S.NO | Student Name | 10th Marks |
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1101 | VIJAY | 74 % |
1102 | VINAY | 70 % |
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a2-b2 = (a+b)(a-b)
O2+ 2H2 → H2O
ग्लूकोस बनाने की विधिइक्षु शर्करा से या सुक्रोस C12H22O11 + H2O → C6H12O6 + C6H12O6 2 . औद्योगिक विधि : (C6H10O5)n + nH2O → nC6H12O6 ग्लुकोस की विवृत श्रृंखला संरचना (glucose की open chain structure) : ग्लूकोस का अणुसूत्र C6H12O6 है ग्लूकोस को लाल फास्फोरस व HI के साथ गरम करने पर n-hexane बनता है जिससे सिद्ध होता है की ग्लूकोस में 6 कार्बन की सीधी श्रृंखला है। ग्लुकोस हाइड्रोक्सिल एमिन व HCN से क्रिया कर लेता है जिससे सिद्ध होता है की इसमें कार्बोनिल समूह उपस्थित है। ग्लूकोस टॉलेन अभिकर्मक अथवा ब्रोमीन जल द्वारा ऑक्सीकृत हो जाता है जिससे सिद्ध होता है की इसमें एल्डिहाइड समूह उपस्थित है। ग्लूकोस एसिटिक एनहाइड्राइड से क्रिया करके ग्लूकोस पेंटा ऐसिटेट बनाता है जिससे सिद्ध होता है की पांच OH समूह उपस्थित है। ग्लूकोस का HNO3 द्वारा ऑक्सीकरण करने पर सैकेरिक अम्ल बनता है जिससे सिद्ध होता है की इसमें एक एल्कोहल है। अपचायी व अनअपचायी शर्करा किसे कहते है ? वे शर्कराएं जो टोलेन अभिकर्मक तथा फेलिंग विलयन को अपचयित कर देती है उन्हें अपचायी शर्करा कहते है जैसे : सभी मोनो सैकेराइड तथा माल्टोस और लैक्टोसवे शर्कराएं जो टोलेन अभिकर्मक व फेलिंग विलयन को अपचयित नहीं करती उन्हें अनअपचायी शर्करा कहते है। जैसे: सुक्रोस Remark: सरकारीपापा/VIJAY PRAJAPAT