त ओ समय क्विरिनियुस ह सीरिया के राजपाल रिहिस)। अऊ जम्मो मनखेमन नांव लिखवाय बर अपन-अपन सहर या गांव म गीन। यूसुफ ह घलो गलील प्रदेस के नासरत सहर ले यहूदिया प्रदेस म दाऊद के गांव बैतलहम गीस, काबरकि ओह दाऊद के परिवार अऊ बंस के रिहिस। ओह उहां मरियम के संग नांव लिखवाय बर गीस, जेकर संग ओकर बिहाव तय हो गे रिहिस। मरियम ह ओ समय देहें म रहय। जब ओमन उहां रिहिन, त मरियम के लइका जने के समय होईस। ओह अपन पहिलांत बेटा ला जनम दीस अऊ ओला कपड़ा म लपेटके कोटना म रखिस, काबरकि उहां ओमन बर धरमसाला म जगह नइं रिहिस। उहां लकठा के मैदान म, कुछू चरवाहामन रतिहा अपन भेड़ के झुंड के रखवारी करत रहंय। तब परभू के एक स्‍वरगदूत ह ओमन करा परगट होईस, अऊ परभू के महिमा के तेज ओमन के चारों कोति चमकिस, अऊ ओमन डर्रा गीन। पर स्‍वरगदूत ह ओमन ला कहिस, “झन डर्रावव! मेंह तुम्‍हर बर बड़े आनंद के सुघर संदेस लाने हवंव, जऊन ह जम्मो मनखेमन बर होही। आज राजा दाऊद के सहर म तुम्‍हर बर एक उद्धार करइया जनमे हवय; अऊ ओहीच ह मसीह परभू अय। अऊ तुम्‍हर बर एकर ए चिन्‍हां होही कि तुमन एक लइका ला कपड़ा म लपटाय अऊ कोटना म सुते पाहू।” तब अचानक ओ स्‍वरगदूत के संग स्वरगदूतमन के एक बड़े दल परगट होईस अऊ ओमन परमेसर के महिमा करत ए कहत रहंय, “सबले ऊंच स्‍वरग म परमेसर के महिमा अऊ धरती म ओ मनखेमन ऊपर सांति होवय, जऊन मन ले ओह खुस हवय।” जब स्वरगदूतमन ओमन करा ले स्‍वरग चले गीन, त चरवाहामन एक-दूसर ला कहिन, “आवव, हमन बैतलहम जाके ए बात ला देखी, जेकर बारे म परभू ह हमन ला बताय हवय।” एकरसेति ओमन झटपट गीन, अऊ मरियम अऊ यूसुफ ला अऊ ओ लइका ला देखिन, जऊन ह कोटना म सुते रहय। ओला देखे के बाद, चरवाहामन बताय लगिन कि ओ लइका के बारे म ओमन ला का कहे गे रिहिस; अऊ जम्मो मनखे चरवाहामन के बात ला सुनके अचम्भो करन लगिन। पर मरियम ह ए जम्मो बात ला सोचत, एला अपन मन म रखिस। जइसने चरवाहामन ला बताय गे रिहिस, वइसनेच ओमन सुनिन अऊ देखिन अऊ परमेसर के महिमा अऊ बड़ई करत लहुंट गीन। आठवां दिन म, जब लइका के खतना करे के समय आईस, त ओकर नांव “यीसू” रखे गीस। ए नांव ला स्‍वरगदूत ह ओकर पेट म आय के पहिली ले देय रिहिस। जब मूसा के कानून के मुताबिक ओमन के सुध होय के समय पूरा होईस, त यूसुफ अऊ मरियम लइका ला परभू ला अरपन करे बर यरूसलेम सहर ले गीन। (जइसने परभू के कानून म लिखे हवय, “हर एक पहिलांत बेटा परभू बर पबितर करे जावय” ), अऊ परभू के कानून के मुताबिक पंड़की के एक जोड़ा या दू ठन परेवा पीला ला बलिदान करे जावय। यरूसलेम म सिमोन नांव के एक मनखे रहय। ओह धरमी अऊ परमेसर के भक्त रहय। ओह इसरायलीमन बर सांति के बाट जोहत रहय अऊ पबितर आतमा ओकर संग रहय। पबितर आतमा के दुवारा ओला ए बताय गे रहय कि जब तक ओह परभू के मसीह ला देख नइं लिही, तब तक ओह नइं मरही। ओहीच दिन पबितर आतमा के अगुवई ले, ओह मंदिर म गीस। जब दाई-ददा लइका यीसू ला भीतर लाईन कि ओकर बर कानून के मुताबिक रीति-रिवाज ला पूरा करंय। तब समोन ह लइका ला अपन कोरा म लीस अऊ परमेसर के इस्तुति करत कहिस, “हे परभू, अपन परतिगियां के मुताबिक अब तोर सेवक ला सांति के संग बिदा कर। काबरकि मोर आंखीमन उद्धार करइया ला देख ले हवंय, जऊन ला तेंह जम्मो मनखेमन ला दे हवस, कि ओह आनजातमन बर अंजोर, अऊ तोर इसरायली मनखेमन बर महिमा होवय।” यीसू के बारे म जो कहे गीस, ओला सुनके ओकर ददा अऊ दाई अचम्भो करिन। तब सिमोन ह ओमन ला आसिस दीस अऊ ओकर दाई मरियम ला कहिस, “ए लइका ह इसरायल म बहुंते झन के बिनास अऊ उद्धार खातिर चुने गे हवय, अऊ एह परमेसर के एक चिन्‍हां होही, जेकर बिरोध म बोले जाही, ताकि बहुंते झन के हिरदय के बिचार ह परगट हो जावय। अऊ एक तलवार तोर खुद के जीव ला घलो छेदही।” हन्ना नांव के एक अगमबानी करइया माईलोगन रिहिस। ओह फनूएल के बेटी अऊ आसेर के गोत्र के रिहिस। ओह बहुंत डोकरी हो गे रहय। बिहाव होय के बाद ओह अपन घरवाला के संग सात साल तक रिहिस, अऊ तब ले चौरासी बछर हो गे रहय, ओह बिधवा रिहिस। ओह मंदिर ला कभू नइं छोंड़य, पर उपास अऊ पराथना करत, रात अऊ दिन अराधना करत रहय। ओहीच बेरा ओमन करा आके, ओह परमेसर ला धनबाद दीस अऊ ओ जम्मो झन ला लइका के बारे म बताय लगिस, जऊन मन यरूसलेम के छुटकारा के बाट जोहत रिहिन। जब यूसुफ अऊ मरियम परभू के कानून के मुताबिक जम्मो बात ला पूरा कर लीन, त ओमन लइका ला लेके गलील प्रदेस म अपन खुद के सहर नासरत ला लहुंट गीन। अऊ लइका ह बढ़त अऊ मजबूत होवत गीस; ओह बुद्धि ले भरे रहय, अऊ परमेसर के अनुग्रह ओकर ऊपर रहय। हर एक साल यीसू के दाई-ददा फसह के तिहार खातिर यरूसलेम जाय करत रिहिन। जब यीसू ह बारह साल के होईस, त ओमन रीति-रिवाज के मुताबिक तिहार मनाय बर गीन। जब तिहार ह सिरा गे, त ओमन वापिस घर लहुंटत रिहिन, पर यीसू ह यरूसलेम म रूक गीस, अऊ ओकर दाई-ददा ए बात ला नइं जानत रहंय। ए सोचत कि ओह मनखेमन के संग म होही, ओमन एक दिन के रसता चल दीन। तब ओमन ओला अपन सगा-संबंधी अऊ संगवारी मन के बीच म खोजे लगिन। जब ओह नइं मिलिस, त ओमन ओला खोजत यरूसलेम वापिस चल दीन। तीन दिन के बाद, ओमन ओला मंदिर के अंगना म गुरूमन के बीच म बईठे पाईन। ओह गुरूमन के बात ला सुनत अऊ ओमन ले सवाल पुछत रहय। जऊन मन ओकर बात ला सुनत रहंय, ओ जम्मो झन ओकर समझ अऊ जबाब ले चकित होवत रहंय। जब ओकर दाई-ददा ओला देखिन, त अचम्भो करिन। ओकर दाई ह कहिस, “बेटा, तेंह हमर संग अइसने काबर करे? देख! तोर ददा अऊ में फिकर म पड़के तोला खोजत रहेंन।” ओह अपन दाई-ददा ला कहिस, “तुमन मोला काबर खोजत रहेव? का तुमन ए नइं जानत रहेव कि मोला अपन ददा (परमेसर) के घर म रहना जरूरी ए?” पर ओमन ओकर बात ला नइं समझिन। तब यीसू ह ओमन के संग नासरत गीस अऊ ओमन के अधीन म रिहिस। पर ओकर दाई ह ए जम्मो बात ला अपन मन म रखिस। अऊ यीसू ह बुद्धि अऊ डील-डौल म, अऊ परमेसर अऊ मनखेमन के अनुग्रह म बढ़त गीस। महाराजा तिबिरयुस के राज के पं‍दरहवां साल म, जब पुन्तियुस पीलातुस यहूदिया प्रदेस के राजपाल रिहिस; हेरोदेस ह गलील के राजपाल; ओकर भाई फिलिप्पुस इतूरिया अऊ त्रखोनितिस के राजपाल; अऊ लिसानियास ह अबिलेने के राजपाल रिहिस; अऊ हन्नास अऊ काइफा महा पुरोहित रिहिन। तब ओ समय परमेसर के बचन ह निरजन जगह म जकरयाह के बेटा यूहन्ना करा पहुंचिस। यूहन्ना ह यरदन नदी के आस-पास के जम्मो इलाका म गीस अऊ पाप के छेमा खातिर मन-फिराय के बतिसमा के परचार करिस। जइसने कि यसायाह अगमजानी के किताब म लिखे हवय: “निरजन जगह म एक झन के बलाय के अवाज आवत हवय, परभू के रसता तियार करव, ओकर सड़कमन ला सीधा करव। हर एक घाटी पाट दिये जाही, अऊ हर एक पहाड़ अऊ पठार समतल करे जाही। टेड़गा सड़कमन सीधा अऊ खंचवा-डीपरा रसतामन समतल हो जाहीं। अऊ जम्मो मनखेमन परमेसर के उद्धार ला देखहीं।” मनखेमन के भीड़ के भीड़ यूहन्ना ले बतिसमा ले बर आवत रिहिस। त यूहन्ना ह ओमन ला कहिस, “हे जहरिला सांप के लइकामन! परमेसर के अवइया कोरोध ले भागे के चेतउनी तुमन ला कोन ह दीस? अपन काम के दुवारा देखावव कि तुमन मन-फिराय हवव। अऊ अपन-आप ले ए झन कहव कि अब्राहम ह तुम्‍हर पुरखा ए। काबरकि मेंह तुमन ला कहत हंव कि ए पथरामन ले परमेसर ह अब्राहम बर संतान पैदा कर सकथे। टांगा ह पहिली ले रूखमन के जरी म रखे हवय, अऊ जऊन रूख म बने फर नइं फरय, ओह काटे अऊ आगी म झोंके जाही।” मनखेमन ओकर ले पुछिन, “त हमन ला का करना चाही।” यूहन्ना ह जबाब दीस, “जेकर करा दू ठन कुरता हवय, ओह अपन एक कुरता ओला दे देवय, जेकर करा एको ठन नइं ए, अऊ जेकर करा भोजन हवय, ओह घलो भुखहामन संग अइसनेच करय।” लगान लेवइयामन घलो बतिसमा लेय बर आईन अऊ ओमन यूहन्ना ले पुछिन, “हे गुरू, हमन ला का करना चाही?” ओह ओमन ला कहिस, “जतकी ठहराय गे हवय, ओकर ले जादा लगान झन लेवव।” तब कुछू सैनिकमन ओकर ले पुछिन, “अऊ हमन ला का करना चाही?” ओह ओमन ला कहिस, “काकरो ले जबरदस्‍ती पईसा झन लेवव अऊ न मनखेमन ऊपर लबारी दोस लगावव। अपन तनखा म संतोस करव।” मनखेमन आस लगाय बाट जोहत रिहिन अऊ जम्मो झन अपन मन म सोचत रिहिन कि कहूं यूहन्ना ह तो मसीह नो हय। यूहन्ना ह ओ जम्मो झन ला कहिस, “मेंह तुमन ला पानी ले बतिसमा देवत हंव। पर एक झन आवत हवय, जऊन ह मोर ले अऊ सामरथी अय। मेंह तो ए लइक घलो नो हंव कि ओकर पनही के बंधना ला खोलंव। ओह तुमन ला पबितर आतमा अऊ आगी ले बतिसमा दिही। ओकर सुपा ह ओकर हांथ म हवय ताकि अपन कोठार ला साफ करय अऊ गहूं ला अपन कोठी म कुढ़ोवय, पर ओह भूंसा ला ओ आगी म बारही, जऊन ह कभू नइं बुथावय।” अऊ बहुंते आने बचन के दुवारा यूहन्ना ह मनखेमन ला उत्साहित करिस अऊ ओमन ला सुघर संदेस के परचार करिस। यूहन्ना ह हेरोदेस राजा ला डांटिस काबरकि ओह अपन भाई के घरवाली हेरोदियास ला रखे रिहिस अऊ बहुंते आने कुकरम करे रिहिस। तब हेरोदेस ह एकर ले घलो बढ़ के ए कुकरम करिस कि ओह यूहन्ना ला पकड़के जेल म डार दीस। जम्मो मनखेमन बतिसमा लेवत रिहिन, त यीसू ह घलो बतिसमा लीस। अऊ जब ओह पराथना करत रहय, त अकास ह खुल गीस। अऊ पबितर आतमा ह देहें के रूप म एक ठन पंड़की चिरई सहीं ओकर ऊपर उतरिस, अऊ स्‍वरग ले ए अवाज आईस: “तेंह मोर मयारू बेटा अस। तोर ले मेंह बहुंत खुस हवंव।” जब यीसू ह अपन सेवा के काम ला सुरू करिस, त ओह करीब तीस साल के रिहिस। जइसने कि मनखेमन समझत रिहिन, ओह यूसुफ के बेटा रिहिस, अऊ यूसुफ ह एली के बेटा, एली ह मत्तात के बेटा, मत्तात ह लेवी के बेटा, लेवी ह मलकी के बेटा, मलकी ह यन्ना के बेटा, यन्ना ह यूसुफ के बेटा, यूसुफ ह मत्तियाह के बेटा, मत्तियाह ह आमोस के बेटा, आमोस ह नहूम के बेटा, नहूम ह असल्याह के बेटा, असल्याह ह नोगह के बेटा, नोगह ह मात के बेटा, मात ह मत्तियाह के बेटा, मत्तियाह ह सिमी के बेटा, सिमी ह योसेख के बेटा, योसेख ह योदाह के बेटा, योदाह ह योनान के बेटा, योनान ह रेसा के बेटा, रेसा ह जरू‍ब्बाबिल के बेटा, जरू‍ब्बाबिल ह सालतिएल के बेटा, सालतिएल ह नेरी के बेटा, नेरी ह मलकी के बेटा, मलकी ह अद्दी के बेटा, अद्दी ह कोसाम के बेटा, कोसाम ह इलमोदाम के बेटा, इलमोदाम ह एर के बेटा, एर ह यहोसू के बेटा, यहोसू ह एलीएजेर के बेटा, एलीएजेर ह योरीम के बेटा, योरीम ह मत्तात के बेटा, मत्तात ह लेवी के बेटा, लेवी ह सिमोन के बेटा, सिमोन ह यहूदा के बेटा, यहूदा ह यूसुफ के बेटा, यूसुफ ह योनाम के बेटा, योनाम ह एल्याकीम के बेटा, एल्याकीम ह मलेआह के बेटा, मलेआह ह मिन्नाह के बेटा, मिन्नाह ह मत्तता के बेटा, मत्तता ह नातान के बेटा, नातान ह दाऊद के बेटा, दाऊद ह यिसै के बेटा, यिसै ह ओबेद के बेटा, ओबेद ह बोअज के बेटा, बोअज ह सलमोन के बेटा, सलमोन ह नहसोन के बेटा, नहसोन ह अम्‍मीनादाब के बेटा, अम्‍मीनादाब ह अरनी के बेटा, अरनी ह हिस्‍त्रोन के बेटा, हिस्‍त्रोन ह फिरिस के बेटा, फिरिस ह यहूदा के बेटा, यहूदा ह याकूब के बेटा, याकूब ह इसहाक के बेटा, इसहाक ह अब्राहम के बेटा, अब्राहम ह तिरह के बेटा, तिरह ह नाहोर के बेटा, नाहोर ह सरूग के बेटा, सरूग ह रऊ के बेटा, रऊ ह फिलिग के बेटा, फिलिग ह एबिर के बेटा, एबिर ह सेलह के बेटा, सेलह ह केनान के बेटा, केनान ह अरपछद के बेटा, अरपछद ह सेम के बेटा, सेम ह नूह के बेटा, नूह ह लिमिक के बेटा, लिमिक ह मथूसिलह के बेटा, मथूसिलह ह हनोक के बेटा, हनोक ह यिरिद के बेटा, यिरिद ह महललेल के बेटा, महललेल ह केनान के बेटा, केनान ह इनोस के बेटा, इनोस ह सेत के बेटा, सेत ह आदम के बेटा, अऊ आदम ह परमेसर के बेटा रिहिस। यीसू ह पबितर आतमा ले भरे, यरदन नदी ले लहुंटिस अऊ पबितर आतमा के अगुवई म ओह निरजन जगह म गीस, जिहां सैतान ह चालीस दिन तक ओकर परिछा करिस। यीसू ह ओ चालीस दिन तक कुछू नइं खाईस, अऊ तब ओला भूख लगिस। तब सैतान ह यीसू ला कहिस, “यदि तेंह परमेसर के बेटा अस, त ए पथरा ले कह कि एह रोटी बन जावय।” यीसू ह जबाब दीस, “परमेसर के बचन म ए लिखे हवय: मनखे ह सिरिप रोटी ले ही जीयत नइं रहय। ” सैतान ह ओला एक ठन ऊंचहा ठऊर म ले गीस अऊ छिन भर म ओला संसार के जम्मो राज ला देखाईस। अऊ यीसू ला कहिस, “मेंह ए जम्मो के अधिकार अऊ सान-सौकत तोला दे दूहूं, काबरकि एह मोला दिये गे हवय, अऊ मेंह जऊन ला चाहंव ओला ए जम्मो दे सकत हंव। यदि तेंह मोर अराधना करबे, त ए जम्मो ह तोर हो जाही।” यीसू ह ओला ए जबाब दीस, “परमेसर के बचन म ए लिखे हवय: तेंह अपन परभू परमेसर के अराधना कर अऊ सिरिप ओकरे सेवा कर। ” तब सैतान ह यीसू ला यरूसलेम म ले गीस अऊ ओला मंदिर के टीप म ठाढ़ करके कहिस, “यदि तेंह परमेसर के बेटा अस, त इहां ले खाल्‍हे कूद जा। काबरकि परमेसर के बचन म ए लिखे हवय: परमेसर ह तोर बिसय म अपन स्वरगदूतमन ला हुकूम दिही कि ओमन तोर रकछा करंय। ओमन तोला अपन हांथ म उठा लिहीं, ताकि तोर गोड़ म पथरा ले चोट झन लगय। ” यीसू ह ओला ए जबाब दीस, “परमेसर के बचन म ए घलो कहे गे हवय: तेंह अपन परभू परमेसर के परिछा झन कर। ” जब सैतान ह ए जम्मो परिछा कर चुकिस, त ओह आने मऊका के मिलत तक यीसू ला छोंड़के चल दीस। यीसू ह पबितर आतमा के सक्ति ले भरे गलील प्रदेस लहुंटिस, अऊ आस-पास के जम्मो इलाका म ओकर बारे म खबर फइल गीस। ओह ओमन के सभा घरमन म उपदेस दीस, अऊ जम्मो झन ओकर बड़ई करिन। यीसू ह नासरत गांव म गीस, जिहां ओह पले-बढ़े रिहिस, अऊ अपन रीति के मुताबिक, ओह बिसराम के दिन यहूदीमन के सभा घर म गीस, अऊ ओह परमेसर के बचन ले पढ़े बर ठाढ़ होईस। ओला यसायाह अगमजानी के किताब दिये गीस। ओह किताब ला खोलिस अऊ ओ भाग ला निकारिस, जिहां ए लिखे रहय: “परभू के आतमा मोर ऊपर हवय, एकरसेति ओह गरीबमन ला सुघर संदेस के परचार करे बर मोर अभिसेक करे हवय। ओह मोला पठोय हवय, ताकि मेंह कैदीमन ला छुटकारा के, अऊ अंधरामन ला आंखी पाय के घोसना करंव, अऊ दुखित-पीड़ित मन ला छोड़ावंव, अऊ परभू के अनुग्रह के बछर के घोसना करंव।” तब यीसू ह किताब ला बंद करके वापिस सेवक ला दे दीस अऊ बईठ गीस। सभा घर म जम्मो झन के आंखी ह ओकरे ऊपर लगे रहय। तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “आज परमेसर के ए बचन ह तुम्‍हर सुनत म पूरा होईस।” जम्मो झन ओकर बड़ई करिन अऊ ओकर मुहूं ले निकरे अनुग्रह के बात ला सुनके ओमन अचम्भो करिन अऊ कहिन, “का एह यूसुफ के बेटा नो हय?” यीसू ह ओमन ला कहिस, “तुमन मोर बर ए कहावत जरूर कहिहू, ‘ए डाक्टर, पहिली अपन-आप ला चंगा कर।’ जऊन कुछू तेंह कफरनहूम म करे हवस, ओकर बारे म हमन सुने हवन, अब वइसनेच तेंह इहां अपन नगर म घलो कर।” यीसू ह फेर कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहत हंव, कोनो अगमजानी अपन खुद के नगर म मान-सम्मान नइं पावय। मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि एलियाह के समय म जब साढ़े तीन साल तक पानी नइं बरसिस अऊ जम्मो इलाका म भयंकर अकाल पड़े रिहिस, तब इसरायल देस म बहुंत बिधवामन रिहिन। पर एलियाह ला ओमन ले काकरो करा नइं पठोय गीस, पर सैदा प्रदेस के सारफत सहर म एक बिधवा करा ओला पठोय गीस । अऊ एलीसा अगमजानी के समय म इसरायल देस म बहुंत कोढ़ीमन रिहिन, पर सीरिया देस के नामान ला छोंड़के ओमन ले कोनो सुध नइं करे गीस ।” ए बात ला सुनके सभा घर के जम्मो मनखेमन कोरोध ले भर गीन। ओमन उठिन अऊ यीसू ला सहर के बाहिर निकारिन। ओमन के सहर ह पहाड़ी ऊपर बसे रहय। ओमन यीसू ला पहाड़ी के छोर म ले गीन ताकि ओला चट्टान म ले ढकेल देवंय। पर ओह भीड़ के बीच म ले निकरके अपन रसता म चल दीस। तब यीसू ह गलील प्रदेस के कफरनहूम सहर म गीस, अऊ बिसराम के दिन मनखेमन ला उपदेस देवन लगिस। मनखेमन यीसू के उपदेस ला सुनके चकित होवत रहंय, काबरकि ओह अधिकार के संग गोठियावत रहय। सभा घर म एक मनखे रिहिस जऊन म एक परेत आतमा रहय। ओह जोर से चिचियाके कहिस, “हे यीसू नासरी! तोला हमर ले का काम? का तेंह हमन ला नास करे बर आय हवस? मेंह जानत हंव कि तेंह कोन अस, तेंह परमेसर के पबितर जन अस।” यीसू ह ओला दबकारके कहिस, “चुपे रह। अऊ ओम ले निकर आ।” तब परेत आतमा ह ओ मनखे ला ओ जम्मो झन के आघू म पटकिस अऊ ओला बिगर चोट पहुंचाय निकर गीस। जम्मो मनखेमन अचम्भो करिन अऊ एक-दूसर ला कहिन, “एह का सिकछा अय? अधिकार अऊ सक्ति के संग ओह परेत आतमामन ला हुकूम देथे अऊ ओमन निकर जाथें।” अऊ आस-पास के जम्मो जगह म यीसू के बारे खबर फइल गीस। यीसू ह सभा घर ले निकरके सिमोन के घर म गीस। ओ समय सिमोन के सास ला बहुंत जर आवत रहय, अऊ ओमन यीसू ले ओला बने करे बर बिनती करिन। यीसू ह सिमोन के सास के बाजू म ठाढ़ होईस अऊ जर ला दबकारिस, अऊ ओकर जर ह उतर गीस। ओह तुरते उठिस अऊ ओमन के सेवा करे लगिस। जब बेर ह बुड़त रहय, त मनखेमन ओ जम्मो झन जऊन मन ला कतको किसम के बेमारी रहय, यीसू करा लानिन, अऊ ओह हर एक के ऊपर हांथ रखके ओमन ला बने करिस। परेत आतमामन घलो बहुंत मनखेमन ले चिचियावत अऊ ए कहत निकर गीन कि तेंह परमेसर के बेटा अस। पर यीसू ह ओमन ला दबकारिस अऊ ओमन ला गोठियावन नइं दीस, काबरकि ओमन जानत रिहिन कि ओह मसीह अय। जब बिहान होईस, त यीसू ह एक ठन सुनसान ठऊर म चले गीस। मनखेमन ओला खोजे लगिन, अऊ जब ओमन ओला भेंटिन, त ओला रोके के कोसिस करिन अऊ कहिन कि हमर करा ले झन जा। पर ओह कहिस, “मोला आने सहरमन म घलो परमेसर के राज के सुघर संदेस के परचार करना जरूरी ए, काबरकि एकर खातिर मोला पठोय गे हवय।” अऊ ओह यहूदिया प्रदेस के सभा घरमन म परचार करन लगिस। एक दिन यीसू गन्नेसरत झील के तीर म ठाढ़े रहय अऊ परमेसर के बचन सुने बर मनखेमन के भीड़ ह ओकर ऊपर गिरे पड़त रहय। ओह दू ठन डोंगा पानी के तीर म देखिस, जऊन ला मछुआरमन छोंड़के अपन जालमन ला धोवत रहंय। ओह ओम के एक ठन डोंगा म चघिस, जऊन ह सिमोन के रिहिस अऊ यीसू ह ओला कहिस, “डोंगा ला पानी के तीर ले थोरकन दूरिहा ले चल।” तब यीसू ह डोंगा म बईठ गीस अऊ उहां ले मनखेमन ला उपदेस देवन लगिस। जब ओह उपदेस दे चुकिस, त सिमोन ला कहिस, “डोंगा ला गहिरा पानी म ले चल अऊ मछरी पकड़े बर अपन जाल ला डार।” सिमोन ह कहिस, “हे मालिक, हमन रात भर बहुंत मिहनत करेन, तभो ले कुछू नइं पायेन। पर तोर कहे म मेंह जाल ला फेर डारत हवंव।” जब ओमन अइसने करिन, त जाल म अतकी जादा मछरी फंसिन कि जाल ह चीराय लगिस। एकरसेति ओमन अपन संगवारीमन ला जऊन मन दूसर डोंगा म रहंय, इसारा करिन कि ओमन आके मदद करंय; अऊ ओमन आईन अऊ दूनों डोंगा ला मछरी ले अतकी भर लीन कि डोंगामन बुड़न लगिन। जब सिमोन पतरस एला देखिस, त ओह यीसू के गोड़ खाल्‍हे गिरिस अऊ कहिस, “हे परभू! मोर करा ले चले जा; मेंह एक पापी मनखे अंव।” काबरकि अतकी जादा मछरी फंसे के कारन, ओह अऊ ओकर जम्मो संगीमन अचम्भो करत रिहिन, अऊ एहीच दसा जबदी के बेटा याकूब अऊ यूहन्ना के घलो रहय, जऊन मन सिमोन के संगवारी रिहिन। तब यीसू ह सिमोन ला कहिस, “झन डर्रा; अब ले तेंह मनखेमन ला पकड़े करबे।” ओमन डोंगामन ला पानी के तीर म लानिन अऊ जम्मो कुछू ला छोंड़के यीसू के पाछू हो लीन। जब यीसू ह एक नगर म रिहिस, त उहां कोढ़ ले भरे एक मनखे आईस। जब ओह यीसू ला देखिस, त मुहूं के भार भुइयां म गिरके ओकर ले बिनती करिस, “हे परभू, यदि तेंह चाहस, त मोला सुध कर सकथस।” यीसू ह अपन हांथ ला लमाके ओ मनखे ला छुईस अऊ कहिस, “मेंह चाहत हंव कि तेंह सुध हो जा।” अऊ तुरते ओकर कोढ़ ह गायब हो गीस। तब यीसू ह ओला हुकूम दीस, “ए बात कोनो ला झन बताबे, पर जा अऊ अपन-आप ला पुरोहित ला देखा अऊ सुध होय के बारे म मूसा ह जइसने हुकूम दे हवय, वइसने बलिदान चघा, ताकि मनखेमन जान लेवंय कि तेंह बने हो गे हवस।” यीसू के बारे म अऊ खबर फइल गीस, अऊ मनखेमन के भीड़ यीसू के बात सुने बर अऊ अपन बेमारी ले बने होय बर आय लगिन। पर यीसू ह अक्सर सुनसान जगह म जावय अऊ पराथना करय। एक दिन जब यीसू ह उपदेस देवत रहय, त फरीसीमन अऊ कानून के गुरूमन उहां बईठे रहंय, जऊन मन गलील अऊ यहूदिया प्रदेस के जम्मो गांव ले, अऊ यरूसलेम ले आय रहंय। अऊ परभू के सामरथ बेमरहामन ला बने करे बर यीसू के संग रहय। कुछू मनखेमन लकवा के मारे एक मनखे ला खटिया म उठाके लानिन। ओमन ओला घर के भीतर ले जाय के कोसिस करिन ताकि ओला यीसू के आघू म रख सकंय। जब ओमन भीड़ के मारे ओला भीतर नइं ले जा सकिन, तब ओमन छानी के ऊपर चघिन अऊ खपरा ला टारके ओमन ओला खटिया म, भीड़ के मांझा म, ठोका यीसू के आघू म उतारिन। जब यीसू ह ओमन के बिसवास ला देखिस, त ओह लकवा के मारे मनखे ला कहिस, “संगी, तोर पाप छेमा होईस।” फरीसीमन अऊ कानून के गुरूमन अपन-अपन मन म सोचे लगिन, “ए कोन मनखे ए जऊन ह परमेसर के निन्दा करथे? सिरिप परमेसर के छोंड़ अऊ कोन पाप ला छेमा कर सकथे?” यीसू ह ओमन के मन के बात ला जानत रिहिस। ओह ओमन ले पुछिस, “तुमन ए बात अपन मन म काबर सोचत हव? का कहना सरल ए? ए कहना, ‘तोर पाप छेमा होईस’, कि ए कहना, ‘उठ अऊ चल फिर।’ तुमन ए बात ला जान लेवव कि मनखे के बेटा ला ए धरती म पाप छेमा करे के अधिकार हवय।” ओह लकवा के मारे मनखे ला कहिस, “मेंह तोला कहत हंव, उठ अऊ अपन खटिया उठाके घर जा ।” तुरते ओह ओमन के आघू म उठिस अऊ जऊन खटिया म ओह पड़े रिहिस, ओला उठाईस अऊ परमेसर के इस्तुति करत अपन घर चल दीस। तब ओ जम्मो झन चकित हो गीन अऊ परमेसर के महिमा करिन। ओमन म डर हमा गीस अऊ ओमन कहे लगिन, “हमन आज चमतकार होवत देखे हवन।” एकर बाद, यीसू ह बाहिर निकरिस अऊ लेवी नांव के एक झन लगान लेवइया ला अपन नाका म बईठे देखिस। यीसू ह ओला कहिस, “मोर पाछू चले आ।” लेवी ह उठिस अऊ जम्मो कुछू ला छोंड़के यीसू के पाछू हो लीस। तब लेवी ह यीसू बर अपन घर म एक बड़े भोज के आयोजन करिस, अऊ लगान लेवइया अऊ आने पहुनामन के एक बड़े भीड़ ह ओमन के संग म खावत रिहिस। पर फरीसी अऊ कानून के गुरू मन यीसू के चेलामन ले ए कहिके सिकायत करन लगिन, “तुमन लगान लेवइया अऊ पापी मन संग काबर खाथव अऊ पीथव?” यीसू ह ओमन ला जबाब दीस, “भला-चंगा मनखेमन ला डाक्टर के जरूरत नइं होवय, पर बेमरहामन ला होथे। मेंह धरमीमन ला नइं, पर पापीमन ला पछताप करे बर बलाय आय हवंव।” ओमन यीसू ले कहिन, “यूहन्ना बतिसमा देवइया के चेलामन अक्सर उपास रखथें अऊ पराथना करथें, अऊ अइसने फरीसीमन के चेलामन घलो करथें, पर तोर चेलामन खावत-पीयत रहिथंय।” यीसू ह जबाब दीस, “का तुमन बरातीमन ले, जब तक दुल्‍हा ह ओमन के संग हवय, उपास करा सकथव? पर ओ समय आही, जब दुल्‍हा ह ओमन ले अलग करे जाही, तब ओमन ओ दिनमन म उपास करहीं।” यीसू ह ओमन ला ए पटं‍तर घलो सुनाईस, “कोनो मनखे नवां ओन्ढा ला चीरके ओकर खाप ला जुन्ना ओन्ढा म नइं सिलय। कहूं ओह अइसने करथे, त नवां ओन्ढा ह चीरा जाही अऊ नवां ओन्ढा के खाप जुन्ना ओन्ढा म नइं लगही। अऊ कोनो मनखे अंगूर के नवां मंद ला चमड़ा के जुन्ना थैली म नइं भरय। कहूं ओह अइसने करथे, त नवां मंद ह ओ थैली ला चीर दिही, अऊ मंद ह ढर जाही अऊ थैली ह बरबाद हो जाही। नवां मंद ला चमड़ा के नवां थैली म भरना चाही। कोनो मनखे अंगूर के जुन्ना मंद पीये के बाद, नवां मंद पीये नइं चाहय। ओह कहिथे, ‘जुन्ना मंद ही बने हवय।’ ” बिसराम के दिन यीसू ह खेत म ले होके जावत रिहिस, अऊ ओकर चेलामन ह कुछू बाली ला टोरके ओला अपन हांथ म मिंज-मिंज के खावत जावत रिहिन। तब कुछू फरीसीमन पुछिन, “तुमन अइसने काबर करत हवव, जऊन ला बिसराम के दिन म करना मना अय?” यीसू ह ओमन ला ए जबाब दीस, “का तुमन परमेसर के बचन म ए नइं पढ़े हवव कि दाऊद ह का करिस, जब ओला अऊ ओकर संगवारीमन ला भूख लगिस? ओह परमेसर के घर म गीस, अऊ भेंट चघाय रोटी ला लेके खाईस, जऊन ला पुरोहितमन के छोंड़ आने मनखे के खाना कानून के बिरूद्ध रिहिस। अऊ ओह अपन संगवारीमन ला घलो ओ रोटी म ले कुछू खाय बर दीस।” तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “मनखे के बेटा ह बिसराम दिन के परभू अय।” एक आने बिसराम के दिन यीसू ह सभा घर म गीस अऊ उपदेस देवत रिहिस। उहां एक झन मनखे रिहिस जेकर जेवनी हांथ ह सूखा गे रहय। फरीसी अऊ कानून के गुरू मन यीसू ऊपर दोस लगाय के बहाना खोजत रहंय, एकरसेति ओमन धियान लगाके देखत रहंय कि ओह सूखा हांथवाले मनखे ला बिसराम के दिन म बने करथे कि नइं। पर यीसू ह ओमन के मन के बात ला जानत रिहिस अऊ ओह सूखा हांथवाले मनखे ला कहिस, “उठ अऊ जम्मो झन के आघू म ठाढ़ हो जा।” ओ मनखे ह उठिस अऊ उहां ठाढ़ हो गीस। तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह तुमन ला पुछत हंव – बिसराम के दिन म का करना उचित ए – भलई करई या बुरई करई, जिनगी बचई या जिनगी नास करई?” यीसू ह चारों कोति ओ जम्मो झन ला देखिस अऊ तब ओ मनखे ला कहिस, “अपन हांथ ला बढ़ा।” ओह वइसने करिस, अऊ ओकर हांथ ह पूरा-पूरी ठीक हो गीस। पर फरीसी अऊ कानून के गुरू मन बहुंत नराज होईन अऊ एक-दूसर के संग बिचार करन लगिन कि यीसू के संग का करे जावय। एक दिन यीसू ह पहाड़ ऊपर पराथना करे बर गीस, अऊ परमेसर ले पराथना करत जम्मो रात बिताईस। जब बिहान होईस, त ओह अपन चेलामन ला बलाईस अऊ ओम के बारह झन ला चुन लीस अऊ ओमन ला प्रेरित कहिस: ओमन ए अंय – सिमोन (जेकर नांव यीसू ह पतरस रखिस), सिमोन के भाई अन्द्रियास, याकूब, यूहन्ना, फिलिप्पुस, बरतुलमै, मत्ती, थोमा, हलफई के बेटा याकूब, सिमोन जऊन ला जेलोतेस कहे गीस, याकूब के बेटा यहूदा, अऊ यहूदा इस्करियोती जऊन ह यीसू संग बिस‍वासघात करिस। यीसू ह अपन चेलामन संग पहाड़ ले उतरिस अऊ एक समतल जगह म ठाढ़ हो गीस। उहां ओकर चेलामन के एक बड़े भीड़ रहय अऊ जम्मो यहूदिया प्रदेस, यरूसलेम सहर, अऊ सूर अऊ सैदा के समुंदर तीर ले बहुंत मनखे जुरे रिहिन। ओमन यीसू के उपदेस ला सुने बर अऊ अपन बेमारीमन ले छुटकारा पाय बर आय रिहिन। अऊ परेत आतमा के सताय मनखेमन घलो बने हो गीन। जम्मो मनखेमन यीसू ला छुए के कोसिस करत रिहिन, काबरकि ओकर ले सामरथ निकरत रिहिस अऊ ओ जम्मो ला बने करत रिहिस। अपन चेलामन कोति देखके यीसू ह कहिस, “धइन अव तुमन, जऊन मन गरीब अव, काबरकि परमेसर के राज तुम्‍हर ए। धइन अव तुमन, जऊन मन अभी भूखा हवव, काबरकि तुमन ला संतोस करे जाही। धइन अव तुमन, जऊन मन अभी रोवत हव, काबरकि तुमन हंसहू। धइन अव तुमन, जब मनखे के बेटा के कारन मनखेमन तुम्‍हर ले घिन करथें अऊ तुमन ला निकार देथें अऊ तुम्‍हर निन्दा करथें अऊ तुम्‍हर नांव ला खराप जानके काट देथें। ओ दिन खुसी मनावव अऊ आनंद के मारे कूदव, काबरकि तुम्‍हर बर स्‍वरग म एक बड़े इनाम रखे हवय। ओमन के पुरखामन अगमजानीमन के संग अइसनेच बरताव करे रिहिन। पर हाय लगे तुमन ऊपर, जऊन मन धनवान अव, काबरकि तुमन अपन सुख भोग चुके हवव। हाय लगे तुमन ऊपर, जऊन मन अभी भरपेट खावथव, काबरकि तुमन भूखा रहिहू। हाय लगे तुमन ऊपर, जऊन मन अभी हंसथव, काबरकि तुमन सोक मनाहू अऊ रोहू। हाय लगे तुमन ऊपर, जब जम्मो मनखे तुम्‍हर बड़ई करथें, काबरकि ओमन के पुरखामन लबरा अगमजानीमन के संग अइसनेच करे रिहिन।” “पर मेंह तुमन ला जऊन मन मोर गोठ ला सुनत हव, ए कहत हंव: अपन बईरीमन ले मया करव; ओमन के भलई करव जऊन मन तुमन ले घिन करथें। ओमन ला आसिस देवव, जऊन मन तुमन ला सराप देथें; ओमन बर पराथना करव, जऊन मन तुम्‍हर संग गलत बरताव करथें। कहूं कोनो तुम्‍हर एक गाल म थपरा मारथे, त ओकर कोति दूसर गाल ला घलो कर देवव। कहूं कोनो तुम्‍हर ओढ़ना ला ले लेथे, त ओला तुम्‍हर कुरता लेय बर झन रोकव। जऊन कोनो तुम्‍हर ले मांगथे, ओला देवव; अऊ कहूं कोनो तुम्‍हर चीज ला ले जावय, त ओला वापिस झन मांगव। जइसने तुमन चाहथव कि मनखेमन तुम्‍हर संग करंय, वइसने तुमन घलो ओमन के संग करव। यदि तुमन ओमन ले मया करथव, जऊन मन तुम्‍हर ले मया करथें, त तुम्‍हर का बड़ई? काबरकि पापीमन घलो अपन ले मया करइयामन ले मया करथें। अऊ यदि तुमन ओमन के भलई करथव, जऊन मन तुम्‍हर भलई करथें, त तुम्‍हर का बड़ई? काबरकि पापीमन घलो अइसने करथें। अऊ यदि तुमन ओमन ला उधार देथव, जऊन मन ले तुमन वापिस पाय के आसा करथव, त तुम्‍हर का बड़ई? काबरकि पापीमन घलो पापीमन ला ए आसा म उधार देथें कि ओमन ला पूरा-पूरी वापिस मिलही। पर अपन बईरीमन ले मया करव, ओमन के भलई करव, अऊ बिगर कुछू चीज वापिस पाय के आसा म ओमन ला उधार देवव। तभे तुमन ला बड़े इनाम मिलही, अऊ तुमन परम परधान परमेसर के बेटा होहू, काबरकि ओह गुन नइं चिनहइया अऊ दुस्‍ट मनखेमन ऊपर दया करथे। दयालु बनव, जइसने तुम्‍हर स्वरगीय ददा ह दयालु ए।” “आने मन के नुक्‍ता-चीनी झन करव, त तुम्‍हर घलो नुक्‍ता-चीनी नइं करे जाही। आने मन ला दोसी झन ठहरावव, त तुमन ला घलो दोसी नइं ठहराय जाही। आने मन ला छेमा करव, त तुमन ला घलो छेमा करे जाही। आने मन ला देवव, त तुमन ला घलो दिये जाही। बने ढंग ले नापके, दबा-दबाके, हला-हला के, अऊ उछरत तुम्‍हर कोरा म डारे जाही। काबरकि जऊन नाप ले तुमन आने मन बर नापथव, ओही नाप ले तुम्‍हर बर घलो नापे जाही।” यीसू ह ओमन ला ए पटं‍तर घलो कहिस, “का एक अंधरा ह दूसर अंधरा ला रसता देखा सकथे? का ओमन दूनों खंचवा म नइं गिर जाहीं? चेला ह अपन गुरू ले बड़े नइं होवय, पर पूरा सिकछा पाय के बाद ओह अपन गुरू सहीं हो जाथे। तेंह काबर अपन भाई के आंखी के छोटे कचरा ला देखथस, जबकि तेंह अपन खुद के आंखी के बड़े कचरा ला धियान नइं देवस? जब तेंह अपन खुद के आंखी के बड़े कचरा ला नइं देख सकत हस, त अपन भाई ले कइसने कह सकत हस, ‘ए भाई, लान, मेंह तोर आंखी के कचरा ला निकार देथंव?’ हे ढोंगी मनखे! पहिली अपन आंखी के बड़े कचरा ला निकार, तभे तेंह अपन भाई के आंखी के छोटे कचरा ला बने करके देखबे अऊ ओला निकार सकबे। बने रूख म खराप फर नइं फरय, अऊ न ही खराप रूख म बने फर फरथे। हर एक रूख ह ओकर फर ले पहिचाने जाथे। काबरकि मनखेमन कंटिली झाड़ीमन ले अंजीर के फर नइं टोरंय, अऊ न ही झरबेरी रूख ले अंगूर। बने मनखे ह अपन दिल के बने भंडार ले बने बात ला निकारथे, अऊ खराप मनखे ह अपन दिल के खराप भंडार ले खराप बात ला निकारथे। काबरकि जऊन बात ले ओकर दिल भरे रहिथे, ओहीच ला अपन मुहूं ले गोठियाथे। जब तुमन मोर कहे ला नइं मानव, त मोला काबर ‘हे परभू, हे परभू’ कहिथव? जऊन ह मोर करा आथे, अऊ मोर गोठमन ला सुनथे अऊ ओला मानथे – मेंह तुमन ला बतावत हंव कि ओह काकर सहीं अय। ओह ओ घर बनइया मनखे सहीं अय, जऊन ह भुइयां ला गहिरा कोड़िस अऊ चट्टान ऊपर नींव डारिस। जब बाढ़ (पुरा) आईस अऊ पानी ओ घर ले टकराईस, पर ओला हलाय नइं सकिस, काबरकि ओ घर ह मजबूत बने रिहिस। पर जऊन ह मोर गोठ ला सुनथे अऊ ओला नइं मानय, ओह ओ मनखे के सहीं अय, जऊन ह भुइयां म बिगर नींव डारे घर बनाईस, अऊ जब बाढ़ के पानी ओ घर ले टकराईस, त ओह गिरके बरबाद हो गीस।” जब यीसू ह मनखेमन ला ए जम्मो बात कह चुकिस, तब ओह कफरनहूम सहर म गीस। उहां सेना के अधिकारी के एक सेवक ह बेमारी ले मरइयाच रहय। ओ सेवक ला सेना के अधिकारी ह बहुंत मया करय। सेना के अधिकारी ह यीसू के बारे म सुनिस अऊ यहूदीमन के कुछू अगुवामन ला ओकर करा ए बिनती के संग पठोईस कि ओह आके ओकर सेवक ला बेमारी ले चंगा करय। जब ओमन यीसू करा आईन, त बहुंत बिनती करके ओकर ले कहिन, “ओ अधिकारी ह एकर काबिल अय कि तेंह ओकर बर एला कर, काबरकि ओह हमर यहूदी मनखेमन ले मया करथे अऊ हमर सभा घर ला बनवाय हवय।” एकरसेति यीसू ह ओमन के संग गीस। पर जब यीसू ह ओकर घर के लकठा म हबरेच रिहिस, तभे सेना के अधिकारी ह अपन संगवारीमन के हांथ म ओकर करा ए खबर पठोईस, “हे परभू, अपन-आप ला तकलीफ झन दे, काबरकि मेंह एकर काबिल नो हंव कि तेंह मोर घर म आ। एकरे कारन मेंह अपन-आप ला ए काबिल नइं समझेंव कि तोर करा आवंव। पर सिरिप अपन मुहूं ले कहि दे, त मोर सेवक ह चंगा हो जाही। काबरकि मेंह खुद हाकिम के अधीन म हवंव अऊ सैनिकमन मोर अधीन म हवंय। मेंह एक झन ला कहिथंव, ‘जा’, त ओह जाथे अऊ दूसर ला कहिथंव, ‘आ’, त ओह आथे। मेंह अपन सेवक ला कहिथंव, ‘एला कर, त ओला करथे।’ ” जब यीसू ह ए बात ला सुनिस, त ओह अचम्भो करिस, अऊ अपन पाछू-पाछू आवत भीड़ कोति मुहूं करके कहिस, “मेंह तुमन ला कहत हंव, इसरायल म घलो मेंह अइसने बड़े बिसवास नइं पाएंव।” तब जऊन मनखेमन ला पठोय गे रिहिस, ओमन घर लहुंटिन अऊ देखिन कि सेवक ह बने हो गे रहय। एकर बाद, यीसू ह नाइन नांव के एक सहर म गीस, अऊ ओकर संग ओकर चेलामन अऊ एक बड़े भीड़ घलो गीस। जब यीसू ह सहर म जाय के दुवारी करा हबरिस, त देखिस कि मनखेमन एक मुरदा ला बाहिर ले जावत रहंय। ओह अपन दाई के एके झन बेटा रिहिस, अऊ ओकर दाई ह बिधवा रिहिस। सहर के मनखेमन के एक बड़े भीड़ ओ बिधवा के संग रिहिस। जब परभू ह ओला देखिस, त ओला ओकर ऊपर अब्‍बड़ दया आईस अऊ ओह ओला कहिस, “झन रो।” तब यीसू ह आके अरथी ला छुईस, अऊ अरथी ला कंधा देवइयामन ठाढ़ हो गीन। यीसू ह कहिस, “हे जवान! मेंह तोला कहत हंव, उठ।” मरे मनखे ह उठ बईठिस अऊ गोठियाय लगिस, अऊ यीसू ह ओला ओकर दाई ला दे दीस। ओ जम्मो झन ऊपर डर छा गे, अऊ ओमन परमेसर के महिमा करके कहिन, “हमर बीच म एक महान अगमजानी ह परगट होय हवय। परमेसर ह अपन मनखेमन के मदद करे बर आय हवय।” यीसू के बारे म ए समाचार जम्मो यहूदिया प्रदेस अऊ आस-पास के इलाका म फइल गीस। यूहन्ना बतिसमा देवइया के चेलामन ओला ए जम्मो बात बताईन। तब यूहन्ना बतिसमा देवइया अपन चेलामन के दू झन ला बलाईस अऊ ओमन ला परभू करा ए पुछे बर पठोईस, “का तेंह ओही अस, जऊन ह अवइया रिहिस या फेर हमन कोनो आने के बाट जोहन?” जब ओ मनखेमन यीसू करा आईन, त ओमन कहिन, “यूहन्ना बतिसमा देवइया ह हमन ला तोर करा ए पुछे बर पठोय हवय, ‘का तेंह ओही अस, जऊन ह अवइया रिहिस या फेर हमन कोनो आने के बाट जोहन?’ ” ओही बेरा यीसू ह बहुंत मनखेमन ला बेमारी, पीरा अऊ परेत आतमामन ले बने करिस अऊ कतको अंधरामन ला आंखी दीस। तब यीसू ह यूहन्ना के मनखेमन ला कहिस, “जऊन कुछू तुमन देखे अऊ सुने हवव, जाके यूहन्ना ला बतावव। अंधरामन देखथें, खोरवामन चलथें, कोढ़ीमन ठीक हो जाथें, भैंरामन सुनथें, मुरदामन जीयाय जाथें, अऊ गरीब मनखेमन ला सुघर संदेस के परचार करे जाथे। धइन ए ओ, जेकर बिसवास ह मोर ऊपर बने रहिथे।” यूहन्ना के संदेसियामन के जाय के बाद, यीसू ह मनखेमन ला यूहन्ना के बारे म बताय लगिस, “जब तुमन निरजन प्रदेस म यूहन्ना करा गे रहेव, त का देखे बर गे रहेव? का हवा म डोलत एक बड़े घांस के पौधा ला? यदि नइं, त फेर तुमन का देखे बर गे रहेव? का सुघर कपड़ा पहिरे एक मनखे ला? देखव, जऊन मन महंगा कपड़ा पहिरथें अऊ भोग-बिलास म जिनगी बिताथें, ओमन महल म रहिथें। पर तुमन का देखे बर गे रहेव? एक अगमजानी ला? हव! मेंह तुमन ला कहत हंव – तुमन एक अगमजानी ले घलो बड़े मनखे ला देखेव। एह ओ अय, जेकर बारे म परमेसर के बचन म लिखे हवय: ‘देख, मेंह अपन संदेसिया ला तोर आघू पठोवत हंव, जऊन ह तोर आघू तोर रसता तियार करही।’ मेंह तुमन ला बतावत हंव, जऊन मन माईलोगनमन ले जनमे हवंय, ओमन म यूहन्ना ले बड़े कोनो नो हंय; पर जऊन ह परमेसर के राज म सबले छोटे अय, ओह यूहन्ना ले घलो बड़े अय।” (जम्मो मनखेमन, इहां तक कि लगान लेवइयामन घलो जब यीसू के बात ला सुनिन, त ओमन यूहन्ना ले बतिसमा लेके परमेसर के रसता ला सही मान लीन। पर फरीसी अऊ कानून के जानकारमन परमेसर के मनसा ला अपन बर स्वीकार नइं करिन, काबरकि ओमन यूहन्ना के बतिसमा नइं लीन।) यीसू ह फेर कहिस, “तब मेंह ए पीढ़ी के मनखेमन के तुलना काकर ले करंव? एमन काकर सहीं अंय? एमन ओ लइकामन सहीं अंय, जऊन मन हाट-बजार म बईठके एक-दूसर ला कहिथें, ‘हमन तुम्‍हर बर बांसुरी बजाएन, अऊ तुमन नइं नाचेव; हमन बिलाप करेन, अऊ तुमन नइं रोएव।’ यूहन्ना बतिसमा देवइया ह आईस, जऊन ह न रोटी खाथे अऊ न ही मंद पीथे, अऊ तुमन कहिथव, ‘ओम परेत आतमा हवय।’ मनखे के बेटा ह आईस, जऊन ह खाथे अऊ पीथे, अऊ तुमन कहिथव, ‘देखव, ओह पेटहा अऊ पियक्‍कड़ अय, अऊ लगान लेवइया अऊ पापी मन के संगवारी अय।’ पर परमेसर के बुद्धि ह ओकर जम्मो लइकामन के दुवारा सही ठहराय गे हवय।” एक फरीसी मनखे यीसू ला अपन संग खाना खाय बर बलाईस। यीसू ह ओ फरीसी के घर म गीस अऊ खाना खाय बर बईठिस। ओ सहर के एक माईलोगन ला, जऊन ह पापमय जिनगी बिताय रिहिस, ए पता चलिस कि यीसू ह ओ फरीसी के घर म खाना खावत हे, त ओह एक संगमरमर के बरतन म इतर तेल लेके आईस, अऊ ओह यीसू के पाछू ओकर गोड़ करा रोवत ठाढ़ हो गीस अऊ अपन आंसू ले ओकर गोड़मन ला भिगोय लगिस अऊ ओह अपन मुड़ के चुंदी ले ओमन ला पोंछिस अऊ ओकर गोड़मन ला चूमिस अऊ ओम इतर तेल ला ढारिस। एला देखके, ओ फरीसी जऊन ह यीसू ला खाय बर बलाय रिहिस, अपन मन म कहिस, “कहूं ए मनखे ह अगमजानी होतिस, त जान लेतिस कि ओला कोन छुवत हवय अऊ ओह का किसम के माईलोगन ए। ओह तो एक पापिन अय।” तब यीसू ह ओला जबाब देवत कहिस, “हे सिमोन, मोला तोर ले कुछू कहना हे।” ओह कहिस, “हे गुरू, कह।” यीसू ह कहिस, “दू झन मनखे एक महाजन के कर्जा लगत रिहिन। एक झन ओकर पांच सौ दीनार लगत रिहिस अऊ दूसर झन पचास दीनार । ओ दूनों म के काकरो करा कर्जा पटाय बर पईसा नइं रिहिस, त महाजन ह ओ दूनों के कर्जा ला माफ कर दीस। तब ओ दूनों म ले कोन ह महाजन ले जादा मया करही?” सिमोन ह जबाब दीस, “मोर समझ म ओह, जेकर जादा कर्जा माफ करे गीस।” यीसू ह कहिस, “तेंह सही कहय।” तब यीसू ह ओ माईलोगन कोति अपन मुहूं ला करके सिमोन ला कहिस, “का तेंह ए माईलोगन ला देखत हस? मेंह तोर घर म आएंव, अऊ तेंह मोर गोड़ धोय बर पानी नइं देय, पर ए माईलोगन ह अपन आंसू ले मोर गोड़मन ला भिगोईस अऊ अपन चुंदी ले ओमन ला पोंछिस। तेंह मोला नइं चूमे, पर जब ले मेंह इहां आय हवंव, तब ले एह मोर गोड़ ला चूमत हवय। तेंह मोर मुड़ म चुपरे बर कोनो तेल नइं देय, पर एह मोर गोड़मन म इतर तेल चुपरे हवय। एकरसेति मेंह तोला कहत हंव, ओकर बहुंत पाप छेमा करे गे हवय; ए बात ह ओकर बहुंत मया ले साबित होवत हे। पर जेकर थोरकन छेमा करे गीस, ओह थोरकन मया करथे।” तब यीसू ह ओ माईलोगन ले कहिस, “तोर पाप छेमा हो गीस।” तब जऊन मन यीसू के संग खाय बर बईठे रिहिन, ओमन अपन बीच म कहे लगिन, “एह कोन ए, जऊन ह पाप ला घलो छेमा करथे।” यीसू ह ओ माईलोगन ले कहिस, “तोर बिसवास ह तोर उद्धार करे हवय, सांति म जा।” एकर बाद यीसू ह सहर-सहर अऊ गांव-गंवई मन म जाके परमेसर के राज के सुघर संदेस के परचार करिस। ओकर बारह चेलामन ओकर संग रिहिन, अऊ कुछू माईलोगनमन घलो जऊन मन ला परेत आतमा अऊ बेमारीमन ले ठीक करे गे रिहिस, ओकर संग रिहिन। ओमन ए रिहिन: मरियम जऊन ला मगदलिनी कहे जावय – जेम ले सात ठन परेत आतमा निकारे गे रिहिस; हेरोदेस के घर के देख-रेख करइया खोजा के घरवाली – योअन्ना, सूसन्ना अऊ बहुंत आने माईलोगनमन। ए माईलोगनमन अपन साधन ले यीसू अऊ ओकर चेलामन के मदद करत रिहिन। जब एक बड़े भीड़ ह जूरत रिहिस अऊ आने सहर ले मनखेमन यीसू करा आवत रिहिन, तब ओह ए पटं‍तर कहिस: “एक किसान ह अपन बीजा बोय बर गीस। जब ओह बोवत रिहिस, त कुछू बीजामन डहार के तीर म गिरिन; ओमन गोड़ खाल्‍हे कुचरे गीन, अऊ अकास के चिरईमन ओला खा डारिन। कुछू बीजामन पथर्री भुइयां ऊपर गिरिन अऊ ओमन जामिन, पर ओमन पानी के नमी नइं मिले के कारन सूख गीन। कुछू बीजामन कंटिली झाड़ीमन के बीच म गिरिन, अऊ ओ कंटिला पौधामन संगे-संग बढ़के ओमन ला दबा दीन। अऊ कुछू बीजामन बने भुइयां म गिरिन। ओमन बाढ़िन अऊ जतेक बोय गे रिहिस ओकर ले सौ गुना जादा फसल लाईन।” ए कहे के बाद यीसू ह नरियाके कहिस, “जेकर सुने के कान हवय, ओह सुनय।” ओकर चेलामन ओकर ले पुछिन, “ए पटं‍तर के का मतलब होथे?” ओह कहिस, “तुमन ला परमेसर के राज के भेद के गियान दिये गे हवय, पर आने मन ले मेंह पटं‍तर म गोठियाथंव, ताकि, ‘देखत ले घलो, ओमन झन देख सकंय; अऊ सुनत ले घलो, ओमन झन समझ सकंय।’ पटं‍तर के ए मतलब अय: बीजा ह परमेसर के बचन ए। डहार के तीर म गिरे बीजा ह ओमन अंय, जऊन मन बचन ला सुनथें; पर सैतान ह आथे, अऊ ओमन के हिरदय ले बचन ला ले जाथे, ताकि ओमन बिसवास नइं कर सकंय अऊ ओमन के उद्धार नइं होवय। पथर्री भुइयां के ऊपर गिरे बीजा ह ओमन अंय, जऊन मन बचन ला आनंद सहित गरहन करथें जब ओमन एला सुनथें, पर ओमन म जरी नइं रहय। ओमन कुछू समय बर बिसवास करथें, पर परखे जाय के समय म ओमन गिर जाथें। ओ बीजा जऊन ह कंटिली झाड़ीमन के बीच म गिरिस, ओह ओमन अंय, जऊन मन बचन ला सुनथें, पर आघू चलके ओमन ए जिनगी के चिंता, धन अऊ भोग-बिलास म फंस जाथें, अऊ ओमन परिपक्व नइं होवंय। पर ओ बीजा जऊन ह बने भुइयां म गिरिस, ओह ओमन अंय, जऊन मन बचन ला सुनथें, अऊ एला सच्‍चा अऊ बने हिरदय म रखथें, अऊ धीरता से फर लाथें। कोनो मनखे दीया ला बारके ओला बड़े कटोरा म नइं ढांपय या खटिया के खाल्‍हे म नइं मढ़ाय। पर ओह दीया ला दीवट ऊपर रखथे, ताकि जऊन मन भीतर आवंय, ओमन अंजोर ला देखंय। काबरकि कोनो घलो चीज छुपे नइं ए, जऊन ह परगट करे नइं जाही, अऊ कोनो घलो चीज गुपत म नइं ए, जेकर खुलासा करे नइं जाही। एकरसेति, सचेत रहव कि तुमन कइसने सुनथव। जेकर करा हवय, ओला अऊ दिये जाही; अऊ जेकर करा नइं ए, ओकर ले ओला घलो ले लिये जाही, जऊन ला ओह अपन समझथे।” यीसू के दाई अऊ भाईमन ओला देखे बर आईन, पर भीड़ के मारे ओमन ओकर करा नइं जा सकिन। एक झन यीसू ला कहिस, “तोर दाई अऊ भाईमन बाहिर ठाढ़े हवंय, अऊ तोला देखे बर चाहथें।” यीसू ह ओ जम्मो झन ला कहिस, “मोर दाई अऊ भाई ओमन अंय, जऊन मन परमेसर के बचन ला सुनथें अऊ ओला मानथें।” एक दिन यीसू ह अपन चेलामन संग एक ठन डोंगा म चघिस अऊ ओमन ला कहिस, “आवव, झील के ओ पार चली।” तब ओमन डोंगा ला खोल दीन। जब ओमन डोंगा ला खेवत रिहिन, त यीसू ह सुत भुलाईस। तब झील के ऊपर एक आंधी चलिस, अऊ डोंगा ह पानी ले भरे लगिस, अऊ ओमन बड़े जोखिम म पड़ गीन। चेलामन यीसू करा गीन अऊ ओला ए कहिके उठाईन, “मालिक, मालिक, हमन पानी म बुड़इया हवन।” यीसू ह उठिस, अऊ आंधी अऊ उफनत पानी ला दबकारिस। ओमन थम गीन अऊ जम्मो ह सांत हो गीस। तब यीसू ह अपन चेलामन ले कहिस, “तुम्‍हर बिसवास ह कहां हवय?” ओमन म डर हमा गे अऊ अचम्भो करके एक-दूसर ला कहिन, “एह कोन ए? एह आंधी अऊ पानी ला घलो हुकूम देथे अऊ ओमन एकर बात ला मानथें।” ओमन डोंगा ला खेवत गिरासेनीमन के इलाका म हबरिन, जऊन ह झील के ओ पार, गलील के उल्टा दिग म हवय। जब यीसू ह तीर म उतरिस, त ओला ओ सहर के एक मनखे मिलिस, जऊन म परेत आतमामन रिहिन। ओ मनखे ह कतको दिन ले कपड़ा नइं पहिरत रिहिस अऊ न ही घर म रहत रिहिस, पर ओह कबरमन म रहत रहय। जब ओह यीसू ला देखिस, त नरियाईस अऊ यीसू के गोड़ खाल्‍हे गिरिस, अऊ अब्‍बड़ चिचियाके कहिस, “हे यीसू, परम परधान परमेसर के बेटा! तेंह मोला का करे चाहथस? मेंह तोर ले बिनती करत हंव कि मोला दुःख झन दे।” काबरकि यीसू ह परेत आतमा ला ओ मनखे म ले बाहिर निकरे के हुकूम देय रिहिस। कतको बार ले परेत आतमा ह ओला पटके रिहिस, अऊ ओकर हांथ अऊ गोड़ मन ह संकली म बंधाय रिहिन अऊ ओह निगरानी म रहय, पर ओह संकलीमन ला टोर देवत रहय अऊ परेत आतमा के दुवारा ओह निरजन जगह म भगाय गे रहय। यीसू ह ओकर ले पुछिस, “तोर का नांव ए?” ओह कहिस, “एक बड़े सेना,” काबरकि बहुंत परेत आतमामन ओम हमाय रहंय। ओ परेत आतमामन यीसू ले बिनती करिन कि ओह ओमन ला अथाह कुन्‍ड म जाय के हुकूम झन देवय । उहां पठार कोति सुरामन के एक बड़े खेरखा ह चरत रहय। परेत आतमामन यीसू ले बिनती करिन कि ओह ओमन ला सुरामन म जावन दे अऊ ओह ओमन ला जावन दीस। तब परेत आतमामन ओ मनखे ले बाहिर निकरिन, अऊ सुरामन म हमा गीन, अऊ जम्मो सुरामन के खेरखा ह तीर म निकरे पथरा अंग ले झील म कूदिस अऊ बुड़ मरिस। जब सुरा चरइयामन ए घटना ला देखिन, त ओमन भाग गीन, अऊ सहर अऊ गांव-गंवई म एकर बारे म बताईन। तब जऊन कुछू होय रिहिस, ओला देखे बर मनखेमन बाहिर निकरिन। जब ओमन यीसू करा आईन, त ओमन ओ मनखे ला जऊन म ले परेत आतमामन निकरे रिहिन, यीसू के गोड़ करा बईठे देखिन। ओह कपड़ा पहिरे रहय अऊ अपन सही दिमाग म रहय; अऊ ओमन डर्रा गीन। जऊन मन ए जम्मो ला अपन आंखी ले देखे रिहिन, ओमन मनखेमन ला बताईन कि परेत आतमा के धरे मनखे ह कइसने चंगा होईस। तब गिरासेनी इलाका के जम्मो मनखेमन यीसू ला कहिन कि ओह उहां ले चले जावय, काबरकि ओमन बहुंत डर्रा गे रिहिन। एकरसेति ओह डोंगा में चघिस अऊ चले गीस। जऊन मनखे ले परेत आतमामन निकरे रिहिन, ओह यीसू ले बिनती करिस, “मोला तोर संग जावन दे।” पर यीसू ह ओला ए कहिके बिदा करिस, “अपन घर ला लहुंट जा, अऊ मनखेमन ला बता कि परमेसर ह तोर बर कतेक बड़े काम करे हवय।” ओ मनखे ह चले गीस अऊ जम्मो सहर म बताईस कि यीसू ह ओकर बर कतेक बड़े काम करिस। जब यीसू ह झील के ओ पार वापिस लहुंटिस, त मनखेमन के एक भीड़ ह ओकर सुवागत करिस, काबरकि ओ जम्मो झन ओकर बाट जोहत रिहिन। तभे, याईर नांव के एक मनखे, जऊन ह सभा घर के एक अधिकारी रिहिस, आईस अऊ यीसू के गोड़ खाल्‍हे गिरके बिनती करिस कि यीसू ह ओकर घर म आवय, काबरकि ओकर बारह बछर के एके झन बेटी ह मरइया रिहिस। जब यीसू ह जावत रिहिस, त ओह भीड़ के मारे दबे जावत रहय। अऊ उहां एक झन माईलोगन रहय, जऊन ला बारह बछर ले लहू बहे के बेमारी रिहिस, पर ओला कोनो बने नइं कर सके रिहिन। ओह यीसू के पाछू ले आईस अऊ ओकर कपड़ा के छोर ला छुईस, अऊ तुरते ओकर लहू बहई बंद हो गीस। यीसू ह पुछिस, “मोला कोन ह छुईस?” जब ओ जम्मो झन इनकार करिन, तब पतरस ह कहिस, “हे मालिक, मनखेमन तोर चारों कोति हवंय अऊ तोर ऊपर गिरे पड़त हवंय।” पर यीसू ह कहिस, “कोनो मोला छुए हवय, काबरकि मेंह जानत हंव कि मोर म ले सामरथ निकरे हवय।” जब ओ माईलोगन ह देखिस कि ओह छुपे नइं रह सकय, तब ओह कांपत आईस अऊ यीसू के गोड़ खाल्‍हे गिरिस। अऊ जम्मो मनखेमन के आघू म ओह बताईस कि काबर ओह यीसू ला छुईस अऊ कइसने ओह तुरते चंगा हो गीस। तब यीसू ह ओला कहिस, “बेटी, तोर बिसवास ह तोला ठीक करे हवय। सांति म जा।” जब यीसू ह ओकर ले गोठियावत रिहिस, त एक झन मनखे सभा घर के अधिकारी याईर के घर ले आईस अऊ कहिस, “तोर बेटी ह काल कर दारिस, गुरू ला अऊ तकलीफ झन दे।” एला सुनके, यीसू ह याईर ला कहिस, “झन डर; सिरिप बिसवास रख, त ओह बंच जाही।” जब यीसू ह याईर के घर म आईस, त ओह पतरस, यूहन्ना, याकूब अऊ लइका के दाई-ददा ला छोंड़के अऊ एको झन ला अपन संग भीतर नइं आवन दीस। जम्मो मनखेमन ओ लइका बर रोवत अऊ दुःख मनावत रहंय। यीसू ह कहिस, “झन रोवव, काबरकि लइका ह मरे नइं ए, पर ओह सुतत हवय।” ओमन ए बात ला जानत रिहिन कि ओ टूरी ह मर गे हवय, एकरसेति ओमन यीसू के ऊपर हंसे लगिन। पर यीसू ह टूरी के हांथ ला पकड़िस अऊ कहिस, “हे मोर लइका, उठ!” ओ टूरी के परान लहुंट आईस, अऊ तुरते ओह ठाढ़ हो गीस। तब यीसू ह ओमन ला कहिस कि ओला कुछू खाय बर देवंय। ओकर दाई-ददा चकित हो गीन, पर यीसू ह ओमन ला ए हुकूम दीस कि जऊन कुछू होय रिहिस, ओकर बारे म कोनो ला झन बतावंय। यीसू ह अपन बारह प्रेरितमन ला एक संग बलाईस, अऊ ओह ओमन ला जम्मो परेत आतमामन ला निकारे अऊ बेमारीमन ला ठीक करे के सामरथ अऊ अधिकार दीस, अऊ ओह ओमन ला परमेसर के राज के परचार करे बर अऊ बेमरहामन ला बने करे बर पठोईस। ओह ओमन ला कहिस, “डहार बर कुछू झन लेवव – न चले के लउठी, न झोला, न रोटी, न रूपिया-पईसा, अऊ न अतकिहा कुरता रखव। जऊन घर म तुमन जाथव, उहेंच ठहरव जब तक कि ओ सहर ले बिदा नइं होवव। अऊ जिहां मनखेमन तुमन ला गरहन नइं करंय, त जब ओ सहर ले जावव, त अपन गोड़ के धूर्रा ला झार देवव ताकि एह ओमन के बिरोध म एक गवाही होवय।” चेलामन उहां ले चल दीन, अऊ ओमन गांव-गांव म सुघर संदेस के परचार करत अऊ हर एक जगह मनखेमन ला बेमारी ले ठीक करत गीन। गलील म राज करइया हेरोदेस ह जऊन कुछू होवत रहय, ओ जम्मो के बारे म सुनिस, त ओह दुगधा म पड़ गीस, काबरकि कुछू मनखेमन कहत रिहिन कि यूहन्ना ह मरे मन ले जी उठे हवय; आने मन कहत रिहिन कि एलियाह ह परगट होय हवय, जबकि अऊ आने मन कहंय कि बहुंत पहिली के अगमजानीमन ले एक झन जी उठे हवय। पर हेरोदेस ह कहिस, “मेंह यूहन्ना के मुड़ ला कटवाय रहेंव। पर ए मनखे कोन ए, जेकर बारे म मेंह अइसने बात सुनत हवंव।” अऊ ओह यीसू ला देखे के कोसिस करिस। जब प्रेरितमन लहुंटके आईन, त जऊन कुछू ओमन करे रिहिन, ओ जम्मो बात यीसू ला बताईन। तब यीसू ह ओमन ला अपन संग लीस अऊ ओमन बैतसैदा नांव के एक सहर म चल दीन। पर मनखेमन के भीड़ ला ए बात के पता चल गीस अऊ ओमन ओकर पाछू गीन। यीसू ह ओमन के सुवागत करिस अऊ ओमन ले परमेसर के राज के बारे म गोठियाय लगिस अऊ जऊन मन बेमारी ले बने होय चाहत रिहिन, ओमन ला चंगा करिस। जब बेरा ह ढरक गे, तब बारहों चेलामन यीसू करा आके कहिन, “ए भीड़ ला जावन दे ताकि ओमन आस-पास के गांव अऊ बस्ती म जावंय, अऊ अपन खाय अऊ रहे के परबंध करंय, काबरकि हमन इहां सुनसान जगह म हवन।” पर यीसू ह ओमन ला कहिस, “तुमन ओमन ला कुछू खाय बर देवव।” ओमन कहिन, “हमर करा सिरिप पांच ठन रोटी अऊ दू ठन मछरी हवय। का तेंह चाहथस कि हमन जाके ए जम्मो भीड़ बर खाना बिसोवन?” (उहां करीब पांच हजार मरद रिहिन।) पर यीसू ह अपन चेलामन ला कहिस, “मनखेमन ला करीब पचास-पचास के दल बनाके बईठा देवव।” चेलामन अइसनेच करिन अऊ ओमन जम्मो झन ला बईठा दीन। तब यीसू ह पांचों रोटी अऊ दूनों मछरी ला लीस अऊ स्‍वरग कोति देखके ओह परमेसर ला धनबाद दीस, अऊ रोटी अऊ मछरी मन ला टोरिस अऊ चेलामन ला देवत गीस कि ओमन मनखेमन ला परोसंय। ओ जम्मो झन खाके अघा गीन, अऊ चेलामन बांचे कुटकामन के बारह टुकना भर के उठाईन। एक दिन यीसू ह एके झन पराथना करत रिहिस अऊ ओकर चेलामन ओकर संग रिहिन, त ओह ओमन ले पुछिस, “मनखेमन मोला कोन ए कहिथें?” ओमन जबाब दीन, “कुछू मनखेमन कहिथें – यूहन्ना बतिसमा देवइया; पर आने मन कहिथें – एलियाह; जबकि अऊ आने मन कहिथें कि बहुंत पहिली के अगमजानीमन ले एक झन जी उठे हवय।” यीसू ह ओमन ले पुछिस, “पर तुमन मोला कोन ए कहिथव?” पतरस ह जबाब दीस, “तेंह परमेसर के मसीह अस।” यीसू ह ओमन ला बने करके चेताके कहिस कि ओमन ए बात कोनो ला झन बतावंय। अऊ ओह कहिस, “एह जरूरी ए कि मनखे के बेटा ह बहुंत दुःख भोगय अऊ अगुवा, मुखिया पुरोहित अऊ कानून के गुरू मन के दुवारा तिरस्‍कार करे जावय, अऊ जरूरी ए कि ओह मार डारे जावय अऊ तीसरा दिन जी उठय।” अऊ ओह ओ जम्मो झन ला कहिस, “यदि कोनो मोर पाछू आय चाहथे, त एह जरूरी ए कि ओह अपन ईछामन ला मारय अऊ हर दिन दुःख उठाय के मन रखय अऊ मोर पाछू चलय। काबरकि जऊन कोनो अपन जिनगी ला बचाय चाहथे, ओह ओला गंवाही, पर जऊन कोनो मोर बर अपन जिनगी ला गंवाय चाहथे, ओह परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी पाही। यदि एक मनखे ह जम्मो संसार ला पा जाथे, पर परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी ला गंवा देथे, त ओला का लाभ? यदि कोनो मोर ले अऊ मोर बचन ले लजाथे, त मनखे के बेटा घलो ओकर ले लजाही, जब ओह अपन महिमा अऊ ददा अऊ पबितर स्वरगदूतमन के महिमा के संग आही। मेंह तुमन ला सच कहत हंव, इहां कुछू झन ठाढ़े हवंय, ओमन जब तक परमेसर के राज ला नइं देख लिहीं, तब तक ओमन नइं मरंय।” यीसू के ए कहे के करीब आठ दिन के बाद, ओह पतरस, यूहन्ना, अऊ याकूब ला अपन संग लीस अऊ एक ठन पहाड़ म पराथना करे बर गीस। जब ओह पराथना करत रिहिस, त ओकर चेहरा के रूप ह बदल गीस अऊ ओकर कपड़ा ह पंडरा होके बहुंत चमके लगिस। अऊ दू झन मनखे मूसा अऊ एलियाह महिमा म परगट होईन अऊ यीसू संग गोठियावत रिहिन। ओमन यीसू के मरे के समय के बारे म बातचीत करत रिहिन, जऊन ला यीसू ह यरूसलेम म पूरा करइया रिहिस। पतरस अऊ ओकर संगवारीमन बहुंत नींद म रहंय, पर जब ओमन जागिन, त ओमन यीसू के महिमा अऊ दू झन मनखे ला ओकर संग ठाढ़े देखिन। जब दूनों मनखे ओकर करा ले जाय लगिन, तब पतरस ह यीसू ला कहिस, “हे मालिक, हमन के इहां रहई बने ए। हमन तीन ठन मंडप बनाथन – एक तोर बर, एक मूसा बर अऊ एक ठन एलियाह बर।” (ओह नइं जानय कि ओह का कहत रिहिस।) जब ओह गोठियावत रिहिस, त एक बादर आईस अऊ ओमन ला ढांप लीस अऊ ओमन डर्रा गीन जब ओमन बादर म हमाईन। बादर म ले ए अवाज आईस, “एह मोर बेटा ए, जऊन ला मेंह चुने हवंव; एकर बात ला सुनव।” जब अवाज ह बंद हो गीस, त ओमन यीसू ला एके झन पाईन। चेलामन ए बात ला अपन म रखिन, अऊ जऊन कुछू ओमन देखे रिहिन, ओला ओ समय कोनो ला नइं बताईन। दूसर दिन जब ओमन पहाड़ ले उतरिन, त एक बड़े भीड़ ह यीसू ले मिलिस। भीड़ म ले एक मनखे ह चिचियाके कहिस, “हे गुरू, मेंह तोर ले बिनती करत हंव कि मोर बेटा ला देख; ओह मोर एके झन लइका ए। एक परेत आतमा ओला पकड़थे अऊ ओह अचानक चिचियाथे; ओह ओला अइसने अइंठथे कि ओकर मुहूं ले झाग निकरथे; ओह ओला मुसकुल से छोंड़थे अऊ ओह ओला नास करत हवय। मेंह तोर चेलामन ले बिनती करेंव कि ओमन ओला निकार देवंय, पर ओमन ओला नइं निकार सकिन।” यीसू ह जबाब दीस, “ए अबिसवासी अऊ ढीठ पीढ़ी के मन, कब तक मेंह तुम्‍हर संग रहिहूं अऊ तुम्‍हर सहत रहिहूं? तोर बेटा ला इहां लान।” जब छोकरा ह आवत रिहिस, त परेत आतमा ह ओला भुइयां म पटकके अइंठिस। पर यीसू ह परेत आतमा ला दबकारिस अऊ ओ छोकरा ला बने करिस अऊ ओला ओकर ददा ला सऊंप दीस। अऊ ओमन जम्मो झन परमेसर के महान सामरथ ला देखके चकित हो गीन। जब जम्मो झन यीसू के काम ला देखके अचम्भो करत रिहिन, त ओह अपन चेलामन ला कहिस, “जऊन बात मेंह तुमन ला कहइया हंव, ओला धियान देके सुनव: मनखे के बेटा ह मनखेमन के हांथ म सऊंपे जवइया हवय।” पर ओमन नइं जानिन कि एकर का मतलब ए। एला ओमन ले छुपाय गे रिहिस, ताकि ओमन एला झन समझंय अऊ ओमन एकर बारे म यीसू ले पुछे बर डर्रावत रिहिन। चेलामन के बीच म ए बहस होय लगिस कि ओमन म सबले बड़े कोन होही? यीसू ह ओमन के मन के बिचार ला जानके, एक छोटे लइका ला लीस अऊ अपन बाजू म ठाढ़ करिस अऊ ओमन ला कहिस, “जऊन कोनो ए छोटे लइका ला मोर नांव म गरहन करथे, ओह मोला गरहन करथे; अऊ जऊन कोनो मोला गरहन करथे, ओह ओला गरहन करथे, जऊन ह मोला पठोय हवय। काबरकि जऊन ह तुम्‍हर जम्मो झन के बीच म सबले छोटे ए, ओही ह सबले बड़े ए।” यूहन्ना ह कहिस, “हे मालिक, हमन एक मनखे ला तोर नांव म परेत आतमामन ला निकारत देखेन अऊ हमन ओला अइसने करे बर मना करेन, काबरकि ओह हमन म ले नो हय।” यीसू ह कहिस, “ओला झन रोकव, काबरकि जऊन ह तुम्‍हर बिरोध म नइं ए, ओह तुम्‍हर कोति हवय।” जब यीसू के स्‍वरग म उठाय जाय के दिन ह लकठा आईस, त ओह यरूसलेम जाय बर पूरा ठान लीस, अऊ ओह अपन आघू संदेसियामन ला पठोईस। ओमन सामरीमन के एक ठन गांव म गीन कि यीसू बर जम्मो चीज ला तियार करंय, पर मनखेमन उहां यीसू ला स्वीकार नइं करिन, काबरकि ओह यरूसलेम जावत रिहिस। जब यीसू के चेला याकूब अऊ यूहन्ना एला देखिन, त ओमन कहिन, “हे परभू, का तेंह चाहथस कि हमन हुकूम देवन कि अकास ले आगी गिरय अऊ ए सामरीमन ला नास कर देवय।” पर यीसू ह पलटिस अऊ ओमन ला दबकारिस, अऊ ओमन आने गांव ला चल दीन। जब ओमन डहार म जावत रिहिन, त एक मनखे ह यीसू ला कहिस, “तेंह जहां कहूं घलो जाबे, मेंह तोर पाछू-पाछू चलहूं।” यीसू ह ओला कहिस, “कोलिहामन के बिल अऊ अकास के चिरईमन के बसेरा हवय, पर मनखे के बेटा के मुड़ ला थेबे बर घलो जगह नइं ए।” यीसू ह आने मनखे ला कहिस, “मोर पाछू हो ले।” पर ओ मनखे ह जबाब दीस, “हे परभू, पहिली मोला जावन दे कि मेंह अपन मरे ददा ला माटी दे देवंव।” यीसू ह ओला कहिस, “मुरदामन ला छोंड़ कि ओमन अपन मरे मन ला माटी देवंय, पर तेंह जा अऊ परमेसर के राज के परचार कर।” एक अऊ मनखे ह कहिस, “मेंह तोर पाछू चलहूं, परभू; पर पहिली मोला जावन दे कि मेंह अपन परिवार के मनखेमन ले बिदा होके आवंव।” यीसू ह ओला कहिस, “जऊन कोनो नांगर जोते के सुरू करथे अऊ बार-बार पाछू ला देखथे, ओह परमेसर के राज के लइक नो हय।” एकर बाद, परभू ह अऊ बहत्तर मनखेमन ला चुनिस। जऊन-जऊन सहर अऊ जगह म ओह खुदे जवइया रिहिस, उहां ओमन ला दू-दू झन करके अपन आघू पठोईस। यीसू ह ओमन ला कहिस, “पके फसल लुए बर बहुंत हवय, पर बनिहारमन कम हवंय। एकरसेति, खेत के मालिक से बिनती करव कि ओह अपन पके फसल लुए बर बनिहारमन ला पठोवय। जावव! मेंह तुमन ला मेढ़ा पीलामन सहीं भेड़ियामन के बीच म पठोवत हंव। अपन संग म पईसा रखे के थैली या झोला या पनही झन लेवव; अऊ डहार म कोनो ला जोहार झन करव। जब तुमन कोनो घर म जावव, त पहिली ए कहव, ‘ए घर म सांति होवय,’ यदि उहां कोनो सांति के लइक होही, त तुम्‍हर सांति ओकर ऊपर ठहरही, नइं तो एह तुम्‍हर करा वापिस आ जाही। ओहीच घर म ठहरव, अऊ जऊन कुछू ओमन तुमन ला देथें – खावव अऊ पीयव, काबरकि बनिहार ला ओकर बनी मिलना चाही। घर-घर झन फिरत रहव। जब तुमन कोनो सहर म जावव अऊ मनखेमन उहां तुम्‍हर सुवागत करथें, त जऊन कुछू तुमन ला परोसे जावय, ओला खावव। उहां के बेमार मनखेमन ला बने करव अऊ ओमन ला कहव, ‘परमेसर के राज ह तुम्‍हर लकठा म आ गे हवय।’ पर जब तुमन कोनो सहर म जावव अऊ मनखेमन उहां तुम्‍हर सुवागत नइं करंय, त उहां के सड़कमन म जावव अऊ कहव, ‘अऊ त अऊ तुम्‍हर सहर के धूर्रा ला घलो जऊन ह हमर गोड़ म लगे हवय, हमन तुम्‍हर बिरोध म झर्रा देवत हवन। तभो ले तुमन एला निस्चित रूप से जान लेवव कि परमेसर के राज ह लकठा म आ गे हवय।’ मेंह तुमन ला कहत हंव कि नियाय के दिन म परमेसर ह सदोम सहर के ऊपर जादा दया करही, एकर बनिस‍पत कि ओ सहर ऊपर । खुराजीन के मनखेमन, तुम्‍हर ऊपर धिक्‍कार ए! बैतसैदा के मनखेमन, तुम्‍हर ऊपर धिक्‍कार ए! काबरकि जऊन चमतकार के काम तुमन म करे गीस, यदि एह सूर अऊ सैदा सहरमन म करे गे होतिस, त उहां के रहइयामन बहुंत पहिली टाट ओढ़के, राख म बईठके पछताप कर चुके होतिन। पर परमेसर ह नियाय के दिन सूर अऊ सैदा सहर के मनखेमन ऊपर जादा दया करही, एकर बनिस‍पत कि तुम्‍हर ऊपर। अऊ तुमन, कफरनहूम के मनखेमन, का तुमन ला स्‍वरग तक ऊपर उठाय जाही? नइं, तुमन ला खाल्‍हे नरक म लाने जाही।” यीसू ह अपन चेलामन ला कहिस, “जऊन कोनो तुम्‍हर बात ला सुनथे, ओह मोर बात ला सुनथे। जऊन कोनो तुमन ला स्वीकार नइं करय, ओह मोला स्वीकार नइं करय; अऊ जऊन कोनो मोला स्वीकार नइं करय, ओह परमेसर ला स्वीकार नइं करय, जऊन ह मोला पठोय हवय।” बाद म, जब ओ बहत्तर मनखेमन आनंद सहित लहुंटिन अऊ कहिन, “हे परभू, अऊ त अऊ परेत आतमामन हमर बस म हो गीन, जब हमन ओमन ला तोर नांव म हुकूम देन।” यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह सैतान ला बिजली सहीं स्‍वरग ले गिरत देखेंव। सुनव! मेंह तुमन ला अधिकार दे हवंव कि तुमन सांप अऊ बिच्छू मन ला गोड़ ले कुचरव अऊ सैतान के जम्मो सक्ति ऊपर जय पावव, अऊ कोनो चीज ले तुम्‍हर हानि नइं होही। पर ए बात खातिर आनंद झन मनावव कि परेत आतमामन तुम्‍हर बस म हो जाथें, पर ए बात खातिर आनंद मनावव कि तुम्‍हर नांव ह स्‍वरग म परमेसर के किताब म लिखाय हवय ।” ओही बेरा यीसू ह पबितर आतमा के दुवारा आनंद ले भर गीस अऊ कहिस, “हे ददा, स्‍वरग अऊ धरती के परभू, मेंह तोर धनबाद करथंव, काबरकि तेंह ए बातमन ला गियानी अऊ समझदार मन ले लुका के रखय, पर छोटे लइकामन सहीं बिसवासीमन ऊपर ए बात ला परगट करय। हां ददा, एह तोर खुद के ईछा अऊ खुसी के कारन होईस। मोर ददा ह मोला जम्मो चीज ला सऊंप दे हवय। कोनो नइं जानंय कि बेटा ह कोन ए। एला सिरिप ददा ह जानथे, अऊ कोनो नइं जानंय कि ददा ह कोन ए। एला सिरिप बेटा अऊ ओमन जानथें, जऊन मन ला बेटा ह चुनथे कि अपन ददा ला ओमन ऊपर परगट करय।” तब यीसू ह अपन चेलामन कोति मुहूं करके ओमन ला चुपेचाप कहिस, “धइन एं ओ मनखेमन, जऊन मन ए चीजमन ला देखथें, जऊन ला तुमन देखत हवव। काबरकि मेंह तुमन ला कहथंव कि बहुंत अगमजानी अऊ राजा मन चाहिन कि जऊन बात ला तुमन देखत हवव, ओला देखंय, पर ओमन देख नइं सकिन, अऊ ओमन चाहिन कि जऊन बात ला तुमन सुनत हव, ओला सुनंय, पर ओमन सुन नइं सकिन।” एक बार अइसने होईस कि मूसा के कानून के एक जानकार ह ठाढ़ होईस अऊ यीसू ला परखे बर ओह कहिस, “हे गुरू, परमेसर के संग सदा-काल के जिनगी पाय बर मेंह का करंव।” यीसू ह ओला कहिस, “मूसा के दुवारा लिखे कानून ह का कहिथे? तेंह एला कइसने समझथस?” ओ मनखे ह जबाब दीस, “तेंह परभू अपन परमेसर ला अपन जम्मो हिरदय ले, अपन जम्मो परान ले, अपन जम्मो ताकत ले अऊ अपन पूरा मन सहित मया कर अऊ तेंह अपन पड़ोसी ला अपन सहीं मया कर।” यीसू ह कहिस, “तेंह सही जबाब दे हवस, अइसनेच कर, त तेंह जीयत रहिबे।” पर ओ मनखे ह अपन-आप ला सही बताय चाहत रिहिस, एकरसेति ओह यीसू ले पुछिस, “मोर पड़ोसी कोन ए?” यीसू ह ए जबाब दीस, “एक मनखे ह यरूसलेम सहर ले यरीहो सहर जावत रिहिस अऊ डहार म ओह डाकूमन के हांथ म पड़ गीस। डाकूमन ओकर कपड़ा ला उतार लीन, ओला मारिन-पीटिन अऊ ओला अधमरहा छोंड़के चले गीन। अइसने होईस कि एक पुरोहित ह ओहीच डहार म जावत रहय, अऊ जब ओह ओ मनखे ला उहां पड़े देखिस, त ओह आने कोति ले कतरा के निकर गीस। अइसनेच एक लेवी घलो उहां आईस अऊ ओ मनखे ला देखिस, अऊ आने कोति ले कतरा के चल दीस। पर एक सामरी मनखे जऊन ह ओ डहार म जावत रिहिस; ओ मनखे करा हबरिस, अऊ जब ओला देखिस, त ओ सामरी मनखे ला ओकर ऊपर दया आईस। ओह ओकर करा गीस अऊ ओकर घावमन म तेल अऊ अंगूर के मंद डारके ओम पट्टी बांधिस। तब ओह ओ मनखे ला अपन खुद के गदहा ऊपर चघाईस अऊ ओला एक ठन धरमसाला म ले गीस अऊ ओकर देखभाल करिस। दूसर दिन ओह दू ठन दीनार निकारिस अऊ ओला धरमसाला के रखवार ला देके कहिस, ‘तें एकर देखभाल कर, अऊ जब मेंह लहुंटके आहूं, त तोर जऊन अतकिहा खरचा ओकर ऊपर होही, तोला वापिस कर दूहूं।’ ” अब यीसू ह कानून के जानकार ले पुछिस, “तोर बिचार म, ओ तीनों म ले कोन ह ओ मनखे के पड़ोसी होईस, जऊन ह डाकूमन के हांथ म पड़ गे रिहिस?” कानून के जानकार ह कहिस, “ओ मनखे जऊन ह ओकर ऊपर दया करिस।” यीसू ह ओला कहिस, “तेंह जा अऊ वइसनेच कर।” यीसू अऊ ओकर चेलामन जावत रिहिन, त ओमन एक गांव म आईन। उहां मारथा नांव के एक माईलोगन ह ओला अपन घर म ठहराईस। ओकर मरियम नांव के एक बहिनी रिहिस, जऊन ह परभू के गोड़ खाल्‍हे बईठके ओकर उपदेस ला सुनत रिहिस। पर मारथा ह बहुंत काम करत बिचलित हो गीस; अऊ ओह परभू करा आके कहिस, “हे परभू, का तोला कुछू धियान नइं ए कि मोर बहिनी ह मोला काम करे बर एके झन छोंड़ दे हवय? ओला कह कि ओह मोर मदद करय।” परभू ह ओला जबाब दीस, “मारथा, हे मारथा, तेंह बहुंते बातमन के बिसय म चिंता करथस अऊ परेसान होथस, पर सिरिप एके ठन बात के जरूरत हवय। मरियम ह उत्तम भाग ला चुन ले हवय, अऊ एला ओकर ले अलग नइं करे जावय।” एक दिन यीसू ह एक जगह म पराथना करत रिहिस। जब ओह पराथना कर लीस, त ओकर एक झन चेला ह ओला कहिस, “हे परभू, जइसने यूहन्ना बतिसमा देवइया ह अपन चेलामन ला पराथना करे बर सिखोय रिहिस, वइसने तेंह घलो हमन ला पराथना करे बर सीखा।” यीसू ह ओमन ला कहिस, “जब तुमन पराथना करव, त अइसने कहव: हे ददा, तोर पबितर नांव के आदर होवय, तोर राज आवय। हमन ला दिन ब दिन हमर भोजन दे। हमन ला हमर पाप के छेमा दे, काबरकि जऊन मन हमर बिरूद्ध पाप करथें, ओमन ला हमन छेमा करथन। अऊ हमन ला लालच म झन पड़न दे।” तब यीसू ह अपन चेलामन ले कहिस, “मान लव, तुमन ले एक झन के एक संगवारी हवय अऊ ओह अपन संगवारी करा आधा रतिहा जाके कहिथे, ‘ए संगवारी, मोला तीन ठन रोटी उधार देय दे, काबरकि एक झन मोर संगवारी ह कहीं जावथे अऊ ओह अभीच मोर करा आय हवय, अऊ मोर करा ओला खवाय बर कुछू नइं ए।’ तब भीतर ले ओह जबाब देथे, ‘मोला परेसान झन कर। कपाट म ताला लग चुके हवय, अऊ मोर लइकामन मोर संग खटिया म हवंय। एकरसेति मेंह उठके तोला कुछू नइं दे सकंव।’ मेंह तुमन ला कहत हंव, हालाकि एक संगवारी के रूप म ओह उठके ओला रोटी नइं दिही, पर लाज-सरम ला छोंड़के ओकर मांगे के कारन, ओह उठही अऊ ओकर जरूरत के मुताबिक ओला दिही। एकरसेति, मेंह तुमन ला कहत हंव: मांगव, त तुमन ला दिये जाही; खोजव, त तुमन पाहू; खटखटावव, त कपाट ह तुम्‍हर बर खोले जाही। काबरकि जऊन ह मांगथे, ओला मिलथे; जऊन ह खोजथे, ओह पाथे; अऊ जऊन ह खटखटाथे, ओकर बर कपाट ह खोले जाथे। तुमन ले अइसने कोन ददा होही कि कहूं ओकर बेटा एक ठन मछरी मांगय, त बदले म ओह ओला सांप दिही? या कहूं ओह एक ठन अंडा मांगय, त ओह ओला बिच्छू दिही? जब तुम्‍हर सहीं खराप मनखेमन अपन लइकामन ला बने चीज देय बर जानथव, तब तुम्‍हर स्‍वरग के ददा ह कतेक जादा ओमन ला पबितर आतमा दिही, जऊन मन ओकर ले मांगथें।” यीसू ह एक कोंदा परेत आतमा ला निकारत रिहिस। जब परेत आतमा ह निकर गीस, त कोंदा मनखे ह गोठियाय लगिस, अऊ मनखेमन अचम्भो करिन। पर ओम ले कुछू झन कहिन, “एह बालजबूल नांव के परेत आतमामन के मुखिया के सक्ति ले परेत आतमामन ला निकारत हवय।” आने मन ओला परखे बर स्‍वरग ले कोनो चिन्‍हां देखाय बर कहिन। यीसू ह ओमन के बिचार ला जानत रिहिस, एकरसेति ओह ओमन ला कहिस, “कोनो राज म फूट पड़ जावय, त ओह नास हो जाही। अऊ वइसनेच कोनो परिवार म फूट पड़ जावय, त ओह अलग-अलग हो जाही। एकरसेति कहूं परेत आतमामन एक-दूसर के संग लड़हीं, तब ओकर राज ह कइसने बने रह सकथे? मेंह ए बात कहत हंव काबरकि तुमन कहिथव कि मेंह बालजबूल के सक्ति ले परेत आतमामन ला निकारथंव। यदि मेंह बालजबूल के सक्ति ले परेत आतमामन ला निकारथंव, तब तुम्‍हर चेलामन परेत आतमामन ला काकर सक्ति ले निकारथें? एकरसेति ओहीच मन तुम्‍हर नियाय करहीं। पर यदि मेंह परमेसर के सामरथ ले परेत आतमामन ला निकारथंव, त फेर परमेसर के राज ह तुम्‍हर करा आ गे हवय। जब एक बलवान मनखे, अपन जम्मो हथियार सहित अपन घर के रखवारी करथे, तब ओकर संपत्ति ह सही सलामत रहिथे। पर जब कोनो ओकर ले बलवान मनखे ओकर ऊपर चढ़ई करथे अऊ ओला काबू म कर लेथे, तब ओह ओ घरवाला के जम्मो हथियार जेकर ऊपर ओकर भरोसा रिहिस, छीन लेथे, अऊ ओह लूट के संपत्ति ला बांट देथे। जऊन ह मोर संग नइं ए, ओह मोर बिरोध म हवय, अऊ जऊन ह मोर संग नइं संकेलय, ओह बिछराथे। जब कोनो परेत आतमा ह कोनो मनखे ले निकरथे, त ओह अराम करे के जगह खोजत, बंजर जगहमन म जाथे, अऊ जब ओला जगह नइं मिलय, तब अपन-आप ले कहिथे, ‘मेंह वापिस ओ घर म लहुंट जाहूं, जऊन ला मेंह छोंड़ दे रहेंव।’ जब ओह लहुंटके आथे, त ओह ओ मनखे ला ओ घर सहीं पाथे, जऊन ला कोनो साफ-सुथरा अऊ सही ढंग ले रखे हवय। तब ओह जाथे अऊ अपन ले घलो जादा खराप सात ठन आने आतमामन ला ले आथे, अऊ ओमन ओ मनखे म जाथें अऊ उहां रहिथें। अऊ ओ आदमी के दसा ह पहिली ले अऊ जादा खराप हो जाथे।” जब यीसू ह ए बातमन ला कहत रिहिस, त भीड़ म ले एक माईलोगन ह चिचियाके कहिस, “धइन ए ओ दाई, जऊन ह तोला जनम दीस अऊ तोला अपन गोरस पीयाईस।” पर यीसू ह कहिस, “हव! पर जादा धइन ओ मनखेमन अंय, जऊन मन परमेसर के बचन ला सुनथें अऊ ओकर पालन करथें।” जब भीड़ ह बढ़त गीस त यीसू ह कहिस, “ए पीढ़ी के मनखेमन खराप अंय। एमन चिन्‍हां के मांग करथें, पर एमन ला योना अगमजानी के चिन्‍हां के छोंड़ अऊ कोनो चिन्‍हां नइं दिये जावय । जइसने योना अगमजानी नीनवे सहर के मनखेमन बर एक ठन चिन्‍हां रिहिस, वइसने मनखे के बेटा ह ए पीढ़ी के मनखेमन बर एक ठन चिन्‍हां होही । दक्खिन दिग के रानी ह नियाय के दिन, ए पीढ़ी के मनखेमन संग उठही अऊ एमन ला दोसी ठहराही, काबरकि ओह धरती के ओ छोर ले सुलेमान राजा के बुद्धि के बात ला सुने बर आय रिहिस। अऊ देखव! एक झन इहां सुलेमान राजा ले घलो बड़के हवय। नीनवे सहर के मनखेमन नियाय के दिन, ए पीढ़ी के मनखेमन संग उठहीं अऊ एमन ला दोसी ठहराहीं, काबरकि ओमन योना अगमजानी के परचार ला सुनिन अऊ अपन पाप ले पछताप करिन। अऊ देखव! एक झन इहां योना अगमजानी ले घलो बड़के हवय।” “कोनो घलो मनखे दीया ला बारके नइं छुपावय या ओला बड़े कटोरा के खाल्‍हे म नइं रखय। पर ओह दीया ला दीवट ऊपर रखथे, ताकि जऊन मन भीतर आवंय, ओमन अंजोर ला देखंय। तोर आंखी ह तोर देहें के दीया सहीं अय। जब तोर आंखीमन ठीक हवंय, त तोर जम्मो देहें ह घलो अंजोर ले भरे हवय। पर जब तोर आंखीमन खराप हवंय, त तोर देहें ह घलो पूरा अंधियार ले भरे हवय। एकरसेति सचेत रहव कि जऊन अंजोर तुमन म हवय, ओह अंधियार नो हय। यदि तोर जम्मो देहें ह अंजोर ले भरे हवय, अऊ एकर कोनो भाग अंधियार म नइं ए, त तोर जम्मो देहें ह अइसने पूरा-पूरी अंजोर हो जाही, जइसने जब कोनो दीया के अंजोर ह तोर ऊपर चमकथे।” जब यीसू ह गोठिया चुकिस, त एक फरीसी ह ओला अपन संग खाना खाय बर नेवता दीस। यीसू ह ओकर घर म गीस अऊ खाय बर बईठिस। फरीसी ह ए देखके अचम्भो करिस कि यीसू ह खाना खाय के पहिली अपन हांथ ला नइं धोईस। तब परभू ह ओला कहिस, “तुम फरीसीमन कटोरा अऊ बरतन ला बाहिर ले त धोथव, पर तुम्‍हर भीतर म लालच अऊ बुरई भरे हवय। हे मुरुख मनखेमन! परमेसर जऊन ह बाहिर भाग ला बनाईस, का ओह भीतरी भाग ला घलो नइं बनाईस? पर बरतन के भीतर के चीज ला गरीबमन ला देवव, अऊ हर एक चीज तुम्‍हर बर साफ हो जाही। हे फरीसीमन! तुमन ला धिक्‍कार ए, काबरकि तुमन परमेसर ला अपन पोदीना, सुदाब, अऊ बारी के जम्मो किसम के साग-भाजी के दसवां भाग ला देथव, पर तुमन नियाय अऊ परमेसर के मया ला टार देथव। तुमन ला चाही कि ए दूसर काम ला करव अऊ पहिली ला घलो झन छोड़व। हे फरीसीमन, तुमन ला धिक्‍कार ए, काबरकि तुमन ला सभा घरमन म सबले बने जगह म बईठना अऊ बजारमन म मनखेमन ले जोहार झोंकना, बने लगथे। तुमन ला धिक्‍कार ए, काबरकि तुमन बिगर चिन्‍हां लगाय कबरमन सहीं अव, जेकर ऊपर मनखेमन बिगर जाने चलथें ।” कानून के एक जानकार ह यीसू ला कहिस, “हे गुरू, ए बातमन ला कहिके, तेंह हमर घलो बेजत्ती करथस।” यीसू ह कहिस, “अऊ हे कानून के जानकारमन! तुमन ला धिक्‍कार ए, काबरकि तुमन मनखेमन ला बोझा ले लाद देथव, जऊन ला ओमन बहुंत मुसकुल से उठा सकथें, पर तुमन खुदे ओ बोझा ला उठाय बर अपन एक अंगरी ले घलो ओमन के मदद नइं करव। तुमन ला धिक्‍कार ए, काबरकि तुमन ओ अगमजानीमन के कबर बनाथव, जऊन मन ला तुम्‍हर पुरखामन मार डारे रिहिन। ए किसम ले तुमन खुदे मान लेथव कि जऊन कुछू तुम्‍हर पुरखामन करिन, ओह सही रिहिस; काबरकि ओमन अगमजानीमन ला मार डारिन, अऊ तुमन ओमन के कबर बनाथव। एकर कारन, परमेसर के बुद्धि ह कहिस, ‘मेंह ओमन करा अगमजानी अऊ प्रेरित मन ला पठोहूं। ओम ले कुछू झन ला ओमन मार डारहीं अऊ आने मन ला सताहीं।’ एकर खातिर, ए पीढ़ी के मनखेमन ओ जम्मो अगमजानीमन के खून के जिम्मेदार ठहराय जाहीं, जऊन मन ला संसार के सुरू ले मार डारे गे हवय, हाबिल के खून ले लेके जकरयाह के खून तक, जऊन ला बेदी अऊ पबितर जगह के बीच म मारे गे रिहिस। हव, मेंह तुमन ला कहथंव, ए पीढ़ी के मनखेमन ए जम्मो बात के जिम्मेदार ठहराय जाहीं। कानून के जानकारमन! तुमन ला धिक्‍कार ए, काबरकि तुमन गियान के चाबी ला ले लेय हव। तुमन खुद ओकर भीतर नइं गेव, अऊ तुमन ओमन ला घलो रोक दे हवव, जऊन मन भीतर जावत रिहिन।” तब यीसू ह ओ जगह ले चल दीस। ओही बेरा ले फरीसी अऊ कानून के गुरू मन ओकर पाछू पड़के बहुंत बिरोध करे लगिन अऊ ओकर ले बहुंते चीज के बारे म सवाल करे लगिन। असल म ओमन ए ताक म रहंय कि यीसू के मुहूं ले कोनो गलत बात निकरे अऊ ओमन ओला पकड़ लें। इही दौरान हजारों मनखेमन के भीड़ लग गीस अऊ ओमन एक-दूसर ऊपर गिरे पड़त रिहिन, त यीसू ह पहिली अपन चेलामन ला कहे के सुरू करिस, “फरीसीमन के खमीर ले सचेत रहव, मतलब कि ओमन के ढोंगीपन ले सचेत रहव। कुछू घलो बात ढंके नइं ए, जऊन ला खोले नइं जाही या कुछू भी बात छिपे नइं ए, जऊन ला बताय नइं जाही। एकरसेति, जऊन बात तुमन अंधियार म कहे हवव, ओह दिन के अंजोर म सुने जाही, अऊ जऊन बात तुमन बंद कोठरी म मनखेमन के कान म चुपेचाप कहे हवय, ओला घर के छानी ऊपर ले खुले-आम बताय जाही। मोर संगवारीमन, मेंह तुमन ला कहत हंव कि ओमन ले झन डरव, जऊन मन देहें ला घात करथें अऊ ओकर बाद ओमन अऊ कुछू नइं कर सकंय। पर मेंह तुमन ला बतावत हंव कि तुमन ला काकर ले डरना चाही। ओकर ले डरव, जेकर करा तुमन ला मारे के बाद नरक म डारे के सामरथ हवय। हव, मेंह तुमन ला कहत हंव, ओकरेच ले डरव। पांच ठन गौरइया चिरई कतेक म बिकथे? दू पईसा ले जादा म नइं बिकय। तभो ले परमेसर ह ओम ले एको ठन ला नइं भूलय। अऊ त अऊ तुम्‍हर मुड़ के जम्मो चुंदीमन गने गे हवंय। झन डरव; तुमन गौरइया चिरईमन ले जादा कीमत के अव। मेंह तुमन ला कहत हंव कि जऊन ह मोला मनखेमन के आघू म मान लेथे, ओला मनखे के बेटा घलो परमेसर के स्वरगदूतमन के आघू म मान लिही। पर जऊन ह मोला मनखेमन के आघू म इनकार करथे, ओला मनखे के बेटा घलो परमेसर के स्वरगदूतमन के आघू म इनकार करही। अऊ जऊन ह मनखे के बेटा के बिरोध म कोनो बात कहिथे, त ओला माफ करे जाही, पर जऊन ह पबितर आतमा के बिरोध म निन्दा करथे, ओला माफ करे नइं जावय। जब मनखेमन तुमन ला सभा घर, सासन करइया अऊ अधिकारीमन के आघू म लानथें, त ए बात के चिंता झन करव कि तुमन अपन बचाव कइसने करहू या ओमन के आघू म का कहिहू, काबरकि पबितर आतमा ह ओहीच बेरा तुमन ला ए बात ला सीखा दिही कि तुमन ला का कहना चाही।” भीड़ म ले एक मनखे ह यीसू ला कहिस, “हे गुरू, मोर भाई ले कह कि ओह मोर संग ओ संपत्ति के बंटवारा करय, जऊन ला हमर ददा हमर बर छोंड़ गे हवय।” यीसू ह ओला कहिस, “हे मनखे, कोन ह मोला तुम्‍हर नियायधीस या तुम्‍हर बीच म संपत्ति के बंटवारा करइया ठहराईस?” तब ओह ओमन ला कहिस, “सचेत रहव! अपन-आप ला जम्मो किसम के लालच ले दूर रखव; काबरकि मनखे के जिनगी ह ए बात ले नइं बनय कि ओकर करा कतेक जादा संपत्ति हवय।” तब यीसू ह ओमन ला ए पटं‍तर कहिस, “एक धनवान मनखे के खेत म बहुंत फसल होईस। ओह अपन मन म सोचिस, ‘अब मेंह का करंव? मोर करा मोर फसल ला रखे के जगह नइं ए।’ ओह कहिस, ‘मेंह अइसने करहूं – मेंह अपन कोठीमन ला टोरके ओकर ले बड़े-बड़े कोठी बनाहूं, अऊ उहां मेंह अपन जम्मो अनाज अऊ दूसर माल-मत्ता ला रखहूं।’ तब में अपन-आप ले कहिहूं, ‘तोर करा बहुंत संपत्ति हवय, जऊन ह बहुंते साल तक चलही। अपन जिनगी के चिंता झन कर; खा, पी अऊ खुसी मना।’ पर परमेसर ह ओला कहिस, ‘हे मुरुख मनखे! इहीच रतिहा तोर परान ला ले लिये जाही; तब ए जम्मो चीज काकर होही, जऊन ला तेंह अपन बर रखे हवस।’ अइसनेच हर एक ओ मनखे के संग होही, जऊन ह अपन बर धन संकेलथे, पर परमेसर के नजर म धनवान नो हय।” तब यीसू ह अपन चेलामन ला कहिस, “एकरसेति मेंह तुमन ला कहत हंव, अपन जिनगी के बारे म चिंता झन करव कि तुमन का खाहू, या अपन देहें के बारे म चिंता झन करव कि तुमन का पहिरहू। जिनगी ह खाना ले जादा महत्‍व के अय, अऊ देहें ह ओन्ढा ले जादा महत्‍व रखथे। कऊवां चिरईमन के बारे सोचव: ओमन न कुछू बोवंय अऊ न लुवंय; ओमन करा न भंडार-घर हवय न ही कोठार; तभो ले परमेसर ओमन ला खवाथे। तुमन तो चिरईमन ले बढ़ के अव। तुमन म अइसने कोनो हवय, जऊन ह चिंता करे के दुवारा अपन जिनगी के एक घरी घलो बढ़ा सकथे? जब तुमन ए बहुंत छोटे चीज ला नइं कर सकव, त तुमन आने बड़े चीजमन के बारे म चिंता काबर करथव? सोचव कि जंगली फूलमन कइसने बाढ़थें; ओमन न मिहनत करंय अऊ न ही अपन बर कपड़ा बनावंय। पर मेंह तुमन ला बतावत हंव, अऊ त अऊ सुलेमान सहीं धनी राजा घलो एमन ले काकरो सहीं सुघर कपड़ा नइं पहिरे रिहिस। जब परमेसर ह भुइयां के कांदी ला अइसने कपड़ा पहिराथे, जऊन ह आज इहां हवय अऊ कल आगी म झोंके जाही, त हे अल्‍प बिसवासीमन, का ओह तुमन ला अऊ जादा कपड़ा नइं पहिराही। अऊ एकर धियान म झन रहव कि तुमन का खाहू या का पीहू; एकर चिंता झन करव। काबरकि ए संसार म परमेसर ऊपर बिसवास नइं करइयामन ए जम्मो चीज के खोज म रहिथें, अऊ तुम्‍हर ददा परमेसर ह जानथे कि तुमन ला ए चीजमन के जरूरत हवय। परमेसर के राज के खोज म रहव, त संग म ए चीजमन घलो तुमन ला ओह दिही। हे छोटे झुंड! झन डर, काबरकि तोर ददा परमेसर ह तोला राज देके खुस हवय। अपन संपत्ति ला बेंच अऊ गरीबमन ला दे। अपन बर अइसने बटुवा बनावव, जऊन ह जुन्ना नइं होवय, याने स्‍वरग म अपन धन जमा करव, जऊन ह कभू नइं घटय; जेकर लकठा म चोर नइं आ सकय अऊ जऊन ला कीरा घलो नइं खा सकय। काबरकि जिहां तोर धन हवय, उहां तोर मन घलो लगे रहिही।” “तुमन सेवा करे बर हमेसा तियार रहव अऊ अपन दीया ला बारे रखव; ओ सेवकमन सहीं, जऊन मन अपन मालिक के एक बिहाव भोज ले लहुंटे के बाट जोहत हवंय, ताकि जब ओह आवय अऊ कपाट ला खटखटावय, त ओमन तुरते ओकर बर कपाट ला खोल सकंय। ओ सेवकमन बर एह खुसी के बात होही, जब ओमन के मालिक लहुंटके आथे, त ओमन ला जागत पाथे। मेंह तुमन ला सच कहथंव – ओह खुदे सेवा करे बर सेवक के कपड़ा पहिरही; ओह ओमन ला खाना खवाय बर बईठाही अऊ आके ओमन के सेवा करही। ओ सेवकमन बर एह बने बात होही, यदि ओमन के मालिक रतिहा के दूसर या तीसरा पहर म आवय अऊ ओमन ला सचेत पावय। पर तुमन ए बात ला जान लेवव: यदि घर के मालिक ए जानतिस कि चोर ह कतेक बेरा आही, त ओह अपन घर ला चोरी होय बर नइं छोंड़ देतिस। तुमन घलो हमेसा तियार रहव, काबरकि मनखे के बेटा ह अइसने बेरा म आ जाही, जब तुमन ओकर आय के आसा नइं करत होहू।” पतरस ह पुछिस, “हे परभू, ए पटं‍तर ला का तेंह हमर बर कहत हवस या फेर जम्मो झन बर?” परभू ह जबाब देके कहिस, “ओ बिसवासी अऊ बुद्धिमान सेवक कोन ए, जऊन ला ओकर मालिक ए जिम्मेदारी देथे कि ओह घर ला चलावय अऊ आने सेवकमन ला सही समय म ओमन के भाग के खाना देवय। एह ओ सेवक बर खुसी के बात होही कि जब ओकर मालिक ह आथे, त ओला अइसने करत पाथे। मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि मालिक ह ओ सेवक ला अपन जम्मो संपत्ति के जिम्मेदारी दे दिही। पर यदि ओ सेवक ह अपन मन म ए कहय, ‘मोर मालिक ह आय म अब्‍बड़ देरी करत हवय।’ अऊ अइसने सोचके ओह आने सेवक अऊ सेविका मन ला मारन-पीटन लगय, अऊ खाय अऊ पीये लगे अऊ मतवाल हो जावय, तब ओ सेवक के मालिक ह एक अइसने दिन म आ जाही, जब ओह ओकर आय के आसा नइं करत होही अऊ ओकर आय के बेरा ला घलो नइं जानत होही। तब मालिक ह ओला कठोर सजा दिही अऊ ओला अबिसवासीमन के संग म रखही। ओ सेवक जऊन ह अपन मालिक के ईछा ला जानथे, पर तियार नइं रहय या जऊन बात ला ओकर मालिक चाहथे ओला नइं करय, त ओ सेवक ह बहुंत मार खाही। पर जऊन सेवक ह अपन मालिक के ईछा ला नइं जानत हवय, अऊ बिगर जाने ओह गलत काम करथे, त ओह कम मार खाही। जऊन ला बहुंत दिये गे हवय, ओकर ले बहुंत मांगे जाही, अऊ जऊन ला बहुंत सऊंपे गे हवय, ओकर ले बहुंत लिये जाही।” “मेंह धरती म आगी लगाय बर आय हवंव, अऊ मेंह ए चाहत हंव कि बने होतिस कि एम पहिली ले आगी लगे होतिस। मोला एक बतिसमा म ले होके जाना हवय, अऊ जब तक ओह पूरा नइं हो जावय, मेंह बहुंत बियाकुल हवंव। का तुमन ए सोचत हव कि मेंह धरती म सांति लाने बर आय हवंव। नइं, मेंह तुमन ला कहत हंव कि मेंह फूट डारे बर आय हवंव। अब ले जब एक परिवार म पांच झन होहीं, त ओमन म फूट पड़ही; तीन झन ह दू झन के बिरोध म अऊ दू झन ह तीन झन के बिरोध म रहिहीं। ददा ह अपन बेटा के बिरोध म होही, त बेटा ह अपन ददा के बिरोध म। दाई ह अपन बेटी के बिरोध म होही, त बेटी ह अपन दाई के बिरोध म; अऊ सास ह अपन बहू के बिरोध म होही, त बहू ह अपन सास के बिरोध म।” यीसू ह मनखेमन के भीड़ ला घलो कहिस, “जब तुमन पछिम दिग म एक बादर उठत देखथव, त तुरते तुमन कहिथव कि बारिस होवइया हवय; अऊ अइसनेच होथे। अऊ जब दक्खिन दिग के हवा चलथे, त तुमन कहिथव कि गरमी बढ़इया हवय, अऊ अइसनेच होथे। हे ढोंगी मनखेमन! धरती अऊ अकास ला तुमन देखके जान लेथव कि एकर का मतलब होथे; तब तुमन ए समय के मतलब ला काबर नइं जानव? तुमन खुदे काबर फैसला नइं कर लेवव कि का सही ए? यदि कोनो मनखे तुम्‍हर बिरोध म नालिस करय अऊ तुमन ला कचहरी म ले जावय, त तुमन भरसक कोसिस करव कि ओकर संग डहार म ही मामला के निपटारा हो जावय; नइं तो ओह तुमन ला नियायधीस करा खींचके ले जाही, अऊ नियायधीस ह तुमन ला पुलिस ला सऊंप दिही, अऊ पुलिस ह तुमन ला जेल म डार दिही। मेंह तुमन ला कहत हंव कि जब तक तुमन एक-एक पईसा नइं भर दूहू, तब तक उहां ले नइं छूट सकव।” ओ समय उहां कुछू मनखेमन रिहिन। ओमन यीसू ला ओ गलील के मनखेमन के बारे म बताईन, जेमन ला पीलातुस ह मरवाय रिहिस, जब ओमन परमेसर ला बलिदान चघावत रिहिन। ए सुनके यीसू ह ओमन ला जबाब दीस, “का तुमन ए सोचथव कि ए गलीलीमन आने जम्मो गलीली मनखेमन ले जादा पापी रिहिन, काबरकि ओमन ए किसम ले मारे गीन? नइं! पर मेंह तुमन ला कहत हंव कि यदि तुमन अपन पाप ले पछताप नइं करहू, त तुमन जम्मो झन घलो ओमन सहीं नास होहू। या ओ अठारह झन के बारे म का सोचथव, जऊन मन मर गीन, जब ओमन के ऊपर सीलोह म गुम्मट ह गिरिस, का ओमन यरूसलेम म रहइया अऊ आने जम्मो झन ले जादा कसूरदार रिहिन? नइं! मेंह तुमन ला कहत हंव कि यदि तुमन अपन पाप ले पछताप नइं करहू, त तुमन जम्मो झन घलो ओमन सहीं नास होहू।” तब यीसू ह ए पटं‍तर कहिस, “एक मनखे के अंगूर के बारी म एक ठन अंजीर के रूख रिहिस। एक दिन ओ मनखे ह ओ रूख म फर देखे बर गीस, पर ओह एको ठन फर नइं पाईस। एकरसेति ओह अपन बारी के माली ला कहिस, ‘देख, तीन साल ले मेंह ए अंजीर के रूख म फर देखे बर आवत हवंव पर एको ठन नइं पाय हवंव। ए रूख ला काट डार। एह काबर भुइयां ला घेरे रहिही।’ पर बारी के माली ह कहिस, ‘हे मालिक, एला एक बछर अऊ रहन दे; मेंह एकर चारों अंग माटी ला कोड़हूं अऊ ओम खातू डालहूं। कहूं एह अगले साल फरही, त ठीक। कहूं नइं फरही, त तेंह काट डारबे।’ ” एक बिसराम के दिन, यीसू ह एक ठन सभा घर म उपदेस देवत रिहिस। उहां एक माईलोगन रिहिस, जऊन ला परेत आतमा ह अठारह साल ले अपंग कर दे रिहिस। ओह कुबड़ी हो गे रिहिस अऊ कइसने करके घलो सीधा ठाढ़ नइं हो सकत रिहिस। जब यीसू ह ओला देखिस, त ओला आघू म बलाईस अऊ ओकर ले कहिस, “हे नारी! तोर बेमारी ह दूर हो जावय।” तब यीसू ह ओकर ऊपर अपन हांथ रखिस, अऊ तुरते ओ माईलोगन ह सीधा ठाढ़ हो गीस अऊ परमेसर के महिमा करिस। काबरकि यीसू ह ओ माईलोगन ला बिसराम दिन म बने करे रिहिस, एकरसेति सभा घर के अधिकारी ह खिसियाईस अऊ मनखेमन ला कहिस, “काम करे बर छै दिन हवय। एकरसेति ओ दिनमन म आवव अऊ बने होवव, पर बिसराम दिन म नइं।” परभू ह ओला ए जबाब दीस, “हे ढोंगी मनखेमन, का तुमन ले हर एक मनखे बिसराम दिन म अपन बइला या गदहा ला कोठा ले ढिल के पानी पीयाय बर नइं ले जावय? तब ए माईलोगन जऊन ह अब्राहम के संतान अय, अऊ जऊन ला सैतान ह अठारह साल ले बांधके रखे रिहिस। का एह ठीक नो हय कि ओला बिसराम दिन म ए बंधन ले छुटकारा मिलय?” जब यीसू ह ए बात कहिस, त ओकर जम्मो बिरोधीमन के बेजत्ती होईस, पर जऊन अद्भूत काम ओह करत रिहिस, ओकर ले मनखेमन खुस होईन। तब यीसू ह पुछिस, “परमेसर के राज ह काकर सहीं अय? मेंह एकर तुलना काकर संग करंव? एह ओकर सहीं अय, जब एक मनखे ह एक ठन सरसों के बीजा ला लीस अऊ अपन बारी म बोईस। ओह बाढ़िस, अऊ बाढ़के एक ठन रूख हो गीस, अऊ अकास के चिरईमन एकर थांघामन म बसेरा करिन।” यीसू ह फेर पुछिस, “मेंह परमेसर के राज के तुलना काकर संग करंव? एह खमीर सहीं अय, जऊन ला एक माईलोगन ह लीस अऊ ओला बहुंत अकन आंटा म मिलाके तब तक गुंथिस, जब तक कि आंटा ह फूल नइं गीस।” यीसू ह यरूसलेम सहर जावत बेरा, डहार म ओह सहर अऊ गांव मन म उपदेस करत गीस। एक झन ओकर ले पुछिस, “हे परभू, का सिरिप थोरकन मनखेमन उद्धार पाहीं?” यीसू ह ओमन ला कहिस, “संकरा कपाट ले होके जाय के भरसक कोसिस करव; काबरकि मेंह तुमन ला कहत हंव कि बहुंते मनखेमन एम ले जाय के कोसिस करहीं, पर जाय नइं सकहीं। जब एक बार घर के मालिक ह उठही अऊ कपाट ला बंद कर दिही, त तुमन बाहिर म ठाढ़े रहि जाहू अऊ कपाट ला खटखटावत ए बिनती करहू, ‘हे परभू, हमर बर कपाट ला खोल दे।’ पर ओह तुमन ला ए जबाब दिही, ‘मेंह नइं जानंव कि तुमन कहां ले आय हवव।’ तब तुमन ह कहिहू, ‘हमन तोर संग खाय पीये रहेंन, अऊ तेंह हमर गली म उपदेस दे हवस।’ पर ओह जबाब दिही, ‘मेंह नइं जानंव कि तुमन कहां ले आय हवव। हे कुकरमीमन! तुमन जम्मो झन मोर ले दूरिहा हटव।’ जब तुमन अब्राहम, इसहाक, याकूब अऊ जम्मो अगमजानीमन ला परमेसर के राज म बईठे अऊ अपन-आप ला बाहिर फेंके हुए देखहू, त तुमन रोहू अऊ अपन दांत पीसहू। मनखेमन पूरब, पछिम अऊ उत्तर, दक्खिन, चारों दिग ले आहीं अऊ परमेसर के राज के भोज म सामिल होहीं। अऊ देखव! जऊन मन आखिरी म हवंय, ओमन पहिली हो जाहीं; अऊ जऊन मन पहिली हवंय, ओमन आखिरी म हो जाहीं।” ओतकी बेरा कुछू फरीसीमन यीसू करा आईन अऊ ओला कहिन, “तेंह ए जगह ला छोंड़के कहीं अऊ चल दे; काबरकि हेरोदेस राजा ह तोला मार डारे बर चाहथे।” यीसू ह ओमन ला कहिस, “जावव अऊ ओ कोलिहा ले कहव; आज अऊ कल मेंह परेत आतमामन ला निकारहूं अऊ बेमार मनखेमन ला बने करहूं, अऊ तीसरा दिन मोर काम ह पूरा हो जाही। कुछू घलो होवय, मोला आज, कल अऊ परसों चलते रहना जरूरी ए – काबरकि एह नइं हो सकय कि एक अगमजानी ह यरूसलेम सहर के बाहिर म मरय। हे यरूसलेम के मनखेमन! तुमन अगमजानीमन ला मार डारथव अऊ तुमन ओ संदेसियामन ऊपर पथरा फेंकथव, जऊन मन ला परमेसर ह तुम्‍हर करा पठोथे। कतको बार मेंह चाहेंव कि तुमन ला एक संग संकेलंव, जइसने एक कुकरी ह अपन चियांमन ला अपन डेना खाल्‍हे म संकेलथे, पर तुमन मोला अइसने करन नइं देवव। देखव, ओ जगह जिहां तुमन रहिथव, ओह उजाड़ छोंड़े जावथे। मेंह तुमन ला कहत हंव कि तुमन मोला तब तक नइं देखहू, जब तक कि तुमन ए नइं कहिहू, ‘धइन ए ओ, जऊन ह परभू के नांव म आथे।’ ” एक बिसराम के दिन, यीसू ह बड़े फरीसी के घर म खाना खाय बर गीस, अऊ मनखेमन ओला धियान से देखत रहंय। उहां ओकर आघू म एक झन मनखे रहय, जऊन ला जलोदर के बेमारी रिहिस। यीसू ह फरीसी अऊ कानून के जानकारमन ले पुछिस, “बिसराम दिन म कोनो ला बेमारी ले ठीक करे के अनुमती कानून ह देथे कि नइं देवय?” पर ओमन चुपेचाप रिहिन। तब यीसू ह ओ बेमरहा मनखे के हांथ ला धरके ओला बने करिस, अऊ ओला जावन दीस। तब यीसू ह ओमन ले कहिस, “यदि तुमन के काकरो एक बेटा या एक बइला हवय अऊ ओह बिसराम के दिन एक ठन कुवां म गिर जाथे, त का तुमन तुरते ओला खींचके बाहिर नइं निकारहू।” अऊ ओमन एकर कोनो जबाब नइं दे सकिन। जब यीसू ह देखिस कि नेवताहारीमन कइसने चुन-चुनके बढ़िया जगह म बईठत हवंय, त ओह ओमन ला ए पटं‍तर कहिस, “जब कोनो तुमन ला बिहाव के भोज बर नेवता देथे, त उहां जाके सबले बढ़िया जगह म झन बईठव, काबरकि हो सकथे कि उहां तोर ले घलो जादा बड़े मनखे ला नेवता देय गे होही, यदि अइसने अय, तब ओ मनखे जऊन ह तुमन दूनों ला नेवता देय हवय, आही अऊ तोला कहिही, ‘तोर जगह ए मनखे ला देय दे।’ तब तोर बेजत्ती होही अऊ तोला छोटे जगह म बईठना पड़ही। एकरसेति जब तोला नेवता दिये जाथे, त जाके छोटे जगह म बईठ, ताकि जब नेवता देवइया ह आवय, त ओह तोर ले कहय, ‘हे संगवारी, जाके बने जगह म बईठ।’ तब आने जम्मो संगी पहुनामन के आघू म तोर आदर-मान होही। काबरकि जऊन ह अपन-आप ला बड़े करथे, ओला छोटे करे जाही अऊ जऊन ह अपन-आप ला छोटे करथे, ओला बड़े करे जाही।” तब यीसू ह अपन नेवता देवइया ला कहिस, “जब तेंह मंझन या रतिहा कोनो भोज देथस, त अपन संगवारी या अपन भाई या अपन रिस्तेदार या अपन धनी पड़ोसी मन ला झन नेवता दे; यदि तेंह ओमन ला नेवता देथस, त ओमन घलो बदले म तोला नेवता दे सकथें, अऊ ए किसम ले जऊन कुछू तेंह करे हवस, ओकर भरपई हो जाही। पर जब तेंह कोनो भोज देथस, त गरीब, अपंग, खोरवा अऊ अंधरामन ला बलाय कर। तब परमेसर ह तोला आसिस दिही। हालाकि ओमन बदले म तोला कुछू नइं दे सकंय, पर तोला एकर परतिफल ओ समय मिलही, जब धरमी मनखेमन फेर जी उठहीं।” जऊन मन यीसू के संग खाय बर बईठे रिहिन, ओम ले एक झन जब एला सुनिस, त ओह यीसू ले कहिस, “धइन ए ओ मनखे जऊन ह ओ भोज म खाही, जऊन ह परमेसर के राज म होही।” यीसू ह ओला कहिस, “एक बार एक मनखे ह एक बड़े भोज करिस, अऊ बहुंत मनखेमन ला नेवता दीस। जब भोज ह तियार हो गीस, त ओह अपन सेवक ला नेवताहारीमन करा ए कहे बर पठोईस, ‘आवव, जम्मो चीज तियार हो गे हवय।’ पर ओमन जम्मो झन बहाना करे लगिन। पहिली मनखे ह ओ सेवक ला कहिस, ‘मेंह अभी एक ठन खेत बिसोय हवंव, अऊ मोर उहां जाना अऊ ओला देखना जरूरी ए। मेंह तोर ले बिनती करत हंव कि मोला माफ कर दे।’ आने झन ह कहिस, ‘मेंह अभी पांच जोड़ी बइला बिसोय हवंव, अऊ मेंह ओमन ला परखे बर जावत हंव। मेंह तोर ले बिनती करत हंव कि मोला माफ कर दे।’ अऊ एक झन ह कहिस, ‘मेंह अभी बिहाव करे हवंव, एकरसेति मेंह नइं आ सकंव।’ ओ सेवक ह वापिस आईस अऊ ए बात अपन मालिक ला बताईस। तब घर के मालिक ह गुस्सा होईस अऊ अपन सेवक ला हुकूम दीस, ‘सहर के सड़क अऊ गली मन म तुरते जा अऊ गरीब, अपंग, अंधरा अऊ खोरवामन ला ले आ।’ ओ सेवक ह कहिस, ‘हे मालिक, जइसने तेंह कहे रहय, वइसने करे गे हवय, पर तभो ले जगह खाली हवय।’ तब मालिक ह अपन सेवक ला कहिस, ‘बाहिर सड़क अऊ गांव तरफ के गलीमन म जा अऊ कइसने करके मनखेमन ला ले आ, ताकि मोर घर ह भर जावय। मेंह तोला कहत हंव कि ओ नेवताहारी मनखेमन ले एको झन घलो मोर भोज के सुवाद ला चखे नइं पाहीं।’ ” एक बड़े भीड़ ह यीसू के संग जावत रिहिस, अऊ यीसू ह मनखेमन कोति मुहूं करके कहिस, “यदि कोनो मोर करा आथे, त ए जरूरी ए कि ओह अपन ददा अऊ दाई, अपन घरवाली अऊ लइका, अपन भाई अऊ बहिनी अऊ इहां तक कि अपन जिनगी ले घलो जादा मोला मया करय, नइं तो ओह मोर चेला नइं हो सकय। अऊ जऊन ह दुःख उठाय के मन नइं करय अऊ मोर पाछू आथे, ओह मोर चेला नइं हो सकय। मान लव, तुमन ले कोनो मनखे एक भवन बनाय चाहथे। त का ओह पहिली बईठके खरचा के हिसाब नइं करही, ए देखे बर कि काम ला पूरा करे बर ओकर करा पईसा हवय कि नइं? काबरकि यदि ओह नीव धरथे अऊ काम ला पूरा नइं कर सकय, त एला जम्मो देखइयामन ए कहिके ओकर हंसी उड़ाहीं, ‘ए मनखे ह भवन बनाय के सुरू त करिस, पर काम ला पूरा नइं कर सकिस।’ या मान लव, एक राजा ह आने राजा के बिरूद्ध लड़ई म जवइया हवय, त का ओह पहिली बईठके ए नइं सोचही कि का ओह अपन दस हजार मनखेमन के संग ओकर सामना कर सकथे, जऊन ह बीस हजार मनखे लेके ओकर बिरोध म आवथे? यदि ओह सामना नइं कर सकय, त ओह आने राजा करा, जऊन ह अभी दूरिहा म हवय, अपन दूतमन ला पठोही अऊ मेल-मिलाप करे चाहिही। ओही किसम ले, तुमन ले जऊन ह जब तक अपन जम्मो चीज ला नइं छोंड़ दिही, तब तक ओह मोर चेला नइं हो सकय। नून ह बने ए, पर यदि एकर सुवाद ह चले जाथे, त कोनो किसम ले एला फेर नूनचूर नइं करे जा सकय। एह न तो माटी के काम आवय अऊ न तो खातू के। एला बाहिर फटिक दिये जाथे। जेकर सुने के कान हवय, ओह सुन ले।” एक बार जम्मो लगान लेवइया अऊ पापी मनखेमन यीसू करा जूरत रिहिन कि ओमन ओकर बात ला सुनंय। पर फरीसी अऊ कानून के गुरू मन ए कहिके कुड़कुड़ाय लगिन, “ए मनखे ह पापीमन के सुवागत करथे अऊ ओमन के संग खाथे।” एकरसेति यीसू ह ओमन ला ए पटं‍तर कहिस, “मान लव, तुमन ले एक झन करा एक सौ भेड़ हवंय अऊ ओम ले एक ठन गंवा जाथे, त का ओह ओ निनान्‍बे भेड़मन ला मैदान म छोंड़के ओ गंवाय भेड़ ला तब तक नइं खोजही, जब तक कि ओह मिल नइं जावय? अऊ जब ओला भेड़ ह मिल जाथे, त ओह ओला खुसी के मारे अपन कंधा म उठा लेथे, अऊ अपन घर जाथे। अऊ तब ओह अपन संगवारी अऊ पड़ोसी मन ला बलाथे अऊ कहिथे, ‘मोर संग आनंद मनावव, काबरकि मोर गंवाय भेड़ ह मोला मिल गीस।’ मेंह तुमन ला कहत हंव कि ओही किसम ले एक पापी मनखे के पछताप करे ले स्‍वरग म बहुंत आनंद मनाय जाथे, जतेक कि निनान्‍बे धरमी मनखेमन बर नइं मनाय जावय, जऊन मन ला पछताप करे के जरूरत नइं ए।” “या मान लव, एक माईलोगन करा दस ठन चांदी के सिक्‍का हवय अऊ ओम ले एक ठन गंवा जाथे, त का ओह दीया बारके घर ला नइं बहारे अऊ मन लगाके खोजय जब तक कि ओह मिल न जावय। अऊ जब ओला सिक्‍का ह मिल जाथे, त ओह अपन संगवारी अऊ पड़ोसी मन ला बलाथे अऊ कहिथे, ‘मोर संग आनंद मनावव, काबरकि मोर गंवाय सिक्‍का ह मोला मिल गे हवय।’ मेंह तुमन ला कहत हंव कि ओही किसम ले, जब एक पापी मनखे पछताप करथे, त उहां स्‍वरग म परमेसर के स्वरगदूतमन के आघू म आनंद मनाय जाथे।” यीसू ह ए घलो कहिस, “एक मनखे के दू झन बेटा रिहिन। छोटे बेटा ह अपन ददा ला कहिस, ‘ददा! मोर बांटा के संपत्ति ला मोला देय दे।’ अऊ ओ मनखे ह अपन दूनों बेटा के बीच म संपत्ति के बंटवारा कर दीस। कुछू दिन के बाद, छोटे बेटा ह अपन बांटा के संपत्ति ला बेंच दीस अऊ पईसा ला लेके घर छोंड़के चल दीस। ओह बहुंत दूरिहा एक देस म गीस, जिहां ओह फालतू काम म अपन पईसा ला उड़ा दीस। जब ओह जम्मो ला खरचा कर डारिस, त उहां ओ जम्मो देस म एक भयंकर अकाल पड़िस, अऊ ओकर करा कुछू नइं बचिस। एकरसेति ओह ओ देस के रहइया एक मनखे करा काम करे बर गीस, जऊन ह ओला अपन खेत म, सुरामन ला चराय बर पठोईस। ओकर ईछा होवय कि ओह ओ फली ले अपन पेट भरय, जऊन ला सुरामन खावत रहंय, पर कोनो ओला खाय बर कुछू नइं देवंय। जब ओह अपन होस म आईस, त कहन लगिस, ‘मोर ददा के घर बनी-भूती करइयामन करा जरूरत ले जादा खाय बर हवय, अऊ इहां मेंह भूखन मरथंव। मेंह उठके अपन ददा करा वापिस जाहूं अऊ ओला ए कहिहूं, “हे ददा, मेंह परमेसर के बिरोध अऊ तोर बिरोध म पाप करे हवंव। मेंह तोर बेटा कहाय के लइक नो हंव; मोला अपन एक बनिहार मनखे सहीं रख ले।” ’ अऊ ओह उठिस अऊ अपन ददा करा चल पड़िस। पर जब ओह अभी दूरिहाच म ही रिहिस, त ओकर ददा ह ओला देख डारिस, अऊ ओकर हिरदय ह दया ले भर गे। ओह अपन बेटा करा दऊड़के गीस अऊ ओला अपन बाहां म पोटार के चूमिस। बेटा ह ओला कहिस, ‘हे ददा, मेंह परमेसर के बिरोध अऊ तोर बिरोध म पाप करे हवंव। मेंह तोर बेटा कहाय के लइक नो हंव।’ पर ददा ह अपन सेवकमन ला बलाके कहिस, ‘जल्दी करव। सबले बढ़िया कपड़ा लानव अऊ एला पहिरावव। एकर अंगरी म मुंदी अऊ एकर गोड़ म पनही पहिरावव। मोटा-ताजा पसु लानके काटव, ताकि हमन खावन अऊ खुसी मनावन। काबरकि मोर ए बेटा ह मर गे रिहिस, पर अब जी गे हवय; एह गंवा गे रिहिस, पर अब मिल गे हवय।’ अऊ ओमन खुसी मनाय लगिन। ओही बेरा म ओकर बड़े बेटा ह खेत म रिहिस। जब ओह लहुंटत रिहिस अऊ घर के लकठा म आईस, त ओह गाय-बजाय अऊ नाचे के अवाज सुनिस। ओह एक सेवक ला बलाईस अऊ ओकर ले पुछिस, ‘का होवत हवय?’ ओ सेवक ह कहिस, ‘तोर भाई ह आय हवय, अऊ तोर ददा ह मोटा-ताजा पसु कटवाय हवय, काबरकि ओह ओला सही-सलामत पाय हवय।’ एला सुनके बड़े भाई ह गुस्सा करिस अऊ घर के भीतर जाय नइं चाहिस। एकरसेति ओकर ददा ह बाहिर आईस अऊ भीतर आय बर ओकर ले बिनती करे लगिस। पर ओह अपन ददा ला जबाब दीस, ‘देख, अतेक साल तक मेंह तोर गुलाम के सहीं काम करे हवंव अऊ मेंह तोर हुकूम ला कभू नइं टारेंव। तभो ले तेंह मोला एक छेरी के पीला तक कभू नइं देय कि मेंह अपन संगवारीमन संग आनंद मना सकंव। पर जब तोर ए बेटा ह घर आईस, जऊन ह कि तोर संपत्ति ला बेस्‍यामन संग उड़ा दे हवय, त तेंह ओकर बर मोटा-ताजा पसु कटवाय हवस।’ तब ददा ह ओला कहिस, ‘मोर बेटा! तेंह सदा मोर संग हवस, अऊ जऊन कुछू मोर करा हवय, ओ जम्मो तोर ए। पर हमन ला आनंद मनाना अऊ खुस होना चाही, काबरकि तोर ए भाई ह मर गे रिहिस, पर अब जी उठे हवय; एह गंवा गे रिहिस, पर अब मिल गे हवय।’ ” यीसू ह अपन चेलामन ला कहिस, “एक धनी मनखे रिहिस। ओह अपन संपत्ति के देख-रेख करे बर एक परबंधकर्ता रखे रिहिस। अऊ ओला ए बताय गीस कि ओकर परबंधकर्ता ह ओकर संपत्ति ला बरबाद करत हवय। एकरसेति ओह अपन परबंधकर्ता ला बलाईस अऊ कहिस, ‘मेंह तोर बारे म ए का सुनत हवंव? अपन काम के हिसाब-किताब मोला दे, काबरकि तेंह अब मोर परबंधकर्ता नइं रह सकस।’ परबंधकर्ता ह अपन-आप ले कहिस, ‘अब मेंह का करंव? मोर मालिक ह मोला मोर काम ले छुट्टी करइया हवय। मोर अतकी ताकत नइं ए कि माटी कोड़ सकंव, अऊ भीख मांगे म मोला सरम आथे। अब मेंह समझ गेंव कि मोला का करना चाही, ताकि जब इहां ले मोला काम ले निकार दिये जावय, त मनखेमन अपन घर म मोर सुवागत करंय।’ एकरसेति ओह ओ जम्मो मनखेमन ला बलाईस, जऊन मन ओकर मालिक के उधारी लगत रहंय। ओह पहिली मनखे ले पुछिस, ‘तोर ऊपर मोर मालिक के कतेक उधारी हवय?’ ओह कहिस, ‘करीब तीन हजार लीटर जैतून के तेल।’ तब परबंधकर्ता ह ओला कहिस, ‘अपन खाता-बही ला लेके बईठ अऊ तुरते एला डेढ़ हजार लीटर लिख दे।’ तब ओह दूसरा मनखे ले पुछिस, ‘तोर ऊपर कतेक उधारी हवय?’ ओह कहिस, ‘एक सौ मन गहूं।’ तब परबंधकर्ता ह ओला कहिस, ‘अपन खाता-बही ला ले अऊ एला अस्सी लिख दे।’ मालिक ह ओ बेईमान परबंधकर्ता के बड़ई करिस, काबरकि ओह चतुरई ले काम करे रिहिस। अऊ एह सच ए कि ए संसार के मनखेमन अपन मामला के निपटारा करे म परमेसर के मनखेमन ले जादा चतुर अंय। मेंह तुमन ला कहत हंव कि संसारिक धन ले अपन बर संगवारी बना लेवव, ताकि जब ओ धन ह सिरा जावय, त तुम्‍हर सुवागत सदाकाल के घर म होवय। जऊन ह बहुंत छोटे चीज म ईमानदार रहिथे, ओह बहुंत म घलो ईमानदार रहिही; अऊ जऊन ह बहुंत छोटे चीज म बेईमान ए, ओह बहुंत चीज म घलो बेईमान होही। एकरसेति यदि तुमन संसारिक धन म ईमानदार नइं अव, त तुमन ला स्‍वरग के सच्‍चा धन कोन सऊंपही? अऊ यदि तुमन पराय संपत्ति म ईमानदार नइं ठहरेव, त तुम्‍हर खुद के संपत्ति तुमन ला कोन दिही? एक सेवक दू झन मालिक के सेवा नइं कर सकय। ओह एक झन ले घिन अऊ दूसर ले मया करही, या फेर ओह एक झन के भक्त होही अऊ दूसर झन ला तुछ समझही। तुमन परमेसर अऊ पईसा दूनों के सेवा नइं कर सकव।” ओ फरीसी जऊन मन पईसा के लोभी रिहिन, ओमन ए जम्मो ला सुनके यीसू के हंसी उड़ाय लगिन। यीसू ह ओमन ला कहिस, “तुमन ओ मनखे अव, जऊन मन अपन-आप ला आने मनखेमन के आघू म सही ठहिराथव, पर परमेसर ह तुम्‍हर मन के बात ला जानथे। काबरकि जऊन चीज ला मनखेमन बहुंत कीमती समझथें, ओह परमेसर के नजर म तुछ ए। मूसा के कानून अऊ अगमजानीमन के लिखे बचन के परचार यूहन्ना बतिसमा देवइया तक करे गीस। ओकर बाद ले परमेसर के राज के सुघर संदेस के परचार करे जावथे, अऊ हर एक झन एम जाय के भरसक कोसिस करत हवय। अकास अऊ धरती के मिट जवई सरल ए, पर मूसा के कानून के एक ठन बिन्दू घलो नइं मिटय। जऊन ह अपन घरवाली ला छोंड़के आने माईलोगन ले बिहाव करथे, ओह छिनारी करथे, अऊ जऊन मनखे एक छोंड़े गे माईलोगन ले बिहाव करथे, ओह छिनारी करथे।” “एक धनवान मनखे रिहिस, जऊन ह बहुंत मंहगा कपड़ा पहिरे अऊ हर दिन सुख-सुबिधा म जिनगी बितावय। लाजर नांव के एक भिखमंगा घलो रिहिस, जेकर जम्मो देहें ह घाव ले भर गे रहय, अऊ ओह धनवान मनखे के दुवारी (गेट) म पड़े रहय, अऊ ए आसा करय कि धनवान मनखे के बचे जूठा खाना ले अपन पेट भरय। अऊ त अऊ कुकुरमन आके ओकर घावमन ला चाटंय। एक समय आईस, जब ओ भिखमंगा ह मर गीस अऊ स्वरगदूतमन ओला अब्राहम के गोद म पहुंचाईन। ओ धनवान मनखे घलो मर गीस अऊ ओला माटी दिये गीस। मरे के बाद, ओह नरक म पीरा भोगत रहय, अऊ जब ओह अपन आंखी उठाके देखिस, त बहुंत दूरिहा (स्‍वरग) म अब्राहम अऊ ओकर गोदी म लाजर रहय। अऊ ओह नरियाके कहिस, ‘हे ददा अब्राहम, मोर ऊपर दया कर अऊ लाजर ला मोर करा पठो दे कि ओह अपन अंगरी के टीप ला पानी म भिगोवय अऊ मोर जीभ ला ठंडा करय, काबरकि मेंह ए आगी म बहुंत पीरा भोगत हवंव।’ पर अब्राहम ह कहिस, ‘ए बेटा, सुरता कर कि तोला तोर जिनगी म जम्मो बने चीज मिले रिहिस, जबकि लाजर ला खराप चीज मिले रिहिस, पर अब ओह इहां सांति पावथे, अऊ तेंह दुःख भोगथस। अऊ एकर अलावा, हमर अऊ तोर बीच म एक बहुंत गहिरा खंचवा बनाय गे हवय, ताकि जऊन मन इहां ले तोर करा जाना चाहंय घलो, त नइं जा सकंय अऊ न ही उहां ले हमर करा कोनो पार होके आ सकय।’ धनवान मनखे ह कहिस, ‘तब मेंह तोर ले बिनती करत हंव, ददा; लाजर ला मोर ददा के घर म पठो दे, काबरकि मोर पांच झन भाई हवंय। ओह जाके ओमन ला चेतावय, ताकि ओमन पीरा भोगे के ए जगह म झन आवंय।’ पर अब्राहम ह कहिस, ‘ओमन करा मूसा अऊ अगमजानीमन के किताब हवय। ओमन ओ किताब म लिखे संदेस ला सुनंय।’ धनवान मनखे ह कहिस, ‘नइं, हे ददा अब्राहम, यदि मरे मनखे म ले कोनो उठके ओमन करा जावय, त ओमन अपन पाप के पछताप करहीं।’ पर अब्राहम ह ओला कहिस, ‘यदि ओमन मूसा अऊ अगमजानीमन के बात ला नइं सुनंय, त कहूं कोनो मरे म ले जी घलो उठय, तभो ले ओमन ओकर बात ला नइं मानहीं।’ ” यीसू ह अपन चेलामन ला कहिस, “जऊन बातमन मनखेमन के पाप म पड़े के कारन बनथें, ओमन जरूर आहीं, पर धिक्‍कार ए ओ मनखे ला, जेकर दुवारा ओमन आथें। जऊन मनखे ए छोटे झन म ले एको झन के घलो पाप म पड़े के कारन बनथे, ओकर बर बने ए होतिस कि ओकर घेंच म चक्‍की के पाटा ला बांधे जातिस अऊ ओला समुंदर म फटिक दिये जातिस। एकरसेति, सचेत रहव। यदि तुम्‍हर भाई ह पाप करथे, त ओला दबकारव, अऊ यदि ओह पछताप करे, त ओला माफ कर देवव। यदि दिन म, ओह सात बार ले तुम्‍हर बिरोध म पाप करय अऊ सातों बार तुम्‍हर करा वापिस आके कहय, ‘मेंह पछतावत हंव,’ त ओला माफ कर देवव।” प्रेरितमन परभू ला कहिन, “हमर बिसवास ला बढ़ा।” परभू ह कहिस, “यदि तुम्‍हर बिसवास ह सरसों के एक छोटे बीजा बरोबर घलो हवय, त तुमन ए सहतूत के रूख ला कह सकथव, ‘अपन-आप जरी सहित उखनके समुंदर म लग जा,’ अऊ एह तुम्‍हर हुकूम ला मानही। मान लव, तुमन ले एक झन के एक सेवक हवय, जऊन ह खेत जोतथे या मेढ़ामन ला चराथे। जब ओह खेत ले आवय, त का तुमन ओला ए कहिहू, ‘जल्दी आ अऊ खाय बर बईठ।’ तुमन अइसने कदापि नइं कहव, बल्कि तुमन ओला ए कहिहू, ‘मोर बर खाना तियार कर; जब तक मेंह खावत-पीयत हवंव, तेंह तियार रह अऊ मोर सेवा कर, अऊ ओकर बाद तेंह घलो खा-पी ले।’ का तुमन अपन ओ सेवक ला धनबाद दूहू काबरकि ओह ओ काम ला करिस, जऊन ला ओला करे बर कहे गीस? एही बात तुम्‍हर बर घलो लागू होथे। जब तुमन ओ जम्मो काम ला कर चुकव, जऊन ला करे बर तुमन ला कहे गे रिहिस, तब ए कहव, ‘हमन अयोग्य सेवक अन; हमन सिरिप हमर बुता ला करे हवन।’ ” यीसू ह यरूसलेम सहर जावत बखत, सामरिया अऊ गलील प्रदेस के बीच ले होवत गीस। जब ओह एक गांव म हबरिस, त ओला दस आदमी मिलिन, जेमन ला कोढ़ के बेमारी रहय। ओमन दूरिहा म ठाढ़ हो गीन अऊ चिचियाके कहिन, “हे यीसू, हे मालिक! हमर ऊपर दया कर।” जब यीसू ह ओमन ला देखिस, त कहिस, “जावव, अऊ अपन-आप ला पुरोहितमन ला देखावव।” अऊ ओमन जावत-जावत बेमारी ले सुध हो गीन। ओम ले एक झन, जब अपन-आप ला देखिस कि ओह बने हो गे हवय, त ओह चिचिया-चिचियाके परमेसर के महिमा करत वापिस लहुंटके आईस, ओह यीसू के गोड़ खाल्‍हे गिरिस अऊ ओला धनबाद दीस – अऊ ओह एक सामरी मनखे रिहिस। यीसू ह कहिस, “दस मनखेमन कोढ़ ले बने होईन, त फेर ओ नौ झन कहां हवंय? का ए परदेसी के छोंड़ अऊ कोनो नइं आईन कि परमेसर के बड़ई करंय।” अऊ यीसू ह ओला कहिस, “उठ अऊ जा; तोर बिसवास ह तोला बने करे हवय।” एक बार, फरीसीमन यीसू ले पुछिन कि परमेसर के राज ह कब आही, त ओह जबाब दीस, “परमेसर के राज ह अइसने नइं आवय कि ओला तुमन देख सकव; अऊ न कोनो कह सकंय, ‘देखव, ओह इहां हवय,’ या ‘ओह उहां हवय,’ काबरकि परमेसर के राज ह तुम्‍हर भीतर हवय।” तब ओह अपन चेलामन ला कहिस, “ओ समय ह आवत हवय, जब तुमन मनखे के बेटा के एक दिन ला देखे के ईछा करहू, पर ओह तुमन ला देखे बर नइं मिलही। मनखेमन तुमन ला कहिहीं, ‘ओह उहां हवय’ या ‘ओह इहां हवय!’ पर तुमन ओमन के पाछू झन जावव। काबरकि मनखे के बेटा ह अपन दिन म ओ बिजली के सहीं होही, जऊन ह अकास म एक छोर ले दूसर छोर तक चमकथे अऊ अंजोर देथे। पर पहिली ए जरूरी ए कि ओह बहुंत दुःख भोगय अऊ ए पीढ़ी के मनखेमन के दुवारा अस्वीकार करे जावय। जइसने नूह के समय म होईस, वइसनेच मनखे के बेटा के समय म घलो होही। नूह के पानी जहाज के भीतर जावत तक, मनखेमन खावत-पीयत रिहिन, अऊ ओमन के बीच सादी-बिहाव होवत रिहिस, पर नूह के जहाज म चघे के बाद पानी के बाढ़ आईस अऊ ओ जम्मो झन ला नास कर दीस। अइसनेच, लूत के समय म घलो होईस। मनखेमन खावत-पीयत रहंय, लेन-देन करत रहंय, रूख लगावत रहंय अऊ घर बनावत रहंय। पर जऊन दिन लूत ह सदोम सहर ला छोंड़के चल दीस, ओहीच दिन अकास ले आगी अऊ गंधक गिरिस अऊ ओ जम्मो झन ला नास कर दीस। जऊन दिन मनखे के बेटा ह परगट होही, ओ दिन घलो बिलकुल अइसनेच होही। ओ दिन जऊन ह अपन घर के छानी म होवय, ओह घर ले अपन सामान ले बर छानी से झन उतरय। ओही किसम ले जऊन ह बाहिर खेत म होवय, ओह घर ला झन लहुंटय। लूत के घरवाली ला सुरता करव । जऊन ह अपन जिनगी ला बचाय के कोसिस करथे, ओह ओला गंवाही अऊ जऊन ह अपन जिनगी ला गंवाथे, ओह ओला बचाही। मेंह तुमन ला कहत हंव, ओ रतिहा दू झन मनखे एक ठन खटिया म सुते होहीं, ओम ले एक झन ला ले लिये जाही, अऊ दूसर झन ह छोंड़ दिये जाही। दू माईलोगनमन एक संग आंटा पीसत होहीं, ओम ले एक झन ला ले लिये जाही, अऊ दूसर झन ला छोंड़ दिये जाही। दू झन खेत म होहीं, ओम ले एक झन ला ले लिये जाही, अऊ दूसर झन ला छोंड़ दिये जाही ।” चेलामन ओकर ले पुछिन, “हे परभू, ओमन ला कहां ले लिये जाही?” यीसू ह ओमन ला कहिस, “जिहां लास हवय, उहां गिधवामन जूरहीं।” तब यीसू ह अपन चेलामन ला ए सिखोय बर एक पटं‍तर कहिस कि ओमन हमेसा पराथना करंय अऊ हिम्मत रखंय। ओह कहिस, “एक सहर म एक नियायधीस रिहिस, जऊन ह न परमेसर ले डरय अऊ न ही मनखेमन के परवाह करय। ओहीच सहर म एक बिधवा रहय, जऊन ह ओ नियायधीस करा बार-बार आके बिनती करय, ‘मोर बईरी के बिरोध म मोर नियाय कर।’ कुछू समय तक तो ओह बिधवा के बात ला नइं मानिस। पर आखिर म ओह अपन मन म कहिस, ‘हालाकि मेंह परमेसर ले नइं डरंव या मनखेमन के परवाह नइं करंव, पर ए बिधवा ह बार-बार आके मोला तकलीफ देवथे, मेंह देखहूं कि एला नियाय मिलय, ताकि एह बार-बार आके मोला परेसान झन करय।’ ” अऊ परभू ह कहिस, “सुनव, ए अधरमी नियायधीस ह का कहिस? त का परमेसर ह अपन चुने मनखेमन के नियाय नइं करही, जऊन मन दिन अऊ रात ओकर से गोहार पारथें? का ओह ओमन के बारे म देरी करही? मेंह तुमन ला कहत हंव, ओह देखही कि ओमन ला नियाय मिलय अऊ जल्दी मिलय। पर जब मनखे के बेटा ह आही, त का ओह धरती म ओमन ला पाही, जऊन मन ओकर ऊपर बिसवास करथें।” यीसू ह ए पटं‍तर ओमन बर कहिस जऊन मन अपन-आप ला बहुंत धरमी अऊ आने मन ला तुछ समझंय। “दू झन मनखे मंदिर म पराथना करे बर गीन; ओम के एक झन फरीसी रिहिस अऊ एक झन लगान लेवइया। फरीसी ह ठाढ़ होईस अऊ अपन बारे म अइसने पराथना करन लगिस, ‘हे परमेसर, मेंह तोर धनबाद करत हंव कि मेंह आने मनखेमन सहीं लालची, बेईमान अऊ बेभिचारी नो हंव, अऊ मेंह ए लगान लेवइया के सहीं घलो नो हंव। मेंह हप्‍ता म दू दिन उपास रखथंव अऊ मेंह अपन जम्मो कमई के दसवां भाग तोला देथंव।’ पर लगान लेवइया ह दूरिहा म ठाढ़ होईस। अऊ त अऊ ओह स्‍वरग कोति आंखी उठाके देखे के हिम्मत घलो नइं करिस, पर ओह अपन छाती ला पीट-पीटके कहिस, ‘हे परमेसर, मोर ऊपर दया कर, मेंह एक पापी मनखे अंव।’ मेंह तुमन ला कहत हंव कि ओ फरीसी ह नइं, पर ए लगान लेवइया ह परमेसर के आघू म धरमी गने गीस, जब ओह अपन घर गीस। काबरकि जऊन ह अपन-आप ला बहुंत बड़े समझथे, ओह दीन-हीन करे जाही, अऊ जऊन ह अपन-आप ला दीन-हीन करथे, ओला बड़े करे जाही।” मनखेमन छोटे लइकामन ला यीसू करा लानत रहंय, ताकि ओह ओमन के ऊपर अपन हांथ रखय। पर जब चेलामन एला देखिन, त ओमन मनखेमन ला दबकारे लगिन। पर यीसू ह लइकामन ला अपन करा बलाईस अऊ कहिस, “छोटे लइकामन ला मोर करा आवन देवव, अऊ ओमन ला झन रोकव, काबरकि परमेसर के राज ह अइसने मन बर अय। मेंह तुमन ला सच कहत हंव, जऊन ह परमेसर के राज ला एक छोटे लइका सहीं गरहन नइं करही, ओह परमेसर के राज म कभू जाय नइं पाही।” एक यहूदी अधिकारी ह यीसू ले पुछिस, “हे बने गुरू! परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी पाय बर मोला का करना पड़ही?” यीसू ह ओला जबाब दीस, “तेंह मोला बने काबर कहत हवस? एके झन परमेसर के छोंड़, कोनो बने नो हंय। तेंह हुकूममन ला जानतेच होबे: ‘छिनारी झन कर; हतिया झन कर; चोरी झन कर; लबारी गवाही झन दे; अपन दाई-ददा के आदर-मान कर।’ ” ओ मनखे ह कहिस, “ए जम्मो ला तो मेंह अपन लइकापन ले मानत आय हवंव।” ए सुनके यीसू ह ओकर ले कहिस, “तोला अभी घलो एक काम करे के जरूरत हवय। अपन जम्मो चीज ला बेंच अऊ पईसा ला गरीबमन म बांट दे; अऊ तोला स्‍वरग म खजाना मिलही। तब आ अऊ मोर पाछू हो ले।” ए बात ला सुनके ओह बहुंत उदास होईस, काबरकि ओह एक बहुंत धनवान मनखे रिहिस। यीसू ह ओला देखके कहिस, “धनवान मनखेमन के परमेसर के राज म जवई कतेक कठिन अय, वास्तव म, एक धनवान मनखे के परमेसर के राज म जवई के बदले, ऊंट के सुजी के छेदा म ले निकर जवई सरल अय।” जऊन मन एला सुनत रिहिन, ओमन ह पुछिन, “तब कोन ह उद्धार पा सकथे?” यीसू ह जबाब दीस, “जऊन बात मनखे ले नइं हो सकय, ओह परमेसर के दुवारा हो सकथे।” तब पतरस ह ओला कहिस, “देख! हमन हमर जम्मो चीज ला छोंड़के तोर पाछू हो ले हवन।” यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहत हंव, जऊन ह परमेसर के राज के हित म, घर या घरवाली या भाई या दाई-ददा या लइकामन ला छोंड़ दे हवय, ओह इही जुग म कतको गुना अधिक पाही, अऊ अवइया जुग म परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी घलो पाही।” यीसू ह अपन बारह चेलामन ला एक तरफ ले गीस अऊ ओमन ला कहिस, “सुनव, हमन यरूसलेम जावत हवन, अऊ मनखे के बेटा के बारे म अगमजानीमन के दुवारा लिखे हर एक बात ह पूरा होही। ओह आनजातमन के हांथ म सऊंपे जाही। ओमन ओकर हंसी उड़ाहीं, ओकर बेजत्ती करहीं, ओकर ऊपर थूकहीं, ओला कोर्रा ले मारहीं अऊ ओला मार डारहीं। पर ओह तीसरा दिन फेर जी उठही।” चेलामन यीसू के बात ला नइं समझिन। ए बात के मतलब ह ओमन ले छिपे रिहिस, अऊ ओमन नइं जानिन कि ओह काकर बारे म गोठियावत रिहिस। जब यीसू ह यरीहो सहर के लकठा म हबरिस, त उहां एक अंधरा मनखे ह सड़क तीर म बईठके भीख मांगत रहय। जब ओह मनखेमन के भीड़ के रेंगे के अवाज सुनिस, त पुछिस, “का होवत हवय?” मनखेमन ओला बताईन, “नासरत के यीसू ह जावत हवय।” तब ओह चिचियाके कहिस, “हे यीसू, दाऊद के संतान, मोर ऊपर दया कर।” जऊन मन यीसू के आघू म जावत रिहिन, ओमन ओला दबकारे लगिन अऊ ओला चुपेचाप रहे बर कहिन, पर ओह अऊ जोर से चिचियाके कहिस, “हे दाऊद के संतान, मोर ऊपर दया कर।” तब यीसू ह ओ करा ठाढ़ हो गीस अऊ हुकूम दीस, “ओ मनखे ला मोर करा लानव।” जब ओह लकठा म आईस, त यीसू ह ओकर ले पुछिस, “तेंह का चाहथस कि मेंह तोर बर करंव?” ओह कहिस, “हे परभू, मेंह देखे बर चाहत हंव।” यीसू ह ओला कहिस, “तेंह देखन लग; तोर बिसवास ह तोला बने करे हवय।” अऊ तुरते ओह देखे लगिस अऊ परमेसर के महिमा करत ओह यीसू के पाछू हो लीस। जब जम्मो मनखेमन एला देखिन, त ओमन घलो परमेसर के महिमा करिन। यीसू ह यरीहो सहर म ले होके जावत रिहिस। उहां जक्कई नांव के एक मनखे रहय। ओह लगान लेवइयामन के मुखिया रहय अऊ धनी मनखे रहय। ओह ए देखे चाहत रहय कि यीसू ह कोन ए, पर बुटरा होय के कारन भीड़ के मारे ओह यीसू ला नइं देखे सकत रिहिस। एकरसेति ओह भीड़ के आघू दऊड़िस अऊ यीसू ला देखे बर एक ठन डूमर के रूख म चघ गीस, काबरकि यीसू ह ओही डहार म आवत रहय। जब यीसू ह ओ जगह म हबरिस, त ओह ऊपर देखिस अऊ जक्कई ला कहिस, “हे जक्कई, तुरते खाल्‍हे उतर आ काबरकि आज मोला तोर घर म रूकना जरूरी ए।” ओह तुरते खाल्‍हे उतरिस अऊ खुस होके यीसू ला अपन घर ले गीस। एला देखके जम्मो मनखेमन कुड़कुड़ाय लगिन अऊ कहिन, “यीसू ह एक पापी मनखे के घर म पहुना होय बर गे हवय।” पर जक्कई ह ठाढ़ होईस अऊ परभू ला कहिस, “हे परभू, अब मेंह अपन आधा संपत्ति गरीबमन ला देवत हवंव, अऊ यदि मेंह काकरो ले कुछू ठगके ले हवंव, त मेंह ओकर चार गुना लहुंटाहूं।” यीसू ह ओला कहिस, “आज परमेसर ह ए मनखे अऊ एकर परिवार ला उद्धार दे हवय, काबरकि ए मनखे ह घलो अब्राहम के एक संतान ए। मनखे के बेटा ह एकर सहीं गंवायमन ला खोजे बर अऊ ओमन के उद्धार करे बर आय हवय।” जब मनखेमन ए बात ला सुनत रहंय, तब यीसू ह ओमन ला एक पटं‍तर कहिस, काबरकि ओह यरूसलेम सहर के लकठा म हबर गे रिहिस अऊ मनखेमन सोचत रहंय कि परमेसर के राज ह तुरते सुरू होवइया हवय। एकरसेति ओह कहिस, “एक ऊंच कुल के मनखे ह एक बहुंत दूरिहा देस ला गीस कि ओह उहां राजपद पावय अऊ फेर लहुंटके आवय। जाय के पहिली, ओह अपन दस झन सेवक ला बलाईस अऊ ओमन ला दस ठन सोन के सिक्‍का देके कहिस, ‘मोर वापिस लहुंटत तक ए पईसा ले लेन-देन करत रहव।’ पर ओ देस के मनखेमन ओला बिलकुल ही पसंद नइं करत रिहिन, एकरसेति ओमन कुछू झन ला ओकर पाछू ए कहे बर पठोईन, ‘हमन नइं चाहत हवन कि ए मनखे ह हमर राजा बनय।’ तभो ले, ओह राजा बनाय गीस अऊ फेर घर लहुंटिस। तब ओह जऊन सेवकमन ला पईसा दे रिहिस, ओमन ला बलाईस अऊ ए जाने चाहिस कि ओमन कतेक कमाय हवंय। पहिली सेवक ह आईस अऊ कहिस, ‘मालिक, तोर दिये सोन के सिक्‍का ले मेंह दस ठन अऊ सोन के सिक्‍का कमाय हवंव।’ ओकर मालिक ह कहिस, ‘बहुंत बने करय। तेंह बने सेवक अस, काबरकि तेंह थोरकन चीज म ईमानदार रहय, मेंह तोला दस ठन सहर के अधिकारी बनावत हंव।’ दूसरा सेवक ह आईस अऊ कहिस, ‘मालिक, तोर दिये सिक्‍का ले मेंह पांच ठन अऊ सोन के सिक्‍का कमाय हवंव।’ ओकर मालिक ह कहिस, ‘मेंह तोला पांच ठन सहर के अधिकारी बनावत हंव।’ तब एक दूसर सेवक आईस अऊ कहिस, ‘मालिक, ए हवय तोर सोन के सिक्‍का, मेंह एला एक ठन कपड़ा के टुकड़ा म छुपा के रखे रहेंव। मेंह तोर ले डरत रहेंव, काबरकि तेंह एक कठोर मनखे अस। तेंह ओला ले लेथस, जऊन ह तोर नो हय, अऊ जऊन ला तेंह नइं बोय रहस, ओला लूथस।’ ओकर मालिक ह कहिस, ‘हे दुस्‍ट सेवक! मेंह तोर नियाय तोर कहे बचन के मुताबिक करहूं। तेंह जानत रहय कि मेंह एक कठोर मनखे अंव; मेंह ओला ले लेथंव, जऊन ह मोर नो हय, अऊ ओला लू लेथंव, जऊन ला मेंह नइं बोय रहंव। तब तेंह मोर पईसा ला बैंक म काबर जमा नइं कर देवय, ताकि वापिस आके मेंह एला बियाज सहित ले लेतेंव?’ तब जऊन मन उहां ठाढ़े रिहिन, ओमन ला ओह कहिस, ‘एकर ले सोन के सिक्‍का ला ले लेवव अऊ एला ओ सेवक ला दे देवव, जेकर करा दस ठन सिक्‍का हवय।’ ओमन कहिन, ‘हे मालिक, ओकर करा तो आघू ले दस ठन सिक्‍का हवय।’ ओह जबाब देवत कहिस, ‘मेंह तुमन ले कहत हंव कि हर एक झन जेकर करा हवय, ओला अऊ दिये जाही, पर जेकर करा नइं ए, ओकर ले ओ चीज घलो ले लिये जाही, जऊन ह ओकर करा बांचे हवय। पर मोर ओ बईरीमन ला इहां लानव, जऊन मन नइं चाहत रिहिन कि मेंह ओमन के राजा बनंव अऊ ओमन ला मोर आघू म मार डारव।’ ” जब यीसू ह ए कह चुकिस, त ओह यरूसलेम कोति ओमन के आघू-आघू गीस। जब यीसू ह जैतून पहाड़ करा बैतफगे अऊ बैतनियाह गांव के लकठा म आईस, त ओह अपन चेलामन ले दू झन ला ए कहिके पठोईस, “अपन आघू के गांव म जावव, अऊ जइसने तुमन गांव म हबरहू, तुमन ला उहां एक ठन गदही के बछरू मिलही, जेकर ऊपर कभू कोनो सवारी नइं करे हवंय। ओला ढीलके इहां ले आवव। कहूं कोनो तुम्‍हर ले पुछय, ‘एला काबर ढीलत हवव?’ त ओला कहव, ‘परभू ला एकर जरूरत हवय।’ ” जऊन चेलामन यीसू के दुवारा पठोय गे रिहिन, ओमन उहां जाके वइसनेच पाईन, जइसने यीसू ह ओमन ला कहे रिहिस। जब ओमन गदही के बछरू ला ढीलत रिहिन, त ओकर मालिकमन ओमन ले पुछिन, “तुमन ए गदही के बछरू ला काबर ढीलत हवव?” ओमन कहिन, “परभू ला एकर जरूरत हवय।” ओमन गदही के बछरू ला यीसू करा लानिन। तब ओमन अपन ओन्ढामन ला गदही के बछरू ऊपर डालिन अऊ यीसू ला ओकर ऊपर बईठा दीन। जब यीसू ह गदही के बछरू म बईठके जावत रिहिस, त मनखेमन अपन ओन्ढा ला सड़क म दसावत जावत रहंय। जब यीसू ह ओ जगह के लकठा म आईस, जिहां सड़क ह खाल्‍हे जैतून पहाड़ कोति जावत रिहिस, त ओकर चेलामन के जम्मो भीड़ ह आनंद मनाय लगिस अऊ ओमन जऊन चमतकार के काम देखे रिहिन, ओकर सेति चिचिया-चिचियाके परमेसर के महिमा करके कहिन: “धइन ए ओ राजा, जऊन ह परभू के नांव म आथे! स्‍वरग म सांति अऊ परमेसर के महिमा होवय।” भीड़ म के कुछू फरीसीमन यीसू ला कहिन, “हे गुरू! अपन चेलामन ला दबकार।” यीसू ह कहिस, “मेंह तुमन ला कहत हंव कि यदि एमन चुप रहिहीं, त पथरामन चिचिया उठहीं।” जब यीसू ह यरूसलेम सहर के लकठा म आईस, त ओह सहर ला देखके रोईस, अऊ कहिस, “बने होतिस कि कहूं तेंह आज के दिन सिरिप ए जान गे रहितय कि का बात म तोला सांति मिलही। पर अब ओ चीजमन तोर आंखी ले छिपाय गे हवंय। ओ समय ह तोर ऊपर आही, जब तोर बईरीमन तोर चारों अंग घेरा बनाहीं अऊ तोला घेरहीं अऊ तोला जम्मो कोति ले बंद कर दिहीं। ओमन तोला अऊ तोर घेरा के भीतर रहइया मनखेमन ला पूरापूरी नास कर दिहीं; ओमन एको ठन पथरा ला अपन जगह म नइं छोड़हीं, काबरकि तेंह ओ समय ला नइं चिनहय, जब परमेसर ह तोर करा आईस।” तब यीसू ह मंदिर म गीस अऊ ओमन ला निकारे के सुरू करिस, जऊन मन उहां सामान बेचत रिहिन, अऊ ओह ओमन ला कहिस, “परमेसर के बचन म ए लिखे हवय, ‘मोर घर ह पराथना के घर होही।’ पर तुमन एला डाकूमन के अड्डा बना ले हवव।” यीसू ह हर दिन मंदिर म उपदेस करत रिहिस। अऊ मुखिया पुरोहित, कानून के गुरू अऊ मनखे मन के अगुवामन ओला मार डारे के कोसिस करत रिहिन। पर ओमन ला अइसने करे बर कोनो उपाय नइं मिलिस, काबरकि जम्मो मनखेमन बड़े लगन से यीसू के बात ला सुनंय। एक दिन जब यीसू ह मंदिर के अंगना म मनखेमन ला उपदेस देवत रिहिस अऊ सुघर संदेस के परचार करत रिहिस, त मुखिया पुरोहित अऊ कानून के गुरूमन अगुवामन के संग ओकर करा आईन, अऊ ओमन यीसू ले पुछिन, “हमन ला बता, कोन अधिकार ले तेंह ए चीजमन ला करत हवस? कोन ह तोला ए अधिकार दे हवय?” ओह ओमन ला जबाब देवत कहिस, “मेंह घलो तुमन ले एक सवाल पुछत हंव। मोला बतावव, यूहन्ना ला बतिसमा देय के अधिकार स्‍वरग (परमेसर) ले मिले रिहिस कि मनखेमन ले?” ओमन आपस म सोच-बिचार करिन अऊ कहिन, “यदि हमन कहन, ‘स्‍वरग ले,’ तब ओह पुछही, ‘तब तुमन काबर ओकर ऊपर बिसवास नइं करेव?’ पर यदि हमन कहन, ‘मनखेमन ले,’ त जम्मो मनखे हमन ला पथरा फेंकके मारहीं, काबरकि ओमन बिसवास करथंय कि यूहन्ना ह एक अगमजानी रिहिस।” एकरसेति ओमन जबाब दीन, “हमन नइं जानन कि ओह काकर कोति ले रिहिस।” तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “त मेंह घलो तुमन ला नइं बतावंव कि कोन अधिकार ले मेंह ए चीजमन ला करत हवंव।” तब यीसू ह मनखेमन ला ए पटं‍तर कहिस, “एक मनखे एक अंगूर के बारी लगाईस, अऊ ओला कुछू किसानमन ला रेगहा म दे दीस अऊ बहुंत दिन बर परदेस चल दीस। जब अंगूर के फसल के समय आईस, त ओह अपन एक सेवक ला ओ किसानमन करा पठोईस ताकि ओमन अंगूर के बारी के कुछू फर ओला देवंय। पर किसानमन ओ सेवक ला मारिन-पीटिन अऊ ओला जुछा हांथ वापिस पठो दीन। तब ओह दूसर सेवक ला पठोईस, पर किसानमन ओला घलो मारिन-पीटिन; ओकर बेजत्ती करिन अऊ ओला जुछा हांथ वापिस पठो दीन। फेर ओह तीसरा सेवक ला पठोईस, अऊ किसानमन ओला घायल करके बारी के बाहिर फटिक दीन। तब अंगूर के बारी के मालिक ह कहिस, ‘मेंह का करंव? मेंह अपन मयारू बेटा ला पठोहूं। हो सकथे कि ओमन ह ओकर आदर करंय।’ पर जब किसानमन मालिक के बेटा ला देखिन, त ओमन आपस म कहिन, ‘एह तो बारी के वारिस ए। आवव, हमन ओला मार डारन, तब ओकर संपत्ति ह हमर हो जाही।’ अऊ ओमन ओला अंगूर के बारी ले बाहिर फटिक दीन अऊ ओला मार डारिन। तब बारी के मालिक ह ओमन के संग का करही? ओह आही अऊ ओ किसानमन ला मार डारही अऊ अंगूर के बारी ला आने मन ला दे दिही।” जब मनखेमन एला सुनिन, त ओमन कहिन, “अइसने कभू झन होवय।” यीसू ह ओमन ला देखके कहिस, “तब परमेसर के बचन म लिखे ए बात के का मतलब होथे? ‘जऊन पथरा ला राज-मिस्‍त्रीमन बेकार समझिन, ओहीच ह कोना के पथरा बन गीस।’ जऊन कोनो ओ पथरा ऊपर गिरही, ओह कुटी-कुटी हो जाही, पर जेकर ऊपर ए पथरा ह गिरही, ओह चकनाचूर हो जाही।” कानून के गुरू अऊ मुखिया पुरोहित मन ओतकीच बेरा यीसू ला पकड़े के कोसिस करिन, काबरकि ओमन जानत रिहिन कि ओह ए पटं‍तर ला ओमन के बिरोध म कहे हवय। पर ओमन मनखेमन ले डर्राईन। ओमन यीसू ऊपर नजर रखे रहंय अऊ ओमन भेदियामन ला पठोईन, जऊन मन ईमानदार होय के ढोंग करत रहंय। ओमन ए आसा करत रहंय कि यीसू के मुहूं ले कोनो अइसने बात निकरे, जेकर ले ओला ओमन पकड़ंय अऊ राजपाल के हांथ अऊ अधिकार म सऊंप सकंय। एकरसेति ओ भेदियामन यीसू ले पुछिन, “हे गुरू, हमन जानथन कि तेंह ओ बात ला कहिथस अऊ सिखोथस जऊन ह सही ए, अऊ तेंह मुहूं देखके नइं गोठियावस, पर सच्‍चई के संग परमेसर के बात ला सिखोथस। हमन ला बता कि महाराजा ला लगान पटाना हमर बर ठीक अय कि नइं?” पर यीसू ह ओमन के चाल ला समझ गीस अऊ कहिस, “मोला एक ठन सिक्‍का देखावव। एकर ऊपर काकर चेहरा अऊ नांव हवय?” ओमन कहिन, “महाराजा के।” यीसू ह ओमन ला कहिस, “जऊन ह महाराजा के अय, ओला महाराजा ला देवव, अऊ जऊन ह परमेसर के अय, ओेला परमेसर ला देवव।” जऊन बात, ओह मनखेमन के आघू म कहिस, ओम ओमन ह ओला फंसाय नइं सकिन। अऊ ओकर जबाब ले चकित होके, ओमन चुप हो गीन। सदूकीमन कहिथें कि जऊन मन मर गे हवंय, ओमन फेर नइं जी उठंय। ओम के कुछू झन यीसू करा आईन अऊ ओकर ले पुछिन, “हे गुरू, मूसा ह हमर बर लिखे हवय कि यदि कोनो मनखे के भाई ह अपन घरवाली के रहत बिगर संतान के मर जावय, त एह जरूरी ए कि ओ मनखे ह अपन भाई के बिधवा ले बिहाव करय अऊ अपन भाई बर संतान पैदा करय। एक जगह सात भाईमन रिहिन। बड़े भाई ह एक माईलोगन ले बिहाव करिस अऊ बिगर कोनो लइका के मर गीस। तब दूसरा भाई ह ओ माईलोगन ले बिहाव करिस, अऊ तब तीसरा भाई ह ओकर ले बिहाव करिस, अऊ इही किसम ले सातों भाई बिगर कोनो संतान के मर गीन। आखिर म ओ माईलोगन घलो मर गीस। तब ओ दिन जब मरे मनखेमन फेर जी उठहीं, त ओह काकर घरवाली होही, जबकि ओकर ले सात झन बिहाव करे रिहिन?” यीसू ह ओमन ला जबाब दीस, “ए जुग के आदमी अऊ माईलोगन मन सादी-बिहाव करथें, पर जऊन आदमी अऊ माईलोगन मन ए लइक ठहरथें कि ओमन मरे म ले जी उठंय अऊ ओ जुग म जीयंय; उहां ओमन के बीच म सादी-बिहाव नइं होवय। ओमन फेर कभू नइं मरंय; काबरकि ओमन स्वरगदूतमन सहीं होथें। ओमन परमेसर के संतान अंय काबरकि ओमन मरे म ले जी उठे हवंय। मरे मन जी उठथें, एला मूसा ह घलो जरत झाड़ी के घटना म बताथे, जिहां ओह परभू ला ‘अब्राहम के परमेसर, अऊ इसहाक के परमेसर, अऊ याकूब के परमेसर,’ कहिथे । एकर मतलब होथे कि ओह मरे मन के नइं, पर जीयत मन के परमेसर अय, काबरकि ओकर बर जम्मो झन जीयत हवंय।” कुछू कानून के गुरूमन कहिन, “हे गुरू, तेंह बने कहय!” एकर बाद ओमन ओला अऊ कोनो सवाल करे के हिम्मत नइं करिन। तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “ओमन कइसने कह सकथें कि मसीह ह दाऊद के संतान अय? काबरकि दाऊद ह खुदे भजन-संहिता के किताब म कहिथे: ‘परभू ह मोर परभू ले कहिस: “मोर जेवनी हांथ अंग बईठ, जब तक कि मेंह तोर बईरीमन ला तोर गोड़ रखे के चउकी नइं बना देवंव।” ’ जब दाऊद ह ओला ‘परभू’ कहिथे, तब मसीह ह दाऊद के संतान कइसने हो सकथे?” जब जम्मो मनखेमन यीसू के बात ला सुनत रिहिन, त यीसू ह अपन चेलामन ला कहिस, “कानून के गुरूमन ले सचेत रहव। ओमन लम्‍बा-लम्‍बा कपड़ा पहिरे एती-ओती घूमना पसंद करथें, अऊ ओमन ला बजार के जगह म जोहार झोंकना, यहूदीमन के सभा घर म सबले बने आसन म बईठना अऊ भोज म आदर के जगह म बईठना बहुंत बने लगथे। ओमन बिधवामन के घरमन ला छीन लेथें अऊ देखाय बर लम्‍बा पराथना करथें। अइसने मनखेमन बहुंत कठोर दंड पाहीं।” यीसू ह देखिस कि धनी मनखेमन अपन दान ला मंदिर के खजाना म डारत रहंय। ओह एक गरीब बिधवा ला घलो ओम दू ठन तांबा के छोटे सिक्‍का डारत देखिस। यीसू ह कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहथंव, ए गरीब बिधवा ह आने जम्मो ले जादा दान दे हवय। काबरकि ए जम्मो मनखे अपन संपत्ति ले दान दे हवंय; पर ओह अपन गरीबी म ले जम्मो ला दे हवय, जऊन म ओकर जिनगी चले रहितिस।” यीसू के कुछू चेलामन मंदिर के बारे म गोठियावत रिहिन कि मंदिर ह कइसने सुन्‍दर पथरामन ले अऊ परमेसर ला चघाय दान ले सजाय-संवारे गे हवय। पर यीसू ह कहिस, “ओ चीज जऊन ला तुमन इहां देखत हवव, एक समय आही, जब एको ठन पथरा उहां अपन जगह म नइं बचही; हर एक पथरा ला खाल्‍हे फटिक दिये जाही।” ओमन पुछिन, “हे गुरू, ए बातमन कब होही? अऊ ए बातमन के होय के पहिली, का चिन्‍हां दिखही?” यीसू ह कहिस, “सचेत रहव कि तुमन धोखा झन खावव। काबरकि बहुंत मनखेमन मोर नांव म ए कहत आहीं, ‘मेंह मसीह अंव अऊ समय ह लकठा आ गे हवय।’ पर ओमन के पाछू झन जावव। जब तुमन लड़ई अऊ उपद्रव के बात सुनव, त झन डरव। पहिली ए बातमन के होना जरूरी अय, पर ओ समय तुरते अंत नइं होवय।” तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “एक देस ह दूसर देस के बिरोध म लड़ही, अऊ एक राज ह दूसर राज के ऊपर चढ़ई करही। जगह-जगह भयंकर भुइंडोल, अकाल अऊ महामारी होही, अऊ अकास ले भयंकर बात अऊ बड़े-बड़े चिन्‍हां परगट होहीं। पर ए जम्मो होय के पहिली, मनखेमन तुमन ला पकड़हीं अऊ सताहीं। ओमन तुमन ला यहूदीमन के सभा घर म सऊंप दिहीं अऊ तुमन ला जेल म डार दिहीं। ओमन तुमन ला राजा अऊ राजपाल मन करा लानहीं अऊ ए जम्मो बात मोर नांव के कारन होही। एह तुम्‍हर बर मोर गवाही देय के मऊका होही। अपन मन म ठान लेवव कि एकर बारे म चिंता करे के जरूरत नइं ए कि अपन बचाव कइसने करहू। काबरकि मेंह तुमन ला बचन अऊ बुद्धि दूहूं कि तुम्‍हर कोनो घलो बईरी तुम्‍हर बिरोध या खंडन नइं कर सकहीं। अऊ त अऊ तुम्‍हर दाई-ददा, भाई, रिस्तेदार अऊ संगवारी मन तुमन ला पकड़वाहीं अऊ ओमन तुमन ले कुछू झन ला मरवा डारहीं। मोर कारन, जम्मो मनखेमन तुम्‍हर ले घिन करहीं। पर तुम्‍हर मुड़ के कोनो बाल घलो बांका नइं होवय। मोर बिसवास म मजबूत रहे के दुवारा तुमन अपन जिनगी ला बचाहू।” “जब तुमन यरूसलेम ला सेनामन ले चारों कोति घेराय देखव, त तुमन जान लेवव कि एकर बिनास होवइया हवय। तब जऊन मन यहूदिया प्रदेस म हवंय, ओमन भाग के पहाड़मन म चले जावंय; जऊन मन यरूसलेम सहर म हवंय, ओमन सहर ले निकर जावंय, अऊ जऊन मन सहर के बाहिर हवंय, ओमन सहर के भीतर झन जावंय। काबरकि एह दंड के समय होही। ए किसम ले परमेसर के बचन म लिखे ओ जम्मो बात पूरा होही। ओ दिन म जऊन माईलोगनमन देहें म होहीं अऊ जऊन दाईमन गोरस पीयावत होहीं, ओमन बर ओ दिनमन भयंकर होहीं। ए देस म भयंकर बिपत्ती पड़ही अऊ परमेसर के कोरोध ए मनखेमन ऊपर भड़कही। ओमन तलवार ले मारे जाहीं अऊ मनखेमन ला बंदी के रूप म जम्मो देस म पहुंचाय जाही। यरूसलेम ह आनजातमन के गोड़ ले तब तक कुचरे जाही, जब तक कि आनजातमन के समय ह पूरा नइं हो जावय। सूरज, चंदा अऊ तारामन म चिन्‍हां दिखहीं। धरती म, जम्मो देस के मनखेमन दुःख भोगहीं अऊ ओमन समुंदर के गरजन अऊ भयंकर लहरा ले घबराहीं। भय अऊ संसार म अवइया संकट के कारन मनखेमन के जी म जी नइं रहिही, काबरकि अकास के सक्तिमन हलाय जाहीं। ओ समय मनखेमन ‘मनखे के बेटा’ ला एक बादर म सक्ति अऊ बड़े महिमा के संग आवत देखहीं। जब ए बातमन होवन लगय, त ठाढ़ हो जावव अऊ अपन मुड़ ला ऊपर करव, काबरकि तुम्‍हर उद्धार ह लकठा म होही।” तब यीसू ह ओमन ला ए पटं‍तर कहिस, “अंजीर के रूख अऊ जम्मो आने रूखमन ला देखव। जब ओम पान निकरथे, त तुमन देखके खुदे जान लेथव कि घाम के महिना अवइया हवय। ओही किसम ले, जब तुमन ए बातमन ला होवत देखव, त जान लेवव कि परमेसर के राज ह अवइया हवय। मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि जब तक ए जम्मो बातमन नइं हो जावंय, तब तक ए पीढ़ी के मनखेमन नइं मरंय। अकास अऊ धरती ह टर जाही, पर मोर बात ह कभू नइं टरय। सचेत रहव, नइं तो तुम्‍हर हिरदय ह खराप जिनगी, मतवालपन अऊ जिनगी के चिंता करे म लग जाही, अऊ ओ दिन ह एक ठन फांदा के सहीं तुम्‍हर ऊपर आ जाही। काबरकि एह ओ जम्मो झन के ऊपर आही, जऊन मन धरती म रहिथें। हमेसा सचेत रहव अऊ पराथना करत रहव कि तुमन ओ जम्मो अवइया संकट ले बच सकव, अऊ तुमन ‘मनखे के बेटा’ के आघू म ठाढ़ होय के लइक बन सकव।” हर एक दिन यीसू ह मंदिर म उपदेस करय, अऊ हर संझा ओह बाहिर जैतून नांव के पहाड़ म रात बिताय बर चले जावय, अऊ जम्मो मनखेमन बड़े बिहनियां ले ओकर बात सुने बर मंदिर म आवंय। यहूदीमन के बिन खमीर के रोटी के तिहार जऊन ला फसह तिहार कहे जाथे, लकठा आवत रहय। अऊ मुखिया पुरोहित अऊ कानून के गुरू मन चुपेचाप यीसू ला मार डारे के कुछू उपाय खोजत रहंय, पर ओमन मनखेमन ले डर्रावत रहंय। तब सैतान ह यहूदा के भीतर म हमाईस, जऊन ला इस्करियोती घलो कहे जावय; अऊ जऊन ह यीसू के बारह चेलामन ले एक झन रिहिस। यहूदा ह मुखिया पुरोहित अऊ मंदिर के रखवार मन के अधिकारीमन करा गीस अऊ ओमन के संग बातचीत करिस कि ओह यीसू ला कइसने ओमन के हांथ म पकड़वाही। ओमन खुस होईन अऊ ओला पईसा देय बर राजी हो गीन। यहूदा घलो तियार हो गीस, अऊ मऊका खोजे लगिस कि जब उहां भीड़ झन रहय, तब ओह यीसू ला ओमन के हांथ म पकड़वा देवय। तब यहूदीमन के बिन खमीर के रोटी के दिन ह आईस अऊ ए दिन म फसह तिहार बर मेढ़ा पीला ला बलिदान करना जरूरी रहय। यीसू ह पतरस अऊ यूहन्ना ला ए कहिके पठोईस, “जावव अऊ हमर बर फसह तिहार के भोजन के तियारी करव।” ओमन पुछिन, “तेंह कहां चाहथस कि हमन एकर तियारी करन?” यीसू ह ओमन ला कहिस, “जब तुमन सहर म जाहू, त तुमन ला एक मनखे घघरी म पानी लेवत मिलही। जऊन घर म ओह जावय, तुमन ओकर पाछू-पाछू चले जावव, अऊ ओ घर के मालिक ले कहव, ‘गुरू ह पुछत हवय कि ओ पहुना-कमरा कहां हवय, जिहां में अपन चेलामन संग फसह तिहार के भोजन खावंव?’ ओह तुमन ला ऊपर म एक सजे-सजाय बड़े कमरा देखा दिही। उहां तुमन तियारी करव।” ओमन गीन अऊ हर चीज ला वइसनेच पाईन, जइसने यीसू ह ओमन ला कहे रिहिस, अऊ ओमन फसह तिहार के भोजन के तियारी करिन। जब समय आईस, त यीसू अऊ ओकर प्रेरितमन खाय बर बईठिन। अऊ ओह ओमन ला कहिस, “एकर पहिली कि मेंह दुःख भोगंव, मोर बहुंत ईछा रिहिस कि मेंह तुम्‍हर संग ए फसह के भोजन ला खावंव। काबरकि मेंह तुमन ला कहत हंव, जब तक जम्मो बात परमेसर के राज म पूरा नइं हो जावय, तब तक मेंह एला फेर कभू नइं खावंव।” तब यीसू ह अंगूर के मंद के कटोरा ला लेके परमेसर ला धनबाद दीस अऊ कहिस, “एला लेवव अऊ आपस म बांट लेवव। काबरकि मेंह तुमन ला कहत हंव कि जब तक परमेसर के राज नइं आ जावय, तब तक मेंह अंगूर के मंद ला फेर नइं पीयंव।” तब ओह कुछू रोटी लीस, अऊ परमेसर ला धनबाद देके ओला टोरिस अऊ अपन चेलामन ला देके कहिस, “एह मोर देहें ए, जऊन ह तुम्‍हर बर देय जावत हवय; मोर सुरता म एही करे करव।” ओही किसम ले भोजन के पाछू, यीसू ह कटोरा ला लीस अऊ कहिस, “ए कटोरा ह मोर लहू म परमेसर के नवां करार ए, जऊन ह तुम्‍हर बर ढारे जावथे। पर जऊन ह मोला धोखा दिही, ओकर हांथ ह मोर संग टेबल म हवय। मनखे के बेटा ह मरही, जइसने परमेसर ह ठहराय हवय; पर धिक्‍कार ए ओ मनखे ला, जऊन ह ओला धोखा दिही।” तब चेलामन आपस म पुछे लगिन, “हमन म ओह कोन हो सकथे, जऊन ह ए काम करही।” ओमन म ए बिवाद घलो होय लगिस कि ओमन के बीच म कोन चेला सबले बड़े माने जाही। यीसू ह ओमन ला कहिस, “आनजातमन के राजामन अपन मनखेमन ऊपर हुकूम चलाथें; अऊ जऊन मन ओमन के ऊपर अधिकार रखथें, ओमन अपन-आप ला भलई करइया कहिथें। पर तुमन ला वइसने नइं बनना हवय। एकर बदले, जऊन ह तुम्‍हर बीच म सबले बड़े ए, ओह सबले छोटे सहीं बनय, अऊ जऊन ह हुकूम चलाथे, ओह सेवक के सहीं बनय। कोन ह बड़े ए, ओ – जऊन ह खाय बर बईठथे या ओ – जऊन ह ओकर सेवा करथे? ओही ह जऊन ह खाय बर बईठथे। पर मेंह तुम्‍हर बीच म एक सेवक के सहीं अंव। तुमन ओ मनखे अव, जऊन मन मोर दुःख के समय म मोर संग रहेव। अऊ मेंह तुमन ला एक राज के ऊपर सासन करे के अधिकार देवत हंव, जइसने मोर ददा ह मोला एक राज के ऊपर सासन करे के अधिकार दे हवय, ताकि तुमन मोर राज म मोर संग बईठके खावव अऊ पीयव अऊ सिंघासनमन म बईठके, इसरायल के बारह गोत्र के नियाय करव। सिमोन, सिमोन, सुन! सैतान ह तुमन ला परखे बर अनुमती मांगे हवय कि जइसने किसान ह गहूं ला भूंसी से अलग करथे, वइसने ओह तुमन ला अलग करय। पर मेंह तोर बर पराथना करे हवंव, सिमोन! ताकि तोर बिसवास ह बने रहय। अऊ जब तेंह मोर करा लहुंटके आ जाबे, त अपन भाईमन ला बिसवास म मजबूत करबे।” पर सिमोन पतरस ह यीसू ला कहिस, “हे परभू, मेंह तोर संग जेल जाय बर तियार हवंव अऊ मरे बर घलो तियार हवंव।” यीसू ह कहिस, “पतरस, मेंह तोला कहत हंव कि आज कुकरा बासे के पहिली, तेंह तीन बार इनकार करबे कि तेंह मोला जानथस।” तब यीसू ह ओमन ले पुछिस, “जब मेंह तुमन ला बिगर पईसा, झोला या पनही के पठोय रहेंव, त का तुमन ला कोनो चीज के कमी होईस?” ओमन कहिन, “कोनो चीज के कमी नइं होईस।” यीसू ह ओमन ला कहिस, “पर अब जेकर करा पईसा हवय, ओह ओला ले लेय, अऊ झोला घलो धर ले; अऊ जेकर करा तलवार नइं ए, ओह अपन ओन्ढा ला बेंचके एक ठन तलवार बिसो ले। परमेसर के बचन म ए लिखे हवय: ‘अऊ ओकर गनती अपराधी मन संग होईस,’ अऊ मेंह तुमन ला कहथंव कि ए बात के मोर ऊपर पूरा होना जरूरी ए। काबरकि जऊन बात ह मोर बारे म लिखे गे हवय, ओह पूरा होवत हवय।” चेलामन कहिन, “हे परभू, देख, इहां दू ठन तलवार हवय।” ओह कहिस, “ए किसम के बात बहुंत हो गीस।” यीसू ह घर के बाहिर निकरिस अऊ अपन रीति के मुताबिक ओह जैतून पहाड़ ला गीस अऊ ओकर चेलामन ओकर पाछू-पाछू गीन। ओ जगह म हबरके यीसू ह ओमन ला कहिस, “पराथना करव ताकि तुमन परिछा म झन पड़व।” तब ओह ओमन ले कुछू दूरिहा गीस अऊ माड़ी टेकके ए पराथना करे लगिस, “हे ददा, कहूं तोर ईछा हवय, त ए दुःख के कटोरा ला मोर करा ले टार दे; तभो ले मोर नइं, पर तोर ईछा पूरा होवय।” तब स्‍वरग ले एक स्‍वरगदूत ओकर करा आईस अऊ ओला मजबूत करिस। अऊ ओह बहुंते बियाकुल होके, अऊ लगन से पराथना करे लगिस, अऊ ओकर पसीना ह लहू के बूंद सहीं भुइयां म गिरत रहय। जब ओह पराथना करके उठिस, अऊ चेलामन करा गीस, त ओह ओमन ला दुःख के मारे सोवत अऊ थके पाईस। ओह ओमन ला कहिस, “तुमन काबर सुतत हवव? उठव अऊ पराथना करव ताकि तुमन परिछा म झन पड़व।” जब यीसू ह गोठियावत रिहिस, तभे मनखेमन के एक भीड़ आईस; अऊ यहूदा जऊन ह यीसू के बारह चेलामन ले एक झन रिहिस, ओमन के आघू-आघू चलत रहय। ओह यीसू करा ओला चूमे बर आईस। पर यीसू ह ओला कहिस, “हे यहूदा, चूमा देके का तेंह मनखे के बेटा ला पकड़वावत हस?” यीसू के चेलामन जब देखिन कि का होवइया हवय, त ओमन कहिन, “हे परभू, का हमन अपन तलवार चलावन?” अऊ ओम ले एक झन महा पुरोहित के सेवक ऊपर तलवार चलाके ओकर जेवनी कान उड़ा दीस। तब यीसू ह कहिस, “एला बंद करव।” अऊ ओह मनखे के कान ला छुईस अऊ ओला बने कर दीस। तब यीसू ह ओ मुखिया पुरोहित, मंदिर के रखवारमन के अधिकारी अऊ अगुवामन ला कहिस, जऊन मन ओला पकड़े बर आय रिहिन, “का मेंह डाकू अंव कि तुमन तलवार अऊ बड़े-बड़े लउठी लेके आय हवव? मेंह हर दिन तुम्‍हर संग मंदिर म रहेंव, अऊ तुमन मोला नइं पकड़ेव। पर एह तुम्‍हर समय ए, जब अंधियार के सक्ति ह राज करथे।” तब ओमन यीसू ला पकड़िन अऊ ओला महा पुरोहित के घर ले गीन। पतरस ह कुछू दूरिहा म रहत ओकर पाछू-पाछू आईस। पर जब ओमन मांझा अंगना म आगी बारके चारों अंग बईठ गीन, त पतरस ह ओमन के संग जाके बईठ गीस। एक झन नौकरानी टूरी ओला आगी के अंजोर म उहां बईठे देखिस। ओ टूरी ह ओला धियान लगाके देखिस अऊ कहिस, “ए मनखे ह यीसू के संग रिहिस।” पर पतरस ह इनकार करिस अऊ कहिस, “ए टूरी, मेंह ओला नइं जानंव।” थोरकन देर बाद, एक आने मनखे ओला देखिस अऊ कहिस, “तेंह घलो ओमन ले एक झन अस।” पर पतरस ह कहिस, “ए मनखे, मेंह नो हंव।” करीब एक घंटा के बाद, एक आने मनखे ह जोर देके कहिस, “सही म, ए मनखे ह ओकर संग रिहिस, काबरकि एह घलो गलील प्रदेस के रहइया ए।” पतरस ह जबाब देके कहिस, “ए मनखे, मेंह नइं जानंव कि तेंह का कहथस।” जब ओह ए कहितेच रिहिस कि तुरते कुकरा ह बासिस। अऊ परभू ह लहुंटके पतरस ला सीधा देखिस, तब पतरस ह परभू के कहे ओ बात ला सुरता करिस, “एकर पहिली कि आज कुकरा ह बासे, तेंह तीन बार मोर इनकार करबे।” पतरस ह अंगना के बाहिर गीस अऊ फूट-फूट के रोईस। जऊन मनखेमन यीसू के रखवारी करत रहंय, ओमन यीसू के ठट्ठा करिन अऊ ओला मारे-पीटे लगिन। ओमन यीसू के आंखी ऊपर कपड़ा बांधके ओकर ले पुछिन, “अगमबानी करके हमन ला बता कि तोला कोन मारिस?” ओमन अऊ बहुंत बेजत्ती के बात ओला कहिन। जब दिन होईस, त मनखेमन के अगुवा, मुखिया पुरोहित अऊ कानून के गुरू मन एक सभा के रूप म जुरिन, अऊ यीसू ह ओमन के आघू म लाने गीस। ओमन यीसू ले पुछिन, “यदि तेंह मसीह अस, त हमन ला बता?” यीसू ह जबाब दीस, “यदि मेंह तुमन ला बताहूं, त तुमन मोर ऊपर बिसवास नइं करहू, अऊ यदि मेंह तुमन ले पुछहूं, त तुमन जबाब नइं दूहू। पर अब ले, मनखे के बेटा ह सर्वसक्तिमान परमेसर के जेवनी हांथ कोति बईठही।” ओमन जम्मो झन पुछिन, “त का तेंह परमेसर के बेटा अस?” ओह ओमन ला जबाब दीस, “तुमन सही कहथव, काबरकि मेंह अंव।” तब ओमन कहिन, “हमन ला अऊ गवाह के जरूरत नइं ए। हमन खुदे ओकर मुहूं ले सुन लेय हवन।” तब मनखेमन के जम्मो सभा ह उठिस अऊ यीसू ला पीलातुस करा ले गीस। अऊ उहां ओमन ओकर ऊपर ए कहिके दोस लगाय लगिन, “हमन देखे हवन कि ए आदमी ह हमर मनखेमन ला बहकावत रिहिस। ओह मनखेमन ला महाराजा ला लगान पटाय बर मना करथे अऊ अपन-आप ला मसीह – एक राजा कहिथे।” पीलातुस ह यीसू ले पुछिस, “का तेंह यहूदीमन के राजा अस?” यीसू ह ओला जबाब दीस, “हव जी, जइसने तेंह कहथस।” तब पीलातुस ह मुखिया पुरोहित अऊ मनखे मन ला कहिस, “मेंह ए मनखे म कोनो दोस नइं पावंय।” पर ओमन अऊ जोर देके कहिन, “ओह जम्मो यहूदिया प्रदेस म अपन उपदेस के दुवारा मनखेमन ला भड़काय हवय। ओह गलील प्रदेस म सुरू करिस अऊ अब इहां तक आ गे हवय।” ए सुनके पीलातुस ह पुछिस, “का ए मनखे ह गलील प्रदेस के रहइया ए?” जब ओह ए जानिस कि यीसू ह हेरोदेस के राज के अय, त ओह यीसू ला हेरोदेस राजा करा पठो दीस। ओ समय म हेरोदेस राजा घलो यरूसलेम सहर म रिहिस। जब हेरोदेस ह यीसू ला देखिस, त ओह बहुंत खुस होईस, काबरकि ओह बहुंत समय ले ओला देखे चाहत रिहिस। ओह यीसू के बारे म सुने रिहिस अऊ ओह आसा करत रिहिस कि यीसू ह कुछू चमतकार के काम देखाही। एकरसेति, ओह यीसू ले बहुंत सवाल करिस, पर यीसू ह ओला कोनो जबाब नइं दीस। मुखिया पुरोहित अऊ कानून के गुरू मन उहां ठाढ़े रहंय, अऊ ओमन तन-मन ले यीसू ऊपर दोस लगावत रहंय। तब हेरोदेस अऊ ओकर सैनिकमन यीसू के ठट्ठा करिन अऊ हंसी उड़ाईन, अऊ ओमन ओला भड़कीला कपड़ा पहिराके पीलातुस करा वापिस पठो दीन। अऊ ओही दिन ले हेरोदेस अऊ पीलातुस एक-दूसर के संगवारी बन गीन; एकर पहिली ओमन एक दूसर के बईरी रिहिन। पीलातुस ह मुखिया पुरोहित, अधिकारी अऊ मनखे मन ला बलाईस अऊ ओमन ला कहिस, “तुमन ए मनखे ला मोर करा लानके ए कहेव कि एह मनखेमन ला भड़कावत रिहिस। मेंह तुम्‍हर आघू म एकर जांच करेंव, पर तुमन जऊन बात के दोस ओकर ऊपर लगावत हव, ओम मेंह ओला दोसी नइं पायेंव। अऊ न हेरोदेस राजा ओम कोनो दोस पाईस काबरकि ओह एला हमर करा वापिस पठो दे हवय। देखव, एह अइसने कुछू नइं करे हवय कि एह मार डारे जावय। एकरसेति, मेंह एला पीटवाके छोंड़ दूहूं।” यहूदीमन के हर फसह के तिहार के समय म, पीलातुस ह ओमन बर एक कैदी ला छोंड़य। पर मनखेमन एक संग चिचियाके कहिन, “ओला मार डार अऊ हमर बर बरब्‍बा ला छोंड़ दे।” (बरब्‍बा ला सहर म दंगा करे के कारन अऊ हतिया के दोस म जेल म डारे गे रिहिस।) पीलातुस ह यीसू ला छोंड़े बर चाहत रिहिस, एकरसेति, ओह मनखेमन ला फेर समझाईस। पर ओमन ए कहिके चिचियावत रहंय, “एला कुरुस म चघावव। एला कुरुस म चघावव।” पीलातुस ह ओमन ला तीसरा बार कहिस, “काबर? ए मनखे ह का अपराध करे हवय? मेंह ओम अइसने कोनो बात नइं पायेंव कि ओह मार डारे जावय। एकरसेति, मेंह एला पीटवाके छोंड़ दूहूं।” पर ओमन जोर देके अऊ चिचियाके मांग करिन कि यीसू ला कुरुस म चघाय जावय; अऊ आखिरी म, ओमन के चिचियाय के जीत होईस। पीलातुस ह ओमन के मांग ला मान लीस। ओमन जऊन मनखे ला चाहत रिहिन, ओह ओला छोंड़ दीस, जऊन ह दंगा अऊ हतिया के दोस म जेल म डारे गे रिहिस, अऊ पीलातुस ह ओमन के ईछा के मुताबिक यीसू ला ओमन के हांथ म सऊंप दीस। जब ओमन यीसू ला ले जावत रिहिन, त डहार म, ओमन ला सिमोन नांव के एक झन मनखे मिलिस, जऊन ह कुरेन के रहइया रिहिस अऊ गांव ले सहर आवत रिहिस। ओमन ओला पकड़िन अऊ कुरुस ला ओकर ऊपर लाद दीन, ताकि ओह ओला उठाके यीसू के पाछू-पाछू चलय। मनखेमन के एक बहुंत बड़े भीड़ यीसू के पाछू-पाछू चलत रहय; ओम कुछू माईलोगन घलो रहंय, जऊन मन यीसू बर रोवत अऊ बिलाप करत रहंय। यीसू ह ओमन कोति मुहूं करके कहिस, “हे यरूसलेम के बेटीमन, मोर बर झन रोवव, पर अपन-आप अऊ अपन लइकामन बर रोवव। काबरकि ओ समय ह आवत हवय, जब मनखेमन कहिहीं, ‘धइन एं ओ बांझ माईलोगनमन, जऊन मन कभू लइका नइं जनमाईन अऊ अपन छाती से कभू गोरस नइं पीयाईन।’ तब ओमन पहाड़मन ले कहिहीं, ‘हमर ऊपर गिर जावव’, अऊ पठारमन ले कहिहीं, ‘हमन ला ढांप लेवव।’ जब मनखेमन हरिहर रूख के संग अइसने करथें, तब सूखा रूख के संग का कुछू नइं करहीं?” ओमन दू झन अऊ मनखे ला घलो जऊन मन बदमास रिहिन, यीसू के संग मार डारे बर ले गीन। जब ओमन ओ जगह म आईन, जऊन ला खोपड़ी कहिथें, त उहां ओमन यीसू ला अऊ ओ दू झन बदमास ला अलग-अलग कुरुस ऊपर चघा दीन। एक बदमास ला यीसू के जेवनी कोति अऊ दूसर ला यीसू के डेरी कोति कुरुस म चघाईन। यीसू ह कहिस, “हे ददा, ए मनखेमन ला माफ कर दे, काबरकि एमन नइं जानथें कि एमन का करत हवंय।” अऊ ओमन लाटरी डारके यीसू के कपड़ा ला अपन म बांट लीन। मनखेमन उहां ठाढ़ होके ए जम्मो ला देखत रिहिन, अऊ अधिकारीमन ए कहिके ओकर हंसी उड़ाईन, “एह आने मन ला बचाईस, अब अपन-आप ला बचावय, यदि एह परमेसर के मसीह अऊ चुने हुए जन अय त।” सैनिकमन घलो आईन अऊ ओकर ठट्ठा करिन। ओमन यीसू ला सस्ता अंगूर के मंद ला देके कहिन, “अपन-आप ला बचा, यदि तेंह यहूदीमन के राजा अस त।” यीसू के कुरुस ऊपर ए लिखाय रहय: “एह यहूदीमन के राजा ए।” जऊन दू झन बदमास उहां कुरुस म लटकाय गे रिहिन, ओम ले एक झन यीसू के हंसी उड़ावत कहिस, “का तेंह मसीह नो हस? त फेर अपन-आप ला अऊ हमन ला बचा।” पर आने बदमास ह ओला दबकारके कहिस, “का तेंह परमेसर ले नइं डरस? तेंह घलो तो ओहीच दंड भोगत हवस। हमन ह सही सजा पावथन, काबरकि हमन जइसने काम करे हवन, वइसने सजा पावथन। पर ए मनखे ह कुछू गलती नइं करे हवय।” तब ओह यीसू ला कहिस, “हे यीसू, जब तेंह अपन राज म आबे, त मोला सुरता करबे।” यीसू ह ओला कहिस, “मेंह तोला सच कहथंव कि आजेच तेंह मोर संग स्‍वरग-लोक म होबे।” मंझन के करीब बारह बजे ले लेके तीन बजे तक जम्मो देस म अंधियार छा गीस, काबरकि सूरज ह अंजोर दे बर बंद कर दीस। अऊ मंदिर के परदा ह चीराके दू भाग हो गीस। यीसू ह जोर से चिचियाके कहिस, “हे ददा, तोर हांथ म मेंह अपन आतमा ला सऊंपत हवंव।” अऊ ए कहिके ओह अपन परान ला तियाग दीस। जऊन कुछू होईस, ओला देखके, सेना के अधिकारी ह परमेसर के महिमा करिस अऊ कहिस, “सही म, एह धरमी मनखे रिहिस।” मनखेमन के एक भीड़ ह उहां कुरुस म चघाय जाय के घटना ला देखे बर जुरे रिहिस। जऊन कुछू उहां होईस, ओला जब ओ जम्मो झन देखिन, त ओमन दुःख के मारे अपन छाती पीटत घर लहुंट गीन। पर यीसू के जम्मो जान-पहिचान के मनखे अऊ ओ माईलोगन जऊन मन गलील प्रदेस ले यीसू के पाछू-पाछू आय रिहिन, ओ जम्मो झन दूरिहा म ठाढ़ होके ए जम्मो बात ला देखत रिहिन। यूसुफ नांव के एक मनखे रिहिस। ओह अरमतिया नांव के यहूदी सहर के रहइया रिहिस। ओह एक बने अऊ धरमी मनखे रिहिस। हालाकि ओह यहूदीमन के धरम महासभा के एक सदस्य रिहिस, पर ओह ओमन के फैसला अऊ काम म सहमत नइं रिहिस। ओह परमेसर के राज के बाट जोहत रिहिस। अऊ ओह पीलातुस करा गीस अऊ यीसू के लास ला मांगिस। तब ओह यीसू के लास ला कुरुस ले उतारिस अऊ ओला मलमल के कपड़ा म लपेटिस, अऊ ओला एक ठन कबर म रखिस, जऊन ह चट्टान ला काटके बनाय गे रिहिस अऊ ओम कभू कोनो लास नइं रखाय रिहिस। एह बिसराम दिन बर तियारी करे के दिन रिहिस, अऊ बिसराम के दिन ह सुरू होवइयाच रिहिस। ओ माईलोगन, जऊन मन यीसू के संग गलील प्रदेस ले आय रिहिन, ओमन यूसुफ के पाछू-पाछू गीन अऊ ओ कबर ला देखिन अऊ ओमन ए घलो देखिन कि यीसू के देहें ह उहां कइसने रखाय रहय। तब ओमन घर वापिस गीन अऊ यीसू के देहें बर मसाला के लेप अऊ खुसबूदार तेल तियार करिन। पर ओमन कानून के मुताबिक बिसराम के दिन सुसताईन। हप्‍ता के पहिली दिन बड़े बिहनियां, ओ माईलोगनमन जऊन मसाला के लेप तियार करे रिहिन, ओला लेके यीसू के कबर करा गीन। ओमन पथरा ला कबर के मुंहाटी ले ढलन्‍गे पाईन। पर जब ओमन कबर के भीतर गीन, त ओमन उहां परभू यीसू के देहें ला नइं पाईन। जब ओमन ए बात ला देखके अचम्भो करत रिहिन, त अचानक दू झन बहुंत चमकिला कपड़ा पहिरे ओमन करा आके ठाढ़ हो गीन। ओमन बहुंत डर्रा गीन अऊ अपन चेहरा ला तरी करके ठाढ़ हो गीन, तब ओ मनखेमन ओमन ला कहिन, “जऊन ह जीयत हवय, ओला तुमन मरे मन के बीच म काबर खोजत हवव? ओह इहां नइं ए। ओह जी उठे हवय। सुरता करव, जब ओह तुम्‍हर संग गलील प्रदेस म रिहिस, त तुमन ला का कहे रिहिस: ‘मनखे के बेटा ह पापी मनखेमन के हांथ म सऊंपे जाही अऊ ओह कुरुस म चघाय जाही, पर तीसरा दिन ओह फेर जी उठही।’ ” तब ओ माईलोगनमन यीसू के बात ला सुरता करिन। जब ओमन कबर ले वापिस आईन, त ओमन ए जम्मो बात गियारह चेला अऊ दूसर जम्मो झन ला बताईन। ए माईलोगनमन मरियम मगदलिनी, योअन्ना अऊ याकूब के दाई मरियम रिहिन। एमन अऊ आने माईलोगनमन ए बात प्रेरितमन ला बताईन। पर ओमन माईलोगनमन के बात ला बिसवास नइं करिन काबरकि ओमन ला एह बेकार के बात लगिस। पर पतरस ह उठिस अऊ दऊड़त कबर म गीस। जब ओह निहरके देखिस, त उहां सिरिप कपड़ा ह पड़े रहय। तब जऊन कुछू होय रिहिस, ओकर बारे म अचम्भो करत, ओह अपन घर लहुंट गीस। ओहीच दिन, यीसू के चेलामन ले दू झन इम्माऊस नांव के एक गांव ला जावत रिहिन, जऊन ह यरूसलेम सहर ले करीब गियारह किलोमीटर दूरिहा रिहिस। जऊन कुछू होय रिहिस, ओकर बारे म ओ दूनों गोठियावत जावत रिहिन। जब ओमन आपस म गोठियावत अऊ बिचार करत जावत रिहिन, त यीसू ह खुदे आईस अऊ ओमन के संग हो लीस; पर ओमन ओला चिन्हे नइं सकिन। यीसू ह ओमन ले पुछिस, “तुमन रेंगत-रेंगत काकर बारे म गोठियावत हवव?” उदास होके ओमन ठाढ़े रह गीन। ओम ले एक झन के नांव क्‍लियुपास रिहिस, ओह कहिस, “का तेंह यरूसलेम म रहइया एके झन मनखे अस, जऊन ह नइं जानस कि ए दिनमन म यरूसलेम म का होय हवय?” यीसू ह पुछिस, “का होय हवय?” ओमन यीसू ला कहिन, “नासरत के यीसू के बारे म। ओह एक अगमजानी रिहिस अऊ ओकर बात अऊ काममन परमेसर अऊ जम्मो मनखेमन के नजर म बहुंत सामरथी रिहिन। मुखिया पुरोहित अऊ हमर अधिकारीमन मिरतू दंड बर यीसू ला सऊंप दीन, अऊ ओमन ओला कुरुस म चघा दीन। पर हमन ला आसा रिहिस कि एह ओहीच ए, जऊन ह इसरायली मनखेमन ला बचाही। ए जम्मो के अलावा एक बात अऊ ए कि ए बात ला होवय आज तीसरा दिन ए। हमर संग के कुछू माईलोगनमन हमन ला अचम्भो म डार दे हवंय। ओमन आज बड़े बिहनियां कबर म गे रिहिन। पर ओमन ला उहां यीसू के देहें ह नइं मिलिस। ओमन आके हमन ला बताईन कि ओमन ला स्वरगदूतमन दरसन देके कहिन कि यीसू ह जी उठे हवय। तब हमर कुछू संगवारीमन कबर म गीन अऊ जइसने माईलोगनमन कहे रिहिन, वइसनेच पाईन; पर ओमन यीसू ला उहां नइं देखिन।” यीसू ह ओमन ला कहिस, “तुमन बहुंत मुरुख मनखे अव। अगमजानीमन जऊन बात कहे हवंय, ओ जम्मो ला बिसवास करे म तुमन बहुंत मंदमति अव। का एह जरूरी नइं रिहिस कि मसीह ह ए जम्मो दुःख भोगय अऊ तब परमेसर ओकर बहुंत महिमा करय।” मूसा अऊ जम्मो अगमजानीमन के किताबमन ले सुरू करके परमेसर के जम्मो बचन म ओकर खुद के बारे म का कहे गे हवय – यीसू ह ओ जम्मो बात ओमन ला समझाईस। जब ओमन ओ गांव म हबरिन, जिहां ओमन ला जाना रिहिस, त यीसू ह अइसने देखाईस, जइसने ओला अऊ आघू जाना हवय। पर ओमन ओकर ले बहुंत बिनती करके कहिन, “हमर संग रूक जा, काबरकि दिन ह बहुंत ढर गे हवय, अऊ सांझ होवइया हे।” एकरसेति यीसू ह ओमन के संग रूके बर भीतर गीस। जब यीसू ह ओमन के संग खाय बर बईठिस, त ओह रोटी लीस अऊ परमेसर ला धनबाद दीस; अऊ रोटी ला टोरके ओमन ला देय लगिस। तब ओमन के आंखीमन खुल गीन अऊ ओमन यीसू ला चिन डारिन; पर ओह ओमन के नजर ले गायब हो गीस। ओमन एक-दूसर ला कहिन, “का हमर मन म एक किसम के उत्साह नइं होवत रिहिस, जब ओह डहार म हमर ले गोठियावत रिहिस अऊ हमन ला परमेसर के बचन समझावत रिहिस?” ओमन उठिन अऊ तुरते यरूसलेम वापिस चल दीन। उहां ओमन गियारह चेला अऊ आने मन ला एके ठऊर म पाईन, अऊ ओमन ए कहत रिहिन, “एह सच ए! परभू ह जी उठे हवय अऊ ओह सिमोन ला दिखे हवय।” तब ओ दूनों झन बताईन कि डहार म का होईस, अऊ ओमन कइसने यीसू ला चिनहिन, जब ओह रोटी टोरत रिहिस। जब ओमन एकर बारे म गोठियावत रिहिन, त यीसू ह खुद ओमन के बीच आके ठाढ़ हो गीस अऊ ओमन ला कहिस, “तुमन ला सांति मिलय।” ओमन घबरा गीन अऊ डर गीन। ओमन समझिन कि ओमन कोनो भूत ला देखत हवंय। यीसू ह ओमन ला कहिस, “तुमन काबर घबरावत हव, अऊ तुम्‍हर मन म काबर संसो होवत हवय? मोर हांथ अऊ गोड़ मन ला देखव। इहां मेंह खुदे ठाढ़े हवंव। मोला छुके देखव। भूत के हाड़ा अऊ मांस नइं होवय, जइसने कि तुमन देखत हव, मोर हवय।” ए कहिके, यीसू ह ओमन ला अपन हांथ अऊ गोड़ मन ला देखाईस। अऊ जब आनंद अऊ अचम्भो के मारे ओमन अभी घलो बिसवास नइं करत रिहिन, त यीसू ह ओमन ले पुछिस, “का तुम्‍हर करा इहां कुछू खाय बर हवय?” ओमन ओला आगी म भूने मछरी के एक टुकड़ा दीन। यीसू ह ओला लीस अऊ ओमन के आघू म खाईस। तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “जब मेंह तुम्‍हर संग रहत रहेंव, त मेंह तुमन ला ए बातमन ला कहे रहेंव। मोर बारे म जऊन बातमन मूसा के कानून, अगमजानीमन के किताब अऊ भजन-संहिता म लिखे हवय, ए जरूरी अय कि ओ जम्मो बात पूरा होवय।” तब यीसू ह ओमन के दिमाग ला खोल दीस ताकि ओमन परमेसर के बचन ला समझ सकंय। ओह ओमन ला कहिस, “परमेसर के बचन म ए लिखे हवय: ‘मसीह ह दुःख भोगही अऊ तीसरा दिन मरे म ले जी उठही, अऊ ओकर नांव म पछताप अऊ पाप छेमा के परचार जम्मो देस म करे जाही अऊ ए काम यरूसलेम ले सुरू होही।’ तुमन ए जम्मो बात के गवाह अव। मेंह तुम्‍हर करा ओला (पबितर आतमा) पठोहूं, जेकर वायदा मोर ददा ह करे हवय। पर तुमन ए सहर म ठहरे रहव, जब तक कि तुमन ला स्‍वरग ले सामरथ नइं मिल जावय।” तब यीसू ह ओमन ला सहर ले बाहिर बैतनियाह गांव के लकठा म ले गीस अऊ उहां ओह अपन हांथ उठाके ओमन ला आसिस दीस। यीसू ह आसिस देवत ओमन ले अलग हो गीस अऊ स्‍वरग म उठा लेय गीस। तब ओमन ओकर अराधना करिन अऊ बहुंत आनंद के संग यरूसलेम लहुंट गीन। अऊ परमेसर के इस्तुति करत, ओमन अपन पूरा समय मंदिर म बिताय करत रिहिन। आदि म बचन ह रिहिस, अऊ ओ बचन ह परमेसर के संग रिहिस, अऊ ओही बचन ह परमेसर रिहिस। ओह आदि ले परमेसर के संग रिहिस। ओकरे जरिये, परमेसर ह संसार के जम्मो चीजमन ला बनाईस, अऊ जऊन कुछू परमेसर ह बनाईस, ओम एको ठन चीज अइसने नइं ए, जऊन ह ओकर बिगर बनाय गे रिहिस। ओ बचन म जिनगी रिहिस, अऊ ओ जिनगी ह मनखेमन बर अंजोर लानिस। ओ अंजोर ह अंधियार म चमकथे, अऊ अंधियार ह ओला कभू जीत नइं सकय। परमेसर ह एक मनखे ला पठोईस, जेकर नांव यूहन्ना रिहिस। यूहन्ना ह ओ अंजोर के बारे म गवाही दे बर आईस, ताकि जम्मो मनखेमन ओकर गवाही के जरिये ओ अंजोर ऊपर बिसवास करंय। यूहन्ना ह खुद तो अंजोर नइं रिहिस, पर ओह अंजोर के बारे म गवाही दे बर आय रिहिस। ओ सही अंजोर जऊन ह जम्मो मनखे ला अंजोर देथे, संसार म अवइया रिहिस। ओह (बचन) संसार म रिहिस, अऊ ओकरे जरिये, परमेसर ह संसार ला बनाईस, पर संसार के मनखेमन ओला नइं चिन्हिन। ओह अपन खुद के मनखेमन करा आईस, पर ओकर मनखेमन ओला गरहन नइं करिन। पर जतेक झन ओला गरहन करिन अऊ ओकर नांव ऊपर बिसवास करिन, ओमन ला ओह परमेसर के संतान होय के अधिकार दीस। ए संतानमन न तो सुभाविक बंस ले, न देहें के ईछा ले, अऊ न कोनो मनखे के ईछा ले, पर परमेसर के ईछा ले जनमिन। ओ बचन ह मनखे के देहें धारन करिस, अऊ हमर बीच म कुछू समय बर डेरा करिस। हमन ओकर महिमा देखे हवन, ओ एकलऊता बेटा के महिमा, जऊन ह अनुग्रह अऊ सच्‍चई ले भरपूर होके स्वरगीय ददा करा ले आईस। यूहन्ना ह ओकर बारे म गवाही देथे। ओह पुकारके कहिथे, “एह ओही अय, जेकर बारे म मेंह कहे रहेंव: जऊन ह मोर पाछू आवत हवय, ओह मोर ले बड़े अय, काबरकि ओह मोर जनमे के पहिली ले रिहिस।” ओकर अनुग्रह के भरपूरी ले, हमन जम्मो झन आसिस के ऊपर आसिस पाय हवन। काबरकि परमेसर ह कानून ला मूसा के दुवारा दीस; पर अनुग्रह अऊ सच्‍चई यीसू मसीह के दुवारा आईस। परमेसर ला कोनो कभू नइं देखे हवय, पर सिरिप एकलऊता बेटा, जऊन ह खुदे परमेसर अय, अऊ जऊन ह ददा के कोरा म हवय, ओही ह ओला परगट करे हवय। यूहन्ना के ए गवाही ए, जब यरूसलेम सहर के यहूदीमन कुछू पुरोहित अऊ लेवी मन ला यूहन्ना करा ए पुछे बर पठोईन कि ओह कोन ए? त यूहन्ना ह जबाब दे बर आना-कानी नइं करिस, पर साफ-साफ मान लीस अऊ कहिस, “मेंह मसीह नो हंव।” तब ओमन यूहन्ना ले पुछिन, “त फेर तेंह कोन अस? का तेंह एलियाह अस?” ओह कहिस, “नइं।” ओमन पुछिन, “त फेर का तेंह अगमजानी अस?” ओह जबाब दीस, “नइं।” आखिर म ओमन कहिन, “त फेर तेंह कोन अस? हमन ला बता ताकि जऊन मन हमन ला पठोय हवंय, ओमन ला हमन जाके जबाब दे सकन। तेंह अपन बारे म का कहत हवस?” यूहन्ना ह जबाब दीस, “जइसने यसायाह अगमजानी ह कहे हवय – ‘मेंह निरजन जगह म एक पुकार करइया के अवाज अंव, परभू खातिर रसता ला सीधा करव।’ ” कुछू मनखेमन फरीसीमन के दुवारा पठोय गे रिहिन। ओमन यूहन्ना ले पुछिन, “यदि तेंह मसीह नो हस, न एलियाह अऊ न अगमजानी अस, त फेर तेंह काबर बतिसमा देवत हस?” यूहन्ना ह ओमन ला जबाब दीस, “मेंह तो पानी म बतिसमा देवत हंव, पर तुम्‍हर बीच म एक झन ठाढ़े हवय, जऊन ला तुमन नइं जानव। एह ओ अय, जऊन ह मोर पाछू आवत हवय। मेंह ओकर पनही के फीता ला खोले के लइक घलो नो हंव।” ए जम्मो बात यरदन नदी के ओ पार बैतनियाह गांव म होईस, जिहां यूहन्ना ह मनखेमन ला बतिसमा देवत रिहिस। ओकर दूसर दिन यूहन्ना ह यीसू ला अपन कोति आवत देखिस, त कहिस, “देखव, परमेसर के मेढ़ा-पीला, जऊन ह संसार के पाप ला उठा ले जावथे। एह ओही ए, जेकर बारे म मेंह कहत रहेंव, ‘एक झन मोर पाछू आवत हवय, जऊन ह मोर ले महान अय, काबरकि ओह मोर जनम के पहिली ले रिहिस।’ मेंह खुदे ओला नइं जानत रहेंव, पर मेंह ए खातिर पानी ले बतिसमा देवत आयेंव ताकि ओह इसरायली मनखेमन ऊपर परगट हो जावय।” तब यूहन्ना ह ए गवाही दीस, “मेंह देखेंव कि पबितर आतमा ह स्‍वरग ले एक पंड़की सहीं उतरिस अऊ ओकर ऊपर ठहर गीस। मेंह ओला नइं जाने रहितेंव, पर परमेसर, जऊन ह मोला पानी ले बतिसमा दे बर पठोय हवय, मोला कहिस, ‘तेंह पबितर आतमा ला उतरत अऊ एक झन मनखे ऊपर ठहरत देखबे, ओहीच ह पबितर आतमा ले बतिसमा दिही।’ मेंह एला देखेंव अऊ मेंह गवाही देवत हंव कि एहीच ह परमेसर के बेटा अय।” ओकर दूसर दिन, यूहन्ना ह फेर उहां अपन दू झन चेलामन संग ठाढ़े रहय। अऊ जब यूहन्ना ह यीसू ला जावत देखिस, त ओह कहिस, “देखव, एह परमेसर के मेढ़ा-पीला ए।” जब ओ दूनों चेलामन यूहन्ना ला ए कहत सुनिन, त ओमन यीसू के पाछू हो लीन। यीसू ह लहुंटके देखिस कि ओमन ओकर पाछू-पाछू आवत हवंय, त ओह ओमन ले पुछिस, “तुमन कोन ला खोजत हवव?” ओमन कहिन, “हे गुरू! तेंह कहां रहिथस?” यीसू ह ओमन ला कहिस, “मोर संग आवव अऊ देख लेवव।” तब ओमन ओकर संग गीन अऊ ओकर रहे के ठऊर ला देखिन, अऊ ओ दिन भर ओकरे संग बिताईन। ओह करीब सांझ के चार बजे के समय रिहिस। जऊन दू झन चेला, यूहन्ना ला कहत सुनिन अऊ यीसू के पाछू हो ले रिहिन, ओम ले एक झन सिमोन पतरस के भाई अंद्रियास रिहिस। पहिली काम अंद्रियास ह ए करिस कि ओह अपन भाई सिमोन ले जाके मिलिस अऊ ओला बताईस, “हमन ला मसीह मिल गे हवय।” तब अंद्रियास ह सिमोन ला यीसू करा लानिस। यीसू ह ओला देखिस अऊ कहिस, “तेंह यूहन्ना के बेटा सिमोन अस। अब ले तेंह कैफा कहाबे।” (कैफा के मतलब पतरस होथे अऊ एकर मतलब “पथरा” घलो होथे)। दूसर दिन यीसू ह गलील प्रदेस जाय के मन बनाईस। जाय के पहिली ओह फिलिप्पुस ले मिलिस अऊ ओला कहिस, “मोर पाछू हो ले।” फिलिप्पुस ह बैतसैदा सहर के रहइया रिहिस। अंद्रियास अऊ पतरस घलो ओहीच सहर के रहइया रिहिन। फिलिप्पुस ह नतनएल ले मिलिस अऊ ओला बताईस, “हमन ला ओह मिल गे हवय, जेकर बारे म मूसा ह कानून के किताब म लिखे हवय अऊ जेकर बारे म अगमजानीमन घलो लिखे हवंय। ओह यूसुफ के बेटा, नासरत गांव के यीसू अय।” नतनएल ह ओला कहिस, “का कोनो बने चीज नासरत ले आ सकथे?” फिलिप्पुस ह कहिस, “तेंह आके खुद देख ले।” जब यीसू ह नतनएल ला अपन कोति आवत देखिस, त ओह ओकर बारे म कहिस, “एह एक सच्‍चा इसरायली अय; एम कोनो छल-कपट नइं ए।” नतनएल ह यीसू ले पुछिस, “तेंह मोला कइसने जानत हवस?” त यीसू ह ओला जबाब दीस, “एकर पहिली कि फिलिप्पुस ह तोला बलाईस, जब तेंह अंजीर के रूख के खाल्‍हे म रहय, त मेंह तोला देखे रहेंव।” नतनएल ह कहिस, “हे गुरूजी, तेंह परमेसर के बेटा अस; तेंह इसरायल के राजा अस।” यीसू ह कहिस, “का तेंह सिरिप एकरसेति बिसवास करथस, कि मेंह तोला ए कहेंव कि तोला अंजीर के रूख के खाल्‍हे म देखे रहेंव। तेंह एकर ले घलो बड़े-बड़े काम देखबे।” यीसू ह ए घलो कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहथंव कि तुमन स्‍वरग ला खुला अऊ परमेसर के स्वरगदूतमन ला मनखे के बेटा ऊपर उतरत अऊ चघत देखहू ।” ओकर तीसरा दिन, गलील प्रदेस के काना नगर म एक बिहाव होवत रहय। यीसू के दाई ह उहां रिहिस। यीसू अऊ ओकर चेलामन ला घलो बिहाव के नेवता मिले रिहिस। जब अंगूर के मंद ह सिरा गीस, त यीसू के दाई ह ओला कहिस, “ओमन करा अऊ मंद नइं ए।” त यीसू ह ओला कहिस, “हे नारी, तेंह मोला ए बात काबर बतावत हस? अभी मोर कुछू करे के समय नइं आय हवय।” तब यीसू के दाई ह सेवकमन ला कहिस, “जऊन कुछू ओह तुमन ला कहिथे, वइसने करव।” उहां पानी धरे के छै ठन पथरा के मटका माढ़े रहंय ताकि यहूदीमन सुध होय के धारमिक संस्कार ला कर सकंय। हर मटका म करीब सत्तर ले लेके एक सौ दस लीटर तक पानी धरय। यीसू ह सेवकमन ला कहिस, “मटकामन म पानी भर देवव।” ओमन मटकामन के मुहूं तक ले पानी भर दीन। तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “अब तुमन ओम ले कुछू निकारके भोज के मुखिया करा ले जावव,” अऊ ओमन अइसनेच करिन। जब भोज के मुखिया ह ओला चिखिस, त पानी ह अब अंगूर के मंद बन गे रहय, अऊ ओह नइं जानत रिहिस कि ए अंगूर के मंद ह कहां ले आईस, पर ओ सेवक जऊन मन पानी निकारे रिहिन, ओमन एला जानत रिहिन। तब भोज के मुखिया ह दुल्‍हा ला बलाईस, अऊ ओला कहिस, “हर एक झन ह पहिली बढ़िया मंद ला देथे, अऊ जब पहुनामन पीके छक जाथें, तब सस्ता मंद ला देथे, पर तेंह तो बढ़िया मंद ला अब तक बंचाके रखे हवस।” यीसू ह गलील प्रदेस के काना नगर म ए पहिली चमतकार करिस। अऊ ओह ए किसम ले अपन महिमा देखाईस, अऊ ओकर चेलामन ओकर ऊपर बिसवास करिन। एकर बाद यीसू, ओकर दाई, भाई अऊ ओकर चेलामन कफरनहूम सहर गीन अऊ उहां कुछू दिन ठहरिन। जब यहूदीमन के फसह तिहार अवइया रिहिस, त यीसू ह यरूसलेम सहर गीस । उहां ओह देखिस कि मंदिर के अंगना म, मनखेमन बइला, भेड़, अऊ पंड़की चिरई बेचत रहंय अऊ आने मन टेबल करा बईठके रूपिया-पईसा के लेन-देन करत रहंय। तब यीसू ह डोरी के एक कोर्रा बनाईस अऊ जम्मो भेड़ अऊ बइला मन ला मंदिर के सीमना ले बाहिर खेद दीस अऊ पईसा के लेन-देन करइयामन के सिक्‍कामन ला छितिर-बितिर कर दीस अऊ ओमन के टेबलमन ला खपल दीस। पंड़की बेचइयामन ला ओह कहिस, “एमन ला इहां ले निकारव। मोर ददा परमेसर के घर ला बजार झन बनावव।” तब यीसू के चेलामन सुरता करिन कि परमेसर के बचन म ए लिखे हवय: “तोर घर के धुन ह मोर हिरदय म आगी सहीं बरथे।” तब यहूदीमन यीसू ले पुछिन, “तोला ए जम्मो करे के अधिकार हवय, ए बात ला साबित करे बर तेंह हमन ला का चिन्‍हां देखा सकथस?” यीसू ह ओमन ला ए जबाब दीस, “तुमन ए मंदिर ला गिरा देवव, अऊ मेंह एला तीन दिन म फेर ठाढ़ कर दूहूं।” यहूदीमन कहिन, “ए मंदिर ला बनाय म छियालीस साल लगे हवय, अऊ का तेंह एला तीन दिन म फेर ठाढ़ कर देबे?” पर यीसू ह जऊन मंदिर के बारे म गोठियावत रिहिस ओह ओकर देहें रिहिस। जब यीसू ह मरे म ले जी उठिस, तब ओकर चेलामन ला सुरता आईस कि यीसू ह ए कहे रिहिस। तब ओमन परमेसर के बचन अऊ यीसू के कहे बात ऊपर बिसवास करिन। जब यीसू ह फसह तिहार के समय यरूसलेम म रिहिस, त जऊन चमतकार के काम उहां ओह करत रिहिस, ओला देखके बहुंत मनखेमन ओकर ऊपर बिसवास करिन। पर यीसू ह अपन-आप ला ओमन के भरोसा म नइं छोंड़िस, काबरकि ओह जम्मो झन ला जानत रिहिस। ओला एकर जरूरत नइं रिहिस कि कोनो मनखे ह कोनो मनखे के बारे म गवाही देवय, काबरकि यीसू ह खुद जानत रिहिस कि कोन मनखे के मन म का हवय। निकुदेमुस नांव के एक मनखे रिहिस। ओह फरीसी मत के रिहिस अऊ यहूदी महासभा के एक सदस्य रिहिस। ओह रतिहा यीसू करा आईस अऊ कहिस, “हे गुरू, हमन जानथन कि तेंह एक गुरू अस अऊ परमेसर करा ले आय हवस। काबरकि जऊन चमतकार के काम तेंह करथस, ओला कोनो नइं कर सकंय, जब तक कि परमेसर ह ओकर संग नइं रहय।” यीसू ह ओला ए जबाब दीस, “मेंह तोला सच-सच बतावत हंव; जब तक कोनो मनखे के नवां जनम नइं होवय, तब तक ओह परमेसर के राज ला नइं देख सकय।” निकुदेमुस ह कहिस, “पर जब एक मनखे ह डोकरा हो गीस, त ओह फेर कइसने जनम ले सकथे? निस्चित रूप ले, ओह दूसर बार अपन दाई के कोख म जाके फेर जनम नइं ले सकय।” त यीसू ह कहिस, “मेंह तोला सच-सच बतावत हंव कि जब तक कोनो मनखे पानी अऊ पबितर आतमा ले नइं जनमे, तब तक ओह परमेसर के राज म नइं जा सकय। मनखे ह मनखे ला जनम देथे, पर पबितर आतमा ह नवां आतमा ला जनम देथे। तोला मोर ए बात ले अचरज नइं होना चाही कि तोर नवां जनम होना जरूरी अय। हवा ह जेति चाहथे ओती चलथे। तेंह सिरिप एकर आरो भर ला सुनथस, पर तेंह नइं बता सकस कि एह कहां ले आथे या एह कहां जाथे। हर ओ मनखे जऊन ह पबितर आतमा ले जनम लेथे, ओकर संग घलो अइसनेच होथे।” निकुदेमुस ह पुछिस, “एह कइसने हो सकथे?” यीसू ह जबाब दीस, “तेंह इसरायली मनखेमन के एक गुरू अस, अऊ का तेंह ए बातमन ला नइं समझत हस?” मेंह तोला सच कहत हंव, जऊन बात ला हमन जानथन, ओकरे बारे म हमन गोठियाथन, अऊ जऊन ला हमन देखे हवन, ओकर गवाही देथन, पर तुमन हमर गवाही ला नइं मानव। मेंह तुमन ला ए धरती के बातमन ला बताएंव अऊ तुमन बिसवास नइं करत हव, पर कहूं मेंह स्‍वरग के बातमन ला बताहूं, त तुमन कइसने बिसवास करहू। कभू कोनो स्‍वरग ला नइं गे हवय, सिरिप एक झन के छोंड़, जऊन ह स्‍वरग ले आईस याने कि मनखे के बेटा। जइसने मूसा ह निरजन प्रदेस म पीतल के सांप ला ऊपर चघाईस, वइसने मनखे के बेटा बर घलो जरूरी अय कि ओला ऊपर चघाय जावय, ताकि जऊन कोनो ओकर ऊपर बिसवास करय, ओह परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी पावय। “काबरकि परमेसर ह संसार ले अइसने मया करिस कि ओह अपन एकलऊता बेटा ला दे दीस, ताकि जऊन कोनो ओकर बेटा ऊपर बिसवास करय, ओह नास नइं होवय, पर परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी पावय। परमेसर ह अपन बेटा ला एकर खातिर नइं पठोईस कि ओह संसार ला दोसी ठहरावय, पर ए खातिर पठोईस कि संसार ला ओकर जरिये बचावय। जऊन कोनो ओकर ऊपर बिसवास करथे, ओह दोसी नइं ठहरय, पर जऊन ह बिसवास नइं करय, ओह दोसी ठहर चुकिस, काबरकि ओह परमेसर के एकलऊता बेटा ऊपर बिसवास नइं करिस। नियाय करइया के फैसला ए अय: अंजोर ह संसार म आईस, पर मनखेमन अंजोर के बदले अंधियार ले मया करिन, काबरकि ओमन के काम खराप रिहिन। जऊन ह खराप काम करथे, ओह अंजोर ले घिन करथे अऊ ओह अंजोर म नइं आवय, काबरकि ओला डर रहिथे कि ओकर खराप काममन उजागर हो जाहीं। पर जऊन ह सही काम ला करथे, ओह अंजोर म आथे, ताकि ए साफ दिख जावय कि ओकर काम ह परमेसर के जरिये करे गे हवय।” एकर बाद, यीसू अऊ ओकर चेलामन यहूदिया प्रदेस के गंवई इलाका म गीन। उहां ओह ओमन के संग कुछू समय तक रिहिस अऊ मनखेमन ला बतिसमा दीस। यूहन्ना ह घलो सलीम के लकठा म एनोन म बतिसमा देवत रिहिस, काबरकि उहां बहुंत पानी रिहिस अऊ मनखेमन उहां आके ओकर ले बतिसमा लेवत रिहिन। यूहन्ना ह अभी तक जेल म नइं डारे गे रिहिस। यूहन्ना के कुछू चेलामन के, एक यहूदी संग सुध होय के बारे म बहस होय लगिस। ओमन यूहन्ना करा जाके कहिन, “हे गुरूजी, ओ मनखे जऊन ह यरदन नदी के ओ पार तोर संग रिहिस अऊ जेकर बारे म तेंह गवाही दे रहय – देख, ओह घलो बतिसमा देवत हवय, अऊ जम्मो मनखे ओकर करा जावत हवंय।” यूहन्ना ह ओमन ला जबाब दीस, “मनखे ह कुछू नइं पा सकय, जब तक कि परमेसर ह स्‍वरग ले ओला नइं देवय। तुमन खुदे मोर गवाह हव कि मेंह कहे रहेंव, ‘मेंह मसीह नो हंव, पर मेंह ओकर आघू पठोय गे हवंव।’ दुल्हिन ह दुल्‍हा के होथे। दुल्‍हा के संगवारी ह तीर म ठाढ़े रहिथे अऊ ओकर सुनथे अऊ जब ओह दुल्‍हा के अवाज ला सुनथे, त ओह बहुंत खुस होथे। ओही किसम के खुसी मोर अय, जऊन ह अब पूरा हो गे। ए जरूरी अय कि ओह बढ़े अऊ मेंह घटंव। जऊन ह ऊपर (स्‍वरग) ले आथे, ओह सबले बड़े होथे। जऊन ह धरती ले आथे, ओह धरती के होथे अऊ ओह धरती के बात गोठियाथे। जऊन ह स्‍वरग ले आथे, ओह जम्मो के ऊपर होथे। ओह ओ बात ला बताथे, जऊन ला ओह देखे अऊ सुने रहिथे, पर ओकर गवाही ला कोनो नइं मानंय। जऊन ह ओकर गवाही ला मानथे, ओह ए साबित करथे कि परमेसर ह सच्‍चा ए। काबरकि जऊन ला परमेसर ह पठोय हवय, ओह परमेसर के गोठ गोठियाथे। परमेसर ह ओला अपन आतमा ले भर देथे। ददा (परमेसर) ह अपन बेटा ले मया करथे अऊ ओह जम्मो चीज ला ओकर हांथ म कर दे हवय। जऊन ह बेटा के ऊपर बिसवास करथे, ओकर करा परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी हवय, पर जऊन ह बेटा के बात ला नइं मानय, ओह ओ सदाकाल के जिनगी के अनुभव कभू नइं करही, काबरकि परमेसर के कोरोध ह ओकर ऊपर बने रहिथे।” फरीसीमन सुनिन कि यीसू ह यूहन्ना ले घलो जादा मनखेमन ला चेला बनाथे अऊ बतिसमा देवत हवय। असल म, यीसू ह खुद कोनो ला बतिसमा नइं देवत रिहिस, पर ओकर चेलामन बतिसमा देवत रिहिन। जब परभू यीसू ला ए बात के पता चलिस, त ओह यहूदिया प्रदेस ला छोंड़के गलील प्रदेस म फेर वापिस चल दीस। जब यीसू ह गलील ला वापिस जावत रिहिस, त ओला सामरी प्रदेस ले होके जाय ला पड़िस। ओह सामरी प्रदेस के सूखार नांव के एक सहर म आईस। ए सहर ह ओ भुइयां के लकठा म रिहिस, जऊन ला याकूब ह अपन बेटा यूसुफ ला देय रिहिस। उहां याकूब के कुवां रहय; यीसू ह रेंगत-रेंगत थक गे रहय, एकरसेति ओह ओ कुवां के लकठा म बईठ गीस। एह करीब मंझन के बेरा रिहिस। ओतकीच बेरा, एक सामरी माईलोगन ह ओ कुवां ले पानी भरे बर आईस, त यीसू ह ओला कहिस, “मोला, पीये बर थोरकन पानी दे ओ।” (यीसू के चेलामन खाय के चीज बिसोय बर सहर गे रहंय।) ओ सामरी माईलोगन ह ओला कहिस, “यहूदी जात के होके, तेंह मोर ले पानी काबर मांगथस? मेंह एक सामरी माईलोगन अंव।” (यहूदीमन सामरीमन के संग कोनो संबंध नइं रखत रिहिन।) यीसू ह जबाब दीस, “कहूं तेंह परमेसर के बरदान ला जानते अऊ ए घलो जानते कि जऊन ह तोर ले पानी मांगत हवय, ओह कोन ए, त तेंह ओकर ले मांगते अऊ ओह तोला जिनगी के पानी देतिस।” ओ माईलोगन ह कहिस, “ए महाराज, पानी भरे बर तो तोर करा कुछू नइं ए, अऊ ए कुवां ह गहिरा हवय। त फेर तोर करा ओ जिनगी के पानी कहां ले आही? का तेंह हमर पुरखा याकूब ले बड़े अस, जऊन ह हमन ला ए कुवां देय हवय। अऊ ओह खुद अऊ ओकर बेटामन अऊ ओकर पसुमन घलो ए कुवां ले पानी पीये हवंय।” यीसू ह जबाब दीस, “जऊन ह ए पानी ला पीही, ओह फेर पीयासन होही, पर जऊन ह ओ पानी ला पीही, जऊन ला मेंह दूहूं, ओह फेर कभू पीयासन नइं होही। जऊन पानी मेंह ओला दूहूं, ओह ओम सोता के पानी सहीं होही, जऊन ह हर समय बहते रहिथे, अऊ एह ओला परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी देथे।” तब ओ माईलोगन ह यीसू ला कहिस, “हे महाराज, मोला ओ पानी दे ताकि मेंह फेर पीयासन झन होवंव अऊ न ही मोला इहां पानी भरे बर फेर आना पड़य।” यीसू ह ओला कहिस, “जा, अऊ अपन घरवाला ला इहां बलाके ले आ।” ओ माईलोगन ह कहिस, “मोर कोनो घरवाला नइं ए।” यीसू ह कहिस, “तेंह सही कहथस कि तोर कोनो घरवाला नइं ए। काबरकि तेंह पांच घरवाला (मरद) बना चुके हवस, अऊ जऊन मनखे के संग अभी तेंह रहत हवस, ओह घलो तोर घरवाला नो हय। अभी तेंह जऊन बात कहय, ओह बिलकुल सही ए।” ओ माईलोगन ह कहिस, “महाराज, मोला अइसने लगथे कि तेंह एक अगमजानी अस। हमर पुरखामन ए पहाड़ ऊपर परमेसर के अराधना करत रिहिन, पर तुम यहूदीमन ए कहिथव कि ओ जगह यरूसलेम म हवय, जिहां हमन ला परमेसर के अराधना करना चाही।” यीसू ह ओला कहिस, “हे नारी, मोर ऊपर बिसवास कर। ओ समय ह आही, जब मनखेमन परमेसर ददा के अराधना न तो ए पहाड़ ऊपर करहीं अऊ न ही यरूसलेम म। तुम सामरीमन जेकर अराधना करथव, ओला तुमन नइं जानव; हम यहूदीमन जेकर अराधना करथन, ओला हमन जानथन, काबरकि उद्धार के संदेस ह यहूदीमन के जरिये आही। पर ओ समय ह आवत हवय, अऊ अब आ गे हवय, जब सही भक्ति करइयामन परमेसर ददा के भक्ति आतमा अऊ सच्‍चई ले करहीं। काबरकि परमेसर ददा ह अइसने भक्ति करइयामन ला चाहथे। परमेसर ह आतमा अय, अऊ ए जरूरी अय कि ओकर भक्ति करइयामन आतमा अऊ सच्‍चई ले ओकर भक्ति करंय।” तब ओ माईलोगन ह कहिस, “मेंह जानथंव कि मसीह (जऊन ला ख्रिस्त कहे जाथे) अवइया हवय। जब ओह आही, त हमन ला जम्मो बातमन ला बताही।” यीसू ह ओला कहिस, “में जऊन ह तोर ले गोठियावत हंव, ओहीच अंव।” ओतकी बेरा यीसू के चेलामन लहुंटके आईन अऊ ए देखके अचरज करे लगिन कि यीसू ह एक माईलोगन ले गोठियावत हवय। पर एको झन ओकर ले ए नइं पुछिन, “तेंह का चाहथस?” या “तेंह ओकर ले काबर गोठियावत हस?” तब ओ माईलोगन ह अपन घघरी ला उहें छोंड़ दीस अऊ सहर म वापिस जाके मनखेमन ला कहिस, “आवव, अऊ ओ मनखे ला देखव, जऊन ह ओ जम्मो बात बता दीस, जेला मेंह करे हवंव। ओह मसीह हो सकथे।” मनखेमन सहर ले निकरके यीसू करा आवन लगिन। ए दरमियान यीसू के चेलामन ओकर ले बिनती करिन, “हे गुरूजी, कुछू खा ले।” पर यीसू ह ओमन ला कहिस, “मोर करा खाय बर अइसने भोजन हवय, जेकर बारे म तुमन कुछू नइं जानत हव।” तब चेलामन एक-दूसर ले पुछे लगिन, “का कोनो एकर बर कुछू खाय बर लाय हवय?” यीसू ह ओमन ला कहिस, “मोर भोजन ए अय कि मेंह अपन पठोइया परमेसर के ईछा ला पूरा करंव अऊ ओ काम ला पूरा करंव, जऊन ला ओह मोला दे हवय। का तुमन ए नइं कहव, ‘फसल ला पके बर चार महिना बांचे हवय, तब लुवई सुरू होही।’ अपन चारों कोति देखव – मनखेमन के आतमा के खेत ला, जऊन ह लुवई बर तियार हवय। ओ मनखे जऊन ह फसल लूथे, ओला ओकर बनी मिलथे अऊ ओह परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी बर फर संकेलथे; ताकि बोवइया अऊ लुवइया दूनों मिलके खुसी मनावंय। एकरसेति ए कहावत ह सही ए, ‘कोनो बोथे, त कोनो आने ओला लूथे।’ मेंह तुमन ला उहां फसल लुए बर पठोएंव, जिहां तुमन नइं बोए रहेव; आने मन उहां कठोर मिहनत करिन, अऊ तुमन ला ओमन के मिहनत के फर मिलिस।” ओ सहर के बहुंत सामरी मनखेमन यीसू ऊपर बिसवास करिन, काबरकि ओ माईलोगन ह ए बताय रिहिस, “ओह मोला ओ जम्मो बात बता दीस, जऊन ला मेंह करे हवंव।” एकरसेति जब ओ सामरी मनखेमन यीसू करा आईन, त ओमन यीसू ले बिनती करिन, “हमर संग रहि जा।” अऊ यीसू ह उहां दू दिन रिहिस। ओकर बचन ला सुनके अऊ बहुंत झन ओकर ऊपर बिसवास करिन। ओमन ओ माईलोगन ला कहिन, “अब हमन सिरिप तोर कहे ले ही बिसवास नइं करथन, पर हमन खुदे ओकर बात ला सुने हवन, अऊ हमन जान गे हवन कि ओह सही म संसार के उद्धार करइया अय।” दू दिन के बाद, यीसू ह उहां ले गलील प्रदेस ला चल दीस। (काबरकि यीसू खुदे कहे रिहिस, “एक अगमजानी ला अपन खुद के देस म आदर-मान नइं मिलय।”) जब ओह गलील प्रदेस म आईस, त गलील के मनखेमन ओकर सुवागत करिन, काबरकि ओमन फसह तिहार के बखत यरूसलेम गे रिहिन अऊ ओमन ओ जम्मो बात ला देखे रिहिन जऊन ला यीसू ह उहां तिहार के बखत करे रिहिस। यीसू ह एक बार फेर गलील के काना सहर म गीस, जिहां ओह पानी ला अंगूर के मंद बनाय रिहिस। एक सरकारी अधिकारी रिहिस, जेकर बेटा ह कफरनहूम सहर म बेमार पड़े रहय। जब ए अधिकारी सुनिस कि यीसू ह यहूदिया प्रदेस ले गलील म आय हवय, त ओह ओकर करा गीस अऊ बिनती करिस, “मोर संग कफरनहूम चल अऊ मोर बेटा ला चंगा कर दे; ओह मरइया हवय।” यीसू ह ओला कहिस, “जब तक तुमन चिन्‍हां अऊ चमतकार नइं देखहू, तब तक बिसवास नइं करव।” ओ अधिकारी ह कहिस, “हे महाराज, एकर पहिली कि मोर लइका ह मर जावय, तेंह जल्दी चल।” यीसू ह ओला कहिस, “तेंह जा। तोर बेटा ह जीयत हवय।” ओ मनखे ह यीसू के बात ला बिसवास करके उहां ले चल दीस। जब ओह अपन घर जावत रिहिस, त रसता म ओकर सेवकमन मिलिन अऊ ओला बताईन, “तोर बेटा ह जीयत हवय।” ओह ओमन ले पुछिस, “कतेक बेरा ओह बने होईस?” ओमन कहिन, “मंझन के एक बजे ओकर जर ह उतर गीस।” तब ओ लइका के ददा ह सुरता करिस कि एह तो ओहीच बेरा ए, जब यीसू ह ओला कहे रिहिस, “तोर बेटा ह जीयत हवय।” तब ओह अऊ ओकर घराना के जम्मो झन यीसू ऊपर बिसवास करिन। एह दूसरा अचरज के चिन्‍हां रिहिस जऊन ला यीसू यहूदिया प्रदेस ले आके गलील प्रदेस म करिस। एकर बाद, यहूदीमन के एक भोज होईस, जेकर कारन यीसू ह यरूसलेम गीस। यरूसलेम म भेड़ फेरका के लकठा म एक ठन पानी के कुन्‍ड हवय, जऊन ला इबरानी भासा म बेतहसदा कहिथें। ओकर चारों कोति पांच ठन खुला परछी हवय । ओम कतको बेमार, अंधरा, खोरवा अऊ लूलवा मनखे मन (पानी के हाले के आसा म) पड़े रहंय। एक ठहराय समय म परभू के स्‍वरगदूत ह खाल्‍हे उतरय अऊ पानी ला हलाय करय। पानी के हालते ही जऊन बेमरहा ह सबले पहिली ओ कुन्‍ड म उतरे, ओह चंगा हो जावय, चाहे ओकर कोनो भी बेमारी होवय। उहां एक मनखे रहय, जऊन ह अड़तीस साल ले बेमारी म पड़े रहय। जब यीसू ह ओला उहां पड़े देखिस अऊ ए जानिस कि ओह बहुंत दिन ले ए दसा म हवय, त यीसू ह ओकर ले पुछिस, “का तेंह बने होय बर चाहथस?” ओ बेमरहा मनखे ह यीसू ला कहिस, “हे परभू! मोर करा इहां कोनो नइं ए कि जब पानी ह हलाय जाथे, त मोला कुन्‍ड म उतारे, अऊ जब मेंह उतरे के कोसिस करथंव, त कोनो आने मोर ले आघू कुन्‍ड म उतर जाथे।” तब यीसू ह ओला कहिस, “उठ! अपन खटिया ला उठा अऊ रेंग।” तुरते ओ मनखे ह बने हो गीस; ओह अपन खटिया ला उठाईस अऊ चले-फिरे लगिस। जऊन दिन ए काम होईस, ओह यहूदीमन के बिसराम दिन रिहिस। एकरसेति यहूदीमन ओ मनखे जऊन ह बने होय रिहिस, ओला कहिन, “आज बिसराम के दिन ए, अऊ आज के दिन खटिया ला उठई हमर कानून के बिरूद्ध ए।” पर ओह ओमन ला ए जबाब दीस, “जऊन ह मोला बने करिस, ओह मोला कहिस, ‘अपन खटिया ला उठा अऊ रेंग।’ ” ओमन ओकर ले पुछिन, “ओह कोन मनखे ए, जऊन ह तोला कहिस कि अपन खटिया उठा अऊ रेंग?” पर जऊन मनखे ह बने होय रिहिस, ओह ए नइं जानत रिहिस कि ओला कोन ह बने करिस, काबरकि ओ जगह म मनखेमन के भीड़ रहय अऊ यीसू ह उहां ले निकर गे रहय। बाद म, यीसू ओला मंदिर म भेंटिस, त ओला कहिस, “देख, तेंह अब बने हो गे हवस। अब पाप झन करबे, नइं तो एकर ले भारी बिपत्ती तोर ऊपर पड़ सकथे।” ओ मनखे ह जाके यहूदीमन ला बताईस कि जऊन मनखे ह मोला बने करिस, ओह यीसू ए। यीसू ह ए काममन ला यहूदीमन के बिसराम दिन म करत रिहिस, एकरसेति यहूदीमन यीसू ला सताय लगिन। यीसू ह ओमन ला कहिस, “मोर ददा ह हमेसा अपन काम करत हवय, अऊ मेंह घलो काम करत हवंव।” एकरे कारन यहूदीमन यीसू ला मार डारे के अऊ कतको उपाय करे लगिन, काबरकि यीसू ह न सिरिप बिसराम दिन के कानून ला टोरत रिहिस, पर ओह परमेसर ला अपन खुद के ददा कहिके, अपन-आप ला परमेसर के बरोबर घलो रखत रिहिस। यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहथंव; बेटा ह अपन-आप ले कुछू नइं कर सकय; ओह सिरिप ओही ला करथे, जऊन ला ओह अपन ददा ला करत देखथे। जऊन कुछू ददा ह करथे, बेटा ह घलो वइसने करथे। काबरकि ददा ह बेटा ला मया करथे अऊ जऊन कुछू ओह करथे, ओ जम्मो ला अपन बेटा ला देखाथे। एकर ले घलो बड़े काम ओह ओला देखाही ताकि तुमन अचम्भो करव। काबरकि जइसने ददा ह मरे मनखे ला जियाथे अऊ ओमन ला जिनगी देथे, वइसनेच बेटा ह घलो जऊन ला चाहथे, ओला जिनगी देथे। ददा ह काकरो नियाय नइं करय, पर ओह नियाय करे के जम्मो अधिकार अपन बेटा ला सऊंप दे हवय, ताकि जम्मो मनखे जइसने ददा के आदर करथें, वइसनेच बेटा के घलो आदर करंय। जऊन ह बेटा के आदर नइं करय, ओह ददा के घलो आदर नइं करय, जऊन ह बेटा ला पठोय हवय। मेंह तुमन ला सच कहत हंव, जऊन ह मोर बचन ला सुनथे, अऊ मोर पठोइया के ऊपर बिसवास करथे, ओकर करा परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी हवय; ओह दंड के भागी नइं होवय; ओह मिरतू ले पार होके जिनगी पा चुके हवय। मेंह तुमन ला सच कहत हंव, ओ समय ह आवत हे, अऊ आ गे हवय, जब मरे मनखेमन परमेसर के बेटा के अवाज ला सुनहीं, अऊ जऊन मन एला सुनहीं, ओमन जिनगी पाहीं। काबरकि जइसने ददा ह अपन म जिनगी रखथे; ओही किसम ले, ओह बेटा ला घलो अधिकार दे हवय कि ओह अपन म जिनगी रखय। अऊ मनखे के बेटा होय के कारन, ओला नियाय करे के अधिकार घलो दे हवय। ए बात ले अचम्भो झन करव, काबरकि ओ समय ह आवत हे, जब कबर के जम्मो मरे मनखेमन ओकर अवाज ला सुनहीं अऊ बाहिर निकर आहीं; जऊन मन भलई करे हवंय, ओमन जिनगी पाय बर जी उठहीं, अऊ जऊन मन कुकरम करे हवंय, ओमन सजा पाय बर जी उठहीं। मेंह अपन-आप ले कुछू नइं कर सकंव। जइसने परमेसर ह मोला कहिथे, वइसने मेंह नियाय करथंव, अऊ मोर नियाय ह सही अय, काबरकि मेंह अपन-आप ला खुस करे के कोसिस नइं करंव, पर ओला खुस करथंव, जऊन ह मोला पठोय हवय।” “यदि मेंह अपन बारे म खुद गवाही देथंव, त मोर गवाही ह सही नो हय। पर एक झन अऊ हवय, जऊन ह मोर बारे म गवाही देथे, अऊ मेंह जानत हंव कि मोर बारे म ओकर गवाही ह सही ए। तुमन यूहन्ना करा अपन संदेसियामन ला पठोय रहेव अऊ ओह सच्‍चई के गवाही दे हवय। अइसने बात नो हय कि मेंह मनखे के गवाही चाहत हंव; पर मेंह ए बात एकरसेति कहत हंव कि तुम्‍हर उद्धार होवय। यूहन्ना ह एक ठन दीया के सहीं रिहिस, जऊन ह बरिस अऊ अंजोर दीस, अऊ तुमन ला ओकर अंजोर म कुछू समय तक आनंद मनई बने लगिस। पर मोर करा यूहन्ना के देय गवाही ले घलो बड़े गवाही हवय। जऊन काम ला ददा ह मोला पूरा करे बर देय हवय, अऊ जऊन ला मेंह करत हवंव, ओ काममन खुदे गवाही देथें कि ददा ह मोला पठोय हवय। ददा जऊन ह मोला पठोय हवय, ओह खुद मोर बारे म गवाही देय हवय। तुमन ओकर अवाज ला कभू नइं सुनेव अऊ न ही ओकर रूप ला देखे हवव; अऊ न ही ओकर बचन तुम्‍हर हिरदय म रहिथे, काबरकि जऊन ला ओह पठोईस, ओकर ऊपर तुमन बिसवास नइं करेव। तुमन परमेसर के बचन ला लगन से पढ़थव, काबरकि तुमन सोचथव कि ओम तुमन ला परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी मिलही; एह परमेसर के ओही बचन अय, जऊन ह मोर बारे म गवाही देथे। तभो ले तुमन जिनगी पाय बर मोर करा नइं आय चाहव। मेंह मनखेमन ले महिमा पाय बर नइं चाहंव, पर मेंह जानत हंव कि तुम्‍हर हिरदय म परमेसर बर मया नइं ए। मेंह अपन ददा परमेसर के नांव म आय हवंव, अऊ तुमन मोला गरहन नइं करव; पर यदि कोनो आने मनखे अपन खुद के नांव म आही, त तुमन ओला गरहन कर लूहू। तुमन एक-दूसर ले महिमा पाय बर चाहथव, अऊ ओ महिमा जऊन ह सिरिप परमेसर करा ले आथे, ओला पाय के कोनो कोसिस नइं करव; तब तुमन कइसने बिसवास कर सकथव? ए झन सोचव कि मेंह ददा के आघू म तुम्‍हर ऊपर दोस लगाहूं। ओह मूसा ए, जऊन ह तुम्‍हर ऊपर दोस लगाथे, जेकर ऊपर तुमन अपन आसा रखे हवव। यदि तुमन मूसा ऊपर बिसवास करे होतेव, त मोर ऊपर घलो बिसवास करतेव, काबरकि ओह मोर बारे म लिखे हवय। जब तुमन मूसा के लिखे बातमन ला बिसवास नइं करव, तब तुमन मोर बात ला कइसने बिसवास करहू?” एकर बाद, यीसू ह गलील के झील के ओ पार गीस। (गलील के झील ला तिबिरियास के झील घलो कहिथें।) अऊ एक बड़े भीड़ ओकर पाछू हो लीस, काबरकि मनखेमन ओ अचरज के चिन्हांमन ला देखे रिहिन, जऊन ला ओह बेमरहामन ला बने करे के दुवारा देखाय रिहिस। तब यीसू ह पहाड़ी ऊपर गीस अऊ अपन चेलामन संग उहां बईठ गीस। यहूदीमन के फसह तिहार ह लकठा आवत रहय। जब यीसू ह आंखी उठाके देखिस, त मनखेमन के एक बड़े भीड़ ओकर कोति आवत रहय। तब ओह फिलिप्पुस ला कहिस, “ए मनखेमन ला खवाय बर हमन कहां ले रोटी बिसोबो?” यीसू ह ओला सिरिप परखे बर ए बात ला पुछिस, काबरकि ओह पहिली ले जानत रहय कि ओह का करइया रिहिस। फिलिप्पुस ह जबाब देके कहिस, “यदि दू सौ दीनार के रोटी बिसोथन, तभो ले एम ले हर एक मनखे ला मुसकुल से एक-एक कऊंरा मिलही ।” ओकर एक आने चेला, सिमोन पतरस के भाई अन्द्रियास ह ओला कहिस, “इहां एक झन छोकरा हवय, जेकर करा जवांर के पांच रोटी अऊ दू ठन मछरी हवय; पर अतेक झन बर एह कुछू नो हय?” यीसू ह कहिस, “मनखेमन ला बईठा देवव।” ओ जगह म अब्‍बड़ कांदी रहय। तब जम्मो मनखेमन बईठ गीन; उहां करीब पांच हजार आदमी (मरद) मन रिहिन। तब यीसू ह रोटी ला लीस अऊ परमेसर ला धनबाद देके उहां बईठे मनखेमन ला बांट दीस, अऊ वइसनेच ओह मछरीमन ला घलो बांट दीस। ओमन जतकी चाहिन, ओह ओमन ला ओतकी दीस। जब ओ जम्मो झन खाके अघा गीन, त यीसू ह अपन चेलामन ला कहिस, “बांचे-खुचे टुकड़ामन ला संकेल लेवव, ताकि कुछू ह बरबाद झन होवय।” तब ओमन संकेलिन अऊ बारह ठन टुकना ओ पांच ठन जवांर के रोटी के टुकड़ा ले भर गीस, जऊन ला खवइयामन उहां छोंड़ दे रिहिन। जब मनखेमन यीसू के ओ अचरज के चिन्‍हां ला देखिन, त कहे लगिन, “एह सही म ओ अगमजानी अय, जऊन ह संसार म अवइया रिहिस।” ओमन आके यीसू ला जबरदस्‍ती राजा बनाय के इरादा करत रिहिन; ए बात ला जानके, यीसू ह फेर एके झन पहाड़ ऊपर चल दीस। जब सांझ होईस, त यीसू के चेलामन उतरके झील के तीर म गीन, अऊ उहां झील के ओ पार कफरनहूम जाय बर, एक ठन डोंगा म बईठ गीन। जब ओमन जावत रिहिन, त अंधियार हो गे रहय, अऊ यीसू ह अभी तक ले ओमन करा नइं आय रहय। तब एक बड़े आंधी झील के ऊपर चले लगिस, जेकर कारन पानी के बड़े-बड़े लहरा उठिस। जब ओमन डोंगा ला खेवत-खेवत पांच-छै किलोमीटर चल दीन, त ओमन यीसू ला अपन डोंगा कोति आवत देखिन; ओह पानी ऊपर चलत रहय, अऊ ओमन डर्रा गीन। पर यीसू ह ओमन ला कहिस, “एह में अंव, झन डर्रावव।” तब ओमन ओला डोंगा म चघाय बर चाहत रिहिन कि डोंगा ह ओ तीर म पहुंच गीस, जिहां ओमन जवइया रिहिन। दूसर दिन, ओ मनखेमन के भीड़, जऊन ह समुंदर के ओ पार तीर म रूके रहय, ए देखिस कि उहां सिरिप एक ठन डोंगा रिहिस, अऊ ओमन जानत रिहिन कि यीसू ह अपन चेलामन संग ओ डोंगा म नइं गे हवय, पर चेलामन यीसू के बिगर डोंगा म चल दे रिहिन। तब कुछू आने डोंगामन तिबिरियास ले ओ जगह के लकठा म आईन, जिहां परभू के धनबाद करे के बाद मनखेमन रोटी खाय रिहिन। जब भीड़ ह ए देखिस कि उहां न तो यीसू हवय अऊ न ही ओकर चेलामन, त ओमन डोंगामन म चघिन अऊ यीसू के खोज म कफरनहूम गीन। जब ओ मनखेमन ला यीसू ह समुंदर के ओ पार मिलिस, त ओमन ओकर ले पुछिन, “हे गुरू! तेंह इहां कब आय?” यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहथंव, तुमन मोला एकरसेति नइं खोजत हव कि तुमन अचरज के चिन्‍हां ला देखेव, पर एकरसेति कि तुमन छक के रोटी खाय रहेव। ओ भोजन बर मिहनत झन करव, जऊन ह नास हो जाथे, पर ओ भोजन बर मिहनत करव, जऊन ह परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी तक ठहरथे, जऊन ला मनखे के बेटा ह तुमन ला दिही। काबरकि परमेसर ददा ह ओकर ऊपर अपन मंजूरी के मुहर लगाय हवय।” तब ओमन ओकर ले पुछिन, “परमेसर के काम करे बर, हमन का करन?” यीसू ह ए जबाब दीस, “परमेसर के काम ए अय कि जऊन ला ओह पठोय हवय, ओकर ऊपर बिसवास करव।” तब ओमन ओकर ले पुछिन, “तेंह हमन ला का अचरज के चिन्‍हां देखाबे कि हमन ओला देखके तोर ऊपर बिसवास करन? तेंह का काम करबे? हमर पुरखामन निरजन जगह म मन्ना खाय रिहिन; जइसने परमेसर के बचन म ए लिखे हवय: ‘ओह ओमन ला खाय बर स्‍वरग ले रोटी दीस ।’ ” यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहथंव कि मूसा ह तुमन ला स्‍वरग ले ओ रोटी नइं देय रिहिस, पर ओह मोर ददा ए, जऊन ह तुमन ला स्‍वरग ले सच्‍चई के रोटी देथे। काबरकि परमेसर के रोटी ओह अय, जऊन ह स्‍वरग ले उतरथे अऊ संसार ला जिनगी देथे।” ओमन कहिन, “हे महाराज, ओ रोटी हमन ला हमेसा देय कर।” तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “जिनगी के रोटी मेंह अंव। जऊन ह मोर करा आथे, ओह कभू भूखन नइं होवय अऊ जऊन ह मोर ऊपर बिसवास करथे, ओह कभू पीयासन नइं होवय। पर जइसने मेंह तुमन ला कहेंव कि तुमन मोला देख घलो ले हवव, अऊ तभो ले तुमन बिसवास नइं करथव। जऊन कुछू ददा ह मोला देथे, ओ जम्मो ह मोर करा आही अऊ जऊन कोनो मोर करा आथे, मेंह ओला कभू नइं निकारंव। काबरकि मेंह अपन ईछा ला नइं, पर अपन पठोइया के ईछा ला पूरा करे बर स्‍वरग ले उतरे हवंव। अऊ मोर पठोइया के ईछा ए अय कि जऊन कुछू ओह मोला देय हवय, ओम ले कोनो ला घलो मेंह झन गंवावंव, पर आखिरी दिन म ओमन ला जियावंव। काबरकि मोर ददा के ईछा ए अय कि जऊन कोनो बेटा ला देखय अऊ ओकर ऊपर बिसवास करय, ओह परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी पावय, अऊ मेंह आखिरी दिन म ओला जीयाहूं।” तब यहूदीमन यीसू ऊपर बड़बड़ाय लगिन, काबरकि ओह ए कहे रिहिस, “मेंह ओ रोटी अंव, जऊन ह स्‍वरग ले उतरिस।” ओमन कहिन, “का एह यूसुफ के बेटा यीसू नो हय, जेकर दाई-ददा ला हमन जानथन? तब ओह कइसने कह सकथे कि ओह स्‍वरग ले उतरे हवय?” यीसू ह ओमन ला ए जबाब दीस, “आपस म बड़बड़ाय बर बंद करव। मोर करा कोनो नइं आ सकय, जब तक ददा जऊन ह मोला पठोय हवय, ओला मोर तरफ नइं खींचय; अऊ मेंह ओला आखिरी दिन म जीयाहूं। अगमजानीमन के किताब म ए लिखे हवय: ‘ओ जम्मो झन परमेसर के दुवारा सिखाय जाहीं।’ जऊन कोनो ददा के सुनथे अऊ ओकर ले सिखथे, ओह मोर करा आथे। अइसने नो हय कि कोनो ददा ला देखे हवय, पर जऊन ह परमेसर के कोति ले आय हवय, सिरिप ओहीच ह ददा ला देखे हवय। मेंह तुमन ला सच कहथंव, जऊन ह बिसवास करथे, ओह परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी पाथे। जिनगी के रोटी मेंह अंव। तुम्‍हर पुरखामन निरजन जगह म मन्ना खाईन, पर ओमन मर गीन। पर एह ओ रोटी अय, जऊन ह स्‍वरग ले उतरे हवय ताकि मनखे ह एला खावय अऊ झन मरय। मेंह ओ जीयत रोटी अंव, जऊन ह स्‍वरग ले उतरिस। यदि कोनो ए रोटी म ले खाही, त ओह सदाकाल तक जीयत रहिही। ओ रोटी जऊन ला मेंह संसार के जिनगी बर दूहूं, ओह मोर मांस ए।” एला सुनके यहूदीमन आपस म ए कहिके बहस करे लगिन, “ए मनखे ह हमन ला अपन मांस खाय बर कइसने दे सकथे?” यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहथंव, जब तक तुमन मनखे के बेटा के मांस ला नइं खावव अऊ ओकर लहू ला नइं पीयव, तब तक तुमन म जिनगी नइं ए। जऊन कोनो मोर मांस खाथे अऊ मोर लहू पीथे ओकर करा परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी हवय, अऊ मेंह ओला आखिरी दिन म जीयाहूं। काबरकि मोर मांस ह सही भोजन अय अऊ मोर लहू ह सही म पीये के चीज अय। जऊन कोनो मोर मांस खाथे अऊ मोर लहू पीथे, ओह मोर म बने रहिथे, अऊ मेंह ओम बने रहिथंव। जइसने जीयत ददा ह मोला पठोईस अऊ ददा के कारन मेंह जीयत हवंव, ओहीच किसम ले जऊन ह मोला खाही, ओह मोर कारन जीयत रहिही। एह ओ रोटी ए, जऊन ह स्‍वरग ले उतरिस। हमर पुरखामन मन्ना खाईन अऊ मर गीन, पर जऊन ह ए रोटी ला खाही, ओह सदाकाल तक जीयत रहिही।” यीसू ह ए बातमन ला कफरनहूम के एक सभा घर म उपदेस देवत कहिस। एला सुनके, यीसू के कतको चेलामन कहिन, “ए उपदेस ला गरहन करई कठिन ए।” यीसू ह अपन मन म जान डारिस कि ओकर चेलामन कुड़कुड़ावत हवंय; एकरसेति ओह ओमन ला कहिस, “का ए बात ले तुमन ला ठेस लगथे? तब तुम्‍हर का होही, यदि तुमन मनखे के बेटा ला जिहां ओह पहिली रिहिस, उहां ऊपर जावत देखहू त? पबितर आतमा ह जिनगी देथे; मांस ले कोनो फायदा नइं होवय। जऊन बात मेंह तुमन ला कहे हवंव, ओमन आतमा अऊ जिनगी अंय। पर तुमन म कुछू मनखे हवंय, जऊन मन ए बातमन ला बिसवास नइं करंय।” काबरकि यीसू ह सुरू ले जानत रिहिस कि ओम ले कोन बिसवास नइं करंय अऊ कोन ह ओला धोखा दिही। यीसू ह ए घलो कहिस, “एकरे कारन मेंह तुमन ला कहेंव कि जब तक ददा कोति ले बरदान नइं मिलय, तब तक कोनो मोर करा नइं आ सकय।” एकर बाद, यीसू के कतको चेलामन ओला छोंड़के वापिस चल दीन अऊ ओकर पाछू नइं गीन। तब यीसू ह बारह चेलामन ले पुछिस, “का तुमन घलो मोला छोंड़के जाय चाहत हव?” सिमोन पतरस ह जबाब देके कहिस, “हे परभू, हमन काकर करा जाबो? परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी के बात तो तोर करा हवय। हमन बिसवास करथन अऊ जानत हवन कि तेंह परमेसर के पबितर बेटा अस।” तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “का मेंह तुमन बारहों झन ला नइं चुने हवंव? तभो ले तुमन ले एक झन सैतान ए?” (यीसू ह ए बात सिमोन इस्करियोती के बेटा यहूदा के बारे म कहिस, काबरकि ओ बारहों म ले ओ मनखे रहय, जऊन ह बाद म यीसू ला धोखा देवइया रिहिस।) एकर बाद, यीसू ह गलील प्रदेस म एती-ओती गीस। ओह यहूदिया प्रदेस ला नइं जाय चाहत रिहिस, काबरकि यहूदीमन उहां ओला मार डारे बर बाट जोहत रिहिन। पर जब यहूदीमन के कुंदरा के तिहार ह लकठा आईस, त यीसू के भाईमन ओला कहिन, “तेंह ए जगह ला छोंड़के यहूदिया प्रदेस म चले जा, ताकि जऊन काम तेंह करथस, ओला तोर चेलामन घलो देखंय। काबरकि जऊन मनखे ह नांव कमाय चाहथे, ओह गुपत म काम नइं करय। जब तेंह ए काम करथस, त अपन-आप ला संसार के मनखेमन ला देखा।” अऊ त अऊ ओकर खुद के भाईमन ओकर ऊपर बिसवास नइं करत रिहिन। तब यीसू ह अपन भाईमन ला कहिस, “मोर बर सही समय अभी तक नइं आय हवय। तुम्‍हर बर कोनो घलो समय ह सही ए। संसार ह तुम्‍हर ले बईरता नइं कर सकय, पर मोर ले बईरता रखथे, काबरकि मेंह एकर बिरोध म गवाही देथंव कि एकर काममन खराप अंय। तुमन ए तिहार म जावव। मेंह अभी ए तिहार म नइं जावंव, काबरकि मोर बर अभी तक सही समय नइं आय हवय।” ए कहिके, ओह गलील प्रदेस म रूक गीस। पर जब यीसू के भाईमन तिहार मनाय बर चल दीन, त ओह घलो गीस, पर ओह खुले आम नइं जाके गुपत ढंग ले उहां गीस। तिहार के बखत यहूदीमन ओला खोजत रिहिन अऊ ए पुछत रिहिन, “ओ मनखे ह कहां हवय?” मनखेमन के भीड़ म ओकर बारे म बहुंत कानाफूसी होवत रहय। कुछू मनखेमन कहत रिहिन, “ओह बने मनखे ए।” पर कुछू मनखेमन कहंय, “नइं, ओह मनखेमन ला धोखा देथे।” पर यहूदीमन के डर के कारन, यीसू के बारे म कोनो मनखे खुले आम कुछू नइं कहत रिहिन। जब तिहार के आधा समय बीत गे, तब यीसू ह मंदिर म जाके उपदेस देवन लगिस। यहूदीमन अचम्भो करके कहन लगिन, “बिगर पढ़े ए मनखे ह अतेक जादा कइसने जानथे?” यीसू ह ओमन ला जबाब दीस, “जऊन उपदेस मेंह देवत हंव, ओह मोर खुद के नो हय। एह ओकर करा ले आथे, जऊन ह मोला पठोय हवय। यदि कोनो परमेसर के ईछा म चले बर चाहथे, त ओह जान डारही कि मोर उपदेस ह परमेसर कोति ले आथे या फेर मेंह अपन खुद के अधिकार ले गोठियावत हंव। जऊन ह अपन खुद के अधिकार ले गोठियाथे, ओह अपन खुद के महिमा चाहथे, पर जऊन ह अपन पठोइया के महिमा चाहथे, ओह सच्‍चा मनखे ए, अऊ ओम कुछू भी गलत बात नइं ए। का मूसा ह तुमन ला कानून नइं देय हवय? तभो ले तुमन ले एको झन घलो ओ कानून ला नइं मानय। तुमन काबर मोला मार डारे के कोसिस करत हव?” भीड़ के मनखेमन ओला जबाब दीन, “तोर म परेत आतमा हवय। कोन ह तोला मार डारे के कोसिस करथे?” यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह एक ठन अचरज के काम करेंव, अऊ तुमन जम्मो झन अचम्भो करत हव। मूसा ह तुमन ला खतना करे के हुकूम दीस, (असल म एह मूसा करा ले नइं आईस, पर एह पुरखामन ले चले आवत हवय), अऊ तुमन बिसराम के दिन म घलो लइका के खतना करथव। यदि बिसराम के दिन म एक लइका के खतना करे जा सकथे, अऊ मूसा के कानून ह नइं टूटय, त तुमन मोर ऊपर काबर नराज होवत हव कि मेंह बिसराम के दिन म एक मनखे ला बेमारी ले पूरा-पूरी ठीक कर दे हवंव? मुहूं देखके नियाय झन करव। पर सही-सही नियाय करव।” तब यरूसलेम के कुछू मनखेमन कहन लगिन, “का एह ओ मनखे नो हय, जऊन ला मनखेमन मार डारे बर खोजत हवंय? ओह इहां हवय अऊ खुल्लम-खुल्ला गोठियावत हवय, अऊ ओमन ओला कुछू नइं कहत हवंय। हो सकथे कि अधिकारीमन सही म जान गे हवंय कि एहीच ह मसीह अय? पर हमन तो जानथन कि ए मनखे ह कहां के अय; जब मसीह ह आही, त कोनो ला पता नइं चलही कि ओह कहां के अय।” तब यीसू ह मंदिर म उपदेस देवत पुकारके कहिस, “तुमन मोला जानथव अऊ तुमन ए घलो जानथव कि मेंह कहां के अंव। मेंह इहां खुद नइं आय हवंव, पर जऊन ह मोला पठोय हवय, ओह सच्‍चा ए। तुमन ओला नइं जानव। पर मेंह ओला जानथंव काबरकि मेंह ओकर करा ले आय हवंव अऊ ओह मोला पठोय हवय।” तब ओमन ओला पकड़े के कोसिस करिन, पर कोनो ओकर ऊपर हांथ नइं लगाईन, काबरकि ओकर समय ह अब तक नइं आय रिहिस। तभो ले भीड़ म ले बहुंत झन ओकर ऊपर बिसवास करिन। ओमन कहिन, “जब मसीह ह आही, त का ओह ए मनखे ले बड़के अचरज के चिन्‍हां देखाही?” फरीसीमन मनखेमन ला यीसू के बारे म अइसने कानाफूसी करत सुनिन, त मुखिया पुरोहित अऊ फरीसी मन यीसू ला पकड़े बर मंदिर के सिपाहीमन ला पठोईन। तब यीसू ह कहिस, “मेंह तुम्‍हर संग सिरिप थोरकन समय तक हवंव, तब मेंह ओकर करा चले जाहूं, जऊन ह मोला पठोय हवय। तुमन मोला खोजहू, पर नइं पाहू, अऊ जिहां मेंह हवंव, उहां तुमन नइं आ सकव।” यहूदीमन एक-दूसर ले कहिन, “ए मनखे ह कहां जाही कि हमन ओला नइं पाबो? का एह हमर ओ मनखेमन करा जाही, जऊन मन यूनानीमन के बीच म तितिर-बितिर होके रहिथें, अऊ यूनानीमन ला घलो उपदेस दिही? ओकर ए कहे के का मतलब ए, ‘तुमन मोला खोजहू, पर मोला नइं पाहू, अऊ जिहां मेंह हवंव, उहां तुमन नइं आ सकव?’ ” तिहार के आखिरी दिन जऊन ह सबले जादा महत्‍व के दिन रिहिस, यीसू ह ठाढ़ होईस अऊ चिचियाके कहिस, “कहूं कोनो पीयासन हवय, त ओह मोर करा आके पीयय। जऊन ह मोर ऊपर बिसवास करथे, परमेसर के बचन के मुताबिक ओकर हिरदय ले जीयत पानी के झरना बहे लगही।” यीसू ह एला ओ पबितर आतमा के बारे म कहिस, जऊन ह यीसू ऊपर बिसवास करइयामन ला बाद म मिलने वाला रिहिस। ओ समय तक पबितर आतमा ह नइं दिये गे रिहिस, काबरकि यीसू ह अब तक अपन महिमा म नइं पहुंचे रिहिस। ओकर ए बात ला सुनके कुछू मनखेमन कहिन, “सही म ए मनखे ह ओ अगमजानी ए, जऊन ह अवइया रिहिस।” आने मन कहिन, “एह मसीह अय।” पर कुछू अऊ मनखेमन कहिन, “गलील प्रदेस ले मसीह ह कइसने आ सकथे? का परमेसर के बचन म ए नइं लिखे हवय कि मसीह ह दाऊद के बंस अऊ बैतलहम गांव ले आही, जिहां दाऊद रहत रिहिस?” ए किसम ले यीसू के कारन मनखेमन म मतभेद हो गीस। ओम ले कुछू झन ओला पकड़े चाहत रिहिन, पर कोनो ओकर ऊपर हांथ नइं डारिन। आखिर म, मंदिर के सिपाहीमन मुखिया पुरोहित अऊ फरीसीमन करा वापिस चल दीन। तब ओमन मंदिर के सिपाहीमन ले पुछिन, “तुमन यीसू ला पकड़के काबर नइं लानेव?” सिपाहीमन जबाब दीन, “जऊन किसम ले ए मनखे ह गोठियाथे, वइसने आज तक कोनो नइं गोठियाय हवय।” फरीसीमन ओमन ला कहिन, “का ओह तुमन ला घलो भरमा दीस? का अधिकारी या फरीसीमन ले कोनो ओकर ऊपर बिसवास करे हवंय? नइं न! पर ए भीड़ के मनखे जऊन मन कानून के बारे म कुछू नइं जानंय, ओमन सरापित अंय।” निकुदेमुस जऊन ह यीसू करा पहिली गे रिहिस अऊ अगुवामन ले एक झन रिहिस, ओमन ला कहिस, “हमर कानून के मुताबिक, हमन कोनो मनखे ला दोसी नइं ठहरा सकन, जब तक कि पहिली ओकर बात ला नइं सुन लेवन अऊ ए नइं जान लेवन कि ओह का करे हवय?” ओमन कहिन, “का तेंह घलो गलील प्रदेस के अस? परमेसर के बचन म खोज, त तेंह पाबे कि गलील प्रदेस ले कोनो अगमजानी नइं आवय।” तब ओमन जम्मो झन अपन-अपन घर चल दीन। पर यीसू ह जैतून पहाड़ ऊपर गीस। अऊ बड़े बिहनियां ओह फेर मंदिर म आईस। उहां जम्मो मनखेमन ओकर चारों खूंट जुर गीन; अऊ ओह बईठके ओमन ला उपदेस देवन लगिस। तब कानून के गुरू अऊ फरीसीमन एक माईलोगन ला लानिन, जऊन ह छिनारी म पकड़े गे रिहिस। ओमन ओला ओ जम्मो झन के आघू म ठाढ़ करिन अऊ यीसू ला कहिन, “हे गुरू, ए माईलोगन ह छिनारी करत पकड़े गे हवय। हमर कानून म, मूसा ह हमन ला हुकूम दे हवय कि अइसने माईलोगन ला पथरा फटिक-फटिक के मार डारव। पर तेंह एकर बारे म का कहिथस?” ओमन ए सवाल यीसू ला फंसाय खातिर पुछत रिहिन, ताकि ओमन ला ओकर ऊपर दोस लगाय बर एक बहाना मिल जावय। पर यीसू ह झुकिस अऊ अपन अंगरी ले भुइयां ऊपर लिखे लगिस। जब ओमन ओकर ले बार-बार पुछे लगिन, त ओह सीधा ठाढ़ होईस अऊ ओमन ला कहिस, “यदि तुमन के बीच म कोनो बिगर पाप के हवय, त ओही ह ओला पहिली पथरा मारय।” अऊ ओह फेर झुकके अपन अंगरी ले भुइयां ऊपर लिखे लगिस। जब ओमन एला सुनिन, त जम्मो झन बड़े ले लेके छोटे तक, एक-एक करके उहां ले चल दीन। सिरिप यीसू अऊ ओ माईलोगन जऊन ह ओकर आघू म ठाढ़े रहय, उहां रहि गीन। तब यीसू ह सीधा ठाढ़ होईस अऊ ओ माईलोगन ले पुछिस, “हे नारी, ओमन कहां गीन? का कोनो तोला दंड नइं दीन?” ओह कहिस, “हे परभू, कोनो नइं।” तब यीसू ह कहिस, “मेंह घलो तोला दंड नइं देवंव। जा अऊ फेर पाप झन करबे।” यीसू ह मनखेमन ले फेर कहिस, “मेंह संसार के अंजोर अंव। जऊन कोनो मोर पाछू आही, ओह अंधियार म कभू नइं चलही, पर ओह जिनगी के अंजोर ला पाही।” फरीसीमन ओला कहिन, “तेंह अपन गवाही खुद देथस; तोर गवाही सच नो हय।” यीसू ह जबाब दीस, “मेंह अपन गवाही खुद देथंव, तभो ले मोर गवाही सच ए काबरकि मेंह जानथंव कि मेंह कहां ले आय हवंव अऊ मेंह कहां जावत हंव। पर तुमन नइं जानव कि मेंह कहां ले आय हवंव अऊ मेंह कहां जावत हंव। तुमन अपन मनखे बुद्धि के मुताबिक नियाय करथव; मेंह खुद काकरो नियाय नइं करंव। अऊ कहूं मेंह नियाय करंव घलो, त मोर नियाय ह सही ए, काबरकि मेंह एके झन नियाय नइं करंव, पर ददा ह मोर संग रहिथे, जऊन ह मोला पठोय हवय। तुम्‍हर खुद के कानून म ए बात लिखे हवय कि दू झन के गवाही ह सच माने जाथे। मेंह अपन गवाही खुद देथंव, अऊ मोर आने गवाह ददा ए, जऊन ह मोला पठोय हवय।” तब ओमन ओकर ले पुछिन, “तोर ददा कहां हवय?” यीसू ह जबाब देके कहिस, “तुमन न तो मोला जानथव अऊ न ही मोर ददा ला। यदि तुमन मोला जानतेव, त मोर ददा ला घलो जान जातेव।” यीसू ह ए बात मंदिर म उपदेस देवत समय उहां कहिस जिहां दान के संदूकमन रखे रहंय। तभो ले ओला कोनो नइं पकड़िन, काबरकि ओकर समय अब तक नइं आय रिहिस। यीसू ह फेर ओमन ला कहिस, “मेंह जावत हंव। तुमन मोला खोजहू अऊ अपन पाप म मरहू। जिहां मेंह जावत हंव, उहां तुमन नइं आ सकव।” तब यहूदीमन कहिन, “का ओह अपन-आप ला मार डारही, काबरकि ओह कहत हवय, जिहां मेंह जावत हंव, उहां तुमन नइं आ सकव?” यीसू ह ओमन ला कहिस, “तुमन खाल्‍हे के अव, अऊ मेंह ऊपर के अंव। तुमन ए संसार के अव, पर मेंह ए संसार के नो हंव। एकरसेति मेंह तुमन ला कहेंव कि तुमन अपन पाप म मरहू; यदि तुमन बिसवास नइं करव कि मेंह ओही (मसीह) अंव, त तुमन सही म अपन पाप म मरहू।” ओमन ओकर ले पुछिन, “तेंह कोन अस?” यीसू ह जबाब दीस, “मेंह ओही अंव, जऊन ला सुरू ले मेंह तुमन ला कहत आय हवंव। मोला तुम्‍हर बारे म बहुंत बात कहना हे, अऊ तुम्‍हर फैसला करना हे; पर जऊन ह मोला पठोय हवय, ओह सच्‍चा ए, अऊ जऊन कुछू मेंह ओकर ले सुने हवंव, ओहीच बात मेंह संसार ला बताथंव।” पर ओमन नइं समझिन कि यीसू ह ओमन ला अपन ददा परमेसर के बारे म कहत रिहिस। तब यीसू ह कहिस, “जब तुमन मनखे के बेटा ला ऊपर चघाहू, तभे तुमन जानहू कि मेंह कोन अंव, अऊ मेंह अपन-आप ले कुछू नइं करंव, पर जइसने ददा ह मोला सिखोय हवय, ओहीच बात गोठियाथंव। जऊन ह मोला पठोय हवय, ओह मोर संग हवय, ओह मोला अकेला नइं छोंड़ दे हवय, काबरकि मेंह हमेसा ओही काम करथंव, जेकर ले ओह खुस होथे।” जब ओह ए बात कहिस, त बहुंत मनखेमन ओकर ऊपर बिसवास करिन। जऊन यहूदीमन यीसू ऊपर बिसवास करे रिहिन, ओमन ला यीसू ह कहिस, “यदि तुमन मोर उपदेस के मुताबिक चलथव, त तुमन सही म मोर चेला अव। तब तुमन सत ला जानहू अऊ सत ह तुमन ला सुतंतर करही।” ओमन ओला जबाब दीन, “हमन तो अब्राहम के संतान अन अऊ कभू काकरो गुलाम नइं रहेंन। तोर ए कहे के का मतलब ए कि हमन सुतंतर हो जाबो?” यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहथंव कि जऊन ह पाप करथे, ओह पाप के गुलाम ए। गुलाम ह हमेसा घर म नइं रहय, पर बेटा ह हमेसा घर म रहिथे। एकरसेति यदि बेटा ह तुमन ला सुतंतर करही, त सही म तुमन सुतंतर हो जाहू। मेंह जानथंव कि तुमन अब्राहम के संतान अव। तभो ले तुमन मोला मार डारे चाहत हव, काबरकि मोर बचन बर तुम्‍हर हिरदय म कोनो जगह नइं ए। मेंह तुमन ला ओहीच बात कहत हंव, जऊन ला मेंह अपन ददा के इहां देखे हवंव अऊ तुमन ओही करथव, जऊन ला तुमन अपन ददा ले सुने हवव।” ओमन यीसू ला कहिन, “हमर ददा (पुरखा) तो अब्राहम ए।” तब यीसू ह कहिस, “यदि तुमन अब्राहम के संतान होतेव, त तुमन अब्राहम के सहीं काम घलो करतेव। पर अब तुमन मोर सहीं मनखे ला मार डारे चाहथव, जऊन ह परमेसर ले सुने सच बात तुमन ला बता दीस। अब्राहम ह अइसने नइं करिस। तुमन ओ काम करत हव, जऊन ला तुम्‍हर ददा करथे।” ओमन ओला कहिन, “हमन बेभिचार ले नइं जनमे हवन। हमर सिरिप एके झन ददा हवय, अऊ ओह खुद परमेसर ए।” यीसू ह ओमन ला कहिस, “यदि परमेसर ह तुम्‍हर ददा होतिस, त तुमन मोर ले मया करतेव, काबरकि मेंह परमेसर म ले आय हवंव अऊ अब इहां हवंव। मेंह अपन खुद होके नइं आय हवंव, पर ओही ह मोला पठोय हवय। तुमन मोर बात ला काबर नइं समझव? एकरसेति कि जऊन बात मेंह कहथंव, ओला सह नइं सकव। तुमन तो अपन ददा सैतान के अव, अऊ तुमन अपन ददा के ईछा ला पूरा करे चाहथव। ओह तो सुरूच ले हतियारा रिहिस। ओह सच के रसता म नइं चलिस, काबरकि ओम सच हवेच नइं। जब ओह लबारी गोठियाथे, त ओह अपन आदत के मुताबिक गोठियाथे, काबरकि ओह लबरा ए अऊ लबारी के ददा ए। पर मेंह सच कहिथंव, तुमन मोर ऊपर बिसवास नइं करव। का तुमन ले कोनो मोला पापी ठहरा सकथे? यदि मेंह सच कहत हंव, तब तुमन मोर ऊपर काबर बिसवास नइं करव? जऊन ह परमेसर के अय, ओह परमेसर के बात ला सुनथे। तुमन परमेसर के नो हव, एकरसेति तुमन ओकर बात ला नइं सुनव।” यहूदीमन ओला जबाब दीन, “का हमन सही नइं कहिथन कि तेंह एक सामरी मनखे अस, अऊ तोर म परेत आतमा हवय।” यीसू ह कहिस, “मोर म परेत आतमा नइं ए; पर मेंह अपन ददा के आदर करथंव, अऊ तुमन मोर निरादर करथव। मेंह अपन महिमा नइं चाहंव, पर परमेसर ह मोर महिमा करे चाहथे अऊ ओही ह नियाय करथे। मेंह तुमन ला सच कहथंव, यदि कोनो मोर बात ला मानही, त ओह कभू नइं मरही।” तब यहूदीमन ओला कहिन, “अब हमन सही म जान डारेन कि तोर म परेत आतमा हवय। अब्राहम ह मर गीस अऊ अगमजानीमन घलो मर गीन; पर तेंह कहिथस कि यदि कोनो तोर बात ला मानही, त ओह कभू नइं मरय। का तेंह हमर पुरखा अब्राहम ले बड़े अस? ओह मर गीस, अऊ अगमजानीमन घलो मर गीन। तेंह अपन-आप ला का समझथस?” यीसू ह जबाब दीस, “यदि मेंह अपन-आप के महिमा करंव, त मोर महिमा के कुछू मतलब नो हय। पर मोर ददा ह मोर महिमा करथे, जऊन ला तुमन अपन परमेसर कहिथव। तुमन ओला नइं जानव, पर मेंह ओला जानथंव। यदि मेंह कहंव कि मेंह ओला नइं जानंव, त मेंह घलो तुम्‍हर सहीं लबरा ठहरहूं, पर मेंह ओला जानथंव अऊ ओकर बात ला मानथंव। तुम्‍हर पुरखा अब्राहम ह मोर दिन ला देखे के आसा म आनंद मनाईस, अऊ ओह एला देखिस अऊ खुस होईस।” यहूदीमन ओला कहिन, “तेंह अभी तो पचास साल के घलो नइं होय हवस, अऊ तेंह कइसने कह सकथस कि तेंह अब्राहम ला देखे हवस।” यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहथंव, अब्राहम के जनम होय के पहिली ले मेंह हवंव।” एला सुनके, ओमन यीसू ला मार डारे बर पथरा उठाईन; पर यीसू ह लुका के मंदिर ले निकर गीस। जब यीसू ह जावत रिहिस, त रसता म ओह एक जनम के अंधरा मनखे ला देखिस। तब ओकर चेलामन ओकर ले पुछिन, “हे गुरू, कोन ह पाप करे रिहिस कि ए मनखे ह अंधरा जनमिस, खुद ए मनखे या फेर ओकर दाई-ददा?” यीसू ह कहिस, “एह एकर या एकर दाई-ददा के पाप के कारन नो हय; पर एह एकरसेति होईस कि परमेसर के काम ह एकर जिनगी म परगट होवय। जऊन ह मोला पठोय हवय, ओकर काम ला दिन के रहिते-रहत हमन ला करना जरूरी ए। रात आवत हे, जब कोनो मनखे काम नइं कर सकंय। जब तक मेंह संसार म हवंव, तब तक मेंह संसार के अंजोर अंव।” ए कहिके यीसू ह भुइयां म थूकिस, अऊ थूक ले माटी ला सानिस अऊ ओला ओ अंधरा के आंखीमन म लगाईस, अऊ ओला कहिस, “जा अऊ सीलोह (एकर मतलब होथे – पठोय गेय) के कुन्‍ड म धो ले।” तब ओ मनखे ह कुन्‍ड म जाके अपन आंखीमन ला धोईस, अऊ ओह देखे लगिस, अऊ देखत वापिस आईस। ओकर पड़ोसीमन अऊ जऊन मन ओला पहिली भीख मांगत देखे रिहिन, ओमन कहिन, “का एह ओहीच मनखे नो हय, जऊन ह बईठके भीख मांगे करत रिहिस?” कुछू मनखेमन कहिन, “हव, एह ओहीच अय।” आने मन कहिन, “नइं, ओह सिरिप ओकर सहीं दिखथे।” पर ओ मनखे ह कहिस, “मेंह ओहीच मनखे अंव।” ओमन ओकर ले पुछिन, “तब तोर आंखीमन कइसने ठीक हो गीन?” ओह जबाब दीस, “ओ मनखे जऊन ला यीसू कहिथें, ओह थोरकन माटी ला सानिस अऊ ओला मोर आंखीमन म लगाईस, अऊ मोला कहिस कि सीलोह के कुन्‍ड म जाके धो ले। तब मेंह उहां जाके अपन आंखीमन ला धोएंव अऊ तब देखन लगेंव।” ओमन ओकर ले पुछिन, “ओह कहां हवय?” ओह कहिस, “मेंह नइं जानव।” ओमन ओ मनखे जऊन ह पहिली अंधरा रिहिस, ओला फरीसीमन करा लानिन। जऊन दिन यीसू ह माटी सान के ओ मनखे के आंखीमन ला ठीक करे रिहिस, ओह बिसराम के दिन रिहिस। एकरसेति फरीसीमन घलो ओ मनखे ले पुछिन कि कइसने ओकर आंखीमन ठीक हो गीन। ओ मनखे ह ओमन ला कहिस, “ओह मोर आंखीमन म माटी ला सान के लगाईस, अऊ मेंह आंखीमन ला धोएंव अऊ अब देखत हंव।” कुछू फरीसीमन कहिन, “ओ मनखे ह परमेसर करा ले नइं आय हवय, काबरकि ओह बिसराम दिन के कानून ला नइं मानय।” पर आने मन कहिन, “एक पापी मनखे ह अइसने चमतकार के काम कइसने कर सकथे?” अऊ ओमन के बीच म फूट पड़ गीस। आखिर म, ओमन फेर एक बार ओ मनखे ले पुछिन, “ओ मनखे जऊन ह तोर आंखीमन ला ठीक करिस, ओकर बारे म तेंह का कहिथस?” ओ मनखे ह कहिस, “ओह एक अगमजानी ए।” यहूदीमन अभी तक ले बिसवास नइं करत रिहिन कि ओह अंधरा रिहिस अऊ अब देखत हवय; एकरसेति ओमन ओकर दाई-ददा ला बलाके पुछिन, “का एह तुम्‍हर बेटा ए, जऊन ला तुमन कहिथव कि एह अंधरा जनमे रिहिस। पर एह कइसने होईस कि ओह अब देखत हवय?” ओकर दाई-ददा जबाब दीन, “हमन जानथन कि एह हमर बेटा ए, अऊ एह अंधरा जनमे रिहिस। पर एह अब कइसने देखे लगिस या कोन ह एकर आंखीमन ला ठीक करिस, हमन नइं जानन। एकरे ले पुछव। एह लइका नो हय; एह अपन बारे म खुद बताही।” ओकर दाई-ददा ए बात एकर खातिर कहिन, काबरकि ओमन यहूदीमन ले डर्रावत रिहिन; यहूदीमन पहिली ले ठान ले रिहिन कि यदि कोनो यीसू ला मसीह मान लिही, त ओला सभा घर ले निकार दिये जाही। एकरसेति ओकर दाई-ददा कहिन, “एह लइका नो हय; एकरे ले पुछव।” तब ओमन दूसर बार ओ मनखे ला बलाईन जऊन ह पहिली अंधरा रिहिस, अऊ ओला कहिन, “परमेसर के महिमा कर। हमन जानथन कि ओ मनखे (यीसू) ह पापी ए।” ओह जबाब दीस, “ओह पापी ए या नो हय, मेंह नइं जानंव। पर मेंह एक बात ला जानथंव कि मेंह अंधरा रहेंव, पर अब देखत हंव।” तब ओमन ओकर ले पुछिन, “ओह तोर संग का करिस? ओह तोर आंखीमन ला कइसने ठीक करिस?” ओह जबाब दीस, “मेंह तुमन ला पहिलेच बता डारे हवंव अऊ तुमन नइं सुनेव। तुमन एला फेर काबर सुने चाहत हव? का तुमन घलो ओकर चेला बने बर चाहत हव?” तब ओमन ओला दबकारके कहिन, “तेंह ओकर चेला अस। हमन तो मूसा के चेला अन। हमन जानथन कि परमेसर ह मूसा ले गोठियाईस, पर ओ मनखे (यीसू) के बारे म हमन ए घलो नइं जानन कि ओह कहां के अय।” ओ मनखे ह जबाब दीस, “एह अचम्भो के बात ए। तुमन नइं जानव कि ओह कहां के अय, जबकि ओह मोर आंखीमन ला ठीक कर दे हवय। हमन जानथन कि परमेसर ह पापीमन के नइं सुनय, पर जऊन मनखे ह परमेसर के भक्ति करथे अऊ ओकर ईछा के मुताबिक चलथे, परमेसर ह ओकर सुनथे। संसार के सुरू ले लेके आज तक, ए कभू सुने म नइं आईस कि कोनो जनम के अंधरा मनखे के आंखीमन ला ठीक करिस। यदि ए मनखे ह परमेसर करा ले नइं आय होतिस, त ओह कुछू नइं कर सकतिस।” ओमन ओला कहिन, “तेंह तो पूरा पाप म जनमे हवस, अऊ तेंह हमन ला का सिखोथस।” अऊ ओमन ओला सभा घर ले बाहिर निकार दीन। यीसू ह सुनिस कि फरीसीमन ओ मनखे ला बाहिर निकार दे हवंय, अऊ जब ओह ओला भेंटिस त कहिस, “का तेंह मनखे के बेटा ऊपर बिसवास करथस?” ओ मनखे ह पुछिस, “ए महाराज, ओह कोन ए? मोला बता, ताकि मेंह ओकर ऊपर बिसवास करंव।” यीसू ह ओला कहिस, “तेंह ओला देख डारे हस। एह ओहीच अय, जऊन ह तोर संग गोठियावत हवय।” तब ओ मनखे ह कहिस, “हे परभू, मेंह बिसवास करथंव।” अऊ ओह ओकर दंडवत करिस। यीसू ह कहिस, “मेंह ए संसार म मनखेमन के नियाय करे बर आय हवंव, ताकि जऊन मन अंधरा अंय, ओमन देखंय अऊ जऊन मन देखत हवंय, ओमन अंधरा हो जावंय।” कुछू फरीसीमन यीसू के संग रिहिन। जब ओमन यीसू के ए गोठ ला सुनिन, त ओकर ले पुछिन, “का तेंह ए कहिथस कि हमन घलो अंधरा अन?” यीसू ह ओमन ला कहिस, “यदि तुमन अंधरा होतेव, त तुमन पाप के दोसीदार नइं होतेव, पर जब तुमन ए कहिथव कि तुमन देख सकत हव, त तुम्‍हर पाप ह तुमन म बने रहिथे।” “मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि जऊन मनखे ह दुवारी म ले होके भेड़ के कोठा म नइं आवय, पर कोनो आने कोति ले चघके आथे, ओह चोर अऊ डाकू अय। जऊन मनखे ह दुवारी म ले होके भीतर जाथे, ओह अपन भेड़मन के चरवाहा अय। ओकर बर रखवार ह दुवारी ला खोल देथे अऊ भेड़मन ओकर अवाज ला सुनथें; अऊ ओह अपन भेड़मन ला नांव लेके बलाथे अऊ ओमन ला बाहिर ले जाथे। जब ओह अपन जम्मो भेड़मन ला बाहिर निकार लेथे, तब ओह ओमन के आघू-आघू जाथे अऊ ओकर भेड़मन ओकर पाछू-पाछू चलथें, काबरकि ओमन ओकर अवाज ला चिनथें। ओमन कोनो अनजान मनखे के पाछू नइं जावंय, पर ओमन ओकर ले दूरिहा भाग जाथें, काबरकि ओमन अनजान मनखे के अवाज ला नइं चिनहें।” यीसू ह ओमन ला ए पटं‍तर कहिस, पर ओमन नइं समझिन कि ओह का कहत रिहिस। एकरसेति यीसू ह ओमन ला फेर कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि भेड़मन बर मेंह दुवारी अंव। ओ जम्मो जऊन मन मोर पहिली आईन, ओमन चोर अऊ डाकू रिहिन, अऊ भेड़मन ओमन के नइं सुनिन। दुवारी मेंह अंव, जऊन ह मोर ले होके भीतर जाही, ओह उद्धार पाही। अऊ ओह भीतर-बाहिर आय-जाय करही अऊ चारा पाही। चोर ह सिरिप चोरी करे बर, हतिया करे बर अऊ नास करे बर आथे, पर मेंह एकरसेति आय हवंव, ताकि ओमन जिनगी पावंय अऊ भरपूर जिनगी पावंय। बने चरवाहा मेंह अंव। बने चरवाहा ह भेड़मन बर अपन परान देथे। बनिहार ह न तो चरवाहा अय अऊ न तो भेड़मन के मालिक। एकरसेति जब ओह भेड़िया ला आवत देखथे, त ओह भेड़मन ला छोंड़के भाग जाथे। तब भेड़िया ह भेड़मन ऊपर झपटथे अऊ ओमन ला तितिर-बितिर कर देथे। ओ मनखे ह भाग जाथे काबरकि ओह एक बनिहार ए अऊ ओला भेड़मन के कोनो फिकर नइं रहय। बने चरवाहा मेंह अंव; मेंह अपन भेड़मन ला जानथंव, अऊ मोर भेड़मन मोला जानथें – जइसने ददा ह मोला जानथे अऊ मेंह ददा ला जानथंव – अऊ मेंह भेड़मन बर अपन परान देथंव। मोर अऊ घलो भेड़ हवंय, जऊन मन ए भेड़ के कोठा म नइं एं। मोला ओमन ला घलो लाना जरूरी ए। ओमन घलो मोर अवाज ला सुनहीं; तब एके ठन झुंड अऊ एके झन चरवाहा होही। मोर ददा ह मोर ले एकरसेति मया करथे, काबरकि मेंह अपन परान ला देथंव कि मेंह ओला फेर लेय लेवंव। कोनो मोर परान नइं ले सकय; पर मेंह अपन खुद के ईछा ले एला देथंव। मोर करा ए अधिकार हवय कि मेंह अपन परान ला दे दंव अऊ ओला फेर लेय लेवंव। ए हुकूम मोला मोर ददा ले मिले हवय।” यीसू के ए गोठ के खातिर, यहूदीमन म फेर फूट पर गीस। ओमन ले कतको झन कहिन, “ओम परेत आतमा हवय अऊ ओह बइहा ए। ओकर गोठ ला काबर सुनबो?” पर आने मन कहिन, “एक परेत आतमा के धरे मनखे ह अइसने नइं गोठियावय। का एक परेत आतमा ह अंधरा के आंखीमन ला बने कर सकथे?” जड़काला के समय रहय, अऊ ओ समय यरूसलेम सहर म अरपन के तिहार मनाय जावत रहय। यीसू ह मंदिर के इलाका म रहय अऊ ओह सुलेमान के परछी म टहलत रहय। यहूदीमन ओकर चारों खूंट जुरके ओला कहिन, “तेंह कब तक हमन ला दुबिधा म रखबे? यदि तेंह मसीह अस, त हमन ला साफ-साफ बता दे।” यीसू ह जबाब देके कहिस, “मेंह तुमन ला बता डारे हवंव, पर तुमन बिसवास नइं करव। जऊन काममन ला मेंह अपन ददा के नांव म करथंव, ओही काममन मोर गवाह हवंय, पर तुमन बिसवास नइं करव, काबरकि तुमन मोर भेड़ नो हव। मोर भेड़मन मोर अवाज ला सुनथें; मेंह ओमन ला जानथंव, अऊ ओमन मोर पाछू-पाछू चलथें। मेंह ओमन ला परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी देथंव, अऊ ओमन कभू नास नइं होहीं; अऊ ओमन ला कोनो मोर हांथ ले छीन के नइं ले जा सकय। मोर ददा जऊन ह ओमन ला मोला दे हवय, ओह सबले बड़े अय, अऊ कोनो ओमन ला मोर ददा के हांथ ले छीन नइं सकय। मेंह अऊ मोर ददा एकेच अन।” यहूदीमन यीसू ला मारे बर फेर पथरा उठाईन। पर यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह तुमन ला ददा कोति ले बहुंते बने काम देखाय हवंव। एम के कोन काम के सेति तुमन मोर ऊपर पथरा फेंकथव?” यहूदीमन ओला ए जबाब दीन, “ए बने काम बर हमन तोला पथरा नइं मारत हवन, पर परमेसर के निन्दा करे के कारन अइसने करथन, काबरकि तेंह एक मनखे होके अपन-आप ला परमेसर बनावत हस।” यीसू ह जबाब दीस, “का तुम्‍हर कानून म ए नइं लिखे हवय, जिहां परमेसर ह कहिस, ‘तुमन ईसवर अव’? ओह ओमन ला ईसवर कहिस, जेमन करा परमेसर के बचन आईस अऊ परमेसर के बचन गलत नइं हो सकय। ओकर बारे म तुमन का कहिथव जऊन ला ददा ह अपन खुद के रूप म अलग करिस अऊ ओला संसार म पठोईस? तुमन ओकर ले कहिथव कि तेंह परमेसर के निन्दा करथस, काबरकि मेंह ए कहेंव कि मेंह परमेसर के बेटा अंव। यदि मेंह अपन ददा के काममन ला नइं करत हंव, त मोर ऊपर बिसवास झन करव। पर यदि मेंह ओ काममन ला करथंव, त चाहे तुमन मोर ऊपर बिसवास झन करव, पर मोर काम ऊपर तो बिसवास करव, ताकि तुमन जान सकव अऊ समझ सकव कि ददा ह मोर म हवय अऊ मेंह ददा म हवंव।” तब ओमन फेर यीसू ला पकड़े के कोसिस करिन, पर ओह ओमन के हांथ ले बचके निकर गीस। तब यीसू ह यरदन नदी के ओ पार वापिस ओ जगह म गीस, जिहां यूहन्ना ह पहिली बतिसमा देवत रिहिस। अऊ ओह उहां रूक गीस। बहुंते मनखेमन ओकर करा आईन अऊ ओमन कहंय, “हालाकि यूहन्ना ह कोनो चमतकार के काम नइं देखाईस, पर जऊन बात यूहन्ना ह ए मनखे के बारे म कहिस, ओ जम्मो बात सच रिहिस।” अऊ उहां बहुंते मनखेमन यीसू ऊपर बिसवास करिन। लाजर नांव के एक मनखे बेमार रहय। ओह, मरियम अऊ ओकर बहिनी मारथा के गांव बैतनियाह के रहय। एह ओहीच मरियम रिहिस, जऊन ह यीसू ऊपर इतर तेल ला ढारके ओकर गोड़मन ला अपन बाल ले पोंछे रिहिस; एकरे भाई लाजर ह बेमार रहय। एकरसेति ओ दूनों बहिनी यीसू करा ए खबर पठोईन, “हे परभू, जेकर ले तेंह मया करथस, ओह बेमार हवय।” जब यीसू ह एला सुनिस, त ओह कहिस, “ए बेमारी ले ओकर मिरतू नइं होवय। ए बेमारी ह परमेसर के महिमा खातिर अय, ताकि एकर दुवारा परमेसर के बेटा के महिमा होवय।” यीसू ह मारथा अऊ ओकर बहिनी मरियम, अऊ लाजर ले मया करय। तभो ले जब ओह सुनिस कि लाजर ह बेमार हवय, त ओह जिहां रहय, उहां दू दिन अऊ रूक गीस। तब ओह अपन चेलामन ला कहिस, “आवव, हमन यहूदिया प्रदेस ला वापिस चली।” चेलामन ओला कहिन, “हे गुरू, थोरकन देर पहिली यहूदीमन तोर ऊपर पथरा फेंके बर चाहत रिहिन, अऊ तभो ले तेंह उहां वापिस जावत हस।” यीसू ह जबाब दीस, “का दिन म बारह घंटा नइं होवय? यदि कोनो मनखे दिन म चलय, त ओह ठोकर नइं खावय, काबरकि ओह ए संसार के अंजोर ला देखथे। पर यदि कोनो मनखे रात म चलथे, त ओह ठोकर खाथे, काबरकि ओकर करा अंजोर नइं रहय।” ए कहे के बाद, यीसू ह ए घलो कहिस, “हमर संगी लाजर ह सुत गे हवय, पर मेंह उहां ओला जगाय बर जावत हवंव।” ओकर चेलामन कहिन, “हे परभू, यदि ओह सुतत हवय, त ओह बने हो जाही।” यीसू ह ए बात लाजर के मिरतू के बारे म कहत रिहिस, पर ओकर चेलामन ए समझिन कि ओह नींद म सोय के बारे म कहत हवय। तब यीसू ह ओमन ला साफ-साफ बताईस, “लाजर ह मर गे हवय। तुम्‍हर हित म, मोला खुसी हवय कि मेंह उहां नइं रहंय। एकरे कारन तुमन मोर ऊपर बिसवास करे बर सिखहू। पर अब आवव, हमन ओकर करा चली।” तब थोमा जऊन ला दिदुमुस घलो कहे जावय, अपन संगी चेलामन ला कहिस, “आवव, हमन घलो चलके ओकर संग मरन।” जब यीसू उहां हबरिस, त ओला पता चलिस कि लाजर के लास ला कबर म रखे चार दिन हो गे हवय । बैतनियाह गांव ह यरूसलेम सहर ले तीन किलोमीटर ले घलो कम दूरिहा म रहय। अऊ कतको यहूदीमन मारथा अऊ मरियम ला ढाढ़स बंधाय बर आय रहंय, काबरकि ओ दूनों के भाई ह मर गे रहय। जब मारथा ह सुनिस कि यीसू ह आवत हवय, त ओह ओकर ले भेंट करे बर गीस, पर मरियम ह घरेच म बईठे रहय। मारथा ह यीसू ला कहिस, “हे परभू, कहूं तेंह इहां होते, त मोर भाई ह नइं मरतिस। पर अभी घलो मेंह जानथंव कि जऊन कुछू तेंह परमेसर ले मांगबे, ओह तोला दिही।” यीसू ह ओला कहिस, “तोर भाई ह फेर जी उठही।” त मारथा ह कहिस, “मेंह जानथंव कि आखिरी दिन म, जब जम्मो मरे मनखेमन जी उठहीं, त ओह घलो जी उठही।” यीसू ह ओला कहिस, “मेंह मरे मन ला जियाथंव अऊ जिनगी देथंव। जऊन ह मोर ऊपर बिसवास करथे, कहूं ओह मर घलो जावय, तभो ले ओह जीयत रहिही, अऊ जऊन ह जीयथे अऊ मोर ऊपर बिसवास करथे, ओह परमेसर के संग सदाकाल तक जिही। का तेंह ए बात ला बिसवास करथस?” मारथा ह ओला कहिस, “हां परभू, मेंह बिसवास करथंव कि तेंह परमेसर के बेटा मसीह अस, जऊन ह संसार म अवइया रिहिस।” ए कहे के बाद, मारथा ह वापिस चल दीस अऊ अपन बहिनी मरियम ला बलाके चुपेचाप कहिस, “गुरूजी ह इहां हवय अऊ तोला बलावत हवय।” एला सुनके, मरियम ह तुरते उठिस अऊ यीसू करा गीस। यीसू ह अभी तक ले गांव के भीतर नइं आय रिहिस, पर ओह ओही ठऊर म रहय, जिहां मारथा ह ओकर ले भेंट करे रिहिस। ओ यहूदी जऊन मन मरियम के संग घर म रिहिन अऊ ओला ढाढ़स देवत रिहिन, जब ओमन ए देखिन कि कइसने ओह तुरते उठिस अऊ बाहिर चल दीस, त ओमन ए सोचके ओकर पाछू-पाछू गीन कि ओह कबर म रोये बर जावत होही। जब मरियम ह ओ ठऊर म आईस जिहां यीसू ह रिहिस अऊ ओला देखिस, त ओह यीसू के गोड़ खाल्‍हे गिरके कहिस, “हे परभू, यदि तेंह इहां होते, त मोर भाई ह नइं मरतिस।” जब यीसू ह ओला अऊ जऊन यहूदीमन ओकर संग आय रिहिन, ओमन ला घलो रोवत देखिस, त आतमा म बहुंत उदास अऊ बियाकुल होईस, अऊ ओह ओमन ले पुछिस, “तुमन ओला कहां रखे हवव?” ओमन ओला कहिन, “हे परभू, चलके देख ले।” यीसू ह रोवन लगिस। तब यहूदीमन कहिन, “देखव, ओह ओकर ले कतेक मया करत रिहिस।” पर ओम ले कुछू मनखेमन कहिन, “एह अंधरा के आंखी ला बने करिस, पर एह का अतका नइं कर सकिस कि ए मनखे ह नइं मरतिस?” यीसू ह फेर बहुंत उदास होके कबर करा आईस। ओ कबर ह एक खोड़रा म रिहिस, जेकर मुंहाटी म एक ठन बड़े पथरा रखे रहय। यीसू ह कहिस, “पथरा ला टारव।” तब मरे मनखे के बहिनी मारथा ह कहिस, “पर हे परभू, अब ओम ले बास आवत होही, काबरकि ओला कबर म रखे चार दिन हो गे हवय।” तब यीसू ह कहिस, “का मेंह तोला नइं कहे रहेंव कि यदि तेंह बिसवास करबे, त परमेसर के महिमा ला देखबे?” तब मनखेमन ओ पथरा ला टारिन अऊ यीसू ह ऊपर कोति देखिस अऊ कहिस, “हे ददा, मेंह तोला धनबाद देवत हंव कि तेंह मोर पराथना ला सुन ले हवस। मेंह जानथंव कि तेंह हमेसा मोर पराथना ला सुनथस, पर मेंह ए बात इहां ठाढ़े मनखेमन के सेति कहेंव कि ओमन बिसवास करंय कि तेंह मोला पठोय हवस।” ए कहे बाद, यीसू ह चिचियाके कहिस, “हे लाजर, बाहिर निकर आ।” जऊन ह मर गे रहय, ओह कबर ले बाहिर निकर आईस। ओकर हांथ अऊ गोड़ मन म मलमल कपड़ा के पट्टी लपटाय रहय अऊ ओकर चेहरा म घलो एक कपड़ा लपटाय रहय। यीसू ह मनखेमन ला कहिस, “ओकर कबर के कपड़ा ला खोल देवव अऊ ओला जावन देवव।” यहूदीमन ले बहुंते झन जऊन मन मरियम करा आय रिहिन अऊ यीसू के ए काम ला देखिन, यीसू ऊपर बिसवास करिन। पर ओम ले कुछू झन फरीसीमन करा गीन अऊ यीसू ह जऊन कुछू करे रिहिस, ओमन ला बताईन। तब मुखिया पुरोहित अऊ फरीसी मन धरम महासभा बलाईन अऊ सभा म ओमन पुछिन, “हमन का करत हवन? इहां ए मनखे ह बहुंते चमतकार के काम देखावत हवय। यदि हमन ओला अइसनेच छोंड़ देबो, त जम्मो मनखेमन ओकर ऊपर बिसवास करे लगहीं अऊ तब रोमी मनखेमन आके हमर जगह अऊ हमर देस दूनों ला ले लिहीं।” तब ओम ले काइफा नांव के एक झन मनखे, जऊन ह ओ बछर के महा पुरोहित रिहिस, ओमन ले कहिस, “तुमन कुछू नइं जानव। तुमन नइं समझत हव कि तुम्‍हर बर ए उचित ए कि मनखेमन खातिर एक मनखे मरय अऊ जम्मो देस ह नास झन होवय।” ओह ए बात ला अपन कोति ले नइं कहिस, पर ओ बछर के महा पुरोहित के रूप म, ओह अगमबानी करिस कि यीसू ह यहूदी जात खातिर मरही। अऊ न सिरिप यहूदी जात खातिर पर परमेसर के तितिर-बितिर होय संतानमन खातिर घलो, कि ओमन ला संकेल के एक कर देवय। ओही दिन ले ओमन यीसू ला मार डारे के उपाय करे लगिन। एकर खातिर, यीसू ह यहूदीमन के बीच म खुले-आम आय-जाय ला बंद कर दीस, अऊ उहां ले निरजन प्रदेस के लकठा के इफ्राईम नांव के एक गांव म चल दीस अऊ उहां अपन चेलामन संग रहे लगिस। जब यहूदीमन के फसह तियार लकठा आईस, त बहुंत मनखेमन देहात ले यरूसलेम सहर ला गीन, ताकि ओमन उहां अपन-आप ला फसह तिहार के पहिली सुध करंय। ओमन यीसू ला खोजत रहंय अऊ मंदिर के अंगना म ठाढ़ होके एक-दूसर ला कहे लगिन, “तोर का बिचार ए? का ओह तिहार म नइं आही?” पर मुखिया पुरोहित अऊ फरीसीमन ए हुकूम दे रिहिन कि कहूं कोनो ला ए पता चलथे कि यीसू ह कहां हवय, त ओह आके बतावय ताकि ओमन यीसू ला पकड़ सकंय। फसह तिहार के छै दिन पहिली यीसू ह बैतनियाह गांव म आईस, जिहां लाजर ह रहत रहय, जऊन ला यीसू ह मरे म ले जीयाय रिहिस। उहां यीसू के आदर म एक भोज तियार करे गीस। मारथा ह सेवा करत रहय, अऊ लाजर ह ओमन ले एक झन रहय, जऊन ह यीसू के संग खावत रहय। तब मरियम ह सुध जटामासी (गुलमेंहदी) के करीब आधा लीटर बहुंत मंहगा इतर तेल लीस अऊ यीसू के गोड़मन ऊपर ढारिस, अऊ ओह ओकर गोड़मन ला अपन बाल ले पोंछिस। ओ घर ह इतर के महक ले भर गीस। पर यहूदा इस्करियोती नांव के यीसू के एक चेला ह (जऊन ह पाछू ओला दगा देवइया रहय) कहिस, “ए इतर तेल ला बेंचके, पईसा ला गरीबमन ला काबर नइं बांटे गीस? एह तीन सौ दीनार के होय रहितिस ।” ओह ए बात एकरसेति नइं कहिस कि ओह गरीबमन के फिकर करय, पर ओह एकरसेति कहिस, काबरकि ओह चोर रिहिस। ओकर करा पईसा के थैली रहय, अऊ जऊन कुछू ओम डाले जावय, ओम ले ओह निकार लेवत रिहिस। यीसू ह कहिस, “ओला छोंड़ देवव। ओह मोर गाड़े जाय के दिन बर इतर तेल ला लगाय हवय। गरीबमन तो हमेसा तुम्‍हर संग रहिहीं, पर मेंह हमेसा तुम्‍हर संग नइं रहंव।” इही बीच म, यहूदीमन के एक बड़े भीड़ ला पता चलिस कि यीसू ह बैतनियाह गांव म हवय, त ओमन सिरिप ओकर खातिर ही नइं, पर लाजर ला देखे बर घलो आईन, जऊन ला यीसू ह मरे म ले जीयाय रिहिस। तब मुखिया पुरोहितमन लाजर ला घलो मार डारे के उपाय करन लगिन। काबरकि ओकर खातिर कतको यहूदीमन ओमन ला छोंड़के यीसू करा जावत रिहिन अऊ यीसू ऊपर बिसवास करत रिहिन। ओकर दूसर दिन, एक बड़े भीड़ जऊन ह तिहार मनाय बर आय रिहिस, ए सुनिस कि यीसू ह यरूसलेम आवत हवय। त ओमन खजूर के डालीमन ला लेके ओकर ले भेंट करे बर गीन अऊ पुकार-पुकारके ए कहिन, “परमेसर के जय हो! धइन ए ओ, जऊन ह परभू के नांव म आथे। धइन ए, इसरायल के राजा। ” यीसू ला एक ठन गदही के बछरू मिलिस अऊ ओह ओकर ऊपर बईठ गीस, जइसने कि परमेसर के बचन म लिखे हवय: “हे सियोन के बेटी, झन डर; देख, तोर राजा ह गदही के बछरू ऊपर बईठके आवत हवय ।” ओकर चेलामन पहिली ए बात ला नइं समझिन। पर जब यीसू के महिमा होईस, त ओमन सुरता करिन कि ए बातमन यीसू के बारे म लिखे गे रिहिस अऊ मनखेमन ओकर संग अइसनेच करिन। अऊ मनखेमन के ओ भीड़ जऊन ह यीसू के संग ओ बखत रिहिस, जब यीसू ह लाजर ला कबर म ले बलाईस अऊ ओला मरे म ले जियाईस, ओमन ए बात के गवाही देवत रिहिन। ए खातिर, बहुंते मनखेमन यीसू ले भेंट करे बर गीन, काबरकि ओमन सुने रहंय कि ओह ए चमतकार के काम करे हवय। तब फरीसीमन एक-दूसर ले कहिन, “हमन कुछू नइं कर सकथन। देखव, जम्मो संसार ह ओकर पाछू हो गे हवय।” जऊन मन तिहार के समय म अराधना करे बर गे रिहिन, ओमन म कुछू यूनानी मनखे रिहिन। ओमन फिलिप्पुस करा आईन, जऊन ह गलील प्रदेस के बैतसैदा सहर के रिहिस, अऊ ओकर ले बिनती करिन, “हे महाराज, हमन यीसू ला देखे बर चाहथन।” फिलिप्पुस ह जाके अन्द्रियास ला कहिस, तब अन्द्रियास अऊ फिलिप्पुस जाके यीसू ला कहिन। यीसू ह कहिस, “ओ समय ह आ गे हवय, जब मनखे के बेटा के महिमा होवय। मेंह तुमन ला सच-सच कहथंव कि जब तक गहूं के बीजा ह भुइयां म गिरके मर नइं जावय, तब तक ओ बीजा ह सिरिप अकेला रहिथे, पर जब एह मर जाथे, त बहुंत फर देथे। जऊन ह अपन परान ले मया करथे, ओह ओला गंवाही, पर जऊन ह ए संसार म अपन परान ला जादा महत्‍व नइं देवय, ओह ओला परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी बर बंचाके रखही। यदि कोनो मोर सेवा करथे, त ओह मोर पाछू जरूर हो लेवय; जिहां मेंह हवंव, उहां मोर सेवक ह घलो होही। यदि कोनो मोर सेवा करथे, त मोर ददा ह ओकर आदर करही। अब मोर परान ह बहुंते बियाकुल होवथे अऊ मेंह का कहंव? हे ददा, मोला ए घरी ले बंचा। पर एहीच कारन बर तो मेंह ए घरी म पहुंचे हवंव। हे ददा, अपन नांव के महिमा कर।” तब स्‍वरग ले ए अवाज आईस, “मेंह एकर महिमा करे हवंव अऊ एकर महिमा फेर करहूं।” मनखेमन के जऊन भीड़ उहां ठाढ़े रिहिस, जब ओमन एला सुनिन, त कहिन कि एह बादर के गरजन रिहिस, अऊ आने मन कहिन, “एक स्‍वरगदूत ह ओकर ले गोठियाईस।” यीसू ह कहिस, “ए अवाज ह मोर बर नइं, पर तुम्‍हर भलई बर होईस। अब ए संसार के नियाय के समय ए; अब ए संसार के राजकुमार (सैतान) ला निकार दिये जाही। पर जब मेंह धरती ले ऊपर उठाय जाहूं, त जम्मो झन ला मेंह अपन तरफ खींच लूहूं।” यीसू ह ए कहे के दुवारा इसारा करिस कि ओह कोन किसम ले मरइया रिहिस। भीड़ के मनखेमन कहिन, “हमन मूसा के कानून ले ए बात सुने हवन कि मसीह ह सदाकाल तक रहिही। तब तेंह कइसने कहथस कि मनखे के बेटा के ऊपर उठाय जाना जरूरी ए। ए मनखे के बेटा कोन ए?” तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “अंजोर ह थोरकन समय तक तुम्‍हर संग म रहिही। जब तक तुम्‍हर करा अंजोर हवय, रेंगत रहव, नइं तो अंधियार ह तुमन ला घेर लिही। जऊन ह अंधियार म रेंगथे, ओह नइं जानय कि ओह कहां जावथे। जब तक तुम्‍हर करा अंजोर हवय, ओम अपन बिसवास रखव, ताकि तुमन अंजोर के संतान बन जावव।” ए कहे के बाद, यीसू ह उहां ले चल दीस अऊ अपन-आप ला ओमन ले छुपाय रखिस । हालाकि यीसू ह बहुंते चमतकार के काम ओमन के (यहूदीमन के) आघू म करे रिहिस, तभो ले ओमन ओकर ऊपर बिसवास नइं करिन। जेकर ले यसायाह अगमजानी के ए बचन ह पूरा होईस: “हे परभू, हमर संदेस ऊपर कोन ह बिसवास करिस, अऊ परभू के भुजबल ह काकर ऊपर परगट होईस?” एकर कारन ओमन बिसवास नइं कर सकिन, काबरकि यसायाह ए घलो कहे हवय: “ओह (परमेसर) ओमन के आंखीमन ला अंधरा कर दे हवय, अऊ ओमन के मन ला कठोर कर दे हवय, ताकि ओमन न तो अपन आंखी ले देख सकंय, अऊ न तो अपन मन ले समझ सकंय, अऊ ओमन मोर तरफ नइं फिरंय कि मेंह ओमन ला चंगा करंव।” यसायाह ए बात एकरसेति कहिस काबरकि ओह यीसू के महिमा ला देखिस अऊ ओह ओकर बारे म गोठियाईस। तभो ले यहूदी अगुवा म ले बहुंते झन यीसू ऊपर बिसवास करिन। पर फरीसीमन के कारन ओमन अपन बिसवास ला खुले आम नइं मानिन। ओमन डरत रहंय कि ओमन ला यहूदीमन के सभा घर ले निकार दिये जाही। ओमन ला परमेसर के परसंसा करई ले मनखे के परसंसा करई जादा बने लगिस। तब यीसू ह चिचियाके कहिस, “जऊन ह मोर ऊपर बिसवास करथे, ओह न सिरिप मोर ऊपर बिसवास करथे, पर ओह ओकर ऊपर घलो बिसवास करथे, जऊन ह मोला पठोय हवय। अऊ जब ओह मोला देखथे, त ओह ओला देखथे जऊन ह मोला पठोय हवय। मेंह संसार म अंजोर के रूप म आय हवंव, ताकि जऊन कोनो मोर ऊपर बिसवास करय, ओह अंधियार म झन रहय। यदि कोनो मोर बचन ला सुनथे, अऊ ओकर मुताबिक नइं चलय, त मेंह ओकर नियाय नइं करंव। काबरकि मेंह संसार के नियाय करे बर नइं, पर संसार के उद्धार करे बर आय हवंव। जऊन ह मोर तिरस्‍कार करथे अऊ मोर बचन ला गरहन नइं करय, ओकर एक नियाय करइया हवय। जऊन बचन मेंह कहे हवंव, ओहीच बचन ह आखिरी दिन म ओला दोसी ठहराही। काबरकि मेंह अपन कोति ले कुछू नइं कहेंव, पर ददा जऊन ह मोला पठोय हवय, ओह खुद मोला हुकूम दे हवय कि मेंह का कहंव अऊ कइसने कहंव। अऊ मेंह जानथंव कि ओकर हुकूम ह सदाकाल के जिनगी करा ले जाथे, एकरसेति जऊन कुछू मेंह कहिथंव, ओला वइसनेच कहिथंव, जइसने ददा ह मोला कहे हवय।” फसह तिहार के ठीक पहिली, यीसू ह जान लीस कि ओकर समय ह आ गे हवय, अऊ ओला ए संसार ला छोंड़के ददा करा जाना हवय, त ओह अपन मनखेमन ले जऊन मन संसार म रिहिन, जइसने मया करत रिहिस, आखिरी तक ओह ओमन ले वइसनेच मया करिस। रात के भोजन परोसे जावत रहय, अऊ सैतान ह सिमोन के बेटा – यहूदा इस्करियोती ला पहिली ले उकसाय रहय कि ओह यीसू ला दगा देवय। यीसू ह जानत रहय कि ददा ह हर चीज ला ओकर हांथ म कर दे हवय, अऊ ए घलो कि ओह परमेसर करा ले आय हवय अऊ परमेसर करा जावत हवय। एकरसेति ओह भोजन ले उठिस अऊ अपन बाहिरी कपड़ा ला उतारिस अऊ अपन कनिहां म एक ठन गमछा लपेटिस। तब ओह एक ठन परात म पानी डारिस अऊ अपन चेलामन के गोड़ ला धोवन लगिस, अऊ अपन कनिहां म लपेटाय गमछा ले ओमन के गोड़ ला पोंछन लगिस। जब ओह सिमोन पतरस करा आईस, तब पतरस ह ओला कहिस, “हे परभू, का तेंह मोर गोड़ ला धोवन जावत हस?” यीसू ह जबाब दीस, “तेंह अभी नइं समझस कि मेंह का करत हवंव, पर पाछू तेंह समझबे।” तब पतरस ह कहिस, “नइं, मेंह तोला मोर गोड़ ला कभू धोवन नइं देवंव।” ए सुनके यीसू ह कहिस, “यदि मेंह तोर गोड़ ला नइं धोवंव, त मोर संग तोर कुछू संबंध नइं ए।” सिमोन पतरस ह ओला कहिस, “तब हे परभू, सिरिप मोर गोड़ ला ही नइं, पर मोर हांथ अऊ मुड़ ला घलो धो दे।” यीसू ह ओला कहिस, “जऊन ह नहा डारे हवय, ओला सिरिप अपन गोड़ ला धोय के जरूरत होथे। ओकर जम्मो देहें ह साफ होथे। तुमन ह साफ हवव, पर तुमन म हर एक झन साफ नइं ए।” काबरकि ओह जानत रहय कि कोन ह ओला दगा देवइया रिहिस, एकरसेति ओह कहिस, “हर एक झन साफ नइं ए।” जब यीसू ह अपन चेलामन के गोड़ ला धो डारिस, त ओह अपन कपड़ा ला पहिरके अपन जगह म वापिस आईस अऊ तब ओह ओमन ले पुछिस, “का तुमन समझत हव कि मेंह तुम्‍हर बर का करेंव? तुमन ह मोला गुरू अऊ परभू कहिथव अऊ एह सही ए, काबरकि मेंह एहीच अंव। जब मेंह तुम्‍हर परभू अऊ गुरू होके तुम्‍हर गोड़ ला धोएंव, तब तुमन ला घलो एक-दूसर के गोड़ धोना चाही। मेंह तुम्‍हर आघू म एक नमूना रखे हवंव कि जइसने मेंह तुम्‍हर बर करे हवंव, वइसनेच तुमन घलो करव। मेंह तुमन ला सच कहथंव कि एक सेवक ह अपन मालिक ले बड़े नइं होवय, अऊ न ही पठोय गे मनखे ह अपन पठोइया ले बड़े होथे। अब तुमन ए बातमन ला जानथव; यदि तुमन अइसने करहू, त तुमन ला आसिस मिलही।” “मेंह तुमन जम्मो झन के बारे म नइं कहत हंव; जऊन मन ला मेंह चुने हवंव, ओमन ला मेंह जानथंव। पर एह एकरसेति होवत हवय, ताकि परमेसर के बचन ह पूरा होवय – ‘जऊन ह मोर रोटी खाथे, ओही ह मोर बिरोध म अपन लात ला उठाईस।’ ए बात होय के पहिली, मेंह तुमन ला अभी बता देथंव, ताकि जब ए बात ह होवय, तब तुमन बिसवास करव कि मेंह ओही अंव। मेंह तुमन ला सच कहथंव, जऊन कोनो मोर पठोइया मनखे ला गरहन करथे, ओह मोला गरहन करथे; अऊ जऊन कोनो मोला गरहन करथे, ओह ओला गरहन करथे, जऊन ह मोला पठोय हवय।” ए कहे के बाद, यीसू ह आतमा म बहुंत बियाकुल होईस अऊ ए गवाही दीस, “मेंह तुमन ला सच कहथंव, तुमन ले एक झन मोला दगा दिही।” ए सुनके, ओकर चेलामन दुबिधा म पड़ गीन कि ओह काकर बारे म कहत हवय। अऊ ओमन एक-दूसर के मुहूं ताके लगिन। ओकर चेलामन ले एक झन जऊन ला यीसू मया करय, यीसू के छाती कोति झुकके बईठे रिहिस। सिमोन पतरस ह ओ चेला कोति इसारा करिस अऊ कहिस, “ओकर ले पुछ कि ओह काकर बारे म कहत हवय।” ओ चेला ह वइसनेच यीसू कोति झुकके पुछिस, “हे परभू, ओह कोन ए?” यीसू ह जबाब दीस, “जऊन ला मेंह ए रोटी के टुकड़ा ला बरतन म बोर के दूहूं, ओहीच ह ओ मनखे अय।” तब ओह रोटी के टुकड़ा ला बोर के सिमोन के बेटा यहूदा इस्करियोती ला दीस। यहूदा के रोटी ला लेतेच ही सैतान ह ओम हमा गीस। तब यीसू ह ओला कहिस, “जऊन काम तेंह करइया हवस, ओला जल्दी कर।” पर उहां जतेक झन खाना खाय बर बईठे रिहिन, ओमन ले एको झन घलो नइं समझिन कि यीसू ह ओला काबर ए बात कहिस। यहूदा करा रूपिया-पईसा के थैली के जिम्मेदारी रहय, त कुछू झन ए समझिन कि यीसू ह ओला कहत होही कि जऊन कुछू के, हमन ला तिहार बर जरूरत हवय, ओला बिसो ले या फेर गरीबमन ला कुछू देय दे। यहूदा ह रोटी ला लेके तुरते बाहिर चल दीस; अऊ ओह रतिहा के बेरा रहय। जब यहूदा इस्करियोती ह चल दीस, तब यीसू ह कहिस, “अब मनखे के बेटा के महिमा होईस अऊ ओकर दुवारा परमेसर के महिमा होईस। अऊ जब ओकर दुवारा परमेसर के महिमा होईस, त परमेसर ह घलो अपन म बेटा के महिमा करही अऊ तुरते ओकर महिमा करही। हे मोर लइकामन हो, अऊ थोरकन बेर मेंह तुम्‍हर संग रहिहूं। तुमन मोला खोजहू अऊ जइसने मेंह यहूदीमन ला कहे हवंव, वइसने अब मेंह तुमन ला घलो कहत हंव: जिहां मेंह जावत हवंव, उहां तुमन नइं आ सकव। एक नवां हुकूम मेंह तुमन ला देवत हंव: एक-दूसर ले मया करव। जइसने मेंह तुमन ला मया करे हवंव, वइसने तुमन घलो एक-दूसर ले मया करव। यदि तुमन एक-दूसर ले मया करहू, त एकर ले जम्मो मनखेमन जान लिहीं कि तुमन मोर चेला अव।” सिमोन पतरस ह यीसू ले पुछिस, “हे परभू, तेंह कहां जावत हस?” यीसू ह जबाब दीस, “जिहां मेंह जावत हंव, उहां तेंह अभी मोर पाछू नइं आ सकस, पर बाद म तेंह आबे।” पतरस ह ओला कहिस, “हे परभू, अभी मेंह तोर पाछू काबर नइं आ सकंव? मेंह तोर बर अपन परान ला घलो दे दूहूं।” तब यीसू ह जबाब दीस, “का सही म, तेंह मोर बर अपन परान देबे? मेंह तोला सच कहथंव – एकर पहिली कि कुकरा ह बासे, तेंह तीन बार मोर इनकार करबे।” यीसू ह कहिस, “तुम्‍हर हिरदय बियाकुल झन होवय। परमेसर ऊपर बिसवास करव अऊ मोर ऊपर घलो बिसवास करव। मोर ददा के घर म बहुंत जगह हवय; यदि नइं होतिस, त मेंह तुमन ला बता देतेंव। मेंह उहां तुम्‍हर बर जगह तियार करे बर जावत हंव। अऊ जब मेंह जाके तुम्‍हर बर जगह तियार कर लूहूं, त मेंह फेर आहूं अऊ तुमन ला मोर इहां ले जाहूं ताकि जिहां में रहंव उहां तुमन घलो रहव। जिहां मेंह जावत हंव, तुमन ओ जगह के रसता ला जानत हव।” थोमा ह यीसू ला कहिस, “हे परभू, हमन नइं जानन कि तेंह कहां जावत हस, त फेर हमन रसता ला कइसने जानबो?” यीसू ह ओला जबाब दीस, “रसता, सत अऊ जिनगी मेंहीच अंव। मोर बिगर कोनो ददा करा नइं आ सकय । यदि तुमन मोला जाने होतेव, त मोर ददा ला घलो जानतेव। फेर अब ले तुमन ओला जानत हव अऊ ओला देखे घलो हवव।” फिलिप्पुस ह ओला कहिस, “हे परभू, हमन ला ददा के दरसन करा दे। हमर बर अतका ह बहुंत होही।” यीसू ह जबाब दीस, “हे फिलिप्पुस, मेंह अतेक दिन ले तुम्‍हर संग म हवंव अऊ तभो ले का तेंह मोला नइं जानस? जऊन ह मोला देखिस, ओह ददा ला घलो देख डारिस। फेर तेंह कइसने कह सकथस कि हमन ला ददा के दरसन करा दे। का तेंह बिसवास नइं करस कि मेंह ददा म हवंव अऊ ददा ह मोर म हवय? जऊन बचन मेंह तुमन ला कहिथंव, ओह मोर अपन कोति ले नो हय। पर ददा जऊन ह मोर म रहिथे; ओह अपन काम करत हवय। मोर बिसवास करव कि मेंह ददा म हवंव अऊ ददा ह मोर म हवय। या फेर मोर चमतकार के काममन के सेति मोर बिसवास करव। मेंह तुमन ला सच कहथंव कि जऊन ह मोर ऊपर बिसवास करथे, ओह ओ काममन ला करही, जऊन ला मेंह करत हवंव। अऊ त अऊ ओह एमन ले घलो बड़े काम करही, काबरकि मेंह ददा करा जावत हंव। जऊन कुछू तुमन मोर नांव म मांगहू, ओला मेंह पूरा करहूं ताकि बेटा के दुवारा ददा के महिमा होवय। यदि तुमन मोर नांव म मोर ले कुछू मांगहू, त मेंह ओला पूरा करहूं। यदि तुमन मोर ले मया करथव, त मोर हुकूममन ला मानहू।” “मेंह ददा ले पराथना करहूं, अऊ ओह तुमन ला एक आने मददगार दिही, जऊन ला सत के आतमा कहे जाथे। ओह हमेसा तुम्‍हर संग रहिही। संसार ह ए मददगार ला गरहन नइं कर सकय, काबरकि संसार ह न तो ओला देखे हवय अऊ न ही ओला जानय। पर तुमन ओला जानथव, काबरकि ओह तुम्‍हर संग रहिथे अऊ तुमन म रहिही। मेंह तुमन ला अनाथ नइं छोड़ंव; मेंह तुम्‍हर करा आहूं। थोरकन देर अऊ हवय, तब संसार ह मोला फेर नइं देखही, पर तुमन मोला देखहू। काबरकि मेंह जीयत हंव; तुमन घलो जीयत रहिहू। ओ दिन तुमन जानहू कि मेंह अपन ददा म हवंव, अऊ तुमन मोर म हवव, अऊ मेंह तुमन म हवंव। जेकर करा मोर हुकूम हवय, अऊ ओह ओमन ला मानथे, ओहीच ह मोर ले मया करथे। अऊ जऊन ह मोर ले मया करथे, ओकर ले मोर ददा ह मया करही, अऊ मेंह घलो ओकर ले मया करहूं अऊ ओला अपन दरसन दूहूं।” तब यहूदा (जऊन ह यहूदा इस्करियोती नइं रिहिस) यीसू ला कहिस, “हे परभू, का बात ए कि तेंह हमन ला अपन दरसन देबे, पर संसार के मनखेमन ला नइं।” यीसू ह ओला जबाब दीस, “यदि कोनो मनखे ह मोर ले मया करथे, त ओह मोर बचन ला मानही। अऊ मोर ददा ह ओकर ले मया करही, अऊ हमन ओकर करा आबो अऊ ओकर संग रहिबो। जऊन ह मोला मया नइं करय, ओह मोर बचन ला नइं मानय। ए बचन जऊन ला तुमन सुनत हव, एमन मोर नो हंय; एमन ददा के अंय, जऊन ह मोला पठोय हवय। तुम्‍हर संग रहत मेंह तुमन ला ए बात कहे हवंव। पर मददगार याने पबितर आतमा जऊन ला ददा ह मोर नांव म पठोही, ओह तुमन ला जम्मो बात सिखाही अऊ ओ हर एक बात तुमन ला सुरता कराही, जऊन ला मेंह तुमन ला कहे हवंव। मेंह अपन सांति तुम्‍हर संग छोंड़त हवंव; अपन सांति मेंह तुमन ला देवत हंव। मेंह तुमन ला वइसने नइं देवंव जइसने संसार ह देथे। तुम्‍हर हिरदय बियाकुल झन होवय अऊ झन डरव। तुमन मोला ए कहत सुने हवव, ‘मेंह जावत हंव अऊ मेंह तुम्‍हर करा फेर आहूं।’ यदि तुमन मोर ले मया करतेव, त तुमन खुस होतेव कि मेंह ददा करा जावत हंव, काबरकि ददा ह मोर ले महान ए। ए बात होय के पहिली मेंह तुमन ला बता दे हवंव, ताकि जब ए बात होवय, त तुमन बिसवास करव। मेंह तुम्‍हर संग अऊ जादा देर तक नइं गोठियावंव, काबरकि ए संसार के राजकुमार ह आवत हवय। ओकर मोर ऊपर कोनो अधिकार नइं ए। पर जइसने ददा ह मोला हुकूम दे हवय, वइसने मेंह करथंव, ताकि संसार ह ए जान लेवय कि मेंह ददा ले मया करथंव। आवव, इहां ले चली।” “सही अंगूर के नार मेंह अंव अऊ मोर ददा ह किसान ए। ओ डंगाल जऊन ह मोर म हवय अऊ नइं फरय, ओह ओला काट डारथे; अऊ ओ डंगाल जऊन ह फरथे, ओला ओह छांटथे, ताकि ओह अऊ फरय। जऊन बचन मेंह तुमन ला कहे हवंव, ओकर कारन तुमन पहिली ले सुध हो गे हवव। तुमन मोर म बने रहव अऊ मेंह तुमन म बने रहिहूं। जइसने डंगाल ह यदि अंगूर के नार म बने नइं रहय, त ओ डंगाल ह अपन-आप म नइं फर सकय, वइसने यदि तुमन मोर म बने नइं रहव, त तुमन घलो नइं फर सकव। मेंह अंगूर के नार अंव अऊ तुमन डंगाल अव। जऊन मनखे ह मोर म बने रहिथे अऊ मेंह ओम, त ओह बहुंत फरथे, काबरकि मोर ले अलग होके तुमन कुछू नइं कर सकव। कहूं कोनो मनखे मोर म बने नइं रहय, त ओह ओ डंगाल सहीं अय, जऊन ला फटिक दिये जाथे अऊ ओह सूखा जाथे; अइसने डारामन ला मनखेमन संकेलथें अऊ आगी म झोंक के जरा देथें। यदि तुमन मोर म बने रहव अऊ मोर बचन ह तुमन म बने रहय, त जऊन कुछू तुमन चाहव अऊ मांगव; ओह तुमन ला दिये जाही। मोर ददा के महिमा इही म होथे कि तुमन ह बहुंत फर लानव अऊ अपन-आप ला देखा दव कि तुमन मोर चेला अव। जइसने ददा ह मोला मया करिस, वइसने मेंह तुमन ले मया करे हवंव। अब तुमन मोर मया म बने रहव। यदि तुमन मोर हुकूममन ला मानहू, त मोर मया म बने रहिहू; जइसने मेंह अपन ददा के हुकूममन ला माने हवंव अऊ ओकर मया म बने रहिथंव। मेंह ए बात तुमन ला ए खातिर कहे हवंव, ताकि मोर आनंद ह तुमन म रहय अऊ तुम्‍हर आनंद ह पूरा हो जावय। मोर हुकूम ए अय: जइसने मेंह तुमन ला मया करे हवंव, वइसनेच तुमन घलो एक-दूसर ले मया करव। एकर ले बड़े मया अऊ काकरो नइं ए कि कोनो मनखे अपन संगवारीमन बर अपन परान देवय। जऊन हुकूम मेंह देवत हंव, ओला यदि तुमन मानव, त तुमन मोर संगवारी अव। अब ले मेंह तुमन ला सेवक नइं कहंव, काबरकि सेवक ह नइं जानय कि ओकर मालिक ह का करथे। पर मेंह तुमन ला संगवारी कहे हवंव काबरकि जऊन कुछू मेंह अपन ददा ले सुनेंव, ओ जम्मो बात तुमन ला बता दे हवंव। तुमन मोला नइं चुनेव, पर मेंह तुमन ला चुने अऊ ठहराय हवंव कि तुमन जावव अऊ फरव – अइसने फर जऊन ह बने रहय। तब जऊन कुछू तुमन मोर नांव म ददा ले मांगहू, ओह तुमन ला दिही। मोर हुकूम ए अय: एक-दूसर ले मया करव।” “यदि संसार ह तुम्‍हर ले घिन करथे, त ए बात ला जान लेवव कि एह तुम्‍हर ले पहिली मोर ले घिन करिस। यदि तुमन संसार के होतेव, त संसार ह तुमन ला अपन समझके मया करतिस। पर तुमन संसार के नो हव, पर मेंह तुमन ला संसार म ले चुन ले हवंव। एकरसेति संसार ह तुम्‍हर ले घिन करथे। जऊन बचन मेंह तुमन ला कहे हवंव, ओला सुरता रखव: ‘एक सेवक ह अपन मालिक ले बड़े नइं होवय।’ जब ओमन मोला सताईन, त तुमन ला घलो सताहीं। अऊ यदि ओमन मोर बचन ला मानिन, त तुम्‍हर बचन ला घलो मानहीं। मोर नांव के सेति ओमन तुम्‍हर संग अइसने बरताव करहीं, काबरकि ओमन ओला नइं जानंय, जऊन ह मोला पठोय हवय। कहूं मेंह नइं आतेंव अऊ ओमन ले नइं गोठियातेंव, त ओमन पाप के दोसीदार नइं होतिन, पर अब ओमन करा अपन पाप के कोनो बहाना नइं ए। जऊन ह मोर ले घिन करथे, ओह मोर ददा ले घलो घिन करथे। ओमन पाप के दोसीदार नइं होतिन, कहूं मेंह ओमन के आघू म ओ काममन ला नइं करे होतेंव, जऊन ला कोनो कभू नइं करिन। पर अब ओमन ए चमतकार के काममन ला देखके घलो मोर अऊ मोर ददा दूनों ले घिन करे हवंय। एह एकरसेति होईस ताकि ओमन के कानून म लिखे ए बचन ह पूरा होवय: ‘ओमन मोर ले बिगर कोनो कारन के घिन करिन।’ पर मददगार ह आही, जऊन ला मेंह ददा के इहां ले तुमन करा पठोहूं। ओह सत के आतमा ए, जऊन ह ददा म ले निकरथे। ओह मोर बारे म गवाही दिही। अऊ तुमन ला घलो मोर बारे म गवाही देना जरूरी ए, काबरकि तुमन सुरू ले मोर संग रहे हवव। मेंह तुमन ला ए जम्मो बात एकरसेति कहे हवंव कि तुम्‍हर बिसवास ह झन टूटय। ओमन तुमन ला सभा घर ले निकार दिहीं। अऊ ओ समय ह आवत हवय, जब तुम्‍हर हतिया करइया ह ए समझही कि ओह परमेसर के सेवा करत हवय। ओमन ए काममन ला एकरसेति करहीं काबरकि ओमन न तो ददा ला जानय अऊ न ही मोला। पर मेंह तुमन ला ए बात एकरसेति कहेंव ताकि जब ओ समय ह आवय, त तुमन ला सुरता रहय कि मेंह तुमन ला चेताय रहेंव। मेंह तुमन ला ए बात सुरू म एकरसेति नइं बताएंव काबरकि मेंह तुम्‍हर संग म रहेंव।” “अब मेंह ओकर करा जावत हंव जऊन ह मोला पठोय हवय, पर तुमन ले कोनो नइं पुछत हव कि मेंह कहां जावत हंव। मेंह तुमन ला ए बात कहेंव, एकरसेति तुम्‍हर हिरदय ह दुःख ले भर गे हवय। पर मेंह तुमन ला सच कहथंव: एह तुम्‍हर बर बने ए कि मेंह जावथंव; काबरकि यदि मेंह नइं जावंव, त मददगार ह तुम्‍हर करा नइं आवय, पर यदि मेंह जाहूं, त मेंह ओला तुम्‍हर करा पठोहूं। अऊ जब ओह आही, त संसार के मनखेमन ला पाप अऊ धरमीपन अऊ नियाय के बारे म दोसी ठहराही । ओह पाप के बारे म दोसी ठहराही, काबरकि ओमन मोर ऊपर बिसवास नइं करंय। ओह धरमीपन के बारे म दोसी ठहराही, काबरकि मेंह ददा करा जावत हंव अऊ तुमन मोला फेर नइं देखहू। अऊ ओह नियाय के बारे म दोसी ठहराही, काबरकि ए संसार के राजकुमार (सैतान) ला पहिली ले दोसी ठहराय गे हवय। तुमन ला कहे बर मोर करा बहुंत कुछू हवय, पर अभी तुमन ओ बातमन ला सहन नइं कर सकव। पर जब ओ सत के आतमा ह आही, त ओह तुमन ला सत के जम्मो बात म अगुवई करही। ओह अपन तरफ से कुछू नइं कहिही; जऊन कुछू ओह सुनही, सिरिप ओहीच बात ला कहिही, अऊ ओह तुमन ला ओ बातमन ला बताही, जऊन ह अवइया हवय। ओह मोर महिमा करही, काबरकि ओह मोर बातमन ला लिही अऊ ओला तुमन ला बताही। जऊन कुछू ददा के अय, ओ जम्मो मोर अय। एकरसेति मेंह कहेंव कि आतमा ह मोर म ले लिही अऊ ओला तुमन ला बताही। थोरकन देर बाद तुमन मोला नइं देखहू अऊ फेर थोरकन देर बाद तुमन मोला देखहू।” यीसू के कुछू चेलामन एक-दूसर ले कहिन, “ओकर ए कहे के का मतलब ए – ‘थोरकन देर बाद तुमन मोला नइं देखहू अऊ फेर थोरकन देर बाद तुमन मोला देखहू;’ अऊ ‘काबरकि मेंह ददा करा जावत हंव।’ ” चेलामन बार-बार पुछन लगिन, “ए थोरकन देर के का मतलब ए? हमन नइं समझत हवन कि ओह का कहत हवय।” यीसू ह ए जानके कि ओमन ओकर ले पुछे चाहत हवंय, ओह ओमन ला कहिस, “का तुमन एक-दूसर ले पुछत हव कि मोर ए कहे के का मतलब ए – थोरकन देर बाद तुमन मोला नइं देखहू अऊ फेर थोरकन देर बाद तुमन मोला देखहू? मेंह तुमन ला सच कहथंव, तुमन रोहू अऊ बिलाप करहू, जबकि संसार ह आनंद मनाही। तुमन ला दुःख होही, पर तुम्‍हर दुःख ह आनंद म बदल जाही। जब एक माईलोगन ह लइका जनथे, त ओला पीरा होथे काबरकि ओकर बेरा ह आ गे हवय; पर जब ओला लइका हो जाथे, त आनंद के मारे कि एक लइका ह संसार म पैदा होईस, ओह पीरा ला भुला जाथे। एही किसम ले, अभी तुमन ला दुःख होवथे, पर मेंह तुमन ला फेर देखहूं, अऊ तुमन आनंद मनाहू, अऊ तुम्‍हर आनंद ला कोनो नइं छीन सकही। ओ दिन म तुमन मोर ले कुछू नइं पुछहू। मेंह तुमन ला सच-सच कहथंव, जऊन कुछू तुमन मोर नांव म मांगहू, ओ चीज ददा ह तुमन ला दिही। अभी तक तुमन मोर नांव म कुछू नइं मांगे हवव। मांगव, त तुमन पाहू अऊ तुम्‍हर आनंद ह पूरा हो जाही। मेंह तुमन ला ए बात पटं‍तर म कहे हवंव, पर ओ समय ह आवत हवय, जब मेंह तुम्‍हर ले पटं‍तर म नइं गोठियावंव, पर मेंह तुमन ला अपन ददा के बारे म साफ-साफ बताहूं। ओ दिन तुमन मोर नांव म मांगहू, अऊ मेंह ए नइं कहथंव कि मेंह तुम्‍हर बर ददा ले बिनती करहूं। ददा ह खुदे तुम्‍हर ले मया करथे, काबरकि तुमन मोर ले मया करे हवव अऊ बिसवास करे हवव कि मेंह परमेसर करा ले आय हवंव। मेंह ददा म ले निकरके संसार म आय हवंव; अऊ अब मेंह संसार ला छोंड़के वापिस ददा करा जावत हंव।” यीसू के चेलामन कहिन, “अब तेंह साफ-साफ बिगर पटं‍तर के गोठियावत हस। अब हमन जान डारेन कि तेंह जम्मो बात ला जानथस अऊ एकर जरूरत नइं ए कि कोनो तोर ले सवाल पुछय। एकर दुवारा हमन बिसवास करथन कि तेंह परमेसर करा ले आय हवस।” यीसू ह ओमन ला जबाब दीस, “आखिर म तुमन बिसवास करेव। पर देखव, ओ बेरा ह आवत हवय अऊ आ घलो गे हवय, जब तुमन तितिर-बितिर हो जाहू; हर एक झन अपन-अपन घर चल दिहीं। तुमन मोला एकदम अकेला छोंड़ दूहू। तभो ले मेंह अकेला नइं अंव, काबरकि मोर ददा ह मोर संग हवय। मेंह तुमन ला ए बात एकरसेति कहेंव ताकि तुमन ला मोर म सांति मिलय। ए संसार म तुमन तकलीफ पाहू। पर हिम्मत रखव! मेंह संसार ऊपर जय पाय हवंव।” ए कहे के बाद, यीसू ह स्‍वरग कोति देखिस अऊ कहिस, “हे ददा, बेरा ह आ गे हवय। अपन बेटा के महिमा कर कि तोर बेटा ह घलो तोर महिमा करय। तेंह ओला जम्मो मनखेमन ऊपर अधिकार दे हवस, ताकि जऊन मन ला तेंह ओला दे हवस, ओ जम्मो झन ला ओह तोर संग सदाकाल के जिनगी देवय। अऊ तोर संग सदाकाल के जिनगी ए अय कि ओमन सिरिप तोला एकेच सत परमेसर के रूप म जानय अऊ यीसू मसीह ला जानय, जऊन ला तेंह धरती म पठोय हवस। जऊन काम तेंह मोला करे बर दे रहय, ओला पूरा करके, मेंह धरती म तोर महिमा करे हवंव। अब, हे ददा, अपन आघू म मोर महिमा कर – ओ महिमा जऊन ह संसार ला बनाय के पहिली मोर, तोर संग रिहिस।” “मेंह तोर नांव ला ओमन ऊपर परगट करे हवंव, जऊन मन ला तेंह मोला संसार म ले देय हवस। ओमन तोर रिहिन; तेंह ओमन ला मोला देय हवस अऊ ओमन तोर बचन ला माने हवंय। अब ओमन जानथें कि जऊन कुछू तेंह मोला देय हवस, ओ जम्मो चीज तोर करा ले आय हवय। काबरकि मेंह ओमन ला ओ बचन दे हवंव, जऊन ला तेंह मोला देय रहय, अऊ ओमन ओला गरहन करे हवंय। ओमन सही म जान गीन कि मेंह तोर करा ले आय हवंव अऊ ओमन बिसवास कर ले हवंय कि तेंह मोला पठोय हवस। मेंह ओमन बर पराथना करत हंव। मेंह संसार बर नइं, पर ओमन बर पराथना करत हंव, जऊन मन ला तेंह मोला देय हवस, काबरकि ओमन तोर अंय। जऊन कुछू मोर करा हवय, ओ जम्मो ह तोर अय अऊ जऊन कुछू तोर करा हवय, ओ जम्मो ह मोर अय। अऊ एमन के दुवारा मोर महिमा होथे। मेंह अब संसार म नइं रहंव, पर ओमन संसार म रहिहीं, अऊ मेंह तोर करा आवत हवंव। हे पबितर ददा, ओमन ला जतन के रख – अपन ओ नांव के सक्ति के दुवारा, जऊन नांव ला तेंह मोला देय हवस, ताकि ओमन एक हो जावंय जइसने हमन एक हवन। जब मेंह ओमन के संग रहेंव, त ओ नांव के दुवारा जऊन ला तेंह मोला देय हवस, ओमन ला जतन के रखेंव अऊ ओमन ला सही सलामत रखेंव। ओम ले कोनो नइं गंवाईन, सिरिप बिनास के बेटा के छोंड़, ताकि परमेसर के बचन ह पूरा होवय। अब मेंह तोर करा आवत हंव, पर मेंह ए बातमन ला संसार म रहत कहथंव, ताकि ओमन मोर आनंद ले पूरा भर जावंय। मेंह ओमन ला तोर बचन देय हवंव अऊ संसार ह ओमन ले नफरत करिस, काबरकि ओमन संसार के नो हंय, जइसने मेंह संसार के नो हंव। मेंह ए पराथना नइं करत हंव कि तेंह ओमन ला संसार ले निकार ले, पर ए पराथना करत हंव कि ओमन ला तेंह सैतान ले बचाय रख। ओमन संसार के नो हंय, जइसने मेंह संसार के नो हंव। सत के दुवारा ओमन ला पबितर कर, तोर बचन ह सत ए। जइसने तेंह मोला संसार म पठोय, वइसने मेंह ओमन ला संसार म पठोय हवंव। ओमन खातिर मेंह अपन-आप ला तोर हांथ म अरपन करथंव ताकि ओमन घलो सही म अपन-आप ला तोला अरपन करंय।” “मेंह सिरिप ओमन खातिर ही पराथना नइं करथंव, पर ओमन बर घलो जऊन मन ओमन के संदेस के कारन मोर ऊपर बिसवास करथें, कि ओ जम्मो झन एक हो जावंय। हे ददा, जइसने तेंह मोर म हवस अऊ मेंह तोर म हवंव। वइसने ओमन घलो हमर म होवंय ताकि संसार ह बिसवास करय कि तेंह मोला पठोय हवस। जऊन महिमा तेंह मोला देय हवस, ओही महिमा मेंह ओमन ला देय हवंव, ताकि ओमन एक हो जावंय, जइसने हमन एक हवन। मेंह ओमन म अऊ तेंह मोर म, कि ओमन पूरा-पूरी एक हो जावंय, ताकि संसार ह जानय कि तेंह मोला पठोय हवस अऊ जइसने तेंह मोर ले मया करे हवस, वइसने ओमन ले घलो मया करय। हे ददा मेंह चाहथंव कि जऊन मन ला तेंह मोला देय हवस, ओमन मोर संग उहां रहंय, जिहां में हवंव अऊ ओमन मोर ओ महिमा ला देखंय, जऊन ला तेंह मोला देय हवस, काबरकि तेंह संसार के रचे के पहिली मोर ले मया करय।” “हे धरमी ददा, संसार ह तोला नइं जानय, पर मेंह तोला जानथंव, अऊ ओमन जानथें कि तेंह मोला पठोय हवस। मेंह ओमन ला तोर बारे म बताय हवंव अऊ बतावत रहिहूं, ताकि तोर ओ मया जऊन ह मोर बर हवय, ओमन म घलो रहय अऊ मेंह खुद ओमन म रहंव।” ए पराथना करे के बाद, यीसू ह अपन चेलामन संग किदरोन घाटी के ओ पार गीस। उहां एक जैतून के बारी रहय, जिहां ओ अऊ ओकर चेलामन गीन। यहूदा जऊन ह यीसू ला धोखा दीस, ओ ठऊर ला जानत रिहिस, काबरकि यीसू ह हमेसा अपन चेलामन संग उहां मिलय। तब यहूदा ह कुछू सैनिक अऊ मुखिया पुरोहित अऊ फरीसी मन के कुछू अधिकारीमन ला लेके उहां आईस। ओमन मसाल, लालटिन अऊ हथियार धरे रहंय। यीसू ह ओ जम्मो बात ला जानत रिहिस, जऊन ह ओकर संग होवइया रहय; एकरसेति ओह निकरिस अऊ ओमन ले पुछिस, “तुमन कोन ला खोजत हव?” ओमन जबाब दीन, “नासरत के यीसू ला।” यीसू ह कहिस, “ओह में अंव।” अऊ दगाबाज यहूदा ह उहां ओमन संग ठाढ़े रहय। जब यीसू ह ओमन ला ए कहिस कि “ओह में अंव”, त ओमन पाछू घुंचिन अऊ भुइयां म गिर पड़िन। यीसू ह ओमन ले फेर पुछिस, “तुमन कोन ला खोजत हव?” अऊ ओमन कहिन, “नासरत के यीसू ला।” यीसू ह जबाब दीस, “मेंह तुमन ला कह चुके हंव कि ओह में अंव। यदि तुमन मोला खोजत हव, त ए मनखेमन ला जावन दव।” ए बात एकरसेति होईस, ताकि यीसू के कहय ए बचन ह पूरा होवय, “जऊन मन ला तेंह मोला देय रहय, ओम ले मेंह एको झन ला घलो नइं गवांय।” तब सिमोन पतरस जेकर करा एक ठन तलवार रहय, ओह ओला खींचके निकारिस अऊ महा पुरोहित के सेवक ऊपर चलाके ओकर जेवनी कान ला काट दीस। ओ सेवक के नांव मलखुस रिहिस। यीसू ह पतरस ला हुकूम दीस, “अपन तलवार ला मियान म रख। जऊन दुःख के कटोरा ददा ह मोला दे हवय; का ओला मेंह नइं पीयंव?” तब सैनिकमन अऊ ओमन के कप्तान अऊ यहूदी अधिकारीमन यीसू ला पकड़के बांध लीन, अऊ ओमन ओला पहिली हन्नास करा लानिन, जऊन ह ओ साल के महा पुरोहित काइफा के ससुर रिहिस। एह ओहीच काइफा रिहिस, जऊन ह यहूदीमन ला ए सलाह देय रिहिस – बने होतिस यदि एक आदमी ह जम्मो मनखेमन खातिर मरय। सिमोन पतरस अऊ एक आने चेला यीसू के पाछू-पाछू गीन। काबरकि ए चेला ह महा पुरोहित के पहिचान के रिहिस; एकरसेति ओह घलो महा पुरोहित के अंगना म जाय सकिस, जिहां यीसू ला ले गे रिहिन। पर पतरस ह बाहिर कपाट करा ठाढ़े रहय। तब ओ आने चेला जऊन ह महा पुरोहित के पहिचान के रिहिस, बाहिर आईस अऊ दुवार-पालिन टूरी ला कहिके पतरस ला भीतर ले गीस। ओ दुवार-पालिन टूरी ह पतरस ले पुछिस, “का तेंह घलो त ए मनखे के चेलामन ले एक झन नो हस?” ओह कहिस, “मेंह नो हंव।” जाड़ के मारे सेवक अऊ अधिकारीमन कोयला ला जलाय रहंय अऊ ओकर चारों खूंट ठाढ़ होके आगी तापत रहंय। पतरस ह घलो ओमन के संग उहां ठाढ़ होके आगी तापत रहय। इही बीच म महा पुरोहित ह यीसू ले ओकर चेला अऊ ओकर उपदेस के बारे म पुछताछ करिस। यीसू ह जबाब दीस, “मेंह मनखेमन ले खुले-आम बात करे हवंव। मेंह सभा घर अऊ मंदिर के अंगना म, जिहां जम्मो यहूदीमन जुरथें, हमेसा उपदेस देय हवंव। मेंह गुपत म कुछू नइं कहेंव। तेंह मोर ले काबर पुछताछ करथस? ओमन ले पुछ जऊन मन मोर बात ला सुने हवंय। ओमन जानत हवंय कि मेंह का कहे हवंव।” जब यीसू ह ए कहिस, त ओकर लकठा म ठाढ़े एक अधिकारी ह यीसू ला एक थपरा मारिस अऊ कहिस, “महा पुरोहित ला का तेंह अइसने जबाब देथस।” यीसू ह ओला जबाब दीस, “यदि मेंह कुछू गलत बात कहे हवंव, त ओला बता। पर यदि मेंह सच बात कहे हवंव, त तेंह मोला काबर मारथस?” तब हन्नास ह यीसू ला वइसनेच बंधे-बंधाय महा पुरोहित काइफा करा पठो दीस। सिमोन पतरस ह उहां अंगना म ठाढ़े आगी तापत रहय, तब मनखेमन ओकर ले पुछिन, “का तेंह घलो ओकर चेलामन ले एक झन अस?” ओह इनकार करके कहिस, “मेंह नो हंव।” महा पुरोहित के एक सेवक जऊन ह ओ मनखे के रिस्तेदार रिहिस, जेकर कान ला पतरस काट दे रिहिस, पतरस ले पुछिस, “का मेंह तोला ओकर संग जैतून के बारी म नइं देखे रहेंव?” पतरस ह फेर इनकार करिस अऊ तुरते कुकरा ह बासिस। तब यहूदीमन यीसू ला काइफा करा ले रोमी राजपाल के महल म ले गीन अऊ ओह बड़े बिहनियां के बेरा रिहिस। यहूदीमन खुद महल के भीतर नइं गीन ताकि ओमन असुध झन होवंय अऊ फसह के भोज खा सकंय । एकरसेति पीलातुस ह बाहिर ओमन करा आईस अऊ पुछिस, “ए मनखे के ऊपर तुमन का दोस लगाथव?” ओमन जबाब दीन, “यदि ए मनखे ह अपराधी नइं होतिस, त एला हमन तोर हांथ म नइं सऊंपतेन।” पीलातुस ह ओमन ला कहिस, “तुमन एला ले जावव अऊ अपन खुद के कानून के मुताबिक ओकर नियाय करव।” यहूदीमन ओला कहिन, “हमन करा कोनो ला मिरतू दंड देय के अधिकार नइं ए।” एह एकरसेति होईस ताकि यीसू के ओ बचन ह पूरा होवय, जऊन ला यीसू ह इसारा म कहे रिहिस कि ओकर मिरतू कइसने होही। तब पीलातुस फेर महल भीतर गीस अऊ यीसू ला बलाके ओकर ले पुछिस, “का तेंह यहूदीमन के राजा अस?” यीसू ह जबाब देके कहिस, “का तेंह ए बात अपन कोति ले कहथस कि आने मन तोला ए बात मोर बारे म कहे हवंय?” पीलातुस ह जबाब दीस, “का तेंह सोचथस कि मेंह एक यहूदी अंव? तोर खुद के मनखे अऊ मुखिया पुरोहित मन तोला मोर हांथ म सऊंपे हवंय। तेंह का करे हस?” यीसू ह कहिस, “मोर राज ह ए संसार के नो हय। यदि मोर राज ह ए संसार के होतिस, त मोर सेवकमन लड़तिन अऊ मेंह यहूदीमन के हांथ म नइं सऊंपे जातेंव; पर मोर राज ह इहां के नो हय।” पीलातुस ह यीसू ला कहिस, “त का तेंह एक राजा अस?” यीसू ह जबाब दीस, “तेंह सही कहथस कि मेंह एक राजा अंव। मेंह ए खातिर जनम लेंव अऊ ए खातिर संसार म आयेंव कि सत के गवाही देवंव। जऊन ह सत के तरफ हवय, ओह मोर बात ला सुनथे।” पीलातुस ह ओकर ले पुछिस, “का ह सत ए?” ए कहिके पीलातुस ह बाहिर यहूदीमन करा फेर गीस अऊ ओमन ला कहिस, “मेंह ओम कोनो दोस नइं पायेंव। पर एह तुम्‍हर रिवाज ए कि फसह के तिहार के बेरा म मेंह तुम्‍हर खातिर एक कैदी ला छोंड़ देवंव। का तुमन चाहथव कि मेंह यहूदीमन के राजा ला छोंड़ देवंव?” ओमन चिचियाके कहिन, “नइं, ए मनखे ला नइं, पर हमर बर बरब्‍बा ला छोंड़ दे।” अऊ बरब्‍बा ह एक डाकू रिहिस। तब पीलातुस ह यीसू ला लेके ओला कोर्रा म पीटवाईस। सैनिकमन कांटा के एक मुकुट बनाईन अऊ ओला यीसू के मुड़ ऊपर रखिन अऊ ओमन यीसू ला बैंजनी कपड़ा पहिराईन, अऊ ओमन ओकर करा बार-बार आके कहिन, “हे यहूदीमन के राजा, जोहार लागी।” अऊ ओमन यीसू के मुहूं म थपरा मारिन। पीलातुस ह फेर महल ले बाहिर आईस अऊ यहूदीमन ला कहिस, “देखव, मेंह ओला तुम्‍हर करा बाहिर लानत हंव ताकि तुमन जान लेवव कि मेंह ओम कुछू दोस नइं पायेंव।” जब यीसू ह कांटा के मुकुट अऊ बैंजनी कपड़ा पहिरे बाहिर आईस, त पीलातुस ह ओमन ला कहिस, “देखव, एह ओ मनखे ए।” जब मुखिया पुरोहित अऊ अधिकारीमन यीसू ला देखिन, त ओमन चिचियाके कहिन, “एला कुरुस ऊपर चघावव। एला कुरुस ऊपर चघावव।” पर पीलातुस ह जबाब दीस, “तुमन एला ले जावव अऊ कुरुस म चघावव। काबरकि मेंह एम कुछू दोस नइं पायेंव।” यहूदीमन जोर देके कहिन, “हमर एक ठन कानून हवय अऊ ओ कानून के मुताबिक एकर मरना जरूरी ए, काबरकि एह अपन-आप ला ‘परमेसर के बेटा’ कहिथे।” जब पीलातुस ह ए बात ला सुनिस, त ओह अऊ डर्रा गीस, अऊ ओह वापिस महल भीतर जाके यीसू ले पुछिस, “तेंह कहां के अस?” पर यीसू ह ओला कोनो जबाब नइं दीस। तब पीलातुस ह कहिस, “का तेंह मोर ले बात नइं करस? का तेंह नइं जानस कि मोर करा तोला छोंड़ देय के या फेर तोला कुरुस ऊपर चघाय के अधिकार हवय?” यीसू ह जबाब दीस, “यदि तोला ऊपर (परमेसर) ले अधिकार नइं दिये जातिस, त मोर ऊपर तोर कुछू अधिकार नइं होतिस। एकरसेति जऊन ह मोला तोर हांथ म सऊंपे हवय, ओह बड़े पाप के दोसीदार ए।” एकर बाद पीलातुस ह यीसू ला छोंड़ देय के कोसिस करिस, पर यहूदीमन बार-बार चिचियाके कहिन, “यदि तेंह ए मनखे ला छोंड़ देबे, त तेंह महाराजा के संगवारी नो हस। जऊन ह अपन-आप ला राजा कहिथे, ओह महाराजा के बिरोधी होथे।” जब पीलातुस ए बात ला सुनिस, त ओह यीसू ला बाहिर लानिस अऊ नियाय के आसन म बईठिस, जऊन ह पथरा के चंउरा नांव के जगह म रहय अऊ ओ चंउरा ला इबरानी भासा म गब्बता कहे जावय। एह फसह तिहार के तियारी के दिन रहय अऊ दिन के करीब बारह बजे के समय रहय। पीलातुस ह यहूदीमन ला कहिस, “देखव, एही अय तुम्‍हर राजा।” पर ओमन चिचियाके कहिन, “एला ले जावव। एला ले जावव। एला कुरुस ऊपर चघावव।” पीलातुस ह ओमन ले पुछिस, “का मेंह तुम्‍हर राजा ला कुरुस ऊपर चघा देवंव?” मुखिया पुरोहितमन जबाब दीन, “महाराजा के छोंड़ हमर अऊ कोनो राजा नइं ए।” आखिर म पीलातुस ह यीसू ला कुरुस ऊपर चघाय बर ओमन के हांथ म सऊंप दीस। तब ओमन यीसू ला ले गीन अऊ ओह अपन कुरुस ला बोहके बाहिर निकरिस अऊ ओ ठऊर म गीस, जऊन ला खोपड़ी के ठऊर कहे जावय अऊ इबरानी भासा म एला गुलगुता घलो कहे जाथे। उहां ओमन यीसू ला कुरुस ऊपर चघा दीन, अऊ ओकर संग अऊ दू झन ला घलो कुरुस ऊपर चघाईन, एक झन ला ओकर जेवनी कोति अऊ दूसर झन ला ओकर डेरी कोति, अऊ यीसू ला मांझा म। पीलातुस ह एक सूचना लिखके कुरुस ऊपर टंगवा दे रहय, जेम ए लिखाय रहय, “नासरत के यीसू, यहूदीमन के राजा।” बहुंते यहूदीमन ए सूचना ला पढ़िन, काबरकि जऊन ठऊर म यीसू ला कुरुस ऊपर चघाय गे रिहिस, ओह सहर के लकठा म रहय अऊ ओ सूचना ह इबरानी, लतीनी अऊ यूनानी भासा म लिखाय रहय। तब यहूदीमन के मुखिया पुरोहितमन पीलातुस ला कहिन, “यहूदीमन के राजा झन लिख, पर ए लिख कि ए मनखे ह कहिस, ‘मेंह यहूदीमन के राजा अंव।’ ” पीलातुस ह जबाब दीस, “मेंह जऊन लिख देंव त लिख देंव।” जब सैनिकमन यीसू ला कुरुस ऊपर चघा लीन, त ओमन ओकर कपड़ामन लेके चार बांटा करिन अऊ हर एक ह एक बांटा लीस। ओमन ओकर कुरता (चोंगा) ला घलो लीन, पर ओ कुरता ह सिये नइं गे रहय। एह ऊपर ले तरी तक एक ठन करके बूने गे रहय। एकरसेति ओमन एक-दूसर ला कहिन, “एला हमन नइं चीरन, पर एकर बर लाटरी निकारबो अऊ देखबो कि एह कोन ला मिलही।” एह एकरसेति होईस ताकि परमेसर के बचन म लिखे बात ह पूरा होवय – “ओमन मोर कपड़ा ला आपस म बांट लीन अऊ मोर कुरता बर लाटरी निकारिन।” एकरसेति सैनिकमन अइसने करिन। यीसू के कुरुस के लकठा म ओकर दाई, अऊ ओकर दाई के बहिनी, क्‍लोपास के घरवाली मरियम, अऊ मरियम मगदलिनी ठाढ़े रिहिन। जब यीसू ह अपन दाई अऊ ओ चेला ला जेकर ले ओह मया करय, तीर म ठाढ़े देखिस, त ओह अपन दाई ला कहिस, “हे नारी, एह तोर बेटा ए।” अऊ ओ चेला ले कहिस, “एह तोर दाई ए।” ओही बखत ले ओ चेला ह यीसू के दाई ला अपन घर ले गीस। एकर बाद, यीसू ह ए जानके कि अब जम्मो बात पूरा हो चुके हवय, परमेसर के बचन ला पूरा करे बर कहिस, “मेंह पीयासन हंव।” उहां सिरका ले भरे एक ठन बरतन रखे रहय। ओमन पनसोखवा रबर ला ओ सिरका म भिगोईन अऊ ओ पनसोखवा रबर ला एक ठन जूफा के डंडी म रखके यीसू के मुहूं ले लगाईन। जब यीसू ह ओ सिरका ला ले लीस, त कहिस, “पूरा होईस।” अऊ ओह मुड़ ला नवांके अपन परान तियाग दीस। ओह तियारी के दिन रिहिस, अऊ ओकर दूसर दिन बिसेस बिसराम के दिन रिहिस। यहूदीमन नइं चाहत रिहिन कि ओमन के देहेंमन बिसराम के दिन कुरुस म टंगे रहंय, एकरसेति ओमन पीलातुस ले बिनती करिन कि कुरुस म चघाय मनखेमन के गोड़ ला टोर दिये जावय अऊ ओमन के देहें ला कुरुस ले उतार दिये जावय । एकरसेति सैनिकमन आईन अऊ ओमन पहिली मनखे के गोड़ ला टोरिन, अऊ तब दूसर मनखे के, जऊन मन कि यीसू संग कुरुस म चघाय गे रिहिन। पर जब ओमन यीसू करा आईन अऊ देखिन कि ओह मर गे हवय, त ओमन ओकर गोड़ ला नइं टोरिन। पर एक सैनिक ह यीसू के पंजरा म बरछी मारिस अऊ तुरते ओम ले लहू अऊ पानी निकरिस। जऊन मनखे ह एला देखिस ओह गवाही दे हवय अऊ ओकर गवाही ह सच ए। ओह जानथे कि ओह सच कहत हवय, अऊ ओह गवाही देथे ताकि तुमन घलो बिसवास करव। ए बात एकरसेति होईस ताकि परमेसर के ए बचन ह पूरा होवय: “ओकर एको ठन हाड़ा टोरे नइं जाही।” अऊ परमेसर के बचन म फेर आने जगह ए लिखे हवय, “ओमन ओला देखहीं, जऊन ला ओमन छेदे हवंय।” एकर बाद अरमतिया सहर के यूसुफ जऊन ह यीसू के चेला रिहिस, पर ओह ए बात ला यहूदीमन के डर के मारे छुपा के रखे रहय। ओह पीलातुस ले बिनती करिस, “का मेंह यीसू के लास ला ले जावंव?” पीलातुस ह ओकर बिनती ला मान लीस। तब यूसुफ ह आईस अऊ यीसू के लास ला ले गीस। निकुदेमुस जऊन ह पहिली यीसू करा एक बार रतिहा आय रिहिस, करीब तैंतिस किलो गंधरस अऊ एलवा के मसाला लीस अऊ ओह घलो यूसुफ के संग गीस। ओमन यीसू के लास ला लीन अऊ यहूदीमन के दफनाय के रीति के मुताबिक लास म ओ मसाला ला लगाईन अऊ ओला मलमल के कपड़ा म लपेटिन। जऊन जगह म यीसू ला कुरुस ऊपर चघाय गे रिहिस, उहां एक ठन बारी रिहिस अऊ ओ बारी म एक ठन नवां कबर रिहिस, जऊन म कभू कोनो ला नइं रखे गे रिहिस। काबरकि ओह यहूदीमन के तियारी के दिन रहय अऊ ओ कबर ह लकठा म रहय; एकरसेति ओमन यीसू के लास ला उहां रखिन। हप्‍ता के पहिली दिन बड़े बिहनियां जब अंधियार रहय, मरियम मगदलिनी कबर करा आईस अऊ देखिस कि पथरा ह कबर के मुंहाटी ले हट गे हवय। तब ओह दऊड़त सिमोन पतरस अऊ ओ आने चेला करा गीस, जेकर ले यीसू मया रखय, अऊ ओमन ला कहिस, “ओमन परभू ला कबर म ले निकारके ले गे हवंय अऊ हमन नइं जानन कि ओमन ओला कहां रखे हवंय।” तब पतरस अऊ ओ आने चेला घर ले निकरिन अऊ कबर कोति गीन। ओ दूनों दऊड़त गीन, पर ओ आने चेला ह तेज दऊड़के पतरस ले आघू निकर गीस अऊ कबर करा पहिली हबरिस। निहरके ओह कबर म देखिस, त मलमल के कपड़ा ह उहां माढ़े रहय, पर ओह कबर के भीतर नइं गीस। तब ओकर पाछू पतरस ह आईस अऊ कबर के भीतर गीस। ओह देखिस कि मलमल के कपड़ा ह उहां माढ़े रहय। ओह ए घलो देखिस कि ओ गमछा जऊन ला यीसू के मुड़ म लपेटे गे रिहिस, मलमल के कपड़ा ले अलग मोड़ाके माढ़े रहय। तब ओ आने चेला घलो जऊन ह कबर करा पहिली हबरे रिहिस, भीतर गीस अऊ देखके बिसवास करिस। ओमन अभी तक ले परमेसर के बचन ले नइं समझे रिहिन कि यीसू ह मरे म ले जरूर जी उठही। तब चेलामन वापिस अपन-अपन घर चल दीन। पर मरियम ह रोवत कबर के बाहिर ठाढ़े रिहिस; अऊ रोवत-रोवत ओह कबर के भीतर ला देखे बर झुकिस, अऊ ओह देखिस कि दू झन स्‍वरगदूत सफेद कपड़ा पहिरे उहां बईठे रहंय, जिहां यीसू के देहें रखाय रिहिस; एक झन मुड़ कोति बईठे रहय अऊ दूसर झन गोड़ कोति। स्वरगदूतमन ओकर ले पुछिन, “हे नारी, तेंह काबर रोवत हवस?” ओह कहिस, “ओमन मोर परभू ला ले गे हवंय, अऊ मेंह नइं जानव कि ओमन ओला कहां रखे हवंय।” ए कहिके, ओह पाछू मुड़िस अऊ यीसू ला उहां ठाढ़े देखिस, पर ओह नइं चिन्हिस कि एह यीसू अय। यीसू ह ओला कहिस, “हे नारी, तेंह काबर रोवत हवस? तेंह कोन ला खोजत हवस?” ओह यीसू ला माली समझके कहिस, “हे महाराज, कहूं तेंह ओला ले गे हवस, त मोला बता कि तेंह ओला कहां रखे हवस। मेंह ओला ले जाहूं।” यीसू ह ओला कहिस, “मरियम!” मरियम ह यीसू कोति मुड़िस, अऊ चिचियाके इबरानी भासा म कहिस, “रब्बूनी!” (जेकर मतलब होथे – “गुरूजी”)। यीसू ह ओला कहिस, “मोला झन छू, काबरकि मेंह अभी तक ले ददा करा ऊपर नइं गे हवंव। पर मोर भाईमन करा जा अऊ ओमन ला बता कि मेंह ओकर करा ऊपर जावत हंव, जऊन ह मोर ददा अऊ तुम्‍हर ददा, मोर परमेसर अऊ तुम्‍हर परमेसर ए।” मरियम मगदलिनी चेलामन करा जाके कहिस, “मेंह परभू ला देखे हवंव, अऊ ओह मोर ले ए बात कहे हवय।” ओहीच दिन जऊन ह हप्‍ता के पहिली दिन रिहिस, संझा के बेरा, जब चेलामन एक जगह म जुरे रहंय अऊ कपाटमन भीतर ले यहूदीमन के डर के मारे बंद रहंय, तब यीसू ह आईस अऊ ओमन के बीच म ठाढ़ होके ओमन ला कहिस, “तुमन ला सांति मिलय।” ए कहे के बाद यीसू ह अपन हांथ अऊ अपन पंजरा ओमन ला देखाईस। तब चेलामन परभू ला देखके बहुंत खुस होईन। यीसू ह ओमन ला फेर कहिस, “तुमन ला सांति मिलय। जइसने ददा ह मोला पठोय हवय, वइसने मेंह तुमन ला पठोवत हवंव।” ए कहिके, ओह ओमन ऊपर फूंकिस अऊ कहिस, “पबितर आतमा ला गरहन करव। यदि तुमन काकरो पाप छेमा करहू, त ओ पाप छेमा हो जाही; यदि तुमन ओमन के पाप छेमा नइं करहू, त ओमन छेमा नइं होवंय।” जब यीसू ह आईस, त ओ बखत बारहों चेलामन ले एक झन थोमा ह (जऊन ला दिदुमुस घलो कहे जावय) ओमन संग नइं रिहिस । जब आने चेलामन ओला कहिन, “हमन परभू ला देखे हवन।” त ओह ओमन ला कहिस, “जब तक मेंह ओकर हांथमन म खीला के चिन्हांमन ला नइं देख लूहूं अऊ जिहां खीलामन रिहिन, उहां अपन अंगरी नइं डार लूहूं अऊ ओकर पंजरा म अपन हांथ नइं डार लूहूं, तब तक मेंह बिसवास नइं करंव।” एक हप्‍ता के बाद यीसू के चेलामन फेर घर म रिहिन अऊ थोमा ह ओमन के संग म रिहिस। कपाटमन भीतर ले बंद रहंय, तब फेर यीसू ह आईस अऊ ओमन के बीच म ठाढ़ होके कहिस, “तुमन ला सांति मिलय।” तब ओह थोमा ला कहिस, “तोर अंगरी ला इहां रख अऊ मोर हांथमन ला देख। अपन हांथ ला लानके मोर पंजरा म रख अऊ अबिसवासी नइं, पर बिसवासी बन।” ए सुनके थोमा ह ओला कहिस, “हे मोर परभू, हे मोर परमेसर!” तब यीसू ह कहिस, “तेंह मोला देखे के बाद बिसवास करय; पर धइन अंय ओमन, जऊन मन मोला बिगर देखे बिसवास करथें।” यीसू ह कतको अचरज के चिन्‍हां अपन चेलामन के आघू म देखाईस, जऊन मन ए किताब म नइं लिखे गे हवंय। पर एमन एकरसेति लिखे गे हवंय कि तुमन बिसवास करव कि यीसू ह परमेसर के बेटा – मसीह अय, अऊ ए बिसवास करे के दुवारा तुमन ओकर नांव म जिनगी पावव। एकर बाद यीसू ह अपन चेलामन ला तिबिरियास झील के तीर म दरसन दीस अऊ ओह ए किसम ले दरसन दीस: सिमोन पतरस, थोमा (जऊन ला दिदुमुस कहे जाथे), नतनएल जऊन ह गलील प्रदेस के काना सहर के रिहिस, जबदी के बेटामन अऊ दू झन आने चेलामन जुरे रिहिन। सिमोन पतरस ह ओमन ला कहिस, “मेंह मछरी मारे बर जावत हंव,” त ओमन कहिन, “हमन घलो तोर संग जाबो।” ओमन जाके डोंगा म चघिन, पर ओ रतिहा ओमन एको ठन मछरी नइं पाईन। बड़े बिहनियां, यीसू ह आके झील के तीर म ठाढ़ हो गीस, पर चेलामन नइं चिन्हिन कि ओह यीसू अय। तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “ए संगवारी हो, का तुम्‍हर करा कोनो मछरी हवय?” ओमन ह जबाब दीन, “नइं।” ओह ओमन ला कहिस, “डोंगा के जेवनी कोति अपन जाल ला डारव, त तुमन ला मिलही।” जब ओमन जाल ला डारिन, त जाल म अतेक मछरी फंस गीन कि ओमन जाल ला खींच नइं सकिन। तब ओ चेला जेकर ले यीसू मया करय, पतरस ला कहिस, “एह तो परभू अय।” जब सिमोन पतरस सुनिस कि एह परभू अय, त ओह अपन कपड़ा ला अपन कनिहां म लपेटिस (काबरकि ओह कुछू नइं पहिरे रिहिस) अऊ पानी म कूद पड़िस। पर आने चेलामन मछरी ले भरे जाल ला खींचत डोंगा म आईन। ओमन पानी के तीर ले जादा दूरिहा म नइं रिहिन। तीर ह करीब एक सौ मीटर दूरिहा रहय। जब ओमन भुइयां म उतरिन, त देखिन कि उहां कोयला के आगी बरत रहय अऊ ओम मछरी रखाय रहय अऊ उहां कुछू रोटी घलो रहय। यीसू ह ओमन ला कहिस, “जऊन मछरीमन ला तुमन अभी पकड़े हवव, ओम के कुछू लानव।” सिमोन पतरस ह डोंगा ऊपर चघिस अऊ मछरी ले भरे जाल ला पानी के तीर म खींचके लानिस; जाल म 153 बड़े मछरी रहंय, पर अतकी जादा मछरी होय के बावजूद जाल ह नइं चीराईस। यीसू ह ओमन ला कहिस, “आवव अऊ नास्‍ता करव।” कोनो चेला ला हिम्मत नइं होईस कि ओकर ले ए पुछय कि तेंह कोन अस? काबरकि ओमन जानत रिहिन कि एह परभू अय। यीसू ह आईस अऊ रोटी ला लेके ओमन ला दीस, अऊ ओह मछरी ला घलो अइसनेच करिस। एह तीसरा बार रिहिस, जब यीसू ह मरे म ले जी उठे के बाद अपन चेलामन ला दरसन दीस। जब ओमन खा डारिन, त यीसू ह सिमोन पतरस ला कहिस, “हे सिमोन, यूहन्ना के बेटा! का तेंह एमन ले बढ़के मोला मया करथस?” ओह कहिस, “हव परभू, तेंह त जानथस कि मेंह तोर ले मया करथंव।” यीसू ह कहिस, “मोर मेढ़ा-पीलामन ला चरा।” यीसू ह ओला फेर कहिस, “हे सिमोन, यूहन्ना के बेटा! का तेंह मोला मया करथस?” ओह जबाब दीस, “हव परभू, तेंह जानथस कि मेंह तोर ले मया करथंव।” यीसू ह कहिस, “मोर भेड़मन के रखवारी कर।” यीसू ह तीसरा बार ओला कहिस, “हे सिमोन, यूहन्ना के बेटा! का तेंह मोला मया करथस?” पतरस ह उदास हो गीस काबरकि यीसू ह तीसरा बार ओकर ले पुछिस – “का तेंह मोला मया करथस?” पतरस ह कहिस, “हे परभू, तेंह तो जम्मो बात ला जानथस; तेंह जानथस कि मेंह तोला मया करथंव।” यीसू ह कहिस, “मोर भेड़मन ला चरा। मेंह तोला सच कहथंव कि जब तेंह जवान रहय, त खुद कपड़ा पहिरके जिहां चाहय, उहां चल देवत रहय; पर जब तेंह डोकरा हो जाबे, तब तेंह अपन हांथ ला लमाबे, अऊ कोनो आने मनखे तोला कपड़ा पहिराही, अऊ जिहां तेंह जाय बर नइं चाहबे, उहां ओह तोला ले जाही।” ए कहे के दुवारा यीसू ह इसारा कर दीस कि पतरस ह कोन किसम के मिरतू ले परमेसर के महिमा करही। तब यीसू ह ओला कहिस, “मोर पाछू हो ले।” पतरस ह मुड़के देखिस कि ओ चेला ह ओमन के पाछू-पाछू आवत रहय, जेकर ले यीसू मया करय, अऊ एह ओही चेला रिहिस, जऊन ह खाना खाय के बखत यीसू कोति निहरके पुछे रिहिस, “हे परभू, ओह कोन ए, जऊन ह तोला दगा दिही?” जब पतरस ह ओला देखिस, त ओह यीसू ले पुछिस, “हे परभू, एकर का होही?” यीसू ह जबाब दीस, “यदि में चाहंव, त ओह मोर लहुंटके आवत तक जीयत रहिही, एकर ले तोला का? तेंह मोर पाछू हो ले।” एकरसेति भाईमन के बीच म ए अफवाह फइल गीस कि ए चेला ह नइं मरही। पर यीसू ह ए नइं कहे रिहिस कि ओह नइं मरही; ओह सिरिप ए कहिस, “यदि में चाहंव, त ओह मोर लहुंटके आवत तक जीयत रहिही, एकर ले तोला का?” एह ओही चेला अय, जऊन ह ए बातमन के गवाही देवत हवय अऊ जऊन ह ए बातमन ला लिखे हवय, अऊ हमन जानत हवन कि ओकर गवाही ह सच ए। यीसू ह आने अऊ कतको काम करिस, यदि ओम के हर एक बात ला लिखे जातिस, त मेंह सोचथंव कि जऊन किताबमन लिखे जातिन, ओमन ला रखे बर जम्मो संसार म जगह नइं होतिस। हे थियुफिलुस, मेंह अपन पहिली किताब म ओ जम्मो गोठ के बारे म लिखे हवंव, जऊन ला यीसू ह अपन सेवा के सुरूआत ले करे अऊ सिखोय रिहिस, जब तक कि ओह पबितर आतमा के सामरथ ले प्रेरितमन ला, जऊन ला ओह चुने रिहिस, हुकूम नइं दे लीस अऊ परमेसर के दुवारा स्‍वरग म नइं उठाय गीस। यीसू ह दुःख सहे के बाद, ए मनखेमन ला दिखिस अऊ बहुंत अकन पक्‍का सबूत दीस कि ओह जीयत हवय। ओह चालीस दिन तक ओमन ला दिखाई देते रिहिस अऊ परमेसर के राज के बारे म बताते रिहिस। एक बार, जब ओह ओमन के संग खाना खावत रिहिस, त ओह ओमन ला ए हुकूम दीस, “यरूसलेम सहर ला झन छोड़व, पर ओ बरदान के बाट जोहव, जेकर वायदा मोर ददा ह करे हवय अऊ जेकर बारे म तुमन मोर ले सुने हवव। यूहन्ना तो पानी ले बतिसमा दीस, पर थोरकन दिन के बाद, तुमन पबितर आतमा ले बतिसमा पाहू।” जब ओमन जुरिन त यीसू ले पुछिन, “हे परभू, का तेंह इही घड़ी इसरायलीमन ला राज ला लहुंटा देबे?” यीसू ह ओमन ला कहिस, “ओ बेरा या तारिख ला, जऊन ला ददा ह अपनेच अधिकार म रखे हवय, तुमन के जाने के काम नो हय। पर जब पबितर आतमा तुम्‍हर ऊपर आही, त तुमन सक्ति पाहू; अऊ यरूसलेम म, अऊ जम्मो यहूदा अऊ सामरिया म, अऊ धरती के छोर तक तुमन मोर गवाह होहू।” ए जम्मो बात कहे के बाद, यीसू ह ओमन के देखते-देखत परमेसर के दुवारा स्‍वरग म उठा लिये गीस, अऊ एक बादर ह ओला ओमन के आंखी ले छिपा लीस। जब ओमन यीसू के जावत बेरा ऊपर अकास कोति देखत रिहिन, त अचानक दू झन मनखे सफेद कपड़ा पहिरे ओमन के बाजू म ठाढ़ हो गीन, अऊ ओमन कहिन, “हे गलील के मनखेमन, तुमन काबर अकास कोति देखत इहां ठाढ़े हवव? एही यीसू, जऊन ह तुमन करा ले स्‍वरग म उठा लिये गीस, ओहीच ढंग ले ओह फेर आही, जऊन ढंग ले ओला तुमन स्‍वरग कोति जावत देखे हवव।” तब चेलामन जैतून पहाड़ ले यरूसलेम सहर लहुंट गीन। ए पहाड़ ह यरूसलेम ले एक बिसराम दिन के चलई के दूरिहा म हवय । जब ओमन यरूसलेम हबरिन, त ओमन ऊपर के कमरा म गीन जिहां ओमन ठहरे रिहिन। उहां ए चेलामन रिहिन – पतरस, यूहन्ना, याकूब, अन्द्रियास, फिलिप्पुस, थोमा, बरतुलमै, मत्ती, हलफई के बेटा याकूब, सिमोन जेलोतेस अऊ याकूब के बेटा यहूदा। ए जम्मो झन, अऊ माईलोगन अऊ यीसू के दाई मरियम अऊ ओकर भाईमन के संग एक चित होके पराथना करे म लगे रहंय। तब कुछू दिन के बाद, पतरस ह बिसवासीमन के बीच म (ओमन करीब एक सौ बीस झन रिहिन) ठाढ़ होके कहिस, “हे भाईमन हो, ए जरूरी रिहिस कि परमेसर के बचन ह पूरा होवय, जऊन ला पबितर आतमा ह दाऊद के मुहूं ले बहुंत पहिली यहूदा के बारे म कहे रिहिस, जऊन ह यीसू के पकड़वइयामन के अगुवा रिहिस। ओह हमन के संग गने गीस अऊ ए सेवा के काम म भागीदार होईस।” (ओह पाप के कमई ले एक ठन खेत बिसोईस; उहां ओह मुड़ी के भार गिरिस; ओकर देहें ह फाट के खुल गे अऊ ओकर जम्मो पोटा ह बाहिर निकर गीस । यरूसलेम म जम्मो झन एकर बारे म सुनिन, एकरसेति ओमन ओ खेत के नांव अपन भासा म “हकलदमा” रखिन, जेकर मतलब होथे – “लहू के खेत”)। पतरस ह आगे कहिस, “काबरकि भजन-संहिता म ए लिखे हवय, ‘ओकर घर ह खाली हो जावय; ओम कोनो झन रहय, अऊ ओकर सेवा के पद ला कोनो आने ह ले लेवय।’ एकरसेति जतेक दिन तक परभू यीसू ह हमर संग आवत जावत रिहिस, याने कि यूहन्ना के बतिसमा ले लेके यीसू के हमर करा ले ऊपर उठाय जावत तक – जऊन मनखेमन बरोबर हमर संग रिहिन; बने होतिस कि ओ मनखेमन ले एक झन ह हमर संग, यीसू के जी उठे के गवाह बन जातिस।” एकरसेति ओमन दू झन के नांव लीन, यूसुफ जऊन ला बरसबा कहे जाथे (ओला युसतुस घलो कहे जावय) अऊ दूसर झन मत्तियाह। तब ओमन ए पराथना करिन, “हे परभू, तेंह हर एक झन के मन ला जानथस। हमन ला देखा कि ए दूनों म ले कोन ला तेंह चुने हवस कि ओह ए प्रेरितई सेवा के पद ला लेवय, जऊन ला यहूदा ह छोंड़के ओ जगह म चले गीस जिहां ओला जाना चाही।” तब ओमन दूनों झन के नांव म चिट्ठी डारिन, अऊ चिट्ठी ह मत्तियाह के नांव म निकरिस अऊ ओह गियारह प्रेरितमन के संग म गने गीस। जब पिनतेकुस्त तिहार के दिन आईस, त जम्मो चेलामन एक ठऊर म जुरे रिहिन। अचानक अकास ले एक बड़े गरेर सहीं सनसनाहट के अवाज होईस, अऊ ओ अवाज ले जम्मो घर ह, जिहां ओमन बईठे रिहिन, गूंज गीस। ओमन ला आगी के जीभमन सहीं फटत दिखिन, अऊ ओम के हर एक झन के ऊपर आके ठहर गीस। अऊ ओमन जम्मो झन पबितर आतमा ले भर गीन अऊ जइसने पबितर आतमा ह ओमन ला बोले के सामरथ दीस, ओमन आने-आने भासा म गोठियाय लगिन। ओ घरी धरती के हर एक देस ले आय परमेसर के भक्त यहूदीमन यरूसलेम सहर म रहत रिहिन। जब ओमन ए अवाज सुनिन, त उहां एक भीड़ जुर गीस अऊ मनखेमन घबरा गीन, काबरकि हर एक झन ला ए सुनई देवत रिहिस कि एमन मोरेच भासा म गोठियावत हवंय। ओ जम्मो झन अचम्भो म पड़के पुछे लगिन, “देखव, ए जम्मो मनखे जऊन मन गोठियावत हवंय, का एमन गलील प्रदेस के नो हंय? त फेर कइसने हमन जम्मो मनखेमन अपन-अपन जनम-भूमि के भासा सुनत हवन? हमन के बीच म पारथी, मेदी, एलामी मनखे हवंय; अऊ हमन म ले कोनो-कोनो मिसुपुतामिया, यहूदिया अऊ कप्‍पदुकिया, पुनतुस, एसिया, फ्रूगिया, पंफूलिया, मिसर अऊ लिबिया देस जऊन ह कुरेन के लकठा म हवय, के रहइया अंय। रोम ले आय मनखेमन (यहूदी अऊ यहूदी मत म चलइया, दूनों), क्रेती अऊ अरबी घलो हवंय। पर हमन जम्मो झन अपन-अपन भासा म एमन ले परमेसर के बड़े-बड़े काम के चरचा सुनत हवन।” ओ जम्मो झन अचम्भो म पड़के अऊ घबराके एक-दूसर ला पुछे लगिन, “एकर का मतलब ए?” पर कुछू मनखेमन चेलामन के ठट्ठा करिन अऊ ए कहिन, “एमन तो अंगूर के मंद के नसा म हवंय।” तब पतरस ह गियारह प्रेरितमन के संग ठाढ़ होईस अऊ ऊंचहा अवाज म भीड़ ला ए कहिस, “हे संगी यहूदी अऊ यरूसलेम के जम्मो रहइया मन, मोर गोठ ला कान लगाके सुनव अऊ समझव। हमन नसा म नइं अन, जइसने कि तुमन समझत हवव, काबरकि अभी तो बिहान के नौ बजे हवय। पर एह ओ बात ए, जऊन ला योएल अगमजानी के दुवारा कहे गे रिहिस: ‘परमेसर ह कहिथे, आखिरी के दिन म अइसने होही कि मेंह अपन आतमा ला जम्मो मनखेमन ऊपर उंड़ेरहूं। तुम्‍हर बेटा अऊ बेटी मन अगमबानी करहीं। तुम्‍हर जवानमन दरसन देखहीं, अऊ तुम्‍हर सियानमन सपना देखहीं। मेंह अपन दास अऊ अपन दासी मन ऊपर घलो ओ दिन म अपन आतमा उंड़ेरहूं अऊ ओमन अगमबानी करहीं। मेंह ऊपर अकास म अद्भूत काम अऊ खाल्‍हे धरती म चिन्‍हां, याने कि लहू, आगी अऊ धुआं के बादर देखाहूं। परभू के महान अऊ महिमामय दिन के आय के पहिली सूरज ह अंधियार अऊ चंदा ह लहू सहीं हो जाही। अऊ जऊन ह परभू के नांव लिही, ओह उद्धार पाही।’ हे इसरायलीमन हो, ए बात ला सुनव: यीसू ह नासरत के रहइया एक मनखे रिहिस। ओह परमेसर कोति ले आय रिहिस। ए बात के सबूत ओकर सामरथ के काम, अचरज के काम अऊ चिन्‍हां ले परगट होथे, जऊन ला परमेसर ह तुमन के बीच म ओकर दुवारा करिस, जइसने कि तुमन खुदे जानत हवव। जब ओह परमेसर के ठहराय योजना अऊ पूर्व गियान के मुताबिक पकड़वाय गीस, त तुमन अधरमीमन के मदद ले ओला कुरुस म चघाके मार डारेव। पर ओला परमेसर ह मिरतू के बंधना ले छोंड़ाके जियाईस, काबरकि एह असंभव रिहिस कि ओह मिरतू के बस म रहय। बहुंत पहिली दाऊद ह लिखे हवय कि मसीह ह अपन बारे म का कहिस, ‘मेंह परभू ला हमेसा अपन आघू म देखत रहेंव, काबरकि ओह मोर जेवनी हांथ कोति हवय; मेंह कभू डोलंव नइं। एकरसेति मोर मन म खुसी हवय, अऊ मोर जीभ ह आनंद परगट करथे; मोर देहें घलो आसा म जीयत रहिही, काबरकि तेंह मोर जीव ला पताल-लोक म नइं छोड़बे, अऊ न अपन पबितर जन (मसीह) ला सड़न देबे। तेंह मोला जिनगी के रसता बताय हवस; तेंह मोला अपन दरसन देके आनंद ले भर देबे।’ हे भाईमन हो, मेंह ओ कुल के मुखिया दाऊद के बारे म तुमन ला बिसवास के संग ए कह सकत हंव कि ओह तो मर गीस, अऊ दफनाय घलो गीस अऊ ओकर कबर ह आज तक इहां हवय। पर ओह अगमजानी रिहिस अऊ ओह ए जानत रिहिस कि परमेसर ह ओकर ले ए कसम खाय रिहिस; ‘मेंह तोर बंस म ले एक झन ला तोर सिंघासन म बईठाहूं।’ ओह, का होवइया हवय एला जानके, मसीह के जी उठे के बारे म अगमबानी करिस, ‘ओकर जीव ला पताल-लोक म नइं छोंड़े गीस अऊ न ओकर देहें ह सड़े पाईस।’ एही यीसू ला परमेसर ह जियाईस, जेकर हमन जम्मो झन गवाह हवन। इहीच ढंग ले ओह परमेसर के जेवनी हांथ कोति जम्मो ले बड़े पद पाईस। ददा (परमेसर) ले ओह पबितर आतमा पाके, जेकर परतिगियां करे गे रिहिस, ओह हमर ऊपर एला उंड़ेर दीस, जऊन ला तुमन देखत अऊ सुनत हवव। काबरकि दाऊद ह तो स्‍वरग म नइं चघिस, पर ओह ए कहिस, ‘परभू ह मोर परभू ले कहिस: “मोर जेवनी हांथ कोति बईठ; जब तक कि मेंह तोर बईरीमन ला तोर गोड़ खाल्‍हे के चौकी नइं बना देवंव।” ’ एकरसेति जम्मो इसरायली मनखेमन ए जरूर जान लेवंय कि ओही यीसू, जऊन ला तुमन कुरुस म चघाय रहेव, परमेसर ह ओला परभू अऊ मसीह दूनों ठहराईस।” तब सुनइयामन के हिरदय ह कलपे लगिस, अऊ ओमन पतरस अऊ बाकि प्रेरितमन ले पुछे लगिन, “हे भाईमन हो, हमन का करन?” पतरस ह ओमन ला कहिस, “अपन पाप के पछताप करव, अऊ तुमन म ले, हर एक झन अपन-अपन पाप के छेमा खातिर यीसू मसीह के नांव म बतिसमा लेवव, तब तुमन पबितर आतमा के दान पाहू। काबरकि ए परतिगियां ह तुम्‍हर अऊ तुमन के संतान बर अऊ ओ जम्मो दूरिहा-दूरिहा के मनखेमन के खातिर घलो अय, जऊन मन ला हमर परभू परमेसर ह अपन लकठा म बलाही।” पतरस ह अऊ बहुंते बात के दुवारा समझाईस अऊ ओमन ले बिनती करिस, “अपन-आप ला ए खराप मनखेमन ले बचावव।” तब जऊन मन पतरस के बात ला मानिन, ओमन बतिसमा लीन, अऊ ओहीच दिन करीब तीन हजार मनखेमन ओमन के संग मिल गीन। ओमन प्रेरितमन ले सिकछा पाय लगिन, अऊ अपन-आप ला संगति रखे म, परभू भोज के रोटी टोरे म अऊ पराथना करे म मगन रखिन। जम्मो मनखेमन म डर हमा गे अऊ बहुंते चमतकार के काम अऊ अद्भूत काम प्रेरितमन के दुवारा होवत रिहिस। ओ जम्मो बिसवास करइयामन लगातार एक संग संगति करत रिहिन अऊ ओमन के जम्मो चीज म जम्मो झन के हक रिहिस। ओमन अपन-अपन संपत्ति अऊ सामान ला बेंच-बेंचके, जेकर जइसने जरूरत रहय वइसने बांट देवंय। ओमन हर एक दिन एक मन होके मंदिर के अंगना म जुरंय, अऊ ओमन घर-घर म रोटी टोरत, खुसी अऊ निस्कपट मन ले एक संग खावत रिहिन। ओमन परमेसर के भजन करंय अऊ जम्मो मनखेमन ओमन ले खुस रहंय। अऊ जऊन मन उद्धार पावंय, ओमन ला परभू ह हर दिन ओमन के संग मिला देवत रिहिस। एक दिन पतरस अऊ यूहन्ना मंझनियां के तीन बजे पराथना के बेरा मंदिर जावत रिहिन। मनखेमन एक जनम के खोरवा ला लावत रिहिन। ओमन ओला हर दिन मंदिर के सुन्‍दर नांव के दुवारी म बईठा देवंय कि ओह मंदिर म जवइयामन ले भीख मांगय। जब ओह पतरस अऊ यूहन्ना ला मंदिर म जावत देखिस, त ओमन ले भीख मांगिस। पतरस ह यूहन्ना के संग ओकर कोति एकटक देखके कहिस, “हमर कोति देख।” ओह ओमन ले कुछू पाय के आसा म ओमन कोति ताके लगिस। तब पतरस ह कहिस, “चांदी अऊ सोना तो मोर करा नइं ए, पर जऊन चीज मोर करा हवय, मेंह तोला देवत हंव। यीसू मसीह नासरी के नांव म, तेंह उठ अऊ रेंग।” पतरस ह ओकर जेवनी हांथ ला धरके ओला ठाढ़ होय म मदद करिस अऊ तुरते खोरवा के गोड़ अऊ एड़ी मन म बल आ गीस। ओह कूदके ठाढ़ हो गीस अऊ चले फिरे लगिस। ओह चलत, कूदत अऊ परमेसर के भजन करत ओमन के संग मंदिर म गीस। जब जम्मो मनखेमन ओला चलत-फिरत अऊ परमेसर के भजन करत देखिन, त ओमन ओला चिन डारिन कि एह ओहीच ए, जऊन ह मंदिर के सुन्‍दर नांव के दुवारी म बईठके भीख मांगे करत रिहिस, अऊ ओमन ओकर संग जऊन कुछू होय रिहिस, ओला देखके अचरज अऊ अचम्भो करिन। जब ओ भिखमंगा ह पतरस अऊ यूहन्ना के संग रहय, त जम्मो मनखेमन बहुंत अचरज करत सुलेमान के मंडप म ओमन करा दऊड़त आईन। एला देखके पतरस ह मनखेमन ला कहिस, “हे इसरायलीमन, तुमन ए मनखे ला देखके काबर अचरज करत हव? तुमन हमर कोति अइसने काबर देखत हव कि मानो हमेच मन अपन सक्ति या भक्ति ले एला चले-फिरे के लइक बना दे हवन? अब्राहम, इसहाक, अऊ याकूब के परमेसर, हमर बाप-ददा मन के परमेसर ह अपन दास यीसू के महिमा करिस, जऊन ला तुमन मरवाय बर पकड़वाय रहेव। अऊ जब पीलातुस ह ओला छोंड़ देके फैसला करिस, त तुमन ओकर आघू म यीसू के इनकार करेव। तुमन ओ पबितर अऊ धरमी जन के इनकार करेव, अऊ पीलातुस ले ए बिनती करेव कि एक हतियारा ला तुम्‍हर खातिर छोंड़ देवय। तुमन जिनगी के देवइया ला मार डारेव, जऊन ला परमेसर ह मरे मन ले जियाईस, अऊ हमन ए बात के गवाह हवन। ओहीच यीसू के नांव म बिसवास के दुवारा, ए मनखे ह सक्ति पाईस, जऊन ला तुमन देखत अऊ जानत हवव। एह यीसू के नांव अऊ बिसवास, जऊन ह यीसू के दुवारा आथे, एला एकदम भला-चंगा कर दे हवय जइसने कि तुमन जम्मो देखत हवव। हे भाईमन हो, मेंह जानत हंव कि ए काम ला तुमन अगियानता म करेव अऊ वइसनेच तुम्‍हर अगुवामन घलो करिन। पर जऊन बातमन ला परमेसर ह जम्मो अगमजानीमन के दुवारा आघू ले बताय रिहिस कि ओकर मसीह ह दुःख उठाही, ओ बातमन ला ओह अइसने पूरा करिस। एकरसेति, अब तुमन अपन पापमन ले मन फिरावव अऊ परमेसर करा लहुंटव कि तुम्‍हर पापमन मिटाय जावय, अऊ परभू करा ले आनंद मिलय, अऊ ओह ओ मसीह यीसू ला पठोवय, जऊन ह तुम्‍हर बर आघूच ले ठहराय गे हवय। ए जरूरी ए कि ओह स्‍वरग म ओ बखत तक रहय, जब तक कि ओह जम्मो बातमन के सुधार नइं कर लेवय, जेकर बारे म परमेसर ह अपन पबितर अगमजानीमन के दुवारा बहुंत पहिली कहे रिहिस। जइसने मूसा ह कहे रिहिस, ‘परभू परमेसर ह तुम्‍हर अपन मनखेमन ले तुम्‍हर बर मोर सहीं एक अगमजानी ठाढ़ करही; जऊन कुछू ओह तुम्‍हर ले कहय, तुमन ओकर जरूर सुनव। पर जऊन मनखे ओ अगमजानी के बात ला नइं सुनही, ओह अपन मनखेमन ले पूरा-पूरी नास करे जाही।’ वास्तव म, सामुएल अगमजानी ले लेके ओकर बाद अवइया जम्मो अगमजानीमन परमेसर के जऊन बचन कहे हवंय, ओ जम्मो झन इहीच दिनमन के बारे म कहे हवंय। तुमन अगमजानीमन के संतान अऊ ओ करार के संतान अव, जऊन ला परमेसर ह तुम्‍हर बाप-ददा संग करे रिहिस। ओह अब्राहम ले कहे रिहिस, ‘तोर बंस के दुवारा धरती के जम्मो मनखेमन आसिस पाहीं।’ जब परमेसर ह अपन दास ला जियाईस, त ओह ओला पहिली तुम्‍हर करा पठोईस कि ओह तुमन ले हर एक ला ओकर बुरई ले बचाय के दुवारा आसिस देवय।” जब पतरस अऊ यूहन्ना मनखेमन ले गोठियावत रिहिन, त पुरोहित, अऊ मंदिर के रखवारमन के अधिकारी अऊ सदूकी मन ओमन करा आईन। ओमन बहुंते गुस्सा करिन, काबरकि पतरस अऊ यूहन्ना मनखेमन ला सिखोवत रिहिन अऊ यीसू के मरे म ले जी उठे के बारे म परचार करत रिहिन। ओमन पतरस अऊ यूहन्ना ला धरके दूसर दिन तक हवालात म रखिन, काबरकि संझा हो गे रिहिस। पर बचन के सुनइया बहुंत झन बिसवास करिन, अऊ ओमन के गनती बढ़के पांच हजार मनखे के आस-पास हो गीस। दूसर दिन अधिकारी, अगुवा, कानून के गुरूमन महा पुरोहित हन्नास अऊ काइफा, अऊ यूहन्ना, सिकन्दर अऊ महा पुरोहित के घर के मन यरूसलेम म जुरिन। ओमन पतरस अऊ यूहन्ना ला मांझा म ठाढ़ करके ओमन ले पुछिन, “तुमन ए काम ला कोन सक्ति या काकर नांव ले करे हवव?” तब पतरस ह पबितर आतमा ले भरके ओमन ला कहिस, “हे मनखेमन के अधिकारी अऊ अगुवामन! ए खोरवा मनखे संग जऊन भलई करे गे हवय, आज हमन ले ओकर बारे म पुछताछ करे जावत हवय कि ओह कइसने बने होईस, त तुमन अऊ जम्मो इसरायली मनखेमन एला जान लेवव कि यीसू मसीह नासरी, जऊन ला तुमन कुरुस ऊपर चघाय रहेव, पर परमेसर ह ओला मरे म ले जियाईस, ओकरे नांव म ए मनखे ह तुम्‍हर आघू म चंगा होके ठाढ़े हवय। एह ‘ओही पथरा ए, जऊन ला तुम राज मिस्‍त्रीमन बेकार समझेव, पर ओह कोना के मुख पथरा बन गीस।’ कोनो आने के दुवारा उद्धार नइं मिलय, काबरकि स्‍वरग के खाल्‍हे, मनखेमन ला अऊ कोनो आने नांव नइं दिये गीस, जेकर दुवारा हमन उद्धार पा सकन।” जब ओमन पतरस अऊ यूहन्ना के हिम्मत ला देखिन अऊ ए जानिन कि एमन अनपढ़ अऊ सधारन मनखे अंय, त ओमन अचरज करिन। अऊ ओमन पतरस अऊ यूहन्ना ला चिन डारिन कि एमन यीसू के संग म रिहिन। पर ओमन ओ मनखे ला जऊन ह चंगा होय रिहिस, ओमन के संग ठाढ़े देखके बिरोध म कुछू नइं कह सकिन। पर ओमन पतरस अऊ यूहन्ना ला धरम महासभा ले बाहिर जाय के हुकूम दीन अऊ फेर ओमन आपस म बिचार करन लगिन, “हमन ए मनखेमन के संग का करन? काबरकि यरूसलेम के जम्मो रहइयामन जानत हवंय कि एमन एक बहुंत बड़े चमतकार के काम करे हवंय, अऊ हमन एला इनकार नइं कर सकन। पर ए बात ह मनखेमन म अऊ जादा झन फइले, एकरसेति हमन एमन ला चेता देवन कि एमन फेर कोनो मनखे ले ए नांव लेके झन गोठियावंय।” तब ओमन पतरस अऊ यूहन्ना ला फेर भीतर बलाके हुकूम दीन कि यीसू के नांव म न तो कुछू बोलव अऊ न कुछू सीखोवव। पर पतरस अऊ यूहन्ना ओमन ला जबाब दीन, “तुहीच मन नियाय करव कि का एह परमेसर के नजर म ठीक ए कि हमन परमेसर के बात ला छोंड़के तुम्‍हर बात ला मानन। ए हमर ले नइं हो सकय कि जऊन ला हमन देखे अऊ सुने हवन, ओकर बारे म झन गोठियावन।” तब ओमन पतरस अऊ यूहन्ना ला धमकाके छोंड़ दीन। ओमन दंड देय के बारे म कुछू फैसला नइं कर सकिन, काबरकि जऊन घटना होय रिहिस, ओकर खातिर जम्मो मनखेमन परमेसर के इस्तुति करत रिहिन। ओ मनखे जऊन ह अद्भूत ढंग ले बने होय रिहिस, ओह चालीस साल ले जादा उमर के रिहिस। पतरस अऊ यूहन्ना उहां ले छूटके अपन संगीमन करा आईन अऊ महा पुरोहित अऊ अगुवामन के कहे ओ जम्मो बात ओमन ला बताईन। एला सुनके ओमन के संगीमन एक मन होके, चिचिया-चिचियाके परमेसर ले ए पराथना करिन, “हे मालिक, तेंह स्‍वरग अऊ धरती अऊ समुंदर अऊ जऊन कुछू ओम हवय, ओ जम्मो ला बनाय हवस। तेंह पबितर आतमा के दुवारा अपन दास हमर पुरखा दाऊद के मुहूं ले ए कहय: ‘आनजातमन हो-हल्‍ला काबर मचाथें? अऊ मनखेमन काबर बेकार म सडयंत्र करथें? परभू परमेसर अऊ ओकर मसीह के बिरोध म धरती के राजामन ठाढ़ होथें। अऊ अधिकारीमन एक संग जुरथें।’ सही म, तोर पबितर सेवक यीसू, जऊन ला तेंह अभिसेक करे हवस, ओकर बिरोध म, हेरोदेस अऊ पुन्तियुस पीलातुस, आनजात अऊ इसरायलीमन के संग ए सहर म सडयंत्र करे बर जुरिन, अऊ ओमन ओहीच काम करिन जऊन ह पहिली ले तोर सामरथ अऊ ईछा म ठहराय गे रिहिस। अब हे परभू, ओमन के धमकी ला धियान दे अऊ अपन दासमन के मदद कर कि तोर बचन ला बड़े हिम्मत के संग बोलंय। चंगा करे बर अपन हांथ ला बढ़ा अऊ अद्भूत चिन्‍हां अऊ चमतकार के काम तोर पबितर सेवक यीसू के नांव म कर।” जब ओमन पराथना कर चुकिन, त ओ जगह जिहां ओमन जुरे रिहिन, डोल गीस, अऊ ओमन जम्मो झन पबितर आतमा ले भर गीन अऊ परमेसर के बचन ला हिम्मत के संग सुनाईन। जम्मो बिसवास करइयामन एक हिरदय अऊ एक चित के रहंय। इहां तक कि कोनो अपन संपत्ति ला अपन नइं कहय, पर जम्मो झन के संपत्ति म जम्मो झन के हक रहय। प्रेरितमन बड़े सामरथ ले परभू यीसू के जी उठे के गवाही देवत रिहिन अऊ ओ जम्मो के ऊपर परभू के अब्‍बड़ अनुग्रह रिहिस। ओमन म कोनो गरीब नइं रिहिन, काबरकि जेमन करा जमीन या घर रिहिस, ओमन ओला समय-समय म बेंचके, ओकर दाम ला लानय अऊ ओला प्रेरितमन के गोड़ म मढ़ा देवंय, अऊ जइसने जेकर जरूरत रहय, वइसने ढंग ले, हर एक ला बांट देवत रिहिन। यूसुफ नांव के एक मनखे रिहिस; ओह लेवी बंस के रिहिस, अऊ साइप्रस दीप के रहइया रिहिस। प्रेरितमन ओकर नांव बरनबास (जेकर मतलब उत्साहित करइया के बेटा होथे) रखे रिहिन। ओह अपन एक ठन खेत ला बेंचिस अऊ ओ रकम ला लानके प्रेरितमन के गोड़ म मढ़ा दीस। हनन्याह नांव के एक मनखे रिहिस। ओह अऊ ओकर घरवाली सफीरा अपन कुछू भुइयां ला बेचिन। हनन्याह ह ओकर दाम म ले कुछू रकम अपन करा रख लीस अऊ ए बात ला ओकर घरवाली घलो जानत रिहिस। ओह रकम के एक भाग ला लानके प्रेरितमन के गोड़ करा मढ़ा दीस। तब पतरस ह कहिस, “हे हनन्याह, सैतान ह तोर मन म, ए बात ला डारिस कि तेंह पबितर आतमा ले लबारी मारय अऊ जमीन म के कुछू रकम ला अपन करा रख ले हवस। जब जमीन ह नइं बेंचाय रिहिस, त का ओह तोर नइं रिहिस? अऊ जब बेंचा गे, त पईसा ह का तोर अधिकार म नइं रिहिस? तेंह ए बात ला अपन मन म काबर सोचय? तेंह मनखे ले नइं, पर परमेसर ले लबारी मारे हवस।” ए बात ला सुनतेच ही हनन्याह ह गिर पड़िस अऊ मर गीस। एला देखके जम्मो सुनइयामन अब्‍बड़ डर्रा गीन। पर जवानमन उठके ओकर लास ला कपड़ा म लपेटिन अऊ बाहिर म ले जाके ओला माटी दे दीन। लगभग तीन घंटा के पाछू ओकर घरवाली ह पतरस करा घर के भीतर आईस। जऊन कुछू होय रिहिस, ओह ओला नइं जानत रिहिस। पतरस ह ओकर ले पुछिस, “मोला बता, का तें अऊ तोर घरवाला ओ जमीन ला अतकेच म बेंचे रहेव?” त ओह कहिस, “हां, अतकेच म बेंचे रहेंन।” पतरस ह ओला कहिस, “ए का बात ए कि तुमन दूनों परभू के आतमा ला परखे बर एका करे रहेव? देख, तोर घरवाला ला माटी देवइयामन दुवारीच म ठाढ़े हवंय, अऊ ओमन तोला घलो बाहिर ले जाहीं।” तब ओह तुरते ओकर गोड़ तरी गिर पड़िस अऊ ओह घलो मर गीस। तब जवानमन भीतर आके ओला मरे पाईन, अऊ बाहिर ले जाके ओला ओकर घरवाला के लकठा म माटी दे दीन। अऊ जम्मो कलीसिया ऊपर अऊ ए बात के जम्मो सुनइयामन ऊपर अब्‍बड़ डर हमा गे। प्रेरितमन बहुंते चमतकार अऊ अचरज के काम मनखेमन के बीच म करत रिहिन। अऊ ओमन जम्मो झन एक दल होके राजा सुलेमान के मंडप म जुरंय। पर आने मनखेमन ले काकरो ए हिम्मत नइं होवत रिहिस कि आके ओमन के संग मिल जावंय। तभो ले मनखेमन ओमन के बहुंत बड़ई करत रिहिन। परभू म बिसवास करइया अब्‍बड़ मनखे अऊ माईलोगनमन कलीसिया म मिलत रिहिन। इहां तक कि मनखेमन बेमरहामन ला सड़क ऊपर लान-लानके खटिया अऊ चटई मन म सुता देवत रिहिन कि जब पतरस ह आवय, त कम से कम ओकर छइहां ह ओम के कुछू झन ऊपर पड़ जावय। यरूसलेम के आस-पास के नगर ले घलो कतको मनखेमन बेमरहा अऊ परेत आतमा के सताय मन ला लानय, अऊ ओ जम्मो झन बने हो जावत रिहिन। तब महा पुरोहित अऊ ओकर जम्मो संगवारी जऊन मन सदूकीमन के दल के रिहिन, जलन करे लगिन। ओमन प्रेरितमन ला पकड़के जेल म डाल दीन। पर ओ रतिहा परभू के एक स्‍वरगदूत ह जेल के कपाटमन ला खोलके ओमन ला बाहिर ले आईस। अऊ ओमन ला कहिस, “जावव, मंदिर म ठाढ़ होके ए नवां जिनगी के जम्मो बात मनखेमन ला सुनावव।” जइसने ओमन ला कहे गे रिहिस, ओमन बिहनियां होतेच ही मंदिर म जाके मनखेमन ला उपदेस देवन लगिन। जब महा पुरोहित अऊ ओकर संगीमन आईन, त ओमन धरम-महासभा जऊन ह इसरायलीमन के मुखियामन के पंचायत रिहिस, बलाईन अऊ जेल ला संदेस पठोईन कि प्रेरितमन ला ओमन करा लाने जावय। पर जब सिपाहीमन जेल म हबरिन, त ओमन पतरस अऊ यूहन्ना ला उहां नइं पाईन। तब ओमन लहुंटके बताईन, “हमन जेल ला बड़े हिफाजत ले बंद अऊ पहरेदारमन ला बाहिर कपाटमन म ठाढ़े पाएन, पर जब हमन कपाटमन ला खोलेन त भीतर म हमन ला कोनो नइं मिलिन।” जब मंदिर के सिपाहीमन के अधिकारी अऊ मुखिया पुरोहितमन ए बात ला सुनिन, त चिंता करके सोचे लगिन कि ए का होवइया हवय? तब एक झन आके ओमन ला बताईस, “देखव, जऊन मन ला तुमन जेल म बंद करे रहेव, ओमन मंदिर के अंगना म ठाढ़ होके मनखेमन ला उपदेस देवत हवंय।” तब अधिकारी ह अपन सिपाहीमन संग गीस अऊ प्रेरितमन ला ले आईस। ओमन बल के उपयोग नइं करिन, काबरकि ओमन डर्रावत रिहिन कि कहूं मनखेमन ओमन ला पथरा फेंकके मार झन डारंय। ओमन प्रेरितमन ला लानके धरम-महासभा के आघू म ठाढ़ करिन। तब महा पुरोहित ह ओमन ले पुछिस, “का हमन तुमन ला चेतउनी देके ए हुकूम नइं दे रहेंन कि तुमन ए नांव म उपदेस झन देवव? तभो ले, तुमन जम्मो यरूसलेम सहर ला अपन उपदेस ले भर दे हवव, अऊ ओ मनखे के हतिया के दोस हमर ऊपर लाने चाहत हव।” तब पतरस अऊ आने प्रेरितमन जबाब दीन, “मनखेमन के हुकूम ले बढ़के परमेसर के हुकूम ला मानना हमर काम ए। हमर पुरखामन के परमेसर ह यीसू ला मरे म ले जियाईस, जऊन ला तुमन कुरुस म लटकाके मार डारे रहेव। ओहीच ला परमेसर ह अगुवा अऊ उद्धार करइया ठहराके अपन जेवनी हांथ कोति सबले बड़े जगह दीस, ताकि ओह इसरायलीमन ला ओमन के पाप ले मन फिराय के सक्ति अऊ ओमन के पाप के छेमा देवय। हमन ए बातमन के गवाह हवन अऊ पबितर आतमा घलो गवाह हवय, जऊन ला परमेसर ह ओ मनखेमन ला दे हवय, जऊन मन ओकर हुकूम मानथें।” एला सुनके ओमन अब्‍बड़ गुस्सा करिन अऊ ओमन प्रेरितमन ला मार डारे चाहिन। पर गमलीएल नांव के एक फरीसी जऊन ह कानून के गुरू रिहिस अऊ जम्मो मनखेमन ओकर आदर करंय। ओह धरम-महासभा म ठाढ़ होके प्रेरितमन ला थोरकन देर बर बाहिर कर देय के हुकूम दीस अऊ ओह कहिस, “हे इसरायलीमन, जऊन कुछू तुमन ए मनखेमन के संग करे चाहत हव, ओला सोच-समझके करव। कुछू समय पहिली थियूदास ह ए कहत उठे रिहिस कि ओह घलो कुछू अय अऊ करीब चार सौ मनखेमन ओकर संग हो लीन। पर ओह मार डारे गीस, अऊ जतका मनखेमन ओला मानत रिहिन, ओ जम्मो झन एती-ओती हो गीन। ओकर बाद मनखेमन के गनती होय के दिन म गलील प्रदेस के यहूदा ह उठिस। ओह घलो कुछू मनखेमन ला अपन संग कर लीस। पर ओह घलो मार डारे गीस। अऊ जतका मनखेमन ओला मानत रिहिन, ओ जम्मो झन एती-ओती हो गीन। एकरसेति मेंह तुमन ला कहत हंव कि ए मनखेमन ले दूरिहा रहव, अऊ ओमन ला अकेला छोंड़ देवव, काबरकि कहूं ओमन के ए काम मनखेमन कोति ले अय, त आपे-आप बंद हो जाही। पर कहूं एह परमेसर कोति ले अय, तब तुमन ओमन ला कइसने घलो करके नइं रोक सकव। अऊ अइसने झन होवय कि तुमन परमेसर ले अपन-आप ला लड़त पावव।” तब ओमन गमलीएल के बात ला मान लीन अऊ प्रेरितमन ला बलाईन अऊ ओमन ला कोर्रा म पिटवाईन, अऊ ए हुकूम देके छोंड़ दीन कि यीसू के नांव म फेर कभू बात झन करिहव। प्रेरितमन ए बात म खुस होईन कि ओमन यीसू के नांव के खातिर निरादर होय के काबिल ठहरिन, अऊ ओमन खुसी मनावत धरम-महासभा ले बाहिर चले गीन। पर ओमन हर एक दिन मंदिर म अऊ घर-घर म उपदेस करे बर, अऊ ए बात के सुघर संदेस सुनाय बर बंद नइं करिन कि यीसू ह मसीह अय। ओ दिन म जब चेलामन के गनती ह अब्‍बड़ बढ़त रिहिस, तब यूनानी भासा बोलइया यहूदीमन इबरानी भासा बोलइयामन के सिकायत करे लगिन। ओमन कहिन, “हर दिन के भोजन बंटई म हमर बिधवामन के धियान नइं दिये जावत हवय।” एकरसेति ओ बारह प्रेरितमन जम्मो चेलामन के मंडली ला अपन करा बलाके कहिन, “एह ठीक नो हय कि हमन परमेसर के बचन सुनाना छोंड़के, खवाय-पीयाय के काम म लगे रहन। एकरसेति हे भाईमन! अपन बीच म ले सात झन ला जऊन मन पबितर आतमा अऊ बुद्धि ले भरपूर हवंय, चुन लेवव कि हमन ओमन के हांथ म ए बुता ला सऊंप देवन। पर हमन तो पराथना अऊ परमेसर के बचन के सेवा म लगे रहिबो।” ए बात जम्मो मंडली ला बने लगिस अऊ ओमन स्तिफनुस नांव के एक मनखे ला चुनिन, जऊन ह बिसवास अऊ पबितर आतमा ले भरपूर रहय। एकर संग ओमन फिलिप्पुस, प्रखुरूस, नीकानोर, तीमोन, परमिनास अऊ अंताकिया के रहइया नीकुलाऊस ला जऊन ह यहूदी बिसवास म आगे रिहिस, चुन लीन। ओमन एमन ला प्रेरितमन के आघू म लानिन अऊ प्रेरितमन पराथना करके ओमन ऊपर हांथ रखिन। अऊ परमेसर के बचन बगरत गीस अऊ यरूसलेम सहर म चेलामन के गनती अब्‍बड़ बढ़त गीस। पुरोहितमन घलो बहुंत बड़े संख्‍या म ए मत के मनइया बन गीन। स्तिफनुस ह परमेसर के अनुग्रह अऊ सक्ति ले भरपूर होके मनखेमन के बीच म बड़े-बड़े अचरज के काम अऊ चमतकार के चिन्‍हां देखावत रिहिस। तभो ले सुतंतर मनखेमन के सभा-घर के सदस्यमन ओकर बिरोध करिन। ओमन ए रिहिन – कुरेन, सिकन्दरिया अऊ संग म किलिकिया अऊ एसिया प्रदेस के यहूदीमन। ए मनखेमन स्तिफनुस के संग बिवाद करन लगिन । पर ओमन ओकर गियान अऊ पबितर आतमा के सामना नइं कर सकिन; जेकर सक्ति ले ओह गोठियावत रिहिस। तब ओमन कुछू मनखेमन ला चुपेचाप अपन कोति कर लीन, जऊन मन ए कहे लगिन, “हमन एला मूसा अऊ परमेसर के बिरोध म निन्दा करत सुने हवन।” ए किसम ले ओमन मनखेमन ला अऊ अगुवामन ला अऊ कानून के गुरूमन ला भड़काईन अऊ ओमन स्तिफनुस ला पकड़के धरम-महासभा म ले गीन। ओमन लबरा गवाह खड़े करिन, जऊन मन ए कहिन, “ए मनखे ह पबितर जगह (मंदिर) अऊ मूसा के कानून के बिरोध म हमेसा बोलत रहिथे। हमन एला ए कहत सुने हवन कि नासरत के यीसू ह ए मंदिर ला गिरा दिही अऊ ओ रीति-रिवाज मन ला बदल दिही, जऊन ला मूसा ह हमन ला सऊंपे हवय।” तब धरम-महासभा म बईठे जम्मो झन स्तिफनुस ला टकटकी लगाके देखिन अऊ ओमन ला ओकर चेहरा ह स्‍वरगदूत के चेहरा सहीं दिखत रिहिस। तब महा पुरोहित ह स्तिफनुस ले पुछिस, “का तोर ऊपर लगाय गे दोसमन सच अंय?” स्तिफनुस ह जबाब दीस, “हे भाई अऊ ददा मन हो, सुनव! हमर पुरखा अब्राहम ह हारान देस म रहे के पहिली मिसुपुतामिया म रहत रिहिस, तब महिमामय परमेसर ह ओला दरसन दीस, अऊ अब्राहम ला कहिस, ‘तें अपन देस अऊ अपन कुटुम्ब ला छोंड़के ओ देस म चले जा, जऊन ला मेंह तोला देखाहूं।’ तब ओह कसदीमन के देस ले निकरके हारान म जाके बस गीस। ओकर ददा के मरे के बाद, परमेसर ह ओला उहां ले लानके ए देस म बसाईस, जिहां अब तुमन रहत हव । परमेसर ह इहां अब्राहम ला कुछू जायदाद नइं दीस। इहां तक कि गोड़ मढ़ाय के ठऊर घलो नइं। पर परमेसर ह ओकर ले वायदा करिस, ‘मेंह ए देस ला, तोर अऊ तोर पाछू तोर बंस के अधिकार म कर दूहूं।’ जबकि ओ समय अब्राहम के कोनो लइका नइं रिहिस। परमेसर ह ओला ए घलो कहिस, ‘तोर संतानमन आने देस म परदेसी होहीं। ओमन गुलाम बनाय जाहीं अऊ चार सौ साल तक ओमन के ऊपर अतियाचार करे जाही।’ फेर परमेसर ह कहिस, ‘जऊन देस के ओमन गुलाम होहीं, ओ देस ला मेंह सजा दूहूं, अऊ एकर बाद ओमन ओ देस ले निकरके इही ठऊर म मोर सेवा करहीं।’ तब परमेसर ह अब्राहम ले खतना कराय के वाचा (करार) बांधिस। अऊ अब्राहम के बेटा इसहाक पैदा होईस। ओकर जनम के आठ दिन के पाछू ओकर खतना करे गीस। इसहाक ले याकूब अऊ याकूब ले बारह कुल के मुखियामन पैदा होईन। याकूब के बड़े बेटामन छोटे बेटा यूसुफ ले जलन रखे लगिन अऊ ओला मिसर देस जवइयामन के हांथ म गुलाम के रूप में बेंच दीन। पर परमेसर ह यूसुफ के संग रहय। अऊ परमेसर ह ओला, ओकर जम्मो दुःख-तकलीफ ले छुड़ाके, बुद्धि दीस अऊ मिसर के राजा फिरौन के मन जीते के काबिल बनाईस। फिरौन राजा ह ओला मिसर देस अऊ अपन जम्मो महल ऊपर सासन करइया ठहराईस। तब जम्मो मिसर अऊ कनान देस म अकाल पड़िस, जेकर खातिर मनखेमन के ऊपर भारी संकट आ गीस, अऊ हमर पुरखामन ला खाय बर अन्न नइं मिलिस। जब याकूब ह ए सुनिस कि मिसर देस म अनाज हवय, त ओह हमर पुरखामन ला पहिली बार पठोईस। जब ओमन दूसर बार आईन, त यूसुफ ह अपन भाईमन ला बताईस कि ओह कोन ए अऊ फिरौन राजा ह यूसुफ के कुटुम्ब के बारे म जानिस। तब यूसुफ ह अपन ददा याकूब अऊ अपन जम्मो कुटुम्ब ला, जऊन मन पचहत्तर मनखे रिहिन, अपन करा मिसर देस म बलाईस। तब याकूब ह मिसर देस गीस, जिहां ओह अऊ हमर पुरखामन मर गीन। ओमन के लासमन ला सेकेम सहर म वापिस लाने गीस अऊ ओ कबर म रखे गीस, जऊन ला अब्राहम ह सेकेम म हमोर के बेटामन ले पईसा देके बिसोय रिहिस। जब ओ परतिगियां के पूरा होय के समय लकठा आईस, जऊन ला परमेसर ह अब्राहम ले करे रिहिस, त ओ समय मिसर देस म हमर मनखेमन के संख्‍या बहुंत बढ़ गे रहय। तब मिसर देस म एक आने झन राजा होईस, जऊन ह यूसुफ के बारे म कुछू नइं जानत रिहिस। ओह हमर मनखेमन ले छल-कपट करिस अऊ हमर पुरखामन के ऊपर बहुंत अतियाचार करिस अऊ दबाव डालिस कि ओमन अपन नवां जनमे लइकामन ला मरे बर बाहिर फटिक देवंय। ओही समय म मूसा के जनम होईस अऊ ओह बहुंत सुघर रिहिस। ओह तीन महिना तक ले अपन ददा के घर म पाले-पोसे गीस। पर जब ओह फटिक दिये गीस, त फिरौन के बेटी ह ओला ले लीस, अऊ अपन बेटा बनाके ओला पालिस-पोसिस। मूसा ला मिसर देस के जम्मो गियान सिखाय-पढ़ाय गीस। ओह बात अऊ काम करे म सामरथी रिहिस। जब मूसा ह चालीस साल के होईस, त अपन मन म कहिस कि मेंह अपन इसरायली भाईमन ले मुलाकात करंव। मूसा ह अपन एक जाति-भाई के ऊपर अनियाय होवत देखके ओला बंचाईस अऊ ओ मिसरी मनखे ला मारके बदला लीस, जऊन ह अनियाय करत रहय। मूसा ह सोचिस कि मोर जाति-भाईमन समझहीं कि परमेसर ह मोर दुवारा ओमन के जान बंचाही, पर ओमन नइं समझिन। दूसर दिन जब दू झन इसरायलीमन आपस म लड़त रिहिन, त मूसा ह उहां आईस अऊ ए कहिके ओमन म मेल कराय के कोसिस करिस, ‘ए मनखेमन! तुमन त भाई-भाई अव; एक दूसर के संग काबर लड़त हवव?’ पर जऊन इसरायली ह दूसर ऊपर अनियाय करत रिहिस, ओह ए कहिके मूसा ला हटा दीस कि तोला कोन ह हमर ऊपर हाकिम अऊ नियाय करइया ठहराय हवय। का तेंह जइसने कल एक झन मिसरी मनखे ला मार डारे, वइसने मोला घलो मार डारे चाहत हवस। ए बात ला सुनके मूसा ह उहां ले भाग गीस अऊ मिदयान देस म आके परदेसी सहीं रहे लगिस। उहां ओकर दू झन बेटा पैदा होईन। जब चालीस साल बीत गे, तब एक स्‍वरगदूत ह सीनै पहाड़ के लकठा म निरजन प्रदेस म मूसा ला बरत झाड़ी के आगी म दरसन दीस। मूसा ह ओ दरसन ला देखके अचम्भो करिस। जब ओह ओला देखे बर अऊ लकठा म गीस, तब ओह परभू के ए अवाज सुनिस, ‘मेंह तोर पुरखा – अब्राहम, इसहाक अऊ याकूब के परमेसर अंव।’ एला सुनके मूसा ह डर के मारे कांपे लगिस, अऊ ओह ऊपर देखे के घलो हिम्मत नइं करिस। तब परभू ह मूसा ला कहिस, ‘अपन पांव के पनही ला उतार, काबरकि जऊन ठऊर म तेंह ठाढ़े हवस, ओह पबितर भुइयां ए। मेंह सही म मिसर देस म अपन मनखेमन के दुरदसा ला देखे हवंव। मेंह ओमन के दुःख अऊ रोवई सुने हवंव। एकरसेति, मेंह ओमन ला छोंड़ाय बर उतरे हवंव। अब तेंह आ, मेंह तोला मिसर देस वापिस पठोहूं।’ जऊन मूसा ला ओमन ए कहिके नकारे रिहिन कि तोला कोन ह हमर ऊपर हाकिम अऊ नियाय करइया ठहराय हवय? ओही मूसा ला परमेसर ह हाकिम अऊ उबार करइया ठहराके, ओ स्‍वरगदूत के दुवारा ओला पठोईस, जऊन ह ओला झाड़ी म दरसन दे रिहिस, एही मनखे मूसा ह मिसर देस म अऊ लाल समुंदर अऊ निरजन प्रदेस म चालीस साल तक अचरज के काम अऊ चमतकार के चिन्‍हां देखा-देखाके ओमन ला गुलामी ले निकारके ले आईस। एह ओही मूसा ए, जऊन ह इसरायलीमन ले कहे रिहिस, ‘परमेसर ह तुम्‍हर मनखे म ले तुम्‍हर खातिर मोर सहीं एक अगमजानी ला पठोही।’ एह ओही मूसा ए, जऊन ह निरजन प्रदेस म सभा के बीच म ओ स्‍वरगदूत के संग सीनै पहाड़ ऊपर ओकर ले गोठियाईस। ओह हमर पुरखामन के संग रिहिस। ओही मूसा ला परमेसर के जीयत बचन मिलिस कि ओह ओ जीयत बचन ला हमर करा पहुंचावय। पर हमर पुरखामन मूसा के बात ला नइं मानिन। ओमन मूसा ला नकारके अपन हिरदय ला फेर मिसर देस कोति लगाईन। ओमन हारून ला कहिन, ‘हमर बर कुछू देवता बना, जऊन ह हमर आघू-आघू चलय, काबरकि ए मूसा जऊन ह हमन ला मिसर देस ले निकारके लानिस, हमन नइं जानन कि ओला का होईस?’ ओ दिन म ओमन एक ठन बछवा के मूरती बनाईन अऊ ओ मूरती के आघू म बलि चघाईन। अइसने किसम ले ओमन अपन हांथ के काम म खुस होय लगिन। तब परमेसर ह मुहूं मोड़के ओमन ला छोंड़ दीस कि ओमन अकास के तारामन के पूजा करंय, जइसने कि अगमजानीमन के किताब म लिखे हवय: ‘हे इसरायल के मनखेमन, का तुमन निरजन प्रदेस म चालीस साल तक बलिदान अऊ दान मोला ही चघावत रहेव? नइं, तुमन ह मोलेक के तम्‍बू अऊ अपन रिफान देवता के तारा ला लेके फिरत रहेव, याने कि ओ मूरतीमन जऊन ला तुमन पूजा करे बर बनाय रहेव। एकरसेति, मेंह तुमन ला बाबूल के बाहिर ले जाके बहुंत दूरिहा म बसाहूं।’ गवाही के तम्‍बू ह निरजन प्रदेस म हमर पुरखामन के संग रिहिस। परमेसर ह मूसा ला कहे रिहिस, ‘जऊन नमूना ला तेंह देखे हवस, ओकरे मुताबिक ओला बना ।’ ओह ओही नमूना के मुताबिक बनाय गीस। ओहीच तम्‍बू ला हमर पुरखामन पाछू यहोसू के संग ए ठऊर म लानिन जब ओमन आनजातमन के देस म अधिकार पाईन, जऊन मन ला परमेसर ह हमर पुरखामन के आघू ले निकार दीस। अऊ ओह दाऊद के समय तक रिहिस। दाऊद के ऊपर परमेसर के दया रिहिस अऊ दाऊद ह बिनती करिस, ‘मेंह याकूब के परमेसर बर रहे के ठऊर बनाहूं।’ पर सुलेमान ह परमेसर खातिर घर बनाईस। पर परम परधान परमेसर ह मनखे के बनाय घरमन म नइं रहय, जइसने कि अगमजानी ह कहिथे: ‘परभू ह कहिथे – स्‍वरग ह मोर सिंघासन अऊ धरती ह मोर गोड़ रखे के चौकी अय। मोर बर तुमन कइसने घर बनाहू? या मोर बिसराम के ठऊर कहां होही? का ए जम्मो चीजमन मोर हांथ के बनाय नो हंय?’ हे ढीठ मनखेमन! तुमन परमेसर के संदेस ला सुने नइं चाहत हव। तुमन हमेसा पबितर आतमा के बिरोध करथव, जइसने तुम्‍हर पुरखामन करत रिहिन। अगमजानीमन ले कोन ला तुम्‍हर पुरखामन नइं सताय हवंय? ओमन ओ संदेसियामन ला मार डारिन, जऊन मन ओ धरमी जन के आय के खबर बहुंत पहिली दे रिहिन। अऊ अब तुमन घलो ओला धोखा दे हवव अऊ मार डारे हवव। तुमन स्‍वरगदूत के दुवारा लाने कानून ला त पाय हवव, पर ओकर पालन नइं करेव।” ए बात ला सुनके ओमन अब्‍बड़ गुस्सा करिन अऊ ओकर ऊपर दांत पिसन लगिन। पर स्तिफनुस ह पबितर आतमा ले भरके, स्‍वरग कोति देखिस अऊ ओह परमेसर के महिमा अऊ यीसू ला परमेसर के जेवनी कोति ठाढ़े देखिस। अऊ ओह कहिस, “देखव! मेंह स्‍वरग ला खुला, अऊ मनखे के बेटा ला परमेसर के जेवनी कोति ठाढ़े देखत हवंव।” तब ओमन अब्‍बड़ चिचियाके अपन कान ला बंद कर लीन, अऊ ओ जम्मो झन ओकर ऊपर लपकिन, अऊ ओला घसीटत नगर के बाहिर ले गीन, अऊ उहां ओला पत्थरवाह करे लगिन। अऊ गवाहमन अपन-अपन ओन्ढा ला साऊल नांव के एक जवान के जिम्मा म उतारके रख दीन। जब ओमन स्तिफनुस ला पत्थरवाह करत रहंय, त ओह ए कहिके पराथना करिस, “हे परभू यीसू! मोर आतमा ला गरहन कर।” तब ओह माड़ी टेकके चिचियाके कहिस, “हे परभू! ए पाप ला ओमन ऊपर झन लगा।” ए कहिके ओह मर गीस अऊ साऊल के ओकर हतिया म सहमती रिहिस। ओहीच दिन यरूसलेम म कलीसिया ऊपर भारी अतियाचार होईस, अऊ प्रेरितमन ला छोंड़के जम्मो बिसवासीमन, यहूदिया अऊ सामरिया प्रदेस म तितिर-बितिर हो गीन। परमेसर के भक्तमन स्तिफनुस के लास ला माटी दीन अऊ ओकर बर अब्‍बड़ बिलाप करिन। पर साऊल ह कलीसिया ला उजारत रिहिस। ओह घर-घर घूसरके मनखे अऊ माईलोगनमन ला घसीट-घसीटके लानय अऊ जेल म डाल देवय। जऊन बिसवासीमन तितिर-बितिर हो गे रिहिन, ओमन जिहां-जिहां भी गीन, उहां सुघर संदेस के परचार करिन। फिलिप्पुस ह सामरिया के एक सहर म गीस अऊ उहां मनखेमन ला यीसू मसीह के परचार करे लगिस। जब भीड़ के मनखेमन फिलिप्पुस के बात ला सुनिन अऊ ओकर चमतकार के काममन ला देखिन, त ओकर बात म धियान लगाईन। काबरकि कतको झन म ले असुध आतमामन अब्‍बड़ चिचियावत निकर गीन, अऊ कतको लकवा के मारे अऊ खोरवामन बने हो गीन। एकरसेति ओ सहर के मनखेमन अब्‍बड़ खुस होईन। ओ सहर म सिमोन नांव के एक झन मनखे रहय। ओह जादू-टोना करके सामरी मनखेमन ला चकित करय, अऊ अपन-आप ला बहुंत बड़े मनखे बतावय। अऊ जम्मो – छोटे ले लेके बड़े तक ओकर बात ऊपर धियान देवंय अऊ ए कहंय, “ए मनखे ह परमेसर के ओ सक्ति ए, जऊन ला महान सक्ति कहे जाथे।” ओह अब्‍बड़ दिन तक ओमन ला अपन जादू-टोना के काम ले चकित करके रखे रिहिस। एकरसेति, ओमन ओला अब्‍बड़ मानत रिहिन। पर जब ओमन फिलिप्पुस के बात ला बिसवास करिन, जऊन ह परमेसर के राज के सुघर-संदेस अऊ यीसू मसीह के नांव के परचार करत रिहिस, तब ओमन – का मनखे, का माईलोगन, जम्मो झन बतिसमा लेय लगिन। तब सिमोन ह खुदे बिसवास करिस अऊ बतिसमा लेके फिलिप्पुस के पाछू चले लगिस। ओह चिन्‍हां अऊ चमतकार के काममन ला देखके चकित होवत रिहिस। जऊन प्रेरितमन यरूसलेम म रिहिन, जब ओमन सुनिन कि सामरिया के मनखेमन परमेसर के बचन ला मान ले हवंय, त ओमन पतरस अऊ यूहन्ना ला ओमन करा पठोईन। पतरस अऊ यूहन्ना उहां गीन अऊ ओ मनखेमन बर पराथना करिन कि ओमन पबितर आतमा पावंय, काबरकि पबितर आतमा अभी तक ले ओमन म के काकरो ऊपर नइं आय रिहिस। ओमन सिरिप परभू यीसू के नांव म बतिसमा ले रिहिन। तब पतरस अऊ यूहन्ना ओमन ऊपर अपन हांथ रखिन अऊ ओमन पबितर आतमा पाईन। जब सिमोन ह देखिस कि प्रेरितमन के हांथ रखे ले पबितर आतमा मिलथे, त ओह ओमन करा रूपिया लानके कहिस, “ए अधिकार मोला घलो देवव ताकि जेकर ऊपर मेंह हांथ रखंव, ओह पबितर आतमा पावय।” पतरस ह ओला कहिस, “तोर रूपिया ह तोर संग नास होवय, काबरकि तेंह परमेसर के दान ला रूपिया म बिसोय के सोचे हवस। हमर काम म, न तोर हिस्सा हवय अऊ न बांटा, काबरकि तोर मन ह परमेसर के आघू म सही नइं ए। एकरसेति अपन ए बुरई ले पछताप करके परभू ले पराथना कर। हो सकथे ओह तोर मन के अइसने बिचार ला माफ कर दिही। मेंह देखत हंव कि तेंह कड़वाहट ले भरे अऊ पाप के बंधना म पड़े हवस।” सिमोन ह जबाब दीस, “तेंह मोर बर परभू ले पराथना कर कि जऊन बात तेंह कहे हवस, ओम ले कोनो भी बात मोर ऊपर झन होवय।” पतरस अऊ यूहन्ना गवाही देके अऊ परभू के बचन सुनाके यरूसलेम वापिस लहुंट गीन। ओमन लहुंटत बेरा सामरिया के कतको गांव म सुघर संदेस सुनावत गीन। परभू के एक स्‍वरगदूत ह फिलिप्पुस ला कहिस, “उठ, अऊ दक्खिन कोति ओ रसता म जा, जऊन ह यरूसलेम ले गाजा ला जाथे, अऊ जऊन ह निरजन जगह म हवय।” ओह उठके चल दीस अऊ देखिस कि इथोपिया (कुस) देस के एक झन मनखे आवत रहय। ओह एक खोजा रिहिस अऊ इथोपिया देस के रानी कन्दाके के एक खास अधिकारी अऊ खजांची रिहिस। ओह अराधना करे बर यरूसलेम गे रिहिस। अऊ ओह अपन रथ म बईठके, यसायाह अगमजानी के किताब ला पढ़त अपन घर लहुंटत रहय। तब पबितर आतमा ह फिलिप्पुस ला कहिस, “लकठा म जाके ओ रथ के संग हो ले।” फिलिप्पुस ह खोजा कोति दऊड़के गीस अऊ ओह ओला यसायाह अगमजानी के किताब ला पढ़त सुनिस, त ओकर ले पुछिस, “तेंह जऊन ला पढ़त हवस, का ओला समझत घलो हवस?” खोजा ह कहिस, “जब तक कोनो मोला नइं समझाहीं, तब तक मेंह कइसने समझहूं?” ओह फिलिप्पुस ले बिनती करिस, “रथ म चघके मोर करा बईठ।” परमेसर के बचन के जऊन पाठ ला ओह पढ़त रिहिस, ओह ए रिहिस: “ओह भेड़ के सहीं बध होय बर पहुंचाय गीस, जइसने मेढ़ा-पीला ह अपन ऊन कतरइया के आघू म चुपेचाप रहिथे, वइसने ओह घलो अपन मुहूं ला नइं खोलिस। ओकर बेजत्ती करे गीस अऊ ओकर नियाय नइं होईस। ओकर बंस के मनखेमन के बखान कोन कर सकथे? काबरकि धरती ले ओकर जीव ला ले लिये गीस।” खोजा ह फिलिप्पुस ले पुछिस, “मेंह तोर ले बिनती करत हंव, मोला बता कि अगमजानी ह एला काकर बारे म कहे हवय, अपन बारे म या कोनो आने के बारे म?” तब फिलिप्पुस ह कहे के सुरू करिस – अऊ परमेसर के बचन के ए पाठ ले सुरू करके ओला यीसू के सुघर संदेस सुनाईस। रसता म चलत-चलत ओमन एक ठन पानी के ठऊर म हबरिन, त खोजा ह कहिस, “देख, इहां पानी हवय, अब मोला बतिसमा लेय म का अड़चन हवय?” फिलिप्पुस ह कहिस, “कहूं तेंह पूरा हिरदय ले बिसवास करत हवस, त एह हो सकथे।” ओह जबाब दीस, “मेंह बिसवास करत हंव कि यीसू मसीह ह परमेसर के बेटा ए।” अऊ ओह रथ ठाढ़ करे के हुकूम दीस। तब फिलिप्पुस अऊ खोजा दूनों पानी म उतर गीन अऊ फिलिप्पुस ह ओला बतिसमा दीस। जब ओमन पानी ले बाहिर निकरके ऊपर आईन, तब परभू के आतमा ह अचानक फिलिप्पुस ला कहीं ले गीस अऊ खोजा ह ओला फेर नइं देखिस, पर ओह आनंद मनावत अपन रसता म चल दीस। फिलिप्पुस ह असदोद म परगट होईस अऊ कैसरिया ला हबरत तक, ओह नगर-नगर सुघर संदेस सुनावत गीस। साऊल अब तक परभू के चेलामन ला डराय-धमकाय अऊ ओमन ला मार डारे के धुन म रहय। ओह महा पुरोहित करा गीस, अऊ दमिस्क के सभा घरमन के नांव म ए खातिर चिट्ठी मांगिस कि आदमी या माईलोगन जऊन ला घलो, ओह मसीह के बिसवास म पावय, त ओला बंदी बनाके यरूसलेम म ले आवय। जब ओह चलते-चलत दमिस्क के लकठा म हबरिस, त अचानक अकास म ले ओकर चारों कोति एक अंजोर चमकिस। ओह भुइयां म गिर पड़िस अऊ ए अवाज सुनिस, “हे साऊल! हे साऊल! तेंह मोला काबर सतावत हस।” साऊल ह पुछिस, “हे परभू! तेंह कोन अस?” ओह कहिस, “मेंह यीसू अंव, जऊन ला तेंह सतावत हस। पर अब उठ अऊ सहर म जा। जऊन काम तोला करना हवय, ओला उहां तोला बताय जाही।” जऊन मनखेमन ओकर संग म रिहिन, ओमन ह हक्का-बक्का हो गीन, काबरकि ओमन अवाज ला तो सुनिन, पर कोनो ला नइं देखिन। साऊल भुइयां ले उठिस, फेर जब ओह अपन आंखी ला खोलिस, त ओला कुछू दिखाई नइं दीस। एकर खातिर ओकर संगीमन ओकर हांथ ला धरके दमिस्क सहर ले गीन। ओह तीन दिन तक नइं देखे सकिस अऊ ओह न कुछू खाईस न पीईस। दमिस्क म हनन्याह नांव के एक झन चेला रहय। परभू ह ओला दरसन म कहिस, “हे हनन्याह!” ओह कहिस, “हां, परभू।” त परभू ह ओला कहिस, “उठ, अऊ ओ गली म जा, जऊन ला ‘सीधा’ कहे जाथे। उहां यहूदा के घर म साऊल नांव के एक झन तरसुस के रहइया मनखे के बारे पुछबे। देख, ओह पराथना करत हवय। ओह दरसन म हनन्याह नांव के एक मनखे ला घर के भीतर आवत अऊ अपन ऊपर हांथ रखत देखे हवय कि ओह फेर देखे लगय।” हनन्याह ह कहिस, “हे परभू! मेंह ए मनखे के बारे म बहुंते झन ले सुने हवंव कि एह यरूसलेम म तोर ऊपर बिसवास करइयामन के ऊपर भारी अतियाचार करे हवय। अऊ इहां दमिस्क म घलो ओह महा पुरोहित ले अधिकार लेके आय हवय कि जऊन मनखेमन तोर नांव लेथें, ओ जम्मो झन ला बंदी बनाके यरूसलेम ले जावय।” पर परभू ह हनन्याह ला कहिस, “तेंह उहां जा, काबरकि ओह आनजातमन के अऊ ओमन के राजामन के अऊ इसरायली मनखेमन के आघू म मोर नांव के परचार करे बर मोर दुवारा चुने गे हवय। अऊ मेंह ओला देखाहूं कि मोर नांव के खातिर ओला कतेक दुःख उठाय बर पड़ही।” तब हनन्याह ह उठके ओ घर म गीस। उहां ओह साऊल ऊपर अपन हांथ ला रखके कहिस, “हे भाई साऊल! परभू याने यीसू, जऊन ह तोला ओ रसता म आवत बेरा दिखाई दे रिहिस, ओही ह मोला पठोय हवय कि तेंह फेर देखे लग अऊ पबितर आतमा ले भर जा।” तुरते साऊल के आंखीमन ले कुछू छिलका सहीं गिरिस अऊ ओह फेर देखे लगिस। ओह उठके बतिसमा लीस अऊ खाना खाके फेर बल पाईस। साऊल ह कुछू दिन तक चेलामन के संग दमिस्क म रिहिस। ओह तुरते सभा घरमन म यीसू के बारे परचार करे लगिस कि ओह परमेसर के बेटा अय। जम्मो सुनइयामन चकित होके कहे लगिन, “का एह ओही मनखे नो हय, जऊन ह यरूसलेम म यीसू के नांव लेवइयामन ला नास करत रिहिस? ओह इहां घलो एकर बर आय रिहिस कि यीसू के नांव लेवइयामन ला बंदी बनाके मुखिया पुरोहितमन करा ले जावय।” पर साऊल अऊ सामरथी होवत गीस। ओह ए बात के सबूत दे देके कि यीसू ही मसीह अय, दमिस्क म रहइया यहूदीमन के मुहूं बंद कर दीस। जब बहुंत दिन बीत गे, तब यहूदीमन मिलके साऊल ला मार डारे के उपाय करिन। पर ओमन के उपाय ला साऊल जान डारिस। यहूदीमन साऊल ला मार डारे खातिर रात-दिन दमिस्क के दुवारी म घात लगाके बईठे रहंय। पर रतिहा साऊल के चेलामन ओला टोकना म बइठाईन अऊ भिथी के छेदा ले लटकाके ओला सहर के बाहिर उतार दीन । जब साऊल ह यरूसलेम म आईस, त ओह चेलामन संग मिले के कोसिस करिस, पर ओ जम्मो झन ओकर ले डर्रावत रिहिन, काबरकि ओमन ला बिसवास नइं होवत रहय कि ओह घलो यीसू के चेला बन गे हवय। पर बरनबास ह ओला अपन संग प्रेरितमन करा ले गीस अऊ ओमन ला बताईस कि साऊल ह कइसने रसता म परभू ला देखिस अऊ परभू ह ओकर ले बात करिस अऊ दमिस्क म ओह कइसने हिम्मत के संग यीसू के नांव के परचार करिस। तब साऊल ह ओमन के संग रहिके यरूसलेम म जम्मो जगह आवत-जावत रिहिस। ओह निडर होके परभू के नांव के परचार करत रिहिस। ओह यूनानी भासा बोलइया यहूदीमन के संग बातचीत अऊ बाद-बिवाद करय, पर ओमन ओला मार डारे के कोसिस करिन। जब बिसवासी भाईमन ला ए बात के पता चलिस, त ओमन ओला कैसरिया ले गीन अऊ उहां ले ओला तरसुस पठो दीन। तब जम्मो यहूदिया, गलील अऊ सामरिया प्रदेस म कलीसिया ला सांति मिलिस अऊ कलीसिया ह मजबूत होवत गीस अऊ पबितर आतमा के मदद ले परभू के डर म रहत गनती म बढ़त गीस। पतरस ह जम्मो जगह होवत, ओ परमेसर के मनखेमन करा गीस, जऊन मन लुद्दा नगर म रहत रिहिन। उहां पतरस ला एनियास नांव के लकवा के मारे एक झन मनखे मिलिस। ओह आठ साल ले खटिया म पड़े रहय। पतरस ह ओला कहिस, “हे एनियास! यीसू मसीह ह तोला बने करत हवय। उठ, अपन बिछौना ला ठीक कर।” एनियास तुरते उठके ठाढ़ हो गीस। लुद्दा अऊ सारोन के जम्मो रहइयामन ओला चंगा देखके परभू करा आईन। याफा म तबीता नांव के बिसवासी माईलोगन रहय (तबीता ला यूनानी म दोरकास कहे जाथे, जेकर मतलब हिरन होथे)। ओह हमेसा भलई करय अऊ गरीबमन के मदद करय। ओही दिन म, ओह बेमार पड़िस अऊ मर गीस। मनखेमन ओकर लास ला नहवाके ऊपर के कमरा म रख दीन। लुद्दा नगर याफा के लकठा म रिहिस। चेलामन जब ए सुनिन कि पतरस ह लुद्दा म हवय, त ओमन दू झन ला पठोके ओकर ले बिनती करिन, “हमर करा तुरते आ।” तब पतरस ह उठके ओमन के संग याफा गीस अऊ जब ओह उहां हबरिस, त मनखेमन ओला ऊपर के कमरा म ले गीन। जम्मो बिधवामन रोवत पतरस करा आके ठाढ़ हो गीन अऊ जऊन कुरता अऊ आने कपड़ामन ला दोरकास ह ओमन के संग रहत बनाय रहय, ओ जम्मो ला पतरस ला देखाय लगिन। तब पतरस ह जम्मो झन ला कमरा ले बाहिर कर दीस अऊ माड़ी टेकके पराथना करिस अऊ लास कोति देखके कहिस, “हे तबीता, उठ।” ओह अपन आंखी ला उघारिस अऊ पतरस ला देखके उठ बईठिस। पतरस ह ओकर हांथ ला सहारा देके ओला उठाईस। तब पतरस ह बिसवासी मनखे अऊ बिधवा मन ला बलाईस अऊ ओला जीयत-जागत देखाईस। ए बात ह जम्मो याफा सहर म फइल गीस अऊ बहुंते मनखेमन परभू ऊपर बिसवास करिन। पतरस ह याफा म सिमोन नांव के चमड़ा के धंधा करइया एक मनखे के इहां कुछू दिन रिहिस। कैसरिया सहर म कुरनेलियुस नांव के एक मनखे रिहिस। ओह इतालियानी रेजिमेन्ट नांव के रोमन सेना के अधिकारी (सूबेदार) रिहिस। ओह परमेसर के भक्त रिहिस अऊ अपन जम्मो परिवार के संग परमेसर के भय मानय। ओह गरीब यहूदीमन ला बहुंत दान देवय अऊ परमेसर ले हमेसा पराथना करय। ओह एक दिन मंझनियां, तीन बजे एक दरसन देखिस। दरसन म ओह साफ देखिस कि परमेसर के एक स्‍वरगदूत ओकर करा आके कहिस, “हे कुरनेलियुस!” कुरनेलियुस ह डर गीस अऊ ओला एक-टक देखके कहिस, “हे परभू, का ए?” स्‍वरगदूत ह ओला कहिस, “तोर पराथना अऊ गरीबमन बर तोर दान ह परमेसर करा हबरे हवय। अब याफा सहर म कुछू मनखेमन ला भेज अऊ सिमोन नांव के एक मनखे, जऊन ला पतरस कहे जाथे, बला ले। ओह उहां चमड़ा के धंधा करइया सिमोन के इहां ठहरे हवय, जेकर घर समुंदर के तीर म हवय।” जब ओकर ले बात करइया स्‍वरगदूत चले गीस, तब ओह अपन दू झन सेवक अऊ अपन सेना के एक सिपाही ला जऊन ह परमेसर के भक्त रिहिस, बलाईस, अऊ ओमन ला जम्मो बात बताके याफा सहर पठोईस। दूसर दिन लगभग मंझन के बेरा, जब ओमन सहर के लकठा म हबरत रहंय, त पतरस ह छानी ऊपर पराथना करे बर चघिस। ओही घरी ओला भूख लगिस अऊ ओह कुछू खाय बर चाहत रिहिस अऊ जब खाना ह बनत रहय, त ओह एक दरसन देखिस। ओह देखिस कि स्‍वरग ह खुल गे हवय अऊ एक ठन बड़े चादर सहीं चारों खूंट ले ओमरत धरती कोति उतरत हवय। ओम धरती के जम्मो किसम के चरगोड़िया, पेट के बल रेंगइया जीव-जन्तु अऊ अकास के चिरईमन रहंय। तब पतरस ह ए अवाज सुनिस, “पतरस, उठ! एमन ला मार अऊ खा।” पर पतरस ह कहिस, “नइं परभू, कभू नइं। मेंह कभू कुछू असुध अऊ मइलाहा चीज नइं खाय हवंव ।” फेर दूसर बार पतरस ओ अवाज सुनिस, “जऊन कुछू ला परमेसर ह सुध करे हवय, ओला तेंह असुध झन कह।” तीन बार ले अइसने होईस, तब तुरते ओ चादर ला स्‍वरग म वापिस उठा लिये गीस। जब पतरस ह ए दरसन के मतलब के बारे म सोचत रिहिस, तभे ओ मनखेमन जऊन ला कुरनेलियुस पठोय रिहिस, सिमोन के घर के पता लगावत दुवारी म आके ठाढ़ होईन। ओमन अवाज देके पुछिन, “का सिमोन जऊन ला पतरस कहे जाथे, इहां हवय?” पतरस ह ओ दरसन के बारे म सोचत रहय, तब परमेसर के आतमा ह ओला कहिस, “देख, तीन झन मनखेमन तोला खोजत हवंय। एकरसेति उठ अऊ खाल्‍हे उतर अऊ ओमन के संग बिगर झिझके चले जा, काबरकि मेंह ओमन ला पठोय हवंव।” तब पतरस ह छानी ले उतरिस अऊ ओ मनखेमन ला कहिस, “देखव, जऊन ला तुमन खोजत हवव, ओह में अंव। तुम्‍हर आय के का कारन ए?” ओ मनखेमन कहिन, “हमन ला कुरनेलियुस सूबेदार ह पठोय हवय। ओह धरमी अऊ परमेसर के भय मनइया मनखे ए अऊ जम्मो यहूदी मनखेमन ओकर आदर करथें। ओला एक पबितर स्‍वरगदूत ले ए हुकूम मिले हवय कि ओह तोला अपन घर म बलाके तोर ले परमेसर के बचन सुनय।” तब पतरस ह ओमन ला घर म बलाईस अऊ ओमन के पहुनई करिस। दूसर दिन पतरस ह ओमन के संग गीस अऊ याफा के कुछू भाईमन घलो ओकर संग गीन। ओकर दूसर दिन ओमन कैसरिया हबरिन। उहां कुरनेलियुस अपन रिस्तेदार अऊ मयारू संगीमन संग ओमन के डहार जोहत रहय। जब पतरस ह घर भीतर आवत रिहिस, त कुरनेलियुस ह ओकर ले भेंट करिस अऊ ओकर गोड़ खाल्‍हे गिरके ओकर आदर करिस। पर पतरस ह ओला उठाके कहिस, “ठाढ़ हो जा, मेंह घलो एक मनखे अंव।” पतरस ह ओकर संग गोठियावत भीतर गीस अऊ उहां अब्‍बड़ मनखेमन ला देखके कहिस, “तुमन जानत हव कि एह हमर यहूदी कानून के बिरोध म अय कि एक यहूदी ह आनजात के संगति करय या ओकर इहां जावय। पर परमेसर ह मोला देखाय हवय कि मेंह कोनो मनखे ला असुध या मइलाहा झन कहंव। एकरसेति जब मोला बलाय गीस, त बिगर कुछू आपत्ति के मेंह आ गेंव। अब मेंह पुछत हंव कि तेंह मोला काबर बलाय हवस?” तब कुरनेलियुस ह जबाब दीस, “चार दिन पहिली, मेंह इहीच बेरा मंझनियां के तीन बजे, अपन घर म पराथना करत रहेंव कि अचानक एक झन मनखे चिकमिकी कपड़ा पहिरे मोर आघू म आके ठाढ़ हो गीस, अऊ ओह कहिस, ‘हे कुरनेलियुस! परमेसर ह तोर पराथना ला सुने हवय अऊ तोर दान, जऊन ला गरीबमन ला देथस, ओला सुरता करे हवय। एकरसेति अब कोनो ला याफा सहर पठोके उहां ले सिमोन जऊन ला पतरस कहे जाथे, बला ले। ओह चमड़ा के धंधा करइया सिमोन के घर म पहुना हवय, जऊन ह समुंदर के तीर म रहिथे।’ तब मेंह तुरते तोर करा मनखेमन ला पठोएंव। तेंह बने करय कि इहां आ गय। अब हमन जम्मो झन इहां परमेसर के आघू म हवन कि ओ हर बात ला सुनन, जऊन ला परभू ह तोला सुनाय के हुकूम दे हवय।” तब पतरस ह कहे के सुरू करिस, “अब मेंह जान गेंव कि एह सच ए कि परमेसर ह काकरो पखियपात नइं करय, पर हर जाति के मनखेमन ला गरहन करथे, जऊन मन ओकर भय मानथें अऊ सही काम करथें। परमेसर ह इसरायलीमन करा संदेस पठोईस; ओमन ला यीसू मसीह के जरिये जऊन ह जम्मो झन के परभू ए, सांति के सुघर संदेस सुनाईस। ओ बात ला तुमन जानत हव, जऊन ह यूहन्ना के बतिसमा के परचार के पाछू गलील राज ले सुरू होके पूरा यहूदिया राज म फइल गे हवय – कि कइसने परमेसर ह नासरत के यीसू ला पबितर आतमा अऊ सामरथ ले अभिसेक करिस, अऊ यीसू ह हर जगह भलई करत अऊ सैतान के सताय जम्मो मनखेमन ला बने करत रिहिस, काबरकि परमेसर ह ओकर संग म रिहिस। हमन ओ जम्मो काम के गवाह अन, जऊन ला ओह यहूदीमन के देस म अऊ यरूसलेम म करिस। ओमन ओला एक ठन रूख (कुरुस) म लटकाके मार डारिन। पर ओला परमेसर ह तीसरा दिन मरे म ले जियाईस अऊ ओला परगट घलो करिस कि मनखेमन ओला देखंय। ओह जम्मो मनखेमन ला देखाई नइं दीस, पर ओ गवाहमन ला देखाई दीस, जऊन मन ला परमेसर ह पहिली ले चुन ले रिहिस; याने कि हमन ला, जऊन मन ओकर मरे म ले जी उठे के पाछू ओकर संग खायेन पीयेन। परभू यीसू ह हमन ला हुकूम दीस कि हमन जम्मो मनखेमन म परचार करन अऊ गवाही देवन कि एह ओही ए, जऊन ला परमेसर ह जीयत अऊ मरे मन के नियाय करइया ठहराईस। जम्मो अगमजानीमन गवाही देथें कि जऊन कोनो यीसू ऊपर बिसवास करही, ओला यीसू के नांव म पाप के छेमा मिलही।” जब पतरस ह ए बचन कहत रिहिस, तभे पबितर आतमा ओ जम्मो झन ऊपर उतरिस, जऊन मन संदेस ला सुनत रहंय। जऊन यहूदी बिसवासीमन पतरस के संग आय रिहिन, ओमन ए देखके चकित होईन कि पबितर आतमा के दान ह आनजातमन ऊपर घलो उंड़ेरे गीस। काबरकि ओमन आनजातमन ला आने-आने भासा बोलत अऊ परमेसर के महिमा करत सुनिन। तब पतरस ह कहिस, “का कोनो अब ए मनखेमन ला पानी ले बतिसमा ले बर मना कर सकथे? एमन घलो हमर सहीं पबितर आतमा पाय हवंय।” एकरसेति ओह हुकूम दीस कि ओमन ला यीसू मसीह के नांव म बतिसमा देय जावय। तब ओमन पतरस ले बिनती करिन कि ओह कुछू दिन ओमन के संग रहय। प्रेरितमन अऊ जम्मो यहूदिया म रहइया भाईमन सुनिन कि आनजातमन घलो परमेसर के बचन ला गरहन कर ले हवंय। एकरसेति जब पतरस ह यरूसलेम म आईस, त खतना करवाय बिसवासीमन ओकर आलोचना करे लगिन अऊ कहिन, “तेंह बिगर खतना वाले मनखेमन के घर गे रहय अऊ ओमन के संग खाना खाय हवस।” तब पतरस ह ओमन ला जऊन बात होय रिहिस, ओला सुरू ले एक-एक करके बताय लगिस: “मेंह याफा सहर म पराथना करत रहेंव अऊ बेसुध हो गंय अऊ ओ दसा म एक दरसन देखेंव कि एक बड़े चादर के सहीं चारों खूंट ले ओमरत स्‍वरग ले मोर करा आईस। जब मेंह ओम धियान देवंय, त ओम मेंह धरती के चरगोड़िया पसु, जंगली पसु, रेंगइया जीव-जन्तु अऊ अकास के चिरईमन ला देखेंव। तब मेंह एक अवाज सुनेंव जऊन ह मोला ए कहत रहय, ‘हे पतरस! उठ! मार अऊ खा।’ मेंह कहेंव, ‘नइं परभू, नइं! काबरकि कुछू असुध या मइलाहा चीज मोर मुहूं म आज तक कभू नइं गे हवय।’ तब अकास ले दूसर बार ए अवाज आईस, ‘जऊन ला परमेसर ह सुध ठहराय हवय, ओला असुध झन कह।’ तीन बार ले अइसनेच होईस, अऊ तब ओ चादर ला स्‍वरग म फेर उठा लिये गीस। ठीक ओतकीच बेरा, तीन झन मनखे जऊन मन ला कैसरिया सहर ले मोर करा पठोय गे रिहिस, ओ घर म आके ठाढ़ होईन, जिहां मेंह रहेंव। तब आतमा ह मोला ओमन के संग बेखटके चले जाय बर कहिस। याफा के ए छै भाईमन घलो मोर संग हो लीन अऊ हमन कुरनेलियुस के घर म गेन, जऊन ह हमन ला बताईस कि कइसने एक स्‍वरगदूत ओकर घर म परगट होईस अऊ कहिस, ‘याफा सहर म मनखे भेज अऊ सिमोन जऊन ला पतरस कहे जाथे, बला ले। ओह तोर खातिर एक संदेस लानही, जेकर दुवारा तें अऊ तोर पूरा घराना उद्धार पाही।’ जब मेंह कहे के सुरू करेंव, त पबितर आतमा ह ओमन ऊपर उतरिस, जइसने सुरू म हमर ऊपर उतरे रिहिस। तब मोला परभू के कहे ओ बचन सुरता आईस – यूहन्ना ह तो पानी ले बतिसमा दीस, पर तुमन पबितर आतमा ले बतिसमा पाहू। जब परमेसर ह ओमन ला घलो ओहीच दान दीस, जऊन ह हमन ला परभू यीसू मसीह के ऊपर बिसवास करे ले मिले रिहिस, त मेंह कोन होथंव कि परमेसर के बिरोध करे के सोच सकतेंव।” जब ओमन ए सुनिन, त चुप हो गीन अऊ परमेसर के महिमा करके कहिन, “परमेसर ह आनजातमन ला घलो जिनगी पाय बर, मन फिराय के मऊका दे हवय।” स्तिफनुस के कारन बिसवासीमन ला सताय गीस, जेकर कारन ओमन तितिर-बितिर हो गीन। ओमन फिरते-फिरत फीनीके, साइप्रस अऊ अंताकिया म हबरिन अऊ ओमन यहूदीमन के छोंड़ अऊ कोनो ला संदेस नइं सुनावत रिहिन। ओमन ले कुछू झन साइप्रस अऊ कुरेन के रहइया रिहिन, जऊन मन अंताकिया म आके यूनानीमन ला घलो परभू यीसू के सुघर संदेस सुनाय लगिन। परभू के सामरथ ओमन के संग रिहिस अऊ बहुंते मनखेमन बिसवास करके परभू करा आईन। ए संदेस ह यरूसलेम के कलीसिया के मनखेमन करा पहुंचिस, त ओमन बरनबास ला अंताकिया पठोईन। जब ओह उहां हबरिस अऊ परमेसर के अनुग्रह के काम ला देखिस, त ओह खुस होईस अऊ जम्मो झन ला उत्साहित करिस कि ओमन अपन पूरा हिरदय ले परभू के बिसवास म ईमानदार बने रहंय। बरनबास ह एक बने मनखे रिहिस। ओह पबितर आतमा अऊ बिसवास ले भरे रिहिस अऊ बहुंते मनखेमन परभू करा आईन। तब बरनबास ह साऊल ला खोजे बर तरसुस सहर गीस, अऊ जब ओला साऊल मिलिस, त ओह ओला अंताकिया म ले आईस। बरनबास अऊ साऊल एक साल तक कलीसिया के संग मिलते रिहिन अऊ बहुंते मनखेमन ला उपदेस दीन। चेलामन ला सबले पहिली अंताकिया म ही मसीही कहे गीस। ओही दिन म कुछू अगमजानीमन यरूसलेम ले अंताकिया म आईन। ओम ले एक अगमजानी जेकर नांव अगबुस रिहिस, ठाढ़ होईस अऊ आतमा के अगुवई म, ए बताईस कि जम्मो रोमन राज म भारी अकाल पड़ही (ओ अकाल ह क्लौदियुस राजा के समय म पड़िस)। तब चेलामन, हर एक अपन सक्ति के मुताबिक यहूदिया प्रदेस म रहइया भाईमन के मदद करे के ठानिन। अऊ ओमन ओकरे मुताबिक बरनबास अऊ साऊल के हांथ म अगुवामन करा अपन दान पठो दीन। ओही समय हेरोदेस राजा ह कलीसिया के कुछू मनखेमन ला सताय बर ओमन ला बंदी बनाईस। ओह यूहन्ना के भाई याकूब ला तलवार ले मरवा दीस। जब ओह देखिस कि यहूदीमन अइसने करे ले खुस होवत हवंय, त ओह पतरस ला घलो पकड़ लीस अऊ ओह फसह तिहार के समय रहय। पतरस ला पकड़े के बाद, ओह ओला जेल म डार दीस अऊ रखवारी करे बर चार-चार सिपाहीमन ला पारी-पारी चारों पहर पहरा म लगा दीस। हेरोदेस राजा चाहत रिहिस कि फसह तिहार के पाछू पतरस ला मनखेमन के आघू म पुछ-ताछ करे बर लानय। पतरस ला जेल म रखे गे रहय, पर कलीसिया ह ओकर बर लगन से परमेसर ले पराथना करत रहय। जऊन दिन हेरोदेस ह पतरस ला यहूदीमन के आघू म पुछ-ताछ करे बर लवइया रिहिस, ओकर पहिली रतिहा पतरस ह दू ठन सांकर म बंधाय दू झन सिपाही के मांझा म सुतत रहय अऊ पहरेदारमन दुवारी म जेल के रखवारी करत रहंय। तभे अचानक परभू के एक स्‍वरगदूत परगट होईस अऊ पतरस के कोठरी म अंजोर हो गीस। स्‍वरगदूत ह पतरस के बाजू म हांथ मारके ओला उठाईस अऊ कहिस, “उठ, जल्दी कर।” अऊ पतरस के हांथ ले सांकर ह खुलके गिर गीस। तब स्‍वरगदूत ह ओला कहिस, “अपन कपड़ा अऊ पनही ला पहिर ले।” पतरस ह वइसनेच करिस। स्‍वरगदूत ह फेर कहिस, “अपन ओढ़ना ला ओढ़ ले अऊ मोर पाछू-पाछू आ।” पतरस ह ओकर पाछू-पाछू हो लीस, पर ओह नइं जानत रहय कि जऊन कुछू स्‍वरगदूत ह करत हवय, ओह सही म होवत हवय। ओह सोचिस कि ओह कोनो दरसन देखत हवय। तब ओमन पहिली अऊ दूसर पहरेदार ले निकरके लोहा के दुवार म हबरिन, जिहां ले सहर कोति रसता जावय। दुवार ह ओमन बर अपनआप खुल गीस; अऊ ओमन बाहिर निकर गीन; जब ओमन एक गली के बरोबर दूरिहा गे होहीं, त अचानक स्‍वरगदूत ह पतरस ला छोंड़के चले गीस। तब पतरस ह चेत म आईस अऊ कहिस, “अब मेंह सही म जान डारेंव कि परभू ह अपन स्‍वरगदूत ला पठोके मोला हेरोदेस के हांथ ले छोंड़ाय हवय अऊ यहूदीमन के आसा ला टोर दे हवय।” जब ओह ए बात ला जानिस, त ओह यूहन्ना के दाई मरियम के घर गीस। यूहन्ना ला मरकुस घलो कहे जाथे। उहां बहुंत मनखेमन जुरके पराथना करत रहंय। पतरस ह बाहिर के कपाट ला खटखटाईस, त रूदे नांव के एक दासी टूरी ह अवाज सुनके कपाट करा आईस। जब ओह पतरस के अवाज ला चिनहिस, त ओह खुसी के मारे कपाट ला खोले बर भुला गीस। ओह दऊड़के भीतर गीस अऊ मनखेमन ला बताईस कि पतरस ह कपाट करा ठाढ़े हवय। ओमन ह ओला कहिन, “तेंह बही हो गे हवस।” जब ओह जोर देके कहितेच रहय कि पतरस ह कपाट करा हवय। त ओमन कहिन, “एह जरूर पतरस के स्‍वरगदूत होही।” फेर पतरस ह कपाट ला खटखटातेच रहय अऊ जब ओमन कपाट ला खोलिन, त पतरस ला देखके चकित हो गीन। तब पतरस ह ओमन ला चुपेचाप रहे बर इसारा करिस अऊ बताईस कि कइसने परभू ह ओला जेल ले बाहिर निकारिस। ओह कहिस, “याकूब अऊ आने भाईमन ला ए बात बता देवव।” तब ओह निकरके आने जगह चले गीस। बिहनियां, सिपाहीमन म भारी हलचल मच गे अऊ ओमन पुछे लगिन, “पतरस के का होईस?” हेरोदेस राजा ह पतरस के खोज कराईस अऊ जब ओह नइं मिलिस, त हेरोदेस ह पहरेदारमन के जांच-पड़ताल कराईस अऊ ओमन ला मार डारे के हुकूम दीस। एकर बाद, हेरोदेस राजा यहूदिया ले कैसरिया चल दीस अऊ उहां कुछू समय तक रिहिस। हेरोदेस के सूर अऊ सैदा के मनखेमन संग झगरा चलत रहय। एकरसेति ओ मनखेमन एक दल बनाके ओकर करा आईन। पहिली ओमन बलास्तुस ला मनाईन, जऊन ह राजा के एक नजदीकी सेवक रिहिस अऊ तब ओकर जरिये राजा ले मेल करे चाहिन, काबरकि राजा के देस ले ओमन के पालन-पोसन होवत रिहिस। एक ठहराय गे दिन म हेरोदेस ह राजवस्त्र पहिरके अपन सिंघासन म बईठिस अऊ ओमन ला भासन देवन लगिस। तब मनखेमन पुकार उठिन, “एह मनखे के नइं, पर परमेसर के अवाज ए।” ओहीच बेरा परभू के एक स्‍वरगदूत ह ओला मारिस अऊ ओला कीरा परगे अऊ ओह मर गीस काबरकि ओह परमेसर के महिमा नइं करिस। पर परमेसर के बचन ह लगातार बढ़त अऊ बगरत गीस। जब बरनबास अऊ साऊल अपन सेवा ला पूरा कर लीन, त ओमन यूहन्ना ला जऊन ह मरकुस घलो कहाथे, अपन संग लेके यरूसलेम ले लहुंटिन। अंताकिया के कलीसिया म कुछू अगमजानी अऊ गुरू मन रहंय, जेमन के नांव रिहिस – बरनबास, सिमोन जऊन ला नीगर कहे जाथे, कुरेन के रहइया लूकियुस, मनाहेम (जऊन ह हेरोदेस राजपाल के संग पले बढ़े रिहिस), अऊ साऊल। जब ओमन उपास अऊ परभू के अराधना करत रहंय, त पबितर आतमा ह कहिस, “मोर बर बरनबास अऊ साऊल ला ओ काम बर अलग करव, जेकर बर मेंह ओमन ला चुने हवंव।” तब ओमन उपास अऊ पराथना करिन, अऊ बरनबास अऊ साऊल ऊपर अपन हांथ रखके ओमन ला बिदा करिन। पबितर आतमा के पठोय बरनबास अऊ साऊल सिलूकिया म गीन अऊ उहां ले ओमन पानी जहाज म चघके साइप्रस दीप चल दीन। जब ओमन सलमीस सहर म हबरिन, त उहां परमेसर के बचन ला यहूदीमन के सभा घर म सुनाईन। यूहन्ना ह ओमन के संग म एक सहायक के रूप म रहय। ओ जम्मो दीप म ले होवत ओमन पाफुस सहर आईन। उहां ओमन ला बार-यीसू नांव के एक यहूदी टोनहा अऊ लबरा अगमजानी मिलिस। ओह दीप के राजपाल सिरगियुस पौलुस के सेवक रिहिस। सिरगियुस ह एक बुद्धिमान मनखे रहय। ओह बरनबास अऊ साऊल ला अपन करा बलाईस काबरकि ओह परमेसर के बचन सुने चाहत रिहिस। पर बार-यीसू जऊन ला यूनानी भासा म इलीमास टोनहा कहे जावय, ओमन के बिरोध करिस अऊ राजपाल सिरगियुस ला बिसवास करे ले रोके के कोसिस करिस। तब साऊल जेकर नांव पौलुस घलो अय, पबितर आतमा ले भरके इलीमास ला एकटक देखिस अऊ कहिस, “तेंह सैतान के संतान अस अऊ जम्मो बने चीज के बईरी अस। तेंह जम्मो किसम के कपट अऊ धोखा ले भरे हवस। का तेंह परभू के सीधा रसता ला टेढ़ा करे बर कभू नइं छोड़स? अब परभू के हांथ ह तोर बिरोध म उठे हवय। तेंह अंधरा हो जाबे अऊ कुछू समय तक सूरज के अंजोर ला नइं देख सकबे।” तुरते ओकर आंखी म धुंध अऊ अंधियार छा गे, अऊ ओह एती-ओती टमड़े लगिस कि कोनो ओकर हांथ ला धरके ओला ले जावंय। जब राजपाल ह ए घटना ला देखिस, त ओह मसीह ऊपर बिसवास करिस, काबरकि ओह परभू के बारे म उपदेस सुनके चकित हो गे रिहिस। पौलुस अऊ ओकर संगीमन पाफुस ले पानी जहाज खोलके पंफूलिया प्रदेस के पिरगा म आईन, जिहां यूहन्ना ओमन ला छोड़के यरूसलेम लहुंट गीस। ओमन पिरगा ले आघू बढ़िन अऊ पिसिदिया प्रदेस के अंताकिया सहर म आईन। बिसराम के दिन, ओमन सभा के घर म जाके बईठिन। मूसा के कानून के किताब अऊ अगमजानीमन के किताब म ले पढ़े के बाद, सभा घर के अधिकारीमन ओमन करा ए संदेस पठोईन, “हे भाईमन, यदि तुम्‍हर करा मनखेमन बर कोनो उत्साह के संदेस हवय, त सुनावव।” तब पौलुस ह ठाढ़ होईस अऊ हांथ ले इसारा करके कहिस, “हे इसरायली अऊ परमेसर के भक्त – आनजात के मनखेमन, मोर सुनव! इसरायली मनखेमन के परमेसर ह हमर पुरखामन ला चुनिस अऊ जब ओमन मिसर देस म परदेसी के सहीं रहत रिहिन, त ओमन ला बढ़ाईस अऊ अपन अपार सामरथ ले ओमन ला ओ देस ले बाहिर निकार लानिस। अऊ चालीस साल तक निरजन जगह म ओमन के गलत बरताव ला सहते रिहिस। ओह कनान देस म सात ठन जात के मनखेमन ला उखान फेंकिस अऊ ओमन के जमीन ला अपन मनखेमन के अधिकार म दे दीस। ए जम्मो काम म लगभग 450 साल लगिस। एकर बाद, सामुएल अगमजानी के आवत तक, परमेसर ह ओमन के बीच म नियाय करइया मनखेमन ला ठहराईस। तब ओमन अपन बर एक राजा मांगिन। परमेसर ह साऊल ला राजा ठहराईस, जऊन ह बिन्यामीन के गोत्र म ले कीस के बेटा रिहिस। ओह चालीस साल तक राज करिस। साऊल ला हटाय के बाद, ओह दाऊद ला ओमन के राजा बनाईस। दाऊद के बारे म परमेसर ह ए गवाही दीस: ‘मोला एक मनखे, यिसै के बेटा दाऊद मोर मन के मुताबिक मिल गे हवय। ओह ओ जम्मो काम करही, जऊन ला मेंह चाहथंव।’ ओही दाऊद के बंस म ले परमेसर ह अपन परतिगियां के मुताबिक इसरायली मनखेमन बर उद्धार करइया यीसू ला पठोईस। यीसू के आय के पहिली यूहन्ना ह जम्मो इसरायली मनखेमन ला मन फिराय अऊ बतिसमा के परचार करिस। जब यूहन्ना ह अपन काम पूरा करइया रिहिस, त ओह कहिस, ‘तुमन मोला कोन ए समझत हव? मेंह ओ नो हंव जऊन ला परमेसर ह पठोय के परतिगियां करे हवय। पर मोर बाद, ओह आवत हवय, जेकर गोड़ के पनही घलो खोले के काबिल मेंह नो हंव।’ हे भाईमन हो! अब्राहम के संतान अऊ परमेसर ले डरइया आनजातमन, हमर करा ए उद्धार के संदेस पठोय गे हवय। यरूसलेम के मनखे अऊ ओकर अधिकारीमन यीसू ला नइं चिनहिन अऊ न ही ओमन अगमजानीमन के बचन ला समझिन, जऊन ह हर बिसराम के दिन पढ़े जाथे। एकरसेति ओमन यीसू ला दोसी ठहराके ओ बातमन ला पूरा करिन। हालाकि ओमन मार डारे जाय के लइक कोनो दोस ओम नइं पाईन, तभो ले ओमन पीलातुस ले मांग करिन कि ओह मार डारे जावय। जब ओमन ओकर बारे म लिखे जम्मो बात ला पूरा कर लीन, तब ओला कुरुस ले उतारके एक कबर म रखिन। पर परमेसर ह ओला मरे म ले जियाईस। अऊ ओह ओमन ला जऊन मन ओकर संग गलील ले यरूसलेम आय रिहिन, बहुंत दिन तक देखाई देवत रिहिस। ओमन अब हमर मनखेमन के आघू म ओकर गवाह अंय। हमन तुमन ला सुघर संदेस सुनावत हवन, जेकर वायदा परमेसर ह हमर पुरखामन ले करे रिहिस। परमेसर ह यीसू ला जियाके, ओ वायदा ला अपन संतान (हमर) बर पूरा करिस। जइसने कि भजन दू म लिखे हवय: ‘तेंह मोर बेटा अस; आज मेंह तोर ददा बन गे हवंव।’ परमेसर ह ओला मरे म ले जियाईस ताकि ओह कभू झन सड़य; ए बात ला बचन म अइसने कहे गे हवय: ‘तोला पबितर अऊ अटल आसिस दूहूं, जेकर वायदा मेंह दाऊद ले करे रहेंव।’ ओह भजन के एक अऊ जगह म घलो अइसने कहिस: ‘तेंह अपन पबितर जन ला कभू सड़न नइं देबे।’ दाऊद ह अपन समय म परमेसर के ईछा मुताबिक सेवा करिस अऊ ओह मर गीस। ओला ओकर पुरखामन के संग माटी दिये गीस अऊ ओकर देहें ह सड़ गीस। पर जऊन ला परमेसर ह मरे म ले जियाईस, ओह सड़े नइं पाईस। एकरसेति हे मोर भाईमन! मेंह चाहत हंव कि तुमन जान लेवव कि यीसू के दुवारा पाप के छेमा के संदेस तुमन ला दिये जावत हवय। जऊन बातमन ले तुमन मूसा के कानून के दुवारा निरदोस नइं हो सकत रहेव, ओ जम्मो बातमन ले हर एक झन ओम बिसवास करे के दुवारा निरदोस ठहरथे। एकरसेति सचेत रहव कि जऊन बात ला अगमजानीमन कहे हवंय, ओह तुम्‍हर ऊपर झन आ पड़य: ‘हे निन्दा करइयामन! देखव! चकित होवव अऊ मिट जावव, काबरकि मेंह तुम्हरे समय म कुछू करे बर जावत हंव, अइसने काम कि यदि ओकर बारे म कोनो तुमन ला बताही, तभो ले तुमन बिसवास कभू नइं करहू।’ ” जब पौलुस अऊ बरनबास सभा के घर ले निकरके बाहिर जावत रिहिन, त मनखेमन ओमन ले बिनती करिन कि अवइया बिसराम के दिन हमन ला एकर बारे म अऊ बतावव। जब सभा ह उसल गीस, त बहुंते यहूदीमन अऊ यहूदी मत म आय भक्तमन पौलुस अऊ बरनबास के पाछू हो लीन। ओ दूनों ओमन ले बात करके ओमन ला उत्साहित करिन कि ओमन परमेसर के मया अऊ दया म बिसवास करते रहंय। ओकर आने बिसराम के दिन लगभग जम्मो सहर के मनखेमन परमेसर के बचन सुने बर जुर गीन। जब यहूदीमन मनखे के भीड़ ला देखिन, त जलन ले भर उठिन अऊ ओमन पौलुस के बात के बिरोध करके ओकर बेजत्ती करिन। तब पौलुस अऊ बरनबास निडर होके ओमन ला कहिन, “हमन के दुवारा पहिली परमेसर के बचन तुमन ला सुनाना जरूरी रिहिस, पर तुमन ओला गरहन नइं करेव अऊ अपनआप ला परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी के काबिल नइं समझेव। एकरसेति, हमन आनजातमन कोति जावत हन। काबरकि परभू ह हमन ला ए हुकूम दे हवय, ‘मेंह तोला आनजातमन बर एक अंजोर ठहराय हवंव ताकि तेंह जम्मो संसार बर उद्धार के रसता बन।’ ” जब आनजातमन एला सुनिन, त ओमन खुस होईन अऊ परभू के बचन के महिमा करिन अऊ जतेक मनखेमन परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी बर चुने गे रिहिन, ओमन बिसवास करिन। परभू के बचन ह ओ जम्मो प्रदेस म फइल गीस। पर यहूदीमन, बड़े घराना के परमेसर ले डरइया माईलोगन ला अऊ सहर के बड़े मनखेमन ला भड़काईन, अऊ ओमन पौलुस अऊ बरनबास के बिरोध म उपद्रव करवाके ओमन ला अपन प्रदेस ले निकार दीन। एकरसेति पौलुस अऊ बरनबास ओमन के बिरोध के रूप म अपन गोड़ के धूर्रा ला झर्रा के इकुनियुम सहर चल दीन। अऊ चेलामन आनंद अऊ पबितर आतमा ले भरपूर होवत गीन। अपन आदत के मुताबिक, इकुनियुम म घलो पौलुस अऊ बरनबास यहूदीमन के सभा घर म गीन। उहां ओमन अइसने परभावसाली ढंग ले गोठियाईन कि बहुंते यहूदी अऊ आनजातमन बिसवास करिन। पर बिसवास नइं करइया यहूदीमन आनजातमन ला भड़काईन अऊ ए भाईमन के बिरोध म ओमन के मन म जहर भरिन। पौलुस अऊ बरनबास उहां बहुंत दिन तक रिहिन, अऊ परभू के सेवा बड़े हिम्मत के संग करिन। परभू ह ओमन के दुवारा चिन्‍हां-चमतकार अऊ अचरज के काम देखाके अपन अनुग्रह के संदेस ला मजबूत करत गीस। पर सहर के मनखेमन म फूट पड़ गे; कुछू मनखेमन यहूदीमन कोति अऊ कुछू मनखेमन प्रेरितमन कोति हो गीन। आनजातमन अऊ यहूदीमन अपन अगुवामन संग प्रेरितमन ला सताय बर अऊ ओमन के ऊपर पत्थरवाह करे बर सडयंत्र करिन। पर प्रेरितमन ला ए बात के पता चल गीस, अऊ उहां ले ओमन लुकाउनिया छेत्र के लुस्त्रा अऊ दिरबे सहर म अऊ आस-पास के जगह म भाग गीन, अऊ उहां सुघर संदेस सुनाय लगिन। लुस्त्रा सहर म एक खोरवा मनखे बईठे रिहिस, जेकर गोड़मन जनम ले दुरबल रिहिन अऊ ओह कभू नइं रेंगे रिहिस। ओह पौलुस के गोठ ला सुनत रिहिस। पौलुस ह ओला टकटकी लगाके देखिस अऊ जान गीस कि ओला बने होय के बिसवास हवय। तब पौलुस ह ऊंचहा अवाज म ओला कहिस, “अपन गोड़ म ठाढ़ हो जा!” अतकी म ओ मनखे ह कूदके ठाढ़ हो गीस अऊ चले फिरे लगिस। जब मनखेमन पौलुस के ए काम ला देखिन, त ओमन लुकाउनिया भासा म चिचियाके कहिन, “देवतामन मनखेमन के रूप म हमर करा उतर आय हवंय।” ओमन बरनबास ला “ज्यूस” देवता अऊ पौलुस ला “हिरमेस” देवता कहिन, काबरकि पौलुस ह गोठ-बात करे म मुखिया रिहिस । ज्यूस देवता के मंदिर ओमन के सहर के बाहिरेच म रिहिस। ओ मंदिर के पुजारी ह बइला अऊ फूलमाला धरके सहर के दुवारी (गेट) म गीस, काबरकि ओह अऊ भीड़ के मनखेमन बरनबास अऊ पौलुस ला देवता समझके ओमन के आघू म बलि चघाय चाहत रिहिन। जब प्रेरित बरनबास अऊ पौलुस ए बात ला सुनिन, त दुःखी होके अपन कपड़ा ला चीरिन अऊ भीड़ के भीतर दऊड़के गीन अऊ चिचियाके ए कहिन, “हे मनखेमन हो! तुमन ए का करत हव? हमन घलो तुम्‍हर सहीं मनखे अन। हमन तुमन ला सुघर संदेस सुनावत हन ताकि तुमन ए बेकार चीजमन ला छोंड़के जीयत परमेसर कोति फिरव, जऊन ह स्‍वरग, धरती, समुंदर अऊ जऊन कुछू ओम हवय, ओ जम्मो ला बनाय हवय। बिते जमाना म, ओह जम्मो मनखेमन ला अपन-अपन रसता म चलन दीस। तभो ले ओह अपन हाजिरी के सबूत देवत रिहिस; ओह अकास ले बारिस अऊ सही समय म फसल देके तुम्‍हर ऊपर दया देखाईस; ओह तुमन ला बहुंतायत ले भोजन देथे अऊ तुम्‍हर हिरदय ला आनंद ले भर देथे।” ए कहे के बाद घलो, ओमन लटपट मनखेमन ला ओमन बर बलि चघाय ले रोकिन। तब कुछू यहूदीमन अंताकिया अऊ इकुनियुम सहर ले आईन अऊ ओमन मनखे के भीड़ ला अपन कोति कर लीन। ओमन पौलुस ऊपर पत्थरवाह करिन अऊ ओला मरे समझके सहर के बाहिर घसीटके ले गीन। पर जब चेलामन पौलुस के चारों कोति जुरिन, त ओह उठिस अऊ सहर ला वापिस चल दीस। दूसर दिन ओह अऊ बरनबास दिरबे सहर ला चल दीन। ओमन ओ सहर के मनखेमन ला सुघर संदेस सुनाईन, अऊ उहां बहुंत चेला बनाईन। ओकर बाद ओमन लुस्त्रा, इकुनियुम अऊ अंताकिया ला लहुंट गीन। अऊ ओमन चेलामन ला मजबूत करत अऊ बिसवास म बने रहे बर उत्साहित करत गीन। ओमन ए कहंय, “हमन ला परमेसर के राज म प्रवेस करे बर बहुंत तकलीफ उठाना पड़ही।” पौलुस अऊ बरनबास हर एक कलीसिया म अगुवा ठहराईन अऊ उपास अऊ पराथना करके ओमन ला परभू के हांथ म सऊंप दीन, जेकर ऊपर ओमन बिसवास करे रिहिन। ओमन पिसिदिया ले होवत पंफूलिया प्रदेस म आईन अऊ पिरगा सहर म परमेसर के बचन सुनाय के बाद, ओमन अत्तलिया चल दीन। अत्तलिया ले ओमन पानी जहाज म चघके अंताकिया म वापिस आईन, जिहां ओमन ला परमेसर के अनुग्रह म ओ काम सऊंपे गे रिहिस, जऊन ला ओमन अब पूरा करिन। उहां हबरे के बाद, ओमन कलीसिया के मनखेमन ला एक जगह बलाईन अऊ ओ जम्मो काम जऊन ला परमेसर ह ओमन के दुवारा करे रिहिस, ओ मनखेमन ला बताईन, अऊ ए घलो बताईन कि कइसने परमेसर ह आनजातमन बर बिसवास के रसता खोलिस। अऊ ओमन उहां चेलामन के संग बहुंत दिन तक रिहिन। कुछू मनखेमन यहूदिया ले अंताकिया म आईन अऊ ओमन भाईमन ला ए सिखोय लगिन, “यदि मूसा के सिखोय रीति के मुताबिक तुम्‍हर खतना नइं होय हवय, त तुम्‍हर उद्धार नइं हो सकय।” एकर बारे म पौलुस अऊ बरनबास के, ओमन के संग बहुंत झगरा अऊ बाद-बिवाद होईस। एकरसेति ए ठहराय गीस कि पौलुस अऊ बरनबास कुछू अऊ बिसवासीमन के संग, ए बिसय के बारे म चरचा करे बर प्रेरित अऊ अगुवामन करा यरूसलेम जावंय। कलीसिया के मनखेमन ओमन ला यरूसलेम पठोईन। ओमन फीनीके अऊ सामरिया होवत गीन, अऊ ओमन ए बतावत गीन कि कइसने आनजातमन परमेसर कोति लहुंटिन। ए बात ला सुनके जम्मो भाईमन बहुंत खुस होईन। जब ओमन यरूसलेम हबरिन; त कलीसिया, प्रेरित अऊ अगुवामन ओमन के सुवागत करिन। ओमन कलीसिया, प्रेरित अऊ अगुवामन ला बताईन कि परमेसर ह कइसने ओमन के दुवारा बड़े-बड़े काम करे हवय। तब फरीसीमन के दल ले जऊन मन बिसवास करे रिहिन, ओम ले कुछू झन उठके कहिन, “आनजातमन बर खतना करवाना अऊ मूसा के कानून ला मानना जरूरी ए।” तब प्रेरित अऊ अगुवामन ए बिसय के बारे म बिचार करे बर जुरिन। बहुंत बिचार करे के बाद, पतरस ह ठाढ़ होके कहिस, “हे भाईमन हो! तुमन जानत हव कि कुछू समय पहिली परमेसर ह तुमन ले मोला चुनिस ताकि मोर मुहूं ले आनजातमन सुघर संदेस सुनय अऊ बिसवास करंय। परमेसर ह मनखे के मन के बिचार ला जानथे अऊ ओह हमन ला देखाईस कि ओह आनजातमन ला घलो हमर सहीं पबितर आतमा देके गरहन करे हवय। ओह बिसवास के दुवारा ओमन के हिरदय ला सुध करके, हमन अऊ ओमन के बीच म कुछू फरक नइं करिस। अब तुमन काबर परमेसर ला परखे के कोसिस करत हवव? तुमन चेलामन के खांधा म अइसने जुआंड़ी रखत हवव, जऊन ला न तो हमन अऊ न ही हमर पुरखामन उठा सकिन। हमन बिसवास करथन कि हमर परभू यीसू के अनुग्रह के दुवारा हमन उद्धार पाय हवन, वइसने ओमन घलो उद्धार पाय हवंय।” एकर बाद, जम्मो सभा के मनखेमन चुपेचाप बरनबास अऊ पौलुस के बात ला सुने लगिन कि परमेसर ह कइसने ओमन के दुवारा आनजातमन के बीच म चमतकार के चिन्‍हां अऊ अचरज के काम करिस। जब ओमन अपन बात खतम कर लीन, त याकूब ह कहिस, “हे भाईमन, मोर बात ला सुनव। सिमोन ह हमन ला बताईस कि कइसने परमेसर ह पहिली-पहल आनजातमन ऊपर दया करिस कि ओम ले मनखेमन के एक दल ला अपन बर ले लीस। ए बात ह अगमजानीमन के बचन के मुताबिक होईस, जइसने कि परमेसर के बचन म लिखे हवय: ‘एकर बाद मेंह वापिस आहूं, अऊ दाऊद के गिरे घर ला फेर बनाहूं, ओकर खंडहरमन ला, मेंह फेर बनाहूं, अऊ मेंह ओला ठाढ़ करहूं। ताकि बांचे मनखेमन अऊ जम्मो आनजात जऊन मन मोर नांव के कहे जाथें, परभू ला खोजंय। एला ओही परभू कहत हवय, जऊन ह संसार ला रचे के समय ले ए बातमन ला बतावत आय हवय।’ एकरसेति मोर ए बिचार ए कि आनजात म ले जऊन मनखेमन परमेसर कोति लहुंटत हवंय, हमन ओमन ऊपर कानून के बोझ ला डारके ओमन ला दुःख झन देवन। बल्कि हमन ओमन ला लिखके पठोवन कि ओमन मूरतीमन ला चघाय खाय के चीज, छिनारी काम, गला घोंटके मारे पसु के मांस अऊ खून ले दूरिहा रहंय। काबरकि बहुंत पहिली ले हर एक सहर म मूसा के कानून के परचार होवत आवत हवय अऊ एला हर बिसराम दिन सभा के घर म पढ़े जाथे।” तब प्रेरित अऊ अगुवामन जम्मो कलीसिया के संग फैसला करिन कि अपन म ले कुछू मनखे ला चुनंय अऊ ओमन ला पौलुस अऊ बरनबास के संग अंताकिया पठोवंय। ओमन यहूदा जऊन ला बरसबा कहे जाथे अऊ सीलास ला चुनिन। ए दूनों झन भाईमन म मुखिया रिहिन। ओमन के हांथ म ए चिट्ठी पठोईन: “अंताकिया सहर अऊ सीरिया अऊ किलिकिया प्रदेस के रहइया आनजात बिसवासी भाईमन ला, हम प्रेरित अऊ अगुवामन ले जऊन मन कि तुम्‍हर भाई अन, जोहार मिलय। हमन सुने हवन कि हमन ले कुछू झन उहां जाके तुम्‍हर हिरदय ला बिचलित करके तुमन ला दुबिधा म डार दे हवंय। पर हमन ओमन ला ए हुकूम नइं देय रहेंन। एकरसेति हमन एक मन होके ए ठीक समझेंन कि कुछू मनखेमन ला चुनके अपन मयारू भाई बरनबास अऊ पौलुस के संग तुम्‍हर करा पठोवन। एमन अइसने मनखे अंय, जऊन मन हमर परभू यीसू मसीह खातिर अपन जिनगी ला जोखिम म डारे हवंय। एकरसेति हमन यहूदा अऊ सीलास ला पठोय हवन, जऊन मन अपन मुहूं ले घलो हमर लिखे बात ला बताहीं। पबितर आतमा अऊ हमन ला ए ठीक लगिस कि ए जरूरी बातमन ला छोंड़के अऊ कुछू बोझा तुम्‍हर ऊपर झन लादे जावय: तुमन मूरती म चघाय खाय के चीज ले, लहू ले, गला घोंटके मारे पसु के मांस ले अऊ छिनारी काम ले दूरिहा रहव। एमन ले बांचे रहे म तुम्‍हर भलई हवय। खुसी रहव।” तब पठोय गे मनखेमन बिदा होके अंताकिया म गीन, जिहां ओमन कलीसिया के सभा बलाके ओमन ला ओ चिट्ठी दीन। मनखेमन चिट्ठी ला पढ़िन अऊ ओम लिखे उत्साह देवइया संदेस ला सुनके खुस होईन। यहूदा अऊ सीलास जऊन मन खुद अगमजानी रिहिन, ओमन घलो कतको बात कहिके भाईमन ला उत्साहित अऊ मजबूत करिन। ओमन उहां कुछू दिन बिताके भाईमन ले सांति के संग बिदा होईन, अऊ अपन पठोइयामन करा वापिस लहुंट गीन। (पर सीलास ह उहां रूके के फैसला करिस)। पौलुस अऊ बरनबास अंताकिया म रूक गीन, जिहां ओमन अऊ कतको आने मन परभू के बचन ला सिखोईन अऊ परचार करिन। कुछू दिन के बाद पौलुस ह बरनबास ला कहिस, “आ, जऊन-जऊन सहर म हमन परभू के बचन सुनाय रहेंन, हमन फेर उहां चलके अपन भाईमन ला देखन कि ओमन कइसने हवंय।” बरनबास ह यूहन्ना ला जऊन ह मरकुस कहाथे, अपन संग म ले गे बर चाहिस, पर पौलुस ह यूहन्ना ला अपन संग ले जाना ठीक नइं समझिस, काबरकि ओह पंफूलिया म ओमन ला छोंड़ दे रिहिस अऊ ओमन के संग काम म नइं गे रिहिस। एकर बारे म ओमन म अतेक मतभेद हो गीस कि ओमन एक-दूसर ले अलग हो गीन। बरनबास ह मरकुस (यूहन्ना) ला लेके पानी जहाज म साइप्रस चल दीस। पर पौलुस ह सीलास ला अपन संग ले बर चुनिस अऊ भाईमन परभू के अनुग्रह म ओमन ला सऊंपिन। ओह कलीसियामन ला मजबूत करत सीरिया अऊ किलिकिया होवत गीस। पौलुस ह दिरबे अऊ ओकर बाद लुस्त्रा नगर म आईस, जिहां तीमुथियुस नांव के एक चेला रहय। ओकर दाई ह एक यहूदी बिसवासी रिहिस, पर ओकर ददा ह यूनानी रिहिस। लुस्त्रा अऊ इकुनियुम के जम्मो भाईमन तीमुथियुस के बारे म बने गोठियावंय। पौलुस ह तीमुथियुस ला अपन संग लेगे बर चाहिस। जऊन यहूदीमन ओ छेत्र म रहत रिहिन, ओमन के कारन पौलुस ह ओकर खतना कराईस काबरकि ओ यहूदीमन जानत रहंय कि तीमुथियुस के ददा ह यूनानी रिहिस। तब सहर-सहर जा-जाके ओमन ओ नियममन ला मनखेमन ला माने बर कहिन, जऊन ला यरूसलेम के प्रेरित अऊ अगुवामन ठहराय रिहिन। ए किसम ले कलीसियामन बिसवास म मजबूत होवत गीन अऊ हर दिन गनती म बढ़त गीन। पौलुस अऊ ओकर संगीमन फ्रूगिया अऊ गलातिया प्रदेस होवत गीन। पबितर आतमा ह ओमन ला एसिया प्रदेस म परमेसर के बचन सुनाय बर मना करिस। जब ओमन मूसिया के सीमना म आईन, त उहां ले ओमन बितूनिया जाय के कोसिस करिन, पर यीसू के आतमा ह ओमन ला उहां जाय बर मना करिस। एकरसेति ओमन मूसिया ले होवत त्रोआस सहर म आईन। पौलुस ह रतिहा एक दरसन देखिस कि मकिदुनिया के एक मनखे ह ठाढ़ होके ओकर ले ए बिनती करत हवय, “मकिदुनिया म आके हमर मदद कर।” पौलुस के दरसन देखे के बाद, हमन तुरते मकिदुनिया जाय बर तियार हो गेन, ए समझके कि परमेसर ह हमन ला उहां के मनखेमन ला सुघर संदेस सुनाय बर बलावत हवय। त्रोआस ले पानी जहाज म चघके हमन सीधा सुमात्रा दीप पहुंचेन अऊ उहां ले दूसर दिन नियापुलिस सहर म आयेंन। उहां ले हमन फिलिप्‍पी हबरेन, जऊन ह एक रोमन बस्ती ए अऊ मकिदुनिया प्रदेस के एक खास सहर ए अऊ हमन उहां कुछू दिन रहेंन। बिसराम के दिन, हमन सहर के दुवारी के बाहिर नदिया करा गेन। हमन ए सोचत रहेंन कि उहां पराथना करे के ठऊर होही। उहां कुछू माईलोगनमन जुरे रिहिन। हमन बईठके ओमन के संग गोठियाय लगेन। हमर बात ला सुनइयामन म लुदिया नांव के थुआतीरा सहर के बैंजनी कपड़ा बेचइया एक माईलोगन रिहिस, जऊन ह परमेसर के भक्त रिहिस। ओह हमर बात ला सुनत रहय। परभू ह ओकर हिरदय ला खोलिस कि ओह पौलुस के संदेस म धियान लगावय। जब ओह अऊ ओकर घर के मन बतिसमा लीन, त ओह हमन ला नेवता देके कहिस, “यदि तुमन मोला परभू के बिसवासिनी समझत हव, त आवव अऊ मोर घर म रहव।” अऊ ओह हमन ला राजी करके ले गीस। एक बार जब हमन पराथना करे के जगह ला जावत रहेंन, त हमन ला एक गुलाम टूरी मिलिस, जऊन म अगम के बात बताय के आतमा रिहिस। ओह अगम के बात बताके अपन मालिकमन बर अब्‍बड़ पईसा कमावत रिहिस। ओ टूरी ह पौलुस अऊ हमर पाछू आईस अऊ चिचियाके कहिस, “ए मनखेमन परम परधान परमेसर के सेवक अंय अऊ तुमन ला उद्धार पाय के रसता बतावत हवंय।” ओह बहुंत दिन तक अइसनेच करते रिहिस। आखिर म, पौलुस ह बहुंत परेसान हो गीस अऊ पाछू मुड़के ओ टूरी म हमाय आतमा ला कहिस, “यीसू मसीह के नांव म मेंह तोला हुकूम देवत हंव कि ओम ले निकर आ।” अऊ ओही घरी आतमा ह ओम ले निकर गीस। जब ओकर मालिकमन देखिन कि ओमन के कमई करे के आसा ह चले गीस, त ओमन पौलुस अऊ सीलास ला पकड़के बजार के ठऊर म अधिकारीमन करा घसीटके लानिन। ओमन ह ओमन ला नियायधीसमन के आघू म लानके कहिन, “ए मनखेमन यहूदी अंय अऊ हमर सहर म भारी गड़बड़ी करत हवंय। एमन अइसने रीति-बिधि बतावत हवंय, जऊन ला स्वीकार करना या मानना, हम रोमी मनखेमन बर उचित नो हय।” तब भीड़ के मनखेमन पौलुस अऊ सीलास के ऊपर चढ़ बईठिन अऊ नियायधीसमन ओमन के कपड़ा उतारके ओमन ला पिटवाय के हुकूम दीन। ओमन ला बहुंते कोर्रा मारे के बाद, जेल म डार दीन अऊ जेलर ला हुकूम दीन कि सचेत होके ओमन के रखवारी करय। जेलर ह हुकूम के मुताबिक ओमन ला भीतर के खोली म रखिस अऊ ओमन के गोड़ म बेड़ी बांध दीस। लगभग आधा रतिहा, पौलुस अऊ सीलास पराथना करत अऊ परमेसर के भजन गावत रहंय अऊ आने कैदीमन एला सुनत रहंय। अतकी म अचानक एक भारी भुइंडोल होईस। इहां तक कि जेल के नींव घलो डोलन लगिस। तुरते जेल के जम्मो कपाटमन खुल गीन अऊ जम्मो कैदीमन के बेड़ीमन घलो खुल गीन। जेलर ह जागिस अऊ जब ओह देखिस कि जेल के कपाटमन खुल गे हवंय, त अपन तलवार ला खींचके अपन-आप ला मार डारे चाहिस, काबरकि ओह सोचत रिहिस कि कैदीमन भाग गे हवंय। पर पौलुस ह चिचियाके जेलर ला कहिस, “अपन-आप ला नुकसान झन पहुंचा। हमन जम्मो झन इहां हवन।” तब जेलर ह दीया मंगाके तुरते भीतर गीस अऊ कांपत पौलुस अऊ सीलास के गोड़ खाल्‍हे गिरिस। ओह तब ओमन ला बाहिर लानिस अऊ पुछिस, “हे महाराजमन, उद्धार पाय बर मेंह का करंव?” ओमन ह कहिन, “परभू यीसू ऊपर बिसवास कर, त तें अऊ तोर घर के मन उद्धार पाहीं।” तब ओमन ओला अऊ ओकर घर के जम्मो मनखेमन ला परभू के बचन सुनाईन। ओहीच घरी रतिहा, जेलर ह ओमन ला ले जाके ओमन के घाव धोईस अऊ तब तुरते ओह अऊ ओकर घर के जम्मो मनखेमन बतिसमा लीन। ओह पौलुस अऊ सीलास ला अपन घर म लानिस अऊ ओमन ला जेवन कराईस अऊ घर के जम्मो झन आनंद मनाईन, काबरकि ओमन परमेसर ऊपर बिसवास करे रिहिन। जब बिहान होईस, त नियायधीसमन अपन सिपाहीमन के हांथ जेलर करा ए हुकूम पठोईन कि ओ मनखेमन ला छोंड़ देवय। जेलर ह पौलुस ला कहिस, “नियायधीसमन तोला अऊ सीलास ला छोंड़ देय के हुकूम दे हवंय। अब तुमन सांति से जा सकत हव।” पर पौलुस ह सिपाहीमन ला कहिस, “ओमन बिगर जांच करे हमन ला मनखेमन के आघू म मारिन, जबकि हमन रोमी नागरिक अन अऊ हमन ला जेल म डारिन। अऊ अब ओमन हमन ला चुपेचाप छोंड़े ला चाहत हवंय। अइसने नइं हो सकय। ओमन खुदे इहां आवंय अऊ हमन ला जेल ले बाहिर ले जावंय।” सिपाहीमन वापिस जाके ए बात नियायधीसमन ला बताईन; तब ओमन ए सुनके डर्रा गीन कि पौलुस अऊ सीलास रोमी नागरिक अंय। तब ओमन आके ओमन ला मनाईन अऊ ओमन ला जेल ले बाहिर ले जाके बिनती करिन कि ओमन सहर ले चले जावंय। जेल ले निकरे के बाद, पौलुस अऊ सीलास लुदिया के घर गीन, अऊ उहां ओमन भाईमन ले मिलिन अऊ ओमन ला हिम्मत बंधाके उहां ले चल दीन। पौलुस अऊ सीलास अमफिपुलिस अऊ अपुलोनिया सहर ले होवत थिस्‍सलुनीके सहर म आईन, जिहां यहूदीमन के एक सभा घर रिहिस। जइसने कि पौलुस के आदत रिहिस, ओह सभा घर म गीस अऊ तीन बिसराम के दिन तक ओमन के संग परमेसर के बचन म ले तर्क देके बताईस। ओह ए साबित करत ओमन ला समझाईस कि मसीह ला दुःख उठाना अऊ मरे म ले जी उठना जरूरी रिहिस। एहीच यीसू जेकर बारे, मेंह तुमन ला बतावत हंव, मसीह अय। तब उहां के कुछू यहूदी अऊ परमेसर के भय मनइया कतको यूनानी मनखे अऊ नामी माईलोगन मन ओकर बात ला मान लीन अऊ ओमन पौलुस अऊ सीलास के संग मिल गीन। पर यहूदीमन जलन ले भर गीन। एकरसेति ओमन बजार ले कुछू खराप मनखेमन ला अपन संग मिला लीन अऊ भीड़ लगाके सहर म हो-हल्‍ला मचाय लगिन। पौलुस अऊ सीलास के खोज म ओमन यासोन के घर आईन ताकि ओमन ला भीड़ के आघू म लानय। पर जब ओमन ला पौलुस अऊ सीलास उहां नइं मिलिन, त यासोन अऊ कुछू आने भाईमन ला घसीटत सहर के अधिकारीमन करा लानिन अऊ चिचियाके कहिन, “ए मनखे जऊन मन जम्मो ठऊर म समस्या खड़े करे हवंय, अब इहां आय हवंय। अऊ यासोन ह ओमन ला अपन घर म रखे हवय अऊ ए जम्मो झन महाराजा के हुकूम के बिरोध करके कहत हवंय कि यीसू नांव के एक आने राजा हवय।” जब भीड़ के मनखे अऊ सहर के अधिकारीमन ए बात ला सुनिन, त ओमन म कोलाहल मच गीस। तब ओमन यासोन अऊ बाकि भाईमन ले जमानत लेके ओमन ला छोंड़ दीन। रतिहा होतेच ही, भाईमन पौलुस अऊ सीलास ला बिरिया सहर पठो दीन। उहां हबरके ओमन यहूदीमन के सभा घर म गीन। बिरिया के मनखेमन थिस्‍सलुनीके सहर के मनखेमन ले जादा बने सुभाव के रिहिन, काबरकि ओमन बड़े उत्साह के संग परमेसर के बचन ला गरहन करिन अऊ हर एक दिन ए जाने बर परमेसर के बचन म ले खोजंय कि पौलुस जऊन बात कहत हवय, ओह सच ए कि नइं। उहां के बहुंते यहूदीमन बिसवास करिन अऊ बहुंत संख्‍या म नामी यूनानी माईलोगन अऊ यूनानी मनखेमन घलो बिसवास करिन। जब थिस्‍सलुनीके के यहूदीमन ला ए पता चलिस कि पौलुस ह बिरिया म परमेसर के बचन के परचार करत हवय, त ओमन उहां घलो पहुंच गीन अऊ मनखे के भीड़ ला भड़काईन अऊ हो-हल्‍ला मचाय लगिन। तब भाईमन तुरते पौलुस ला समुंदर तीर म पठो दीन, पर सीलास अऊ तीमुथियुस बिरिया म रूक गीन। ओ मनखे जऊन मन पौलुस ला पहुंचाय गे रिहिन, ओमन ओला अथेने सहर म ले आईन अऊ सीलास अऊ तीमुथियुस बर पौलुस के ए संदेस लेके लहुंटिन कि ओमन जतकी जल्दी हो सके, पौलुस करा आ जावंय। जब पौलुस ह अथेने म सीलास अऊ तीमुथियुस के बाट जोहत रिहिस, तब सहर ला मूरतीमन ले भरे देखके ओह बहुंत उदास होईस। एकरसेति ओह सभा घर म यहूदीमन ले अऊ परमेसर के भक्त यूनानीमन ले अऊ बजार म जऊन कोनो मिलंय, ओमन ले हर दिन बहस करय। कुछू इपिकूरी अऊ इस्तोईकी पंडितमन ओकर ले बिवाद करन लगिन। ओम ले कुछू झन कहिन, “ए बकवादी ह का कहे चाहत हवय?” अऊ आने मन कहिन, “अइसने जान पड़थे कि ओह बिदेसी देवतामन के बारे म गोठियावत हवय।” काबरकि पौलुस ह यीसू के अऊ ओकर मरे म ले जी उठे के परचार करत रहय। तब ओमन पौलुस ला ले गीन अऊ ओला अरियुपगुस के सभा म लानिन अऊ ओकर ले पुछिन, “का हमन जान सकथन कि ए जो नवां बात तेंह बतावत हवस, एह का ए? तेंह हमन ला भाला रकम के बात बतावत हस। हमन जाने बर चाहथन कि एमन के का मतलब होथे?” (अथेने सहर के जम्मो रहइया अऊ परदेसी जऊन मन उहां रहत रिहिन, ओमन नवां – नवां बात कहे अऊ सुने के छोंड़ अऊ कोनो काम म समय नइं बितावत रिहिन)। तब पौलुस ह अरियुपगुस के सभा म ठाढ़ होके कहिस, “हे अथेने सहर के मनखेमन, मेंह देखत हंव कि तुमन हर बात म बहुंत धारमिक अव। जइसने कि मेंह घूमत-घूमत तुम्‍हर पूजा-पाठ के चीजमन ला देखत रहेंव, त मोला एक ठन अइसने बेदी दिखिस, जऊन म ए लिखाय रहय – ‘एक अनजान ईसवर खातिर’। जऊन ला तुमन बिगर जाने पूजा करत हव, मेंह ओकरेच सुघर संदेस तुमन ला सुनाय चाहत हवंव। जऊन परमेसर ह संसार अऊ ओम के जम्मो चीजमन ला बनाईस, ओह स्‍वरग अऊ धरती के परभू ए अऊ ओह मनखे के बनाय मंदिरमन म नइं रहय। अऊ न तो ओला कोनो चीज के घटी हवय कि मनखे ह काम करके ओकर पूरती कर सकय, काबरकि ओह खुद जम्मो झन ला जिनगी अऊ परान अऊ जम्मो कुछू देथे। ओह एकेच मनखे ले जम्मो जात के मनखेमन ला बनाईस कि ओमन जम्मो धरती म रहंय। ओह ओमन बर समय अऊ रहे-बसे के जगह ठहराईस। परमेसर ह अइसने करिस ताकि ओमन परमेसर के खोज म रहंय अऊ ओकर करा पहुंचके ओला पा जावंय। तभो ले, ओह हमन ले कोनो ले दूरिहा नइं ए। काबरकि ओही म हमन जीयत अऊ चलत-फिरत हवन अऊ हमर जिनगी हवय। जइसने कि तुम्‍हर कुछू कबिमन कहे हवंय, ‘हमन ओकर संतान अन।’ एकरसेति जब हमन परमेसर के संतान अन, त हमन ला ए नइं सोचना चाही कि ईसवर ह सोना या चांदी या पथरा के मूरती सहीं ए, जऊन ह मनखे के कारीगरी अऊ सोच ले बनाय जाथे। पहिली समय म, परमेसर ह ए किसम के मनखे के अगियानता ला धियान नइं दीस, पर अब ओह हर जगह जम्मो मनखेमन ला पाप ले मन फिराय के हुकूम देवत हवय। काबरकि ओह एक ठन दिन ठहराय हवय, जब ओह अपन ठहराय मनखे के दुवारा संसार के नियाय सही-सही करही। परमेसर ह ओ मनखे ला मरे म ले जियाके ए बात के सबूत जम्मो मनखेमन ला दे हवय।” जब ओमन मरे मनखेमन के फेर जी उठे के बात ला सुनिन, त कुछू मनखेमन पौलुस के हंसी उड़ाईन, पर आने मन कहिन, “एकर बारे म हमन तोर ले फेर कभू सुनबो।” एकरसेति पौलुस ह सभा ले निकरके चले गीस। तभो ले कुछू मनखेमन पौलुस के बात ला मानिन अऊ बिसवास करिन। ओमन म दियुनुसियुस जऊन ह अरियुपगुस सभा के सदस्य रिहिस अऊ दमरिस नांव के एक माईलोगन घलो रिहिस। ओमन के संग कुछू अऊ मनखेमन घलो रिहिन। एकर बाद पौलुस ह अथेने ला छोंड़के कुरिन्‍थुस सहर म गीस। उहां ओला अक्विला नांव के एक यहूदी मिलिस, जेकर जनम पुनतुस प्रदेस म होय रिहिस। ओह अपन घरवाली प्रिसकिल्ला के संग नवां-नवां इटली देस ले आय रिहिस, काबरकि महाराजा क्लौदियुस ह जम्मो यहूदीमन ला रोम ले चले जाय के हुकूम दे रिहिस। पौलुस ह ओमन ला देखे बर गीस। अऊ काबरकि पौलुस ह तम्‍बू बनाय के धंधा करय अऊ ओमन घलो ओहीच धंधा करंय, एकरसेति ओह उहां ओमन के संग रूक गीस अऊ काम करे लगिस। पौलुस ह हर बिसराम के दिन, सभा घर म बाद-बिवाद करय अऊ यहूदी अऊ यूनानी मन ला मनाय के कोसिस करय। जब सीलास अऊ तीमुथियुस मकिदुनिया ले आईन, त पौलुस ह पूरा-पूरी संदेस सुनाय के काम म लग गीस अऊ ओह यहूदीमन ला ए गवाही देवत रिहिस कि यीसू ह मसीह अय। पर जब यहूदीमन बिरोध करिन अऊ ओकर बारे खराप बात कहे लगिन, त पौलुस ह बिरोध म अपन कपड़ा ला झारके ओमन ला कहिस, “तुम्‍हर लहू ह तुम्‍हर मुड़ ऊपर होवय। मेंह निरदोस अंव। अब ले मेंह आनजातमन करा जाहूं।” तब पौलुस ह सभा घर ला छोंड़के तीतुस युसतुस नांव के परमेसर के भक्त के घर म गीस, जेकर घर सभा घर के बाजूच म रहय। सभा घर के अधिकारी क्रिसपुस अऊ ओकर जम्मो घराना परभू म बिसवास करिन; कुरिन्‍थुस सहर के रहइया अऊ बहुंते झन घलो पौलुस के बात ला सुनके बिसवास करिन अऊ बतिसमा लीन। एक रतिहा, परभू ह दरसन म पौलुस ला कहिस, “झन डर, पर कहे जा अऊ चुप झन रह। काबरकि मेंह तोर संग हवंव, अऊ कोनो चढ़ई करके तोर कुछू नइं बिगाड़ सकंय, काबरकि ए सहर म मोर बहुंत मनखे हवंय।” एकरसेति पौलुस ह डेढ़ साल तक उहां रिहिस, अऊ ओमन ला परमेसर के बचन सिखोवत रिहिस। जब गल्लियो ह अखया प्रदेस के राजपाल रिहिस, तब यहूदीमन पौलुस ऊपर एक संग चढ़ई करके ओला कचहरी म लानिन, अऊ ए कहिके ओकर ऊपर दोस लगाईन, “ए मनखे ह कानून के खिलाप परमेसर के अराधना करे बर मनखेमन ला सिखोवत हवय।” जब पौलुस ह बोलनेच वाला रिहिस, त राजपाल गल्लियो ह यहूदीमन ला कहिस, “कहूं एह कुछू अनियाय या अपराध के बात होतिस, त मेंह तुम्‍हर बात ला सुनतेंव। पर जब ए बिवाद ह गोठ अऊ नांव अऊ तुमन के खुद के कानून के बारे म अय, त तुमन खुद ए मामला ला निपटाव। मेंह अइसने बात के नियाय नइं करंव।” अऊ ओह ओमन ला कचहरी ले चले जाय के हुकूम दीस। तब जम्मो मनखेमन सभा घर के अधिकारी सोसथिनेस ला पकड़िन अऊ ओला कचहरी के आघू म मारिन-पीटिन। पर गल्लियो ह ए बात के कुछू चिंता नइं करिस। पौलुस ह कुछू दिन कुरिन्‍थुस म रिहिस, तब ओह भाईमन ला छोंड़के पानी जहाज म प्रिसकिल्ला अऊ अक्विला के संग सीरिया देस चल दीस। पर जाय के पहिली ओह किंख्रिया म अपन मुड़ मुड़ाईस, काबरकि ओह मन्नत माने रिहिस। जब ओमन इफिसुस सहर म हबरिन, त पौलुस ह प्रिसकिल्ला अऊ अक्विला ला छोंड़ दीस अऊ ओह खुद सभा घर म जाके यहूदीमन के संग बहस करे लगिस। जब ओमन पौलुस ला कहिन कि ओह ओमन के संग कुछू अऊ समय तक रहय, त ओह नइं मानिस। पर ओह ओमन ले ए वायदा करके गीस, “कहूं परमेसर के ईछा होही, त मेंह तुम्‍हर करा फेर आहूं।” तब ओह पानी जहाज म चघके इफिसुस ले चल दीस। जब ओह कैसरिया नगर म उतरिस, त ओह जाके कलीसिया के मनखेमन ले भेंट करिस अऊ तब उहां ले अंताकिया नगर चल दीस। कुछू समय अंताकिया म बिताय के बाद, पौलुस ह उहां ले चल दीस अऊ गलातिया अऊ फ्रूगिया प्रदेस म जगह-जगह जाके, ओह जम्मो चेलामन ला बिसवास म मजबूत करत गीस। अपुल्‍लोस नांव के एक झन यहूदी रहय, जेकर जनम सिकन्दरिया सहर म होय रहय। ओह एक बिद्वान मनखे रहय अऊ परमेसर के बचन के बने जानकार रहय। ओह इफिसुस सहर म आईस। ओह परभू के बारे म सिकछा पाय रिहिस। ओह भारी उत्साह ले बात करय अऊ यीसू के बारे म एकदम सही-सही सिखोवय, पर ओह सिरिप यूहन्ना के बतिसमा के बात ला जानत रिहिस। ओह सभा घर म बेधड़क गोठियाय लगिस। जब प्रिसकिल्ला अऊ अक्विला ओकर बात ला सुनिन, त ओमन ओला अपन घर ले गीन अऊ ओला परमेसर के रसता के बारे म अऊ सही-सही बताईन। जब अपुल्‍लोस ह अखया जाय बर चाहिस, त भाईमन ओला उत्साहित करिन अऊ उहां के चेलामन ला चिट्ठी लिखिन कि ओमन ओकर सुवागत करंय। अखया पहुंचके, अपुल्‍लोस उहां ओ मनखेमन के अब्‍बड़ मदद करिस, जऊन मन परमेसर के अनुग्रह के दुवारा बिसवासी बने रिहिन। ओह परमेसर के बचन ले सबूत दे देके कि यीसू ह मसीह अय, भारी मिहनत करके यहूदीमन ला जम्मो मनखेमन के आघू म लबरा साबित करय। जब अपुल्‍लोस ह कुरिन्‍थुस सहर म रिहिस, त पौलुस ह प्रदेस के भीतरी भाग के सहरमन ले होवत इफिसुस म आईस। उहां पौलुस ला कुछू चेलामन मिलिन। पौलुस ह ओमन ले पुछिस, “बिसवास करत बखत का तुमन पबितर आतमा पाय हवव?” ओमन कहिन, “नइं! हमन सुने घलो नइं अन कि पबितर आतमा हवय।” तब पौलुस ह ओमन ले पुछिस, “त तुमन काकर बतिसमा पाय हवव?” ओमन ह कहिन, “यूहन्ना के बतिसमा।” पौलुस ह कहिस, “यूहन्ना तो पाप ले पछताप करे के बतिसमा दीस अऊ मनखेमन ला कहिस कि जऊन ह मोर बाद अवइया हवय, ओकर ऊपर याने कि यीसू ऊपर बिसवास करव।” ए सुनके ओमन परभू यीसू के नांव म बतिसमा लीन। जब पौलुस ह ओमन ऊपर अपन हांथ रखिस, त ओमन ऊपर पबितर आतमा उतरिस, अऊ ओमन आने-आने भासा बोले अऊ अगमबानी करे लगिन। ओमन जम्मो झन लगभग बारह मनखे रिहिन। पौलुस ह सभा घर म जाके उहां तीन महिना तक बेधड़क गोठियाईस। ओह मनखेमन ला परमेसर के राज के बारे म समझाय बर बहस करय। पर कुछू मनखेमन हठ म आके ओकर बात ला बिसवास नइं करिन अऊ मनखेमन के आघू म परभू के रसता के बारे म खराप बात कहिन। एकरसेति पौलुस ह ओमन ला छोंड़ दीस अऊ बिसवासीमन ला अपन संग लेके हर दिन तरन्नुस के भासन-घर म बिचार-बिमर्स करे लगिस। दू बछर तक ले एहीच होते रिहिस। एकरे कारन एसिया प्रदेस म रहइया जम्मो यहूदी अऊ यूनानी मन परभू के बचन ला सुनिन। परमेसर ह पौलुस के दुवारा असधारन चमतकार करय। मनखेमन रूमाल अऊ अंगछा मन ला पौलुस के देहें म छुआ के बेमरहामन करा ले जावंय अऊ ओमन के बेमारी ठीक हो जावय अऊ परेत आतमामन ओमन ले निकर जावंय। कुछू यहूदी जऊन मन एती-ओती जाके परेत आतमामन ला निकारंय, ओमन घलो परभू यीसू के नांव लेके अइसने करे के कोसिस करिन। ओमन परेत आतमामन ला कहंय, “यीसू के नांव म, जेकर परचार पौलुस ह करथे, मेंह तोला हुकूम देवत हंव कि निकर आ।” स्किवा नांव के एक यहूदी मुखिया पुरोहित के सात झन बेटा रहंय अऊ ओमन घलो अइसने करंय। एक परेत आतमा ह ओमन ला कहिस, “यीसू ला मेंह जानथंव अऊ पौलुस ला घलो जानथंव; पर तुमन कोन अव?” तब ओ मनखे जऊन म परेत आतमा रिहिस, ओमन ऊपर झपटिस अऊ ओ जम्मो झन ला बस म कर लीस अऊ ओह ओमन ला अइसने मारिस कि ओमन नंगरा अऊ घायल होके ओ घर ले भाग निकरिन। जब इफिसुस के रहइया यहूदी अऊ यूनानी मन ला ए बात के पता चलिस, त ओमन जम्मो डर्रा गीन अऊ परभू यीसू के नांव के अब्‍बड़ बड़ई होईस। जऊन मन बिसवास करे रिहिन, ओम के कतको झन आके खुल्लम-खुल्ला अपन खराप काममन ला मान लीन। जादू-टोना करइयामन ले कतको झन अपन किताबमन ला संकेलिन अऊ मनखेमन के आघू म ओ किताबमन ला आगी म बार दीन। जब ओ किताबमन के दाम के हिसाब करे गीस, त ओह लगभग पचास हजार ड्राचमास के रिहिस । ए किसम ले परभू के बचन ह चारों खूंट फइलत गीस अऊ एकर परभाव बढ़त गीस। ए जम्मो घटना के बाद, पौलुस ह मकिदुनिया अऊ अखया प्रदेस होवत यरूसलेम जाय के फैसला करिस। ओह कहिस, “उहां जाय के बाद, मोला रोम घलो जाना जरूरी ए।” पौलुस ह अपन मदद करइयामन ले दू झन – तीमुथियुस अऊ इरासतुस ला मकिदुनिया पठो दीस अऊ खुदे कुछू दिन बर एसिया प्रदेस म रूक गीस। ओही समय परभू के रसता के बारे म बहुंत बड़े दंगा होईस। देमेतिरियुस नांव के एक झन सुनार रहय। ओह अरतिमिस देवी के चांदी के छोटे-छोटे मंदिर बनाके कारीगरमन ला बहुंत अकन काम देवय। ओह ओमन ला अऊ आने चीज के कारीगरमन ला एक संग बलाईस अऊ ओमन ला कहिस, “हे मनखेमन हो! तुमन जानत हव कि ए धंधा ले हमन ला बने आमदनी होवथे। पर तुमन देखत अऊ सुनत हव कि ए मनखे पौलुस ह सिरिप इफिसुस म ही नइं, पर जम्मो एसिया प्रदेस म कतको मनखेमन ला समझाके ओमन ला भरमा दे हवय। ओह कहिथे कि मनखे के बनाय मूरतीमन ईसवर नो हंय। अब सिरिप ए बात के ही खतरा नइं ए कि हमर धंधा के परतिस्ठा चले जाही बल्कि ए घलो कि महान देवी अरतिमिस के मंदिर तुछ समझे जाही अऊ देवी जऊन ला कि पूरा एसिया प्रदेस अऊ संसार म पूजे जाथे, ओकर जस खतम हो जाही।” जब ओमन ए सुनिन, त अब्‍बड़ गुस्सा होईन अऊ चिचिया-चिचियाके कहिन, “इफिसीमन के अरतिमिस देवी महान ए।” अऊ जम्मो सहर म कोलाहल मच गीस। मनखेमन मकिदुनिया के गयुस अऊ अरिसतर्खुस ला, जऊन मन पौलुस के संगी यातरी रिहिन, पकड़ लीन, अऊ एक संग नाचा-घर म दऊड़ गीन। पौलुस ह भीड़ करा जाय बर चाहत रिहिस, पर चेलामन ओला जावन नइं दीन। ओ प्रदेस के कुछू अधिकारीमन पौलुस के संगी रिहिन। ओमन ओकर करा बिनती करके ए खबर पठोईन कि ओह नाचा-घर म झन जावय। सभा म गड़बड़ी होवत रिहिस। कोनो मन कुछू चीज बर चिचियावत रहंय, त कोनो मन आने चीज बर। जादा मनखेमन तो ए नइं जानत रहंय कि ओमन उहां काबर जुरे रिहिन। भीड़ के कुछू मनखेमन सिकन्दर ला उकसाईन, जऊन ला यहूदीमन आघू म कर दे रहंय। सिकन्दर ह इसारा करिस कि जम्मो चुप हो जावंय ताकि ओह मनखेमन के आघू म जबाब दे सकय। पर जब मनखेमन ए जानिन कि ओह यहूदी अय, त ओमन जम्मो झन लगभग दू घंटा तक ए कहिके चिचियाईन, “इफिसीमन के अरतिमिस महान ए।” तब सहर के बाबू साहेब ह भीड़ ला सांत करके कहिस, “हे इफिसुस के मनखेमन! जम्मो संसार ह जानत हवय कि इफिसुस सहर ह महान अरतिमिस के मंदिर अऊ अकास ले गिरे ओकर मूरती के संरछक ए। ए बात ला कोनो इनकार नइं कर सकंय, त तुमन सांत रहव अऊ बिगर सोचे बिचारे कुछू झन करव। तुमन ए मनखेमन ला इहां लाने हवव, जऊन मन न मंदिर ला लूटे हवंय अऊ न हमर देवी के निन्दा करे हवंय। यदि देमेतिरियुस अऊ ओकर संगी कारीगरमन ला काकरो बिरोध म कोनो सिकायत हवय, त कचहरी खुला हवय अऊ उहां हाकिममन हवंय। ओमन उहां नालिस कर सकथें। यदि तुमन कोनो अऊ बात के बारे म पुछे चाहत हव, त ओकर फैसला ठहराय गे सभा म करे जाही। आज के घटना के कारन हमर ऊपर दंगा करवाय के दोस लगे के खतरा हवय। ए हो-हल्‍ला करे के, हमर करा कोनो कारन नइं ए। हमन एकर बारे म कोनो जबाब नइं दे सकन।” ए कहे के बाद, ओह सभा ला बिदा कर दीस। जब हुल्‍लड़ ह सांत हो गे, त पौलुस ह चेलामन ला बलाके ओमन ला उत्साहित करिस अऊ तब ओमन ले बिदा लेके मकिदुनिया चल दीस। ओह ओ इलाका म होवत, मनखेमन ला उत्साहित करत गीस अऊ आखिर म यूनान देस हबरिस। ओह उहां तीन महिना तक रिहिस। ओह पानी जहाज म सीरिया जवइयाच रिहिस कि यहूदीमन ओकर बिरोध म सडयंत्र करे लगिन। एकरसेति पौलुस ह मकिदुनिया होवत लहुंट जाय के फैसला करिस। ओकर संग बिरिया के पुर्रूस के बेटा सोपत्रुस, थिस्‍सलुनीके के अरिसतर्खुस अऊ सिकुन्दुस, दिरबे के गयुस अऊ तीमुथियुस, अऊ एसिया प्रदेस के तुखिकुस अऊ त्रुफिमुस घलो गीन। एमन हमर ले आघू जाके, त्रोआस म हमर बाट जोहत रिहिन। पर हमन बिन खमीर के रोटी के भोज के बाद, फिलिप्‍पी म पानी जहाज चघेन अऊ पांच दिन के बाद, त्रोआस म ओमन करा हबरेन अऊ हमन उहां सात दिन तक रहेंन। हप्‍ता के पहिली दिन जब हमन रोटी टोरे बर (परभू भोज बर) जूरेन, त पौलुस ह मनखेमन ले गोठियाय लगिस। दूसर दिन, ओह त्रोआस सहर ले जवइया रिहिस, एकरसेति ओह आधा रतिहा तक गोठियाते रिहिस। जऊन ऊपर के कमरा म हमन जुरे रहेंन, उहां बहुंत दीयामन बरत रहंय। यूतुखुस नांव के एक जवान ह खिड़की म बईठे रहय अऊ ओह नींद म झुमरत रहय। जब पौलुस ह बहुंत देर तक गोठियातेच रहय, त ओ जवान भारी नींद के कारन तीसरा मंजिल ले भुइयां म गिर पड़िस, अऊ मनखेमन ओला मरे हुए उठाईन। पौलुस ह खाल्‍हे उतरिस अऊ ओ मरे जवान ऊपर पसर गीस अऊ ओला पोटार के कहिस, “घबरावव झन, एह जीयथे।” तब ओह फेर ऊपर के कमरा म गीस अऊ रोटी टोरके ओमन के संग खाईस अऊ बिहनियां होवत तक, ओह ओमन ले गोठियाते रिहिस, तब ओह चले गीस। मनखेमन ओ जवान ला जीयत घर ले गीन अऊ बहुंत सांति पाईन। हमन पहिली ले पानी जहाज म चघके अस्सुस सहर म गेंन, जिहां पौलुस ह हमर संग जहाज म चघइया रहय। पौलुस ह ए परबंध करे रहय, काबरकि ओह उहां रेंगत जवइया रिहिस। जब ओह हमन ला अस्सुस म मिलिस, त ओला हमन पानी जहाज म लेके मितुलेने सहर चल देंन। अऊ ओकर दूसर दिन हमन उहां ले जहाज खोलके खियुस टापू के आघू म हबरेन। ओकर दूसर दिन हमन सामुस दीप ला पार करेन, अऊ ओकर दूसर दिन हमन मिलेतुस नगर पहुंचेन। पौलुस ह इफिसुस ले निकर जाय के फैसला करिस, काबरकि ओह एसिया प्रदेस म समय बिताय नइं चाहत रहय। ओह यरूसलेम जल्दी हबरे के कोसिस म रहय, ताकि ओह पिनतेकुस्त तिहार के दिन यरूसलेम म रहय। मिलेतुस ले पौलुस ह इफिसुस म खबर भेजिस कि कलीसिया के अगुवामन ओकर ले भेंट करंय। जब ओमन आईन, त पौलुस ह ओमन ला कहिस, “तुमन जानत हव कि जब मेंह एसिया प्रदेस म आएंव, त पहिली ही दिन ले, मेंह तुम्‍हर संग पूरा समय कइसने रहंय। मेंह परभू के सेवा बहुंत दीन होके अऊ आंसू बहा-बहाके करेंव, हालाकि यहूदीमन के सडयंत्र के कारन मोर ऊपर बहुंत समस्या आईस। तुमन जानत हव कि जऊन बातमन तुम्‍हर फायदा के रिहिस, ओकर परचार करे बर मेंह संकोच नइं करेंव। पर मेंह तुमन ला मनखेमन के आघू म अऊ घर-घर जाके सिखाएंव। मेंह यहूदी अऊ यूनानी मन ला जोर देके कहेंव कि ओमन पछताप करके परमेसर कोति लहुटंय अऊ हमर परभू यीसू ऊपर बिसवास करंय। अब, मेंह पबितर आतमा के दुवारा बाध्य होके यरूसलेम जावत हंव। मेंह नइं जानंव कि उहां मोर ऊपर का बितही। मेंह सिरिप ए जानथंव कि हर सहर म पबितर आतमा ह मोला चेताथे कि जेल अऊ दुःख-तकलीफ तोर बर तियार हवंय। पर मेंह अपन परान के कुछू फिकर नइं करंव; मेंह सिरिप अपन जिनगी के दऊड़ ला अऊ ओ काम जऊन ला परभू यीसू ह मोला दे हवय, याने कि परमेसर के अनुग्रह के सुघर संदेस के गवाही के काम ला पूरा करे चाहथंव। मेंह तुमन जम्मो के बीच म परमेसर के राज के परचार करे हवंव। अऊ अब मेंह जानत हंव कि तुमन कोनो मोर मुहूं फेर कभू नइं देख पाहू। एकरसेति मेंह आज तुम्‍हर आघू म ए बात कहत हंव कि मेंह तुमन जम्मो झन के लहू ले निरदोस अंव। काबरकि मेंह परमेसर के जम्मो ईछा ला तुमन ला बताय म संकोच नइं करेंव। एकरसेति तुमन अपन अऊ अपन झुंड के रखवारी करव, जेकर जिम्मेदारी पबितर आतमा ह तुमन ला दे हवय। अऊ परमेसर के कलीसिया के खियाल रखव, जऊन ला ओह अपन खुद के बेटा के लहू ले बिसोय हवय। मेंह जानत हंव कि मोर जाय के पाछू जंगली भेड़ियामन तुम्‍हर बीच म आहीं, अऊ ओमन झुंड ला नास करहीं। अइसने समय आही, जब तुमन ले कुछू मनखेमन उठहीं अऊ भरमा के चेलामन ला अपन पाछू कर लिहीं। एकरसेति सचेत रहव! अऊ सुरता करव कि मेंह तीन साल ले रात अऊ दिन आंसू बोहा-बोहाके तुमन ले हर एक ला चेताय बर कभू नइं छोड़ंय। अब मेंह तुमन ला परमेसर के हांथ अऊ ओकर अनुग्रह के बचन म सऊंपत हवंव, जऊन ह बिसवास म तुम्‍हर उन्नति कर सकथे, अऊ अपन बर अलग करे गय जम्मो मनखेमन संग तुमन ला उत्तराधिकार (बिरासत) दे सकथे। मेंह काकरो चांदी या सोना या कपड़ा के लोभ नइं करे हवंव। तुमन खुद जानथव कि मोर इही हांथमन मोर घटी अऊ मोर संगीमन के घटी ला पूरा करे हवंय। मेंह जम्मो चीज म तुमन ला नमूना देखाय हवंव कि अइसने कठोर मिहनत करके हमन निरबल मनखेमन के मदद जरूर करन, अऊ परभू यीसू के बचन ला सुरता करन कि – ‘लेना ले देना ह जादा धइन ए।’ ” ए कहे बाद, पौलुस ह ओ जम्मो झन संग माड़ी टेकके पराथना करिस। ओ जम्मो झन बहुंत रोईन अऊ पौलुस ला पोटार के ओला चूमे लगिन। खास करके, ओमन पौलुस के कहे ए बात ले दुःखी होईन कि – “तुमन मोर मुहूं ला फेर कभू नइं देखहू।” तब ओमन ओला पानी जहाज तक छोंड़े बर आईन। हमन ओमन ले अलग होय के बाद, पानी जहाज म चघके सीधा कोस दीप म आयेंन। ओकर दूसर दिन हमन रूदुस दीप गेन अऊ फेर उहां ले पतरा नगर गेंन। उहां हमन ला एक पानी जहाज मिलिस, जऊन ह फीनीके प्रदेस जावत रिहिस। हमन ओही जहाज म चघके चल देंन। जब हमन ला साइप्रस दीप दिखिस, त हमन ओकर दक्खिन दिग ले होवत सीरिया कोति बढ़ेंन अऊ सूर म उतरेंन, जिहां पानी जहाज ले माल उतारे बर रिहिस। उहां कुछू चेलामन ला पाके, हमन ओमन के संग सात दिन रहेंन। ओमन पबितर आतमा के सामरथ म होके पौलुस ले बिनती करिन कि ओह यरूसलेम झन जावय। पर जब उहां हमर ठहरे के दिन पूरा होईस, त हमन उहां ले चल देंन। अऊ जम्मो चेला अऊ ओमन के घरवाली अऊ लइका मन हमन ला सहर के बाहिर तक अमराय बर आईन, अऊ उहां समुंदर तीर म, हमन माड़ी टेकके पराथना करेन। अऊ ओमन ले बिदा होय के बाद, हमन पानी जहाज म चघेन अऊ ओमन अपन-अपन घर लहुंट गीन। हमन सूर ले समुंदर म यातरा करत पतुलिमयिस पहुंचेन; उहां हमन भाईमन ले जोहार-भेंट करेन अऊ ओमन के संग एक दिन रहेंन। दूसर दिन हमन उहां ले चलके कैसरिया सहर म पहुंचेन अऊ उहां सुघर संदेस के परचारक फिलिप्पुस के घर म रूकेंन। ओह यरूसलेम म चुने गे सात सेवक म ले एक झन रिहिस। ओकर चार कुवांरी बेटी रिहिन, जऊन मन ला अगमबानी करे के बरदान मिले रिहिस। हमर उहां कतको दिन रहे के बाद, अगबुस नांव के एक अगमजानी यहूदा प्रदेस ले आईस। ओह हमर करा आके पौलुस के कमरपट्टा (बेल्ट) ला लीस अऊ अपन हांथ-गोड़ ला बांधके कहिस, “पबितर आतमा ह कहत हवय कि जऊन मनखे के ए कमरपट्टा अय, ओला यरूसलेम म यहूदीमन अइसने बांधहीं अऊ ओला आनजातमन ला सऊंप दिहीं।” जब हमन ए बात ला सुनेन, त हमन अऊ उहां के मनखेमन पौलुस ले बिनती करेन कि ओह यरूसलेम झन जावय। तब पौलुस ह जबाब दीस, “तुमन काबर रोवत अऊ मोर हिरदय ला टोरत हवव? मेंह तो परभू यीसू के नांव खातिर यरूसलेम म न सिरिप बंदी बने बर, पर मरे बर घलो तियार हवंव।” जब हमन पौलुस ला मनाय नइं सकेंन, त कहेंन, “परभू के ईछा पूरा होवय।” कुछू दिन के बाद, हमन तियार होके यरूसलेम सहर चल देंन। कैसरिया के कुछू चेलामन घलो हमर संग गीन अऊ हमन ला मनासोन के घर ले गीन, जिहां हमन ला ठहरना रिहिस। मनासोन ह साइप्रस दीप के रहइया एक बहुंत पुराना चेला रिहिस। जब हमन यरूसलेम हबरेन, त भाईमन बड़े आनंद सहित हमर ले मिलिन। दूसर दिन पौलुस ह हमर संग याकूब ले मिले बर गीस, जिहां जम्मो अगुवामन जुरे रहंय। पौलुस ह ओमन ला जोहार करिस अऊ परमेसर ह ओकर सेवा के दुवारा जऊन कुछू काम आनजातमन के बीच म करे रिहिस, ओह एक-एक करके ओमन ला बताईस। जब ओमन ए सुनिन, त परमेसर के महिमा करिन। पर ओमन पौलुस ला कहिन, “तेंह देखत हवस, भाई! हजारों यहूदीमन बिसवास करे हवंय अऊ ओ जम्मो झन मूसा के कानून ला माने के धुन म हवंय। ओमन ला तोर बारे म, ए बताय गे हवय कि तेंह आनजातमन के बीच म रहइया जम्मो यहूदीमन ला मूसा के कानून ला नइं माने के सिकछा देथस। तेंह कहिथस कि अपन लड़कामन के खतना झन करावव या यहूदी रीति-रिवाज के मुताबिक झन चलव। ओमन ला जरूर पता चल जाही कि तेंह इहां आय हवस। अब हमन का करन? एकरसेति जऊन कुछू हमन तोला कहत हवन, वइसनेच कर। हमर संग चार झन मनखे हवंय जऊन मन एक मन्नत माने हवंय। ए मनखेमन ला ले जा अऊ ओमन के संग अपन ला घलो सुध कर अऊ ओमन के खरचा दे, ताकि ओमन अपन मुड़ मुड़वावंय । तब जम्मो झन जान जाहीं कि जऊन बात तोर बारे म बताय गे हवय, ओह सच नो हय, अऊ तेंह खुद मूसा के कानून के पालन करथस। आनजात बिसवासीमन बर हमन ए फैसला करके लिख भेजे हवन कि ओमन मूरती के आघू म बलि चघाय खाना, लहू, गला घोंटके मारे पसु के मांस ले अऊ छिनारी काम ले दूरिहा रहंय।” दूसर दिन पौलुस ह ओ मनखेमन ला लीस अऊ ओमन के संग अपन-आप ला घलो सुध करिस। तब ओह मंदिर म गीस अऊ उहां बताईस कि सुध होय के दिन ह कब पूरा होही अऊ ओमन म के हर एक खातिर दान चघाय जाही। जब सात दिन पूरा होवइया रिहिस, तब एसिया प्रदेस के कुछू यहूदीमन पौलुस ला मंदिर म देखिन। ओमन जम्मो मनखेमन ला भड़काके पौलुस ला पकड़ लीन, अऊ चिचियाके ए कहे लगिन, “हे इसरायल के मनखेमन हो, हमर मदद करव। एह ओही मनखे ए, जऊन ह हर जगह जम्मो मनखेमन ला हमर यहूदी जात, हमर कानून अऊ ए मंदिर के बिरोध म सिखोथे। इहां तक कि ओह यूनानीमन ला मंदिर के भीतर लानके, ए पबितर जगह ला असुध कर दे हवय।” ओमन एकर पहिली इफिसुस के रहइया त्रुफिमुस ला पौलुस के संग सहर म देखे रिहिन। एकरसेति ओमन ए समझिन कि पौलुस ह ओला मंदिर म लाने हवय। तब जम्मो सहर म खलबली मच गीस। मनखेमन जम्मो कोति ले दऊड़के आईन अऊ पौलुस ला पकड़ लीन, अऊ ओला घसीटत मंदिर के बाहिर ले गीन अऊ तुरते कपाटमन ला बंद कर दीन। जब ओमन ओला मार डारे के कोसिस करत रिहिन, तभे रोमी सेनापति ला ए संदेस मिलिस कि जम्मो यरूसलेम सहर म खलबली मच गे हवय। तब ओह तुरते कुछू अधिकारी अऊ सैनिक मन ला लीस अऊ दऊड़के भीड़ करा खाल्‍हे आईस। जब मनखेमन सेनापति अऊ ओकर सैनिकमन ला देखिन, त ओमन पौलुस ला मारे-पीटे ला छोंड़ दीन। तब सेनापति ह लकठा म आके पौलुस ला बंदी बना लीस अऊ ओला दू ठन संकली म बांधे के हुकूम दीस अऊ ए पुछिस, “एह कोन ए अऊ एह का करे हवय?” भीड़ म कोनो कुछू, त कोनो अऊ कुछू चिचियावन लगिन, अऊ जब हो-हल्‍ला के मारे सेनापति ह सच बात ला नइं जान सकिस, त ओह पौलुस ला किला (गढ़) म ले जाय के हुकूम दीस। जब पौलुस ह किला के सीढ़ी करा हबरिस, त भीड़ के उपद्रव के कारन सैनिकमन ओला उठाके ले गीन। भीड़ के जऊन मनखेमन ओकर पाछू-पाछू आवत रिहिन, ओमन चिचिया-चिचियाके ए कहत रहंय, “एला मार डारव।” जब सैनिकमन पौलुस ला किला के छावनी म ले जवइया रिहिन, त ओह सेनापति ले पुछिस, “का मोला कुछू कहे बर हुकूम मिलही?” सेनापति ह कहिस, “का तेंह यूनानी भासा जानथस? का तेंह मिसर के रहइया ओ मनखे नो हस, जऊन ह कुछू समय पहिली बिदरोह करके चार हजार उग्रवादीमन ला निरजन प्रदेस म ले गे रिहिस?” पौलुस ह कहिस, “मेंह एक यहूदी अंव अऊ किलिकिया के नामी सहर तरसुस के निवासी अंव। मेंह तोर ले बिनती करत हंव कि मोला मनखेमन ले बात करन दे।” सेनापति ले हुकूम पाके, पौलुस ह सीढ़ी के ऊपर ठाढ़ होईस अऊ भीड़ ला अपन हांथ ले इसारा करिस। जब ओमन चुप हो गीन, त पौलुस ह ओमन ला इबरानी भासा म कहे लगिस। “हे भाई अऊ ददा मन हो, अब तुमन मोर जबाब ला सुनव।” जब ओमन ओला इबरानी भासा म गोठियावत सुनिन, त ओमन चुप हो गीन। तब पौलुस ह कहिस, “मेंह एक यहूदी अंव अऊ किलिकिया के तरसुस म पैदा होएंव, पर ए सहर म पले-बढ़े हवंव। गमलीएल के अधीन म रहिके हमर पुरखामन के कानून ला सही ढंग ले सिखेंव, अऊ परमेसर के अइसने धुन म रहेंव, जइसने आज तुमन हवव। मेंह मरद अऊ माईलोगन जम्मो ला बंदी बना-बनाके जेल म डारेंव, अऊ ए पंथ के बिसवासीमन ला इहां तक सताएंव कि ओमन ला मरवा घलो डारेंव। मोर ए बात के, महा पुरोहित अऊ जम्मो महासभा गवाह हवय। अऊ त अऊ ओमन ले चिट्ठी लेके, मेंह दमिस्क म रहइया यहूदी भाईमन करा जावत रहेंव ताकि मेंह उहां ए मनखेमन ला सजा देवाय बर बंदी बनाके यरूसलेम म लानंव। लगभग मंझन के बेरा, जब मेंह दमिस्क के लकठा हबरेंव, त अचानक एक बड़े अंजोर अकास ले मोर चारों खूंट चमकिस। मेंह भुइयां म गिर पड़ेंव अऊ ए अवाज सुनेंव, ‘हे साऊल! हे साऊल! तेंह मोला काबर सतावत हस?’ मेंह पुछेंव, ‘हे परभू! तेंह कोन अस?’ ओह कहिस, ‘मेंह नासरत के यीसू अंव, जऊन ला तेंह सतावत हस।’ मोर संगीमन ओ अंजोर ला तो देखिन, पर जऊन ह मोर ले गोठियावत रहय, ओकर बात ला नइं समझिन। मेंह कहेंव, ‘हे परभू! मेंह का करंव?’ त परभू ह कहिस, ‘उठ अऊ दमिस्क जा अऊ जऊन कुछू तोला करे बर हवय, उहां ओ जम्मो बात तोला बताय जाही।’ मोर संगीमन मोर हांथ ला धरके मोला दमिस्क ले गीन काबरकि अंजोर के चमक के मारे मेंह अंधरा हो गे रहेंव। उहां हनन्याह नांव के एक मनखे मोर करा आईस। ओह मूसा के कानून के मुताबिक एक बने भक्त रिहिस अऊ उहां रहइया यहूदीमन ओकर बहुंत आदर करंय। ओह मोर बाजू म ठाढ़ होके कहिस, ‘हे भाई साऊल! तेंह फेर देखे लग।’ अऊ ओहीच बेरा मेंह देखे लगेंव अऊ मेंह ओला देखेंव। तब हनन्याह ह कहिस, ‘हमर पुरखामन के परमेसर ह तोला चुने हवय कि तेंह ओकर ईछा ला जान अऊ ओ धरमी जन ला देख अऊ ओकर मुहूं के बात ला सुन। तेंह जम्मो मनखेमन के आघू म, ओकर ओ बातमन के गवाह होबे, जऊन ला तेंह देखे अऊ सुने हवस। अब तेंह काबर देरी करथस? उठ! बतिसमा ले अऊ ओकर नांव (यीसू) लेके अपन पापमन ला धो डार।’ एकर बाद, मेंह यरूसलेम लहुंटंय अऊ जब मंदिर म पराथना करत रहेंव, त मेंह एक दरसन देखेंव। मेंह परभू ला देखेंव अऊ ओह मोला कहिस, ‘जल्दी कर अऊ यरूसलेम ले तुरते निकर जा, काबरकि ओमन मोर बारे म तोर गवाही ला नइं मानंय।’ मेंह कहेंव, ‘हे परभू! ओमन तो खुद जानत हवंय कि मेंह सभा घरमन म जा-जाके तोर ऊपर बिसवास करइयामन ला जेल म डारत अऊ मारत रहेंव। जब तोर गवाह स्तिफनुस के लहू बहाय जावत रिहिस, त मेंह घलो उहां ठाढ़े रहेंव अऊ ओ बात म राजी रहेंव अऊ मेंह उहां हतियारामन के कपड़ा के रखवारी करत रहेंव।’ तब परभू ह मोला कहिस, ‘जा! मेंह तोला आनजातमन करा बहुंत दूरिहा-दूरिहा पठोहूं।’ ” मनखेमन अब तक पौलुस के बात ला सुनत रिहिन। तब ओमन चिचियाके कहिन, “धरती ले एकर नामो निसान मिटा देवव। ओह जीयत रहे के लइक नो हय।” जब ओमन चिचियावत अऊ अपन-अपन कपड़ा फेंकत अऊ हवा म धूर्रा उड़ावत रहंय, तब सेनापति ह हुकूम दीस, “एला, किला म ले जावव अऊ एला कोर्रा मारके पुछव कि मनखेमन काबर एकर बिरोध म अइसने चिचियावत हवंय।” जब ओमन पौलुस ला कोर्रा मारे बर बांधे लगिन, त ओह उहां ठाढ़े अधिकारी ले कहिस, “का ए उचित ए कि तुमन एक रोमी नागरिक ला कोर्रा म मारव अऊ ओ भी ओला बिगर दोसी ठहिराय?” जब अधिकारी ह ए सुनिस, त ओह सेनापति करा जाके कहिस, “तेंह ए का करथस? ए मनखे ह तो रोमी नागरिक ए।” तब सेनापति ह पौलुस करा आईस अऊ ओकर ले पुछिस, “मोला बता, का तेंह रोमी नागरिक अस?” पौलुस ह कहिस, “हव जी।” सेनापति ह कहिस, “मेंह अपन रोमी नागरिक के पद ला बहुंत पईसा देके पाय हवंव।” त पौलुस ह कहिस, “मेंह तो जनम ले रोमी नागरिक अंव।” तब जऊन मन पौलुस के जांच करइया रिहिन, ओमन तुरते उहां ले हट गीन। सेनापति खुद ए सोचके डर्रा गीस कि पौलुस ह रोमी नागरिक ए अऊ ओह ओला संकली म बंधवाय हवय। ओकर आने दिन, सही-सही बात ला जाने बर कि यहूदीमन पौलुस ऊपर काबर दोस लगावत हवंय, सेनापति ह ओकर संकली ला खुलवा दीस अऊ मुखिया पुरोहितमन ला अऊ जम्मो धरम-महासभा के मनखेमन ला जुरे के हुकूम दीस। तब ओह पौलुस ला लानके ओमन के आघू म ठाढ़ करिस। पौलुस ह धरम-महासभा कोति एकटक देखिस अऊ कहिस, “हे भाईमन हो! मेंह आज तक परमेसर खातिर सही मन से काम करे हवंव।” अतकी म महा पुरोहित हनन्याह ह ओमन ला, जऊन मन पौलुस के लकठा म ठाढ़े रहंय, ओकर मुहूं म मारे के हुकूम दीस। तब पौलुस ह ओला कहिस, “हे चूना पोताय भिथी! परमेसर ह तोला मारही। तेंह उहां कानून के मुताबिक मोर नियाय करे बर बईठे हवस, पर कानून के उल्टा मोला मारे के हुकूम देवत हस ।” पौलुस के लकठा म ठाढ़े मनखेमन ओला कहिन, “तेंह परमेसर के महा पुरोहित के बेजत्ती करत हस।” पौलुस ह कहिस, “हे भाईमन हो! मेंह नइं जानत रहेंव कि एह महा पुरोहित ए, काबरकि परमेसर के बचन ह कहिथे, ‘अपन मनखेमन के हाकिम के बारे म खराप बात झन कह।’ ” तब पौलुस ह ए जानके कि इहां कुछू सदूकी अऊ फरीसी मन घलो हवंय, ओह महासभा म कहिस, “हे मोर भाईमन! मेंह एक फरीसी अंव अऊ एक फरीसी के बेटा अंव। मुरदामन के फेर जी उठे के मोर आसा के बारे म मोर ऊपर मुकदमा चलत हवय।” जब पौलुस ह ए बात कहिस, त फरीसी अऊ सदूकी मन म झगरा होय लगिस अऊ सभा म फूट पड़ गे। (काबरकि सदूकीमन बिसवास करथें कि मुरदामन नइं जी उठंय अऊ न स्‍वरगदूत हवय, न आतमा; पर फरीसीमन ए जम्मो बात म बिसवास करथें)। तब अब्‍बड़ हो-हल्‍ला होईस अऊ फरीसी दल के कानून के कुछू गुरूमन ठाढ़ होके जोरदार बहस करन लगिन अऊ कहिन, “हमन ए मनखे म कोनो खराप बात नइं पावत हवन। कहूं कोनो आतमा या स्‍वरगदूत एला कुछू कहे हवय, त का होईस?” जब बहुंत झगरा होय लगिस, त सेनापति ह डर्रा गे कि कहूं ओमन पौलुस के कुटी-कुटी झन कर डारंय। एकरसेति, ओह सैनिकमन ला हुकूम दीस कि ओमन उतरके पौलुस ला मनखेमन के बीच ले निकार लें अऊ ओला किला म ले जावंय। ओ रतिहा परभू ह पौलुस के लकठा म ठाढ़ होके कहिस, “हिम्मत रख। जइसने तेंह यरूसलेम म मोर गवाही दे हवस, वइसने तोला रोम म घलो मोर गवाही दे बर पड़ही।” ओकर दूसर दिन, बिहनियां, यहूदीमन एक सडयंत्र करिन अऊ ए कसम खाईन कि जब तक हमन पौलुस ला नइं मार डारबो, तब तक हमन न तो कुछू खाबो, न पीबो। चालीस ले जादा मनखे ए सडयंत्र म सामिल रिहिन। ओमन मुखिया पुरोहित अऊ अगुवामन करा गीन अऊ कहिन, “हमन कसम खाय हवन कि जब तक हमन पौलुस ला नइं मार डारन, तब तक हमन कुछू नइं खावन। अब तुमन अऊ धरम महासभा के सदस्यमन सेनापति ला समझावव कि ओह पौलुस ला तुम्‍हर आघू म लानय, ए ढोंग करव कि तुमन ओकर बारे म अऊ सही-सही बात जाने चाहत हव। पर ओकर इहां आय के पहिली हमन ओला मार डारे बर तियार हवन।” पर जब पौलुस के भांचा ह ए सडयंत्र के बारे सुनिस, त ओह किला म जाके पौलुस ला बताईस। तब पौलुस ह एक अधिकारी ला बलाके कहिस, “ए जवान ला सेनापति करा ले जावव। एह ओला कुछू बताय चाहत हवय।” ओ अधिकारी ह पौलुस के भांचा ला सेनापति करा ले जाके कहिस, “ओ कैदी पौलुस ह मोला बलाके कहिस कि ए जवान ला तोर करा ले आवंव। एह तोला कुछू बताय चाहत हवय।” सेनापति ह जवान के हांथ ला धरके अलग ले गीस अऊ ओकर ले पुछिस, “तेंह मोला का बताय चाहत हस?” ओह कहिस, “यहूदीमन एका करे हवंय कि ओमन तोर ले बिनती करहीं कि कल पौलुस ला धरम-महासभा म लाने जावय, मानो धरम-महासभा ह ओकर बारे म अऊ सही-सही बात जाने चाहत हवय। पर तेंह ओमन के बात ला झन मानबे, काबरकि ओम ले चालीस ले जादा मनखेमन पौलुस के घात म हवंय। ओमन ए कसम खाय हवंय कि जब तक ओमन पौलुस ला नइं मार डारहीं, तब तक ओमन न तो खाहीं अऊ न पीहीं। ओमन अभी तियार हवंय अऊ तोर हुकूम के बाट जोहत हवंय।” तब सेनापति ह पौलुस के भांचा ला बिदा करिस पर ओला चेताके कहिस, “कोनो ला झन कहिबे कि तेंह मोला ए बात बताय हवस।” तब सेनापति अपन दू झन अधिकारीमन ला बलाके हुकूम दीस, “दू सौ सैनिक, सत्तर घुड़सवार अऊ दू सौ बरछीधारी मनखेमन ला आज रतिहा लगभग नौ बजे कैसरिया जाय बर तियार रखव। पौलुस के सवारी बर घोड़ा रखव कि ओला राजपाल फेलिक्स करा सही-सलामत पहुंचा दिये जावय।” ओह ए चिट्ठी घलो लिखिस: “महा परतापी, राजपाल फेलिक्स ला क्लौदियुस लुसियास के जोहार। ए मनखे ला यहूदीमन धरके के मार डारे चाहत रिहिन। पर जब मोला पता चलिस कि एह रोमी नागरिक ए, त मेंह सेना ले जाके एला छुड़ाके ले आएंव। मेंह ए जाने बर चाहत रहेंव कि ओमन एकर ऊपर काबर दोस लगावत रिहिन। एकरसेति एला ओमन के धरम-महासभा म ले गेंव। तब मोला पता चलिस कि ओमन अपन कानून के बारे म कतको ठन सवाल ला लेके ओकर ऊपर दोस लगावत हवंय। पर मार डारे जावय या जेल म डारे जावय लइक ओम कोनो दोस नइं ए। जब मोला ए बताय गीस कि कुछू यहूदीमन ओकर बिरोध म एक सडयंत्र रचे हवंय, त मेंह तुरते ओला तोर करा पठो देंव। मेंह ओकर ऊपर दोस लगइयामन ला घलो हुकूम दे हवंव कि ओमन तोर आघू म एकर ऊपर नालिस करंय।” सैनिकमन ला जइसने हुकूम दिये गे रिहिस, ओमन वइसने करिन। ओमन पौलुस ला रातों-रात अन्तिपतरिस सहर ले आईन। ओकर आने दिन, ओमन घुड़सवारमन ला पौलुस के संग जाय बर छोंड़के, खुद किला म लहुंट गीन। घुड़सवारमन कैसरिया पहुंचके राजपाल फेलिक्स ला चिट्ठी दीन अऊ पौलुस ला घलो ओला सऊंप दीन। राजपाल ह चिट्ठी ला पढ़के पुछिस, “ओह कोन प्रदेस के अय?” जब ओह जानिस कि पौलुस ह किलिकिया के अय, त राजपाल ह ओला कहिस, “जब तोर ऊपर दोस लगइयामन इहां आहीं, तब मेंह तोर मामला ला सुनहूं।” तब ओह हुकूम दीस कि पौलुस ला हेरोदेस के महल म पहरा म रखे जावय। पांच दिन के बाद महा पुरोहित हनन्याह ह कुछू अगुवा अऊ तिरतुल्लुस नांव के एक वकील ला लेके कैसरिया आईस। ओमन राजपाल फेलिक्स के आघू म, पौलुस के बिरोध म दोस लगाईन। जब पौलुस ला बलाय गीस, तब वकील तिरतुल्लुस ह फेलिक्स के आघू म दोस लगाके कहिस, “तोर सासन म हमन ला अब्‍बड़ सांति मिले हवय, अऊ तोर कुसल परबंध के कारन ए देस म कतको सुधार के काम होय हवय। हे महा परतापी फेलिक्स! ए बात ला हमन हर जगह अऊ हर किसम ले धनबाद के संग मानत हवन। मेंह तोर अऊ समय नइं लेय चाहत हवंव, पर मेंह तोर ले बिनती करत हंव कि दया करके हमर दू-एक बातमन ला सुन ले। हमन ए मनखे ला उपद्रव करइया अऊ संसार के जम्मो यहूदीमन म बलवा करइया पाय हवन। अऊ एह नासरीमन के दल के मुखिया ए। अऊ त अऊ एह मंदिर ला असुध करे के कोसिस करे हवय, एकरसेति हमन एला बंदी बना लेन। (हमन अपन कानून के मुताबिक एकर नियाय करे चाहत रहेंन, पर सेनापति लुसियास ह आके एला जबरन हमर करा ले गीस अऊ एकर ऊपर दोस लगइयामन ला तोर करा पठोय हवय)। ए जम्मो बात ला, जेकर बारे म हमन एकर ऊपर दोस लगावत हन, तेंह खुद एकर जांच करके सच ला जान लेबे।” यहूदीमन घलो वकील के संग सहमत होके कहिन कि ए जम्मो बात सही ए। जब राजपाल ह पौलुस ला बोले बर इसारा करिस, त पौलुस ह जबाब दीस, “मेंह जानत हंव कि तेंह बहुंत साल ले ए देस के नियायधीस अस; एकरसेति, खुसी से मेंह अपन सफई देवत हंव। तेंह असानी से जान सकत हस कि बारह दिन ले जादा नइं होवत हवय, जब मेंह यरूसलेम ला अराधना करे बर गेंव। यहूदीमन मोला न तो मंदिर म, न सभा घर म, न सहर म काकरो संग बिवाद करत या भीड़ लगावत पाईन। ओमन जऊन बात के दोस मोर ऊपर लगावत हवंय, ओला तोर आघू म सच साबित नइं कर सकंय। तभो ले मेंह मान लेवत हंव कि जऊन पंथ ला, ओमन कुपंथ कहत हवंय, ओकरे मुताबिक मेंह हमर पुरखामन के परमेसर के अराधना करथंव। जऊन बातमन कानून ले मेल खाथें अऊ अगमजानीमन के किताब म लिखे हवंय, ओ जम्मो बात ऊपर मेंह बिसवास करथंव, अऊ मोर घलो ओमन सहीं परमेसर म आसा हवय कि धरमी अऊ अधरमी दूनों मरे के बाद फेर जी उठहीं। एकरसेति मेंह हमेसा ए कोसिस करथंव कि परमेसर अऊ मनखेमन के आघू म मोर बिवेक ह साफ रहय। बहुंत साल के बाद, मेंह गरीबमन बर अपन मनखेमन के दान पहुंचाय अऊ मंदिर म भेंट चघाय बर यरूसलेम आय रहेंव। जब यहूदीमन मंदिर म मोला ए करत पाईन, त रीति-बिधि के मुताबिक मेंह सुध रहेंव। मोर संग कोनो भीड़ नइं रिहिस अऊ मेंह कोनो दंगा नइं करत रहेंव। पर एसिया प्रदेस के कुछू यहूदीमन रिहिन; यदि ओमन ला मोर बिरोध म कुछू कहना रिहिस, त इहां तोर आघू म आके ओमन ला मोर ऊपर दोस लगाना चाही। या आज जऊन मन इहां हाजिर हवंय, ओमन खुद बतावंय कि जब मेंह धरम-महासभा के आघू म ठाढ़े रहेंव, त ओमन मोर म का दोस पाईन? एके ठन बात के छोंड़, जऊन ला मेंह ओमन के बीच म ठाढ़ होके चिचियाके कहे रहेंव कि मरे मन के जी उठे के बारे म, आज मोर तुम्‍हर आघू म मुकदमा होवत हवय।” राजपाल फेलिक्स ह ए पंथ के बात ला ठीक-ठीक जानत रहय। ओह ओ मुकदमा ला बंद करके कहिस, “जब सेनापति लुसियास ह आही, त तुम्‍हर मामला के फैसला करहूं।” ओह सेना के अधिकारी ला हुकूम दीस कि पौलुस ला हवालात म रखे जावय, पर ओला कुछू सुतंतरता दिये जावय अऊ ओकर संगीमन ला ओकर जरूरत के चीजमन के पूरती करे के अनुमती दिये जावय। कुछू दिन के बाद, फेलिक्स ह अपन घरवाली दुरसिल्ला के संग आईस। दुरसिल्ला ह एक यहूदिनी रिहिस। फेलिक्स ह पौलुस ला बलाईस अऊ ओकर ले ओ बिसवास के बारे म सुनिस, जऊन ह मसीह यीसू म हवय। पर जब पौलुस ह धरमीपन, संयम अऊ अवइया नियाय के बारे म चरचा करिस, त फेलिक्स ह डर्रा गीस अऊ कहिस, “अब तेंह जा। जब मऊका मिलही, त मेंह तोला फेर बलाहूं।” फेलिक्स ला पौलुस ले घूस म कुछू रूपिया मिले के आसा घलो रहय, एकरसेति, ओह पौलुस ला घेरी-बेरी बलाय अऊ ओकर ले बात करय। जब दू साल बीत गे, त फेलिक्स के जगह म पुरकियुस फेसतुस राजपाल बनिस। पर फेलिक्स ह यहूदीमन ला खुस करे चाहत रहय, ओकर सेति ओह पौलुस ला जेल म ही छोंड़ गीस। ओ प्रदेस म आय के तीन दिन के बाद, फेसतुस ह कैसरिया ले यरूसलेम सहर गीस? जिहां मुखिया पुरोहितमन अऊ यहूदीमन के अगुवामन ओकर आघू म पौलुस के बिरोध म नालिस करिन। ओमन फेसतुस ले बिनती करके, ए किरपा करे बर कहिन कि ओह पौलुस ला यरूसलेम सहर लाने के परबंध करवाय, काबरकि ओमन रसता म ही ओला मार डारे के उपाय करे रिहिन। तब फेसतुस ह जबाब दीस, “पौलुस ला कैसरिया म एक कैदी के रूप म रखे गे हवय, अऊ मेंह खुद उहां जल्दी जवइया हंव। तुम्‍हर कुछू अगुवामन मोर संग चलंय अऊ कहूं ओ मनखे ह कुछू गलत काम करे हवय, त ओकर ऊपर उहां दोस लगावंय।” आठ-दस दिन ओमन के संग रहे के बाद, फेसतुस ह कैसरिया गीस। दूसर दिन ओह नियाय आसन म बईठिस अऊ पौलुस ला लाने के हुकूम दीस। जब पौलुस ह आईस, त ओ यहूदी जऊन मन यरूसलेम ले आय रिहिन, ओमन ओकर आस-पास ठाढ़ हो गीन अऊ ओकर ऊपर कतको किसम के दोस लगाईन, पर ओकर सबूत ओमन नइं दे सकिन। पौलुस ह जबाब देके कहिस, “मेंह न तो यहूदीमन के कानून के अऊ न मंदिर के, अऊ न रोम के महाराजा के बिरोध म कुछू गलत काम करे हवंव।” यहूदीमन ला खुस करे के बिचार ले, फेसतुस ह पौलुस ला कहिस, “का तोर यरूसलेम जाय के ईछा हवय कि उहां मोर आघू म, तोर ए मामला निपटाय जावय।” पौलुस ह कहिस, “मेंह महाराजा के नियाय आसन के आघू म ठाढ़े हवंव। मोर मुकदमा के फैसला इहां होना चाही। मेंह यहूदीमन के बिरोध म कोनो गलत काम नइं करे हवंव, जऊन ला तेंह खुद जानथस। तभो ले, कहूं मेंह दोसी अंव अऊ मार डारे जाय के लइक कुछू काम करे हवंव, त मेंह मरे बर नइं डर्रावंव, पर जऊन बातमन के एमन मोर ऊपर दोस लगावत हंय, यदि ओ बातमन सच नो हंय, त काकरो करा ए अधिकार नइं ए कि ओह मोला एमन के हांथ म सऊंप देवय। मेंह महाराजा करा अपील करत हंव।” तब फेसतुस ह अपन सलाहकारमन के संग बिचार करे के बाद, पौलुस ला जबाब दीस, “तेंह महाराजा करा अपील करे हवस, त तेंह महाराजा करा जाबे।” कुछू दिन के बाद, राजा अगरिप्पा अऊ बिरनीके, कैसरिया म आईन अऊ फेसतुस ले भेंट करिन। जब ओमन ला उहां रहे बहुंत दिन हो गे, तब फेसतुस ह पौलुस के बारे म राजा अगरिप्पा ला बताईस, “इहां एक मनखे हवय, जऊन ला फेलिक्स ह कैदी छोंड़ गे हवय। जब मेंह यरूसलेम गेंव, त मुखिया पुरोहितमन अऊ यहूदीमन के अगुवामन ओकर ऊपर दोस लगाईन अऊ कहिन कि ओला दंड दिये जावय। मेंह ओमन ला कहेंव कि एह रोमीमन के रिवाज नो हय कि कोनो मनखे ला दंड के खातिर सऊंप दिये जावय, जब तक कि ओला अपन ऊपर दोस लगइयामन के आघू म ठाढ़ होके अपन ऊपर लगे दोस के बारे म बयान देय के मऊका नइं मिल जावय। जब ओमन इहां मोर संग आईन, तब मेंह बिगर देरी करे, ओकर आने दिन नियाय आसन म बईठें अऊ ओ मनखे ला लाने के हुकूम देंय। जब ओकर ऊपर दोस लगइयामन बोले बर ठाढ़ होईन, त ओमन अइसने कोनो दोस नइं लगाईन, जइसने कि मेंह समझत रहेंव। ओमन अपन धरम के बारे अऊ यीसू नांव के कोनो मनखे के बारे म बहस करत रिहिन, जऊन ह मर गे रिहिस, पर पौलुस ओला जीयत बतावत रिहिस। मेंह उलझन म रहेंव कि ए बातमन के कइसने पता लगावंव, एकरसेति मेंह पौलुस ले पुछेंव, ‘का तेंह यरूसलेम जाय के ईछा करथस कि उहां ए बातमन के फैसला हो सकय।’ पर पौलुस ह अपन मुकदमा के फैसला महाराजा के इहां करे के अपील करिस। एकरसेति, मेंह हुकूम देवंय कि जब तक मेंह ओला महाराजा करा नइं पठोवंव, तब तक ओला पहरा म रखे जावय।” राजा अगरिप्पा ह फेसतुस ला कहिस, “मेंह खुद ए मनखे के बात ला सुने चाहत हंव।” फेसतुस ह कहिस, “तेंह कल ओकर बात ला सुन सकथस।” दूसर दिन अगरिप्पा अऊ बिरनीके बड़े ठाट-बाट के संग दरबार म आईन। ओमन के संग बड़े अधिकारी अऊ सहर के बड़े मनखेमन रहंय। फेसतुस ह पौलुस ला लाने के हुकूम दीस। फेसतुस ह कहिस, “हे राजा अगरिप्पा अऊ इहां हाजिर जम्मो मनखेमन! तुमन ए मनखे ला देखत हव, जेकर बारे म जम्मो यहूदीमन यरूसलेम म अऊ इहां कैसरिया म घलो चिचिया-चिचियाके मोर करा नालिस करे हवंय कि एकर अऊ जीयत रहई ठीक नो हय। पर मेंह पता लगाके ए पायेंव कि एह अइसने कुछू नइं करे हवय कि एला मार डारे जावय। पर एह महाराजा करा अपील करे हवय, एकरसेति मेंह एला रोम पठोय के फैसला करेंव। पर एकर बारे म मेंह महाराजा ला का लिखंव? मोला अइसने कोनो बात नइं सुझिस। एकरसेति मेंह एला तुम्‍हर जम्मो के आघू म अऊ बिसेस करके, हे राजा अगरिप्पा, तोर आघू म लाने हवंव ताकि एला जांचे के बाद, मोला लिखे बर कुछू मिलय। काबरकि कैदी ला अइसने पठोना अऊ ओकर खिलाप लगे दोस ला नइं लिखना, मोला नियाय संगत नइं लगथे।” राजा अगरिप्पा ह पौलुस ला कहिस, “तोला अपन बारे म बोले के अनुमती हवय।” तब पौलुस ह अपन हांथ ले इसारा करिस अऊ अपन बचाव म ए किसम ले जबाब दीस, “हे राजा अगरिप्पा! यहूदीमन जऊन बात के मोर ऊपर दोस लगावथें, आज तोर आघू म ओकर जबाब देय म, मेंह अपन-आप ला भाग्यवान समझत हंव। अऊ बिसेस करके एकरसेति कि तेंह यहूदीमन के जम्मो रीति-रिवाज अऊ बिवाद मन ला बने करके जानथस। मेंह तोर ले बिनती करत हंव कि धीरज धरके मोर बात ला सुन। मेंह लइकापन ले लेके अब तक कइसने अपन जिनगी ला अपन देस म अऊ यरूसलेम म जीये हवंव, यहूदीमन ओ जम्मो ला जानत हवंय। ओमन बहुंत समय ले मोला जानत हवंय, अऊ कहूं चाहंय, त ओमन गवाही घलो दे सकत हें कि मेंह एक फरीसी के रूप म हमर धरम के सबले कठोर पंथ के मुताबिक जिनगी बिताय हवंव। अऊ एह मोर ओ आसा के कारन जेकर वायदा परमेसर ह हमर पुरखामन ले करे रिहिस, मोर ऊपर मुकदमा चलत हवय। ओहीच वायदा के पूरा होय के आसा म, हमर बारह गोत्र के मनखेमन अपन जम्मो हिरदय ले दिन अऊ रात परमेसर के सेवा करत आय हवंय। हे राजा! इही आसा के कारन, यहूदीमन मोर ऊपर दोस लगावत हवंय। तुमन एला काबर अबिसवास के बात समझत हव कि परमेसर ह मरे मनखे ला जियाथे? मेंह घलो ए समझत रहेंव कि यीसू नासरी के नांव के बिरोध म, जऊन कुछू हो सकथे, मोला करना चाही। अऊ मेंह यरूसलेम म अइसनेच करेंव। मेंह मुखिया पुरोहितमन ले अधिकार पाके परमेसर के बहुंते मनखेमन ला जेल म डारेंव, अऊ जब ओमन मार डारे जावंय, त मेंह ओमन के बिरोध म अपन सहमती देवत रहेंव। कतको बार मेंह ओमन ला सजा देवाय बर एक सभा घर ले दूसर सभा घर म गेंव, अऊ ओमन ले जबरन यीसू के निन्दा करवाय के कोसिस करेंव। ओमन के बिरोध म गुस्सा के मारे, मेंह ओमन ला सताय बर इहां तक कि दूसर देस के सहरमन म घलो गेंव। एही काम खातिर, मेंह मुखिया पुरोहितमन ले अधिकार अऊ हुकूम पाके दमिस्क सहर ला जावत रहेंव। तब हे राजा! मंझन के बेरा, रसता म मेंह अकास ले एक अंजोर देखेंव, जऊन ह सूरज ले जादा चमकत रहय अऊ ओह मोर अऊ मोर संगीमन के चारों खूंट चमकिस। हमन जम्मो भुइयां म गिर पड़ेन, अऊ मेंह इबरानी भासा म मोर ले ए कहत एक अवाज सुनेंव, ‘हे साऊल, हे साऊल, तेंह मोला काबर सतावत हस? नुकिला छड़ी म लात मारना तोर बर कठिन ए।’ तब मेंह पुछेंव, ‘हे परभू, तेंह कोन अस?’ त परभू ह कहिस, ‘मेंह यीसू अंव, जऊन ला तेंह सतावत हस। अब उठ अऊ अपन गोड़ म ठाढ़ हो जा। मेंह तोला एकर खातिर दरसन दे हवंव कि मेंह तोला ओ बातमन के सेवक अऊ गवाह बनावंव, जऊन ला तेंह मोर म देखे हवस अऊ जऊन ला मेंह तोला देखाहूं। मेंह तोला इसरायली अऊ आनजातमन ले बचाहूं, जेमन करा मेंह तोला पठोवत हवंव। मेंह तोला एकरसेति पठोवत हवंव कि तेंह ओमन के आंखी ला उघार अऊ ओमन ला अंधियार ले अंजोर कोति अऊ सैतान के सक्ति ले परमेसर कोति बहुर के लान, ताकि मोर ऊपर बिसवास करे के दुवारा ओमन ला पाप के माफी मिलय अऊ परमेसर के चुने मनखेमन के बीच म ओमन जगह पावंय।’ एकरसेति, हे राजा अगरिप्पा, मेंह ओ स्वरगीय दरसन के बात ला नइं टारंय। पहिली मेंह दमिस्क म, तब यरूसलेम म अऊ जम्मो यहूदिया प्रदेस म, यहूदीमन ला अऊ आनजातमन ला घलो परचार करंय कि ओमन पाप ले मन फिरावंय अऊ परमेसर कोति लहुंटंय अऊ अपन काम के दुवारा मन फिराय के सबूत देवंय। एकरे कारन यहूदीमन मोला मंदिर म पकड़के मार डारे के कोसिस करिन। पर परमेसर के मदद ले, मेंह आज इहां ठाढ़े हवंव अऊ छोटे-बड़े जम्मो ला बरोबर गवाही देवत हवंव। मेंह ओ बातमन ला छोंड़के, अऊ कुछू नइं कहत हंव जऊन ला अगमजानीमन अऊ मूसा ह घलो कहिस कि ए बातमन पूरा होवइया हवय कि मसीह ला दुःख उठाय बर पड़ही, अऊ ओह सबले पहिली मरे मन ले जी उठही अऊ अपन यहूदी मनखे अऊ आनजातमन ला उद्धार के संदेस के परचार करही।” जब पौलुस ह अपन बारे म अइसने जबाब देवत रिहिस, त फेसतुस ह ओला चिचियाके कहिस, “हे पौलुस, तेंह बइहा गे हवस। तोर बहुंते गियान ह तोला बइहा कर दे हवय।” पौलुस ह कहिस, “हे महा परतापी फेसतुस, मेंह बइहा नो हंव। मेंह सच अऊ गम्भीर बात कहत हंव। राजा अगरिप्पा घलो ए बातमन ला जानत हवय। मेंह बिगर डरे ओला कह सकत हंव। मोला बिसवास हवय कि ए बातमन ओकर ले छुपे नइं ए, काबरकि ए बात ह अंधियार म नइं होय हवय। हे राजा अगरिप्पा! का तेंह अगमजानीमन ऊपर बिसवास करथस? मेंह जानत हंव कि तेंह करथस।” तब राजा अगरिप्पा ह पौलुस ला कहिस, “का तेंह सोचथस कि ए थोरकन समय म मोला मसीही बना लेबे?” पौलुस ह कहिस, “थोरकन समय या बहुंते समय म – मेंह परमेसर ले पराथना करत हंव कि तें ही नइं, पर जम्मो झन जऊन मन मोर बात ला सुनत हवंय, आज ही मोर सहीं बन जावंय। पर मेंह ए नइं चाहंव कि ओमन मोर सहीं कैदी बनंय।” तब राजा अगरिप्पा, राजपाल, बिरनीके अऊ जऊन मन ओमन के संग बईठे रहंय, ओ जम्मो झन ठाढ़ हो गीन। अऊ कमरा ले निकरके एक-दूसर ले गोठियावत ए कहिन, “ए मनखे ह अइसने कुछू नइं करे हवय, जेकर कारन एला मार डारे जावय या एला जेल म रखे जावय।” तब राजा अगरिप्पा ह फेसतुस ला कहिस, “यदि ए मनखे ह रोमी महाराजा करा अपील नइं करे होतिस, त एला छोंड़े जा सकत रिहिस।” जब ए फैसला होईस कि हमन पानी जहाज म इटली देस जाबो, तब ओमन पौलुस अऊ कुछू आने कैदीमन ला यूलियुस नांव के एक सेना के अधिकारी के हांथ म सऊंप दीन, जऊन ह रोमी पलटन के रिहिस। हमन अद्रमुतियुम के एक पानी जहाज म चघेन, जऊन ह एसिया प्रदेस के तीर के बंदरगाहमन म जवइया रहय। हमन जहाज के लंगर ला समुंदर म खोल देन। थिस्‍सलुनीके के एक मकिदूनी मनखे अरिसतर्खुस घलो हमर संग म रिहिस। ओकर आने दिन हमन सैदा म उतरेंन, अऊ यूलियुस ह पौलुस ऊपर दया करके ओला ओकर संगीमन करा जाय बर दीस ताकि ओमन पौलुस के जरूरत के चीजमन के पूरती करंय। तब उहां ले हमन फेर जहाज म चघेन अऊ हवा ह हमर उल्टा दिग म बहे के कारन, हमन साइप्रस दीप के आड़ म होवत गेन। हमन किलिकिया अऊ पंफूलिया टापू के समुंदर तीर म ले होवत लूसिया प्रदेस के मूरा म उतरेंन। सेना के अधिकारी ला उहां सिकन्दरिया के एक पानी जहाज मिलिस, जऊन ह इटली जावत रहय। ओह हमन ला ओही जहाज म चघा दीस। हमन बहुंत दिन तक धीरे-धीरे चलत बड़ मुसकुल म कनिदुस नगर हबरेन। हवा ह हमन ला आघू बढ़न नइं देवत रहय। एकरसेति, हमन सलमोने टापू के आघू म ले होवत क्रेते दीप के आड़ म चलेन। हमन तीरे-तीर चलत बड़ मुसकुल म सुभ लंगरबारी नांव के एक जगह म हबरेन, जऊन ह लसया सहर के लकठा म रहय। बहुंत दिन हो गे रिहिस अऊ समुंदर के यातरा के जोखिम बढ़ गे रहय, अऊ तब तक उपास के दिन घलो बीत गे रिहिस। एकरसेति पौलुस ह ओमन ला ए सलाह दीस, “हे मनखेमन, मेंह देखत हंव कि हमर ए यातरा म बिपत्ती अवइया हवय अऊ न सिरिप जहाज अऊ माल के बहुंत नुकसान होही, पर हमन ला हमर परान के घलो हानि उठाना पड़ही।” पर सेना के अधिकारी ह पौलुस के बात ला माने के बदले, मांझी अऊ जहाज के मालिक के बात ला मानिस। ओ बंदरगाह ह जड़काला काटे बर ठीक नइं रिहिस, एकरसेति बहुंते मनखेमन ए कहिन कि जहाज ला खोलके यदि हो सकय, त फीनिक्स तक पहुंचे के कोसिस करे जावय अऊ उहां जड़काला काटे जावय। फीनिक्स ह क्रेते के एक बंदरगाह रिहिस, जऊन ह दक्खिन-पछिम अऊ उत्तर-पछिम अंग खुलथे। जब हवा ह दक्खिन कोति ले धीरे-धीरे चले के सुरू होईस, त ओमन सोचिन कि ओमन जो चाहथें, ओह पूरा होही। ओमन जहाज ला खोल दीन अऊ क्रेते के तीरे-तीर चले लगिन। पर थोरकन देर म, दीप ले एक बड़े आंधी उठिस जऊन ह उत्तर-पूरबी आंधी कहाथे। आंधी ह जहाज ले टकराईस अऊ जब हवा के उलटा जहाज ला चलाना असंभव हो गीस, त हमन कोसिस करे बर छोंड़ देन, अऊ अइसने हवा म बोहावत चले गेन। कौदा नांव के एक छोटकन टापू के आड़ म जावत-जावत, हमन बड़ मुसकुल म जहाज के डोंगी ला संभालेन। मनखेमन ओला जहाज म रखिन अऊ जहाज ला संभाले बर ओकर चारों कोति दऊंरा (डोर) बांध दीन। सुरतिस के बालू म जहाज के फंस जाय के डर म, ओमन जहाज के लंगर ला खाल्‍हे उतारिन अऊ जहाज ला अइसने हवा म चलन दीन। आंधी ह भयंकर रूप से जहाज म टकराय लगिस, त दूसर दिन ओमन जहाज के माल ला फटिके लगिन। तीसरा दिन ओमन अपन हांथ ले जहाज म लदे वजन नापे के मसीन ला फटिक दीन। जब हमन ला बहुंते दिन तक न सूरज अऊ न तारामन दिखिन अऊ लगातार भारी आंधी चलत रहय, त आखिर म हमन हमर बांचे के जम्मो आसा छोंड़ देन। जब मनखेमन बहुंत दिन तक खाना नइं खाईन, त पौलुस ह ओमन के आघू म ठाढ़ होके कहिस, “हे मनखेमन, यदि तुमन मोर बात ला सुनके जहाज ला क्रेते ले नइं खोले रहितेव, तब हमन ला ए बिपत अऊ हानि नइं उठाय पड़तिस। पर अब मेंह तुमन ले बिनती करत हंव कि हिम्मत करव, काबरकि तुमन के काकरो परान के हानि नइं होवय, सिरिप जहाज ह नास होही। काबरकि जऊन परमेसर के मेंह अंव अऊ जेकर मेंह सेवा करथंव, ओकर एक स्‍वरगदूत ह बिते रतिहा मोर करा आके कहिस, ‘हे पौलुस, झन डर। तोला महाराजा के आघू म ठाढ़ होना जरूरी ए, अऊ परमेसर ह अपन दया ले, ए जम्मो झन के जिनगी ला, जऊन मन तोर संग जावत हवंय, तोला दे हवय।’ एकरसेति, हे मनखेमन हो, हिम्मत करव, काबरकि मोला परमेसर ऊपर बिसवास हवय कि जइसने ओह मोला कहे हवय, वइसनेच होही। पर हमन ला कोनो टापू म पहुंचे बर पड़ही।” चौदह रात हो गे, हमन अद्रिया समुंदर म भटकत फिरत रहेंन, तब आधा रतिहा के करीब मांझीमन ला लगिस कि ओमन भुइयां के लकठा म आ गे हवंय। ओमन पानी के थाह लगाईन, त ओमन एक सौ बीस फुट गहिरा पाईन। थोरकन देर बाद, ओमन फेर गहिरई नापिन, त नब्बे फुट गहिरा पाईन। तब ए डरके कि जहाज ह पथरा ले टकरा जाही, ओमन जहाज के पाछू भाग म चार ठन लंगर डारिन अऊ दिन के अंजोर बर पराथना करे लगिन। मांझीमन पानी जहाज ले भागे चाहत रहंय, एकरसेति ओमन जहाज के आघू म कुछू लंगर डारे के ओढ़र म, डोंगी ला समुंदर म उतार दीन। तब पौलुस ह सेना के अधिकारी अऊ सैनिकमन ला कहिस, “कहूं ए मनखेमन जहाज ला छोंड़ दीन, त तुमन नइं बांचव।” तब सैनिकमन डोंगी ले बंधे डोर ला काटके डोंगी ला गिरा दीन। बिहान होय के पहिली, पौलुस ह ओ जम्मो झन ला खाना खाय बर समझाईस। ओह कहिस, “आज चौदह दिन हो गे, तुमन आस लगाय हवव अऊ अभी तक ले कुछू नइं खाय हवव। मेंह तुमन ले बिनती करत हंव कि कुछू खा लेवव। जीयत रहे बर तुमन ला कुछू खाना जरूरी ए। तुमन के काकरो मुड़ के एको ठन बाल घलो बांका नइं होवय।” ए कहिके पौलुस ह कुछू रोटी लीस अऊ जम्मो के आघू म परमेसर ला धनबाद दीस अऊ टोरके खावन लगिस। ओमन जम्मो झन उत्साहित होईन अऊ कुछू खाना खाईन। हमन जम्मो झन मिलके पानी जहाज म दू सौ छिहत्तर मनखे रहेंन। जब खाना खाके ओमन के मन ह भर गे, त अनाज ला समुंदर म फटिक के जहाज ला हरू करन लगिन। जब बिहनियां होईस, त ओमन ओ देस ला नइं चिन्हिन, पर ओमन ला एक रेतिला समुंदर के खाड़ी दिखिस, तब ओमन उहां जहाज ला टिकोय के फैसला करिन। अऊ ओमन लंगरमन ला खोलके समुंदर म छोंड़ दीन अऊ संग म पतवारमन के डोर ला घलो खोल दीन अऊ हवा के आघू म पाल ला चघाके, ओमन समुंदर के तीर कोति चले लगिन। जहाज ह बालू म फंसके टिक गे। जहाज के आघू के भाग ह बालू म धंस गीस अऊ आघू नइं बढ़िस, जबकि पिछला भाग ह समुंदर के भयंकर लहरा ले टूटके कुटी-कुटी हो गीस। तब सैनिकमन कैदीमन ला मार डारे के बिचार करिन, ताकि ओम ले कोनो पानी म उतरके झन भाग सकय। पर सेना के अधिकारी ह पौलुस ला बंचाय बर चाहत रहय, एकरसेति ओह ओमन ला अइसने करे बर मना करिस। ओह ए हुकूम दीस कि जऊन मन तऊर सकथें, ओमन पहिली जहाज ले कूदके तीर म हबरंय। बांचे मनखेमन लकड़ी के पटिया या जहाज के टूटे चीजमन के सहारा लेके उहां पहुंचंय। ए किसम ले जम्मो झन भांठा म पहुंचके बांच गीन। जब हमन बांचके तीर म आ गेन, तब हमन ला पता चलिस कि ए दीप ह मिलिते कहे जाथे। दीप के रहइया मनखेमन हमर ऊपर अब्‍बड़ दया करिन। पानी गिरत रहय अऊ जाड़ घलो लगत रहय, एकरसेति ओमन आगी बारिन अऊ हमर सुवागत करिन। पौलुस ह लकड़ी के बोझा बटोरिस अऊ जब ओला आगी म डारत रिहिस, त एक ठन जहरिला सांप आगी के आंच पाके निकरिस अऊ पौलुस के हांथ म लपट गीस। जब दीप के रहइया मनखेमन ओकर हांथ म सांप ला लपटे देखिन, त ओमन एक-दूसर ले कहिन, “ए मनखे ह सही म हतियारा ए। हालाकि एह समुंदर ले बांच तो गीस, पर नियाय ह ओला जीयन नइं दीस।” तब पौलुस ह सांप ला आगी म झटकार दीस अऊ ओला कुछू नइं होईस। पर मनखेमन ए आसा करत रहंय कि पौलुस के देहें ह फूल जाही या ओह अचानक गिरके मर जाही। पर बहुंत देर तक देखे के बाद घलो ओला कुछू नइं होईस, त ओमन के मन के बिचार बदल गीस अऊ ओमन कहिन, “एह तो कोनो देवता ए।” लकठा म, ओ दीप के मुखिया के कुछू खेत रहय। मुखिया के नांव पुबलियुस रहय। ओह हमन ला अपन घर ले गीस अऊ तीन दिन तक हमर पहुनई करिस। ओकर ददा ह बेमार रहय। ओला जर आवत रहय अऊ अब्‍बड़ बहिर फिरत रहय। पौलुस ह ओला देखे बर गीस अऊ पराथना करे के बाद ओकर ऊपर अपन हांथ रखिस अऊ ओला चंगा कर दीस। जब अइसने होईस, त दीप के बाकि बेमरहामन घलो आईन अऊ चंगा हो गीन। ओमन हमर बहुंत आदर-मान करिन अऊ जब हमन जाय बर तियार होएन, त यातरा बर हमन ला जऊन कुछू चीज के जरूरत रिहिस, ओ जम्मो चीज ओमन दीन। तीन महिना के बाद हमन सिकन्दरिया के एक पानी जहाज म चघेन, जऊन ला जुड़वां-देवता कहे जावय। ए जहाज ह ओ दीप म जड़काला काटत रिहिस। हमन ह सुरकूसा सहर म हबरेन अऊ उहां तीन दिन तक रूके रहेंन। उहां ले हमन पानी जहाज म रेगियुम सहर पहुंचेन। दूसर दिन दक्खिन दिग ले हवा चले लगिस अऊ ओकर आने दिन हमन पुतियुली सहर म आयेंन। उहां हमन ला कुछू भाईमन मिलिन, जऊन मन हमन ला ओमन के संग एक हप्‍ता रूके बर कहिन। एकर बाद, हमन रोम सहर गेन। जब रोम म भाईमन हमर आय के बारे म सुनिन, त ओमन हमर ले भेंट करे बर अप्पियुस के बजार अऊ तीन-सराय तक आईन। पौलुस ह ओ भाईमन ला देखके परमेसर ला धनबाद दीस अऊ उत्साहित होईस। जब हमन रोम हबरेन, त पौलुस ला एके झन रहे के अनुमती मिल गीस, पर एक झन सैनिक ओकर रखवारी करय। तीन दिन के बाद पौलुस ह यहूदीमन के अगुवामन ला बलाईस अऊ जब ओमन जुरिन, त ओमन ला कहिस, “ए मोर संगी यहूदीमन, मेंह हमर मनखेमन के बिरोध म या हमर पुरखामन के रीति-रिवाज के बिरोध म कुछू नइं करे हवंव। तभो ले मोला यरूसलेम म बंदी बनाके रोमीमन के हांथ म सऊंप दे गे हवय। ओमन मोर ले पुछ-ताछ करिन अऊ मोला छोंड़ दे बर चाहिन, काबरकि ओमन मिरतू दंड के लइक मोर म कोनो दोस नइं पाईन। पर जब यहूदीमन बिरोध करिन, त मेंह बाध्य होके महाराजा करा अपील करेंव, अइसने बात नो हय कि मेंह अपन मनखेमन ऊपर कोनो दोस लगाय चाहत रहेंव। एकरे कारन मेंह तुमन ला बलाय हवंव कि तुमन ले मिलंव अऊ बात-चीत करंव। काबरकि जेकर ऊपर इसरायल के मनखेमन आसा रखथें, ओकर खातिर मेंह ए संकली म जकड़े गे हवंव।” ओमन पौलुस ला कहिन, “हमन ला तोर बारे म यहूदिया ले कोनो चिट्ठी नइं मिले हवय, अऊ न तो हमर संगी यहूदीमन ले कोनो इहां आके तोर बारे म कुछू बताय हवंय, अऊ न ही कुछू खराप बात कहे हवंय। पर तोर का बिचार ए, हमन जाने बर चाहथन, काबरकि हमन जानथन कि जम्मो जगह मनखेमन ए पंथ के बिरोध म गोठियावत हवंय।” तब ओमन पौलुस बर एक दिन ठहराईन अऊ ओ दिन बहुंत मनखेमन पौलुस करा आईन। बिहनियां ले सांझ तक, ओह ओमन ला समझाईस अऊ परमेसर के राज के बारे म संदेस दीस। ओह मूसा के कानून अऊ अगमजानीमन के किताबमन ले यीसू के बारे म बतावत ओमन ला मनाय के कोसिस करिस। कुछू मनखेमन ओकर बात ला मान लीन, पर कुछू मनखेमन बिसवास नइं करिन। ओमन आपस म एक मत नइं होईन अऊ उहां ले जावन लगिन, जब पौलुस ह ए आखिरी बात कह लीस ― “पबितर आतमा ह यसायाह अगमजानी के दुवारा तुम्‍हर पुरखामन ला सच कहे हवय: जा अऊ ए मनखेमन ला कह, ‘तुमन सुनत तो रहिहू, फेर कभू नइं समझहू; तुमन देखत तो रहिहू, फेर कभू नइं बुझहू। काबरकि ए मनखेमन के हिरदय ह कठोर हो गे हवय, ओमन अपन कान ला बंद कर ले हवंय, अऊ अपन आंखी ला मूंद ले हवंय। नइं तो ओमन अपन आंखीमन ले देखतिन, अपन कानमन ले सुनतिन, अपन हिरदय ले समझतिन, अऊ ओमन मोर कोति लहुंटतिन अऊ मेंह ओमन ला चंगा करतेंव।’ ” आखिर म पौलुस ह ए कहिस, “एकरसेति, मेंह चाहथंव कि तुमन जान लेवव कि परमेसर के उद्धार के संदेस आनजातमन करा पठोय गे हवय, अऊ ओमन एला सुनहीं।” (पौलुस के अइसने कहे के बाद, यहूदीमन आपस म बहुंत बिवाद करत उहां ले चल दीन।) पौलुस ह पूरा दू साल तक किराय के घर म रिहिस, अऊ ओह ओ जम्मो झन के सुवागत करय, जऊन मन ओकर ले मिले बर आवंय । ओह निधड़क होके अऊ बिगर रोक-टोक के परमेसर के राज के परचार करय अऊ परभू यीसू मसीह के बारे म सिखोवय। ए चिट्ठी ह मसीह यीसू के सेवक पौलुस के तरफ ले अय, जऊन ह प्रेरित होय बर बलाय गे हवय, अऊ परमेसर के सुघर संदेस के परचार करे बर अलग करे गे हवय। परमेसर ह बहुंत पहिली ले अपन अगमजानीमन के जरिये पबितर बचन म ए सुघर संदेस के वायदा करे रिहिस। ए सुघर संदेस ह ओकर बेटा हमर परभू यीसू मसीह के बारे म अय, जऊन ह मनखे रूप धरके दाऊद के बंस म पैदा होईस, अऊ पबितर आतमा के मुताबिक, ओह सामरथ के संग परमेसर के बेटा ठहरिस, जब परमेसर ह ओला मरे म ले जियाईस। ओकरे जरिये हमन ला अनुग्रह अऊ प्रेरित के पद मिलिस, ताकि ओकर नांव के हित म, हमन जम्मो जाति के मनखेमन ला बलावन कि ओमन बिसवास करंय अऊ ओकर हुकूम ला मानंय। तुम्‍हर घलो गनती ओमन म होथे, जऊन मन यीसू मसीह के होय बर बलाय गे हवंय। ए चिट्ठी ह ओ जम्मो झन ला लिखे जावत हे, जऊन मन रोम सहर म हवंय अऊ परमेसर के मयारू अंय अऊ संत होय बर बलाय गे हवंय। हमर ददा परमेसर अऊ परभू यीसू मसीह कोति ले, तुमन ला अनुग्रह अऊ सांति मिलत रहय। सबले पहिली, मेंह तुमन जम्मो झन बर यीसू मसीह के दुवारा अपन परमेसर के धनबाद करत हंव, काबरकि तुम्‍हर बिसवास के चरचा जम्मो संसार म होवत हवय। परमेसर, जेकर सेवा मेंह अपन जम्मो हिरदय ले, ओकर बेटा के सुघर संदेस के परचार करे के दुवारा करथंव; ओह मोर गवाह हवय कि मेंह अपन पराथना म हमेसा तुमन ला सुरता करथंव अऊ पराथना करथंव कि कोनो किसम ले, परमेसर के ईछा ले, मोला तुम्‍हर करा आय के मऊका मिलय। तुमन ला देखे के, मोर बहुंत ईछा हवय ताकि मेंह तुम्‍हर संग कुछू आतमिक बरदान बांट सकंव कि तुमन बिसवास म मजबूत होवव। मोर कहे के मतलब ए अय कि तुमन अऊ में आपस म एक-दूसर के बिसवास ले उत्साहित होवन। हे भाईमन हो! मेंह तुमन ला बताय चाहथंव कि कतको बार मेंह तुम्‍हर करा आय के सोचेंव ताकि मोला तुम्‍हर बीच म परभावसाली रूप से काम करे के मऊका मिलय, जइसने आने आनजातमन के बीच म मोला मिलिस। पर अभी तक ले, मोला तुम्‍हर करा आय बर रोके गे हवय। मेंह यूनानी अऊ गैर यूनानी के अऊ बुद्धिमान अऊ मुरुख दूनों मनखेमन बर बचनबद्ध हंव। एकरसेति, मेंह तुमन ला घलो जऊन मन रोम म रहत हवव, सुघर संदेस सुनाय बर उत्सुक हवंव। मेंह सुघर संदेस सुनाय बर नइं लजावंव, काबरकि जऊन मन एकर ऊपर बिसवास करथें, ओमन के उद्धार बर एह परमेसर के सामरथ अय: पहिली यहूदीमन बर, तब फेर आनजातमन बर काबरकि सुघर संदेस म, परमेसर के धरमीपन ह बिसवास के दुवारा सुरू ले आखिरी तक परगट होथे, जइसने परमेसर के बचन म लिखे हवय: “धरमी मनखे ह बिसवास के दुवारा जीयत रहिही।” परमेसर के कोरोध ह स्‍वरग ले ओ मनखेमन के जम्मो अभक्ति अऊ बुरई ऊपर परगट होवत हवय, जऊन मन सत ला अपन बुरई के दुवारा दबाय रखथें। परमेसर के बारे म जऊन बात जानना चाही, ओ बात साफ हवय, काबरकि परमेसर ह ओ बात ओमन ऊपर परगट करे हवय। जब ले संसार के सिरिस्टी होईस, तब ले परमेसर के अनदेखे गुन, ओकर सनातन सक्ति अऊ ईसवरीय सुभाव ला साफ-साफ देखे गे हवय अऊ ओकर बनाय चीजमन के दुवारा एला समझे जावत हवय। एकरसेति मनखेमन करा कोनो बहाना नइं ए। हालाकि ओमन परमेसर ला जानत रिहिन, पर ओमन परमेसर के न तो आदर करिन अऊ न ही ओला धनबाद दीन; ओमन के सोच-बिचार ह बेकार हो गीस अऊ ओमन के मुरुख हिरदय ह अंधियार हो गीस। ओमन अपन-आप ला बुद्धिमान जताईन, पर ओमन मुरुख बन गीन, अऊ अजर-अमर परमेसर के महिमा करे के बदले, ओमन नासमान मनखे, चिरई, पसु अऊ रेंगइया जीव-जन्तु मन के मूरती बनाके ओमन के महिमा करिन। एकरसेति परमेसर ह ओमन ला ओमन के हिरदय के पापमय ईछा म छोंड़ दीस ताकि ओमन बेभिचार करके असुध हो जावंय अऊ आपस म अपन देहें के अनादर करंय। ओमन परमेसर के सच्‍चई ला लबारी म बदल दीन, अऊ सिरिस्टी के पूजा अऊ सेवा करिन, न कि ओ सिरजनहार के, जेकर बड़ई सदाकाल ले होवत हवय। आमीन। एकरे कारन परमेसर ह ओमन ला निरलज वासना म छोंड़ दीस। इहां तक कि ओमन के माईलोगनमन सुभाविक संबंध ला छोंड़के असुभाविक वासना करन लगिन। वइसने मरदमन घलो माईलोगनमन संग सुभाविक संबंध ला छोंड़के एक-दूसर के संग काम वासना म जरन लगिन; मरदमन दूसर मरद संग निरलज काम करिन अऊ अपन खराप काम के सजा खुदे भोगिन। जब ओमन परमेसर के गियान म बने रहना उचित नइं समझिन, त परमेसर ह ओमन ला एक नीच मानसिकता म छोंड़ दीस ताकि ओमन अनुचित चाल चलंय। ओमन जम्मो किसम के दुस्‍टता, बुरई, लोभ अऊ नीचता ले भर गे हवंय। ओमन जलन, हतिया, झगरा, छल अऊ दुरभाव ले भरे हवंय। ओमन बकवादी, बदनाम करइया, परमेसर ले घिन करइया, बेजत्ती करइया, घमंडी अऊ डींगमार अंय। ओमन खराप काम करे के उपाय खोजथें। ओमन अपन दाई-ददा के बात नइं मानंय। ओमन मुरुख, बिगर बिसवास के, बिगर मया के अऊ निरदयी अंय। हालाकि ओमन परमेसर के ए फैसला ला जानत हवंय कि जऊन मन अइसने कुकरम करथें, ओमन मिरतू के भागी होहीं, तभो ले ओमन न सिरिप खुदे अइसने काम करथें, पर अइसने काम करइयामन ले ओमन खुस होथें। एकरसेति, हे आने ऊपर दोस लगइया मनखे, तेंह चाहे कोनो होवस, तोर करा कोनो बहाना नइं ए। आने ऊपर दोस लगाय के दुवारा, तेंह अपनआप ला दोसी ठहिराथस, काबरकि तेंह आने ऊपर दोस लगाथस अऊ ओहीच गलती तेंह खुदे करथस। हमन जानथन कि जऊन मन अइसने काम करथें, ओमन के बिरोध म परमेसर के नियाय ह सच्‍चई के आधार म होथे। जब तेंह एक मनखे होके, ओमन के ऊपर दोस लगाथस अऊ ओहीच काम खुदे करथस, त का तेंह परमेसर के नियाय ले बच जाबे? का तेंह परमेसर के दया, सहनसीलता अऊ धीरज ला तुछ समझथस? का तेंह ए नइं जानस कि परमेसर के दया ह तोला पछताप करे बर सिखोथे? पर तेंह ढीठ अऊ कठोर हो गे हवस अऊ एकर कारन ले परमेसर के कोरोध के दिन बर, जब ओकर सही नियाय ह परगट होही, तेंह अपन बिरोध म कोरोध बटोरत हवस। परमेसर ह हर एक मनखे ला ओकर काम के मुताबिक फर दिही। जऊन मन धीरज धरके बने काम करथें अऊ महिमा, आदर अऊ अमरता के खोज म रहिथें, ओमन ला ओह सदाकाल के जिनगी दिही। पर जऊन मन सुवारथी अंय अऊ सच्‍चई ला नइं मानंय, पर बुरई के पाछू चलथें, ओमन ऊपर परमेसर के कोप अऊ कोरोध ह भड़कही। हर एक मनखे जऊन ह खराप काम करथे, ओकर ऊपर दुःख अऊ बिपत्ती आही: पहिली यहूदी तब फेर आनजात ऊपर। पर जऊन ह भलई करथे, ओला महिमा, आदर अऊ सांति मिलही: पहिली यहूदी ला, तब फेर आनजात ला। काबरकि परमेसर ह काकरो पखियपात नइं करय। ओ जम्मो झन जऊन मन मूसा के कानून ला बिगर जाने पाप करिन, ओमन बिगर कानून के नास होहीं, अऊ ओ जम्मो झन जऊन मन मूसा के कानून ला जानके पाप करिन, ओमन के नियाय, कानून के मुताबिक होही । काबरकि परमेसर के आघू म, मूसा के कानून के सुनइयामन धरमी नइं ठहिरंय, पर मूसा के कानून म चल‍इयामन धरमी ठहिराय जाहीं। आनजातमन, जेमन करा मूसा के कानून नइं ए, जब ओमन सुभाव ले मूसा के कानून के मुताबिक चलथें, त ओमन करा कानून नइं होवत घलो, ओमन खुदे अपन बर एक कानून अंय। ओमन मूसा के कानून ला अपन चाल-चलन के दुवारा परगट करथें; ओमन के बिवेक ह घलो गवाही देथे, अऊ ओमन के सोच-बिचार ह कभू ओमन ला दोसी ठहिराथे, त कभू ओमन के बचाव करथे। मोर सुघर संदेस के मुताबिक ए बात ह ओ दिन परगट होही, जब परमेसर ह मनखेमन के गुपत बात के नियाय यीसू मसीह के जरिये करही। यदि तेंह अपन-आप ला यहूदी कहिथस अऊ मूसा के कानून ऊपर भरोसा रखथस अऊ तेंह परमेसर के बारे म घमंड करथस, यदि तेंह परमेसर के ईछा ला जानथस अऊ सही बात के पहिचान रखथस, काबरकि तोला मूसा के कानून के सिकछा मिले हवय; यदि तोला भरोसा हवय कि तेंह अंधरामन बर डहार दिखइया, अंधियार म परे मनखेमन बर अंजोर, मुरुखमन के सिखोइया अऊ लइकामन के गुरू अस, काबरकि तोला मूसा के कानून के पूरा गियान अऊ सत मिले हवय – तब, जब तेंह आने मन ला सिखोथस, त का अपन-आप ला नइं सीखोवस? तेंह उपदेस देथस कि चोरी झन करव, त का तेंह खुदे चोरी करथस? तेंह कहिथस कि छिनारी झन करव अऊ का तेंह खुदे छिनारी करथस? तेंह मूरतीमन ले घिन करथस अऊ का तेंह खुदे मंदिरमन ला लूटथस? तेंह मूसा के कानून के बारे म घमंड करथस अऊ का तेंहीच ह कानून ला टोरके परमेसर के अनादर करथस? जइसने परमेसर के बचन म लिखे हवय: “तुम्‍हर कारन आनजात म परमेसर के निन्दा होवत हवय।” यदि तेंह मूसा के कानून के पालन करथस, त तोर खतना के मतलब हवय, पर यदि तेंह कानून के पालन नइं करस, त तोर खतना ह बिगर खतना के सहीं हो जाथे। ओ मनखे जऊन मन खतना नइं करवाय हवंय, यदि ओमन कानून के मुताबिक चलथें, त का ओमन खतना करवाय मनखे सहीं नइं माने जाहीं? तब जऊन मन सारीरिक रूप ले खतना नइं करवाय हवंय, ओमन तुमन ला दोसी ठहराहीं, काबरकि ओमन कानून ला मानथें, पर तुमन कानून ला नइं मानव, हालाकि तुम्‍हर करा लिखित कानून हवय अऊ तुमन खतना करवाय हवव। ओ मनखे ह सही यहूदी नो हय, जऊन ह सिरिप बाहिरी रूप ले यहूदी अय, अऊ ओ खतना ह सही खतना नो हय जऊन ह सिरिप बाहिरी अऊ सारीरिक अय। पर सही यहूदी ओ मनखे अय, जऊन ह भीतरी रूप ले यहूदी अय अऊ सही खतना ओह अय, जऊन ह हिरदय म पबितर आतमा के दुवारा होथे, सरीर म नइं होवय। अइसने मनखे के बड़ई मनखेमन के दुवारा नइं, पर परमेसर के दुवारा होथे। तब यहूदी होय के का फायदा या खतना करवाय के का महत्‍व हवय? हर किसम ले बहुंत फायदा हवय। सबले पहिली यहूदीमन ला परमेसर के बचन सऊंपे गीस। यदि ओम ले कुछू झन बिसवासघाती निकरिन, त का होईस? का ओमन के बिसवासघाती होय ले परमेसर ह बिसवास के लइक नइं रहय? बिलकुल ही नइं! परमेसर ह सच्‍चा अऊ जम्मो मनखेमन लबरा अंय। जइसने कि परमेसर के बचन म लिखे हवय: “ताकि तेंह अपन बात म सही साबित हो जा, अऊ तोर नियाय म, तोला जीत मिलय।” पर यदि हमर अधरम ह परमेसर के धरमीपन ला जादा साफ-साफ देखाथे, त हमन का कहन? का ए कहन, कि परमेसर ह हमर ऊपर कोरोध करके अनियाय करथे? (मेंह एला मनखे के सोच के मुताबिक कहत हंव।) बिलकुल ही नइं! यदि परमेसर ह अनियायी होतिस, त ओह संसार के नियाय कइसने कर सकही? यदि मोर लबारी के कारन परमेसर के सच्‍चई अऊ महिमा ह बढ़थे, त फेर मेंह काबर एक पापी के सहीं दोसी ठहिराय जावत हंव? “तब आवव, हमन बुरई करन कि भलई होवय” – जइसने कि कुछू मनखेमन हमर ऊपर दोस लगाके कहिथें कि हमन अइसने कहिथन। अइसने मनखेमन ला दोसी ठहिराय जाना उचित अय। त फेर हमन का कहन? का हम यहूदीमन आने मन ले बने हवन? बिलकुल नइं! काबरकि हमन पहिली ए दोस लगा चुके हवन कि यहूदी अऊ आनजात जम्मो मनखे मन पाप के अधीन हवंय। जइसने कि परमेसर के बचन म लिखे हवय: “कोनो धरमी नो हंय, एको झन घलो नइं। कोनो नइं समझंय, कोनो परमेसर के खोज नइं करंय। जम्मो झन भटक गे हवंय अऊ एक संग ओमन बेकार हो गे हवंय। कोनो भलई नइं करंय, एको झन घलो नइं।” “ओमन के टोंटा ह खुले कबर अय, ओमन के जीभ ह छल कपट के बात करथे।” “ओमन के होंठ म करैत सांप के जहर हवय।” “ओमन के मुहूं ह सराप अऊ करूपन ले भरे हवय।” “ओमन के गोड़ ह लहू बोहाय बर तेज भागथे, ओमन के डहार म नास अऊ दुरगती हवय, अऊ ओमन सांति के रसता ला नइं जानंय।” “ओमन के आंखी के आघू म परमेसर के डर नइं अय।” हमन जानत हवन कि मूसा के कानून ह जऊन कुछू कहिथे, ओह ओमन ला कहिथे जऊन मन कानून के अधीन हवंय, ताकि हर एक के मुहूं ह बंद हो जावय अऊ जम्मो संसार ह परमेसर के दंड के अधीन रहय। एकरसेति मूसा के कानून ला माने के दुवारा कोनो परमेसर के नजर म धरमी नइं ठहिरंय, पर कानून के जरिये मनखे ह पाप के पहिचान करथे। पर अब परमेसर ह परगट करे हवय कि मनखेमन ओकर नजर म बिगर कानून के कइसने धरमी हो सकथें; एकर गवाही, मूसा के कानून अऊ अगमजानीमन देथें। परमेसर के ए धरमीपन ओ जम्मो झन ऊपर यीसू मसीह म बिसवास के दुवारा आथे, जऊन मन ओकर ऊपर बिसवास करथें। एम कुछू भेदभाव नइं ए। काबरकि जम्मो झन पाप करे हवंय अऊ ओमन परमेसर के महिमा ले अलग हवंय, अऊ परमेसर ह सेंतमेंत म अपन अनुग्रह ले मनखेमन ला धरमी ठहिराईस अऊ ओमन ला पाप ले मुक्ति दीस, अऊ पाप ले ए मुक्ति ह मसीह यीसू के दुवारा आईस। परमेसर ह यीसू ला एक बलिदान के रूप म दे दीस, जऊन ह अपन लहू बहाय के दुवारा पाप के पछताप करिस अऊ जऊन ह ए बात ला बिसवास करथे, ओकर पाप ह छेमा होथे। ए किसम ले परमेसर ह अपन धरमीपन ला देखाईस, काबरकि अपन धीरज धरे के कारन, परमेसर ह ओ पापमन के दंड नइं दीस, जऊन ला पहिली जुग म करे गे रिहिस। परमेसर ह ए काम ला एकरसेति करिस, ताकि ए समय म, ए साबित हो जावय कि ओह धरमी अय अऊ ओह ओ मनखे ला सही ठहिराथे, जऊन ह यीसू ऊपर बिसवास करथे। तब हमर घमंड करई कहां रिहिस? एकर बर तो जगह नइं ए। कोन नियम के आधार म? का कानून ला माने के आधार म? नइं, पर बिसवास के आधार म। काबरकि हमन ए मानथन कि मनखे ह कानून ला माने के दुवारा नइं, पर मसीह यीसू म बिसवास करे के दुवारा सही ठहिरथे। का परमेसर ह सिरिप यहूदीमन के परमेसर अय? का ओह आनजातमन के घलो परमेसर नो हय? हव, ओह आनजातमन के घलो परमेसर अय। जब सिरिप एक परमेसर हवय, जऊन ह खतना करइयामन (यहूदीमन) ला बिसवास के दुवारा अऊ बिगर खतना करइयामन (आनजातमन) ला घलो ओहीच बिसवास के दुवारा सही ठहिराही, त का हमन ए बिसवास के दुवारा कानून ला बेकार कर देवन? बिलकुल नइं! पर, हमन कानून ला बनाय रखथन। तब हमन का कहन – हमर पुरखा अब्राहम के ए बिसय म का अनुभव रिहिस? यदि अब्राहम ह अपन काम के दुवारा सही ठहराय जातिस, त ओकर करा घमंड करे के कुछू बात होतिस, पर परमेसर के आघू म ओह घमंड नइं कर सकय। परमेसर के बचन ह का कहिथे? “अब्राहम ह परमेसर के ऊपर बिसवास करिस अऊ ए बात ह ओकर बर धरमीपन गने गीस।” जब कोनो मनखे ह बुता करथे, त ओला बनी देना, दान नइं समझे जावय, पर एला ओकर हक समझे जाथे। पर जऊन मनखे ह काम नइं करय, पर परमेसर के ऊपर बिसवास करथे जऊन ह अधरमी ला सही ठहिराथे, ओ मनखे बर ओकर बिसवास ह धरमीपन के रूप म गने जाथे। जऊन मनखे ला परमेसर ह बिगर करम के धरमी ठहिराथे, ओला दाऊद राजा घलो धइन कहिथे: “धइन अंय ओमन, जऊन मन के अपराध छेमा करे जाथे, अऊ जऊन मन के पाप तोपे जाथे। धइन अय ओ मनखे, जेकर पाप के हिसाब परभू ह नइं करय।” ए धइन कहई – का सिरिप खतना करइयामन बर अय, या फेर बिगर खतना करइयामन बर घलो? हमन कहिथन कि अब्राहम के बिसवास ह ओकर बर धरमीपन गने गीस। तब ओह कोन दसा म धरमी गने गीस? ओकर खतना के बाद या फेर ओकर खतना के पहिली? खतना के बाद नइं, पर खतना के पहिली ओह धरमी गने गीस। अब्राहम के खतना ह ओकर धरमीपन के एक चिन्‍हां या मुहर के रूप म रिहिस, पर ओह अपन बिसवास के कारन धरमी ठहिराय गीस, जब ओह बिगर खतना के दसा म रिहिस। एकरसेति, ओह ओ जम्मो झन के ददा ए, जऊन मन बिगर खतना करवाय बिसवास करथें, अऊ ए किसम ले ओमन घलो धरमी ठहिरथें। अऊ ओह ओ खतना करइयामन के घलो ददा ए, जऊन मन न सिरिप खतना कराय हवंय, पर ओ बिसवास के रसता म चलथें, जऊन म हमर ददा अब्राहम ह अपन खतना के पहिली चलिस। जब परमेसर ह अब्राहम अऊ ओकर बंस ले परतिगियां करिस कि ओमन संसार के वारिस होहीं, त एह मूसा के कानून के दुवारा नइं मिलिस, पर एह अब्राहम के बिसवास के धरमीपन के दुवारा मिलिस। जऊन मन कानून के पालन करथें, यदि ओमन वारिस अंय, त फेर बिसवास ह बिन मतलब के अय अऊ परतिगियां ह बेकार अय। काबरकि कानून ह परमेसर के कोरोध ला पैदा करथे। अऊ जिहां कानून नइं ए, उहां कानून ला माने के सवाल ही नइं ए। एकरसेति, परतिगियां ह बिसवास ऊपर अधारित हवय, ताकि एह अनुग्रह के दुवारा होवय अऊ अब्राहम के जम्मो संतानमन एला जरूर पावंय, अऊ न सिरिप ओमन जऊन मन कानून के पालन करथें, पर ओमन घलो पावंय जऊन मन अब्राहम के सहीं बिसवास करथें। ओह हमन जम्मो झन के ददा अय। जइसने कि परमेसर के बचन म लिखे हवय: “मेंह तोला बहुंत जाति के मनखेमन के ददा ठहिराय हवंव।” अब्राहम ह परमेसर के नजर म हमर ददा अय; ओ परमेसर जेकर ऊपर अब्राहम ह बिसवास करिस, ओ परमेसर जऊन ह मुरदामन ला जियाथे अऊ ओ चीजमन ला बनाथे, जेमन के असतित्व नइं ए। अब्राहम ह निरासा म घलो आसा रखके बिसवास करिस अऊ एकरसेति, ओह बहुंत जाति के मनखेमन के ददा बन गीस, जइसने कि परमेसर के बचन म ओकर बारे म ए कहे गे हवय, “तोर संतानमन अइसने (अनगिनत) होहीं।” अब्राहम ह करीब एक सौ साल के रिहिस, तभो ले ओह अपन मरे सहीं सरीर अऊ सारा के बांझपन ला जानके घलो अपन बिसवास म कमजोर नइं होईस। ओह अपन बिसवास म नइं डगमगाईस अऊ परमेसर के परतिगियां के बारे म ओह संदेह नइं करिस। पर ओह अपन बिसवास म मजबूत होईस अऊ परमेसर के महिमा करिस। अऊ ओह पूरा-पूरी जानत रिहिस कि जऊन बात के परतिगियां परमेसर ह करे हवय, ओला पूरा करे के ओह सामरथ रखथे। ए बिसवास के सेति परमेसर ह अब्राहम ला धरमी मानिस। “ओह धरमी माने गीस”, ए बचन ह सिरिप ओकरे बर ही नइं लिखे गीस, पर हमर बर घलो। परमेसर ह हमन ला घलो धरमी गनही, जऊन मन ओकर ऊपर बिसवास करथन, जऊन ह हमर परभू यीसू ला मरे म ले जियाईस। यीसू ह हमर पाप के खातिर मार डारे गीस अऊ हमन ला धरमी ठहिराय बर ओला मरे म ले जीयाय गीस। एकरसेति, जब हमन बिसवास के दुवारा सही ठहिराय गे हवन, त हमर अपन परभू यीसू मसीह के जरिये परमेसर के संग सांति हवय। मसीह के जरिये बिसवास के दुवारा हमन ए अनुग्रह ला पाय हवन, जऊन म हमन अब रहिथन। अऊ हमन ह ए आसा म आनंद मनाथन कि हमन परमेसर के महिमा के भागी होबो। सिरिप एही भर नइं, पर हमन दुःख-पीरा म घलो आनंद मनाथन, काबरकि हमन जानथन कि दुःख-पीरा ले सहनसीलता, सहनसीलता ले बने चाल-चलन अऊ बने चाल-चलन ले आसा पैदा होथे। अऊ आसा ह हमन ला निरास नइं करय, काबरकि परमेसर ह हमन ला पबितर आतमा दे हवय, अऊ ए पबितर आतमा के जरिये ओह अपन मया ला हमर हिरदय म डारे हवय। जब हमन निरबल ही रहेंन, तभे सही समय म मसीह ह भक्तिहीन मनखेमन बर मरिस। एह मुसकुल अय कि एक धरमी मनखे बर कोनो मरय, सायद ए हो सकथे कि एक बने मनखे बर कोनो मरे के हिम्मत करय। पर परमेसर ह हमर बर अपन मया ला ए किसम ले देखाथे: जब हमन पापी ही रहेंन, तभे मसीह ह हमर बर मरिस। जब हमन मसीह के लहू के कारन सही ठहिराय गे हवन, त फेर ओकर दुवारा हमन परमेसर के कोरोध ले काबर नइं बांचबो? काबरकि जब हमन परमेसर के बईरी रहेंन, त ओकर बेटा के मिरतू के दुवारा ओकर संग हमर मेल-मिलाप होईस, त फेर मेल-मिलाप होय के बाद, मसीह के जिनगी के दुवारा हमन उद्धार काबर नइं पाबो? सिरिप एहीच नइं, पर हमन परमेसर म घलो, हमर परभू यीसू मसीह के जरिये आनंद मनाथन, जेकर दुवारा अब परमेसर के संग हमर मेल-मिलाप होय हवय। जइसने कि एक मनखे के दुवारा पाप ह संसार म आईस, अऊ पाप के दुवारा मिरतू आईस, अऊ ए किसम ले मिरतू ह जम्मो मनखे ऊपर आईस, काबरकि जम्मो झन पाप करिन। मूसा के कानून ला देय जाय के पहिली, पाप ह संसार म रिहिस; पर जिहां कानून नइं ए, उहां पाप नइं गने जावय। तभो ले आदम ले लेके मूसा तक मिरतू ह जम्मो मनखे ऊपर आईस, इहां तक कि ओमन ऊपर घलो मिरतू आईस, जऊन मन आदम सहीं हुकूम ला टोरे के पाप नइं करे रिहिन। आदम ह ओ मनखे के एक नमूना रिहिस, जऊन ह अवइया रहय । पर परमेसर के बरदान ह पाप के सहीं नो हय। काबरकि यदि एक मनखे के पाप के कारन बहुंते झन मरिन, त परमेसर के अनुग्रह अऊ बरदान ह बहुंते मनखेमन ऊपर बहुंतायत ले आईस। अऊ ए बरदान ह एक मनखे याने कि यीसू मसीह के अनुग्रह के दुवारा आईस। परमेसर के बरदान अऊ एक मनखे के पाप के परतिफल एक सहीं नो हय। एक पाप के पाछू परमेसर के फैसला आईस अऊ एह दंड लानिस, पर बहुंत पाप होय के पाछू, बरदान आईस अऊ एह नियाय लानिस। काबरकि यदि एक मनखे के पाप के कारन मिरतू ह ओ एक मनखे के दुवारा राज करिस, त जऊन मन परमेसर के अधिकाधिक अनुग्रह अऊ धरमीपन के बरदान ला बहुंतायत म पाईन, ओमन एक मनखे याने कि यीसू मसीह के जरिये जिनगी म जरूर राज करहीं। एकरसेति, जइसने एक पाप ह जम्मो मनखेमन बर दंड के कारन बनिस, वइसनेच धरमीपन के एक काम ह घलो नियाय दीस अऊ ओह जम्मो मनखेमन बर जिनगी लानिस। जइसने एक मनखे के हुकूम नइं माने के कारन बहुंते मनखेमन पापी ठहरिन, वइसनेच एक मनखे के हुकूम माने के कारन बहुंते मनखेमन धरमी ठहरहीं। मूसा के कानून ह दिये गीस, ताकि पाप ह बढ़य। पर जिहां पाप अधिक होईस, उहां अनुग्रह ओकर ले अऊ जादा होईस, ताकि जइसने पाप ह मिरतू के दुवारा राज करिस, वइसने परमेसर के अनुग्रह ह घलो धरमीपन के दुवारा राज करय, कि यीसू मसीह हमर परभू के दुवारा हमन ला सदाकाल के जिनगी मिलय। तब हमन का कहन? का हमन पाप करतेच रहन ताकि अनुग्रह अऊ होवय? बिलकुल नइं। हमन पाप खातिर मर गे हवन; त फेर हमन एम अऊ कइसने जिनगी बिता सकथन? का तुमन नइं जानव कि हमन जम्मो झन जऊन मन मसीह यीसू के बतिसमा ले हवन, त हमन ओकर मिरतू के बतिसमा ले हवन? एकरसेति, हमन मिरतू के बतिसमा के दुवारा मसीह के संग गड़ियाय गेन ताकि जइसने मसीह ह ददा के महिमा के दुवारा मरे म ले जी उठिस, वइसने हमन घलो एक नवां जिनगी जीयन। यदि हमन यीसू के मिरतू म ओकर संग एक हो गे हवन, त निस्चित रूप ले, ओकर जी उठे म घलो हमन एक हो जाबो। हमन जानथन कि हमर पुराना सुभाव मसीह के संग कुरुस म चघाय गे हवय, ताकि पाप के देहें ह नास हो जावय, अऊ हमन फेर पाप के गुलाम झन होवन। काबरकि जऊन ह मर गीस, ओह पाप के सक्ति ले छूट गीस। यदि हमन मसीह के संग मर गेन, त हमन ला बिसवास हवय कि हमन ओकर संग जीबो घलो। काबरकि हमन जानथन कि जब मसीह ह मरे म ले जी उठिस, त ओह अऊ कभू नइं मरय। ओकर ऊपर मिरतू के अऊ कोनो अधिकार नइं ए। जऊन मिरतू ओह मरिस, त ओह पाप बर एकेच बार जम्मो झन खातिर मर गीस। पर जऊन जिनगी ओह जीयथे, ओह परमेसर बर जीयथे। ओही किसम ले, तुमन घलो अपन-आप ला पाप बर मरे समझव, पर मसीह यीसू म परमेसर बर जीयत समझव। एकरसेति, पाप ला अपन नासमान देहें ऊपर अधिकार झन करन देवव अऊ तुमन एकर खराप ईछा ला झन मानव। अपन देहें के अंगमन ला अधरमी काम करे बर पाप ला झन सऊंपव, पर अपन-आप ला मरे म ले जीयत जानके परमेसर ला सऊंप देवव अऊ अपन देहें के अंगमन ला धरमी काम करे बर ओला देय दव। तब पाप के परभूता तुम्‍हर ऊपर नइं होवय, काबरकि तुमन मूसा के कानून के अधीन नइं, पर परमेसर के अनुग्रह के अधीन हवव। त का होईस? का हमन पाप करन काबरकि हमन मूसा के कानून के अधीन नइं पर अनुग्रह के अधीन म हवन? बिलकुल नइं! का तुमन नइं जानव कि जब तुमन अपन-आप ला गुलाम के रूप म, जेकर हुकूम माने बर सऊंप देथव, त तुमन ओकर गुलाम अव, जेकर हुकूम तुमन मानथव – चाहे पाप के गुलाम, जेकर अंत मिरतू अय, या फेर परमेसर के हुकूम माने के गुलाम, जेकर अंत धरमीपन अय। पर परमेसर के धनबाद होवय कि हालाकि एक समय तुमन पाप के गुलाम रहेव, पर अब तुमन जम्मो हिरदय ले परमेसर के उपदेस के मनइया हो गे हवव, जेकर बर तुमन ला सऊंपे गे हवय। तुमन ला पाप के गुलामी ले छोंड़ाय गे हवय अऊ तुमन धरमीपन के गुलाम हो गे हवव। तुम्‍हर सुभाविक कमजोरी के कारन मेंह मनखे के रीति म गोठियावत हंव। एक समय तुमन अपन देहें के अंगमन ला असुधता अऊ बढ़त कुकरम के गुलाम बना दे रहेव; पर अब अपन सरीर के अंगमन ला पबितरता बर धरमीपन के गुलाम बनावव। जब तुमन पाप के गुलाम रहेव, त तुमन धरमीपन के अधीन नइं रहेव। जऊन बातमन ले तुमन अब लजाथव, ओ बातमन ले तुमन ला पहिली का फायदा होईस? ओ बातमन के नतीजा तो मिरतू अय। पर अब तुमन पाप ले छोंड़ाय गे हवव अऊ परमेसर के गुलाम बन गे हवव। एकर ले जऊन फायदा तुमन ला मिलथे, ओह पबितरता अय, अऊ एकर नतीजा परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी अय। काबरकि पाप के मजदूरी त मिरतू अय, पर परमेसर के बरदान हमर परभू मसीह यीसू म सदाकाल के जिनगी अय। हे भाईमन! का तुमन नइं जानव, मेंह ओमन ला कहत हंव, जऊन मन मूसा के कानून ला जानथें – कि जब तक मनखे ह जीयत रहिथे, तब तक ओकर ऊपर कानून के अधिकार रहिथे? उदाहरन के रूप म – एक बिहाता माईलोगन कानून के दुवारा अपन घरवाला ले बंधे रहिथे जब तक कि ओकर घरवाला जीयत रहिथे, पर यदि ओकर घरवाला ह मर जावय, त ओ माईलोगन ह बिहाव के कानून ले छूट जाथे। यदि ओ माईलोगन ह अपन घरवाला के जीयत-जीयत, कोनो आने मनखे ले बिहाव कर लेथे, त ओला छिनार कहे जाही। पर यदि ओकर घरवाला ह मर जावय, त ओ माईलोगन ह कानून के बंधना ले छूट जाथे। तब यदि ओह कोनो आने मनखे ले बिहाव घलो कर लेथे, तभो ले ओला छिनार नइं कहे जावय। अइसनेच, हे भाईमन हो! तुमन घलो मसीह के देहें के जरिये कानून बर मर गे हवव, ताकि ओ आने के हो जावव, जऊन ह मरे म ले जी उठिस कि हमन परमेसर बर फर लानन। जब हमन हमर पापमय देहें के अधीन रहेंन, त पापमय लालसा कानून के दुवारा पैदा होवय अऊ हमर देहें म काम करय, जेकर परतिफल मिरतू रिहिस। पर अब हमन कानून ले छूट गे हवन, अऊ जेकर बंधना म हमन रहेंन, ओकर बर मर गे हवन, ताकि लिखित कानून के पुराना रीति म नइं, पर पबितर आतमा के नवां रीति के मुताबिक सेवा करन। तब हमन का कहन? का मूसा के कानून ह पाप अय? बिलकुल नइं! वास्तव म, कानून के बिगर, मेंह पाप ला नइं जाने रहितेंव। काबरकि यदि कानून ह नइं कहितिस कि “लालच झन कर”, त लालच का ए, मेंह नइं जानतेंव। पर पाप ह हुकूम के दुवारा दिये गय मऊका ला लीस अऊ मोर भीतर म जम्मो किसम के लालच ला पैदा करिस, काबरकि बिगर कानून के पाप ह मुरदा अय। एक समय, मेंह बिगर कानून के जीयत रहेंव, पर जब हुकूम ह आईस, त पाप ह जीवित हो गीस अऊ मेंह मर गेंव। अऊ ओही हुकूम जऊन ला जिनगी बर लाने गे रिहिस, मोर बर मिरतू के कारन बनिस। काबरकि पाप ह हुकूम के दुवारा दिये गय मऊका ला पाके, मोला धोखा दीस, अऊ हुकूम के जरिये मोला मार डारिस। एकरसेति, कानून ह पबितर अय, अऊ हुकूम ह घलो पबितर, धरमी अऊ बने अय। त कानून जऊन ह कि बने अय, का ओह मोर बर मिरतू के कारन होईस? बिलकुल नइं। एह एकरसेति होईस ताकि पाप ह पाप के रूप म पहिचाने जावय। पाप ह ओकर जरिये मोर बर मिरतू लानिस, जऊन ह बने अय, ताकि हुकूम के दुवारा पाप ह बहुंते पापमय ठहिरय। हमन जानथन कि मूसा के कानून ह आतमिक अय; पर मेंह संसारिक मनखे अंव अऊ गुलाम के रूप म पाप के हांथ म बेंचे गे हवंव। जऊन काम मेंह करथंव, मेंह ओला नइं समझंव। काबरकि जऊन बुता ला, मेंह करे बर चाहथंव, ओला नइं करंव, पर जऊन चीज ले मोला घिन आथे, ओहीच ला करथंव। अऊ यदि मेंह ओ बुता ला करथंव, जऊन ला मेंह नइं चाहंव, त मेंह ए बात ला मान लेथंव कि मूसा के कानून ह सही अय। त अइसने दसा म, ओ चीज ला करइया, सही म मेंह नो हंव, पर जऊन पाप मोर म बसे हवय, ओह अय। मेंह जानथंव कि मोर म याने कि मोर पापी सरीर म एको ठन बने चीज नइं ए। काबरकि जऊन ह सही अय, ओला करे के ईछा तो मोर म हवय, पर ओला मेंह नइं करंव। काबरकि जऊन भलई करे के मेंह ईछा करथंव, ओला नइं करंव, पर जऊन बुरई के ईछा मेंह नइं करंव, ओहीच ला करते रहिथंव। एकरसेति यदि मेंह ओ बुता ला करथंव, जऊन ला मेंह नइं चाहंव, त ओकर करइया मेंह नो हंव, पर ओकर करइया ओ पाप ए, जऊन ह मोर म बसे हवय। तब मेंह ए कानून ला काम करत पाथंव: जब मेंह भलई करे चाहथंव, तभेच बुरई ह मोर करा आथे। मेंह अपन अंतस म परमेसर के कानून ले खुस रहिथंव, पर मेंह अपन देहें म एक आने कानून ला काम करत देखथंव, जऊन ह मोर बुद्धि के कानून ले लड़थे अऊ एह मोला पाप के कानून के गुलाम बनाथे, जऊन ह मोर देहें के अंग म बसे हवय। मोर कइसने दयनीय दसा हवय! मोला कोन ह मिरतू के ए देहें ले छोंड़ाही? परमेसर के धनबाद होवय, जऊन ह हमर परभू यीसू मसीह के जरिये छोंड़ाथे। एकरसेति तब, मेंह खुद अपन मन म परमेसर के कानून ला मानथंव, पर अपन पापमय सुभाव म पाप के कानून ला मानथंव। एकरसेति, अब जऊन मन मसीह यीसू के अंय, ओमन बर दंड के हुकूम नइं होवय। काबरकि, जिनगी देवइया पबितर आतमा के कानून ह मसीह यीसू के दुवारा मोला, पाप अऊ मिरतू के कानून ले सुतंतर कर दे हवय। काबरकि जऊन बुता ला मूसा के कानून ह हमर पापी सुभाव के कारन कमजोर होके नइं कर सकिस; ओ बुता ला परमेसर ह अपन खुद के बेटा ला पठोके करिस, जऊन ह पापी मनखे के रूप म संसार म आईस अऊ अपन-आप ला हमर खातिर पाप बलि के रूप म चघाईस। अऊ ए किसम ले परमेसर ह पापी मनखे म पाप ला सजा दीस, ताकि मूसा के कानून के धरमीपन के मांग ह हमन म पूरा होवय, जऊन मन पापी सुभाव के मुताबिक नइं, पर पबितर आतमा के मुताबिक जिनगी बिताथन। जऊन मन सारीरिक ईछा के मुताबिक जिनगी बिताथें, ओमन ह सरीर के बात म अपन चित लगाथें, पर जऊन मन पबितर आतमा के मुताबिक चलथें, ओमन पबितर आतमा के बात म चित लगाथें। सरीर के ऊपर चित लगई ह मिरतू अय, पर पबितर आतमा के ऊपर चित लगई ह हमन ला जिनगी अऊ सांति देथे, काबरकि जऊन ह सरीर के बात म चित लगाथे, ओह परमेसर ले बईरता रखथे। ओह परमेसर के कानून ला नइं मानय; वास्तव म ओह अइसने कर ही नइं सकय। जऊन मन अपन सरीर के बात ला मानथें, ओमन परमेसर ला खुस नइं कर सकंय। पर यदि परमेसर के आतमा ह तुमन म बसथे, त तुमन पबितर आतमा के चलाय चलथव, अपन सरीर के चलाय नइं। अऊ यदि काकरो करा मसीह के आतमा नइं ए, त ओह मसीह के नो हय। पर यदि मसीह तुम्‍हर जिनगी म हवय, त तुम्‍हर सरीर ह पाप के कारन मर गे हवय, पर तुम्‍हर आतमा ह धरमीपन के कारन जीयत हवय। परमेसर जऊन ह यीसू ला मरे म ले जियाईस, यदि ओकर आतमा तुमन म रहिथे, त ओ जऊन ह मसीह ला मरे म ले जियाईस, ओह तुम्‍हर नासमान सरीर ला घलो अपन आतमा के दुवारा जिनगी दिही अऊ ए आतमा ह तुमन म बसे हवय। एकरसेति, हे भाईमन हो! हमर बर ए जरूरी अय कि हमन अपन सरीर के सुभाव के मुताबिक जिनगी झन बितावन। काबरकि यदि तुमन सरीर के सुभाव के मुताबिक जिनगी बिताथव, त मरहू, पर यदि पबितर आतमा के दुवारा तुमन सरीर के काममन ला मारथव, त तुमन जीयत रहिहू। जऊन मन परमेसर के आतमा के अगुवई म चलथें, ओमन परमेसर के संतान अंय। काबरकि तुमन ला गुलामी के आतमा नइं मिले हवय कि तुमन फेर डर म पड़व; पर तुमन ला पबितर आतमा मिले हवय, जऊन ह तुमन ला परमेसर के संतान बनाथे। अऊ ओकरे दुवारा हमन परमेसर ला ए कहिके पुकारथन, “हे अब्बा, हे ददा!” पबितर आतमा ह खुद हमर आतमा के संग गवाही देथे कि हमन परमेसर के संतान अन। अऊ यदि हमन परमेसर के संतान अन, त हमन परमेसर के वारिस अऊ मसीह के संगी वारिस अन; यदि हमन ओकर दुःख म भागी होथन, त ओकर महिमा म घलो भागी होबो। मेंह ए समझथंव कि जऊन महिमा हमर ऊपर परगट होही, ओकर तुलना म, हमर अभी के दुःख ह कुछू नो हय। ए सिरिस्टी ह बड़े आसा भरे नजर ले परमेसर के बेटामन (संतानमन) के परगट होय के बाट जोहथे। काबरकि ए सिरिस्टी ला बेकार कर दिये गीस, अऊ एह एकर खुद के ईछा ले नइं, पर परमेसर के ईछा ले ए आसा म करे गीस, कि सिरिस्टी ह खुद बिनास के अपन गुलामी ले छुटकारा पावय अऊ परमेसर के लइकामन के महिमा के सुतंतरता के भागीदार होवय। हमन जानथन कि जम्मो सिरिस्टी ह अभी तक ले छुवारी होय के पीरा सहीं कल्हरत हवय। अऊ सिरिप सिरिस्टी ही नइं, पर हमन करा पबितर आतमा के पहिली फर हवय अऊ हमन खुदे भीतरे-भीतर कल्हरत हवन, अऊ ए बात के बाट जोहथन कि परमेसर ह हमन ला अपन बेटा के रूप म गोद लिही, याने कि हमन ला हमर सरीर ले छुटकारा दिही। काबरकि ए आसा म हमर उद्धार होय हवय, पर जऊन चीज के हमन आसा करथन, यदि ओह हमन ला दिख जावय, त ओ आसा के अंत हो जाथे। कोनो मनखे कोनो अइसने चीज के आसा नइं करय, जऊन ह पहिली ले ओकर करा हवय। पर यदि हमन ओ चीज के आसा करथन, जऊन ह हमर करा नइं ए, त हमन धीर धरके ओकर बर बाट जोहथन। ओही किसम ले, पबितर आतमा ह हमर दुरबलता म हमर मदद करथे। हमन नइं जानन कि हमन ला कइसने पराथना करना चाही, पर पबितर आतमा ह खुद अइसने कल्‍हर-कल्‍हर के बिनती करथे, जेकर बयान नइं करे जा सकय। अऊ जऊन ह (परमेसर) मनखेमन के हिरदय ला जांचथे, ओह जानथे कि पबितर आतमा के का मनसा हवय, काबरकि पबितर आतमा ह परमेसर के मनसा के मुताबिक पबितर मनखेमन बर बिनती करथे। हमन जानथन कि जऊन मन परमेसर ले मया करथें अऊ ओकर ईछा के मुताबिक बलाय गे हवंय, ओमन बर परमेसर ह जम्मो बात म भलई पैदा करथे। काबरकि जऊन मन ला परमेसर ह पहिली ले जानत हवय, ओमन ला ओह चुने घलो हवय कि ओमन ओकर बेटा के सरूप म होवंय अऊ ओकर बेटा ह बहुंते भाईमन म पहिलांत ठहिरय। अऊ जऊन मन ला ओह चुन लीस, ओमन ला ओह बलाईस घलो; अऊ जऊन मन ला ओह बलाईस, ओमन ला धरमी घलो ठहराईस; अऊ जऊन मन ला ओह धरमी ठहराईस, ओमन के महिमा घलो करिस। तब एकर बारे म हमन का कहन? यदि परमेसर ह हमर संग हवय, त हमर बिरोधी कोन हो सकथे? जऊन ह अपन खुद के बेटा ला घलो नइं रख छोंड़िस, पर हमन जम्मो के खातिर ओला दे दीस; त ओह हमन ला अपन बेटा संग अऊ जम्मो चीज काबर नइं दिही? ओमन ऊपर कोन दोस लगाही, जऊन मन ला परमेसर ह चुने हवय? एह परमेसर अय, जऊन ह ओमन ला धरमी ठहिराथे। ओह कोन ए, जऊन ह सजा देथे? एह मसीह यीसू अय, जऊन ह मर गीस अऊ मरे म ले जी उठिस अऊ ओह परमेसर के जेवनी हांथ कोति हवय, अऊ हमर बर बिनती घलो करत हवय। तब कोन ह हमन ला मसीह के मया ले अलग कर सकथे? का संकट या बिपत्ती या सतावा या अकाल या गरीबी या जोखिम या तलवार के भय? जइसने कि परमेसर के बचन म लिखे हवय: “तोर बर, हमन दिन भर मिरतू के जोखिम म रहिथन, हमन ओ भेड़ सहीं समझे जाथन, जऊन मन के बध होवइया हवय।” ए जम्मो चीज म, हमन मसीह यीसू के जरिये बिजयी होथन, जऊन ह हमर ले मया करिस। काबरकि मोला पूरा भरोसा हवय कि न तो मिरतू न जिनगी, न स्वरगदूतमन, न परेत आतमामन, न तो बर्तमान न भविस्य, न कोनो सक्ति, न तो ऊंचई न गहिरई अऊ न जम्मो सिरिस्टी म कोनो आने चीज हमन ला परमेसर के मया ले अलग कर सकथे, जऊन ह हमर परभू मसीह यीसू म हवय। मेंह मसीह म होके सच कहत हंव; मेंह लबारी नइं मारत हंव। मोर बिवेक घलो पबितर आतमा म होके गवाही देवत हवय – कि मोला बहुंते दुःख हवय अऊ मोर हिरदय ह हमेसा दुःख ले भरे हवय। मेंह चाहत रहेंव कि मोर भाईमन बर जऊन मन मोर खुद के बंस के अंय, ओमन के हित म मेंह खुदे सरापित हो जातेंव अऊ मसीह ले अलग हो जातेंव। ओमन इसरायली मनखे अंय। परमेसर ह ओमन ला गोद लेके बेटा बनाईस; ओमन के ऊपर महिमा परगट करिस; ओमन के संग करार करिस; ओमन ला मूसा के कानून दीस। ओमन ला बताईस कि मंदिर म ओकर अराधना कइसने करे जावय अऊ ओह ओमन ले परतिगियां करिस। कुल के मुखियामन एमन के पुरखा रिहिन अऊ मसीह ह मनखे के रूप म एमन के बंस ले आईस, जऊन ह जम्मो के ऊपर परमेसर अय, ओकर परसंसा सदा होवय! आमीन। अइसने नो हय कि परमेसर के बचन ह सच नइं होईस। काबरकि ओ जम्मो, जऊन मन इसरायल के बंस म जनम ले हवंय, जम्मो के जम्मो इसरायली नो हंय, अऊ ओ जम्मो अब्राहम के संतान नो हंय, जऊन मन ओकर बंस म जनम लीन, काबरकि परमेसर के बचन ह कहिथे, “इसहाक के जरिये तोर बंस चलही।” एकर मतलब ए अय कि मनखे के ईछा के मुताबिक जनमे लइकामन परमेसर के संतान नो हंय, पर परमेसर के परतिगियां के मुताबिक जनमे लइकामन सही बंसज समझे जाथें। काबरकि परमेसर के बचन म ए किसम ले परतिगियां के बचन कहे गे हवय, “सही समय म, मेंह फेर आहूं, अऊ सारा ह एक बेटा ला जनम दिही।” अऊ सिरिप अतका ही नइं, पर रिबिका के दूनों लइकामन के एके ददा रिहिस, याने कि हमर पुरखा इसहाक। पर जब ओ जुड़वां लइकामन जनमे घलो नइं रिहिन अऊ कुछू भला-बुरा घलो नइं करे रिहिन, तभे रिबिका ला ए कहे गीस, “बड़े ह छोटे के सेवा करही।” एह एकरसेति होईस ताकि परमेसर के चुनाव के उदेस्य ह बने रहय, अऊ एह ओमन के कुछू करम के कारन नइं, पर परमेसर के बुलाहट के कारन होईस। जइसने कि परमेसर के बचन म लिखे हवय, “याकूब ले मेंह मया करेंव पर एसाव ला अप्रिय जानेंव।” तब हमन का कहन? का परमेसर ह अनियाय करथे? बिलकुल नइं! काबरकि ओह मूसा ले कहिस, “जेकर ऊपर मेंह दया करे चाहंव, ओकर ऊपर दया करहूं, अऊ जेकर ऊपर मेंह तरस खाय चाहंव, ओकर ऊपर तरस खाहूं।” एकरसेति एह मनखे के ईछा या काम के ऊपर निरभर नइं करय, पर परमेसर के दया ऊपर निरभर करथे। काबरकि परमेसर के बचन म फिरौन राजा ला ए कहे गे हवय, “मेंह तोला एकरसेति राजा बनाय हवंव कि मेंह तोर ऊपर अपन सक्ति ला देखावंव अऊ धरती के जम्मो मनखेमन मोला जानंय।” एकरसेति परमेसर ह जेकर ऊपर दया करे चाहथे, ओकर ऊपर दया करथे, अऊ जेकर हिरदय ला कठोर करे चाहथे, ओला कठोर कर देथे। तब तुमन ह मोला कहिहू, “त फेर परमेसर ह मनखे ऊपर काबर दोस लगाथे? कोन ह ओकर ईछा के बिरोध कर सकथे?” हे मनखे! तेंह कोन अस कि परमेसर ला जबाब देथस? का गढ़े गे चीज ह अपन गढ़इया ला कहे सकथे, “तेंह मोला अइसने काबर बनाय हवस?” का कुम्‍हार ला ए अधिकार नइं ए कि माटी के एके लोंदा ले, ओह एक बरतन ला बिसेस उपयोग खातिर अऊ दूसर बरतन ला सधारन उपयोग खातिर बनावय? एह कोनो अचरज के बात नो हय, यदि परमेसर ह अपन कोरोध अऊ सक्ति देखाय के ईछा करिस अऊ ओमन ला बड़े धीर धरके सहिस जऊन मन कोरोध के पात्र रिहिन अऊ बिनास खातिर बनाय गे रिहिन। एह कोनो अचरज के बात नो हय, यदि परमेसर ह ए करे के दुवारा, अपन बड़े महिमा ओमन ला देखाय चाहिस, जऊन मन दया के पात्र रिहिन अऊ महिमा के खातिर पहिली ले तियार करे गे रिहिन। अऊ त अऊ हमन ला घलो ओह बलाईस, न सिरिप यहूदी जात म ले, पर आनजात म ले घलो बलाईस। जइसने कि ओह होसे के किताब म कहिथे: “जऊन मन मोर मनखे नो हंय, ओमन ला मेंह अपन मनखे कहिहूं; अऊ जऊन ह मोर मयारू नो हय, ओला मेंह अपन मयारू कहिहूं,” अऊ, “जऊन जगह म ओमन ला ए कहे गे रिहिस, ‘तुमन मोर मनखे नो हव, ओही जगह म, ओमन ला जीयत परमेसर के संतान कहे जाही।’ ” यसायाह अगमजानी ह इसरायलीमन के बारे म पुकारके कहिथे, “हालाकि इसरायलीमन के गनती ह समुंदर के बालू सहीं होही, पर ओम ले थोरकन मनखे ही बंचाय जाहीं। काबरकि परभू ह अपन फैसला ला धरती म जल्दी अऊ कड़ई से लागू करही।” जइसने कि यसायाह अगमजानी ह पहिली कहे रिहिस: “यदि सर्वसक्तिमान परभू ह हमर बर बंस ला नइं छोंड़े होतिस, त हमन सदोम अऊ अमोरा सहर मन सहीं पूरापूरी नास हो गे रहितेन।” तब, हमन का कहन? कि आनजात के मनखे जऊन मन परमेसर के धरमीपन के खोज नइं करत रिहिन, ओमन धरमीपन ला पा गीन, याने कि ओ धरमीपन जऊन ह बिसवास करे के दुवारा मिलथे। इसरायलीमन ओ धरमीपन के खोज मूसा के कानून ला माने के आधार म करिन, पर ओ धरमीपन ओमन ला नइं मिलिस। ओमन ला काबर नइं मिलिस? काबरकि ओमन ओ धरमीपन के खोज बिसवास के दुवारा नइं, पर अपन काम के आधार म करिन। ओमन “ठोकर के पथरा” म हपट के गिरिन । जइसने कि परमेसर के बचन म लिखे हवय: “देखव, मेंह सियोन म एक पथरा मंढ़ावत हवंव, जऊन ह मनखे के ठोकर खाय के अऊ गिरे के कारन होही। पर जऊन ह ओकर ऊपर बिसवास करथे, ओकर ऊपर कभू कलंक नइं लगय ।” हे भाईमन हो! इसरायलीमन बर मोर दिल के ईछा अऊ परमेसर ले पराथना हवय कि ओमन उद्धार पावंय। काबरकि मेंह ओमन बर गवाही दे सकथंव कि ओमन के हिरदय म परमेसर खातिर उत्साह हवय, पर ओमन के उत्साह ह गियान के ऊपर अधारित नइं ए। ओमन ओ बात ला नइं जानिन कि कइसने परमेसर ह मनखे ला धरमी बनाथे, पर ओमन मूसा के कानून ला माने के दुवारा खुद धरमी बने के कोसिस करिन। ओमन परमेसर के मुताबिक धरमी बने नइं चाहिन। मसीह ह मूसा के कानून के अंत अय, ताकि जऊन कोनो ओकर ऊपर बिसवास करय, ओह परमेसर के नजर म धरमी ठहरय। कानून ला माने के दुवारा जऊन धरमीपन होथे, ओकर बारे म मूसा ह ए किसम ले लिखथे, “जऊन मनखे कानून के पालन करही, ओह एकर दुवारा जीयत रहिही।” पर जऊन धरमीपन ह बिसवास ऊपर अधारित अय, ओकर बारे म ए कहे गे हवय, “तुमन अपन हिरदय म ए झन कहव, कि स्‍वरग ऊपर कोन जाही।” (कि ओह मसीह ला उहां ले उतार लानय), या अइसने घलो झन कहव, “गहिरई म कोन उतरही।” (कि ओह मसीह ला मरे म ले जियाके ऊपर लानय)। पर ओम ए घलो लिखाय हवय: “परमेसर के बचन ह तोर लकठा म हवय; एह तोर मुहूं म अऊ तोर हिरदय म हवय।” एह ओही बिसवास के बचन अय, जेकर परचार हमन करथन। यदि तेंह अपन मुहूं ले कबूल करथस कि यीसू ह परभू अय अऊ अपन हिरदय म बिसवास करथस कि परमेसर ह ओला मरे म ले जियाईस, त तेंह उद्धार पाबे। काबरकि मनखे ह अपन हिरदय म बिसवास करे के दुवारा परमेसर के नजर म सही ठहिरथे अऊ मुहूं ले कबूल करे के दुवारा उद्धार पाथे। परमेसर के बचन ह ए कहिथे, “जऊन कोनो ओकर (यीसू) ऊपर बिसवास करही, ओला लज्‍जित होय बर नइं पड़ही।” यहूदी अऊ आनजात म कोनो फरक नइं ए। ओही परभू ह जम्मो झन के परभू अय, अऊ ओह ओमन ला बहुंते आसिस देथे, जऊन मन ओकर नांव लेथें, काबरकि “हर ओ मनखे जऊन ह परभू के नांव लेथे, ओह उद्धार पाही।” पर जब ओमन ओकर ऊपर बिसवास नइं करे हवंय, त ओकर नांव कइसने ले सकथें? अऊ ओमन ओकर ऊपर कइसने बिसवास कर सकथें, जब ओमन ओकर बारे म कभू नइं सुने हवंय? अऊ ओमन ओकर बारे म कइसने सुनंय, जब तक कि कोनो ओमन ला नइं बतावय? अऊ ओमन ओकर परचार कइसने कर सकथें, जब तक ओमन ला पठोय नइं जावय? जइसने कि परमेसर के बचन म लिखे हवय, “कतेक सुघर होथे ओमन के अवई ह, जऊन मन सुघर संदेस लेके आथें।” पर जम्मो इसरायलीमन सुघर संदेस ला नइं मानिन। यसायाह अगमजानी ह कहे हवय, “हे परभू! कोन ह हमर संदेस ऊपर बिसवास करिस?” बिसवास ह संदेस के सुने ले होथे, अऊ संदेस के सुनई ह मसीह के बचन ले होथे। पर मेंह पुछत हंव – का ओमन नइं सुनिन? ओमन जरूर सुनिन; काबरकि परमेसर के बचन म लिखे हवय: “ओमन के अवाज ह जम्मो धरती म, अऊ ओमन के बचन ह संसार के छोर तक हबर गे हवय।” मेंह फेर पुछत हंव – का इसरायलीमन नइं समझिन? पहिली मूसा ह कहिस, “जऊन मन जाति नो हंय, ओमन के दुवारा मेंह तुमन म जलन पैदा करहूं, एक मुरुख जाति के दुवारा, मेंह तुमन म कोरोध पैदा करहूं।” यसायाह अगमजानी ह बहुंत हिम्मत के संग कहिथे, “जऊन मन मोला नइं खोजत रिहिन, ओमन मोला पा गीन, अऊ जऊन मन मोर बारे म पुछत घलो नइं रिहिन, ओमन ऊपर मेंह अपन-आप ला परगट करेंव।” पर इसरायलीमन के बारे म, ओह कहिथे, “मेंह दिन भर अइसने मनखेमन कोति अपन हांथ ला ओमन के सुवागत खातिर पसारे रहेंव, जऊन मन हुकूम मनइया नो हंय अऊ ढीठ अंय।” तब मेंह ए पुछत हंव, का परमेसर ह अपन मनखेमन ला तियाग दीस? बिलकुल नइं! मेंह खुद एक इसरायली मनखे अंव, अऊ मेंह अब्राहम के बंस अऊ बिन्यामीन के गोत्र के अंव। परमेसर ह अपन मनखेमन ला नइं तियागे हवय, जऊन मन ला ओह सुरू ले चुनिस। का तुमन नइं जानव कि परमेसर के बचन ह एलियाह अगमजानी के बारे म का कहिथे? ओह इसरायलीमन के बिरोध म परमेसर ले बिनती करिस: “हे परभू, ओमन तोर अगमजानीमन ला मार डारिन अऊ तोर बेदीमन ला गिरा दे हवंय। सिरिप मेंह भर बांचे हवंव, अऊ ओमन मोला घलो मार डारे के कोसिस म हवंय।” अऊ परमेसर ह ओला का जबाब दीस? ओह कहिस, “मेंह अपन बर सात हजार मनखेमन ला बंचाके रखे हवंव, जऊन मन बाल देवता के आघू म माड़ी नइं टेके हवंय।” एही किसम ले, ए समय म घलो कुछू मनखेमन बांचे हवंय, जऊन मन परमेसर के अनुग्रह के दुवारा चुने गे हवंय। अऊ यदि एह परमेसर के अनुग्रह ले होईस, त फेर एह बने करम करे के आधार म नो हय। यदि एह बने करम करे के आधार म होतिस, त फेर अनुग्रह के कोनो मतलब नइं होतिस। तब एकर का मतलब ए? इसरायली मनखेमन जेकर खोज म रिहिन, ओह ओमन ला नइं मिलिस, पर ओह चुने गय मनखेमन ला मिलिस। आने मनखेमन के हिरदय ला कठोर करे गीस, जइसने कि परमेसर के बचन म लिखे हवय: “परमेसर ह ओमन के बुद्धि ला जड़ कर दे हवय, ओह ओमन ला अइसने आंखी दे हवय, जऊन ह देखय नइं, अऊ अइसने कान दे हवय, जऊन ह सुनय नइं; ओमन के दसा आज तक अइसनेच हवय।” अऊ दाऊद राजा ह कहिथे, “ओमन के भोजन ह ओमन बर फांदा अऊ जाल बन जावय; ओह ओमन बर ठोकर अऊ सजा के कारन बन जावय। ओमन के आंखी म अंधियार छा जावय, ताकि ओमन झन देख सकंय, अऊ ओमन के कनिहां ह सदाकाल बर मुड़ जावय।” मेंह फेर पुछत हंव, का इसरायलीमन एकरसेति ठोकर खाईन कि ओमन हमेसा के खातिर गिर पड़ंय? बिलकुल नइं! पर इसरायलीमन के पाप के कारन आनजातमन ला उद्धार मिलिस कि इसरायलीमन ला जलन होवय। यदि इसरायलीमन के पाप ह संसार बर आसिस लानथे, अऊ ओमन के नुकसान ह आनजातमन बर आसिस के कारन बनथे, त फेर जब जम्मो इसरायलीमन परमेसर करा लहुंटके आहीं, त आनजातमन ला अऊ कतेक आसिस मिलही। अब मेंह तुमन ले गोठियावत हंव, आनजातमन हो! जब तक मेंह तुमन खातिर प्रेरित अंव, तब तक मेंह अपन सेवा ला बढ़ावत हंव, ताकि कोनो भी किसम ले, मेंह अपन यहूदी मनखेमन म जलन पैदा करंव अऊ ओम के कुछू झन के उद्धार होवय। काबरकि यदि ओमन के तियागे जवई ह परमेसर के संग संसार के मेल मिलाप के कारन बनिस, त ओमन के गरहन करे जवई के मतलब ओमन बर जिनगी होही, जऊन मन मर गे हवंय। यदि पहिली फर के रूप म, परमेसर ला चघाय गुंथे पिसान के कुछू भाग ह पबितर अय, त फेर जम्मो गुंथे पिसान ह घलो पबितर अय, अऊ यदि रूख के जरी ह पबितर अय, त फेर ओ रूख के डंगालीमन घलो पबितर अंय। यदि जैतून रूख के कुछू डंगालीमन ला टोर देय गे हवय; अऊ ओमन के जगह म, तुमन ला जऊन मन जंगली जैतून रूख के पीका सहीं अव, जोड़े गे हवय अऊ तुम्‍हर पालन-पोसन ओ जैतून रूख के जरी ले होवत हवय, याने कि तुम आनजातमन यहूदीमन के आसिस म भागीदार हो गे हवव, त ओ डंगाली ऊपर घमंड झन कर। यदि तेंह घमंड करथस, त ए बात ला सुरता रख कि तेंह जरी ला नइं संभाले हवस, पर जरी ह तोला संभाले हवय। तब तेंह कहिबे, “डंगालीमन ला टोरे गीस ताकि मेंह ओमन के जगह म जोड़े जावंव।” एह सही ए। ओमन ला ओमन के अबिसवास के कारन टोरे गीस, पर तेंह बिसवास के दुवारा ओम बने हवस। एकरसेति, घमंड झन कर, पर परमेसर के भय मानके चल। काबरकि यदि परमेसर ह यहूदीमन ला नइं छोंड़िस, जऊन मन असली डंगाली अंय, त ओह तोला घलो नइं छोंड़य। एकरसेति, परमेसर के दया अऊ कठोरता के बारे म सोच। जऊन मन गिर गीन, ओमन ऊपर ओह कठोरता देखाईस, पर तोर ऊपर ओह दया देखाईस, त तेंह ओकर दया म बने रह। नइं तो ओह तोला घलो काटके अलग कर दिही। अऊ यदि ओ यहूदीमन अपन अबिसवास ला छोंड़ देथें, त ओमन घलो जोड़े जाहीं, काबरकि परमेसर करा ओमन ला फेर जोड़े के सामरथ हवय। जब तुम आनजातमन सुभाव ले जंगली जैतून के डंगाली अव, अऊ सुभाव के उल्टा, तुमन ला काटके असली जैतून रूख म जोड़े गे हवय, त फेर ए यहूदी जऊन मन सुभाविक डंगाली अंय, अपन ही जैतून रूख म काबर अऊ बने ढंग ले जोड़े नइं जाही? हे भाईमन हो, अइसन झन होवय कि तुमन घमंडी हो जावव, एकरसेति मेंह चाहत हंव कि तुमन ए भेद ला जानव: जब तक आनजात म ले चुने जम्मो मनखेमन परमेसर करा नइं आ जावंय, तब तक इसरायलीमन के एक भाग ह अइसनेच अपन हिरदय ला कठोर बनाय रखही। अऊ ए किसम ले जम्मो इसरायलीमन उद्धार पाहीं, जइसने परमेसर के बचन म लिखे हवय: “मुक्ति देवइया ह सियोन ले आही; ओह याकूब के बंस ले अभक्ति ला दूरिहा कर दिही । अऊ ओमन के संग मोर ए करार होही, जब मेंह ओमन के पाप ला दूरिहा कर दूहूं।” जहां तक सुघर संदेस के बात ए, त ओमन तुम्‍हर हित म परमेसर के बईरी अंय; पर जहां तक चुने गय मनखेमन के बात ए, त ओमन अपन पुरखामन के कारन परमेसर के मयारू अंय। काबरकि जब परमेसर ह कोनो ला बरदान देथे अऊ चुनथे, त ओह अपन बिचार ला फेर नइं बदलय। एक समय रिहिस, जब तुम आनजातमन परमेसर के हुकूम ला नइं मानेव, पर अब यहूदीमन के दुवारा हुकूम नइं माने के कारन, तुम्‍हर ऊपर परमेसर के दया होईस। तुम्‍हर ऊपर परमेसर के दया होय के कारन अब यहूदीमन परमेसर के हुकूम नइं मानथें, ताकि ओमन के ऊपर घलो परमेसर के दया होवय। काबरकि परमेसर ह जम्मो मनखेमन ला हुकूम नइं माने के पाप म बांधके रखे हवय ताकि ओह जम्मो झन के ऊपर दया देखावय। अहा! परमेसर के धन, बुद्धि अऊ गियान ह कतेक अथाह अय! ओकर सहीं नियाय कोनो नइं कर सकंय, अऊ ओकर काम करे के तरिका ला कोनो नइं जान सकंय! “परभू के मन के बिचार ला कोनो नइं जान सकंय। अऊ कोनो ओला सलाह देय के लइक नो हंय।” “आज तक परमेसर ला कोनो कुछू नइं दे हवंय कि परमेसर ह ओला वापिस देवय।” काबरकि जम्मो चीज ह परमेसर ले आय हवय, अऊ ओकर दुवारा बनाय गे हवय अऊ ओकर खातिर बनाय गे हवय। ओकर महिमा सदाकाल तक होवत रहय! आमीन। एकरसेति, हे भाईमन हो! परमेसर के दया के कारन, मेंह तुम्‍हर ले बिनती करत हंव कि अपन-आप ला जीयत बलिदान के रूप म परमेसर ला दे दव अऊ अपन-आप ला निस्कलंक बनाके परमेसर के अइसने सेवा करव कि ओह खुस होवय – एहीच ह परमेसर बर तुम्‍हर सही अराधना अय। तुमन ए संसार के मनखेमन सहीं झन बनव, पर तुमन के मन ह नवां हो जाय के कारन, तुम्‍हर चाल-चलन घलो बदल जावय। तब तुमन परमेसर के ओ ईछा ला परखके जान सकहू जऊन ह बने, मन-भावन अऊ सिद्ध अय। परमेसर के दुवारा मोला दिये गय अनुग्रह के कारन, मेंह तुमन जम्मो झन ला ए कहत हंव: अपन-आप ला जतेक समझना चाही, ओकर ले जादा झन समझव, पर परमेसर के दुवारा देय गय बिसवास के तदाद के मुताबिक अपन-आप ला समझव। जइसने हमर एक देहें हवय अऊ ओकर बहुंते अंग हवंय अऊ हर एक अंग के अलग-अलग काम हवय। वइसने, हालाकि हमन बहुंते हवन, पर मसीह म हमन एक देहें के सहीं अन अऊ हर एक सदस्य एक-दूसर ले जुड़े हवन। परमेसर के दुवारा दिये गय अनुग्रह के मुताबिक हमन ला अलग-अलग किसम के बरदान मिले हवय। जऊन ला अगमबानी करे के बरदान मिले हवय, त ओह परमेसर म अपन बिसवास के मुताबिक ओकर उपयोग करय। कहूं कोनो ला सेवा करे के बरदान मिले हवय, त ओह सेवा करय। जऊन ला सिकछा देय के बरदान हवय, ओह सिखोय म लगे रहय। जऊन ला उत्साहित करे के बरदान मिले हवय, ओह आने मन ला उत्साहित करय। जऊन ला दान देय के बरदान मिले हवय, त ओह दिल खोलके दान करय। जऊन ला अगुवई करे के बरदान हवय, त ओह उत्साह से अगुवई करय, अऊ जऊन ला दया करे के बरदान मिले हवय, ओह खुसी से आने ऊपर दया करय। आने मन ला निस्कपट मया करव। बुरई ले घिन करव; भलई करे म लगे रहव। भाई के सहीं मया करत एक-दूसर बर समर्पित रहव। एक-दूसर ला अपन ले बढ़के आदर देवव। काम-बुता करे म अलाली झन करव; पर परभू के सेवा उत्साह से करव। परभू के ऊपर आसा म आनंदित रहव; दुःख तकलीफ के समय धीरज धरे रहव; पराथना म हमेसा लगे रहव। परमेसर के मनखेमन ला, ओमन के जरूरत के मुताबिक मदद करव, अऊ पहुनई करे म लगे रहव। जऊन मन तुमन ला सताथें, ओमन ला आसिस देवव, हां! आसिस देवव, सराप झन देवव। आनंद मनइयामन के संग आनंद मनावव अऊ रोवइयामन के संग रोवव। एक-दूसर के संग संगति रखव; घमंडी झन बनव, पर दीन-हीन मन के संग संगति रखव; अपन नजर म बुद्धिमान झन बनव। कहूं कोनो तुम्‍हर बुरई करथे, त बदले म, ओकर बुरई झन करव। ओ काम करे के कोसिस करव, जऊन ला जम्मो झन सही समझथें। जिहां तक हो सकय, तुमन जम्मो झन के संग सांति के साथ रहे के भरसक कोसिस करव। हे मोर संगवारीमन! काकरो ले बदला झन लेवव, पर एला परमेसर के ऊपर छोंड़ देवव; परमेसर के कोरोध ओकर ऊपर भड़कही। काबरकि परमेसर के बचन म ए लिखे हवय, “परभू ह कहिथे, ‘बदला लेय के काम मोर अय, मेंह बदला लूहूं।’ ” परमेसर के बचन म ए घलो लिखे हवय, “यदि तोर बईरी ह भूखा हवय, त ओला खाना खवा, यदि ओह पियासा हवय, त ओला पानी पीया, काबरकि तोर अइसने करे ले, ओह लज्‍जित होही।” बुरई ले झन हारव, पर भलई करे के दुवारा बुरई ला जीत लेवव। हर एक मनखे सासन करइया अधिकारीमन के अधीन रहय, काबरकि परमेसर कोति ले अधिकार दिये जाथे। अभी जऊन अधिकार हवय, ओह परमेसर के दुवारा दिये गे हवय। एकरसेति, जऊन ह अधिकार के बिरोध करथे, ओह परमेसर के ठहिराय अधिकार के बिरोध करथे अऊ अइसने मनखे ह अपन ऊपर दंड लानथे। जऊन ह सही काम करथे, ओकर ऊपर अधिकारी के भय नइं रहय, पर जऊन ह गलत काम करथे, ओकर ऊपर अधिकारी के डर बने रहिथे। का तुमन अधिकारी के भय ले मुक्त होय चाहथव? त फेर सही काम करव अऊ ओह तुम्‍हर बड़ई करही। काबरकि ओह तुम्‍हर भलई खातिर परमेसर के सेवक अय। पर यदि तुमन गलत करथव, त ओकर ले डरव, काबरकि ओला बेकार म अधिकार नइं दिये गे हवय। ओह परमेसर के दास ए अऊ कुकरमीमन ला दंड देथे। एकरसेति, न सिरिप दंड ले बांचे खातिर, पर अपन बिवेक के खातिर घलो, अधिकारीमन के अधीन रहना जरूरी अय। एकरे कारन, तुमन लगान घलो पटाथव, काबरकि अधिकारीमन परमेसर के सेवक अंय, जऊन मन अपन पूरा समय अइसने काम बर देथें। हर ओ मनखे के चुकता कर देवव, जेकर तुमन लगत हवव; जऊन ला लगान पटाना हवय, ओला लगान पटावव; जऊन ला मालगुजारी देना हवय, ओला मालगुजारी देवव; जेकर ले डरना चाही, ओकर ले डरव अऊ जेकर आदरमान करना चाही, ओकर आदरमान करव। आपस म मया रखव अऊ मया के छोंड़ अऊ कोनो चीज म काकरो करजदार झन बनव। जऊन ह अपन संगी मनखे ला मया करथे, ओह मूसा के कानून ला मनइया समझे जाथे। “छिनारी झन करव,” “हतिया झन करव,” “चोरी झन करव,” “लालच झन करव।” ए हुकूम अऊ जऊन आने हुकूम हवंय, ए जम्मो के सार ए अय: “अपन पड़ोसी ले अपन सहीं मया कर।” जऊन ह मया करथे ओह अपन पड़ोसी के कोनो नुकसान नइं करय। एकरसेति, जऊन ह मया करथे, ओह मूसा के कानून ला पूरा करथे। अभी के समय ला जानके, तुमन अइसनेच करव। तुम्‍हर नींद ले जागे के बेरा ह आ गे हवय। काबरकि जब हमन यीसू के ऊपर पहिली बिसवास करे रहेंन, ओ समय के बनिस‍पत अब हमर उद्धार ह अऊ लकठा म हवय। रात ह लगभग बीत गे हवय, अऊ दिन ह निकरइया हवय। एकरसेति, आवव, हमन अंधियार के गलत काममन ला छोंड़ देवन अऊ अंजोर के हथियारमन ला बांध लेवन। जइसने दिन के समय उचित ए, आवव, हमन सही चाल-चलन म रहन अऊ अपन-आप ला रंगरेली, पियक्कड़पन, छिनारी, दुराचार, लड़ई-झगरा, अऊ जलन ले दूरिहा रखन। तुम्‍हर चाल-चलन ह परभू यीसू मसीह के चाल-चलन सहीं होवय अऊ तुमन अपन पापी हिरदय के ईछा ला पूरा करे के बिचार ला छोंड़ देवव। जऊन ह बिसवास म कमजोर हवय, ओला अपन संगति म ले लव, पर ओकर अलग बिचार के ऊपर ओकर संग बहस झन करव। एक झन बिसवास करथे कि ओह जम्मो चीज ला खा सकथे, पर जऊन मनखे ह बिसवास म कमजोर हवय, ओह सोचथे कि सिरिप साग-भाजी खाना उचित ए। जऊन मनखे ह जम्मो चीज ला खाथे, ओह साग-भाजी खवइया ला तुछ झन समझय, अऊ जऊन ह सिरिप साग-भाजी खाथे, ओह जम्मो चीज खवइया मनखे ला दोसी झन ठहरावय, काबरकि परमेसर ह ओला गरहन करे हवय। तेंह कोन अस कि आने के सेवक ऊपर दोस लगाथस? ओह सफल होथे या असफल हो जाथे, ए बात ओकर मालिक ले संबंध रखथे। अऊ ओ सेवक ह बिसवास म बने रहिही, काबरकि परभू ह ओला बिसवास म स्थिर कर सकथे। कोनो मनखे ह एक दिन ला आने दिन ले जादा महत्‍व के समझथे, त कोनो मनखे ह जम्मो दिन ला एके बरोबर समझथे। हर एक मनखे ला अपन सोच के बारे म निस्चय होना चाही। जऊन ह कोनो दिन ला बिसेस दिन समझथे, त ओह परभू बर अइसने समझथे। जऊन ह कुछू चीज ला खाथे, त ओह परभू के आदर म खाथे, काबरकि ओह परमेसर ला धनबाद देके खाथे, अऊ जऊन ह कुछू चीज ला खाय म परहेज करथे, ओह परभू के आदर म अइसने करथे अऊ परमेसर ला धनबाद देथे। काबरकि हमन ले कोनो न तो अपन खातिर जीथे, अऊ न कोनो अपन खातिर मरथे। यदि हमन जीयत हवन, त परभू खातिर जीयत हवन, अऊ यदि हमन मरथन, त परभू के खातिर मरथन। एकरसेति चाहे हमन जीयन या मरन, हमन परभू के अन। मसीह ह एकर कारन मरिस अऊ फेर जी उठिस कि ओह जीयत अऊ मरे दूनों मनखेमन के परभू होवय। तब तुमन काबर अपन भाई ऊपर दोस लगाथव? या अपन भाई ला काबर तुछ समझथव? हमन जम्मो झन ला परमेसर के आघू म ठाढ़ होना पड़ही, जिहां ओह हमर नियाय करही। काबरकि परमेसर के बचन म ए लिखे हवय, “परभू ह कहिथे, ‘मोर जिनगी के कसम – हर एक मनखे ह मोर आघू म माड़ी टेकही, अऊ हर एक मनखे ह परमेसर ला मानही।’ ” एकरसेति, हमन ले हर एक झन परमेसर ला अपन काम के लेखा-जोखा दिही। एकरसेति, हमन एक-दूसर के ऊपर दोस झन लगावन। पर अपन मन म, ए ठान लेवन कि हमन न तो अपन भाई के रसता म कोनो बाधा डालन अऊ न ही ओकर पाप म पड़े के कारन बनन। मेंह जानत हंव अऊ परभू यीसू के संगति म रहे के कारन मोला पूरा बिसवास हवय कि कोनो चीज ह अपन-आप म असुध नइं होवय। पर कहूं कोनो मनखे कोनो चीज ला असुध समझथे, त फेर ओकर बर ओह असुध अय। कहूं तेंह कुछू अइसने खाना खाथस, जेकर ले तोर भाई ह उदास होथे, त फेर तेंह अपन भाई ले मया नइं करथस। अइसने खाना ला झन खा, जऊन ह कोनो मनखे के पाप म पड़े के कारन बनथे, जेकर बर मसीह ह मरिस। जऊन बात ला तुमन सही समझथव, ओकर बारे म कोनो मनखे ला खराप गोठियाय के मऊका झन देवव। काबरकि परमेसर के राज ह खाना अऊ पीना नो हय, पर एह धरमीपन, सांति अऊ आनंद के बात अय, जऊन ह पबितर आतमा ले मिलथे। जऊन ह अइसने मसीह के सेवा करथे, ओकर ले परमेसर ह खुस होथे अऊ मनखेमन घलो ओला सही समझथें। एकरसेति हमन ओ बातमन के ऊपर धियान लगावन, जेकर ले सांति होथे अऊ एक-दूसर के चाल चलन ह सुधरथे। भोजन के खातिर परमेसर के काम ला झन बिगाड़व। वास्तव म, जम्मो भोजन ह सुध अय, पर यदि कोनो मनखे ह अइसने चीज ला खाथे, जऊन ला देखके आने मनखे ह पाप म गिरथे, त ओ खवइया ह गलत करथे। बने तो ए होतिस कि तुमन न तो मांस खावव, अऊ न ही मंद पीयव, अऊ न ही अइसने कोनो काम करव, जेकर ले तुम्‍हर भाई ह पाप म गिरय। अइसने चीजमन के बारे म, तोर जऊन बिसवास हवय, ओला अपन अऊ परमेसर के बीच म रहन दे। धइन ए ओ मनखे, जऊन ह कोनो चीज ला सही समझथे अऊ ओकर बारे म अपन-आप ला दोसी नइं मानय। पर जऊन ह कुछू चीज ला दुगधा करके खाथे, त ओला परमेसर ह दोसी ठहिराथे, काबरकि ओह बिसवास के संग नइं खावय; अऊ हर ओ काम जऊन ह बिसवास के संग नइं करे जावय, ओह पाप अय। हमन ला जऊन मन बिसवास म मजबूत हवन, ओमन के कमजोरी ला सहन करना चाही, जऊन मन बिसवास म कमजोर हवंय अऊ हमन ला अपन-आप ला खुस नइं करना चाही। हमन ले हर एक झन ला अपन पड़ोसी ला खुस करना चाही, ताकि ओकर भलई होवय अऊ ओह बिसवास म बढ़य। काबरकि मसीह ह अपन-आप ला खुस नइं करिस, पर जइसने कि परमेसर के बचन म लिखे हवय, “मनखेमन तोर जऊन बेजत्ती करिन, ओ बेजत्ती ह मोर ऊपर आ गीस।” परमेसर के बचन म जऊन बातमन पहिली ले लिखे गे हवंय, ओमन हमर सिकछा बर अंय, ताकि हमन धीरता अऊ बचन के उत्साह के जरिये मसीह यीसू के आसा म बने रहन। परमेसर जऊन ह हमन ला धीरज अऊ उत्साह देथे, तुमन ला अइसने आतमा देवय कि तुमन मसीह यीसू के हुकूम ला मानत एकता म बने रहव, ताकि एक संग तुमन एक स्वर म हमर परभू यीसू मसीह के ददा परमेसर के इस्तुति कर सकव। जइसने मसीह ह तुमन ला परमेसर के महिमा खातिर गरहन करिस, वइसने तुमन घलो एक-दूसर ला गरहन करव। काबरकि मेंह तुमन ला बतावत हंव कि मसीह ह परमेसर के सच्‍चई ला परगट करे बर यहूदीमन के सेवक बनिस, ताकि ओह परमेसर के दुवारा हमर पुरखामन ला दिये गय परतिगियां ला पूरा करय, अऊ आनजातमन के ऊपर परमेसर के दया होवय अऊ ओमन परमेसर के महिमा करंय, जइसने कि परमेसर के बचन म लिखे हवय: “एकरसेति आनजातमन के बीच म, मेंह तोर महिमा करहूं, अऊ तोर नांव के भजन गाहूं।” परमेसर के बचन म ए घलो कहे गे हवय, “हे आनजातमन, तुमन परमेसर के मनखेमन के संग आनंद मनावव।” परमेसर के बचन म ए घलो कहे गे हवय, “हे आनजात के जम्मो मनखेमन, परभू के इस्तुति करव; अऊ तुमन जम्मो झन ओकर परसंसा करव।” अऊ यसायाह अगमजानी ह कहे हवय, “यिसै के बंस म ले एक झन आही; ओह जम्मो जाति के मनखेमन ऊपर राज करे बर उठही अऊ आनजातमन ओकर ऊपर अपन आसा रखहीं।” परमेसर जऊन ह आसा देथे, तुम्‍हर बिसवास के कारन तुमन ला पूरा आनंद अऊ सांति ले भर देवय, ताकि पबितर आतमा के सामरथ के दुवारा मसीह म तुम्‍हर आसा अऊ बढ़ते रहय। हे मोर भाईमन हो! मोला पूरा बिसवास हवय कि तुमन म भलई के बात भरे हवय अऊ तुम्‍हर करा परमेसर के बारे म जम्मो गियान हवय अऊ तुमन एक-दूसर ला सिखोय के काबिल हवव। पर कुछू बातमन ला मेंह फेर सुरता कराय बर तुमन ला बड़े हिम्मत के साथ लिखे हवंव। परमेसर ह मोला अनुग्रह दीस, कि आनजातमन बर मेंह मसीह यीसू के सेवक बनंव अऊ एक पुरोहित के रूप म परमेसर के सुघर संदेस के परचार करंव, ताकि आनजातमन परमेसर ला गरहन योग्य अइसने बलिदान बन जावंय, जऊन ह पबितर आतमा के दुवारा सुध करे गे हवय। तब मेंह मसीह यीसू के संगति म रहिके परमेसर बर मोर जऊन सेवा हवय, ओकर ऊपर घमंड कर सकत हंव। जऊन काम ला मसीह मोर जरिये करे हवय, ओकर छोंड़ मेंह अऊ कोनो बिसय म गोठियाय के हिम्मत नइं करंव। मसीह ह आनजातमन ला परमेसर करा लाने बर मोर उपयोग करिस – ओह ए बुता ला मोर बचन अऊ काम के दुवारा करिस; मोर दुवारा पबितर आतमा के सामरथ म चिन्‍हां अऊ चमतकार होईस। ए किसम ले, मेंह यरूसलेम सहर ले लेके इल्लुरिकुम प्रदेस तक, मसीह के सुघर संदेस के पूरा परचार करे हवंव। एह हमेसा मोर ईछा अय कि मेंह सुघर संदेस के परचार उहां करंव, जिहां मनखेमन मसीह के बारे म नइं सुने हवंय। मेंह नइं चाहथंव कि जिहां सुघर संदेस के परचार हो गे हवय, उहां जाके मेंह कलीसिया के इस्‍थापना करंव। पर जइसने परमेसर के बचन म लिखे हवय, “जऊन मन ला ओकर सुघर संदेस के परचार नइं करे गीस, ओमन ओकर दरसन करहीं, अऊ जऊन मन सुघर संदेस नइं सुने हवंय, ओमन समझहीं।” एकरे कारन कतको बार ले बाधा डाले गीस अऊ मेंह तुम्‍हर करा नइं आ सकंय। पर अब, ए इलाका म मोर काम करे बर अऊ कोनो जगह नइं बचे हवय। कतेक साल ले तुम्‍हर करा आय के मोर मन हवय, एकरसेति जब मेंह स्पेन देस जाहूं, त तुम्‍हर इहां ले होवत जाहूं। मोला आसा हवय कि तुम्‍हर संग कुछू समय बिताके मोला आनंद मिलही, अऊ तुमन आघू के मोर यातरा म मदद करहू। अभी तो मेंह संतमन के सेवा करे बर यरूसलेम सहर जावत हंव। काबरकि मकिदुनिया अऊ अखया के कलीसिया के मनखेमन ला ए बने लगिस कि यरूसलेम के गरीब संतमन बर कुछू दान पठोवंय। ओमन दान पठोके खुस हवंय अऊ वास्तव म, ओमन यरूसलेम के संतमन के करजदार अंय। काबरकि जब आनजातमन यहूदीमन के आतमिक आसिस म भागीदार होय हवंय, त आनजातमन बर ए उचित अय कि ओमन अपन संसारिक धन के दुवारा यहूदीमन के मदद करंय। ए बुता ला पूरा करके अऊ ए चंदा ला ओ गरीब संतमन ला देके, उहां ले स्पेन देस जाहूं, अऊ उहां जावत बेरा डहार म तुम्‍हर करा आहूं। मोला बिसवास हवय कि जब मेंह तुम्‍हर करा आहूं, त मसीह के जम्मो आसिस के संग आहूं। हे भाईमन हो! हमर परभू यीसू मसीह अऊ पबितर आतमा के मया के सुरता कराके, मेंह तुम्‍हर ले बिनती करत हंव कि मोर खातिर परमेसर ले पराथना करे म उत्साह के संग मोर साथ देवव। पराथना करव कि मोला यहूदिया प्रदेस म अबिसवासीमन ले कोनो हानि झन होवय, अऊ जऊन सेवा, मेंह यरूसलेम म करंव ओकर ले उहां के संतमन खुस होवंय। तब परमेसर के ईछा के मुताबिक, मेंह तुम्‍हर करा आ सकंव अऊ तुम्‍हर संगति पाके तरो-ताजा होवंव। सांति के देवइया परमेसर तुमन जम्मो झन संग रहय। आमीन। मेंह हमर बहिनी फीबे बर तुम्‍हर ले बिनती करत हंव, जऊन ह किंख्रिया के कलीसिया म सेवा करत हवय। परभू म एक संत सहीं ओला गरहन करव अऊ यदि ओला कोनो चीज के जरूरत हवय, त ओम ओकर मदद करव, काबरकि ओह कतको मनखेमन के मदद करे हवय अऊ संग म मोर घलो मदद करे हवय। प्रिसकिल्ला अऊ अक्विला ला मोर जोहार दे दव; मसीह यीसू के सेवा करे म ओमन मोर सहकरमी अंय। ओमन मोर खातिर अपन जान ला जोखिम म डार दे रिहिन। ओमन ला सिरिप में ही नइं, पर आनजातमन के जम्मो कलीसियामन घलो धनबाद देवत हवंय। ओ कलीसिया ला घलो मोर जोहार कहव, जऊन ह ओमन के घर म जुरथे। मोर मयारू संगी इपैनितुस ला मोर जोहार कहव, जऊन ह एसिया प्रदेस म सबले पहिली मसीह के ऊपर बिसवास करिस। मरियम ला जोहार दे दव, जऊन ह तुम्‍हर खातिर कठिन मिहनत करे हवय। अन्‍द्रुनीकुस अऊ यूनियास ला मोर जोहार मिलय। ओमन मोर रिस्तेदार अंय अऊ ओमन मोर संग जेल म रिहिन। प्रेरितमन म ओमन नामी अंय अऊ ओमन मोर ले पहिली मसीह के ऊपर बिसवास करिन। अम्‍पलियातुस ला जोहार कहव, जऊन ह परभू म मोर मयारू ए। उरबानुस ला मोर जोहार मिलय, जऊन ह मसीह के सेवा म मोर सहकरमी अय, अऊ मोर मयारू संगी इस्तखुस ला मोर जोहार कहव। अपिल्लेस ला जोहार कहव, जेकर मसीह म बिसवास ह साबित हो गे हवय। अरिसतुबुलस के घराना ला मोर जोहार कहव। मोर रिस्तेदार हेरोदियोन ला मोर जोहार। नरकीसुस के घराना के जऊन मन परभू के ऊपर बिसवास करथें, ओमन ला मोर जोहार। त्रुफेना अऊ त्रुफोसा ला मोर जोहार मिलय। ए माईलोगनमन परभू खातिर कठिन मिहनत करथें। आने माईलोगन पिरसिस ला मोर जोहार। ओह मोर मयारू संगी ए अऊ परभू खातिर अब्‍बड़ मिहनत करे हवय। रूफुस ला मोर जोहार कहव, जऊन ला परभू ह चुने हवय, अऊ ओकर दाई ला जऊन ह मोर दाई सहीं अय, ओला मोर जोहार। असुक्रितुस, फिलगोन, हिरमेस, पत्रुबास, हिरमास अऊ जऊन भाईमन ओमन के संग हवंय ओ जम्मो झन ला मोर जोहार। फिलुलुगुस, यूलिया, नेरयुस, अऊ ओकर बहिनी अऊ उलुम्पास अऊ जम्मो संत, जऊन मन एमन के संग हवंय, ओमन ला मोर जोहार कहव। पबितर चूमा लेके एक-दूसर ला जोहार करव। इहां मसीह के जम्मो कलीसियामन तुमन ला जोहार कहथें। हे मोर भाईमन हो! मेंह तुम्‍हर ले बिनती करत हंव कि तुमन ओ मनखेमन ले सचेत रहव, जऊन मन तुम्‍हर बीच म फूट डारथें अऊ तुम्‍हर आतमिक जिनगी के बढ़ोतरी म बाधा डारथें। एह ओ सिकछा ले मेल नइं खावय, जऊन ह तुमन ला दिये गे हवय। अइसने मनखेमन ले दूरिहा रहव। काबरकि अइसने मनखेमन हमर परभू यीसू मसीह के सेवा नइं करंय, पर एमन अपन खुद के ईछा ला पूरा करथें। एमन गुरतुर बोली अऊ चापलूसी करके सीधा-सादा मनखेमन ला भरमा देथें। तुमन के, परभू यीसू के हुकूम माने के चरचा ह जम्मो मनखेमन के बीच म बगर गे हवय, एकरसेति मेंह तुम्‍हर बारे म बहुंत आनंदित हंव। पर मेंह चाहत हंव कि तुमन बुद्धिमानी के संग दूसर के भलई करव अऊ अपन-आप ला बुरई करे ले दूरिहा रखव। सांति देवइया परमेसर ह जल्दी सैतान ला तुम्‍हर गोड़ खाल्‍हे कुचरही। हमर परभू यीसू के अनुग्रह तुम्‍हर ऊपर होवत रहय। मोर सहकरमी तीमुथियुस ह तुमन ला जोहार कहत हवय अऊ वइसने मोर रिस्तेदार लूकियुस, यासोन अऊ सोसीपत्रुस घलो तुमन ला जोहार कहत हवंय। में, तिरतियुस ए चिट्ठी के लिखइया तुमन ला परभू म जोहार कहत हंव। गयुस, जेकर पहुनई के, में अऊ जम्मो कलीसिया आनंद उठाथन, ओह तुमन ला जोहार कहथे। इरासतुस, जऊन ह सहर म मनखेमन ले संबंधित काम के संचालक ए, ओह अऊ हमर भाई क्वारतुस घलो तुमन ला जोहार कहत हवंय। हमर परभू यीसू के अनुग्रह, तुमन जम्मो झन ऊपर होवय। आमीन। ओ परमेसर के इस्तुति होवय, जऊन ह तुमन ला मसीह के बिसवास म मजबूत कर सकथे – यदि तुमन मोर दुवारा सुनाय गय यीसू मसीह के सुघर संदेस के ऊपर बिसवास करहू त। परमेसर के उद्धार के योजना के भेद ह कतेक जुग ले छिपे रिहिस, पर अब अनादि-अनंत परमेसर के हुकूम के मुताबिक, अगमजानीमन के लिखे बचन के जरिये, एह परगट होईस अऊ एला संसार के जम्मो जाति के मनखेमन ला बताय जावत हवय, ताकि ओमन मसीह ऊपर बिसवास करंय अऊ ओकर हुकूम ला मानंय। सिरिप परमेसर एके झन बुद्धिमान ए; ओकर महिमा यीसू मसीह के जरिये सदाकाल तक होवत रहय! आमीन। पौलुस कोति ले जऊन ह परमेसर के ईछा ले मसीह यीसू के प्रेरित होय बर बलाय गे हवय अऊ हमर भाई सोसथिनेस कोति ले ए चिट्ठी – परमेसर के ओ कलीसिया ला जऊन ह कुरिन्‍थुस सहर म हवय; कलीसिया याने कि ओमन जऊन मन कि मसीह यीसू म पबितर करे गे हवंय अऊ पबितर होय बर बलाय गे हवंय; अऊ संग म ओ जम्मो झन जऊन मन हर जगह हमर परभू यीसू मसीह के नांव लेथें। ओह ओमन के परभू अऊ हमर परभू घलो अय। हमर ददा परमेसर अऊ परभू यीसू मसीह कोति ले तुमन ला अनुग्रह अऊ सांति मिलय। मेंह तुम्‍हर बर हमेसा परमेसर के धनबाद करथंव काबरकि ओह मसीह यीसू के जरिये तुमन ला अनुग्रह दे हवय। मसीह म तुम्‍हर बिसवास के कारन तुमन ला हर एक बात म सम्‍पन्न करे गे हवय याने कि बचन बोले म अऊ जम्मो गियान म। काबरकि मसीह के बारे म हमन जऊन गवाही दे हवन, ओह तुमन म पक्‍का हो गे हवय। एकरसेति तुमन म कोनो आतमिक बरदान के घटी नइं ए, जब तुमन हमर परभू यीसू मसीह के परगट होय के बाट जोहथव। ओह तुमन ला आखिरी तक मजबूत बनाय रखही, ताकि तुमन हमर परभू यीसू मसीह के दिन म निरदोस ठहरव। परमेसर ह बिसवासयोग्य अय अऊ ओह तुमन ला अपन बेटा याने हमर परभू यीसू मसीह के संगति म बलाय हवय। हे भाईमन हो, मेंह तुमन ले हमर परभू यीसू मसीह के नांव म बिनती करत हंव कि तुमन जम्मो झन एक-दूसर के बात म सहमती रखव, ताकि तुम्‍हर बीच म फूट झन पड़य अऊ तुमन म एक मन अऊ एक बिचार के संग पूरा-पूरी एकता रहय। हे मोर भाईमन हो, खलोए के परिवार के कुछू मनखेमन मोला बताय हवंय कि तुम्‍हर बीच म झगरा होवत हवय। मोर कहे के मतलब ए अय कि तुमन ले कोनो ए कहिथे, “मेंह पौलुस के अंव;” त कोनो कहिथे, “मेंह अपुल्‍लोस के अंव;” त कोनो कहिथे, “मेंह पतरस (कैफा) के अंव” अऊ कोनो कहिथे, “मेंह मसीह के अंव।” का मसीह के बांटा हो गे हवय? का पौलुस ह तुम्‍हर बर कुरुस म मरिस? का तुमन पौलुस के नांव में बतिसमा ले हवव? मेंह परमेसर के धनबाद करथंव कि क्रिसपुस अऊ गयुस के छोंड़, मेंह तुमन ले कोनो ला बतिसमा नइं दे हवंव। एकरसेति कोनो नइं कह सकय कि तुमन मोर नांव म बतिसमा ले हवव। (अऊ हां, मेंह स्‍तिफनास के परिवार ला घलो बतिसमा दे हवंव; एकर छोंड़, मोला सुरता नइं ए कि मेंह अऊ कोनो ला बतिसमा दे हवंव।) काबरकि मसीह ह मोला बतिसमा दे बर नइं, पर सुघर संदेस के परचार करे बर पठोईस; अऊ ए सुघर संदेस के परचार मेंह संसारिक बुद्धि ले नइं करंय, ताकि मसीह के कुरुस के सक्ति ह बेकार झन होवय। काबरकि जऊन मन भटक गे हवंय, ओमन बर कुरुस म मसीह के मिरतू के संदेस ह मूर्खता ए, पर हम उद्धार पवइयामन बर एह परमेसर के सामरथ ए। काबरकि परमेसर के बचन म ए लिखे हवय: “मेंह गियानीमन के गियान ला नास करहूं; अऊ चतुर मनखेमन के चतुरई ला मेंह बेकार कर दूहूं।” कहां गीन गियानी मनखेमन, कहां गीन विद्वान? अऊ ए पीढ़ी के बाद-बिवाद करइयामन कहां हवंय? परमेसर ह संसार के गियान ला मुरुख साबित कर दे हवय। काबरकि परमेसर के गियान म ए बात साफ ए, कि मनखे ह अपन गियान के दुवारा परमेसर ला नइं जानिस। परमेसर ह ओ मूर्खता के संदेस म खुस होईस, जेकर परचार हमन ओमन के उद्धार बर करथन, जऊन मन बिसवास करथें। यहूदीमन चमतकार के काम देखाय के मांग करथें अऊ यूनानीमन गियान के खोज म रहिथें। पर हमन तो मसीह के परचार करथन, जऊन ह कुरुस ऊपर चघाय गीस। एह अइसने संदेस ए, जऊन ह यहूदीमन बर ठोकर के कारन अऊ आनजातमन बर मूर्खता ए। पर जऊन मन ला परमेसर ह बलाय हवय, चाहे ओमन यहूदी होवंय या यूनानी, ओमन बर मसीह ह परमेसर के सामरथ अऊ परमेसर के गियान अय। काबरकि परमेसर के मूर्खता ह मनखेमन के गियान ले जादा बुद्धि के बात ए अऊ परमेसर के कमजोरी ह मनखेमन के बल ले जादा बलवान ए। हे भाईमन हो, जरा सोचव, जब परमेसर ह तुमन ला बलाईस, त तुमन के का स्‍थिति रिहिस। तुमन ले बहुंत झन, मनखेमन के नजर म न तो बुद्धिमान रिहिन, न बहुंते मन परभावसाली अऊ न ही बहुंते मन ऊंच घराना के रिहिन। पर परमेसर ह संसार के मुरुखमन ला चुनिस ताकि गियानी मनखेमन लज्‍जित होवंय; परमेसर ह दुरबलमन ला चुनिस ताकि बलवानमन लज्‍जित होवंय। परमेसर ह संसार के नीच अऊ तुछ चीजमन ला चुनिस अऊ ओह ओ चीजमन ला चुनिस, जऊन मन कुछू नो हंय, ताकि ओह ओ चीजमन ला बेकार ठहराय, जऊन ला मनखेमन बड़े महत्‍व के समझथें, ताकि कोनो मनखे परमेसर के आघू म घमंड झन कर सकय। परमेसर के कारन ही हमर संगति मसीह यीसू म हवय अऊ परमेसर ह मसीह ला हमर गियान बना दीस, जेकर दुवारा हमन धरमी अऊ पबितर ठहिरथन अऊ ओकर दुवारा हमर छुटकारा होथे। एकरसेति, जइसने कि परमेसर के बचन म लिखे हवय: “यदि कोनो घमंड करथे, त ओह परभू के काम ऊपर घमंड करय।” हे भाईमन हो, जब मेंह तुम्‍हर करा परमेसर के गवाही के परचार करत आएंव, त मेंह एक बने बक्‍ता के रूप म या उत्तम गियान के संग नइं आएंव। काबरकि जब मेंह तुम्‍हर संग रहेंव, त मेंह ए ठान ले रहेंव कि यीसू मसीह अऊ कुरुस म ओकर मिरतू के छोंड़ अऊ कोनो बात ला नइं जानंव। मेंह तुम्‍हर करा निरबल मनखे के रूप म भय के संग अऊ बहुंत कांपत आएंव। मोर संदेस अऊ परचार म गियान अऊ मोह लेवइया बात नइं रिहिस, पर एम परमेसर के आतमा के सामरथ के सबूत रिहिस, ताकि तुम्‍हर बिसवास ह मनखेमन के बुद्धि के ऊपर नइं, पर परमेसर के सामरथ ऊपर निरभर रहय। तभो ले हमन समझदार मनखेमन के बीच म गियान के बात जरूर बताथन, पर एह ए जुग के गियान या ए जुग म ओ सासन करइयामन के गियान नो हय, जऊन मन खतम हो जाहीं। पर हमन परमेसर के गुपत गियान के बारे म गोठियाथन जऊन ह छुपाय गे रिहिस अऊ जऊन ला परमेसर ह संसार ला बनाय के पहिली हमर महिमा बर ठहराय रिहिस। ए जुग म सासन करइया कोनो घलो एला नइं समझिन, काबरकि यदि ओमन एला समझे रहितिन, त ओमन ओ महिमामय परभू ला कुरुस म खीला ठोंकके नइं मारे होतिन। पर जइसने परमेसर के बचन म ए लिखे हवय: “जऊन चीज ला कोनो मनखे नइं देखे हवंय, जऊन बात ला कोनो मनखे नइं सुने हवंय, जऊन बात ला कोनो मनखे समझ नइं सकिन, ओहीच बात ला परमेसर ह ओमन बर तियार करे हवय, जऊन मन ओकर ले मया करथें।” पर परमेसर ह ए बात ला अपन आतमा के दुवारा हमन ला बताय हवय। ओकर आतमा ह हर एक चीज ला खोज लेथे, अऊ त अऊ परमेसर के गहिरई के बातमन ला घलो। मनखेमन म कोन ए जऊन ह कोनो आने मनखे के मन के बात ला जानथे। सिरिप ओ मनखे के आतमा ही ओकरेच मन के बात ला जानथे। ओही किसम ले परमेसर के बातमन ला कोनो नइं जानय। सिरिप परमेसर के आतमा ही एला जानथे। हमन संसार के आतमा नइं पाय हवन, पर हमन परमेसर के पठोय आतमा ला पाय हवन, ताकि हमन ओ बात ला समझ सकन, जऊन ला परमेसर ह हमन ला मुफत म दे हवय। जऊन मन करा पबितर आतमा हवय, ओमन ला जब हमन आतमिक सच ला बताथन, त हमन मनखे के गियान के दुवारा सिखोय बात ला नइं, पर पबितर आतमा के दुवारा सिखोय बातमन ला बताथन। जऊन मनखे करा पबितर आतमा नइं ए, ओह ओ बातमन ला गरहन नइं करय, जऊन ह परमेसर के आतमा करा ले आथे, काबरकि ओ बातमन ओकर बर मूर्खता के बात अंय, अऊ ओमन ला ओह नइं समझ सकय, काबरकि ओ बातमन ला सिरिप ओह समझ सकथे, जेकर करा पबितर आतमा हवय। जऊन मनखे करा पबितर आतमा हवय, ओह हर एक चीज ला सही या गलत रूप म परखथे, पर कोनो आने मनखे ओला परखे नइं सकंय। परमेसर के बचन म लिखे हवय: “परभू के मन ला कोन ह जाने हवय कि ओह ओला सिखोवय?” पर हमन करा मसीह के मन हवय। हे भाईमन हो, मेंह तुमन ले वइसने बात नइं कर सकेंव, जइसने मेंह आतमिक मनखेमन ले करथंव, पर मेंह तुमन ले वइसने बात करेंव, जइसने कि संसारिक मनखे अऊ जऊन मन मसीही बिसवास म लइका एं, ओमन ले करे जाथे। मेंह तुमन ला गोरस पियाएंव, ठोस आहार नइं खवाएंव, काबरकि तुमन एकर बर तियार नइं रहेव। वास्तव म, तुमन अभी घलो ठोस आहार बर तियार नइं अव। तुमन अभी घलो संसारिक मनखे हव। जब तुमन एक-दूसर ले जलन रखथव अऊ तुमन एक-दूसर ले झगरा करथव, त का तुमन संसारिक मनखे नो हव? का तुमन सधारन मनखेमन सहीं नइं चलथव? काबरकि जब एक झन कहिथे, “मेंह पौलुस के अंव” अऊ दूसर झन कहिथे, “मेंह अपुल्‍लोस के अंव”, त का तुमन सधारन मनखे नो हव? अपुल्‍लोस ह कोन ए? अऊ पौलुस ह कोन ए? हमन सिरिप परमेसर के सेवक अन, जेकर दुवारा तुमन बिसवास म आय हवव, जइसने कि परभू ह हमन ले हर एक ला ओकर काम सऊंपे हवय। मेंह बीजा ला बोएंव, अपुल्‍लोस ह एम पानी डारिस, पर परमेसर ह एला बढ़ाईस। एकरसेति, न तो बोवइया अऊ न तो पानी डलइया कुछू अंय, पर सिरिप परमेसर के महत्‍व हवय, जऊन ह पौधा ला बढ़ाथे। जऊन ह बोथे अऊ जऊन ह पानी डारथे, ए दूनों के एकेच उदेस्य ए। परमेसर ह हर एक ला ओकर मिहनत के हिसाब ले इनाम दिही। काबरकि हमन परमेसर के सेवा म सह-करमी अन; तुमन परमेसर के खेत अऊ परमेसर के भवन अव। परमेसर ह मोला अनुग्रह दीस अऊ ओ अनुग्रह के मुताबिक, मेंह एक कुसल घर बनइया के रूप म नीव डारेंव, अऊ आने मन ओकर ऊपर घर बनावत हवंय। पर हर एक झन सचेत रहय कि ओह कइसने घर बनावत हवय। काबरकि पहिली ले एक नीव डारे गे हवय, जऊन ह यीसू मसीह ए, अऊ ए नीव के छोंड़ कोनो अऊ आने नीव नइं डार सकंय। कहूं कोनो मनखे ए नीव ऊपर सोना, चांदी, कीमती पथरा, कठवा, कांदी या पैंरा डारके घर बनाथे, त ओकर काम ह उजागर हो जाही; मसीह ह एला ओ दिन अंजोर म लानही, जब ओह लहुंटके आही। एह आगी के संग परगट करे जाही, अऊ आगी ह हर एक मनखे के काम ला परखही कि ओह कइसने हवय। ए जांच म, कहूं ओ मनखे के काम ह बने रहिथे, त ओह इनाम पाही। पर कहूं ओकर काम ह जर जाथे, त ओला नुकसान होही; ओह खुद तो बच जाही, पर अइसने बचही, जइसने कोनो आगी म जरत-जरत बचथे। का तुमन नइं जानव कि तुमन खुद परमेसर के मंदिर अव अऊ परमेसर के आतमा तुमन म रहिथे। यदि कोनो परमेसर के मंदिर ला नास करथे, त परमेसर ह ओला नास करही; काबरकि परमेसर के मंदिर ह तो पबितर ए, अऊ तुमन ओ मंदिर अव। अपन-आप ला धोखा झन देवव। कहूं तुमन ले कोनो ए संसार के सोच के मुताबिक अपन-आप ला बुद्धिमान समझथे, त ओला मुरुख बन जाना चाही ताकि ओह सही म बुद्धिमान बन सकय। काबरकि ए संसार के बुद्धि ह परमेसर के नजर म मूर्खता ए। जइसने कि परमेसर के बचन म ए लिखे हवय, “परमेसर ह बुद्धिमानमन ला ओहीच मन के चतुरई म फंसो देथे।” अऊ ए घलो लिखे हवय, “परभू ह जानथे कि बुद्धिमानमन के बिचार ह बेकार अंय।” एकरसेति मनखेमन ऊपर कोनो घमंड झन करय। जम्मो चीज ह तुम्‍हर ए, चाहे ओह पौलुस ए या अपुल्‍लोस या पतरस (कैफा) या ए संसार या जिनगी या मिरतू या ए जुग या अवइया जुग – ए जम्मो ह तुम्‍हर ए; अऊ तुमन मसीह के अव अऊ मसीह परमेसर के अय। एकरसेति, मनखेमन हमन ला मसीह के सेवक अऊ परमेसर के भेद के बातमन के रखवार के रूप म जानय। अब ए बात के जरूरत हवय कि जऊन मन ला ए जिम्मेदारी देय गे हवय, ओमन अपन-आप ला बिसवास के लइक साबित करंय। यदि तुमन या कोनो अदालत मोला परखथे, त मेंह जादा धियान नइं देवंव। वास्तव म, मेंह खुद अपन-आप ला नइं परखंव। मोर बिवेक ह साफ हवय, पर एकर मतलब ए नो हय कि मेंह निरदोस अंव, काबरकि मोला परखइया तो परभू ए। एकरसेति, ठहिराय गे समय के पहिली कोनो भी चीज ला झन परखव। परभू के आवत तक इंतजार करव। ओह अंधियार म छुपे बातमन ला अंजोर म लानही अऊ ओह मनखेमन के हिरदय के बात ला परगट करही। ओतकी बेरा हर एक झन परमेसर ले परसंसा पाही। हे भाईमन, तुम्‍हर लाभ खातिर, मेंह ए बातमन म अपन अऊ अपुल्‍लोस के चरचा उदाहरन के रूप म करे हवंव, ताकि तुमन हमर ले ए कहावत के मतलब ला समझव, “परमेसर के बचन म लिखे बातमन ला मानव।” तब तुमन एक मनखे ला छोंड़के आने के ऊपर घमंड नइं करहू। कोन ह तुमन ला आने ले बने मनखे बनाथे? तुम्‍हर करा जऊन कुछू हवय, ओह परमेसर के दुवारा दिये गे हवय। अऊ जब तुमन ला ए चीजमन मिले हवय, त तुमन काबर अइसने घमंड करथव, जइसने एमन परमेसर के दान नो हंय? तुमन जऊन कुछू चाहथव, ओ जम्मो चीज तुम्‍हर करा पहिली ले हवय। तुमन पहिले ही धनी बन गे हवव। तुमन हमर बिगर राजा बन गे हवव। बने होतिस कि तुमन सहीच म राजा बन जातेव, ताकि हमन घलो तुम्‍हर संग राजा बन जातेन। काबरकि मोला अइसने लगथे कि परमेसर ह हमन ला सबले आखिरी म प्रेरित ठहराय हवय अऊ ओ भी ओ मनखेमन सहीं, जऊन मन ला खुले आम मिरतू दंड के सजा सुनाय गे हवय। हमन ह स्‍वरगदूत अऊ मनखेमन के जम्मो संसार बर एक तमासा बन गे हवन । हमन मसीह के खातिर मुरुख अन, पर तुमन मसीह म बहुंत बुद्धिमान अव। हमन दुरबल अन, पर तुमन बलवान अव। तुमन आदर पाथव, पर हमर अपमान होथे। हमन ए बखत घलो भूखन अऊ पीयासन हवन; हमन फटहा-चीरहा कपड़ा पहिरे हवन; हमन मार खावथन; हमर करा रहे बर घर नइं ए। हमन अपन हांथ ले कठोर मिहनत करथन। जब मनखेमन हमन ला गाली बकथें, त हमन ओमन ला आसिस देथन। जब हमर ऊपर अतियाचार करे जाथे, त हमन सह लेथन। जब मनखेमन हमर बदनामी करथें, त हमन नरम अऊ सांत मन होके जबाब देथन। अभी हमन धरती के कुड़ा-कचरा सहीं संसार के बेकार चीज अन। मेंह तुम्‍हर बेजत्ती करे बर ए बात नइं लिखत हवंव, पर अपन मयारू लइका जानके तुमन ला चेतावत हवंव। हालाकि मसीह म तुम्‍हर देख-रेख करइया हजारों मनखे हो सकथें, पर तुम्‍हर बहुंते ददा नइं एं, काबरकि सुघर संदेस के परचार करे के दुवारा मसीह यीसू म, मेंह तुम्‍हर ददा बन गेंव। एकरसेति, मेंह तुम्‍हर ले बिनती करथंव कि तुमन मोर सहीं चाल चलव। एकरे कारन, मेंह अपन मयारू बेटा तीमुथियुस ला तुम्‍हर करा पठोवत हवंव। ओह परभू म बिसवास के लइक अय। ओह तुमन ला, मसीह यीसू म मोर चाल-चलन के सुरता कराही अऊ जऊन बात, मेंह हर जगह कलीसिया म सिखोथंव, ओह मोर चाल-चलन ले मेल खाथे। तुमन ले कुछू झन घमंडी हो गे हवंय, जइसने कि मेंह अब तुम्‍हर करा आबेच नइं करंव। पर कहूं परभू के ईछा होही, त मेंह तुम्‍हर करा बहुंत जल्दी आहूं अऊ तब मेंह देखहूं कि ए घमंडी मनखेमन का गोठियावत हवंय अऊ ओमन करा का सक्ति हवय। काबरकि परमेसर के राज ह बात करे के चीज नो हय, पर एह सामरथ के बात ए। तुमन का चाहथव? का मेंह तुमन ला सजा दे बर आवंव? या फेर मेंह तुम्‍हर करा मया अऊ दयालु आतमा म होके आवंव? ए बात बताय गे हवय कि तुम्‍हर बीच म छिनारी होवथे अऊ ओ भी अइसने किसम के छिनारी, जऊन ह आनजातमन म घलो नइं होवय – एक मनखे ह अपन ददा के घरवाली ला रख ले हवय। अऊ तुमन घमंड करथव। तुमन ला तो एकर कारन ले दुःखी होना चाही अऊ जऊन मनखे ह अइसने काम करे हवय, ओला अपन संगति ले निकार बाहिर करना चाही। हालाकि मेंह सारीरिक रूप म तुम्‍हर संग नइं अंव, पर आतमा म मेंह तुम्‍हर संग हाजिर हवंव अऊ अइसने सोचव कि मेंह उहां हाजिर होके, ओ मनखे के बिरोध म फैसला सुना चुके हवंव, जऊन ह अइसने काम करे हवय। जब तुमन हमर परभू यीसू के नांव म जूरथव अऊ मेंह तुम्‍हर संग आतमा म हवंव अऊ हमर परभू यीसू के सामरथ उहां हवय, त ए मनखे ला सैतान के हांथ म सऊंप देवव, ताकि ओकर पापी सुभाव ह नास हो जावय अऊ परभू के दिन म ओकर आतमा ह बच जावय। तुम्‍हर घमंड करई ह ठीक नो हय। का तुमन नइं जानव कि थोरकन खमीर ह जम्मो गुंथाय आंटा ला खमीर कर देथे? जुन्ना खमीर सहीं पाप ला अपन म ले निकार दव, ताकि तुमन बिगर खमीर के नवां गुंथाय आंटा सहीं बिगर पाप के हो जावव – जइसने कि सही म तुमन हवव। काबरकि मसीह ह हमर बर बलिदान हो गे हवय, जऊन ह फसह के मेढ़ा पीला ए। एकरसेति आवव, हमन तिहार ला, ए जुन्ना खमीर के रोटी के संग झन मनई, काबरकि ए जुन्ना खमीर ह पाप अऊ दुस्‍टता ए। पर आवव, हमन बिगर खमीर के रोटी के संग तिहार ला मनई, काबरकि बिगर खमीर के रोटी ह ईमानदारी अऊ सच्‍चई ए। मेंह अपन चिट्ठी म तुमन ला लिखे हवंव कि छिनार मनखेमन संग संगति झन करव। मोर कहे के मतलब ए संसार के ओ मनखेमन नो हंय, जऊन मन अनैतिक, या लोभी अऊ धोखेबाज या मूरती-पूजा करइया अंय। काबरकि अइसने दसा म तो तुमन ला ए संसार ला छोड़ना पड़ जाही। पर मोर कहे के मतलब ए अय कि तुमन ओ मनखे के संग संगति झन करव, जऊन ह अपन-आप ला भाई (मसीह ऊपर बिसवास करइया) कहिथे, पर ओह छिनार या लोभी, मूरती-पूजा करइया या बदनामी करइया, पियक्‍कड़ या धोखेबाज ए। अइसने मनखे संग खाना घलो झन खावव। कलीसिया के बाहिर के मनखेमन के बारे म नियाय करई मोर काम नो हय। पर कलीसिया के मनखेमन के नियाय करई तुम्‍हर काम ए। परमेसर ह बाहिर के मनखेमन के नियाय करही। परमेसर के बचन म लिखे हवय, “कुकरमी मनखे ला अपन बीच म ले निकार दव।” यदि तुमन ले काकरो अपन संगी बिसवासी के संग कोनो बिवाद हवय, त ओह अबिसवासीमन करा नियाय बर जाय के हिम्मत कइसने करथे; एकर बनिस‍पत कि ओह संतमन (बिसवासीमन) ले ए झगरा के निपटारा करवाय? का तुमन नइं जानव कि परमेसर के मनखेमन संसार के नियाय करहीं? अऊ जबकि तुमन ला संसार के नियाय करना हवय, त का तुमन छोटे-छोटे झगरा के निपटारा करे के लइक नो हव? का तुमन नइं जानव कि हमन स्वरगदूतमन के नियाय करबो? त ए जिनगी के समस्या ला तुमन ला असानी से निपटाना चाही। एकरसेति, यदि तुम्‍हर बीच म अइसने बिवाद हवय, त तुमन नियाय करइया के रूप म ओमन ला ठहिरावव, जऊन मन कलीसिया म कम महत्‍व के समझे जाथें। मेंह ए बात एकरसेति कहथंव कि तुमन ला कुछू तो सरम होवय। का ए हालत हो गे हवय कि तुम्‍हर बीच म अइसने कोनो बुद्धिमान मनखे नइं ए, जऊन ह बिसवासी भाईमन म झगरा के निपटारा कर सकय? पर एकर बदले एक भाई ह दूसर भाई के बिरोध म अदालत जाथे अऊ अबिसवासीमन एकर नियाय करथें। तुम्‍हर बीच म मुकदमा होथे; एकर मतलब ए अय कि तुमन पूरा-पूरी हार मान ले हवव। तुमन खुद अनियाय काबर नइं सहव? तुमन खुद हानि काबर नइं उठावव? एकर बदले कि तुमन खुद अनियाय करथव अऊ हानि पहुंचाथव, अऊ ओ भी अपन भाईमन ला। का तुमन नइं जानव कि दुस्‍ट मनखेमन परमेसर के राज के वारिस नइं हो सकंय? धोखा झन खावव। न तो छिनारी करइया, न मूरती-पूजा करइया, न दूसर के माईलोगन संग बेभिचार करइया, न पुरूस बेस्या, न संगी-बेभिचारी, न चोर, न लोभी, न मतवाल, न बदनामी करइया अऊ न तो धोखेबाजमन परमेसर के राज के वारिस होहीं। तुमन ले कुछू मनखेमन अइसने रिहिन। पर परभू यीसू मसीह के नांव म अऊ हमर परमेसर के आतमा के दुवारा तुमन ला धोय गे हवय, तुमन ला पाप ले सुध करे गे हवय अऊ तुमन ला धरमी ठहिराय गे हवय। “मोला कुछू भी चीज करे के अनुमती हवय” – पर हर चीज ह लाभ के नो हय। “मोला कुछू भी चीज करे के अनुमती हवय” – पर मेंह कोनो भी चीज के गुलाम नइं बनंव। “भोजन ह पेट खातिर अऊ पेट ह भोजन खातिर अय” – पर परमेसर ह ए दूनों ला नास करही। देहें ह बेभिचार करे बर नो हय, पर परभू के सेवा करे बर अय अऊ परभू ह देहें के खियाल रखथे। परमेसर ह अपन सामरथ ले परभू ला मरे म ले जियाईस, अऊ ओह हमन ला घलो जियाही। का तुमन नइं जानव कि तुम्‍हर देहें ह मसीह के अंग ए? त का मेंह मसीह के अंग ला लेके बेस्या के संग जोड़ंव? अइसने कभू नइं होवय। का तुमन नइं जानव कि जऊन ह अपन-आप ला एक बेस्या के संग जोड़थे, ओह ओकर संग म एकेच तन हो जाथे? काबरकि परमेसर के बचन ह कहिथे, “ओ दूनों एक तन हो जाहीं।” पर जऊन ह अपन-आप ला परभू के संग जोड़थे, ओह ओकर संग आतमा म एक हो जाथे। एकरसेति छिनारी ले दूर रहव। आने जम्मो पाप जऊन ला मनखे ह करथे, ओह ओकर देहें के बाहिर होथे, पर जऊन ह छिनारी करथे, ओह अपन खुद के देहें के बिरोध म पाप करथे। का तुमन नइं जानव कि तुम्‍हर देहें ह पबितर आतमा के मंदिर ए, जऊन ह तुमन म रहिथे अऊ जऊन ला परमेसर ह तुमन ला दे हवय? तुमन अपन खुद के नो हव। परमेसर ह दाम देके तुमन ला बिसोय हवय। एकरसेति, अपन देहें के दुवारा परमेसर के आदर करव। अब मेंह ओ बातमन ला लिखत हंव, जेकर बारे म तुमन अपन चिट्ठी म पुछे हवव। यदि कोनो मनखे ह बिहाव नइं करय, त एह ओकर बर बने बात ए। पर छिनारी ले बचे बर, हर एक मनखे के अपन घरवाली अऊ हर एक माईलोगन के अपन घरवाला होवय। घरवाला ह अपन घरवाली के बिहाव हक ला पूरा करय, अऊ वइसने घरवाली ह अपन घरवाला के हक ला पूरा करय। घरवाली के देहें ह सिरिप ओकर अपन के नो हय, फेर एह ओकर घरवाला के घलो अय। ओही किसम ले घरवाला के देहें ह सिरिप ओकर अपन के ही नो हय, फेर एह ओकर घरवाली के घलो अय। एक-दूसर के बिहाव हक ला झन मारव, पर सिरिप एक-दूसर के सहमती ले कुछू समय बर सारीरिक संबंध ला बंद रखव, ताकि तुमन अपन ओ समय ला पराथना म बिता सकव। तब फेर एक संग हो जावव ताकि तुम्‍हर धीरज म कमी के कारन, सैतान ह तुमन ला झन परख सकय। मेंह ए बात तुम्‍हर भलई खातिर कहथंव; एह हुकूम नो हय। मेंह चाहथंव कि जइसने मेंह हवंव, वइसने जम्मो मनखेमन रहंय। पर परमेसर ह हर एक मनखे ला अलग-अलग बरदान दे हवय; कोनो ला ए बरदान, त कोनो ला ओ बरदान। पर मेंह अबिवाहित अऊ बिधवा मन ला ए कहथंव कि एह ओमन बर बने अय कि ओमन मोर सहीं अबिवाहित रहंय। पर कहूं ओमन अपन-आप ला सम्‍हाल नइं सकंय, त ओमन ला बिहाव कर लेना चाही, काबरकि कामातुर रहे के बदले बिहाव कर लेना उचित ए। सादी-सुदा मनखेमन ला मेंह ए हुकूम देवत हंव (मेंह नइं, पर परभू ह हुकूम देवत हवय) कि घरवाली ह अपन घरवाला ला झन छोंड़य। पर यदि ओह अपन घरवाला ला छोंड़ देथे, त ओह दूसर सादी झन करय या फेर ओह अपन घरवाला ले फेर मेल-मिलाप कर ले। अऊ घरवाला ह अपन घरवाली ला झन छोंड़य। बाकि मनखेमन ला परभू ह नइं, पर मेंह कहथंव कि यदि कोनो भाई के घरवाली ह परभू ऊपर बिसवास नइं करय, पर ओह ओ भाई के संग रहे चाहथे, त ओ भाई ह ओला झन छोंड़य। अऊ यदि कोनो माईलोगन के घरवाला ह परभू ऊपर बिसवास नइं करय, पर ओह ओ माईलोगन के संग रहे चाहथे, त ओ माईलोगन ह ओला झन छोंड़य। काबरकि जऊन घरवाला ह परभू के ऊपर बिसवास नइं करय, ओह अपन बिसवासी घरवाली के जरिये पबितर हो जाथे, अऊ जऊन घरवाली ह परभू ऊपर बिसवास नइं करय, ओह अपन बिसवासी घरवाला के जरिये पबितर हो जाथे। नइं तो तुम्‍हर लइकामन असुध होतिन, पर अब ओमन पबितर हवंय । पर जऊन मनखे ह परभू के ऊपर बिसवास नइं करय, यदि ओह छोंड़के चल देथे, त ओला जावन दव। अइसने दसा म बिसवासी मनखे या माईलोगन ऊपर कोनो बंधन नइं ए। परमेसर ह हमन ला सांति से रहे बर बलाय हवय। हे घरवाली, तेंह का जानथस कि तेंह अपन घरवाला के उद्धार करा लेबे? या हे घरवाला, तेंह का जानथस कि तेंह अपन घरवाली के उद्धार करा लेबे? हर एक मनखे ह जिनगी म वइसने ही चलय, जइसने परभू ह ओला दे हवय अऊ जेकरसेति परमेसर ह ओला बलाय हवय। एहीच नियम ला मेंह जम्मो कलीसिया म बताथंव। परमेसर के बलाय के पहिली जेकर खतना हो गे रिहिस, ओह खतनारहित झन बनय; अऊ परमेसर के बलाय के पहिली जेकर खतना नइं होय रिहिस, ओह खतना झन करावय। न तो खतना ह कुछू अय अऊ न ही खतनारहित; पर परमेसर के हुकूम ला मानना ही जम्मो कुछू अय। हर एक मनखे ला ओहीच दसा म रहना चाही, जऊन दसा म, ओह परमेसर के बलाय के बेरा म रिहिस। यदि तेंह गुलाम रहय, जब परमेसर ह तोला बलाईस, त एकर फिकर झन कर। पर यदि तेंह गुलामी ले छुटकारा पा सकथस, त ओकर उपाय कर। काबरकि जऊन ला परभू ह ओकर गुलामी के दसा म बलाईस, ओह परभू के दुवारा सुतंतर करे गे मनखे अय। ओहीच किसम ले जऊन ला सुतंतर दसा म बलाय गीस, ओह मसीह के गुलाम ए। दाम देके तुमन ला बिसोय गे हवय; मनखेमन के गुलाम झन बनव। हे भाईमन हो, हर एक मनखे परमेसर के संग ओ दसा म रहय, जऊन दसा म ओला बलाय गे रिहिस। कुवांरीमन के बारे म, मोला परभू ले कोनो हुकूम नइं मिले हवय, पर परभू के दया ले एक बिसवासयोग्य मनखे के रूप म, मेंह अपन बिचार ला बतावत हंव। अभी के संकट के कारन मेंह सोचथंव कि तुम्‍हर बर एह बने होही कि जइसने तुमन हवव, वइसने रहव। कहूं तुमन सादी-सुदा अव, त अपन घरवाली ला छोंड़े के कोसिस झन करव, अऊ कहूं तुमन बिहाव नइं करे हवव, त बिहाव करे के बारे म झन सोचव। पर कहूं तुमन बिहाव करथव, त एह पाप नो हय; अऊ कहूं कोनो कुवांरी ह बिहाव करथे, त ओह पाप नो हय। पर जऊन मन बिहाव करथें, ओमन ए जिनगी म बहुंत समस्या म पड़हीं, अऊ मेंह तुमन ला ए समस्या ले बचाय चाहथंव। हे भाईमन हो, मोर कहे के मतलब ए अय कि जादा समय नइं ए। एकरसेति अब ले, जऊन मन सादी-सुदा अंय, ओमन अइसने रहंय जइसने कि ओमन के सादी नइं होय रिहिस। जऊन मन दुःख मनाथें; ओमन अइसने रहंय, जइसने ओमन ला कोनो दुःख नइं रिहिस। जऊन मन खुस हवंय, ओमन अइसने रहंय जइसने ओमन खुस नइं रिहिन। जऊन मन कुछू बिसोथें, ओमन अइसने देखावंय जइसने कि ओ सामान ह ओमन के नो हय। जऊन मन संसार के चीजमन के उपयोग करथें, ओमन अइसने रहंय जइसने कि ओमन ए चीजमन म मगन नइं रिहिन। काबरकि ए संसार अभी जऊन दसा हवय, ओह बदलत जावत हवय। में चाहथंव कि तुमन कोनो किसम के चिंता झन करव। जेकर बिहाव नइं होय हवय, ओह परभू के काम के फिकर म रहिथे कि ओह परभू ला कइसने खुस करय। पर एक सादी-सुदा मनखे, ए संसार के काम के फिकर म रहिथे कि ओह अपन घरवाली ला कइसने खुस रखय; अऊ ओकर मन ह एती-ओती होवत रहिथे। जऊन माईलोगन के बिहाव नइं होय हवय, ओह या एक कुवांरी ह परभू के काम के फिकर म रहिथे। ओकर उदेस्य ए रहिथे कि ओह अपन देहें अऊ आतमा दूनों के दुवारा परभू के सेवा म लगे रहय। पर सादी-सुदा माईलोगन ह ए संसार के काम के फिकर म रहिथे कि ओह अपन घरवाला ला कइसने खुस रखय। मेंह ए बात तुम्‍हर भलई खातिर कहथंव, तुमन म बंधना डाले बर नइं। मेंह चाहथंव कि तुमन सही अऊ बने काम करव अऊ अपन हिरदय ला बिगर एती-ओती लगाय, पूरा-पूरी अपन-आप ला परभू के सेवा म दे दव। यदि काकरो मंगनी हो गे हवय अऊ ओकर हाव-भाव ह ओ टूरी के प्रति उचित नइं ए, अऊ यदि ओ टूरी के जवानी ह ढरत जावथे अऊ ओ मनखे ह महसूस करथे कि ओला बिहाव कर लेना चाही, त ओला अइसनेच करना चाही। एह पाप नो हय। ओमन ला बिहाव कर लेना चाही। पर ओ मनखे जऊन ह अपन मन म पक्‍का बिचार कर ले हवय, अऊ ओला जरूरत नइं ए, अऊ ओह अपन ईछा ला काबू म रखथे, अऊ ओह अपन मन म ठान ले हवय कि ओह लड़की ले अभी बिहाव नइं करय, त ए मनखे घलो सही काम करथे। एकरसेति, जऊन ह टूरी ले बिहाव करथे, ओह बने करथे, पर जऊन ह टूरी ले बिहाव नइं करय, ओह अऊ घलो बने करथे। जब तक कोनो माईलोगन के घरवाला ह जीयत हवय, तब तक ओह ओकर ले बंधे हवय। पर यदि ओकर घरवाला ह मर जावय, त ओह जेकर ले चाहय, ओकर ले बिहाव करे बर सुतंतर ए, पर ओह परभू के ही मनखे होना चाही। मोर बिचार म, ओह जादा खुस रहिही, यदि ओह जइसने हवय वइसनेच रहय, अऊ में सोचथंव कि परमेसर के आतमा ह मोर म हवय। अब मूरतीमन ला चघाय गे चीजमन के बारे म: हमन जानथन कि हमन जम्मो झन करा गियान हवय। गियान ह घमंड ला लाथे, पर मया के दुवारा बढ़ती होथे। यदि कोनो सोचथे कि ओह कुछू जानथे, त ओला जइसने जानना चाही, ओह अभी तक ले नइं जानथे। पर जऊन ह परमेसर ले मया करथे, ओला परमेसर ह जानथे। एकरसेति, मूरतीमन ला चघाय गे चीज ला खाय के बारे म: हमन जानथन कि संसार म मूरती के कोनो सच्‍चई नइं ए, अऊ एके झन परमेसर ला छोंड़के अऊ कोनो परमेसर नइं ए। हालाकि अकास म या धरती ऊपर बहुंते मन देवता कहाथें (अऊ वास्तव म ए किसम के बहुंते “देवता” अऊ बहुंते “परभू” हवंय), पर हमर बर तो सिरिप एकेच परमेसर हवय याने कि ददा परमेसर जऊन ह जम्मो चीज ला बनाईस अऊ जेकर बर हमन जीयत हवन; अऊ सिरिप एकेच परभू हवय याने कि यीसू मसीह जेकर जरिये जम्मो चीजमन बनाय गीन अऊ जेकर जरिये हमन जीयत हवन। पर हर एक झन ए बात ला नइं जानय। कुछू मनखेमन ला मूरतीमन के अइसने आदत हो गे हवय कि जब ओमन ए किसम के खाना ला खाथें, त एला मूरती ला चघाय गे खाना समझथें, अऊ ओमन के बिवेक ह कमजोर होय के कारन एह असुध ठहरथे। खाना ह हमन ला परमेसर के लकठा म नइं लानय। यदि हमन एला नइं खाथन, त कोनो नुकसान नइं होवय, अऊ यदि खाथन, त कुछू फायदा नइं होवय। सचेत रहव, ताकि तुम्‍हर ए सुतंतरता ह बिसवास म कमजोर मनखे के पाप म गिरे के कारन झन बनय। तुमन ला मूरती के मंदिर म खाय के बारे म गियान हवय, पर यदि कोनो कमजोर बिवेक वाला तुमन ला उहां खावत देखथे, त का ओह मूरती ला चघाय खाना ला खाय बर उत्साहित नइं होही। ए किसम ले, ए भाई ह जेकर बिवेक ह कमजोर हवय अऊ जेकर बर मसीह ह मरिस, ओह तुम्‍हर गियान के कारन नास हो जाही। जब तुमन ए किसम ले अपन भाई के बिरोध म पाप करथव अऊ ओमन के कमजोर बिवेक ला चोट पहुंचाथव, त तुमन मसीह के बिरोध म पाप करथव। एकरसेति, यदि मोर कुछू खाय के कारन मोर भाई ह पाप म गिरथे, त मेंह मांस ला फेर कभू नइं खावंव ताकि मेंह ओकर पाप म गिरे के कारन झन बनंव। का मेंह सुतंतर नइं अंव? का मेंह प्रेरित नो हंव? का मेंह हमर परभू यीसू ला नइं देखे हवंव? का तुमन परभू म मोर काम के फर नो हव? भले ही मेंह आने मन बर प्रेरित नो हंव, पर तुम्‍हर बर तो प्रेरित अंव। काबरकि एक प्रेरित के रूप म मेंह जऊन काम, परभू म करे हवंव, तुमन ओकर छाप अव। जऊन मन मोला परखत हवंय, ओमन बर मोर ए जबाब अय। का हमन ला खाय-पीये के अधिकार नइं ए? का हमन ला ए अधिकार नइं ए कि कोनो बिसवासी बहिनी ले बिहाव करके, ओला अपन संग यातरा म लेके चलन, जइसने कि आने प्रेरित अऊ पतरस (कैफा) अऊ परभू के भाईमन करत हवंय। या फेर सिरिप मोर अऊ बरनबास बर ए जरूरी अय कि हमन अपन भरन-पोसन बर काम करन। कोन ह अपन खुद के खरचा ले सेना म सैनिक के काम करथे? कोन ह अंगूर के बारी लगाथे अऊ ओकर अंगूर ला नइं खावय? कोन ह पसुमन के देख-रेख करथे अऊ ओमन के गोरस नइं पीयय? का मेंह ए बात सिरिप मनखे के सोच के मुताबिक कहथंव? का मूसा के कानून घलो एहीच बात नइं कहय? काबरकि मूसा के कानून म ए लिखे हवय: “दंऊरी म चलत बइला के मुहूं ला झन बांध।” का एह बइला ए, जेकर बारे म परमेसर ह फिकर करथे? का ओह हमर बारे म नइं कहत हवय? निस्चित रूप ले, एह हमर बर लिखे गे हवय, काबरकि नांगर जोतइया अऊ दंऊरी चलइया मन ला, ए आसा म अपन काम ला करना चाही कि ओमन ला फसल के बांटा मिलही। यदि हमन तुम्‍हर बीच म आतमिक बीज बोय हवन, अऊ तुम्‍हर ले संसारिक मदद लेथन, त का एह जादाती ए? यदि आने मन तुम्‍हर ले ए मदद लेय के अधिकार रखथें, त का हमर अऊ घलो जादा हक नइं बनय? पर हमन ए अधिकार के उपयोग नइं करेन। एकर बदले, हमन जम्मो बात ला सहे हवन ताकि हमन मसीह के सुघर संदेस के परचार म कोनो बाधा झन होवन। का तुमन नइं जानव कि जऊन मन मंदिर म काम करथें, ओमन ला मंदिर म ले खाना मिलथे, अऊ जऊन मन बेदी म सेवा करथें, ओमन ला बेदी म चघाय गे चीज म ले बांटा मिलथे? ओहीच किसम ले, परभू ह हुकूम दे हवय कि जऊन मन सुघर संदेस के परचार करथें, ओमन के भरन-पोसन सुघर संदेस म ले होवय। पर मेंह एम ले कोनो भी अधिकार के उपयोग नइं करेंव। अऊ मोर लिखे के ए मतलब नो हय कि तुमन मोर बर अइसने करव। काबरकि मेंह मर जाना पसंद करहूं, एकर बनिस‍पत कि कोनो मोर ए घमंड ला बेकार समझय। तभो ले जब मेंह सुघर संदेस के परचार करथंव, त एह मोर बर कुछू घमंड के बात नो हय, काबरकि परचार करे बर, मेंह बाध्य अंव। यदि मेंह सुघर संदेस के परचार नइं करंव, त मोर ऊपर धिक्‍कार ए। यदि मेंह अपन ईछा ले परचार करथंव, त मोर बर एक इनाम रखे हवय; पर यदि मेंह अपन ईछा ले एला नइं करंव, त मेंह सिरिप ओ जिम्मेदारी ला पूरा करत हंव, जऊन ला परभू ह मोला सऊंपे हवय। तब का ए मोर इनाम? सिरिप ए कि मेंह सुघर संदेस के परचार मुफत म करंव, अऊ एकर परचार करे म अपन अधिकार के उपयोग नइं करंव। हालाकि मेंह कोनो मनखे के अधीन म नइं अंव, तभो ले मेंह अपन-आप ला हर एक जन के दास बनाथंव, ताकि जादा से जादा मनखेमन ला मेंह परभू बर जीत सकंव। यहूदीमन बर मेंह यहूदी सहीं बन गेंव, ताकि यहूदीमन ला जीत सकंव। जऊन मन मूसा के कानून के अधीन म हवंय, ओमन बर मेंह मूसा के कानून के अधीन म रहे सहीं बनेंव (हालाकि मेंह कानून के अधीन नइं अंव), ताकि जऊन मन मूसा के कानून के अधीन म हवंय, ओमन ला परभू बर जीत सकंव। जेमन करा मूसा के कानून नइं ए याने कि आनजातमन बर, मेंह आनजात सहीं बन गेंव ताकि मेंह आनजातमन ला परभू बर जीत सकंव। एकर मतलब ए नो हय कि मेंह परमेसर के कानून ला नइं मानंव; मेंह मसीह के कानून के अधीन म हवंव। बिसवास म कमजोर मनखेमन बर, मेंह कमजोर बनेंव, ताकि कमजोर मनखेमन ला परभू बर जीत सकंव। मेंह जम्मो मनखे बर जम्मो कुछू बनेंव, ताकि कोनो भी किसम ले ओम के कुछू मनखे के उद्धार करा सकंव। मेंह सुघर संदेस के हित म, ए जम्मो काम करथंव ताकि एकर आसिस म भागीदार हो सकंव। का तुमन नइं जानव कि दऊड़ म जम्मो झन दऊड़थें, पर सिरिप एके झन ला इनाम मिलथे? एकरसेति अइसने दऊड़व कि तुमन ला इनाम मिलय। हर खिलाड़ी ह सिखे के समय म अपन-आप ला बहुंत अनुसासन म रखथे। ओमन एक नासमान मुकुट ला पाय बर, अइसने करथें, पर हमन तो ओ मुकुट ला पाय बर काम करथन, जऊन ह सदाकाल तक रहिही। एकरसेति, मेंह ओ मनखे सहीं नइं दऊड़ंव, जऊन ह बिगर कोनो उदेस्य के दऊड़थे; मेंह ओ मनखे सहीं नइं लड़ंव, जऊन ह हवा म मुक्‍का मारथे। पर मेंह अपन देहें ला तकलीफ देथंव अऊ एला अपन बस म रखथंव, ताकि आने मन ला परचार करे के बाद, मेंह खुद इनाम ले बंचित झन होवंव। हे भाईमन हो, मेंह नइं चाहत हंव कि तुमन ए बात ले अनजान रहव कि हमर पुरखामन बादर के छइहां म रिहिन अऊ ओ जम्मो झन समुंदर के बीच म ले पार हो गीन। मूसा के पाछू चलइया के रूप म, ओमन बादर म अऊ समुंदर म बतिसमा लीन। ओ जम्मो झन एकेच आतमिक भोजन करिन; अऊ जम्मो झन एकेच आतमिक पानी ला पीईन; काबरकि ओमन ओ आतमिक चट्टान म ले पीयत रिहिन, जऊन ह ओमन के संगे-संग चलत रिहिस अऊ ओ चट्टान ह मसीह रिहिस। तभो ले परमेसर ह ओम के जादातर मनखेमन ले खुस नइं रिहिस, एकरसेति ओमन सुनसान जगह म एती-ओती होके मर गीन । ए बातमन हमर बर एक चेतउनी के रूप म अय, ताकि हमन, ओमन सहीं अपन मन ला खराप बात म झन लगावन। मूरती पूजा झन करव, जइसने कि ओम के कुछू मनखेमन करिन। परमेसर के बचन म लिखे हवय: “मनखेमन खाय-पीये बर बईठिन अऊ नाचे बर ठाढ़ होईन।” हमन छिनारी झन करन जइसने कि ओम के कुछू मनखेमन करिन अऊ एके दिन म ओम ले तेइस हजार मनखे मर गीन। हमन परभू ला झन परखन, जइसने कि ओम के कुछू मनखेमन करिन अऊ सांपमन के चाबे ले मर गीन। तुमन झन कुड़कुड़ावव जइसने कि ओम के कुछू मनखेमन करिन अऊ नास करइया स्‍वरगदूत के दुवारा मारे गीन। जऊन बातमन ओमन के ऊपर होईस ओह उदाहरन के रूप म रिहिस अऊ ओ बातमन ला हमर बर चेतउनी के रूप म लिखे गीस, काबरकि हमन ओ जुग म रहत हवन, जब संसार के अंत होवइया हवय। एकरसेति, यदि तुमन ए सोचथव कि तुमन बिसवास म मजबूत हवव, त सचेत रहव, ताकि तुमन पाप म झन पड़व। तुमन कोनो अइसने परिछा म नइं पड़े हवव, जऊन ह मनखे के सहे के बाहिर ए। परमेसर ह बिसवासयोग्य अय अऊ ओह तुमन ला तुम्‍हर सक्ति ले बाहिर परिछा म पड़न नइं देवय। पर जब तुमन परिछा म पड़ जावव, त ओह तुमन ला परिछा ले बाहिर निकरे के उपाय घलो बताही, ताकि तुमन ओला सह सकव। एकरसेति, हे मोर मयारू संगीमन हो! मूरती पूजा ले दूरिहा रहव। मेंह तुमन ला बुद्धिमान मनखे जानके कहथंव; जऊन बात मेंह कहथंव, ओला तुमन खुदे परखव। ओ धनबाद के कटोरा, जेकर बर हमन परमेसर ला धनबाद देथन, का एह मसीह के लहू म भागीदारी नो हय? अऊ जऊन रोटी ला हमन टोरथन, का एह मसीह के देहें म भागीदारी नो हय? काबरकि एकेच रोटी ए; हमन हालाकि बहुंत झन हवन, पर हमन एकेच देहें अन, काबरकि हमन जम्मो झन ओ एकेच रोटी म भागी होथन। इसरायली मनखेमन ला देखव: जऊन मन बलिदान म चघाय गे चीज ला खाथें, का ओमन बेदी म भागी नइं होवंय? तब मोर कहे के का मतलब ए? का मूरती ला चघाय बलिदान ह कुछू ए, या मूरती ह कुछू ए? कुछू घलो नइं। पर में कहथंव कि आनजातमन जऊन बलिदान चघाथें, ओमन परेत आतमामन ला चघाथें, परमेसर ला नइं, अऊ मेंह नइं चाहंव कि तुमन परेत आतमामन के संग भागीदार होवव। तुमन परभू के कटोरा अऊ परेत आतमामन के कटोरा, दूनों म ले नइं पी सकव। तुमन परभू के भोज अऊ परेत आतमामन के भोज, दूनों म सामिल नइं हो सकव। का हमन परमेसर ला गुस्सा देवाथन? का हमन ओकर ले जादा बलवान अन? “हमन ला हर चीज करे के अनुमती हवय” – पर हर चीज ह लाभ के नो हय। “हमन ला हर चीज करे के अनुमती हवय” – पर हर चीज ले उन्नति नइं होवय। हमन ला सिरिप अपन भलई ही नइं, पर आने मन के भलई घलो देखना चाही। बजार म जऊन मांस बिकथे, ओला खावव अऊ बिवेक के कारन कोनो सवाल झन पुछव, काबरकि परमेसर के बचन ह कहिथे, “धरती अऊ एम के हर एक चीज परभू के अय।” यदि कोनो अबिसवासी तुमन ला खाय बर बलाथे, अऊ तुमन जाय बर चाहथव, त जऊन कुछू तुम्‍हर आघू म परोसे जाथे, ओला खावव अऊ बिवेक के कारन कोनो सवाल झन पुछव। पर यदि कोनो तुमन ला बता देथे कि एह बलिदान म चघाय गे खाना अय; त ओ बतइया के सेति अऊ बिवेक के सेति, ओ खाना ला झन खावव। मोर कहे के मतलब तुम्‍हर बिवेक नइं, पर आने मनखे के बिवेक। काबरकि मोर सुतंतरता ह आने मनखे के बिवेक दुवारा काबर परखे जावय? यदि मेंह परमेसर ला धनबाद देके ओ खाना म सामिल होथंव, त ओकर बर मोर ऊपर काबर दोस लगना चाही? एकरसेति, चाहे तुमन खावव या पीयव या जऊन कुछू घलो करव, ए जम्मो काम परमेसर के महिमा बर करव। तुमन काकरो पाप म गिरे के कारन झन बनव, चाहे ओह यहूदी होवय या यूनानी होवय या परमेसर के कलीसिया। जऊन कुछू मेंह करथंव, ओकर दुवारा मेंह हर एक मनखे ला खुस रखे के कोसिस करथंव। काबरकि मेंह अपन खुद के भलई नइं, पर बहुंते झन के भलई ला देखथंव कि ओमन उद्धार पावंय। मोर चाल-चलन के नकल करव, जइसने मेंह मसीह के चाल-चलन के नकल करथंव। मेंह तुम्‍हर परसंसा करत हंव काबरकि तुमन हर एक बात म मोला सुरता करथव अऊ जऊन बात मेंह तुमन ला सिखोय रहेंव, ओकर मुताबिक चलथव। अब मेंह चाहथंव कि तुमन ए बात ला जान लेवव कि हर आदमी के मुड़ ह मसीह ए, अऊ माईलोगन के मुड़ ह ओकर घरवाला ए अऊ मसीह के मुड़ ह परमेसर ए। ओ मनखे जऊन ह अपन मुड़ ला ढांक के पराथना या अगमबानी करथे, ओह अपन मुड़ के अपमान करथे। अऊ ओ माईलोगन जऊन ह अपन मुड़ ला बिगर ढांके पराथना या अगमबानी करथे, ओह अपन मुड़ के अपमान करथे – ए बात ह अइसने अय मानो ओह अपन बाल ला मुड़वा ले हवय। यदि कोनो माईलोगन अपन मुड़ ला नइं ढांकय, त ओला अपन मुड़ ला मुड़वा लेना चाही; अऊ यदि माईलोगन बर ओकर बाल कटई या बाल मुड़वई कलंक के बात ए, त ओला अपन मुड़ ढांकना चाही। आदमी ला अपन मुड़ नइं ढांकना चाही, काबरकि ओह परमेसर के सरूप अऊ महिमा ए, पर माईलोगन ह आदमी के महिमा ए। आदमी ह माईलोगन ले बनाय नइं गीस, पर माईलोगन ह आदमी ले बनाय गीस; अऊ आदमी ह माईलोगन बर बनाय नइं गीस, पर माईलोगन ह आदमी बर बनाय गीस। एकरे कारन, अऊ स्वरगदूतमन के कारन, माईलोगन ला अपन मुड़ म अधिकार के चिन्‍हां होना चाही। तभो ले परभू म न तो माईलोगन ह आदमी ले अलग अय अऊ न ही आदमी ह माईलोगन ले अलग अय। काबरकि जइसने माईलोगन ह आदमी ले बनाय गीस, वइसने आदमी ह घलो माईलोगन ले जनमे हवय। पर हर चीज परमेसर करा ले आथे। तुमन खुदे सोचव: का कोनो माईलोगन बर एह उचित ए कि ओह बिगर मुड़ ढांके परमेसर ले पराथना करय? सुभाविक रूप ले का तुमन नइं जानव कि यदि कोनो आदमी ह लम्‍बा बाल रखथे, त एह ओकर बर कलंक के बात ए, पर यदि कोनो माईलोगन ह लम्‍बा बाल रखथे, त एह ओकर सोभा ए? काबरकि लम्‍बा बाल, ओला ढांके बर दिये गे हवय। यदि कोनो एकर बारे म बहस करे चाहथे, त मेंह सिरिप ए कह सकथंव कि न तो हमर अऊ न ही परमेसर के कलीसियामन के कोनो आने रीति-रिवाज हवय। अब जऊन बात मेंह तुमन ला लिखत हवंव, ओम मेंह तुम्‍हर बड़ई नइं करंव, काबरकि कलीसिया के सभा म तुमन भलई करे के बदले जादा नुकसान करथव। पहिली बात, मेंह ए सुने हवंव कि जब तुमन एक कलीसिया के रूप म जूरथव, त तुम्‍हर बीच म दलबंदी दिखथे; अऊ मेंह ए बात ला कुछू हद तक बिसवास घलो करथंव। एह जरूरी ए कि तुमन म दलबंदी होवय ताकि तुमन के बीच म जऊन मन सही अंय, ओमन के पहिचान होवय। जब तुमन एक संग जूरथव अऊ जऊन चीज ला खाथव, ओह परभू भोज नो हय, काबरकि हर मनखे ह दूसर ला अगोरे बिगर खा लेथे। कोनो तो भूखन रहि जाथे अऊ कोनो मतवाल हो जाथे। खाय-पीये बर का तुम्‍हर घर नइं ए? या फेर तुमन परमेसर के कलीसिया ला तुछ समझथव अऊ जऊन मन करा कुछू नइं ए, ओमन के अपमान करथव। मेंह तुमन ला का कहंव? ए बात बर का मेंह तुम्‍हर बड़ई करंव? बिलकुल नइं। काबरकि जऊन बात परभू ह मोला बताईस, ओला मेंह तुमन ला बता देंव: जऊन रतिहा परभू यीसू ला पकड़े गीस, ओ रतिहा ओह रोटी लीस अऊ परमेसर ला धनबाद देके ओला टोरिस अऊ कहिस, “एह मोर देहें अय, जऊन ह तुम्‍हर बर अय। मोर सुरता म एही करे करव।” खाना खाय के बाद, ओही किसम ले परभू ह कटोरा ला लीस अऊ कहिस, “ए कटोरा ह मोर लहू म नवां करार ए; जब भी तुमन एला पीयव, त ए काम ला मोर सुरता म करे करव।” काबरकि जब भी तुमन ए रोटी ला खाथव अऊ ए कटोरा म ले पीथव, त तुमन परभू के मिरतू के परचार तब तक करथव, जब तक कि ओह फेर नइं आ जावय। एकरसेति, जऊन ह गलत ढंग ले परभू के रोटी ला खाथे या ओकर कटोरा म ले पीथे, त ओह परभू के देहें अऊ लहू के बिरोध म पाप करे के दोसी ठहिरथे। एकरसेति, हर एक झन रोटी ला खाय अऊ कटोरा म ले पीये के पहिली अपन-आप ला जांचय। काबरकि जऊन ह परभू के देहें के महत्‍व ला समझे बिगर, रोटी ला खाथे अऊ कटोरा म ले पीथे, ओह अपन ऊपर दंड लाथे। एकरे कारन तुमन ले कतको झन दुरबल अऊ बेमार पड़े हवंय अऊ कतको झन तो मर घलो गे हवंय। पर यदि हमन अपन-आप ला जांचबो, त हमन सजा के भागी नइं होबो। जब परभू ह हमन ला जांचथे-परखथे, त ओह हमर ताड़ना करथे ताकि हमन संसार के मनखेमन संग दोसी झन ठहिरन। एकरसेति, हे मोर भाईमन हो, जब तुमन परभू भोज खाय बर जूरथव, त एक-दूसर खातिर अगोरव। यदि कोनो ला भूख लगथे, त ओला घर म खा लेना चाही, ताकि जब तुमन जूरव, त ए बात ह दंड के कारन झन बनय। अऊ जब मेंह आहूं, त अऊ आने चीजमन के बारे म बताहूं। हे भाईमन हो, मेंह चाहथंव कि तुमन ओ बरदानमन के बारे म जानव, जऊन ला पबितर आतमा देथे। तुमन जान-थव कि जब तुमन आनजात रहेव, त कोनो न कोनो किसम ले तुमन मूरतीमन के परभाव म रहेव अऊ ओमन के पाछू चलत रहेव, जऊन मन कि गोठियाय नइं सकंय। एकरसेति, तुमन ए बात ला जान लेवव कि जऊन ह परमेसर के आतमा म होके गोठियाथे, ओह ए नइं कहय, “यीसू ह सरापित ए।” अऊ पबितर आतमा के अगुवई के बिगर कोनो ए नइं कह सकय, “यीसू ह परभू ए।” कतको किसम के आतमिक बरदान हवय, पर एकेच पबितर आतमा हवय, जऊन ह ए बरदान देथे। कतको किसम के सेवा हवय, पर एकेच परभू ए, जेकर सेवा हमन करथन। काम करे के कतको तरिका हवय, पर एकेच परमेसर ह जम्मो काम ला करे के काबिल जम्मो मनखेमन ला बनाथे। हर एक मनखे ला जम्मो के भलई करे बर पबितर आतमा के बरदान दिये जाथे। एक झन ला पबितर आतमा ह बुद्धि के बात देथे, त ओहीच आतमा ह दूसर ला गियान के बात देथे। कोनो ला ओहीच आतमा ह बिसवास, त कोनो ला ओहीच आतमा ले चंगा करे के बरदान मिलथे। कोनो ला चमतकार के काम करे के, त कोनो ला अगमबानी करे के, त कोनो ला आतमामन ला परखे के, त कोनो ला अनजान भासा म गोठियाय के अऊ कोनो ला अनजान भासामन के अनुवाद करे के बरदान मिलथे। ए जम्मो काम ला एकेच अऊ ओहीच पबितर आतमा ह करथे अऊ ओह जइसने चाहथे, वइसने हर एक मनखे ला ए बरदान बांट देथे। जइसने कि देहें ह एक अय अऊ एकर बहुंते अंग हवंय, अऊ ए जम्मो अंग मिलके एकेच देहें बनथे। वइसनेच बात, मसीह के संग घलो अय। काबरकि हमन जम्मो झन ला एकेच पबितर आतमा के दुवारा, एकेच देहें होय बर बतिसमा मिलिस – चाहे ओमन यहूदी होवंय या यूनानी, चाहे गुलाम होवंय या सुतंतर मनखे; हमन जम्मो झन ला ओहीच पबितर आतमा दिये गे हवय। देहें ह एक अंग ले नइं, फेर बहुंते अंग ले मिलके बने हवय। कहूं गोड़ ह कहय, “मेंह हांथ नो हंव, एकरसेति मेंह देहें के नो हंव,” त एकर मतलब ए नइं होवय कि गोड़ ह देहें ले अलग हो जाथे। अऊ कहूं कान ह कहय, “मेंह आंखी नो हंव, एकरसेति मेंह देहें के नो हंव,” त एकर मतलब ए नइं होवय कि कान ह देहें ले अलग हो जाथे। कहूं जम्मो देहें ह एक ठन आंखी होतिस, त सुने के काम कइसने होतिस? यदि जम्मो देहें ह एक ठन कान होतिस, त फेर सुंघे के काम कइसने होतिस? पर परमेसर ह जइसने उचित समझिस, वइसने हर अलग-अलग अंग ला देहें म रखिस। कहूं ए जम्मो ह एके ठन अंग होतिन, त फेर देहें ह कहां होतिस? पर जइसने कि अंग तो बहुंते हवंय, पर देहें ह एक अय। आंखी ह हांथ ला नइं कहे सकय, “मोला तोर जरूरत नइं ए।” अऊ मुड़ ह गोड़ ला नइं कहे सकय, “मोला तोर जरूरत नइं ए।” एकर उल्टा, देहें के जऊन अंगमन आने ले कमजोर दिखथें, ओमन ह बहुंत जरूरी अंय, अऊ जऊन अंगमन ला हमन कम महत्‍व के समझथन, ओमन ला हमन जादा महत्‍व देथन। अऊ देहें के जऊन अंगमन जादा बने नइं दिखंय, हमन ओमन ला जादा धियान देथन, जबकि हमर देहें के सुघर अंगमन ला जादा धियान देके जरूरत नइं ए। पर परमेसर ह देहें के अंगमन ला एक संग जोड़े हवय, अऊ जऊन अंगमन कम महत्‍व के रिहिन, ओमन ला ओह जादा महत्‍व दे हवय, ताकि देहें के अंगमन म फूट झन पड़य, पर एकर अंगमन एक-दूसर बर बरोबर चिंता करंय। कहूं एक अंग ह दुःख पाथे, त ओकर संग जम्मो अंगमन दुःख पाथें; अऊ कहूं एक अंग के बड़ई होथे, त जम्मो अंगमन ओकर संग खुसी मनाथें। अब तुमन मसीह के देहें अव, अऊ तुमन के हर एक एकर अंग अय। अऊ परमेसर ह कलीसिया म अलग-अलग मनखेमन ला ठहिराय हवय: पहिली प्रेरितमन ला, दूसरा अगमजानीमन ला, तीसरा गुरूमन, तब चमतकार के काम करइयामन, तब ओमन ला, जऊन मन करा चंगा करे के बरदान हवय, अऊ आने के मदद करइयामन, अऊ तब ओमन ला, जऊन मन ला सासन-परबंध करे के बरदान हवय अऊ आखिरी म नाना किसम के भासा बोलइयामन। का जम्मो झन प्रेरित अंय? का जम्मो झन अगमजानी अंय? का जम्मो झन गुरू अंय? का जम्मो झन चमतकार के काम करथें? का जम्मो झन करा चंगा करे के बरदान हवय? का जम्मो झन नाना किसम के भासा म गोठियाथें? का जम्मो झन नाना किसम के भासा के अनुवाद करथें। नइं! पर तुमन बड़े ले बड़े बरदान पाय के धुन म रहव। पर अब मेंह तुमन ला सबले उत्तम बात बतावत हंव। कहूं मेंह मनखेमन अऊ स्वरगदूतमन के भासा म गोठियावंव, पर मया नइं रखंव, त मेंह सिरिप टनटनावत घंटा या फेर झनझनावत झांझ (मंजीरा) सहीं अंव। कहूं मोर करा अगमबानी करे के बरदान हवय, अऊ मेंह जम्मो भेद अऊ जम्मो गियान के बात ला समझथंव, अऊ कहूं मोला इहां तक बिसवास हवय कि मेंह पहाड़मन ला घलो हटा सकथंव; पर मया नइं रखंव, त मेंह कुछूच नो हंव। कहूं मेंह अपन जम्मो संपत्ति गरीबमन ला बांट देवंव अऊ अपन देहें ला जलाय बर दे दंव; पर मया नइं रखंव, त मोला कुछू फायदा नइं। मया ह धीरज धरथे अऊ एह दयालु ए। मया ह जलन नइं रखय, एह डींग नइं मारय, अऊ एह घमंड नइं करय। मया ह खराप बरताव नइं करय; एह अपन खुद के भलई नइं देखय, एह जल्दी गुस्सा नइं होवय; एह काकरो बात के बुरा नइं मानय। मया ह कुकरम ले खुस नइं होवय, पर सच बात ले खुस होथे। मया ह जम्मो बात ला सह लेथे, जम्मो बात ऊपर बिसवास करथे, जम्मो बात के आसा रखथे अऊ जम्मो बात म धीरज धरे रहिथे। मया ह कभू खतम नइं होवय। अगमबानी बंद हो जाही; आने-आने भासा म गोठियाई बंद हो जाही; गियान ह खतम हो जाही। काबरकि हमर गियान ह अधूरा हवय अऊ हमर अगमबानी ह अधूरा हवय, पर जब सर्वसिद्ध आही, त अधूरा पन ह मिट जाही। जब मेंह लइका रहेंव, त लइकामन सहीं गोठियावत रहेंव, लइकामन सहीं सोचत रहेंव, अऊ मोर समझ ह लइकामन सहीं रिहिस। पर जब मेंह सियाना हो गेंव, त मेंह लइकापन के बात ला छोंड़ देंव। अभी हमन ला दरपन म धुंधला दिखथे, पर बाद म हमन आमने-सामने देखबो। अभी मेंह पूरा-पूरी नइं जानत हंव, पर बाद म मेंह पूरा-पूरी जानहूं, जइसने कि परमेसर ह मोला पूरा-पूरी जान गे हवय। पर अब ए तीनों बचे हवंय: बिसवास, आसा अऊ मया। पर ए तीनों म सबले बड़े मया ए। मया म चलव अऊ आतमिक बरदानमन के धुन म रहव, खास करके अगमबानी करे के बरदान पाय के धुन म रहव। कहूं कोनो अनजान भासा म बोलथे, त ओह मनखेमन ले नइं, पर परमेसर ले गोठियाथे, काबरकि ओकर बात ला कोनो नइं समझंय; ओह अपन आतमा म भेद के बात गोठियाथे। पर जऊन ह अगमबानी करथे, ओह मनखेमन ले ओमन के उन्नति, उत्साह अऊ सांति के बात करथे। जऊन ह अनजान भासा म गोठियाथे, ओह अपन खुद के मदद करथे, पर जऊन ह अगमबानी करथे, ओह कलीसिया के उन्नति म मदद करथे। मेंह चाहथंव कि तुमन जम्मो झन अनजान भासा म गोठियावव, पर ओकर ले घलो जादा मेंह ए चाहथंव कि तुमन अगमबानी करव। काबरकि जऊन ह अनजान भासा म गोठियाथे, यदि ओह कलीसिया के उन्नति बर अनुवाद नइं करय, त फेर अगमबानी करइया के महत्‍व ओकर ले बढ़ के ए। एकरसेति, हे भाईमन हो, कहूं मेंह तुम्‍हर करा आके अनजान भासामन म गोठियावंव, अऊ तुम्‍हर ले नवां बात, या गियान या अगमबानी या उपदेस के बात नइं करंव, त फेर मोर ले तुमन ला का फायदा होही? एहीच किसम ले ओ निरजीव बाजामन, जेमन ले अवाज निकरथे, जइसने कि बांसुरी या बीना; यदि एमन के स्वर म फरक नइं ए, त कोनो कइसने जानही कि का बाजा ह बजत हवय? अऊ यदि बिगुल के अवाज ह साफ सुनई नइं देवय, त फेर कोन ह लड़ई बर तियार होही? वइसनेच बात, तुम्‍हर संग घलो अय। यदि तुमन साफ-साफ बात नइं कहिथव, त फेर कोनो कइसने जानही कि तुमन का गोठियावत हव? तुमन तो हवा ले बात करइया होहू। संसार म कतको किसम के भासा हवय; पर ओम के कोनो घलो भासा बिगर अर्थ के नइं ए। यदि कोनो गोठियावत हवय अऊ मेंह ओकर भासा ला नइं समझत हवंव, त मेंह ओकर नजर म परदेसी ठहरहूं अऊ ओह मोर नजर म परदेसी ठहरही। वइसनेच बात तुम्‍हर संग घलो अय। जब तुमन आतमिक बरदान के धुन म हवय, त ए कोसिस करव कि ए बरदानमन के जादा से जादा उपयोग कलीसिया के उन्नति बर होवय। एकरे कारन, जऊन मनखे ह अनजान भासा बोलथे, त ओला पराथना करना चाही कि ओह ओ भासा के अर्थ घलो बता सकय। काबरकि यदि मेंह अनजान भासा म पराथना करथंव, त मोर आतमा ह पराथना करथे, पर मोर बुद्धि के एम कोनो काम नइं ए। तब मोला का करना चाही? मेंह अपन आतमा ले पराथना करहूं, पर मेंह अपन बुद्धि ले घलो पराथना करहूं; मेंह अपन आतमा ले गीत गाहूं, पर मेंह अपन बुद्धि ले घलो गीत गाहूं। यदि तुमन अपन आतमा म परमेसर के इस्तुति करत हव, त जऊन ह तुम्‍हर भासा ला नइं समझय, ओह तुम्‍हर धनबाद के बात म कइसने “आमीन” कहिही, काबरकि ओह नइं जानय कि तुमन का कहत हवव? तुमन तो परमेसर ला बने करके धनबाद देवत होहू, पर एकर ले आने मनखे ला कोनो फायदा नइं होवय। मेंह परमेसर के धनबाद करथंव कि मेंह तुमन जम्मो झन ले अधिक अनजान भासामन म गोठियाथंव। पर कलीसिया म, अनजान भासा म दस हजार सबद कहे के बदले, आने मन ला सिखोय बर, मेंह समझ म अवइया पांच सबद कहना जादा बने समझथंव। हे भाईमन हो, अपन सोच-समझ म, लइकामन सहीं झन बनव। बुरई के बात म छोटे लइका सहीं बने रहव, पर अपन सोच-समझ म सियान बनव। मूसा के कानून म लिखे हवय: “परभू ह कहिथे, ‘अनजान भासा बोलइया मनखे के जरिये अऊ परदेसी मनखेमन के जरिये मेंह मनखेमन ले गोठियाहूं।’ ” अनजान भासा ह बिसवासीमन बर नइं, पर अबिसवासीमन बर एक चिन्‍हां अय, जबकि अगमबानी ह अबिसवासीमन बर नइं, पर बिसवासीमन बर चिन्‍हां ए। एकरसेति कहूं जम्मो कलीसिया एक जगह जुरथे अऊ हर एक जन अनजान भासा म गोठियाय लगथे; तब कहूं कुछू बाहिर के मनखे या फेर कुछू अबिसवासी मनखे उहां आथें, त का ओमन ए नइं कहिहीं कि तुम्‍हर दिमाग ह खराप हो गे हवय? पर यदि जम्मो झन अगमबानी करे लगंय अऊ कोनो अबिसवासी या फेर कोनो बाहिर के मनखे उहां आ जावय, त उहां जऊन कुछू सुनथे, ओकर दुवारा ओला बिसवास हो जाही कि ओह एक पापी मनखे ए, अऊ जऊन कुछू ओह सुनथे, ओकर दुवारा ओह परखे जाही, अऊ ओकर मन के भेद ह खुल जाही। तब ओह माड़ी के भार गिरके परमेसर के अराधना करही अऊ चिचियाके कहिही, “परमेसर ह सही म तुम्‍हर बीच म हवय।” हे भाईमन हो, तब हमन ला का करना चाही? जब तुमन एक जगह म जूरथव, त हर एक जन करा एक भजन या निरदेस, परमेसर के बात के परकासन, अनजान भासा या अनजान भासा के अर्थ बताय के गुन रहिथे। ए जम्मो चीज कलीसिया के बढ़ोतरी बर होना चाही। यदि कोनो अनजान भासा म गोठियाथे, त दू झन या जादा से जादा तीन झन एक-एक करके बोलंय, अऊ कोनो एक झन ओकर अर्थ ला जरूर बतावय। यदि कोनो अर्थ बतइया नइं ए, त अनजान भासा म बात करइया ला कलीसिया म चुप रहना चाही, अऊ ओला अपन-आप ले अऊ परमेसर ले बात करना चाही। अगमजानीमन के दू या तीन झन बोलंय अऊ आने मन ओमन के बात ला परखें। अऊ जऊन मन उहां बईठे हवंय, यदि ओम के कोनो ला परमेसर ले कोनो संदेस मिलथे, त जऊन ह गोठियावत हवय, ओह चुप हो जावय। काबरकि तुमन जम्मो झन एक-एक करके अगमबानी कर सकथव ताकि हर एक जन ह सिखय अऊ उत्साहित होवय। अगमजानीमन के आतमा ला अगमजानीमन के अधीन रहना चाही। काबरकि परमेसर ह गड़बड़ी के परमेसर नो हय, पर सांति के परमेसर अय। जइसने कि पबितर मनखेमन के जम्मो कलीसिया म हवय, माईलोगनमन ला कलीसिया म चुप रहना चाही। ओमन ला बोले के अनुमती नइं ए, पर ओमन अधीन म रहंय जइसने कि मूसा के कानून म लिखे हवय। यदि ओमन कुछू चीज के बारे म जाने बर चाहथें, त ओमन ला घर म अपन-अपन घरवाला ले पुछना चाही; काबरकि कलीसिया म एक माईलोगन के गोठियाना सरम के बात ए। का परमेसर के बचन ह तुमन ले सुरू होईस? या परमेसर के बचन ह का सिरिप तुम्‍हर करा ही हबरिस? यदि कोनो ए सोचथे कि ओह एक अगमजानी ए या फेर ओला आतमिक बरदान मिले हवय, त ओह ए बात ला मान ले कि जऊन कुछू मेंह तुमन ला लिखत हवंव, ओह परभू के हुकूम ए। कहूं ओह ए बात ला धियान नइं देवय, त ओकर कोति घलो धियान नइं दिये जाही। एकरसेति, हे मोर भाईमन हो, अगमबानी करे बर उत्सुक रहव, अऊ जऊन ह अनजान भासा म गोठियाथे, ओला मना झन करव। पर हर एक चीज उचित ढंग अऊ तरिका ले करे जावय। अब हे भाईमन हो, मेंह तुमन ला ओ सुघर संदेस के सुरता कराय चाहथंव, जऊन ला मेंह तुमन ला सुनाय हवंव, जेला तुमन गरहन करेव अऊ जेकर ऊपर तुम्‍हर बिसवास ह मजबूत हवय। एहीच सुघर संदेस ह तुम्‍हर उद्धार करथे, यदि तुमन ओ बचन म अटल बने रहव, जऊन ला मेंह तुमन ला सुनाय हवंव। नइं तो तुम्‍हर बिसवास करई ह बेकार होही। एकरे कारन जऊन बात मोला मिलिस, ओला सबले जादा महत्‍व के बात समझके, मेंह तुमन ला सऊंप देंव, अऊ ओह ए अय – परमेसर के बचन के मुताबिक मसीह ह हमर पाप खातिर मरिस अऊ गाड़े गीस, अऊ परमेसर के बचन के मुताबिक, ओह तीसरा दिन जी उठिस, अऊ ओह पतरस ला दिखाई दीस अऊ तब ओह बारहों चेलामन करा परगट होईस। ओकर बाद, ओह पांच सौ ले जादा भाईमन ला एक संग दिखाई दीस, जऊन म ले कतको झन अभी घलो जीयत हवंय, पर कुछू झन मर चुके हवंय। तब ओह याकूब ला दिखाई दीस, अऊ तब जम्मो प्रेरितमन ला दिखिस अऊ सबले आखिरी म ओह मोला घलो दिखाई दीस, जइसने कि मेंह असामान्‍य रूप म जनमे हवंव । मेंह प्रेरितमन म सबले छोटे अंव, अऊ प्रेरित कहाय के लइक घलो नो हंव, काबरकि मेंह परमेसर के कलीसिया ला दुःख दे हवंव। पर मेंह जऊन कुछू घलो अंव, परमेसर के अनुग्रह के कारन से अंव, अऊ ओकर अनुग्रह मोर म बेकार नइं गीस। एकर उल्टा, मेंह ओ जम्मो झन ले जादा मिहनत करेंव, पर एह मोर खुद के ताकत ले नइं, पर परमेसर के अनुग्रह ले होईस, जऊन ह मोला दिये गे रिहिस। तब, चाहे एह मेंह अंव या ओमन, ओहीच बात के हमन परचार करथन अऊ ओहीच बात म तुमन बिसवास करे हवव। अब जबकि ए परचार करे जावथे कि मसीह ह मरे म ले जी उठिस, तब तुमन ले कुछू झन कइसने कहिथव कि जऊन मन मर गे हवंय, ओमन फेर जी नइं उठंय? कहूं मरे मन जी नइं उठंय, त फेर मसीह घलो जी नइं उठिस। अऊ कहूं मसीह ह नइं जी उठिस, त फेर हमर परचार करई ह बेकार ए, अऊ तुम्‍हर बिसवास ह घलो बेकार ए। यदि एह सच ए कि मरे मनखेमन जी नइं उठंय, त फेर परमेसर ह मसीह ला मरे म ले नइं जियाईस अऊ तब परमेसर के बारे म हमर गवाही ह लबारी हो गीस, काबरकि हमन परमेसर के बारे म ए गवाही दे हवन कि ओह मसीह ला मरे म ले जियाईस। अऊ कहूं मरे मनखेमन जी नइं उठंय, त फेर मसीह घलो जी नइं उठिस। अऊ कहूं मसीह ह नइं जी उठिस, त फेर तुम्‍हर बिसवास ह बिन मतलब के ए, अऊ तुमन अभी तक अपन पाप म पड़े हवव। एकर मतलब ए घलो होईस कि जऊन मन मसीह म मरे हवंय, ओमन घलो नास हो गीन। कहूं सिरिप एहीच जिनगी बर हमर आसा मसीह म हवय, तब हमन ला आने जम्मो मनखेमन ले जादा दया के जरूरत हवय। पर सच बात ए कि मसीह ह मरे म ले जी उठिस, अऊ ओह ओमन म पहिला फर ए, जऊन मन मर गे हवंय। जइसने मिरतू ह एक मनखे के दुवारा आईस, वइसनेच मरे मन के पुनरजीवन ह घलो एक मनखे के दुवारा आईस। जइसने आदम म जम्मो मनखे मरथें, वइसनेच मसीह म जम्मो झन जीयाय जाहीं। पर हर एक झन अपन-अपन पारी म जीयाय जाही; मसीह जऊन ह पहिली जीयाय गीस, जब ओह वापिस आही, त ओमन जीयाय जाहीं, जऊन मन मसीह के अंय। अऊ जब मसीह ह सैतान के जम्मो राज, अधिकार अऊ सक्ति ला नास कर चुकही, त ओह ओ राज ला परमेसर ददा के हांथ म सऊंप दिही, तब संसार के अंत हो जाही। काबरकि जब तक परमेसर ह जम्मो बईरीमन ला ओकर (मसीह) गोड़ खाल्‍हे नइं कर दिही, तब तक मसीह के राज करना जरूरी ए। सबले आखिरी बईरी, जऊन ला नास करे जाही, ओह मिरतू ए। परमेसर के बचन ह कहिथे, “परमेसर ह हर एक चीज ला ओकर गोड़ खाल्‍हे कर दीस।” हर एक चीज ला ओकर अधीन करे गीस, एकर मतलब ह साफ ए कि ए “हर एक चीज” म परमेसर खुद नइं गने जावय, जऊन ह जम्मो चीज ला मसीह के अधीन करिस। जब परमेसर ह ए जम्मो कर चुकही, तब बेटा ह खुदे परमेसर के अधीन हो जाही, जऊन ह कि जम्मो चीज ला बेटा के अधीन करिस, ताकि परमेसर ह जम्मो चीज के ऊपर होवय। यदि मरे मन के पुनरजीवन नइं होवय, तब ओमन का करहीं, जऊन मन मरे मनखे खातिर बतिसमा लेथें? यदि मरे मनखेमन बिलकुल ही नइं जीयाय जावंय, तब मनखेमन काबर ओमन बर बतिसमा लेथें। अऊ हमन काबर हर समय अपन-आप ला जोखिम म डारथन? मेंह हर दिन मिरतू के सामना करथंव – हे भाईमन हो, मेंह दावा के संग कह सकथंव कि तुमन हमर परभू मसीह यीसू म मोर घमंड अव। यदि सिरिप मनखे के सोच के कारन, मेंह इफिसुस नगर म जंगली पसुमन ले लड़ेंव, त फेर मोला का फायदा होईस? यदि मरे मन नइं जीयाय जावंय, “त आवव, हमन खावन अऊ पीयन, काबरकि कल तो हमन ला मरना हवय।” धोखा झन खावव: “खराप संगति ह बने चाल-चलन ला नास कर देथे।” अपन होस म आवव, अऊ अपन पाप के काम ला बंद करव; काबरकि कुछू अइसने मनखे हवंय, जऊन मन परमेसर ला नइं जानंय। मेंह ए बात तुम्‍हर सरम खातिर कहत हंव। पर कोनो ए बात पुछ सकथे, “मरे मनखेमन कइसने जी उठथें? ओमन के देहें ह कइसने ढंग के होही?” तुमन मुरुख अव! जऊन बीजा ला तुमन बोथव, जब तक ओह मर नइं जावय, तब तक ओह नइं जामय। जब तुमन बोथव, त सइघो पौधा ला नइं बोवव, पर सिरिप बीजा ला बोथव – जइसने कि गहूं के बीजा या कोनो अऊ बीजा। पर परमेसर ह अपन ईछा के मुताबिक ओला आकार देथे, अऊ हर किसम के बीजा ला ओह ओ बीजा के मुताबिक आकार देथे। जम्मो के मांस (देहें) ह एक जइसने नइं होवय – मनखे, पसु, चिरई या मछरी; ए जम्मो के अलग-अलग किसम के मांस होथे। स्वरगीय देहें होथे, अऊ संसारिक देहें घलो हवय, पर स्वरगीय देहें के सोभा ह एक किसम के होथे, त संसारिक देहें के सोभा कुछू अऊ किसम के। सूरज के सोभा एक किसम के हवय, त चंदा के सोभा आने किसम के, अऊ तारामन के कुछू अऊ किसम के हवय। अऊ हर तारा के सोभा अलग-अलग होथे। अइसनेच मरे म ले जी उठइयामन के संग होही। जऊन देहें ला बोय जाथे, ओह नासमान ए, पर एह अबिनासी दसा म जी उठथे। एह अनादर म बोय जाथे, पर एह महिमा के संग जी उठही। एह दुरबलता म बोय जाथे, पर एह सामरथ के संग जी उठही। एह सारीरिक देहें के रूप म बोय जाथे, पर एह एक आतमिक देहें के रूप म जी उठही। जब सारीरिक देहें हवय, त फेर आतमिक देहें घलो हवय। जइसने कि परमेसर के बचन म लिखे हवय: “पहिला मनखे आदम ह एक जीयत परानी बनाय गीस”, पर आखिरी आदम ह जिनगी देवइया आतमा बनिस। आतमिक ह पहिले नइं आईस, पर सारीरिक ह पहिले आईस, अऊ तब आतमिक ह आईस। पहिला मनखे ह धरती के कुधरा म से बनाय गीस, पर दूसरा मनखे ह स्‍वरग ले आईस। जऊन मन धरती के अंय, ओमन ओकर सहीं अंय जऊन ह धरती म ले बनाय गे रिहिस, पर जऊन मन स्‍वरग के अंय, ओमन ओकर सहीं अंय जऊन ह स्‍वरग ले आईस। जइसने हमन धरती के मनखे के रूप ला धारन करे हवन, वइसने हमन ओ स्‍वरग के मनखे के रूप ला घलो धारन करबो। हे भाईमन हो, मेंह तुमन ला ए बात बतावत हंव; जऊन ह मांस अऊ लहू के बने हवय, ओह परमेसर के राज के भागी नइं हो सकय, अऊ न ही नासमान ह अमरता ला पा सकथे। सुनव, मेंह तुमन ला एक भेद के बात बतावत हंव: हमन जम्मो झन नइं मरन, पर हमन जम्मो झन बदल जाबो, अऊ एह एक पल म, पलक झपकत, आखिरी तुरही फूंकते ही हो जाही। काबरकि जब तुरही ह फूंके जाही, त मरे मनखेमन अबिनासी रूप म जी उठहीं अऊ हमन बदल जाबो। काबरकि ए जरूरी अय कि ए नासमान सुभाव ह अबिनासी सुभाव ला पहिर ले अऊ ए मरनहार सुभाव ह अमरता ला पहिर ले। जब नासमान ह अबिनासी ला अऊ मरनहार ह अमरता ला पहिर लिही, तब परमेसर के बचन म लिखे ए बात ह सही होही: “मिरतू ला नास करे गीस, अऊ जीत ह पूरा होईस।” “हे मिरतू, तोर जीत कहां हवय? हे मिरतू, तोर डंक कहां हवय?” मिरतू के डंक तो पाप ए, अऊ पाप के ताकत मूसा के कानून ए। पर परमेसर के धनबाद होवय! ओह हमन ला हमर परभू यीसू मसीह के दुवारा जीतवाथे। एकरसेति, हे मोर मयारू भाईमन हो, मजबूत अऊ अटल रहव। परभू के काम बर अपन-आप ला हमेसा पूरा-पूरी दे दव, काबरकि तुमन जानथव कि जऊन मिहनत तुमन परभू बर करथव, ओह बेकार नइं होवय। अब ओ दान के बारे म बतावत हवंव, जऊन ला परमेसर के मनखेमन बर दिये जाथे – एकर बारे म जऊन बात मेंह गलातिया के कलीसियामन ला करे बर कहे हवंव, तुमन घलो वइसनेच करव। हर हप्‍ता के पहिली दिन, तुमन ले हर एक झन अपन कमई के मुताबिक कुछू पईसा अलग रखव, अऊ एला बचाके रखव, ताकि जब मेंह आवंव, त तुमन ला पईसा जमा करना झन पड़य। अऊ जब मेंह आहूं, त जऊन मन ला तुमन कहिहू, ओमन ला मेंह परिचय के चिट्ठी दे दूहूं, ताकि ओमन तुम्‍हर दान ला यरूसलेम पहुंचा देवंय। यदि ए उचित जान पड़ही कि मेंह घलो जावंव, त ओमन मोर संग जाहीं। मकिदुनिया ले होवत, मेंह तुम्‍हर करा आहूं काबरकि मेंह मकिदुनिया होवत जाहूं। सायद मेंह तुम्‍हर संग कुछू समय तक ठहरहूं, अऊ हो सकय, त मेंह जाड़ा के समय म तुम्‍हर संग रहंव, ताकि जिहां भी मेंह जावंव, तुमन मोर आघू के यातरा म मदद कर सकव। अभी मेंह नइं चाहथंव कि मेंह आवंव अऊ सिरिप तुमन ला देखके चल दंव। मोला आसा हवय कि यदि परभू के ईछा होही, त मेंह कुछू समय तक तुम्‍हर संग रहिहूं। पर मेंह पिनतेकुस्त के तिहार तक इफिसुस म रहिहूं। काबरकि परभू के काम करे बर, मोला एक बहुंत अछा मऊका मिले हवय अऊ मोर बिरोध करइया कतको हवंय। कहूं तीमुथियुस तुम्‍हर करा आथे, त तुमन ए बात के खियाल रखव कि तुम्‍हर संग रहत ओला कोनो बात के चिंता झन होवय, काबरकि ओह घलो मोर सहीं परभू के काम करत हवय। एकरसेति कोनो ओला तुछ झन समझय। ओला सांति के संग बिदा करव, ताकि ओह मोर करा वापिस आवय। काबरकि मेंह ओकर बाट जोहत हवंव कि ओह आने भाईमन संग आही। अब हमर भाई अपुल्‍लोस के बारे म: मेंह ओकर ले अब्‍बड़ बिनती करेंव कि ओह भाईमन के संग तुम्‍हर करा जावय। ओह अभी बिलकुल नइं जाय चाहिस, पर जब ओला मऊका मिलही, त ओह जाही। सचेत रहव। बिसवास म मजबूत बनव। साहसी बनव। बलवान बनव। जऊन कुछू तुमन करथव, मया ले करव। तुमन स्‍तिफनास के परिवार ला जानथव। ओमन अखया म सबले पहिली मसीह के बिसवास म आईन अऊ अपन-आप ला संतमन के सेवा म लगाईन। हे भाईमन हो! मेंह तुमन ले बिनती करथंव कि तुमन अइसने मनखेमन के बात ला मानव अऊ हर ओ मनखे के बात मानव जऊन ह ए काम म मदद करथे अऊ मिहनत करथे। मेंह स्‍तिफनास, फूरतूनातुस अऊ अखइकुस के आय ले खुस हवंव, काबरकि ओमन तुम्‍हर कमी ला पूरा करे हवंय। ओमन मोर आतमा अऊ संगे-संग तुम्‍हर आतमा ला घलो तरो-ताजा करे हवंय। अइसने मनखेमन के सम्मान करव। एसिया प्रदेस के कलीसियामन तुमन ला जोहार कहत हवंय। अक्विला अऊ प्रिसकिल्ला ह परभू म तुमन ला बहुंते-बहुंत जोहार कहत हवंय, अऊ वइसने ओ कलीसिया के मनखेमन घलो जोहार कहथें, जऊन मन ओमन के घर म जुरथें। इहां जम्मो भाईमन तुमन ला जोहार कहत हवंय। एक-दूसर ला पबितर चूमा देके जोहार करव। में, पौलुस ह अपन हांथ ले ए लिखके जोहार कहथंव। यदि कोनो परभू ले मया नइं करय, त ओकर ऊपर सराप लगय। हे परभू, आ! परभू यीसू के अनुग्रह तुम्‍हर ऊपर होवय। मसीह यीसू म मोर मया तुमन जम्मो झन ला मिलय। आमीन। में, पौलुस, जऊन ह परमेसर के ईछा ले मसीह यीसू के एक प्रेरित अंव, हमर भाई तीमुथियुस के संग मेंह कुरिन्‍थुस सहर के परमेसर के कलीसिया अऊ अखया (यूनान) के जम्मो संतमन ला, ए चिट्ठी लिखत हवंव। तुमन ला, परमेसर हमर ददा अऊ परभू यीसू मसीह कोति ले अनुग्रह अऊ सांति मिलत रहय। परमेसर जऊन ह हमर परभू यीसू मसीह के ददा ए, दयालु ददा अऊ जम्मो किसम के सांति के परमेसर ए, ओकर महिमा होवय। ओह हमन ला हर दुःख-तकलीफ म सांति देथे, ताकि ए सांति के कारन हमन ओमन ला सांति दे सकन, जऊन मन तकलीफ म हवंय। काबरकि जइसने हमन मसीह के दुःख म पूरा-पूरी भागीदार होथन, वइसने हमन मसीह के संग सांति म घलो पूरा-पूरी भागीदार होथन। यदि हमन दुःख सहथन, त एह तुम्‍हर सांति अऊ उद्धार खातिर ए; यदि हमन ला सांति मिलथे, त एह तुम्‍हर सांति खातिर ए, ताकि तुमन ओ दुःख ला धीर धरके सह सकव, जऊन ला हमन घलो सहथन। हमर आसा ह तुम्‍हर बारे म मजबूत हवय, काबरकि हमन जानथन कि जइसने तुमन हमर दुःख म भागीदार हवव, वइसने तुमन हमर सांति म घलो भागीदार हवव। हे भाईमन, हमन नइं चाहथन कि तुमन ओ दुःख के बारे म अनजान रहव, जऊन ह हमर ऊपर एसिया प्रदेस म पड़े रिहिस। ओह बहुंत भारी अऊ हमर सहे के बाहिर हो गे रिहिस अऊ हमन जीये के आसा छोंड़ दे रहेंन। वास्तव म, हमन ए महसूस करेन कि हमर मिरतू के हुकूम दिये गे हवय। पर एह एकरसेति होईस, ताकि हमन अपन ऊपर भरोसा झन रखन, पर परमेसर ऊपर भरोसा रखन, जऊन ह मुरदामन ला फेर जियाथे। ओह हमन ला अइसने भयंकर मिरतू के संकट ले बचाईस, अऊ ओह हमन ला आघू घलो बचाही। ओकर ऊपर हमर आसा हवय कि ओह हमेसा हमन ला बचाते रहिही, जइसने कि तुमन पराथना के दुवारा हमर मदद करथव। तब बहुंते झन के पराथना के कारन, जऊन आसिस हमन पाय हवन, ओकर बर कतको झन परमेसर ला हमर कोति ले धनबाद दिहीं। अब हमर घमंड के बात ए अय: हमर बिवेक ह हमन ला बिसवास देवाथे कि ए संसार म हमर आचरन, खास करके तुम्‍हर संग हमर संबंध ह पबितरता अऊ ईमानदारी के संग रिहिस अऊ एह परमेसर कोति ले अय। अइसने हमन संसारिक बुद्धि ले नइं करेन, पर परमेसर के अनुग्रह के मुताबिक करे हवन। हमन तुमन ला अइसने कुछू नइं लिखथन, जऊन ला तुमन पढ़े या समझे नइं सकव। अऊ मोला आसा हवय, कि जइसने तुमन अभी हमर कुछू भाग ला समझे हवव, बाद म ओला पूरा-पूरी समझहू कि तुमन हमर ऊपर घमंड कर सकव, वइसने हमन घलो परभू यीसू के आय के दिन तुम्‍हर ऊपर घमंड करबो। काबरकि मोला ए बात के भरोसा रिहिस तेकर खातिर, मेंह पहिली तुम्‍हर करा आय के योजना बनाएंव ताकि तुमन ला दूबारा फायदा होवय। मोर ए योजना रिहिस कि मकिदुनिया जावत बेरा मेंह तुम्‍हर करा आवंव। अऊ मकिदुनिया ले लहुंटके तुम्‍हर करा फेर आवंव, अऊ तब तुमन मोला यहूदिया जाय बर मोर मदद करव। जब मेंह ए योजना बनाएंव, त का में एला अइसनेच हल्‍का समझेंव? या का मेंह अपन योजना ला संसारिक ढंग ले बनाएंव ताकि कभू “हां हां” कहंव अऊ कभू “नइं नइं” घलो कहंव? पर परमेसर ह सच्‍चा गवाह ए, तुम्‍हर बर हमर संदेस ह “हां” अऊ “नइं” दूनों नो हय। काबरकि परमेसर के बेटा यीसू मसीह, जेकर परचार में अऊ सीलास अऊ तीमुथियुस तुम्‍हर बीच म करेन, ओह “हां” अऊ “नइं” दूनों नइं रिहिस; पर एह हमेसा “हां” रिहिस। काबरकि परमेसर के जम्मो परतिगियां ह मसीह म “हां” अय। अऊ एकरसेति, ओकर जरिये, हमन परमेसर के महिमा म, “आमीन” कहिथन । एह परमेसर ए जऊन ह हमन ला अऊ तुमन ला मसीह म मजबूत बनाय रखथे अऊ ओह हमर अभिसेक करे हवय। ओह हमर ऊपर मालिकाना हक के अपन मुहर लगाय हवय अऊ अमानत के रूप म अपन आतमा ला हमर हिरदय म दे हवय, जऊन ह कि ओकर बात के गारंटी अय। मेंह परमेसर ला अपन गवाह मानके कहत हंव कि तुमन ला दुःख ले बचाय खातिर, मेंह कुरिन्‍थुस सहर ला लहुंटके नइं आयेंव। ए बात नो हय कि हमन तुम्‍हर बिसवास ऊपर परभूता करे चाहथन, पर तुम्‍हर आनंद के खातिर हमन तुम्‍हर संग काम करथन, काबरकि बिसवास के दुवारा ही तुमन मजबूत बने रहिथव। एकरसेति, मेंह अपन मन म ठान ले हंव कि मेंह फेर तुमन ला दुःखी करे बर नइं आवंव। काबरकि यदि मेंह तुमन ला दुःखी करथंव, त फेर मोला खुसी देवइया कोन होही? सिरिप तुमन जऊन मन ला मेंह दुःखी करेंव। एकरसेति मेंह ओ चिट्ठी लिखेंव ताकि जब मेंह आवंव, त ओमन के दुवारा मोला दुःख झन मिलय, जऊन मन के दुवारा मोला आनंद मिलना चाही। मोला तुमन जम्मो झन ऊपर भरोसा हवय कि तुमन मोर आनंद म भागीदार होहू। मेंह तुमन ला बड़े दुःखी अऊ पीरा भरे मन ले अऊ आंसू बोहा-बोहाके लिखे रहेंव; मेंह तुमन ला दुःखी करे बर नइं लिखेंव, पर तुमन ला ए बताय बर कि मेंह तुमन ला कतेक जादा मया करथंव। यदि कोनो मनखे ह दुःख दे हवय, त ओह मोला नइं, पर तुमन जम्मो झन ला दुःख दे हवय। मेंह ओकर संग जादा कठोर बरताव नइं करे चाहथंव। जऊन सजा बहुंते झन के दुवारा ओला मिले हवय, ओह ओकर बर बहुंत ए। अब एकर बदले, तुमन ओला छेमा करव अऊ ढाढ़स बंधावव, ताकि ओह जादा दुःख म झन डुब जावय। एकरसेति, मेंह तुम्‍हर ले बिनती करथंव कि ओला अपन मया के सबूत देवव। मेंह एकरसेति घलो लिखे रहेंव कि तुमन ला परखंव अऊ जान लेवंव कि तुमन जम्मो बात म हुकूम मानथव कि नइं। यदि तुमन कोनो ला छेमा करथव, त मेंह घलो ओला छेमा करथंव। अऊ जऊन कुछू ला मेंह छेमा करे हवंव – त मेंह मसीह ला हाजिर जानके तुम्‍हर हित म छेमा करे हवंव – यदि छेमा के लइक कोनो बात रिहिस त, ताकि सैतान के कोनो चाल हमर ऊपर सफल झन होवय। काबरकि हमन ओकर योजनामन ला जानथन। जब मेंह मसीह के सुघर संदेस सुनाय बर त्रोआस सहर ला गेंव अऊ ए जानेंव कि परभू ह मोर काम खातिर एक रसता खोल दे हवय, तभो ले मोर मन म सांति नइं रिहिस, काबरकि मोला उहां मोर भाई तीतुस नइं मिलिस। एकरसेति ओमन ले बिदा होके मेंह मकिदुनिया ला चल देंव। पर परमेसर के धनबाद होवय, जऊन ह मसीह म हमेसा हमन ला जय देवाथे अऊ ओह हमर जरिये, हर जगह मसीह के गियान के खुसबू ला बगराथे। काबरकि हमन परमेसर के खातिर नास होवइया अऊ उद्धार पवइया, दूनों मन के बीच म मसीह के खुसबू सहीं अन। एक झन बर हमन मिरतू के दुरगंध अन, त आने बर हमन जिनगी के खुसबू। कोन ह अइसने काम करे के लइक हवय? हमन ओ बहुंते मनखेमन सहीं नो हन, जऊन मन अपन फायदा बर परमेसर के बचन के काम ला फेरीवालामन सहीं करथें। पर एकर उल्टा, ईमानदारी के संग, परमेसर ले पठोय गय मनखे सहीं, हमन मसीह के सेवक के रूप म परमेसर ला हाजिर जानके मनखेमन के आघू म गोठियाथन। का हमन फेर अपन बड़ई करत हवन? या आने मनखेमन सहीं, हमन ला तुम्‍हर करा सिफारिसी चिट्ठी लाने या तुम्‍हर करा ले, ले जाय के जरूरत हवय? तुमन खुद हमर चिट्ठी अव, जऊन ह हमर हिरदय म लिखाय हवय अऊ जऊन ला जम्मो झन जानथें अऊ पढ़थें। तुम्‍हर जिनगी ह देखाथे कि तुमन मसीह के चिट्ठी अव अऊ हमर सेवा के फर अव अऊ ए चिट्ठी ह सियाही ले नइं, पर जीयत परमेसर के आतमा ले लिखे गे हवय अऊ एह पथरा के पटिया म नइं, पर मनखेमन के हिरदय रूपी पटिया म लिखे गे हवय। मसीह के जरिये, परमेसर के ऊपर हमर अइसनेच भरोसा हवय। हमन म अइसने कुछू नइं ए कि हमन कह सकन कि हमन ए काम करे के काबिल हवन। हमर काबिलियत परमेसर करा ले आथे। ओह हमन ला एक नवां करार के सेवक होय के लइक बनाय हवय अऊ ए नवां करार ह लिखित म नइं ए, पर एह पबितर आतमा म हवय; काबरकि लिखित कानून ह मिरतू लानथे, पर पबितर आतमा ह जिनगी देथे। यदि लिखित कानून, जऊन ह मिरतू लानिस, अऊ जऊन ह पथरा के पटिया म लिखे गे रिहिस; अइसने महिमा के संग आईस, कि एकर तेज के कारन इसरायलीमन मूसा के चेहरा ला एकटक नइं देख सकिन, हालाकि ओ तेज ह कम होवत जावत रिहिस; त का पबितर आतमा के सेवा ह ओकर ले जादा महिमामय नइं होही? यदि लिखित कानून के सेवा ह महिमामय रिहिस, जऊन ह मनखेमन ला दोसी ठहिराथे, त फेर ओ सेवा ह कतेक जादा महिमामय होही, जऊन ह मनखेमन ला धरमी ठहिराथे। वास्तव म, पहिली जऊन ह महिमामय रिहिस, ओम अऊ तेज नइं ए, काबरकि अभी के महिमा के तेज ह ओकर ले बढ़ के हवय। जऊन तेज ह कम होवत जावत रिहिस, ओह अतेक महिमा के संग आईस, त फेर जऊन ह हमेसा रहिथे, ओकर महिमा ह कतेक जादा बढ़ के होही। एकरसेति, जब हमन करा अइसने आसा हवय, त हमन बहुंत हिम्मती अन। हमन मूसा सहीं नो हन, जऊन ह अपन चेहरा म परदा डाले रिहिस ताकि इसरायलीमन ओ तेज ला झन देख सकंय, जऊन ह फीका पड़त जावत रिहिस। पर इसरायलीमन के बुद्धि ला कमजोर कर दिये गे रिहिस, अऊ आज घलो, जब ओमन ओ पुराना करार ला पढ़थें, त ओमन के मन म ओ परदा पड़े रहिथे। ए परदा ह टारे नइं गे हवय; पर जब कोनो मसीह ला गरहन करथे, तभे ए परदा ह हटथे। आज घलो जब मूसा के किताब ला पढ़े जाथे, त ओमन के मन म एक परदा पड़े रहिथे। पर जब भी कोनो परभू करा आथे, त ओ परदा ला टार दिये जाथे। परभू ह तो आतमा ए, अऊ जिहां परभू के आतमा हवय, उहां सुतंतरता हवय। अऊ हमर चेहरा ले परदा हट गे हवय अऊ हमन जम्मो परभू के महिमा ला परगट करथन, अऊ बढ़त महिमा के संग हमन ओकर रूप म बदलत जावत हन, अऊ ए बढ़त महिमा ह परभू करा ले आथे, जऊन ह आतमा ए। एकरसेति, जब हमन ला परमेसर के दया ले ओकर सेवा के काम मिले हवय, त हमन हिम्मत नइं हारन। हमन गुपत अऊ लज्‍जा के काममन ला छोंड़ दे हवन; हमन ठगी नइं करन अऊ न ही परमेसर के बचन ला तोड़-मरोड़ के बतावन। एकर उल्टा सच्‍चई ला साफ-साफ बताय के दुवारा, हमन अपन-आप ला परमेसर के आघू म हर मनखे के बिवेक के ऊपर छोंड़ देथन। अऊ यदि मनखेमन के दिमाग म परदा पड़े हवय, जब हमन सुघर संदेस सुनाथन, त ए परदा ह सिरिप ओमन के ऊपर हवय, जऊन मन नास होवत हवंय। ए जुग के देवता (सैतान) ह अबिसवासीमन के बुद्धि ला अंधरा कर दे हवय; ताकि ओमन परमेसर के रूप याने मसीह के अंजोर ला झन देख सकंय, अऊ ए अंजोर ह मसीह के महिमा के सुघर संदेस ले आथे। हमन अपन परचार नइं करन, पर ए परचार करथन कि यीसू मसीह ह परभू ए अऊ हमन यीसू के हित म तुम्‍हर सेवक अन। काबरकि एह परमेसर ए, जऊन ह कहिस, “अंधियार म ले अंजोर हो जावय।” ओहीच परमेसर ह अपन अंजोर ला हमर हिरदय म चमकाईस ताकि हमन ओकर महिमा के गियान के अंजोर ला पा सकन, जऊन ह मसीह के चेहरा म हवय। पर हमर करा माटी के बरतन म ए आतमिक धन ह ए दिखाथे, कि ए महान सामरथ ह हमर नो हय, पर परमेसर के अय। हमन जम्मो कोति ले दुःख तो भोगथन, पर टूटन नइं; बियाकुल तो होथन, पर निरास नइं होवन। हमन सताय तो जाथन, पर तियागे नइं जावन; मार तो खाथन, पर नास नइं होवन। हमन हमेसा अपन देहें म यीसू के मिरतू ला अनुभव करथन, ताकि यीसू के जिनगी घलो हमर देहें म दिखय। हमर जीयत म, हमन हमेसा यीसू खातिर मिरतू के खतरा म रहिथन, ताकि ओकर जिनगी ह हमर नासमान सरीर म दिखय। ए किसम ले, मिरतू ह हमन म काम करत हवय, पर जिनगी ह तुमन म काम करत हवय। परमेसर के बचन म ए लिखे हवय, “मेंह बिसवास करेंव; एकरसेति मेंह गोठियाएंव।” बिसवास के ओहीच आतमा के संग हमन घलो बिसवास करथन अऊ एकरसेति हमन गोठियाथन। हमन जानथन कि परमेसर जऊन ह परभू यीसू ला मरे म ले जियाईस; ओह हमन ला घलो यीसू के संग जियाही अऊ तुम्‍हर संग हमन ला अपन आघू म लानही। ए जम्मो ह तुम्‍हर फायदा बर ए, ताकि जऊन अनुग्रह ह जादा से जादा मनखेमन करा पहुंचत हवय, ओ अनुग्रह के कारन मनखेमन परमेसर के महिमा बर अऊ जादा धनबाद देवंय। एकरसेति, हमन हिम्मत नइं हारन। हालाकि हमर देहें ह धीरे-धीरे कमजोर होवत जावत हवय, पर आतमिक रूप ले दिन ब दिन हमन नवां होवत जावत हन। काबरकि हमर ए छोटे अऊ पल भर के समस्या ह हमर बर एक अनंत महिमा लावत हवय, जऊन ह सदाकाल तक बने रहिही। एकरसेति, हमन ओ चीज ऊपर धियान नइं देवन, जऊन ह दिखत हवय, पर हमन ओ चीज ऊपर धियान लगाथन, जऊन ह नइं दिखत हवय। काबरकि जऊन चीज ह दिखत हवय, ओह सिरिप कुछू समय बर अय, पर जऊन चीज ह नइं दिखय, ओह सदाकाल तक बने रहिथे। हमन जानथन कि ए संसारिक देहें जऊन म हमन रहिथन, जब नास करे जाही, तब परमेसर कोति ले हमन ला एक घर मिलही; अऊ एह स्‍वरग म सदाकाल के घर ए, जऊन ह मनखे के हांथ के बनाय नो हय। इहां रहत हमन दुःख म कल्हरत हवन अऊ हमर स्वरगीय घर ला पाय के ईछा रखथन। अऊ जब हमन ए घर म रहिबो, त हमन नंगरा नइं पाय जाबो। ए देहें म रहे के दौरान, हमन कल्हरत रहिथन अऊ बोझ ले दबे रहिथन, काबरकि हमन बिगर कपड़ा पहिरे नइं रहे चाहन, पर हमन स्वरगीय घर ला पहिरे चाहथन, ताकि नासमान देहें ह सदाकाल के जीयत देहें म बदल दिये जावय। ए उदेस्य खातिर जऊन ह हमन ला बनाय हवय, ओह खुद परमेसर ए अऊ ओह हमन ला सदाकाल के घर के गारंटी के रूप म पबितर आतमा दे हवय। एकरसेति, हमन हमेसा भरोसा करथन अऊ जानथन कि जब तक हमन ए देहें म रहिथन, तब तक हमन परभू ले दूरिहा हवन। अब हमन कोनो चीज ला देखके नइं, पर बिसवास के दुवारा चलथन। हमन ला भरोसा हवय अऊ हमन ए देहें ले अलग होके परभू के संग रहई अऊ बढ़िया समझथन। एकरसेति, चाहे हमन ए देहें म रहन या एकर ले अलग रहन, हमर उदेस्य ए अय कि हमन परभू ला खुस रखन। काबरकि हमन जम्मो झन ला मसीह के नियाय आसन के आघू म जाना जरूरी ए, ताकि हर एक मनखे सरीर म रहत, जऊन काम करे हवय, चाहे भलई के काम होवय या बुरई के, ओला ओकर परतिफल मिलय। एकरसेति, परभू के भय ला जानके, हमन मनखेमन ला मनाय के कोसिस करथन। हमन का अन, एला परमेसर ह जानथे अऊ मोला आसा हवय कि तुम्‍हर बिवेक घलो एला जानथे। हमन तुम्‍हर आघू म फेर अपन-आप के बड़ई करे के कोसिस नइं करथन, पर हमन तुमन ला हमर बारे म घमंड करे के एक मऊका देवत हवन; ताकि तुमन ओमन ला जबाब दे सकव, जऊन मन मनखे के सुघर चाल-चलन ऊपर नइं, पर मनखे के पद ऊपर घमंड करथें। यदि हमन सुध-बुध खो दे हवन, त एह परमेसर खातिर ए, अऊ यदि हमन सुध-बुध म हवन, त एह तुम्‍हर खातिर ए। मसीह के मया ह हमन ला बाध्य करथे। हमन समझ गे हवन कि एक झन ह जम्मो झन बर मरिस अऊ एकरसेति जम्मो झन मर गीन। अऊ ओह जम्मो झन बर मरिस ताकि जऊन मन जीयथें, ओमन अब अपन बर नइं, पर मसीह बर जीयंय, जऊन ह ओमन बर मरिस अऊ फेर जी उठिस। एकरसेति, हमन अब संसारिक नजर ले काकरो बारे म अपन बिचार नइं रखन। हालाकि एक समय रिहिस जब मसीह के बारे म, हमर ए किसम के बिचार रिहिस, पर हमन अब अइसने नइं करन। यदि कोनो मनखे मसीह म हवय, त ओह एक नवां सिरिस्टी ए। पुराना बात खतम हो गीस, अऊ जम्मो बात ह नवां हो गे हवय। ए जम्मो ह परमेसर के दुवारा होईस, जऊन ह मसीह के जरिये अपन संग हमर मेल-मिलाप करिस अऊ हमन ला मेल-मिलाप के सेवा दीस। एकर मतलब ए कि परमेसर ह मसीह के जरिये अपन संग जम्मो मनखेमन के मेल-मिलाप करिस अऊ ओह मनखेमन ऊपर ओमन के पाप के दोस नइं लगाईस। अऊ ओह मेल-मिलाप के संदेस के परचार के जिम्मेदारी हमन ला दीस। एकरसेति, हमन मसीह के राजदूत अन, मानो परमेसर ह हमर जरिये तुमन ले बिनती करत हवय। मसीह कोति ले, हमन तुम्‍हर ले बिनती करथन कि परमेसर के संग मेल-मिलाप कर लेवव। मसीह ह कोनो पाप नइं करे रिहिस, पर हमर हित म, परमेसर ह हमर पाप ला ओकर ऊपर डार दीस ताकि मसीह के जरिये परमेसर के धरमीपन ह हमन म आ जावय। हमन परमेसर के संगी करमी के रूप म, तुमन ले बिनती करथन कि परमेसर ले मिले अनुग्रह ला बेकार झन होवन देवव। काबरकि परमेसर ह कहिथे, “अपन ठीक समय म मेंह तुम्‍हर पराथना ला सुनेंव, अऊ उद्धार के दिन म मेंह तुम्‍हर मदद करेंव।” मेंह तुमन ला बतावत हंव, देखव, एह सही समय ए, एह उद्धार के दिन ए। हमन काकरो रसता म बाधा नइं डालन, ताकि कोनो हमर सेवा म दोस झन पावय। पर हर बात म हमन अपन-आप ला परमेसर के सेवक जताथन – सहन करे म, समस्या, दुःख, अऊ बिपत्ती म, मार खाय, जेल जाय म अऊ मनखेमन के हंगामा करे म; कठोर मिहनत, रात-रात भर जगई अऊ भूख म; सुधता, समझ, धीरज अऊ दयालुता म; पबितर आतमा म अऊ निस्कपट मया म; सच बात गोठियाय म, अऊ परमेसर के सामरथ म; धरमीपन के हथियार संग लड़े म अऊ बचाव करे म; आदर अऊ अनादर म, बड़ई अऊ बदनामी म। हमन सच गोठियाथन, तभो ले हमर संग लबरामन सहीं बरताव करे जाथे। हमन ला जम्मो झन जानथें, तभो ले हमर संग अनजानमन सहीं बरताव करे जाथे। हमन मरे सहीं रहिथन, पर हमन जीयत हवन। हमन मार खाथन, पर मार डारे नइं जावन। हमन दुःखी तो हवन, पर हमेसा आनंद मनावत रहिथन। हमन गरीब अन, पर बहुंत झन ला धनवान बनाथन। हमर करा कुछू नइं ए, तभो ले हमन जम्मो चीज ऊपर अधिकार रखथन। हे कुरिन्‍थुस सहर के मनखेमन, हमन तुमन ले खुलके गोठियाय हवन अऊ हमर हिरदय तुम्‍हर बर खुला हवय। तुम्‍हर बर हमन अपन मया ला नइं रोकत हवन, पर हमर बर तुमन अपन मया ला रोकत हवव। मेंह तुमन ला अपन लइका जानके कहथंव कि एकर बदला म, तुमन घलो अपन हिरदय ला खोल देवव। अबिसवासीमन के संग साझीदार झन बनव। काबरकि धरमीपन अऊ अधरम म का समानता? या अंजोर अऊ अंधियार के का संगति? मसीह अऊ सैतान के बीच म का मेल हवय? एक बिसवासी के एक अबिसवासी संग का समानता? परमेसर के मंदिर अऊ मूरतीमन के बीच म का सहमती? काबरकि हमन जीयत परमेसर के मंदिर अन; जइसने कि परमेसर ह कहे हवय: “मेंह ओमन के संग रहिहूं अऊ ओमन के बीच चलहूं-फिरहूं, अऊ मेंह ओमन के परमेसर होहूं अऊ ओमन मोर मनखे होहीं।” एकरसेति परभू ह कहिथे, “ओमन के बीच म ले निकर आवव अऊ अलग रहव। असुध चीज ला झन छूवव, त मेंह तुमन ला गरहन करहूं।” सर्वसक्तिमान परभू ह कहिथे, “मेंह तुम्‍हर ददा होहूं, अऊ तुमन मोर बेटा अऊ बेटी होहू।” हे मयारू संगवारीमन, जब हमर संग परमेसर ह ए परतिगियां करे हवय, त आवव, हमन अपन देहें अऊ आतमा ला जम्मो गंदगी ले सुध करन, अऊ परमेसर के भय म रहत अपन-आप ला पूरा-पूरी पबितर करन। हमर बर अपन हिरदय ला खोलव। हमन काकरो अनियाय नइं करे हवन; हमन काकरो नइं बिगाड़े हवन अऊ हमन काकरो ले कोनो फायदा नइं उठाय हवन। मेंह तुमन ला दोसी ठहराय बर, ए नइं कहत हवंव। काबरकि मेंह पहिली ले कह चुके हवंव कि तुमन हमर हिरदय म अइसने बस गे हवव कि हमन तुम्‍हर संग मरे या जीये बर घलो तियार हवन। मोला तुम्‍हर ऊपर बहुंत भरोसा हवय; मोला तुम्‍हर ऊपर बड़ घमंड हवय। मेंह बहुंत उत्साहित हवंव। अपन जम्मो समस्या म घलो, मेंह बहुंत आनंदित हवंव। काबरकि जब हमन मकिदुनिया म आयेंन, त हमन ला कोनो अराम नइं मिलिस, पर हमन हर तरफ ले दुःख पायेन – बाहिर म झगरा होवत रहय अऊ हमर हिरदय म डर बने रहय। पर परमेसर जऊन ह उदास मनखेमन ला सांति देथे, तीतुस के आय के दुवारा हमन ला सांति दीस । अऊ सिरिप ओकर आय के दुवारा ही नइं, पर जऊन सांति ओला तुमन दे हवव, ओकर दुवारा घलो। ओह हमन ला तुम्‍हर मया, तुम्‍हर दुःख अऊ मोर बर तुम्‍हर चिंता के बारे बताईस, जेकर ले मेंह अऊ आनंदित होवत हवंव। हालाकि मोर चिट्ठी के दुवारा तुमन ला दुःख पहुंचिस, पर मेंह ओकर बर नइं पछतावत हंव, जइसने कि पहिली पछतावत रहेंव; काबरकि मेंह देखत हंव कि मोर चिट्ठी ले तुमन ला दुःख तो पहुंचिस, पर ओह थोरकन समय बर रिहिस। पर अब मेंह खुस हवंव। मोर खुसी ह एकरसेति नो हय कि तुमन ला दुःख पहुंचिस, पर एकरसेति अय कि ओ दुःख के कारन तुमन पछताप करेव। परमेसर के ईछा के मुताबिक तुमन ला दुःख पहुंचिस अऊ ए किसम ले तुमन ला हमर कोति ले कोनो नुकसान नइं होईस। काबरकि परमेसर के ईछा के मुताबिक दुःख सहे ले पछतावा होथे, जेकर ले उद्धार मिलथे अऊ एकर ले दुःख नइं होवय, पर संसारिक दुःख ले मिरतू होथे। देखव, ए दुःख जऊन ह तुमन ला परमेसर के ईछा के मुताबिक मिलिस, तुमन म कतेक उत्‍सुकता अऊ अपन-आप ला निदरोस साबित करे बर उत्साह, कोरोध, भय, लालसा, बियाकुलता अऊ नियाय देवाय बर तत्‍परता लानिस। हर किसम ले तुमन अपन-आप ला ए चीज म निरदोस साबित करे हवव। मेंह तुमन ला ओ चिट्ठी एकरसेति नइं लिखेंव कि मोला अनियाय करइया या अनियाय सहइया के चिंता रिहिस, पर एकरसेति लिखेंव कि परमेसर के आघू म तुमन खुद जान लेवव कि हमर बर तुम्‍हर कतेक लगाव हवय। ए जम्मो के दुवारा हमन ला उत्साह मिलिस। अऊ हमन सिरिप उत्साहित ही नइं होएन, पर हमन ला ए देखके खुसी होईस कि जऊन मदद तुमन तीतुस ला दे रहेव, ओकर सेति ओह बड़ खुस हवय। मेंह तीतुस के आघू म तुम्‍हर बड़ई करे रहेंव अऊ तुमन एकर बारे म मोला सरमिन्‍दा नइं करेव। पर जइसने हमन तुम्‍हर ले हमेसा सच गोठियाय हवन, वइसने तुम्‍हर बारे म हमर बड़ई ह तीतुस के आघू म सच साबित होय हवय। जब ओह सुरता करथे कि कइसने तुमन जम्मो झन हुकूम ला मानत रहेव अऊ कइसने तुमन डरत अऊ कांपत ओला गरहन करेव, त तुम्‍हर बर ओकर मया ह अऊ बढ़ जाथे। मोला खुसी हवय कि मेंह तुम्‍हर ऊपर पूरा भरोसा कर सकथंव। हे भाईमन हो, हमन चाहथन कि तुमन ओ अनुग्रह के बारे म जानव, जऊन ला परमेसर ह मकिदुनिया के कलीसियामन ला दे हवय। दुःख के भारी परिछा म ओमन बड़ आनंद मनावत हवंय अऊ भयंकर गरीबी म ओमन अब्‍बड़ दानी हो गे हवंय। काबरकि मेंह गवाही दे सकथंव कि अपन सक्ति के मुताबिक ओमन जतकी जादा हो सकिस, दे हवंय; अऊ त अऊ ओमन अपन सक्ति ले बाहिर घलो दे हवंय। अऊ अपन पूरा ईछा ले दे हवंय। ओमन बार-बार हमर ले बिनती करिन कि ओमन ला संतमन के सेवा म मदद करे बर मऊका मिलय। अऊ जइसने हमन आसा करत रहेंन, ओमन वइसने नइं करिन, पर ओमन पहिली अपन-आप ला परभू ला दे दीन अऊ तब परमेसर के ईछा के मुताबिक अपन-आप ला हमर अधीन कर दीन। तीतुस ह पहिली ए काम ला सुरू करे रिहिस, एकरसेति हमन ओकर ले बिनती करेन कि ओह अनुग्रह के ए काम ला तुम्‍हर बीच म पूरा घलो करय। पर जइसने तुमन हर बात म बढ़त जावत हव – बिसवास म, बचन बोलई म, गियान म, लगन से काम करई म अऊ हमर बर तुम्‍हर मया म – वइसने ही तुमन दान देय के मामला म घलो बढ़त जावव। मेंह तुमन ला हुकूम नइं देवत हंव, पर आने मन के उत्साह के तुलना म, मेंह परखे चाहथंव कि तुम्‍हर मया म कतेक सच्‍चई हवय। काबरकि तुमन हमर परभू यीसू मसीह के अनुग्रह ला जानत हव। हालाकि ओह धनी रिहिस, पर तुम्‍हर हित म ओह गरीब बन गीस, ताकि ओकर गरीबी के जरिये तुमन धनवान हो जावव। इहां मेंह तुमन ला एकर बारे म सलाह देवत हंव कि तुम्‍हर बर का बुता ह सबले बने होही। पऊर साल, तुमन सिरिप देय के मामला म ही पहिली नइं रहेव, पर तुम्‍हर अइसने करे के ईछा घलो रिहिस। अब ओ काम ला पूरा करव ताकि एला करे के तुम्‍हर जऊन उत्‍सुकता हवय, ओह काम के पूरा करे म मेल खावय, अऊ जऊन कुछू तुम्‍हर करा हवय, ओकर मुताबिक एला करव। काबरकि यदि तुम्‍हर देय के ईछा हवय, त जऊन कुछू तुम्‍हर करा हवय, ओकर आधार म तुम्‍हर दान ह गरहन होही, जऊन ह तुम्‍हर करा नइं ए, ओकर आधार म नइं। एह हमर ईछा नो हय कि आने मन ला अराम मिलय अऊ तुम्‍हर ऊपर बोझ पड़य, पर हमन चाहथन कि बरोबरी के बात होवय। अभी तुम्‍हर करा बहुंत हवय, त तुमन ओमन के जरूरत म देवव, ताकि बदले म, जब ओमन करा बहुंत होही, त ओमन तुम्‍हर जरूरत म दिहीं। तभे बरोबरी होही। जइसने कि परमेसर के बचन म ए लिखे हवय: “जऊन ह बहुंते बटोरिस, ओकर करा जादा नइं बांचिस, अऊ जऊन ह थोरकन बटोरिस, ओला घटी नइं होईस।” मेंह परमेसर ला धनबाद देथंव कि ओह तीतुस के मन म ओहीच चिंता डाल दीस, जऊन ह मोर मन म तुम्‍हर बर हवय। तीतुस ह सिरिप हमर बात ला ही नइं मानिस, पर ओह अपन ईछा ले बहुंत उत्साह के संग तुम्‍हर करा आवत हवय। अऊ हमन ओकर संग ओ भाई ला पठोवत हन, जेकर बड़ई जम्मो कलीसिया के मन सुघर संदेस के ओकर सेवा खातिर करथें। एकर अलावा, ओह कलीसियामन के दुवारा चुने गे हवय ताकि ओह हमर संग जावय, जब हमन दान लेके जाथन। हमन ए सेवा ला परभू के महिमा बर करथन अऊ ए देखाय बर करथन कि हमन आने के मदद करे बर उत्सुक हवन। हमन ए धियान रखथन कि उदारता के दान के हमर जऊन सेवा हवय, ओकर बारे म कोनो हमर ऊपर दोस झन लगावंय। हमर उदेस्य ए अय कि हमन सही काम करन, सिरिप परभू के नजर म ही नइं, पर मनखेमन के नजर म घलो। एकरसेति, ओमन के संग हमन अपन भाई ला पठोवत हन, जऊन ला हमन कतको बार परखे हवन अऊ ए पायेन कि ओह तुम्‍हर मदद करे बर हमेसा उत्सुक रहिथे, अऊ अब ओह अऊ घलो उत्सुक हवय, काबरकि तुम्‍हर ऊपर ओला बड़ भरोसा हवय। यदि कोनो तीतुस के बारे म पुछथे, त बतावव कि ओह मोर भागीदार अऊ तुम्‍हर बीच म मोर सहकरमी अय; अऊ यदि कोनो हमर भाईमन के बारे म पुछथे, त बतावव कि ओमन कलीसिया के परतिनिधि अऊ मसीह के महिमा अंय। एकरसेति तुम्‍हर मया अऊ तुम्‍हर बारे म हमर जऊन घमंड हवय, ओला ए मनखेमन के आघू म साबित करव, ताकि जम्मो कलीसियामन एला देख सकंय। संतमन बर जऊन सेवा करे जाथे, ओकर बारे म तुमन ला लिखे के जरूरत नइं ए। काबरकि मेंह जानथंव कि तुमन मदद करे बर उत्सुक रहिथव अऊ मेंह मकिदुनिया के मनखेमन के आघू म तुम्‍हर बारे म डींग हांकके ए कहे हवंव कि पऊर साल ले तुमन, जऊन मन अखया म रहिथव, मदद करे बर तियार हवव अऊ तुम्‍हर उत्साह ह ओम के बहुंते झन ला उत्साहित करे हवय। पर मेंह ए भाईमन ला एकरसेति पठोवत हवंव ताकि ए बिसय म तुम्‍हर बारे, हमन जऊन घमंड करे हवन, ओह लबरा साबित झन होवय, पर जइसने मेंह कहे हवंव, तुमन तियार रहव। काबरकि यदि कोनो मकिदुनिया के मनखे ह मोर संग आथे अऊ ए देखथे कि तुमन तियार नइं अव, त हमन तुम्‍हर बारे म कुछू कहे नइं सकबो, अऊ तुम्‍हर ऊपर अतेक भरोसा करे के बाद हमर बेजत्ती होही। एकरसेति, मेंह भाईमन ले ए बिनती करना जरूरी समझेंव कि ओमन पहिली ले तुम्‍हर करा जावंय अऊ ओ दान के परबंध करंय, जऊन ला तुमन देय के वायदा करे हवव। तब एह दबाव म दिये गय दान नइं, पर उदार मन ले दिये गय दान होही। ए बात ला सुरता रखव: जऊन ह थोरकन बोथे, ओह थोरकन काटही घलो, अऊ जऊन ह बहुंत बोथे, ओह बहुंते काटही घलो। हर एक मनखे वइसने ही दान करय, जइसने ओह अपन मन म ठाने हवय; न अनिछा ले अऊ न ही दबाव ले, काबरकि परमेसर ह ओकर ले मया करथे जऊन ह खुसी मन ले देथे। परमेसर ह तुमन ला जम्मो किसम के आसिस बहुंतायत ले देय म सामरथी अय, ताकि तुम्‍हर करा जरूरत के हर चीज हमेसा बहुंतायत म रहय अऊ तुमन हर एक बने काम म बहुंतायत से दे सकव। जइसने कि परमेसर के बचन म लिखे हवय: “ओह दिल खोलके गरीबमन ला दान देथे; ओकर धरमीपन ह सदाकाल तक बने रहिथे।” जऊन परमेसर ह बोवइया ला बीजा अऊ खाय बर रोटी देथे, ओह तुमन ला घलो बीजा अऊ खाय बर रोटी दिही अऊ तुम्‍हर बीजा के भंडार ला बढ़ाही अऊ तुम्‍हर धरमीपन के काम ला बगराही। तुमन ला हर किसम ले धनवान बनाय जाही, ताकि तुमन हर समय उदार बनव अऊ हमर जरिये तुमन जऊन उदारता ले देथव, ओकरे कारन बहुंते झन परमेसर ला धनबाद दिहीं। तुम्‍हर ए सेवा के कारन, परमेसर के मनखेमन के सिरिप जरूरत ही पूरा नइं होवत हवय, पर कतेक किसम ले बहुंतायत ले परमेसर के धनबाद घलो होवत हवय। ए सेवा के दुवारा तुमन अपन-आप ला साबित कर चुके हवव, एकरसेति मनखेमन परमेसर के महिमा करहीं, काबरकि तुमन मसीह के सुघर संदेस ला गरहन करके ओकर मुताबिक चलत हवव अऊ दिल खोलके तुमन ओमन ला अऊ आने जम्मो झन ला दान देवत हवव। ओमन तुम्‍हर बर पराथना करथें अऊ ओमन के मन ह तुमन म लगे रहिथे, काबरकि परमेसर के अनुग्रह तुम्‍हर ऊपर बहुंतायत ले होय हवय। परमेसर के धनबाद होवय ओकर ओ दान खातिर, जेकर बयान नइं करे जा सकय। में पौलुस ह मसीह के कोमलता अऊ नमरता के कारन तुमन ले बिनती करत हंव – जब मेंह तुम्‍हर आघू म रहिथंव, त डरपोक हो जाथंव; पर जब तुम्‍हर ले दूरिहा रहिथंव, त साहसी हो जाथंव। मेंह तुम्‍हर ले बिनती करथंव कि तुमन अइसने काम करव कि जब मेंह आवंव, त मोला तुम्‍हर संग कड़ई झन करना पड़य, जइसने कि मोला ओमन के संग करना चाही, जऊन मन ए समझथें कि हमन संसार के मुताबिक आचरन करथन। हालाकि हमन संसार म रहिथन, पर हमन संसारिक उदेस्य बर नइं लड़न। हमर लड़ई के हथियारमन संसारिक नो हंय, पर एमन परमेसर के सामरथी हथियार अंय, जेमन सैतान के गढ़ ला नास कर देथें। हमन बहस अऊ ओ हर एक घमंड ले भरे बात ला नास कर देथन, जऊन ह परमेसर के गियान के बिरोध म ठाढ़ होथे अऊ हमन मनखेमन के हर एक बिरोध के बात ला कैद कर लेथन ताकि ओमन मसीह के बात ला मानय। अऊ जब तुम्‍हर हुकूम माने के बात ह साबित हो जाही, त हमन हर एक ओ हुकूम नइं मनइयामन ला सजा दे बर तियार रहिबो। तुमन सिरिप बाहिर के चीज ला देखत हवव। यदि कोनो ला ए भरोसा हवय कि ओह मसीह के अय, त ओला फेर बिचार करना चाही कि जइसने ओह मसीह के अय, वइसने हमन घलो मसीह के अन। काबरकि यदि मेंह हमर अधिकार के बारे म कुछू घमंड करथंव, त एह मोर बर सरम के बात नो हय, काबरकि ए अधिकार, परभू ह हमन ला तुम्‍हर उन्नति बर दे हवय, तुमन ला नास करे बर नइं। मेंह नइं चाहत हंव कि तुमन ए समझव कि मेंह अपन चिट्ठी के दुवारा तुमन ला डराय के कोसिस करत हंव। काबरकि कुछू मनखेमन कहिथें, “पौलुस के चिट्ठी ह असरदार अऊ कठोर होथे, पर जब ओह हमर संग रहिथे, त ओह मनखे के रूप म कमजोर अऊ ओकर बातचीत ह हल्‍का जान पड़थे।” अइसने मनखेमन ए बात ला जान लेवंय कि पीठ पाछू जइसने हमन अपन चिट्ठी म लिखथन, वइसनेच हमर काम घलो होही, जब हमन तुम्‍हर करा आबो। जऊन मन खुद के बड़ई करथें, हमन अपन ला ओ मनखेमन के बरोबर रखे के या ओमन के संग अपन तुलना करे के हिम्मत नइं करन। जब ओमन अपन ला एक-दूसर के संग नापथें अऊ अपन तुलना एक-दूसर के संग करथें, त ओमन नासमझ एं। पर हमन हद के बाहिर घमंड नइं करन। हमर घमंड ह परमेसर के ठहिराय हद के भीतर होही, अऊ ए हद म तुमन घलो आथव। हमन जादा घमंड नइं करत हवन, यदि हमन तुम्‍हर करा नइं आय रहितेन, त ए मामला होतिस; पर हमन सबले पहिली मनखे रहेंन, जऊन मन तुम्‍हर करा मसीह के सुघर संदेस लेके आयेंन। आने मन के मिहनत ऊपर हमन सीमा के बाहिर घमंड नइं करन। पर हमन ला आसा हवय कि जइसने-जइसने मसीह म तुम्‍हर बिसवास ह बढ़त जाही, त हमर काम के इलाका ह घलो तुम्‍हर बीच म बहुंत बढ़त जाही। अऊ हमन तुम्‍हर इलाका के बाहिर सुघर संदेस के परचार कर सकबो। काबरकि आने मनखे के इलाका म पहिली ले करे गे काम के बारे म, हमन घमंड करे नइं चाहन। पर जऊन ह घमंड करे चाहथे, ओह परभू के काम ऊपर घमंड करय। काबरकि जऊन ह अपन बड़ई आप करथे, ओला सही मनखे नइं समझे जावय, पर जऊन मनखे के बड़ई परभू ह करथे, ओह सही मनखे समझे जाथे। मोला आसा हवय कि तुमन मोर थोरकन मूर्खता ला सह लूहू, अऊ हां तुमन एला सहत घलो हवव। मेंह तुम्‍हर बर ईसवरीय धुन रखथंव। मेंह तुम्‍हर ले सिरिप एकेच घरवाला के वायदा करे हवंव, जऊन ह मसीह अय, ताकि मेंह तुमन ला एक पबितर कुवांरी के रूप म ओला दे सकंव। पर मेंह डरत हवंव कि मसीह म तुम्‍हर जऊन ईमानदारी अऊ सुध भक्ति हवय, तुमन ओकर ले भटक झन जावव, जइसने हवा ह सांप के छल-कपट ले धोखा खाय रिहिस। काबरकि यदि कोनो तुम्‍हर करा आथे अऊ आने यीसू के परचार करथे, जेकर परचार हमन नइं करे हवन या फेर जऊन आतमा तुमन ला पहिली मिले हवय, ओला छोंड़के कोनो अऊ आतमा के बारे म गोठियाथे या फेर कोनो अऊ किसम के सुघर संदेस सुनाथे, जऊन ला तुमन नइं सुने रहेव, त तुमन ओला असानी से मान लेथव। पर मेंह अपन-आप ला ओ बड़े प्रेरितमन ले कोनो बात म कम नइं समझंव। मेंह गोठियाय म अनाड़ी अंव, पर मोर करा गियान हवय। हर किसम ले, हमन ए बात ला तुम्‍हर आघू म साफ कर दे हवन। का मेंह कोनो पाप करेंव कि तुमन ला परमेसर के सुघर संदेस ला बिगर कोनो दाम लिये सुनांय, अऊ अपन-आप ला दीन-हीन करेंव ताकि तुमन ऊपर उठाय जावव। तुम्‍हर बीच म सेवा करे बर, मेंह आने कलीसियामन ले मदद लेंव, ताकि तुम्‍हर सेवा कर सकंव। जब मेंह तुम्‍हर संग रहेंव अऊ मोला कोनो चीज के जरूरत होईस, त मेंह काकरो ऊपर बोझ नइं बनेंव, काबरकि जऊन भाईमन मकिदुनिया ले आईन, ओमन मोर जरूरत के चीज ला पूरा करिन। मेंह अब तक तुम्‍हर ऊपर कोनो बोझ नइं बने हवंव, अऊ भविस्य म घलो, मेंह तुम्‍हर ऊपर कोनो किसम ले बोझ नइं बनंव। जब तक मसीह के सच्‍चई मोर म हवय, तब तक अखया छेत्र म कोनो मोर ए घमंड करई ला नइं रोकय। काबर? का एकरसेति कि मेंह तुम्‍हर ले मया नइं करंव? परमेसर ह जानत हवय कि मेंह तुम्‍हर ले मया करथंव। जऊन काम मेंह करत हवंव, ओला मेंह करतेच रहिहूं, ताकि ओ लबरा प्रेरितमन के घमंड करे अऊ ए कहे ला लबरा साबित करंव कि ओमन घलो ओहीच किसम के काम करथें, जइसने हमन करथन। काबरकि अइसने मनखेमन लबरा प्रेरित, छल-कपट ले काम करइया अऊ मसीह के प्रेरित के सहीं ढोंग करइया अंय। अऊ एह कोनो अचम्भो करे के बात नो हय, काबरकि सैतान ह खुद ज्योतिमय स्‍वरगदूत सहीं रूप धरथे। एकरसेति यदि ओकर सेवकमन घलो धरमीपन के सेवक सहीं रूप धरंय, त कोनो बड़े बात नो हय, पर ओमन के अंत ह ओमन के काम के मुताबिक होही। मेंह फेर कहत हंव, कोनो मोला मुरुख झन समझय। पर यदि तुमन मोला मुरुख समझथव, त मोला एक मुरुख के रूप म ही गरहन करव, ताकि मेंह घलो थोरकन घमंड कर सकंव। घमंड के ए बात म, मेंह एक मुरुख मनखे के सहीं गोठियावत हंव, मेंह वइसने नइं गोठियावत हवंव, जइसने परभू ह गोठियाही। जब कतको झन संसारिक बात के घमंड करथें, त मेंह घलो घमंड करहूं। तुमन खुसी ले मुरुखमन के सह लेथव, काबरकि तुमन बहुंत समझदार अव। अऊ त अऊ, कहूं कोनो तुमन ला गुलाम बना लेथे, या तुमन ला ठगथे या तुम्‍हर ले फायदा उठाथे या तुम्‍हर आघू म अपन-आप ला बड़े बनाथे या फेर तुम्‍हर गाल म थपरा मारथे, तभो ले तुमन ओकर सह लेथव। मोला ए कहत सरम आथे कि हमन ओ जम्मो काम म बहुंत कमजोर रहेंन। पर यदि कोनो मनखे कोनो बात म घमंड करे के हिम्मत करथे, त मेंह एक मुरुख मनखे के सहीं कहत हंव कि मेंह घलो ओ बात म घमंड करे के हिम्मत कर सकथंव। का ओमन इबरानी अंय? मेंह घलो अंव। का ओमन इसरायली अंय? मेंह घलो अंव। का ओमन अब्राहम के बंस के अंय? मेंह घलो अंव। का ओमन मसीह के सेवक अंय? मेंह ओमन ले जादा बने सेवक अंव – मेंह ए बात एक पागल मनखे के सहीं कहत हंव। मेंह जादा मिहनत करे हवंव, अऊ जादा बार ले जेल गे हवंव, मोला जादा कोर्रा म मारे गे हवय अऊ मेंह बार-बार मिरतू के जोखिम म पड़े हंव। पांच बार मेंह यहूदीमन के हांथ ले उनतालीस-उनतालीस कोर्रा खाय हवंव। तीन बार मोला लउठी ले मारे गीस, एक बार मोर ऊपर पत्थरवाह करे गीस, तीन बार पानी जहाजमन टूट गीन, जऊन म मेंह जावत रहेंव, एक रात अऊ एक दिन मेंह खुला समुंदर म काटेंव। मेंह बार-बार एती-ओती होवत रहेंव। मेंह नदिया के खतरा म, डाकूमन के खतरा म, मोर अपन देस के मनखेमन के खतरा म, आनजातमन के खतरा म, सहर के खतरा म, जंगल के खतरा म, समुंदर के खतरा म अऊ लबरा भाईमन के खतरा म ले गुजर चुके हवंव। मेंह मुसिबत ले गुजर चुके हंव अऊ कठिन मिहनत करे हवंव अऊ कतको रतिहा ले उसनिंदा रहे हवंव, मेंह भूख अऊ पियास ला जानत हंव अऊ अक्सर बिगर खाय भूख ला सहे हवंव, मेंह जाड़ा म कम कपड़ा म रहे हवंव। अऊ आने बातमन ला का कहंव; हर दिन, जम्मो कलीसियामन बर मोला अपन चिंता खाय जावथे। जब कोनो कमजोर होथे, त मेंह घलो ओकर कमजोरी महसूस करथंव; जब कोनो पाप म गिरथे, त मोला दुःख होथे। यदि मोला घमंड करना जरूरी ए, त मेंह ओ बात बर घमंड करहूं, जऊन ह मोर कमजोरी ला देखाथे। परभू यीसू के ददा परमेसर जेकर महिमा सदा होवय, ओह जानत हवय कि मेंह लबारी नइं मारत हवंव। दमिस्क म अरितास राजा के अधीन म जऊन राजपाल रिहिस, ओह मोला पकड़े बर दमिस्क सहर म पहरेदार लगाय रिहिस। पर मनखेमन मोला एक ठन टुकनी म बईठारके, सहर के दिवाल म बने एक खिड़की म ले खाल्‍हे उतार दीन अऊ मेंह ओकर हांथ ले बांच गेंव। मेंह घमंड जरूर करहूं, हालाकि एकर ले कुछू लाभ नइं होवय। पर मेंह परभू के दुवारा दिये गय दरसन अऊ परकासन के बारे म गोठियाहूं। मेंह मसीह म एक मनखे ला जानत हंव, जऊन ह चौदह बछर पहिली तीसरा स्‍वरग म उठा लिये गे रिहिस। मेंह नइं जानंव, पर परमेसर ह जानथे कि ओह देहें म उठाय गीस या बिगर देहें के । अऊ मेंह जानत हंव कि ए मनखे ह स्‍वरग लोक म लाने गीस। मेंह नइं जानंव, पर परमेसर ह जानथे कि ओह देहें म लाने गीस या बिगर देहें के। ओह अइसने बातमन ला सुनिस, जऊन ह कहे के नो हय, अऊ ए बातमन ला बताय के अनुमती मनखे ला नइं दे गे हवय। मेंह अइसने मनखे के ऊपर घमंड करहूं, पर अपन कमजोरी के छोंड़ मेंह अपन ऊपर अऊ कोनो बात म घमंड नइं करंव। पर कहूं मेंह घमंड करे चाहंव घलो, त एह मोर मूर्खता नइं होही, काबरकि मेंह सच गोठियाहूं। पर मेंह घमंड नइं करंव, ताकि जऊन कुछू मेंह करथंव या कहिथंव, कोनो मोला ओकर ले बढ़ के झन समझय। ए अद्भूत चीजमन ला देखे के कारन, मेंह घमंडी झन हो जावंव, एकरसेति मोर देहें म एक कांटा गड़ाय गीस, याने कि सैतान के एक दूत ह मोला परेसान करे बर आईस । तीन बार मेंह परभू ले बिनती करेंव कि ओह एला मोर ले हटा देवय। पर ओह मोला कहिस, “मोर अनुग्रह ह तोर बर बहुंते ए, काबरकि मोर सामरथ ह दुरबलता म सिद्ध होथे।” एकरसेति खुसी ले, मेंह अपन दुरबलता के ऊपर अऊ घमंड करहूं, ताकि मसीह के सामरथ ह मोर ऊपर बने रहय। एकर कारन मसीह के हित म मेंह दुरबलता म, बेजत्ती म, तकलीफ म, सतावा म अऊ कठिनई म खुस रहिथंव। काबरकि जब मेंह दुरबल हंव, तभे मेंह बलवान अंव। मेंह अपन-आप ला मुरुख बनाएंव, पर तुमन मोला एकर बर लाचार करे हवव। तुमन ला तो मोर परसंसा करना रिहिस। हालाकि मेंह कुछू नो हंव, तभो ले ओ बड़े प्रेरितमन ले मेंह कोनो बात म कम नो हंव। जऊन बातमन कोनो ला एक प्रेरित के रूप म साबित करथे, ओमन चिन्‍हां, अचरज अऊ चमतकार के काम अंय अऊ ए बातमन तुम्‍हर बीच म बड़े धीरज के साथ करे गीस। तुमन कोन बात म आने कलीसिया ले कम रहेव, सिवाय ए कि मेंह तुम्‍हर ऊपर कभू बोझ नइं बनेंव। तुमन मोला ए गलती बर छेमा करव। अब मेंह तीसरा बार तुम्‍हर करा आय बर तियार हवंव, अऊ मेंह तुम्‍हर ऊपर कोनो बोझ नइं बनंव, काबरकि मेंह तुम्‍हर संपत्ति नइं, पर तुमन ला चाहथंव। काबरकि लइकामन ला अपन दाई-ददा खातिर धन नइं जमा करना चाही, पर दाई-ददा मन ला अपन लइकामन खातिर धन जमा करना चाही। एकरसेति, जऊन कुछू मोर करा हवय, ओला मेंह खुसी ले तुम्‍हर बर खरचा कर दूहूं, अऊ मेंह खुद अपन-आप ला घलो दे दूहूं। यदि मेंह तुमन ला जादा मया करथंव, त का तुमन मोला कम मया करहू? तब तुमन मान लेथव कि मेंह तुम्‍हर ऊपर बोझ नइं बनेंव। पर तुमन कह सकत हव कि मेंह चालबाज अंव अऊ छल करके मेंह तुम्‍हर ले मदद ले हवंव। जऊन मन ला मेंह तुम्‍हर करा पठोएंव, का ओमन के दुवारा मेंह तुम्‍हर ले फायदा उठाएंव? मेंह तीतुस ले बिनती करेंव कि ओह तुम्‍हर करा जावय अऊ मेंह हमर भाई ला घलो ओकर संग पठोएंव। का तीतुस ह तुम्‍हर ले फायदा उठाईस। नइं ना। का हमन एकेच आतमा म होके काम नइं करेन? का हमर चाल-चलन ह एक सहीं नइं रिहिस? का तुमन अभी तक ए सोचत हव कि हमन तुम्‍हर आघू म अपन सफई देवत हवन? परमेसर ला हाजिर जानके, हमन मसीह म होके गोठियावत हवन। हे मयारू संगवारीमन हो! जऊन कुछू हमन करथन, तुम्‍हर उन्नति बर करथन। काबरकि मोला डर हवय कि जब मेंह उहां आवंव, त मेंह तुमन ला वइसने नइं पावंव, जइसने कि मेंह चाहथंव, अऊ तुमन मोला वइसने झन पावव, जइसने तुमन चाहथव। मोला डर हवय कि उहां झगरा, जलन, कोरोध, स्वारथीपन, निन्दा, अफवाह, घमंड अऊ हंगामा होवत होही। मोला डर हवय कि जब मेंह फेर आवंव, त मोर परमेसर ह मोला तुम्‍हर आघू म नम्र करय अऊ मोला ओ बहुंते मनखेमन बर दुःखी होना पड़य, जऊन मन पहिली पाप करिन अऊ अपन असुधता, अनैतिकता अऊ छिनारपन ले पछताप नइं करे हवंय, जऊन म ओमन सामिल रिहिन। मेंह तीसरा बार तुम्‍हर करा आवत हंव। परमेसर के बचन म लिखे हवय, “हर एक बात के फैसला दू या तीन झन के गवाही ले होना चाही।” जब मेंह दूसर बार तुम्‍हर करा आय रहेंव, त तुमन ला चेताय रहेंव। जब मेंह तुम्‍हर बीच म नइं अंव, त मेंह ओ बात ला फेर कहत हंव: जब मेंह आहूं, त ओमन ला नइं छोड़ंव, जऊन मन पहिली पाप करे रिहिन। तुमन एकर सबूत चाहथव कि मसीह ह मोर दुवारा गोठियाथे। मसीह ह तुम्‍हर बर निरबल नो हय, पर ओह तुम्‍हर बीच म अपन सामरथ ला देखाथे। ए बात तो सच ए कि ओह निरबलता म कुरुस ऊपर चघाय गीस, पर ओह परमेसर के सामरथ के दुवारा जीयत हवय। वइसनेच हमन ओम निरबल हवन, पर परमेसर के सामरथ ले तुम्‍हर सेवा करे बर हमन ओकर संग जीयत रहिबो। तुमन अपन-आप ला परखव अऊ देखव कि तुमन बिसवास के मुताबिक चलत हवव कि नइं। अपन-आप ला जांचव। का तुमन नइं जानव कि मसीह यीसू ह तुमन म हवय? यदि नइं ए, त फेर तुमन जांच म फेल हो गे हवव। पर मोला बिसवास हवय कि तुमन जान जाहू कि हमन जांच म पास हो गे हवन। अब हमन परमेसर ले पराथना करत हवन कि तुमन कोनो गलत काम झन करव। एकरसेति नइं कि हमन जांच म पास हो गे हवन, पर एकरसेति कि तुमन ओ काम करव जऊन ह सही ए, चाहे हमन फेल हो गे हवन सहीं भले ही लगय। काबरकि हमन सच के बिरोध म कुछू नइं कर सकन, पर हमन सिरिप सच के खातिर ही कर सकथन। हमन ला खुसी हवय कि जब भी हमन निरबल हवन, त तुमन मजबूत हवव अऊ हमन पराथना करथन कि तुमन सिद्ध बनव। एकरे कारन, जब मेंह तुम्‍हर संग नइं अंव, त ए बातमन ला लिखत हवंव, ताकि जब मेंह तुम्‍हर करा आवंव, त मोला अपन अधिकार के उपयोग करे म कठोर झन होना पड़य; काबरकि परभू ह मोला ए अधिकार तुम्‍हर आतमिक उन्नति बर दे हवय, तुम्‍हर बिनास बर नइं। आखिर म, हे भाईमन हो। अब बिदा लेथंव। सिद्ध बने के कोसिस म रहव; मोर बिनती ला सुनव; एक मत होके रहव अऊ सांति बनाय रखव। तभे मया अऊ सांति देवइया परमेसर ह तुम्‍हर संग रहिही। पबितर चूमा के संग एक-दूसर ला जोहार करव। जम्मो संत मनखेमन तुमन ला अपन जोहार कहत हवंय। परभू यीसू मसीह के अनुग्रह, परमेसर के मया अऊ पबितर आतमा के संगति तुमन जम्मो झन संग रहय। परमेसर हमर ददा अऊ परभू यीसू मसीह कोति ले तुमन ला अनुग्रह अऊ सांति मिलय। एहीच परभू यीसू ह अपन-आप ला हमर पाप खातिर दे दीस ताकि ओह हमर परमेसर अऊ ददा के ईछा के मुताबिक हमन ला ए जुग के पापी संसार ले बचावय। परमेसर के महिमा जुग-जुग होवत रहय। आमीन। मोला अचरज होवत हवय कि जऊन ह तुमन ला मसीह के अनुग्रह के दुवारा बलाईस, ओला तुमन अतेक जल्दी छोंड़ देवत हव, अऊ आने किसम के सुघर संदेस कोति जावत हवव। असल म, अऊ आने किसम के सुघर संदेस हवय ही नइं। पर कुछू मनखेमन तुम्‍हर बीच म गड़बड़ी करत हवंय अऊ ओमन तुमन ला मसीह के सुघर संदेस ले हटाय के कोसिस करत हवंय। पर कहूं हमन या स्‍वरग ले कोनो दूत घलो ओ सुघर संदेस ला छोंड़, जऊन ला हमन तुमन ला सुनाय हवन, कोनो आने किसम के सुघर संदेस सुनाथे, त ओह परमेसर के दुवारा सदाकाल के दंड पावय। जइसने कि हमन पहिले बताय हवन, ओ बात ला, मेंह फेर कहत हंव: जऊन सुघर संदेस ला तुमन गरहन करे हवव ओला छोंड़, यदि कोनो अऊ आने किसम के सुघर संदेस के परचार करथे, त ओह परमेसर के दुवारा सदाकाल के दंड पावय। का मेंह अब मनखे के मन ला जीते के कोसिस करत हवंव या फेर परमेसर के? या का मेंह मनखेमन ला खुस करे के कोसिस करत हवंव? यदि मेंह अभी तक ले मनखेमन ला खुस करे के कोसिस करत रहितेंव, त मेंह मसीह के सेवक नइं होतेंव। हे भाईमन हो, मेंह चाहथंव कि तुमन जानव कि जऊन सुघर संदेस के परचार मेंह करेंव, ओह मनखे के बनाय नो हय। एह मोला कोनो मनखे ले नइं मिलिस अऊ न ही मोला एह सिखोय गीस, पर यीसू मसीह खुद एला मोर ऊपर परगट करिस। यहूदी मत म मोर जऊन पहिली के जिनगी रिहिस, ओकर बारे म तुमन सुन डारे हवव; मेंह कइसने परमेसर के कलीसिया ऊपर घोर अतियाचार करत रहेंव अऊ ओला नास करे के कोसिस करत रहेंव। यहूदी मत म, मेंह अपन उमर के कतको यहूदीमन ले बहुंते आघू रहेंव अऊ मोर पुरखामन के रीति-रिवाज बर मेंह बहुंते समर्पित रहेंव। पर जब परमेसर, जऊन ह मोला मोर दाई के पेट ले ही चुन ले रिहिस अऊ अपन अनुग्रह के दुवारा मोला बलाईस, ओला ए बने लगिस कि ओह अपन बेटा ला मोर ऊपर परगट करय, ताकि मेंह ओकर परचार आनजातमन के बीच म करंव। एकर बर, मेंह न तो कोनो मनखे ले सलाह लेंव, अऊ न ही में यरूसलेम म ओमन करा गेंव, जऊन मन मोर ले पहिले प्रेरित रिहिन, पर मेंह तुरते अरब देस चले गेंव अऊ बाद म दमिस्क सहर लहुंटके आएंव। तब तीन साल के बाद, मेंह पतरस ले मिले बर यरूसलेम सहर गेंव अऊ ओकर संग पन्द्रह दिन तक रहेंव। पर उहां मेंह परभू के भाई याकूब ला छोंड़ अऊ कोनो प्रेरित ला नइं देखेंव। मेंह परमेसर के आघू म तुमन ला भरोसा दिलाके कहथंव कि जऊन कुछू मेंह तुमन ला लिखत हवंव, ओह कोनो लबारी गोठ नो हय। बाद म, मेंह सीरिया अऊ किलिकिया देसमन म गेंव। यहूदिया प्रदेस के कलीसिया के मनखे जऊन मन मसीह म हवंय, मोला नइं देखे रिहिन। ओमन सिरिप ए सुने रिहिन: “जऊन मनखे ह हमर ऊपर पहिले अतियाचार करत रिहिस, अब ओह ओहीच बिसवास के परचार करत हवय, जऊन ला ओह एक बार नास करे के कोसिस करत रिहिस।” अऊ मोर कारन ले, ओमन परमेसर के महिमा करिन। चौदह साल के बाद, मेंह बरनबास के संग फेर यरूसलेम सहर गेंव। मेंह अपन संग तीतुस ला घलो ले गेंव। मेंह उहां गेंव काबरकि परमेसर ह अगुवई करिस कि मेंह उहां जावंव अऊ ओमन ला, ओ सुघर संदेस बतावंव, जेकर परचार मेंह आनजातमन के बीच म करथंव। पर मेंह ए सुघर संदेस सिरिप ओमन ला निजी तौर म बताएंव, जऊन मन मोला मुखिया सहीं लगिन, काबरकि मेंह नइं चाहत रहेंव कि मोर पहिली के या अभी के काम ह बेकार हो जावय। पर अऊ त अऊ तीतुस, जऊन ह एक यूनानी मनखे रिहिस अऊ मोर संग रिहिस, ओकर ऊपर खतना कराय बर दबाव नइं डाले गीस। ए बात ह उठिस काबरकि कुछू लबरा भाईमन हमर बीच म चुपेचाप आ गे रिहिन, ताकि मसीह यीसू म हमर जऊन सुतंतरता हवय, ओमन ओकर बारे म पता लगावंय अऊ हमन ला यहूदी रीति-रिवाज अऊ कानून के गुलाम बना लेवंय। ओमन के अधीन होवई हमन एक छिन बर घलो तियार नइं होएन, ताकि सुघर संदेस के सच्‍चई ह तुमन म बने रहय। पर जऊन मन बड़े मनखे जान पड़त रिहिन, ओमन जऊन कुछू घलो रिहिन, एकर ले मोला कोनो फरक नइं पड़य; परमेसर ह बाहिरी रूप ला देखके फैसला नइं करय – ओ बड़े मनखेमन ले मोला कोनो नवां बात नइं मिलिस। एकर उल्टा, ओमन देखिन कि जइसने यहूदीमन ला सुघर संदेस सुनाय के काम पतरस ला दिये गे रिहिस, वइसने आनजातमन ला सुघर संदेस सुनाय के काम मोला दिये गे हवय। काबरकि परमेसर, जऊन ह पतरस के सेवा के जरिये काम करिस, ओह मोर सेवा के जरिये घलो काम करिस। पतरस ह यहूदीमन बर प्रेरित ए अऊ मेंह आनजातमन बर। याकूब, पतरस अऊ यूहन्ना के खियाती, कलीसिया के खम्भा के रूप म रिहिस। जब ओमन मोला दिये गय परमेसर के अनुग्रह ला जानिन, त ओमन बरनबास अऊ मोर संग हांथ मिलाईन, अऊ संगी करमी के रूप म, हमर बीच म ए सहमती होईस कि हमन आनजातमन करा जावन अऊ ओमन यहूदीमन करा। ओमन हमन ला सिरिप ए सलाह दीन कि हमन गरीबमन ला हमेसा सुरता करत रहन, अऊ एहीच काम ला करे बर, मेंह खुद उत्सुक रहेंव। जब पतरस ह अंताकिया सहर म आईस, त मेंह ओकर सामने ही ओकर बिरोध करंय, काबरकि ओह गलत करत रिहिस। याकूब के इहां ले कुछू मनखेमन के आय के पहिली, पतरस ह आनजातमन के संग खाय करत रिहिस। पर जब ओमन आईन, त ओह पाछू हटे लगिस अऊ अपन-आप ला आनजातमन ले अलग करे लगिस, काबरकि ओह ओमन ले डरत रिहिस, जऊन मन ए कहत रिहिन कि खतना करवाना जम्मो बिसवासी बर जरूरी ए। आने यहूदीमन घलो ओकर ढोंग म सामिल हो गीन। अऊ त अऊ बरनबास घलो ओमन के ढोंग के कारन, बहकावा म आ गीस। जब मेंह देखेंव कि ओमन सुघर संदेस के सच्‍चई के मुताबिक सही बरताव नइं करत हवंय, त मेंह जम्मो झन के आघू म पतरस ला कहेंव, “तेंह एक यहूदी अस, पर तोर चाल-चलन ह एक आनजात सहीं हवय, यहूदी सहीं नइं। तब तेंह कइसने आनजातमन ऊपर यहूदी रीति-रिवाज ला माने बर दबाव डालथस?” हमन जनम ले यहूदी अन अऊ पापी आनजात के नो हन । हमन जानथन कि मनखे ह मूसा के कानून ला पालन करे के दुवारा सही नइं ठहिरय, पर ओह यीसू मसीह म बिसवास करे के दुवारा सही ठहिरथे। एकरसेति, हमन घलो मसीह यीसू ऊपर अपन बिसवास रखे हवन, ताकि हमन मसीह म हमर बिसवास के दुवारा सही ठहिरन, मूसा के कानून ला पालन करे के दुवारा नइं। काबरकि मूसा के कानून ला पालन करे के दुवारा कोनो सही नइं ठहिरंय। यदि हमन मसीह म सही ठहिरे के खोज म रहिथन, त एह साबित करथे कि हमन खुदे पापी अन, त का एकर मतलब ए अय कि मसीह ह पाप ला बढ़ावा देथे? बिलकुल नइं। ओ चीज जऊन ला मेंह नास कर दे हवंव, यदि मेंह ओला फेर बनाथंव, त मेंह ए साबित करथंव कि मेंह एक कानून टोरइया अंव। काबरकि कानून के जरिये, मेंह कानून बर मर गेंव, ताकि मेंह परमेसर बर जीयंव। मेंह मसीह के संग कुरुस म चघाय जा चुके हवंव अऊ अब मेंह जीयत नइं अंव, पर मसीह ह मोर म जीयत हवय। ओ जिनगी जऊन ला मेंह देहें म जीयत हवंव, ओला मेंह परमेसर के बेटा म बिसवास के दुवारा जीयत हवंव, जऊन ह मोर ले मया करिस अऊ अपन-आप ला मोर बर दे दीस। मेंह परमेसर के अनुग्रह ला खारिज नइं करथंव, काबरकि कहूं मूसा के कानून के जरिये मनखे ह धरमी ठहिरतिस, त मसीह के मिरतू ह बेकार होतिस। हे मुरुख गलातीमन हो! तुमन ला कोन ह मोह ले हवय? तुम्‍हर आंखी के आघू म यीसू मसीह ला कुरुस म चघे साफ-साफ दिखाय गे रिहिस। मेंह तुम्‍हर ले सिरिप एक बात जाने चाहत हंव: का तुमन ला मूसा के कानून ला पालन करे दुवारा, पबितर आतमा मिलिस या फेर जऊन बात तुमन सुनेव, ओकर ऊपर बिसवास करे दुवारा। का तुमन अतेक मुरुख अव? पबितर आतमा के संग सुरू करके, का अब अपन खुद के सक्ति ले सिद्ध बने के कोसिस करत हवव? का तुम्‍हर अतेक दुःख उठाना बेकार म गीस? मोला बिसवास नइं होवत हवय। जब परमेसर ह तुमन ला अपन आतमा देथे अऊ तुम्‍हर बीच म चमतकार के काम करथे, त का एह तुमन मूसा के कानून ला पालन करथव, ओकर सेति ए, या फेर जऊन बात तुमन सुनेव अऊ ओकर ऊपर बिसवास करेव, ओकर कारन ए? अब्राहम के बारे म सोचव: “ओह परमेसर ऊपर बिसवास करिस अऊ ए बात ह ओकर बर धरमीपन गने गीस।” तब तुमन ए बात ला जान लेवव कि जऊन मन परमेसर ऊपर बिसवास करथें, ओमन अब्राहम के संतान अंय । परमेसर के बचन ह पहिली ले बता दीस कि परमेसर ह आनजातमन ला बिसवास के दुवारा सही ठहिराही, अऊ पहिली ले ही अब्राहम ला सुघर संदेस बता दीस: “तोर जरिये जम्मो जाति के मनखेमन आसिस पाहीं।” एकरसेति जऊन मन बिसवास करथें, ओमन अब्राहम के संग आसिस पाथें, जऊन ह परमेसर ऊपर बिसवास करिस। ओ जम्मो झन, जऊन मन मूसा के कानून ला पालन करे म भरोसा रखथें, ओमन एक सराप के अधीन हवंय, काबरकि परमेसर के बचन म ए लिखे हवय: “हर ओ मनखे ह सरापित ए, जऊन ह मूसा के कानून के किताब म लिखे जम्मो बात के पालन नइं करय।” ए बात साफ ए कि परमेसर के आघू म, मूसा के कानून के दुवारा कोनो सही नइं ठहिरंय, काबरकि परमेसर के बचन ह कहिथे, “धरमी मनखे ह बिसवास के दुवारा जीयत रहिही।” मूसा के कानून ह बिसवास के ऊपर अधारित नइं ए; पर जऊन मनखे ह मूसा के कानून ला मानथे, ओह ओकरे दुवारा जीयत रहिही। मसीह ह हमर बर सरापित होईस अऊ हमन ला मूसा के कानून के सराप ले दाम देके छोंड़ाईस, काबरकि परमेसर के बचन म ए लिखे हवय: “हर ओ मनखे ह सरापित ए, जऊन ह रूख ऊपर टांगे जाथे।” ओह हमन ला दाम देके छोंड़ाईस ताकि अब्राहम ला दिये गे आसिस, मसीह यीसू के जरिये आनजातमन ला मिलय, अऊ बिसवास के दुवारा हमन ला ओ पबितर आतमा मिलय, जेकर वायदा परमेसर ह करे रिहिस। हे भाईमन हो, मेंह मनखे के जिनगी ले एक उदाहरन देवत हवंव। जब दू झन मनखे करार करके ओला पक्‍का करथें, त ओला कोनो न तो रद्द कर सकंय अऊ ओम न कुछू जोड़ सकंय। अइसने बात एम घलो अय। परतिगियां के बात अब्राहम ले अऊ ओकर बंस ले करे गे रिहिस। परमेसर के बचन ए नइं कहय, “अऊ बंसमन ला” जेकर मतलब होथे – बहुंत मनखे; पर परमेसर के बचन ए कहिथे, “अऊ तोर बंस ला” जेकर मतलब होथे – एक झन, जऊन ह मसीह अय। मोर कहे के मतलब ए अय: परमेसर ह करार करिस अऊ ओला पूरा करे बर परतिगियां करिस। मूसा के कानून ह एकर 430 साल के बाद आईस अऊ ए कानून परमेसर के करार ला रद्द नइं कर सकय अऊ ओकर परतिगियां ला बेकार नइं कर सकय। काबरकि यदि उत्तराधिकार ह मूसा के कानून के दुवारा मिलथे, त फेर एह परतिगियां के दुवारा नइं मिल सकय; पर परमेसर ह एला एक परतिगियां के दुवारा अब्राहम ला दीस। तब, मूसा के कानून के का उदेस्य रिहिस? एला तो पाप के कारन जोड़े गे रिहिस कि एह अब्राहम के ओ बंस के आवत तक रहय, जेकर परतिगियां परमेसर ह करे रिहिस। मूसा के कानून ह स्वरगदूतमन के जरिये एक बिचवई के दुवारा दिये गीस। बिचवई तो दू झन या दू ठन दल के बीच म ठहिराय जाथे; पर परमेसर ह एके झन अय। तब का मूसा के कानून ह परमेसर के परतिगियां के बिरोध म हवय? बिलकुल नइं। काबरकि यदि अइसने कानून दिये गे होतिस, जऊन ह मनखेमन ला जिनगी दे सकथे; तब सही म धरमीपन ह मूसा के कानून के दुवारा होतिस। पर परमेसर के बचन ह कहिथे कि जम्मो संसार ह पाप के अधीन हवय, ताकि यीसू मसीह म बिसवास के जरिये, जऊन चीज ला दिये जाय के परतिगियां करे गे रिहिस, ओ चीज ह ओमन ला दिये जा सकय, जऊन मन बिसवास करथें। ए बिसवास के आय के पहिली, हमन मूसा के कानून के दुवारा कैदी के सहीं रखे गे रहेंन अऊ बिसवास के परगट होवत तक हमन बंद रहेंन। ए किसम ले, मूसा के कानून ह मसीह के आवत तक हमर अगुवई करिस कि हमन बिसवास के दुवारा सही ठहिरन। अब बिसवास के समय ह आ गे हवय, अऊ हमन अब मूसा के कानून के अधीन नइं अन। मसीह यीसू म बिसवास करे के सेति, तुमन जम्मो झन परमेसर के संतान अव, काबरकि तुमन ले जतेक झन मसीह म एक होय बर बतिसमा ले हवव, तुमन मसीह के सुभाव ला अपना ले हवव। अब न कोनो यहूदी ए अऊ न ही यूनानी, न कोनो गुलाम न सुतंतर, न कोनो नर न नारी, काबरकि तुमन जम्मो झन मसीह यीसू म एक अव। यदि तुमन मसीह के अव, त तुमन अब्राहम के बंस अव अऊ परमेसर के परतिगियां के मुताबिक वारिस अव। मोर कहे के मतलब ए कि जब तक वारिस ह नबालिक हवय, तब तक ओम अऊ गुलाम म कोनो अंतर नइं ए, हालाकि ओह जम्मो संपत्ति के मालिक ए। ओह अपन ददा के ठहिराय समय तक अविभावक अऊ संपत्ति के देख-रेख करइयामन के अधीन रहिथे। ओही किसम ले जब हमन लइका रहेंन, त हमन संसार के अंधियार के सक्ति के गुलाम रहेंन। पर जब आखिर म सही समय आईस, त परमेसर ह अपन बेटा ला पठोईस, जऊन ह एक माईलोगन ले जनमिस अऊ ओह मूसा के कानून के अधीन पैदा होईस, ताकि जऊन मन मूसा के कानून के अधीन हवंय, ओमन ला दाम देके छोंड़ावय अऊ हमन ला बेटा के पूरा अधिकार मिलय। काबरकि तुमन ह बेटा अव, परमेसर ह अपन बेटा के आतमा ला हमर हिरदय म पठोय हवय अऊ ए आतमा ह ऊंचहा अवाज म कहिथे, “हे अब्बा, हे ददा।” एकरसेति अब तुमन गुलाम नो हव, पर तुमन बेटा अव, अऊ जब तुमन बेटा अव, त परमेसर ह तुमन ला वारिस घलो बनाय हवय। पहिली जब तुमन परमेसर ला नइं जानत रहेव, त तुमन ओमन के गुलाम रहेव, जऊन मन बिलकुल ही परमेसर नो हंय। पर अब तुमन परमेसर ला जानथव, या फेर मोला ए कहना चाही कि परमेसर ह तुमन ला जानथे, त का बात ए कि तुमन ओ निरबल अऊ दयनीय अंधियार के सक्तिमन कोति फेर वापिस लहुंटत हवव? का तुमन ओमन के फेर गुलाम बने चाहथव? तुमन बिसेस दिन, महिना, मौसम अऊ साल मन ला मानथव। मेंह तुम्‍हर बारे म डरत हवंव कि तुम्‍हर बर जऊन मिहनत मेंह करे हवंव, ओह बेकार झन हो जावय। हे भाईमन हो, तुमन मोर सहीं बन जावव, काबरकि मेंह तुम्‍हर सहीं बन गे हवंव। तुमन मोर कुछू गलत नइं करे हवव। जइसने कि तुमन जानथव कि पहिली बार एक बेमारी के कारन, मेंह तुमन ला सुघर संदेस सुनाय रहेंव। हालाकि मोर बेमारी ह तुम्‍हर बर एक परिछा के बेरा रिहिस, फेर तुमन मोर अनादर या अपमान नइं करेव। एकर बदले, तुमन मोर अइसने सुवागत करेव जइसने कि मेंह परमेसर के एक स्‍वरगदूत रहेंव या फेर मेंह खुद मसीह यीसू रहेंव। तुम्‍हर ओ जम्मो आनंद ला का होईस? मेंह तुम्‍हर बर गवाही दे सकथंव कि यदि संभव होतिस, त तुमन अपन आंखी निकारके मोला दे देतेव। तुमन ला सच कहे के कारन, का अब मेंह तुम्‍हर बईरी हो गे हवंव? ओ आने मनखेमन तुम्‍हर बर बहुंत लगाव रखथें, पर ओमन के मनसा ठीक नइं ए। ओमन तुमन ला हमर ले अलग करे चाहथें, ताकि तुमन ओमन के प्रति लगाव बनाय रखव। कहूं मनसा ह सही हवय, त लगाव रखई हमेसा बने बात होथे, अऊ हमेसा अइसने होना चाही, ए नइं कि जब मेंह तुम्‍हर संग रहिथंव, सिरिप ओही समय तुमन लगाव बनाय रखव। हे मोर मयारू लइकामन हो, जब तक मसीह के सुभाव ह तुमन म नइं बन जावय, मेंह फेर ओ पीरा ला सहथंव, जइसने एक दाई ह लइका जनमे के बेरा सहथे। मोर बहुंत ईछा हवय कि अब मेंह तुम्‍हर संग रहंव अऊ तुम्‍हर बर अपन बोले के ढंग ला बदलंव, काबरकि मेंह तुम्‍हर बारे म दुबिधा म हवंव। जऊन मन मूसा के कानून के अधीन रहे चाहथव, मोला बतावव, का तुमन नइं जानव कि मूसा के कानून ह का कहिथे? ओम ए लिखे हवय कि अब्राहम के दू झन बेटा रिहिन; एक झन ह गुलाम माईलोगन हाजिरा ले अऊ दूसर झन ह सुतंतर माईलोगन सारा ले । गुलाम माईलोगन ले ओकर बेटा ह सधारन तरिका ले जनमे रिहिस, पर सुतंतर माईलोगन ले ओकर बेटा ह परमेसर के परतिगियां के मुताबिक जनमे रिहिस। ए बातमन ला एक पटं‍तर के रूप म लिये जा सकथे, ए माईलोगनमन दू ठन करार सहीं अंय। एक करार ह सीनै पहाड़ ले अय, जेकर ले गुलाम लइकामन पैदा होथें, अऊ एह हाजिरा ए। हाजिरा ह अरब देस के सीनै पहाड़ सहीं अय अऊ एह अभी के यरूसलेम सहर ला दरसाथे, काबरकि ओह अपन लइकामन संग गुलामी म हवय। पर जऊन यरूसलेम स्‍वरग म हवय, ओह सुतंतर हवय अऊ ओह हमर दाई ए। काबरकि परमेसर के बचन म ए लिखे हवय: “हे ठड़गी माईलोगन, तेंह लइका नइं जनमस, तें आनंद मना; तोला लइका जनमे के पीरा नइं होवय, तेंह चिचिया अऊ आनंद मना; काबरकि तियागे माईलोगन के लइकामन बिहाता माईलोगन के लइकामन ले जादा हवंय।” अब, हे भाईमन हो, तुमन इसहाक के सहीं परमेसर के परतिगियां के संतान अव। ओ समय, सधारन तरिका ले जनमे बेटा ह परमेसर के आतमा के मुताबिक जनमे बेटा ऊपर अतियाचार करत रिहिस, अऊ अभी घलो वइसनेच होवत हवय। पर परमेसर के बचन ह का कहिथे? “गुलाम माईलोगन अऊ ओकर बेटा ला घर ले निकार दे, काबरकि गुलाम माईलोगन के बेटा ह सुतंतर नारी के बेटा संग पुरखा के संपत्ति म कभू भागी नइं होही।” एकरसेति, हे भाईमन हो, हमन गुलाम माईलोगन के संतान नो हन, पर हमन सुतंतर माईलोगन के संतान अन। सुतंतर रहे खातिर, मसीह ह हमन ला सुतंतर करे हवय। इही म मजबूती से बने रहव अऊ अपन-आप ला फेर गुलाम झन बनावव। मोर बातमन ला धियान देवव! में पौलुस, तुमन ला कहत हंव कि यदि तुमन अपन खतना करवाथव, तब मसीह ह तुम्‍हर बर कोनो मतलब के नइं होही। मेंह हर एक झन ला फेर बता देवत हंव कि जऊन ह अपन खतना करवाथे, ओकर बर ए जरूरी अय कि ओह मूसा के जम्मो कानून के पालन करय। तुमन जऊन मन मूसा के कानून के दुवारा सही ठहरे के कोसिस करत हवव, तुमन मसीह ले दूरिहा हो गे हवव, अऊ तुमन अनुग्रह ले घलो दूरिहा हो गे हवव। पर हमन धरमीपन के आसा करथन अऊ बिसवास के दुवारा, हमन पबितर आतमा के जरिये, ए धरमीपन के बाट जोहथन। काबरकि मसीह म, खतना अऊ बिगर खतना, दूनों के कोनो मतलब नइं ए। सिरिप एक बात के महत्‍व हवय, अऊ ओह बिसवास अय, जऊन ह मया के जरिये परगट होथे। तुमन बहुंत बढ़िया चलत रहेव। सच ला माने बर तुम्‍हर रसता म कोन ह बाधा डारिस? ए किसम के सिकछा परमेसर कोति ले नइं होवय, जऊन ह तुमन ला बलाथे। “थोरकन खमीर ह जम्मो गुंथाय आंटा ला खमीर कर देथे।” परभू म मोला भरोसा हवय कि मोर ले अलग तुम्‍हर अऊ कोनो आने बिचार नइं होही। जऊन ह तुमन ला संका म डारथे, ओह चाहे कोनो होवय, अपन सजा ला पाही। हे भाईमन हो, कहूं मेंह अभी घलो खतना करवाय के परचार करत हवंव, त फेर काबर मोर ऊपर अब तक अतियाचार करे जावत हवय? ओ स्‍थिति म, कुरुस म मसीह के मिरतू के बारे म परचार करे म कोनो बाधा नइं होही। बने होतिस कि जऊन मन तुमन ला भड़कावथें, ओमन जाके अपन-आप ला नपुंसक बना डारतिन। हे मोर भाईमन हो, तुमन सुतंतर होय बर बलाय गे रहेव। पर अपन सुतंतरता के उपयोग पाप के काम बर झन करव, पर मया के संग एक-दूसर के सेवा करव। काबरकि मूसा के जम्मो कानून ह एकेच हुकूम म पूरा हो जाथे: “तें अपन पड़ोसी ले अपन सहीं मया कर।” यदि तुमन हमेसा एक-दूसर ला चोट पहुंचात अऊ नुकसान करत रहिथव, तब सचेत रहव, नइं तो तुमन एक-दूसर के दुवारा नास हो जाहू। एकरसेति, मेंह कहत हंव कि पबितर आतमा के अगुवई म चलव, त तुमन अपन पापी सुभाव के ईछा ला पूरा करे ले बचे रहिहू। काबरकि पापी सुभाव के ईछा ह पबितर आतमा के बिरोध म होथे, अऊ पबितर आतमा के ईछा ह पापी सुभाव के बिरोध म होथे। एमन एक-दूसर के बिरोधी अंय, ताकि तुमन ओ काम ला झन कर सकव, जऊन ला तुमन करे चाहथव। पर, कहूं पबितर आतमा ह तुम्‍हर अगुवई करथे, तब तुमन मूसा के कानून के अधीन नइं अव। पापी सुभाव के काममन तो साफ अंय: छिनारी, असुधता, दुराचार, मूरती-पूजा, जादू-टोना, बईरता, झगरा, जलन, गुस्सा, सुवारथीपन, फूट, गुट-बंदी, डाह, मतवालपन, रंगरेली मनई अऊ ए किसम के आने काम। मेंह तुमन ला चेतावत हवंव, जइसने मेंह पहिली घलो चेताय रहेंव कि जऊन मन ए किसम के काम ला करथें, ओमन परमेसर के राज के भागीदार नइं होवंय। पर पबितर आतमा के फर ह मया, आनंद, सांति, धीरज, दया, भलई, बिसवास, नमरता अऊ संयम अय। अइसने-अइसने बात के बिरोध म कोनो कानून नइं ए। जऊन मन मसीह यीसू के अंय, ओमन अपन पापी सुभाव ला एकर लालसा अऊ ईछा सहित कुरुस म चघा दे हवंय। जब हमन पबितर आतमा के दुवारा जिनगी जीयथन, त आवव, हमन पबितर आतमा के मुताबिक चलन घलो। हमन घमंडी झन होवन, एक-दूसर ला झन भड़कावन अऊ हमन एक-दूसर ले डाह झन करन। हे भाईमन हो, यदि कोनो मनखे ह कोनो पाप म पड़ जाथे, त तुमन जऊन मन आतमिक अव, ओला नमरता से संभालव। पर अपन धियान रखव कि कहूं तुमन घलो परिछा म झन पड़ जावव। तुमन एक-दूसर के बोझा उठावव, तब ए किसम ले तुमन मसीह के कानून ला पूरा करहू। कहूं कोनो मनखे ह ए सोचथे कि ओह कुछू अय, जबकि सही म ओह कुछू नो हय, त ओह अपन-आप ला धोखा देथे। हर एक झन अपन खुद के चाल-चलन ला जांचय, तब ओह आने मनखे संग तुलना करे बिगर, अपन चाल-चलन के ऊपर घमंड करय। काबरकि हर एक मनखे ला अपन बोझा खुद उठाय बर पड़ही। तुमन अपन जम्मो सुघर चीज ला ओकर संग बांटव, जऊन ह तुमन ला परमेसर के बचन के सिकछा देथे। धोखा झन खावव: परमेसर के ठट्ठा नइं करे जा सकय। मनखे ह जऊन कुछू बोथे, ओहीच ला लूथे। जऊन ह अपन पापी सुभाव ला खुस करे बर बोथे, ओह ओ पापी सुभाव ले बिनास के फसल लूथे; अऊ जऊन ह पबितर आतमा ला खुस करे बर बोथे, ओह पबितर आतमा के दुवारा परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी के फसल ला काटही। आवव, हमन भलई के काम करे बर झन छोड़न। काबरकि यदि हमन हिम्मत नइं हारन, त सही मऊका म फसल ला लुबो। एकरसेति, आवव, जिहां तक हो सकय, हमन जम्मो मनखे के भलई करन, खास करके ओमन के भलई करन, जऊन मन मसीह ऊपर बिसवास करइया परिवार ले आथें। देखव, मेंह कइसने बड़े-बड़े अकछर म तुमन ला अपन हांथ ले लिखत हवंव। जऊन मन बाहिरी रूप ले परभाव जमाय चाहथें, ओमन तुम्‍हर ऊपर दबाव डारे के कोसिस करथें कि तुमन खतना करवाव। ओमन ए काम सिरिप एकरसेति करथें, ताकि मसीह के कुरुस के कारन ओमन के ऊपर सतावा झन आवय। अऊ त अऊ जऊन मन खतना करवाथें, ओमन मूसा के कानून ला नइं मानंय, तभो ले ओमन चाहथें कि तुमन खतना करवाव, ताकि ओमन तुम्‍हर देहें के बारे म डींग मार सकंय। ए बात ह मोर ले दूरिहा रहय कि मेंह अऊ काकरो ऊपर घमंड करंव, सिरिप हमर परभू यीसू मसीह के कुरुस के छोंड़, जेकर दुवारा संसार ह मोर बर कुरुस म चघाय गीस अऊ मेंह संसार बर कुरुस म चघाय गेंव। काकरो खतना होवय या झन होवय, एकर कोनो मतलब नइं ए; सिरिप नवां सिरिस्टी होना ही जम्मो कुछू अय। जऊन मन ए नियम म चलथें, ओ जम्मो झन ऊपर अऊ परमेसर के इसरायल ऊपर सांति अऊ दया होवय। आखिरी बात ए अय कि कोनो मोर बर समस्या झन ठाढ़ करय, काबरकि जऊन दागमन मोर देहें म हवय, ओमन साबित करथें कि मेंह यीसू के गुलाम अंव। हे भाईमन हो, हमर परभू यीसू मसीह के अनुग्रह तुम्‍हर ऊपर बने रहय। आमीन। में, पौलुस जऊन ह कि परमेसर के ईछा ले मसीह यीसू के एक प्रेरित अंव – इफिसुस सहर के ओ संतमन ला ए चिट्ठी लिखत हंव, जऊन मन मसीह यीसू म बिसवासी मनखे अंय। तुमन ला, हमर ददा परमेसर अऊ परभू यीसू मसीह ले अनुग्रह अऊ सांति मिलय। परमेसर अऊ हमर परभू यीसू मसीह के ददा के परसंसा होवय, जऊन ह हमन ला स्वरगीय ठऊर म मसीह म हर एक आतमिक आसिस दे हवय। काबरकि परमेसर ह हमन ला संसार ला रचे के पहिली मसीह म चुन लीस कि हमन ओकर नजर म पबितर अऊ निरदोस ठहिरन। अपन खुसी अऊ ईछा मुताबिक, मया म, ओह पहिलेच ले ए फैसला करे रिहिस कि हमन यीसू मसीह के दुवारा ओकर बेटा बनबो, ताकि ओकर महिमामय अनुग्रह के परसंसा होवय, जेला ओह अपन मयारू बेटा म हमन ला मुफत म दे हवय। यीसू मसीह म हमन ला ओकर लहू के दुवारा पाप ले मुक्ति मिलिस – याने कि पाप के छेमा परमेसर के बहुंतायत अनुग्रह के मुताबिक होईस, जऊन ला ओह जम्मो गियान अऊ समझ सहित हमर ऊपर बहुंतायत ले खरचा करिस। अऊ ओह अपन ईछा के भेद ला, अपन सुमति के मुताबिक हमन ला बताईस; जऊन ला ओह मसीह म ठान ले रिहिस। ताकि जब समय ह पूरा होही, त परमेसर ह अपन ए योजना ला पूरा करही – याने कि ओह स्‍वरग म अऊ धरती म जम्मो चीजमन ला एक संग एके झन मसीह के अधिकार म कर दिही। परमेसर के योजना के मुताबिक, एह पहिली ले फैसला करे गे हवय कि ओम हमन घलो चुने गे हवन। ओह हर एक चीज ला अपन ईछा के उदेस्य के संग पूरा करथे, ताकि हमन जऊन मन कि पहिली मसीह ऊपर आसा रखे रहेंन, ओकर महिमा के इस्तुति के कारन बनन। अऊ तुमन घलो मसीह म मिलाय गे रहेव, जब तुमन सत के बचन ला सुनेव, जऊन ह उद्धार के सुघर संदेस अय। ओम, जब तुमन बिसवास करेव, त परतिगियां करे गय पबितर आतमा के मुहर तुमन म लगिस। अऊ ए पबितर आतमा ह हमर उत्तराधिकारी बने के गारंटी ए, जब तक कि परमेसर ह ओमन ला जऊन मन ओकर अंय, पाप ले मुक्ति नइं दे देवय, जेकर ले ओकर महिमा के इस्तुति होवय। एकरसेति, जब ले मेंह परभू यीसू म तुम्‍हर बिसवास के बारे अऊ जम्मो संत बर तुम्‍हर मया के बारे म सुने हवंव, तब ले मेंह तुमन ला अपन पराथना म सुरता करत, तुम्‍हर बर धनबाद देवई बंद नइं करे हवंव। मेंह हमेसा बिनती करथंव कि हमर परभू यीसू मसीह के परमेसर, महिमा के ददा ह तुमन ला बुद्धि अऊ आतमिक परकासन के आतमा देवय, ताकि तुमन ओला अऊ बने करके जानव। मेंह ए घलो पराथना करथंव कि तुम्‍हर हिरदय के आंखीमन अंजोर होवंय, ताकि तुमन ओ आसा ला जानव, जेकर बर ओह तुमन ला बलाय हवय अऊ ए घलो जानव कि संतमन म ओकर उत्तराधिकार के महिमा के धन का अय, अऊ हमन बर जऊन मन कि बिसवास करथन, ओकर अतुलनीय महान सक्ति का अय। ओ सक्ति ह ओकर सक्तिसाली बल के सहीं अय, जऊन ह काम करत हवय, जेकर उपयोग ओह तब करिस, जब ओह मसीह ला मरे म ले जियाईस अऊ ओला स्वरगीय ठऊर म अपन जेवनी हांथ कोति बईठाईस। मसीह ह जम्मो नियम, अधिकार, सक्ति अऊ परभूता के बहुंत ऊपर हवय अऊ ओह ओ हर एक नांव के ऊपर हवय, जऊन ला कि ए समय या अवइया समय म दिये जा सकथे। अऊ परमेसर ह जम्मो चीजमन ला ओकर गोड़ खाल्‍हे कर दीस अऊ ओला जम्मो चीजमन के ऊपर कलीसिया बर मुखिया ठहिराईस, अऊ ए कलीसिया ह ओकर देहें अय अऊ एह ओकर परिपूरनता अय, जऊन ह हर एक चीज ला हर किसम ले पूरा करथे। पहिली तुमन अपन अपराध अऊ पाप के कारन मर गे रहेव। ए अपराध अऊ पाप म रहत, तुमन ए संसार के रीति अऊ सैतान के पाछू चलत रहेव, जऊन ह अकास म सासन करथे अऊ एह ओ आतमा अय, जऊन ह अब ओमन म काम करथे, जऊन मन परमेसर के हुकूम नइं मानय। हमन जम्मो झन एक समय एमन के बीच, हमर देहें के लालसा म दिन बितावत रहेंन अऊ देहें अऊ मन के ईछा ला पूरा करत रहेंन, अऊ ए किसम ले बाकि मानव जाति सहीं, सुभाव ले कोरोध के संतान रहेंन। पर परमेसर जऊन ह कि दया के सागर अय, हमर बर अपन बड़े मया के कारन, ओह हमन ला मसीह के संग जियाईस, जब हमन अपराध म मर गे रहेंन – अनुग्रह के दुवारा तुम्‍हर उद्धार होईस। अऊ परमेसर ह हमन ला मसीह के संग जियाईस अऊ स्वरगीय ठऊर म हमन ला ओकर संग बईठाईस, ताकि अवइया समय म, ओह अपन अनुग्रह के असीम धन ला देखावय, जऊन ला ओह अपन दया ले मसीह यीसू म हमर ऊपर परगट करिस। काबरकि अनुग्रह ले, बिसवास के दुवारा, तुम्‍हर उद्धार होईस। अऊ एह तुम्‍हर अपन कोति ले नइं, फेर एह परमेसर के दान ए। अऊ एह मनखे के करम करे के कारन नो हय, ताकि कोनो घमंड झन करंय। काबरकि परमेसर ह हमन ला बनाईस अऊ मसीह यीसू म ओ बने करम करे बर गढ़िस, जऊन ला परमेसर ह पहिली ले हमर बर तियार करे हवय कि हमन ओ काममन ला करन। एकरसेति, सुरता रखव कि तुमन जनम ले आनजात अव। अऊ जऊन मन अपन-आप ला खतना वाले कहिथें (ओमन के खतना देहें म मनखेमन के हांथ ले करे गीस), ओमन तुमन ला बिगर खतना वाले कहिथें – सुरता रखव, ओ समय तुमन बिगर मसीह के अऊ परमेसर के मनखे इसरायलीमन ले अलग रहेव अऊ परतिगियां के करार ले अनजान रहेव, अऊ बिगर आसा के अऊ संसार म बिगर परमेसर के रहेव। मसीह यीसू म, तुमन एक समय बहुंत दूरिहा रहेव, पर अब मसीह के लहू के दुवारा तुमन लकठा म लाय गे हवव। काबरकि मसीह ह खुद हमर सांति ए अऊ ओह यहूदी अऊ आनजातमन के बीच बईरता के ओ दिवाल ला नास कर दे हवय, जऊन ह ओमन ला अलग कर दे रिहिस अऊ ओह दूनों दल ला एक कर दे हवय। मसीह ह अपन देहें म यहूदी कानून ला, हुकूम अऊ नियम सहित खतम कर दीस, ताकि ए दूनों जाति म ले ओह अपन खुद म एक नवां मनखे बनावय अऊ ए किसम ले सांति के स्‍थापना करय। कुरुस म अपन मिरतू के दुवारा, मसीह ह ओमन के बईरता ला नास करिस अऊ ए किसम ले एक देहें म, ओह दूनों दल के मेल-मिलाप परमेसर करा कुरुस के दुवारा कराईस। मसीह ह आईस अऊ तुमन ला जऊन मन बहुंत दूरिहा रहेव अऊ ओमन ला जऊन मन लकठा म रिहिन, दूनों ला सांति के परचार करिस। काबरकि मसीह के दुवारा हम यहूदीमन अऊ आनजात, दूनों पबितर आतमा के जरिये परमेसर करा आ सकथन। एकरसेति, तुमन अब परदेसी अऊ अजनबी नो हव, पर तुमन परमेसर के मनखेमन संग रहइया अऊ परमेसर के परिवार के सदस्य अव। अऊ तुमन प्रेरित अऊ अगमजानीमन के नींव के ऊपर बनाय गे हवव, जेकर कोना के पथरा खुद मसीह यीसू अय। ओम जम्मो घर ह एक संग जुड़े हवय अऊ परभू म एक पबितर मंदिर के रूप म बढ़त जावत हवय। अऊ ओम तुमन घलो एक संग एक घर के रूप म बनाय जावत हवव, जऊन म परमेसर ह अपन आतमा म होके रहिथे। एकरे कारन, में पौलुस, तुम आनजातमन के हित म मसीह यीसू के कैदी अंव, अऊ तुम्‍हर बर पराथना करथंव। तुमन परमेसर के ओ अनुग्रह के काम के बारे म जरूर सुने हवव, जऊन ला परमेसर ह तुम्‍हर बर मोला करे बर दे हवय। अऊ ओ काम ए अय कि परमेसर ह अपन भेद ला परगट करिस अऊ मोला बताईस, जइसने कि मेंह पहिली थोरकन लिखे हवंव। जब तुमन एला पढ़हू, तब तुमन मसीह के भेद के बारे म मोर गियान ला समझहू, जऊन ला आने पीढ़ी के मनखेमन ला नइं बताय गीस, जइसने एह अब पबितर आतमा के दुवारा परमेसर के पबितर प्रेरित अऊ अगमजानीमन ऊपर परगट करे गे हवय। अऊ भेद ह ए अय – कि आनजातमन, सुघर संदेस के दुवारा इसरायलीमन के संग वारिस, एकेच देहें के अंग अऊ मसीह यीसू म परतिगियां के भागी अंय। मेंह ए सुघर संदेस के सेवक, परमेसर के अनुग्रह के दान के दुवारा बने हवंव, जऊन ला कि ओकर सामरथ के परभाव के दुवारा मोला दिये गीस। हालाकि मेंह परमेसर के जम्मो मनखे म सबले छोटे अंव, तभो ले ए अनुग्रह मोला दिये गीस कि मेंह आनजातमन ला मसीह के अगम्य धन के परचार करंव, अऊ एला अइसने साफ-साफ बतावंव कि हर एक झन ए भेद के बात ला देख सकंय, जऊन ह कि जम्मो चीज के गढ़इया परमेसर म जुग-जुग ले छिपे रिहिस। ताकि अब कलीसिया के दुवारा परमेसर के नाना किसम के गियान ला ओ सासन करइया अऊ अधिकारीमन ला बताय जावय, जऊन मन स्वरगीय जगह (अकास) म हवंय। एह ओकर सदाकाल के मनसा के मुताबिक रिहिस, जऊन ला ओह हमर परभू मसीह यीसू म पूरा करिस। अऊ मसीह म हमर संगति अऊ मसीह म हमर बिसवास के दुवारा, हमन निधड़क अऊ भरोसा के संग परमेसर करा आ सकथन। एकरसेति, मेंह तुम्‍हर ले बिनती करत हंव कि जऊन दुःख तकलीफ तुम्‍हर बर मेंह सहथंव, ओकर कारन तुमन हिम्मत झन हारव। एह तुम्‍हर महिमा अय। एकरे कारन मेंह ददा परमेसर के आघू म माड़ी टेकथंव, जेकर ले स्‍वरग म अऊ धरती ऊपर, बिसवासीमन के हर एक घराना के नांव रखे जाथे। मेंह पराथना करथंव कि अपन महिमा के धन के मुताबिक, ओह तुम्‍हर अन्तस ला अपन आतमा के दुवारा, सामरथ के संग मजबूत करय, ताकि मसीह ह तुम्‍हर हिरदय म बिसवास के दुवारा रहय। अऊ मेंह पराथना करथंव कि तुमन मया म जरी पकड़त अऊ बढ़त जावव, ताकि संतमन संग तुम्‍हर करा घलो समझे के ए सक्ति होवय कि मसीह के मया ह कतेक लम्‍बा अऊ चाकर अऊ ऊंचा अऊ गहिरा अय, अऊ तुमन जान सकव कि मसीह के मया ह हमर गियान ले बढ़ के होथे, ताकि तुमन परमेसर के जम्मो भरपूरी ले भर जावव। अब ओ, जऊन ह अइसने सामरथी अय कि हमन जतकी मांगथन या सोचथन, ओकर ले घलो बहुंत जादा कर सकथे, अऊ एह ओकर ओ सामरथ के मुताबिक होथे, जऊन ह हमन म काम करथे। ओकर महिमा, कलीसिया म अऊ मसीह यीसू म पीढ़ी दर पीढ़ी, जुग-जुग होवत रहय। आमीन। तब परभू खातिर एक कैदी के रूप म, मेंह तुमन ले बिनती करथंव कि ओ बुलावा के लइक जिनगी जीयव, जेकर बर तुमन बलाय गे हवव। पूरा-पूरी दीन अऊ नम्र बनव अऊ धीर धरके मया म एक-दूसर के सह लेवव। सांति के बंधन म बंधाके पबितर आतमा के एकता ला बनाय रखे के पूरा कोसिस करव। एक देहें अऊ एक पबितर आतमा हवय, जइसने कि एके आसा हवय, जेकर बर परमेसर ह तुमन ला बलाय हवय। एक परभू, एक बिसवास अऊ एक बतिसमा अय। अऊ जम्मो झन के एके परमेसर अऊ ददा अय, जऊन ह जम्मो के ऊपर अऊ जम्मो के बीच म अऊ जम्मो म हवय। मसीह के ईछा के मुताबिक, हमन ले हर एक झन ला अनुग्रह दिये गे हवय। एकरसेति परमेसर के बचन ह कहिथे: “जब ओह ऊंचहा जगह म चघिस, ओह अपन संग बंधुआमन ला ले गीस, अऊ मनखेमन ला बरदान दीस।” (ओह ऊपर चघिस – एकर मतलब होथे कि ओह पहिली, धरती के खाल्‍हे भागमन म उतरिस। जऊन ह खाल्‍हे उतरिस, एह ओहीच अय, जऊन ह अकासमन ले घलो बहुंत ऊपर चघिस, ताकि जम्मो संसार ला अपन उपस्थिति ले भर देवय।) एह ओ अय, जऊन ह कुछू झन ला प्रेरित, कुछू झन ला अगमजानी, कुछू झन ला सुघर संदेस के परचारक अऊ कुछू झन ला पास्टर अऊ गुरूजी होय के बरदान दीस, ताकि परमेसर के मनखेमन सेवा के काम खातिर तियार करे जावंय अऊ मसीह के देहें (कलीसिया) ह बढ़त जावय, जब तक कि हमन जम्मो झन बिसवास म अऊ परमेसर के बेटा के गियान म एक सहीं नइं होवन, अऊ परिपक्व मनखे बनके ओ पूरा सिद्धता ला नइं पा लेवन, जऊन ह मसीह म पाय जाथे। तब हमन लइकामन सहीं नइं रहिबो, जऊन मन मनखेमन के धूर्तता अऊ चतुरई के दुवारा ओमन के धोखा देवइया योजना म पड़ जाथें अऊ ओमन के उपदेस के झोंका ले डावां-डोल होके एती-ओती बहकाय जाथें। पर मया म सच ला गोठियाबो अऊ हमन जम्मो बात म, ओम बढ़त जाबो जऊन ह मुड़ी (मुखिया) अय याने कि मसीह। अऊ ओकर ले जम्मो देहें जुड़े रहिथे, अऊ ओम हर एक जोड़ के दुवारा जम्मो देहें ह एक संग बने रहिथे; अऊ जब हर भाग ह अपन काम करथे, त एह अपन-आप मया म बढ़त अऊ बनत जाथे। एकरसेति, मेंह तुमन ला कहत हंव अऊ परभू म जोर देवत हंव कि जइसने आनजातमन अपन मन के बेकार सोच म चलथें, वइसने तुमन बिलकुल झन चलव। ओमन के मन ह अंधियार म हवय। ओमन अपन हिरदय ला कठोर कर ले हवंय, जेकर कारन ओमन म अगियानता हवय अऊ अगियानता के कारन ओमन परमेसर के जिनगी ले अलग हो गे हवंय। ओमन ला कोनो सरम नइं ए, ओमन अपन-आप ला दुराचार के काम बर दे देय हवंय, ताकि हर किसम के असुध काम म हमेसा देहें के वासना म बने रहंय। पर तुमन मसीह के अइसने सिकछा नइं पाय हवव। तुमन सही रूप म, ओकर सुने हवव अऊ ओ सच्‍चई के सिकछा पाय हवव, जऊन ह यीसू म हवय। एकरसेति अपन पुराना चाल-चलन ला छोंड़ देवव, जऊन ह तुम्‍हर पहिली के जिनगी ले संबंध रखथे अऊ अपन धोखा देवइया लालसा के दुवारा बिगड़त जाथे; अऊ अपन मन के आतमा म नवां बन जावव; अऊ नवां चाल-चलन ला धर लेवव, जऊन ह सही के धरमीपन अऊ पबितरता म, परमेसर के सरूप म सिरजे गे हवय। एकरसेति, लबारी गोठियाय ला छोंड़ देवव अऊ तुमन ले हर एक झन अपन पड़ोसी ले सच गोठियावय, काबरकि हमन जम्मो झन एके देहें के सदस्य अन। गुस्सा त करव, फेर पाप झन करव; सूरज के बुड़त के पहिली अपन गुस्सा ला थूक देवव। अऊ सैतान ला कोनो मऊका झन देवव। जऊन ह चोरी करथे, ओह अब चोरी झन करय, पर ईमानदारी के काम म अपन हांथ ले मिहनत करय; ताकि जऊन मन ला जरूरत हवय, ओमन ला देय बर ओकर करा कुछू रहय। तुम्‍हर मुहूं ले कोनो खराप बात झन निकरय, पर सिरिप ओहीच बात निकरय, जऊन ह जरूरत के मुताबिक आने मन के बढ़ती म मददगार होथे, ताकि जऊन मन सुनंय, ओमन ला एकर ले फायदा होवय। अऊ परमेसर के पबितर आतमा ला उदास झन करव, जेकर दुवारा तुम्‍हर ऊपर ओ दिन बर मुहर लगे हवय, जब पाप ले मुक्ति होही। जम्मो किसम के करू बात, रोस, गुस्सा, कलह, निन्दा अऊ जम्मो किसम के बईरता ला छोंड़ देवव। एक-दूसर के ऊपर दया अऊ किरपा करव, अऊ जइसने परमेसर ह मसीह म तुमन ला छेमा करिस, वइसने तुमन घलो एक-दूसर ला छेमा करव। एकरसेति, मयारू लइकामन सहीं परमेसर के अनुकरन (नकल) करव, अऊ मया के जिनगी जीयव, जइसने मसीह ह हमन ला मया करिस अऊ अपन-आप ला हमर बर महकत भेंट अऊ बलिदान के रूप म परमेसर ला दे दीस। पर तुम्‍हर बीच म छिनारी या कोनो किसम के असुध बात या लालच के चरचा तक झन होवय, काबरकि ए बातमन परमेसर के पबितर मनखेमन बर उचित नो हंय। अऊ तुम्‍हर बीच म न खराप बात, न मूर्खता के बात अऊ न खराप हंसी-ठट्ठा होवय, काबरकि ए बातमन तुम्‍हर बर ठीक नो हंय, पर तुम्‍हर बीच म धनबाद के बात होवय। तुमन ए निस्चित जानव कि जऊन ह छिनार, असुध या लालची मनखे अय, ओह एक मूरती-पूजक के सहीं अय अऊ अइसने मनखे बर मसीह के अऊ परमेसर के राज म कोनो भाग नइं ए। कोनो तुमन ला बेकार के बात करके धोखा झन देवय, काबरकि अइसने बात के कारन परमेसर के परकोप ओमन ऊपर भड़कथे, जऊन मन ओकर बात नइं मानंय। एकरसेति, ओमन के संग कोनो नाता झन रखव। काबरकि एक समय रिहिस, जब तुमन अंधियार म रहेव, पर अब तुमन परभू के चेला बने के कारन अंजोर म हवव। एकरसेति अंजोर के संतान सहीं जिनगी बितावव, (काबरकि जिहां अंजोर हवय, उहां जम्मो किसम के भलई, धरमीपन अऊ सच्‍चई होथे)। अऊ ए पता लगावव कि परभू ह कोन बात ले खुस होथे। अंधियार के बेकार के काम म भागी झन होवव; फेर ओमन के खरापी ला परगट करव। काबरकि जऊन काम ओमन गुपत म करथें, ओकर बारे म चरचा करई घलो सरम के बात अय। पर हर ओ चीज जऊन ह अंजोर के दुवारा परगट करे जाथे, ओह दिखे लगथे, काबरकि अंजोर ह हर एक चीज ला देखे के लइक बनाथे; एकरे कारन, ए कहे गे हवय: “हे सोवइया, जाग, मरे मन ले जी उठ, अऊ मसीह ह तोर ऊपर चमकन लगही।” एकरसेति बहुंत सचेत रहव कि तुमन जिनगी म कइसने चलत हव – मुरुख मनखे सहीं नइं, पर बुद्धिमानमन सहीं चलव। तुमन ला मिले हर मऊका के जादा से जादा फायदा उठावव, काबरकि समय ह खराप हवय। एकरसेति, मुरुख झन बनव, पर जानव कि परभू के मनसा का हवय। मंद पीके मतवाल झन बनव, काबरकि एकर ले बहुंत खराप काममन होथें। एकर बदले अपन-आप ला पबितर आतमा ले भर लेवव। एक-दूसर ले परमेसर के भजन, इस्तुति अऊ आतमिक गीत के संग गोठियावव। परभू बर अपन जम्मो हिरदय ले गावव अऊ बजावव। अऊ हमेसा, हर एक बात बर, हमर परभू यीसू मसीह के नांव म परमेसर ददा ला धनबाद देवव। मसीह के आदर म, एक-दूसर के अधीन रहव। हे घरवालीमन, अपन घरवालामन के अधीन रहव, जइसने कि परभू के अधीन रहिथव। काबरकि घरवाला ह घरवाली के मुड़ी अय, जइसने मसीह ह कलीसिया के मुड़ी अय। कलीसिया ह ओकर देहें अऊ ओह कलीसिया के उद्धार करइया ए। जइसने कलीसिया ह मसीह के अधीन रहिथे, वइसने घरवालीमन घलो हर एक बात म अपन घरवालामन के अधीन रहंय। हे घरवालामन, अपन-अपन घरवाली ला मया करव, जइसने मसीह ह कलीसिया ला मया करिस अऊ अपन-आप ला ओकर बर दे दीस, ताकि बचन के परचार के जरिये ओला पानी म धोके साफ करय अऊ ओला पबितर बनावय; अऊ ओला एक महिमामय कलीसिया के रूप म अपन-आप ला पेस करय, जऊन म न कोनो दाग, न झूर्री, न कोनो आने दोस रहय। पर ओह पबितर अऊ निरदोस होवय। एही किसम ले घरवालामन अपन-अपन घरवालीमन ले अपन खुद के देहें सहीं मया करंय। जऊन ह अपन घरवाली ले मया करथे, ओह अपन-आप ले मया करथे। कोनो मनखे अपन खुद के देहें ले घिन नइं करय, पर ओह ओकर पालन-पोसन करथे अऊ देख-रेख करथे, जइसने कि मसीह ह कलीसिया के संग करथे; काबरकि हमन ओकर देहें के अंग अन। परमेसर के बचन म लिखे हवय: “एकरे कारन मनखे ह अपन दाई-ददा ला छोंड़ दिही अऊ अपन घरवाली के संग मिले रहिही अऊ ओ दूनों एक तन हो जाहीं।” एह एक बड़े भेद के बात अय – पर मेंह मसीह अऊ कलीसिया के बारे म कहत हवंव। पर जइसने घलो होवय, तुमन ले हर एक झन अपन घरवाली ला अपन सहीं मया करय, अऊ घरवाली ह अपन घरवाला के आदर-मान करय। हे लइकामन हो, परभू म अपन दाई-ददा के बात मानव, काबरकि एह उचित अय। “अपन दाई अऊ ददा के आदर करव”, जऊन ह एक परतिगियां के संग पहिली हुकूम ए, “ताकि तुम्‍हर भलई होवय अऊ तुमन धरती म बहुंत दिन तक जीयत रहव।” हे ददामन हो, अपन लइकामन ला गुस्सा झन दिलावव, पर परभू के अनुसासन अऊ सिकछा के मुताबिक ओमन के पालन-पोसन करव। हे गुलाममन हो, जइसने तुमन मसीह के बात मानथव, वइसने आदर, भय, अऊ निस्कपट हिरदय ले अपन संसारिक मालिकमन के बात ला मानव। जब ओमन तुमन ला देखत रहिथें, त सिरिप ओमन के दिल जीते बर ही ओमन के बात नइं मानव, पर मसीह के गुलाम सहीं अपन हिरदय ले परमेसर के ईछा म चलव। पूरा हिरदय ले सेवा करव, ए समझके कि तुमन मनखेमन के नइं, पर परभू के सेवा करत हव, काबरकि तुमन जानथव कि हर एक झन चाहे ओह गुलाम होवय या सुतंतर मनखे, जऊन भलई के काम ओह करथे, परभू ह ओला ओकर इनाम दिही। हे मालिकमन हो, ओहीच किसम ले तुमन अपन गुलाममन संग बरताव करव। ओमन ला झन डरावव-धमकावव, काबरकि तुमन जानथव कि ओमन के मालिक अऊ तुम्‍हर मालिक ओहीच अय, जऊन ह स्‍वरग म हवय, अऊ ओह काकरो संग पखियपात नइं करय। आखिरी बात ए अय कि परभू म अऊ ओकर बड़े सामरथ के परभाव म मजबूत बनव। परमेसर के जम्मो हथियार ला बांध लेवव ताकि तुमन सैतान के छल-कपट के मुकाबला कर सकव। काबरकि हमर लड़ई हाड़ा अऊ मांस ले बने मनखे के बिरोध म नो हय, पर हमर लड़ई ह ए अंधियार संसार के सासन करइयामन ले, अधिकारीमन ले अऊ अंधियार संसार के सक्तिमन के बिरोध म अय। अऊ हमर लड़ई ह अकास म सैतान के आतमिक सेनामन के बिरोध म अय। एकरसेति, परमेसर के जम्मो हथियार ले लव ताकि जब सैतान ह हमला करय, त तुमन अपन जगह म मजबूत ठाढ़े रह सकव, अऊ मजबूत ठाढ़े रहे बर जम्मो चीज करे के बाद, सच के कमर पट्टी ले अपन कनिहां ला कस लेवव। धरमीपन के झिलम पहिर लेवव, अऊ अपन गोड़मन म सांति के सुघर संदेस के पनही पहिर लव। ए जम्मो चीज के अलावा बिसवास के ढाल ले लव, जेकर ले तुमन ओ दुस्‍ट के जम्मो अगनीबान ला बुथाय सकव। उद्धार के टोप अऊ आतमा के तलवार जऊन ह कि परमेसर के बचन ए, ले लव। जम्मो किसम के पराथना अऊ बिनती के संग हर समय आतमा म पराथना करव। मन म एला रखके सचेत रहव अऊ जम्मो संत मनखेमन बर हमेसा पराथना करत रहव। मोर बर घलो पराथना करव कि जब भी मेंह गोठियावंव, परमेसर ह मोला बचन देवय, ताकि निडर होके मेंह सुघर संदेस के भेद ला बता सकंव, जेकर खातिर मेंह कैद म, एक राजदूत अंव। पराथना करव कि मेंह ए बात ला निधड़क बोलंव, जइसने कि मोला करना चाही। तुखिकुस ह हमर मयारू भाई अऊ परभू म बिसवास के लइक सेवक ए। ओह तुमन ला हर एक बात बताही ताकि तुमन घलो जान लेवव कि मेंह कइसने हवंव अऊ का करत हवंव। मेंह ओला तुम्‍हर करा एकर खातिर पठोवत हवंव कि तुमन जान लेवव कि हमन कइसने हवन अऊ ए घलो कि ओह तुमन ला उत्साहित करय। परमेसर ददा अऊ परभू यीसू मसीह कोति ले भाईमन ला सांति अऊ बिसवास के संग मया मिलय। ओ जम्मो झन ला अनुग्रह मिलय, जऊन मन हमर परभू यीसू मसीह ले अइसने मया करथें, जऊन ह कभू खतम नइं होवय। मसीह यीसू म फिलिप्‍पी सहर के जम्मो संत, कलीसिया के अगुवा अऊ डीकन मन ला, मसीह यीसू के सेवक पौलुस अऊ तीमुथियुस कोति ले ए चिट्ठी मिलय। में पौलुस ह ए चिट्ठी ला लिखत हवंव। हमर ददा परमेसर अऊ परभू यीसू मसीह ले तुमन ला अनुग्रह अऊ सांति मिलय। जब भी मेंह तुमन ला सुरता करथंव, मेंह अपन परमेसर ला धनबाद देथंव। मेंह हमेसा अपन जम्मो पराथना म तुमन जम्मो झन बर आनंद के संग पराथना करथंव। काबरकि सुरू से लेके अब तक तुमन सुघर संदेस के परचार म सहभागी रहे हवव। अऊ मोला ए बात के भरोसा हवय कि जऊन ह तुमन म ए बने काम सुरू करे हवय, ओह एला मसीह यीसू के आय के दिन तक पूरा करही। एह मोर बर उचित ए कि मेंह तुमन जम्मो झन के बारे म ए किसम ले सोचंव, काबरकि तुमन मोर हिरदय म बसे हवव; अऊ चाहे मेंह जेल म रहंव या सुघर संदेस के बचाव अऊ सुघर संदेस ला मजबूत करे म रहंव, तुमन जम्मो झन मोर संग परमेसर के अनुग्रह म भागीदार हवव। परमेसर ह मोर गवाह ए कि कइसने मेंह मसीह यीसू के मया के संग, तुमन जम्मो झन ला चाहथंव। अऊ मोर ए पराथना अय कि तुम्‍हर मया ह गियान अऊ समझ के संग अऊ बढ़त जावय, ताकि तुमन समझ सकव कि का ह सबले बने ए अऊ तुमन मसीह के आय के दिन तक सुध अऊ निरदोस बने रहव, अऊ धरमीपन के ओ फर ले भर जावव, जऊन ह यीसू मसीह के जरिये आथे, अऊ ए किसम ले परमेसर के महिमा अऊ परसंसा होवय। हे भाईमन हो, मेंह चाहथंव कि तुमन जानव कि जऊन कुछू मोर ऊपर बिते हवय, ओह सही म सुघर संदेस के बढ़ती म मददगार होईस। एकर नतीजा ए होईस कि महल के जम्मो सिपाही अऊ आने जम्मो झन म ए बात ह साफ हो गे हवय कि मेंह मसीह खातिर जेल म हवंव। मोर जेल म रहे के कारन, बहुंते भाईमन के परभू ऊपर बिसवास ह बढ़ गे हवय अऊ ओमन परमेसर के बचन ला अऊ साहस अऊ निडर होके सुनावत हवंय। एह सच ए कि कुछू झन जलन अऊ झगरा के कारन मसीह के परचार करथें, पर आने मन भले मनसा ले परचार करथें। ए मनखेमन मया म अइसने करथें, काबरकि एमन जानथें कि सुघर संदेस के बचाव खातिर मेंह जेल म रखे गे हवंव। पहिली के मनखेमन ईमानदारी से नइं, पर सुवारथी भावना ले मसीह के परचार करथें। ओमन सोचथें कि जब मेंह जेल म हवंव, त मोर बर ओमन समस्या खड़े कर सकथें। पर कोनो बात नइं! बने बात ए अय कि हर किसम ले, चाहे गलत मनसा ले या सही मनसा ले, मसीह के परचार होवथे। अऊ एकरे कारन मेंह आनंदित हवंव। अऊ मेंह हमेसा आनंदित रहिहूं। काबरकि मेंह जानत हंव कि तुम्‍हर पराथना के जरिये अऊ यीसू मसीह के आतमा के मदद के दुवारा, मेंह छूट जाहूं । मोर दिली ईछा अऊ आसा हवय कि मेंह बिलकुल झन लजावंव, पर मोर करा पूरा हिम्मत रहय, ताकि मोर देहें म हमेसा मसीह के बड़ई होवत रहय, चाहे मेंह जीयत रहंव या मर जावंव। काबरकि मोर बर जीयत रहई मसीह अय अऊ मर जवई फायदा के बात अय। यदि मेंह सरीर म होके जीयत रहिथंव, त एकर मतलब मोर मिहनत ह फर लानही, तभो ले मेंह नइं जानत हंव कि मेंह कते ला चुनंव? मेंह दूनों के मांझा म अधर म लटके हवंव। मोर जी ह तो चाहथे कि मेंह जावंव अऊ मसीह के संग रहंव, जऊन ह बहुंत बने बात अय, पर एह तुम्‍हर बर जादा जरूरी अय कि मेंह जीयत रहंव। मोला एकर भरोसा हवय कि मेंह बने रहिहूं, अऊ मेंह तुमन जम्मो झन संग बिसवास म तुम्‍हर बढ़ती अऊ आनंद खातिर जीयत रहिहूं। ताकि तुम्‍हर संग मोर फेर रहे के दुवारा, मसीह यीसू म तुम्‍हर आनंद ह मोर कारन अऊ बढ़ जावय। कुछू भी होवय, तुम्‍हर चाल-चलन ह मसीह के सुघर संदेस के लइक रहय। तब चाहे, मेंह आके तुमन ला देखंव, चाहे झन आवंव, पर मेंह तुम्‍हर बारे म सिरिप ए सुनंव कि तुमन एके आतमा म अटल खड़े हवव अऊ एक मन होके, सुघर संदेस के बिसवास खातिर बहुंत मिहनत करत हवव। अऊ तुमन कोनो भी किसम ले, ओमन ले झन डर्रावव, जऊन मन तुम्‍हर बिरोध करथें। एह ओमन बर एक चिन्‍हां ए कि ओमन नास हो जाहीं अऊ तुमन उद्धार पाहू। अऊ एह परमेसर के दुवारा होही। काबरकि मसीह कोति ले, तुमन ला ए मऊका देय गे हवय कि न सिरिप तुमन ओकर ऊपर बिसवास करव, पर ओकर बर दुःख घलो उठावव। तुमन घलो ओहीच लड़ई लड़त हवव, जऊन ला तुमन पहिली मोला लड़त देख चुके हवव, अऊ जइसने कि तुमन सुनत हवव, मेंह अभी घलो लड़त हवंव। कहूं मसीह म तुम्‍हर करा कोनो उत्साह हवय, कहूं ओकर मया म तुमन ला कोनो सांति मिले हवय, कहूं पबितर आतमा के संग तुम्‍हर कोनो संगति हवय, कहूं तुमन म कोनो दया अऊ सहानुभूति हवय, त तुमन ए बातमन ला करे के दुवारा मोर आनंद ला पूरा करव: कि तुमन एके मन के रहव, तुमन म एके मया रहय अऊ तुमन आतमा म एक होके एके उदेस्य बर जीयव। सुवारथीपन या बेकार के घमंड म पड़के कुछू झन करव, पर नमरता से आने मन ला अपन-आप ले उत्तम समझव। तुमन ले हर एक झन सिरिप अपन हित के ही नइं, पर आने मन के हित के घलो खियाल रखय। जइसने मसीह यीसू के सुभाव रिहिस, वइसने तुम्‍हर सुभाव घलो होवय। मसीह करा परमेसर के जम्मो सुभाव रिहिस, फेर ओह अपन-आप ला परमेसर के बरोबर रखे के काबिल नइं समझिस, पर, ओह जम्मो चीज ला तियाग दीस, अऊ सेवक के जम्मो सुभाव ला लीस अऊ मनखे के रूप धरके जनमिस। अऊ ओह मनखे के रूप म परगट होके अपन-आप ला दीन-हीन करिस, अऊ इहां तक हुकूम मानिस कि मिरतू, हां ओह कुरुस के मिरतू ला घलो सह लीस। एकरसेति, परमेसर ह ओला अति महान करिस, अऊ ओला ओ नांव दीस, जऊन ह जम्मो नांव ले उत्तम ए। ताकि स्‍वरग अऊ धरती अऊ धरती के खाल्‍हे म, हर एक झन यीसू के नांव म माड़ी टेकंय, अऊ परमेसर ददा के महिमा खातिर, हर एक झन ए मान लेवय कि यीसू मसीह ह परभू ए। एकरसेति, मोर मयारू संगवारीमन हो, जइसने तुमन हमेसा हुकूम मानत आय हवव, जब मेंह तुम्‍हर संग रहेंव, पर अब, जब मेंह तुम्‍हर ले दूरिहा हवंव, त तुमन डरत अऊ कांपत, अऊ जादा अपन उद्धार के काम म लगे रहव। काबरकि एह परमेसर ही अय, जऊन ह तुमन म काम करथे कि तुमन ओकर सही उदेस्य के मुताबिक ईछा करव अऊ काम करव। बिगर कुड़कुड़ाय या बिगर बहस करे, जम्मो काम ला करव, ताकि तुमन निरदोस, अऊ सही मनखे बनव अऊ बेईमान अऊ भ्रस्ट मनखेमन के ए संसार म परमेसर के निरदोस संतान बने रहव। ओमन के बीच म, जिनगी के बचन ला पालन करत, तुमन संसार म तारा के सहीं चमकव। ताकि मसीह के दिन म, मेंह घमंड कर सकंव कि मोर दऊड़ या मोर मिहनत ह बेकार नइं गीस। पर कहूं बलिदान म, मोर खून ह एक भेंट के रूप म बहाय जाथे अऊ तुम्‍हर बिसवास ले परमेसर के सेवा होथे, त मेंह खुस हवंव अऊ तुमन जम्मो झन के संग आनंद मनाथंव। वइसने तुमन घलो खुस होवव अऊ मोर संग आनंद मनावव। परभू यीसू म मोला आसा हवय कि मेंह तीमुथियुस ला तुम्‍हर करा जल्दी पठोहूं, ताकि जब मोला तुम्‍हर खबर मिलय, त मेंह घलो आनंदित होवंव। मोर करा ओकर सहीं अऊ कोनो नइं ए, जऊन ह सही म तुम्‍हर मामला म रूचि रखय। काबरकि हर एक झन अपन खुद के खियाल रखथें, यीसू मसीह के बारे म नइं। पर तुमन जानथव कि तीमुथियुस ह ए साबित कर चुके हवय अऊ जइसने एक बेटा ह अपन ददा संग सेवा करथे, वइसने ओह मोर संग सुघर संदेस के काम म सेवा करे हवय। एकरसेति, जतेक जल्दी मोला ए मालूम होही कि मोर संग का होवइया हवय, मेंह ओला तुम्‍हर करा पठोय के आसा करथंव। अऊ मोला परभू म भरोसा हवय कि मेंह घलो जल्दी आहूं। पर में सोचथंव कि इपफ्रुदीतुस ला तुम्‍हर करा वापिस पठोना जरूरी ए; ओह मोर भाई, सहकरमी अऊ संगी योद्धा ए अऊ ओह तुम्‍हर संदेसिया घलो ए, जऊन ला तुमन मोर सेवा-टहल करे बर पठोय रहेव। ओकर मन ह तुमन जम्मो झन म लगे रहिथे अऊ ओह बियाकुल हवय काबरकि तुमन सुने रहेव कि ओह बेमार रिहिस। सही म, ओह बेमार रिहिस, इहां तक कि ओह मरइया रिहिस। पर परमेसर ह ओकर ऊपर दया करिस, अऊ सिरिप ओकर ऊपर ही नइं, पर मोर ऊपर घलो दया करिस कि मोला दुःख के ऊपर दुःख झन होवय। एकरसेति, मेंह ओला तुम्‍हर करा पठोय बर अऊ जादा उत्सुक हवंव, ताकि जब तुमन ओला फेर देखव, त खुस होवव अऊ मोर फिकर घलो कम होवय। परभू म, बड़े आनंद सहित, ओकर सुवागत करव, अऊ ओकर सहीं मनखेमन के आदर करव, काबरकि मसीह के काम खातिर, अपन जिनगी ला जोखिम म डालके, ओह मरे सहीं हो गे रिहिस, ताकि ओह मोर ओ जरूरत ला पूरा करय, जऊन ला तुमन नइं कर सकेव। कुछू घलो होवय, हे मोर भाईमन हो, परभू म आनंदित रहव। तुमन ला ओहीच बात फेर लिखे म, मोला कोनो तकलीफ नइं होवय अऊ एम तुम्‍हर भलई हवय। ओ कुकुरमन ले सचेत रहव। एमन ओ मनखे अंय, जऊन मन खराप काम करथें अऊ देहें के अंगमन ला काट-छांट करथें। काबरकि खतना वाले मनखे तो सिरिप हमन अन, जऊन मन परमेसर के अराधना पबितर आतमा के दुवारा करथन अऊ मसीह यीसू म महिमा करथन अऊ देहें के ऊपर भरोसा नइं करन – हालाकि मोर करा अइसने भरोसा करे के कारन हवय। कहूं कोनो ए सोचथे कि ओकर करा देहें के ऊपर भरोसा करे के कारन हवय, त मोर करा जादा कारन हवय: जनम के आठवां दिन म मोर खतना होईस। मेंह इसरायल के बंस अऊ बिन्यामीन के गोत्र के अंव। मेंह इबरानीमन के इबरानी अंव। मूसा के कानून के मुताबिक मेंह एक फरीसी अंव। यदि तुमन जोस के बारे कहिथव, त मेंह कलीसिया के एक सतानेवाला रहेंव। मूसा के कानून के धरमीपन के बारे यदि तुमन कहिथव, त मेंह निरदोस अंव। पर जऊन कुछू घलो मोर फायदा के रिहिस, मेंह अब ओला मसीह के हित म हानि समझथंव। वास्तव म, मसीह यीसू, मोर परभू ला जाने के महानता के तुलना म, मेंह हर एक बात ला एक हानि समझथंव। मसीह यीसू, मोर परभू के हित म, मेंह जम्मो बात के हानि उठाय हवंव अऊ मेंह ओ बातमन ला कचरा समझथंव, ताकि मेंह मसीह ला पा जावंव, अऊ ओकर संग एक हो जावंव अऊ एह मोर खुद के धरमीपन ले नइं, जऊन ह कि मूसा के कानून ला पालन करे ले आथे, पर एह मसीह म बिसवास के जरिये – ओ धरमीपन ले अय, जऊन ह परमेसर करा ले आथे अऊ एह बिसवास के दुवारा अय। मेंह मसीह ला अऊ ओकर फेर जी उठे के सामरथ ला जाने चाहथंव अऊ मेंह ओकर दुःख-पीरा म भागी होय चाहथंव अऊ मेंह ओकर मिरतू म ओकर सहीं बने चाहथंव, ताकि कोनो घलो किसम ले, मेंह घलो मरे मन ले जी उठंव। मेंह ए नइं कहंव, कि ए जम्मो ला पहिले ही पा चुके हवंव या मेंह सिद्ध हो चुके हवंव, पर मेंह ओला पाय बर आघू बढ़त हवंव, जेकर खातिर मसीह यीसू ह मोला अपन बनाय हवय। हे भाईमन हो, मेंह ए नइं सोचत हंव कि मेंह एला पा चुके हवंव। पर मेंह एक काम करथंव: पाछू के बातमन ला भुला के, मेंह आघू के चीज ला पाय बर बढ़त जावत हंव। निसाना के तरफ मेंह दऊड़े चले जावत हंव, ताकि ओ इनाम ला जीतंव, जेकर खातिर परमेसर ह मोला मसीह यीसू म ऊपर स्‍वरग म बलाय हवय। हमन म जतेक झन आतमिक रूप ले समझदार हवन, एहीच बिचार रखना चाही। अऊ कहूं कोनो बात म तुम्‍हर अलग बिचार हवय, त ओ बात ला घलो, परमेसर ह तुम्‍हर बर साफ कर दिही। जऊन ला हमन पा चुके हवन, आवव, हमन सिरिप ओकरे मुताबिक जिनगी बितावन। हे भाईमन हो, आने मन के संग मिलके मोर नकल करव, अऊ ओमन ऊपर धियान देवव, जऊन मन ओ नमूना के मुताबिक जिनगी बितावत हवंय, जऊन ला हमन तुमन ला देय हवन। काबरकि, जइसने मेंह तुमन ला पहिली अक्सर कहे हवंव अऊ अब फेर मेंह रो-रो के कहथंव कि कतको झन मसीह के कुरुस के बईरी सहीं जिनगी जीयथें। ओमन के अंत ह बिनास अय। ओमन के ईसवर ह ओमन के पेट अय, अऊ ओमन अपन कलंक के काम म घमंड करथें। ओमन के मन ह संसारिक बात म लगे रहिथे। पर हमर देस ह स्‍वरग अय। अऊ हमन उत्साह के संग उहां ले एक उद्धार करइया याने परभू यीसू मसीह के बाट जोहथन, जऊन ह सामरथ के दुवारा हमर नासमान देहें ला बदल दिही अऊ ओमन ओकर महिमामय देहें सहीं हो जाहीं। अऊ एह ओहीच सामरथ ए, जेकर दुवारा, ओह हर एक चीज ला अपन अधीन कर लेथे। एकरसेति, हे मोर भाईमन हो! तुमन ले मेंह मया करथंव अऊ तुमन म मोर जी लगे रहिथे। तुमन मोर आनंद अऊ मोर मुकुट अव। हे मयारू संगवारीमन, अइसनेच तुमन परभू के बिसवास म मजबूत बने रहव। मेंह यूओदिया ले बिनती करथंव अऊ सुन्तुखे ले घलो बिनती करथंव कि तुमन परभू म एक-दूसर के संग एक मन होके रहव। अऊ हे सच्‍चा सहकरमी, मेंह तोर ले घलो कहथंव कि तेंह ए माईलोगनमन के मदद कर, काबरकि एमन मोर संग सुघर संदेस ला फइलाय म, क्लेमेंस अऊ मोर ओ जम्मो सहकरमीमन संग मिहनत करे हवंय, जेमन के नांव जिनगी के किताब म लिखे हवय । परभू म सदा आनंदित रहव। मेंह एला फेर कहथंव: आनंदित रहव। जम्मो झन जान जावंय कि तुमन नम्र मनखे अव। परभू ह लकठा म हवय। कोनो बात के फिकर झन करव, पर हर एक बात म, पराथना अऊ निबेदन के दुवारा, धनबाद के संग तुमन अपन बिनती ला परमेसर के आघू म रखव। तब परमेसर के सांति, जऊन ह मनखे के समझ के बाहिर अय, तुम्‍हर हिरदय अऊ मन के रखवारी मसीह यीसू म करही। आखिर म, हे भाईमन हो, जऊन बात ह सच ए, जऊन बात ह आदर के लइक ए, जऊन बात ह सही ए, जऊन बात ह निरमल ए, जऊन बात ह मयारू ए, जऊन बात ह मन ला भाथे – यदि कोनो बात ह उत्तम या परसंसा के लइक ए, त अइसने बात के बारे म सोचव। जऊन बात तुमन मोर ले सिखे हवव या मोर ले पाय हवव या मोर ले सुने हवव या मोर म देखे हवव, ओकरेच मुताबिक चलव। अऊ सांति के परमेसर ह तुमन के संग रहिही। मेंह परभू म बहुंत आनंदित हवंव कि आखिर म, तुमन फेर एक बार मोर फिकर करे हवव। वास्तव म, तुमन मोर फिकर करत तो रहेव, पर एला परगट करे के तुमन ला मऊका नइं मिलत रिहिस। मेंह ए बात एकरसेति नइं कहथंव कि मोला कोनो चीज के घटी हवय, काबरकि कोनो घलो दसा म मेंह संतोस रहना सीख ले हवंव। मेंह जानथंव कि घटी म रहे के मतलब का होथे। मेंह ए घलो जानथंव कि बेसी (जादा) म रहे के का मतलब होथे। मेंह कोनो भी दसा म संतोस रहे के भेद ला सीख गे हवंव; चाहे मेंह भरपेट खावंव या भूखा रहंव, चाहे मोर करा बहुंत रहय या मेंह घटी म रहंव। जऊन ह मोला ताकत देथे, ओकर जरिये, मेंह हर चीज ला कर सकथंव। तभो ले, तुमन बने करेव कि मोर तकलीफ म मदद करेव। हे फिलिप्‍पी सहर के रहइयामन, जइसने कि तुमन जानथव कि सुघर संदेस के परचार के सुरूआती दिन म, जब मेंह मकिदुनिया प्रदेस ले चलेंव, त सिरिप तुम्‍हर छोंड़ अऊ कोनो घलो कलीसिया देय अऊ लेय के मामला म मोर मदद नइं करिस। अऊ त अऊ जब मेंह थिस्‍सलुनीके सहर म रहेंव अऊ मोला घटी रिहिस, त तुमन बार-बार मोर करा मदद पठोय रहेव। अइसने बात नो हय कि मेंह दान चाहथंव, पर मेंह चाहथंव कि तुमन अइसने काम करव, जऊन ह तुम्‍हर जिनगी के खाता म जोड़े जावय। मेंह जम्मो चीज ला पा गे हवंव, बल्कि मोला जरूरत ले जादा मिल गे हवय। तुमन इपफ्रुदीतुस के हांथ म जऊन चीजमन (भेंट) ला पठोय रहेव, ओला पाके मोर मन ह संतोस हो गे हवय। ओमन एक खुसबूदार भेंट, गरहन करे लइक बलिदान अंय, जेकर ले परमेसर ला खुसी होथे। अऊ मोर परमेसर ह मसीह यीसू म अपन महिमामय धन के मुताबिक तुम्‍हर जम्मो जरूरत ला पूरा करही। परमेसर, हमर ददा के महिमा जुग-जुग होवय। आमीन। जम्मो संतमन ला, जऊन मन मसीह यीसू म हवंय, जोहार कहव। जऊन भाईमन मोर संग इहां हवंय, ओमन तुमन ला जोहार कहत हवंय। जम्मो संत, खास करके जऊन मन महाराजा के घराना के अंय, तुमन ला जोहार कहत हवंय। परभू यीसू मसीह के अनुग्रह तुम्‍हर ऊपर बने रहय। में पौलुस, जऊन ह कि परमेसर के ईछा ले मसीह यीसू के एक प्रेरित अंव, हमर भाई तीमुथियुस के संग – कुलुस्सी सहर के परमेसर के ओ मनखेमन ला ए चिट्ठी लिखत हंव, जऊन मन मसीह म पबितर अऊ बिसवासी अंय। तुमन ला, हमर ददा परमेसर ले अनुग्रह अऊ सांति मिलय। जब हमन तुम्‍हर बर पराथना करथन, त हमन हमेसा परमेसर, हमर परभू यीसू मसीह के ददा ला धनबाद देथन। काबरकि हमन सुने हवन कि मसीह यीसू म तुम्‍हर बिसवास हवय अऊ तुमन परमेसर के जम्मो संतमन ला मया करथव। तुम्‍हर ए बिसवास अऊ मया ओ आसा के कारन हवय, जऊन ह स्‍वरग म रखे हवय अऊ जेकर बारे म तुमन पहिली ले सच के बचन याने कि सुघर संदेस म सुन चुके हवव, जऊन ह तुम्‍हर करा आय हवय। जम्मो संसार म ए सुघर संदेस ह फर लावथे अऊ बढ़त जावत हवय, जइसने कि एह तुम्‍हर बीच म ओ दिन ले फरत अऊ बढ़त जावत हवय, जऊन दिन तुमन एला सुनेव अऊ एकर जम्मो सच्‍चई के संग परमेसर के अनुग्रह ला समझेव। तुमन ला ए सिकछा, हमर मयारू संगी सेवक इपफ्रास ले मिले हवय, जऊन ह हमर तरफ ले मसीह के एक बिसवास के लइक सेवक अय, अऊ ओह हमन ला तुम्‍हर मया के बारे म बताईस, जऊन ह पबितर आतमा के दुवारा देय गे हवय। एकर कारन, जऊन दिन ले हमन तुम्‍हर बारे म सुने हवन, ओ दिन ले हमन तुम्‍हर बर हमेसा पराथना करत हवन अऊ परमेसर ले बिनती करथन कि ओह तुमन ला जम्मो आतमिक बुद्धि अऊ समझ के जरिये अपन ईछा के गियान ले भर देवय। अऊ हमन पराथना करथन, ताकि तुमन परभू के लइक जिनगी जीयव अऊ ओला हर किसम ले खुस रखव; अऊ तुमन हर एक बने काम के दुवारा फर लानव, अऊ परमेसर के गियान म बढ़त जावव। अऊ ओकर महिमामय सामरथ के मुताबिक जम्मो किसम के सक्ति म मजबूत होवत जावव, ताकि तुमन म जादा सहन सक्ति अऊ धीरज होवय, अऊ आनंद सहित परमेसर ददा के धनबाद करव, जऊन ह कि तुमन ला एकर लइक बनाईस कि तुमन अंजोर के राज म संतमन के संग वारिस होवव। परमेसर ह हमन ला अंधियार के सक्ति ले छोंड़ाईस अऊ अपन मयारू बेटा के राज म लानिस। जेकर दुवारा हमन ला पाप ले मुक्ति याने कि पाप के छेमा मिलथे। मसीह ह अदृस्य परमेसर के सरूप अऊ जम्मो सिरिस्टी म पहिलांत अय। काबरकि ओकरे दुवारा जम्मो चीज सिरजे गीस: ओ जम्मो चीज जऊन ह स्‍वरग अऊ धरती म हवय, देखे अऊ अनदेखे चीज; चाहे सिंघासन हो या राज; सासन करइया हो या अधिकारी; जम्मो चीज ह ओकरे दुवारा सिरजे गीस अऊ ओकरे बर सिरजे गीस। ओह जम्मो चीज ला सिरजे के पहिली रिहिस अऊ ओम जम्मो चीज एक संग टिके रहिथें। अऊ ओह देहें याने कि कलीसिया के मुड़ी अय। ओहीच ह सुरू (आरंभ) ए अऊ मरे मनखे म ले पहिली जी उठइया घलो, ताकि हर एक बात म ओह मुखिया ठहिरय। काबरकि परमेसर ला ए बात म खुसी होईस कि ओकर जम्मो सुभाव ओम रहय, अऊ कुरुस म बहे ओकर लहू के दुवारा सांति स्‍थापित करय अऊ ए किसम ले अपन संग ओ जम्मो चीज के मेल-मिलाप करय; चाहे ओ चीज धरती के होवय या फेर स्‍वरग के। एक समय रिहिस, जब तुमन परमेसर ले बहुंत दूरिहा हो गे रहेव अऊ अपन खराप बरताव के कारन ओकर बईरी रहेव। पर अब परमेसर ह, मसीह के सारीरिक मिरतू के दुवारा तुम्‍हर मेल-मिलाप करे हवय, ताकि ओह तुमन ला अपन आघू म पबितर, निस्कलंक अऊ निरदोस करके लानय – यदि तुमन अपन बिसवास म स्थिर अऊ अटल बने रहव अऊ सुघर संदेस के आसा ले नइं डिगव त। एह ओ सुघर संदेस ए, जऊन ला तुमन सुनेव अऊ जेकर परचार अकास के खाल्‍हे म हर एक जीव ला करे गे हवय, अऊ जेकर में पौलुस ह सेवक बने हवंव। तुम्‍हर हित म, मेंह जऊन दुःख उठाय हवंव, अब मेंह ओकर बर आनंद मनावत हंव। अऊ मसीह के दुःख म जऊन कमी हवय, ओला मेंह अपन देहें म पूरा करथंव। मेंह एला मसीह के देहें के हित म करथंव अऊ ओकर देहें ह कलीसिया अय। परमेसर के दिये हुकूम के दुवारा मेंह ए कलीसिया के सेवक बने हवंव, ताकि परमेसर के बचन ला मेंह तुमन ला पूरा-पूरा बता सकंव – एह ओ भेद ए, जऊन ला ओह जुग-जुग अऊ पीढ़ी-पीढ़ी तक छुपा के रखे रिहिस, पर अब एला ओकर संतमन के ऊपर परगट करे गे हवय। ओमन ला परमेसर ह चुनिस ताकि ओमन ए भेद के महिमामय धन ला आनजातमन के बीच म बतावंय। अऊ भेद ए अय कि मसीह ह तुमन म रहिथे अऊ ओह महिमा के आसा अय। हमन ओकर परचार करथन। हमन जम्मो गियान के संग हर एक झन ला चेताथन अऊ सीखोथन। ताकि हमन हर एक झन ला सिद्ध करके मसीह म ला सकन। एकरसेति, मेंह पूरा ताकत सहित मिहनत अऊ संघर्स करथंव, अऊ ए ताकत मोला मसीह ले मिलथे अऊ मोला उत्साहित करथे। मेंह चाहथंव कि तुमन जान लेवव कि तुमन बर अऊ जऊन मन लौदीकिया सहर म हवंय, ओमन बर अऊ ओ जम्मो झन जऊन मन मोर चेहरा नइं देखे हवंय ओमन बर, मेंह कतेक कठोर मिहनत करत हवंव। मेंह ए मिहनत एकरसेति करत हवंव, ताकि ओमन उत्साहित होवंय अऊ मया म एक होके रहंय; अऊ ओमन ला पूरा समझ के जम्मो धन मिलय; अऊ ओमन परमेसर के भेद ला जानंय, अऊ ओ भेद ह मसीह अय; जऊन म बुद्धि अऊ गियान के जम्मो भंडार छुपे हवय। मेंह तुमन ला ए बात एकरसेति कहत हंव, ताकि कोनो तुमन ले भरमाने वाला बात करके धोखा झन देवय। हालाकि मेंह देहें के मुताबिक तुमन ले दूरिहा हवंव, पर आतमा म मेंह तुम्‍हर संग हवंव, अऊ मेंह ए देखके खुस हवंव कि तुमन सही जिनगी जीयत हवव अऊ मसीह म तुम्‍हर बिसवास ह मजबूत हवय। जब तुमन मसीह यीसू ला परभू मान ले हवव, त ओम बने रहव। ओम जरी धरत अऊ बढ़त जावव, अऊ जइसने तुमन ला सिखोय गे हवय, बिसवास म मजबूत होवत जावव, अऊ धनबादी हिरदय ले भरे रहव। सचेत रहव कि कोनो बेकार के गियान अऊ चापलूसी गोठ के दुवारा तुमन ला अपन बस म झन कर लेवय, जऊन ह मनखे के रीति अऊ ए संसार के मूल नियम के ऊपर निरभर रहिथे, पर मसीह के ऊपर निरभर नइं रहय। काबरकि मसीह म जम्मो ईसवरीय परिपूरनता ह देहें के रूप म वास करथे, अऊ ए परिपूरनता मसीह म तुम्‍हर करा हवय, जऊन ह हर सक्ति अऊ अधिकार के ऊपर मुखिया ए। तुम्‍हर पापी सुभाव ला अलग करके, मसीह म तुम्‍हर घलो खतना करे गे हवय। ए खतना अइसने नो हय, जऊन ह मनखेमन के हांथ ले करे जाथे, पर ए खतना मसीह के दुवारा करे गे हवय। मसीह संग तुमन बतिसमा म दफनाय गेव अऊ अपन बिसवास के जरिये ओकर संग जी उठेव, अऊ एह परमेसर के सामरथ के दुवारा होईस, जऊन ह मसीह ला मरे म ले जियाईस। जब तुमन अपन पाप म अऊ अपन पापी सुभाव के बिगर खतना के हालत म मर गे रहेव; तभे परमेसर ह मसीह के संग तुमन ला जियाईस। ओह हमर जम्मो पाप ला छेमा करिस। अऊ ओ लिखित बंधक पत्र जऊन ह हमर बिरोध म रिहिस अऊ जेकर बिधि-बिधान घलो रिहिस; ओह ओ जम्मो ला खारिज कर दीस। ओह ओला कुरुस म खीला ठोंकके हटा दीस। ओह अपन-आप ला सक्ति अऊ अधिकार के बंधन ले मुक्त करिस अऊ कुरुस के दुवारा ओमन के ऊपर जय पाईस अऊ ओह ओमन के खुल्लम-खुल्ला तमासा बनाईस। एकरसेति, तुम्‍हर खाना-पीना या धारमिक तिहार या नवां चांद के उत्सव या बिसराम दिन के बारे म कोनो ला तुम्‍हर ऊपर दोस लगाय के कोनो मऊका झन देवव। ए जम्मो ह अवइया बातमन के सिरिप एक छइहां अय। पर सही बात ह मसीह म मिलथे। सचेत रहव कि जऊन ह झूठ-मूठ के दीनता अऊ स्वरगदूतमन के पूजा म खुस रहिथे, ओह तुमन ला इनाम ले अलग झन कर देवय। अइसने मनखे ह जऊन चीज ला देखथे, ओहीच म अपन मन ला लगाथे अऊ बिगर कारन के अपन सोच-बिचार म घमंड करके फूलथे। ओह मुड़ी याने मसीह ले जुरे नइं रहय, जेकर ले जम्मो देहें के पालन-पोसन होथे अऊ देहें के जोड़ अऊ नस मन ले एक संग जुड़े रहिथे अऊ जइसने परमेसर चाहथे, वइसने बढ़त जाथे। यदि तुमन मसीह के संग मर गेव अऊ ए संसार के अंधियार के राज ले छुटकारा पा गे हवव, त फेर तुमन काबर अइसने जिनगी बितावत हव, जइसने कि अभी घलो तुमन संसार के अव? तुमन काबर एकर बिधि-बिधान ला मानथव? एकर ले दूरिहा रहव! एला झन चखव! एला झन छूवव। ए जम्मो चीजमन काम म आवत नास हो जाहीं, काबरकि एमन मनखे के बनाय नियम अऊ उपदेस अंय। वास्तव म, अइसने बिधि-बिधान म बुद्धि के एक दिखावा हवय। ए नियम म ओमन के खुद के गढ़े भक्ति, झूठमूठ के दीनता अऊ ओमन के देहें के कठोर अभियास घलो हवय, पर देहें के लालसा ला रोके बर, एमन कोनो काम के नो हंय। जब तुमन मसीह के संग जीयाय गे हवव, त अपन मन ला ऊपर, स्वरगीय बातमन म लगावव, जिहां मसीह ह परमेसर के जेवनी हांथ कोति बईठे हवय। अपन मन ला ऊपर, स्वरगीय बातमन म लगावव, धरती के बात म नइं। काबरकि तुमन मर गे हवव, अऊ तुम्‍हर जिनगी ह अब मसीह के संग परमेसर म लुकाय हवय। जब मसीह, जऊन ह तुम्‍हर जिनगी ए, परगट होही, तब तुमन घलो ओकर संग महिमा म परगट होहू। एकरसेति, अपन ओ सुभावमन ला मार डारव, जऊन मन संसारिक अंय – जइसने कि बेभिचार, असुधता, काम-वासना, खराप-लालसा अऊ लोभ जऊन ह मूरती-पूजा सहीं अय। एकरे कारन परमेसर के परकोप ओमन ऊपर आथे, जऊन मन ओकर हुकूम नइं मानय। एक समय रिहिस, जब तुमन घलो अइसने जिनगी जीयत रहेव, अऊ ए किसम के बात म चले के तुम्‍हर आदत रिहिस। पर अब ए जरूरी अय कि तुमन अइसने जम्मो बात ला छोंड़ दव, याने कोरोध, रोस, बईरता, निन्दा, खराप गोठ करई। एक-दूसर के संग लबारी झन मारव, काबरकि तुमन अपन जुन्ना सुभाव ला ओकर आदत सहित निकार दे हवव, अऊ नवां सुभाव ला पहिर ले हवव, जऊन ह गियान म नवां बनत जावत हवय अऊ एह अपन सिरजनहार के सरूप म होवथे। ए नवां जिनगी म, न तो कोनो यूनानी ए अऊ न यहूदी, न खतना वाला अऊ न खतनारहित, न जंगली, न असभ्य, न गुलाम अऊ न सुतंतर। पर मसीह ह जम्मो कुछू ए, अऊ ओह जम्मो म हवय। तुमन पबितर अऊ बहुंते मयारू अव। एकरसेति, परमेसर के चुने मनखेमन सहीं, अपन-आप ला तरस, दया, दीनता, नमरता अऊ धीरज ले भर लेवव। एक-दूसर के सहन करव अऊ एक-दूसर ला छेमा करव, चाहे एक-दूसर के बिरोध म कोनो घलो किसम के सिकायत होवय। छेमा करव, जइसने परभू ह तुमन ला छेमा करिस। अऊ ए जम्मो बात के ऊपर मया ला बनाय रखव, जऊन ह तुमन ला सही एकता म एक संग बांधके रखथे। मसीह के सांति तुम्‍हर हिरदय म बने रहय, जइसने कि तुमन एक देहें के अंग के रूप म बलाय गे हवव। अऊ धनबाद देवइया बने रहव। मसीह के बचन ह तुमन म बहुंतायत से बने रहय, जइसने कि तुमन बड़ समझदारी के संग एक-दूसर ला सीखोथव अऊ सलाह देथव, अऊ जइसने कि अपन हिरदय म धनबाद सहित परमेसर बर भजन, इस्तुति अऊ आतमिक गीत गाथव। अऊ जऊन कुछू घलो तुमन कहिथव अऊ करथव, ए जम्मो बात परभू यीसू के नांव म करव अऊ परभू यीसू के जरिये परमेसर ददा ला धनबाद देवव। हे घरवाली हो, अपन-अपन घरवाला के अधीन रहव, जइसने कि एह परभू म उचित अय। हे घरवाला हो, अपन-अपन घरवाली ला मया करव अऊ ओमन के संग कठोर बरताव झन करव। हे लइकामन हो, हर एक बात म अपन-अपन दाई-ददा के बात मानव, काबरकि परभू ह एकर ले खुस होथे। हे ददामन हो, अपन लइकामन ला तंग झन करव, नइं तो ओमन हतास हो जाहीं। हे गुलाममन हो, हर एक बात म अपन-अपन मालिक के हुकूम मानव। सिरिप जब ओमन तुमन ला देखत रहिथें या सिरिप ओमन के दिल जीते बर ही, ए काम झन करव, पर निस्कपट हिरदय ले परभू के आदर खातिर ए काम करव। जऊन कुछू घलो तुमन करथव, अपन पूरा मन लगाके करव। ए समझके कि तुमन परभू खातिर करथव, मनखेमन खातिर नइं। तुमन जानथव कि इनाम के रूप म, तुमन ला परभू ले एक बिरासत मिलही। काबरकि ओह परभू मसीह ए, जेकर सेवा तुमन करत हव। जऊन ह खराप काम करथे, ओह अपन खराप काम के परतिफल पाही, काबरकि परमेसर ह काकरो संग पखियपात नइं करय। हे मालिकमन हो, अपन गुलाममन के संग सही अऊ बने बरताव करव; काबरकि तुमन जानत हव कि स्‍वरग म तुम्‍हर घलो एक मालिक हवय। सचेत होके, धनबाद सहित पराथना म लगे रहव। अऊ हमर बर घलो पराथना करव कि परमेसर ह सुघर संदेस सुनाय खातिर हमर बर दुवार खोलय, ताकि हमन मसीह के ओ भेद के परचार कर सकन, जेकर खातिर मेंह जेल म हवंव। पराथना करव कि मेंह एला साफ-साफ बता सकंव, जइसने कि मोला करना चाही। अबिसवासीमन के संग बुद्धिमानी ले बरताव करव। दिये गय हर एक मऊका के सही उपयोग करव। तुम्‍हर गोठ ह हमेसा अनुग्रह ले भरे रहय अऊ मन-भावन होवय, ताकि तुमन ए जानव कि हर एक झन ला सही जबाब कइसने दिये जावय। तुखिकुस ह तुमन ला, मोर बारे म जम्मो बात बताही। ओह एक मयारू भाई ए अऊ परभू म एक बिसवास लइक अऊ संगी सेवक ए। एकरे कारन, मेंह ओला तुम्‍हर करा पठोवत हवंव, ताकि तुमन जानव कि हमन कइसने हवन अऊ ए घलो कि ओह तुमन ला ढाढ़स बंधावय। ओह हमर बिसवास लइक अऊ मयारू भाई उनेसिमुस के संग आवत हवय, जऊन ह तुमन ले ही एक झन अय। इहां के जम्मो हाल-चाल, ओमन तुमन ला बताहीं। अरिसतर्खुस, जऊन ह मोर संग जेल म हवय, तुमन ला अपन जोहार कहथे, अऊ वइसने मरकुस घलो, जऊन ह बरनबास के भाई (चचेरा या ममेरा) ए, तुमन ला अपन जोहार कहथे। (जेकर बारे म तुमन ला ए कहे गे रिहिस कि यदि ओह तुम्‍हर करा आथे, त ओकर सुवागत करव)। यीसू घलो, जऊन ला युसतुस कहिथें, तुमन ला जोहार कहत हवय। यहूदीमन ले सिरिप एमन परमेसर के राज खातिर, मोर संगी करमी अंय, अऊ एमन के कारन मोला सांति मिलथे। इपफ्रास, जऊन ह तुमन ले एक झन अय, अऊ मसीह यीसू के एक सेवक अय, तुमन ला जोहार कहत हवय। ओह हमेसा बड़े उत्साह के संग तुम्‍हर बर पराथना करथे, ताकि तुमन परमेसर के जम्मो ईछा म मजबूत अऊ समझदार रहव अऊ ओम पूरा-पूरी भरोसा रखव। मेंह ओकर गवाह अंव कि ओह तुम्‍हर बर अऊ जऊन मन लौदीकिया अऊ हियरापुलिस म हवंय, ओ जम्मो बर कठोर मिहनत-करत हवय। लूका, हमर मयारू डाक्टर अऊ देमास तुमन ला जोहार कहत हवंय। लौदीकिया के भाईमन ला अऊ बहिनी नुमफास अऊ ओ कलीसिया, जऊन ह ओकर घर म जुरथे, ओ जम्मो झन ला मोर जोहार कहव। ए चिट्ठी ला पढ़े के बाद, एला लौदीकिया के कलीसिया म पहुंचा देवव, ताकि ओमन घलो एला पढ़ेंय अऊ बदले म ओ चिट्ठी जऊन ह लौदीकिया ले आथे, ओला तुमन पढ़व। अरखिप्पुस ला कहव कि जऊन काम, परभू म ओला मिले हवय, ओला ओह जरूर पूरा करय। में पौलुस ह अपन हांथ ले तुमन ला, ए जोहार लिखत हवंव। सुरता रखव कि मेंह जेल म हवंव। तुम्‍हर ऊपर अनुग्रह होवत रहय। थिस्‍सलुनीके सहर के कलीसिया ला, जऊन ह परमेसर ददा अऊ परभू यीसू मसीह म बिसवास करथे; में पौलुस ह तुमन ला ए चिट्ठी लिखत हवंव। सीलास अऊ तीमुथियुस मोर संग हवंय अऊ हमन पराथना करथन कि परमेसर ह तुमन ला अनुग्रह अऊ सांति देवत रहय। जब भी हमन तुमन बर पराथना करथन, हमन हमेसा तुमन जम्मो बर परमेसर ला धनबाद देथन। हमन अपन परमेसर ददा के आघू म तुम्‍हर बिसवास के काम, मया के मिहनत अऊ हमर परभू यीसू मसीह म तुम्‍हर आसा के धीरज ला हमेसा सुरता करत रहिथन। हे भाईमन हो, तुमन परमेसर के मयारू अव; हमन जानथन कि परमेसर ह तुमन ला चुने हवय, काबरकि हमर सुघर संदेस ह तुम्‍हर करा न सिरिप बचन के संग, पर सामरथ अऊ पबितर आतमा के अगुवई म, पूरा बिसवास के संग आईस। तुमन जानथव कि तुम्‍हर हित म, हमन कइसने रहत रहेंन, जब हमन तुम्‍हर संग रहेंन। तुम्‍हर चाल-चलन हमर अऊ हमर परभू के चाल-चलन सहीं हो गीस; बहुंत दुःख तकलीफ सहे के बावजूद तुमन संदेस ला आनंद के संग गरहन करेव, जऊन ह पबितर आतमा के दुवारा दिये गे रिहिस। ए किसम ले, तुमन मकिदुनिया अऊ अखया प्रदेस के जम्मो बिसवासीमन बर एक नमूना बन गे हवव। परभू के संदेस ह तुम्‍हर दुवारा सिरिप मकिदुनिया अऊ अखया प्रदेस म ही नइं गीस, पर परमेसर म तुम्‍हर बिसवास के संदेस ह बहुंते जगह म चल दे हवय। एकरसेति हमन ला परमेसर म तुम्‍हर बिसवास के बारे म, कुछू कहे के जरूरत नइं ए। काबरकि ए जम्मो जगह के मनखेमन खुदे बताथें कि कइसने सुघर ढंग ले तुमन हमन ला गरहन करेव। ओमन बताथें कि कइसने तुमन मूरतीमन ला छोंड़के परमेसर कोति लहुंटे हवव कि जीयत अऊ सच्‍चा परमेसर के सेवा करव, अऊ ओकर बेटा के स्‍वरग ले आय के बाट जोहव, जऊन ला ओह मरे म ले जियाईस – याने कि यीसू जऊन ह हमन ला परमेसर के अवइया परकोप ले बचाथे। हे भाईमन हो, तुमन जानत हव कि हमन के तुम्‍हर करा अवई ह बेकार नइं होईस। तुमन खुदे जानत हव कि हमन पहिली फिलिप्‍पी म दुःख भोगे रहेंन अऊ हमर बेजत्ती करे गे रिहिस, फेर भारी बिरोध के बावजूद, परमेसर के मदद ले हमन तुमन ला ओकर सुघर संदेस सुनाय के हिम्मत करेन। काबरकि जऊन अपील हमन तुम्‍हर ले करथन, ओह न तो गलती ले या गलत उदेस्य ले अय, अऊ न ही हमन तुमन ला छले के कोसिस करथन। एकर बदले, हमन जइसने परमेसर चाहथे, वइसने गोठियाथन, काबरकि ओह हमन ला ठहिराय हवय अऊ हमन ला सुघर संदेस सऊंपे हवय, कि हमन एला आने मन ला बतावन। हमन मनखेमन ला नइं, पर परमेसर ला खुस करे के कोसिस करथन, जऊन ह हमर हिरदय ला जांचथे। तुमन तो जानथव कि हमन कभू चापलूसी नइं करेन, अऊ न ही हमन लालच खातिर बहाना करेन – परमेसर ह एकर बारे म हमर गवाह हवय। हमन मनखेमन ले परसंसा नइं चाहेन, न तुम्‍हर ले या अऊ कोनो दूसर ले। मसीह के प्रेरित के रूप म, हमन तुम्‍हर ले अपन हक के मांग कर सकत रहेंन, पर जब हमन तुम्‍हर संग रहेंन, त नम्र बनके रहेंन, जइसने एक दाई ह अपन छोटे लइकामन के देख-रेख करथे। हमन तुमन ला अतेक मया करेन कि हमन खुसी ले तुमन ला सिरिप परमेसर के सुघर संदेस ही नइं सुनायेन, पर हमन अपन जिनगी घलो तुम्‍हर संग बांटेन। काबरकि तुमन हमर बहुंत मयारू हो गे रहेव। हे भाईमन हो, तुमन हमर मिहनत अऊ तकलीफ ला जरूर सुरता करथव; जब हमन परमेसर के सुघर संदेस के परचार तुमन ला करत रहेंन, त हमन रात अऊ दिन काम करेन, ताकि हमन काकरो ऊपर बोझा झन होवन। तुमन हमर गवाह अव अऊ परमेसर घलो गवाह हवय कि हमर चाल-चलन ह तुम बिसवासीमन के संग कतेक पबितर, धरमी अऊ निरदोस रिहिस। तुमन जानत हव कि हमन तुमन ले हर एक के संग अइसने बरताव करेन, जइसने एक ददा ह अपन खुद के लइकामन संग करथे। हमन तुमन ला उत्साहित करेन, ढाढ़स बंधायेन अऊ तुमन ले बिनती करेन, ताकि तुमन ओ परमेसर ला भाय के लइक जिनगी जीयव, जऊन ह तुमन ला अपन राज म ओकर महिमा के भागी होय बर बलाथे। अऊ हमन घलो परमेसर ला हमेसा धनबाद देथन कि जब तुमन परमेसर के बचन ला पायेव, जऊन ला कि तुमन हमर ले सुनेव, त तुमन एला मनखे के बचन सहीं नइं, पर परमेसर के बचन (एह सही म अइसनेच अय) जानके गरहन करेव, अऊ ए बचन ह तुमन म जऊन मन बिसवास करथव, काम करत हवय। काबरकि हे भाईमन हो, तुमन के चाल-चलन परमेसर के ओ कलीसियामन सहीं हो गीस, जऊन मन यहूदिया प्रदेस म मसीह यीसू म हवंय। तुमन अपन खुद के मनखेमन ले वइसनेच दुःख पायेव, जइसने ओ कलीसियामन यहूदीमन ले पाय रिहिन। ए यहूदीमन परभू यीसू अऊ अगमजानीमन ला मार डारिन अऊ हमन ला घलो सताईन। ओमन परमेसर ला नराज करथें, अऊ जम्मो मनखेमन के बिरोध करथें। इहां तक कि ओमन हमन ला रोके के कोसिस करिन कि हमन आनजातमन ला सुघर संदेस के परचार झन कर सकन, जेकर दुवारा कि ओमन ला उद्धार मिलही। ए किसम ले ओमन हमेसा अपन पाप के घघरी ला भरत रहिथें। फेर आखिर म, परमेसर के परकोप ह ओमन ऊपर आ गे हवय। पर हे भाईमन हो, जब हमन तुम्‍हर ले कुछू समय बर अलग हो गे रहेंन, हिरदय ले नइं, पर सरीर म; त हमर ईछा के कारन, हमन तुम्‍हर ले मिले के बहुंते कोसिस करेन। हमन तुम्‍हर करा आय बर चाहत रहेंन – में पौलुस ह बार-बार कोसिस करेंव, पर सैतान ह हमन ला हर एक बार रोकिस। हमर आसा, हमर आनंद या हमर घमंड के मुकुट का ए, कि जब हमर परभू यीसू आवय, त ओकर आघू म घमंड करन? का एह तुमन नो हव? सही म, हमर महिमा अऊ आनंद तो तुमन अव। एकरसेति, जब हमर ले अऊ नइं रहे गीस, त हमन अथेने म अकेला रहे के फैसला करेन, अऊ हमन तीमुथियुस ला तुम्‍हर करा पठोएन, जऊन ह मसीह के सुघर संदेस फइलाय म, हमर भाई अऊ परमेसर के सेवक ए, ताकि ओह तुमन ला तुम्‍हर बिसवास म मजबूत अऊ उत्साहित करय। अऊ तुमन ले कोनो ए दुःख-तकलीफ के कारन अपन बिसवास ले झन फिरय। तुमन खुदे जानत हव कि ए दुःख-तकलीफ ह हमर बर परमेसर के ईछा के एक भाग ए। काबरकि जब हमन तुम्‍हर संग रहत रहेंन, त हमन तुमन ला कहे रहेंन कि हमर ऊपर सतावा आही। अऊ वइसनेच होईस, जइसने हमन तुमन ला कहे रहेंन। एकर कारन, जब मोर ले अऊ नइं रहे गीस, त मेंह तुम्‍हर बिसवास के बारे म जाने बर तीमुथियुस ला पठोएंव। मेंह डरत रहेंव कि कोनो किसम ले लालच देवइया (सैतान) ह तुमन ला लालच देय होही अऊ हमर मिहनत ह बेकार हो गे होही। पर तीमुथियुस ह अभीचे तुम्‍हर इहां ले हमर करा आय हवय अऊ तुम्‍हर बिसवास अऊ मया के बारे म हमन ला बढ़िया खबर दे हवय। ओह हमन ला बताईस कि तुमन हमेसा हमन ला खुसी ले सुरता करथव अऊ हमन ला देखे के ईछा करथव, जइसने कि हमन घलो तुमन ला देखे के ईछा करथन। एकरसेति हे भाईमन, हमन ला हमर जम्मो बिपत अऊ दुःख-तकलीफ म, तुम्‍हर बिसवास के कारन खुसी मिले हवय, काबरकि ए जानके हमन म, अब नवां जिनगी के संचार होय हवय कि तुमन परभू के बिसवास म मजबूत हवव। तुम्‍हर कारन ले, हमन ला हमर परमेसर के आघू म जऊन आनंद मिले हवय, ओ जम्मो के सेति, हमन परमेसर के कइसने धनबाद करन। रात अऊ दिन हमन ईमानदारी ले पराथना करथन कि हमन फेर तुम्‍हर मुहूं देख सकन अऊ तुम्‍हर बिसवास म जऊन कमी हवय, ओकर पूरती कर सकन। हमन पराथना करथन कि हमर ददा परमेसर ह खुदे, अऊ हमर परभू यीसू ह तुम्‍हर करा आय बर हमर खातिर डहार खोलय। जइसने हमर मया तुम्‍हर बर हवय, परभू करय कि वइसनेच तुम्‍हर मया एक-दूसर बर अऊ जम्मो झन बर बढ़य अऊ बढ़के छलकय। ओह तुम्‍हर हिरदय ला मजबूत करय ताकि जब हमर परभू यीसू अपन जम्मो पबितर मनखेमन संग आवय, त तुमन हमर ददा परमेसर के आघू म निरदोस अऊ पबितर बने रहव । आखिर म, हे भाईमन, जइसने तुमन हमर ले सिखे हवव कि परमेसर ला खुस करे बर कइसने जिनगी जीना चाही; वास्तव म, तुमन वइसने जिनगी जीयत हवव घलो। पर हमन परभू यीसू म तुमन ले बिनती करत अऊ समझावत हवन कि ओम अऊ बढ़त जावव। तुमन जानत हव कि परभू यीसू कोति ले हमन तुमन ला का हुकूम दे हवन। एह परमेसर के ईछा ए कि तुमन पबितर बनव; तुमन बेभिचार ले दूर रहव; तुमन ले हर एक मनखे सिखय कि अपन देहें ला कइसने बस म करके, ओला पबितर अऊ आदर के लइक रखे जावय। ए काम मूरती-पूजा करइयामन सहीं काम वासना ले नइं होवय, जऊन मन परमेसर ला नइं जानय। अऊ ए बिसय म, कोनो अपन भाई के बिरोध म गलत काम झन करय या ओकर ले कोनो लाभ झन उठावय। परभू ह ओमन ला सजा दिही, जऊन मन अइसने पाप करथें, जइसने कि हमन पहिली ले, तुमन ला बताय हवन अऊ चेतउनी दे हवन। काबरकि परमेसर ह हमन ला असुध होय बर नइं, पर पबितर जिनगी जीये बर बलाय हवय। एकरसेति जऊन कोनो ए हुकूम ला नइं मानय, ओह मनखे के नइं, पर परमेसर के अनादर करथे, जऊन ह तुमन ला अपन पबितर आतमा देथे। अब संगी बिसवासीमन बर, मया के बारे म तुमन ला लिखे के जरूरत नइं ए, काबरकि एक-दूसर ले मया करई तुमन खुद परमेसर ले सिखे हवव। अऊ वास्तव म, मकिदुनिया के जम्मो भाईमन ला तुमन मया करथव। तभो ले, हे भाईमन हो, हमन तुम्‍हर ले बिनती करथन कि अइसने अऊ करते रहव। सांति ले जिनगी जीयई, अपन खुद के काम ले मतलब रखई, अऊ अपन हांथ ले मिहनत करई – ए बातमन ला अपन उदेस्य बना लेवव, जइसने कि हमन तुमन ला कहे हवन, ताकि अबिसवासी मनखेमन तुम्‍हर आदर करंय अऊ तुमन काकरो ऊपर बोझा झन बनव। हे भाईमन हो, हमन नइं चाहत हन कि तुमन ओमन के बारे म अनजान रहव, जऊन मन मरे के पहिली बिसवासी रिहिन, ताकि तुमन ला ओमन सहीं दुःखी होना झन पड़य, जेमन करा कोनो आसा नइं ए। हमन तो बिसवास करथन कि यीसू ह मर गीस अऊ फेर जी उठिस अऊ अइसनेच हमन ए घलो बिसवास करथन कि परमेसर ह यीसू के संग ओमन ला जिनगी दिही, जऊन मन यीसू म बिसवास करत मर गे हवंय। परभू के बचन के मुताबिक, हमन तुमन ला बतावत हन कि हमन जऊन मन जीयत हवन, परभू के आय के दिन, हमन ओमन ले आघू नइं जावन, जऊन मन मर गे हवंय। काबरकि परभू ह खुद स्‍वरग ले उतरही। ओकर आय के बेरा म ऊंचहा अवाज म हुकूम दिये जाही, परधान स्‍वरगदूत के अवाज होही अऊ परमेसर के तुरही बजही अऊ जऊन मन मसीह म बिसवास करके मर गे हवंय, ओमन पहिली जी उठहीं। ओकर बाद, हम बिसवासीमन जऊन मन जीयत हवन अऊ बांचे हवन, ओमन के संग बादर म उठा लिये जाबो ताकि परभू के संग हवा म भेंट करन। अऊ ए किसम ले हमन हमेसा परभू के संग रहिबो। एकरसेति, एक-दूसर ला, ए बातमन के दुवारा उत्साहित करव। अब हे भाईमन हो, परभू के आय के समय अऊ तारिख के बारे म तुमन ला लिखे के जरूरत नइं ए? काबरकि तुमन खुद जानत हव कि परभू के दिन ह अइसने आही, जइसने चोर ह रतिहा आथे। जब मनखेमन कहत होहीं कि सांति हवय अऊ जम्मो बने हवय, तभे जइसने देहें बोहे माईलोगन ला छुवारी होय के पीरा होथे, वइसने अचानक बिनास ह ओमन के ऊपर आ पड़ही अऊ ओमन बिनास ले बच नइं सकहीं। पर हे भाईमन हो, तुमन तो अंधियार म नइं अव कि ए दिन ह तुमन ला एक चोर के सहीं अचम्भो म डारय। तुमन जम्मो झन अंजोर के संतान अऊ दिन के संतान अव। हमन रतिहा या अंधियार के संतान नो हन। एकरसेति, आवव, हमन आने मन सहीं सोवत नइं रहन, पर जागत अऊ सचेत रहन। काबरकि जऊन मन सुतथें, ओमन रतिहा सुतथें अऊ जऊन मन पीके मतवाल बनथें, ओमन रतिहा पीके मतवाल बनथें। पर जब हमन ह दिन के अन, त आवव, हमन छाती के कवच के रूप म बिसवास अऊ मया ला पहिरके अऊ टोप के रूप म उद्धार के आसा ला पहिरके सचेत रहन। काबरकि परमेसर ह हमन ला दंड भोगे बर नइं, पर हमर परभू यीसू मसीह के दुवारा उद्धार पाय बर ठहिराय हवय। मसीह ह हमर खातिर मर गीस, ताकि चाहे हमन जीयत रहन या मर जावन, हमन ओकरे संग रहन। एकर खातिर, एक-दूसर ला उत्साहित करव अऊ एक-दूसर के बढ़ती म मदद करव, जइसने कि तुमन अभी करत घलो हवव। अब हे भाईमन हो, हमन तुम्‍हर ले बिनती करथन कि ओमन के आदर करव, जऊन मन तुम्‍हर बीच म कठोर मिहनत करथें, जऊन मन परभू म तुम्‍हर अगुवा अंय अऊ जऊन मन तुमन ला सचेत करत रहिथें। ओमन के काम के कारन, मया के संग ओमन के बहुंत आदर करव। एक-दूसर के संग सांति से रहव। अऊ हे भाईमन, हमन तुम्‍हर ले बिनती करथन कि आलसी मनखेमन ला चेतउनी देवव; डरपोकमन ला उत्साहित करव; निरबलमन के मदद करव; जम्मो झन के संग सहनसीलता के बरताव करव। ए बात के धियान रखव कि तुमन ले कोनो बुरई के बदले बुरई झन करय, पर हमेसा एक-दूसर के अऊ जम्मो झन के भलई करे के कोसिस करव। हमेसा आनंदित रहव; लगातार पराथना करत रहव; हर परिस्थिति म धनबाद देवव, काबरकि तुम्‍हर बर मसीह यीसू म परमेसर के एहीच ईछा अय। पबितर आतमा के काम ला रोके के कोसिस झन करव; अगमबानी के बात ला तुछ झन समझव। हर बात ला परखव; जऊन ह बने बात ए, ओहीच म बने रहव। हर किसम के बुरई ले अलग रहव। सांति देवइया परमेसर ह खुद तुमन ला हर किसम ले पबितर करय। हमर परभू यीसू मसीह के आवत तक, तुम्‍हर जम्मो आतमा, जीव अऊ देहें ह निरदोस रहय। परमेसर ह तुमन ला बलाय हवय; ओह सच्‍चा ए अऊ ओह एला करही। हे भाईमन, हमर बर पराथना करव। पबितर चूमा के संग जम्मो भाईमन ला जोहार करव। परभू के नांव म, मेंह तुमन ला ए जिम्मेदारी देवत हंव कि ए चिट्ठी ला उहां भाईमन करा पढ़के सुनाय जावय। हमर परभू यीसू मसीह के अनुग्रह तुम्‍हर ऊपर होवत रहय। थिस्‍सलुनीके सहर के कलीसिया ला, जऊन ह परमेसर हमर ददा अऊ परभू यीसू मसीह म बिसवास करथे; में पौलुस ह ए चिट्ठी लिखत हवंव। सीलास अऊ तीमुथियुस मोर संग हवंय। परमेसर ददा अऊ परभू यीसू मसीह कोति ले तुमन ला अनुग्रह अऊ सांति मिलत रहय। हे भाईमन, तुम्‍हर बर हमन हमेसा परमेसर के धनबाद करथन अऊ अइसने करई उचित घलो अय, काबरकि तुम्‍हर बिसवास ह बहुंत बढ़त जावत हवय अऊ तुमन जम्मो झन के मया एक-दूसर बर बढ़त जावत हवय। एकरसेति हमन परमेसर के कलीसियामन म तुम्‍हर बर घमंड करथन कि जम्मो सतावा अऊ तकलीफ ला सहत तुमन स्थिर रहिथव अऊ बिसवास म बने रहिथव। ए जम्मो ह परमेसर के सही नियाय के सबूत ए अऊ एकर नतीजा के रूप म तुमन परमेसर के राज के लइक समझे जाहू, जेकरसेति तुमन दुःख भोगत हवव। परमेसर ह नियायी ए; ओह ओमन ला तकलीफ दिही, जऊन मन तुमन ला तकलीफ देथें। अऊ ओह तुमन ला, जऊन मन तकलीफ उठावत हवव, अराम दिही, अऊ संग म हमन ला घलो। एह तभे होही, जब परभू यीसू ह अपन सक्तिसाली स्वरगदूतमन संग धधकत आगी म स्‍वरग ले परगट होही। ओह ओमन ला सजा दिही, जऊन मन परमेसर ला गरहन नइं करंय अऊ हमर परभू यीसू के सुघर संदेस ला नइं मानय। ओमन सदाकाल के बिनास के सजा पाहीं अऊ ओमन परभू के आघू ले अऊ ओकर सामरथ के तेज ले दूरिहा करे जाहीं। एह ओ दिन होही, जब ओह अपन पबितर मनखेमन म महिमा पाय बर अऊ जऊन मन बिसवास करे हवंय, ओ जम्मो के बीच म आदर पाय बर आही। एम तुमन घलो सामिल हवव, काबरकि तुमन हमर गवाही ला बिसवास करे हवव। एकरे कारन, हमन हमेसा तुम्‍हर बर पराथना करथन कि हमर परमेसर ह तुमन ला अपन बुलाहट के काबिल समझय अऊ ओह तुम्‍हर हर बने ईछा ला अऊ बिसवास के काम ला, अपन सामरथ के दुवारा पूरा करय। हमन ए पराथना करथन, ताकि हमर परमेसर अऊ परभू यीसू मसीह के अनुग्रह के मुताबिक, हमर परभू यीसू के नांव ह तुमन म महिमा पावय अऊ तुमन ओम महिमा पावव। हे भाईमन, हमर परभू यीसू मसीह के फेर आय के बारे म अऊ ओकर करा हमर जुरे के बिसय म हमन तुम्‍हर ले बिनती करथन कि कोनो आतमा के दुवारा या बचन के दुवारा या कोनो चिट्ठी के दुवारा ए कहे जाथे कि परभू के दिन ह पहिली ही आ गे हवय अऊ ए बात ह हमर इहां ले आय हवय सहीं लगथे, त तुमन असानी ले दुबिधा म झन पड़व अऊ झन घबरावव। कोनो तुमन ला कोनो घलो किसम ले धोखा झन देवन पावय, काबरकि ओ दिन ह तब तक नइं आवय, जब तक कि परमेसर के बिरोध म पहिली बिदरोह नइं होवय, अऊ अधरम के मनखे ह परगट नइं होवय, जेकर बिनास ह तय हवय। ओह हर ओ चीज के बिरोध करही अऊ ओ चीज ले अपन-आप ला बड़े करही, जऊन ला परमेसर कहे जाथे या जेकर अराधना करे जाथे। अऊ त अऊ ओह अपन-आप ला परमेसर कहत, परमेसर के मंदिर म बईठही। का तुमन ला सुरता नइं ए कि जब मेंह तुम्‍हर संग रहेंव, त मेंह तुमन ला ए बातमन ला बताय करत रहेंव? अब तुमन जानत हव कि कोनो सक्ति ह ओला रोकत हवय, ताकि ओह परमेसर के ठहिराय समय म परगट होवय। काबरकि अधरम के भेद भरे सक्ति ह पहिली ले काम करत हवय, पर जऊन ह अब ओला रोके हवय, ओह तब तक रोके रहिही, जब तक कि ओला रसता ले हटाय नइं जाही। अऊ तब ओ अधरमी ह परगट होही, जऊन ला परभू यीसू ह अपन मुहूं के फूंक ले मार डारही अऊ अपन परगट होय के तेज ले ओला नास कर दिही। अधरमी ह सैतान के सक्ति के संग आही अऊ जम्मो किसम के चमतकार, लबरा चिन्‍हां अऊ अचरज के काम करही, अऊ नास होवइयामन ला जम्मो किसम के धोखा देवइया खराप काम म डारही। ओमन नास हो जाहीं काबरकि ओमन सत ले मया करे बर नइं चाहिन, जेकर दुवारा ओमन के उद्धार होय रहितिस। एकर कारन, परमेसर ह ओमन ऊपर एक भरमइया सक्ति ला पठोही, ताकि ओमन लबारी ऊपर बिसवास करंय। अऊ ओ जम्मो झन सजा पाहीं, जऊन मन सत ऊपर बिसवास नइं करिन अऊ अधरम म खुस होईन। पर हे भाईमन, तुमन ला परभू मया करथे; तुम्‍हर खातिर हमन ला हमेसा परमेसर के धनबाद करना चाही, काबरकि सिरिस्टी के सुरू ले, परमेसर ह तुमन ला चुन लीस, कि पबितर आतमा के पबितर काम के दुवारा अऊ सत म तुम्‍हर बिसवास करे के दुवारा तुमन उद्धार पावव। एकर खातिर, ओह तुमन ला हमर सुघर संदेस के दुवारा बलाईस, ताकि तुमन हमर परभू यीसू मसीह के महिमा ला पावव। एकरसेति, हे भाईमन, बिसवास म मजबूत बनव अऊ ओ बातमन ला थामे रहव, जऊन ला हमन चाहे मुहूं के बचन ले या चिट्ठी के दुवारा तुमन ला सिखोय हवन। खुद हमर परभू यीसू मसीह अऊ परमेसर हमर ददा, जऊन ह हमर ले मया करिस अऊ अपन अनुग्रह के दुवारा हमन ला सदाकाल के उत्साह अऊ उत्तम आसा दे हवय, तुमन ला हर एक सुघर काम अऊ बचन म उत्साहित अऊ मजबूत करय। आखिर म, हे भाईमन हो, हमर बर पराथना करव कि परभू के संदेस ह जल्दी बगर जावय अऊ आदर के संग गरहन करे जावय, जइसने कि तुम्‍हर बीच म होय हवय। अऊ पराथना करव कि परमेसर ह हमन ला खराप अऊ दुस्‍ट मनखेमन ले बचावय, काबरकि जम्मो झन हमर संदेस ला बिसवास नइं करंय। पर परभू ह बिसवास लइक अय अऊ ओह तुमन ला बिसवास म मजबूत करही अऊ दुस्‍ट जन ले बचाही। तुम्‍हर बारे म, परभू के ऊपर हमन ला भरोसा हवय कि जऊन बात के हमन तुमन ला हुकूम देथन, ओकर तुमन पालन करत हव अऊ हमेसा करत रहिहू। परमेसर के मया अऊ मसीह के धीरज म, परभू ह तुम्‍हर हिरदय ला लगाय रखय। हे भाईमन हो, हमन तुमन ला परभू यीसू मसीह के नांव म हुकूम देवत हन कि हर ओ भाई ले अलग रहव, जऊन ह आलसी ए अऊ ओ बात के मुताबिक नइं चलय, जऊन ला हमन तुमन ला सिखोय हवन। काबरकि तुमन खुदे जानत हव कि तुमन ला कइसने हमर चाल-चलन के नकल करना चाही। जब हमन तुम्‍हर संग रहेंन, त आलसी बनके नइं रहेंन, अऊ मुफत म हमन काकरो इहां खाना नइं खायेन। पर हमन लगन अऊ मिहनत ले रात अऊ दिन काम करेन, ताकि तुमन के काकरो ऊपर हमन बोझा झन होवन। ए बात नो हय कि हमन ला ए किसम के मदद पाय के हक नइं ए, पर हमन तुम्‍हर आघू म एक नमूना पेस करे बर वइसने करेन कि तुमन ओकर नकल करव। जब हमन तुम्‍हर संग रहेंन, त तुमन ला हुकूम देय रहेंन कि कहूं कोनो मनखे काम नइं करय, त ओह खाय घलो झन पावय। हमर सुनई म आवत हवय कि तुम्‍हर बीच म कुछू झन आलसी हवंय। ओमन कुछू बुता नइं करंय, पर आने मन के काम म बाधा डारथें। परभू यीसू मसीह के नांव म, हमन अइसने मनखेमन ला हुकूम अऊ सलाह देवत हन कि ओमन चुपेचाप अपन काम करंय अऊ अपन कमई के रोटी खावंय। अऊ हे भाईमन हो, तुमन भलई के काम करे म कभू झन थकव। यदि कोनो, ए चिट्ठी म बताय हमर बात ला नइं मानय, त ओकर ऊपर बिसेस धियान रखव। ओकर संग संगति झन करव ताकि ओह बेजत्ती महसूस करय। तभो ले ओला बईरी सहीं झन समझव, पर एक भाई जानके ओला चेतउनी देवव। अब, सांति के परभू ह खुद तुमन ला हर समय अऊ हर किसम ले सांति देवय। परभू तुमन जम्मो झन के संग रहय। में पौलुस, अपन हांथ ले ए जोहार लिखत हवंव, जऊन ह कि मोर हर चिट्ठी के पहिचान ए। एहीच किसम ले, मेंह लिखथंव। हमर परभू यीसू मसीह के अनुग्रह तुमन जम्मो झन ऊपर बने रहय। में पौलुस ह हमर उद्धार करइया परमेसर अऊ हमर आसा मसीह यीसू के हुकूम ले मसीह यीसू के प्रेरित अंव, बिसवास म मोर पक्‍का बेटा तीमुथियुस, तोला मेंह ए चिट्ठी लिखत हवंव। हमर ददा परमेसर अऊ हमर परभू मसीह यीसू ले तोला अनुग्रह, दया अऊ सांति मिलत रहय। जइसने कि मेंह मकिदुनिया जावत बेरा तोर ले बिनती करे रहेंव कि तें इफिसुस म रहिके ओ मनखेमन ला हुकूम दे कि ओमन गलत बात झन सीखोवंय, अऊ न ही ओमन कथा-कहानी अऊ अन्तहीन बंसावलीमन म मन लगावंय, जेकर ले बिवाद होथे। अइसने बात ले परमेसर के काम, जऊन ह बिसवास म अधारित हवय, नइं होवय। ए हुकूम के उदेस्य ह मया अय, जऊन ह साफ मन, बने बिवेक अऊ सही बिसवास ले पैदा होथे। कुछू मनखेमन ए बातमन ले भटकके बेकार के बात म मन लगाय हवंय। ओमन चाहत हवंय कि मनखेमन ओमन ला मूसा के कानून के गुरू के रूप म जानंय, पर ओमन अपनेच बातमन ला नइं समझंय या ओ बात ला नइं जानंय, जेकर बारे म ओमन बहुंत जोर देके गोठियाथें। हमन जानत हन कि मूसा के कानून ह बने ए, यदि मनखे ह ओकर सही उपयोग करय त। हमन ए घलो जानत हन कि कानून ह बने मनखेमन बर नो हय, पर एह कानून टोरइया, निरंकुस, भक्तिहीन, पापी, अपबितर मनखे अऊ अधरमी, दाई-ददा के हतिया करइया, हतियारा, छिनारी करइया, बेभिचारी, मनखेमन ला बेचइया, लबरा अऊ लबरा गवाही देवइया अऊ सही उपदेस के बिरोध करइयामन बर अय। एहीच ह अद्भूत परमेसर के महिमामय सुघर-संदेस के मुताबिक ए, जऊन ला मोला सऊंपे गे हवय। मेंह अपन परभू मसीह यीसू के धनबाद करत हंव, जऊन ह मोला ताकत दे हवय अऊ मोला बिसवास के लइक समझके अपन सेवा बर ठहिराय हवय। मेंह तो पहिली ओकर निन्दा करइया, अतियाचारी अऊ ओकर बेजत्ती करइया रहेंव, तभो ले परमेसर के दया मोर ऊपर होईस काबरकि मेंह ए जम्मो ला नासमझी म करेंव अऊ ओकर ऊपर बिसवास नइं करत रहेंव। हमर परभू के अनुग्रह, ओ बिसवास अऊ मया के संग, जऊन ह मसीह यीसू म हवय, मोर ऊपर बहुंत अकन होईस। ए बात सच ए अऊ पूरा-पूरी माने अऊ बिसवास करे के लइक अय कि मसीह यीसू ह ए संसार म पापीमन के उद्धार करे बर आईस, जेम सबले बड़े पापी मेंह अंव। पर मोर ऊपर एकरसेति दया होईस कि मोर म, जऊन ह कि सबले बड़े पापी अंव, यीसू मसीह ह अपन पूरा सहनसीलता देखावय, ताकि जऊन मनखेमन मसीह ऊपर बिसवास करहीं अऊ परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी पाहीं, ओमन बर मेंह एक नमूना बनंव। सदाकाल के राजा, अबिनासी, अनदेखे, सिरिप एकेच परमेसर के आदर अऊ महिमा जुग-जुग होवत रहय। आमीन। हे बेटा तीमुथियुस, ओ अगम बात के मुताबिक, जऊन ह पहिली तोर बारे म कहे गे रिहिस, मेंह तोला ए हुकूम देवत हंव कि ओकर मुताबिक सही जिनगी म चलत रह, अऊ बिसवास अऊ सही बिवेक म बने रह। कुछू मनखेमन एला नइं मानिन अऊ एकरसेति ओमन के बिसवास ह खतम हो गीस। ओमन म हुमिनयुस अऊ सिकन्दर अंय, जेमन ला मेंह सैतान ला सऊंप दे हवंव, ताकि ओमन सिखंय अऊ परमेसर के निन्दा झन करंय। सबले पहिली ए अनुरोध करत हंव कि बिनती, पराथना, निबेदन अऊ धनबाद जम्मो मनखे बर करे जावय – राजा अऊ जम्मो ऊंच पद के मनखे बर ए करे जावय, ताकि हमन सांति अऊ सुख के जिनगी भक्ति अऊ पबितरता के संग जीयन। एह बने बात ए अऊ एह हमर उद्धार करइया परमेसर ला भाथे। ओह चाहथे कि जम्मो मनखेमन के उद्धार होवय अऊ ओमन सत के गियान ला जानंय। काबरकि सिरिप एके परमेसर हवय अऊ परमेसर अऊ मनखेमन के बीच म एकेच बिचवई हवय, याने मसीह यीसू, जऊन ह मनखे अय। ओह जम्मो मनखेमन के पाप के छुटकारा खातिर अपन-आप ला दे दीस अऊ ए गवाही ह ठीक समय म दिये गीस। मेंह सच कहत हंव, लबारी नइं मारत हंव। एकरे खातिर, मेंह सुघर संदेस के परचारक, प्रेरित अऊ आनजातमन बर सही बिसवास के एक गुरू ठहिराय गे हवंव। मेंह चाहत हंव कि जम्मो जगह मनखेमन बिगर गुस्सा या बिवाद के, पबितरता के संग अपन हांथ ऊपर उठाके पराथना करंय। मेंह ए घलो चाहत हंव कि माईलोगनमन संकोच अऊ बने आचरन के संग ठीक से कपड़ा पहिरंय; न कि बाल गुंथके या सोना या मोती या मंहगा कपड़ा ले अपन-आप ला संवारंय, पर भलई के काम करंय, जइसने कि ओ माईलोगनमन ला सोभा देथे, जऊन मन अपन-आप ला परमेसर के भक्त कहिथें। माईलोगन ला चुपेचाप अऊ पूरा अधीनता म रहिके सिखना चाही। मेंह माईलोगन ला ए अनुमती नइं देवंव कि ओह सिखोय या मरद के ऊपर अधिकार रखय, पर ओह एकदम चुपेचाप रहय। काबरकि आदम ह पहिली बनाय गीस अऊ ओकर बाद हवा बनाय गीस। अऊ आदम ह बहकाय नइं गीस, पर माईलोगन ह बहकाय गीस अऊ पापिन बनिस। तभो ले माईलोगनमन लइका जने के दुवारा उद्धार पाहीं, यदि ओमन बने आचरन के संग बिसवास, मया अऊ पबितरता म बने रहंय। ए बात सही ए: कि कहूं कोनो मनखे पास्टर बने चाहथे, त ओह बहुंत बढ़िया काम करे के ईछा करथे। पास्टर ला बिलकुल निरदोस होना चाही। ओकर सिरिप एकेच घरवाली होवय। ओह संयमी, सुसील, सभ्य, पहुनई करइया अऊ बने गुरू होवय। ओह पियक्‍कड़ या मारपीट करइया झन होवय, पर नरम सुभाव के होवय। ओह न झगरा करइया अऊ न रूपिया-पईसा के लोभी होवय। ओह अपन परिवार के सुघर परबंध करइया होवय, अऊ ओह ए देखय कि ओकर लइकामन पूरा आदर-मान के संग ओकर बात मानंय। (कहूं कोनो अपन खुद के परिवार के परबंध नइं कर सकय, त फेर ओह परमेसर के कलीसिया के खियाल कइसने रख सकथे?) ओह नवां मसीही झन होवय, नइं तो ओला घमंड हो सकथे अऊ सैतान के सहीं दंड पा सकथे। कलीसिया के बाहिर के मनखेमन म घलो ओकर बने नांव होना चाही, ताकि ओकर निन्दा झन होवय अऊ ओह सैतान के फांदा म झन फंसय। एही किसम ले, डीकनमन ला घलो आदर के लइक होना चाही। ओमन ईमानदार होवंय अऊ पियक्‍कड़ अऊ नीच कमई के लोभी झन होवंय। ओमन बिसवास के गहिरा सच ला सही बिवेक के संग थामे रहंय। ओमन पहिली जरूर परखे जावंय अऊ यदि निरदोस निकरंय, त ओमन डीकन के काम करंय। ओही किसम ले, डीकनमन के घरवालीमन ला घलो आदर के लइक होना चाही। ओमन बकबक करइया झन होवंय, पर संयमी अऊ जम्मो बात म बिसवास के लइक होवंय । डीकन के सिरिप एक घरवाली होवय अऊ ओह अपन लइकामन के अऊ घर के सुघर परबंध करय। जऊन मन बने सेवा करे हवंय, ओमन बने आदरमान पाथें अऊ मसीह यीसू म अपन बिसवास के दुवारा भरोसा के लइक समझे जाथें। हालाकि मेंह तोर करा जल्दी आय के आसा करत हंव, तभो ले तोला ए बात लिखत हवंव, ताकि कहूं मोर आय म देरी होवय, त तोला जानकारी होना चाही कि मनखेमन परमेसर के परिवार म कइसने बरताव करंय अऊ ए परिवार ह जीयत परमेसर के कलीसिया ए, जऊन ह परमेसर के सच के आधार ए अऊ एह सच ला थामे रहिथे। ए बात म कोनो संका नइं ए कि परमेसर के भक्ति के भेद ह महान ए: ओह (मसीह) मनखे के रूप म परगट होईस, पबितर आतमा के दुवारा साबित करे गीस, स्वरगदूतमन ला दिखाई दीस, जाति-जाति म ओकर परचार होईस, जम्मो संसार म मनखेमन ओकर ऊपर बिसवास करिन, अऊ ओह महिमा म स्‍वरग ऊपर उठा लिये गीस। परमेसर के आतमा ह साफ-साफ कहिथे कि अवइया समय म कुछू मनखेमन बिसवास ला छोंड़ दिहीं अऊ धोखा देवइया आतमा अऊ परेत आतमामन के सिखोय बात ला मानहीं। ए बातमन धोखा देवइया मनखेमन ले आथे, जऊन मन लबारी मारथें अऊ जेमन के बिवेक ह मर गे हवय, मानो ओह गरम लोहा ले दागे गे हवय। ओमन मनखेमन ला बिहाव करे बर मना करथें अऊ कुछू खाय के चीजमन ला खाय बर मना करथें जऊन ला परमेसर ह एकरसेति बनाईस कि सत ला जाननेवाला बिसवासीमन, ए भोजन-वस्तु बर धनबाद के पराथना करंय अऊ ओला खावंय। परमेसर के बनाय हर चीज ह बने ए, अऊ कोनो घलो चीज अस्वीकार करे के लइक नो हय, यदि ओला परमेसर ला धनबाद देके खाय जाथे। काबरकि ओह परमेसर के बचन अऊ पराथना के दुवारा सुध हो जाथे। कहूं तेंह बिसवासी भाईमन ला ए बातमन के सुरता कराथस, त तेंह मसीह यीसू के बने सेवक बनबे, जइसने कि तेंह परमेसर के बचन के बिसवास म पले-बढ़े अऊ सही सिकछा म चले हवस। अपन-आप ला अधरमी अऊ डोकरी मन के कथा-कहानी ले दूरिहा रख अऊ अपन-आप ला आतमिक बात म बढ़ा। सारीरिक कसरत करे ले कुछू फायदा होथे, पर भक्ति के साधना ले जम्मो बात म फायदा होथे, काबरकि एह ए जिनगी अऊ अवइया जिनगी दूनों के वायदा करथे। ए बात सच ए अऊ हर किसम ले माने अऊ बिसवास करे के लइक ए (अऊ एकरसेति, हमन मिहनत अऊ संघर्स करथन), काबरकि हमर आसा ओ जीयत परमेसर ऊपर हवय, जऊन ह जम्मो मनखेमन के, अऊ बिसेस करके बिसवासीमन के उद्धार करइया अय। ए बातमन के हुकूम दे अऊ सिखोय कर। अइसने कर कि कोनो मनखे तोर जवानी के कारन, तोला तुछ झन समझय, पर बिसवासीमन खातिर अपन गोठ-बात, अपन जिनगी, अपन मया, बिसवास अऊ सुधता के दुवारा एक नमूना पेस कर। जब तक मेंह नइं आ जावंव, तब तक अपन-आप ला मनखेमन के आघू म परमेसर के बचन पढ़े, उपदेस करे अऊ सिखोय म लगाय रख। अपन बरदान के खियाल रख, जऊन ह एक अगम संदेस के जरिये दिये गे रिहिस, जब अगुवामन अपन हांथ ला तोर ऊपर रखिन। ए काममन ला करते रह; अऊ एमन खातिर अपन-आप ला पूरा-पूरी लगा दे, ताकि हर एक झन तोर बढ़ती ला देख सकंय। अपन जिनगी अऊ अपन सिकछा ला बिसेस धियान दे। ओम लगे रह, काबरकि यदि तेंह अइसने करबे, त तेंह, तोर अऊ तोर बात सुनइया, दूनों के उद्धार करबे। कोनो सियाना मनखे ला झन डांट, पर ओला अपन ददा सहीं जानके समझा दे। जवानमन ला भाई, डोकरी माईलोगनमन ला दाई अऊ जवान माईलोगनमन ला पूरा-पूरी सुध मन ले बहिनी जानके ओमन के संग बरताव कर। ओ बिधवामन के आदर कर, जऊन मन ला मदद के जरूरत हवय। कहूं कोनो बिधवा के लइका अऊ नाती-नतनिन हवंय, त ओमन ला अपन परिवार के देख-रेख करे के दुवारा पहिली अपन धरम के काम ला पूरा करना चाही। ए किसम ले ओमन अपन दाई-ददा अऊ डोकरी दाई-ददा मन के बदला चुकावंय, काबरकि ए काम ह परमेसर ला भाथे। ओह सही बिधवा ए, जेकर कोनो नइं ए अऊ जऊन ह परमेसर ऊपर भरोसा रखथे अऊ रात-दिन पराथना म लगे रहिथे अऊ परमेसर ले मदद मांगथे। पर ओ बिधवा, जऊन ह भोग-बिलास म जिनगी बिताथे, ओह जीते-जीयत मर गीस। ओमन ला हुकूम दे, ताकि ओमन निरदोस जिनगी जीयंय। यदि कोनो अपन रिस्तेदार अऊ बिसेस करके अपन परिवार के देख-रेख नइं करय, त एकर ले पता चलथे कि ओह मसीह के ऊपर बिसवास करे बर छोंड़ दे हवय, अऊ एक अबिसवासी ले घलो खराप हो गे हवय। बिधवामन के सूची म, ओ बिधवा के नांव लिखे जावय, जेकर उमर साठ साल ले ऊपर हवय अऊ जऊन ह एके झन मनखे के घरवाली रहे हवय। अऊ भलई के काम करे म ओकर बने नांव होवय – जइसने कि अपन लइकामन के पालन-पोसन-करई, पहुनई करई, परमेसर के मनखेमन के गोड़ धोवई, जऊन मन मुसिबत म हवंय, ओमन के मदद करई अऊ अपन-आप ला जम्मो किसम के बने काम म लगाय रखई। पर जवान बिधवामन ला अइसने सूची म झन रख, काबरकि जब ओमन के सारीरिक भोग-बिलास के ईछा ह ओमन ला मसीह ले दूरिहा ले जाथे, त ओमन बिहाव करे चाहथें। ए किसम ले ओमन दोसी होथें, काबरकि ओमन मसीह के संग करे अपन पहिली परतिगियां ला टोर देथें। एकर अलावा, ओमन घर-घर जाके आलसी बन जाथें। अऊ सिरिप आलसी ही नइं बनंय, पर बक-बक करथें अऊ आने मन के काम म दखल देथें, ओ बातमन ला कहिके जऊन ला कि नइं कहना चाही। एकरसेति, बने होतिस कि जवान बिधवामन बिहाव करंय अऊ लइका जनमावंय, अपन घर-बार ला संभालंय अऊ बईरी ला बदनाम करे के कोनो मऊका झन देवंय। काबरकि कुछू बिधवामन बहकके सैतान के पाछू चलत हवंय। कहूं कोनो बिसवासी माईलोगन के अइसने रिस्तेदार हवंय, जऊन मन बिधवा अंय, त ओह ओमन के मदद करय ताकि ओमन के बोझा कलीसिया ऊपर झन होवय अऊ कलीसिया ह आने मन के मदद कर सकय, जऊन मन सही म बिधवा अंय। ओ अगुवा जऊन मन कलीसिया के बने काम करथें, ओमन दू गुना आदर के लइक समझे जावंय, बिसेस करके जऊन मन परमेसर के बचन के परचार अऊ सिखोय के काम करथें। काबरकि परमेसर के बचन ह कहिथे, “दंऊरी म चलत बइला के मुहूं ला झन बांध” अऊ “बनिहार ला अपन बनी पाय के हक हवय।” कहूं कोनो मनखे ह कोनो अगुवा ऊपर दोस लगाथे, त बिगर दू या तीन गवाह के ओकर झन सुने कर। जऊन मन पाप करथें, ओमन ला जम्मो के आघू म डांट, ताकि आने मन पाप करे बर डर्रावंय। परमेसर, मसीह यीसू अऊ चुने स्वरगदूतमन ला हाजिर जानके, मेंह तोला हुकूम देवत हंव कि ए बातमन ला बिगर काकरो तरफदारी के माने कर अऊ कोनो काम म पखियपात झन कर। कोनो मनखे ला परभू के सेवा खातिर चुने म जल्दबाजी करके ओकर ऊपर हांथ झन रख अऊ आने मन के पाप म भागीदार झन हो। अपन-आप ला सुध बनाय रख। सिरिप पानी झन पीये कर, पर अपन पेट खातिर अऊ बार-बार बेमार पड़े के कारन, थोरकन अंगूर के मंद घलो पीये कर। कुछू मनखेमन के पाप ह साफ-साफ दिख जाथे अऊ ओमन के पाप ह ओमन ले पहिले नियाय बर पहुंच जाथे; पर आने मन के पाप ह बाद म दिखथे। वइसनेच बने काममन साफ-साफ दिखथें अऊ कहूं साफ नइं घलो दिखंय, त ओमन सदाकाल तक छुपे नइं रह सकंय। जऊन मन गुलाम अंय, ओमन अपन मालिक ला बड़े आदर के लइक समझंय, ताकि परमेसर के नांव अऊ हमर सिकछा के निन्दा झन होवय। जेमन के मालिकमन बिसवासी अंय, ओमन अपन मालिक के आदर करे म कमी झन करंय, काबरकि ओमन परभू म भाई अंय। बल्कि ओमन ला अपन मालिकमन के अऊ बने सेवा करना चाही काबरकि जऊन मन सेवा के लाभ उठाथें, ओमन ह बिसवासी अऊ ओमन के मयारू अंय। ए बात तेंह ओमन ला सिखोय अऊ समझाय कर। कहूं कोनो आने किसम के उपदेस देथे अऊ हमर परभू यीसू मसीह के सही निरदेस अऊ परमेसर के सिकछा ले सहमत नइं ए, त ओह घमंडी हो गे हवय अऊ कुछू नइं जानय। ओह बाद-बिवाद अऊ परमेसर के बचन के बारे झगरा करे म बेकार के रूचि रखथे, जेकर ले जलन, झगरा, निन्दा के बात, खराप भरम, अऊ बिगड़े बुद्धि वाले मनखेमन के बीच म लगातार मतभेद पैदा होथे, जेमन कि सत ले दूरिहा हो गे हवंय। अऊ ओमन सोचथें कि परमेसर के भक्ति ह पईसा कमाय के रसता ए। पर संतोस सहित परमेसर के भक्ति म जिनगी बितई ह बहुंत बड़े कमई ए। काबरकि हमन ए संसार म कुछू नइं लाने हवन अऊ हमन इहां ले कुछू नइं ले जा सकन। एकरसेति कहूं हमर करा भोजन अऊ कपड़ा हवय, त हमन ला ओहीच म संतोस रहना चाही। जऊन मन धनी होय चाहथें, ओमन लालच म, अऊ फांदा म अऊ कतको किसम के मुरुख अऊ हानिकारक ईछा म फंसथें, जऊन ह मनखेमन ला नास अऊ बरबाद कर देथे। काबरकि रूपिया-पईसा ले मया करई ह जम्मो बुरई के जरी अय। कुछू मनखेमन रूपिया-पईसा के लोभ म पड़के बिसवास ले भटक गे हवंय अऊ अपन-आप ला नाना किसम के दुःख म डार दे हवंय। पर, हे परमेसर के जन, तेंह ए जम्मो चीज ले दूरिहा रह अऊ धरमीपन, भक्ति, बिसवास, मया, सहनसीलता अऊ नमरता के काम म अपन मन ला लगाय रख। बिसवास के बने लड़ई लड़त रह अऊ परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी ला थामे रह, काबरकि एकरे बर तोला बलाय गे रिहिस, जब तेंह कतको गवाहमन के आघू म अपन बिसवास के सही गवाही देय रहय। परमेसर ला हाजिर जानके, जऊन ह जम्मो ला जिनगी देथे अऊ मसीह यीसू ला हाजिर जानके, जऊन ह पुन्तियुस पीलातुस के आघू म निडर होके गवाही दीस, मेंह तोला हुकूम देवत हंव कि तेंह हमर परभू यीसू मसीह के परगट होवत तक, ए हुकूम ला निस्कलंक अऊ सही-सही मानत रह। यीसू ला परमेसर ह अपन सही समय म परगट करही। परमेसर ह परमधन्य, राजामन के राजा अऊ परभूमन के परभू अय। ओह एके झन अमर अय, ओह ओ अंजोर म रहिथे, जिहां कोनो नइं जा सकंय। ओला कोनो नइं देखे हवंय अऊ न कोनो ओला देख सकंय। ओकर आदर अऊ पराकरम जुग-जुग होवत रहय। आमीन। ए संसार के धनवानमन ला हुकूम दे कि ओमन घमंडी झन होवंय अऊ नासमान धन ऊपर आसा झन रखंय, पर परमेसर ऊपर आसा रखंय, जऊन ह हमन ला आनंद मनाय बर हर चीज उदार मन ले देथे। ओमन ला हुकूम दे कि ओमन भलई करंय अऊ भलई के काम म धनी बनंय अऊ ओमन उदार बनंय अऊ मदद करे बर तियार रहंय। ए किसम ले ओमन अपन बर खजाना बटोरहीं, जऊन ह अवइया समय बर एक मजबूत नींव होही। अऊ तब ओमन ओ जिनगी म बने रह सकथें, जऊन ह कि सही के जिनगी ए। हे तीमुथियुस, जऊन चीज ला तोर देख रेख म दिये गे हवय, ओकर रखवारी कर। अऊ जऊन गियान ला गियान कहना ही गलत ए, ओकर बिरोध के बात अऊ भक्तिहीन बातचीत ले दूरिहा रह। काबरकि कुछू मनखेमन ए गियान ला मानके बिसवास ले दूरिहा हो गे हवंय। तोर ऊपर अनुग्रह होवत रहय। में पौलुस, ओ जिनगी के वायदा के मुताबिक, जऊन ह मसीह यीसू म हवय, परमेसर के ईछा ले मसीह यीसू के प्रेरित अंव। ए चिट्ठी मोर मयारू बेटा तीमुथियुस ला लिखत हंव। परमेसर ददा अऊ हमर परभू मसीह यीसू के तरफ ले तोला अनुग्रह, दया अऊ सांति मिलत रहय। मेंह हमेसा तोला रात अऊ दिन अपन पराथना म सुरता करत, परमेसर के धनबाद करथंव, जेकर सेवा मेंह साफ मन ले करथंव जइसने कि मोर पुरखामन घलो करत रिहिन। तोर आंखी के आंसू ला सुरता करके, मेंह तोला देखे के ईछा करथंव, ताकि मेंह आनंद ले भर जावंव। मेंह तोर निस्कपट बिसवास ला सुरता करथंव, जऊन ह कि पहिली तोर ममा दाई लोइस अऊ तोर दाई यूनीके म रिहिस, अऊ मोला भरोसा हवय कि एहीच बिसवास तोर म घलो हवय। एकरसेति मेंह तोला सुरता करावत हंव कि परमेसर के ओ बरदान के उपयोग जादा से जादा कर, जऊन ह तोला मोर हांथ रखे के जरिये मिले रिहिस। काबरकि परमेसर ह हमन ला डर के आतमा नइं, पर ओह सामरथ, मया अऊ संयम बरते के आतमा दे हवय। एकरसेति, हमर परभू के गवाही दे बर झन लजा अऊ न मोर बर लजा, जऊन ह परभू खातिर कैदी अंव। पर परमेसर के सामरथ के दुवारा सुघर संदेस बर दुःख उठाय म मोर संग हो ले। परमेसर ह हमर उद्धार करे हवय अऊ हमन ला एक पबितर जिनगी जीये बर बलाय हवय। परमेसर ह एला हमर बने करम के कारन नइं, पर ओह एला अपन उदेस्य अऊ अनुग्रह के कारन करे हवय। ओह ए अनुग्रह ला समय के सुरू होय के पहिली ले मसीह यीसू के जरिये हमन ला दे हवय, पर ए अनुग्रह अब हमर उद्धार करइया मसीह यीसू के आय के दुवारा परगट होय हवय। ओह मिरतू के सक्ति ला नास करिस, अऊ सुघर संदेस के दुवारा अमर जिनगी दीस। मेंह एही सुघर संदेस के परचारक, प्रेरित अऊ गुरू ठहिराय गे हवंव। एकर कारन मेंह ए दुःख सहत हवंव। पर मेंह नइं लजावंव काबरकि मेंह जानथंव कि काकर ऊपर मेंह बिसवास रखे हवंव अऊ मेंह ए निस्चय जानत हंव कि ओह ओ चीज के रखवारी कर सकथे, जऊन ला मेंह ओकर आय के दिन तक ओला सऊंपे हवंव। ओ बने बात, जऊन ला मेंह तोला सिखोय हवंव, ओला अपन जिनगी म एक नमूना के रूप म ले अऊ संगे-संग मसीह यीसू के बिसवास अऊ मया म बने रह। ओ बने चीजमन के रखवारी कर, जऊन ह तोला सऊंपे गे हवय। ए बने चीजमन के रखवारी पबितर आतमा के मदद ले कर, जऊन ह कि हमन म रहिथे। तेंह जानथस कि एसिया प्रदेस म जम्मो झन मोला छोंड़ दे हवंय, ओमन म फूगिलुस अऊ हिरमुगिनेस घलो हवंय। उनेसिफुरूस के परिवार ऊपर परभू दया करय, काबरकि ओह अक्सर मोर मदद करे हवय अऊ ओह मोर जेल म रहे के कारन नइं लजाईस। पर जब ओह रोम सहर म आईस, त ओह मोला तब तक खोजते रिहिस, जब तक कि ओह मोला नइं पा लीस। परभू करय कि परभू के आय के दिन ओकर ऊपर परभू के दया होवय। तेंह एला बने करके जानथस कि ओह इफिसुस म मोर कतेक जादा मदद करिस। एकरसेति, हे मोर बेटा, ओ अनुग्रह म मजबूत हो जा, जऊन ह मसीह यीसू म हवय। जऊन बातमन ला, मेंह तोला कतको गवाहमन के आघू म कहे हवंव, ओ बातमन ला भरोसा के लइक मनखेमन ला सऊंप दे, जऊन मन आने मन ला घलो सिखोय म काबिल हवंय। मसीह यीसू के एक बने सैनिक के सहीं, हमर संग दुःख सहे कर। एक सैनिक ह सेवा करत आम आदमी के मामला म दखल नइं देवय, पर ओह अपन हुकूम देवइया अधिकारी ला खुस करे चाहथे। ओही किसम ले, जब एक खिलाड़ी ह खेल-कूद म भाग लेथे, त ओला तब तक इनाम नइं मिलय, जब तक कि ओह खेल के नियम के मुताबिक नइं खेलय। कठोर मिहनत करइया किसान ला फसल के बांटा पहिली मिलना चाही। जऊन बात मेंह कहत हंव, ओकर बारे म सोच-बिचार कर, काबरकि परभू ह जम्मो चीज ला समझे म तोर मदद करही। यीसू मसीह ला सुरता कर, जऊन ह मरे म ले जी उठिस अऊ जऊन ह दाऊद राजा के बंस के रिहिस। एह मोर सुघर संदेस ए, जेकर परचार मेंह करत हंव, अऊ एकरे कारन मेंह दुःख उठावत हंव, इहां तक कि एक अपराधी के सहीं मेंह जेल म हवंव। पर परमेसर के बचन ह सुतंतर हवय। एकरसेति, मेंह चुने मनखेमन खातिर हर चीज ला सहत हवंव कि ओमन घलो सदाकाल के महिमा के संग ओ उद्धार ला पावंय, जऊन ह मसीह यीसू के जरिये मिलथे। ए कहावत बिलकुल सही ए: यदि हमन ओकर संग मरथन, त हमन ओकर संग जीयबो घलो; यदि हमन दुःख सहथन, त हमन ओकर संग राज घलो करबो। यदि हमन ओकर इनकार करथन, त ओह घलो हमर इनकार करही; यदि हमन बिसवास के लइक नइं रहन, तभो ले ओह बिसवास के लइक रहिही, काबरकि ओह अपन बात ले कभू नइं मुकरय। मनखेमन ला ए बातमन के सुरता करावत रह, अऊ परमेसर के आघू म ओमन ला चेतउनी दे कि ओमन कोनो बचन के बारे म झगरा झन करंय, जेकर ले कोनो फायदा नइं होवय, बल्कि एह सुनइयामन के नास होय के कारन बनथे। अपन-आप ला परमेसर के गरहन करे लइक अऊ अइसन काम करइया बनाय के कोसिस कर, जऊन ला लजाय के जरूरत नइं होवय अऊ जऊन ह सत के बचन ला सही ढंग ले बताथे। अभक्ति अऊ मूर्खता के बातचीत ले दूरिहा रहे कर, काबरकि जऊन मन अइसने बातचीत म सामिल होथें, ओमन परमेसर ले अऊ दूरिहा होवत जाथें। ओमन के सिकछा ह सरहा घाव सहीं बगरत जाथे। हुमिनयुस अऊ फिलेतुस इही मन ले अंय अऊ एमन सत के बचन ले दूरिहा हो गे हवंय। एमन कहिथें कि मरे मनखेमन के जी उठई त हो चुके हवय अऊ अइसने कहिके, एमन कुछू मनखेमन के बिसवास ला नास कर देथें। पर परमेसर के पक्‍का नींव ह मजबूत हवय अऊ ओम ए बचन लिखाय हवय: “परभू ह अपन मनखेमन ला जानथे” अऊ “हर ओ मनखे, जऊन ह परभू ऊपर बिसवास करथे, ओह बुरई ले दूरिहा रहय।” एक बड़े घर म सिरिप सोना अऊ चांदी के ही नइं, पर उहां कठवा अऊ माटी के बरतन घलो रहिथे, कुछू बरतन मन खास उपयोग खातिर अऊ कुछू मन मामूली उपयोग खातिर। यदि कोनो अपन-आप ला ए जम्मो बुरई ले दूरिहा रखही, त ओह खास काम म उपयोग होही अऊ पबितर होही अऊ ओह अपन मालिक के काम आही अऊ कोनो भी बने काम करे बर तियार रहिही। तेंह जवानी के वासना ले दूरिहा रह, अऊ जऊन मन साफ मन ले परभू के नांव लेथें, ओमन संग धरमीपन, बिसवास, मया अऊ सांति के साधना म लगे रह। पर मूर्खता अऊ अगियानता के बहस ले दूरिहा रह, काबरकि तेंह जानथस, एकर ले झगरा होथे। परभू के सेवक ला झगरहा नइं होना चाही, पर ओला हर एक के ऊपर दया करइया, सिखोय म माहिर अऊ सहनसील होना चाही। ओह अपन बिरोधीमन ला ए आसा म नमरता ले समझावय कि परमेसर ह ओमन ला मन फिराय के मऊका दिही अऊ ओमन सच ला जानहीं, अऊ तब ओमन अपन चेत म आके, ओ सैतान के फांदा ले बचहीं, जऊन ह अपन ईछा पूरा करे बर ओमन ला पकड़े हवय। ए बात ला जान ले कि संसार के आखिरी दिनमन म कठिन समय आही। मनखेमन अपन-आप ले अऊ पईसा ले मया करइया, डींगमार, घमंडी, गाली-गलौच करइया, दाई-ददा के कहना नइं मनइया, अहसान नइं मनइया, अपबितर, बिगर मया के, छेमा नइं करइया, निन्दा करइया, असंयमी, निरदयी, भलई के बईरी, बिस‍वासघात करइया, उतावला, अभिमानी अऊ परमेसर म नइं, पर भोग-बिलास म मन लगइया होहीं। ओमन भक्ति के भेस धरहीं, पर एकर सामरथ ला नइं मानहीं। अइसने मनखेमन ले दूरिहा रहे कर। ओमन अइसने मनखे अंय, जऊन मन घर म कलेचुप घूसरथें अऊ ओ छिछोरी माईलोगनमन ला बस म कर लेथें, जऊन मन पाप ले दबे अऊ जम्मो किसम के वासना के बस म हवंय। ए माईलोगनमन हमेसा सीखत तो रहिथें, पर सच्‍चई के पहिचान कभू नइं कर सकंय। जइसने यन्नेस अऊ यम्ब्रेस, मूसा के बिरोध करिन, वइसने ए मनखेमन घलो सच्‍चई के बिरोध करथें। एमन अइसने मनखे अंय, जेमन के दिमाग ह खराप हो गे हवय अऊ एमन बिसवास ला छोंड़ दे हवंय। पर एमन जादा आघू नइं जा सकंय, काबरकि जम्मो झन ओमन के मूर्खता ला जान लिहीं, जइसने कि मूसा के बिरोधीमन संग होय रिहिस। पर तेंह मोर जम्मो उपदेस, मोर चाल-चलन, मोर उदेस्य, बिसवास, धीरज, मया, सहनसीलता, सताय जवई अऊ मोर दुःख उठई ला जानथस। तेंह जानथस कि अंताकिया, इकुनियुम अऊ लुस्त्रा सहर म, मेंह कतेक दुःख-तकलीफ सहे हवंव। पर परभू ह मोला ओ जम्मो ले बचाईस। एह सच ए कि जऊन ह मसीह यीसू म भक्ति के जिनगी जीये चाहथे, ओला सताय जाही। जबकि दुस्‍ट मनखे अऊ धोखेबाजमन धोखा देवत अऊ खुदे धोखा खावत अऊ बिगड़त जाहीं। पर तेंह जऊन बातमन ला सिखे अऊ बिसवास करे हवस, ओम मजबूत होवत जा, काबरकि तेंह ओमन ला जानथस, जेमन ले तेंह ए बातमन ला सिखे हवस, अऊ सुरता रख कि कइसने लइकापन ले, तेंह परमेसर के पबितर बचन ला जाने हवस, जऊन ह तोला मसीह यीसू म बिसवास के दुवारा, तोला उद्धार पाय खातिर सिकछा दे सकथे। परमेसर के जम्मो बचन ह परमेसर के परेरना ले लिखे गे हवय अऊ एह उपदेस देय बर, गलती म डांटे बर, सुधारे बर अऊ धरमीपन के सिकछा देय बर उपयोगी ए, ताकि परमेसर के जन ह सिद्ध बनय अऊ हर बने काम बर पूरा-पूरी तियार हो सकय। परमेसर ला हाजिर जानके अऊ मसीह यीसू ला हाजिर जानके, जऊन ह जीयत अऊ मरे मन के नियाय करही, अऊ मसीह के परगट होय अऊ ओकर राज करे के संबंध म, मेंह तोला ए जिम्मा देवत हंव: तेंह बचन के परचार कर; समय अऊ बेसमय तियार रहे कर। बड़ धीरज अऊ सही सिकछा के संग मनखेमन ला समझा, डांट अऊ उत्साहित कर। काबरकि अइसने समय आही, जब मनखेमन सही सिकछा ला नइं सुनहीं अऊ अपन ईछा ला पूरा करहीं। ओमन अपन बर अइसने गुरूमन ला बलाहीं, जऊन मन ओमन के ईछा के मुताबिक सिकछा दिहीं। ओमन सच बात ला नइं सुनहीं पर कथा-कहानी म अपन मन लगाहीं। पर तेंह ए जम्मो बात म सचेत रहे कर; दुःख ला सहे कर, सुघर संदेस के परचार कर, अऊ परमेसर के सेवक के रूप म अपन जम्मो सेवा ला कर। मोर बलिदान होय के बेरा आ गे हवय अऊ मोर मरे के बेरा आ गे हवय। मेंह अपन परभू बर बने लड़ई लड़े हवंव। मेंह अपन दऊड़ ला पूरा कर ले हवंव। मेंह परभू ऊपर बिसवास रखे हवंव। मोर बर धरमीपन के ओ मुकुट रखे हवय, जऊन ला धरमी नियायी परभू ह मोला नियाय के दिन दिही, अऊ सिरिप मोला ही नइं, पर ओ जम्मो झन ला घलो दिही, जऊन मन मया के संग ओकर परगट होय के बाट जोहथें। मोर करा जल्दी आय के कोसिस कर। काबरकि देमास ह ए संसार के मया म पड़के मोला छोंड़ दे हवय अऊ ओह थिस्‍सलुनीके सहर चले गे हवय। क्रेसकेंस ह गलातिया अऊ तीतुस ह दलमतिया चले गे हवय। सिरिप लूका ह मोर संग हवय। मरकुस ला लेके मोर करा आ, काबरकि ओह परभू के सेवा म मोर बहुंत मदद करथे। तुखिकुस ला मेंह इफिसुस सहर पठोय हवंव। जब तेंह आबे, त जऊन कोट ला मेंह त्रोआस म करपुस के इहां छोंड़ आय रहेंव, ओला अऊ किताबमन ला घलो, खास करके चमड़ा के बने किताब ला लेके आबे। तांबा के काम करइया सिकन्दर ह मोर बहुंत नुकसान करे हवय। परभू ह ओकर करम के बदला ओला दिही। तेंह घलो ओकर ले सचेत रहे कर, काबरकि ओह हमर संदेस के बहुंत बिरोध करे हवय। अदालत म, जब मेंह पहिली बार अपन सफई पेस करत रहेंव, तब कोनो मोर संग नइं दीस, जम्मो झन मोला छोंड़ दे रिहिन। अइसने होवय कि परमेसर ह ए बात ला ओमन के बिरोध म झन लेवय। पर परभू मोर मदद करिस अऊ मोला बल दीस ताकि मोर दुवारा संदेस के पूरा परचार होवय अऊ जम्मो आनजातमन एला सुनंय। मेंह मिरतू के मुहूं ले बंचाय गे हवंव। परभू ह मोला जम्मो बुरई के काम ले बंचाही अऊ अपन स्वरगीय राज म मोला सही-सलामत ले जाही। ओकर महिमा जुग-जुग होवत रहय। आमीन। प्रिसकिल्ला अऊ अक्विला ला अऊ उनेसिफुरूस के घराना के मनखेमन ला मोर जोहार कहि देबे। इरासतुस ह कुरिन्‍थुस सहर म रूक गीस अऊ मेंह त्रुफिमुस ला मिलेतुस म छोंड़ दे हवंव, काबरकि ओह बेमार हो गीस। जड़काला आय के पहिली, तेंह इहां आय के कोसिस कर। यूबूलुस, पुदेंस, लीनुस, क्लौदिया अऊ जम्मो भाईमन तोला जोहार कहत हवंय। परभू तोर आतमा के संग रहय। तोर ऊपर परमेसर के अनुग्रह होवत रहय। पौलुस कोति ले, जऊन ह परमेसर के सेवक अऊ यीसू मसीह के प्रेरित ए, परमेसर के चुने मनखेमन के बिसवास खातिर अऊ ओ सच के गियान खातिर जऊन ह भक्ति के रसता म ले जाथे, सदाकाल के जिनगी के आसा म, जेकर परतिगियां परमेसर ह समय के सुरू होय के पहिली ले करे हवय अऊ ओह झूठ नइं कहय। अऊ सही समय म ओह अपन बचन ला परचार के दुवारा साफ बताईस, अऊ ए परचार के जिम्मेदारी, हमर उद्धार करइया परमेसर के हुकूम ले मोला सऊंपे गे हवय – मेंह तीतुस ला ए चिट्ठी लिखत हवंव। तेंह मोर सच के बेटा सहीं अस, काबरकि तेंह मसीह ऊपर बिसवास करथस, जइसने मेंह करथंव। परमेसर ददा अऊ हमर उद्धार करइया मसीह यीसू ले तोला अनुग्रह अऊ सांति मिलत रहय। मेंह एकर खातिर तोला क्रेते दीप म छोंड़ आय रहेंव कि तेंह उहां बांचे काम ला पूरा कर, अऊ मोर बताय मुताबिक नगर-नगर म अगुवामन ला ठहिरा। अगुवा ह निरदोस अऊ ओकर एकेच घरवाली होवय। ओकर लइकामन बिसवासी रहंय अऊ ओमन लुच्चा-लफंगा अऊ हुकूम नइं मनइया झन होवंय। काबरकि पास्टर के ऊपर परमेसर के काम के जिम्मेदारी होय के कारन, ओला निरदोस होना चाही; ओह मनमानी करइया, कोरोधी, पियक्‍कड़, मार-पीट करइया अऊ नीच कमई के लोभी झन होवय। पर ओह पहुनई करइया, भलई करइया, संयमी, नियायी, पबितर अऊ अनुसासन म रहइया होवय। ओह सिखोय गय बिसवास के बचन म स्थिर रहय, ताकि ओह आने मन ला सही सिकछा दे सकय, अऊ बिरोधीमन के मुहूं ला बंद कर सकय। काबरकि बहुंते मनखेमन बिदरोही, बकवास करइया अऊ धोखा देवइया अंय, खास करके खतना वाले मनखेमन। एमन के मुहूं ला बंद करे जावय, काबरकि ए मनखेमन नीच कमई ले पईसा बनाय खातिर गलत सिकछा देथें अऊ परिवारमन ला बिगाड़ देथें। ओमन के खुद के एक अगमजानी ह कहे हवय कि क्रेते के रहइया मनखेमन हमेसा लबरा, दुस्‍ट पसु के सहीं अऊ अलाल पेटहा होथें। ओकर ए गवाही ह सही ए। एकरसेति ओमन ला बने करके चेता दे कि ओमन बिसवास म मजबूत हो जावंय। अऊ ओमन यहूदीमन के कथा-कहानी अऊ ओ मनखेमन के हुकूम ला धियान झन देवंय, जऊन मन सत के बिरोध करथें। आतमिक रूप ले सुध मनखे खातिर जम्मो चीज ह सुध ए, पर आतमिक रूप ले असुध अऊ अबिसवासी मनखे खातिर कोनो चीज ह सुध नो हय। ओमन के मन अऊ बिवेक दूनों ह खराप हो गे हवय। ओमन कहिथें कि ओमन परमेसर ला जानथें, पर अपन काम के दुवारा ओकर इनकार करथें। ओमन घिन करे लइक अऊ हुकूम नइं मनइया मनखे अंय अऊ ओमन कोनो बने काम करे के लइक नो हंय। पर तेंह अइसने बातमन ला सिखोय कर, जऊन ह जिनगी बर सही अय। सियानमन ला संयमी, आदर के लइक अऊ समझदार होय के सिकछा दे अऊ ओमन बिसवास, मया अऊ धीरज म पक्‍का होवंय। इही किसम ले सियानीन मन ला ए सिखोय कर कि अपन चाल-चलन म पबितर मनखे सहीं रहंय; ओमन दोस लगइया अऊ पियक्‍कड़ झन होवंय, पर सही बात के सिखोइया होवंय; ताकि ओमन जवान माईलोगनमन ला ए सिखोय सकंय कि ओमन अपन-अपन घरवाला अऊ लइकामन ला मया करंय, अऊ ओमन समझदार, पतिबरता, घर के काम-काज करइया, दयालु अऊ अपन-अपन घरवाला के बस म रहइया होवंय, ताकि परमेसर के बचन के निन्दा झन होवय। अइसनेच जवान मनखेमन ला घलो चेताय कर कि ओमन संयमी होवंय। जम्मो बात म सही काम करे के दुवारा, अपन-आप ला ओमन के आघू म एक नमूना बना। तोर उपदेस म ईमानदारी, गंभीरता अऊ अइसने बने बात रहय कि कोनो ओला खराप नइं कह सकय, ताकि बिरोध करइयामन हमर ऊपर कोनो दोस नइं पाके लज्‍जित होवंय। गुलामी करइयामन ला समझा कि ओमन अपन-अपन मालिक के अधीन रहंय, अऊ जम्मो बात म ओमन ला खुस रखंय, अऊ उलटके जबाब झन देवंय, अऊ ओमन चोरी-चलाकी झन करंय, पर अपन-आप ला पूरा बिसवास के लइक साबित करंय। अइसने करे के दुवारा ओमन जम्मो बात म हमर उद्धार करइया परमेसर के उपदेस के सोभा बढ़ाहीं। काबरकि परमेसर के अनुग्रह जम्मो मनखेमन ऊपर परगट होईस कि ओमन के उद्धार होवय। अऊ एह हमन ला सिखोथे कि हमन अभक्ति अऊ संसारिक लालसा ला छोंड़के, ए संसार म संयम अऊ ईमानदारी अऊ भक्ति म जिनगी बितावन, अऊ हमन धइन आसा के याने हमर महान परमेसर अऊ उद्धार करइया यीसू मसीह के महिमा के परगट होए के बाट जोहत रहन। यीसू ह अपन परान ला हमर खातिर दे दीस कि हमन ला जम्मो किसम के अधरम ले छुड़ा लेवय अऊ अपन बर अइसने सुध मनखे बनावय, जऊन मन भलई के काम करे बर उत्सुक रहंय। तेंह ए बातमन ला सिखोय कर अऊ पूरा अधिकार के संग मनखेमन ला समझा अऊ डांट। कोनो तोला तुछ झन समझंय। मनखेमन ला सुरता देवा कि ओमन हाकिम अऊ अधिकारीमन के अधीन रहंय, अऊ ओमन के हुकूम मानंय, अऊ जम्मो किसम के भलई के काम करे बर तियार रहंय। कोनो ला बदनाम झन करंय; झगरा करइया झन होवंय, पर नरम सुभाव के रहंय अऊ जम्मो मनखे के संग पूरा नमरता ले बरताव करंय। एक समय रिहिस, जब हमन घलो मुरुख अऊ परमेसर के हुकूम नइं मनइया रहेंन अऊ धोखा म पड़के हर किसम के लालसा अऊ सुख-बिलास के गुलामी म रहेंन। हमन बईरता अऊ जलन म जिनगी बितावत रहेंन अऊ एक-दूसर ले घिन करत रहेंन। पर हमर उद्धार करइया परमेसर ह अपन किरपा अऊ मया ला देखाईस, अऊ ओह हमर उद्धार करिस, अऊ एह हमर कोनो धरम के काम के कारन नइं, पर ओह अपन दया के कारन हमर पाप ला धोके हमर उद्धार करिस अऊ पबितर आतमा के दुवारा नवां जिनगी दीस। परमेसर ह ए पबितर आतमा ला हमर उद्धार करइया यीसू मसीह के दुवारा हमन ला बहुंतायत ले दीस, ताकि हमन ओकर अनुग्रह ले धरमी ठहिरके सदाकाल के जिनगी के आसा म ओकर वारिस बनन। ए कहावत ह सही ए। अऊ मेंह चाहत हंव कि तेंह ए बातमन ला जोर देके बताय कर, ताकि जऊन मन परमेसर ऊपर बिसवास करे हवंय, ओमन भलई के काम म अपन धियान लगावंय। ए बातमन बहुंत बढ़िया अऊ मनखेमन के फायदा के अंय। पर मूर्खता के बिवाद अऊ बंसावली अऊ बहस अऊ झगरा मन ले बचके रह; ए चीजमन यहूदीमन के कानून के बिसय म अंय अऊ एमन बिगर फायदा के अऊ बेकार अंय। मनखेमन के बीच म फूट करइया ला, एक या दू बार समझा-बुझा दे, ओकर बाद ओकर ले दूरिहा रह, ए बात ह निस्चित ए, कि ए मनखे ह सत ले भटक गे हवय अऊ पापी ए अऊ अपन-आप ला दोसी ठहिराथे। जब मेंह अरतिमास या तुखिकुस ला तोर करा पठोहूं, त तेंह मोर करा नीकुपुलिस सहर आय के भरसक कोसिस कर, काबरकि मेंह उहां जाड़ा काटे के फैसला करे हवंव। जेनास वकील अऊ अपुल्‍लोस के आघू के यातरा बर, तोर ले जो भी हो सकथे, ओमन के मदद कर अऊ देख कि ओमन ला कोनो चीज के कमी झन होवय। अऊ हमर मनखेमन घलो भलई के काम म लगे रहे बर सिखंय, ताकि जऊन मन ला मदद के जरूरत हवय, ओमन के मदद करे जा सकय, अऊ ओमन के जिनगी ह बिरथा झन होवय। मोर संग इहां रहइया जम्मो झन तोला जोहार कहथें अऊ जऊन मन मसीह यीसू म बिसवास के कारन हमर ले मया रखथें, ओमन ला हमर जोहार कहि दे। तुमन जम्मो झन ऊपर परमेसर के अनुग्रह होवत रहय। ए चिट्ठी पौलुस कोति ले, जऊन ह मसीह यीसू के एक कैदी ए अऊ हमर भाई तीमुथियुस कोति ले – हमर मयारू संगी अऊ सहकरमी फिलेमोन, अऊ ओ कलीसिया, जऊन ह ओकर घर म जुरथे, अऊ हमर बहिनी अपफिया, अऊ हमर संगी योद्धा अरखिप्पुस ला लिखे जावत हवय। हमर ददा परमेसर अऊ परभू यीसू कोति ले तुमन ला अनुग्रह अऊ सांति मिलत रहय। भाई फिलेमोन, जब मेंह अपन पराथना म तोला सुरता करथंव, त अपन परमेसर ला हमेसा धनबाद देथंव, काबरकि मेंह परभू यीसू ऊपर तोर बिसवास अऊ परमेसर के जम्मो मनखेमन बर तोर मया के बारे म सुनत रहिथंव। मेंह पराथना करत हंव कि तेंह अपन बिसवास के बारे म लगन से बताय कर ताकि मसीह खातिर जऊन भलई के काम हमन करथन, ओकर तोला पूरा समझ होवय। हे मोर भाई, तोर मया ह मोला अब्‍बड़ आनंद अऊ उत्साह दे हवय, काबरकि तेंह परमेसर के मनखेमन के हिरदय ला ताजा कर दे हवस। एकरसेति, हालाकि मेंह मसीह के सेवक के रूप म, हिम्मत के संग तोला हुकूम दे सकत हंव कि तोला का करना चाही, पर मया के कारन, मेंह तोर ले बिनती करत हंव। में पौलुस, एक सियान मनखे अंव अऊ अब मसीह यीसू खातिर एक कैदी घलो अंव – मेंह तोर ले, मोर बेटा उनेसिमुस बर बिनती करत हंव, जऊन ह जेल म रहे के बखत, मोर सुनाय सुघर संदेस ऊपर बिसवास करिस अऊ मोर बेटा सहीं हो गीस। ओह पहिली तोर कुछू काम के नइं रिहिस, पर अब ओह तोर अऊ मोर दूनों बर बड़े काम के हो गे हवय। मेंह ओला, जऊन ह मोर हिरदय के एक टुकड़ा सहीं अय, तोर करा वापिस पठोवत हंव। मेंह ओला मोर संग रखे ला चाहत रहेंव, ताकि ओह तोर बदले म मोर मदद कर सकय, जब मेंह इहां सुघर संदेस के परचार करे के कारन जेल म हवंव। पर मेंह बिगर तोर सहमती के कुछू नइं करे चाहेंव, ताकि जऊन भलई तेंह करथस, ओह कोनो दबाव ले नइं, पर तोर खुद के ईछा ले होवय। उनेसिमुस ह थोरकन समय बर तोर ले अलग होय रिहिस, एकर कारन सायद ए हो सकथे कि ओह तोर संग हमेसा रहय। पर अब एक गुलाम के रूप म नइं, पर एक गुलाम ले घलो बड़के एक मयारू भाई के रूप म रहय। ओह मोर बहुंत मयारू ए, पर एक मनखे के रूप म अऊ संगे-संग परभू म एक भाई के रूप म, ओह तोर अऊ मयारू ए। एकरसेति, यदि तेंह मोला अपन सहभागी समझथस, त ओला अइसने गरहन कर, जइसने तेंह मोला गरहन करबे। कहूं ओह तोर कुछू नुकसान करे हवय या ओह तोर कुछू उधार लगथे, त ओला मोर नांव म लिख ले। में पौलुस ह अपन हांथ ले, ए लिखत हवंव कि मेंह तोला ओकर चुकता कर दूहूं, पर ए कहे के जरूरत नइं ए कि मोर जऊन कर्जा तोर ऊपर हवय, ओ कर्जा तेंह खुद अस। हे भाई, मेंह चाहत हंव कि परभू खातिर, तेंह मोर ऊपर ए भलई कर; मसीह म मोर हिरदय ला ताजा कर दे। मेंह पूरा भरोसा करके लिखत हंव कि तेंह मोर बात ला मानबे, अऊ मेंह जानत हंव कि जऊन कुछू भी मेंह तोला करे बर कहत हंव, तेंह ओकर ले घलो जादा करबे। अऊ हां, एक बात अऊ हवय: मोर ठहरे बर एक कमरा तियार रख, काबरकि मोला आसा हवय कि तुम्‍हर पराथना के जबाब म, परमेसर ह मोला तुम्‍हर करा लानही। इपफ्रास, जऊन ह मसीह यीसू म मोर संगी कैदी ए, तोला अपन जोहार कहथे। अऊ वइसने मोर सहकरमी मरकुस, अरिसतर्खुस, देमास अऊ लूका घलो तोला अपन जोहार कहथें। परभू यीसू मसीह के अनुग्रह तुम्‍हर संग रहय। पहिली जमाना म, परमेसर ह हमर पुरखामन ले, कतको बार अऊ कतको किसम ले अगमजानीमन के दुवारा गोठियाईस, पर ए आखिरी दिन म, ओह हमर ले अपन बेटा के दुवारा गोठियाईस, जऊन ला ओह जम्मो चीज के ऊपर वारिस ठहराईस अऊ ओकरे दुवारा, ओह संसार ला बनाईस। ओह परमेसर के महिमा के अंजोर ए अऊ ओह परमेसर के रूप के एकदम सही परतिनिधि ए अऊ ओह अपन सामरथी बचन के दुवारा जम्मो चीजमन ला संभालके रखथे। ओह मनखेमन के पाप ला सुध करके, स्‍वरग म परमेसर के जेवनी हांथ कोति जा बईठिस। एकरसेति ओह स्वरगदूतमन ले जादा उत्तम ठहरिस, जइसने कि परमेसर ह ओला स्वरगदूतमन ले उत्तम नांव घलो दे रिहिस। काबरकि परमेसर ह कोनो स्‍वरगदूत ला कभू ए नइं कहिस, “तेंह मोर बेटा अस; आज मेंह तोला पैदा करेंव।” या फेर ए नइं कहिस, “मेंह ओकर ददा होहूं, अऊ ओह मोर बेटा होही।” पर जब परमेसर ह अपन पहिलांत बेटा ला संसार म लानथे, त कहिथे, “परमेसर के जम्मो स्वरगदूतमन ओकर अराधना करंय।” स्वरगदूतमन के बारे म परमेसर ह ए कहिथे, “परमेसर ह अपन स्वरगदूतमन ला पवन, अऊ अपन सेवकमन ला धधकत आगी बनाथे।” पर बेटा के बारे म ओह कहिथे, “हे परमेसर, तोर सिंघासन ह सदाकाल तक रहिही, अऊ धरमीपन ह तोर राज के राज-दंड होही। तेंह धरमीपन ले मया करय अऊ अधरम ले घिन करय; एकरसेति, परमेसर, तोर परमेसर ह आनंद के तेल ले तोर अभिसेक करे के दुवारा तोला तोर संगीमन ले ऊपर करे हवय ।” ओह ए घलो कहिथे, “हे परभू, सुरू म, तेंह धरती के नीव रखय, अऊ तेंह अपन हांथ ले स्वरगमन ला बनाय। ओमन तो नास हो जाहीं, फेर तेंह बने रहिबे; ओमन जम्मो पहिरे के कपड़ा सहीं जुन्ना हो जाहीं। तेंह ओमन ला चादर सहीं घरियाबे; अऊ ओन्ढा के सहीं ओमन बदल दिये जाहीं। फेर तेंह हमेसा वइसनेच के वइसने रहिथस, अऊ तेंह कभू डोकरा नइं होवस।” परमेसर कभू कोनो स्‍वरगदूत ला ए नइं कहिस, “मोर जेवनी हांथ कोति बईठ, जब तक कि मेंह तोर बईरीमन ला तोर गोड़ तरी के चौकी नइं बना देवंव।” का जम्मो स्वरगदूतमन सेवा करइया आतमा नो हंय? हव, ओमन अंय। अऊ ए स्वरगदूतमन ओमन के सेवा करे खातिर पठोय जाथें, जऊन मन उद्धार पाहीं। एकरसेति, जऊन बातमन ला हमन सुने हवन, ओकर ऊपर हमन ला अऊ धियान देना चाही, ताकि हमन ओ बातमन ले झन भटक जावन। काबरकि स्वरगदूतमन के दुवारा कहे गे संदेस ह सच रिहिस अऊ जऊन कोनो ओकर पाछू नइं चलिस या ओला नइं मानिस, ओला ओकर सही-सही दंड मिलिस। यदि हमन अइसने बड़े उद्धार ला धियान नइं देवन, त हमन कइसने बच सकथन। ए उद्धार के बखान पहिली परभू के दुवारा करे गीस, अऊ जऊन मन एला सुनिन, ओमन के दुवारा हमन ला एकर निस्चय होईस। परमेसर ह घलो चिन्‍हां, अद्भूत काम अऊ कतको किसम के चमतकार के दुवारा एकर गवाही दीस अऊ ओह पबितर आतमा के बरदान के दुवारा घलो एकर गवाही दीस, जऊन ला कि ओह अपन ईछा के मुताबिक मनखेमन ला दे हवय। अवइया संसार, जेकर बारे म हमन चरचा करत हवन, परमेसर ह ओला स्वरगदूतमन के अधीन म नइं करिस। परमेसर के बचन म एक झन एक जगह गवाही दे हवय: “मनखे ह का ए कि तेंह ओकर चिंता करथस, या मनखे के बेटा ह का ए कि तेंह ओकर देख-रेख करथस? तेंह ओला स्वरगदूतमन ले थोरकन कम करके बनाय, तेंह ओकर ऊपर महिमा अऊ आदर के मुकुट रखय। अऊ हर एक चीज ला ओकर गोड़ के खाल्‍हे कर देय।” हर एक चीज ला ओकर अधीन करके, परमेसर ह अइसने कोनो चीज ला नइं छोंड़िस, जऊन ह ओकर अधिकार म नइं ए। पर अभी हमन हर एक चीज ला ओकर अधीन म नइं देखथन। पर हमन यीसू ला देखथन, जऊन ह स्वरगदूतमन ले थोरकन कम करके बनाय गीस अऊ अब मिरतू के दुःख उठाय के कारन, ओह महिमा अऊ आदर के मुकुट पहिरे हवय, ताकि परमेसर के अनुग्रह के दुवारा ओह जम्मो मनखे बर मर जावय। एह उचित रिहिस कि परमेसर, जेकर दुवारा अऊ जेकर बर हर एक चीज बनाय गीस, ओह यीसू ला दुःख उठाय के जरिये सिद्ध करय, ताकि ओह बहुंते बेटामन ला लानय अऊ यीसू के महिमा म भागी बनावय। काबरकि यीसू ह ओ जन ए, जेकर दुवारा ओमन उद्धार पाथें। जऊन ह मनखेमन ला पबितर करथे अऊ जऊन मन पबितर करे जाथें; ए दूनों एक ही परिवार के अंय। एकरसेति, यीसू ह ओमन ला अपन भाई कहे ले नइं लजावय। ओह कहिथे, “हे परमेसर, मेंह अपन भाईमन ला तोर बारे म बताहूं; सभा के आघू म तोर परसंसा के गीत गाहूं।” ओह फेर कहिथे, “मेंह ओकर ऊपर अपन भरोसा रखहूं।” अऊ ओह फेर कहिथे, “इहां मेंह लइकामन संग हवंव, जऊन मन ला परमेसर मोला दे हवय।” जब लइकामन मांस अऊ लहू के बने हवंय, त यीसू ह खुद ओमन के सहीं बनिस अऊ ओमन के मनखे सुभाव म भागी होईस, ताकि अपन मिरतू के दुवारा, ओह सैतान के नास करय, जेकर करा मिरतू के सक्ति हवय – अऊ ओह ओमन ला छोंड़ावय, जऊन मन अपन मिरतू के डर के कारन जिनगी भर गुलामी म रिहिन। काबरकि ए बात ह पक्‍का ए कि ओह स्वरगदूतमन के नइं, पर अब्राहम के संतानमन के मदद करथे। एकरसेति, ओला हर किसम ले अपन भाईमन सहीं बने बर पड़िस, ताकि ओह परमेसर के सेवा म, एक दयालु अऊ बिसवास लइक महा पुरोहित बनय अऊ ओह मनखेमन के पाप के समाधान (पछताप) करय। काबरकि जब ओकर परिछा करे गीस, त ओह खुद दुःख उठाईस, एकरसेति ओह ओमन के मदद कर सकथे, जऊन मन परिछा म पड़थें। एकरसेति, हे पबितर भाईमन, जऊन मन स्वरगीय बुलावा म सहभागी हव; अपन धियान यीसू ऊपर लगावव, जऊन ला हमन प्रेरित अऊ महा पुरोहित मानथन। परमेसर ह ओला चुने रिहिस, अऊ ओह परमेसर के बिसवास लइक रिहिस, जइसने कि मूसा ह परमेसर के जम्मो घराना म बिसवास लइक रिहिस। घर के बनइया ह घर ले जादा आदर पाथे, वइसनेच यीसू ह मूसा ले बढ़के आदर पाय के लइक समझे गीस। काबरकि हर एक घर के कोनो न कोनो बनइया होथे। पर जऊन ह जम्मो चीज ला बनाईस, ओह परमेसर ए। एक सेवक के रूप म मूसा ह परमेसर के जम्मो घराना म बिसवास लइक रिहिस, अऊ ओह ओ बात के गवाही दीस, जऊन ला परमेसर ह अवइया समय म बताने वाला रिहिस। पर मसीह ह एक बेटा के रूप म, परमेसर के घराना ऊपर बिसवास लइक अय। अऊ हमन ओकर घराना अन, यदि हमन अपन हिम्मत अऊ आसा म बने रहिथन, जेकर कि हमन ला घमंड हवय। एकरसेति, जइसने कि पबितर आतमा ह कहिथे: “आज, यदि तुमन ओकर अवाज ला सुनथव, त अपन हिरदय ला कठोर झन करव, जइसने कि तुम्‍हर पुरखामन निरजन प्रदेस म, बिदरोही होके परखे जाय के बेरा परमेसर के बिरोध म करे रिहिन। ओमन उहां मोला परखिन अऊ जांचिन, अऊ चालीस साल तक मोर काम ला देखिन। एकरे कारन, मेंह ओ पीढ़ी के मनखेमन ले नराज रहेंव, अऊ मेंह कहेंव, ‘ओमन के मन ह हमेसा भटकत रहिथे, अऊ ओमन मोर रसता ला नइं जानंय।’ एकरसेति, मेंह कोरोध म कसम खाके कहेंव, ‘ओमन ओ ठऊर म कभू नइं जा सकहीं, जिहां मेंह ओमन ला अराम देवइया रहेंव।’ ” हे भाईमन हो, एकर धियान रखव कि तुमन ले काकरो पापमय अऊ अबिसवासी हिरदय झन होवय, जऊन ह कि जीयत परमेसर ले दूरिहा हो जाथे। पर हर एक दिन, एक-दूसर ला ढाढ़स बंधावव, जब तक कि एला आज कहे जाथे, ताकि तुमन कोनो घलो पाप के छल म पड़के कठोर झन होवव। जऊन बिसवास, हमर करा सुरू म रिहिस, यदि हमन ओम आखिरी तक मजबूत बने रहन, तभे मसीह के काम म हमर बांटा हवय। जइसने कि परमेसर के बचन म ए कहे गे हवय: “यदि आज तुमन ओकर अवाज ला सुनथव, त अपन हिरदय ला कठोर झन करव, जइसने कि तुम्‍हर पुरखामन परमेसर के बिरोध म बिदरोही होके करिन।” ओमन कोन रिहिन, जऊन मन परमेसर के अवाज ला सुनिन, अऊ ओकर बिरोध म बिदरोह करिन? का ओमन ओ जम्मो मनखे नइं रिहिन, जऊन मन ला मूसा ह मिसर देस ले निकारके लानिस? अऊ काकर ले परमेसर ह चालीस साल तक नराज रिहिस? का ओमन ले नो हय, जऊन मन पाप करिन अऊ निरजन प्रदेस म गिरके मर गीन? अऊ परमेसर ह कसम खाके कोन ला कहिस कि ओमन ओकर बिसराम म कभू नइं जा सकहीं? सिरिप ओमन ला, जऊन मन ओकर हुकूम नइं मानिन। ए किसम ले, हमन देखथन कि ओमन अपन अबिसवास के कारन ओ देस म नइं जा सकिन। एकरसेति, जब परमेसर के बिसराम म जाय के वायदा ह अभी तक कायम हवय, त हमन ला सचेत रहना चाही ताकि तुमन ले कोनो घलो ओ बिसराम म जाय बर नकाबिल झन होवव। काबरकि हमन ला घलो सुघर संदेस सुनाय गीस, जइसने ओमन ला सुनाय गे रिहिस, पर जऊन संदेस ओमन सुनिन, ओकर ले ओमन ला कोनो फायदा नइं होईस, काबरकि जऊन मन एला सुनिन, ओमन बिसवास के संग एला गरहन नइं करिन। हमन जऊन मन कि बिसवास करे हवन, ओ बिसराम म जाथन, जइसने कि परमेसर ह कहे हवय, “एकरसेति मेंह नराज होके कसम खाएंव, ओमन मोर बिसराम म कभू नइं जा सकहीं।” हालाकि ओकर काम ह ओ समय पूरा हो गे रिहिस, जब ओह संसार ला बनाईस। काबरकि कोनो मेर, ओह सातवां दिन के बारे म अइसने कहे हवय, “अऊ सातवां दिन, परमेसर ह अपन जम्मो काम ले बिसराम करिस।” अऊ फेर, ओही बिसय म, ओह ए कहिथे, “ओमन मोर बिसराम म कभू नइं जा सकहीं।” एह अभी तक लागू हवय कि कुछू मनखे, ओ बिसराम म जा सकहीं अऊ जऊन मन ला पहिली सुघर संदेस सुनाय गे रिहिस, ओमन एम नइं जा सकिन, काबरकि ओमन परमेसर के हुकूम ला नइं मानिन। एकरसेति, परमेसर ह एक आने दिन ला तय करथे, जऊन ला “आज” कहे जाथे। बहुंत समय के बाद, ओह दाऊद राजा के जरिये एकर बारे म कहिस, जइसने कि परमेसर के बचन म लिखाय हवय: “यदि आज तुमन ओकर अवाज ला सुनथव, त अपन हिरदय ला कठोर झन करव।” काबरकि, यदि यहोसू ह ओमन ला बिसराम दे रिहिस, त परमेसर ह बाद म, आने दिन के बारे म नइं गोठियाय रहितिस। एकरसेति, परमेसर के मनखेमन बर, एक बिसराम बचे हवय। काबरकि जऊन ह परमेसर के बिसराम म जाथे, ओह अपन काम ले घलो बिसराम करथे, जइसने परमेसर ह अपन काम ले बिसराम करिस। एकरसेति, आवव, हमन ओ बिसराम म जाय के पूरा कोसिस करन, ताकि अइसने झन होवय कि कोनो मनखे ओमन सहीं हुकूम नइं मानके गिर पड़ंय। परमेसर के बचन ह जीयत अऊ काम करत हवय। एह दू धार वाले तलवार ले घलो चोक हवय। एह जीव अऊ आतमा, जोड़ अऊ गुदा मन ला अलग-अलग करके आर-पार छेदथे। एह मनखे के मन के बिचार अऊ ईछा ला जांचथे। संसार के कोनो घलो चीज परमेसर के नजर ले छिपे नइं ए। ओकर आंखी के आघू म जम्मो चीजमन खुला अऊ बिगर परदा के हवंय अऊ हमर बर ए जरूरी अय कि हमन ओला अपन लेखा देवन। एकरसेति, जब हमर एक बड़े महा पुरोहित हवय, जऊन ह स्वरगमन ले होके गे हवय। अऊ ओह परमेसर के बेटा यीसू ए; त आवव, हमन ओ बिसवास म मजबूत बने रहन, जऊन ला हमन मानथन। काबरकि हमर महा पुरोहित अइसने नो हय, जऊन ह हमर कमजोरी म, हमर संग सहानुभूति नइं रखय, पर हमर महा पुरोहित हमर सहीं हर किसम ले परखे गीस, पर ओह पाप नइं करिस। एकरसेति आवव, हमन बिसवास के संग अनुग्रह के सिंघासन करा चलन, ताकि हमर ऊपर दया होवय अऊ जरूरत के बखत, हमन ला मदद करे बर अनुग्रह मिलय। हर एक महा पुरोहित ह मनखेमन ले चुने जाथे अऊ ओह मनखेमन कोति ले परमेसर के सेवा करे बर ठहिराय जाथे कि ओह परमेसर ला भेंट अऊ पाप खातिर बलि चघावय। ओह अगियानी अऊ भटके मनखेमन ले नरमी से बरताव करे सकथे, काबरकि ओह खुद एक निरबल मनखे ए। एकरे कारन, ओला खुद के पाप खातिर अऊ संगे-संग मनखेमन के पाप खातिर बलिदान चघाना जरूरी ए। कोनो खुद होके आदर के ए पद ला नइं लेवय; ओकर बुलाहट परमेसर के दुवारा होना जरूरी ए, जइसने कि हारून ह बलाय गे रिहिस। एकरसेति, मसीह घलो महा पुरोहित बने के महिमा ला अपन ऊपर नइं लीस। पर परमेसर ह ओला कहिस, “तेंह मोर बेटा अस; आज मेंह तोला पैदा करे हवंव।” ओह दूसर जगह म घलो कहिथे, “तेंह मलकिसिदक के सहीं सदाकाल बर एक पुरोहित अस।” धरती म जब यीसू ह रिहिस, त ओह चिचिया-चिचियाके अऊ आंसू बोहाके परमेसर ले पराथना अऊ बिनती करिस, जऊन ह ओला मिरतू ले बचा सकत रिहिस, अऊ ओकर भक्ति के कारन, परमेसर ह ओकर बात ला सुनिस। ओह परमेसर के बेटा रिहिस, फेर दुःख सहे के दुवारा, ओह हुकूम माने बर सिखिस, अऊ जब ओह सिद्ध हो गीस, त ओह ओ जम्मो मन बर सदाकाल के उद्धार के जरिया बन गीस, जऊन मन ओकर हुकूम ला मानथें, अऊ मलकिसिदक के सहीं, परमेसर ह ओला महा पुरोहित के पद दीस। एकर बारे म कहे बर, हमर करा कतको बात हवय, पर एला समझाना कठिन ए, काबरकि तुमन बहुंत धीरे सिखथव। वास्तव म, अब तक तुमन ला गुरू बन जाना रिहिस, पर अभी घलो ए बात के जरूरत हवय कि कोनो तुमन ला फेर परमेसर के बचन के सुरू के बातमन ला सिखोवय। ठोस भोजन के बदले, तुमन ला अभी घलो गोरस के जरूरत हवय। जऊन ह गोरस पीके जीथे, ओला धरमीपन के पहिचान नइं रहय, काबरकि ओह अभी तक लइका हवय। पर ठोस भोजन ह सियाना मनखेमन बर अय, जऊन मन लगातार अभियास के दुवारा भलई अऊ बुरई के पहिचान करे म, अपन-आप ला पक्‍का कर ले हवंय। एकरसेति आवव, मसीह के बारे म जऊन सुरू के सिकछा ए, ओला छोंड़के हमन ओकर सिकछा म सियान होवत जावन। हमन ए बातमन के नीव फेर झन रखन – जइसने कि ओ काम ले पछतावा करई, जऊन ह हमन ला मिरतू कोति ले जाथे, परमेसर के ऊपर बिसवास करई, बतिसमा, हांथ रखई, मरे मन के जी उठई अऊ सदाकाल के नियाय के बारे निरदेस। अऊ कहूं परमेसर के अनुमती होही, त हमन ए काम घलो करबो। एक बार जऊन मन परमेसर के अंजोर म आ गे हवंय, जऊन मन स्वरगीय बरदान के सुवाद ला चख ले हवंय, जऊन मन पबितर आतमा के भागीदार हो गे हवंय, जऊन मन परमेसर के बचन के भलई अऊ अवइया समय के सक्ति ला जान गे हवंय, कहूं ओमन बिसवास ले भटक जावंय, त ओमन ला पछताप करे बर वापिस लाना असंभव ए, काबरकि अपन नुकसान करके, ओमन परमेसर के बेटा ला फेर कुरुस म चघावत हवंय अऊ खुले आम ओकर ऊपर कलंक लगावथें। परमेसर ह ओ भुइयां ला आसिस देथे, जऊन ह अक्सर अपन ऊपर गिरइया बरसात के पानी ला सोंख लेथे अऊ ओमन बर बने फसल उपजाथे, जऊन मन एम खेती-बाड़ी करथें। पर ओ भुइयां, जऊन ह कांटा अऊ कंटिला पौधा उपजाथे, ओह बेकार ए, अऊ ओकर ऊपर परमेसर ले सराप पाय के खतरा हवय। आखिरी म, एह आगी म बारे जाही। मयारू संगवारी हो, हालाकि हमन अइसने गोठियावत हन, पर हमन ला तुम्‍हर बारे म अऊ बने बातमन के भरोसा हवय, जऊन बातमन उद्धार के संग आथें। परमेसर ह अनियायी नो हय; ओह तुम्‍हर काम ला नइं भुलावय, अऊ ओ मया ला नइं भुलावय, जऊन ला तुमन ओकर मनखेमन के मदद करे के दुवारा ओला देखाय हवव अऊ तुमन अभी घलो ओमन के मदद करत हवव। हमन चाहथन कि तुमन ले हर एक झन आखिरी तक अइसनेच मिहनत करते रहय, ताकि तुम्‍हर आसा ह पक्‍का होवय। हमन नइं चाहथन कि तुमन आलसी बनव, पर ओमन के नकल करव, जऊन मन बिसवास अऊ धीरज के दुवारा ओ चीज के वारिस बनथें, जेकर वायदा परमेसर ह करे हवय। जब परमेसर ह अब्राहम ले परतिगियां करिस, त ओकर ले बड़े अऊ कोनो नइं रिहिन, जेकर ओह किरिया खा सकय, एकरसेति ओह अपन खुद के किरिया खाके कहिस, “ए बात पक्‍का अय कि मेंह तोला आसिस दूहूं अऊ तोर बंस म बहुंत संतान होहीं।” अब्राहम ह धीरज धरके बाट जोहिस; अऊ तब ओह ओ चीजमन ला पाईस, जेकर परतिगियां परमेसर ह करे रिहिस। मनखेमन अपन ले कोनो बड़े के कसम खाथें, अऊ कसम ह कहे गे बात ला पक्‍का करथे अऊ जम्मो बिवाद के निपटारा करथे। काबरकि परमेसर ह अपन परतिगियां के वारिसमन ला, ए साफ-साफ बता दे बर चाहिस कि ओकर उदेस्य ह कभू नइं बदलय; एकरसेति ओह कसम खाय के दुवारा एला पक्‍का करिस। परमेसर ह ए करिस, ताकि नइं बदलइया दू ठन बात (परमेसर के परतिगियां अऊ ओकर कसम) के जरिये परमेसर ला लबरा साबित करना असंभव होवय, अऊ हमन ला, जऊन मन कि सरन पाय बर भागे हवन, बहुंते उत्साह मिलय, अऊ हमन ओ आसा ला पा सकन, जऊन ला हमर आघू म रखे गे हवय। हमर करा ए आसा ह हमर जीव बर पानी जहाज के एक लंगर सहीं अय – मजबूत अऊ सुरछित। एह पबितर जगह के भीतरी भाग म जाथे, जऊन ह परदा के पाछू म हवय, जिहां यीसू ह हमर ले पहिली, हमर कोति ले गे हवय। ओह मलकिसिदक के सहीं सदाकाल बर एक महा पुरोहित बन गे हवय। ए मलकिसिदक सालेम के राजा अऊ परम परधान परमेसर के एक पुरोहित रिहिस। जब अब्राहम ह राजामन ला हराके लहुंटत रिहिस, त ओह अब्राहम ले भेंट करिस अऊ ओला आसिस दीस; अऊ अब्राहम ह ओला हर एक चीज के दसवां भाग दीस। मलकिसिदक नांव के पहिली मतलब होथे – “धरमीपन के राजा” तब ए नांव के मतलब “सालेम के राजा” याने कि “सांति के राजा” घलो होथे। मलकिसिदक के दाई या ददा या ओकर पुरखा के कोनो पता नइं ए। ओकर जनम अऊ ओकर मिरतू के घलो कोनो लेखा नइं ए। ओह परमेसर के बेटा के सहीं सदाकाल बर एक पुरोहित अय। तुमन सोचव कि ओह कतेक महान रिहिस; अऊ त अऊ कुल के मुखिया अब्राहम ह ओला लड़ई म लूटे गय माल के दसवां भाग दीस। लेवी के बंस म ले जऊन मन पुरोहित बनथें, ओमन ला मूसा के कानून ह हुकूम देथे कि ओमन मनखेमन ले दसवां भाग जमा करंय, अऊ ए मनखेमन ओमन के भाई अंय, हालाकि ए भाईमन घलो अब्राहम के बंस अंय। पर मलकिसिदक ह लेवी के बंस के नइं रिहिस, तभो ले ओह अब्राहम ले दसवां भाग लीस अऊ ओला आसिस दीस, जेकर करा परमेसर के परतिगियां रिहिस। अऊ ए बात म कोनो संदेह नइं ए कि छोटे मनखे ह बड़े मनखे ले आसिस पाथे। पुरोहितमन के मामला म, दसवां भाग ओ मनखेमन के दुवारा लिये जाथे, जऊन मन मर जाथें, पर मलकिसिदक के मामला म, दसवां भाग ओकर दुवारा लिये गीस, जेकर बारे म ए गवाही दे गे हवय कि ओह जीयथे। त हमन ए कह सकथन कि लेवी जऊन ह दसवां भाग लेथे, ओह अब्राहम के जरिये दसवां भाग दीस। काबरकि जब मलकिसिदक ह अब्राहम ले मिलिस, त लेवी ह अपन पुरखा अब्राहम के सरीर म, ओ समय रिहिस। यदि लेवीमन के पुरोहित पद के जरिये सिद्धता मिलतिस (काबरकि एकरे आधार म, मनखेमन ला मूसा के कानून ह दिये गीस), त फेर एकर का जरूरत रिहिस कि एक आने पुरोहित ह हारून के जाति म ले नइं, पर मलकिसिदक के जाति म ले आवय? काबरकि जब पुरोहित पद ह बदले जाथे, तब मूसा के कानून घलो बदलना जरूरी ए। हमर परभू जेकर बारे म ए जम्मो बात कहे जाथे, ओह एक आने गोत्र के अय अऊ ओ गोत्र म ले, कोनो अभी तक बेदी म पुरोहित के रूप म सेवा नइं करे हवंय। काबरकि ए बात ह साफ ए कि हमर परभू ह यहूदा के गोत्र म ले आईस अऊ ए गोत्र के बिसय म मूसा ह पुरोहित पद के कुछू चरचा नइं करे हवय। अऊ जऊन बात हमन कहे हवन, ओह अऊ साफ हवय कि मलकिसिदक के सहीं एक आने पुरोहित परगट होईस, जऊन ह अपन पुरखामन के नियम के आधार म पुरोहित नइं बनिस, पर ओह अमर जिनगी के सामरथ के आधार म पुरोहित बनिस। काबरकि ओकर बारे म ए कहे गे हवय: “तेंह मलकिसिदक के सहीं सदाकाल बर एक पुरोहित अस।” पहिली के नियम ला अलग कर दिये गीस, काबरकि एह कमजोर अऊ बेकार रिहिस। (काबरकि मूसा के कानून ह कोनो भी चीज ला सिद्ध नइं बनाईस), अऊ अब एक उत्तम आसा दिये गे हवय, जेकर दुवारा हमन परमेसर के लकठा म जाथन। अऊ एह बिना कसम (किरिया) के नइं रिहिस। आने मन बिगर कोनो कसम के पुरोहित बनिन, पर ओह (यीसू) एक कसम के संग पुरोहित बनिस, जब परमेसर ह ओला कहिस: “परभू ह कसम खाईस अऊ ओह अपन मन ला नइं बदलय, तेंह सदाकाल बर एक पुरोहित अस।” ए कसम के कारन, यीसू ह अऊ बने करार के जमानतदार हो गीस। पहिली बहुंत पुरोहितमन रिहिन, पर ओमन अपन काम पूरा नइं कर सकिन काबरकि ओमन मर गीन; पर यीसू ह सदाकाल बर जीयथे; ओकर पुरोहित पद ह सदाकाल बर ए। एकरसेति, ओह ओमन के पूरा-पूरी उद्धार कर सकथे, जऊन मन ओकर जरिये परमेसर करा आथें, काबरकि ओह ओमन खातिर बिनती करे बर हमेसा जीयत हवय। अइसने महा पुरोहित ह हमर जरूरत ला पूरा करथे, जऊन ह पबितर, निरदोस अऊ सुध ए। ओह पापीमन ले अलग करे गे हवय अऊ स्वरगमन ले ऊंचा उठाय गे हवय। आने महा पुरोहितमन सहीं, ओला दिन प्रतिदिन पहिली अपन खुद के पाप खातिर अऊ तब मनखेमन के पाप खातिर बलि चघाय के जरूरत नइं ए। ओह अपन-आप ला ओमन के पाप बर बलि चघाके, ए काम ला सदाकाल खातिर एकेच बार म पूरा कर दीस। काबरकि मूसा के कानून ह ओ मनखेमन ला महा पुरोहित के रूप म ठहिराथे, जऊन मन सिद्ध नो हंय; पर परमेसर के कसम, जऊन ह मूसा के कानून के बाद आईस, ओ बेटा ला ठहिराईस, जऊन ह सदाकाल के खातिर सिद्ध बनाय गे हवय। हमर कहे के सार बात ए अय: हमर करा एक अइसने महा पुरोहित हवय, जऊन ह स्‍वरग म महामहिम परमेसर के सिंघासन के जेवनी हांथ कोति जा बईठिस, अऊ ओह ओ पबितर जगह म सेवा करथे, जऊन ह अराधना के सही तम्‍बू ए अऊ एह मनखे के दुवारा नइं, पर परभू के दुवारा खड़े करे गे हवय। हर एक महा पुरोहित ह भेंट अऊ बलिदान चघाय बर ठहिराय जाथे, एकरसेति ए महा पुरोहित बर घलो जरूरी रिहिस कि ओकर करा चघाय बर कुछू रहय। यदि ओह धरती म होतिस, त ओह एक पुरोहित नइं होतिस, काबरकि मूसा के कानून के मुताबिक भेंट चघाय बर पुरोहितमन हवंय। जऊन सेवा ओमन पुरोहित के रूप म पबितर जगह म करथें, ओह ओकर एक नकल अऊ छइहां ए, जऊन ह स्‍वरग म हवय। एकरसेति जब मूसा ह अराधना के तम्‍बू ला बनइया रिहिस, त ओला ए चेतउनी मिले रिहिस, “देख, तेंह हर एक चीज ओ नमूना के मुताबिक बना, जऊन ह तोला पहाड़ के ऊपर देखाय गे रिहिस।” पर जऊन सेवकई यीसू ला मिले हवय, ओह अऊ उत्तम अय, जइसने कि ओ करार जेकर मध्यस्‍थ यीसू अय, जुन्ना करार ले अऊ उत्तम अय, काबरकि एह अऊ उत्तम परतिगियां ऊपर अधारित हवय। यदि पहिली करार म कुछू गलती नइं होतिस, त दूसर करार के जरूरत नइं होतिस। पर परमेसर ह मनखेमन म गलती पाईस अऊ कहिस; “परभू ह कहिथे, समय ह आवत हवय, जब मेंह इसरायल के घराना संग अऊ यहूदा के घराना संग नवां करार करहूं। एह ओ करार सहीं नइं होवय, जऊन ला मेंह ओमन के पुरखामन संग करे रहेंव, जब मेंह ओमन के हांथ धरके ओमन ला मिसर देस ले निकार लानेंव, काबरकि ओमन मोर करार के पालन नइं करिन, एकर खातिर मेंह ओमन के खियाल नइं रखेंव, परभू ह ए बात कहिथे। परभू ह कहिथे, ओ समय के बाद, मेंह इसरायल के घराना के संग ए करार करहूं – मेंह अपन कानून ला ओमन के मन म डालहूं अऊ ओमन ला ओमन के हिरदय म लिखहूं। मेंह ओमन के परमेसर होहूं अऊ ओमन मोर मनखे होहीं। कोनो अपन पड़ोसी ला, ए नइं सीखोही या कोनो अपन भाई ले, ए नइं कहिही कि ‘परभू ला जानव,’ काबरकि छोटे ले लेके बड़े तक, ओमन जम्मो झन मोला जानहीं। मेंह ओमन के पाप ला छेमा करहूं, अऊ ओमन के पाप ला फेर कभू सुरता नइं करहूं।” ए करार ला “नवां करार” कहे के दुवारा, परमेसर ह पहिली के करार ला बिगर काम के ठहराईस; अऊ जऊन चीज ह बिगर काम के अऊ जुन्ना हो जाथे, ओह जल्दी लोप हो जाही। पहिली करार म, अराधना के नियम रिहिस अऊ अराधना के एक पबितर जगह घलो रिहिस, जऊन ह ए धरती म रिहिस। एक तम्‍बू बनाय गीस। एकर पहिली कमरा म दीया, मेज अऊ परमेसर ला चघाय गे रोटी रहय; एला पबितर जगह कहे जावय। दूसरा परदा के पाछू एक ठन कमरा रहय, जऊन ला परम पबितर जगह कहे जावय, ओम धूप जलाय बर सोना के बेदी अऊ सोना ले मढ़े गय करार के संदूक रहय। ए संदूक म मन्ना ले भरे सोना के कटोरा, हारून के लउठी, जऊन म पीका आ गे रहय अऊ पथरा के पटियामन रहंय अऊ ए पटियामन म दस हुकूम लिखाय रहय। संदूक के ऊपर म महिमा के करुबमन (स्वरगदूतमन सहीं महिमामय जीव) रहंय, जेमन पछताप के जगह ला छइहां करे रहंय। पर हमन अभी ए जम्मो बातमन के चरचा नइं कर सकन। ए किसम ले हर एक चीजमन ला रखे गे रिहिस। पुरोहितमन बाहिर के कमरा म जावंय अऊ अपन सेवा ला करंय। पर सिरिप महा पुरोहित ह भीतर के कमरा म जावय अऊ ओ घलो साल म सिरिप एक बार खून लेके उहां जावय अऊ ओ खून ला, ओह खुद के अऊ मनखेमन के ओ पाप के खातिर परमेसर ला चघावय, जऊन ला ओमन बिगर जाने करे रहंय। एकर दुवारा पबितर आतमा ह ए बतावत रिहिस कि जब तक पहिली तम्‍बू ह खड़े रिहिस, तब तक परम पबितर जगह के रसता ह नइं खोले गे रिहिस। एह आज के समय बर एक नमूना ए, जऊन ह ए बताथे कि जऊन भेंट अऊ बलिदान मन चघाय जावत रिहिन, ओमन अराधना करइयामन के मन ला साफ नइं कर सकंय। ओमन सिरिप खाय-पीये के चीज अऊ नाना किसम के सुध होय के रीति-रिवाज अंय। एमन बाहिरी नियम अंय, जऊन ह नवां हुकूम के आवत तक लागू रहिथे। जब मसीह ह बने चीजमन के महा पुरोहित के रूप म आईस, जऊन मन पहिली ले इहां हवंय, त ओह अऊ बड़े अऊ जादा सिद्ध तम्‍बू म ले होके गीस, जऊन ह मनखे के बनाय नो हय, याने कि ओ तम्‍बू ह ए संसार के नो हय। ओह सबले पबितर जगह म बोकरा अऊ बछवा मन के लहू के संग नइं गीस, पर ओह उहां जम्मो के सेति एकेच बार अपन खुद के लहू के दूबारा गीस अऊ हमर बर सदाकाल के छुटकारा लानिस। बोकरा अऊ बइला मन के लहू अऊ जरे बछवा के राख ला, ओमन के ऊपर छिंचे जाथे, जऊन मन रिवाज के मुताबिक असुध रहिथें। एह ओमन ला पबितर करथे अऊ ओमन बाहिरी रूप ले सुध हो जाथें। तब मसीह, जऊन ह निरदोस रिहिस, सदाकाल के आतमा के जरिये अपन-आप ला परमेसर ला भेंट चघा दीस। ओकर लहू ह हमर बिवेक ला बेकार के काममन ले सुध करथे, ताकि हमन जीयत परमेसर के सेवा कर सकन। एकरे खातिर मसीह ह एक नवां करार के मध्यस्‍थ ए, ताकि जऊन मन बलाय गे हवंय, ओमन ओ सदाकाल के वारिस बन जावंय, जेकर वायदा परमेसर ह करे हवय। अब मसीह अपन मिरतू के दुवारा एक छुड़ौती के कीमत दीस, ताकि ओह ओमन ला छोंड़ाय सकय, जऊन मन पहिली करार के समय पाप करे रिहिन। जब कोनो वसीयत लिखथे अऊ मर जाथे, तब ओकर वारिस बर एह जरूरी ए कि ओह वसीयत करइया के मिरतू ला साबित करय। काबरकि वसीयत ह तभे लागू होथे, जब वसीयत करइया ह मर जाथे। जब तक कि ओह जीयत हवय, तब तक वसीयत के कोनो मतलब नइं रहय। एकरे कारन, पहिली करार ह लहू के दुवारा लागू करे गे रिहिस। जब मूसा ह जम्मो मनखेमन ला कानून म बताय जम्मो हुकूम ला पढ़के सुना चुकिस, तब ओह पानी के संग बछवामन के लहू, लाल ऊन अऊ जूफा के डारा लीस अऊ ए चीजमन ला कानून के किताब अऊ जम्मो मनखेमन ऊपर छिंचिस, अऊ ओह कहिस, “एह ओ करार के लहू ए, जऊन ला पालन करे के हुकूम, परमेसर ह तुमन ला देय हवय।” एहीच किसम ले, मूसा ह तम्‍बू अऊ अराधना के जम्मो चीज ऊपर लहू छिंचिस। वास्तव म, मूसा के कानून के मुताबिक लगभग हर एक चीज लहू के दुवारा सुध करे जाथे अऊ बिगर लहू बोहाय पाप के छेमा नइं होवय। एह जरूरी रिहिस कि स्वरगीय चीजमन के नकल ह ए बलिदानमन के दुवारा सुध करे जावय, पर स्‍वरग के चीजमन खुद एकर ले अऊ बने बलिदान के दुवारा सुध करे जाथें। काबरकि मसीह ह मनखे के बनाय ओ पबितर जगह म नइं गीस, जऊन ह सही के पबितर जगह के नमूना रिहिस, पर ओह स्‍वरग म गीस कि अब हमर बर, ओह परमेसर के आघू म परगट होवय। मसीह ह स्‍वरग म अपन-आप ला बार-बार भेंट चघाय बर नइं गीस, जइसने महा पुरोहित ह हर साल परम पबितर जगह म आने के लहू लेके जाथे, नइं तो जब ले संसार ह रचे गे हवय, तब ले अब तक, मसीह ला कतको बार दुःख उठाना पड़तिस। पर अब ओह ए जुग के आखिरी म, जम्मो के सेति एकेच बार परगट होईस, ताकि अपन खुद के बलिदान के दुवारा पाप ला दूर करय। जइसने मनखे के एक बार मरई अऊ ओकर बाद ओकर नियाय होवई तय हवय, ओहीच किसम ले, मसीह घलो अपन-आप ला एक बार बलिदान कर दीस कि ओह बहुंते मनखे के पाप ला दूर करय। अऊ ओह दूसर बार परगट होही, पर पाप के भार उठाय बर नइं, पर ओमन के उद्धार करे बर, जऊन मन ओकर बाट जोहत हवंय। मूसा के कानून ह अवइया बने चीजमन के सिरिप एक छइहां ए। एमन अपन-आप म सही के चीज नो हंय। कानून के मुताबिक, एकेच किसम के बलिदान नियमित रूप ले हर साल चघाय जाथे, अऊ एह ओमन ला कभू सिद्ध नइं कर सकय, जऊन मन अराधना करे बर आथें। यदि ए बलिदानमन के दुवारा मनखेमन सिद्ध हो जातिन, त ओमन के बलिदान चघई बंद हो जातिस। काबरकि अराधना करइयामन जम्मो के सेति एकेच बार म सुध हो जातिन अऊ ओमन अपन पाप के दोसी नइं होतिन। पर ओ बलिदानमन हर साल ओमन के पाप के सुरता कराथें। काबरकि बइला अऊ बोकरा मन के लहू ह पाप ला कभू दूरिहा नइं कर सकय। एकरसेति, जब मसीह ह संसार म आईस त ओह कहिस: “बलिदान अऊ भेंट तेंह नइं चाहय, पर तेंह एक ठन देहें, मोर बर तियार करय। तेंह होम-बलि अऊ पाप-बलि चघाय ले खुस नइं होवय। तब मेंह कहेंव, ‘मेंह इहां हंव – जइसने पबितर बचन म मोर बारे म लिखे हवय – हे परमेसर, मेंह तोर ईछा ला पूरा करे बर आय हवंव।’ ” पहिली मसीह ह कहिस, “न तो तेंह बलिदान अऊ भेंट, होम-बलि अऊ पाप-बलि ला चाहय, अऊ न ही ओमन ले खुस होवय” (हालाकि ए जम्मो बलिदान, मूसा के कानून के मुताबिक चघाय जाथे)। तब ओह कहिस, “मेंह इहां हंव, मेंह तोर ईछा ला पूरा करे बर आय हवंव।” ओह पहिली के बात ला छोंड़ देथे ताकि दूसर बात ला स्‍थापित करय। अऊ ओहीच ईछा के दुवारा हमन यीसू मसीह के देहें के बलिदान के जरिये पबितर करे गे हवन अऊ ए बलिदान ह जम्मो के सेति एकेच बार करे गीस। हर एक पुरोहित ह दिन प्रतिदिन ठाढ़ होके अपन धारमिक सेवा ला करथे। ओह बार-बार ओहीच बलिदान ला चघाथे, जऊन ह पाप ला कभू दूरिहा नइं कर सकय। पर मसीह ह पाप के खातिर एकेच बलिदान सदाकाल के सेति चघाईस अऊ ओह परमेसर के जेवनी हांथ अंग जा बईठिस। ओहीच बेरा ले, ओह इंतजार करथे कि परमेसर ह ओकर बईरीमन ला ओकर गोड़ रखे के चौकी बना देवय, काबरकि एकेच बलिदान के दुवारा, ओह ओमन ला सदाकाल बर सिद्ध कर दे हवय, जऊन मन पाप ले पबितर करे गे हवंय। पबितर आतमा घलो हमन ला एकर बारे म गवाही देथे। पहिली ओह कहिथे: “परभू ह कहिथे कि जऊन करार मेंह ओ समय के बाद ओमन ले करहूं, ओह ए अय – मेंह अपन कानून ला ओमन के हिरदय म धरहूं अऊ मेंह ओमन ला ओमन के मन म लिखहूं।” तब ओह ए घलो कहिथे: “ओमन के पाप अऊ अधरम के काम ला मेंह फेर कभू सुरता नइं करहूं।” अऊ जब एकर छेमा हो गे हवय, त फेर पाप खातिर अऊ कोनो बलिदान के जरूरत नइं ए। हे भाईमन हो, जब हमन ला भरोसा हवय कि यीसू के लहू के दुवारा हमन परम पबितर जगह म जाबो, ओह हमर बर एक नवां अऊ जीयत रसता खोलिस, जऊन ह ओ परदा म ले होके जाथे, जऊन ह ओकर देहें अय, अऊ जब हमर करा एक बड़े पुरोहित हवय, जेकर ऊपर परमेसर के घर के जिम्मा हवय, त आवव, हमन परमेसर के लकठा म साफ हिरदय अऊ पूरा बिसवास के संग जावन। एक अइसने हिरदय, जऊन म पाप भावना नइं ए अऊ अइसने देहें, जऊन ह सुध पानी म धोय गे हवय। आवव, हमन ओ आसा ला मजबूती ले धरे रहन, जऊन ला हमन स्वीकार करथन, काबरकि जऊन ह वायदा करे हवय, ओह बिसवास लइक अय। अऊ आवव, हमन ए बिचार करन कि कइसने हमन एक-दूसर ला मया म अऊ बने काम म उत्साहित कर सकथन। आवव, हमन एक-दूसर के संग मिले बर नइं छोड़न, जइसने कि कुछू झन के ए आदत बन गे हवय, पर आवव, हमन एक-दूसर ला अऊ जादा उत्साहित करन, जइसने कि तुमन देखत हवव कि परभू के दिन ह लकठा आवत हवय। सत के गियान ला पाय के बाद, कहूं हमन जान-बूझ के पाप करते रहिथन, त फेर कोनो घलो बलिदान हमर पाप ला दूरिहा नइं कर सकय, पर सिरिप नियाय के एक भयानक बाट जोहई अऊ भयंकर आगी ह बांचही, जऊन ह परमेसर के बईरीमन ला जलाके भसम कर दिही। जऊन कोनो मूसा के कानून ला नइं मानिस, ओह बिगर दया के दू या तीन मनखे के गवाही ले मारे गीस। त तुमन सोचव कि ओ मनखे ह कतेक कठोर सजा के भागी ए, जऊन ह परमेसर के बेटा के इनकार करे हवय अऊ करार के ओ लहू ला तुछ जाने हवय, जेकर दुवारा ओह पबितर करे गे रिहिस, अऊ अनुग्रह के आतमा के बेजत्ती करे हवय। काबरकि हमन ओला जानथन, जऊन ह ए कहिस, “बदला लेवई मोर काम ए; मेंह बदला लूहूं” अऊ ओह फेर ए कहिस, “परभू ह अपन मनखेमन के नियाय करही।” जीयत परमेसर के हांथ म पड़ई बहुंत भयानक बात ए। सुरू के ओ दिनमन ला सुरता करव, परमेसर के अंजोर ला पाय के बाद, जब तुमन कतको दुःख सहत घलो स्थिर रहेव। कभू तुम्‍हर खुले आम बेजत्ती करे गीस अऊ तुमन ला सताय गीस, त कभू तुमन हर किसम ले ओमन के मदद करेव, जऊन मन के संग ए किसम के गलत बरताव करे जावत रिहिस। तुमन कैदीमन बर सहानुभूति रखेव अऊ जब तुम्‍हर धन-संपत्ति ला लूटे गीस, त तुमन एला आनंद के संग स्वीकार करेव, काबरकि तुमन जानत रहेव कि तुम्‍हर करा एकर ले घलो उत्तम अऊ सदा बने रहइया संपत्ति हवय। एकरसेति अपन भरोसा ला झन छोड़व, काबरकि तुमन ला एकर एक बड़े इनाम मिलही। तुमन ला धीरज धरई जरूरी ए, ताकि जब तुमन परमेसर के ईछा ला पूरा कर लेवव, त तुमन ला ओ इनाम मिलय, जेकर वायदा परमेसर ह तुम्‍हर ले करे हवय। काबरकि परमेसर के बचन ह कहिथे, “अब बहुंते कम समय बचे हवय; जऊन ह अवइया हवय, ओह आही अऊ ओह देरी नइं करय। पर मोर धरमी जन ह बिसवास के दुवारा जीयत रहिही। अऊ कहूं ओह पाछू हटथे, त मेंह ओकर ले खुस नइं होवंव।” पर हमन ओ मनखे नो हन, जऊन मन पाछू हट जाथें अऊ नास हो जाथें, पर हमन ओ मनखे अन, जऊन मन बिसवास करथें अऊ बचाय जाथें। बिसवास करे के मतलब ए अय कि ओ बात ह निस्चय होही, जेकर आसा हमन करथन अऊ बिसवास करे के मतलब ओ बात के निस्चयता घलो अय, जऊन ला हमन नइं देखन। बिसवास के कारन ही पुराना जमाना के मनखेमन परमेसर के नजर म सही ठहरिन। बिसवास के दुवारा, हमन जानथन कि जम्मो संसार ह परमेसर के हुकूम ले सिरजे गीस, अऊ जऊन चीज ह दिखथे, ओह दिखत चीज ले बनाय नइं गीस। बिसवास के दुवारा, हाबिल ह कैन ले उत्तम बलिदान परमेसर ला चघाईस। बिसवास के दुवारा, हाबिल ह एक धरमी मनखे समझे गीस, काबरकि परमेसर ह ओकर भेंट के बारे म बने बात कहिस। अऊ बिसवास के दुवारा, ओह अभी घलो गोठियाथे, हालाकि ओह मर गे हवय। बिसवास के दुवारा, हनोक ह उठा लिये गीस, अऊ ओला मिरतू के अनुभव नइं होईस। ओह फेर कोनो ला नइं दिखिस, काबरकि परमेसर ह ओला उठा ले रिहिस। हनोक के उठाय जाय के पहिली, ओकर बारे म, ए कहे गे रिहिस कि ओह परमेसर ला खुस करिस। बिगर बिसवास के परमेसर ला खुस करई असंभव ए, काबरकि जऊन ह परमेसर करा आथे, ओला ए बिसवास करना जरूरी ए कि परमेसर हवय अऊ ओह ओमन ला इनाम देथे, जऊन मन सही मन ले ओला खोजथें। जब परमेसर ह नूह ला ओ बातमन के बारे म चेतउनी दीस, जऊन मन ओ समय नइं दिखत रिहिन, त बिसवास के दुवारा, परमेसर के पबितर भय म, नूह ह अपन परिवार ला बचाय बर पानी जहाज बनाईस। अपन बिसवास के दुवारा, ओह संसार ला दोसी ठहराईस अऊ ओ धरमीपन के वारिस बन गीस, जऊन ह बिसवास के दुवारा होथे। जब परमेसर ह अब्राहम ला एक ठन जगह ला जाय बर कहिस, जऊन ला ओह बाद म वारिस के रूप म पवइया रिहिस, त बिसवास के दुवारा, अब्राहम ह परमेसर के बात ला मानिस अऊ चल दीस, हालाकि ओला ए बात मालूम नइं रिहिस कि ओह कहां जावत रिहिस। बिसवास के दुवारा, ओह परतिगियां के भुइयां म अपन घर बनाईस अऊ एक अजनबी के सहीं, ओह एक आने देस म रिहिस। ओह तम्‍बूमन म रहय अऊ वइसने इसहाक अऊ याकूब घलो करिन, जऊन मन अब्राहम के संग ओहीच परतिगियां के वारिस रिहिन। काबरकि अब्राहम ह ओ सहर के बाट जोहत रिहिस, जेकर नींव हवय अऊ जेकर नकसा बनइया अऊ गढ़इया परमेसर ए। हालाकि अब्राहम डोकरा हो गे रिहिस अऊ सारा ह खुद बांझ रिहिस, पर बिसवास के दुवारा, अब्राहम ह ददा बनिस काबरकि ओह परमेसर ऊपर बिसवास करिस, जऊन ह ओकर ले वायदा करे रिहिस। अऊ ए किसम ले, ए एक झन ले, जऊन ह मुरदा सहीं रिहिस, अतेक संतान होईन कि ओमन अकास के तारामन अऊ समुंदर तीर के बालू सहीं अनगिनत हो गीन। ए जम्मो मनखे बिसवास म रहत मर गीन। ओमन ओ चीजमन ला नइं पाईन, जेकर वायदा परमेसर ह ओमन ले करे रिहिस, पर ओमन ओ चीजमन ला सिरिप देखिन अऊ दूरिहा ले ओमन के सुवागत करिन। अऊ ओमन ए बात ला मान लीन कि ओमन ए धरती म परदेसी अऊ अजनबी रिहिन। जऊन मनखेमन अइसने बात कहिथें, ओमन ए परगट करथें कि ओमन अपन खुद के एक देस के खोज म हवंय। यदि ओमन ओ देस के बारे म सोचे होतिन, जऊन ला छोंड़के ओमन आ गे रिहिन, त ओमन करा वापिस जाय के मऊका रिहिस। पर ओमन एक उत्तम देस, याने कि स्वरगीय देस के खोज म रिहिन। एकरसेति परमेसर ह नइं लजावय, जब ओमन ओला अपन परमेसर कहिथें काबरकि ओह ओमन बर एक सहर तियार करे हवय। जब परमेसर ह अब्राहम ला परखिस, त बिसवास के दुवारा, अब्राहम ह इसहाक ला बलिदान के रूप म चघाईस। अब्राहम ह ओ मनखे रिहिस, जेकर ले परमेसर ह परतिगियां करे रिहिस, पर ओह अपन एकलऊता बेटा (इसहाक) ला बलिदान चघाय बर तियार रिहिस, हालाकि परमेसर ह ओला ए कहे रिहिस, “इसहाक के जरिये तोर बंस चलही।” अब्राहम ह बिसवास करिस कि परमेसर ह मरे मनखे ला जीयाय सकथे। हमन ए कह सकथन कि अब्राहम ह इसहाक ला मिरतू म ले फेर पा गीस। बिसवास के दुवारा, इसहाक ह याकूब अऊ एसाव ला ओमन के भविस्य बर आसिस दीस। बिसवास के दुवारा, याकूब ह अपन मरत समय यूसुफ के दूनों बेटा ला आसिस दीस, अऊ अपन लउठी के मुठ के ऊपर निहरके परमेसर के अराधना करिस। जब यूसुफ ह मरइया रिहिस, त बिसवास ही के दुवारा, ओह इसरायलीमन के बारे म कहिस कि ओमन मिसर देस के गुलामी से निकर जाहीं अऊ ए हुकूम घलो दीस कि ओकर मरे के बाद, ओकर हाड़ामन के का करे जावय। जब मूसा ह जनमिस, त बिसवास के दुवारा, ओकर दाई-ददा ओला तीन महिना तक छुपाय रखिन, काबरकि ओमन देखिन कि लइका ह सुघर हवय अऊ ओमन राजा के हुकूम ले नइं डर्राईन । जब मूसा ह बड़े हो गीस, त बिसवास के दुवारा ही, ओह फिरौन राजा के बेटी के बेटा कहाय बर इनकार करिस। थोरकन दिन पाप के सुख भोगे के बदले, ओह परमेसर के मनखेमन संग दुःख भोगई ला बने समझिस। मूसा ह मसीह के हित म कलंकित होवई ला बड़े धन समझिस, एकर बनिस‍पत कि मिसर देस के खजाना के उपयोग करई, काबरकि ओह अवइया समय म अपन इनाम के बाट जोहत रिहिस। बिसवास ही के दुवारा, ओह राजा के कोरोध के चिंता नइं करिस अऊ मिसर देस ला छोंड़ दीस। ओह बिसवास म बने रिहिस, काबरकि ओह ओ परमेसर ला देखिस, जऊन ह नइं दिखय। बिसवास ही के दुवारा, ओह फसह तिहार ला मानिस अऊ कपाटमन म लहू छिंचे के हुकूम दीस ताकि मिरतू के दूत ह इसरायलीमन के पहिलांत बेटामन ला झन मार डारय। बिसवास के दुवारा ही, इसरायली मनखेमन लाल समुंदर म ले अइसने पार होगिन, जइसने कि सूखा भुइयां म पार होथें; पर जब मिसर देस के मनखेमन पार होय के कोसिस करिन, त ओ जम्मो झन बुड़ मरिन। बिसवास ही के दुवारा, जब इसरायलीमन सात दिन तक यरीहो के दिवाल के चक्‍कर लगाईन, त ओ दिवाल ह गिर गीस। बिसवास ही के कारन, राहाब नांव के बेस्या ह ओमन के संग मारे नइं गीस, जऊन मन परमेसर के हुकूम नइं मानिन। ओह भेदियामन ला छुपाय रखिस। मेंह अऊ का कहंव? गिदोन, बाराक, समसून, यिफतह, दाऊद, सामुएल अऊ अगमजानीमन के बारे म बताय बर, मोर करा समय नइं ए। बिसवास ही के दुवारा, ओमन देसमन ला जीतिन, नियाय के मुताबिक काम करिन अऊ ओ चीज ला पाईन, जेकर वायदा परमेसर ह करे रिहिस। ओमन सिंहमन के मुहूं ला बंद कर दीन, धधकत आगी ला बुथा दीन, अऊ तलवार के मार ले बच निकरिन। ओमन के कमजोरी ह ताकत म बदल गीस। ओमन लड़ई म बीरता देखाईन अऊ बिदेसी सेनामन ला मार भगाईन। माईलोगनमन अपन मरे लोगनमन ला फेर जीयत पा गीन। अनेक बिसवासीमन अब्‍बड़ दुःख अऊ पीरा सहिन, पर ओमन एकर ले छुटे बर नइं चाहिन, ताकि ओमन ला जी उठे के बाद एक उत्तम जिनगी मिलय। कुछू बिसवासीमन के ठट्ठा करे गीस अऊ ओमन ला कोर्रा म मारे गीस, जबकि कतको झन ला संकली म बांधके जेल म डार दिये गीस। ओमन ला पत्थरवाह करे गीस; ओमन के देहें ला आरी म चीरके दू भाग कर दिये गीस; ओमन तलवार ले मार डारे गीन। ओमन मेढ़ा अऊ बोकरा के चाम के कपड़ा पहिरे एती-ओती मारे-मारे फिरिन; ओमन खंगी म रिहिन अऊ सताय गीन अऊ ओमन के संग गलत बरताव करे गीस। संसार ह ओमन के लइक नइं रिहिस। ओमन उजाड़ जगह अऊ पहाड़ अऊ भुइयां के खोह अऊ बिल मन म भटकत फिरिन। ए जम्मो झन अपन बिसवास के कारन परसंसा पाईन, पर ओम ले कोनो ला ओ चीज नइं मिलिस, जेकर वायदा परमेसर ह करे रिहिस। परमेसर ह हमर खातिर अऊ उत्तम योजना बनाय रिहिस, ताकि ओमन हमर संग ही एक साथ सिद्ध बनाय जावंय। एकरसेति, जब हमर चारों कोति अइसने बहुंते गवाह हवंय, त आवव, हमन हर ओ बाधा देवइया चीज अऊ फंसा लेवइया पाप ले दूरिहा रहन अऊ ओ दऊड़ ला मन लगाके दऊड़न, जऊन ह हमर आघू म रखे हवय। आवव, हमन यीसू कोति अपन धियान लगाय रखन, जऊन ह सुरू ले लेके आखिरी तक हमर बिसवास के आधार ए अऊ जऊन ह अपन आघू म रखे आनंद खातिर कुरुस के मिरतू ला सहिस। ओह एकर दुवारा बेजत्ती होय के चिंता नइं करिस अऊ परमेसर के सिंघासन के जेवनी हांथ कोति बईठ गीस। एकरसेति, यीसू ऊपर अपन मन लगावव, जऊन ह पापी मनखेमन ले अइसने बिरोध सहिस, ताकि तुमन निरास झन होवव अऊ हिम्मत झन हारव। पाप के बिरूद्ध लड़ई म, तुमन अभी तक ओ जगह म नइं आय हवव, जिहां तुमन ला अपन खून बहाना पड़े हवय। अऊ तुमन उत्साह के ओ बचन ला भुला गे हवव, जऊन म परमेसर ह तुमन ला बेटा सहीं कहिथे: “हे मोर बेटा, परभू के ताड़ना ला हल्‍का झन समझ, अऊ जब ओह तोला दबकारथे, त हिम्मत झन हार, काबरकि परभू ह ओमन के ताड़ना करथे, जऊन मन ला ओह मया करथे, अऊ ओह हर ओ मनखे ला दंड देथे, जऊन ला ओह बेटा बना लेथे।” दुःख-तकलीफ ला ताड़ना समझके सह लेवव; परमेसर ह तुमन ला अपन बेटा जानके तुम्‍हर संग बरताव करत हवय। काबरकि का अइसने कोनो बेटा हवय, जेकर ताड़ना ओकर ददा ह नइं करय? हर एक झन के ताड़ना होथे, पर कहूं तुम्‍हर ताड़ना नइं होईस, त तुमन नजायज संतान अव, अऊ सही के बेटा नो हव। हमन के हर एक के सारीरिक ददा हवंय, जऊन मन हमर ताड़ना करथें अऊ हमन एकर खातिर ओमन के आदर करथन। तब हमन ला हमर आतमा के ददा के अधीन, अऊ जादा रहना चाही ताकि हमन जीयत रहन। हमर ददामन थोरकन समय बर हमर ताड़ना करथें, जइसने ओमन उचित समझथें; पर परमेसर ह हमर भलई बर ताड़ना करथे ताकि हमन ओकर पबितरता म भागीदार होवन। ओतकीच बेरा, कोनो घलो किसम के ताड़ना बने नइं लगय, पर पीरा देथे। पर बाद म, एह ओमन के जिनगी म धरमीपन अऊ सांति के फर लाथे, जऊन मन ए ताड़ना म ले होके गुजर चुके होथें। एकरसेति, अपन कमजोर हांथ अऊ कमजोर माड़ी मन ला मजबूत करव। अपन गोड़ खातिर डहारमन ला समतल करव, ताकि खोरवा ह अपंग झन होवय, पर ओह चंगा हो जावय। जम्मो मनखेमन संग सांति ले रहे के पूरा कोसिस करव अऊ पबितर बने बर घलो पूरा कोसिस करव, काबरकि बिगर पबितरता के, कोनो परभू ला नइं देख सकय। एकर धियान रखव कि हर एक झन ला परमेसर के अनुग्रह मिलय अऊ ओमन म कोनो किसम के कड़वाहट झन पनपे, जऊन ह समस्या खड़े करथे अऊ बहुंते झन ला असुध करथे। एकर घलो धियान रखव कि कोनो छिनारी झन करय या एसाव के सहीं भक्तिहीन झन होवय, जऊन ह एक बखत के भोजन खातिर अपन पहिलांत के अधिकार ला बेंच दीस। जइसने कि तुमन जानत हव, बाद म, जब ओह ए आसिस ला पाय चाहिस, त ओला नइं मिलिस। हालाकि ओह रो-रोके ओ आसिस ला पाय के कोसिस करिस, पर ओकर करा अपन ददा के मन ला बदले के अऊ कोनो आने उपाय नइं रिहिस। तुमन अब तक ओ जगह म नइं आय हवव अऊ अनुभव नइं करे हवव जइसने इसरायलीमन सीनै पहाड़ म अनुभव करे रिहिन, जिहां आगी बरत रिहिस; अंधियार, धुंधलापन अऊ आंधी-तूफान रिहिस; अऊ जिहां तुरही के अवाज अऊ एक झन के अइसने गोठियाय के अवाज आवत रिहिस, जऊन ला सुनके मनखेमन बिनती करे लगिन कि ओमन ले अऊ कोनो बात झन कहे जावय काबरकि ओमन ओ हुकूम ले घबरा गीन, जेम ए कहे गे रिहिस, “अऊ त अऊ कहूं कोनो पसु घलो पहाड़ ला छुवय, त ओला पत्थरवाह करके मार डारे जावय।” ओ दरसन ह अइसने भयानक रिहिस कि मूसा ह कहिस, “मेंह डर के मारे कांपत हवंव।” पर तुमन सियोन पहाड़, जीयत परमेसर के सहर, स्वरगीय यरूसलेम करा आ गे हवव। तुमन हजारों-हजार स्वरगदूतमन के संग आनंद के सभा, अऊ पहिलांतमन के कलीसिया म आय हवव, जेमन के नांव स्‍वरग म लिखे गे हवय। तुमन परमेसर करा आय हवव, जऊन ह जम्मो मनखेमन के नियाय करथे, अऊ तुमन ओ धरमीमन के आतमामन करा आ गे हवव, जऊन मन सिद्ध बनाय गे हवंय। तुमन यीसू करा आ गे हवव, जऊन ह एक नवां करार के मध्यस्‍थ ए अऊ तुमन ओ छिड़काय लहू करा आ गे हवव, जऊन ह हाबिल के लहू ले घलो अऊ उत्तम बात कहिथे। ए बात ला धियान देवव कि जऊन ह गोठियाथे, ओकर बात ला सुनव। काबरकि ओ मनखेमन बच नइं सकिन, जऊन मन ओकर बात ला नइं सुनिन, जऊन ह धरती म ओमन ला चेतउनी देवत रिहिस, त फेर हमन कइसने बच सकबो, कहूं हमन ओकर बात ला नइं सुनन, जऊन ह हमन ला स्‍वरग ले चेतउनी देथे? ओ समय ओकर अवाज ह धरती ला कंपा दीस, पर अब ओह ए वायदा करे हवय, “एक बार फेर, मेंह सिरिप धरती ला ही नइं, पर अकासमन ला घलो हलाहूं।” ए सबद “एक बार फेर” ए बात ला बताथे कि जऊन चीजमन हलाय जा सकथें, ओमन ला हटाय जाही, काबरकि एमन सिरजे गय चीज अंय, ताकि जऊन चीजमन हलाय नइं जा सकंय, ओमन अटल बने रहंय। एकरसेति, जब हमन ला एक अइसने राज मिलत हवय, जऊन ला हलाय नइं जा सकय; त आवव, हमन धनबाद देवन, अऊ आदर अऊ भय के संग परमेसर के अइसने अराधना करन, जेकर ले ओह खुस होवय, काबरकि हमर परमेसर ह एक भसम करइया आगी अय। भाईमन सहीं एक-दूसर ले मया करते रहव। अनजान मनखेमन के आव-भगत करे बर झन भूलव, काबरकि अइसने करे के दुवारा कुछू मनखेमन अनजाने म स्वरगदूतमन के आव-भगत करे हवंय। जऊन मन जेल म हवंय, ओमन के खियाल रखव, ए सोचके कि मानो तुमन घलो ओमन संग कैद म हवव, अऊ जऊन मन के संग गलत बरताव करे जाथे, ओमन के घलो खियाल रखव, ए सोचके कि मानो तुमन खुद दुःख उठावत हवव। बिहाव ह जम्मो मनखे म आदर के बात समझे जावय। घरवाला अऊ घरवाली एक-दूसर के छोंड़ अऊ काकरो संग गलत संबंध झन रखंय, काबरकि परमेसर ह ओ जम्मो झन के नियाय करही, जऊन मन बेभिचारी अंय अऊ आने के संग गलत संबंध रखथें। तुमन अपन-आप ला रूपिया-पईसा के मोह-मया ले दूर रखव अऊ जऊन कुछू तुम्‍हर करा हवय, ओम संतोस रहव, काबरकि परमेसर ह कहे हवय, “मेंह तोला कभू नइं छोड़ंव; मेंह तोला कभू नइं तियागंव।” एकरसेति हमन बेधड़क कहिथन, “परभू ह मोर सहायक ए; मेंह नइं डरंव। मनखे ह मोर का कर सकथे?” अपन ओ अगुवामन के खियाल रखव, जऊन मन तुमन ला परमेसर के बचन सुनाईन। ओमन के जिनगी के जम्मो बने बात के बारे म सोचव अऊ ओमन के बिसवास के नकल करव। यीसू मसीह ह कल, आज अऊ सदाकाल बर उसनेच ए। नाना किसम के अनजान उपदेस के दुवारा धोखा झन खावव। एह बने अय कि हमर हिरदय ह परमेसर के अनुग्रह ले मजबूत होवय, न कि ओ रीति-रिवाज के भोजन ले, जऊन ला खाय ले कोनो फायदा नइं होवय। हमर एक बेदी हवय, जिहां ले पुरोहितमन तम्‍बू म सेवा करथें, पर ओमन ला बेदी म चघाय चीज ला खाय के अधिकार नइं ए। महा पुरोहित ह पसुमन के लहू ला पाप बलि के रूप म परम पबितर जगह म ले जाथे, पर ओमन के देहें ह पड़ाव के बाहिर म जलाय जाथे। एकर खातिर, यीसू घलो सहर के कपाट के बाहिर दुःख भोगिस, ताकि ओह अपन खुद के लहू ले अपन मनखेमन ला पबितर करय। त आवव, हमन पड़ाव के बाहिर ओकर करा चलन अऊ ओ कलंक म भागी होवन जऊन ला ओह सहिस। काबरकि इहां, हमर कोनो स्‍थायी सहर नइं ए, पर हमन ओ सहर के बाट जोहथन, जऊन ह अवइया हवय। एकरसेति आवव, हमन यीसू के जरिये परमेसर ला लगातार इस्तुति के बलिदान चघावन अऊ ए बलिदान ह हमर मुहूं के ओ बचन ए, जऊन ह ओकर नांव ला मानथे। अऊ भलई करे बर अऊ आने मन के मदद करे बर झन भूलव, काबरकि अइसने बलिदान परमेसर ला भाथे। अपन अगुवामन के बात मानव अऊ ओमन के अधीन म रहव। ओमन तुम्‍हर खियाल ओ मनखेमन सहीं रखथें, जऊन मन ला अपन काम के लेखा देना जरूरी ए। ओमन के बात मानव, ताकि ओमन के काम ह एक बोझा सही नइं, पर एक आनंद के बात होवय, नइं तो ओह तुम्‍हर कुछू फायदा के नइं होही। हमर बर पराथना करव। हमन ला भरोसा हवय कि हमर बिवेक ह साफ हवय अऊ हमन हर किसम ले, सही काम ला करे चाहथन। मेंह तुमन ले खास करके बिनती करत हवंव कि तुमन पराथना करव, ताकि मेंह तुम्‍हर करा जल्दी वापिस आ सकंव। सदाकाल के करार के लहू के जरिये, सांति के परमेसर ह हमर परभू यीसू ला मरे म ले जियाईस, जऊन ह भेड़मन के महान चरवाहा ए। सांति के ओ परमेसर ह तुम्‍हर जिनगी ला जम्मो बने चीजमन ले भर देवय, ताकि तुमन ओकर ईछा ला पूरा करव अऊ जऊन बात ओला बने लगथे, ओह ओ बात ला यीसू मसीह के जरिये हमर जिनगी म पूरा करय। यीसू मसीह के महिमा सदाकाल तक होवत रहय। आमीन। हे भाईमन हो, मेंह तुम्‍हर ले बिनती करत हंव कि उत्साह के मोर ए बचन ला धीर धरके सुनव, काबरकि ए चिट्ठी म मेंह जादा नइं लिखे हवंव। मेंह तुमन ला बताय चाहथंव कि हमर भाई तीमुथियुस ह जेल ले छूट गे हवय। यदि ओह इहां जल्दी आथे, त मेंह ओकर संग तुम्‍हर ले भेंट-घाट करे बर आहूं। अपन जम्मो अगुवा अऊ परमेसर के जम्मो मनखेमन ला हमर जोहार कहव। इटली देस के मनखेमन तुमन ला जोहार कहथें। तुमन जम्मो झन ऊपर परमेसर के अनुग्रह होवत रहय। परमेसर अऊ परभू यीसू मसीह के सेवक याकूब कोति ले, ए चिट्ठी ओ बारह गोत्र के मनखेमन ला लिखे जावत हवय, जऊन मन संसार म एती-ओती बगर गे हवंय। तुमन जम्मो झन ला जोहार मिलय । हे मोर भाईमन, जब तुम्‍हर ऊपर नाना किसम के परिछा आथे, त एला बड़ आनंद के बात समझव, काबरकि तुमन जानत हव कि तुम्‍हर बिसवास के परखे जाय ले तुम्‍हर धीरज ह बढ़थे। पर धीरज ला अपन काम करन देवव कि तुमन पूरा अऊ सिद्ध हो जावव अऊ तुमन म कोनो बने बात के कमी झन रहय। कहूं तुमन ले कोनो म बुद्धि के कमी हवय, त ओह परमेसर ले मांगय, जऊन ह बिगर गलती देखे, जम्मो झन ला खुला मन ले देथे अऊ एह ओला दिये जाही। पर ओह बिसवास के संग मांगय अऊ ओकर मन म कुछू संका झन रहय, काबरकि संका करइया ह समुंदर के लहरा के सहीं अय, जऊन ह हवा ले एती-ओती बहथे अऊ उछलथे। अइसने मनखे ह ए झन सोचय कि ओला परभू ले कुछू मिलही। ओह दुचित्ता मनखे ए अऊ ओह अपन जम्मो काम म चंचल ए। गरीब आदमी ए बात के घमंड करय कि ओह परमेसर के नजर म बड़े अय। अऊ धनवान मनखे ह खुस होवय कि परमेसर ह ओला दीन-हीन करे हवय। काबरकि ओह जंगली फूल सहीं खतम हो जाही। जब सूरज ह निकरथे, त अब्‍बड़ घाम पड़थे अऊ पौधा ला सूखा देथे; ओकर फूल ह झर जाथे अऊ ओकर सुघरपन ह खतम हो जाथे; ओहीच किसम ले, धनवान घलो अपन काम ला करत नास हो जाही। धइन ए ओ मनखे, जऊन ह जिनगी के परिछा म डोले नइं; काबरकि ओह चोखा निकरके जिनगी के ओ मुकुट ला पाही याने कि सदाकाल के जिनगी पाही, जेकर वायदा परभू ह अपन मया करइयामन ले करे हवय। जब काकरो परिछा होथे, त ओह ए झन कहय कि मोर परिछा परमेसर ह करत हवय, काबरकि न तो खराप बात ले परमेसर के परिछा हो सकथे अऊ न ही ओह काकरो परिछा खुद करथे। पर हर एक मनखे अपनेच खराप ईछा के कारन फंसथे अऊ परिछा म पड़थे। तब खराप ईछा ह बढ़के पाप ला जनमथे अऊ जब पाप ह बढ़ जाथे, त मनखे के आतमिक मिरतू हो जाथे। हे मोर भाईमन, भोरहा म झन रहव। काबरकि हर एक बने अऊ उत्तम बरदान स्‍वरग ले आथे अऊ परमेसर ददा, जऊन ह अंजोर ला बनाईस, ओकर कोति ले, ए बरदान ह मिलथे, अऊ ओह बदलत छइहां सहीं नइं बदलय। ओह अपन ईछा ले हमन ला सुघर संदेस के दुवारा नवां जिनगी दीस, ताकि हमन परमेसर बर ओकर बनाय जम्मो चीजमन ले अलग करे जावन। हे मोर भाईमन, ए गोठ ला तुमन जान लेवव: हर एक मनखे पहिली धियान देके सुनय अऊ धीर धरके बोलय अऊ तुरते गुस्सा झन होवय। काबरकि मनखे के गुस्सा ह परमेसर के धरमीपन नइं लाने सकय। एकरसेति जम्मो गंदगी अऊ बईरता ला छोंड़ देवव, अऊ दीन-हीन होके ओ बचन ला गरहन कर लेवव, जऊन ह तुम्‍हर हिरदय म बोय गे हवय अऊ तुम्‍हर उद्धार कर सकथे। पर बचन के मुताबिक चलइया बनव अऊ बचन के सिरिप सुनइया बनके अपन-आप ला धोखा झन देवव। जऊन ह बचन ला सुनथे अऊ ओकर मुताबिक नइं चलय, त ओह ओ मनखे सहीं अय, जऊन ह अपन चेहरा ला दरपन म देखथे। अऊ ओह अपन-आप ला देखके चल देथे अऊ तुरते भुला जाथे कि ओह कइसने दिखथे। पर जऊन मनखे ह ओ सिद्ध कानून ऊपर धियान लगाथे, जऊन ह हमन ला सुतंतर करथे, ओ मनखे ह अपन काम म एकरसेति आसिस पाही, काबरकि ओह सुनके भूलय नइं, पर ओकर मुताबिक चलथे। कहूं कोनो अपन-आप ला धारमिक समझथे अऊ अपन जीभ ला अपन बस म नइं रखय, त ओह अपन-आप ला धोखा देथे अऊ ओकर धरम ह बेकार ए। हमर परमेसर ददा के नजर म सही अऊ बने धरम ए अय कि दुःख म अनाथ अऊ बिधवामन के देख-रेख करय, अऊ अपन-आप ला संसार के बुरई ले अलग रखय। हे मोर भाईमन हो, जब तुमन हमर महिमामय परभू यीसू मसीह ऊपर बिसवास करथव, त काकरो संग भेदभाव झन करव। कहूं कोनो मनखे सोन के मुन्दरी अऊ सुघर कपड़ा पहिरके तुम्‍हर सभा म आवय अऊ एक गरीब मनखे घलो फटहा-पुराना कपड़ा पहिरके आवय, अऊ कहूं तुमन ओ सुघर कपड़ा पहिरे मनखे के मुहूं देखके कहव, “तेंह इहां बने ठऊर म बईठ” अऊ ओ गरीब मनखे ला कहव, “तेंह इहां खड़े रह या मोर गोड़ करा भुइयां म बईठ।” त का तुमन आपस म भेदभाव नइं करेव? अऊ खराप बिचार ले नियाय करइया नइं ठहिरेव। हे मोर मयारू भाईमन, सुनव: का परमेसर ह ए संसार के गरीबमन ला नइं चुनिस कि ओमन बिसवास म धनी, अऊ ओ स्‍वरग राज के भागीदार बनंय, जेकर वायदा परमेसर ह ओमन ले करिस, जऊन मन ओकर ले मया करथें। पर तुमन ओ गरीब के बेजत्ती करेव; का धनी मनखे तुम्‍हर ऊपर अतियाचार नइं करंय अऊ का ओमन तुमन ला कचहरी म घसीटके नइं ले जावंय? का ओमन परमेसर के सुघर नांव के निन्दा नइं करंय, जेकर तुमन अव? कहूं तुमन परमेसर के बचन म लिखाय ए राजकीय कानून ला पूरा करथव, “तें अपन पड़ोसी ले अपन सहीं मया कर।” त सही म बने करथव। पर कहूं तुमन भेदभाव करथव, त पाप करथव अऊ परमेसर के कानून ह तुमन ला दोसी ठहिराथे। काबरकि जऊन कोनो जम्मो कानून के पालन करथे, पर एकेच बात म चूक जाथे, त ओह जम्मो बात म दोसी ठहिरही। काबरकि परमेसर ह ए कहे हवय, “छिनारी झन करव।” ओही परमेसर ह ए घलो कहे हवय, “हतिया झन करव।” कहूं तुमन छिनारी नइं करव, पर काकरो हतिया करथव, त तुमन दोसी ठहरेव। तुमन ओ मनखेमन सहीं गोठियावव, अऊ काम करव, जऊन मन के नियाय ओ कानून के मुताबिक होही, जऊन ह सुतंतर करथे। काबरकि जऊन ह दया नइं करय, ओकर नियाय परमेसर ह बिगर दया के करही। काबरकि दया ह नियाय ऊपर जय पाथे। हे मोर भाईमन हो, कहूं कोनो कहय कि ओह बिसवास करथे, पर ओह बिसवास के मुताबिक काम नइं करय, त एकर ले का फायदा? का अइसने बिसवास ह कभू ओकर उद्धार कर सकथे? कहूं कोनो भाई या बहिनी उघरा हवय अऊ ओला रोज खाय बर नइं मिलथे। अऊ तुमन ले कोनो ओला कहय, “खुसी रह, गरम रह अऊ तोला भरपेट खाना मिलय।” पर जऊन चीजमन देहें बर जरूरी अंय, ओमन ला नइं देवय, त का फायदा? वइसनेच बिसवास घलो करम के बिगर मरे सहीं होथे। पर कोनो कह सकथे, “तोर करा बिसवास हवय अऊ मोर करा करम हवय।” तेंह अपन बिसवास ला मोला करम के बिगर तो देखा; अऊ मेंह अपन बिसवास ला मोर करम के दुवारा तोला देखाहूं। तेंह बिसवास करथस कि एकेच परमेसर हवय; बने करथस; परेत आतमामन घलो अइसनेच बिसवास रखथें अऊ कांपथें। पर हे मुरुख अऊ अलाल मनखे, का तेंह ए नइं जानत हवस कि करम बिगर बिसवास ह बेकार ए। जब हमर पुरखा अब्राहम ह अपन बेटा इसहाक ला बेदी ऊपर चघाईस, त का ओह अपन करम के दुवारा परमेसर के नजर म धरमी नइं ठहरिस। तेंह देखे कि ओकर करम ह बिसवास के मुताबिक रिहिस अऊ करम के दुवारा ओकर बिसवास ह पूरा होईस। अऊ परमेसर के ए बचन ह पूरा होईस, “अब्राहम ह परमेसर ऊपर बिसवास करिस अऊ धरमी गने गीस, अऊ ओला परमेसर के संगवारी कहे गीस।” तुमन देख डारेव कि मनखेमन सिरिप बिसवास के दुवारा ही नइं, पर संग म करम के दुवारा धरमी ठहिरथें। वइसनेच, का राहाब बेस्या ह घलो अपन करम के दुवारा धरमी नइं ठहरिस, जब ओह इसरायली भेदियामन ला अपन घर म ठऊर दीस, अऊ आने रसता ले ओमन ला बिदा कर दीस? जइसने देहें ह आतमा के बिगर मरे हवय, वइसनेच बिसवास ह घलो करम के बिगर मरे हवय। हे मोर भाईमन हो, तुमन ले बहुंत झन गुरू झन बनव, काबरकि तुमन जानत हव कि गुरूमन के अऊ कड़ई ले नियाय होही। हमन जम्मो झन अक्सर गलती करथन। जऊन कोनो अपन गोठ म कभू गलती नइं करय, ओह सिद्ध मनखे ए; अऊ ओह अपन देहें ला बस म कर सकथे। जब हमन अपन गोठ ला मनवाय बर घोड़ामन के मुहूं म लगाम लगाथन, त हमन ओकर पूरा देहें ला घलो अपन बस म कर लेथन। देखव, पानी जहाज घलो, जऊन ह बहुंत बड़े होथे; अऊ तेज हवा के दुवारा चलथे, तभो ले एक नानकून पतवार के दुवारा मांझी ह अपन ईछा के मुताबिक ओला जिहां चाहथे उहां ले जाथे। वइसनेच जीभ ह घलो देहें के एक नानकून अंग ए, पर ओह बहुंते डींग मारथे। देखव, एक नानकून आगी के चिनगारी ले कतेक बड़े जंगल म आगी लग जाथे। जीभ ह घलो आगी सहीं अय। एह हमर देहें म अधरम के एक संसार ए। एह एक अइसने आगी ए, जऊन ला नरक कुन्‍ड के आगी ले बारे गे हवय अऊ पूरा जिनगी म आगी लगाके मनखे ला बरबाद कर देथे। हर एक किसम के जीव-जन्तु, चिरई अऊ पेट के भार रेंगइया जीव-जन्तु अऊ पानी के जीव-जन्तु, मनखेमन के बस म हो सकथें अऊ ओमन बस म हो घलो गे हवंय। पर जीभ ला कोनो मनखे अपन बस म नइं कर सकय। ओह अइसने सैतान ए, जऊन ह कभू चुप नइं रहय। ओह अइसने जहर ले भरे हवय, जऊन ह परान ले लेथे। जीभ ले हमन परभू अऊ ददा के महिमा करथन अऊ इही जीभ ले मनखेमन ला सराप घलो देथन, जऊन मन परमेसर के सरूप म बनाय गे हवंय। ओहीच मुहूं ले महिमा अऊ सराप दूनों निकरथे। हे मोर भाईमन हो, अइसने नइं होना चाही। का मीठा अऊ नूनचूर पानी झरना के एकेच मुहूं ले निकर सकथे? हे मोर भाईमन, का अंजीर के रूख म जैतून या अंगूर के नार म अंजीर फर सकथे? वइसने नूनचूर झरना ले मीठा पानी नइं निकर सकय। तुमन म बुद्धिमान अऊ समझदार कोन ए? ओह अपन काम अऊ बने चाल-चलन के दुवारा एला नमरता सहित देखावय, जऊन ह बुद्धि ले उपजथे। पर कहूं तुमन अपन मन म भारी जलन अऊ सुवारथ रखथव, त एकर बर घमंड झन करव अऊ सत के बिरोध झन करव। अइसने बुद्धि ह स्‍वरग ले नइं आवय, पर एह संसारिक, सारीरिक अऊ सैतान के अय। काबरकि जिहां जलन अऊ सुवारथ होथे, उहां झंझट अऊ हर किसम के बुरई पाय जाथे। पर जऊन बुद्धि ह स्‍वरग ले आथे, ओह पहिली सुध, ओकर बाद मिलनसार, कोमल, नम्र सुभाव, दया, अऊ बने फर ले भरे रहिथे अऊ ओम भेदभाव अऊ कपट नइं रहय। अऊ जऊन मेल-मिलाप करइयामन ह मेल-मिलाप करवाथें, ओमन धरमीपन के फर उपजाथें। तुमन म लड़ई अऊ झगरा कहां ले आ गीस? का एमन तुम्‍हर संसारिक ईछा ले नइं आवंय, जऊन मन तुम्‍हर भीतर लड़त-भिड़त रहिथें? तुमन कुछू चीज ला पाय के आसा रखथव, पर तुमन ला नइं मिलय। तुमन मनखे के हतिया करथव अऊ लालच करथव, अऊ जऊन कुछू के ईछा रखथव, ओह तुमन ला नइं मिलय। तुमन लड़थव-झगरथव। तुमन ला नइं मिलय, काबरकि तुमन परमेसर ले नइं मांगव। जब तुमन मांगथव, त तुमन ला नइं मिलय, काबरकि तुमन गलत मनसा ले मांगथव कि ओला अपन भोग-बिलास म उड़ा देवव। हे छिनारी करइया मनखेमन, का तुमन नइं जानव कि संसार ले मितानी करई के मतलब परमेसर ले बईरता करई ए? जऊन कोनो संसार के संगवारी होय चाहथे, ओह अपन-आप ला परमेसर के बईरी बनाथे। का तुमन ए समझथव कि परमेसर के बचन ह बिगर कारन के कहिथे कि जऊन आतमा ला ओह हमन म बसाय हवय, ओकर दुवारा जलन पैदा होवय। ओह तो अनुग्रह देथे। एकर कारन परमेसर के बचन ह कहिथे: “परमेसर ह घमंडीमन के बिरोध करथे, पर दीन-हीन मनखेमन ऊपर अनुग्रह करथे।” एकरसेति तुमन परमेसर के बस म रहव, अऊ सैतान के सामना करव, त सैतान ह तुम्‍हर करा ले भाग जाही। परमेसर के लकठा म आवव, त ओह घलो तुम्‍हर लकठा म आही। हे पापी मनखेमन, अपन हांथ ला धोवव, अऊ हे ढोंगी मनखेमन, अपन हिरदय ला सुध करव। दुःखी होवव, अऊ सोक करव अऊ रोवव। तुम्‍हर हंसई ह सोक म अऊ तुम्‍हर आनंद ह उदासी म बदल जावय। परभू के आघू म दीन-हीन बनव, त ओह तुमन ला बढ़ाही। हे भाईमन हो, एक-दूसर ला बदनाम झन करव। जऊन ह अपन भाई के बदनामी करथे अऊ अपन भाई ऊपर दोस लगाथे, ओह परमेसर के कानून ला बदनाम करथे अऊ कानून ऊपर दोस लगाथे। जब तेंह कानून ऊपर दोस लगाथस, त तेंह कानून म चलइया नइं, पर ओकर ऊपर हाकिम ठहिरे। कानून के देवइया अऊ नियाय करइया एकेच झन अय अऊ ओह परमेसर ए, जेकर करा बचाय अऊ नास करे के सामरथ हवय। पर तेंह कोन अस कि अपन पड़ोसी ऊपर दोस लगाथस? सुनव, तुमन जऊन मन ए कहिथव कि आज या कल हमन कोनो अऊ सहर म जाके उहां एक बछर रहिबो, अऊ काम-धंधा करके पईसा कमाबो। तुमन ए नइं जानत हव कि कल का होही। तुम्‍हर जिनगी ह का ए? तुमन त भाप के सहीं अव, जऊन ह छिन भर दिखथे, अऊ तब लोप हो जाथे। एकर बदले, तुमन ला ए कहना चाही कि कहूं परभू के ईछा होही, त हमन जीयत रहिबो अऊ ए या ओ बुता ला करबो। पर तुमन अपन डींग मारथव अऊ घमंड करथव। अइसने जम्मो घमंड के बात ह गलत ए। एकरसेति, जऊन मनखे ह भलई करे ला जानथे अऊ नइं करय, ओकर बर एह पाप ए। हे धनवान मनखेमन, मोर बात ला सुनव; तुमन अपन ऊपर अवइया बिपत के कारन गोहार पारके रोवव। तुम्‍हर धन-दौलत ह सड़ गे हवय अऊ तुम्‍हर कपड़ामन ला कीरा खा गे हवय। तुम्‍हर सोना-चांदी म जंक लग गे हवय, अऊ ए जंक ह तुम्‍हर बिरोध म गवाही दिही कि तुमन कतेक लालची अव अऊ एमन तुम्‍हर कठोर सजा के कारन बनहीं। तुमन संसार के आखिरी समय म धन बटोरे हवव। देखव, जऊन बनिहारमन तुम्‍हर खेत के फसल ला लुईन, ओमन के बनी ला तुमन धोखा देके रख ले हवव, एकरसेति ओमन रोवत हवंय; अऊ ओमन के रोवई ह सर्वसक्तिमान परभू के कान तक पहुंच गे हवय। तुमन धरती म भोग-बिलास अऊ सुख के जिनगी बिताय हवव। तुमन बध होय के दिन खातिर अपन-आप ला मोटा-ताजा कर ले हवव। तुमन धरमी मनखेमन ऊपर दोस लगाके ओमन ला मार डारेव। ओमन तुम्‍हर बिरोध नइं करत रिहिन। एकरसेति, हे भाईमन, परभू यीसू के लहुंटके आवत तक ले धीरज धरे रहव। देखव, किसान ह कइसने खेत के कीमती फसल के बाट जोहथे अऊ कइसने पहिली अऊ आखिरी बरसा होवत तक धीरज धरे रहिथे। तुमन घलो धीरज धरव, अऊ अपन हिरदय ला मजबूत करव, काबरकि परभू के अवई लकठा म हवय। हे भाईमन, एक दूसर ऊपर दोस झन लगावव ताकि परमेसर तुमन ला दोसी झन ठहिरावय। देखव, मसीह ह नियाय करे बर बहुंत जल्दी अवइया हवय। ओह दुवारी म ठाढ़े हे सहीं समझव। हे भाईमन, ओ अगमजानीमन ला सुरता करव, जऊन मन परभू परमेसर के नांव म तुम्‍हर ले गोठियाईन। दुःख के बेरा म ओमन जऊन धीरज धरिन, ओला एक उदाहरन के रूप म लेवव। जइसने कि तुमन जानत हव कि धीरज धरइयामन ला हमन आसिसित मनखे समझथन। तुमन अय्यूब के धीरज के बारे म तो सुने हवव अऊ परभू परमेसर ह कइसने ओकर धीरज के परतिफल दीस, ओला घलो जानत हव। परभू परमेसर ह अब्‍बड़ दयालु अऊ किरपालू अय। हे मोर भाईमन, जम्मो ले बड़े बात ए अय कि कोनो बात म, तुमन कसम झन खावव – न स्‍वरग के, न धरती के, अऊ न कोनो आने चीज के। पर तुम्‍हर गोठ ह “हां” के “हां”, अऊ “नइं” के “नइं” होवय, ताकि तुमन दंड के भागीदार झन होवव। कहूं तुमन म कोनो दुःखी हवय, त ओह पराथना करय, अऊ कहूं कोनो खुस हवय, त ओह परभू के भजन गावय। कहूं तुमन म कोनो बेमार हवय, त ओह कलीसिया के अगुवामन ला बलावय कि ओमन परभू के नांव म ओकर ऊपर तेल लगाके ओकर बर पराथना करंय। अऊ बिसवास के पराथना ले बेमरहा ह बने हो जाही, अऊ परभू ह ओला ठाढ़ कर दिही। अऊ कहूं ओह पाप घलो करे होही, त ओकर छेमा हो जाही। एकरसेति, तुमन एक-दूसर के आघू म अपन-अपन पाप ला मान लेवव; अऊ एक-दूसर बर पराथना करव, ताकि तुम्‍हर बेमारी ह ठीक हो जावय। धरमी मनखे के पराथना ह सक्तिसाली अऊ परभावी होथे। एलियाह घलो हमरेच सहीं दुःख-सुख भोगी मनखे रिहिस। ओह गिड़गिड़ाके पराथना करिस कि पानी झन बरसय, अऊ साढ़े तीन बछर तक ले धरती म पानी नइं गिरिस। तब ओह फेर पराथना करिस कि बरसा होवय, त अकास ले बरसा होईस, अऊ भुइयां म फेर फसल होईस। हे मोर भाईमन, कहूं तुमन ले कोनो सत के रसता ले भटक जावय, अऊ कोनो ओला सही रसता म वापिस ले आवय, त एला जान लेवव कि जऊन कोनो भटके पापी ला सही रसता म लानही, ओह ओकर परान ला मिरतू ले बचाही, अऊ बहुंते पाप के छेमा के कारन बनही। पतरस कोति ले, जऊन ह यीसू मसीह के प्रेरित ए, परमेसर के चुने संसार के ओ अजनबीमन ला जऊन मन पुनतुस, गलातिया, कप्‍पदुकिया, एसिया अऊ बितूनिया म एती-ओती बगर गे हवंय, जऊन मन परमेसर ददा के पूर्व-गियान के मुताबिक पबितर आतमा के पबितर करे के दुवारा, यीसू मसीह के हुकूम माने बर अऊ ओकर लहू के छिड़के जाय बर चुने गे हवंय। तुमन ला बहुंतायत ले अनुग्रह अऊ सांति मिलते रहय। हमर परभू यीसू मसीह के ददा अऊ परमेसर के धनबाद होवय! ओह यीसू मसीह के मरे म ले जी उठे के दुवारा, अपन बड़े दया के कारन, हमन ला जीयत आसा खातिर नवां जनम दे हवय, ताकि तुमन ला ओ वारिस के अधिकार मिलय, जऊन ह तुमन बर स्‍वरग म रखे गे हवय, अऊ ओह कभू नास नइं होवय, खराप नइं होवय या मुरझावय नइं। तुमन बिसवास के दुवारा, परमेसर के सामरथ ले, ओ उद्धार खातिर, जऊन ह आखिरी समय म परगट होय बर तियार हवय, सही रखे गे हवव। एम तुमन बहुंत आनंद मनावव, हालाकि अब कुछू समय बर, तुमन ला जम्मो किसम के परिछा के कारन दुःख सहे बर पड़त हवय। एह एकरसेति होईस ताकि तुम्‍हर बिसवास के असली परख हो सकय, जऊन ह सोना ले घलो जादा कीमती अय; सोना ह आगी म परखे जाय के बाद घलो नास हो सकथे; अऊ जब यीसू मसीह ह परगट होथे, तब तुम्‍हर ए बिसवास के नतीजा ह इस्तुति बड़ई अऊ आदर म होवय। हालाकि तुमन ओला नइं देखे हवव, तभो ले तुमन ओला मया करथव, अऊ हालाकि तुमन ओला अब नइं देखत हवव, पर ओकर ऊपर बिसवास करत हवव अऊ आनंद मनावत हवव, जेकर बखान नइं करे जा सकय अऊ जऊन ह महिमा ले भरे हवय, काबरकि तुमन, अपन बिसवास के मकसद ला पावत हवव, जेकर मतलब होथे – तुम्‍हर आतमा के उद्धार। एही उद्धार के बिसय म, अगमजानीमन बहुंत खोजिन। ओमन ओ अनुग्रह के बारे म कहिन, जऊन ह तुमन करा अवइया रिहिस अऊ बहुंत धियान लगाके, ओमन ओ समय अऊ हालत ला जाने के कोसिस करिन, जऊन ला मसीह के आतमा, जऊन ह कि ओमन म हवय, इसारा करत रिहिस, जब ओह मसीह के दुःख उठाय अऊ ओकर तुरते बाद ओकर आय के महिमा के बारे म कहिस। परमेसर ह एला अगमजानीमन ला बताईस कि ओमन अपन खुद के सेवा नइं करत रिहिन, पर ओमन तुम्‍हर सेवा करत रिहिन, जब ओमन ओ बातमन के बारे म कहिन, जऊन ला अब तुमन ओमन ले सुने हवव, जऊन मन स्‍वरग ले पठोय पबितर आतमा के दुवारा तुमन ला सुघर संदेस के परचार करे हवंय। अऊ त अऊ स्वरगदूतमन ए चीजमन ला देखे के ईछा करथें। एकरसेति, अपन मन ला काम करे बर तियार करव; संयमी बनव; ओ अनुग्रह ऊपर अपन पूरा आसा रखव, जऊन ह तुमन ला यीसू मसीह के परगट होय के समय दिये जाही। परमेसर के हुकूम ला मानव अऊ जब तुमन अगियानता म रहत रहेव, ओ समय के खराप ईछा के मुताबिक आचरन झन करव। पर जऊन ह तुमन ला बलाय हवय, ओह पबितर ए, त तुमन घलो अपन जम्मो काम म पबितर बनव। काबरकि परमेसर के बचन म ए लिखे हवय: “पबितर बनव, काबरकि मेंह पबितर अंव।” जब तुमन अपन पराथना म, ओला “हे ददा” कहिथव, जऊन ह हर एक मनखे के काम के नियाय बिगर पखियपात के करथे, त तुमन अपन जिनगी ला इहां परदेसी के सहीं ओकर भय म बितावव। काबरकि तुमन जानत हव कि तुम्‍हर खोखला जिनगी, जऊन ह तुम्‍हर पुरखामन ले चले आवथे, ओकर उद्धार सोना या चांदी जइसने नासमान चीज के दुवारा नइं होय हवय, पर तुम्‍हर जिनगी के उद्धार एक निरदोस अऊ निस्कलंक मेढ़ा-पीला याने कि मसीह के कीमती लहू के दुवारा होय हवय। ओह संसार के सिरिस्टी के पहिली ले चुने गे रिहिस, पर तुम्‍हर खातिर, ए आखिरी समय म ओह परगट होईस। तुमन ओकर दुवारा, ओ परमेसर ऊपर बिसवास करथव, जऊन ह ओला मरे म ले जियाईस अऊ ओकर महिमा करिस, अऊ एकरसेति तुम्‍हर बिसवास अऊ आसा परमेसर ऊपर हवय। अब सत ला माने के दुवारा, तुमन अपन-आप ला सुध करे हवव अऊ तुमन म अपन भाईमन बर निस्कपट मया हवय, त अपन जम्मो हिरदय के संग एक-दूसर ला गहिरई ले मया करव। तुमन नासमान नइं, पर अबिनासी बीजा ले परमेसर के जीयत अऊ सदा ठहरइया बचन के दुवारा नवां जनम पाय हवव। काबरकि, “जम्मो मनखेमन कांदी के सहीं अंय, अऊ ओमन के जम्मो महिमा ह जंगली फूल सहीं अय; कांदी ह सूख जाथे अऊ फूल ह झर जाथे, पर परभू के बचन ह सदाकाल तक बने रहिथे।” अऊ एह ओही सुघर संदेस के बचन ए, जऊन ह तुमन ला सुनाय गे हवय। एकरसेति, अपन-आप ला जम्मो किसम के बईरता, छल-कपट, ढोंगीपन, जलन, अऊ बदनामी ले दूर रखव। नवां जनमे लइकामन सहीं सुध आतमिक गोरस के लालसा करव, ताकि एकर दुवारा अपन उद्धार म बढ़ सकव, अब तुमन ए जान गे हवव कि परभू ह बने अय। जब तुमन ओकर करा, जऊन ह जीयत पथरा ए, आथव, जऊन ला मनखेमन गरहन नइं करिन, पर ओह परमेसर के नजर म चुने हुए अऊ कीमती अय – त तुमन घलो जीयत पथरामन सहीं एक ठन आतमिक घर बनत जावत हव, जेकर ले पबितर पुरोहित बनके अइसने आतमिक बलिदान चघावव, जऊन ह यीसू मसीह के दुवारा परमेसर ला गरहन लइक होवय। काबरकि परमेसर के बचन ह ए कहिथे: “देखव, मेंह सियोन म एक पथरा रखत हवंव, ओह चुने हुए अऊ कीमती कोना के पथरा ए, अऊ जऊन ह ओकर ऊपर बिसवास करथे, ओकर कभू बेजत्ती नइं होवय ।” अब तुमन बर, जऊन मन बिसवास करथव, ए पथरा ह कीमती ए। पर जऊन मन बिसवास नइं करंय, ओमन बर: “जऊन पथरा ला घर बनइयामन बेकार समझे रिहिन, ओहीच ह कोना के पथरा हो गे हवय।” अऊ परमेसर के बचन ह कहिथे, “एक ठन पथरा मनखेमन के लड़खड़ाय के अऊ एक ठन चट्टान ओमन के गिरे के कारन होही।” ओमन लड़खड़ाथें, काबरकि ओमन ओ संदेस ला नइं मानय, जेकर बर ओमन ठहिराय गे रिहिन। पर तुमन एक चुने बंस, राज-पदधारी पुरोहित, पबितर जाति अऊ परमेसर के खुद के मनखे अव, ताकि तुमन ओकर परसंसा करव, जऊन ह तुमन ला अंधियार म ले अपन अद्भूत अंजोर म बलाय हवय। पहिली तुमन परमेसर के मनखे नइं रहेव, पर अब तुमन परमेसर के मनखे अव; एक समय रिहिस, जब तुमन परमेसर के दया ला नइं पाय रहेव, पर अब तुमन ओकर दया ला पा गे हवव। मयारू संगवारी हो, मेंह तुमन ले बिनती करत हंव कि अपन-आप ला, ए संसार म परदेसी अऊ अजनबी जानके, पापी ईछा ले बचाय रखव, जऊन ह कि तुम्‍हर आतमा के बिरोध म लड़थे। मूरती-पूजा करइयामन के बीच म तुम्‍हर चाल-चलन सही रहय, ताकि कहूं ओमन तुम्‍हर ऊपर गलत काम करे के दोस लगाथें, त ओ दिन, जब परमेसर हमर करा आही, त ओमन हमर बने काममन ला देख सकंय अऊ परमेसर के महिमा करंय। परभू के हित म, अपन-आप ला मनखेमन के बीच ठहिराय हर हाकिम के अधीन रखव; चाहे परधान हाकिम के रूप म राजा के अधीन होवय, या राजपाल के अधीन रहव, काबरकि ओमन कुकरमीमन ला दंड दे बर अऊ बने काम करइयामन के परसंसा करे बर राजा के दुवारा ठहिराय जाथें। काबरकि एह परमेसर के ईछा ए कि भलई करे के दुवारा तुमन मुरुख मनखेमन के अगियानता के बात ला बंद कर देवव। सुतंतर मनखेमन सहीं रहव, पर अपन सुतंतरता के आड़ म बुरई झन करव; परमेसर के सेवकमन सहीं रहव। जम्मो झन के आदर करव; संगी बिसवासीमन ला मया करव; परमेसर के भय मानव अऊ राजा के आदर करव। हे गुलाममन हो, पूरा आदर के संग अपन मालिकमन के अधीन रहव, न सिरिप बने अऊ समझदार मालिक के, पर निरदयी मालिक के भी अधीन रहव। काबरकि यदि कोनो परमेसर ला जानके, अनियाय के दुःख-तकलीफ सहथे, त एह परसंसा के बात अय। कहूं तुमन गलत काम करे के कारन मार खाथव अऊ ओला सहिथव, त तुम्‍हर बर एह कोनो बड़ई के बात नो हय। पर कहूं तुमन भलई करे के कारन दुःख सहिथव, त एह परमेसर के आघू म बड़ई के बात अय। तुमन ला एकरे खातिर बलाय गे रिहिस, काबरकि मसीह ह तुम्‍हर खातिर दुःख भोगिस अऊ तुम्‍हर बर एक नमूना रखे हवय कि तुमन ओकर मुताबिक चलव। “ओह कोनो पाप नइं करिस अऊ ओकर मुहूं ले कोनो कपट के बात नइं निकरिस।” जब मनखेमन मसीह के बेजत्ती करिन, त ओकर जबाब म ओह ओमन के बेजत्ती नइं करिस; जब ओह दुःख उठाईस, त ओह कोनो धमकी नइं दीस, पर बदले म, ओह अपन आसा परमेसर ऊपर रखिस, जऊन ह धरमी नियायी अय। ओह खुद हमर पापमन ला अपन देहें म कुरुस ऊपर सहिस, ताकि हमन पाप खातिर मर जावन अऊ धरमीपन खातिर जीयन। ओकर घावमन के दुवारा तुमन चंगा होय हवव। तुमन भटके भेड़मन सहीं रहेव, पर अब तुमन चरवाहा अऊ आतमा के रखवार करा लहुंटके आ गे हवव। हे घरवालीमन हो, तुमन अपन-अपन घरवाला के अधीन रहव, ताकि कहूं ओमन ले कोनो परमेसर के बचन ऊपर बिसवास नइं करय, त ओमन घरवाली के सुघर बरताव के दुवारा जीते जा सकंय; जब ओमन तुमन के सुधता अऊ बने चाल-चलन ला देखंय। तुमन के सुघरता बाहिरी सिंगार के दुवारा झन होवय, जइसने कि बाल गुंथई, अऊ सोन के गहना अऊ आने-आने किसम के कपड़ा पहिरई। एकर बदले, तुमन म भीतरी मनखे के गुन, नमरता अऊ सांत सुभाव के सुघरता होना चाही, जऊन ह नइं मुरझावय अऊ अइसने बातमन परमेसर के नजर म बहुंत कीमती होथें। एही किसम ले, पहिली जमाना के पबितर माईलोगनमन, जऊन मन अपन आसा परमेसर के ऊपर रखत रिहिन, अपन-आप ला सुघर बनाय करत रिहिन। ओमन अपन घरवालामन के अधीन रहत रिहिन। जइसने कि सारा ह अब्राहम के बात मानय अऊ ओला अपन सु‍वामी कहय। कहूं तुमन भलई करव अऊ कोनो चीज ले झन डर्रावव, त तुमन ओकर बेटी अव। हे घरवालामन हो, ओही किसम ले अपन-अपन घरवाली के संग रहत समझदार बनव अऊ ओला निरबल संगी जानके अऊ अपन संग ओला जिनगी के बरदान के वारिस जानके ओकर आदर करव, ताकि तुम्‍हर पराथना म कोनो बाधा झन पड़य। आखिरी म, तुमन जम्मो एक मन होके रहव; सहानुभूति रखव; भाईमन सहीं मया करव; दयालु अऊ नम्र बनव। बुरई के बदले बुरई या बेजत्ती के बदले बेजत्ती झन करव, पर बदले म आसिस देवव काबरकि तुमन एकरे बर बलाय गे हवव, ताकि तुमन ला आसिस मिलय। जइसने कि परमेसर के बचन ह कहिथे, “जऊन कोनो, जिनगी ले मया करे चाहथे अऊ सुघर दिन देखे के ईछा करथे, ओकर बर जरूरी अय कि ओह अपन जीभ ला बुरई ले अऊ अपन होंठ ला छल-कपट के बात ले दूरिहा रखय। ए जरूरी अय कि ओह बुरई ला छोंड़के भलई करय; अऊ ए घलो जरूरी अय कि ओह सांति के खोज करय अऊ ओकर पाछू लगे रहय। काबरकि परभू के नजर धरमीमन ऊपर लगे रहिथे, अऊ ओकर कान ह ओमन के पराथना ला सुनथे, पर परभू ह बुरई करइयामन के बिरोध करथे।” यदि तुमन भलई करे बर उत्सुक हवव, त तुम्‍हर हानि कोन करही? पर कहूं तुमन बने काम करे के कारन दुःख उठाथव, त तुमन आसिस पाहू। मनखेमन ले झन डरव अऊ न घबरावव। पर अपन हिरदय म मसीह ला पबितर परभू के रूप म जानव। जऊन कोनो तुमन ला तुम्‍हर आसा के बिसय म कुछू पुछय, त ओला जबाब देय बर हमेसा तियार रहव। पर ए काम ला सुध बिवेक म, नमरता अऊ आदर के संग करव ताकि मसीह म तुम्‍हर बने चाल-चलन के बिरोध म, जऊन मन खराप बात कहिथें, ओमन अपन बात ले सरमिन्‍दा होवंय। कहूं ए परमेसर के ईछा अय, त बुरई करके दुःख भोगे के बदले, भलई करके दुःख भोगे ह बने अय। काबरकि मसीह ह याने धरमी ह अधरमीमन खातिर या तुम्‍हर पाप खातिर जम्मो के सेति एकेच बार मरिस कि ओह तुमन ला परमेसर करा लानय। ओह देहें म मारे गीस, पर आतमा के दुवारा जीयाय गीस, अऊ आतमिक दसा म, ओह जाके कैदी आतमामन ला परचार करिस, जऊन मन बहुंत पहिली परमेसर के हुकूम नइं मानिन, जब परमेसर ह नूह के दिन म धीर धरके इंतजार करत रहय, अऊ पानी जहाज ह बनत रहय। जहाज म सिरिप थोरकन मनखे याने जम्मो मिलाके आठ झन पानी ले बंचिन; अऊ ए पानी ह बतिसमा के चिन्‍हां अय, जऊन ह अब तुमन ला घलो बचाथे। एह देहें के मइल धोवई नो हय, पर एह सुध बिवेक म परमेसर ले एक वायदा करई अय। यीसू मसीह के फेर जी उठे के दुवारा, ए बतिसमा ह तुमन ला बचाथे। यीसू मसीह ह स्‍वरग चले गीस, अऊ ओह परमेसर के जेवनी हांथ कोति हवय अऊ जम्मो स्‍वरगदूत, अधिकार अऊ सामरथ ओकर अधीन म हवंय। जब मसीह ह देहें म दुःख भोगिस, त तुमन घलो ओहीच सोच के मुताबिक अपन-आप ला मजबूत करव, काबरकि जऊन ह देहें म दुःख भोगिस, ओह पाप ले छूट गीस। एकर नतीजा ए होथे कि ओह बांचे संसारिक जिनगी मनखेमन के खराप ईछा मुताबिक नइं, पर परमेसर के ईछा मुताबिक जीथे। काबरकि तुमन ओ काम म पहिली बहुंत समय बिता चुके हवव, जऊन ला मूरती-पूजा करइयामन पसंद करथें। तुमन अपन जिनगी ला छिनारीपन, काम-वासना, मतवालपन, भोग-बिलास, खाय-पीये, अऊ घिन-घिन मूरती-पूजा म बिताय हवव। मूरती-पूजा करइयामन अचरज करथें, जब तुमन ओमन के संग जंगली अऊ लापरवाही के जिनगी म सामिल नइं होवव, अऊ ओमन तुम्‍हर बेजत्ती करथें। पर ओमन परमेसर ला लेखा दिहीं, जऊन ह जीयत अऊ मरे मन के नियाय करे बर तियार हवय। एकरे कारन मरे मन ला घलो सुघर संदेस के परचार करे गीस, ताकि मनखेमन के मुताबिक ओमन के देहें म नियाय होवय, पर ओमन आतमा म परमेसर के मुताबिक जीयंय। जम्मो चीजमन के अंत जल्दी होवइया हवय। एकरसेति, साफ मन अऊ संयमी होवव, ताकि तुमन पराथना कर सकव। जम्मो ले बड़े बात ए अय कि एक-दूसर ला बहुंते मया करव, काबरकि मया ह बहुंते पापमन ला तोप देथे। बिगर कुड़कुड़ाय एक-दूसर के पहुनई करव। हर एक झन आने मन के सेवा करे बर, जऊन आतमिक बरदान पाय हवय, ओह ओकर उपयोग बिसवास सहित परमेसर के अनुग्रह म अनेक किसम ले करय। कहूं कोनो गोठियावय, त अइसने गोठियावय मानो परमेसर के बचन ओकर मुहूं ले निकरथे। कहूं कोनो सेवा करय, त ओह ओ ताकत ले करय, जऊन ला परमेसर देथे, ताकि जम्मो बात म, यीसू मसीह के दुवारा परमेसर के परसंसा हो सकय। महिमा अऊ सामरथ जुग-जुग ओकर होवय। आमीन। मयारू संगवारीमन, जऊन पीरा भरे दुःख, परखे बर तुम्‍हर ऊपर पड़े हवय, ओकर ले अचम्भो झन करव कि कोनो अनहोनी बात तुम्‍हर ऊपर होवत हवय। पर आनंद मनावव कि तुमन मसीह के दुःख म सामिल हवव, ताकि जब ओकर महिमा परगट होवय, त तुमन आनंद ले मगन हो जावव। कहूं मसीह के नांव के कारन तुम्‍हर बेजत्ती होथे, त अपन-आप ला धइन समझव, काबरकि महिमा अऊ परमेसर के आतमा तुम्‍हर ऊपर छइहां करथे। कहूं तुमन दुःख भोगव, त ए दुःख भोगई ह एक हतियारा या चोर या कोनो आने किसम के अपराधी के रूप म झन होवय, अऊ एह आने मन के काम म बाधा डलइया के रूप म घलो झन होवय। पर कहूं तुमन एक मसीही के रूप म दुःख भोगथव, त एकर बर झन लजावव, पर परमेसर के इस्तुति करव, कि मसीह के नांव तुम्‍हर संग हवय। नियाय के समय आ गे हवय अऊ परमेसर के मनखेमन के नियाय पहिली करे जाही, अऊ कहूं एकर सुरूआत हमर ले होथे, त ओमन के अंत कइसने होही, जऊन मन परमेसर के सुघर संदेस ला नइं मानय? जइसने कि परमेसर के बचन ह कहिथे, “यदि धरमीमन बर उद्धार पाना कठिन ए, त भक्तिहीन अऊ पापी मन के का होही?” एकरसेति, जऊन मन परमेसर के ईछा के मुताबिक दुःख उठाथें, ओमन अपन-आप ला अपन बिसवास के काबिल सिरिस्टी करइया परमेसर के हांथ म सऊंप देवंय, अऊ बने काम करे म लगे रहंय। तुमन म जऊन मन अगुवा अंय, ओमन ला मेंह एक संगी अगुवा के रूप म, अऊ मसीह के दुःख उठाय के एक गवाह के रूप म अऊ परगट होवइया महिमा म सामिल होवइया के रूप म बिनती करत हंव: परमेसर के ओ झुंड के, जऊन ह तुम्‍हर अधीन हवय, पास्टर के रूप म सेवा करत ओ झुंड के चरवाहा बनव। एह दबाव ले नइं, पर जइसने परमेसर तुमन ले चाहथे, अपन ईछा ले करव; पईसा के लालच म नइं, पर सेवा-भाव ले करव। जऊन मनखेमन तुमन ला सऊंपे गे हवंय, ओमन ऊपर हुकूम झन चलावव, पर झुंड खातिर एक नमूना बनव। अऊ जब मुखिया चरवाहा परगट होही, त तुमन महिमा के ओ मुकुट पाहू, जऊन ह अपन चमक कभू नइं खोवय। हे जवानमन, तुमन घलो ओही किसम ले सियानमन के अधीन रहव। एक-दूसर के संग नमरता ले बरताव करव, काबरकि, “परमेसर ह घमंडी मनखे के बिरोध करथे, पर नम्र मनखे ला अनुग्रह देथे।” एकरसेति, परमेसर के सामरथी हांथ के तरी अपन-आप ला नम्र करव, ताकि ओह तुमन ला उचित समय म ऊपर करय। अपन जम्मो चिंता ला ओकर ऊपर छोंड़ देवव, काबरकि ओह तुम्‍हर खियाल रखथे। तुमन संयमी अऊ सचेत रहव। काबरकि तुम्‍हर बईरी सैतान ह एक गरजत सिंह के सहीं एती-ओती गिंजरथे अऊ ए फिराक म रहिथे कि कोनो ला चीरके खावय। बिसवास म मजबूत होके ओकर मुकाबला करव, काबरकि तुमन जानत हव कि तुम्‍हर संगी बिसवासीमन, जम्मो संसार म एही किसम के दुःख भोगत हवंय। अऊ तुम्‍हर थोरकन समय तक दुःख भोगे के बाद, जम्मो अनुग्रह के परमेसर, जऊन ह तुमन ला मसीह म अपन सदाकाल के महिमा बर बलाय हवय, ओह खुद तुमन ला संभालही, अऊ तुमन ला, बलवान, मजबूत अऊ स्थिर करही। ओकर सामरथ जुग-जुग ले बने रहय। आमीन। सीलास ला मेंह एक बिसवास के लइक भाई समझथंव अऊ ओकरे मदद ले मेंह तुमन ला ए थोरकन बात लिखत हवंव। मेंह तुमन ला उत्साहित करे चाहथंव अऊ अपन गवाही देवत हंव कि एह परमेसर के सच्‍चा अनुग्रह अय। एम मजबूत बने रहव। ओ कलीसिया, जऊन ह बाबूल सहर म हवय अऊ एक साथ तुम्‍हर संग चुने गे हवय, तुमन ला अपन जोहार कहत हवय अऊ अइसनेच मरकुस घलो जऊन ह मोर बेटा सहीं अय, तुमन ला जोहार कहत हवय। मसीही मया म एक-दूसर के चूमा लेके जोहार कहव। तुमन जम्मो झन ला, जऊन मन मसीह म हवव, सांति मिलय। ए चिट्ठी सिमोन पतरस के तरफ ले, जऊन ह यीसू मसीह के एक सेवक अऊ प्रेरित ए – ओमन ला जऊन मन हमर परमेसर अऊ उद्धार करइया यीसू मसीह के धरमीपन के दुवारा हमरेच सहीं कीमती बिसवास ला पाय हवंय: तुमन ला परमेसर अऊ यीसू हमर परभू के गियान के जरिये, अनुग्रह अऊ सांति बहुंतायत ले मिलय। परमेसर के ईसवरीय सामरथ ह हमन ला ओ जम्मो चीज दे हवय, जेकर जरूरत हमन ला जिनगी अऊ भक्ति खातिर होथे अऊ एह हमन ला ओकर बारे म हमर गियान के जरिये मिले हवय, जऊन ह हमन ला अपन खुद के महिमा अऊ भलई के दुवारा बलाय हवय। एमन के जरिये, ओह हमन ला अपन बहुंत महान अऊ कीमती परतिगियां दे हवय, ताकि ओमन के जरिये, तुमन ईसवरीय सुभाव म सहभागी होवव, अऊ ओ बुरई के काम ले बच जावव, जऊन ह संसार म हवय अऊ खराप लालसा ले आथे। एकरे कारन, तुमन हर किसम ले, कोसिस करके अपन बिसवास म भलई; अऊ भलई म गियान; अऊ गियान म संयम; अऊ संयम म भक्ति; अऊ भक्ति म भाई-चारा के दया; अऊ भाई-चारा के दया म मया जोड़त जावव। काबरकि कहूं ए गुन तुमन म रहिथें अऊ एमन बढ़त जाथें, त एमन तुमन ला हमर परभू यीसू मसीह के गियान म निठल्ला अऊ असफल नइं होवन देवंय। पर जेकर म ए गुन नइं ए, ओला धुंधला दिखथे अऊ ओह अंधरा ए, अऊ ओह भुला गे हवय कि ओह अपन पहिली के पाप ले धोवाके साफ हो गे हवय। एकरसेति, हे मोर भाईमन, अपन बुलावा अऊ चुनाव ला निस्चित करे बर अऊ उत्सुक रहव, काबरकि कहूं तुमन अइसने करहू, त तुमन अपन बिसवास ले कभू नइं हटहू, अऊ हमर परभू अऊ उद्धार करइया यीसू मसीह के सदाकाल के राज म तुम्‍हर जोरदार सुवागत होही। एकरसेति, मेंह तुमन ला हमेसा ए बातमन के सुरता करावत रहिहूं, हालाकि तुमन एमन ला जानथव अऊ ओ सच, जऊन ह तुम्‍हर करा हवय, ओम तुमन मजबूत हो गे हवव। मेंह सोचथंव कि मोर बर एह उचित ए कि जब तक मेंह जीयत हवंव, तुम्‍हर सुरता ला ताजा करत रहंव, काबरकि मेंह जानथंव कि मेंह ए देहें ला जल्दी छोंड़ दूहूं जइसने कि हमर परभू यीसू मसीह ह मोला बताय हवय। अऊ मेंह ए बात के पूरा कोसिस करहूं कि मोर मरे के बाद, तुमन ए बातमन ला हमेसा सुरता करव। जब हमन तुमन ला हमर परभू यीसू मसीह के सामरथ अऊ अवई के बारे बताएन, त हमन चतुरई ले गढ़े गय कहानीमन के नकल नइं करेन, पर हमन यीसू के महिमा ला अपन आंखी ले देखे रहेंन। काबरकि ओह, परमेसर ददा ले आदर अऊ महिमा पाईस, जब विभवसाली महिमा ले ओकर करा ए कहिके अवाज आईस, “एह मोर बेटा ए, जऊन ला मेंह मया करथंव; एकर ले मेंह बहुंत खुस हवंव।” जब हमन पबितर पहाड़ ऊपर ओकर संग रहेंन, त हमन खुद ए अवाज ला सुनेन, जऊन ह स्‍वरग ले आवत रिहिस। अऊ हमर करा अगमजानीमन के बचन हवय, जऊन ह ए बात ला अऊ मजबूत करिस। तुमन एकर ऊपर धियान देके बने करहू। काबरकि एह एक दीया सहीं अय, जऊन ह एक अंधियार जगह म चमकत हवय, अऊ एह तब तक चमकथे, जब तक कि दिन नइं निकरय अऊ तुम्‍हर हिरदय म बिहनियां के तारा नइं निकर आवय। सबले पहिली, तुमन ए बात ला जरूर समझ लेवव कि परमेसर के बचन म बताय अगम के बात ह काकरो खुद के बचन नो हय। काबरकि अगमबानी के सुरूआत मनखे के ईछा ले कभू नइं होईस, पर मनखेमन पबितर आतमा के अगुवई म, परमेसर कोति ले बोलिन। पर मनखेमन के बीच म लबरा अगमजानीमन घलो रिहिन अऊ ओही किसम ले तुम्‍हर बीच म लबरा गुरूमन होहीं। ओमन गुपत रूप ले बिनासकारी लबारी सिकछा ला तुम्‍हर बीच म लानहीं, अऊ त अऊ ओमन सर्वसक्तिमान परभू के इनकार करहीं, जऊन ह ओमन ला बिसोय हवय अऊ ए किसम ले ओमन अपन ऊपर अचानक बिनास लानहीं। बहुंते झन ओमन के खराप जिनगी के नकल करहीं, अऊ ओमन के कारन, सत के रसता के अनादर होही। अपन लालच म, ए गुरूमन अपन खुद के बनाय कथा-कहानी के दुवारा तुम्‍हर ले फायदा उठाहीं। ओमन के दंड के फैसला बहुंत पहिली हो चुके हवय, अऊ ओमन के बिनास निस्चय होही। जब परमेसर ह ओ स्वरगदूतमन ला नइं छोंड़िस, जऊन मन पाप करे रिहिन, पर ओमन ला अंधियार के बंधना म रखके नरक पठो दीस, ताकि ओमन नियाय बर उहां बंदी रहंय। जब परमेसर ह पहिली जुग के संसार ला नइं छोंड़िस, जब ओह जल-परलय ले भक्तिहीन मनखेमन ला नास करिस, पर ओह धरमीपन के परचारक – नूह अऊ सात झन आने मनखेमन ला बचाईस। अऊ जब सजा के रूप म, परमेसर ह सदोम अऊ अमोरा सहरमन ला जलाके राख कर दीस, अऊ एला एक नमूना के रूप म रखिस – ए देखाय बर कि भक्तिहीन मनखेमन के का होवइया हवय; अऊ जब ओह धरमी मनखे लूत ला बचाईस, जऊन ह दुस्‍ट मनखेमन के खराप चाल-चलन के कारन बहुंत दुःखी रिहिस (काबरकि ओ धरमी जन ह ओमन के बीच म रहत रिहिस अऊ ओमन के कुकरम ला देखके अऊ सुनके दिन ब दिन, अपन मन म पीरा के अनुभव करत रिहिस) – जब अइसने बात ए, तब परभू ह जानथे कि धरमी मनखेमन ला परिछा म ले कइसने निकारथें अऊ अधरमीमन ला कइसने सजा देवत नियाय के दिन बर रखथें। एह खास करके, ओमन बर सही ए, जऊन मन अपन पापमय सुभाव के खराप ईछा के मुताबिक चलथें अऊ अधिकारीमन ला तुछ समझथें। ए मनखेमन हिम्मती अऊ ढीठ अंय अऊ ओमन महिमामय जीवमन के बदनामी करे बर नइं डरंय; जबकि स्‍वरगदूत, जऊन मन जादा बलवान अऊ सक्तिसाली अंय, परभू के आघू म अइसने जीवमन के बिरोध म बदनामी के दोस नइं लगावंय। पर ए मनखेमन ओ बात के बदनामी करथें, जेला एमन समझंय नइं। एमन जंगली पसुमन सहीं बिगर बुद्धि के जीव अंय, जऊन मन कि सिरिप पकड़े जाय बर अऊ नास होय बर जनमे हवंय, अऊ ओमन पसु के सहीं नास घलो होहीं। जऊन हानि एमन करे हवंय, ओकर परतिफल एमन ला मिलही। दिन-मंझनियां म खा-पीके मौज करई, एमन ला बने लगथे। एमन कलंकित अऊ दूसित अंय अऊ जब एमन तुम्‍हर संग जेवनार करथें, त अपन खुसी म मौज-मस्ती करथें। एमन के आंखीमन छिनारीपन ले भरे हवय; एमन पाप करई कभू बंद नइं करंय; एमन चंचल मनखेमन ला बहका लेथें; लालच म एमन ला महारथ हासिल हवय; एमन परमेसर दुवारा सरापित अंय। एमन सही रसता ला छोंड़ दे हवंय अऊ भटकके एमन बओर के बेटा – बिलाम के रसता म हो ले हवंय; जऊन ह गलत काम के बनी ला पसंद करिस। पर ओला ओकर गलत काम बर एक गदही ह दबकारिस। गदही जऊन ह एक पसु अय अऊ गोठियाय नइं सकय, पर ओ गदही ह मनखे के अवाज म गोठियाईस अऊ ओ अगमजानी के बईहापन ला रोकिस। ए मनखेमन बिगर पानी के सोत सहीं अंय; एमन गरेर ले उड़ाय गय बादर अंय। घोर अंधियार ह एमन बर रखे गे हवय। काबरकि एमन जुछा अऊ घमंड ले भरे बात करथें अऊ अपन पापी सुभाव के छिनारी ईछा के दुवारा ओ मनखेमन ला फंसाथें, जऊन मन गलत काम करइयामन के संगति ला छोंड़के आय हवंय। एमन ओमन ले सुतंतरता के वायदा करथें, जबकि एमन खुद भ्रस्ट जिनगी के गुलाम अंय, काबरकि जऊन चीज ह मनखे ऊपर काबू पा लेथे, मनखे ह ओ चीज के गुलाम हो जाथे। कहूं ओमन हमर परभू अऊ उद्धार करइया यीसू मसीह ला जाने के दुवारा संसार के असुधता ले बच गे हवंय, पर ओमन फेर ओम फंसके ओकर बस म हो जाथें, त ओमन के दसा ह आखिरी म, ओमन के सुरू के दसा ले घलो अऊ खराप हो जाही। ओमन बर बने होतिस कि ओमन धरमीपन के रसता ला नइं जाने रहितिन, एकर बदले कि ओला जाने के बाद, पबितर हुकूम के पालन नइं करना, जऊन ह ओमन ला दिये गे रिहिस। ओमन बर ए कहावत सही बईठथे: “कुकुर ह अपन उछरे चीज ला खाय बर फेर लहुंटथे,” अऊ “नहलाय-धूलाय माई सुरा ह चिखला माते बर फेर चले जाथे।” हे मयारू संगवारीमन हो, एह दूसरा चिट्ठी ए, जऊन ला मेंह तुमन ला लिखत हवंव। मेंह दूनों चिट्ठी ए सुरता कराय बर लिखे हवंव कि तुमन सही सोच-बिचार म बढ़त जावव। मेंह चाहथंव कि तुमन ओ बचनमन ला सुरता करव, जऊन ह बहुंत पहिली पबितर अगमजानीमन के दुवारा कहे गे रिहिस अऊ हमर परभू अऊ उद्धार करइया के हुकूम ला सुरता करव, जऊन ह तुमन ला प्रेरितमन के जरिये दिये गे रिहिस। सबले पहिली, तुमन ए जरूर समझ लेवव कि आखिरी के दिन म ठट्ठा करइयामन आहीं अऊ ठट्ठा करत अपन खुद के खराप ईछा ला पूरा करहीं। ओमन कहिहीं, “ओह आय के वायदा करे रिहिस, पर का होईस ओकर अवई के? हमर पुरखामन के मरे के समय ले, हर एक चीज ह वइसनेच हवय, जइसने ए संसार के सुरू ले रिहिस।” पर ओमन जान-बूझ के ए बात ला भुला जाथें कि बहुंत पहिली, परमेसर के बचन के दुवारा अकासमन बनाय गीन अऊ धरती ह पानी म ले अऊ पानी के संग बनाय गीस। पानी के दुवारा ही ओ समय के संसार म भयंकर बाढ़ आईस अऊ ओह नास हो गीस। ओहीच बचन के दुवारा, ए समय के अकासमन अऊ धरती ला आगी म नास करे बर बचाके रखे गे हवय। ओमन नियाय के दिन बर अऊ भक्तिहीन मनखेमन के बिनास बर रखे गे हवंय। पर हे मयारू संगवारीमन हो, ए बात ला झन भूलव: परभू के नजर म एक दिन ह एक हजार साल सहीं अय, अऊ एक हजार साल ह एक दिन सहीं अय। परभू ह अपन वायदा ला पूरा करे बर देरी नइं करय, जइसने कि कुछू मनखेमन समझत हवंय। पर ओह तुम्‍हर संग धीरज धरे हवय, अऊ नइं चाहथे कि कोनो नास होवंय, पर ओह चाहथे कि हर एक झन ला पछताप करे के मऊका मिलय। पर परभू के दिन ह चोर के सहीं अचानक आ जाही। अकासमन एक गरजन के संग गायब हो जाहीं। सार-तत्व मन आगी के दुवारा नास हो जाहीं। धरती अऊ एम के हर एक चीज ला जला दिये जाही। जब हर चीज ह, ए किसम ले नास करे जाही, त तुमन ला चाही कि पबितर अऊ भक्तिमय जिनगी जीयव, जइसने कि तुमन परमेसर के दिन के बाट जोहथव अऊ भरसक कोसिस करथव कि एह जल्दी आवय। ओ दिन, अकासमन आगी म जरके नास हो जाहीं, अऊ सार-तत्व मन गरमी के मारे टघल जाहीं। पर परमेसर के परतिगियां के मुताबिक, हमन एक नवां अकास अऊ नवां धरती के बाट जोहथन, जिहां सिरिप धरमीपन होही। एकरसेति, हे मयारू संगवारीमन हो, जब तुमन ए बात के बाट जोहथव, त भरसक कोसिस करव कि तुमन निस्कलंक अऊ निरदोस पाय जावव अऊ तुमन ला ओकर संग सांति मिलय। अपन मन म ए समझ लेवव कि हमर परभू के धीरज के मतलब उद्धार होथे, जइसने कि हमर मयारू भाई पौलुस घलो परमेसर के दुवारा दिये बुद्धि के मुताबिक तुमन ला लिखे हवय। ओह अपन जम्मो चिट्ठी म, ए बातमन ला बतावत ओही किसम ले लिखथे। ओकर चिट्ठीमन म कुछू अइसने बातमन हवंय, जऊन ला समझना कठिन ए। अगियानी अऊ अस्थिर मनखेमन एकर गलत मतलब निकारथें, जइसने कि ओमन परमेसर के बचन के आने भागमन ला घलो करथें, अऊ ए किसम ले ओमन अपन बिनास करथें। एकरसेति, हे मयारू संगवारीमन हो, जब तुमन एला पहिली ले जानथव, त सचेत रहव ताकि तुमन दुस्‍ट मनखेमन के बहकावा म झन आवव अऊ अपन बिसवास के स्थिरता ला झन गवांवव। पर हमर परभू अऊ उद्धार करइया यीसू मसीह के अनुग्रह अऊ गियान म बढ़त जावव। ओकर महिमा अभी अऊ सदाकाल तक होवत रहय। आमीन। जिनगी के ओ बचन, जऊन ह संसार के रचे के पहिली ले रिहिस; ओला हमन सुने हवन; ओला हमन अपन आंखी ले देखे हवन, ओला धियान लगाके देखे हवन अऊ हमर हांथ ले छुए हवन – ओहीच जिनगी के बचन के बारे म, हमन तुमन ला बतावत हन। ए जिनगी ह परगट होईस, अऊ हमन ओला देखे हवन अऊ ओकर गवाही देथन, अऊ हमन तुमन ला, ओ सदाकाल के जिनगी के बारे म बतावत हन, जऊन ह ददा के संग रिहिस अऊ हमर करा परगट होईस। जऊन ला हमन देखे हवन अऊ सुने हवन, ओकरे बारे म हमन तुमन ला बतावत हन, ताकि तुमन ला घलो हमर संग संगति मिलय। अऊ हमर संगति ह ददा के संग अऊ ओकर बेटा यीसू मसीह के संग हवय। ए बातमन ला हमन एकरसेति लिखत हवन, ताकि हमर आनंद ह पूरा हो जावय। ओ संदेस जऊन ला हमन ओकर बेटा यीसू ले सुने हवन अऊ तुमन ला सुनावत हवन; ओह ए अय – परमेसर ह अंजोर अय; अऊ ओम कुछू घलो अंधियार नइं ए। कहूं हमन ए कहन कि हमर संगति ओकर संग हवय अऊ हमन अंधियार म चलथन, तब हमन लबारी मारथन, अऊ सच के मुताबिक नइं चलन। पर कहूं हमन अंजोर म चलथन, जइसने परमेसर ह अंजोर म हवय, त हमर संगति एक-दूसर के संग हवय, अऊ ओकर बेटा यीसू के लहू ह हमन ला जम्मो पाप ले सुध करथे। कहूं हमन कहिथन कि हमन म कुछू पाप नइं ए, त हमन अपन-आप ला धोखा देथन अऊ हमन म सत नइं ए। कहूं हमन अपन पापमन ला मान लेथन, त परमेसर ह हमर पाप ला छेमा करही अऊ हमन ला जम्मो अधरम ले सुध करही, काबरकि ओह बिसवास लइक अऊ धरमी अय। कहूं हमन ए कहिथन कि हमन पाप नइं करे हवन, त हमन ओला लबरा ठहिराथन, अऊ ओकर बचन ह हमन म नइं ए। हे मोर मयारू लइकामन हो, मेंह ए बात तुमन ला एकरसेति लिखत हंव, ताकि तुमन पाप झन करव। पर कहूं कोनो पाप करथे, त हमर करा एक झन हवय, जऊन ह हमर बचाव म परमेसर ददा ले गोठियाथे, अऊ ओ धरमी जन ह यीसू मसीह अय। अऊ ओहीच ह हमर पाप खातिर पछतावा के बलिदान ए, अऊ सिरिप हमर पाप ही नइं, पर जम्मो संसार के पाप बर घलो। कहूं हमन ओकर हुकूममन ला मानथन, त एकर दुवारा हमन ला भरोसा हो जाही कि हमन ह ओला जानथन। जऊन मनखे ह ए कहिथे, “मेंह ओला जानथंव।” पर ओकर हुकूममन ला नइं मानय, त ओह लबरा अय, अऊ ओम सत नइं ए। पर जऊन ह ओकर बचन ला मानथे, त सही म परमेसर के मया ह ओम पूरा होथे। ए किसम ले, हमन जानथन कि हमन परमेसर म हवन। जऊन मनखे ह ए कहिथे कि ओह परमेसर म होके जिनगी बिताथे, त ओला अइसने जिनगी जीना चाही, जइसने यीसू ह ए संसार म रहत, जिनगी बिताईस। हे मयारू भाईमन हो, मेंह तुमन ला कोनो नवां हुकूम नइं लिखत हंव, पर ओहीच जुन्ना हुकूम, जऊन ह तुमन ला सुरू ले मिले हवय। ए जुन्ना हुकूम ओ संदेस अय, जऊन ला तुमन सुने हवव। तभो ले मेंह तुमन ला एक नवां हुकूम लिखत हंव। एकर सच्‍चई ह ओम अऊ तुमन म दिखथे, काबरकि अंधियार ह छंटत जावथे, अऊ सच के अंजोर ह अब चमकत हवय। जऊन ह ए कहिथे कि ओह अंजोर म हवय अऊ अपन भाई ले बईरता रखथे, त ओह अभी तक ले अंधियार म हवय। जऊन ह अपन भाई ले मया करथे, ओह अंजोर म चलथे, अऊ ओम अइसने कुछू नइं ए, जऊन ह ओला ठोकर खवाही। फेर जऊन ह अपन भाई ले बईरता रखथे, ओह अंधियार म हवय, अऊ अंधियार म रेंगथे अऊ ओह नइं जानय कि ओह कहां जावत हवय, काबरकि अंधियार ह ओकर आंखीमन ला अंधरा कर दे हवय। हे मोर लइकामन हो, मेंह तुमन ला लिखत हंव, काबरकि तुम्‍हर पाप ह मसीह के नांव खातिर छेमा हो गे हवय। हे ददामन हो, मेंह तुमन ला लिखत हंव, काबरकि तुमन ओला जानथव, जऊन ह सुरूच ले हवय। हे जवानमन हो, मेंह तुमन ला लिखत हंव, काबरकि तुमन ओ दुस्‍ट ऊपर जय पाय हवव। हे मोर लइकामन हो, मेंह तुमन ला लिखत हंव, काबरकि तुमन ददा परमेसर ला जानथव। हे ददामन हो, मेंह तुमन ला लिखत हंव, काबरकि तुमन ओला जानथव, जऊन ह संसार के रचे के पहिली ले हवय। हे जवानमन हो, मेंह तुमन ला लिखत हंव, काबरकि तुमन मजबूत हवव, अऊ परमेसर के बचन ह तुमन म बने रहिथे, अऊ तुमन ओ दुस्‍ट ऊपर जय पाय हवव। तुमन न तो संसार ले अऊ न संसार के कोनो चीज ले मया करव। कहूं कोनो संसार ले मया करथे, त ओह परमेसर ददा ले मया नइं करय। काबरकि संसार के हर एक चीज जइसने कि – पापी मनखे के लालसा, आंखी के लालसा अऊ जिनगी के घमंड – ए जम्मो चीज परमेसर ददा के नो हय, पर एह संसार के अय। संसार अऊ एकर लालसा ह खतम हो जाही, पर जऊन मनखे ह परमेसर के मनसा ला पूरा करथे, ओह सदाकाल तक परमेसर के संग रहिही। हे मोर लइकामन हो, एह अंत के बेरा अय; अऊ जइसने कि तुमन सुने हवव कि मसीह के बिरोधी ह आवत हवय; पर अब मसीह के कतको बिरोधीमन आ गे हवंय। एकरसेति, हमन जानथन कि एह अंत के बेरा अय। ओमन हमन ले निकरके गीन, पर ओमन सही म हमन के नो हंय। काबरकि यदि ओमन हमर बीच के होतिन, त ओमन हमर संग बने रहितिन; पर ओमन के चले जाना, ए साबित करथे कि ओम ले कोनो हमन के नो हंय। पर तुम्‍हर अभिसेक पबितर जन के दुवारा करे गे हवय, अऊ तुमन जम्मो झन सच ला जानथव। मेंह तुमन ला एकरसेति नइं लिखत हंव कि तुमन सच ला नइं जानव, पर मेंह एकरसेति लिखत हंव कि तुमन सच ला जानथव, अऊ ए घलो जानथव कि कोनो लबारी बात सत के तरफ ले नइं आवय। कोन ह लबरा ए? ओ मनखे, जऊन ह यीसू ला मसीह नइं मानय। अइसने मनखे ह मसीह के बिरोधी अय। ओह ददा अऊ बेटा दूनों के इनकार करथे। जऊन ह परमेसर के बेटा के इनकार करथे, ओह परमेसर ददा ला नइं जानय, अऊ जऊन ह बेटा ला मान लेथे, ओह परमेसर ददा ला घलो जानथे। देखव, जऊन कुछू तुमन सुरू ले सुने हवव, ओह तुमन म बने रहय। कहूं ओह तुमन म बने रहिही, त तुमन घलो बेटा अऊ ददा दूनों म बने रहिहू। अऊ ओह हमर ले जऊन बात के वायदा करे हवय – ओह “परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी” अय। मेंह ए बात तुमन ला ओमन के बारे म लिखत हंव, जऊन मन तुमन ला धोखा देय के कोसिस करथें। पर ओ अभिसेक, जऊन ला तुमन ओकर ले पाय हवव, ओह तुमन म बने रहिथे, अऊ तुमन ला एकर जरूरत नइं ए कि कोनो तुमन ला सिखोवय। मसीह के अभिसेक ह तुमन ला जम्मो बात सिखोथे, अऊ ओ अभिसेक ह सही अय, लबारी नो हय। जइसने एह तुमन ला सिखोय हवय, वइसने तुमन ओम बने रहव। अब हे मोर लइकामन हो, मसीह म बने रहव, ताकि जब ओह परगट होवय, त ओकर आय के बेरा ओकर आघू म, हमन बिसवास ले भरे रहन अऊ हमन ला लजाय ला झन पड़य। कहूं तुमन जानथव कि ओह धरमी अय, त तुमन ए घलो जानथव कि जऊन ह भलई के काम करथे, ओह परमेसर ले जनमे हवय। देखव, परमेसर ददा ह हमन ला कतेक मया करे हवय कि हमन परमेसर के संतान कहाथन, अऊ सही म हमन परमेसर के संतान अन। संसार ह एकरसेति हमन ला नइं जानय, काबरकि ओह परमेसर ला नइं जानिस। हे संगवारीमन हो, अब हमन परमेसर के संतान अन अऊ अभी तक ले, ए पता नइं चले हवय कि हमन का बनबो। पर हमन ए जानथन कि जब मसीह ह परगट होही, त हमन घलो ओकर सहीं बन जाबो, काबरकि हमन ओला वइसनेच देखबो, जइसने ओह हवय। हर एक मनखे, जऊन ह मसीह ऊपर ए आसा रखथे, ओह अपन-आप ला वइसने सुध करथे, जइसने मसीह ह सुध हवय। हर एक मनखे, जऊन ह पाप करथे, ओह परमेसर के कानून ला टोरथे; काबरकि पाप करे के मतलब परमेसर के कानून टोरना अय। पर तुमन जानथव कि मसीह ह एकरसेति परगट होईस, ताकि ओह हमर पापमन ला ले जावय। अऊ ओम कोनो पाप नइं ए। जऊन मनखे मसीह म जीयथे, ओह पाप करते नइं रहय, पर जऊन मनखे ह पाप करथे, ओह न तो ओला देखे हवय, अऊ न ही ओला जानथे। हे लइकामन हो, काकरो बहकावा म झन आवव। जऊन ह परमेसर के नजर म सही काम करथे, ओह धरमी अय, जइसने कि मसीह ह धरमी अय। जऊन ह पाप करते रहिथे, ओह सैतान कोति ले अय, काबरकि सैतान ह सुरूच ले पाप करत आय हवय। परमेसर के बेटा ह एकरसेति परगट होईस कि ओह सैतान के काम ला नास करय। जऊन ह परमेसर ले जनमथे, ओह पाप करते नइं रहय, काबरकि परमेसर के सुभाव ओम बने रहिथे। ओह पाप नइं कर सकय, काबरकि ओह परमेसर ले जनमे हवय। ए किसम ले, हमन जानथन कि कोन ह परमेसर के संतान अय अऊ कोन ह सैतान के संतान अय। जऊन ह सही काम नइं करय, ओह परमेसर के संतान नो हय; अऊ ओह घलो परमेसर के संतान नो हय, जऊन ह अपन भाई ले मया नइं करय। ओ संदेस, जऊन ला तुमन सुरूच ले सुने हवव, ओह ए अय कि हमन एक-दूसर ले मया करन। हमन कैन के सहीं झन बनन, जऊन ह दुस्‍ट जन के तरफ ले रिहिस अऊ अपन भाई ला मार डारिस। अऊ ओह ओला काबर मार डारिस? काबरकि ओकर अपन के काममन खराप रिहिन, अऊ ओकर भाई के काममन परमेसर के नजर म सही रिहिन। हे भाईमन हो, कहूं संसार के मनखेमन तुम्‍हर ले बईरता रखथें, त अचरज झन करव। हमन जानथन कि हमन मिरतू ले पार होके जिनगी म आ गे हवन, काबरकि हमन अपन भाईमन ला मया करथन। जऊन ह मया नइं करय, ओह मिरतू म बने रहिथे। जऊन ह अपन भाई ले बईरता रखथे, ओह हतियारा अय, अऊ तुमन जानथव कि कोनो हतियारा करा परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी नइं रहय। मया के मतलब ला हमन अइसने जानथन: यीसू मसीह ह हमर खातिर अपन जिनगी ला दे दीस। अऊ हमन ला घलो अपन भाईमन खातिर अपन जिनगी ला देना चाही। यदि काकरो करा संसार के संपत्ति हवय अऊ ओह देखथे कि ओकर भाई ला कोनो चीज के जरूरत हवय, पर ओकर ऊपर दया नइं करय, त परमेसर के मया ओम नइं रह सकय। हे लइकामन हो, आवव, हमन सिरिप अपन गोठ अऊ मुहूं ले ही मया नइं करन, पर अपन काम अऊ सत के दुवारा घलो मया करन। एकर दुवारा हमन जानबो कि हमन सत म हवन अऊ परमेसर के आघू म हमर हिरदय ला भरोसा होही, चाहे जब भी हमर हिरदय ह हमन ला दोसी ठहिराय। काबरकि परमेसर ह हमर हिरदय ले बड़े अय अऊ ओह हर एक बात ला जानथे। हे संगवारीमन हो, यदि हमर हिरदय ह हमन ला दोसी नइं ठहिराय, त हमन ला परमेसर के आघू म भरोसा होथे, अऊ जऊन कुछू घलो हमन ओकर ले मांगथन, ओह हमन ला देथे, काबरकि हमन ओकर हुकूम ला मानथन अऊ ओहीच काम करथन, जेकर ले ओला खुसी होथे। अऊ परमेसर के हुकूम ए अय कि हमन ओकर बेटा यीसू मसीह के नांव म बिसवास करन, अऊ एक-दूसर ला मया करन, जइसने कि ओह हमन ला हुकूम दे हवय। जऊन मन परमेसर के हुकूम ला मानथें, ओमन परमेसर म अऊ परमेसर ह ओमन म बने रहिथें अऊ ए किसम ले, हमन जानथन कि ओह हमन म रहिथे। हमन एला ओ पबितर आतमा के दुवारा जानथन, जऊन ला ओह हमन ला दे हवय। हे संगवारीमन हो, हर एक आतमा ऊपर बिसवास झन करव, पर आतमामन ला परखव कि ओमन परमेसर कोति ले अंय कि नइं, काबरकि कतको लबरा अगमजानीमन संसार म निकर आय हवंय। परमेसर के आतमा ला तुमन ए किसम ले पहिचान सकत हव: हर ओ मनखे जऊन ह मान लेथे कि यीसू मसीह ह देहें धारन करके आईस, ओम परमेसर के आतमा हवय; पर हर ओ मनखे जऊन ह यीसू ला नइं मानय, ओम परमेसर के आतमा नइं ए। एह ओ मनखे ए, जऊन म मसीह के बिरोधी के आतमा हवय, जेकर बारे म तुमन सुने हवव कि ओह अवइया हवय, अऊ अब ओह संसार म आ चुके हवय। हे मोर लइकामन हो, तुमन परमेसर के अव अऊ तुमन ए लबरा अगमजानीमन ऊपर जय पाय हवव, काबरकि जऊन ह तुमन म हवय, ओह ओकर ले बड़े अय, जऊन ह संसार म हवय। ओमन संसार के अंय, अऊ एकरसेति ओमन संसार के गोठ गोठियाथें, अऊ संसार ह ओमन के सुनथे। हमन परमेसर के अन। जऊन ह परमेसर ला जानथे, ओह हमर सुनथे, अऊ जऊन ह परमेसर के नो हय, ओह हमर बात ला नइं सुनय। ए किसम ले हमन मनखेमन के पहिचान करथन कि काकर करा सत के आतमा हवय अऊ काकर करा लबारी आतमा हवय। हे संगवारीमन हो, हमन एक-दूसर ले मया करन, काबरकि मया ह परमेसर करा ले आथे। जऊन ह मया करथे, ओह परमेसर ले जनमे हवय, अऊ ओह परमेसर ला जानथे। जऊन ह मया नइं करय, ओह परमेसर ला नइं जानय, काबरकि परमेसर ह मया अय। परमेसर ह ए किसम ले अपन मया ला हमर बीच म परगट करिस: ओह अपन एकलऊता बेटा ला ए संसार म पठोईस, ताकि हमन ला ओकर दुवारा सदाकाल के जिनगी मिलय। मया एम नइं अय कि हमन परमेसर ले मया करेन, पर मया एम हवय कि परमेसर ह हमर ले मया करिस, अऊ अपन बेटा ला पठोईस कि ओह कुरुस म मरे के दुवारा हमर पाप के सजा ला अपन ऊपर ले लेवय। हे संगवारीमन हो, जब परमेसर ह हमर ले अइसने मया करिस, त हमन ला घलो एक-दूसर ले मया करना चाही। परमेसर ला कभू कोनो नइं देखे हवंय; पर यदि हमन एक-दूसर ले मया करन, त परमेसर ह हमन म रहिथे अऊ ओकर मया ह हमन म पूरा हो जाथे। हमन जानथन कि हमन परमेसर म रहिथन अऊ ओह हमन म, काबरकि ओह अपन आतमा हमन ला दे हवय। अऊ हमन देख घलो डारेन अऊ गवाही देवत हन कि परमेसर ददा ह अपन बेटा ला संसार के उद्धार करइया के रूप म पठोय हवय। कहूं कोनो ए मान लेथे कि यीसू ह परमेसर के बेटा अय, त परमेसर ह ओम रहिथे अऊ ओह परमेसर म। अऊ हमन जानथन अऊ बिसवास करथन कि परमेसर ह हमन ला मया करथे। परमेसर ह मया अय। जऊन ह मया करते रहिथे, ओह परमेसर म बने रहिथे अऊ परमेसर ह ओम। मया ला हमर बीच म पूरा करे गीस, ताकि हमन ला नियाय के दिन भरोसा होवय कि ए संसार म हमन वइसने जिनगी जीये हवन, जइसने यीसू ह जीये रिहिस। मया म डर नइं होवय। पर सही के मया ह डर ला निकार देथे, काबरकि डर के संबंध, सजा के संग होथे। जऊन ह डरथे, ओम सही के मया नइं ए। हमन एकरसेति मया करथन, काबरकि पहिली परमेसर ह हमर ले मया करिस। कहूं कोनो ए कहिथे, “मेंह परमेसर ले मया करथंव,” अऊ ओह अपन भाई ले बईरता रखथे, त ओह लबरा अय। काबरकि जऊन ह अपन ओ भाई ले मया नइं करय, जऊन ला ओह देखे हवय, त ओह परमेसर ले मया नइं कर सकय, जऊन ला ओह देखे नइं हवय। अऊ परमेसर ह हमन ला, ए हुकूम दे हवय: जऊन ह परमेसर ले मया करथे, ओला अपन भाई ले घलो मया करना जरूरी अय। जऊन ह ए बिसवास करथे कि यीसू ह मसीह अय, ओह परमेसर के लइका अय, अऊ जऊन ह परमेसर ददा ले मया करथे, ओह ओकर लइका ले घलो मया करथे। जब हमन परमेसर ले मया करथन अऊ ओकर हुकूम ला मानथन, त एकर ले हमन जानथन कि हमन परमेसर के लइकामन ले घलो मया करथन। परमेसर बर हमर मया ए अय कि हमन ओकर हुकूममन ला मानन। अऊ ओकर हुकूममन ला मानना कठिन नो हय। काबरकि जऊन ह परमेसर ले जनमथे, ओह संसार ऊपर जय पाथे; हमन यीसू मसीह ऊपर बिसवास करे के दुवारा संसार ऊपर जय पाथन। संसार ऊपर कोन ह जय पाथे? सिरिप ओहीच, जऊन ह ए बिसवास करथे कि यीसू ह परमेसर के बेटा अय। यीसू मसीह ह ओ अय, जऊन ह पानी अऊ लहू के दुवारा आईस। ओह सिरिप पानी के दुवारा ही नइं आईस, पर पानी अऊ लहू दूनों के दुवारा आईस। अऊ ए पबितर आतमा अय, जऊन ह एकर बारे म गवाही देथे, काबरकि पबितर आतमा ह सत अय। गवाही देवइयामन तीन हवंय: पबितर आतमा, पानी अऊ लहू; अऊ ए तीनों म सहमती हवय। हमन मनखेमन के गवाही ला मान लेथन, पर परमेसर के गवाही त, ओकर ले बढ़ के अय; काबरकि परमेसर के गवाही ए अय कि ओह अपन बेटा के बारे म गवाही दे हवय। जऊन ह परमेसर के बेटा के ऊपर बिसवास करथे, ओह अपन हिरदय म ए गवाही रखथे। जऊन ह परमेसर ऊपर बिसवास नइं करय; ओह परमेसर ला लबरा बनाथे, काबरकि ओह ओ गवाही ऊपर बिसवास नइं करिस, जऊन ला परमेसर ह अपन बेटा के बारे म दे हवय। अऊ ओ गवाही ए अय: परमेसर ह हमन ला सदाकाल के जिनगी दे हवय, अऊ ए जिनगी ओकर बेटा म हवय। जेकर करा परमेसर के बेटा हवय; ओकर करा जिनगी हवय; अऊ जेकर करा परमेसर के बेटा नइं ए, ओकर करा जिनगी घलो नइं ए। मेंह तुमन ला, जऊन मन परमेसर के बेटा ऊपर बिसवास करथव, ए बात लिखत हंव, ताकि तुमन जानव कि तुम्‍हर करा परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी हवय। हमन ला परमेसर ऊपर ए बिसवास हवय कि यदि हमन ओकर मन मुताबिक कुछू मांगथन, त ओह हमर सुनथे। अऊ जब हमन जानथन कि जऊन कुछू हमन मांगथन, ओह हमर सुनथे, तब हमन ए घलो जानथन कि जऊन कुछू हमन ओकर ले मांगे हवन, ओ चीज हमन ला मिल गे हवय। यदि कोनो अपन भाई ला ओ पाप करत देखथे, जेकर नतीजा मिरतू नो हय, त ओह पराथना करय अऊ परमेसर ह ओला जिनगी दिही। मेंह ओमन के बारे म कहत हवंव, जऊन मन ओ पाप करथें, जेकर नतीजा मिरतू नो हय। एक अइसने पाप घलो हवय, जेकर नतीजा मिरतू होथे। मेंह ए नइं कहत हंव कि ओह ओकर बारे म पराथना करय। जम्मो गलत काम ह पाप अय, पर अइसने पाप घलो हवय, जेकर नतीजा मिरतू नो हय । हमन जानथन कि जऊन ह परमेसर ले जनमे हवय, ओह पाप करतेच नइं रहय; परमेसर के बेटा ह ओकर बचाव करथे, अऊ दुस्‍ट जन ह ओला छू नइं सकय। हमन जानथन कि हमन परमेसर के लइका अन, अऊ जम्मो संसार ह ओ दुस्‍ट के अधीन म हवय। हमन ए घलो जानथन कि परमेसर के बेटा ह आ गे हवय, अऊ ओह हमन ला ए समझ दे हवय कि हमन ओला चिनहे सकन, जऊन ह सत ए। अऊ हमन ओम हवन, जऊन ह सत अय, याने कि ओकर बेटा यीसू मसीह। एहीच ह सच्‍चा परमेसर अऊ सदाकाल के जिनगी अय। हे मोर लइकामन हो, अपन-आप ला मूरतीमन ले बचाय रखव। परमेसर के चुने माईलोगन अऊ ओकर लइकामन ला, में कलीसिया के अगुवा ह ए चिट्ठी लिखत हंव। एमन ला मेंह सच्‍चा मया करथंव – अऊ न सिरिप में, पर ओ जम्मो झन घलो मया करथें, जऊन मन सत ला जानथें – काबरकि सत ह हमन म रहिथे अऊ हमर संग सदाकाल तक रहिही। परमेसर ददा अऊ ओकर बेटा यीसू मसीह कोति ले अनुग्रह, दया अऊ सांति हमर संग सत अऊ मया के संग बने रहिही। मेंह ए जानके अब्‍बड़ आनंद मनावत हवंव कि तोर कुछू लइकामन सत म चलत हवंय, जइसने कि परमेसर ददा ह हमन ला हुकूम दे हवय। अब हे मयारू माईलोगन, मेंह तोला कोनो नवां हुकूम नइं लिखत हंव, पर ओहीच हुकूम, जऊन ह हमन ला सुरू म मिले रिहिस, जब हमन यीसू मसीह के ऊपर बिसवास करेन। मेंह कहत हंव कि हमन एक-दूसर ले मया करन। अऊ मया के मतलब ए अय कि हमन परमेसर के हुकूम के मुताबिक चलन। जइसने कि तेंह सुने रहय, जब सुरू म यीसू मसीह ऊपर बिसवास करय: ओकर हुकूम ए अय कि तें मया के जिनगी जी। कतको धोखा देवइयामन ए संसार म आ गे हवंय, जऊन मन ए नइं मानंय कि यीसू मसीह ह मनखे के देहें धरके आईस। ए किसम के मनखेमन आने मन ला धोखा देथें अऊ मसीह के बिरोध करथें। सचेत रहव कि तुमन ओ चीज ला झन गंवावव, जेकर खातिर तुमन मिहनत करे हवव, अऊ तुमन ला ओकर पूरा इनाम मिलय। जऊन ह मसीह के उपदेस ले भटक जाथे अऊ ओम बने नइं रहय, ओकर करा परमेसर नइं ए। पर जऊन ह ओकर उपदेस म बने रहिथे, ओकर करा परमेसर ददा अऊ बेटा दूनों हवंय। कहूं कोनो तुम्‍हर करा आथे अऊ ए सिकछा नइं देवय, त ओला न तो अपन घर ले जावव अऊ न ही ओकर सुवागत करव। जऊन ह अइसने मनखे के सुवागत करथे, ओह ओकर गलत काम म भागीदार होथे। मोर करा तुमन ला लिखे बर बहुंते बात हवय, पर मेंह कागज अऊ सियाही के उपयोग नइं करे चाहत हवंव। मोला आसा हवय कि मेंह तुम्‍हर करा आहूं अऊ तुम्‍हर संग बईठके गोठियाहूं, ताकि हमर आनंद ह पूरा हो जावय। परमेसर के दुवारा चुने तोर बहिनी के लइकामन तुमन ला जोहार कहत हवंय। में कलीसिया के अगुवा, अपन मयारू संगवारी गयुस ला ए चिट्ठी लिखत हंव, जऊन ला मेंह सच्‍चा मया करथंव। हे मयारू संगी, मेंह पराथना करत हंव कि तेंह भला चंगा रह अऊ हर एक बात म तोर भलई होवय, जइसने कि तेंह आतमा म सही अस। मेंह आनंद ले भर गेंव, जब कुछू भाईमन आईन अऊ ए गवाही दीन कि तेंह परमेसर के सत बचन म चलत हवस। ओमन बताईन कि तेंह कइसने परमेसर के सत बचन के मुताबिक जिनगी बितावत हस। एकर ले बड़के मोर करा अऊ कोनो आनंद के बात नइं हो सकय कि मेंह ए सुनंव कि मोर लइकामन परमेसर के सत बचन के मुताबिक चलत हवंय। हे मयारू संगी, तेंह ओ काम म बिसवास लइक ठहिरे हस, जऊन ला तेंह भाईमन बर करत हवस, खास करके जब ओमन तोर बर अनजान अंय। ओमन कलीसिया ला तोर मया के बारे म बताय हवंय। तेंह अइसने कर: ओमन के आघू के यातरा के अइसने परबंध कर कि परमेसर ह खुस होवय। काबरकि ओमन मसीह के सेवा म निकरे हवंय अऊ मसीह ऊपर बिसवास नइं करइयामन ले एमन कुछू नइं लेवंय। एकरसेति हमन ला अइसने मनखेमन के सेवा-सतकार करना चाही, ताकि हमन परमेसर के सत बचन खातिर एक संग काम कर सकन। मेंह कलीसिया ला लिखे हवंव, पर दियुत्रिफेस, जऊन ह ओमन के मुखिया बने चाहत हवय, मोर बात ला नइं मानय। एकरसेति जब मेंह आहूं, त ओ बातमन ला बताहूं जेला ओह करत हवय। ओह हमर बदनामी करत हवय। ओला एकर ले संतोस नइं होईस, त ओह भाईमन ला गरहन घलो नइं करय, अऊ जऊन मन भाईमन ला गरहन करे चाहथें, ओह ओमन ला मना करथे अऊ ओमन ला कलीसिया ले निकार देथे। हे मयारू संगी, बुरई के नइं पर भलई के नकल कर। जऊन ह भलई के काम करथे, ओह परमेसर के अय, अऊ जऊन ह बुरई के काम करथे, ओह परमेसर ला नइं जानय। देमेतिरियुस के बारे म जम्मो झन बने बात कहिथें – अऊ त अऊ सत ह खुद एही कहिथे। हमन घलो ओकर बारे म बने बात कहिथन, अऊ तेंह जानथस कि हमर गवाही ह सही ए। मोर करा तोला लिखे बर कतको बात हवय, पर मेंह कलम अऊ सियाही ले लिखे नइं चाहत हंव। मोला आसा हवय कि तोर संग जल्दी भेंट होही अऊ तब हमन एक संग बईठके गोठियाबो। तोला सांति मिलय। इहां के संगवारीमन तोला जोहार कहत हवंय। उहां संगवारीमन ला नांव ले-लेके मोर जोहार कहि देबे। ए चिट्ठी ह यीसू मसीह के सेवक अऊ याकूब के भाई यहूदा के तरफ ले, ओमन ला लिखे जावत हे, जऊन मन परमेसर के दुवारा बलाय गे हवंय, जऊन मन परमेसर के मयारू अंय अऊ जऊन मन यीसू मसीह खातिर रखे गे हवंय। परमेसर के दया, सांति अऊ मया तुम्‍हर ऊपर अब्‍बड़ होवय। हे मयारू संगीमन हो, हालाकि मेंह तुमन ला उद्धार के बारे म लिखे बर बहुंत उत्सुक रहेंव, जऊन म हमन सहभागी हवन, पर मेंह ए जरूरी समझेंव कि तुमन ला लिखंव अऊ बिनती करंव कि तुमन ओ बिसवास खातिर पूरा मिहनत करव, जऊन ला परमेसर ह अपन मनखेमन ला जम्मो के सेति एकेच बार म दे हवय। काबरकि कुछू मनखेमन गुपत रूप ले तुमन म आके मिल गे हवंय, जऊन मन के दंड के हुकूम बहुंत पहिली ले लिखे गे हवय। ओमन अधरमी मनखे अंय। ओमन हमर परमेसर के अनुग्रह ला दुराचार म बदल देथें अऊ हमर एकेच मालिक परभू यीसू मसीह के इनकार करथें। हालाकि तुमन ए जम्मो बात ला पहिली ले जानत हव, पर मेंह सुरता कराय चाहत हंव कि परभू ह अपन मनखेमन ला मिसर देस ले छोंड़ाईस, पर बाद म ओमन ला नास कर दीस, जऊन मन बिसवास नइं करिन। अऊ ओ स्‍वरगदूत, जऊन मन अपन अधिकार के सीमा म नइं रिहिन अऊ स्‍वरग म अपन खुद के घर ला तियाग दीन – ओमन ला परमेसर ह नियाय के महान दिन खातिर नरक के अंधियार म, कभू नइं टूटइया बेड़ी म बांधके रखे हवय। एही किसम ले सदोम, अमोरा अऊ आस-पास के सहर के मनखेमन अपन-आप ला छिनारी काम अऊ खराप चाल-चलन म लगाईन। एमन ओमन बर एक नमूना ठहरिन, जऊन मन सदाकाल के आगी के सजा भोगत हवंय। ओहीच किसम ले, ए मनखेमन सपना म अपन खुद के देहें ला असुध करथें; परमेसर के परभूता ला इनकार करथें, अऊ स्वरगदूतमन के बदनाम करथें। अऊ त अऊ परधान स्‍वरगदूत मीकाएल ह जब सैतान के संग अगमजानी मूसा के लास के बारे म बिवाद करत रिहिस, त ओह सैतान ऊपर बदनामी के दोस लगाय के हिम्मत नइं करिस, पर ए कहिस, “परभू ह तोला दबकारय।” पर ए मनखेमन, जऊन बातमन ला नइं समझंय, ओकर बारे म खराप गोठ गोठियाथें, अऊ जऊन बातमन ला, एमन जंगली पसुमन के सहीं सहज रूप म जानथें, ओहीच बातमन एमन ला नास कर देथें। एमन ऊपर हाय! काबरकि एमन कैन के डहार म चलथें; एमन फायदा खातिर, बिलाम के सहीं गलती करथें; एमन कोरह के सहीं बिदरोह करथें, अऊ ओकरे सहीं नास हो जाथें। ए मनखेमन तुम्‍हर मया के जेवनार म गंदगी के सहीं अंय, एमन तुम्‍हर संग बेसरम सहीं खाथें-पीथें अऊ सिरिप अपन-आप के खियाल रखथें। एमन बिगर पानी के बादर अंय, जऊन ला हवा उड़ा ले जाथे। एमन पतझड़ के ओ रूख सहीं अंय, जऊन म फर नइं लगय अऊ उखाने जाथें अऊ दूबारा मर जाथें। एमन समुंदर के भयानक लहरा सहीं अंय, जऊन मन अपन लाज के फेन ला निकारथें। एमन गिंजरत तारामन सहीं अंय, जेमन खातिर परमेसर ह सदाकाल बर घोर अंधियार ठहिराय हवय। हनोक, जऊन ह आदम के सातवां पीढ़ी के रिहिस, ए मनखेमन के बारे म ए अगमबानी करे रिहिस, “देखव, परभू ह हजारों-हजार अपन पबितर स्वरगदूतमन संग आवत हवय, कि हर एक के नियाय करय, अऊ ओ जम्मो अधरमीमन ला दोसी ठहिराय, जऊन मन कुकरम करके अधरम के काम करे हवंय, अऊ परमेसर के बिरोध म ओ जम्मो कठोर बचन, ए अधरमी पापीमन कहे हवंय।” ए मनखेमन कुड़कुड़ावत अऊ आने ऊपर दोस लगावत रहिथें; एमन अपन खराप ईछा के मुताबिक चलथें; एमन अपन खुद के बड़ई मारथें अऊ अपन खुद के फायदा बर दूसर के चापलूसी करथें। पर हे मयारू संगवारीमन हो, तुमन ओ बातमन ला सुरता करव, जऊन ला हमर परभू यीसू मसीह के प्रेरितमन तुमन ला पहिली कहे रिहिन। ओमन तुमन ला कहे रिहिन, “आखिरी समय म, ठट्ठा करइयामन होहीं, जऊन मन अपन खुद के खराप ईछा के मुताबिक चलहीं।” एमन ओ मनखे अंय, जऊन मन तुम्‍हर बीच म फूट डारथें; एमन अपन संसारिक ईछा के मुताबिक चलथें अऊ एमन करा पबितर आतमा नइं ए। पर हे मयारू संगवारीमन, तुमन अपन-आप ला अपन परम पबितर बिसवास म बढ़ावव, अऊ पबितर आतमा के सामरथ म पराथना करव। अपन-आप ला परमेसर के मया म बनाय रखव, अऊ हमर परभू यीसू मसीह के दया के बाट जोहत रहव, जऊन ह तुमन ला परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी दिही। जऊन मन बचन ऊपर संका करथें, ओमन ऊपर दया करव; आने मन ला लबरा गुरूमन के सिकछा ले बचावव, जइसने तुमन कोनो ला आगी ले खींचके बचाथव; भय के संग आने मन ऊपर दया करव; पर ओ मनखेमन के ओ ओन्ढा ले घलो घिन करव, जऊन म ओमन के पापी सरीर के दाग लगे हवय। अब जऊन ह तुमन ला गिरे ले बचा सकथे अऊ तुमन ला निरदोस अऊ आनंद के संग ओकर महिमा ला देखा सकथे – ओहीच एके परमेसर, हमर उद्धार करइया के महिमा, गौरव, पराकरम अऊ अधिकार, हमर परभू यीसू मसीह के जरिये सनातन काल, अब अऊ सदाकाल तक होवत रहय। आमीन। ए किताब ह यीसू मसीह के दिब्य परकासन के बारे म अय, जऊन ला परमेसर ह ओला दीस कि ओह अपन सेवकमन ला निकट भविस्य म होवइया घटनामन ला देखावय। मसीह ह अपन स्‍वरगदूत ला पठोके ए दिब्य परकासन के बात ला अपन सेवक यूहन्ना ला बताईस। यूहन्ना ओ जम्मो बात के गवाही देवत हवय, जऊन ला ओह देखिस – कि एह परमेसर के संदेस अऊ यीसू मसीह के बताय सच्‍चई ए। ओ मनखे ह आसिस पाही, जऊन ह ए अगमबानी के बचन ला पढ़थे अऊ ओमन आसिस पाहीं, जऊन मन एला सुनथें अऊ एम लिखे बात ला मानथें, काबरकि ए बातमन के पूरा होय के समय ह लकठा आ गे हवय। में यूहन्ना ह एसिया प्रदेस के सात कलीसिया के मनखेमन ला ए बात लिखत हंव। परमेसर जऊन ह हवय, जऊन ह रिहिस, अऊ जऊन ह अवइया हवय; अऊ ओकर सिंघासन के आघू म हाजिर सात आतमामन, अऊ यीसू मसीह, जऊन ह बिसवास लइक गवाह ए, अऊ मरे म ले जी उठे म पहिलांत ए अऊ संसार म राजामन ऊपर राज करथे – ए जम्मो के तरफ ले तुमन ला अनुग्रह अऊ सांति मिलय। यीसू, जऊन ह हमन ला मया करथे अऊ हमन ला अपन लहू के दुवारा हमर पाप ले छुटकारा दे हवय, अऊ हमन ला एक देस अऊ पुरोहित बनाय हवय, ताकि हमन ओकर परमेसर अऊ ददा के सेवा करन – ओ यीसू के महिमा अऊ सामरथ जुग-जुग होवय! आमीन। देखव, ओह बादर ऊपर आवत हवय, अऊ जम्मो झन ओला देखहीं, जऊन मन ओला छेदे-बेधे रिहिन, ओमन घलो ओला देखहीं; अऊ संसार के जम्मो मनखेमन ओकर बर सोक मनाहीं। अइसने ही होही! आमीन । परभू परमेसर ह कहिथे, “मेंह सुरू (अल्फा) अऊ मेंह अंत (ओमेगा) अंव। मेंह ओ सर्वसक्तिमान अंव, जऊन ह हवय, अऊ जऊन ह रिहिस अऊ जऊन ह अवइया हवय ।” मेंह तुम्‍हर भाई यूहन्ना अंव अऊ यीसू के दुःख, परमेसर के राज अऊ धीरज सहित सहन करे म तुम्‍हर संग भागीदार अंव। परमेसर के बचन अऊ यीसू के बारे म गवाही देय के कारन मेंह पतमुस नांव के टापू म बंदी रहेंव। परभू के दिन, मेंह पबितर आतमा ले भर गेंव अऊ मेंह अपन पाछू कोति तुरही के सहीं एक ऊंचहा अवाज सुनेंव, जऊन ह ए कहिस: “जऊन कुछू तेंह देखत हवस, ओला एक ठन किताब म लिख अऊ ओला सात कलीसिया – इफिसुस, स्‍मुरना, पिरगमुन, थुआतीरा, सरदीस, फिलाडेलफिया अऊ लौदीकिया ला पठो दे।” जऊन ह मोर ले गोठियावत रहय, ओला देखे बर जब मेंह पाछू कोति किंजरेंव, त मोला दीया ला मढ़ाय के सात ठन सोन के दीवट दिखिस, अऊ दीवटमन के मांझा म मनखे के बेटा सहीं एक झन मनखे ला देखेंव, जऊन ह गोड़ तक लम्‍बा पोसाक पहिरे रहय अऊ ओकर छाती ऊपर चौरस सोन के फीता रहय। ओकर मुड़ अऊ चुंदी ह ऊन अऊ बरफ सहीं एकदम पंडरा रहय अऊ ओकर आंखीमन धधकत आगी सहीं रिहिन। ओकर गोड़मन भट्ठी म तिपोय पीतल सहीं चमकत रहंय अऊ ओकर अवाज ह गरजत पानी सहीं रहय। ओह अपन जेवनी हांथ म सात ठन तारामन ला धरे रहय अऊ ओकर मुहूं ले एक ठन चोक दूधारी तलवार ह निकरत रहय। ओकर चेहरा ह अइसने चमकत रहय, जइसने सूरज ह भरे मंझनियां के बखत चमकथे। जब मेंह ओला देखेंव, त मरे मनखे सहीं ओकर गोड़ करा गिर पड़ेंव। तब ओह अपन जेवनी हांथ ला मोर ऊपर रखके कहिस: “झन डर्रा। मेंहीच ह पहिली अऊ आखिरी अंव। मेंह जीयत हवंव। मेंह मर गे रहेंव, पर देख, अब मेंह सदाकाल बर जीयत हवंव। अऊ मोर करा मिरतू अऊ मरे मनखेमन के संसार ऊपर अधिकार हवय। एकरसेति, जऊन कुछू तेंह देखे हवस, जऊन ह अभी होवत हवय, अऊ जऊन ह एकर बाद होवइया हवय, ओ जम्मो बात ला लिख ले। जऊन सात ठन तारा, तेंह मोर जेवनी हांथ म देखे, ओ सातों तारा अऊ सोन के सात दीवटमन के मतलब ए अय: ओ सात तारामन सात ठन कलीसिया के दूत अंय, अऊ ओ सात दीवटमन सात ठन कलीसिया अंय।” “इफिसुस के कलीसिया के दूत ला ए लिख: जऊन ह जेवनी हांथ म सात ठन तारा धरे हवय अऊ सोन के सात ठन दीवट के बीच म चलते-फिरथे, ओकर ए बचन अय: मेंह तुम्‍हर काम, तुम्‍हर कठोर मिहनत अऊ तुम्‍हर धीरज ला जानत हंव। मेंह जानत हंव कि तुमन दुस्‍ट मनखेमन ला सहे नइं सकव। जऊन मन अपन-आप ला प्रेरित कहिथें, पर हवंय नइं, तुमन ओमन ला परखे हवव अऊ ओमन ला लबरा पाय हवव। तुमन धीरज धरे हवव; मोर खातिर तुमन दुःख सहे हवव अऊ हिम्मत नइं हारे हवव। तभो ले मेंह तुम्‍हर बिरोध म, ए कहत हंव: तुमन अब मोला वइसने मया नइं करव, जइसने पहिली करत रहेव। सोचव कि तुमन कतेक गिर गे हवव। पछताप करव अऊ ओ काम करव, जऊन ला तुमन पहिली करत रहेव। यदि तुमन पछताप नइं करहू, त मेंह तुम्‍हर करा आके तुम्‍हर दीवट ला ओकर जगह ले टार दूहूं। पर तुमन म एक बने बात ए हवय कि मोर सहीं, तुमन घलो नीकुलईमन के काम ले घिन करथव । जेकर कान हवय, ओह सुन ले कि पबितर आतमा ह कलीसियामन ला का कहिथे। जऊन ह बिजयी होही, ओला मेंह जिनगी के रूख के फर खाय बर अधिकार दूहूं, जऊन ह परमेसर के स्‍वरग-लोक के बगीचा म हवय।” “स्‍मुरना के कलीसिया के दूत ला ए लिख: जऊन ह पहिली अऊ आखिरी ए, जऊन ह मर गे रिहिस अऊ फेर जी उठिस, ओकर ए बचन अय: मेंह तुम्‍हर दुःख-तकलीफ अऊ तुम्‍हर गरीबी ला जानथंव – तभो ले तुमन धनवान अव! मेंह जानथंव कि ओमन तुम्‍हर बदनामी करथें, जऊन मन अपन-आप ला यहूदी कहिथें, पर हवंय नइं। ओमन सैतान के सभा-घर अंय। तुम्‍हर ऊपर जऊन दुःख-तकलीफ अवइया हवय, ओकर ले झन डर्रावव। मेंह तुमन ला बतावत हंव, सैतान ह तुमन ला परखे बर, तुमन ले कतको झन ला जेल म डारही, अऊ तुमन दस दिन तक दुःख भोगहू। मरते दम तक मोर बिसवासी रहव अऊ मेंह तुमन ला जिनगी के मुकुट दूहूं। जेकर कान हवय, ओह सुन ले कि पबितर आतमा ह कलीसियामन ला का कहिथे। जऊन ह बिजयी होही, ओला दूसरा मिरतू ले कोनो नुकसान नइं होवय ।” “पिरगमुन के कलीसिया के दूत ला ए लिख: जेकर करा तेज दूधारी तलवार हवय, ओकर ए बचन अय: मेंह जानथंव कि तेंह कहां रहिथस; तेंह उहां रहिथस, जिहां सैतान के सिंघासन हवय! तभो ले तेंह मोर ऊपर अपन बिसवास म स्थिर हवस। तेंह ओ दिन म घलो मोर ऊपर अपन बिसवास ला नइं तियागे, जब मोर बिसवास लइक गवाह अन्‍तिपास ह तुम्‍हर सहर म मारे गीस – जिहां सैतान रहिथे। तभो ले, मोर करा तुम्‍हर बिरोध म कहे बर कुछू हवय: तुम्‍हर बीच म कुछू मनखेमन हवंय, जऊन मन बिलाम के सिकछा ला मानथें। बिलाम ह बालाक ला सिखोय रिहिस कि ओह इसरायलीमन ला ठोकर के रसता म ले जावय, ताकि ओमन मूरती ऊपर चघाय चीज ला खावंय अऊ छिनारी करंय। तुम्‍हर बीच म कुछू अइसने मनखेमन घलो हवंय, जऊन मन नीकुलईमन के सिकछा ला मानथें। एकरसेति, पछताप करव; नइं त मेंह तुम्‍हर करा जल्दी आहूं अऊ अपन मुहूं के तलवार ले ओमन के बिरोध म लड़हूं। जेकर कान हवय, ओह सुन ले कि पबितर आतमा ह कलीसियामन ला का कहिथे। जऊन ह बिजयी होही, ओला मेंह लुकाय मन्ना म ले कुछू दूहूं। मेंह ओला एक ठन सफेद पथरा घलो दूहूं, जऊन म एक नवां नांव लिखाय होही, जेला सिरिप ओहीच जानही, जऊन ह ओला पाही।” “थुआतीरा के कलीसिया के दूत ला एक लिख: एह परमेसर के बेटा के बचन ए, जेकर आंखी ह धधकत आगी सहीं हवय अऊ जेकर गोड़मन पालीस करे पीतल सहीं चमकत हवंय। मेंह तुम्‍हर काम, तुम्‍हर मया, तुम्‍हर बिसवास, तुम्‍हर सेवा अऊ तुम्‍हर धीरज ला जानत हंव। मेंह ए घलो जानत हंव कि तुम्‍हर अभी के काम ह पहिली के काम ले बढ़ के हवय। तभो ले मोला तुम्‍हर बिरोध म ए कहना हवय: तुमन ओ माईलोगन – इजेबेल ला कुछू नइं कहव, जऊन ह अपन-आप ला अगमजानी कहिथे अऊ अपन सिकछा के दुवारा मोर सेवकमन ला छिनारी करे बर अऊ मूरती ऊपर चघाय चीजमन ला खाय बर बहकाथे। मेंह ओला अपन पाप ले पछताप करे के मऊका देय हवंव, पर ओह पछताप नइं करे चाहथे। एकरसेति, मेंह ओला तकलीफ म डालहूं अऊ जऊन मन ओकर संग छिनारी करथें, कहूं ओमन अपन पाप ला छोंड़के पछताप नइं करहीं, त मेंह ओमन ऊपर घोर दुःख-तकलीफ डालहूं। मेंह ओ माईलोगन के लइकामन ला मार डालहूं। तब जम्मो कलीसियामन जान लिहीं कि मेंह ओ अंव, जऊन ह मनखे के हिरदय अऊ मन ला जांचथे, अऊ मेंह तुमन ले हर एक ला तुम्‍हर काम के मुताबिक परतिफल दूहूं। अब थुआतीरा के ओ बांचे मनखेमन, जऊन मन ओ माईलोगन के सिकछा ला नइं मानव अऊ ओ बात ला नइं सिखेव, जऊन ला कुछू मनखेमन सैतान के गहिरा भेद कहिथें, मेंह तुमन ला कहत हंव कि मेंह तुम्‍हर ऊपर अऊ कोनो आने बोझ नइं डालंव। पर जऊन सिकछा तुम्‍हर करा हवय, मोर आवत तक सिरिप ओहीच म चलव। जऊन ह बिजयी होही, अऊ मोर ईछा मुताबिक आखिरी तक चलते रहिही, मेंह ओला जम्मो जाति के मनखे ऊपर अधिकार दूहूं। ‘ओह ओमन ऊपर लोहा के राजदंड ले राज करही, अऊ ओह ओमन ला माटी के बरतन सहीं टोर-फोर दिही’  – जइसने कि मोर ददा ह ओमन ऊपर राज करे बर मोला अधिकार दे हवय। मेंह ओला बिहनियां के तारा घलो दूहूं। जेकर कान हवय, ओह सुन ले कि पबितर आतमा ह कलीसियामन ला का कहिथे।” “सरदीस के कलीसिया के दूत ला ए लिख: जऊन ह परमेसर के सात आतमा अऊ सात तारामन ला धरे हवय, ओकर ए बचन अय; मेंह तुम्‍हर काममन ला जानत हंव; तुमन जीयत कलीसिया कहिलाथव, पर असल म तुमन मर गे हवव। जागव! ओ चीज जऊन ह बांचे हवय, अऊ नास होवइया हवय, ओला मजबूत करव, काबरकि मेंह तुम्‍हर काम ला अपन परमेसर के नजर म सही नइं पाय हवंव। जऊन सिकछा तुमन पाय हवव अऊ सुने हवव, ओला सुरता रखव; ओकर पालन करव अऊ पाप ले पछताप करव। पर कहूं तुमन नइं जागहू, त मेंह चोर के सहीं आ जाहूं, अऊ तुमन ला पता नइं चलही कि कते बेरा मेंह तुम्‍हर करा आ जाहूं। तभो ले सरदीस सहर म, तुम्‍हर इहां कुछू मनखे हवंय, जऊन मन अपन जिनगी ला सुध रखे हवंय। ओमन सफेद कपड़ा पहिरके मोर संग चलहीं, काबरकि ओमन एकर काबिल हवंय। जऊन ह बिजयी होही, ओला एमन के सहीं सफेद कपड़ा पहिराय जाही। मेंह ओकर नांव ला जिनगी के किताब ले कभू नइं मेटावंव, पर अपन ददा अऊ ओकर स्वरगदूतमन के आघू म ओला गरहन करहूं। जेकर कान हवय, ओह सुन ले कि पबितर आतमा ह कलीसियामन ला का कहिथे।” “फिलाडेलफिया के कलीसिया के दूत ला ए लिख: एह ओकर बचन ए, जऊन ह पबितर अऊ सत ए अऊ जेकर करा दाऊद राजा के कुची हवय। जऊन ला ओह खोलथे, ओला कोनो बंद नइं कर सकंय; अऊ जऊन ला ओह बंद करथे, ओला कोनो खोल नइं सकंय। मेंह तुम्‍हर काममन ला जानथंव। देखव, मेंह तुम्‍हर आघू म एक उघरे कपाट रखे हवंव, जऊन ला कोनो बंद नइं कर सकंय। मेंह जानथंव कि तुम्‍हर ताकत थोरकन हवय, तभो ले तुमन मोर बचन माने हवव अऊ मोर बिसवास म बने हवव। जऊन मन सैतान के सभा-घर के अंय अऊ अपन-आप ला यहूदी कहिथें, पर हवंय नइं, ओमन लबारी मारथें। मेंह अइसने करहूं कि ओमन तुम्‍हर करा आके तुम्‍हर गोड़ खाल्‍हे गिरहीं अऊ मान लिहीं कि मेंह तुमन ले मया करथंव। काबरकि तुमन मोर हुकूम ला धीरज धरके माने हवव, त मेंह घलो तुमन ला ओ परिछा के घड़ी ले बंचाके रखहूं, जऊन ह जम्मो संसार ऊपर अवइया हवय। एकर दुवारा ए धरती म रहइया मनखेमन परखे जाहीं। मेंह जल्दी अवइया हवंव। जऊन सिकछा तुमन ला मिले हवय, ओम बने रहव, ताकि तुम्‍हर मुकुट ला कोनो झन ले सकय। जऊन ह बिजयी होही, मेंह ओला अपन परमेसर के मंदिर म खम्भा बनाहूं। ओह एकर ले कभू बाहिर नइं जाही। मेंह अपन परमेसर के नांव, अपन परमेसर के सहर के नांव – नवां यरूसलेम, जऊन ह मोर परमेसर करा ले स्‍वरग ले उतरही; ओकर ऊपर लिखहूं अऊ मेंह अपन नवां नांव ला घलो ओकर ऊपर लिखहूं। जेकर कान हवय, ओह सुन ले कि पबितर आतमा ह कलीसियामन ला का कहिथे।” “लौदीकिया के कलीसिया के दूत ला ए लिख: एह आमीन के बचन अय, जऊन ह बिसवास लइक अऊ सच्‍चा गवाह अऊ परमेसर के सिरिस्टी के अधिकारी ए। मेंह तुम्‍हर काममन ला जानत हंव। तुमन न तो ठंडा हवव अऊ न तात। बने होतिस कि तुमन या तो ठंडा रहितेव या फेर तात। काबरकि तुमन कुनकुना हवव, न ठंडा अऊ न तात; एकरसेति मेंह तुमन ला अपन मुहूं ले उछर दूहूं। तुमन कहिथव कि तुमन धनवान अव; तुम्‍हर करा संपत्ति हवय, अऊ तुमन ला कोनो चीज के जरूरत नइं ए। पर तुमन ए नइं जानत हव कि तुमन अभागा, दयनीय, गरीब, अंधरा अऊ नंगरा अव। मेंह तुमन ला सलाह देवत हंव कि आगी म सुध करे गेय सोना मोर करा ले बिसोवव अऊ धनवान हो जावव। तुमन मोर करा ले सफेद कपड़ा पहिरे बर बिसोवव कि अपन नंगरई के लाज ला ढांक सकव अऊ अपन आंखी म लगाय बर मरहम बिसोवव कि तुमन देख सकव। जऊन मन ला मेंह मया करथंव, ओमन ला मेंह दबकारथंव अऊ दंड देथंव। एकरसेति ईमानदार बनव अऊ अपन पाप ले पछताप करव। देखव! मेंह कपाट के आघू म ठाढ़ होके खटखटावत हंव। कहूं कोनो मोर अवाज ला सुनके कपाट ला खोलही, त मेंह ओकर करा भीतर आके ओकर संग खाहूं अऊ ओह मोर संग खाही। जऊन ह बिजयी होही, ओला मेंह मोर संग सिंघासन म बईठे के अधिकार दूहूं, जइसने कि मेंह बिजय पाके अपन ददा के संग ओकर सिंघासन म बईठे हवंव। जेकर कान हवय, ओह सुन ले कि पबितर आतमा ह कलीसियामन ला का कहिथे।” एकर बाद, मेंह स्‍वरग म एक उघरे कपाट ला देखेंव। अऊ ओ तुरही के सहीं अवाज, जऊन ला मेंह पहिली अपन ले गोठियावत सुने रहेंव, कहिस, “इहां ऊपर आ, अऊ मेंह तोला देखाहूं कि एकर बाद का होवइया हवय।” मेंह तुरते पबितर आतमा ले भर गेंव अऊ देखेंव कि स्‍वरग म एक सिंघासन रखे हवय अऊ ओम एक झन बईठे रहय। अऊ जऊन ह ओम बईठे रहय, ओकर रूप ह मानिक्‍य अऊ यसब सहीं रहय अऊ सिंघासन के चारों कोति एक मेघ-धनुस रहय, जऊन ह पन्ना सहीं दिखय। ओ सिंघासन के चारों कोति अऊ चौबीस ठन सिंघासन रहय, जेम चौबीस झन धरम अगुवामन बईठे रहंय। ओमन सफेद कपड़ा पहिरे रहंय अऊ ओमन के मुड़ी म सोन के मुकुट रहय। ओ सिंघासन म ले बिजली, अवाज अऊ बादर के गरजन निकरत रहय। अऊ ओ सिंघासन के आघू म सात ठन मसाल बरत रहंय, जऊन मन परमेसर के सात आतमा अंय। ओ सिंघासन के आघू म कांच के समुंदर सहीं घलो रहय, जेकर आर-पार जम्मो चीज साफ-साफ दिखय। सिंघासन के चारों कोति, एकर चारों किनारा म चार जीयत परानी रहंय, जेमन के आघू अऊ पाछू म आंखीच आंखी रहय। पहिली जीयत परानी ह सिंह के सहीं रहय; दूसरा परानी ह बइला सहीं; तीसरा परानी के चेहरा ह मनखे सहीं रहय अऊ चौथा परानी ह उड़त गिधवा सहीं रहय। चारों जीयत परानीमन के छै-छै ठन डेना रहय अऊ ओमन जम्मो अंग, डेना के भीतर घलो आंखीमन ले भरे रहंय। रात अऊ दिन, ओमन लगातार ए कहत रहंय: “ ‘सर्वसक्तिमान परभू परमेसर ह पबितर, पबितर, पबितर ए,’ जऊन ह रिहिस, जऊन ह हवय अऊ जऊन ह अवइया हवय।” जब-जब ओ जीयत परानीमन ओकर महिमा, आदर अऊ धनबाद करंय, जऊन ह सिंघासन म बिराजे रहय अऊ जुग-जुग ले जीयत हवय, तब-तब ओ चौबीस धरम अगुवामन ओकर आघू म माड़ी टेकंय, जऊन ह सिंघासन म बिराजे रहय, अऊ ओकर अराधना करंय, जऊन ह जुग-जुग ले जीयत हवय। ओमन अपन-अपन मुकुट ला सिंघासन के आघू म मढ़ाके ए कहंय: “हमर परभू अऊ परमेसर! तेंह महिमा, आदर अऊ सामरथ पाय के काबिल अस। काबरकि तेंह जम्मो चीज ला बनाय हवस, अऊ तोर ईछा के दुवारा ओमन गढ़े गीन अऊ ओमन के असतित्व हवय।” तब मेंह देखेंव कि जऊन ह सिंघासन म बिराजे रहय, ओकर जेवनी हांथ म एक ठन किताब रहय, जेकर दूनों कोति लिखाय रहय अऊ ओला सात ठन मुहर लगाके बंद करे गे रहय। अऊ मेंह देखेंव कि एक सक्तिसाली स्‍वरगदूत ह ऊंचहा अवाज म ए घोसना करत रहय, “मुहर ला टोरके किताब ला खोले के काबिल कोन ए?” पर स्‍वरग म या धरती ऊपर या धरती के खाल्‍हे म कोनो घलो ओ किताब ला खोले के या ओला देखे के काबिल नइं रिहिस। मेंह अब्‍बड़ रोवंय काबरकि अइसने कोनो नइं मिलिस, जऊन ह किताब ला खोले या ओला देखे के काबिल होवय। तब ओ अगुवामन ले एक झन ह मोला कहिस, “झन रो! देख, जऊन ह यहूदा गोत्र के सिंह ए, अऊ दाऊद राजा के बंसज ए, ओह बिजय पाय हवय अऊ ओह सातों मुहर ला टोरे अऊ किताब ला खोले के काबिल हवय ।” तब मेंह एक ठन मेढ़ा-पीला ला देखेंव, जऊन ह अइसने दिखत रहय, मानो ओकर बध करे गे हवय। ओ मेढ़ा-पीला ह सिंघासन के आघू म चारों जीयत परानी अऊ अगुवामन के बीच म ठाढ़े रहय। ओकर सात ठन सिंग अऊ सात ठन आंखी रिहिस, जऊन मन परमेसर के सात आतमा अंय अऊ एमन ला जम्मो धरती म पठोय गे हवय। तब मेढ़ा-पीला ह आईस अऊ जऊन ह सिंघासन म बिराजे रहय, ओकर जेवनी हांथ ले ओह किताब ला ले लीस। अऊ जब मेढ़ा-पीला ह किताब ला ले लीस, त ओ चारों जीयत परानी अऊ ओ चौबीस अगुवामन मेढ़ा-पीला के आघू म गिर पड़िन। हर एक के हांथ म बीना अऊ धूप ले भरे सोन के कटोरा रहय, जऊन ह पबितर मनखेमन के पराथना अय। अऊ ओमन एक नवां गीत गाईन: “तेंह किताब ला लेय के अऊ ओकर मुहरमन ला टोरे के काबिल हवस, काबरकि तोर बध करे गीस, अऊ अपन लहू के दुवारा तेंह जम्मो जाति, भासा, देस अऊ गोत्र के मनखेमन ला परमेसर बर बिसोय हवस। तेंह ओमन ला एक ठन देस अऊ पुरोहित बना दे हवस कि ओमन हमर परमेसर के सेवा करंय, अऊ ओमन धरती ऊपर राज करहीं।” तब मेंह लाखों-करोड़ों स्वरगदूतमन ला देखेंव अऊ ओमन के अवाज सुनेंव। ओमन सिंघासन, जीयत परानी अऊ अगुवामन के चारों कोति रहंय। ओमन ऊंचहा अवाज म गावत रहंय: “जऊन मेढ़ा-पीला के बध करे गीस, ओह सामरथ, धन, बुद्धि, बल, आदर, महिमा अऊ परसंसा पाय के काबिल अय।” तब मेंह अकास, धरती अऊ धरती के खाल्‍हे अऊ समुंदर के जम्मो परानीमन ला अइसने गावत सुनेव: “जऊन ह सिंघासन म बईठथे, ओकर अऊ ओ मेढ़ा-पीला के परसंसा, आदर, महिमा अऊ सामरथ जुग-जुग होवय।” अऊ चारों जीयत परानीमन कहिन, “आमीन,” अऊ अगुवामन माड़ी के भार गिरके अराधना करिन। मेंह देखेंव कि मेढ़ा-पीला ह जब ओ सात ठन मुहर ले पहिली मुहर ला टोरिस, त मेंह ओ चार जीयत परानीमन ले एक झन ला बादर के गरजन सहीं अवाज म, ए कहत सुनेंव, “आ!” अऊ मेंह देखेंव कि उहां एक सफेद घोड़ा रहय। ओ घोड़ा के सवार ह एक ठन धनुस धरे रहय। ओला एक ठन मुकुट दिये गीस अऊ ओह एक बिजयी योद्धा सहीं बिजय पाय बर निकर गीस। जब मेढ़ा-पीला ह दूसरा मुहर ला टोरिस, त मेंह दूसरा जीयत परानी ला ए कहत सुनेंव, “आ!” तब एक आने घोड़ा निकरिस। ओकर लाल रंग रहय। ओकर सवार ला ए सामरथ दिये गीस कि ओह धरती के सांति ला ले लेय, ताकि मनखेमन एक-दूसर ला मार डारेंय। ओला एक बड़े तलवार दिये गीस। जब मेढ़ा-पीला ह तीसरा मुहर ला टोरिस, त मेंह तीसरा जीयत परानी ला ए कहत सुनेंव, “आ।” मेंह देखेंव कि उहां एक ठन करिया घोड़ा रहय। ओकर सवार के हांथ म एक तराजू रहय। तब मेंह ओ चारों जीयत परानी के बीच म ले, ए अवाज आवत सुनेंव, “एक दिन के बनी के एक किलो गहूं अऊ एक दिन के बनी के तीन किलो जवांर। पर तेल अऊ अंगूर के मंद ला नुकसान झन करव।” जब मेढ़ा-पीला ह चौथा मुहर ला टोरिस, त मेंह चौथा जीयत परानी ला ए कहत सुनेंव, “आ।” अऊ मेंह देखेंव कि उहां एक ठन हरदी रंग के घोड़ा रहय। ओकर सवार के नांव मिरतू रहय, अऊ ओकर पाछू-पाछू पताल-लोक ह आवत रहय। ओमन ला धरती के एक चौथाई भाग ऊपर अधिकार दिये गे रिहिस कि ओमन तलवार, अकाल, महामारी अऊ जंगली पसुमन के दुवारा मनखेमन ला मार डारेंय। जब मेढ़ा-पीला ह पांचवां मुहर ला टोरिस, त मेंह बेदी के खाल्‍हे म ओमन के जीव ला देखेंव, जऊन मन परमेसर के बचन अऊ मसीह के गवाही देय के कारन मार डारे गे रिहिन। ओमन ऊंचहा अवाज म कहत रहंय, “हे सर्वसक्तिमान परभू! तेंह पबितर अऊ सत अस। तेंह धरती ऊपर रहइयामन ला कब सजा देबे अऊ ओमन ले हमर लहू के बदला लेबे।” ओमन ले हर एक ला एक सफेद कपड़ा दिये गीस अऊ ओमन ला अऊ थोरकन इंतजार करे बर कहे गीस, जब तक कि ओमन के संगी सेवक अऊ भाईमन के गनती ह पूरा नइं हो लेवय, जऊन मन ओकरेच मन सहीं मार डारे जवइया रिहिन। जब मेढ़ा-पीला ह छठवां मुहर ला टोरिस, त मेंह देखेंव कि उहां एक भारी भुइंडोल होईस। सूरज ह बोकरा के रोआं ले बने टाट सहीं करिया हो गीस अऊ चंदा ह लहू सहीं लाल हो गीस, अऊ अकास के तारामन धरती ऊपर अइसने गिर पड़िन, जइसने गरेर म अंजीर के रूख के कइंचा अंजीरमन गिरथें। अकास ह अइसने लोप हो गीस, जइसने कागज के पुलिंदा ला कोनो लपेट लेथे, अऊ जम्मो पहाड़ अऊ टापू मन अपन-अपन जगह ले हट गीन। तब धरती के राजा, अऊ बड़े मनखे, सेनापति, धनवान, सक्तिसाली अऊ गुलाम अऊ सुतंतर मनखे मन पहाड़मन के खोह अऊ चट्टान मन म लुका गीन। ओमन पहाड़ अऊ चट्टान मन ले कहे लगिन, “हमर ऊपर गिर पड़व अऊ ओकर नजर ले हमन ला छिपा लेवव, जऊन ह सिंघासन म बिराजे हवय अऊ मेढ़ा-पीला के कोरोध ले हमन ला बचा लेवव। काबरकि ओमन के कोरोध के भयानक दिन ह आ गे हवय, अऊ कोन ह एमन के सामना कर सकथे?” एकर बाद मेंह धरती के चारों कोना म चार स्वरगदूतमन ला ठाढ़े देखेंव। ओमन धरती के चारों दिग के हवा ला थामे रिहिन, ताकि धरती या समुंदर या रूख ऊपर हवा झन चलय। तब मेंह एक अऊ स्‍वरगदूत ला पूरब दिग ले आवत देखेंव। ओह जीयत परमेसर के मुहर ला धरे रहय। ओह ओ चारों स्‍वरगदूत ले, जऊन मन ला धरती अऊ समुंदर के नुकसान करे के अधिकार दिये गे रिहिस, पुकारके कहिस, “जब तक हमन अपन परमेसर के सेवकमन के माथा म मुहर नइं लगा लेवन, तब तक धरती या समुंदर या रूखमन के नुकसान झन करव।” अऊ मेंह मुहर लगे मनखेमन के गनती ला सुनेंव। एमन इसरायल के जम्मो गोत्र म ले 144,000 रिहिन। यहूदा के गोत्र के 12,000, रूबेन के गोत्र के 12,000, गाद के गोत्र के 12,000, आसेर के गोत्र के 12,000, नपताली के गोत्र के 12,000, मनस्‍से के गोत्र के 12,000, सिमोन के गोत्र के 12,000, लेवी के गोत्र के 12,000, इस्‍साकार के गोत्र के 12,000, जबूलून के गोत्र के 12,000, यूसुफ के गोत्र के 12,000, अऊ बिन्यामीन के गोत्र के 12,000 मनखेमन म मुहर लगिस। एकर बाद मेंह जम्मो देस, गोत्र, जाति अऊ भासा के मनखेमन के एक बड़े भीड़ ला देखेंव, जेकर गनती कोनो नइं कर सकत रिहिन। ओमन सफेद कपड़ा पहिरे अऊ हांथ म खजूर के डालीमन ला धरके सिंघासन अऊ मेढ़ा-पीला के आघू म ठाढ़े रिहिन। अऊ ओमन ऊंचहा अवाज म चिचियाके कहत रिहिन: “सिंघासन म बिराजे हमर परमेसर अऊ मेढ़ा-पीला के दुवारा उद्धार होथे।” सिंघासन, अगुवा अऊ चारों जीयत परानी के चारों कोति जम्मो स्वरगदूतमन ठाढ़े रहंय। ओमन सिंघासन के आघू म मुहूं के भार गिरिन अऊ ए कहत परमेसर के अराधना करिन: “आमीन! हमर परमेसर के इस्तुति, महिमा, बुद्धि, धनबाद, आदर, सामरथ अऊ बल जुग-जुग तक होवय, आमीन!” तब अगुवामन ले एक झन मोर ले पुछिस, “जऊन मन सफेद कपड़ा पहिरे हवंय, ओमन कोन अंय, अऊ ओमन कहां ले आय हवंय?” मेंह कहेंव, “हे महाराज, तेंह जानथस।” अऊ ओह कहिस, “एमन ओ मनखे अंय, जऊन मन भारी सतावा म ले होके आय हवंय। एमन मेढ़ा-पीला के लहू म अपन कपड़ा ला धोके सफेद कर ले हवंय। एकरसेति, एमन परमेसर के सिंघासन के आघू म ठाढ़े रहिथें, अऊ रात-दिन परमेसर के सेवा ओकर मंदिर म करथें, अऊ जऊन ह सिंघासन म बिराजे हवय, ओह ओमन के संग रहिके ओमन के रकछा करही। ‘एमन ला न तो कभू भूख लगही, अऊ न कभू पियास। सूरज के घाम ह एमन के कुछू नइं कर सकय,’ अऊ तीपत गरमी के कुछू असर एमन ऊपर नइं होवय। काबरकि जऊन मेढ़ा-पीला ह सिंघासन के आघू म हवय, ओह ओमन के चरवाहा होही; ‘ओह ओमन ला जिनगी के पानी के सोतामन करा ले जाही।’ ‘अऊ परमेसर ह ओमन के आंखी के जम्मो आंसू ला पोंछही।’ ” जब मेढ़ा-पीला ह सातवां मुहर ला टोरिस, त करीब आधा घंटा तक स्‍वरग म सन्नाटा छा गीस। तब मेंह ओ सात स्वरगदूतमन ला देखेंव जऊन मन परमेसर के आघू म ठाढ़े रहिथें। ओमन ला सात ठन तुरही दिये गीस। तब एक आने स्‍वरगदूत, जऊन ह सोन के धूपदान धरे रहय, आईस अऊ बेदी करा ठाढ़ हो गीस। ओला अब्‍बड़ अकन धूप दिये गीस कि ओह ओला जम्मो पबितर मनखेमन के पराथना के संग सिंघासन के आघू म सोन के बेदी ऊपर चघावय। अऊ स्‍वरगदूत के हांथ ले धूप के धुआं ह पबितर मनखेमन के पराथना के संग ऊपर उठिस अऊ परमेसर के आघू म हबरिस। तब स्‍वरगदूत ह धूपदान ला लीस अऊ ओला बेदी के आगी ले भरिस अऊ ओला धरती ऊपर फटिक दीस, त बादर के गरजन, अवाज, बिजली के कड़क अऊ भुइंडोल होईस। तब ओ सात स्‍वरगदूत, जेमन करा सात ठन तुरही रिहिस, अपन-अपन तुरही ला फूंके के तियारी करिन। पहिली स्‍वरगदूत ह अपन तुरही ला फूंकिस, त लहू म मिले करा अऊ आगी आईस अऊ एला धरती ऊपर डारे गीस। एम एक तिहाई धरती ह जर गीस; एक तिहाई रूखमन जर गीन अऊ जम्मो हरिहर कांदी घलो जर गीस। दूसरा स्‍वरगदूत ह अपन तुरही ला फूंकिस, त आगी म जरत एक बड़े पहाड़ सहीं चीज ला समुंदर म फटिके गीस; अऊ एक तिहाई पानी ह लहू हो गीस, समुंदर के एक तिहाई जीयत परानीमन मर गीन अऊ एक तिहाई पानी जहाजमन नास हो गीन। तब तीसरा स्‍वरगदूत ह अपन तुरही ला फूंकिस, त मसाल के सहीं बरत एक बड़े तारा ह अकास ले एक तिहाई नदीमन ऊपर अऊ पानी के सोता ऊपर गिरिस। ओ तारा के नांव नागदऊना ए। अऊ धरती के एक तिहाई पानी ह करू हो गीस, अऊ ओ करू पानी ला पीके कतको मनखेमन मर गीन । तब चौथा स्‍वरगदूत ह अपन तुरही ला फूंकिस, त एक तिहाई सूरज अऊ एक तिहाई चंदा अऊ एक तिहाई तारामन ऊपर बिपत पड़िस, जेकर ले ओमन के एक तिहाई भाग ह अंधियार हो गीस अऊ दिन के एक तिहाई भाग म अंजोर नइं होईस अऊ रात के एक तिहाई भाग म घलो अंजोर नइं होईस। तब मेंह देखेंव अऊ सुनेंव कि ऊंच अकास म उड़त एक गिधवा ह ऊंचहा अवाज म ए कहत रहय, “बाकि बचे तीन स्वरगदूतमन जऊन तुरही फूंकइया हवंय, ओकर कारन धरती के रहइयामन ऊपर हाय! हाय! हाय!” तब पांचवां स्‍वरगदूत ह अपन तुरही ला फूंकिस, अऊ मेंह एक तारा ला देखेंव, जऊन ह अकास ले धरती ऊपर गिरे रिहिस। ओ तारा ला अथाह कुन्‍ड के कुची दिये गीस। जब ओह अथाह कुन्‍ड ला खोलिस, त उहां ले अइसने धुआं निकरिस, जइसने कि एक बड़े भट्ठी ले निकरथे। ओ कुन्‍ड के धुआं ले सूरज अऊ अकास अंधियार हो गीन। अऊ ओ धुआं म ले धरती ऊपर फांफामन आईन अऊ ओमन ला धरती के बिच्‍छूमन सहीं सक्ति दिये गीस। ओमन ला ए कहे गीस कि धरती के कांदी, या कोनो पौधा या रूख ला हानि झन पहुंचावंय, पर सिरिप ओ मनखेमन ला नुकसान पहुंचावंय, जेमन के माथा म परमेसर के मुहर नइं लगे हवय। फांफामन ला ए सक्ति नइं दिये गीस कि ओमन मनखेमन ला मार डारें, पर ओमन ला ए सक्ति दिये गीस कि ओमन पांच महिना तक मनखेमन ला पीरा देवंय। ओ पीरा ह अइसने रिहिस, जइसने बिच्छू के डंक मारे ले मनखे ला पीरा होथे। ओ दिनमन म मनखेमन मिरतू ला खोजहीं, पर ओमन ला ओह नइं मिलही। ओमन मरे के ईछा करहीं, पर मिरतू ह ओमन ले दूर भागही। ओ फांफामन लड़ई बर तियार घोड़ामन सहीं दिखत रहंय। अपन मुड़ म, ओमन सोन के मुकुट सहीं कुछू पहिरे रहंय अऊ ओमन के मुहूं मनखेमन के मुहूं सहीं रहय। ओमन के चुंदी ह माईलोगन के चुंदी सहीं रहय अऊ ओमन के दांतमन सिंह के दांत सहीं रिहिस। ओमन के छाती ह लोहा के कवच सहीं चीज ले ढंकाय रिहिस अऊ ओमन के डेना के अवाज ह लड़ई म दऊड़त बहुंते घोड़ा अऊ रथ मन के अवाज सहीं रिहिस। ओमन के पुंछी अऊ डंक ह बिच्‍छूमन के पुंछी अऊ डंक सहीं रहय अऊ ओमन के पुंछी म मनखेमन ला पांच महिना तक दुःख देय के सक्ति रहय। अथाह कुन्‍ड के दूत ह ओमन के राजा रिहिस। ओकर नांव इबरानी भासा म “अबद्दोन” अऊ यूनानी भासा म “अपुल्‍लयोन” ए । पहिली बिपत्ती पड़ चुके हवय; एकर बाद दू अऊ बिपत्ती अवइया हवंय। तब छठवां स्‍वरगदूत ह अपन तुरही ला फूंकिस, त मेंह एक अवाज सुनेंव, जऊन ह परमेसर के आघू म रखाय सोन के बेदी के चारों कोना म ले आवत रहय। ओ अवाज छठवां स्‍वरगदूत ला जेकर करा तुरही रिहिस, ए कहत रहय, “ओ चारों स्‍वरगदूत ला छोंड़ दे, जऊन मन महान नदी फरात करा बंधाय हवंय।” अऊ ओ चारों स्वरगदूतमन ला छोंड़ दिये गीस। ओमन ला एही घरी अऊ दिन अऊ महिना अऊ साल बर तियार रखे गे रिहिस कि ओमन एक तिहाई मनखेमन ला मार डारें। घुड़सवार सेनामन के गनती ह बीस करोड़ रिहिस। मेंह ओमन के गनती ला सुनेंव। मेंह अपन दरसन म देखेंव कि घोड़ामन अऊ ओकर सवारमन अइसने दिखत रहंय: घुड़सवार के कवच ह आगी सहीं लाल, गहिरा नीला अऊ गंधक के सहीं पीला रंग के रहय। घोड़ामन के मुड़ी ह सिंहमन के मुड़ी सहीं रहय अऊ ओमन के मुहूं ले आगी, धुआं अऊ गंधक निकरत रहय। एक तिहाई मनखेमन ए तीन महामारी के दुवारा मार डारे गीन – याने कि आगी, धुआं अऊ गंधक के दुवारा, जऊन ह घोड़ामन के मुहूं ले निकरत रहय। घोड़ामन के सक्ति ह ओमन के मुहूं अऊ ओमन के पुंछी म रहय; काबरकि ओमन के पुंछीमन सांपमन सहीं रहय, जेम मुड़ीमन रहंय अऊ मुड़ी ले ओमन मनखेमन ला चाबके तकलीफ देवत रिहिन। बाकि बचे मनखे, जऊन मन ए महामारी म नइं मारे गीन, ओमन अपन गलत काम ले मन नइं फिराईन। ओमन दुस्‍ट आतमामन के, अऊ सोना, चांदी, पीतल, पथरा, अऊ कठवा के मूरती मन के पूजा करे बर नइं छोड़िन, जऊन मन न तो देख सकंय, न सुन सकंय अऊ न तो रेंग सकंय। जऊन हतिया, जादू टोना, छिनारीपन अऊ चोरी ओमन करे रिहिन; ओमन ओकर बर घलो पछताप नइं करिन। तब मेंह एक अऊ सक्तिसाली स्‍वरगदूत ला अकास ले उतरत देखेंव। ओह चारों कोति ले बादर ले घेराय रहय अऊ ओकर मुड़ी ऊपर मेघ-धनुस रहय। ओकर चेहरा ह सूरज सहीं रहय अऊ ओकर गोड़मन आगी के खम्भा सहीं रहंय। ओह अपन हांथ म एक छोटे किताब धरे रहय, जऊन ह खुला रहय। ओह अपन जेवनी गोड़ समुंदर ऊपर अऊ डेरी गोड़ ला भुइयां ऊपर रखिस, अऊ सिंह के गरजन सहीं ओह ऊंचहा अवाज म चिचियाईस। जब ओह चिचियाईस, त सात ठन बादर के गरजन मन गोठियाईन। अऊ जब सात ठन बादर के गरजन मन गोठियाईन, त ओला मेंह लिखनेच वाला रहेंव कि मेंह स्‍वरग ले एक अवाज ला ए कहत सुनेंव, “जऊन बात सात ठन बादर के गरजन मन कहिन, ओला गुपत म रख अऊ ओला झन लिख।” तब जऊन स्‍वरगदूत ला मेंह समुंदर अऊ भुइयां ऊपर ठाढ़े देखे रहेंव, ओह अपन जेवनी हांथ ला अकास कोति उठाईस। अऊ ओह ओकर किरिया खाईस, जऊन ह सदाकाल तक जीयत हवय, जऊन ह स्‍वरग अऊ ओम जऊन कुछू हवय, धरती अऊ ओम जऊन कुछू हवय अऊ समुंदर अऊ ओम जऊन कुछू हवय, ओ जम्मो ला गढ़िस, अऊ ओ स्‍वरगदूत ह कहिस, “अब अऊ देरी नइं होवय! पर जऊन दिन सातवां स्‍वरगदूत ह अपन तुरही ला फूंकही, ओ दिन परमेसर के गुपत योजना ह पूरा हो जाही, जइसने कि ओह अपन अगमजानी सेवकमन ला कहे रिहिस।” तब अकास ले जऊन अवाज ला मेंह गोठियावत सुने रहेंव, ओह फेर एक बार मोर ले कहिस, “जा, अऊ जऊन स्‍वरगदूत ह समुंदर अऊ भुइयां ऊपर ठाढ़े हवय, ओकर हांथ ले ओ खुला किताब ला लेय ले।” एकरसेति, ओ स्‍वरगदूत करा जाके मेंह ओला कहेंव, “मोला ओ छोटे किताब ला देय दे।” ओह मोला कहिस, “एला ले अऊ खा ले। एह तोर पेट ला करू कर दिही, पर तोर मुहूं म एह मंधरस सहीं मीठ लगही।” स्‍वरगदूत के हांथ ले मेंह ओ छोटे किताब ला लेके, ओेला खा लेंव। ओह मोर मुहूं म मंधरस के सहीं मीठ लगिस, पर जब मेंह ओला खा चुकेंव, त मोर पेट ह करू हो गीस। तब मोला ए कहे गीस, “तोला फेर बहुंते मनखे, देस, भासा अऊ राजा मन के बारे म अगमबानी करना जरूरी ए।” तब मोला एक झन नापे के एक ठन लउठी दीस अऊ कहिस, “जा अऊ परमेसर के मंदिर अऊ बेदी ला नाप अऊ जऊन मन उहां अराधना करत हवंय, ओमन के गनती कर। पर बाहिरी अंगना ला छोंड़ दे; ओला झन नाप, काबरकि ओला आनजातमन ला दिये गे हवय, अऊ ओमन बियालीस महिना तक पबितर सहर ला रौंदत रहिहीं। अऊ मेंह अपन दू झन गवाह ला सक्ति दूहूं, अऊ ओमन एक हजार दू सौ साठ दिन तक टाट पहिरके अगमबानी करहीं ।” ए दू गवाहमन दू ठन जैतून के रूख अऊ दू ठन दीवट अंय, जऊन मन धरती के परभू के आघू म ठाढ़े रहिथें। कहूं कोनो ओमन ला हानि पहुंचाय के कोसिस करथे, त ओमन के मुहूं ले आगी निकरथे अऊ ओमन के बईरीमन ला भसम कर देथे। जऊन कोनो एमन के हानि करे के कोसिस करथे, ओह अइसने मरही। ए दूनों झन करा अकास के कपाटमन ला बंद करे के सक्ति हवय, ताकि जब ओमन अगमबानी करंय, त पानी झन गिरय, अऊ एमन करा ए सक्ति घलो हवय कि पानी ला लहू म बदल दें अऊ जब चाहंय, तब धरती ऊपर जम्मो किसम के महामारी लानय। जब एमन अपन गवाही दे चुकहीं, त ओ पसु जऊन ह अथाह कुन्‍ड ले निकरही, एमन ले लड़ही, अऊ ओह एमन ला हराके मार डारही। एमन के लासमन ओ महान सहर के गली म पड़े रहिहीं, जिहां ओमन के परभू ला कुरुस ऊपर चघाय गे रिहिस। ए महान सहर ला सांकेतिक रूप म सदोम अऊ मिसर कहे जाथे। साढ़े तीन दिन तक जम्मो जाति, भासा, देस अऊ बंस के मनखेमन एमन के लास ला देखहीं, पर ओम के कोनो घलो ओमन ला माटी नइं दिहीं। धरती के मनखेमन एमन के मरे ले आनंद मनाहीं अऊ खुस होवत एक-दूसर करा भेंट पठोहीं, काबरकि ए दूनों अगमजानीमन धरती के रहइयामन ला अब्‍बड़ दुःख देय रिहिन। पर साढ़े तीन दिन के बाद, परमेसर के जिनगी देवइया सांस, ए दूनों म हमाईस अऊ ओमन अपन गोड़ म ठाढ़ हो गीन, अऊ जऊन मन ओमन ला देखिन, ओमन म बहुंते भय छा गीस। तब ओमन स्‍वरग ले एक ऊंचहा अवाज सुनिन, जऊन ह ओमन ला ए कहत रहय, “इहां ऊपर आ जावव।” अऊ ओमन अपन बईरीमन के देखते-देखत एक बादर म स्‍वरग चले गीन। ओहीच बेरा एक भारी भुइंडोल होईस अऊ सहर के दसवां भाग ह भरभरा के गिर गीस। सात हजार मनखेमन ओ भुइंडोल म मारे गीन अऊ जऊन मन बच गीन, ओमन डर्रा गीन अऊ स्‍वरग के परमेसर के महिमा करिन। दूसरा बिपत्ती बीत गीस, पर देखव! तीसरा बिपत्ती ह जल्दी अवइया हवय। तब सातवां स्‍वरगदूत ह अपन तुरही ला फूंकिस, अऊ स्‍वरग म ऊंचहा अवाज सुनई पड़िस, जऊन ह ए कहत रहय: “संसार के राज ह हमर परभू अऊ ओकर मसीह के राज बन गे हवय, अऊ ओह सदाकाल तक राज करही।” अऊ चौबीस झन अगुवा, जऊन मन परमेसर के आघू म अपन सिंघासन ऊपर बिराजे रिहिन, मुहूं के भार गिरिन अऊ ए कहत परमेसर के अराधना करिन: “हे सर्वसक्तिमान परभू परमेसर, तेंह हवस, अऊ तेंह रहय; हमन तोला धनबाद देवत हवन, काबरकि तेंह अपन बड़े सामरथ ला उपयोग करके राज करे के सुरू करे हवस। देसमन गुस्सा करत रिहिन अऊ तोर परकोप ह आ गे हवय। मरे मनखेमन के नियाय करे के बेरा आ गे हवय, अऊ ओ बेरा घलो आ गे हवय कि तोर सेवक अगमजानी अऊ तोर पबितर मनखे अऊ जऊन मन तोर भय मानथें, छोटे बड़े, ओ जम्मो ला इनाम दिये जावय, अऊ जऊन मन धरती ला नास करथें, ओमन ला नास करे जावय।” तब स्‍वरग म परमेसर के मंदिर ह खुल गीस, अऊ ओकर मंदिर म ओकर करार के संदूक ह दिखाई दीस। अऊ उहां बिजली के चमक, अवाज, बादर के गरजन अऊ भुइंडोल होईस अऊ भारी करा गिरिस । अकास म एक महान अऊ अद्भूत चिन्‍हां परगट होईस; एक झन माईलोगन ह सूरज ला पहिरे रहय। ओकर गोड़ के खाल्‍हे म चंदा रहय अऊ ओकर मुड़ी म बारह ठन तारामन के मुकुट रहय। ओह पेट म रिहिस, अऊ लइका जनमे के पीरा ले कलपत रिहिस। तब एक अऊ चिन्‍हां अकास म परगट होईस; एक बड़े लाल रंग के सांप सहीं पसु रहय। ओकर सात ठन मुड़ी अऊ दस ठन सिंग रहय अऊ सातों मुड़ी म सात ठन मुकुट रहय। ओकर पुंछी ह अकास के एक तिहाई तारामन ला खींचके धरती ऊपर फटिक दीस। सांप सहीं पसु ह ओ माईलोगन के आघू म ठाढ़ हो गीस, जेकर लइका होवइया रहय, ताकि ओह लइका के जनमतेच ही ओ लइका ला लील सकय। ओ माईलोगन ह एक बेटा ला जनमिस, जऊन ह लोहा के राजदंड ले जम्मो देस ऊपर राज करही। अऊ ओ लइका ला झपटके परमेसर अऊ ओकर सिंघासन करा लाने गीस। तब ओ माईलोगन ह सुनसान जगह ला भाग गीस; उहां परमेसर ह ओकर बर एक जगह तियार करे रिहिस, जिहां एक हजार दू सौ साठ दिन तक ओकर देख-भाल करे जा सकय। तब स्‍वरग म लड़ई होय लगिस। मीकाएल अऊ ओकर दूतमन सांप सहीं पसु के संग लड़िन, अऊ सांप सहीं पसु अऊ ओकर दूतमन एमन के संग लड़िन । पर सांप सहीं पसु ह हार गीस, अऊ ओला अऊ ओकर दूतमन ला स्‍वरग म अपन जगह ला छोड़ना पड़िस। ओ सांप सहीं पसु ला फटिक दिये गीस। ए सांप सहीं पसु ह ओ पुराना सांप ए, जऊन ला इबलीस या सैतान कहे जाथे अऊ जऊन ह संसार के जम्मो मनखेमन ला धोखा देथे। ओला अऊ ओकर दूतमन ला धरती म फटिक दिये गीस। तब मेंह स्‍वरग ले एक ऊंचहा अवाज आवत सुनेंव, जऊन ह ए कहत रहय: “अब हमर परमेसर ले उद्धार ह आ गे हवय! परमेसर ह राजा के रूप म अपन सामरथ ला देखाय हवय, अऊ ओकर मसीह ह अपन अधिकार ला देखाय हवय। काबरकि हमर भाईमन ऊपर दोस लगइया ला स्‍वरग ले फटिक दे गे हवय, जऊन ह दिन रात हमर परमेसर के आघू म ओमन ऊपर दोस लगावत रिहिस। हमर भाईमन मेढ़ा-पीला के लहू अऊ अपन गवाही के बचन के दुवारा ओ सैतान ऊपर जय पाईन; ओमन अपन जिनगी ला देके मरे बर तियार रिहिन। एकरसेति, हे स्‍वरग अऊ ओम रहइयामन, आनंद मनावव! पर हे धरती अऊ समुंदर तुमन ला धिक्‍कार ए, काबरकि सैतान ह उतरके तुम्‍हर करा आय हवय! ओह कोरोध ले भरे हवय, काबरकि ओह जानथे कि ओकर करा अऊ थोरकन समय बचे हवय।” जब ओ सांप सहीं पसु ह देखिस कि ओला धरती ऊपर फटिक दिये गे हवय, त ओह ओ माईलोगन के पाछू पड़ गीस, जऊन ह एक बेटा ला जनमे रिहिस। ओ माईलोगन ला एक बड़े गिधवा के दू ठन डेना दिये गीस, ताकि ओह सुनसान जगह म ओ ठऊर ला उड़ के जा सकय, जिहां सांप के पहुंच ले बाहिर, ओकर साढ़े तीन साल तक देख-भाल करे जावय। तब सांप ह अपन मुहूं ले ओ माईलोगन कोति नदिया सहीं पानी के धार छोंड़िस, ताकि माईलोगन ह पानी के धार म बोहा जावय। पर धरती ह ओ माईलोगन के मदद करिस। धरती ह अपन मुहूं ला खोलके ओ पानी ला पी गीस, जऊन ह ओ सांप सहीं पसु के मुहूं ले निकरत रिहिस। तब ओ सांप सहीं पसु ह ओ माईलोगन ऊपर गुस्सा करिस अऊ ओह माईलोगन के बांचे संतानमन ले लड़ई करे बर निकरिस – याने कि ओ मनखेमन ले, जऊन मन परमेसर के हुकूम ला मानथें अऊ यीसू के ऊपर बिसवास म अटल रहिथें। अऊ ओ सांप सहीं पसु ह समुंदर तीर म ठाढ़ हो गीस। अऊ मेंह एक ठन पसु ला समुंदर ले निकरत देखेंव। ओकर दस ठन सिंग अऊ सात ठन मुड़ी रिहिस। ओकर दस ठन सिंग म दस ठन मुकुट रहय अऊ ओकर हर एक मुड़ी म एक निन्दा करइया नांव लिखाय रहय। जऊन पसु ला मेंह देखेंव, ओह चीता के सहीं रहय, पर ओकर गोड़मन भलुआ के गोड़ सहीं रहंय अऊ ओकर मुहूं ह सिंह के मुहूं सहीं रहय। सांप सहीं पसु ह ए पसु ला अपन सक्ति, अपन सिंघासन अऊ बहुंते अधिकार दीस। अइसने लगत रहय कि ओ पसु के एक ठन मुड़ी म एक बड़े घाव होय रिहिस, पर ओ बड़े घाव ह बने हो गे रिहिस। जम्मो संसार के मनखेमन अचरज करिन अऊ ओ पसु के पाछू हो लीन। मनखेमन सांप सहीं पसु के पूजा करिन, काबरकि ओह पसु ला अधिकार दे रिहिस; अऊ ओमन ए कहत पसु के घलो पूजा करिन, “ए पसु के सहीं कोन हवय? एकर संग कोन लड़ई कर सकथे?” ओ पसु ला डींग मारे के अऊ निन्दा करे के अनुमती दिये गीस। ओला बियालीस महिना तक अपन अधिकार के उपयोग करे के अनुमती घलो दिये गीस। ओह परमेसर के निन्दा करिस। ओह परमेसर के नांव अऊ ओकर रहे के जगह अऊ ओ मनखेमन के निन्दा करिस, जऊन मन स्‍वरग म रहिथें। ओला अनुमती दिये गीस कि ओह पबितर मनखेमन संग लड़ई करय अऊ ओमन ऊपर जय पावय। अऊ ओला हर एक जाति, मनखे, भासा अऊ देस ऊपर अधिकार दिये गीस। धरती के रहइया जम्मो मनखेमन ओ पसु के पूजा करहीं – याने कि ओ जम्मो मनखे, जेमन के नांव ह सिरिस्टी के रचे के पहिली ले जिनगी के किताब म नइं लिखाय हवय। ए जिनगी के किताब ह ओ मेढ़ा-पीला के अय, जऊन ह मार डारे गीस। जेकर कान हवय, ओह सुन ले! कहूं कोनो ला कैद म जाना हवय, त ओह कैद म जाही। कहूं कोनो ला तलवार ले मरना हवय, त ओह तलवार ले मारे जाही। एकर खातिर पबितर मनखेमन ला धीरज अऊ बिसवास के जरूरत हवय। तब मेंह एक ठन अऊ पसु ला देखेंव, जऊन ह धरती म ले निकरत रहय। ओकर मेढ़ा-पीला के सिंग सहीं दू ठन सिंग रहय, पर ओह सांप सहीं पसु जइसने गोठियावय। ओह पहिली पसु कोति ले ओकर जम्मो अधिकार के उपयोग करथे। ओह धरती अऊ ओकर रहइयामन ला बाध्य करथे कि ओमन ओ पहिली पसु के पूजा करंय, जेकर एक बड़े घाव ह बने हो गे रिहिस। ए दूसरा पसु ह बड़े-बड़े चमतकार देखाईस, अऊ त अऊ ओह मनखेमन के देखत म अकास ले धरती ऊपर आगी बरसा देवत रिहिस। पहिली पसु कोति ले, ओला जऊन चमतकार देखाय के अधिकार मिले रिहिस, ओ चमतकार के दुवारा ओह धरती के मनखेमन ला भरमा दीस। ओह मनखेमन ला हुकूम दीस कि ओमन ओ पसु के आदर म एक मूरती बनावंय, जऊन ह तलवार ले घात करे के बाद घलो जीयत रिहिस। ओला पहिली पसु के मूरती ला जीयाय के सक्ति दिये गीस, ताकि ओ मूरती ह गोठियावय, अऊ ओ जम्मो झन ला मरवा देवय, जऊन मन ओ मूरती के पूजा नइं करिन। ओह छोटे या बड़े, धनी या गरीब, सुतंतर या गुलाम, जम्मो मनखे मन ला बाध्य करथे कि ओमन जेवनी हांथ या अपन माथा म एक छाप लगावंय। बिगर ओ छाप के, कोनो घलो मनखे लेन-देन नइं कर सकंय। ओ छाप म पसु के नांव या ओकर नांव के संख्‍या लिखाय रहय। एकर खातिर बुद्धि के जरूरत हवय। कहूं काकरो करा बुद्धि हवय, त ओह ए पसु के संख्‍या के हिसाब कर ले, काबरकि एह एक मनखे के संख्‍या ए। एकर संख्‍या 666 ए। तब मेंह देखेंव कि मेढ़ा-पीला ह सियोन पहाड़ ऊपर ठाढ़े हवय अऊ ओकर संग 144,000 ओ मनखेमन रहंय, जेमन के माथा म ओकर नांव अऊ ओकर ददा के नांव लिखाय रहय। तब मेंह स्‍वरग ले एक अवाज सुनेंव, जऊन ह तेजी ले बोहावत पानी के अवाज अऊ बादर के भयंकर गरजन सहीं रहय। जऊन अवाज ला मेंह सुनेंव, ओह अइसने रिहिस, मानो बीना बजइयामन बीना बजावत हवंय। ओ मनखेमन सिंघासन अऊ चार जीयत परानी अऊ अगुवामन के आघू म एक नवां गीत गावत रहंय। ओ 144,000 मनखे, जऊन मन ला धरती म ले दाम देके छोंड़ाय गे रिहिस, ओमन के छोंड़, अऊ कोनो ओ गीत ला सीख नइं सकिन। एमन ओ मनखे रिहिन, जेमन के सारीरिक संबंध माईलोगनमन संग नइं रिहिस अऊ ओमन अपन-आप ला सुध रखे रिहिन। अऊ जिहां कहूं मेढ़ा-पीला ह जाथे; एमन ओकर पाछू-पाछू चलथें। एमन ला मनखेमन ले बिसोय गे रिहिस अऊ एमन ला परमेसर अऊ मेढ़ा-पीला करा पहिली फर के रूप म चघाय गे रिहिस। एमन कभू लबारी नइं मारिन; एमन म कोनो किसम के दोस नइं ए। तब मेंह एक अऊ स्‍वरगदूत ला अकास म उड़त देखेंव। ओकर करा धरती के जम्मो देस, जाति अऊ भासा के मनखेमन ला सुनाय बर एक सदाकाल के सुघर संदेस रहय। ओह ऊंचहा अवाज म कहिस, “परमेसर के भय मानव अऊ ओकर महिमा करव, काबरकि ओकर नियाय करे के बेरा ह आ गे हवय। जऊन ह स्‍वरग, धरती, समुंदर अऊ पानी के सोतमन ला बनाईस, ओकर अराधना करव।” एकर बाद एक दूसरा स्‍वरगदूत आईस अऊ कहिस, “सतियानास हो गीस। बड़े सहर बाबूल के सतियानास हो गीस, जऊन ह अपन छिनारीपन के तीखा मंद जम्मो देस के मनखेमन ला पीयाय रिहिस।” एकर बाद, एक तीसरा स्‍वरगदूत आईस अऊ ऊंचहा अवाज म कहिस, “कहूं कोनो ओ पसु या ओकर मूरती के पूजा करथे अऊ अपन माथा म या अपन हांथ म ओ पसु के छाप ला लेथे, त ओला घलो परमेसर के कोरोध रूपी मंद ला पीये पड़ही, जऊन ला ओकर कोरोध रूपी कटोरा म पूरा बल सहित ढारे गे हवय। ओह पबितर स्वरगदूतमन के अऊ मेढ़ा-पीला के आघू म आगी अऊ गंधक के पीरा ला भोगही। जऊन मन ओ पसु अऊ ओकर मूरती के पूजा करथें या ओकर नांव के छाप ला लेथें, ओमन के पीरा के धुआं ह जुग-जुग तक उठते रहिही; अऊ ओमन ला रात अऊ दिन कभू चैन नइं मिलही।” एकर खातिर, ओ पबितर मनखेमन ला धीरज के जरूरत हवय, जऊन मन परमेसर के हुकूम ला मानथें अऊ यीसू म अपन बिसवास ला बनाय रखथें। तब मेंह स्‍वरग ले एक अवाज सुनेंव, जऊन ह मोला ए कहत रहय, “लिख! धइन एं ओ मनखेमन, जऊन मन अब ले परभू म बिसवास करत मरथें।” पबितर आतमा ह कहिथे, “वास्तव म, ओमन धइन अंय। ओमन अपन मिहनत के बाद अराम पाहीं, काबरकि ओमन के भलई के काममन ओमन के संग जाही।” तब मोला उहां एक सफेद बादर दिखिस अऊ ओ बादर ऊपर मनखे के बेटा सहीं कोनो बईठे रहय। ओकर मुड़ी म सोन के मुकुट अऊ ओकर हांथ म धारदार हंसिया रहय। तब एक आने स्‍वरगदूत मंदिर म ले निकरिस अऊ ऊंचहा अवाज म बादर ऊपर बईठे मनखे ला कहिस, “अपन हंसिया ला ले अऊ लुवई कर, काबरकि लुवई के बेरा आ गे हवय, अऊ धरती के फसल ह पक चुके हवय।” तब जऊन ह बादर ऊपर बईठे रिहिस, ओह अपन हंसिया ला धरती ऊपर चलाईस, अऊ धरती के फसल ह लुवा गे। तब एक अऊ स्‍वरगदूत स्‍वरग के मंदिर म ले निकरिस, अऊ ओकर करा घलो एक धारदार हंसिया रहय। तब एक अऊ स्‍वरगदूत, जऊन ला आगी ऊपर अधिकार दिये गे रिहिस, बेदी म ले आईस अऊ ऊंचहा अवाज म ओ स्‍वरगदूत ला कहिस, जेकर करा धारदार हंसिया रहय, “अपन हंसिया ला ले अऊ धरती के अंगूर के नार के गुच्‍छामन ला काट अऊ अंगूर ला संकेल ले, काबरकि ओकर अंगूरमन पाक गे हवंय।” तब ओ स्‍वरगदूत ह अपन हंसिया ला धरती के अंगूर के नारमन म चलाईस अऊ अंगूर ला संकेलिस अऊ ओला परमेसर के कोरोध रूपी अंगूर के बड़े कुन्‍ड म झोंक दीस । ओमन ला सहर के बाहिर अंगूर के कुन्‍ड म कुचरे गीस अऊ ओ कुन्‍ड ले जऊन लहू निकरिस, ओह करीब पांच फुट ऊंच होके तीन सौ किलोमीटर तक बोहाईस। तब मेंह अकास म एक ठन अऊ महान अऊ अद्भूत चिन्‍हां देखेंव: सात स्‍वरगदूत सात ठन महामारी ला धरे रहंय। एमन आखिरी बिपत्ती अंय, काबरकि एकर बाद परमेसर के कोरोध ह पूरा हो जाही। अऊ मेंह अइसने चीज देखेंव, जऊन ह आगी म मिले कांच के एक समुंदर सहीं दिखत रहय अऊ ओ कांच के समुंदर के तीर म ओ मनखेमन ठाढ़े रिहिन, जऊन मन ओ पसु अऊ ओकर मूरती अऊ ओकर नांव के संख्‍या ऊपर जय पाय रिहिन। ओमन परमेसर के दुवारा दिये गय बीनामन ला धरे रहंय। अऊ ओमन परमेसर के सेवक मूसा के गीत अऊ मेढ़ा-पीला के ए गीत गावत रहंय: “हे सर्वसक्तिमान परभू परमेसर! तोर काम महान अऊ अद्भूत ए। हे जुग-जुग के राजा! तोर रसता ह सही अऊ सच्‍चा ए। हे परभू! जम्मो झन तोर भय मानहीं, अऊ तोर नांव के महिमा करहीं। काबरकि तेंहीच ह पबितर अस। जम्मो देस के मनखेमन आहीं अऊ तोर अराधना करहीं, काबरकि तोर धरमी काममन ह परगट हो गे हवंय।” एकर बाद मेंह देखेंव कि स्‍वरग म गवाही के तम्‍बू के मंदिर ह खुल गीस। अऊ ओ मंदिर म ले सात स्‍वरगदूत निकरिन, जेमन करा सात ठन महामारी रहय। ओ स्वरगदूतमन साफ अऊ चमकत सन के कपड़ा पहिरे रहंय अऊ ओमन के छाती म सोन के पट्टा बंधाय रहय। तब ओ चार जीयत परानी म ले एक झन ओ सातों स्वरगदूतमन ला सात ठन सोन के कटोरा दीस, जऊन म जुग-जुग तक जीयत रहइया परमेसर के कोरोध भराय रहय अऊ परमेसर के महिमा अऊ ओकर सामरथ के कारन मंदिर ह धुआं ले भर गीस अऊ कोनो ओ मंदिर भीतर नइं जा सकिन, जब तक कि ओ सात स्वरगदूतमन के सात महामारीमन पूरा नइं हो गीन। तब मंदिर म ले मोला एक ऊंचहा अवाज सुनई पड़िस, जऊन ह सातों स्वरगदूतमन ले ए कहत रहय, “जावव, अऊ परमेसर के कोरोध के सातों कटोरा ला धरती ऊपर उंड़ेर देवव।” पहिला स्‍वरगदूत ह गीस अऊ धरती ऊपर अपन कटोरा ला उंड़ेर दीस। जऊन मनखेमन ऊपर पसु के छाप लगे रिहिस अऊ जऊन मन ओकर मूरती के पूजा करे रिहिन, ओमन के ऊपर घिनौना अऊ पीरा देवइया फोड़ा निकर आईस। दूसरा स्‍वरगदूत ह समुंदर ऊपर अपन कटोरा ला उंड़ेरिस अऊ समुंदर के पानी ह मरे मनखे के लहू सहीं हो गीस अऊ समुंदर के जम्मो जीव मर गीन। तीसरा स्‍वरगदूत ह अपन कटोरा ला नदिया अऊ पानी के सोता मन ऊपर उंड़ेरिस अऊ ओमन के पानी ह लहू बन गीस। तब मेंह ओ स्‍वरगदूत, जेकर करा पानी के ऊपर अधिकार रिहिस, ए कहत सुनेंव: “हे परम पबितर! तेंह जीयत हवस अऊ तेंह हमेसा जीयत रहय; तेंह नियाय करे म धरमी अस, काबरकि तेंह अइसने नियाय करे हवस। मनखेमन तोर पबितर मनखे अऊ अगमजानीमन के लहू बहाय हवंय, अऊ तेंह ओमन ला पीये बर लहू दे हवस, काबरकि ओमन एकरे लइक अंय।” अऊ बेदी ला मेंह ए कहत सुनेंव: “हव, हे सर्वसक्तिमान परभू परमेसर, तोर नियाय ह सच्‍चा अऊ सही अय।” तब चौथा स्‍वरगदूत ह अपन कटोरा ला सूरज ऊपर उंड़ेरिस, अऊ सूरज ला मनखेमन ला आगी ले लेसे के अनुमती दिये गीस। मनखेमन भारी गरमी ले लेसा गीन अऊ ओमन परमेसर के नांव ला सराप दीन, जऊन ह कि ए महामारी ऊपर अधिकार रखथे, पर ओमन पछताप नइं करिन अऊ परमेसर के महिमा करे नइं चाहिन। तब पांचवां स्‍वरगदूत ह अपन कटोरा ला पसु के सिंघासन ऊपर उंड़ेरिस, अऊ पसु के राज म अंधियार छा गीस। मनखेमन पीरा के मारे अपन जीभ चबाय लगिन, अऊ अपन पीरा अऊ फोड़ामन के कारन स्‍वरग के परमेसर ला सराप देय लगिन, पर ओमन अपन कुकरम खातिर पछताप नइं करिन। तब छठवां स्‍वरगदूत ह अपन कटोरा ला महान नदी फरात ऊपर उंड़ेरिस। नदी के पानी ह सूखा गीस, ताकि पूरब दिग ले अवइया राजामन बर रसता बन जावय। तब मेंह सांप सहीं पसु के मुहूं ले, अऊ ओ पसु के मुहूं ले अऊ लबरा अगमजानी के मुहूं ले तीन असुध आतमामन ला निकरत देखेंव। ए असुध आतमामन मेचका के रूप म रहंय। एमन दुस्‍ट आतमा अंय, जऊन मन चमतकार देखाथें। एमन जम्मो संसार के राजामन करा जाथें अऊ ओमन ला ओ लड़ई बर संकलथें, जऊन ह सर्वसक्तिमान परमेसर के महान दिन म होही। देख! मेंह एक चोर के सहीं आवत हंव। धइन ए ओह, जऊन ह जागत रहिथे, अऊ अपन कपड़ा ला पहिरे रहिथे, ताकि ओह नंगरा झन गिंजरय, अऊ मनखेमन के आघू म ओकर बेजत्ती झन होवय। तब आतमामन राजामन ला ओ ठऊर म संकेलिन, जऊन ला इबरानी भासा म हरमगिदोन कहे जाथे। तब सातवां स्‍वरगदूत ह हवा म अपन कटोरा ला उंड़ेरिस, अऊ मंदिर के सिंघासन म ले एक ऊंचहा अवाज आईस, जऊन ह ए कहत रिहिस, “पूरा हो गीस।” तब बिजली के चमक, अवाज, बादर के गरजन अऊ भारी भुइंडोल होईस। अइसने भारी भुइंडोल मनखे के गढ़े जाय के समय ले अब तक कभू नइं होय रिहिस। बड़े सहर के तीन भाग हो गीस अऊ देसमन के सहरमन नास हो गीन। परमेसर ह बड़े सहर बाबूल ला सुरता करिस अऊ ओला अपन भयंकर कोरोध ले भरे मंद के कटोरा ला पीये बर दीस। जम्मो टापू अऊ पहाड़ मन गायब हो गीन। अकास ले करीब पचास-पचास किलो के बड़े-बड़े करा मनखेमन ऊपर गिरिस, अऊ ए करा के महामारी के कारन मनखेमन परमेसर ला सराप दीन, काबरकि ए महामारी ह बहुंत भयंकर रिहिस। तब जऊन सात स्वरगदूतमन सात ठन कटोरा धरे रिहिन, ओम के एक झन मोर करा आईस अऊ कहिस, “आ, मेंह तोला ओ बड़े बेस्या के दंड ला देखाहूं, जऊन ह कतको पानीमन ऊपर बईठे हवय। ओकर संग धरती के राजामन छिनारी करे हवंय अऊ धरती के मनखेमन ओकर छिनारीपन के मंद ला पीके मतवाला हो गे हवंय।” तब ओ स्‍वरगदूत ह मोला आतमा म एक ठन सुनसान जगह म ले गीस। उहां मेंह एक झन माईलोगन ला लाल रंग के एक पसु ऊपर बईठे देखेंव। पसु के जम्मो देहें म खराप नांवमन लिखाय रहय, अऊ ओकर सात ठन मुड़ी अऊ दस ठन सिंग रहय। ओ माईलोगन ह बैंजनी अऊ लाल रंग के कपड़ा पहिरे रहय अऊ सोन, कीमती पथरा अऊ मोती मन ले सजे रहय। ओह अपन हांथ म एक ठन सोन के कटोरा धरे रहय। ओ कटोरा ह घिन-घिन चीज अऊ ओकर छिनारीपन के गंदगी ले भरे रहय। अऊ ओकर माथा म एक भेद के नांव लिखाय रहय: महान बाबूल, धरती के बेस्‍यामन के अऊ घिन-घिन चीजमन के दाई। मेंह देखेंव कि ओ माईलोगन ह पबितर मनखेमन के लहू अऊ यीसू के बिसवास लइक गवाहमन के लहू ला पीके माते हवय। जब मेंह ओला देखेंव, त बहुंत अचरज म पड़ गेंव। तब स्‍वरगदूत ह मोला कहिस, “तेंह काबर अचम्भो करत हवस? मेंह तोला ओ माईलोगन के भेद ला बताहूं अऊ ओ पसु के भेद ला घलो बताहूं, जेकर ऊपर ओ माईलोगन ह सवारी करे हवय अऊ जेकर सात ठन मुड़ी अऊ दस ठन सिंग हवय। जऊन पसु ला तेंह देखे, ओह पहिली रिहिस, पर अब नइं ए; ओह अथाह कुन्‍ड ले निकरके आही अऊ ओह नास हो जाही। धरती के ओ मनखेमन, जेकर नांव संसार के रचे के समय ले जिनगी के किताब म नइं लिखे हवय, ओमन पसु ला देखके अचम्भो करहीं, काबरकि ओह पहिली रिहिस, पर अब नइं ए, पर ओह फेर आही।” एला समझे बर बुद्धि के जरूरत हवय। ओ सात ठन मुड़ीमन सात ठन पहाड़ अंय, जेकर ऊपर ओ माईलोगन ह बईठे हवय। ओमन सात झन राजा घलो अंय। ओम ले पांच झन गिर गे हवंय; एक झन अभी राज करत हवय, अऊ दूसर ह अभी तक नइं आय हवय; पर जब ओह आही, त थोरकन समय तक राज करही। ओ पसु जऊन ह पहिली रिहिस, पर अब नइं ए, ओह आठवां राजा ए। असल म, ओह ओ सातों म ले अय अऊ ओह नास हो जाही। जऊन दस ठन सिंग तेंह देखे, ओमन दस राजा अंय। ओमन ला अभी तक राज नइं मिले हवय, पर ओमन ला एक घंटा बर पसु के संग म राजामन सहीं अधिकार मिलही। ओमन के एकेच उदेस्य हवय अऊ ओमन अपन सक्ति अऊ अधिकार पसु ला दे दिहीं। ओमन मेढ़ा-पीला के बिरोध म लड़ई करहीं, पर मेढ़ा-पीला ह ओमन ऊपर जय पाही, काबरकि ओह परभूमन के परभू अऊ राजामन के राजा ए, अऊ जऊन मन ओकर संग रहिहीं, ओमन बलाय गे हवंय अऊ चुने गे हवंय अऊ ओमन बिसवास लइक अंय। तब स्‍वरगदूत ह मोला कहिस, “जऊन पानी ला तेंह देखे, जिहां ओ बेस्या ह बईठे हवय, ओ पानी ह मनखेमन के भीड़, देस अऊ भासा मन अय। जऊन पसु अऊ दस सिंगमन ला तेंह देखे, ओमन ओ बेस्या ले घिन करहीं। ओमन ओला नंगरी करके अकेला छोंड़ दिहीं। ओमन ओकर मांस ला खाहीं अऊ ओला आगी म जला दिहीं। काबरकि परमेसर ह ओमन के मन म ए बात ला डाले हवय कि ओमन ओकर उदेस्य ला पूरा करंय अऊ जब तक परमेसर के बचन ह पूरा नइं हो जावय, तब तक ओमन एक मत होके अपन राज करे के अधिकार ला ओ पसु ला दे देवंय। जऊन माईलोगन ला तेंह देखे, ओह ओ महान सहर ए, जऊन ह धरती के राजामन ऊपर राज करथे।” एकर बाद मेंह एक अऊ स्‍वरगदूत ला स्‍वरग ले उतरत देखेंव। ओकर करा बड़े अधिकार रिहिस अऊ धरती ह ओकर सोभा ले जगमगा गीस। ओह ऊंचहा अवाज म चिचियाके कहिस, “सतियानास हो गीस! बड़े सहर बाबूल ह सतियानास हो गीस! ओह भूतमन के अऊ जम्मो दुस्‍ट आतमामन के अऊ जम्मो असुध अऊ घिन-घिन चिरईमन के डेरा हो गे हवय। काबरकि जम्मो देस के मनखेमन ओकर छिनारीपन के मंद ला पीये हवंय। धरती के राजामन ओकर संग छिनारी करिन अऊ धरती के बेपारीमन ओकर बिलासिता के धन ले धनवान हो गे हवंय।” तब मेंह स्‍वरग ले एक अऊ अवाज सुनेंव, जऊन ह ए कहत रहय: “हे मोर मनखेमन, ओ सहर म ले निकर आवव, ताकि तुमन ओकर पाप के भागी झन होवव अऊ ओकर कोनो बिपत्ती तुम्‍हर ऊपर झन पड़य। काबरकि ओकर पाप के घघरी ह भर गे हवय, अऊ परमेसर ह ओकर अपराध ला सुरता करे हवय। ओकर संग वइसने करव, जइसने ओह तुम्‍हर संग करे हवय। ओकर कुकरम के दू गुना बदला चुकावव। जऊन कटोरा म ओह भरे हवय, ओ कटोरा म ओकर बर दू गुना भर देवव। ओह जतेक डींग मारे हवय अऊ जतेक भोग-बिलास करे हवय, ओला ओतके दुःख अऊ तकलीफ देवव। ओह अपन मन म कहिथे, ‘मेंह रानी सहीं बईठथंव; मेंह बिधवा नो हंव, अऊ मेंह कभू दुःख नइं मनाहूं।’ एकरसेति एकेच दिन म ओकर ऊपर मिरतू, सोक अऊ अकाल के बिपत्ती आ पड़ही। ओह आगी म भसम हो जाही। काबरकि जऊन ह ओकर नियाय करथे, ओह सर्वसक्तिमान परभू परमेसर ए। धरती के जऊन राजामन ओकर संग छिनारी अऊ भोग-बिलास करिन, ओमन जब ओकर जरे के धुआं ला देखहीं, त ओमन रोहीं अऊ ओकर बर सोक मनाहीं। ओमन ओकर पीरा ले डरके दूरिहा म ठाढ़ होहीं अऊ ए कहिहीं, ‘हे महान सहर! हाय! तोर ऊपर हाय! हे बाबूल, सक्तिसाली सहर! एकेच घंटा म तोला तोर दंड मिल गीस।’ धरती के बेपारीमन ओकर बर रोहीं अऊ कलपहीं, काबरकि अब कोनो ओमन के ए मालमन ला नइं बिसोही – सोना, चांदी, कीमती पथरा, मोती; सुन्‍दर मलमल, बैंजनी, रेसमी अऊ लाल कपड़ा; जम्मो किसम के महकत कठवा, अऊ हाथी दांत, कीमती कठवा, पीतल, लोहा अऊ संगमरमर के जम्मो किसम के चीज; अऊ दालचीनी, मसाला, धूप, इतर, लोबान, मंद, तेल, आंटा अऊ गहूं; बइला अऊ मेढ़ा-मेढ़ी, घोड़ा अऊ रथ, अऊ गुलाम अऊ मनखेमन के जीव। बेपारीमन ओला कहिहीं, ‘जऊन फर के लालसा तेंह करत रहय, ओह तोर ले दूरिहा हो गे हवय। तोर जम्मो धन-संपत्ति अऊ तड़क-भड़क खतम हो गीस, अऊ ओह तोला फेर कभू नइं मिलय।’ जऊन बेपारीमन ए चीजमन ला बेंचके बाबूल सहर ले धन कमाय रिहिन, ओमन ओकर पीरा ले डरके दूरिहा म ठाढ़ होहीं। ओमन रोहीं अऊ सोक मनाहीं; अऊ ए कहिहीं: ‘हे महान सहर! हाय! तोर ऊपर हाय! तेंह सुन्‍दर मलमल, बैंजनी अऊ लाल कपड़ा पहिरे रहय अऊ सोन, कीमती पथरा अऊ मोती ले सजे रहय! एकेच घंटा म ए जम्मो धन ह नास हो गीस!’ पानी जहाज के हर कप्तान, पानी जहाज म हर यातरा करइया, हर डोंगा खेवइया अऊ हर ओ मनखे, जऊन ह समुंदर ले अपन जिनगी चलाथे, ए जम्मो के जम्मो दूरिहा म ठाढ़े रहिहीं। जब ओमन ओकर जरे के धुआं ला देखहीं, त ओमन चिचियाके कहिहीं, ‘का ए महान सहर सहीं कभू कोनो सहर रिहिस?’ ओमन अपन मुड़ी ऊपर धूर्रा ला डारहीं, अऊ रोवत अऊ कलपत ओमन चिचिया-चिचियाके कहिहीं: ‘हे महान सहर! हाय! तोर ऊपर हाय! एह ओ सहर ए, जेकर धन के जरिये समुंदर के जम्मो जहाज के मालिकमन धनी हो गीन। एकेच घंटा म, ओह नास हो गीस।’ हे स्‍वरग म रहइयामन अऊ पबितर मनखे अऊ प्रेरित अऊ अगमजानीमन! ओकर बिनास ऊपर आनंद मनावव। ओह तुम्‍हर संग जइसने बरताव करे रिहिस, परमेसर ह ओला ओकर सजा दे हवय।” तब एक सक्तिसाली स्‍वरगदूत ह चक्‍की के एक बड़े पाट सहीं पथरा ला उठाईस अऊ ए कहत ओला समुंदर म फटिक दीस: “महान सहर बाबूल ह अइसने बेरहमी ले फटिक दिये जाही, अऊ ओकर फेर कभू पता नइं चलही। बीना बजइया, अऊ संगीतकार, बांसुरी बजइया अऊ तुरही बजइया मन के अवाज, ए सहर म फेर कभू सुनई नइं पड़ही। कोनो काम के कोनो घलो कारीगर, ए सहर म फेर कभू नइं मिलही। चक्‍की चले के अवाज, ए सहर म फेर कभू सुनई नइं पड़ही। दीया के अंजोर, ए सहर म फेर कभू नइं चमकही। दूल्हा अऊ दुल्हिन के अवाज, ए सहर म फेर कभू सुनई नइं पड़ही। ए सहर के बेपारीमन संसार के बड़े मनखे रिहिन। ए सहर ह अपन जादू के दुवारा जम्मो देस के मनखेमन ला बहकाय रिहिस। ए सहर म अगमजानी अऊ पबितर मनखे मन के लहू पाय गीस, अऊ धरती ऊपर जऊन मनखेमन मार डारे गीन, ओमन के लहू घलो ए सहर म पाय गीस।” एकर बाद मेंह स्‍वरग म, एक बड़े भीड़ के गरजन सहीं अवाज सुनेंव, जऊन ह चिचियाके ए कहत रहय: “हलिलूयाह! उद्धार, महिमा अऊ सामरथ हमर परमेसर के अय, काबरकि ओकर नियाय सच्‍चा अऊ सही अय। ओह ओ बड़े बेस्या ला दंड दे हवय, जऊन ह अपन छिनारीपन ले धरती के मनखेमन ला खराप करत रिहिस। परमेसर ह ओकर ले अपन सेवकमन के लहू के बदला ले हवय।” ओमन फेर चिचियाके कहिन: “हलिलूयाह! ओ बड़े सहर के जरे के धुआं जुग-जुग तक उठत रहिथे।” चौबीस अगुवा अऊ चारों जीयत परानीमन माड़ी के भार गिरिन अऊ ओमन ए कहत सिंघासन ऊपर बिराजे परमेसर के अराधना करिन। अऊ ओमन ऊंचहा अवाज म कहिन: “आमीन, हलिलूयाह!” तब सिंघासन ले ए कहत एक अवाज आईस: “तुमन जम्मो परमेसर के सेवकमन, अऊ छोटे बड़े तुमन, जऊन मन ओकर भय मानथव, हमर परमेसर के परसंसा करव!” तब मेंह एक बड़े भीड़ के अवाज ला सुनेंव, जऊन ह पानी के लहरामन सहीं अऊ बादर के बड़े गरजन सहीं रहय; भीड़ ह चिचियाके ए कहत रहय: “हलिलूयाह! काबरकि हमर सर्वसक्तिमान परभू परमेसर ह राज करत हवय। आवव! हमन आनंद अऊ खुसी मनावन, अऊ परमेसर के महिमा करन। काबरकि मेढ़ा-पीला के बिहाव के बेरा ह आ गे हवय, अऊ ओकर दुल्हिन ह अपन-आप ला तियार कर ले हवय। सुघर, चमकत अऊ साफ मलमल के कपड़ा, ओला पहिरे बर दिये गे हवय।” (सुघर मलमल कपड़ा ह पबितर मनखेमन के धरमी काम के चिन्‍हां ए।) तब स्‍वरगदूत ह मोला कहिस, “एला लिख: ‘धइन अंय ओमन, जऊन मन मेढ़ा-पीला के बिहाव-भोज के नेवता पाथें।’ ” अऊ स्‍वरगदूत ह ए घलो कहिस, “एमन परमेसर के सत बचन अंय।” तब मेंह ओकर अराधना करे बर ओकर गोड़ खाल्‍हे गिरेंव। पर ओह मोला कहिस, “अइसने झन कर। मेंह घलो तोर अऊ तोर ओ भाईमन संग एक संगी सेवक अंव, जऊन मन यीसू के गवाही रखथें। परमेसर के अराधना कर। काबरकि यीसू के गवाही ह अगमबानी के आतमा ए।” तब मेंह स्‍वरग ला खुले हुए देखेंव अऊ उहां एक सफेद घोड़ा रहय, अऊ जऊन ह ओ घोड़ा ऊपर सवारी करे रहय, ओला बिसवास लइक अऊ सच कहे जाथे। ओह धरमीपन के संग नियाय करथे अऊ लड़ई करथे। ओकर आंखीमन आगी सहीं धधकत रहय, अऊ ओकर मुड़ी म कतको मुकुट रहंय। ओकर देहें म एक नांव लिखाय रहय, जऊन ला ओकर छोंड़ अऊ कोनो नइं जानंय। ओह लहू म डुबोय कपड़ा पहिरे रहय, अऊ ओकर नांव परमेसर के बचन ए। स्‍वरग के सेनामन सुघर, सफेद अऊ साफ मलमल के कपड़ा पहिरे अऊ सफेद घोड़ामन म सवार होके ओकर पाछू-पाछू आवत रहंय। ओकर मुहूं ले एक धारदार तलवार निकरत रहय, जेकर दुवारा ओह देस-देस के मनखेमन ला मारही। ओह लोहा के राजदंड ले ओमन ऊपर राज करही। ओह सर्वसक्तिमान परमेसर के भयानक कोरोध रूपी मंद के कुन्‍ड ला रौंदही। ओकर कपड़ा अऊ ओकर जांघ म ए नांव लिखाय रहय: “राजामन के राजा अऊ परभूमन के परभू।” तब मेंह एक स्‍वरगदूत ला सूरज ऊपर ठाढ़े देखेंव। ओह ऊंचहा अवाज म अकास मंडल म उड़त जम्मो चिरईमन ला पुकारके कहिस, “आवव! परमेसर के बड़े भोज म सामिल होय बर जूरव, ताकि तुमन राजा, सेनापति, सक्तिसाली मनखे, घोड़ा अऊ ओकर सवारमन के मांस, अऊ सुतंतर अऊ गुलाम, छोटे अऊ बड़े जम्मो झन के मांस खा सकव।” तब मेंह देखेंव कि ओ पसु अऊ धरती के राजामन अपन सेनामन संग, ओ घुड़सवार अऊ ओकर सेना ले लड़े बर जुरे रहंय। पर ओ पसु ह पकड़े गीस अऊ ओकर संग ओ लबरा अगमजानी घलो पकड़े गीस, जऊन ह पसु के आघू म अचरज के चिन्‍हां देखाके, ओ मनखेमन ला बहकाय रिहिस, जऊन मन ओ पसु के छाप लेय रिहिन अऊ ओकर मूरती के पूजा करे रिहिन। ओ दूनों जीयते-जीयत धधकत गंधक के आगी के कुन्‍ड म झोंक दिये गीन। ओम के बांचे मनखेमन घुड़सवार के मुहूं ले निकरे तलवार ले मारे गीन, अऊ जम्मो चिरईमन ओमन के मांस खाके अघा गीन। तब मेंह एक स्‍वरगदूत ला स्‍वरग ले उतरत देखेंव। ओह अपन हांथ म अथाह कुन्‍ड के कुची अऊ एक बड़े सांकर धरे रहय। ओह ओ सांप सहीं पसु याने कि पुराना सांप ला पकड़िस, जऊन ह इबलीस या सैतान ए अऊ ओला एक हजार साल बर सांकर म बांध दीस। स्‍वरगदूत ह ओला अथाह कुन्‍ड म डार दीस अऊ ओम ताला लगाके ओकर ऊपर मुहर लगा दीस, ताकि ओ पुराना सांप ह एक हजार साल के पूरा होवत तक, देसमन के मनखेमन ला बहकाय झन सकय। ओकर बाद, ए जरूरी अय कि ओला थोरकन समय बर छोंड़े जावय। तब मेंह सिंघासनमन ला देखेंव, जऊन म ओ मनखेमन बईठे रहंय, जऊन मन ला नियाय करे के अधिकार देय गे रिहिस। मेंह ओ मनखेमन के आतमामन ला घलो देखेंव, जेमन के मुड़ी ला यीसू के गवाही देय के कारन अऊ परमेसर के बचन म बने रहे के कारन काट डारे गे रिहिस। ओमन पसु या ओकर मूरती के अराधना नइं करे रिहिन अऊ ओमन अपन माथा या अपन हांथ म ओकर छाप नइं लेय रिहिन। ओमन जी उठिन अऊ मसीह के संग म एक हजार साल तक राज करिन। बाकि मरे मनखेमन एक हजार साल के पूरा होवत तक जी नइं उठिन। एह मरे मनखेमन के पहिली जी उठई अय। धइन अऊ पबितर अंय ओ मनखेमन, जऊन मन ए पहिली जी उठई म भागीदार होथें। एमन ऊपर दूसरा मिरतू के कोनो अधिकार नइं रहय। एमन परमेसर अऊ मसीह के पुरोहित होहीं अऊ ओकर संग एक हजार साल तक राज करहीं। जब एक हजार साल पूरा हो जाही, त सैतान ला कैद ले छोंड़ दिये जाही। अऊ ओह धरती के जम्मो देस के मनखेमन ला बहकाय बर निकरही; ए देसमन याजूज अऊ माजूज अंय। सैतान ह ओमन ला लड़ई बर संकेलही। ओमन समुंदर तीर के बालू सहीं अनगिनत होहीं। ओमन जम्मो धरती ऊपर बगर गीन। ओमन पबितर मनखेमन के सिविर अऊ परमेसर के मयारू सहर ला घेर लीन, पर स्‍वरग ले आगी उतरिस अऊ ओमन ला भसम कर दीस। तब ओमन ला बहकवइया सैतान ला आगी अऊ गंधक के कुन्‍ड म डार दिये गीस, जिहां ओ पसु अऊ लबरा अगमजानी ला डारे गे रिहिस। ओमन सदाकाल तक दिन-रात पीरा भोगहीं। तब मेंह एक बड़े सफेद सिंघासन अऊ ओकर ऊपर बिराजे एक मनखे ला देखेंव। धरती अऊ अकास ओकर आघू ले भाग गीन अऊ ओमन बर कोनो जगह नइं बंचिस। अऊ मेंह छोटे-बड़े जम्मो मरे मनखेमन ला सिंघासन के आघू म ठाढ़े देखेंव, अऊ किताबमन खोले गीन। तब एक आने किताब खोले गीस, जऊन ह जिनगी के किताब ए। किताबमन म लिखाय मरे मनखेमन के काम के मुताबिक ओमन के नियाय करे गीस। तब समुंदर ह अपन मरे मनखेमन ला दे दीस। मिरतू अऊ पताल-लोक अपन मरे मनखेमन ला दे दीन, अऊ हर एक के नियाय ओकर काम के मुताबिक करे गीस। तब मिरतू अऊ पताल-लोक ला आगी के कुन्‍ड म डार दिये गीस। आगी के कुन्‍ड ह दूसरा मिरतू ए। जेमन के नांव जिनगी के किताब म लिखाय नइं मिलिस, ओमन आगी के कुन्‍ड म डार दिये गीन। तब मेंह एक “नवां अकास अऊ एक नवां धरती” देखेंव। पहिली अकास अऊ पहिली धरती दूनों लोप हो गे रिहिन, अऊ कोनो समुंदर घलो नइं रिहिस। अऊ मेंह पबितर सहर नवां यरूसलेम ला परमेसर के इहां ले स्‍वरग ले उतरत देखेंव। ओह अपन घरवाला खातिर दुल्हिन के सहीं सुघर सजे रहय। अऊ मेंह सिंघासन ले ऊंचहा अवाज म, ए कहत सुनेंव, “देखव! अब परमेसर के निवास मनखेमन के बीच हवय, अऊ ओह ओमन के संग रहिही। ओमन ओकर मनखे होहीं, अऊ परमेसर ह खुद ओमन के संग रहिही। ओह ओमन के आंखी के जम्मो आंसू ला पोंछही। उहां न मिरतू होही, न कोनो सोक मनाही या रोही, अऊ न ही कोनो ला कोनो किसम के पीरा होही, काबरकि पुराना बातमन खतम हो गे हवंय।” जऊन ह सिंघासन म बिराजे रिहिस ओह कहिस, “मेंह हर एक चीज ला नवां बनावत हवंव।” तब ओह कहिस, “एला लिख ले, काबरकि ए बात ह बिसवास लइक अऊ सत ए।” ओह मोला कहिस, “एह पूरा होईस। मेंह अलफा अऊ ओमेगा, आदि अऊ अंत अंव। जऊन ह पियासा हवय, ओला मेंह जिनगी के पानी के सोता म ले मुफत म पीये बर दूहूं। जऊन ह जय पाही, ओला ए जम्मो चीज मिलही, अऊ मेंह ओकर परमेसर होहूं, अऊ ओह मोर बेटा होही। पर डरपोक, अबिसवासी, दुस्‍ट, हतियारा, छिनारी करइया, जादू-टोनहा करइया, मूरती पूजा करइया अऊ जम्मो लबरामन ओ कुन्‍ड म जगह पाहीं, जऊन ह आगी अऊ गंधक ले धधकत हवय। एह दूसरा मिरतू ए।” तब ओ सात स्वरगदूतमन, जेमन करा सात ठन आखिरी महामारी ले भरे सात ठन कटोरा रहय, ओम ले एक झन मोर करा आईस अऊ कहिस, “आ, मेंह तोला दुल्हिन याने कि मेढ़ा-पीला के घरवाली ला देखाहूं।” ओ स्‍वरगदूत ह आतमा के सामरथ ले मोला एक बड़े अऊ ऊंच पहाड़ ऊपर ले गीस, अऊ ओ पबितर सहर – यरूसलेम ला देखाईस, जऊन ह स्‍वरग ले परमेसर के इहां ले उतरत रहय। ओह परमेसर के महिमा ले चमकत रहय अऊ ओकर चमक ह एक बहुंत महंगा पथरा – मनी सहीं एकदम साफ रहय। ओकर चारों कोति एक बड़े अऊ ऊंच दिवाल रहय। दिवाल म बारह ठन कपाट रहय अऊ ए कपाटमन म बारह झन स्‍वरगदूत ठाढ़े रहंय। ए कपाटमन म इसरायल के बारह गोत्र के नांव लिखाय रहय – हर कपाट म एक नांव। पूरब म तीन, उत्तर म तीन, दक्खिन म तीन अऊ पछिम म तीन कपाट रिहिन। सहर के दिवाल के बारह ठन नींव के पथरा रहय अऊ ओमन म मेढ़ा-पीला के बारह प्रेरितमन के नांव लिखाय रहय – हर पथरा म एक नांव। जऊन स्‍वरगदूत ह मोर ले गोठियावत रिहिस, ओकर करा सहर, ओकर कपाट अऊ दिवाल ला नापे बर नापे के सोन के एक छड़ रहय। ओ सहर ह चौखट्टा आकार म बसे रिहिस। ओकर लम्‍बई ह ओकर चौड़ई के बरोबर रहय। स्‍वरगदूत ह सहर ला सोन के छड़ म नापिस, त ओह करीब दू हजार दू सौ चालीस किलोमीटर निकरिस। ओकर लम्‍बई, चौड़ई अऊ ऊंचई बरोबर रिहिस। ओह सहर के दिवाल ला घलो नापिस। स्‍वरगदूत ह मनखे के नाप के हिसाब म नापिस, अऊ सहर के दिवाल के ऊंचई ह करीब 65 मीटर निकरिस। सहर के दिवाल ह मनी के बने रिहिस अऊ सहर ह चोखा सोना के बने रिहिस, जऊन ह कांच सहीं सुध रिहिस। सहर के दिवाल के नींव ह जम्मो किसम के कीमती पथरा ले सजे रहय। पहिली नींव ह मनी के रिहिस, दूसरा ह नीलम, तीसरा ह सुलेमानी, चौथा ह पन्ना, पांचवां ह गोमेदक, छठवां ह मानिक्‍य, सातवां ह पीतमनी, आठवां ह फिरोजा, नौवां ह पुखराज, दसवां ह लहसनिये, गियारहवां ह नगीना अऊ बारहवां ह नीलमनी के बने रिहिस। बारह कपाटमन बारह मोतीमन ले बने रिहिन। एक-एक कपाट ह एक-एक मोती के बने रिहिस। सहर के गली ह आर-पार दिखइया साफ कांच सहीं चोखा सोना के बने रिहिस। मेंह सहर म कोनो मंदिर नइं देखेंव, काबरकि सर्वसक्तिमान परभू परमेसर अऊ मेढ़ा-पीला एकर मंदिर अंय। अऊ सहर ला सूरज या चंदा के अंजोर के जरूरत नइं रिहिस, काबरकि परमेसर के महिमा ओला अंजोर देवत रिहिस अऊ मेढ़ा-पीला ओकर दीया रिहिस। संसार के मनखेमन ओकर अंजोर म रेंगही अऊ संसार के राजामन ओम अपन सोभा लानहीं। ओ सहर के कपाटमन कभू बंद नइं होही, अऊ उहां कभू रात नइं होही। जम्मो देस के महिमा अऊ आदर ओम लाने जाही। कोनो असुध चीज कभू ओ सहर म घुसरे नइं पाही अऊ न ही ओ मनखे, जऊन ह लज्‍जा के काम करथे या धोखा देवइया काम करथे; पर सिरिप ओमन घुसरे पाहीं, जेमन के नांव मेढ़ा-पीला के जिनगी के किताब म लिखाय हवय। तब स्‍वरगदूत ह मोला जिनगी देवइया पानी के नदिया ला देखाईस, जेकर पानी ह इसफटिक के सहीं साफ रिहिस। ओ नदिया ह परमेसर अऊ मेढ़ा-पीला के सिंघासन ले सहर के गली के बीचों-बीच बोहावत रिहिस। नदिया के दूनों तीर म जिनगी के रूख रिहिस, जऊन म एक साल म बारह किसम के फर धरय – याने कि हर एक महिना ओम फर धरय अऊ ओ रूख के पान ले देस-देस के मनखेमन के बेमारी के इलाज होवत रिहिस। उहां कोनो किसम के सराप नइं होही। ओ सहर म परमेसर अऊ मेढ़ा-पीला के सिंघासन होही, अऊ ओकर सेवकमन ओकर अराधना करहीं। ओमन ओकर चेहरा ला देखहीं अऊ ओकर नांव ह ओमन के माथा म लिखाय होही। उहां कभू रात नइं होही। ओमन ला दीया या सूरज के अंजोर के जरूरत नइं पड़ही, काबरकि परभू परमेसर ह ओमन के अंजोर होही, अऊ ओमन सदाकाल तक राज करहीं। तब स्‍वरगदूत ह मोला कहिस, “ए बातमन बिसवास लइक अऊ सच अंय। परभू परमेसर जऊन ह अगमजानीमन ला अपन आतमा देथे, ओह अपन स्‍वरगदूत ला अपन सेवकमन करा ओ बातमन ला देखाय बर पठोय हवय, जऊन ह निकट भविस्य म होवइया हवय।” यीसू ह कहिस, “देखव! मेंह जल्दी आवत हंव। धइन ए ओ, जऊन ह ए किताब के अगम के बातमन ला मानथे।” में यूहन्ना ए बातमन ला सुने अऊ देखे हवंव। अऊ जब मेंह एमन ला सुन अऊ देख चुकेंव, त जऊन स्‍वरगदूत ह मोला ए बातमन ला देखाईस, ओकर गोड़ खाल्‍हे मेंह ओकर अराधना करे बर गिरेंव। पर ओह मोला कहिस, “अइसने झन कर। मेंह घलो तोर सहीं अऊ तोर भाई अगमजानीमन सहीं अऊ ओ जम्मो झन जऊन मन ए किताब के बात ला मानथें, ओमन सहीं एक संगी सेवक अंव। परमेसर के अराधना कर।” अऊ ओह मोला फेर कहिस, “तेंह ए किताब के अगम के बातमन ला गुपत म झन रख, काबरकि समय ह लकठा आ गे हवय। जऊन ह अधरम करथे, ओह अधरम करते रहय। जऊन ह दुस्‍ट मनखे ए, ओह दुस्‍ट मनखे बने रहय। जऊन ह धरमी ए, ओह भलई करते रहय; अऊ जऊन ह पबितर ए, ओह पबितर बने रहय।” यीसू ह कहिस, “देखव! मेंह जल्दी आवत हंव। मेंह अपन इनाम ला अपन संग लेके आहूं अऊ हर एक मनखे ला ओकर काम के मुताबिक इनाम दूहूं। मेंह अलफा अऊ ओमेगा, पहिली अऊ आखिरी, आदि अऊ अंत अंव। धइन अंय ओमन, जऊन मन अपन कपड़ा ला धोथें। ओमन ला जिनगी के रूख म ले फर खाय के अधिकार अऊ कपाट म ले होके सहर के भीतर जाय के अधिकार मिलही। पर कुकुर, जादू-टोना करइया, छिनारी करइया, हतियारा, मूरती पूजा करइया अऊ लबरा बात अऊ काम करइयामन सहर ले बाहिर रहिहीं।” में यीसू ह अपन स्‍वरगदूत ला तुम्‍हर करा पठोय हवंव कि ओह कलीसियामन ला ए बात बतावय। मेंह दाऊद राजा के मूल अऊ बंसज अंव, अऊ मेंह बिहनियां के चमकत तारा अंव। पबितर आतमा अऊ दुल्हिन कहिथें, “आवव!” अऊ जऊन ह सुनथे, ओह कहय, “आवव!” जऊन ह पियासा हवय, ओह आवय; अऊ जऊन ह चाहथे, ओह जिनगी के पानी ला बिगर कोनो दाम के ले लेवय। में यूहन्ना ओ जम्मो मनखे ला चेतावत हंव, जऊन मन ए किताब के अगम के बात ला सुनथें; कहूं कोनो एम कुछू जोड़ही, त परमेसर ह ए किताब म लिखाय महामारीमन ला ओकर ऊपर लानही। अऊ कहूं कोनो अगम के ए किताब म ले कुछू बात ला निकारही, त परमेसर ह ए किताब म लिखाय जिनगी के रूख अऊ पबितर सहर म ले ओकर बांटा ला निकार दिही। जऊन ह ए बातमन के गवाही देथे, ओह कहिथे, “सही म, मेंह जल्दी आवत हंव।” आमीन! हे परभू यीसू, आ। परभू यीसू के अनुग्रह परमेसर के मनखेमन ऊपर होवय। आमीन।